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Class - X
Question Bank Term- II 2021-22
कें द्रीय विद्यालय संगठन क्षेत्रीय कायाालय रायपरु
Kendriya Vidyalaya Sangathan Regional Office Raipur
उपायक्त
ु का संदश
े
रायपरु क्षेत्र के वलए दसिीं और बारहिीं कक्षा के विविन्न विषयों के वलए अध्ययन सामग्री प्रकावशत करना
मेरे वलए बहुत खशु ी की बात है। सीबीएसई द्वारा जल ु ाई 2021 के महीने में जारी पररपत्र संख्या 51 और 53 के माध्यम
से पाठ्यक्रम और मलू यांकन प्रवक्रया में हावलया पररितानों से पररवित और पररवित होने से छात्रों को परीक्षा के वलए खुद
को बेहतर तैयार करने में मदद वमलेगी। अिधारणाओ ं को समझने, प्रश्नों को समझने के वलए इकाइयों और अध्यायों का
अच्छा और गहरा ज्ञान आिश्यक है। अध्ययन सामग्री परीक्षा से ठीक पहले त्िररत संशोधन के वलए उपयक्त ु और
प्रिािी नोट्स बनाने में मदद करती है।
COVID-19 महामारी की अितू पिू ा पररवथिवतयों के कारण छात्रों और वशक्षकों को कक्षाओ ं में आमने-
सामने बातिीत करने का बहुत सीवमत अिसर वमल रहा है। ऐसी वथिवत में पयािेवक्षत और विशेष रूप से तैयार वकए गए
मलू य वबंदु छात्रों को उनकी समझ और विश्ले षणात्मक कौशल को एक साि विकवसत करने में मदद करें गे। प्रश्न बैंक और
अभ्यास पत्रों को पढ़ने के बाद छात्रों को अत्यवधक लाि होगा। अध्ययन सामग्री एक विशेष बंधन का वनमााण करे गी
और वशक्षकों और छात्रों के बीि जोड़ने िाली कड़ी के रूप में काया करे गी क्योंवक दोनों एक साि वनदेवशत और
अनिु िात्मक अवधगम कर सकते हैं। यह छात्रों को रिनात्मक और महत्िपणू ा सोि कौशल की खोज और विश्ले षण
करने की आदत विकवसत करने में मदद करे गा। के स थटडी, तका और पता लगाने से संबंवधत प्रश्न पैटना में पेश की गई
नई अिधारणाएं छात्रों को विविन्न वथिवतगत समथयाओ ं पर थितत्रं वनणाय लेने के वलए सशक्त बनाएगी। विविन्न
अध्ययन सामग्री को इस तरह से वडजाइन वकया गया है वक छात्रों को उनकी आत्म-सीखने की गवत में मदद वमल सके ।
यह महान शैक्षवणक वसद्ातं पर जोर देता है वक 'सब कुछ सीखा जा सकता है लेवकन कुछ िी नहीं वसखाया जा सकता
है'। थि-प्रेररत सीखने के साि-साि पयािेवक्षत कक्षाएं उन्हें नई शैक्षवणक ऊंिाइयों को प्राप्त करने में मदद करें गी।
मैं उन सिी प्रधानाध्यापकों और वशक्षकों का तहे वदल से आिार व्यक्त करना िाहता हं वजन्होंने सिी विषयों
के वलए अध्ययन सामग्री तैयार करने की पररयोजना को परू ा करने के वलए अिक प्रयास वकया है। इस पररयोजना को
सफल बनाने में उनका अपार योगदान प्रशसं नीय है।
2
कें रीय विद्यािय संगठन
क्षेत्रीय कायाििय , रायपुर
प्रधान संरक्षक
श्री विनोद कु मार
उपायुि
के .वि.सं.रायपुर संभाग
संरक्षक
श्रीमती वबरजा वमश्र
सहायक आयुि
के .वि.सं.रायपुर संभाग
समन्द्ियकताि
श्री धीरे न्द्र कु मार झा
प्राचायि कें रीय विद्यािय वबिासपुर
संकिनकताि
श्रीमती अचिना मसिकोिे श्री सुनीि पाण्डेय
स्नातकोत्तर वशक्षक (वहन्द्दी) स्नातकोत्तर वशक्षक (वहन्द्दी)
कें रीय विद्यािय वबिासपुर कें रीय विद्यािय वबिासपुर
3
अनुक्रमणणका
क्रमसंख्या विषयिस्तु/भाग
3 गद्य खंड
4 काव्य खंड
5 कृतिका
6 ले खन
गद्य खींड
पाठ का सार –
श षिक व्यींग्य –रचना में िास्तविकता की एक बनािटी ि िन शैली को अपनाने िाले सामींत िगि पर कटाक्ष ककया
गया िै | कवि ने इसकी रचना यि लसद्ध करने के ललए की थ कक कथ्य के बबना किान निीीं ललख िा सकत |
एक बार लेखक नई किान का कथ्य खोिने के विचार से सेकण्ड तलास के डडब्बे से रे लयात्रा के ललए घस
ु ा | यिाुँ
पिले से िी एक व्यजतत लखनि अींदाि में पालथ लगाए बैठा था | उसके सामने एक तौललये पर दो र्चकने ख रे
रखे थे | निाब तरीके से ि ने िाले उस व्यजतत को पिले तो लेखक की उपजस्थनत अच्छी निीीं लग | िि
उपेक्षापि
ू क
ि से बिार दे खता रिा | कफर ख रों के टुकड़े काटकर तौललये पर सिाये, उन पर मसाला नछड़का और
अपन शराफत हदखाने के ललए लेखक से ख रे खाने को किा, लेखक ने आत्मसम्मान की दृजष्ट से अस्ि कार कर
हदया | इसके बाद निाब सािब ने ख रे के एक –एक टुकड़े को उठाया ,उसे मि
ुीं तक ले गए, सघ
ुीं ा और खखड़की के
बिार फेंक हदया | कफर एक डकार लेकर प्रदलशित ककया कक सघ
ूीं ने से िी उनका पेट भ भर गया था, लेखक को अपने
प्रश्न का उत्तर लमल चक
ु ा था | िब बबना ख रे निाब सािब का पेट भर सकता था तो बबना कथ्य औरपात्र के किान
भ ललख िा सकत थ |
प्रश्न -1. एब्स्रै तट शब्द ककन,–ककन पर कटाक्ष करता िै ?लेखक तया किना चािता िै ?
