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कें द्रीय विद्यालय संगठन क्षेत्रीय कायाालय रायपरु

Kendriya Vidyalaya Sangathan Regional Office


Raipur

Class - X
Multiple Choice Question Bank
[MCQ ] Term – I
Hindi Course – A [ 002 ]
Based on Latest CBSE Exam Pattern
for the Session 2021-22

1
कें द्रीय विद्यालय संगठन क्षेत्रीय कायाालय रायपरु
Kendriya Vidyalaya Sangathan Regional Office Raipur

उपायक्त
ु का संदश

रायपरु क्षेत्र के वलए दसिीं और बारहिीं कक्षा के विविन्न विषयों के वलए अध्ययन सामग्री प्रकावशत करना
मेरे वलए बहुत खशु ी की बात है। सीबीएसई द्वारा जल ु ाई 2021 के महीने में जारी पररपत्र संख्या 51 और 53 के माध्यम
से पाठ्यक्रम और मलू यांकन प्रवक्रया में हावलया पररितानों से पररवित और पररवित होने से छात्रों को परीक्षा के वलए खुद
को बेहतर तैयार करने में मदद वमलेगी। अिधारणाओ ं को समझने, प्रश्नों को समझने के वलए इकाइयों और अध्यायों का
अच्छा और गहरा ज्ञान आिश्यक है। अध्ययन सामग्री परीक्षा से ठीक पहले त्िररत संशोधन के वलए उपयक्त ु और
प्रिािी नोट्स बनाने में मदद करती है।

COVID-19 महामारी की अितू पिू ा पररवथिवतयों के कारण छात्रों और वशक्षकों को कक्षाओ ं में आमने-
सामने बातिीत करने का बहुत सीवमत अिसर वमल रहा है। ऐसी वथिवत में पयािेवक्षत और विशेष रूप से तैयार वकए गए
मलू य वबंदु छात्रों को उनकी समझ और विश्ले षणात्मक कौशल को एक साि विकवसत करने में मदद करें गे। प्रश्न बैंक और
अभ्यास पत्रों को पढ़ने के बाद छात्रों को अत्यवधक लाि होगा। अध्ययन सामग्री एक विशेष बंधन का वनमााण करे गी
और वशक्षकों और छात्रों के बीि जोड़ने िाली कड़ी के रूप में काया करे गी क्योंवक दोनों एक साि वनदेवशत और
अनिु िात्मक अवधगम कर सकते हैं। यह छात्रों को रिनात्मक और महत्िपणू ा सोि कौशल की खोज और विश्ले षण
करने की आदत विकवसत करने में मदद करे गा। के स थटडी, तका और पता लगाने से संबंवधत प्रश्न पैटना में पेश की गई
नई अिधारणाएं छात्रों को विविन्न वथिवतगत समथयाओ ं पर थितत्रं वनणाय लेने के वलए सशक्त बनाएगी। विविन्न
अध्ययन सामग्री को इस तरह से वडजाइन वकया गया है वक छात्रों को उनकी आत्म-सीखने की गवत में मदद वमल सके ।
यह महान शैक्षवणक वसद्ातं पर जोर देता है वक 'सब कुछ सीखा जा सकता है लेवकन कुछ िी नहीं वसखाया जा सकता
है'। थि-प्रेररत सीखने के साि-साि पयािेवक्षत कक्षाएं उन्हें नई शैक्षवणक ऊंिाइयों को प्राप्त करने में मदद करें गी।

मैं उन सिी प्रधानाध्यापकों और वशक्षकों का तहे वदल से आिार व्यक्त करना िाहता हं वजन्होंने सिी विषयों
के वलए अध्ययन सामग्री तैयार करने की पररयोजना को परू ा करने के वलए अिक प्रयास वकया है। इस पररयोजना को
सफल बनाने में उनका अपार योगदान प्रशसं नीय है।

हैप्पी लवनिंग और शिु कामनाएँ!


(विनोद कुमार )
उपायक्त

2
हमारे संरक्षक

विनोद कुमार
उपयक्त
ु कें द्रीय विद्यालय संगठन क्षेत्रीय कायाालय रायपरु

श्रीमती वबरजा वमश्र , श्री अशोक कुमार वमश्र


सहायक आयक्त ु सहायक आयक्तु
कें द्रीय विद्यालय संगठन क्षेत्रीय कायाालय रायपरु कें द्रीय विद्यालय संगठन क्षेत्रीय कायाालय रायपरु

श्री धीरे न्द्र कुमार झा


प्रािाया कें द्रीय विद्यालय वबलासपरु

3
अध्ययन सामग्री ननमााण सममनि
श्री अजय कुमार साहू
स्नातकोत्तर शिक्षक हिन्दी
केंद्रीय विद्यालय रायपरु क्र.1 (प्रथम पाली)
श्रीमिी माया गप्ु िा
प्रशिक्षक्षत स्नातक शिक्षक्षका (हिन्दी)
केंद्रीय विद्यालय रायपुर क्र.4 कोरबा
श्रीमिी िारा बाघ
प्रशिक्षक्षत स्नातक शिक्षक्षका (हिन्दी)
केंद्रीय विद्यालय बचेली
श्री योगेश्वर साहू
प्रशिक्षक्षत स्नातक शिक्षक (हिन्दी)
केंद्रीय विद्यालय राजनंदगांि
संकलनकिाा एवं िकनीकी सहायक
श्रीमती अचचना मर्चकोले (स्नातकोत्तर शिक्षक हिंदी)
श्री र्ुनील कुमार पाण्डेय (स्नातकोत्तर शिक्षक हिंदी)
र्ुश्री र्ंगीता मख़
ु जी (प्राथशमक शिक्षक्षका)

4
अनुक्रमणणका

क्रम संख्या ववषयवस्िु/भाग

1 प्रश्न पत्र का प्रारूप एिं अंक योजना

2 प्रततदिच प्रश्न पत्र

3 अपहित गद्यांि

4 अपहित कावयांि

1 वयाकरण

5 पाठ्यपुस्तक गद्य खंड

६ पाठ्यपुस्तक कावय खंड

7 आदिच प्रश्न पत्र एिं उत्तरमाला

5
प्रश्न पत्र का प्रारूप एवं अंक योजना

6
7
8
प्रनिदर्ा प्रश्न पत्र
प्रथम सत्रांि परीक्षा 2021-22
कक्षा – 10 वीं ववषय – हहन्दी ( कोड -002) पूणाांक – 40

प्रश्न-1. तनम्नशलखखत गद्यांि में र्े ककर्ी एक को पढ़कर तनदे िानुर्ार र्िी
विकल्प का चयन कीजजए : (1*5=5)
यहद िम चािते िैं कक भविष्य में अच्छे नागररक शमलें तो िमें विद्यार्थचयों को र्भी दृजष्ि र्े योग्य
बनाना पड़ेगा | पिली बात उनमें राष्रभजतत की भािना का र्ंचार करने की िै | िमारा विद्याथी िगच
स्ियं को राष्र की धरोिर र्मझकर अपनी रक्षा करें | उर्े यि बात मन में िान लेनी िै कक उर्के ऊपर
भारत की रक्षा का भार िै | उर्े स्मरण रखना िोगा कक िि मिान राष्र का नागररक िोने जा रिा िै
जजर्ने आहदकाल र्े िी ‘िर्ध
ु ैिकुिुम्बकम’ की उद्घोषणा की थी | उर्े इर्का पण
ू त
च ा पालन करना िै |
दर्
ू री बात यि िै कक उर्े कमचि बनना िै | आलस्य को िी अपना मिान ित्रु र्मझकर उर्की छाया र्े
घण
ृ ा करनी िै | आज आिश्यकता िै अर्धक र्े अर्धक उत्पादन करने की, अर्धक र्े अर्धक कतचवय
परायण, अर्धक र्े अर्धक प्रगततिील बनने की | विदे िों र्े िोड़ करने के शलए िमारे िमारे छात्रों को
र्मय र्े काम करने की आदत डालनी िोगी | अर्धक र्मय तक काम करने के शलए धैयच का विकार्
करना िोगा | आज र्ामूहिक प्रयत्नों की आिश्यकता िै तभी दे ि र्े दररद्रता भागेगी और अज्ञान का
अंधकार दरू िोगा |
(क)दे ि के विकार् के शलए विद्यार्थचयों को तया करना आिश्यक िै ?
(1)उन्िें कमचि बनना चाहिए
(2) उनके मन में राष्रभजतत की भािना िोनी चाहिए
(3)उर्े आलस्य त्यागकर र्मय का र्िी उपयोग करना चाहिए.
(4) उपयुत
च त र्भी
(ख) विद्यार्थचयों पर ककर्का भार िै ?
(1) माता-वपता का (2)भारत की रक्षा का
(3) शिक्षकों का (4) अपने घर का
(ग) आज राष्र के विकार् के शलए ककर् चीज की आिश्यकता िै ?
(1) अर्धक र्े अर्धक प्रगततिील बनने की
(2) अर्धक र्े अर्धक उत्पादन करने की
(3) राष्र के प्रतत कत्तचवय परायणता की (4) उपयुत
च त र्भी कायों की
(घ) दे ि की दररद्रता कैर्े दरू िोगी?
(1) खाना खाकर र्ोने र्े (2) र्ामहू िक प्रयत्नों र्े
(3) स्ियं भाग जाएगी (4) 1 और 2 दोनों र्े
(ङ) इर् गद्यांि का उर्चत िीषचक िोगा-
(1) युिा िजतत (2) राष्र तनमाचण
(3) राष्र के प्रतत विद्याथी के कत्तचवय (4) राष्रीय विरार्त
अथिा

9
यहद िमारे िक्ष
ृ स्िस्थ िैं, तो तनजश्चत मातनये िम भी स्िस्थ िैं | िमें तो प्राणिायु उन्िीं र्े शमलती िै |
िम काबचन डायऑतर्ाइड छोड़ते या उन्िें दे ते िैं और िे बदलें में िमें ऑतर्ीजन दे ते िैं, जो िमारे जीिन
की िर गततविर्ध के शलए आिश्यक िैं | िमारे स्िास््य का िर बबंद ु ऑतर्ीजन की उपलब्धता र्े
अनप्र
ु ाखणत िै | िम यहद आर्पार् के िक्ष
ृ ों की रक्षा का जजम्मा अपने कन्धों पर उिा लें तो तनजश्चत
मातनए कक अपने आपको लम्बे र्मय तक स्िस्थ रखने की गारं िी प्राप्त कर लेंगे | िक्ष
ृ ों की रक्षा में िी
िमारे जीिन की र्ुरक्षा का राज तछपा िै | िक्ष
ृ ों र्े प्राप्त िुद्ध िायु र्े िमारा तन स्िस्थ रिता िै |
स्िस्थ तन में स्िस्थ मन का तनिार् िोता िै | किा जाता िै कक एक स्िस्थ मन िजारों र्ोने के
शर्ंिार्नों र्े किीं अर्धक मल्
ू यिान िोता िै | तयोंकक स्िस्थ मन िी स्िस्थ दे ि की रचना करने में
र्मथच िै | कुजत्र्त विचारों िाले लोग अपना जीिन तो चला र्कते िैं लेककन र्माज और दे ि को निीं
चला र्कते | करोड़ों पररिारों के र्ुनिरे भविष्य के बारे में ििीीँ र्चंतन, मनन और र्ज
ृ न कर र्कता िै ,
जो वयथच के लालच, लोभ और षड्यंत्रों र्े मुतत िो और जजर्पर ककर्ी प्रकार का कोई अनुर्चत दिाब न
िो |

(क) िमारा स्िास््य िक्ष


ृ ों पर ककर् तरि तनभचर िैं?
(1) िक्ष
ृ ों के नीचे िम तनिार् करते िैं. (2) िक्ष
ृ िमें दिाइयां दे ते िैं.
(3) िक्ष
ृ िमें प्राणिायु दे ते िैं. (4)उपरोतत र्भी
(ख) िमारे पयाचिरण के र्ंतल
ु न को बनाये रखने में िक्ष
ृ ों का तया मित्िपण
ू च
योगदान िैं?
(1)िक्ष
ृ काबचनडायऑतर्ाइड लेकर िमें ऑतर्ीजन दे ते िैं
(2) िक्ष
ृ नाइरोजन दे ते िैं.
(3) िक्ष
ृ िमें काबचनडायऑतर्ाइड दे ते िैं.
(4) उपरोतत र्भी.
(ग) िमारे जीिन की र्ुरक्षा का राज ककर् में तछपा िै?
(1) िक्ष
ृ ों को कािने मे (2) िक्ष
ृ ों की रक्षा में
(3) िक्ष
ृ ों र्े लाभ उिाने में (4) क और ख दोनों में
(घ) गद्यांि में स्िस्थ मन को र्िाचर्धक मल्
ू यिान तयों किा गया िै ?
(1) तयोंकक उर्र्े करोड़ों मिल ख़रीदे जा र्कते िैं
(2) तयोंकक स्िस्थ मन िमें िजततिाली बनाता िैं
(3) इर्र्े िम धनिान िोते िैं
(4) तयोंकक स्िस्थ मन िी स्िस्थ दे ि की रचना करने में र्मथच िोता िैं
(ङ) गद्यांि का उर्चत िीषचक िोगा-
(1) िक्ष
ृ और िम (2) राष्र तनमाचण
(3) जीिन में िक्ष
ृ ों का मित्त्ि (4) राष्र और िक्ष

प्रश्न-2. तनम्नशलखखत पद्यांि में र्े ककर्ी एक को पढ़कर तनदे िानुर्ार र्िी विकल्प का चयन कीजजए :
(1*5=5)

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मैंने दे खा
एक बड़ा बरगद का पेड़ खड़ा िै
उर्के नीचे
कुछ छोिे -छोिे पौधे
बड़े र्ुिील,विनम्र
दे खकर मझ
ु को यों बोले-
िम भी ककतने खुिककस्मत िै
जो खतरों का निीं र्ामना करते.
आर्मान र्े पानी बरर्े, आग बरर्े,
आंधी गरजे
िमको कोई किक्र निीं िै
एक बड़े की िरद छत्र-छाया के नीचे
िम अपने हदन बबता रिें िैं.
बड़े र्ुखी िैं.
मैंने दे खा-
एक बड़ा बरगद का पेड़ खड़ा िै
उर्के कुछ छोिे -छोिे पौधे
अर्ंतुष्ि और रुष्ि
दे खकर मझ
ु को यों बोले
िम भी ककतने बदककस्मत िैं
जो खतरों का निीं र्ामना करते
िे कैर्े ऊपर बढ़ र्कते िैं
इर्ी बड़े की छाया ने िी
िमको बौना बना रखा
िम बड़े दख
ु ी िैं.

(क) पौधे स्ियं को खुिककस्मत तयों र्मझते िै ?


(1) बरगद का िक्ष
ृ उनकी रक्षा करता िै (2) बड़े की छत्र-छाया में बढ़ रिे िै
(3) उन्िें आंधी पानी की परिाि निीं िैं (4) उपयुत
च त र्भी
(ख) बरगद के नीचे र्ुरक्षक्षत रिकर भी पौधे अर्ंतुष्ि और रुष्ि तयों िै ?
(1) खतरों का र्ामना निीं करते
(2) बड़े िक्ष
ृ की छाया ने उन्िें बौना बना रखा िै
(3) 1 और 2 दोनों
(4) इनमें र्े कोई निीं
(ग) पेड़ अपने आप को बदककस्मत तयों र्मझते िै ?
(1) तयोंकक िे बड़े िक्ष
ृ की छत्र छाया में स्ि विकार् र्े परे िैं
(2) तयोंकक िे छोिे िै
11
(3) तयोंकक बड़ा िक्ष
ृ चोिों पर ध्यान निीं दे ता
(4) तयोंकक बड़ा िक्ष
ृ चोिों का भोजन खा जाता िै
(घ) विकार् के शलए तया जरूरी िै ?
(1) बड़ों र्े लड़ना (2) खतरों का र्ामना करना
(3) बड़ों र्े डर कर रिना (4 )इनमें र्े कोई निीं
(ङ) कावयांि में िखणचत बरगद तथा छोिे पौधे ककर्का प्रतीक िैं ?
(1) िनस्पतत जगत के
(2) ईश्िर और उनके भततों के
(3) बरगद र्ामंतिाद या िार्क िगच तथा छोिे पौधे र्माज के िोवषत
उपेक्षक्षत लोगों के
(4) उपरोतत र्भी के
अथिा
अगर तुम्िारे ििर की
धुआं उगलती र्चमतनयााँ
घोंिती िो दम तम्
ु िारा,
तब, चले आना, मेरे गााँि,
जिााँ अमराई में चलती िै परु िाई .
अगर तुम्िारे ििर के
कोलािाल ने
उड़ा दी िो
नींद तुम्िारी
तब
चले आना मेरे गााँि में
जिााँ र्ुनाती िै लोररयां
खनकती पवत्तयां
अगर
थक गए िो तुम
अग्र का बोझ ढोते-ढोते
तब
चले आना मेरे गााँि में
जिााँ
पचपन की उम्र में भी
खखलखखलाता िै
बचपन उन्मत
ु त

(क) धुएं र्े बचने के शलए गााँि में तया िै ?


(1) दिाई (2) पुरिाई (3) मिं गाई (4) ििनाई
12
(ख) गााँि में लोररयां कौन र्ुनाता िै ?
(1) माता-वपता (2) पेड़ (3) पवत्तयां (4) ििाएं
(ग) ‘कोलािल ने नींद उड़ा दी’- र्े तया आिय िै
(1) जल प्रदष
ू ण र्े नींद न आना
(2) िायु प्रदष
ू ण र्े नींद न आना
(3) मानशर्क तनाि र्े नींद न आना
(4) ध्ितन प्रदष
ू ण र्े नींद न आना
(घ) पचपन की उम्र में भी गााँि के वयजतत में तया झलकता िै ?
(1) उन्मुतत बचपन (2) बढ़
ु ापा
(3) जिानी (4) प्रौढािस्था
(ङ) गद्यांि का उर्चत िीषचक िोगा-
(1) अगर तम्
ु िारे ििर में
(2) चले आना मेरे गााँि में
(3) ििर का कोलािाल
(4) प्रकृतत र्ौंदयच
व्याकरण खंड (1*16 =16 )
प्रश्न.3. र्िी विकल्प चन
ु कर तनदे िानर्
ु ार ककन्िीं चार प्रश्नों के उत्तर दीजजए -
(क) मेरी बिन छिी कक्षा में पढ़ती िै . (िातय का भेद/ प्रकार बताइए)
(1) र्ंयुतत िातय (2) र्रल िातय (3) शमश्र िातय (4) प्रधान उपिातय
(ख) जजनकी आय कम िो उन्िें शमतवययी िोना चाहिए. (र्रल िातय में बदशलए)
(1) जजनके पार् कम आय िै उन्िें शमतवययी िोना चाहिए.
(2) तयोंकक कम आय िै इर्शलए उन्िें शमतवययी िोना चाहिए
(3) कम आय िालों को शमतवययी िोना चाहिए
(4) उनकी आय कम िैं इर्शलए उन्िें शमतवययी िोना चाहिए
(ग) जब विद्यालय का र्मारोि र्माप्त िुआ तब र्ब घर चले गए.
(र्ंयत
ु त िातय में बदशलए)
(1) जैर्े िी विद्यालय का र्मारोि र्माप्त िुआ लोग घर चले गए
(2) विद्यालय का र्मारोि र्माप्त िुआ और लोग घर चले गए
(3) विद्यालय का र्मारोि र्माप्त िोने पर लोग घर चले गए
(4) उपरोतत र्भी
(घ) जजर् िातय में एक उद्दे श्य और एक विधेय िो उर्े किते िै -
(1) र्ंयत
ु त िातय (2) आर्श्रत िातय
(3) शमश्र िातय (4) र्रल िातय
(ङ) मैं उर् विद्याथी को भली प्रकार जानता िूाँ, जजर्े आपने पुरस्कार हदया था |
(आर्श्रत उपिातय बताइए)
(1) मैं उर् विद्याथी को
(2) मैं भली प्रकार जानता िूाँ
13
(3) जजर्े आपने पुरस्कार हदया
(4) इनमें र्े कोई निीं
प्रश्न.4. र्िी विकल्प चुनकर तनदे िानुर्ार ककन्िीं चार प्रश्नों के उत्तर दीजजए -
(क) मैं यि पस्
ु तक निीं पढ़ र्काँू गा. (कमचिाच्य में बदशलए)
(1) मैंने यि पुस्तक निीं पढ़ी
(2) मेरे द्िारा/ मझ
ु र्े यि पुस्तक निीं पढ़ी गई
(3) मेरे द्िारा/ मझ
ु र्े यि पुस्तक निीं पढ़ी जा र्केगी
(4) मैंने यि पुस्तक पढ़ी
(ख) मुझर्े बाजार निीं जाया गया.(कति
च ृ ाच्य में बदशलए)
(1) मेरे द्िारा बाजार निीं जाया जाएगा
(2) मैं बाजार निीं जा रिा िूाँ/जा रिी िूाँ
(3)में बाजार निीं जाऊंगा/जाउं गी
(4) मैं बाजार निीं गया/ गई.
(ग) उमेि िाँर्ा. ( भाििाच्य में बदशलए)
(1)उमेि िाँर् निीं र्का
(2) उमेि र्े निीं िाँर्ा गया
(3) उमेि र्े िाँर्ा गया
(4) उमेि र्े िाँर्ा जाता िै
(घ)तनम्नशलखखत िातयों में र्े कमचिाच्य िातय छांिकर शलखखए
(1) आज मैच खेला जाएगा
(2) मनीषा गाना गा रिी िै
(3)मााँ खाना पका रिी िै
(4) बच्चा रोया
(ङ) तनष्िािान लोग तनष्िापूिक
च कम ककया करते िै |(िाच्य पिचातनए)
(1) कति
च ृ ाच्य (2) कमचिाच्य
(3) भाििाच्य (4) उपरोतत तीनों
प्रश्न.5. र्िी विकल्प चुनकर तनदे िानुर्ार ककन्िीं चार प्रश्नों के उत्तर दीजजए -
(क) मधरु रमा हदल्ली जा रिी िै .
(1) जाततिाचक र्ंज्ञा, स्त्रीशलंग, एकिचन, कमच कारक
(2) वयजततिाचक र्ंज्ञा, स्त्रीशलंग, एकिचन कताच कारक
(3) वयजततिाचक र्ंज्ञा, पुजल्लंग एकिचन कताच कारक
(4) भाििाचक र्ंज्ञा, स्त्रीशलंग, एकिचन, कमच कारक
(ख) राघि मझ
ु े यिीं शमला था.
(1) कक्रया, अकमचक, पण
ू च भत
ू काल, पुजल्लंग एकिचन कति
च ृ ाच्य
(2) कक्रया, र्कमचक, पण
ू च भत
ू काल, पुजल्लंग एकिचन कति
च ृ ाच्य
(3) कक्रया, अकमचक, ितचमान काल, पुजल्लंग एकिचन कति
च ृ ाच्य
(4) कक्रया, अकमचक, पण
ू च भत
ू काल, पुजल्लंग एकिचन भाििाच्य
14
(ग) मैं दर्िीं कक्षा में पढ़ता िूाँ.
(1)वििेषण, र्ंख्यािाचक, स्त्रीशलंग, एकिचन, ‘कक्षा’ वििेष्य
(2)वििेषण, पररमाणिाचक. क्रमर्ूचक, स्त्रीशलंग, एकिचन, ‘कक्षा’ वििेष्य
(3)वििेषण, र्ंख्यािाचक, क्रमर्च
ू क, स्त्रीशलंग, एकिचन, ‘कक्षा’ वििेष्य
(4)वििेषण, तनश्चयिाचक, क्रमर्ूचक, स्त्रीशलंग, एकिचन, ‘कक्षा’ वििेष्य
(घ) िाि ! ककतना र्ुन्दर दृश्य िै .
(1)अवयय, विस्मयाहदबोधक, िोकर्ूचक
(2)अवयि , र्ंबंधबोधक, दृश्य र्े र्म्बंर्धत
(3)कक्रया वििेषण, स्थानिाचक, दृश्य की वििेषता बता रिा िै
(4)अवयय, विस्मयाहदबोधक, िषचर्ूचक
(ङ) तनधचन मजदरू हदन-रात पररश्रम कर रिा िै .
(1)वििेषण, गण
ु िाचक, पजु ल्लंग, एकिचन, वििेष्य-मजदरू
(2)र्ंज्ञा, जाततिाचक, पुजल्लंग, एकिचन
(3)वििेषण, र्ंख्यािाचक, पुजल्लंग, एकिचन, वििेष्य-मजदरू
(4)वििेषण, तनश्चयिाचक, अवयय
प्रश्न.6 . र्िी विकल्प चुनकर तनदे िानुर्ार ककन्िीं चार प्रश्नों के उत्तर दीजजए -
(क) र्ंचारी भािों की र्ंख्या ककतनी िै ?
(1) दर् (2) ग्यारि (3) तैंतीर् (4) नौ
(ख) ‘उत्र्ाि’ ककर् रर् का स्थाई भाि िै -
(1) रौद्र (2) िीर. (3) िात्र्ल्य (4) िास्य

(ग) रर् पिचातनए- मैय्या मोरी मैं निीं माखन खायो


ख्याल परे ये र्खा शमली मोहि मेरो मुख लपिायो..
(1) िास्य (2) करुण (3) िीभत्र् (4) िात्र्ल्य
(घ) ‘विस्मय’ स्थायी भाि र्े कौन – र्ा रर् जागत
ृ िोता िै -
(1) करुण (2) िास्य (3)रौद्र (4) अद्भुत
(ङ) जजर्के मन में भाि जागत
ृ िोते िै उर्े किते िैं –
(1) आलंबन (2) आश्रय (3) उद्दीपन (4) अनभ
ु ाि

गद्य खंड
प्रश्न 7. गद्यांि पर आधाररत प्रश्नों के र्िी विकल्प चुतनए - (1*5=5)

खेती बारी करते, पररिार भी रखते, बाल गोबबन भगत र्ाधु थे- र्ाधु की र्ब पररभाषाओं में खरे उतरने
िाले कबीर को 'र्ािब' मानते थे, उन्िीं के गीतों को गाते, उन्िीं के आदे िों पर चलते, कभी झि
ू निीं
बोलते, खरा वयििार रखते, ककर्ी र्े भी दो-िूक बात करने में र्ंकोच निीं करते, न ककर्ी र्े खाम ख्िाि
झगड़ा मोल लेते, ककर्ी की चीज न िी छूते, न बबना पूछे वयििार में लाते । कभी-कभी इतनी बारीकी
तक ले जाते कक लोगों को कुतूिल िोता। कभी िि दर्
ू रों के खेत में िौच के शलए भी निीं बैिते | िि
15
गि
ृ स्थ थे ; लेककन उनकी र्ब चीज 'र्ािब' की थी । जो कुछ खेत में पैदा िोता, शर्र पर लाद कर पिले
उर्े 'र्ािब' के दरबार में प्रर्ाद में ले जाते – जो उनके घर र्े चार कोर् दरू पर था- एक कबीर पंथी मि
र्े मतलब | िि दरबार में भें ि' रूप रख शलया जाता । 'प्रर्ाद' रूप में जो उन्िें शमलता, उर्े घर लाते
और उर्ी र्े गज
ु र चलाते |
(क)बालगोबबन भगत को र्ाधु तयों किा जाता था –
(1) र्ाधु जैर्ा वयविार था (2) आश्रम िार्ी थे
(3) पिाड़ पर रिते थे (4) इनमें र्े कोई निीं
(ख) बालगोबबन भगत का कौन-र्ा कायच-वयििार लोगों के आश्चयच/उत्र्ुकता का
विषय िोता –
(1) कथा िाचन (2) रुद्राशभषेक
(3) बात की बारीकी (4) उपरोतत र्भी
(ग) िे कबीर के विचार धारा र्े प्रभावित थे, इर्शलए –
(1) पुस्तक शलखते थे (2) मतभेद था
(3) कबीर र्े शमलने गए (4) कबीर को र्ािब मानते थे
(घ) खेती में जो कुछ पैदा िोता ,र्िचप्रथम भें ि करते -
(1) मि में (2) मंहदर में
(3) गााँि में (4) पड़ोर् में
(ङ) 'िि गि
ृ स्थ थे; लेककन उनकी र्ब चीज 'र्ािब' की थी।' –यिााँ 'र्ािब' र्े
आिय-
(1) भतत (2) र्रू दार्
(3) तुलर्ीदार् (4) कबीर दार्
प्रश्न.8. तनम्नशलखखत प्रश्नों के उत्तर र्िी विकल्प चुनकर दीजजए – (1*2=2)
(क) कस्बे के चौरािे पर नेताजी की मूततच के र्ामने-
(1) मतू तचकार रिता था (2) पानिाले की दक
ु ान थी
(3) नगर पाशलका थी (4) कैप्िन का घर था
(ख) चस्मा निीं था -
(1) मतू तचकार के घर में (2) पानिाले की दक
ु ान में
(3) नेताजी की मतू तच पर (4) कैप्िन के घर में

काव्य खंड
प्रश्न 9 . पद्यांि पर आधाररत प्रश्नों के र्िी विकल्प चुतनए - (1*5=5)
उधौ, तुम िौ अतत बड़भागी |
अपरर् रित र्नेि तगा तैं , नाहिन मन अनरु ागी |
पुरइतन पात रित जल भीतर , ता रर् दे ि न दागी |
ज्यों जल मािाँ तेल की गागरर, बूाँद न ताकौ लागी |
प्रीतत-नदी मैं पाऊाँ न बोरयौ, दृजष्ि न रूप परागी |
‘र्ूरदार्’ अबला िम भोरी, गुर चााँिी ज्यौं पागी ||
16
(क) गोवपयों ने उद्धि को किा िै –
(1) बड़ा भाग्यिाली (2) भाग्यिीन
(3) हिम्मतिाला (4) इनमें र्े कोई निीं
(ख) जल में रिकर जल र्े अछूता रिने की वििेषता िोती िै –
(1) पंकज में (2) बादल में
(3) िाथी में (4) रे त में
(ग) गोवपयााँ खद
ु को कैर्ी बताती िैं –
(1) र्बला (2) बला
(3) अबला (4) चतुर
(घ) कृष्ण के प्रेम र्े िंर्चत रि गए -
(1) उद्धि (2) र्रू दार्
(3) तुलर्ीदार् (4) बलराम
(ङ) चींिी गुड़ र्े -
(1) दरू रिती िै (2) र्चपकी रिती िैं
(3) नफरत करती िै (4) उपरोतत र्भी
प्रश्न.10 . तनम्नशलखखत प्रश्नों के उत्तर र्िी विकल्प चन
ु कर दीजजए – (1*2=2)
(क) 'नाथ र्ंभु धनु भंज तनिारा िोइहि केउ एक दार् तुम्िारा' – यि पंजतत ककर्ने
ककर् र्े किी -
(1) लक्ष्मण ने परिरु ाम र्े (2) श्रीराम ने परिरु ाम र्े
(3) लक्ष्मण ने श्रीराम र्े (4) परिुराम ने लक्ष्मण र्े
(ख) ‘अयमय खांड़ न ऊखमय – का आिय
(1) लोिे जैर्ा मज़बूत (2) गन्ने की शमिाई
(3) रर्मलाई (4) इनमें र्े कोई निीं
_______________________________________________________________
उत्तर संकेि
प्रनिदर्ा प्रश्न पत्र
प्रथम सत्रांि परीक्षा 2021-22
कक्षा – 10 वीं ववषय – हहन्दी ( कोड -002) पूणाांक – 40
प्रश्न 1 – (1 *5 =5 )
(क) (4)उपयत
ुच त र्भी (ख) (3) भारत की रक्षा
(ग) (4) उपयत
ुच त र्भी कायों की (घ) (2) र्ामूहिक प्रयत्नों र्े
(ङ) (3) राष्र के प्रतत विद्याथी के कत्तचवय
अथिा
(क) (4)उपरोतत र्भी

