Professional Documents
Culture Documents
सांवर सुरतिया प-WPS Office
सांवर सुरतिया प-WPS Office
तीसरे हई जग के बंचावल,
शहरिया ना अब मन भावे
दअ
ु रा के इनरा बोलावे
शहरिया ना अब मन भावे
ओक्का बोक्का
तीन तलोका
दोल्हा-पाती चिक्का
पल में हं सावे
पल में रोवावे
जब जब इयाद आवे
शहरिया ना अब मन भावे
गंउवा में हमरा आजो चंदा
त अब सभ के छोड़ छाड़ के
शहरिया ना अब मन भावे