उत्तर – लखनि अींदाि नामक व्यींग्य में लेखक किना चािता िै कि ि िन में स्थूल और सक्ष्
ू म दोनों का मित्ि िै |
केिल गींध और स्िाद के शेयर पेट निीीं भर सकता | िो लोग एस तरि पेट भरने और सींतष्ु ट िोने का हदखािा करते
िैं ,िे ढोंग िैं ,अिास्तविक िैं | इस व्यींग्य का दस
ू रा सींदेश यि िै कक ललए कोई –न कोई घटना पात्र और विचार
अिश्य चाहिए | बबना घटना और पात्र के किान ललखना ननरथिक िै |
प्रश्न- 5. तया सनक का कोई सकारात्मक रूप िो सकता िै | यहद िाुँ तो ऐस सनकों का उल्लेख कीजिए ?
उत्तर - सनक को प्राय: एक नकारात्मक व्यििार के रूप में दे खा िाता िै । सनक में कायि करने िाले
व्यजतत को ककस काम की धन
ु -स सिार रित िै , उसका वििेक और तकि क्ष र् िो िाता िै । लेककन
सनक के अनेक सकारात्मक पक्ष भ दे खने में आते िैं । शूरि रों के कीनतिमान, पिितारोहियों की मत्ृ यु
सींकट को चन
ु ौत , अन्द्िेषकों के रोमाींचकारी अलभयान िैज्ञाननकों के चमत्कारी अनुसींधान, स्ितींत्रता
आन्द्दोलन के सेनाननयों का आत्मबललदान ये सभ सनक के िी सकारात्मक पररर्ाम िैं। यहद सनक का
लक्ष्य लोक-हितकारी िो और व्यजतत का व्यििार वििेक से ननदे लशत िो तो सनक का सकारात्मक
पररर्ाम सामने आता िै ।
मानिीय करुणा की ददव्य चमक – िेखक –(सिेश्िर दयाि सक्सेना)
पाठ का सार
प्रश्न -1 .मानि य करुर्ा की हदव्या चमक पाठ के आधार पर स्पष्ट कीजिए कक इतनी ममता ,इतना अपनत्ि
,िातय द्िारा फादर की कैस छवि उभरत िै ?
प्रश्न -2 . मानि य करुर्ा की हदव्य चमक पाठ के आधार पर बताइए कक लेखक को पररश्रम कौन –से हदन याद
आते िैं ?
उत्तर – लेखक को पररमल के िे हदन याद आते िैं ,िब िे सब एक पाररिाररक ररश्ते में बींधकर िुँस –मिाक में
शालमल रिते , गोजष्ठयों में गींभ र बिस करते तथा फादर रचनाओीं पर बबना ककस खझझक के अपने विचार प्रस्तत
ु
करते थे |घरे लू उत्सि और सींस्कार में फादर बड़े भाई और परु ोहित िैसे खड़े िोकर आश िािद दे ते थे |लेखक की
पत्न और पत्र
ु िी मत्ृ यु पर फादर के शब्दों से झरत िायरल दख
ु शाींनत भ उसे याद आत थ |
प्रश्न -3 . मानि य करुर्ा की हदव्य चमक पाठ द्िारा लेखक तया सींदेश दे ना चािता िै ?