17
(ख) (1)िक्ष
ृ काबचनडायऑतर्ाइड लेकर िमें ऑतर्ीजन दे ते िैं
(ग) (2) िक्ष
ृ ों की रक्षा में
(घ) (4) तयोंकक स्िस्थ मन िी स्िस्थ दे ि की रचना करने में र्मथच िोता िैं
(ङ) (3) जीिन में िक्ष
ृ ों का मित्त्ि
प्रश्न .2- (1*5=5)
(क) (4) उपयत
ुच त र्भी
(ख) (3) 1 और 2 दोनों
(ग) (1)तयोंकक िे बड़े िक्ष
ृ की छत्र छाया में स्िविकार् र्े परे िैं
(घ)(2) खतरों का र्ामना करना
(ङ)(3) बरगद र्ामंतिाद या िार्क िगच तथा छोिे पौधे र्माज के िोवषत उपेक्षक्षत लोगों के
अथिा
(क) (3) मिंगाई
(ख)(3)पवत्तयां
(ग) (2) िायु प्रदष
ू ण र्े नींद न आना
(घ) (1) उन्मत
ु त बचपन
(ङ) (2) चले आना मेरे गााँि में
वयाकरण खंड (1*16 =16 )
प्रश्न(.3.क)(2) र्रल िातय
(ख)(3) कम आय िालों को शमतवययी िोना चाहिए
(ग)(2) विद्यालय का र्मारोि र्माप्त िुआ और लोग घर चले गए
(घ)(4) र्रल िातय
(ङ)(3) जजर्े आपने पुरस्कार हदया
प्रश्न.4. (क)(4) मैंने यि पुस्तक पढ़ी
(ख)(4) मैं बाजार निीं गया /गई.
(ग)(3) उमेि र्े िाँर्ा गया
(घ) (3)मााँ खाना पका रिी िै
(ङ)(1) कति
च ृ ाच्य
प्रश्न.5.(क)(2) वयजततिाचक र्ंज्ञा ,स्त्रीशलंग ,एकिचन कताच कारक
(ख)(1) कक्रया ,अकमचक ,पूणच भूतकाल ,पुजल्लंग एकिचन कति
च ृ ाच्य
(ग)(3)वििेषण ,र्ंख्यािाचक ,क्रमर्ूचक ,स्त्रीशलंग ,एकिचन‘ ,कक्षा ’वििेष्य
(घ)(4)अवयय ,विस्मयाहदबोधक ,िषचर्ूचक
(ङ)(1)वििेषण ,गुणिाचक ,पुजल्लंग ,एकिचन ,वििेष्य-मजदरू
प्रश्न.6. (क)(3) तैंतीर् (ख))2( िीर
(ग) )4(िात्र्ल्य
18
(घ)(4) अद्भुत (ङ)(2) आश्रय
गद्य खंड
प्रश्न 7.(1*5=5)
(क)(1) र्ाधु जैर्ा वयविार था
(ख)(3) बात की बारीकी
(ग)(4) कबीर को र्ािब मानते थे
(घ)(1) मि में (ङ)(4) कबीर दार्
प्रश्न.8. (1*2=2)
(क)(2) पानिाले की दक
ु ान थी
(ख)(3) नेताजी की मतू तच पर
काव्य खंड

प्रश्न 9 .(1*5=5)
(क) (2) भाग्यिीन (ख)(1) पंकज में
(ग)(3) अबला (घ)(1) उद्धि (ङ) (2) र्चपकी रिती िैं
प्रश्न.10. (1*2=2)
(क) (1) लक्ष्मण ने परिुराम र्े
(ख) (1) लोिे जैर्ा मज़बूत
---------------------------------------------------------------------------------------------

अध्ययन सामग्री
अपहिि गद्यांर् (1*5=5 अंक )
1 . तनम्नशलखखत गद्यांि को पढ़कर तनदे िानुर्ार र्िी विकल्प का चयन कीजजए :
दर्
ू रे िमारी क्षमता पर विश्िार् करें और िमारी र्फलता को तनजश्चत मानें, इर्के शलए
आिश्यक ितच िै कक िमारा अपनी क्षमता और र्फलता में अखंड विश्िार् िो । िमारे भीतर उगा
भय, िंका और अधैयच ऐर्े डायनामाईि िैं, जो िमारे प्रतत दर्
ू रों के विश्िार् को खंडडत कर दे ते
िैं। िमारे विद्यालय में , जो नगर र्े दरू जंगल में था, चौदि िषच का एक बालक अपने घर र्े
अकेला पढ़ने आया करता था । कुछ मिीने बाद दर्
ू रा बालक भी उर्के र्ाथ आने लगा । िि
दर्
ू रा बालक बिुत डरपोक था । िि भूतों और चोरों की किातनयााँ उर्े र्ुनाया करता । इर्का
ऐर्ा प्रभाि पड़ा कक पिला बालक भी डरपोक िो गया और दोनों ककर्ी तीर्रे की प्रतीक्षा करते
रिते कक कोई तीर्रा वयजतत आए तब तीनों र्ाथ चलें ।
र्ूत्र यि बनता िै – ितोत्र्ाहियों, तनरािािाहदयों , डरपोकों तथा र्दा अर्फलता की िी बात
करने िालों के र्ंपकच र्े िमेिा दरू िी रिो । नीतत का िचन िै कक जिााँ अपनी, अपने कुल की

19
और अपने दे ि की तनंदा िो ििााँ उर्का जोरदार प्रत्युत्तर दे ना चाहिए यहद ऐर्ा र्ंभि न िो तो
उर् स्थान र्े दरू िो जाना चाहिए । तयों ? तयोंकक इर्में आत्मगौरि और आत्मविश्िार् की
भािना खंडडत िोने का भय रिता िै ।
प्रश्न (क) डायनामाईि ककर्े किा गया िै –
(1) भय, िंका, अधैयच (2) विद्यालय, जंगल
(3) र्फलता, विश्िार् (4) इनमें र्े कोई निीं
(ख) ‘ इर्का ऐर्ा प्रभाि पड़ा कक पिला बालक भी डरपोक िो गया।‘ रे खांककत अंि के
उपिातय का भेद बताइए –
(1) वििेषण उपिातय (2) र्ंज्ञा आर्श्रत उपिातय
(3) प्रधान उपिातय (4) उपरोतत र्भी
(ग) पिले बालक पर दर्
ू रे बालक की र्ंगतत का अर्र कैर्ा िुआ –
(1) कुछ कि निीं र्कते (2) बबलकुल निीं िुआ
(3) र्कारात्मक िुआ (4) नकारात्मक िुआ
(घ) आत्मगौरि खंडडत िोने की र्म्भािना को क्षीण कैर्े ककया जा र्कता िै –
(1) र्माज और कुल की तनंदा करके (2) दे ि की तनंदा र्न
ु कर
(3) तनंदा का माँि
ु तोड़ जिाब दे कर (4) ओलजम्पक खेलों में भाग लेकर
(ङ) गद्यांि का उर्चत िीषचक निीं िै –
(1) आत्मविश्िार् और र्फलता (2) डरपोक बालक
(3) अशभवयजतत (4) इनमें र्े कोई निीं

2 .िाँर्ी भीतरी आनंद का बािरी र्चह्न िै | जीिन की र्बर्े प्यारी और उत्तम – र्े-उत्तम िस्तु
एक बार िाँर् लेना िै | िरीर को अच्छा रखने की अच्छी – र्े – अच्छी दिा एक बार खखलखखला
उिना िै | पुराने लोग कि गए िैं कक िाँर्ो और पेि फुलाओ | िाँर्ी ककतने िी कला – कौिलों
र्े भली िै | जजतना िी अर्धक आनंद र्े िाँर्ोगे उतनी िी आयु बढ़े गी | एक यूनानी विद्िान
किता िै कक र्दा अपने कमों पर खीझने िाला िे रीतलेर् बिुत कम जजया, पर प्रर्न्न मन
डेमाक्रीट्र् 109 िषच तक जजया | िाँर्ी – खुिी का नाम जीिन िै | जो रोते िैं, उनका जीिन
वयथच िै | कवि किता िै – ‘जजन्दगी जजन्दाहदली का नाम िै , मुदाचहदल तया खाक जजया करते िैं
|’ मनुष्य के िरीर के िणचन पर एक विलायती विद्िान ने एक पुस्तक शलखी िै | जजर्में िि
किता िै कक उत्तम र्ुअिर्र की िाँर्ी उदार्-र्े उदार् मनुष्य के र्चत्त को प्रफुजल्लत कर दे ती िै |
आनंद एक ऐर्ा प्रबल इंजन िै कक इर्र्े िोक और दुःु ख की दीिारों को ढिा र्कते िैं | प्राण
रक्षा के शलए र्िोत्तम उपाय मनुष्य के र्चत्त को प्रर्न्न रखना िै | एक अंग्रेज डॉतिर किता िै
कक ककर्ी नगर में दिाई लदे िुए बीर् गधे ले जाने र्े एक िं र्ोड़ आदमी को ले जाना अर्धक
लाभकारी िै | डॉतिर िस््लेंड ने अपनी पुस्तक में आयु बढ़ाने का उपाय र्ुझाते िुए शलखा िै
कक िाँर्ी पाचन कक्रया के शलए र्बर्े उत्तम र्ियोग दे ती िै , इर्र्े अच्छी औषर्ध और निीं िै |
20
प्रश्न (क) ‘ विलायती’ और ‘प्रफुजल्लत‘ िब्दों के अथच –
(1) अंग्रेजी और फूला िुआ (2) विदे िी और प्रर्न्न
(3) विलायत और प्रफुल्ल (4) स्िदे िी और प्रर्न्न
(ख) ‘’िाँर्ी ककतने िी कला कौिलों र्े भली िै ‘’- कथन का आिय -
(1) िाँर्ी र्े बेितर बिुत र्े कला –कौिल िैं (2) कला- कौिल िी िाँर्ी िै
(3) िाँर्ी बिुत र्े कला कौिलों र्े बेितर िै (4) इनमें र्े कोई निीं
(ग) र्चत्त को प्रर्न्न रखने र्े -
(1) प्राणों के लाले पड़ जाते िैं (2) प्राण जा र्कते िैं
(3) प्राण रक्षा अर्ंभि िै (4) इनमें र्े कोई निीं
(घ) िाँर्ोड़ आदमी िि िोता िै जो –
(1) िथोड़ा चलाना जानता िै (2) िाँर्ाता िै
(3) िंशर्या बनाता िै (4) रुलाता िै
(ङ)आनंद की तल
ु ना ककर्र्े और ककर् आधार पर की गई िै –
(1) उत्तम विष र्े, दुःु ख दरू करने के शलए
(2) िे रीतलेर् र्े, िाँर्ी के कारण
(3) प्रबल इंजन र्े ,िोक की दीिार र्गराने की क्षमता के कारण
(4) उपरोतत र्भी र्े
अपहिि पद्यांर् (1*5=5 अंक )
3. तनम्नशलखखत पद्यांि को पढ़कर तनदे िानुर्ार र्िी विकल्प का चयन कीजजए :
जजर् धरती को तुमने र्ींचा
अपने खून-पर्ीने र्े,
िार गई दश्ु मन की गोली
िज्र र्रीखे र्ीने र्े
जब-जब उिी तुम्िारी बााँिें, िोता िि में काल िै |
जजर् धरती के शलए र्दा
तुमने र्ब कुछ कुबाचन ककया
र्ूली पर चढ़-चढ़, िाँर् – िाँर्कर
कालकूि का पान ककया
जब-जब तुमने कदम बढ़ाया, िुई हदिाएाँ लाल िैं |
उर् धरती को िुकड़े – िुकड़े
करना चाि रिे दश्ु मन
बड़े गौर र्े अजब तुम्िारी
चुप्पी थाि रिे दश्ु मन
जातत-पााँतत िगों-किरकों के, िि फैलाता जाल िै |
21
कुछ दे िों की लोलुप नज़रें
लगीं तुम्िारी ओर िैं,
कुछ अपने िी जयचंदों के
मन में बैिा चोर िै |
र्ािधान कर दो उनको जो चलते कपिी चाल िैं |
प्रश्न (क) ‘कुछ अपने िी जयचंदों के ‘ पंजतत में जयचंदों र्े तात्पयच –
(1) दे िप्रेमी (2) गद्दार (3) कलाकार (4) स्िधीनता र्ेनानी
(ख) ‘’धरती को कैर्े, ककर्ने र्ींचा -
(1) निरों के जल र्े, ककर्ानों ने (2) पर्ीने र्े, मजदरू ों ने
(3) खून – पर्ीने र्े, भारतीय िीरों ने (4) आक्रमण कर , विदे शियों ने
(ग) ‘कालकूि’ और ‘लोलुप’ का अथच -
(1) ‘जिर’ और ‘अमत
ृ ’ (2) ‘विष’ और ‘लालची’
(3) ‘कला’ और ‘लाल रं ग’ (4) उतत र्भी
(घ) कपि करने िालों को -------------करने की बात किी गयी िै –
(1) र्म्मातनत (2) विश्राम (3) नज़र अंदाज़ (4) र्ािधान
(ङ) दश्ु मनों की इच्छा िै –
(1) भारत को खंडडत करने की (2) अखंड भारत के तनमाचण की
(3) पड़ोर्ी दे ि के िुकड़े-िुकड़े करने की (4) इनमे र्े कुछ निीं

4.रद्दी अख़बारों की ढे री-र्ा


िूिे -फूिे िीिे ि िीन-र्ा
युग की उपलजब्धयों का –
माल बबक र्कता ?
कोई फेरी िाला गि
ु ार लगाता आए,
यि र्ब ले जाए,
र्ारा-का-र्ारा कबाड़ उि जाए ,
तो र्जािि र्ुथरी िोकर तनखरे
िर चीज़ र्िी और र्ुथरी िोकर तनखरे
िर चीज़ र्िी तरतीब में लगे और र्ुधरे |
युग की उपलजब्धयों की इर् ढे री में
िूिे -फूिे कनस्तर और डडब्बों जैर्े –
मुझाचए िुए विश्िार्,
मैले- कुचैले , जीणच-िीणच चीथड़ों र्ा –
विकृत स्िाशभमान,
22
िूिी-फूिी बोतल-र्े
िूिे िुए र्पने’
िूिे िुए बरतन र्रीखे
ये अधच र्त्य –
यि िी र्ब लगा िुआ
रद्दी का अम्बार
बेिद कूड़ा – कबाड़
तनश्चय इर् रद्दी का – खरीदार आएगा
माल इर् बोरी में -
भरकर ले जाएगा,
डालेगा जाकर उर् बड़े कारखाने में –
जिााँ यि नया रूप, नए रं ग
लेकर िी तनकलेगा |
प्रश्न (क) कावयांि का मूल भाि –
(1) बदलते र्मय में र्त्य, विश्िार् जैर्े जीिन मल्
ू य रद्दी िस्तओ
ु ं के र्मान लगने लगे िैं
(2)कबाड़ के वयापारी नक
ु र्ान उिा रिे िैं
(3)रद्दी की बोररयों की मांग बढ़ गई िै
(4) बाजार बंद िो रिा िै
(ख) ‘मैले – कुचैले,’ ‘जीणच- िीणच,’ ‘र्चथडों –र्ा’ – में कौन –र्ा अलंकार िै -
(1) यमक (2) श्लेष (3) उपमा (4) उत्प्रेक्षा
(ग) फेरी िाला तया बदलाि ला र्कता िै -
(1) खूब पैर्े कमा र्कता िै
(2) िि कबाड़ उिाकर ले जा र्कता िै ताकक उब्लाजब्धयों की ढे री में चीजें र्ुन्दर,वयिजस्थत
र्जी हदखे
(3) नई दक
ु ान खोल र्कता िै
(4) कुछ निीं
(घ) रद्दी का खरीददार ककर्े किा गया िै
(1) ड्राईिर (2) कंडतिर (3) र्ाहित्यकार (4) बढई
(ङ) कावयांि में तनष्िा, र्त्य , विश्िार् जैर्े मूल्यों की तुलना ककर्र्े की गई िै -
(1) पेड़ पौधों , फूलों र्े (2) रद्दी और िूिी- फूिी चीजों र्े
(3) नदी ,तालाब , पिाड़ र्े (4) इनमे र्े ककर्ी र्े निीं
____________________________________________________________________
उत्तर संकेि

23
अपहिि गद्यांर् (1*5=5 अंक)
1. (क) (1) भय, िंका, अधैयच (ख) (2) र्ंज्ञा आर्श्रत उपिातय
(ग) (4) नकारात्मक िुआ (घ) (3) तनंदा का मुाँि तोड़ जिाब दे कर
(ङ)(3) अशभवयजतत
2 . (क)(2) विदे िी और प्रर्न्न
(ख)(3)िाँर्ी बिुत र्े कला कौिलों र्े बेितर िै
(ग) (4) इनमें र्े कोई निीं
(घ) (2) िाँर्ाता िै
(ङ) (3) प्रबल इंजन र्े ,िोक की दीिार र्गराने की क्षमता के कारण
अपहिि पद्यांर् (1*5=5 अंक)
3 . (क) (2) गद्दार
(ख) (3) खून – पर्ीने र्े, भारतीय िीरों ने
(ग) (2) ‘विष’ और ‘लालची’
(घ) (4) र्ािधान
(ङ) (1) भारत को खंडडत करने की
4 .(क) (1) बदलते र्मय में र्त्य, विश्िार् जैर्े जीिन मूल्य रद्दी िस्तुओं के र्मान लगने
लगे िैं
(ख) (3) उपमा
(ग) (2) िि कबाड़ उिाकर ले जा र्कता िै ताकक उब्लाजब्धयों की ढे री में
चीजें र्ुन्दर,वयिजस्थत र्जी हदखे
(घ) (3) र्ाहित्यकार
(ङ) (2) रद्दी और िूिी- फूिी चीजों र्े
********************************************************************
व्याकरण
1.रचना के आधार पर िातय भेद
प्रकार :-1. र्ाधारण िातय या र्रल िातय 2.शमश्र िातय 3. र्ंयुतत िातय
र्ाधारण िातय:- जजर् िातय में केिल एक कक्रया और एक कताच िोता िै , उर्े र्ाधारण िातय
या र्रल िातय किते िैं ।
शमश्र िातय :- जजर् िातय में एक र्ाधारण िातय के अततररतत उर्के अधीन कोई दर्
ू रा
र्ंगिातय िो, उर्े शमश्र िातय किते िैं |
उपिातय के भेद – उपिातय के तीन भेद िैं
1.र्ंज्ञा उपिातय 2.वििेषण उपिातय 3.कक्रया वििेषण उपिातय

24
र्ंयुतत िातय में दो उपिातय िोते िैं और दोनों िी प्रधान उपिातय िोते िैं। र्ंयुतत िातय और,
अथिा, एिं आहद र्मानार्धकरण र्मुच्चयबोधक अवयय र्े जुड़े िोते िैं l
अभ्यास काया -
1. र्रल िातय का चयन कीजजए |
1.र्ुबि िुई और िि आ गया | 2.उर्ने किा कक कायाचलय बंद िो गया |
3.जो बड़े िैं उन्िें र्म्मान दो | 4.िि धीरे -धीरे शलखता िै |
2. शमश्र िातय का चयन कीजजए |
1.िि शिक्षक िै ककं तु घमंडी िै |
2.िम भोजन कर रिे िैं |
3.र्ूरज पूिच र्े तनकलता िै |
4.िि कौन र्ा वयजतत िै,जजर्ने स्िामी वििेकानंद का नाम ना र्न
ु ा िो |
3.'नीरज चोपड़ा ने भाला फेंककर स्िणच पदक जीता।' िातय भेद बताइए-
1.आर्श्रत 2.र्रल 3.र्ंयत
ु त 4.शमश्र
4. 'मीराबाई चानू ने किा कक यि पदक परू े भारत का िै ।' िातय में आर्श्रत उपिातय बताइए-
1.कक्रया आर्श्रत 2.कक्रया वििेषण आर्श्रत
3.र्ंज्ञा आर्श्रत 4.वििेषण आर्श्रत
5.'महिला िॉकी िीम बिुत अच्छा खेली, ककन्तु जीत न र्की।'- िातय को शमश्र िातय में
बदशलए-
1.महिला िॉकी िीम बिुत अच्छा खेली।
2.महिला िॉकी िीम जीत न र्की।
3.महिला िॉकी िीम बिुत अच्छा खेलकर भी जीत न र्की।
4.यद्यवप महिला िॉकी िीम बिुत अच्छा खेली, ककन्तु जीत न र्की।
6.उर्ने मेिनत तो बिुत की परं तु पार् निीं िुआ । िातय का कौन-र्ा प्रकार िै ?
1.इनमें र्े कोई निीं 2.र्ंयुतत िातय
3.शमश्र िातय 4.र्रल िातय
7. र्ूयोदय िोने पर कुिार्ा जाता रिा | इर् िातय को र्ंयुतत िातय में बदशलए |
1. र्ूयोदय िुआ और कुिार्ा जाता रिा | 2. र्ूयोदय िुआ था कक कुिार्ा चला गया
3.र्य
ू ोदय िोने पर कुिार्ा निीं जाता िै | 4.तया र्ूयोदय िोने पर कुिार्ा चला जाता िै ?
8. उर्ने अपने शमत्र का पुस्तकालय ख़रीदा | इर् िातय को शमश्र िातय में बदशलए |
1.उर्का एक शमत्र था जजर्का पुस्तकालय उर्ने खरीदा |
2. उर्ने उर् पुस्तकालय को ख़रीदा जो उर्के शमत्र का था |
3.उर्ने एक पुस्तकालय ख़रीदा तयोंकक िि उर्के शमत्र का था |
4.अपने शमत्र का पुस्तकालय उर्के द्िारा ख़रीदा गया |
25
9. उपिातय के ककतने भेद िैं?
1.दो 2.तीन 3.चार 4.पांच
10.मुझे विश्िार् िै कक भारत विश्िगुरु बनेगा | रे खांककत में उपिातय िै –
1.र्ंज्ञा उपिातय 2. वििेषण उपिातय 3. कक्रया वििेषण उपिातय 4. र्िचनाम उपिातय
11. रचना के आधार पर िातय के ककतने भेद िैं ?
1. दो 2. चार 3. तीन 4. पांच
12. लोकवप्रय कवि का र्म्मान र्भी करते िैं | इर्का शमश्रिातय तया िोगा ?
1.जो कवि लोकवप्रय िोता िै , उर्का र्म्मान र्भी करते िैं |
2.र्भी उनका र्म्मान करते िैं जो लोकवप्रय कवि िोते िैं |
3. लोकवप्रय कवि का र्म्मान र्भी निीं करते िैं |
4.जो भी कवि लोकवप्रय िोगा उर्का र्म्मान िोगा |
13.जो लड़के अच्छे िोते िैं, िे पररश्रमी िोते िैं | र्रल िातय में बदलो |
1.लड़के अच्छे और पररश्रमी िोते िैं | 2. लड़के पररश्रमी िोते िैं |
3.अच्छे लड़के पररश्रमी िोते िैं | 4. लड़के अच्छे और पररश्रमी निीं िोते िैं |
14. विनय ने एक पस्
ु तक पढ़ी, जो अत्यंत परु ानी थी। - र्रल िातय में बदशलए।
1.विनय ने एक पस्
ु तक पढ़ी और िि अत्यंत परु ानी थी।
2. विनय ने एक अत्यंत परु ानी पस्
ु तक पढ़ी।
3. एक पुस्तक विनय ने पढ़ी, जो अत्यंत पुरानी थी।
4.एक अत्यंत पुरानी पुस्तक थी, जो विनय ने पढ़ी
15. 'प्रिीण ने दे खा कक पक्षी कलरि कर रिे िैं | ' िातय में प्रधान उपिातय िै l
1. प्रिीण ने 2. प्रिीण ने दे खा 3. पक्षी कलरि कर रिे िैं 4. पक्षी कलरि कर रिे िैं l
16 र्भी चािते िैं कक भारत मिािजतत बने | िातय िै -
1. र्रल िातय 2. शमश्र िातय 3. र्ंयुतत िातय 4. इर्में र्े कोई निीं
17. जब मैं घर पिुंचा, तब िि जा चुके थे । - रचना के आधार पर िातय के भेद बताइए l
1. र्रल िातय 2.र्ंयुतत िातय 3. शमश्र िातय 4.अन्य िातय
18. अस्िस्थ िोने के कारण िि परीक्षा में र्फल न िो र्का | िातय का कौन -र्ा प्रकार िै ?
1. र्रल िातय 2.र्ंयुतत िातय 3. शमश्र िातय 4.अन्य िातय
19. उर्ने न केिल यूपीएर्र्ी पार् की, बजल्क प्रािीण्य र्ूची में आया | िातय का कौन -र्ा
प्रकार िै ?
1. र्रल िातय 2.र्ंयुतत िातय 3. शमश्र िातय 4.भाििाच्य
20. मजदरू मेिनत करता िै ककं तु उर्के लाभ र्े िंर्चत रिता िै । इर्का र्रल िातय िोगा –
1. मजदरू मेिनत करता िै और उर्के लाभ र्े िंर्चत रिता िै ।
2.मेिनत करने िाला मजदरू उर्के लाभ र्े िंर्चत रिता िै |
3. मजदरू मेिनत करता िै |
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4.मजदरू अपने लाभ र्े िंर्चत रिता िै |
21. र्ंयत
ु त िातय में ककतने प्रधान उपिातय िोते िैं ?
1. दो 2. तीन 3. एक 4. इनमे र्े कोई निीं
22. ककर् िातय में केिल एक कक्रया और एक कताच िोता िै ?
1. शमश्र िातय 2.र्ंयुतत िातय 3.र्रल िातय 4.भाििाच्य
23. िातय तया िैं ? र्िाचर्धक उपयुतत कथन का चयन करें |
1. र्ाथचक िब्दों का र्मूि 2. अक्षरों का र्मूि 3. िणचमाला 4. अर्ाथचक िब्दों का र्मूि
24. जजर् िातय में एक र्ाधारण िातय के अततररतत उर्के अधीन कोई दर्
ू रा र्ंगिातय िो
िि किलाता िै -
1.र्रल िातय 2.र्ंयुतत िातय 3. शमश्र िातय 4.उप िातय
25. वििेषण उपिातय ककर्के भेद िै ?
1.िातय 2.उपिातय 3. र्ाधारण िातय 4.र्ंयत
ु त िातय

वाच्य

कक्रया के जजर् रूप र्े उर्के कत्ताच, कमच या भाि के अनर्


ु ार िोने का बोध िोता िै , उर्े ‘िाच्य’
किते िै |

कतचृ िाच्य में कताच यातन की काम को करने िाला प्रधान िोता िै ।
कमच िाच्य में कमच प्रधान िोता िै |कताच के कायच वयापार का फल जजर् पर िोता िै िि कमच
िोता िै |
भाि िाच्य में भाि प्रधान िोता िै | कक्रया िमेिा एकिचन और पुजल्लंग में िी िोते िैं ।
• जिााँ पर भी 'द्िारा' का प्रयोग हदखे िि कमच िाच्य िै। जैर्े - नर्च द्िारा िीकाकरण
ककया जाता िै |
* जिााँ 'ने ' का प्रयोग िो िि कतच ृ िाच्य िै । जैर्े – पी.िी.शर्न्धु ने पदक जीता ।
कभी -कभी 'ने '
छुपा िुआ िोता िै।
• भाि िाच्य में इर् तरि के िब्द िोते िैं जैर्े -खाया निीं जाता,चला निीं जाता,र्ोया
निीं जाता, दौड़ा निीं जाता।