उत्तर – इस पाठ के आधार पर लेखक यि सींदेश दे ना चािता िै की सच्चा सींन्द्यास ििी िोता िै ,िो सींकल्प से
सींन्द्यास िोता िै |एक सींन्द्यास िर प्रकार से समाि और राष्र की उन्द्ननत के ललए कायि करता िै |िि ककस राष्र
विशेष का न िोकर परू े मानि जातत के हित के ललए कायि करता िै |इसके अनतररतत व्यजतत में त्याग, प्रेम, करुर्ा
एिीं मानि यता की भािना भ िोन चाहिए |
-1सय
ू ि कान्द्त बत्रपाठी ननराला – उत्साि , अट निीीं रिी िै
1- सय
ू क
ि ान्द्त बत्रपाठी ननराला –उत्साि (साराींश )
उत्साि कविता ननराला ि ने बादल विषय पर आधाररत िै | इस कविता के माध्यम
से ननराला ि ने ि िन को अलग हदशा दे ने एिीं अपना विश्िास खो चक
ु े लोगों को
प्रेरर्ा दे ने का प्रयास ककया िै | कवि बादलों के आने के जिक्र के िररए , ि िन से
ननराश ि िताश लोगों को यि उम्म द दे ना चािते िैं कक चािे िो कुछ िो लेककन
आपके ि िन में भ खश
ु िाली िरूर लौटे ग और आपके अच्छे हदन िरूर आयेँगे
कविता मेँ उन्द्िोंने दस
ू रा अिम सींदेश ये हदया िै कक जिस तरि बादल बेिान
पौधे मेँ नई िान डाल दे ते िैं , िैसे िी मनष्ु य को सारे दख
ु ों को भल
ू कर अपने ि िन
की नय शरु
ु आत करन चाहिए और जिींदग मेँ िमेशा आगे बढ़ते रिना चाहिए |
मख्
ु य रूप से ननराला ि ने यि कविता िमारे भ तर सोय क्राजन्द्त को कफर से िगाने
के ललए ललख िै |
उत्साह
5- इस कविता मेँ कवि ने नई कविता करने िाले कवियों ककस सम्बोधन का प्रयोग
ककया िै ?
उत्तर– कवि ने नई कविता करने िाले कवियों को निि िन िाले सम्बोधन का
प्रयोग ककया िै |
कन्यादान – कवि ऋतुराज
------------
कक्षा 10-कृततका- भाग -2
माता का अंचि - िेखक – लशिपूजन सहाय
पाठ का सारांश -
माता का अींचल' पाठ लेखक लशिपूिन सिाय के बालपन से िुड़ िुई किान िै ।
इस किान में ग्राम र् ि िन का बिुत सींुदर र्चत्रर् लमलता िै । लेखक ने इस किान के माध्यम से
और पत्र
ु के प्रेम से आरीं भ िोत िै । भोला के वपता उससे बिुत प्रेम करते िैं। भोला की भोर वपता
के साथ आरीं भ िोकर, रात वपता के साथ िी समाप्त िोत िै । उसके वपता उसकी िर खश
ु का
किान अपने अनतींम पड़ाि पर आकर एक ऐसे मोड़ पर समाप्त िो िात िै , ििाुँ पर एक प्रश्न उठ
खड़ा िोता िै । वपता-पुत्र के ब च प्रेम जितना भ गिरा िो परीं तु बच्चे के ललए उसकी मातत्ृ ि छाया
बिुत मित्िपूर्ि िोत िै । माुँ का आुँचल िि स्थान िै , ििाुँ आकर सभ प्रकार के भय, र्चींता, दख
ु
और कष्ट समाप्त िो िाते िैं। भोला साुँप को दे खकर डर िाता िै । लेककन िब िि भागकर आता
िै , तो वपता के स्थान पर माता की गोद में िी स्ियीं को सुरक्षक्षत पाता िै । इस किान का श षिक
माुँ और बच्चे के ब च प्रेम को समवपित िै । इससे िम यि निीीं कि सकते कक वपता का प्रेम माुँ के
प्रेम से कम था। परन्द्तु माुँ की स्नेिी छाया की कोई बराबरी निीीं कर सकता।
प्रश्न 1.प्रस्तुत पाठ के आधार पर यि किा िा सकता िै कक बच्चे का अपने वपता से अर्धक िुड़ाि था,
कफर भ विपदा के समय िि वपता के पास न िाकर माुँ की शरर् लेता िै । आपकी समझ से इसकी तया
ििि िो सकत िै ?
उत्तर -यि बात सच िै कक बच्चे (लेखक) को अपने वपता से अर्धक लगाि था। उसके वपता उसका लालन-
पालन िी निीीं करते थे, उसके सींग दोस्तों िैसा व्यििार भ करते थे। परीं तु विपदा के समय उसे लाड़ की
िरूरत थ , अत्यर्धक ममता और माुँ की गोदी की िरूरत िोत िै माुँ का स्नेि हृदयस्पशी िोता िै । |
ननश्छल हृदय लशशु को हृदयस्पशी स्नेि की पिचान िोत िै । यिी कारर् िै विपदा के समय लशशु वपता के
पास न िाकर माुँ के पास िाता िै ।
प्रश्न 2.आपके विचार से भोलानाथ अपने सार्थयों को दे खकर लससकना तयों भूल िाता िै ?
उत्तर- लशशु अपन स्िाभाविक आदत के अनुसार अपन उम्र के बच्चों के साथ खेलने में रुर्च लेता िै ि
स्ितींत्रता का अनुभि करता िै । अपन उम्र के साथ जिस रुर्च से खेलता िै िि रुर्च बड़ों के साथ निीीं
िोत िै , खेलने के उत्साि में अपन तकलीफ या समस्या भूल िाता िै । दस
ू रा कारर् मनोिैज्ञाननक भ
िै -बच्चे को अपने सार्थयों के ब च लससकने या रोने में िीनता का अनुभि िोता िै । यिी कारर् िै कक
भोलानाथ अपने सार्थयों को दे खकर लससकना भूल िाता िै ।
प्रश्न 3.भोलानाथ और उसके सार्थयों के खेल और खेलने की सामग्र आपके खेल और खेलने की सामग्र
से ककस प्रकार लभन्द्न िै ?
उत्तर-भोलानाथ और उसके सार्थयों के खेल और खेलने की सामग्र से िमारे खेल और खेल सामर्ग्रयों में
कल्पना से अर्धक अींतर आ गया िै । भोलानाथ के समय में पररिार से लेकर दरू पड़ोस तक आत्म य
सींबींध थे, जिससे खेलने की स्िच्छीं दता थ । बािरी घटनाओीं-अपिरर् आहद का भय निीीं था। खेल की
सामर्ग्रयाुँ बच्चों द्िारा स्ियीं ननलमित थ ीं। घर की अनुपयोग िस्तु िी उनके खेल की सामग्र बन िात
थ , जिससे ककस प्रकार िी िानन की सींभािना निीीं थ । धल
ू - लमट्टी से खेलने में पर्
ू ि आनींद की
अनभ
ु नू त िोत थ । न कोई रोक, न कोई डर, न ककस का ननदे शन । िो था िि सब सामहू िक बुद्धि की
उपि थ ।
आि भोलानाथ के समय से सििथा लभन्द्न खेल और खेल सामग्र और ऊपर से बड़ों का ननदे शन और
सरु क्षा िर समय लसर पर िाि रिता िै । आि खेल सामग्र स्िननलमित न िोकर बाजार से खरीदी िुई िोत
िै । खेलने की समय-स मा भ तय कर दी िात िै । अतः स्िच्छीं दता निीीं िोत िै । धल
ू -लमट्टी से बच्चों
का पररचय िी निीीं िोता िै । आि की खेल ि खेल सामग्र घर के अन्द्दर चारदीिारी के अन्द्दर िी स लमत
रि गई िैं | बच्चे इलेतरोननक उपकरर्ों मोबाइल ि इन्द्टरनेट के आदी िो गए िैं |
प्रश्न 4.इस उपन्द्यास के अींश में त स के दशक की ग्राम्य सींस्कृनत का र्चत्रर् िै । आि की ग्राम र्
सींस्कृनत में आपको ककस तरि के पररितिन हदखाई दे ते िैं।
आि की ग्राम र् सींस्कृनत को दे खकर और इस उपन्द्यास के अींश को पढ़कर ऐसा लगता िै कक कैस अच्छी
रिी िोग िि समि
ू -सींस्कृनत, िो आत्म य स्नेि और समि
ू में रिने का बोध करात थ । आि ऐसे दृश्य
हदखाई निीीं दे ते िैं। पुरुषों की सामूहिक-कायि प्रर्ाली भ समाप्त िो गई िै । अतः ग्राम र् सींस्कृनत में आए
पररितिन के कारर् िे दृश्य निीीं हदखाई दे ते िैं िो त स के दशक में रिे िोंगे-
4. आि की नई सींस्कृनत बच्चों को धल
ू लमट्टी से बचना च-ााित िै ।
5. घरों के बािर पयािप्त मैदान भ निीीं रिे , लोग स्ियीं डडब्बों िैसे घरों में रिने लगे िैं।
प्रश्न 5 .इस पाठ में बच्चों की िो दनु नया रच गई िै िि आपके बचपन की दनु नया से ककस तरि लभन्द्न िै ?