अभ्यार् कायच
1. िाच्य तया किलाते िैं ?
1. र्ंज्ञा के भेद 2. र्िचनाम के भेद 3. वििेषण के भेद 4. कक्रयाओं के
विधान
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2.कति
च ृ ाच्य ककर्े किते िै ?
1. जिां कक्रया का प्रयोग िातय में कताच के शलंग ि िचन के अनुर्ार ककया जाता िै |
2. जजन कक्रयाओं में भाि प्रधान िोता िै |
3. जजन कक्रयाओं में िब्द प्रधान िोता िै |
4. जिां कक्रया का प्रयोग िातय में कमच के शलंग िचन के अनुर्ार ककया जाता िै |
3.िाच्य के ककतने भेद िोते िैं ?
1. एक 2. दो 3. तीन 4. चार
4. 'चलो अब खाया जाय' िाच्य भेद बताइए।
1. कति
च ृ ाच्य 2. भाििाच्य 3. कमचिाच्य 4. कोई निीं
5. प्रधानमंत्री ने स्ितंत्रता हदिर् के अिर्र पर भाषण हदया | - िाच्य का भेद तया िै ?
1. कति
च ृ ाच्य 2.कमचिाच्य 3. भाि िाच्य 4. उपिातय
6.भारतिार्ी मिात्मा गााँधी को निीं भल
ू र्कते िैं | इर्े कमचिाच्य में बदशलए |
1.ऐर्ा निीं िै कक भारतिार्ी मिात्मा गााँधी को भल
ू जाए |
2.भारतिाशर्यों के द्िारा मिात्मा गााँधी भल
ु ाए निीं जा र्कते िैं |
3.भारतिार्ी मिात्मा गााँधी के कमो को निीं भल
ू र्कते िैं |
4. इनमे र्े कोई निीं
7. ‘उर्ने भोजन कर शलया’ िातय को कमचिाच्य में बदशलए-
1. उर्ने भोजन ककया | 2. उर्के द्िारा भोजन निीं ककया गया |
3. उर्के द्िारा भोजन कर शलया गया | 4. उपयत
ुच त कोई निीं
8. बच्चों द्िारा िांत बैिा निीं जाता | इर्े कति
च ृ ाच्य में बदशलए |
1. बच्चें िांत बैिते िैं | 2. बच्चें िांत निीं बैि र्कते |
3.बच्चें िांत बैिे थे | 4.बच्चें िांत निीं बैिेंगे |
9.भारतीय खखलाडड़यों द्िारा ओलजम्पक में ऐततिाशर्क प्रदिचन ककया गया | इर्े कति
च ृ ाच्य में
बदलो |
1.भारतीय खखलाडी ओलजम्पक में अच्छा प्रदिचन ककए |
2. कुछ भारतीय खखलाडडयों द्िारा ऐततिाशर्क प्रदिचन ककया गया |
3.भारतीय खखलाडड़यों ने ओलजम्पक में ऐततिाशर्क प्रदिचन ककया गया |
4.इनमे र्े कोई निीं
10. मााँ रो भी निीं र्कती | इर्का भाििाच्य तया िोगा ?
1.मााँ र्े रोया जाता िै | 2. मााँ निीं रोती िै |
3.ऐर्ा निीं िै कक मााँ रोती निीं िै | 4. मााँ र्े रोया भी निीं जाता |
11. ककर् िाच्य में भाि प्रधान िोता िै ?
1. कति
च ृ ाच्य 2.कमचिाच्य 3. भाि िाच्य 4. उपिातय
12.रमेि पत्र शलखता िै | इर्का कमचिाच्य िोगा-
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1.रमेि ने एक पत्र शलखा | 2. रमेि के द्िारा पत्र शलखा जाता िै |
3. रमेि के द्िारा पत्र शलख गया | 4. रमेि पत्र निीं शलखता िै |
13.गशमचयों में लोगों र्े खूब निाया जाता िै | यि कौन-र्ा िाच्य िै ?
1. कमचिाच्य 2. कति
चृ ाच्य 3. उपिातय 4. भाि िाच्य
14.र्लोनी र्े िाँर्ा निीं जाता | इर्े कति
च ृ ाच्य में बदलो |
1.र्लोनी निीं िाँर्ती | 2.र्लोनी िाँर्ती िै |
3.र्लोनी र्े िाँर्ा निीं जाया जाता िै | 4.र्लोनी िाँर्ना निीं चािती िै |
15. तनम्नशलखखत में कमचिाच्य िाला िातय िै –
1. ऑस्रे शलया िार गया भारत के द्िारा 2. ऑस्रे शलया को भारत ने िरा हदया
3. भारत के द्िारा ऑस्रे शलया को िरा हदया गया 4. भारत र्े ऑस्रे शलया िार गया
16.’बच्चे धीरे -धीरे चलते िैं’ में िाच्य िै -
1. कति
च ृ ाच्य 2.कमचिाच्य 3. भाि िाच्य 4. उपिातय
17. कमचिाच्य की पिचान ककर् िब्द र्े िोती िै ?
1.के शलए 2. ने 3.द्िारा 4. को
18. िालदार र्ािब ने पान खाया | प्रयोग के आधार पर िातय भेद िै -
1. कति
च ृ ाच्य 2.कमचिाच्य 3. भाि िाच्य 4. उपयत
ुच त र्भी
19.इतनी धप
ू में कैर्े चला जाएगा | िातय भेद िै -
1. उपयत
ुच त र्भी 2. भाि िाच्य 3. कति
च ृ ाच्य 4. कमचिाच्य
20.ककर् िातय में भाििाच्य िै ?
1.घायल िंर् उड़ न पाया | 2. िि पाकच में प्रततहदन दौड़ता िै |
3.मुझर्े इर् पेड़ पर चढ़ा निीं जाएगा | 4.कुत्ते जोर र्े भौक रिे िैं |
21. ‘छात्र बगीचे में पौधे लगा रिे िैं’ िातय को कमचिाच्य में बदलो|
1. छात्र द्िारा बगीचे में पौधे लगाए गए | 2. छात्र द्िारा बगीचे में पौधे लगाए जा रिे िैं |
3.बगीचे में छात्र र्े पौधे लगाया | 4.छात्र र्े बगीचे में पौधे लगाया गया |
22. ‘घायल िोने के कारण िि उड़ निीं पाया’ इर्े भाििाच्य में बदलो |
1. घायल िोने के कारण उर्ने उड़ निीं पाया| 2.िि घायल था इर्शलए उड़ निीं पाया|
3.घायल अिस्था में िि उड़ निीं पाया | 4.घायल िोने के कारण उर्र्े उड़ा निीं जा र्का |
23. ‘नेताजी द्िारा आज़ाद हिन्द फौज की स्थापना की गई’| इर्का कति
चृ ाच्य िोगा –
1. आज़ाद हिन्द फौज की स्थापना नेताजी द्िारा की गई |
2. आज़ाद हिन्द फौज की स्थापना नेताजी द्िारा निीं की गई |
3.नेताजी ने आज़ाद हिन्द फौज की स्थापना कराया |
4.नेताजी ने आज़ाद हिन्द फौज की स्थापना की |
24. ‘घायल र्ैतनक बोल निीं पा रिा िै ’ भाििाच्य में बदलो |
1.घायल र्ैतनक र्े बोला निीं जा रिा िै | 2.घायल र्ैतनक द्िारा बोला निीं गया |
29
3.घायल र्ैतनक बोलने में अर्मथच िैं | 4.घायल र्ैतनक निीं बोलेगा |
25. ‘विनीता जोर-जोर र्े िाँर् रिी िै ’ प्रयोग के आधार पर िातय भेद बताओ |
1. कति
च ृ ाच्य 2.कमचिाच्य 3. भाि िाच्य 4. उपयत
ुच त र्भी

पद पररचय
िातय में प्रयोग ककये गए िब्दों को पद किते िै। उन िब्दों को वयाकरण के आधार पर
उनका पररचय दे ना पद पररचय किलाता िै। जैर्े उनका भेद, उपभेद, शलंग, िचन, कारक तया
िै और उनका अन्य िब्दों के र्ाथ तया र्ंबंध िै।
पद के 8 भेद िोते िैं-
र्ंज्ञा - र्ंज्ञा के तीनों भेद, शलंग, िचन, कारक
र्िचनाम - र्िचनाम के भेद, पुरुष, शलंग, िचन, कारक
वििेषण - वििेषण के भेद, शलंग, िचन, वििेष्य, प्रवििेषण
कक्रया - अकमचक, र्कमचक, शलंग, िचन, काल
कक्रया वििेषण - भेद, जजर् कक्रया की वििेषता बताई गई िो उर्के बारे में
तनदे ि
र्मच्
ु चयबोधक - भेद, र्ंयत
ु त िब्दों, िातयांिों तथा िातयों का उल्लेख
र्ंबंधबोधक - भेद, पदों, िातयांिों र्े र्ंबंध का तनदे ि
विस्मयाहदबोधक - भेद का नाम, तनदे ि
पदों को दो भागों में बांिा गया िै –
1.विकारी(वयय) 2.अविकारी(अवयय)
विकारी पद – र्ंज्ञा, र्िचनाम, वििेषण, कक्रया
अविकारी पद – कक्रया वििेषण, र्मुच्चयबोधक, र्ंबंधबोधक, विस्मयाहदबोधक
हिंदी में िचन दो िैं – 1.एकिचन 2. बिुिचन
शलंग के दो भेद िोते िैं – 1.पुजल्लंग 2. स्त्रीशलंग
कारक के आि भेद िैं –
1.कताच कारक ( ने) 2. कमच कारक ( को) 3.करण कारक ( र्े) 4.अर्धकरण कारक ( में ,
पर, ऊपर)
5.अपादान कारक ( र्े) 6.र्ंप्रदान कारक ( को, के शलए) 7.र्ंबंध कारक ( का, के, क, ना, न,
ने, र, रे , री ) 8.र्ंबोधन कारक। (अरे ! आि! अिो! ओि! िाबाि! छीिुः! आहद)

अभ्यास काया
तनम्नशलखखत िातयों में पदों का पररचय दीजजए –
1. र्फलता उन्िीं को शमलती िै जो मेिनत करते िैं। - रे खांककत पद का पद पररचय बताइए l
1.वयजततिाचक र्ंज्ञा, पुजल्लंग, एकिचन 2.भाि िाचक र्ंज्ञा, एकिचन, स्त्रीशलंग, कमच कारक
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3.पुरुषिाचक, र्िचनाम, एकिचन, पुजल्लंग 4.वयजततिाचक र्ंज्ञा, एकिचन, पुजल्लंग, कताच
कारक
2.िि दौड़कर विद्यालय गया | रे खांककत पद का पररचय िै –
1.अन्यपुरुष िाचक र्िचनाम,एकिचन,पुजल्लंग,कताच कारक
2. उत्तम पुरुष िाचक र्िचनाम,एकिचन,पुजल्लंग,कताच कारक
3. भाििाचक र्ंज्ञा,एकिचन,पुजल्लंग,कताच कारक
4. उत्तम पुरुष िाचक र्िचनाम,बिुिचन,पुजल्लंग,कताच कारक
3.पररश्रम के बबना विद्या निीं शमलती िै | रे खांककत पद का पररचय िै –
1.र्ंबंधबोधक अवयय -र्ंबंधी ‘पररश्रम’
2. र्ंबंधबोधक अवयय -र्ंबंधी ‘विद्या’
3. र्ंबंधबोधक अवयय – र्ंबंधी र्ंबंधबोधक अवयय –‘शमलना’
4. र्ंबंधबोधक अवयय - र्ंबंधी ‘पररश्रम ‘ और ‘विद्या’
4. बागो में फूल खखलते िैं।
1. र्कमचक कक्रया, बिुिचन, पजु ल्लंग, ितचमान काल, कतच ृ िाच्य
2 . अकमचक कक्रया, बिुिचन, पजु ल्लंग, ितचमान काल, कतच ृ िाच्य
3. र्कमचक कक्रया, एकिचन, पजु ल्लंग, ितचमान काल, कतच ृ िाच्य
4. अकमचक कक्रया, एकिचन, स्त्रीशलंग, ितचमान काल, कतच ृ िाच्य
5. रार्धका ने आपको बुलाया िै ।
1.प्रथम पुरुषिाचक र्िचनाम, पुजल्लंग, एकिचन, कमच कारक
2. तनजिाचक र्िचनाम, पुजल्लंग/स्त्रीशलंग, एकिचन, कताच कारक
3.मध्यम पुरुषिाचक र्िचनाम, स्त्रीशलंग/पुजल्लंग, एकिचन, कमच कारक
4. उत्तम पुरुषिाचक र्िचनाम, स्त्रीशलंग/पुजल्लंग, एकिचन, कमच कारक
6.अशभजीत दर्िीं कक्षा में पढ़ता िै।
1. वििेषण, र्ंख्यािाचक, आिवृ त्तर्ूचक, स्त्रीशलंग, एकिचन, कक्षा' वििेष्य
2. वििेषण, पररमाणिाचक, क्रमर्ूचक, स्त्रीशलंग, एकिचन, कक्षा' वििेष्य
3. वििेषण, र्ंख्यािाचक, क्रमर्ूचक, स्त्रीशलंग, एकिचन, कक्षा' वििेष्य
4. वििेषण, तनश्चयिाचक, क्रमर्ूचक, स्त्रीशलंग, एकिचन, 'कक्षा' वििेष्य
7.अिा! उपिन में ककतने र्ुन्दर फूल खखले िैं | रे खांककत पद का पररचय िोगा –
1.िषच र्ूचक विस्मयाहदबोधक अवयय 2.िोक र्ूचक विस्मयाहदबोधक अवयय
3.घण
ृ ा र्ूचक विस्मयाहदबोधक अवयय 4.तनषेध र्ूचक विस्मयाहदबोधक अवयय
8.र्ीमा पर कई िीर र्ैतनक रिते िैं | रे खांककत पद का र्िाचर्धक उपयुतत पररचय िोगा –
1.र्िचनाम 2.वििेषण
3.अतनजश्चत र्ंख्यािाचक वििेषण 4.र्ंख्यािाचक वििेषण
9. बबल्ली गाडी के नीचे बैिी िैं। रे खांककत पद का पररचय िोगा –
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1. अवयय, र्ंबंधबोधक, 'गाडी र्े र्ंबंध 2. अवयय, योजक
3. अवयय, योजक, बबल्ली और गाडी को जोड़ रिा िै 4. अवयय, कक्रया वििेषण
10. पद पररचय के शलए अत्यािश्यक िै –
1.प्रत्येक पद को अलग करना 2. प्रत्येक पद का प्रभार एिं िातय र्े र्म्बन्ध दिाचना
3.प्रत्येक पद का कायच बताना और िातय-विन्यार् करना 4.उपयत
ुच त र्भी
11.विस्मयाहदबोधक पदों के पररचय में शलखा जाता िै –
1.भेद 2. भाि र्ंकेत 3.शलंग 4. िचन
12. मुंिी प्रेमचंद ने गोदान के रचना की। रे खांककत पद के र्िी पररचय का चयन करे ।
1. जाततिाचक र्ंज्ञा, एकिचन, पुजल्लंग, कताच कारक
2. वयजततिाचक र्ंज्ञा, एकिचन, पुजल्लंग, कमच कारक
3. वयजततिाचक र्ंज्ञा, एकिचन, पुजल्लंग, कताच कारक
4. जाततिाचक र्ंज्ञा, एकिचन, पजु ल्लंग, कमच कारक
13. लीतनिा तनत्य दौड़ने जाती िै । रे खांककत पद का पररचय िोगा –
1. गण
ु िाचक वििेषण, एकिचन, पजु ल्लंग, 'दौड़ने जाता िै ' कक्रया की वििेषता
2. रीततिाचक कक्रया वििेषण, एकिचन, पजु ल्लंग, 'दौड़ने जाता िै ' कक्रया की वििेषता
3. अवयय, स्थानिाचक कक्रया वििेषण, 'दौड़ने जाती िै ' कक्रया की वििेषता
4. अवयय, कालिाचक कक्रया वििेषण, 'दौड़ने जाती िै ' कक्रया की वििेषता
14. जान्ििी रायपुर जा रिी िै। की। रे खांककत पद के र्िी पररचय का चयन करे ।
1. जाततिाचक र्ंज्ञा, स्त्रीशलंग, एकिचन, कमच कारक
2.वयजततिाचक र्ंज्ञा, स्त्रीशलंग, एकिचन, कताच कारक
3.भाििाचक र्ंज्ञा, पुजल्लंग, एकिचन, करण कारक
4. भाििाचक र्ंज्ञा, स्त्रीशलंग, एकिचन, कमच कारक
15. अशभजीत ककर्े दे ख रिा िै ?
1. र्िचनाम, स्त्रीशलंग, बिुिचन, कमच कारक 2. र्िचनाम, पुजल्लंग, एकिचन, करण कारक
3. र्िचनाम, पुजल्लंग, प्रश्निाचक, कताचकारक 4. र्िचनाम, प्रश्निाचक, एकिचन, कमच
कारक
16. कल मेरे पापा अयोध्या गए ।
1. कक्रया, र्कमचक, एकिचन, पुजल्लंग, भूतकाल, कमचिाच्य
2.कक्रया, र्कमचक, बिुिचन, स्त्रीशलंग, ितचमानकाल, कति
च ृ ाच्य
3. कक्रया, अकमचक, बिुिचन, पुजल्लंग, भविष्यत्काल , कति च ृ ाच्य
4. कक्रया, अकमचक, एकिचन, पुजल्लंग, भूतकाल, कति
च ृ ाच्य
17. योर्गता बाजार जा रिी िै।
1. र्ंज्ञा, जाततिाचक, बिुिचन, पुजल्लंग, र्म्बन्ध कारक, 'जा रिी िै ' कक्रया का कताच
2.र्ंज्ञा, वयजततिाचक, एकिचन, स्त्रीशलंग, कताच कारक, 'जा रिी िै ' कक्रया का कताच
32
3. र्ंज्ञा, जाततिाचक, एकिचन, स्त्रीशलंग,कमच कारक
4. इनमें र्े कोई निीं
18. वाह! ककतना र्ुन्दर मोर िै।
1. अवयय, विस्मयाहदबोधक, िोक र्ूचक 2. अवयय, र्ंबंध बोधक, िोक र्ूचक
3. कक्रया वििेषण, काल िाचक, मोर की वििेषता बता रिा 4. अवयय, विस्मयाहदबोधक, िषच
र्ूचक
19. िमें राष्रभततो का र्म्मान करना चाहिए।
1. जाततिाचक र्ंज्ञा, एक िचन, स्त्रीशलंग 2. वयजततिाचक र्ंज्ञा, बिुिचन, पुजल्लंग
3. वयजततिाचक र्ंज्ञा, एक िचन, स्त्रीशलंग 4. र्ंज्ञा, भाििाचक, एक िचन, पजु ल्लंग
20. आजकल ध्ितन प्रदष ू ण बिुत तेजी र्े फैल रिा िै ।
1.अवयय, कक्रया वििेषण, कालिाचक 2. अवयय, कक्रया वििेषण, रीततिाचक
3. अवयय, कक्रया वििेषण, कालिाचक 4. इनमें र्े कोई निीं
21.र्गलार् में थोड़ा जर्
ू िै।
1. र्िचनाम, अतनश्चयिाचक, बिुिचन, पजु ल्लंग
2. वििेषण, अतनजश्चत पररमाण िाचक, पजु ल्लंग, वििेष्य-दध

3. र्िचनाम, तनश्चयिाचक, एक िचन, पजु ल्लंग
4. र्िचनाम, अतनश्चयिाचक, बिुिचन, स्त्रीशलंग
22. उर्ने मेिनत र्े र्बकुछ िाशर्ल ककया।
1. भाििाचक र्ंज्ञा, बिुिचन, स्त्रीशलंग, र्ंबंध कारक 2. वयजततिाचक र्ंज्ञा, एक िचन,
पुजल्लंग, कमच कारक
3. जाततिाचक र्ंज्ञा, बिुिचन, पुजल्लंग, कमच कारक 4. भाििाचक र्ंज्ञा, एक िचन,
स्त्रीशलंग, करण कारक
23. 'आज िमारी परीक्षा िोनी िै।
1. कालिाचक कक्रयावििेषण 2. स्थानिाचक कक्रयावििेषण
3. पररमाणिाचक कक्रयावििेषण 4. उपयत
ुच त में र्े कोई निीं।
24 'लाल गुलाब दे खकर मन खुि िो गया।'-रे खांककत पद का पररचय िै -
1. र्ंख्यािाचक वििेषण, बिुिचन, पुजल्लंग, 'गल
ु ाब वििेष्य का वििेष
2. गुणिाचक वििेषण, बिुिचन, पुजल्लंग, 'गुलाब वििेष्य का वििेष
3. पररमाणिाचक वििेषण, एकिचन, पुजल्लंग, 'गुलाब वििेष्य का वििेष
4. गुणिाचक वििेषण, बिुिचन, स्त्रीशलंग, 'गुलाब वििेष्य का वििेष
25. रामू बाजार जाओ।
1. र्कमचक कक्रया, ितचमान काल, स्त्रीशलंग, एकिचन
2. अकमचक कक्रया, ितचमान काल, पुजल्लंग, एकिचन,
3. र्कमचक कक्रया, भूत काल, स्त्रीशलंग, बिुिचन
33
4.इनमें र्े कोई निीं
रस
रर् का िाजब्दक अथच िै आनंद | कावय को पढ़ने या र्ुनने र्े जजर् आनन्द की अनुभूतत िोती
िै, उर्े 'रर्' किा जाता िै। रर् को कावय की आत्मा माना जाता िै |
“िातयम ् रर्ात्मकं कावय:” अथाचत ् रर्युतत िातय िी कावय िै |
“ तत्र विभािानुभािवयशभचारी र्ंयोगाद्र-तनष्पवत्त ” – ( भरत मुतन)
रर् के चार अंग माने गए िैं –
1. स्थायीभाि 2. विभाि 3. अनुभाि 4. र्ंचारीभाि

1. स्थायीभाव

क्र. रस स्थायी भाव

1 श्रंग
ृ ार रतत

2 िास्य िार्

3 करुण िोक

4 रौद्र क्रोध

5 िीर उत्र्ाि

6 भयानक भय

7 िीभत्र् जुगुप्र्ा

8 अद्भत
ु विस्मय

9 िांत तनिेद

10 िात्र्ल्य ित्र्लता

11 भजतत रर् अनुराग

2. विभाि : िे कारण, विषय और िस्तुएाँ, जजर्के कारण भाि जागती िैं उन्िें विभाि किते िैं।
1. आलंबन विभाि: जजर्का र्िारा पाकर स्थायी भाि जगते िैं, आलंबन विभाि किलाता िै।
आलंबन विभाि के दो भेद िोते िैं
(क) आश्रय – जजर् वयजतत के मन में भािों की उत्पवत्त िोती िै , उर्े आश्रय किते िैं।
(ख) विषय – जजर् चीज के शलए मन में भािों की उत्पवत्त िोती िै , उर्े विषय किते िैं।
34
2. उद्दीपन विभाि: जजन िस्तुओं या पररजस्थततयों को दे खकर स्थायी भाि उद्दीप्त िोने
लगता िै उद्दीपन विभाि किलाता िै। जैर्े- चााँदनी, कोककल कूजन, एकांत स्थल, रमणीक
उद्यान आहद।
3) अनुभाि: आश्रय की चेष्िाओं को अनुभाि किते िैं |
4) र्ंचारी या वयशभचारी भाि: ये भाि पानी के बुलबुलों के र्ामान उिते और विलीन िो जाने
िाले भाि िोते िैं। इनकी कुल र्ंख्या 33 िै।

अभ्यास काया
1. िांत रर् का स्थाई भाि िै -
1.तनिेद 2.अद्भुत 3. िीर 4. श्रंग
ृ ार

2. "एक ओर अजगर िी लखख, एक ओर मग


ृ राज, विकल बिोिी बीच िी परयों मछ
ू ाच खाय।"-
इन पंजततयों में कौन-र्ा रर् िै ?
1. अद्भत
ु 2. भयानक 3. रौद्र 4. िास्य
3. ककर् रर् को रर्राज किा जाता िै ?
1.िीर रर् 2. िांत रर् 3. रौद्र रर् 4. श्रंग
ृ ार रर्
4. .नायक - नातयका या पतत-पत्नी के मध्य प्रेम या वियोग र्े उत्पन्न िोने िाले रर् को तया
किते िैं?
1.िीर रर् 2.श्रंग
ृ ार रर् 3.िात्र्ल्य रर् 4. करुण रर्
5. र्ंचारी भािों की र्ंख्या िै –
1. 9 2. 33 3.11 4. 99
6.भाि जजर्के हृदय में रिते िै ’ उर्े किते िै ?
1.आश्रय 2.आलंबन 3. उद्दीपन 4.आलंबन जन्य उद्दीपन
7. मैं र्त्य किता िूाँ र्खे, र्ुकुमार मत जानो मुझे |
यमराज र्े भी युद्ध में प्रस्तुत र्दा मानो मुझे ||
1. िीर रर् 2. र्ंयोग श्रंग
ृ ार रर् 3. िांत रर् 4.करुण रर्
8.ककर् रर् के र्ंचररत िोने पर अंग-अंग फड़कने लगता िै और जोि उबाल मरने लगता िै ?
1.रौद्र रर् 2. भयानक रर् 3. िीर रर् 4.िास्य रर्

9. “बदनाम जनाजा तेरा िोगा,


मुदे भी किीं रोते िैं ?
लगी र्चता िै मर्ान घािपर,
चलो, जिााँ र्ब र्ोते िैं |” इर्मे कौन -र्ा रर् िैं?

35
1. रौद्र रर् 2. भयानक रर् 3. िीभत्र् रर् 4.भयानक रर्

10.रामचररतमानर् के ‘राम-लक्ष्मण-परिुराम र्ंिाद’ में तुलर्ी ने ककर् रर् का प्रयोग ककया िै


?र्िाचर्धक
उपयुतत विकल्प का चयन करें |
1.िांत रर् 2.श्रंग
ृ ार रर् 3.िीर रर् 4.भयानक
11. आलंबन विभाि के ककतने भेद िैं ?
1.चार 2. तीन 3. दो 4. पांच
12. िोक ककर् रर् का स्थायी भाि िै ?
1. िीर रर् 2. श्रंग
ृ ार रर् 3. िांत रर् 4.करुण रर्
13. ‘मैया मोरी चन्द्र खखलौना लैिो’ में कौन-र्ा रर् िै ?
1.िीर रर् 2. िांत रर् 3. िात्र्ल्य रर् 4. भजतत रर्
14. िे री मै तो प्रेम दीिानी, मेरो दरद ना जाने कोय | र्ल
ू ी ऊपर र्ेज िमारी ,ककर् विध
शमलना िोय | इर्मे कौन-र्ा रर् िै ?
1. वियोग श्रंग
ृ ार रर् 2. र्ंयोग श्रंग
ृ ार रर् 3. िांत रर् 4.करुण रर्
15. तनम्नशलखखत में र्े रर् का भेद निीं िै –
1.करुण 2.श्रंग
ृ ार 3. िीर 4.आलंबन
16. दख
ु िी जीिन की कथा रिी, तया किूं आज जो निीं किी। पंजततयों में कौन र्ा रर् िै ?
1. करुण रर् 2. िांत रर् 3.अद्भुत रर् 4. श्रंग
ृ ार रर्
17. रर् के ककतने अियि िैं ?
1. नौ 2.ग्यारि 3. तीन 4. चार
18. ‘किा बंदररया ने बन्दर र्े चलो निाने गंगा, बच्चों को छोड़ेंगे घर में िोने दो िुडदं गा’ में
कौन-र्ा रर् िै ?
1. करुण रर् 2. िास्यरर् 3.अद्भुत रर् 4. श्रंग
ृ ार रर्
19. ‘बबनु पद चले र्ुने बबनु काना , कर बबनु कमच करे विर्ध नाना’ में कौन-र्ा रर् िै ?
1. करुण रर् 2. िास्यरर् 3.अद्भुत रर् 4.िांत रर्
20. शर्र पर बैिो काग आाँखख दोउ-खात तनकारत। खींचत जीभहिं स्यार अततहि आनन्द उर
धारत ।। में कौन-र्ा रर् िै ?
1. िीभत्र्रर् 2. िास्यरर् 3.अद्भुत रर् 4.रौद्र रर्
21. ‘श्री कृष्ण के र्ुन िचन, अजन
ुच क्रोध र्े जलने लगे र्ब िोक अपना भुलाकर, करतल युग
मलने लगे’ पद में रर् िै -
1. िीर रर् 2. करुण रर् 3.िांत रर् 4.रौद्र रर्
22. र्ीर् पगा न झगा तन में प्रभु, जानै को आहि बर्ै केहि ग्रामा।
धोतत फिी-र्ी लिी दप
ु िी अरु, पााँय उपानि की नहिं र्ामा॥ पद में रर् िै -
36
1. िात्र्ल्य रर् 2. रौद्ररर् 3.िांत रर् 4 करुण रर्
23. ककलकत कान्ि घुिुरुितन आित । मतनमय कनक नंद कै आाँगन, बबंब पकररबैं धाित ॥ पद
में रर् िै -
1. िात्र्ल्य रर् 2. िीर रर् 3.भजतत रर् 4 श्रंग
ृ ार रर्
24. आचायच भरतमुतन ने ककर् ग्रन्थ में रर् र्ूत्र शलखा िै ?
1. कावयिास्त्र 2.र्ाहित्यिास्त्र 3.नाट्यिास्त्र 4.रर्िास्त्र
25. आचायच भरतमुतन के अनुर्ार रर् की र्ंख्या िै -
1. चार 2.नौ 3.ग्यारि 4.तैतीर्

उत्तर पत्रक

प्रश्न रचना के आधार पर िाच्य पद -पररचय रर्


क्रमांक िातय भेद
1 4 4 3 1
2 4 1 1 2
3 2 3 4 4
4 3 2 2 2
5 4 1 3 2
6 2 2 3 1
7 1 3 1 1
8 2 2 3 3
9 2 3 1 4
10 1 4 4 3
11 3 3 2 3
12 1 2 3 4
13 3 4 4 3
14 2 1 2 1
15 2 3 4 4
16 2 1 4 1
17 2 3 2 4
18 1 1 4 2
19 2 2 4 3
20 2 3 1 1
21 2 2 2 4