उत्तर-िमारा बचपन इस पाठ में िखर्ित बचपन से पूरी तरि लभन्द्न िै । तब बच्चे घर के सामान िैसे
साधारर् स च िों से खेलने का काम चला लेते थे | िे प्रकृनत की गोद में रिकर खश
ु थे |सभ पालक और
घर के सदस्य बच्चों के साथ परू ा समय बबताते थे |िबकक आिकल सभ लोग व्यस्त िो गए िैं | मेरे
वपता प्रायः अपने काम में व्यस्त रिते िैं। प्रायः िे रात को थककर ऑकफस से आते िैं। िे मझ
ु से प्यार-भरी
कुछ बातें िरूर करते िैं। मेरे ललए लमठाई, चाकलेट, खखलौने भ ले आते िैं। कभ -कभ स्कूटर पर
ु ा भ आते िैं, ककींतु मेरे खेलों में इस तरि रुर्च निीीं लेते। िे िमें नींग-धडींग तो रिने िी निीीं
बबठाकर घम
दे ते। उन्द्िें मानो मुझे कपड़े से ढकने और सिाने का बेिद शौक िै । मुझे बचपन में ए-एप्पल, स -कैट
रटाई दो - ढाई साल की उम्र में मुझे स्कूल भेिने का प्रबींध ककया गया। त न साल के बाद मेरे ि िन से
मस्त गायब िो गई। मुझे मेरी मैडम, स्कूल-ड्रेस और स्कूल के काम की र्चींता सताने लग । तब से लेकर
आि तक मैं 90% अींक लेने के चतकर में अपन मस्त को अपने िी पाुँिों के न चे रौंदता चला आ रिा िूुँ|
जाजि पंचम की नाक –िेखक –(कमिेश्िर )
पाठ पररचय
‘‘जाजि पंचम की नाक’ प्रलसद्ध किान कार कमलेश्िर की व्यींगपूर्ि रचना िै |इस किान में पूरा
व्यींग नाक पर केजन्द्रत िै |िमारे यिाुँ नाक सम्मान का प्रत क िै |नाक कटना ,नाक काटना ,
आहद मि
ु ािरे सम्मान नष्ट िोना और अपमाननत करने के ललए हिींदी में प्रयत
ु तत िोते िैं |िािि
पींचम की नाक कमलेश्िर ने स्िाध न भारत के उन शासकों ,प्रशासकों पर पैना व्यींग ककया िै
,िो अभ तक औपननिेलशक मानलसकता से मत ु त निीीं िुए िैं | दे श स्िाध न िो गया िै ,परन्द्तु
िािि पींचम अभ तक उनके ललए सम्मान के पात्र िैं |मनू तिकार परु े दे श का दौरा कर भारत य
मिापरु
ु षों ,बललदान क्राींनतकाररयों ,स्ितींत्रता सेनाननयों मनू तियों का अिलोकन करता िै कक उनकी
नाक ननकालकर िािि पींचम की मनू ति में लगा दें परन्द्तु उसको सबकी नाकें िािि पन्द्चम की
नाक से बड़ हदखाई दे त िै |दे श हित के ललए सन 1942 में सिीद िुए बच्चों की मनू तियों की
नाकें भ िािि की नाक से बड़ थ |िािि की मूनति पर नाक कफट करने के ललए िमारे शासक –
प्रशासक इतने उतािले िै की िे दे श भततों की नाक काटने को भ तैयार िैं |अींत में ककस
भारत य की नाक काटकर िािि की मूनति को जिन्द्दा नाक लगा दी िात िै |यि बात िनता से
नछपाई िात िै गुलाम के प्रनतक िािि की नाक िोड़ने के प्रनत उनकी व्याकुलता से मानलसक
गुलाम पररचय लमलता िै इस किान में व्यिसानयक पत्रकाररता पर भ चोट की गय िै इसके
रर्चयेता कमलेश्िर कथा कार के साथ –साथ सफल पत्रकार के रूप में भ हदखाई दे ते िैं |
प्रश्न 1 . सरकारी तींत्र में िािि पींचम की नाक लगाने को ले कर िो र्चींता या बदििास हदखाई
दे त िै िि उनकी ककन मानलसकता को दशाित िै ?
अथिा
िािि पींचम की नाक को लेकर सरकारी तींत्र की बदििास ककस मानलसकता की द्योतक िै ?
उत्तर – सरकारी तींत्र में िािि पींचम की नाक लगाने को लेकार िो र्चींता या बदििास हदखाई
दे त िै ,िि सहदयों की परतींत्रता की छाप िै | चाटुकाररता उनके तन मन में विद्यमान िै और
ििाुँ चाटुकाररता का अभाि िोता िै ििाुँ अपने सम्मान का कोई मित्ि निीीं िोता िै |सरकारी
तींत्र उस िािि पींचम की नाक के ललए र्चींनतत िै जिसने न िाने ककतने िी किर ढाए |उसके
अत्याचारों को याद ना कर उसके सम्मान में िुट िाता िै |इस तरि सरकारी तींत्र अपन
अयोग्यता ,आदरू दलशिता ,मूखत
ि ा और चाटुकाररता को दशािता िै |
प्रश्न 2 . ‘और दे खते िी दे खते नई हदल्ली का काया -पलट िोने लगा’| नई हदल्ली के काया-
पलट के ललए तया –तया प्रयत्न ककये िोंगे ?
उतर – काया पलट का अथि िोता िै – ककस िास्तु को बबलकुल नया रूप प्रदान करना अतः
नई हदल्ली को िर तरि से एक सिी मेिमान की शान के अनरू
ु प सिाया –सिाींरा गया िोगा िर
तरि की गींदग िटिाय गय िोग सड़कों को नई –निेली बनाया गया िोगा |सड़क ककनारे के
भिनों तथा सरकारी की इमारतों की मारम्म्त तथा रीं गाई –पुताई कराय गय िोग बबिली की
सिािट फव्िारों को चालू करना तथा यातायात का सुप्रबींध आहद कायि भ कराए िोंगे |
प्रश्न 3 . िािि पींचम की लाट की नाक को पुनः लगाने के ललए मूनतिकार ने तया –तया यतन
ककए ?
उत्तर – िािि पींचम की लात की नाक को पुनः लगाने के िो सरािन य प्रयास ककये ,िे सब
ननजश्चत िी िै रान करने िाले थे | िे इस प्रकार िैं –
3 . उसके ललए िि दे श के सभ प्रमुख नेताओीं की मूनतियाुँ ढूींढने तथा नाक नापने के ललए िर
प्रान्द्त और कोने में गया |
4 .उसने बबिार सेक्रेटे ररएट के सामने सन बयालीस में शिीद िुए बच्च की मूनतियों की नाक
नाप ,परन्द्तु सभ बड़ ननकलीीं |
5 .अींत में दे श के ककस जिींदा व्यजतत की जिींदा नाक लगाने का प्रयास ककया और यि प्रयास
सफल रिा ,अींत में जिींदा नाक लगा दी गई |
प्रश्न 4 . नाक मान –सम्मान ि प्रनतष्ठा का द्योतक िै |यि बात पूरी व्यींग रचना में ककस तरि
उभर कर आई िैं ?ललखखए |
आगे चलने पर ‘ कि –लोंग –स्तौक’ स्थान आता िै I जितेन ने बताया कक यिी ‘गाइड’ कफल्म
की शहू टींग िुई थ Iलेखखका को एक कुनतया में घम
ू ता िुआ चक्र हदखाई दे ता िै , जिसे ‘ धमि
चक्र किा िाता िै I कुछ और आगे चले के बाद स्िेटर बुनत युिनतयाीं कॉटन धोते बौने नेपाली
लमल रिे थे I जस्त्रयाुँ बच्चों को प ठ पर लादकर काम करत िैं I बच्चे स्कूल से आने के बाद
माता-वपता के काम में िाथ बटाते िै I पिाड़ क्षेत्र िोने के कारर् यिाुँ सभ कायि बड़ मेिनत
से पूरे िोते िैं I इस कारर् इसे मेिनकश बादशािों का शिर किा िाता िै I
अब ि प ‘सेिन लसस्टसि िाटर फाल’ स्थान पर रुकी जिसकी प्राकृनतक सौंदयि में लेखखका खो
गय I उनकी मुग्धता पिारी औरतों द्िारा पत्त्थरो को तोड़ने की आिाज से टूटत िै I लेखखका
को यि दे खकर बिुत दःु ख िुआ कक इतने सन्द्
ु दर तथा प्राकृनतक स्थान पर भ भख
ू , मौत और
ि वित रिने की िींग चल रिी थ I िब ि प और ऊचाई पर पिुींच तो जितेन ने बताया कक
यिाुँ बच्चे त न – साढ़े त न ककलोम टर पिाड़ पर चढ़ कर विद्यालय िाते िै I
यम
ू थाींग पिुचने के ललए लायींग
ु में लेखखका ि ् उनके सियात्र ठिरें थे I लायींग
ु में एक लसतकम
नियुिक ने उन्द्िें बताया कक प्रदष
ू र् के कारन यिाुँ बफ़िबारी लगातार कम िोत िा रिी िै I
लेखखका बफ़िबारी दे खने लायुींग से ५०० फीट की ऊचाई पर ‘ कटाओ’ नमक दग
ु म
ि स्थान पर
िात िै I
लेखखका की साथ मखर् बतात िै कक ये पिाड़ कुत्ते िै िो केिल चाींदन रात में िी भौंकते िैं I
जितेन ने यि भ बताया कक यिाुँ पर एक ऐसा पत्थर िै , जिस पर गरु
ु नानक के पैरों के
ननसान िैं I किा िाता िै कक उनके पैरों से नछटके चािल के कारर् यिाुँ चािल की खेत िोत िै
I जितेन ने उन्द्िें यि भ बताया कक त न-चार ककलोम टर आगे ‘खेदम
ु ’ नमक एक स्थान िै
जिसमे दे ि दे िताओ का ननिास िै I लसजतकम के लोगों का विस्िास िै िो यिाुँ गन्द्दग फैलता
िै , उसकी मत्ृ यु िो िात िै I जितेन यूमथाींग के विषय में यि भ िानकारी दे ते िै कक िब
लसजतकम भारत में लमला तो उसके कई िषों बाद भारत य सेना कफ्तान शेखर दत्ता के हदमाग में
यि विचार कक केिल सैननकों को रखकर तया िोगा इस स्थान को ‘टूररस्ट स्पौट’ बबनाया िा
सकता िै I
प्रश्न 1 खझललमलाते लसतारों की रोशन में निाया गींतोक लेखखका के मन को ककस तरि
सम्मोहित कर रिा था ?