37
22 3 4 4 4
23 1 4 1 1
24 3 1 2 3
25 2 1 2 2

गद्य खंड
पाि 1- नेिाजी का चश्मा (लेखक- स्वयं प्रकार्)
कथावस्ि-ु र्ीमाओं र्े तघरे भू-भाग का नाम िी दे ि निीं िोता I दे ि बनता िै उर्में रिने िाले
र्भी नागररकों र्े I दे ि की र्म्पदा र्े प्यार, स्ितन्त्रता के शलए र्ंघषच करने और अपना र्िचस्ि
न्योछािर करने िालों के प्रतत र्म्मान का भाि दे िभजतत िै I प्रस्तुत किानी यि हदखाती िै
कक दे ि की र्मद्
ृ र्ध और विकार् में दे ि के करोड़ों नागररक, बच्चे-बूढ़े र्भी का योगदान िोता िै
I कुछ लोग ऐर्े भी िोते िैं जजनका योगदान िोता तो िै ,पर िे प्रकाि में निीं आते I
इर् किानी में िालदार र्ािब एक र्ूत्रधार के रूप में कायच कर रिे िैं I उन्िें कंपनी
के काम के शर्लशर्ले में िर पंद्रििें हदन उर् कस्बे र्े िोकर गुजरना पड़ता था I कस्बा बिुत
बड़ा निीं था I ििााँ एक छोिा-र्ा बाज़ार था,कुछ पतके मकान थे, लड़के और लड़ककयों के शलए
एक-एक स्कूल था, एक र्ीमेंि का कारख़ाना था, दो ओपन शर्नेमाघर और एक िो नगरपाशलका
थी जो कुछ-न-कुछ करती भी रिती थी I इर्ी नगरपाशलका के ककर्ी उत्र्ािी बोडच या प्रिार्तनक
अर्धकारी ने एक बार ‘ििर’ के मुख्य बाज़ार के मुख्य चौरािे पर नेताजी र्ुभाषचंद्र बोर् की एक
र्ंगमरमर की प्रततमा लगिा दी I यि किानी उर् प्रततमा के चश्मे के बारे में िै I ऐर्ा लगता िै
कक दे ि के अच्छे मूततचकारों की जानकारी निीं िोने और अच्छी मूततच की लागत, अनुमान और
उपलब्ध बजि र्े किीं ज्यादा िोने के कारण यि काम कस्बे के इकलौते िाई स्कूल के इकलौते
ड्राइंग मास्िर मोतीलाल जी को र्ौंप हदया गया I फौजी िदी में लगभग दो फुि ऊाँची यि मतू तच (
जजर्े बस्ि किते िैं) र्रािनीय थी ,केिल एक चीज़ की कर्र थी जो दे खते िी खिकती थी I
नेताजी की आाँखों पर चश्मा निीं था I यानी चश्मा तो था, लेककन र्ंगमरमर का निीं था I एक
र्ामान्य और र्चमुच के चश्मे का चौड़ा फ्रेम मूततच को पिना हदया गया था I कस्बे के नागररकों
का यि प्रयार् र्रािनीय िी किा जाएगा I मित्त्ि मूततच के रं ग-रूप या कद का निीं, उर् भािना
का िै िरना तो दे ि-भजतत भी आजकल मज़ाक की चीज़ िोती जा रिी िै I
िालदार र्ािब जब भी ििााँ र्े गुजरते तो चौरािे पर रुकते, पान खाते
और मूततच को ध्यान र्े दे खते I उनके शलए यि कौतुक की बात थी कक िर बार मूततच का चश्मा
बदला िुआ िोता था I अपनी जजज्ञार्ा के कारण एक बार उन्िोने पानिाले र्े पूछ िी शलया कक
38
मूततच का चश्मा कैर्े बदल जाता िै I पानिाले िाले ने बताया कक कैप्िन नाम का वयजतत चश्मा
बेचता िै I ििी मूततच का चश्मा भी बदल दे ता िै I दरअर्ल, यहद ककर्ी ग्रािक को मूततच पर
लगा चश्मा पर्ंद आता िै तो िि उन्िे उतारकर दे दे ता िै और मतू तच को दर्
ू रा पिना दे ता िै I
नाम र्े िालदार र्ािब को लगा कक कैप्िन फौज में रिा िोगा या नेताजी का र्ाथी िोगा ककन्तु
पानिाले ने बताया कक िि लाँ गड़ा िै I तभी िालदार र्ािब ने दे खा कक एक बेिद बूढ़ा
मररयल-र्ा लाँ गड़ा आदमी शर्र पर गांधी िोपी और आाँखों पर काला चश्मा लगाए एक िाथ में
एक छोिी-र्ी र्ंदक
ू ची और दर्
ू रे िाथ में एक बााँर् पर िं गे बिुत-र्े चश्मे शलए िुए आया और
एक बंद दक
ु ान के र्िारे अपना बााँर् हिका रिा था I िालदार र्ािब कैप्िन के बारे में पानिाले
र्े कुछ और पूछना चािते थे पर पानिाले ने र्ाि मना कर हदया I एक हदन मूततच पर चश्मा न
दे खकर िालदार र्ािब िैरान रि गए I उर् हदन पान की दक
ु ान भी बंद थी और चौरािे की
अर्धकांि दक
ु ानें भी बंद थीं I अगली बार जब ििााँ र्े गुजरे तो पान खाते ितत उदार् पानिाले
र्े उन्िें पता चला कक कैप्िन मर गया I िि यि र्ोचने लगे कक कैप्िन मर गया तो मूततच पर
कोई चश्मा लगाने िाला भी निीं रिा I पंद्रि हदन बाद जब िे कफर उर्ी कस्बे र्े गज
ु रे तो यि
र्ोचकर कक मूततच के पार् निीं रुकेंगे, पान भी निीं खाएाँगे तयोंकक उन्िें भी नेताजी की बबना
चश्मे िाली मूततच अधूरी लगती थी, ड्राइिर को ििााँ रुकने र्े मना कर हदया परं तु चौरािा आते िी
आदत र्े मज़बूर आाँखें उर् ओर उि िी गईं I उन्िोने कुछ ऐर्ा दे खा कक र्चल्लाकर स्पीड में
जाती जीप रुकिाई I िे लपककर मूततच के र्ामने अिें िन की मुद्रा में खड़े िो गए I मूततच की
आाँखों पर र्रकंडे र्े बना छोिा-र्ा चश्मा रखा िुआ था, जैर्ा बच्चे बना लेते िैं I िालदार र्ािब
भािुक िैं I इतनी-र्ी बात पर उनकी आाँखें भर आईं I उनके मन में एक नई उम्मीद जाग उिी
कक कैप्िन जैर्ा कोई और दे िभतत भी यिााँ िै I
1-कौन िर पन्द्रििें हदन कस्बे र्े गुजरते थे ?
1-कैप्िन 2-पानिाला
3-िालदार र्ािब 4-बच्चे
2-नगरपाशलका ने मास्िर मोतीलाल र्े तया बनिाया था?
1-ओपन शर्नेमाघर 2-बाज़ार
3-स्कूल 3-नेताजी की मूततच
3-मूततच ककर्र्े बनी थी ?
1-र्ंगमरमर 2-कााँच
3-र्ोना 4-चााँदी

39
4-मूततचकार का नाम तया था?
1-िालदार र्ािब 2-मोतीलाल
3-कैप्िन 4-पानिाला
5-मूततच पर तया निीं था ?
1-िोपी 2-चश्मा
3-बिन 4-फूल
6-मूततच पर चश्मा कौन लगाता था ?
1-िालदार र्ािब 2-पानिाला
3-कैप्िन 4-ड्राइिर
7-कैप्िन कौन था ?
1-पानिाला 2-चश्मेिाला
3-िालदार र्ािब 4-ड्राइिर
8-मतू तच ककतने फुि ऊाँची थी ?
1-एक 2-दो
3-तीन 4-चार
9-चौरािे पर रुककर कौन पान खाते थे ?
1-पानिाला 2-चश्मेिाला
3-ड्राइिर 4-िालदार र्ािब
10-िालदार र्ािब को ककर्का मज़ाक उड़ाना अच्छा निीं लगा ?
1-खुद का 2-बच्चों का
3-मूततचकार का 4-एक दे िभतत का
11-ििर के रखरखाि ि र्ौंदयीकरण आहद का काम कौन करती िै ?
1-ग्राम पंचायत 2-नगरपाशलका
3-आम जनता 4-कोई निीं
12-कैप्िन चश्मेिाले तया था ?
1-एक दे िभतत 2-एक मज़ाककया
3-नगरपाशलका का एक अर्धकारी 4-चश्मा बनानेिाला
13-कैप्िन शर्र पर तया पिनता था ?
1-पगड़ी 2-िैि

40
3-गांधी िोपी 4-कनफिी िोपी
14-कस्बे के नागररकों का कौन-र्ा प्रयार् र्रािनीय था ?
1-स्कूल बनाना 2-शर्नेमाघर बनाना
3-नेताजी र्ुभाषचंद्र बोर् की मूततच बनाना 4-बाज़ार बनाना
15-एक हदन मूततच पर चश्मा तयों निीं था ?
1-तयोंकक चश्मा र्माप्त िो गया था 2-ककर्ी ने चश्मा चुरा शलया था
3-कैप्िन मर गया था 4-चश्मेिाला चश्मा निीं लगाना चािता था
16-पानिाला तयों उदार् था ?
1-तयोंकक िालदार र्ािब पान खा रिे थे 2- पान खत्म िो गए थे
3-उर्का पान बेचने का मन निीं था 4-तयोंकक कैप्िन मर गया था
17-िालदार र्ािब ने अगली बार गाड़ी रोकने को तयों मना ककया ?
1-तयोंकक र्मय बबाचद िोता था 2- तयोंकक पानिाला निीं था
2-तयोंकक चश्मेिाला निीं था 4-यि र्ोचकर कक मतू तच पर चश्मा निीं िोगा
18-अंत मे मूततच पर िालदार र्ािब ने तया दे खा ?
1-ररयल का चश्मा 2-तार का चश्मा
3-पत्थर का चश्मा 4- र्रकंडे का चश्मा
19-र्रकंडे का चश्मा लगाने िाला वयजतत कैर्ा िोगा ?
1-मज़ाककया 2-नार्मझ
3-दे िभतत 4-इनमें र्े कोई निीं
20-िालदार र्ािब तयों भािुक िो गए ?
1-तयोंकक मूततच पर चश्मा लग गया था 2-मूततच र्ुंदर लग रिी थी
3-तयोंकक ड्राइिर ने गाड़ी रोक दी थी 4-तयोंकक अभी भी लोगों में दे िभजतत की भािना िै
21-‘कैप्िन’ िब्द र्े िालदार र्ािब ने तया अनम
ु ान िोगा ?
1-कक िि एक शर्पािी िै 2-कक िि ककर्ी जिाज का कैप्िन िै
3-कक िि आज़ाद हिन्द फौज का शर्पािी िै 4-कक िि आम नागररक िै
22-कैप्िन ककर् भािना का पोषक िै ?
1-अच्छे विक्रेता की भािना का 2-दे िभजतत की भािना का
3-कमचिील िोने की भािना का 4-मज़ाक की भािना का
23-र्ीमा पर तैनात फौजी ------ का पररचय दे ते िैं I

41
1-युद्ध 2-स्ियं
3-अर्धकाररयों 4-दे िप्रेम
24-‘दद
ु चमनीय’ में ---- उपर्गच िै I
1-द ु 2-दरु
3-दद
ु 4-दमन
25-र्ेनानी न िोते िुए भी चश्मेिाले को लोग ----- किते थे I
1-बूढ़ा 2-शर्पािी
3-नेताजी 4-कैप्िन
26-मूततचकार िब्द में ‘कार’ ----िै I
1-उपर्गच 2-प्रत्यय
3-र्मार् 4-र्ंर्ध
27-आज़ाद हिन्द फौज की स्थापना ----- ने की थी I
1-मिात्मा गांधी 2- पं॰जिािरलाल नेिरू
3-र्ुभाषचंद्र बोर् 4-भगत शर्ंि
28-मूततच की आाँखों पर र्रकंडे का चश्मा दे ख िालदार र्ािब ---- िो गए I
1-क्रोर्धत 2-खुि
3-दख
ु ी 4-भािुक
29-‘रािुल िी यि काम कर र्कता’ िातय में तनपात िै –
1-िी 2-यि
3-काम 4-कर
30-‘पानिाला नया पान खा रिा था’ िातय में कमच िै -
1-पानिाला 2-नया
3-पान 4-खा
पाि 2- बालगोबबन भगि (लेखक- रामवक्ष
ृ बेनीपुरी )
कथावस्ि-ु प्रस्तुत रे खार्चत्र के माध्यम र्े लेखक ने एक ऐर्े वयजततत्ि का र्चत्रण ककया िै ,
जो मनुष्यता ,लोक-र्ंस्कृतत और र्ामूहिक चेतना का प्रतीक िै I बालगोबबन भगत एक र्च्चा
र्न्यार्ी थे I भगत जी की उम्र र्ाि िषच र्े ऊपर थी I िे माँझोले कद के गोरे – र्चट्िे आदमी
थे I कपड़े बबलकुल कम पिनते थे I कमर में एक लाँ गोिी मात्र और शर्र पर कबीरपंर्थयों की

42
र्ी कनफिी िोपी, जाड़े के हदनों मे एक काली कमली ऊपर र्े ओढ़ लेते I माथे पर िमेिा
रामनंदी चन्दन का िीका लगा िोता और गले में तुलर्ी के जड़ों की बेडौल माला I
उनकी बािरी िेि भष
ू ा र्े कदावप यि अंदाजा निीं लगाना चाहिए
कक भगत जी र्ाधु थे I खेतीबारी करते,पररिार रखते भी बालगोबबन भगत र्ाधु थे –र्ाधु की
र्ब पररभाषाओं में खरे उतरनेिाले I िे पतके गिृ स्थ थे I उनके बेिे – बिू थे, घर था, खेती-बाड़ी
भी थी I ककन्तु िााँ, घर – पररिार, खेती – बाड़ी िोते िुए भी िे र्च्चे अथों में र्ाधु थे I कबीर
उनके आदिच थे, िे उन्िें “र्ािब” किते थे, उन्िीं के गीत गाते थे I कभी झूि निीं बोलते थेI
दो िूक बात करने के आदी थेI बबना पछ
ू े ककर्ी की चीज़ वयििार में निीं लाते थे I
तनयम के इतने पतके कक कभी ककर्ी दर्
ू रे के खेत में िौच के शलए भी निीं बैिते I खेत में
जो कुछ पैदा िोता उर्े पिले र्ािब के दरबार में ले जाते I कफर दरबार आए जो कुछ भें ि
प्रर्ाद स्िरूप शमलता उर्े लाते और उर्ी र्े गुजारा करते I भगत का मधुर गान जाद ू की तरि
प्रभाि डालता था I कबीर के र्ीधे-र्ादे पद उनके कंि र्े तनकलकर र्जीि िो उिते थे I िे
काततचक आते िी प्रभाततयााँ िरू
ु कर दे ते I र्दी,गमी,बरर्ात िर मौर्म में उनके मधरु गायन की
एक स्िर-तरं ग-झंकार र्ुनाई दे ती रिती िै I
बालगोबबन के र्ंगीत की पराकाष्िा तब हदखाई दी, जजर् हदन उनका
बेिा मरा I उनका एकलौता बेिा था I र्ुस्त और बोदा िोने के कारण भगत उर्े ज्यादा प्यार
करते थे I बड़ी र्ाध र्े उर्की िादी कराई I बिू भी र्ुभग और र्ुिील थी I जब बेिे की
मत्ृ यु िुई तो भगत ने उर्े ज़मीन पर चिाई बबछाकर शलिा हदया I उर्के ऊपर र्िेद चादर
डालकर उर् पर कुछ फूल तोड़कर बबखेर हदये फूल और तुलर्ीदल भी I शर्रिाने एक र्चराग
जला हदया और कफर र्ामने िी आर्न जमाकर बैि गए एिं र्बर्े बेखबर पूरी तल्लीनता र्े
गीत गाने लगे I बिू के रोने पर बीच –बीच मे उर्े िी यि किकर र्ांत्िना दे ते कक उर्े तो रोने
के बदले उत्र्ि मनाना चाहिए I अब तो आत्मा परमात्मा के पार् चली गयी िै , विरहिनी अपने
प्रेम र्े जा शमली िै, भला इर्र्े बढ़कर आनंद की बात और तया िो र्कती िै I बेिे का अंततम
र्ंस्कार भी अपनी पतोिू र्े िी करिाया I श्राद्ध की अिर्ध पूरी िोने के बाद पतोिू के भाई को
बुलाकर उर्े उर्के र्ाथ विदा कर हदया और यि आदे ि हदया कक िि उर्का दर्
ू रा वििाि करा
दे I पतोिू ने जब यि किकर जाने र्े मना ककया कक िि जजंदगी के बाकी हदन उनकी र्ेिा
करके बबताना चािती िै तब भगत ने उर्े यि किकर जाने पर वििि के हदया कक अगर तुम
निीं जाओगी तो मैं किीं और चला जाऊाँगा I आखखरकार पतोिू को वििि िोकर जाना पड़ा |

43
बालगोबबन की मौत भी उनके वयजततत्ि के अनुरूप िी िुई I िि िर िषच गंगा –
स्नान करने जाते I करीब तीर् कोर् पैदल चलकर िि गंगा तक पिुाँचते I चार – पााँच हदन का
र्फर िोता था I घर र्े जो भी खाकर चलते तो कफर घर िापर् आकर िी कुछ खाते थे I रास्ते
भर खंजड़ी बजाते, गाते, जिााँ प्यार् लगती पानी पी लेते I इर् बार जब स्नान र्े लौिे तो
तबीयत कुछ र्ुस्त िो गयी थोड़ा बुखार भी आने लगा ककं तु िि नेमव्रत तो छोडने िाले निीं
थे I लोगों ने निाने – धोने को मना करते और आराम करने को किते, तो िाँर्कर िाल दे ते I
धीरे -धीरे िरीर कमजोर िोता गया I एक हदन भोर में उनका गीत निीं र्न
ु ाई हदया, जाकर जब
दे खा तो बालगोबबन निीं रिे ,शर्िच उनका पंजर पड़ा िै I
1-भगत की उम्र ककतनी थी ?
1-पचार् र्ाल 2-र्ाि र्ाल
3-र्त्तर र्ाल 4-अस्र्ी र्ाल
2-उनकी िेषभूषा ककनके जैर्ी थी ?
1-लेखक के जैर्े 2-आम लोगों जैर्े
3-र्ाधु जैर्ी 4-ककर्ान जैर्ी
3-भगत तया ककया करते थे ?
1-खेतीबारी 2-कबीर के गीतों को गाना
3-कबीर को आदिच मानना 4-उपयत
ुच त र्भी
4-कौन कभी झि
ू निीं बोलते थे ?
1-लेखक 2-गााँि के लोग
3-बालगोबबन भगत 4-उनके र्ाथी
5-भगत को र्ाधु तयों किा गया ?
1-तयोंकक िि र्ाधु थे 2-तयोंकक र्ाधु जैर्ी पोिाक पिनते थे
3-र्ाधु की पररभाषा में खरे उतरते थे 4-इनमें र्े कोई निीं
6-बालगोबबन भगत अपनी फर्ल पिले किााँ ले जाते थे ?
1-अपने घर में 2-कबीर के दरबार में
3-पड़ोशर्यों के घर 4- पोखरे पर
7-भगत का बेिा कैर्ा था ?
1-र्स्
ु त और बोदा-र्ा 2-बिुत चतरु
3-अच्छा 4-इनमें र्े कुछ निीं

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8-भगत की बिू कैर्ी थी ?
1-आलर्ी 2-र्ुभग और र्ुिील
3- कामचोर 4-उपयत
ुच त र्भी
9-बालगोबबन भगत को तया अच्छा लगता था ?
1-कबीर के गीत गाना 2-प्रभाती करना
3-गंगा-स्नान करना 4- उतत र्भी
10-अपने बेिे की मत्ृ यु िोने पर िि तया कर रिे थे?
1-रो रिे थे 2-गंगा-स्नान कर रिे थे
3-गीत गाए जा रिे थे 4-चुप बैिे थे
11-भगत के अनुर्ार उनके बेिे की आत्मा किााँ चली गई थी ?
1-दतु नया में 2-परमात्मा के पार्
3-पाताल में 4-उतत र्भी में
12-भगत ने अपने बेिे की मत्ृ यु पर अपनी बिू र्े तया किा ?
1-उत्र्ि मनाने को 2-रोने को
3-र्चल्लाने को 4-चुप दे खते रिने को
13-भगत ने अपने बेिे का अंततम र्ंस्कार ककर्र्े करिाया ?
1-दर्
ू रे लोगों र्े 2-लेखक र्े
3-पतोिू र्े 4-पतोिू के भाई र्े
14-श्राद्ध की अिर्ध पूरी िोने पर भगत ने तया ककया ?
1-खेतीबारी ककया 2-गंगा-स्नान को गए
3-प्रभाती की 4-पतोिू को उर्के भाई के र्ाथ भेज हदया
15-बालगोबबन भगत िर िषच किााँ जाते थे ?
1-खेत में 2-गंगा-स्नान करने
3-पोखर पर 4-कबीर दरबार में
16- भगत के घर र्े गंगा ककतनी दरू ी पर थी ?
1-बीर् कोर् दरू 2-तीर् कोर् दरू
3-चालीर् कोर् दरू 4-पचार् कोर् दरू
17-भगत की पत्र
ु िधू उन्िें अकेले तयों छोड़ना निीं चािती थी ?
1-तयोंकक िि अकेले थे 2-तयोंकक िि अपना ध्यान निीं रख र्कते थे

45
3-तयोंकक उर्े भगत की र्चंता थी 4-उपयत
ुच त र्भी
18-भगत अपनी िेषभूषा र्े तया लगते थे ?
1-ककर्ान 2-र्ाधु
3-गि
ृ स्थ 4-इनमें र्े कुछ भी निीं
19-भगत ने प्रचशलत र्ामाजजक मान्यताओं का खंडन कैर्े ककया ?
1-गाना गाकर 2-प्रभाती करके
3-पुत्रिधू र्े दाि-र्ंस्कार करिा कर 4-उतत र्भी
20-भगत ने अपनी पत्र
ु िधू के भाई को तया आदे ि हदया ?
1-घर जाने का 2-पुत्रिधू की दर्
ू री िादी कराने का
3-खेती करने का 4-दब
ु ारा न आने का
21-भगत ने अपनी पुत्रिधू के पुनविचिाि का आदे ि दे कर र्माज को तया र्ंदेि हदया िै ?
1-भजतत का 2-िजतत का
3-स्त्री-पुरुष र्मानता का 4-वििाि का
22-प्रभाती ककर्े किते िैं ?
1-र्ब
ु ि को 2-िाम को
3-दोपिर को 4-प्रात:कालीन स्तुततयााँ/प्राथचना गीत को
23- भगत प्रभाती कब प्रारम्भ करते थे ?
1-र्ािन में 2-भादो में
3- काततचक में 3-आजश्िन में
24-बालगोबबन भगत की हदनचयाच लोगों के अचरज का कारण तयों थी ?
1-तयोंकक िि र्ाधू जैर्े थे 2-कबीर को र्ािब मानते थे
3-तनयमों का बारीकी र्े पालन करते थे 4-उपयत
ुच त र्भी
25-कक्रया की वििेषता बताने िाले िब्द को ------ किते िैं I
1-र्ंज्ञा 2-र्िचनाम
3-वििेषण 4-कक्रयावििेषण
26-‘िि कपड़े बबलकुल कम पिनते थे’ िातय में कक्रयावििेषण का भेद पिचानो I
1-स्थानिाचक कक्रयावििेषण 2-पररमाणिाचक कक्रयावििेषण
3-कालिाचक कक्रयावििेषण 4-रीततिाचक कक्रयावििेषण
27-इर् पाि का उद्दे श्य ----- िै I

46
1-र्ामाजजक चेतना जागत
ृ करना 2-प्रभाती गाना
3-र्ाधु बनना 4-खेती करना
28-‘मोि और प्रेम में अंतर िोता िै ’ ककर् घिना र्े शर्द्ध िोता िै I
1-भगत के वयििार र्े 2-भगत की बिू के चले जाने र्े
3-बेिे की मत्ृ यु पर मातम मनाने की बजाय उत्र्ि मनाने र्े 4-इनमें र्े कोई निीं
29-भगत का कबीर पर अगाध श्रद्धा का तया कारण िो र्कता िै ?
1-कक कबीर के गीत र्ुंदर थे 2-कक भगत कबीर के शमत्र थे
3-कक कबीर र्ािब थे 4-कक कबीर पंथ के शर्द्धान्त श्रेष्ि रिे िोंगे
30-भगत की चाररबत्रक वििेषता उन्िें ---दिाचती िै I
1-गि
ृ स्थ 2-र्माज र्ुधारक
3-गायक 4-कृषक
उत्तरमाला –
पाि 1- नेिाजी का चश्मा
1-----3-िालदार र्ािब
2-----3-नेताजी की मूततच
3-----1-र्ंगमरमर
4-----2-मोतीलाल
5-----2-चश्मा
6-----3-कैप्िन
7-----2-चश्मेिाला
8-----2-दो
9-----4-िालदार र्ािब
10-----4-एक दे िभतत का
11-----2-नगरपाशलका
12-----1-एक दे िभतत
13-----3-गांधी िोपी
14-----3-नेताजी र्ुभाषचंद्र बोर् की मूततच बनाना
15-----3-कैप्िन मर गया था
16-----4-तयोंकक कैप्िन मर गया था

47
17-----4-यि र्ोचकर कक मूततच पर चश्मा निीं िोगा
18-----4- र्रकंडे का चश्मा
19-----3-दे िभतत
20-----4-तयोंकक अभी भी लोगों में दे िभजतत की भािना िै
21-----3-कक िि आज़ाद हिन्द फौज का शर्पािी िै
22-----2-दे िभजतत की भािना का
23-----4-दे िप्रेम
24-----2-दरु
25-----4-कैप्िन
26-----2-प्रत्यय
27-----3-र्ुभाषचंद्र बोर्
28-----4-भािुक
29-----1-िी
30-----3-पान
पाि 2- बालगोबबन भगि
1-----2-र्ाि र्ाल
2-----3-र्ाधु जैर्ी
3-----4-उपयत
ुच त र्भी
4-----3-बालगोबबन भगत
5-----3-र्ाधु की पररभाषा में खरे उतरते थे
6-----2-कबीर के दरबार में
7-----1-र्ुस्त और बोदा-र्ा
8-----2-र्भ
ु ग और र्ि
ु ील
9-----4- उतत र्भी
10-----3-गीत गाए जा रिे थे
11-----2-परमात्मा के पार्
12-----1-उत्र्ि मनाने को
13-----3-पतोिू र्े
14-----4-पतोिू को उर्के भाई के र्ाथ भेज हदया

48
15-----2-गंगा-स्नान करने
16-----2-तीर् कोर् दरू
17-----4-उपयत
ुच त र्भी
18-----2-र्ाधु
19-----3-पुत्रिधू र्े दाि-र्ंस्कार करिा कर
20-----2-पुत्रिधू की दर्
ू री िादी कराने का
21-----3-स्त्री-पुरुष र्मानता का
22-----4-प्रात:कालीन स्ततु तयााँ/प्राथचना गीत को
23-----3- काततचक में
24-----4-उपयत
ुच त र्भी
25-----4-कक्रयावििेषण
26-----2-पररमाणिाचक कक्रयावििेषण
27-----1-र्ामाजजक चेतना जागत
ृ करना
28-----3-बेिे की मत्ृ यु पर मातम मनाने की बजाय उत्र्ि मनाने र्े
29-----4-कक कबीर पंथ के शर्द्धान्त श्रेष्ि रिे िोंगे
30-----2-र्माज र्ुधारक

काव्य खंड
1-र्ूरदार् , 2- तुलर्ीदार् (राम –लक्ष्मण परिुराम र्ंिाद )
सूरदास
सारांर्
र्ूरदार् के इन पदों में र्ूर ने कृष्ण के प्रतत गोवपयों के र्च्चे प्रेम को प्रकि ककया िै | जब
कृष्ण िन्ृ दािन को छोड़कर कंर् का िध करने के शलए मथरु ा चले जाते िैं और िापर् निीं आते

49
िैं , तो गोवपयों उनके वियोग में वयाकुल िो जाती िैं | कृष्ण को जब यि र्माचार शमलता िै
तब िे अपने ज्ञानी शमत्र ऊधो को गोवपयों के पार् उन्िें र्मझाने के शलए भेजते िैं , लेककन ऊधो
का र्ामना जब गोवपयों र्े िोता िै तब कैर्ी पररजस्थततयााँ उत्पन्न िोतीं िैं ? ककर् तरि गोवपयााँ
अपने प्रेम को विशभन्न उपमानों के द्िारा योग की अपेक्षा कृष्ण के प्रतत प्रेम को िी मित्त्िपूणच
मानतीं िैं |
-1काव्यांर् के आधार पर पूछे गए प्रश्नों के सही ववकल्प चुननए –
िरर िैं राजनीतत पहढ़ आए ,
र्मझ
ु ी बात क़ित मधक
ु र के ,र्माचार र्ब पाए |
इक अतत चतुर िुते पहिलै िी , अब गुरु ग्रंथ पढ़ाए |
बढ़ी बुद्र्ध जानी जो उनकी , जोग र्ंदेि पिाए-|
ऊधो भले लोग आगे के , पर हित डोलत धाए |
अब अपने मन फेर पाइिै , चलत जु िुते चुराए |
ते तयौं अनीतत करै आपन
ु , जे और अनीतत छुड़ाए |
राज धरम तौ यिै र्ूर , जो प्रजा न जाहि र्ताए |
1.गोवपयााँ श्री कृष्ण र्े अपना मन िापर् तयों लेना चािती िैं ?
(1) श्री कृष्ण मथुरा जाकर उन्िें भूल गए िैं
(2) श्रीकृष्ण गोवपयों के पार् आ गए िैं
(3) श्रीकृष्ण उद्धि के र्ाथ िी िैं
(4) इनमें र्े कोई निीं
2.पद्यांि के आधार पर बताइए कक गोवपयााँ वयंग्यपूणच उद्धि को तया किती िैं ?
(1) भला (2) बुरा (3) चालाक (4) अिं कारी
3.ककर्के र्ंदेि ने गोवपयों को अत्यंत पीड़ा पिुाँचाई िै ?
(1) श्रीकृष्ण के (2) उद्धि के (3) कवि के (4) ये र्भी
4. गोवपयों के अनुर्ार श्रीकृष्ण ककर् प्रकार उनके र्ाथ अन्याय कर रिें िैं ?
(1) योग का र्ंदेि भेजकर
(2) मथुरा जाकर
परे िान करके(3)
इनमें (4) र्े कोई निीं
5.गोवपयााँ श्रीकृष्ण को ककर्का कतचवय याद हदलाती िै ?

50
(1) राजा के 2 प्रजा के 3उद्धि ये4 र्भी
उत्तर श्री कृष्ण मथुरा जाकर उन्िें भूल गए िैं-1-|
-2 बरु ा , -3 श्री कृष्ण ,-4 योग का र्ंदेि भेजकर ,-5 राजा के
--2ननम्नमलणखि पदयांर् को पढ़कर बहुववकल्पीय प्रश्नों के उत्तर दीजजए –
मन की मन िी मााँझ रिी |
कहिए जाई कौन पै ऊधों ,नािीं परत किी |
अिर्ध अधार आर् आिन की , तन –मन बबथा र्िी |
अब इन जोग र्ंदेर्तन र्तु न र्तु न-,बबरहितन बबरि दिी-|
चाितत िुतीं गुिारर जजतहिं तै , उत तै धार बिी |
र्ूरदार् अब धीर धरहिं तयौं ,मरजादा न लिीं |
1- ककनकी इच्छा मन में िी रि गई ?
(1) गोवपयों की (2) कृष्ण की (3) उद्धि की (4) कवि की
2- गोवपयों के जीने का आधार तया था ?
(1) कृष्ण के आने की आिा (2) कृष्ण का योग र्ंदेि
(3) मन की अशभलाषा (4) इनमें र्े कोई निीं
-3 गोवपयााँ विरि की ज्िाला में तयों जल रिी िैं ?
(1) कृष्ण के योग के र्ंदेि र्े (2) उद्धि के र्ंदेि र्े
(3) कृष्ण के चले जाने र्े (4)इनमें र्े कोई निीं
-4ककर्ने र्भी मयाचदाओं का त्याग कर हदया िै ?
(1) उद्धि ने (2) श्री कृष्ण ने (3) गोवपयों ने (4) ये र्भी
-5र्ूरदार् ककर्के माध्यम र्े अपनी बात कि रिें िैं ?
(1) उद्धि के (2) गोवपयों के (3) कृष्ण के (4) इनमें र्े कोई निीं
उत्तर गोवपयों की -1-,-2 श्री कृष्ण के आने की आिा ,
-3कृष्ण के चले जाने र्े , -4 श्री कृष्ण ने -5गोवपयों के
-3ननम्नमलणखि बहुवुकल्पीय प्रश्नों के उत्तर मलखो –
1- गोवपयों ने िाररल की लकरी िब्द ककर्के शलए किा िै ?
(1) गोवपयों को (2) श्रीकृष्ण को (3) उद्धि को (4) इनमें र्े कोई निीं
2- कड़िी –ककड़ी की र्ंज्ञा गोवपयों ने ककर्े दी िै ?
(1) उद्धि को (2) योग को (3) िाररल पक्षी को (4) इनमें र्े कोई निीं

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3- गोवपयों ने मन , िचन और कमच र्े ककर्को अपने ह्रदय में बर्ाया िै ?
(1) उद्धि को (2) स्ियं को (3) श्रीकृष्ण (4) ये र्भी
4- गोवपयों का योग र्ाधना के प्रतत कैर्ा दृजष्िकोण था ?
(1) र्कारात्मक (2) नकारात्मक
(3) द्विकारात्मक (4) इनमें र्े कोई निीं
5- गोवपयों के अनुर्ार राजा का परम धमच तया िोता िै ?
(1) प्रजा की र्ेिा करना (2) प्रजा पर अन्याय करना
(3) प्रजा को निीं र्ताना (4) इनमें र्े कोई निीं
उत्तर –1-श्री कृष्ण को , 2- योग को, 3-श्री कृष्ण ,
4- नकारात्मक , 5-प्रजा की र्ेिा करना
िुलसीदास
राम –लक्षमण परर्ुराम संवाद
सारांर्
राम लक्ष्मण परिुराम र्ंिाद के रचतयता तुलर्ी दार् जी िैं | यि अिधी भाषा में शलखा गया िै |
यि प्रर्ंग रामचररत मानर् के बाल कांड र्े अितररत िै | राजा जनक की यि ितच थी कक जो
भी राजा या राजकुमार शििजी के धनुष पर प्रत्यंचा चढ़ा दे गा , उर्र्े र्ीता का वििाि ककया
जाएगा | राम धनुष को उिाने में र्फल िोते िैं ककन्तु धनुष पर प्रत्यांचा चढ़ाते िुए धनुष िूि
जाता िै जजर्की ध्ितन र्न
ु कर परिरु ाम जो स्ियं शिि के शिष्य थे क्रोर्धत िोकर दरबार में पिुाँचते
िैं और धनुष तोड़ने िाले का नाम पूछते िैं | प्रस्तुत प्रर्ंग में तुलर्ीदार् जी ने राम की विनम्रता
, लक्ष्मण की चंचलता और परिुराम का क्रोध प्रदशिचत ककया िै |
1.काव्यांर् के आधार पर पूछे गए प्रश्नों के सही ववकल्प चुननए –
नाथ र्ंभुधनु भंजतनिारा , िोिहि केउ एक दार् तुम्िारा ||
आयेर्ु काि कहिए ककन मोहि , र्तु न ररर्ाई बोले मतु न कोिी ||
र्ेिकु र्ो जो करै र्ेिकाई , अरर करनी करर कररअ लराई ||
र्ुनिु राम जेहि शर्िधनु तोरा , र्िस्त्र बािु र्म र्ो ररपु मोरा ||
र्ो बबलगाउ बबिाइ र्माजा , न त मारे जैिहिं र्ब राजा ||
1-प्रस्तुत कावयांि मेँ कोिी वििेषण ककर्के शलए प्रयुतत ककया गया िै ?
(1) लक्ष्मण के शलए (2)रामजी के शलए
(3) र्ाधुओं के शलए (4) परिुराम के शलए

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2- परिुराम ककर्के अनन्य भतत थे ?
(1) शििजी के (2) रामजी के (3) िनुमान जी के (4) ये र्भी
3-श्रीराम ने स्ियं को ककर्का दार् बताया िै ?
(1)िनुमान का (2) शिि का (3) परिुराम का (4) इनमें र्े कोई निीं
4-परिुराम ने र्ेिक ककर्े किा िै ?
(1)र्ेिा धमच का पालन करने िाले को (2) लड़ाई करने िाले को
(3)धनुष तोड़ने िाले को (4) इनमें र्े कोई निीं
5- परिरु ाम ने शिि धनष
ु तोड़ने िाले को ककर्की र्ंज्ञा दी िै ?
(1)राम की (2) र्िस््बािु की (3) राजा जनक (4) इनमें र्े कोई निीं
उत्तर –1- परिुराम के शलए, 2- शििजी के , 3-परिुराम का , 4- र्ेिा धमच का पालन करने
िाले को , 5- र्िस्त्रबािु की
1- ननम्नमलणखि पदयांर् को पढ़कर बहुववकल्पीय प्रश्नों के उत्तर दीजजए –
बबिशर् लखनु बोले मद
ृ ु बानी | अिो मतु नर्ु मिाभि मानी ||
पुतन –पुतन मोहि दे खाि कुिारू | चित उड़ािन फूंकक पिारू ||
इिााँ कुम्िड़बततआ कोउ नािीं | जे तरजनी दे खख मरर जािीं ||
दे खख कुिारू र्रार्न बना | मैं कछु किा र्हित अशभमाना ||
भग
ृ र्ुत र्मुझी जनेउ बबलोकी | जो कुछु कििु र्िौं ररर् रोकी ||
1-लक्ष्मण ने चतरु ाई पि
ू क
च अपनी िीरता का पररचय ककर्े हदया ?
(1)परिुराम को (2) विश्िाशमत्र को (3) र्भा को (4) ये र्भी
2-कुम्ह्ड़बततया ककर् फल को किते िैं ?
(1) कािीफल को (2) तरबूज को (3) कुम्िड़े को (4) ये र्भी
3-कुम्िड़बततया िब्द ककर् के शलए प्रयुतत िुआ िै ?
(1)कमजोर वयजततयों के शलए (2) िजततिाली वयजततयों के शलए
(3)विद्िान वयजततयों के शलए (4) इनमें र्े कोई निीं
4-कौन फाँू क र्े िी वििाल पिचत को उड़ा दे ना चािता था ?
(1) लक्ष्मण (2) परिुराम (3) राम (4) विश्िाशमत्र
5-रघुकुल के वयजतत ककर् पर अपनी िीरता का प्रदिचन निीं करते ?
(1)दे िता (2)ब्राह्मण (3)भगिान के भतत (4)ये र्भी
उत्तर – 1- परिुराम को , 2- कुम्िड़े को , 3-कमजोर वयजततयों के शलए ,

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4-परिुराम , 5- ये र्भी
3- ननम्नमलणखि बहुवुकल्पीय प्रश्नों के उत्तर मलखो –
1-परिरु ाम ने गार्धर्न
ू ु का प्रयोग ककर्के शलए ककया िै ?
(1)स्ियं के शलए (2)गुरु िशिष्ि के शलए
(3)विश्िाशमत्र के शलए (4)लक्ष्मण के शलए
2-राम –लक्ष्मण परिुराम र्ंिाद मेँ ककर् रर् की प्रमुखता िै ?
(1)िास्य (2)करुण (3) िांत रर् (4) िीर रर्
3-तल
ु र्ीदार् जी ने रामचररत मानर् मेँ ककर् भाषा का प्रयोग ककया िै ?
(1)ब्रज भाषा (2)अिधी भाषा (3)खड़ी बोली (4)राजस्थानी
4-लक्ष्मण का यि कथन एक फाँू क र्े पिाड़ उड़ाना – परिुराम के ककर् गुण को दिाचता िै ?
(1) योद्धा (2)कायर (3)र्ािर्ी (4) मूखत
च ा
5-लक्ष्मण ने परिुराम के ककर् स्िभाि पर वयंग्य ककया िै ?
(1)चािुकाररता (2)आलर्ीपन (3)मधरु (4)बड़बोलापन
उत्तर - 1-विश्िाशमत्र के शलए , 2- िीर रर् , 3-अिधी भाषा ,
4- योद्धा , 5- बड़बोला पन
4-तनम्नशलखखत प्रश्नों के कावय बोध के आधार पर बिुविकल्पीय प्रश्नों के उत्तर शलखें
1--श्रीराम परिुराम के ककर् स्िभाि र्े पररर्चत थे ?
(1)-क्रोधी (2)-र्रल (3)-अिंकारी (4)दयािान
2-भग
ृ र्ुत िब्द ककर्के शलए प्रयुतत िुआ िै ?
(1) लक्ष्मण के (2) परिुराम के (3) विश्िाशमत्र के (4) श्रीराम के
3-ककर्की िालीनता पर परिुराम ने लक्ष्मण को अपने फरर्े र्े निीं मारा ?
(1) श्रीराम (2) राजा जनक (3) लक्ष्मण (4)विश्िाशमत्र
4 -विश्िाशमत्र के अनर्
ु ार र्ाधु ककर्के दोषों को मन मेँ धारण निीं करते ?
(1) िद्
ृ धों के (2) युिकों के (3) जस्त्रयॉ ं के (4) बालकों के
5 - ‘आपके वयििार को र्ंर्ार मेँ कौन निीं जानता ?’ ये िब्द ककर्ने ककर्के प्रतत किा िै ?
(1) राम ने लक्ष्मण के प्रतत
(2) लक्ष्मण ने परिुराम के प्रतत
(3) जनक ने राम के प्रतत
(4) परिुराम ने विश्िाशमत्र के प्रतत –लक्ष्मण ने परिुराम के प्रतत

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6-परिुराम गुरु के ऋण र्े कैर्े उऋण िोना चािते थे ?
(1) धनुष को जोड़कर (2) ऋण चुकाकर
(3) गरु
ु की भजतत करके (4) धनष
ु तोड़ने िाले का िध करके
7- ‘जवदजदे िता धरहि के बाढ़े ’ िब्द ककर्ने किे िैं ?
(1)राजा जनक ने (2) लक्ष्मण ने (3) श्रीराम ने (4)र्ीता ने
8- ‘ िे नाथ ! शिि धनुष को तोड़ने िाला तुम्िारा िी कोई दार् िोगा |’ - ये िब्द ककर्ने
ककर्को किें िैं ?
(1) लक्ष्मण ने राम को (2) राम ने परिरु ाम को
(3) जनक ने परिुराम को (4) िनुमान ने जनक को
9- परिुराम ने ‘र्ूयच िंि का कलंक’ ककर्े किा िै ?
(1) श्रीराम को (2)विश्िाशमत्र को (3) लक्ष्मण को (4) र्ीता को
10-‘अिो मुनीर्ु मिाभि मानी’ िब्द ककर्ने किें िैं ?
(1)राजा जनक ने (2) श्रीराम राम ने (3) विश्िाशमत्र ने (4) लक्ष्मण ने
11- लक्ष्मण –परिुराम र्ंिाद रामचररतमानर् के ककर् कांड र्े उद्धत
ृ िै ?
(1) बालकांड (2) र्ुंदरकांड (3)अयोध्या कांड (4)लंका कांड
12-कविता में कायर ककर्े किा गया िै ?
(1)जो ित्रु को युद्ध में उपजस्थत पाकर भी अपने प्रताप की वयथच बातें कराते िैं
(2)जो अपनी िीरता का बढ़ा –चढ़ा कर िणचन करें
(3)(1) और (2) दोनों
(4) ऊपरोतत र्भी
13-लक्ष्मण के अनुर्ार एक िीर योद्धा का वयििार कैर्ा िोता िै ?
(1)िीर अपनी िीरता का बखान अपने मुाँि र्े निीं करते
(2)धैयि
च ान ि क्रोध रहित िोते िैं
(3)अपिब्द निीं बोलते
(4)ये र्भी
14-परिुराम ने विश्िाशमत्र र्े लक्ष्मण की शिकायत कराते िुए तया किा ?
(1)यि बालक मंद बुद्र्ध िै
(2)काल के िि में आकर अपना नाि करने िाला
(3) (1)और (2) दोनों (4) पराक्रमी िै

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15-लक्ष्मण के ककर् कथन र्े उनकी तनडरता का पता चलता िै ?
(1)परिरु ाम र्े यि किना कक बार –बार आिाज लगाकर काल को मेरे शलए बुला रिे िो |
(2) कड़िे कथन बोलने र्े
(3) अपराध करने र्े
(4) उपरोतत में र्े कोई निीं
उत्तर -1- क्रोधी , 2-परिुराम के , 3-श्रीराम , 4-बालकों के , 5- लक्ष्मण ने परिुराम के
प्रतत, 6-धनुष तोड़ने िाले का िध करके 7-लक्ष्मण ने , 8-राम ने परिुराम को, 9-
लक्ष्मण को , 10 –लक्ष्मण , 11-बाल कांड र्े , 12-(1) और (2) दोनों , 13-ये र्भी
14-(1)और (2) दोनों , 15- कडिे कथन बोलने र्े
*********************************************************************
आदर्ा प्रश्न पत्र
प्रथम सत्र 2021 -22
ववषय -हहंदी –कोर्च अ कुल अंक-40
कक्षा–दसवीं
ननदे र्- सभी प्रश्नों के उत्तर ननदे र्ानुसार मलखें।
प्रश्न 1-अपहिि गद्यांर् व काव्यान्र् –
प्रश्न1-ननम्नमलणखि अपहिि गद्यांर् को पढ़कर हदए गए प्रश्नों के उत्तर के सही ववकल्प का
चयन करें । (5)
महिला र्िजततकरण र्े महिलाएाँ आत्मतनभचर बनती िै । जजर्र्े िि अपने जीिन र्े जुड़े र्भी
फैर्ले स्ियं लेती िैं और पररिार ि र्माज में अपना स्थान बनाती िैं। र्माज में उनके िास्तविक
अर्धकार को प्राप्त करने के शलए उन्िें र्क्षम बनाना िी महिला र्िजततकरण िै ।महिला
र्िजततकरण भौततक, अध्याजत्मक िारीररक तथा मानशर्क स्तर पर महिलाओं में आत्मविश्िार्
पैदा कर उन्िें र्ितत बनाने की प्रकक्रया िै। महिलाओं के र्ामाजजक र्िजततकरण में शिक्षा की
अिम भूशमका िोती िै । ग्रामीण महिलाएाँ र्हदयों र्े घर तथा खेत में परु
ु षों के बराबर िी काम
करती आई िै , लेककन ििााँ उन्िें र्ामंती र्ोच के कारण दर्
ू रे दजे का नागररक िी माना जाता
रिा। ग्रामीण र्माज की र्ोच बदलने का ितत आ गया िै। महिलाओं की उन्नतत के शलए गााँि
में कायच ककया जाना चाहिए । नारी र्िजततकरण के इर् ितचमान दौर में महिलाएाँ केिल आर्थचक
रूप र्े र्दृ
ु ढ़ िी निीं िुई अवपतु र्माज एिं पररिार की र्ोच में भी र्कारात्मक पररितचन हदखाई
दे ने प्रारं भ िो गए िैं। आज महिलाएं प्रत्येक क्षेत्र में स्ियं के बल पर आगे बढ़ रिी िैं ।चािे िि

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र्ामाजजक क्षेत्र िो राजनीतत िो, शिक्षा िो, रोजगार िो , र्भी क्षेत्रों में महिलाओं ने अपना परचम
फिराया िै। ितचमान र्मय में लोग बेहियों को बोझ र्मझ कर दतु नया में आने र्े पिले िी मारे
निीं इर्शलए र्रकार ने बिुत र्ारी योजनाओं जैर्े लाडली योजना ,बेिी बचाओ -बेिी पढ़ाओ, उड़ान
आहद योजनाओं की िुरुआत की िै ।

प्रश्न 1- गद्यांि के आधार पर बताइए कक ग्रामीण महिलाओं को ककर् तरि का नागररक माना
जाता रिा िै ?
क पिले दजे का ख दर्
ू रे दजे का
ग तीर्रे दजे का घ इनमें र्े कोई निीं
प्रश्न 2- महिलाओं की उन्नतत के शलए अब किााँ कायच ककया जाना चाहिए ?
क ििरों में ख गांि में
ग नगरों में घ इनमें र्े कोई निीं
प्रश्न 3- गद्यांि के आधार पर बताइए कक ितचमान में महिलाएाँ ककर् के बल पर आगे बढ़ रिी
िैं?
क पुरुषों के बल पर ख र्माज के बल पर
ग स्ियं के बल पर घ इनमें र्े कोई निीं
प्रश्न 4- गद्यांि के आधार पर बताइए कक ितचमान र्मय में महिलाओं के शलए र्रकार ने कौन-
कौन र्ी योजनाएं चलाई िै ?
क लाडली योजना ख उड़ान योजना
ग बेिी बचाओ- बेिी पढ़ाओ घ ये र्भी
प्रश्न 5-उन्नतत' का विलोम िब्द तनम्नशलखखत में र्े कौन र्ा िोगा?
क अिनतत ख र्गरािि
घ उतनतत घ पतन
प्रश्न 2- तनम्नशलखखत अपहित पद्यांि को पढ़कर हदए गए प्रश्नों के उत्तर के र्िी विकल्प का
चयन करें ।1×5=5अंक
बिुत कहिन िै भले- बुरे का ,भेद आज कर पाना।
र्िज बोध के गंतवयों का , दल
ु भ
च िुआ र्ुझाना ।
र्बके मन में ललक बलिती, ऊपर उि पाने की।
ककं तु बढ़ी िै भख
ू और भी
र्ब कुछ खा जाने की।
57
र्गरा दर्
ू रों को रािों में ,बढ़ौ दौड मंजजल की ।
रिी न ककं र्चत चाि ककर्ी की, र्ाथी को र्ंबल की।
स्िाथच शर्द्र्ध िी र्ाध्य,
र्भी विध कैर्े लक्ष्य शमलेगा ।
कब तक जन-मानर् वििेक को, यों िी र्िज छलेगा।
ऐर्े र्ंभि निीं धरा पर र्िज बोध का िषचण।
तड़पेगी पल-पल मानिता, िो न र्केगा तपचण।
िैर भाि को त्याग र्भी बढ़, र्ज
ृ न पंथ अपनाएाँ।
वयजतत दौड़ में कफर्ल रिे जो,उनको वििाँर् उिाएाँ।
1- आज के युग में ककर् की पिचान करना कहिन िै ?
1 - मंजजल की 2- लक्ष्य की
3- राि की 4- भले -बुरे का भेद कर पाना
2- कावयांि के आधार पर बताएाँ कक मानिता के तड़पते रिने का तया कारण िै ?
1 -स्िाथचपरता 2- मन की इच्छा
3 -जनमानर् का वििेक 4- कोई निीं
3- 'र्गरा दर्
ू रों को रािों में , बढ़ो दौड़ मंजजल की। ' पंजतत का तया आिय िै ?
1- दर्
ू रों को र्ाथ लेकर बढ़ना 2- दर्
ू रों र्े मनमुिाि छोड़ कर आगे बढ़ना
3- दर्
ू रों के मागच में बाधा उत्पन्न कर स्ियं आगे बढ़ना। 4 -ये र्भी
4- कवि ककर् पथ को अपनाने की बात कि रिे िैं ?
1- िैर -भाि का पथ 2 - र्ज
ृ न का पथ
3- छल कपि का पथ 4- स्िाथच शर्द्र्ध का पथ
5- 'धरा' िब्द का पयाचयिाची तनम्नशलखखत में र्े कौन निीं िै ?
1- िर्ध
ु ा 2 -धरती 3- अंबर 4-प्
ृ िी
प्रश्न 2- व्यावहाररक व्याकरण –
1- ननम्न मलणखि में ननदे र्ानुसार उत्तर दीजजए – (4)
(1)-ऐर्ा वयििार न करो कक िमें आपको रोकना पड़े |
(िातय का प्रकार बताइए )
1-र्रल िातय 2-शमश्र िातय 3-र्ंयत
ु त िातय 4-इनमें र्े कोई निीं
(2)-तनम्न शलखखत िातय मेँ र्े र्ंयुतत िातय छााँहिए-

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1-ििर मेँ बाढ़ आई और तबािी मच गई
2-जैर्े िी बाढ़ आई िैर्े िी तबािी मच गई
3-जब बाढ़ आती िै तब तबािी मच जाती िै
4-इनमें र्े कोई निीं
(3)-मैंने एक गोरे वयजतत को दे खा |(शमर्श्रत िातय में पररिततचत करें )
1-मैंने एक वयजतत दे खा जो बिुत गोरा था |
2-मेरे द्िारा एक वयजतत दे खा गया जो बिुत गोरा था |
3-मझ
ु र्े एक वयजतत दे खा गया जो बिुत गोरा था
4-ये र्भी
(4)-र्ुनकर र्ब िताि िो गए और झुंझलाने लगे |( र्रल िातय मेँ पररिततचत करें )–
1-जैर्े िी र्बने र्ुना िैर्े िी र्ब झुंझलाने लगे |
2-जब र्ब र्ुनते िैं तो िताि िोकर झुंझलाने लगते िैं |
3-लोकवप्रय िोने पर र्म्मान ककया जाता िै |
4-ये र्भी
2- तनदे िानुर्ार उत्तर दीजजए _ (4)
(1)-िि हदन मेँ कायच निीं करता | (कमचिाच्य में पररिततचत करें )
1-उर्के द्िारा हदन मेँ कायच निीं ककया जाता िै |
2-िि हदन मेँ कायच निीं करे गा |
3-िि हदन मेँ कायच कर र्कता िै |
4-ये र्भी
(2)-राधा के द्िारा बच्चों को भोजन हदया गया | ( कतचृ िाच्य मेँ पररिततचत कीजजए ) _
1-राधा ने बच्चों को भोजन हदया |
2-राधा र्े बच्चों को भोजन हदया गया |
3-राधा बच्चों को भोजन दे र्कती िै |
4-इनमें र्े कोई निीं |
(3)-भाि िाच्य िाला िातय िै -
1-उर्के द्िारा चुपचाप बैिा निीं जाता |
2-उर्र्े चप
ु चाप निीं बैिा जाता |
3-िि चुपचाप निीं बैि पाएगा |

59
4-ये र्भी |
(4)-मैंने खाना खाया | (कमचिाच्य मेँ पररिततचत कीजजए )
1-मेरे द्िारा खाना खाया गया |
2-मेरे र्े खाना खाया जा रिा िै |
3-मैं खाना खाऊाँगा |
4-इनमें र्े कोई निीं
3-तनम्नशलखखत िातयों में रे खांककत िब्दों का पद –पररचय शलखें _( 4 )
(1)- िम दे ि पर र्िचस्ि न्योछािर करने को तैयार िो जािे हैं |
1-अकमचक कक्रया ,पुजल्लिंग,बिूिचन,कति
च ृ ाच्य
2- र्कमचक कक्रया पुजल्लिंग,बिुिचन,कति
च ृ ाच्य
3- द्विकमचक कक्रया ,पुजल्लिंग,बिुिचन ,कति
च ृ ाच्य
4- र्कमचक कक्रया पुजल्लिंग,बिुिचन,कमच िाच्य
(2) रजनी मधरु गीत गाती िै |
1-गुणिाचक वििेषण , स्त्रीशलंग एकिचन, वििेष्य गीत
2- गुणिाचक वििेषण , पुजल्लिंग, एकिचन, वििेष्य गीत
3-र्ािचनाशमक वििेषण , स्त्रीशलंग बिुिचन, वििेष्य गीत
4- र्ािचनाशमक वििेषण , स्त्रीशलंग एकिचन, वििेष्य गीत
(3)-ननरं िर कायच र्े िी र्फलता शमलती िै ?
1- काल िाचक कक्रया वििेषण , कमच कारक , शमलती िै कक्रया का वििेषण
2- काल िाचक कक्रया वििेषण , कताच कारक , शमलती िै कक्रया का वििेषण
3- काल िाचक कक्रया वििेषण , कताच कारक , र्फलता कक्रया का वििेषण
4- उपरोतत मेँ र्े कोई निीं
(4)- िि तनत्य कायाचलय जाता िै |
1-कालिाचक कक्रया वििेषण , पुजल्लिंग ,एकिचन ,जाना कक्रया की वििेषता |
2-स्थानिाचक कक्रया वििेषण , पुजल्लिंग ,एकिचन ,जाना कक्रया की वििेषता |
3-कालिाचक कक्रया वििेषण , स्त्रीशलंग ,एकिचन ,जाना कक्रया की वििेषता |
4-उपरोतत में र्े कोई निीं
4-तनदे िानर्
ु ार उत्तर दीजजए _ (4)
1-प्रस्तुत पंजततयों मे तनहित रर् बताइए -

60
क़ित ,नित,ररझत, खखझत , शमलत ,खखलत ,लजजयात |
भरे भौन मेँ करत िैं , नैनन िी र्ब बात |
1-र्ंयोग श्रंगार रर् 2- भजतत रर्
3 िास्य रर् 4- इनमें र्े कोई निीं
(2)-भय ककर् रर् का स्थायी भाि िै ?
1-भयानक रर् 2-करुण रर् 3-िात्र्ल्य रर् 4- ये र्भी
(3)-तनिेद ककर् रर् का स्थायी भाि िै _
1-रौद्र 2- िास्य 3-िांत 4- रतत
(4)- भजतत रर् का स्थायी भाि िै ?
1- िास्य 2- श्रंगार 3-भगिद –रतत 4- रौद्र
प्रश्न -3- पाठ्य –पुस्िक से _ -
1- गद्य खंड से –
1-तनम्नशलखखत गदयांि को पढ़कर प्रश्नों के उर्चत विकल्पों का चयन कीजजए – (5)
िालदार र्ािब को पानिाले द्िारा एक दे ि भतत का इर् तरि मज़ाक उड़ाया जाना अच्छा निीं
लगा | एक बेिद बूढ़ा मररयल –र्ा लाँ गड़ा आदमी शर्र पर गांधी िोपी और आाँखों मेन चश्मा
लगाए , एक िाथ मेँ एक छोिी-र्ी र्ंदक
ू ची और दर्
ू रे िाथ मेँ एक बााँर् पर िं गे िुए बिुत –र्े
चश्मे शलए अभी –अभी एक गली र्े तनकाला था और अब एक बंद दक
ु ान के र्िारे अपना बााँर्
हिका रिा था तो इर् बेचारे की दक
ु ान भी निीं ! फेरी लगाता िै | िालदार र्ािब चतकर मेँ पड़
गए , पूछना चािते थे ,इर्े कैप्िन तयों किते िैं ? तया यिी इर्का िास्तविक नाम िै ?
लेककन पानिाले ने र्ाफ बता हदया था की अब िि इर् बारे मेँ और बात करने को तैयार निीं |
(1)- प्रस्तुत गद्यांि मेँ दे ि भतत ककर्े किा गया िै ?
1-िालदार र्ािब को 2- कैप्िन चश्मे िाले को
3-र्ामान्य आदमी को 4- इनमें र्े कोई निीं
(2)- प्रस्तुत गदयांि के आधार पर बताइए कक िालदार र्ािब ककर्े दे खकर आश्चयच चककत िो
गए ?
1-मूततच को 2-पानिाले को
3- कैप्िन चश्मे िाले को 4- इनमेँ र्े कोई निीं
(3)- कैप्िन दे खने मेँ कैर्ा था ?
1-बेिद बूढ़ा 2-मररयल –र्ा 3-लाँ गड़ा 4-ये र्भी

61
(4)- दे ि भतत अपना जीिन ककर्े र्मवपचत करते िैं ?
1- दे ि को 2- ईश्िर को 3- कस्बे को 4-इनमें र्े कोई निीं
(5)- प्रस्तत
ु गदयांि के पाि तथा लेखक का नाम बताएाँ ?
1- बाल गोबबन भगत (रामिक्ष
ृ बेनीपुरी )
2-लखनिी अंदाज (यिपाल )
3-मानिीय करुणा की हदवय चमक (र्िेश्िर दयाल र्तर्ेना )
4-नेताजी का चश्मा(स्ियं प्रकाि )

प्रश्न-3-तनम्नशलखखत प्रश्नों में र्े ककन्िीं 2 प्रश्नों के उत्तर दें ।(1×2=2)


1- बाल गोबबन भगत की र्ंगीत र्ाधना का उत्कषच ककर् हदन दे खा गया ?
(1) जजर् हदन खेत र्ूख गए (2) जजर् हदन उनके पुत्र की मत्ृ यु िुई
(3) पतोिू के भाई के घर आने पर (4) इनमें र्े कोई निीं
2- नेताजी का चश्मा पाि के आधार पर बताइए की लेखक ने मूततच के बनाने मेँ िोने िाली
दे री के शलए ककर् पर किाक्ष ककया ?
(1) िार्न वयिस्था पर (2) कैप्िन पर
(3) पानिाले पर 4) इनमें र्े कोई निीं
3- भगत जी ने श्राद्ध की अिर्ध पूरी िोने पर बिू को तया आदे ि हदया ?
(1) दर्
ू रा वििाि करने का (2) उनकी र्ेिा करने का
(3) र्ामाजजक र्ेिा करने का (4) इनमें र्े कोई निीं
2-काव्य खंड से –
िमारे िरर िाररल की लकरी
मन क्रम बचन नन्द –नन्दन उर ,यि दृढ़ करी पकरी |
जागत र्ोित स्िप्न हदिर् –तनर्ी , कान्ि –कान्ि जकरी |
र्न
ु त जोग लागत िै ऐर्ौ , ज्यौं करुई ककरी |
र्ु तौ ब्यार्ध िमकौ लै आए , दे खी र्न
ु ी न करी |
यि तौ र्ूर ततनहिं लै र्ौपौं , जजनके मन चकरी |
1-तनम्नशलखखत गदयांि को पढ़कर प्रश्नों के उत्तर शलखें – (5)|
1- िाररल की लकरी ककर्े किा गया िै ?
(1)गोवपयों को (2) श्री कृष्ण को
(3) उद्धि को (4) इनमें र्े कोई निीं
62
2- गोवपयों को उद्धि द्िारा लाया गया र्ंदेि ककर्के र्मान लगता िै ?
(1)-िाररल पक्षी के (2) कड़िी ककड़ी के
(3)-उद्धि के (4) इनमें र्े कोई निीं
3-ततनहिं लै र्ौंपों- पंजतत मेँ ककर्की ओर र्ंकेत ककया गया िै ?
(1) जजनके मन चकरी के र्मान चंचल िैं (2) जजनका मन जस्थर िै
(3)जो योग का र्ंदेि दे ते िैं (4)इनमें र्े कोई निीं
4- गोवपयों ने मन ,िचन और कमच र्े ककर्को अपने ह्रदय मेँ बर्ाया िै ?
(1) उद्धि को (2) स्ियं को
(3) श्री कृष्ण को (4) ये र्भी
5-गोवपयों ने अपने मन को कैर्ा बताया िै ?
(1) चंचल (2) अजस्थर
(3) जस्थर (4) इनमें र्े कोई निीं
प्रश्न 2 –तनम्न शलखखत प्रश्नों के (कविता )उत्तर शलखें कोई 2 –(2)
1- परिुराम जी अज्ञातनयों की भांतत ककर्के प्रभाि को र्मझ निीं पा रिें िैं ?
(1) विश्िाशमत्र के (2) राम –लक्ष्मण के
(3) राजा जनक के (4) इनमें र्े कोई निीं
2- लक्ष्मण ने शिि धनुष की तुलना ककर्र्े की िै ?
(1) िाथ के बने धनष
ु ों र्े (2) बचपन मेँ खेले गए धनष
ु ों र्े
(3) नकली धनुषों र्े (4)इनमें र्े कोई निीं
3- गोवपयों के जीने का आधार तया था ?
(1) कृष्ण के आने की आिा (2) कृष्ण का योग र्ंदेि
(3) मन की अशभलाषा