उत्तर खझललमलाते लसतारों की रोशन में निाया गींतोक लेखखका के मन को सम्मोिन िगा रिा
था I इस सुन्द्दरता ने उस पर ऐसा िाद-ू सा कर हदया था कक उससे सब कुछ ठिरा िुआ सा
और अथििीन –सा लग रिा था Iउसके भ तर बिार िैसे एक शन्द्
ू य सा व्याप्त िो गया था I
उत्तर पिाड़ क्षेत्र िोने के कारर् यिाुँ सभ कायि बड़ मेिनत से पूरे िोते िैं I जस्त्रयाुँ बच्चों को
प ठ पर लादकर काम करत िैं I बच्चे स्कूल से आने के बाद माता-वपता के काम में िाथ
बटाते िै I इस कारर् इसे मेिनकश बादशािों का शिर किा िाता िै I
प्रश्न 3 प्रकृनत के उस अनींत और विराट स्िरुप को दे खकर लेखखका को कैस अनुभूनत िोत िै ?
उत्तर लेखखका के अनुसार ििाीं की प्रकृनत इतन मोिक थ कक लेखखका ‘माया’ और ‘छाया’ के
खेल को दे खत रि िात िै I उन्द्िें ऐसा लगता िै िैसे प्रकृनत अपना पररचय दे रिी िै I उनका
मानना िै कक ि िन की साथिकता, स्ियीं को झरनों और फूलों की सुन्द्दर अनुभूनतयों में विलीन
कर दे ने में िै I झरनों की भाींनत ननरीं तर गनतश ल रिना और फूलों की भाुँत अपन सुगींध
फैलाना िी ि िन का सच्चा लक्ष्य िै I
प्रश्न 4 प्राकृनतक सौन्द्दयि के आलौककक आनींद में डूब लेखखका को कौन- कौन से दृश्य झकझोर
गए ?
उत्तर प्राकृनतक सौन्द्दयि के आलौककक आनींद में डूब लेखखकाको सड़क बनाने के ललए पत्थर
तोड़त सुींदर कोमलाींग , पिाड़ औरतों का दृश्य झकझोर गया I उसने दे खा कक अद्वित य
सौन्द्दयि से अनिान कुछ पिाड़ औरते पत्थरों को तोड़ रिी थ I यि विचार उसके मन को बार-
बार झकझोर रिा था की नदी, फूलों , िाहदयों और झरनों के ऐसे स्िर्गिक सौन्द्दयि के साथ भूख
, मौत, दै न्द्य और जिि विषा की िींग िारी िै I
उत्तर जितेन लसजतकम के िनि िन, सींस्कृनत तथा धालमिक ज्ञान आहद से भलीभाींनत पररर्चत िै I
उनके अनुसार पिाड़ लोगों की मान्द्यता िै कक ििाीं विशेष दे ि -दे िताओीं का ननिास िै I िे ऐसा
विश्िास रखते िैं कक िो यिाुँ गन्द्दग फैलाएगा, उसकी मत्ृ यु िो िाएग I
I उसकी मत्ृ यु िो िाएग ,िो यिाुँ गन्द्दग फैलाएगा
(लेखन खींड )
द्वित य सत्र के पाठ्यक्रम में अनच्
ु छे द लेखन , पत्र लेखन , विज्ञापन लेखन एिीं
सन्द्दे श लेखन से सम्बींर्धत प्रश्न पछ
ू े िाएींगे | ये िर्िनात्मक प्रश्न िोंगे | इस खींड के ललए
कुल 40 अींक ननधािररत िैं |
(1) अनच्
ु छे द लेखन
ककस विषय पर अपने विचारों को क्रमबद्ध रूप में प्रभािशाली ढीं ग से अनच्
ु छे द में व्यतत
करना अनच्
ु छे द लेखन किलाता िै | विलभन्द्न विषयों और सन्द्दभों पर तकिसींगत विचार
प्रकट करने की क्षमता को परखने के ललए सींकेत बबन्द्दओ
ु ीं पर आधाररत समसामनयक एिीं
व्याििाररक ि िन से िुड़े विषयों पर लगभग 150 शब्दों में अनच्
ु छे द लेखन िे तु प्रश्न
परीक्षा में पछ
ू ा िाएगा | हदए गए त न विषयों में से ककस एक विषय पर अनच्
ु छे द
ललखना िोगा | इसके ललए 5 अींक ननधािररत िोंगे |
ध्यान दे ने योग्य बबींद ु –
(क) हदए गए विषयों को ध्यान से पढ़ें और विचार करें कक ककस विषय पर आप ज्यादा
प्रभाि लेखन कर सकते िैं |उस शाषिक को चन
ु कर लेखन करना चाहिए |
(ख) चन
ु े गए विषय पर िी लेखन को केजन्द्रत रखना चाहिए |
(ग) विचारों की पन
ु रािवृ त्त से बचना चाहिए |
(घ)भाषा सरल,सिि और बोध प्रधान,प्रभाि िो |
छोटे और सरल िातयों के प्रयोग पर बल दे ना चाहिए |
उदिारर् – विषय –पररश्रम का मित्ति
(सींकेत बबींद ु – पररश्रम सफलता प्राजप्त का माध्यम , आदशि ि िन का मल
ू मन्द्त्र श्रम ,
पररश्रम की मित्ता )
सजृ ष्ट के आरम्भ से लेकर आि तक मनष्ु य ने िो भ विकास ककया िै , िि पररश्रम की िी
दे न िै |सफलता का मल
ू मन्द्त्र पररश्रम िै |सफलता उस व्यजतत के चरर् चम
ू त िै िो