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उत्तर माला –

प्रश्न1-ननम्नमलणखि अपहिि गद्यांर् को पढ़कर हदए गए प्रश्नों के उत्तर के सही ववकल्प का


चयन करें । (5)
1-1-दर्
ू रे दजे का 2-गााँि मेँ 3-स्ियं के बल पर 4- ये र्भी 5-अिनतत

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प्रश्न 2-तनम्नशलखखत अपहित कावयान्ि को पढ़कर हदए गए प्रश्नों के उत्तर के र्िी विकल्प का
चयन करें ।1×5=5 अंक
-1-1भले –बुरे का भेद कर पाना -2स्िाथचपरता -3दर्
ू रों के मागच मेँ बाधा उत्पन्न कर स्ियं बढ़ाना
-4र्ज
ृ न का पथ -5अंबर
प्रश्न 2- व्यावहाररक व्याकरण –
1-ननम्न मलणखि में ननदे र्ानुसार उत्तर दीजजए – (4)
1-शमश्र िातय
2-ििर मेँ बाढ़ आई और तबािी मच गई |
3-मैंने एक वयजतत दे खा जो बिुत गोरा था |
4-र्ुनते िी र्भी िताि िोकर झुंझलाने लगे
2-तनदे िानुर्ार उत्तर दीजजए _ (4)
1-उर्के द्िारा हदन मेँ कायच निीं ककया जाता िै |
2-राधा ने बच्चों को भोजन हदया |
3-उर्र्े चप
ु चाप निीं बैिा जाता |
4-मेरे द्िारा खाना खाया गया |
3-तनम्नशलखखत िातयों में रे खांककत िब्दों का पद –पररचय शलखें _( 4 )
1-र्कमचक कक्रया ,पुजल्लिंग ,बिुिचन , कतच ृ िाच्य
2-गण
ु िाचक वििेषण ,स्त्री शलंग ,एक िचन, वििेष्य गीत
3-काल िाचक कक्रया वििेषण , करता कारक , शमलती िै –कक्रया का वििेषण
4-काल िाचक कक्रया वििेषण ,पुजल्लिंग एक िचन जाना कक्रया की वििेषता
4-तनदे िानुर्ार उत्तर दीजजए _ (4)
1-र्ंयोग श्रंगार रर् 2-भयानक 3- िीभत्र् 4-भगिद –रतत
प्रश्न -3- पाठ्य –पस्
ु िक से _ -
1-गद्य खंड से –
1-तनम्नशलखखत गदयांि को पढ़कर प्रश्नों के उर्चत विकल्पों का चयन कीजजए – (5)
1-कैप्िन चश्मे िाले को 2-कैप्िन चश्मे िाले को 3-ये र्भी 4-दे ि को 5-नेताजी का चश्मा
(स्ियं प्रकाि )
प्रश्न-2 -तनम्नशलखखत प्रश्नों में र्े ककन्िीं 2 प्रश्नों के उत्तर दें ।(1×2=2)
1-जजर् हदन उनके पुत्र की मत्ृ यु िुई 2-िार्न वयिस्था पर 3- दर्
ू रा वििाि करने का

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2-काव्य खंड से –
1-तनम्नशलखखत गदयांि को पढ़कर प्रश्नों के उत्तर शलखें – (5)
उत्तर -1-श्री कृष्ण को -2कड़िी ककड़ी के -3जजनके मन चकरी के र्मान चंचल िैं
-4श्री कृष्ण को -5जस्थर
प्रश्न 2 –ननम्न मलणखि प्रश्नों के (कवविा )उत्तर मलखें कोई 2 –(2)

1- राम –लक्ष्मण 2-बचपन मेँ खेले गए धनुषों र्े 3-कृष्ण के आने की आिा

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आदर्ा प्रश्न पत्र
प्रथम सत्र 2021 -22
ववषय -हहंदी –कोर्च अ कुल अंक-40
कक्षा–दसवीं

ननदे र्- सभी प्रश्नों के उत्तर ननदे र्ानुसार मलखें।


प्रश्न 1-अपहिि गद्यांर् व काव्यान्र् -

प्रश्न1-ननम्नमलणखि अपहिि गद्यांर् को पढ़कर हदए गए प्रश्नों के उत्तर के सही ववकल्प का


चयन करें । (5)
गांधीजी ने दक्षक्षण अफ्रीका में प्रिार्ी भारतीयों को मानि मात्र की र्मानता और स्ितंत्रता के-
प्रतत जागरुक बनाने का प्रयत्न ककया। इर्ी के र्ाथ उन्िोंने भारतीयों के नैततक पक्ष को जगाने
और र्ुर्ंस्कृत बनाने के प्रयत्न भी ककए। गांधी जी ने ऐर्ा तयों ककया? इर्शलए कक िे मानि-
मानि केबीच कालेगोरे -, या ऊाँच नीच का भेद िी शमिाना-पयाचप्त निीं र्मझते थे, िरन उनके
बीच एक मानिीय स्िभाविक स्नेि और िाहदचक र्ियोग का र्ंबंध भी स्थावपत करना चािते थे।
इर्के बाद जब िे भारत आए, तब उन्िोंने इर् प्रयोग को एक बड़ा और वयापक रुप हदया विदे िी
िार्न के अन्यायअनीतत के विरोध में उन्िोंने जजतना बड़ा र्ामूहिक प्रततरोध र्ंगहित ककया-,
उर्की शमर्ाल र्ंर्ार के इततिार् में अन्यत्र निीं शमलती। पर इर्में उन्िोंने र्बर्े बड़ा ध्यान इर्
बात का रखा कक इर् प्रततरोध में किीं भी किुता, प्रततिोध की भािना अथिा कोई भी ऐर्ी अनैततक
बात न िो जजर्के शलए विश्ि मंच पर भारत का माथा नीचा िो। ऐर्ा गांधी जी ने इर्शलए ककया-
तयोंकक िे मानते थे कक बंधुत्ि, मैत्री, र्दभािना , स्नेि र्ौिादच आहद गुण मानिता रूप ििनी के-
ऐर्े पुष्प िैं जो र्िचदा र्ुगंर्धत रिते िैं।

1. अफ्रीका में प्रवासी भारिीयों के पीड़िि होने का क्या कारण था?

65
1तनधचनता धतनकता पर आधाररत भेदभाि
2रं ग-भेद और र्ामाजजक स्तर र्े र्ंबंर्धत भेदभाि
3धाशमचक शभन्ता पर आर्श्रत भेदभाि
4मुिाि-विदे िी िोने र्े उत्पन्न मन
2. गांधी जी अफ्रीकावामसयों और भारिीय प्रवामसयों के मध्य क्या स्थावपि करना चाहिे थे?
1र्िज प्रेम एिं र्ियोग की भािना
2पाररिाररक अपनत्ि की भािना
3अहिंर्ा एिं र्त्य के प्रतत लगाि
4विश्िबंधुत्ि की भािना

3. भारि में गांधीजी का ववदे र्ी र्ासन का प्रनिरोध ककस पर आधाररि था?
1र्ंगिन की भािना पर
2नैततक मान्यताओं पर
3 राष्रीयता के विचारों पर
4िांतत की र्दभािना पर
4. बंधत्ु व, मैत्री आहद गण
ु ों की पष्ु पों के साथ िल
ु ना आधाररि है –
1उनकी र्ुंदरता पर
2उनकी कोमलता पर
3उनके अपनत्ि पर
4उनके कातयक प्रभाि पर
5. गद्यांर् का उपयुक्ि र्ीषाक क्या होगा?
1अफ्रीका में गांधी जी
2प्रिार्ी भारतीय और गांधी जी
3गांधी जी की नैततकता
4गांधी जी और विदे िी िार्न
प्रश्न 2-तनम्नशलखखत अपहित कावयान्ि को पढ़कर हदए गए प्रश्नों के उत्तर के र्िी विकल्प का
चयन करें ।1×5=5 अंक
ऐर्ा िै आिेि दे ि में जजर्का पार निीं।
दे खा माता का ऐर्ा रजततम श्रंग
ृ ार निीं।
कंि-कंि में गान उमड़ते मााँ के िंदन के।
कंि-कंि में गान उमड़ते मााँ के अचचन के।
िीि-िीि में भाि उमड़ते मााँ पर अपचण के।
प्राण-प्राण में भाि उमड़ते िोखणत तपचण के।

66
जीिन की धारा में दे खी ऐर्ी धार निीं।
र्त्य अहिंर्ा का व्रत अपना कोई पाप निीं।
विश्ि मैत्री का व्रत भी कोई अशभिाप निीं।
यिी र्त्य िै र्दा अर्त की हिकती चाप निीं।
र्ािधान हिंर्क! प्रततहिंर्ा की कोई माप निीं।
कोई भी प्रस्ताि पराजय का स्िीकार निीं।
ऐर्ा िै आिेि दे ि में जजर्का पार निीं।
1- उपरोक्ि पद्यांर् में ककसके आवेर्’ का उल्लेख हुआ है ?

(1) माता के
(2) दे ि के
(3) ित्रु के
(4) इनमें र्े कोई निीं
2- कवव के मिानुसार असत्य है

(1) स्थायी
(2) व्रत
(3) अशभिाप
(4) अस्थायी
3- ‘रजक्ि श्रंग
ृ ार’ का अथा है
(1) िीर र्पूतों का रतत बशलदान करना
(2) रतत बिाना
(3) ित्रु का खन
ू बिाना ।
(4) उपरोतत में र्े कोई निीं
4- ‘र्ोणणि िपाण’ का अथा है
(1) खून बिाकर आक्रमणकारी के वपतरों का श्राद्ध करना
(2) ित्रु का िोषण करना
(3) दख
ु ी िोकर श्राद्ध करना
(4) िीर र्पूतों का रतत बशलदान करना
(5)- पद्यांर् में ‘मािा’ का प्रिीक है –
(1) दे िी की
(2) विश्िमैत्री की

67
(3) र्त्य-अहिंर्ा की
(4) राष्र (दे ि) की
प्रश्न 2- व्यावहाररक व्याकरण –
5- ननम्नमलणखि में ननदे र्ानुसार उत्तर दीजजए – (4)
(1)-घायल र्ैतनक ने उिकर िस्त्र उिा शलए |(-र्ंयुतत िातय में पररिततचत करें )
1-घायल र्ैतनक उिा और उर्ने िस्त्र उिा शलए |
2-जैर्े िी घायल र्ैतनक उिा उर्ने िस्त्र उिा शलए |
3-र्ैतनक घायल िुआ और िस्त्र उिा शलए |
4-इनमें र्े कोई निीं
(2)-मयंक र्ुंदर और िाँर्मुख िै |( रचना की दृजष्ि र्े िातय भेद बताएाँ)
1-र्ंयुतत िातय 2-शमश्र िातय 3-र्रल िातय 4-ये र्भी
(3)-मैंने एक दब
ु ले पतले वयजतत को दे खा |(शमर्श्रत िातय में पररिततचत करें )
1-मैंने एक ऐर्ा वयजतत दे खा जो दब
ु ला –पतला था |
2-एक दब
ु ला –पतला वयजतत था जजर्े मैंने दे खा |
3-मेरे द्िारा एक दब
ु ले –पतले वयजतत को दे खा गया |
4-ये र्भी
(4)-तनम्न शलखखत में र्रल िातय का चयन कीजजए –
1-जो लोक वप्रय िोता िै उर्का र्म्मान िोता िै |
2-लोक वप्रय लेखक का र्म्मान र्भी करते िैं |
3-लोकवप्रय िोने पर र्म्मान ककया जाता िै |
4-ये र्भी
6- तनदे िानुर्ार उत्तर दीजजए _ (4)
(1)-मंत्री जी र्भी का स्िागत कर रिे थे | (कति
चृ ाच्य में पररिततचत करें )
1-मंत्री जी ने र्भी का स्िागत ककया |
2-मंत्री जी र्े र्भी का स्िागत कराया गया |
3-मंत्री जी द्िारा र्भी का स्िागत िुआ |
4-ये र्भी
(2)- तनम्न शलखखत में कमच िाच्य का र्िी विकल्प निीं िैं _
1-राष्रपतत द्िारा भाषण हदया गया |

68
2-लशलत द्िारा स्मारक का तनमाचण कराया जाएगा |
3-राम र्े गाया निीं जाता िै |
4-पक्षी रात में र्ोते िैं |
(3)-आओ ,नौका वििार कर लें | (भाि िाच्य में पररिततचत कीजजए )
1-आओ , नौका वििार ककया जा र्के |
2-आओ , नौका वििार ककया जाए |
3-आकार नौका वििार करें |
4-ये र्भी |
(4)-हदनेि र्े अब उिा निीं जा रिा िै | (िाच्य का प्रकार बताइए )
1-कतचृ िाच्य 2-कमच िाच्य 3- भाि िाच्य 4-इनमें र्े कोई निीं
3-तनम्नशलखखत िातयों में रे खांककत िब्दों का पद –पररचय शलखें _( 4 )
(1)- मुझे आम निीं शमला |
1-र्कमचक कक्रया ,पजु ल्लिंग,एकिचन 2- अकमचक कक्रया पजु ल्लिंग,एकिचन
7- अकमचक कक्रया ,पुजल्लिंग,बिुिचन 4- र्कमचक कक्रया पुजल्लिंग,बिुिचन
(2)-सोहन इर्ी घर में रिता िै |
1-वयजततिाचक र्ंज्ञा , पुजल्लिंग, एकिचन, कताच कारक
2- वयजततिाचक र्ंज्ञा , पुजल्लिंग, एकिचन, कमच कारक
3-जाततिाचक र्ंज्ञा , पजु ल्लिंग, एकिचन, कताच कारक
8- इनमें र्े कोई निीं
(3)-घर में कौन रिता िै ?
1- वयजततिाचक र्ंज्ञा , पुजल्लिंग, एकिचन, अर्धकरण कारक
2- जाततिाचक र्ंज्ञा , पुजल्लिंग, एकिचन, अर्धकरण कारक
3- वयजततिाचक र्ंज्ञा , पजु ल्लिंग, एकिचन, र्ंप्रदान कारक
4-जाततिाचक र्ंज्ञा , स्त्रीशलंग , एकिचन, अर्धकरण कारक
(4)- र्त्य की सदै व जीत िोती िै |
1-स्थानिाचक कक्रया वििेषण , िोती िै , कक्रया के काल का बोधक
2-पररमाणिाचक कक्रया वििेषण , िोती िै , कक्रया के काल का बोधक
3-कालिाचक कक्रया वििेषण , िोती िै , कक्रया के काल का बोधक
4-उपरोतत में र्े कोई निीं

69
4-तनदे िानुर्ार उत्तर दीजजए _ (4)
(1)-अद्भुत रर् का स्थायी भाि िै |
1-विस्मय 2- रतत 3 -िास्य 4- इनमें र्े कोई निीं
(2)-‘अंतररक्ष में िुआ रुद्र िुंकार भयानक िलचल थी |
अरे आत्मजा प्रज्ञा पाप की पररभाषा बन िाप उिी |”(तनहित रर् बताइए )
1-भयानक रर् 2-करुण रर् 3-िात्र्ल्य रर् 4- ये र्भी
(3)-िात्र्ल्य रर् का स्थायी भाि िै _
1-रौद्र 2- िास्य 3-ित्र्ल 4- रतत
(4)- ‘लज्जा ‘ ककर् रर् का र्ंचारी भाि िै ?
1- िास्य 2- श्रंगार 3-करुण 4- रौद्र
प्रश्न -3- पाठ्य –पुस्िक से _ -
2- गद्य खंड से –
1- तनम्नशलखखत गदयांि को पढ़कर प्रश्नों के उर्चत विकल्पों का चयन कीजजए – (5)
काततचक आया निीं कक बालगोबबन भगत की प्रभाततयााँ िुरू िुईं , जो फागुन तक चला करतीं |
इन हदनों िि र्बेरे िी उिते | न जाने ककर् िक़्त जगकर िि नदी –स्नान को जाते –गााँि र्े दो
मील दरू | ििााँ र्े निा –धोकर लौिते और गााँि के बािर िी , पोखरे के ऊाँचे शभड़े पर , अपनी
खंजड़ी लेकर जा बैिते और गाने िे रने लगते | मैं िुरू र्े िी दे र तक र्ोने िाला िूाँ , ककन्तु माघ
की उर् दााँत ककिककिाने िाली भोर में भी , उनका र्ंगीत मझ
ु े पोखरे पर ले गया था | अभी
आर्मान के तारे बुझे निीं थे | िााँ ,पूरब में लोिी लग गई थी , जजर्की लाशलमा को िुक्र तारा
और बढ़ा रिा था | खेत , बगीचा ,घर –र्ब पर कुिार्ा छा रिा था | र्ारा
िातािरण अजीब रिस्य र्े आित
ृ मालूम पड़ता था | उर् रिस्यमय िातािरण में एक कुि की
चिाई पर पूरब मुाँि , काली कमली ओढ़े , बालगोबबन भगत अपनी खंजड़ी शलए बैिे थे | उनके
माँि
ु र्े िब्दों का तााँता लगा था , उनकी उाँ गशलयााँ खंजड़ी पर लगातार चल रिीं थीं |
(1)-बाल गोबबन भगत की प्रभाततयााँ कब आरं भ िो जातीं थीं ?
1- फागुन मिीने में 2-काततचक माि में 3- चैत्र में 4- इनमें र्े कोई निीं
(2)-िातािरण को रिस्यमयी तयों किा गया ?
1-कोिरे की ओि में स्पष्ि हदखाई न दे ने के कारण 2-स्पष्ि रूप र्े हदखाई दे ने के कारण
3-कंपकंपी र्दी के कारण 4- इनामे र्े कोई निीं
(3)- रिस्मयी िातािरण में बाल गोबबन भगत तया कर रिे थे ?

70
1-कुि की चिाई पर बैिे थे 2-काली कमली ओढ़ी थी
3-पूरब हदिा की ओर मुाँि करके गा रिे थे 4-ये र्भी
(4)- प्रभाती कब तक चलती थी ?
1-काततचक मार् तक 2-फागुन तक 3-चैत्र मार् तक 4-इनमें र्े कोई निीं
(5)- ‘मैं जाड़े र्े कंप कंपा रिा था ‘_ मैं िब्द ककर्के शलए प्रयुतत िुआ िै ?
1- लेखक के शलए 2- बालगोबबन भगत के शलए 3- पतोिू के शलए 4- इनमें र्े कोई निीं

प्रश्न-3-तनम्नशलखखत प्रश्नों में र्े ककन्िीं 2 प्रश्नों के उत्तर दें ।(1×2=2)


4- नेताजी की मूततच पर र्रकंडे का चश्मा ककर्ने लगाया िोगा?
(1) पानिाले ने (2) लेखक ने (3) ििलदार ने (4) ककर्ी बच्चे ने
5- िालदार का स्िभाि कैर्ा था?
(1) र्नकी (2) पागल (3) भािुक (4) दे िभतत
6- भगत जी की बिू उन्िें छोड़कर तयों निीं जाना चािती थी?
(1) र्ामाजजक मयाचदा के कारण (2) र्ंपवत्त के लोभ में
(3) पतत र्े प्यार िोने के कारण (4) र्र्रु की र्चंता के कारण
2-काव्य खंड से –
1-तनम्नशलखखत को पढ़कर प्रश्नों के उत्तर शलखें – (5)
मन की मन िी मााँझ रिी |
कहिए जाई कौन पै ऊधों ,नािीं परत किी |
अिर्ध अधार आर् आिन की , तन –मन बबथा र्िी |
अब इन जोग र्ंदेर्तन र्ुतन र्ुतन-,बबरहितन-बबरि दिी |
चाितत िुतीं गुिारर जजतहिं तै , उत तै धार बिी |
र्ूरदार् अब धीर धरहिं तयौं ,मरजादा न लिीं |
1- ककनकी इच्छा मन में िी रि गई ?
(1) गोवपयों की (2) कृष्ण की (3) उद्धि की (4) कवि की
2-गोवपयों के जीने का आधार तया था ?
(1) कृष्ण के आने की आिा (2) कृष्ण का योग र्ंदेि
(3) मन की अशभलाषा (4) इनमें र्े कोई निीं
3- गोवपयााँ विरि की ज्िाला में तयों जल रिी िैं ?
(1) कृष्ण के योग के र्ंदेि र्े (2) उद्धि के र्ंदेि र्े
71
(3) कृष्ण के चले जाने र्े (4) इनमें र्े कोई निीं
4- ककर्ने र्भी मयाचदाओं का त्याग कर हदया िै ?
(1)उद्धि ने (2) श्री कृष्ण ने (3) गोवपयों ने (4) ये र्भी
5-र्ूरदार् ककर्के माध्यम र्े अपनी बात कि रिें िैं ?
(1)उद्धि के (2) गोवपयों के (3) कृष्ण के (4) इनमें र्े कोई निीं
उत्तर-1- गोवपयों की , 2-श्री कृष्ण के आने की आिा ,
3-कृष्ण के चले जाने र्े , 4- श्री कृष्ण ने 5- गोवपयों के

प्रश्न 2 –तनम्न शलखखत प्रश्नों के (कविता )उत्तर शलखें कोई 2 –(2)


1- कृष्ण की र्ंगतत में रिकर भी कौन उनके प्रेम र्े अछूते रिे िैं?
(1) उद्धि (2) गोवपयााँ (3) राधा (4) इनमें र्े कोई निीं
2- गोवपयों को अकेला छोड़कर कृष्ण किााँ चले गए थे?
(1) ब्रज (2) द्िार का (3) मथुरा (4) िन्ृ दािन
3- र्िस्रबािु की भज
ु ाओं को ककर्ने काि डाला था?
(1) लक्ष्मण ने (2) परिुराम ने (3) विष्णु ने (4) शिि ने
=======================================================
उत्तर माला –
प्रश्न1-तनम्नशलखखत अपहित गद्यांि को पढ़कर हदए गए प्रश्नों के उत्तर के र्िी विकल्प का
चयन करें । (5)
1-2) रं ग-भेद और र्ामाजजक स्तर र्े र्ंबंर्धत भेदभाि 2-1) र्िज प्रेम एिं र्ियोग की
भािना3-2) नैततक मान्यताओं पर 4-3) उनके अपनत्ि पर 5-3) गांधी जी की नैततकता
प्रश्न 2-तनम्नशलखखत अपहित कावयान्ि को पढ़कर हदए गए प्रश्नों के उत्तर के र्िी विकल्प का
चयन करें ।1×5=5 अंक
1-दे िके, 2-अशभिाप ,3-(1) िीर र्पूतों का रतत बशलदान करना, 4-(4) िीर र्पूतों का रतत
बशलदान करना 5 -(4) राष्र (दे ि) की
प्रश्न 2- वयाििाररक वयाकरण –
1-तनम्न शलखखत में तनदे िानुर्ार उत्तर दीजजए – (4)
1-1-घायल र्ैतनक उिा और उर्ने िस्त्र उिा शलए | 2-1-र्ंयुतत िातय 3-1-मैंने एक ऐर्ा
वयजतत दे खा जो दब
ु ला –पतला था | 4-2-लोक वप्रय लेखक का र्म्मान र्भी करते िैं |
2-तनदे िानर्
ु ार उत्तर दीजजए _ (4)
1-1-मंत्री जी ने र्भी का स्िागत ककया | 2-3-राम र्े गाया निीं जाता िै | 3-2-आओ , नौका
वििार ककया जाए | 4- भाि िाच्य
72
3-तनम्नशलखखत िातयों में रे खांककत िब्दों का पद –पररचय शलखें _( 4 )
1- र्कमचक कक्रया ,पुजल्लिंग,एकिचन 2 वयजततिाचक र्ंज्ञा , पुजल्लिंग, एकिचन, कताच कारक
3- जाततिाचक र्ंज्ञा , पुजल्लिंग, एकिचन, अर्धकरण कारक 4- कालिाचक कक्रया वििेषण ,
िोती िै , कक्रया के काल का बोधक
4-तनदे िानुर्ार उत्तर दीजजए _ (4)
1-विस्मय 2- भयानक 3- ित्र्ल 4- श्रंगार
प्रश्न -3- पाठ्य –पुस्तक र्े _ -
1-गद्य खंड र्े –
1-तनम्नशलखखत गदयांि को पढ़कर प्रश्नों के उर्चत विकल्पों का चयन कीजजए – (5)
1-काततचक माि में 2-कोिरे की ओि में स्पष्ि ण हदखाई दे ने के कारण 3- ये र्भी 4- फागुन
मार् तक 5- लेखक के शलए
प्रश्न-2 -तनम्नशलखखत प्रश्नों में र्े ककन्िीं 2 प्रश्नों के उत्तर दें ।(1×2=2)
1-ककर्ी बच्चे ने 2- दे ि भतत 3- र्र्रु की र्चंता के कारण
2-कावय खंड र्े –
1-तनम्नशलखखत गदयांि को पढ़कर प्रश्नों के उत्तर शलखें – (5)
उत्तर-1- गोवपयों की , 2-श्री कृष्ण के आने की आिा , 3-कृष्ण के चले जाने र्े , 4-
श्री कृष्ण ने 5- गोवपयों के
प्रश्न 2 –तनम्न शलखखत प्रश्नों के (कविता )उत्तर शलखें कोई 2 –(2)
1-उद्धि 2- मथुरा 3- परिुराम ने
====================================================

आदर्ा प्रश्न पत्र


प्रथम सत्र 2021 -22
प्रश्न .1गद्यांर् को ध्यानपूवक
ा पहढ़ए और उस पर आधाररि प्रश्नों के उत्तर दीजजए -:
ननम्नमलणखि गद्यांर् को ध्यानपूवक
ा पहढ़ए और उस पर आधाररि प्रश्नों के उत्तर दीजजए -: 5x1=5
1914 तक दे ि का औद्योर्गक विकार् बेिद धीमा रिा और र्ाम्राज्यिादी िोषण अत्यंत तीव्र
िो गया | गांि की अथचवयिस्था पंगु िो गई | र्बर्े अर्धक बुरा प्रभाि कारीगरों, िररजनों और
छोिे ककर्ानों पर पड़ा | ग्रामीण जन र्ाम्राज्य और उर्के भारतीय एजेंि जमीदारों के दोिरे
िोषण की चतकी में वपर् रिे थे । बब्रहिि काल में र्ूदखोर मिाजनों का एक ऐर्ा िगच पैदा
िुआ, जजनर्े एक बार कजच लेने पर गांि के ककर्ान जीिन-भर गुलामी का पट्िा पिनने पर
मजबूर िो जाते थे । उनके हिर्ाब र्े र्ूद का भुगतान करने में अर्मथच ककर्ान मिाजनों को

73
खेत बेचने पर मजबूर िोकर अपनी जमीन पर िी मजदरू िोता गया । इर् प्रकार दे ि में एक
ओर तो बड़े ककर्ानों की र्ंख्या बढ़ी, दर्
ू री ओर जमीन जोतने िाला ककर्ान भूस्िाशमत्ि के
अर्धकार र्े िंर्चत िोकर खेततिर मजदरू िोने लगा । भुखमरी र्े बचने के शलए बड़ी र्ंख्या
में ग्रामीण बड़े पैमाने पर रोजी-रोिी की तलाि में ििरों की ओर भागने लगे, परं तु इन अर्िाय
लोगों का स्िागत करने के शलए ििां भी कहिनाइयां और र्मस्याएं िी थी । प्रेमचंद ‘गोदान’
में िोरी और गोबर के माध्यम र्े इर् ऐततिाशर्क प्रकक्रया को विस्तार र्े िमारे र्ामने प्रस्तुत
करते िैं | यि अकेले िोरी की रे जडी निीं िै | पूरे छोिे ककर्ानों के र्ाथ र्ाम्राज्यिादी पूंजीिादी
वयिस्था के िोषण तंत्र का क्रूर मजाक िै , जो दर्
ू रे ढं ग र्े आज भी जारी िै । बीर्िीं िताब्दी
के आरं भ में ग्रामीण गरीब का प्रेमचंद जो यथाथच र्चत्रण करते िैं, यि यरू ोप में ककर्ी वयजतत
के शलए अकल्पनीय िै - “िूिे -फूिे झोपड़े, शमट्िी की दीिारें , घरों के र्ामने कूड़े-करकि के ढे र,
कीचड़ में शलपिी भैंर्, दब
ु ल
च गायें, िड्डी तनकले ककर्ान, जिानी में िी जजन पर बढ़
ु ापा आ
गया िै |”

ननम्नमलणखि में से ननदे र्ानुसार सबसे उचचि ववकल्पों का चयन कीजजए -:


1.‘गोदान’ के पात्र िैं – 1
1.िोरी 2.गोबर 3. प्रेमचंद 4. िोरी एिं गोबर
2.गांि के लोगों का िोषण कौन कर रिा था ? 1
1. र्ाम्राज्य 2. र्ाम्राज्य के एजेंि 3. र्ूदखोर मिाजन 4. ये र्भी
3.छोिे ककर्ानों के खेतीिर मजदरू बनने का कारण तया था ? 1
1.कजच चक
ु ाने के शलए खेत बेचना 2.स्िरोजगार की िरु
ु आत के शलए खेत बेचना
3.खेती र्े लाभ ना िोना 4. खेती में कोई रुर्च निीं लेना
4.ग्रामीण अथचवयिस्था कमजोर िोने र्े र्बर्े बुरा प्रभाि ककर् पर पड़ा? 1
1. कारीगर पर 2. छोिे ककर्ान पर 3. दशलत िगच 4. ये र्भी

5.ग्रामीण लोग ििरों की ओर पलायन तयों कर रिे थे ? 1


1. रोजी-रोिी की तलाि में 2. भख
ु मरी र्े बचने के शलए
3. उपयत
ुच त दोनों 4. उपयत
ुच त में र्े कोई निीं
प्रश्न .2ननम्नमलणखि पद्यांर् को ध्यानपूवक
ा पहढ़ए और उस पर आधाररि प्रश्नों के उत्तर 5x1=5
दीजजए -:
ककतनी करुणा ककतने र्ंदेि

74
पथ में बबछ जाते बन पराग
गाता प्राणों का तार तार-
अनुराग भरा उन्माद राग
आंर्ू लेते िे पथ पखार
जो तुम आ जाते एक बार ।
िाँर् उिते पल में आद्र नयन
धुल जाता िोिों र्े विषाद
छा जाता जीिन में बर्ंत
र्चरर्ंर्चत विराग लि
ु जाता
आाँखे दे ती र्िचस्ि िार
जो तुम आ जाते एक बार ।
1.रास्ते में करुणा और र्ंदेि तया बन कर बबछ जाते ? 1
1. फूलों की पवत्तयां 2. फूल
3. फूलों की रज 4. फूलों के बीज
2.अनरु ाग का विपरीताथचक िै – 1
1. राग 2. विराग 3. रागयत
ु त 4. उन्माद
3.पल भर में ककर् प्रकार के नेत्र िाँर् उिते ? 1
1. भीगे िुए 2. मूंदे िुए 3. मुरझाए िुए 4.धुले िुए

4.‘र्चरर्ंर्चत’ में उपर्गच िै – 1


1. र्च 2. र्चत 3. र्ंर्चत 4. र्चर
5.कवि के अनर्
ु ार, 'एक बार आ जाने र्े' जीिन में-छा जाता िै .......... 1
1. उन्माद 2. अनरु ाग 3. विराग 4. बर्न्त

प्रश्न-3 रचना के आधार पर वाक्य भेद – 4x1=4


ननम्नमलणखि - प्रश्नों के उत्तर दीजजए 4 में से ककन्ही 5
1. “जब नरे ि पढ़ता िै तब नशमता पढ़ती िै |” – रचना के आधार पर िातय भेद िै ? 1
1.र्रल िातय
2.र्ंयत
ु त िातय
3.शमश्र िातय

75
4.र्ंकेतिाचक िातय
2. तनम्नशलखखत में र्ंयुतत िातय िै ? 1
1.र्ुिील ने खेल में पदक प्राप्त करने के बाद र्बको दाित दी |
2.प्राचायच ने किा कक कल विद्यालय बंद रिे गा |
3.लड़के मैदान में एक र्भा का आयोजन कर रिें िैं |
4.र्तीि खाना खाकर उिा और िरीि खाना खाने लगा |
3. ‘'नीरज चोपड़ा ने भाला फेंककर स्िणच पदक जीता।' िातय भेद बताइए - 1
1.आर्श्रत 2.र्रल 3.र्ंयुतत 4.शमश्र
4. 'मीराबाई चानू ने किा कक यि पदक पूरे भारत का िै ।' िातय में आर्श्रत उपिातय 1
बताइए-
1.कक्रया आर्श्रत 2.कक्रया वििेषण आर्श्रत
3.र्ंज्ञा आर्श्रत 4.वििेषण आर्श्रत
5. “'महिला िॉकी िीम बिुत अच्छा खेली, ककन्तु जीत न र्की।'- िातय को शमश्र 1
िातय में बदशलए -
1.महिला िॉकी िीम बिुत अच्छा खेली।
2.महिला िॉकी िीम जीत न र्की।
3.महिला िॉकी िीम बिुत अच्छा खेलकर भी जीत न र्की।
4.यद्यवप महिला िॉकी िीम बिुत अच्छा खेली, ककन्तु जीत न र्की।
प्रश्न-4 वाच्य - प्रश्नों के उत्तर दीजजए 4 में से ककन्ही 5 ननम्नमलणखि- 4x1=4
1 तनम्नशलखखत िातयों में ‘कतच ृ िाच्य’ िाला िातय िै- 1
1.तानर्ेन को र्ंगीत र्म्राि किते िैं ।
2.बीमार वयजतत र्े चला निीं जाता ।
3.ऑस्रे शलया के द्िारा कक्रकेि का विश्ि कप जीता गया ।
4.पत्र भेज हदया गया िै ।
2 "हिरण र्े भागा निीं गया ।" यि िातय ककर् िाच्य में िै ? 1
1. कमच िाच्य 2. कति
च ृ ाच्य 3. भाि िाच्य 4. अर्धकरण िाच्य
3 "मैं इर् धूप में चल निीं र्कता ।" इर् िातय को भाि िाच्य में बदशलए - 1
1. मैं इर् धप
ू में निीं चलंग
ू ा । 2. मैं धप
ू में निीं चलता िूं ।
3. मझ
ु र्े इर् धप
ू में निीं चला जाता। 4.मेरे द्िारा इर् धप
ू में चला निीं जाता िै |

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4 बच्चों द्िारा िांत बैिा निीं जाता |इर्े कति
च ृ ाच्य में बदशलए | 1
1 . बच्चें िांत बैिते िैं | 2. बच्चें िांत निीं बैि र्कते |
3 .बच्चें िांत बैिे थे | 4.बच्चें िांत निीं बैिेंगे|
5. तनम्नशलखखत में र्े कौन र्ा भाि िाच्य का र्िी विकल्प निीं िै ? 1
1रोिन र्े रोया निीं जाता ।
2.पक्षक्षयों र्े उड़ा जाता िै ।
3.मैं अगले मिीने ताजमिल दे खने जाऊंगा ।
4.थकान के मारे उर्र्े र्ोया न गया ।
प्रश्न-5 पद-प्रश्नों के उत्तर दीजजए ननम्नमलणखि पररचय में से ककन्ही 5 4:- 4x1=4
1 र्फलता उन्िीं को शमलती िै जो मेिनत करते िैं। -रे खांककत पद का पद पररचय 1
बताइए l
1.वयजततिाचक र्ंज्ञा, पुजल्लंग, एकिचन
2.भाि िाचक र्ंज्ञा, एकिचन, स्त्रीशलंग, कमच कारक
3.पुरुषिाचक, र्िचनाम, एकिचन, पुजल्लंग, कमच कारक
4.वयजततिाचक र्ंज्ञा, एकिचन, पुजल्लंग, कमच कारक
2 वह दौड़कर विद्यालय गया |रे खांककत पद का पररचय िै – 1
1.अन्यपुरुष िाचक र्िचनाम,एकिचन,पुजल्लंग,कताच कारक
2 . उत्तम पुरुष िाचक र्िचनाम,एकिचन,पुजल्लंग,कताच कारक
3. भाििाचक र्ंज्ञा,एकिचन,पुजल्लंग,कताच कारक
4 . उत्तम पुरुष िाचक र्िचनाम,बिुिचन,पुजल्लंग,कताच कारक
3 बागो में फूल णखलिे हैं। 1
1. र्कमचक कक्रया, बिुिचन, पजु ल्लंग, ितचमान काल, कतच ृ िाच्य
2 . अकमचक कक्रया, बिुिचन, पुजल्लंग, ितचमान काल, कतच ृ िाच्य
3. र्कमचक कक्रया, एकिचन, पुजल्लंग, ितचमान काल, कतच ृ िाच्य
4. अकमचक कक्रया, एकिचन, स्त्रीशलंग, ितचमान काल, कतच ृ िाच्य
4 “यह घर मेरा िै |” रे खांककत पदों का पद पररचय दीजजए 1
1.र्िचनाम ,तनश्चयिाचक ,एकिचन ,पजु ल्लंग|
2.र्िचनाम ,तनश्चयिाचक ,एकिचन ,स्त्रीशलंग|
3.वििेषण ,र्ािचनाशमक ,एकिचन ,पुजल्लंग|

77
4.वििेषण ,र्ािचनाशमक ,एकिचन ,स्त्रीशलंग|
5. “मैं धीरे धीरे - चलता िूाँ |” रे खांककत पदों का पद पररचय दीजजए 1
1.अवयय ,कक्रयावििेषण ,रीततिाचक ,‘मैं ’वििेष्य|
2.अवयय ,कक्रयावििेषण ,रीततिाचक ,‘चलता िूाँ ’वििेष्य|
3.अवयय ,कक्रयावििेषण ,पररमाणिाचक ,‘मैं ’वििेष्य|
4.अवयय ,कक्रयावििेषण ,कालिाचक ,‘चलता िूाँ ’वििेष्य|
प्रश्न-6 रस - प्रश्नों के उत्तर दीजजए ननम्नमलणखि 5 में से ककन्ही 4 - 4x1=4
1 ‘जुगुप्सा’ ककर् रर् का स्थायी भाि िै ? 1
1. िांत रर् 2. करुण रर् 3. िीभत्र् रर् 4. िास्य रर्
2 “राम को रूप तनिारत जानकी कंगन के नग की परछािीं । 1
यातें र्बै र्र्ु ध भशू ल गई कर िे कक रिी पल िारत नािीं।।
उपयत
ुच त पंजतत में कौन र्ा रर् िै-?
1श्रंग
ृ ार रर् 2. करुण रर् 3. अद्भुत रर् 4. िात्र्ल्य रर्
3 ‘रौद्र रस’ का स्थायी भाि िै – 1
1.तनिेद 2. क्रोध 3. रतत 4. उत्र्ाि
4 रर् के ककतने अंग माने जाते िैं ? 1
1.तीन 2. चार 3. पांच 4. नौ
5 मैं सत्य कहिा हूूँ सखे, सक
ु ु मार मि जानो मझ
ु े | 1
यमराज से भी युद्ध में प्रस्िुि सदा मानो मुझे ||
1. िीर रर् 2. र्ंयोग श्रंग
ृ ार रर् 3. िांत रर् 4.करुण रर्

प्रश्न .7ननम्नमलणखि गद्यांर् को पढ़कर प्रश्नों के उत्तर के रूप में सही ववकल्प चनु नए –
पंद्रि हदन बाद कफर उर्ी कस्बे र्े गुजरे । कस्बे में घुर्ने र्े पिले िी खयाल आया कक कस्बे की हृदयस्थली में र्ुभाष
की प्रततमा अिश्य िी प्रततष्िावपत िोगी, लेककन र्ुभाष की आाँखों पर चश्मा निीं िोगा ...तयोंकक मास्िर बनाना
भूल गया ...और कैप्िन मर गया। र्ोचा, आज ििााँ रुकेंगे निीं, पान भी निीं खाएाँगे, मूततच की तरफ दे खेंगे
भी निीं, र्ीधे तनकल जाएाँगे। ड्राइिर र्े कि हदया, चौरािे पर रुकना निीं, आज बिुत काम िै, पान आगे किीं
खा लेंगे।

78
लेककन आदत र्े मजबरू आाँखें चौरािा आते िी मतू तच की तरफ उि गईं। कुछ ऐर्ा दे खा कक चीखे, 'रोको!' जीप
स्पीड में थी, ड्राइिर ने जोर र्े ब्रेक मारे । रास्ता चलते लोग दे खने लगे। जीप रुकते-न-रुकते िालदार र्ािब जीप
र्े कूद कर तेज-तेज कदमों र्े मूततच की तरफ लपके और उर्के िीक र्ामने जा कर अिें िन में खड़े िो गए।
1कस्बे र्े कौन गुजरा ?
1.कैप्िन 2. ड्राइंग मास्िर 3. िालदार र्ािब 4. दक
ु ानदार

2र्भ
ु ाष की प्रततमा किााँ जस्थत िै ?
1.गली में 2. चौरािे पर 3. ततरािे पर 4. र्ड़क ककनारे
3िालदार र्ािब ककर् आदत र्े मजबूर थे ?
1. पान खाने की 2. चौरािे पर रुकने की 3. चश्मा लगाने की 4. मूततच को दे खने की
4िालदार र्ािब तेज क़दमों र्े मूततच की तरफ तयों लपके ?
1. कैप्िन को खड़ा दे खकर 2. चश्मा न दे खकर
3. र्रकंडे का लगा चश्मा दे खकर 4. बच्चों को दे खकर
5यि गद्यांि ककर् पाि र्े उदधत
ृ िै ?
1. बालगोबबन भगत 2. नेताजी का चश्मा
3. लखनिीं अंदाज 4. मानिीय करुणा की हदवय चमक

प्रश्न 8 ननम्नमलणखि प्रश्नों के उत्तर सही ववकल्प चुनकर मलणखए 2– x1


बालगोबबन भगत की आस्था और श्रद्धा थी –
1.कमच में
2.कबीरपंथ में
3.गीत –र्ंगीत में
4.कृवष में
‘र्ोया िुआ जल’ ककर्का उपन्यार् िै ?
1.मन्नू का
2.यिपाल का
3.र्िेश्िर दयाल र्तर्ेना
4.यतीन्द्र शमश्र का
प्रश्न 9-ननम्नमलणखि पद्यांर् को पढ़कर प्रश्नों के उत्तर के रूप में सही ववकल्प चुननए| 5 –x1

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र्ुनिु राम जेहि शर्िधनु तोरा। र्िर्बािु र्म र्ो ररपु मोरा॥
र्ो बबलगाउ बबिाइ र्माजा। न त मारे जैिहिं र्ब राजा॥
र्ुतन मुतनबचन लखन मुर्ुकाने। बोले परर्ुधरहि अिमाने॥
बिु धनि
ु ी तोरी लररकाईं। कबिुाँ न अशर् ररर् ककजन्ि गोर्ाईँ॥
येिी धनु पर ममता केहि िेतू। र्ुनी ररर्ाइ कि भग
ृ ुकुलकेतू॥
.1‘शििधनुष’ ककर्ने तोड़ा ?
1.राम जी ने
2.लक्ष्मण ने
3.भरत ने
4.परिरु ाम जी ने
2.‘अन्यथा र्ारे राजा मारे जाएंगे’ परिुराम ने ऐर्ा तयों किा ?
1.अगर राजा चुप रिते िै
2.अगर र्भा र्े धनुष तोड़ने िाले को अलग न ककया गया.
3.उत्तर न दे ने पर
4.र्भा में बोलने न दे ने पर
.3‘र्िर्बािु र्म र्ो ररपु मोरा ’ पंजतत में कौन र्ा अलंकार िै ?
1.रूपक
2.अततश्योजतत
3.उपमा
4.श्लेष
4.लक्ष्मण ने बचपन में तया ककया ?
1.फूल तोड़े
2.फल तोड़े
3.धनुष तोड़े
4.पत्थर तोड़े
5.प्रस्तुत पद ककर् भाषा में िै ?
1.ब्रज
2.अिधी
3.खड़ी बोली

80
4.मैर्थली
प्रश्न 10-ननम्नमलणखि प्रश्नों के उत्तर सही ववकल्प चुनकर मलणखए 2 x1
1.गोवपयों ने अपने प्रेम की दृढ़ता को प्रकि करने के शलए ककर् पक्षी का उदािरण हदया िै ?
1.कोयल
2.िाररल
3.कबूतर
4.िंर्
2.प्रकृतत का श्रंग
ृ ाररक र्चत्रण ककर् कविता में िुआ िै ?
1.कन्यादान
2.राम लक्ष्मण परिुराम र्ंिाद
3.अि निीं रिी िै
4.उत्र्ाि

उत्तरमाला

िीषचक प्रश्न प्रश्न क्रमांक प्रश्न क्रमांक प्रश्न क्रमांक प्रश्न क्रमांक
क्रमांक
अपहित गद्यांि 4 4 1 4 3
अपहित पद्यांि 3 2 1 4 4
रचना के आधार 3 4 2 3 4
पर िातय भेद
िाच्य 1 2 3 2 3
पदपररचय- 3 1 2 3 2
रर् 3 1 2 2 1
पहित गद्यांि 3 2 4 3 2
पहित गद्यांि 2 3 - - -
पहित पद्यांि 1 2 3 3 2

81
पहित 2 3 - - -
पद्याि कावयबोध)
(

*************************************************************************
प्रथम सत्रांि परीक्षा -2021-22
कक्षा—दसवीं ववषय –हहन्दी
पूणाांक 40-

खंड क –अपहिि (पद्यान्र्-गद्यान्र्)


प्रश्न -1तनम्नशलखखत गद्यांिों में र्े ककर्ी एक गद्यान्ि को ध्यानपूिक
च पढ़कर उर् पर
आधाररत प्रश्नों के उत्तर दीजजए5 -X1 =5
प्रिार्ी भारतीयों का र्ंर्ार बिुत बड़ा िै I लगभग तीन करोड़ प्रिार्ी भारतीय या भारतीय मल
ू के
लोग र्ंर्ार के विशभन्न दे िों में बर्े िुए िैं I विदे ि में रिने िाले भारतीय या भारतीय मूल के
लोग दो श्रेखणयों में बााँिे जाते िैं I एक तो िे,जजन्िें उन्नीर्िीं र्दी में ‘र्गरशमहिया मज़दरू ’ बनाकर
गन्ने के खेत में काम करने के शलए ले जाया गया था I कई पीहढ़यों के बाद इनके िंिज आज
उन दे िों में मित्त्िपण
ू च पदों पर िैं और एक आम भारतीय की तल
ु ना में अत्यंत िी र्ख
ु ी और
र्ंपन्न िैं I प्रिार्ी भारतीयों की दर्
ू री खेप र्ाि के दिक में ख़ार्कर अमरीका और कनाडा गए
–कुछ उच्च शिक्षा के शलए और कुछ नौकरी के शलए I इर् र्गनती में अतर्र उन मज़दरू ों को भुला
हदया जाता िै जजनकी र्ंख्या र्ाि लाख िै और जो खाड़ी के दे िों और पजश्चम एशिया में कहिन
पररजस्थततयों में मज़दरू ी कर ढे र र्ारी विदे िी मुद्रा तनयशमत रूप र्े भारत भेजते रिते िैं I इन दे िों
में अिांतत िोने पर ये िी र्बर्े पिले उर्का शिकार बनते िैं I यि तो अच्छा िै कक अब र्रकार
उन्िें बीमा और पेंिन र्ुविधा दे ने पर विचार कर रिी िै-I िास्ति में ,यि र्रकार का दातयत्ि भी
िै I र्ाथ िी जो अप्रिार्ी अच्छी जस्थतत में , उन्िें भी उनका दातयत्ि याद हदलाने की ज़रूरत िै
जजर्र्े िे दे ि की अथचवयिस्था में अपना योगदान दे र्कें I
-1ककतने करोड़ प्रिार्ी भारतीय र्ंर्ार के विशभन्न दे िों में बर्े िुए िैं ?
-1 पााँच करोड़ -2तीन करोड़
-3 चार करोड़ -4 छि करोड़
-2उन्नीर्िीं र्दी में लोगों को तया बनाकर शलए ले जाया गया था ?
-1 ‘र्गरशमहिया मज़दरू ’-2 दार् बनाकर

82
-3 अपना बनाकर -4 उतत र्भी
-3प्रिार्ी भारतीयों की र्गनती में ककन्िें भुला हदया जाता िै ?
-1 भारतीयों को -2अमेररककयों को
-3 मजदरू ों को -4अन्य लोगों को
-4उन्नीर्िीं र्दी में भारतीय मूल के लोगों को विदे ि तयों ले जाया गया ?
-1 घुमाने के शलए -2 गन्ने के खेत में काम करने के शलए
-3 दार् बनाने के शलए -4उतत र्भी
-5दर्
ू री खेप के मज़दरू किााँ मज़दरू ी कर रिे िैं ?
-1 कनाडा में -2 खाड़ी के दे िों और पजश्चम एशिया में
-3 भारत में -4किीं निीं

अथवा
मौर्म के मनमौजी िोने और िषाच के अतनयशमत िोने का प्रभाि कृवष पर िी निीं ऊजाच-
योजनाओं पर भी पड़ता िै -र्ाधनों और पेयजलंंर्I र्ारे दे ि में प्रततिषच एक जैर्ी िषाच निीं
िोती I राजस्थान में र्ौ शमलीमीिर और्त िषाच िोती िै तो मेघालय के चेरापाँज
ू ी में ग्यारि र्ौ
शमलीमीिर िषाच िोती िै I विश्ि का र्िाचर्धक िषाच का ररकॉडच मेघालय के मॉर्ेनराम में िै जिााँ
इर्र्े भी अर्धक िषाच िोती िै I यद्यवप िमारे दे ि में पयाचप्त िषाच िोती िै परन्तु िषाच का
अर्धकांि जल नदी नालों में बि जाता िै-I बढ़ते जल-र्ंकि को दे खकर वििेषज्ञों ने िषाच -जल
के र्ंचयन की ओर ध्यान दे ना िुरू ककया और “रे न िॉिर िारिेजस्िं ग” नाम र्े पर ज़ोर हदया
जा रिा िै I इर् र्न्दभच में तत्कालीन प्रधानमंत्री अिल बबिारी बाजपेयी ने किा था,”केंद्र और
राज्य र्रकारें इर् जल र्मस्या र्े अकेले निीं तनपि र्कतीं-I र्म्पूणच दे ि में र्रकारी,गैर-
र्रकारी र्भी र्ंस्थाएाँ तथा पंचायती राज के र्भी लोग,यिााँ तक कक दे ि का िर नागररक जब
तक इर् प्राकृततक जलर्म्पदा के र्ंचयन का बीड़ा उिा निीं लेता-,तब तक ितचमान और आने
िाले भीषण जल र्ंकि का कोई र्माधान निीं तनकल र्कता-I” जल र्ंकि र्े तनपिने के शलए-
र्भी बड़े भिनों एिं विद्यंालयों में िषाच के जल को उपयुतत तरीके र्े एकत्र करना तथा छत
और आाँगन में र्गरने िाले बरर्ाती पानी को पाइपों के माध्यम र्े जमा कर पुन प्
ृ िी की :
र्ति में डालने र्े नीचे पानी का भंडार बढ़ जाता िै I इर्र्े पानी की र्मस्या का र्माधान िो
र्कता िै I
-1िषाच के अतनयशमत िोने का ककर् पर प्रभाि पड़ता िै ?

83
1-कृवष पर 2- ऊजाच-र्ंर्ाधनों पर

3- पेयजल-योजनाओं पर 4-उपयत
ुच त र्भी

2- मेघालय के चेरापाँज
ू ी में ककतनी िषाच िोती िै?

1- नौ र्ौ शमलीमीिर 2-ग्यारि र्ौ शमलीमीिर


2- बारि र्ौ शमलीमीिर 3-र्ात र्ौ शमलीमीिर

3-जल-र्ंकि के बारे में ककर्ने र्चंता जताई थी ?

1- नेिरू जी ने 2-इजन्दरा जी ने

3- अिल बबिारी बाजपेयी ने 4-ककर्ी ने निीं

4- िषाच-जल र्ंचयन योजना को तया किते िैं ?

1-रे न िॉिर िारिेजस्िं ग 2-जल-जमाि

3-जल-थल 4-इनमें र्े कोई निीं

5-विश्ि का र्िाचर्धक िषाच का ररकॉडच ककर् जगि का िै ?

1-नैनीताल का 2-चेरापूंजी का

3- मेघालय के मॉर्ेनराम का 4- अर्म का

प्रश्न -2 तनम्नशलखखत गद्यांिों में र्े ककर्ी एक पद्यान्ि को ध्यानपि


ू क
च पढ़कर उर् पर
आधाररत प्रश्नों के उत्तर दीजजए5 -X1 =5
जन्म हदया मातार्ा जजर्ने-,ककया र्दा लालनपालन-,
जजर्के शमििीजल र्े िी-,रचा गया िम र्ब का तन I
र्गररिर तनत रक्षा करते िैं,उच्च उिा के श्रंग
ृ मिान,
जजर्के लता द्रम
ु ाहदक करते,िमको अपनी छाया दान-I
माता केिल बाल्यकाल में , तनज अंक में धरती िै ,
िम अितत जब तलक तभी तक,पालन पोषण करती िै-I
मातभ
ृ ूशम करती िै र्बका,लालन र्दा मत्ृ युपयिंत,
जजर्के दयाप्रिािों का-,िोता न कभी र्पने में अंत I
मर जाने पर कण दे िों के,इर्में िी शमल जाते िैं,
84
हिन्द ू पलते,यिनईर्ाई-,िरण इर्ी में पाते िैं I
ऐर्ी मातभ
ृ ूशम मेरी िै,स्िगचलोक र्े भी प्यारी,
उर्के चरणकमल पर मेरा-,तन धन र्ब बशलिारी-मन-I
1-माता की-र्ी तुलना ककर्र्े की गई िै ?

1-स्िगच र्े 2-उपिन र्े

3-चरण-कमल र्े 4-मातभ


ृ ूशम र्े

2-मातभ
ृ शू म िमारा तया ककया िै ?

1-लालन-पालन 2- लालन-पालन निीं

3- कुछ निीं 4-केिल शलया

3-िमारी मातभ
ृ ूशम ककर्र्े प्यारी िै ?

1- स्िगच र्े 2- चरण-कमल र्े

3- उपिन र्े 4-दतु नया र्े

4-उतत कावयांि का उर्चत िीषचक तया िो र्कता िै ?

1-स्िगच लोक 2- मेरी मातभ


ृ ूशम

3-मेरी मााँ 4-र्द


ंु र दतु नया

5- हिन्द,ू यिन,ईर्ाई ककर्की िरण में आते िैं ?

1-लोगों की 2- मााँ की

3-मेरी मातभ
ृ शू म की 4-ककर्ी की निीं

अथवा
र्च िम निीं , र्च तुम निीं ,
र्च िै मिज र्ंघषच िी I
र्ंघषच र्े िि कर जजए तो तया जजए िम या कक तुम ,
जो नत िुआ िि मत
ृ िुआ ज्यौं िंत
ृ र्े झरकर कुर्ुम ,
जो लक्ष्य भल
ू रूका निीं ,जो िार दे ख झक
ु ा निीं ,

85
जजर्ने प्रणय पाथेय माना जीत उर्की िी रिी I
र्च िम निीं ,र्च तुम निीं I
ऐर्ा करो जजर्र्े न प्राणों में जड़ता रिे I
जो भी जिााँ ,चुपचाप अपने आप र्े लड़ता रिे -I
जो भी पररजस्थततयााँ शमलें ,कााँिें चुभें,कशलयााँ खखलें I
िारे निीं इन्र्ान, िै र्ंदेि जीिन का यिी I
र्च िम निीं,र्च तुम निीं I
1-कवि के अनुर्ार र्च तया िै ?

1-मैं 2- तुम

3-िम 4-र्ंघषच

2-जीिन में िार मान लेने िाले को कवि ने तया किा िै ?

1-जीवित 2-मत

3-अच्छा 4-बेकार

3-कवि ने जीिन के शलए तया र्न्दे ि हदया िै ?

1-लोग जीिन में िार न मानें 2-तनराि िोकर बैि जाएाँ

2-र्ंघषच न करें 4काम करें

4-उपयत
ुच त पद्यांि का िीषचक तया िो र्कता िै ?

1-जीिन का मित्त्ि 2- जीिन- एक र्ंघषच

3-कमच का मित्त्ि 4-इनमें र्े कुछ निीं

5- ‘जो नत िुआ िि मत
ृ िुआ ज्यौं िंत
ृ र्े झरकर कुर्ुम’ पंजतत में कौन-र्ा अलंकार िै ?

1-रूपक 2-उपमा

3-उत्प्रेक्षा 4-अनुप्रार्

86
खण्ड ख -व्यावहाररक व्याकरण प्रश्न -3प्रश्न
3-तनम्नशलखखत प्रश्नों में र्े ककन्िीं चार प्रश्नों के उत्तर शलखखए - 1X4=4

1-राम रोज़ पढ़ाई करता िै I (िातय भेद शलखखए)

1-र्रल िातय 2-र्ंयत


ु त िातय

3-शमश्र िातय 4-अनेकाथी िातय

2-र्ुषमा स्कूल निीं गई तयोंकक िि बीमार िै I(िातय भेद शलखखए)

1-र्रल िातय 2-र्ंयत


ु त िातय

3-शमश्र िातय 4-द्विकमचक िातय

3-जजर् काम में नुकर्ान िोता िै उर्े तयों करते िो ? (िातय भेद शलखखए)

1-र्रल िातय 2-र्ंयत


ु त िातय

3-शमश्र िातय 4-एककमचक िातय

4-बच्चा डरा और भागा I (र्ंयोजक िब्द पिचातनए)

1-बच्चा 2-डरा

3-और 4-भागा

5-मज़दरू मेिनत करता िै ताकक भोजन शमल र्के I (र्ंयोजक िब्द पिचातनए)

1-ताकक 2-भोजन

3-मज़दरू 4-मेिनत

प्रश्न 4- तनम्नशलखखत प्रश्नों में र्े ककन्िीं चार प्रश्नों के उत्तर शलखखए - 1X4=4

1-मााँ अब भी रो निीं र्कती I (िाच्य पिचातनए)

1-कति
च ृ ाच्य 2-भाििाच्य

3-कमचिाच्य 4-अकति
च ृ ाच्य

2-धोबी द्िारा िमारे कपड़े धोए जाते िैं I (िाच्य पिचातनए)

87
1-कति
च ृ ाच्य 2-भाििाच्य

3-कमचिाच्य 4-अकति
च ृ ाच्य

3-रमेि र्े निाया गया I (िाच्य पिचातनए)

1-कति
च ृ ाच्य 2-भाििाच्य

3-कमचिाच्य 4-अकति
च ृ ाच्य

4-मज़दरू बोझ उिाता िै I(िाच्य पिचातनए)

1-कति
च ृ ाच्य 2-भाििाच्य

3-कमचिाच्य 4-अकति
च ृ ाच्य

5-िोली में दीये जलाए जाते िैं I (िाच्य पिचातनए)

1-कति
च ृ ाच्य 2-भाििाच्य

3-कमचिाच्य 4-अकति
च ृ ाच्य
प्रश्न 5-तनम्नशलखखत प्रश्नों में र्े ककन्िीं चार प्रश्नों के उत्तर शलखखए -
1X4=4

1-तनम्न पंजततयों में तनहित रर् पिचानकर नाम शलखखए-

र्रकंडे र्े िाथ-पााँि और मिका जैर्ो पेि I

वपचके-वपचके गाल दौऊ,मुाँि तो इजण्डया गेि I

1-िीर रर् 2-िास्य रर्

3-िांत रर् 4-रौद्र रर्

2-िीर रर् का स्थायी भाि िै —

1-प्रेम 2-िार्

3-क्रोध 4- उत्र्ाि

3- ‘िास्य’ रर् का स्थायी भाि िै -

1-प्रेम 2-िार्
88
3-क्रोध 4- उत्र्ाि

4- ईश्िर के प्रतत भजतत भाि िोता िै -

1-िीर रर् में 2-िास्य रर् में

3-िांत रर् में 4-भजतत रर् में

5-रर् के--- अंग िैं I

1- एक 2-दो

3-तीन 4—चार

प्रश्न 6- तनम्नशलखखत प्रश्नों में र्े ककन्िीं चार प्रश्नों के रे खााँककत पदों का कोई एक पद-पररचय दीजजए
- 1X4=4

1-दीदी धीरे -धीरे चलती िै I

1-कक्रयावििेषण 2-कक्रया

3-वििेषण 4-कारक

2-जाओ, बाज़ार र्े आम ले आओ I

1-वििेषण 2-कारक

3-जाततिाचक र्ंज्ञा 4-कक्रयावििेषण

3-िि मुझर्े बेितर िै I

1-जाततिाचक र्ंज्ञा 2-कक्रयावििेषण

3-पुरूषिाचक र्िचनाम 4-कताच

4- बच्चे शलख रिे िैं I

-1कक्रयावििेषण 2-कक्रया

3-वििेषण 4-कारक

खंड ग पुस्िक-पाठ्य-
प्रश्न-7तनम्नशलखखत गद्यान्ि को पढ़कर हदए गए प्रश्नों के उत्तर दीजजए5 -X1 =5
89
बेिे के कक्रयाकमच में तूल निीं ककया-; पतोिू र्े आग हदलाई उर्की I ककन्तु ज्योंिी
श्राद्ध की अिर्ध पूरी िो गई,पतोिू के भाई को बुलाकर उर्के र्ाथ कर हदया,यि आदे ि दे ते
िुए कक इर्की दर्
ू री िादी कर दे ना I इधर पतोिू रो मैं चली जाऊाँगी तो बढ़
ु ापे में-रोकर किती-
कौन आपके शलए भोजन बनाएगा, बीमार पड़े, तो कौन एक चुल्लू पानी भी दे गा ? मैं पैर पड़ती
िूाँ, मुझे अपने चरणों र्े अलग निीं कीजजए लेककन भगत का तनणचय अिल था!I तू जा,निीं तो
मैं िी इर् घर को छोड़कर चल दाँ ग
ू ा –यि थी उनकी आखखरी दलील और इर् दलील के आगे
बेचारी की तया चलती ?
1-भगत ने अपने बेिे का दाि-र्ंस्कार ककर्र्े करिाया ?

1-अपनी पतोिू र्े 2-स्ियं ककया

3-पतोिू के भाई र्े 4-ककर्ी र्े निीं

2-भगत ने पतोिू के भाई को तया आदे ि हदया ?

1-पतोिू को छोड़ दे ने का 2-स्ियं चले जाने का

3-पतोिू की दर्
ू री िादी का 4-दब
ु ारा न आने का

3-श्राद्ध की अिर्ध पूरी िोने पर भगत ने तया ककया ?

1-खेतीबारी ककया 2-गंगा-स्नान को गए

3-प्रभाती की 4-पतोिू को उर्के भाई के र्ाथ भेज हदया

4-भगत की पत्र
ु िधू उन्िें अकेले तयों छोड़ना निीं चािती थी ?

1-तयोंकक िि अकेले थे 2-तयोंकक िि अपना ध्यान निीं रख र्कते थे

3-तयोंकक उर्े भगत की र्चंता थी 4-उपयुत


च त र्भी

5-भगत ने प्रचशलत र्ामाजजक मान्यताओं का खंडन कैर्े ककया ?

1-गाना गाकर 2-प्रभाती करके

3-पुत्रिधू र्े दाि-र्ंस्कार करिा कर 4-उतत र्भी

प्रश्न 8 -तनम्नशलखखत प्रश्नों के उत्तर दीजजए – 2X1 =2

1-मूततचकार ने ककर्की मूततच बनाई ?


90
1-िालदार र्ािब की 2- पानिाले की

3-कैप्िन की 4-र्भ
ु ाषचंद्र बोर् की

2--कस्बों,मिानगरों ,ििरों के चौरािों में ककर्ी न ककर्ी प्रशर्द्द वयजतत की मूततच लगाने के तया उद्दे श्य
िो र्कते िैं ?

1-प्रिंर्ा पाना 2-दे ि के प्रतत उनके योगदान ि त्याग को बताना

3- लोगों को आकवषचत करना 4-इनमें र्े कुछ भी निीं

प्रश्न -9तनम्नशलखखत पद्यांि में र्े पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजजए5 -X1 =5
िमारैं िरर िाररल की लकरी I
मन क्रम बचन नंदनंदन उर-,यि दृढ़ करर पकरी I
जागत र्ोित स्िप्न हदिर् तनशर् -,कान्ि कान्ि जकरी-I
र्ुनत जोग लागत िै ऐर्ौ, ज्यौं करुई ककरी I
र्ु तौ ब्यार्ध िमकौं लै आए ,दे खी र्ुनी न करी I
यि तौ ‘र्ूर’ ततनहिं लै र्ौंपौं ,जजनके मन चकरी I
1-‘िाररल की लकरी’ ककर्े किा गया िै ?

1-उद्धि को 2- कृष्ण को

3-गोपी को 4-र्ूरदार् जी को

2-‘ततनहिं लै र्ौंपौं’ में ककर्की ओर र्ंकेत ककया गया िै ?

1-उद्धि की ओर 2- कृष्ण की ओर

3-गोपी की ओर 4-र्ूरदार् जी की ओर

3-गोवपयों को योग कैर्ा लगता िै ?

1-कड़िी ककड़ी जैर्े 2-बिुत अच्छा

3-बिुत वप्रय 4-इनमें र्े कुछ निीं

4-गोवपयााँ कृष्ण का नाम कब-कब जपतीं थीं ?

1-हदन में 2-रात में

91
3-स्िप्न में 4-उपयत
ुच त र्भी

5-ककर्के मन को चक्र की तरि चंचल किा गया िै ?

1-गोपी के 2-र्रू दार् जी के

3-उद्धि के 4- कृष्ण के

प्रश्न - 10तनम्नशलखखत प्रश्नों के उत्तर दीजजए – 2X1 =2


1-लक्ष्मण ने िीर योद्धा की तया-तया वििेषताएाँ बताईं ?

1-िीर योद्धा यद्


ु ध निीं करते 2-अपनी बड़ाई स्ियं करते िैं
3-िीर धैयि
च ान और क्षमािील िोते िैं 4-क्रोधी िोते िैं

2--इन पंजततयों का मुख्य भाि स्पष्ि कीजजए-

गार्धर्न
ू ु कि हृदय िशर् मतु नहि िररयरे र्झ
ू I

अयमक खााँड न ऊखमय अजिुाँ न बूझ अबझ


ू II

1-विश्िाशमत्र िाँर् रिे िैं 2-राम-लक्ष्मण िौलाद के र्े िैं

3-परिुराम विजयी िुए िैं 4-लोिे की तलिार िाथ में िै

उत्तर माला – अंक योजना (40x1=40)


प्रश्न 1
2-तीन करोड़
1-‘र्गरशमहिया मज़दरू ’
3-मजदरू ों को
2-गन्ने के खेत में काम करने के शलए
2-गन्ने के खेत में काम करने के शलए
अथिा
4-उपयत
ुच त र्भी
2-ग्यारि र्ौ शमलीमीिर
3- अिल बबिारी बाजपेयी जी ने
1-रे न िॉिर िारिेजस्िं ग
3- मेघालय के मॉर्ेनराम का
92
प्रश्न 2
4-मातभ
ृ ूशम की
1-लालन-पालन
1-स्िगच र्े
2- मेरी मातभ
ृ ूशम
3-मेरी मातभ
ृ ूशम की
अथिा
4-र्ंघषच
2-मत

1-लोग जीिन में िार न मानें
2- जीिन- एक र्ंघषच
3-उत्प्रेक्षा
प्रश्न3-
1-र्रल िातय
3-शमश्र िातय
3-शमश्र िातय
3-और
1-ताकक
प्रश्न 4-
1-कति
च ृ ाच्य
3-कमचिाच्य
3-कमचिाच्य
1-कति
च ृ ाच्य
4-अकति
चृ ाच्य
प्रश्न 5-
2-िास्य रर्
4- उत्र्ाि
2-िार्
4-भजतत रर् में

93
4—चार
प्रश्न 6-
1-कक्रयावििेषण
3-जाततिाचक र्ंज्ञा
3-पुरूषिाचक र्िचनाम
2-कक्रया
3-कताच
प्रश्न 7-
1-अपनी पतोिू र्े
3-पतोिू की दर्
ू री िादी का
4-पतोिू को उर्के भाई के र्ाथ भेज हदया
4-उपयत
ुच त र्भी
3-पत्र
ु िधू र्े दाि-र्ंस्कार करिा कर
प्रश्न 8-
4-र्ुभाषचंद्र बोर् की
2-दे ि के प्रतत उनके योगदान ि त्याग को बताना
प्रश्न 9-
2- कृष्ण को
2- कृष्ण की ओर
1-कड़िी ककड़ी जैर्े
4-उपयत
ुच त र्भी
4- कृष्ण के
प्रश्न 10-
3-िीर धैयि
च ान और क्षमािील िोते िैं
2-राम-लक्ष्मण िौलाद के र्े िैं
*******************************************************
सत्रांि परीक्षा- 2021-2022
कक्षा-दसवीं
ववषय-हहन्दी
अचधकिम अंक- 40
94
खंड क
प्रश्न 1-तनम्नशलखखत अपहित गद्यांि को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के र्िी उत्तर दीजजए -
5x1=5
र्मय,इर् र्ंर्ार में जीिन में अन्य र्भी िस्तुओं यिााँ तक कक धन र्े भी अर्धक
िजततिाली और अमूल्य िस्तु िै I यहद एक बार कीमती र्मय चला जाता िै ,तो यि िमेिा के
शलए चला जाता िै और लौिकर कभी भी िापर् निीं आता िै ; तयोंकक यि िमेिा आगे की ओर
चलता िै न कक पीछे की हदिा में I यि बबलकुल र्त्य िै कक यहद कोई वयजतत र्मय की
अिशमयत को निीं र्मझता तो र्मय भी उर्की अिशमयत निीं र्मझता I यहद िम अपने
र्मय को नष्ि करें गे तो र्मय भी िमें बुरी तरि नष्ि करे गा I यि र्त्य िै कक “र्मय ककर्ी
की प्रतीक्षा निीं करता I’’ एक र्मय पर, र्मय एक िी मौका दे ता िै ,यहद िम इर्े खो दे ते िैं
तो इर्े कभी भी िापर् निीं पा र्कते I यि बिुत िी िजततिाली िस्तु िै जजर्के र्ाथ िस्तुएाँ
जन्म लेती िैं,बढ़ती िैं,घिती िैं,और नष्ि िो जाती िैं I इर्की कोई र्ीमा निीं िै इर्शलए यि
अपनी गतत र्े तनरं तर चलता रिता िै I यि किा जाता िै कक र्मय िी धन िै , िालााँकक इर्र्े
िम धन की तुलना र्मय र्े निीं कर र्कते तयोंकक िम धन को एक बार खो दे ते िैं,तो उर्े
ककर्ी भी र्ाधन र्े प्राप्त कर र्कते िैं पर र्मय को निीं Iर्मय धन और ब्रह्मांड की अन्य
र्भी िस्तुओं र्े कीमती िै इर्शलए िमें जीिन का िर एक पल र्िी तरीके र्े और अथचपूणच ढं ग
र्े,र्मय को नष्ि ककए बबना उपयोग करना चाहिए I िमारी दै तनक हदनचयाच; जैर्े –स्कूल का
कायच,गि
ृ कायच,र्ोने ि जागने का र्मय,वयायाम,भोजन करना आहद योजनानर्
ु ार और
र्मयानुर्ार आयोजजत िोनी चाहिएI िमें कहिन पररश्रम का आनंद लेना चाहिए और र्मय के
मित्त्ि को र्मझकर इर्ी के अनुर्ार रचनात्मक ढं ग र्े प्रयोग करना चाहिए ताकक िम र्मय र्े
धन्य िों न कक नष्ि िों I
1-धन र्े भी अर्धक िजततिाली और अमूल्य तया िै ?
1-र्मय 2-धन
3-वयायाम 4-भोजन
2-र्मय ककनर्े कीमती िै ?
1- वयायाम 2-धन
3- भोजन 4- धन और ब्रह्मांड की अन्य र्भी िस्तुओं र्े
3-र्मय की तया विलोम तया िोगा ?
1-र्ुर्मय 2-कुर्मय

95
3-बेर्मय 4-अर्मय
4-िम र्मय की तुलना ककर्र्े निीं कर र्कते ?
1-धन र्े 2-ब्रह्मांड र्े
3-वयायाम र्े 4-भोजन र्े
5-िमें ककर्का आनंद लेना चाहिए ?
1-वयायाम का 2-कहिन पररश्रम का
3-र्मय का इनमें र्े ककर्ी का निीं
अथवा
मौर्म के मनमौजी िोने और िषाच के अतनयशमत िोने का प्रभाि कृवष पर िी निीं ऊजाच-
र्ंर्ाधनों और पेयजल-योजनाओं पर भी पड़ता िै I र्ारे दे ि में प्रततिषच एक जैर्ी िषाच निीं िोती I
राजस्थान में र्ौ शमलीमीिर और्त िषाच िोती िै तो मेघालय के चेरापाँज
ू ी में ग्यारि र्ौ
शमलीमीिर िषाच िोती िै I विश्ि का र्िाचर्धक िषाच का ररकॉडच मेघालय के मॉर्ेनराम में िै जिााँ
इर्र्े भी अर्धक िषाच िोती िै I यद्यवप िमारे दे ि में पयाचप्त िषाच िोती िै परन्तु िषाच का
अर्धकांि जल नदी-नालों में बि जाता िै I बढ़ते जल -र्ंकि को दे खकर वििेषज्ञों ने िषाच-जल के
र्ंचयन की ओर ध्यान दे ना िुरू ककया और“ रे न िॉिर िारिेजस्िं ग ”नाम र्े पर ज़ोर हदया जा
रिा िै I इर् र्न्दभच में तत्कालीन प्रधानमंत्री अिल बबिारी बाजपेयी ने किा था,”केंद्र और राज्य
र्रकारें इर् जल-र्मस्या र्े अकेले निीं तनपि र्कतीं I र्म्पूणच दे ि में र्रकारी,गैर-र्रकारी र्भी
र्ंस्थाएाँ तथा पंचायती राज के र्भी लोग,यिााँ तक कक दे ि का िर नागररक जब तक इर्
प्राकृततक जल-र्म्पदा के र्ंचयन का बीड़ा उिा निीं लेता,तब तक ितचमान और आने िाले भीषण
जल- र्ंकि का कोई र्माधान निीं तनकल र्कता I ”जल-र्ंकि र्े तनपिने के शलए र्भी बड़े
भिनों एिं विद्यालयों में िषाच के जल को उपयुतत तरीके र्े एकत्र करना तथा छत और आाँगन
में र्गरने िाले बरर्ाती पानी को पाइपों के माध्यम र्े जमा कर पुन :प्
ृ िी की र्ति में डालने
र्े नीचे पानी का भंडार बढ़ जाता िै I इर्र्े पानी की र्मस्या का र्माधान िो र्कता िै I
1-िषाच के अतनयशमत िोने का ककर् पर प्रभाि पड़ता िै ?
1 -कृवष पर 2- ऊजाच-र्ंर्ाधनों पर
3 - पेयजल-योजनाओं पर4 -उपयत
ुच त र्भी
2- मेघालय के चेरापाँज
ू ी में ककतनी िषाच िोती िै ?
1 - नौ र्ौ शमलीमीिर 2-ग्यारि र्ौ शमलीमीिर
2- बारि र्ौ शमलीमीिर 3-र्ात र्ौ शमलीमीिर

96
3-जल-र्ंकि के बारे में ककर्ने र्चंता जताई थी ?
1 - नेिरू जी ने 2-इजन्दरा जी ने
3 - अिल बबिारी बाजपेयी जी ने 4-ककर्ी ने निीं
4- िषाच-जल र्ंचयन योजना को तया किते िैं ?
1 -रे न िॉिर िारिेजस्िं ग 2-जल-जमाि
3 -जल-थल 4 -इनमें र्े कोई निीं
5-विश्ि का र्िाचर्धक िषाच का ररकॉडच ककर् जगि का िै ?
1 -नैनीताल का 2-चेरापंज
ू ी का
3 - मेघालय के मॉर्ेनराम का 4- अर्म का
प्रश्न 2- तनम्नशलखखत गद्यांिों में र्े ककर्ी एक पद्यान्ि को ध्यानपूिक
च पढ़कर उर् पर
आधाररत प्रश्नों के उत्तर दीजजए -5X1 =5
जन्म हदया माता-र्ा जजर्ने,ककया र्दा लालन-पालन,
जजर्के शमट्िी-जल र्े िी,रचा गया िम र्ब का तन I
र्गररिर तनत रक्षा करते िैं,उच्च उिा के श्रंग
ृ मिान,
जजर्के लता द्रम
ु ाहदक करते,िमको अपनी छाया-दान I
माता केिल बाल्यकाल में ,तनज अंक में धरती िै ,
िम अितत जब तलक तभी तक,पालन-पोषण करती िै I
मातभ
ृ शू म करती िै र्बका,लालन र्दा मत्ृ यप
ु यिंत,
जजर्के दया-प्रिािों का,िोता न कभी र्पने में अंत I
मर जाने पर कण दे िों के,इर्में िी शमल जाते िैं,
हिन्द ू पलते,यिन-ईर्ाई,िरण इर्ी में पाते िैं I
ऐर्ी मातभ
ृ ूशम मेरी िै ,स्िगचलोक र्े भी प्यारी,
उर्के चरण-कमल पर मेरा,तन-मन-धन र्ब बशलिारी I
1-माता की-र्ी तुलना ककर्की गई िै?
1 -स्िगच की 2-उपिन की
3 -चरण-कमल की4 -मातभ
ृ ूशम की
2-मातभ
ृ ूशम िमारा तया ककया िै ?
1 -लालन-पालन2 - लालन-पालन निीं
3 - कुछ निीं 4-केिल शलया

97
3-िमारी मातभ
ृ ूशम ककर्र्े प्यारी िै ?
1 - स्िगच र्े 2- चरण-कमल र्े
3 - उपिन र्े4 -दतु नया र्े
4-उतत कावयांि का उर्चत िीषचक तया िो र्कता िै ?
1 -स्िगच लोक 2- मेरी मातभ
ृ ूशम
3 -मेरी मााँ 4-र्ुंदर दतु नया
5- हिन्द,ू यिन,ईर्ाई ककर्की िरण में आते िैं ?
1 -लोगों की 2- मााँ की
3 -मेरी मातभ
ृ ूशम की 4-ककर्ी की निीं
अथिा
र्ाक्षी िै इततिार् िमीं पिले जगे िैं ,जाग्रत र्ब िो रिे िमारे िी आगे िैं
ित्रु िमारे किााँ निीं भय र्े भागे िैं?कायरता र्े किााँ प्राण िमने त्यागे िैं?
िैं िमीं प्रकजम्पत कर चुके ,र्रु पतत तक का भी हृदय I
कफर एक बार िे विश्ि तुम ,गाओ भारत की विजय II
किााँ प्रकाशित निीं रिा िै तेज िमारा , दशलत कर चुके ित्रु र्दा िम पैरों द्िारा I
बतलाओ तुम कौन निीं जो िमर्े िारा , पर िरणागत िुआ किााँ कब िमें न प्यारा II
बर् युद्ध-मात्र को छोड़कर किााँ निीं िैं िम र्हृदय!
कफर एक बार िे विश्ि तम
ु ,गाओ भारत की विजय !
1-इततिार् ककर् बात का र्ाक्षी िै ?
1- कक र्ब पिले जागे िैं 2-कक िम िी पिले जागत
ृ िुए िैं
3-कोई निीं जागा 4-उपयत
ुच त
र्भी
2-भारतीयों ने ककर्के हृदय को कंपा हदया िै ?
1-र्ुरपतत के 2- नरपतत के
3-लंकापतत के 4- पिुपतत के
3-भारतीयों ने ित्रु के र्ाथ तया ककया िै ?
1-उन्िें प्यार ककया िै 2- उन्िें अपने पैरों र्े दशलत ककया िै
3-उन्िें छोड़ हदया िै 4-उपयत
ुच त र्भी
4-िमें कौन प्यारा िै ?

98
1-ित्रु 2-िरणागत
3-शर्फच भारतिार्ी 4-कोई निीं
5- भारत माता की जय ककर्े गाना चाहिए ?
1- खुद को 2-िरणागतों को
3-पूरे विश्ि को 4-उपयत
ुच त र्भी को

खंड ख
प्रश्न 3 –तनम्न में र्े ककन्िीं चार प्रश्नों उत्तर दीजजए-4x1=4
1-बच्चे स्कूल के मैदान में पौधे लगा रिे िैंI(रचना के आधार पर िातय-भेद शलखखए)
1-र्रल िातय 2-र्ंयुतत िातय
3-शमश्र िातय 3-र्कारात्मक िातय
2- यिी िि िंर्ी िै जजर्में कई यादें बंद िैं I (रचना के आधार पर िातय-भेद शलखखए)
1-र्रल िातय 2-र्ंयुतत िातय
3-शमश्र िातय 3-र्कारात्मक िातय
3-जजर् काम में नुकर्ान िोता िै उर्े तयों करते िो ?( िातय भेद शलखखए)
1 -र्रल िातय 2-र्ंयत
ु त िातय
3 -शमश्र िातय 4-एककमचक िातय
4-बच्चा डरा और भागा I (र्ंयोजक िब्द पिचातनए)
1 -बच्चा 2-डरा
3 -और 4-भागा
5-मज़दरू मेिनत करता िै ताकक भोजन शमल र्के I (र्ंयोजक िब्द पिचातनए)
1 -ताकक 2-भोजन
3 -मज़दरू 4-मेिनत
प्रश्न -4तनम्नशलखखत प्रश्नों में र्े ककन्िीं चार प्रश्नों के उत्तर शलखखए 1 -X4= 4
1-मााँ र्े अब बैिा भी निीं जाता I (िाच्य पिचातनए(
1 -कति
चृ ाच्य 2-भाििाच्य
3 -कमचिाच्य 4-अकति
च ृ ाच्य
2-प्रेमचंद द्िारा गोदान उपन्यार् शलखा गया I) िाच्य पिचातनए)

99
1 -कति
चृ ाच्य 2-भाििाच्य
3 -कमचिाच्य 4-अकति
च ृ ाच्य
3-मझ
ु र्े र्गलार् छूि गया I(िाच्य पिचातनए(
1 -कति
चृ ाच्य 2-भाििाच्य
3 -कमचिाच्य 4-अकति
च ृ ाच्य
-4मज़दरू बोझ उिाता िै I(िाच्य पिचातनए(
1 -कति
चृ ाच्य 2-भाििाच्य
3 -कमचिाच्य 4-अकति
च ृ ाच्य
5 -िोली में दीये जलाए जाते िैं I )िाच्य पिचातनए(
1 -कति
चृ ाच्य 2-भाििाच्य
3 -कमचिाच्य 4-अकति
च ृ ाच्य
प्रश्न -5तनम्नशलखखत प्रश्नों में र्े ककन्िीं चार प्रश्नों के उत्तर शलखखए -1X4=4
1-तनम्न पंजततयों में तनहित रर् पिचानकर नाम शलखखए-
अच्छे -अच्छे नाम भी िो जाएाँ बदनाम,
जब कक िररिर राम को शलखना पड़े िराम I
1 -िीर रर् 2-िास्य रर्
3 -िांत रर् 4-रौद्र रर्
2-रौद्र रर् का स्थायी भाि िै —
1 -प्रेम 2-िार्
3 -क्रोध 4- उत्र्ाि
3- ‘िास्य ’रर् का स्थायी भाि िै-
1 -प्रेम 2 -िार्
3 -क्रोध 4- उत्र्ाि
4- घण
ृ ा या जुगुप्र्ा उत्पन्न करने िाला भाि िोता िै -
1 -िीर रर् में 2-िास्य रर् में
3 -िांत रर् में 4-िीभत्र् रर् में
5-रर् के ---अंग िैं I
1- एक 2-दो
3-तीन —4 चार

100
प्रश्न -6तनम्नशलखखत प्रश्नों में र्े ककन्िीं चार प्रश्नों के रे खााँककत पदों का कोई एक पद-पररचय
दीजजए - 1X4=4
1-दीदी धीरे -धीरे चलती िै I
1 -कक्रयावििेषण 2-कक्रया
3 -वििेषण 4-कारक
2-जाओ ,बाज़ार र्े आम ले आओ I
1 -वििेषण 2-कारक
3 -जाततिाचक र्ंज्ञा 4-कक्रयावििेषण
3-िि मुझर्े बेितर िै I
1 -जाततिाचक र्ंज्ञा 2-कक्रयावििेषण
3 -पुरूषिाचक र्िचनाम 4-कताच
4- बच्चे शलख रिे िैं I
1-कक्रयावििेषण 2-कक्रया
3-वििेषण 4-कारक
5-राम खेल रिा िै |
1-जाततिाचक र्ंज्ञा 2-पुरूषिाचक र्िचनाम
3 -कताच 4- र्िचनाम
खंड ग-पाठ्य-पस्
ु िक
प्रश्न7-तनम्नशलखखत गद्यान्ि को पढ़कर हदए गए प्रश्नों के उत्तर दीजजए5 -X1 =5
जीप क़स्बा छोड़कर आगे बढ़ गई तब भी िालदार र्ािब इर् मूततच के बारे में िी र्ोचते रिे और
अंत में इर् तनष्कषच पर पिुाँचे कक कुल शमलकर कस्बे के नागररकों का यि प्रयार् र्रािनीय िी
किा जाना चाहिए I मित्त्ि मूततच के रं ग-रूप या कद का निीं,उर् भािना का िै ; िरना तो
दे िभजतत भी आजकल मज़ाक की चीज़ िोती जा रिी िै I दर्
ू री बार जब िालदार र्ािब उधर र्े
गुज़रे तो उन्िें मूततच में कुछ अंतर हदखाई हदया I ध्यान र्े दे खा तो पाया कक चश्मा दर्
ू रा िै I
1-िालदार र्ािब को कस्बे के नागररकों का कौन-र्ा प्रयार् र्रािनीय लगा ?
1-बाज़ार बनाना 2-स्कूल बनाना
3-नेताजी की मूततच बनाना 4-चश्मा बेचना
2-िालदार र्ािब ककर्के बारे में र्ोचते रिते ?
1-खुद के बारे में 2-दर्
ू रों के बारे में

101
3-कस्बे के बारे में 4- मूततच के बारे में
3-दर्
ू री बार मूततच दे खने पर िालदार को उर्में तया पररितचन हदखाई हदया?
1-मतू तच दर्
ू री थी 2-चश्मा दर्
ू रा था
3-नई दक
ु ानें थीं 4-कोई पररितचन निीं
4-इर् अंि में ककर् भािना का मित्त्ि िै ?
1-काम करने की 2-चश्मा बेचने की
3-दे िभजतत की 4-ककर्ी की भी निीं
5- दे िभजतत को आजकल कुछ लोग तया र्मझते िैं ?
1-अच्छा 2-बुरा
3-कुछ निीं 4-मज़ाक़

प्रश्न 8-तनम्नशलखखत प्रश्नों के उत्तर शलखखए -2x 1=2


1-बालगोबबन भगत पाि में ककन रूहढ़यों पर प्रिार ककया गया िै ?
1-जस्त्रयों र्े मुखाजग्न न हदलिाना 2-विधिा-पुनविचिाि न िोना
3-मत्ृ यु के र्मय िोक मनाना 4-उपयत
ुच त र्भी
2-बालगोबबन भगत को ---- किा जा र्कता िै I
1-र्माज र्ुधारक 2-आम आदमी
3-अच्छा इंर्ान 4-इनमें र्े कुछ निीं
प्रश्न 9- तनम्नशलखखत पद्यांि में र्े पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजजए -5X1 =5
िमारैं िरर िाररल की लकरी I
मन क्रम बचन नंद-नंदन उर,यि दृढ़ करर पकरी I
जागत र्ोित स्िप्न हदिर् -तनशर्, कान्ि-कान्ि जकरी I
र्ुनत जोग लागत िै ऐर्ौ ,ज्यौं करुई ककरी I
र्ु तौ ब्यार्ध िमकौं लै आए ,दे खी र्ुनी न करी I
यि तौ ‘र्रू ’ततनहिं लै र्ौंपौं, जजनके मन चकरी I
1-‘िाररल की लकरी ’ककन्िोंने किा िै ?
1 -उद्धि ने 2 - कृष्ण ने
3 -गोवपयों ने 4 -र्ूरदार् जी ने
2-गोवपयों को ककर्ने वयार्ध हदया िै ?
1 -उद्धि ने 2 - कृष्ण ने
102
3 -गोपी ने 4 -र्रू दार् जी ने
3-गोवपयों ने योग की तल
ु ना ककर्र्े की िै ?
1 -कड़िी ककड़ी र्े 2-वयायाम र्े
3 -कृष्ण र्े 4 -इनमें र्े कुछ निीं
4-गोवपयााँ कृष्ण का नाम कब-कब जपतीं थीं ?
1 -हदन में 2-रात में
3 -स्िप्न में 4-उपयत
ुच त र्भी
5-ककर्के मन को चक्र की तरि चंचल किा गया िै ?
1 -गोपी के 2-र्ूरदार् जी के
3 -उद्धि के 4- कृष्ण के
प्रश्न - 10तनम्नशलखखत प्रश्नों के उत्तर दीजजए2 – X1 =2
1- िीर धैयि
च ान और क्षमािील कौन िोते िैं ?
1 -िीर 2-कायर
3-दश्ु मन 4-इनमें र्े कोई निीं
2- ककर्ने परिुराम को र्मझाने का प्रयार् ककया ?
1- विश्िाशमत्र ने 2 -राम-लक्ष्मण ने
3-परिुराम ने 4 -राजा जनक ने
***********************************************************
उत्तरमाला (40x1=40)
प्रश्न1-
1-----1-र्मय
2-----4- धन और ब्रह्मांड की अन्य र्भी िस्तुओं र्े
3-----4-अर्मय
4-----1-धन र्े
5-----2-कहिन पररश्रम का
अथवा
1----4-उपयत
ुच त र्भी
2----2-ग्यारि र्ौ शमलीमीिर
3----3- अिल बबिारी बाजपेयी जी ने
4----1-रे न िॉिर िारिेजस्िं ग
103
5-----3- मेघालय के मॉर्ेनराम का
प्रश्न 2-
1----4-मातभ
ृ शू म की
2----1-लालन-पालन
3----1 स्िगच र्े
4----2- मेरी मातभ
ृ ूशम
5-----3-मेरी मातभ
ृ ूशम की
अथवा
1----2-कक िम िी पिले जागत
ृ िुए िैं
2----1-र्ुरपतत के
3-----2- उन्िें अपने पैरों र्े दशलत ककया िै
4-----2-िरणागत
5-----4-उपयत
ुच त र्भी को
प्रश्न 3-
1-----1-र्रल िातय
2----3-शमश्र िातय
3----3-शमश्र िातय
4-----3-और
5-----1-ताकक
प्रश्न 4-
1----2-भाििाच्य
2-----3-कमचिाच्य
3-----3-कमचिाच्य
4----1-कति
च ृ ाच्य
5-----4-अकति
च ृ ाच्य
प्रश्न 5-
1----2-िास्य रर्
2----3-क्रोध
3----2-िार्

104
4----4-िीभत्र् रर् में
5----—4चार
प्रश्न 6-
1----1-कक्रयावििेषण
2-----3-वयजततिाचक र्ंज्ञा
3----3-पुरूषिाचक र्िचनाम
4----2-कक्रया
5----3-कताच
प्रश्न 7-
1----3-नेताजी की मूततच बनाना
2----4- मूततच के बारे में
3----2-चश्मा दर्
ू रा था
4----3-दे िभजतत की
5-----4-मज़ाक़
प्रश्न 8-
1----4-उपयत
ुच त र्भी
2----1-र्माज र्ुधारक
प्रश्न 9-
1----3-गोवपयों ने
2----2- कृष्ण ने
3----1-कड़िी ककड़ी र्े
4----4-उपयत
ुच त र्भी
5----4- कृष्ण के
प्रश्न 10-
1----1-िीर
2----1 -विश्िाशमत्र ने
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