पररश्रम िोता िै | एक साधारर् मनष्ु य भ पररश्रम के बल पर मिान बन सकता िै |
पररश्रम से िी कायि सफल िोते िैं , सोचने मात्र से निीीं | पररश्रम के बबना तो सामने रखा
िुआ भोिन भ मख
ु में निीीं िाता |ककसान खेतों में लगातार मेिनत करता िै – गमी ,धप
ू
और िषाि की की परिाि ककए बबना और उसके पररश्रम का सख
ु द फल उसे अच्छी फसल के
रूप में लमलता िै | भगत लसींि, सभ
ु ाष चन्द्र बोस, अब्दल
ु कलाम , अब्रािम ललींकन ,
लेननन ,गाींध िैसे मिान लोगों ने ननरीं तर पररश्रम करके िी सफलता प्राप्त की |पररश्रम
करने िाले को आजत्मक शाींनत लमलत िै | मनष्ु य को िब उसके पररश्रम का फल लमलता
िै तो उसे अस म सख
ु की अनभ
ु नू त िोत िै | पररश्रम व्यजतत को ि िन में ननराशा का
सामना निीीं करना पड़ता |श्रम िी ि िन िै , उन्द्ननत का मल
ू आधार िै और मानि –
ि िन का सच्चा सौंदयि िै |
परीक्षा की दृजष्ट से कुछ अन्द्य मित्त्िपर्
ू ि विषय –
(क) मेरे ि िन का लक्ष्य – ( सींकेत बबींद ु – स्ियीं द्िारा ननधािररत लक्ष्य , प्राप्त करने के
ललए योिना , प्राजप्त के ललए ककए िाने िाले प्रयास )
(ख) िसींत ऋतु – (सींकेत बबींद ु – विलभन्द्न ऋतुओीं के नाम , िसींत की अिर्ध , िसींत में
िोने िाले पररितिन )
(ग)लशक्षा का माध्यम- मातभ
ृ ाषा-(सींकेत बबींद ु - मातभ
ृ ाषा का अथि एिीं उपयोर्गता,
मनोिैज्ञाननक आधार, लशक्षर्कामाध्यम, ननष्कषि)
(घ) िल िी ि िन िै - (सींकेत बबींद ु -अथि/भलू मका, दवू षत करने िाले तत्ि,रक्षा के
उपाय,ननष्कषि)
(2)पत्र-लेखन
पत्र – लेखन का मानि ि िन में एक मित्तिपर्
ू ि स्थान िै | पत्र – लेखन की परम्परा
अत्यींत प्राच न िै | पत्र में ललखे िुए शब्दों का प्राप्तकताि पर असर पड़ता िै | अलभव्यजतत
क्षमता को परखने की दृजष्ट से पत्र-लेखन के ललए लगभग 120 शब्दों की ननधािररत स मा
के भ तर हदए गए दो विषयों में से ककस एक विषय पर परीक्षा में पत्र ललखना िोगा | हदए
गए विषय औपचाररक एिीं अनौपचाररक विषय िोंगे |इनके ललए 5 अींक ननधािररत िोंगे |
पत्र-लेखन के ललए कुछ मित्त्िपर्
ू ि बातें –
(क) पत्र-लेखन की भाषा सब
ु ोध , सरल िोन चाहिए , अलींकाररक भाषा के प्रयोग से
बचना चाहिए |
(ख)विषय केजन्द्रत िोना चाहिए , बातों का दिु राि निीीं िोना चाहिए |लशष्ट और सींयत
भाषा का प्रयोग करना चाहिए |
(ग) पत्र का लेखन प्राप्तकताि की पद और गररमा का ध्यान रखते िुए करना चाहिए
|व्यजततगत पत्र आत्म यता पर्
ू ि िोना चाहिए |
पत्र के प्रकार – (1) अनौपचाररक पत्र (2) औपचाररक पत्र
(1) अनौपचाररक पत्र – जिनसे व्यजततगत सम्बन्द्ध िो , उनको ललखा िाता िै | इनमें
लमत्र , ररश्तेदार , ननकट सींबींध आते िैं |इसके प्रकार – बधाई पत्र , धन्द्यिाद पत्र ,
शभ
ु कामना पत्र , ननमींत्रर् पत्र , सींिेदना पत्र ,सामान्द्य पत्र ,आहद िोते िैं |
.............
.........
..............प्रनत / सेिा में
.................प्राप्तकताि का पदनाम
..................स्थान
.................विषय
.................सन्द्दभि
................आदरसच
ू क सींबोधन
....................................................................................................................
....................................................................................................................
..........................................................पत्र की विषय सामग्र
.........................धन्द्यिाद
......................भिदीय / प्राथी
.....................नाम , पदनाम
.................पता ,हदनाींक
उदिारर् – अपने विद्यालय में खेल का सामान मुँगिाने का अनरु ोध करते िुए प्राचायि को
पत्र ललखखए |
सेिा में
मानन य प्राचायि
केंरीय विद्यालय क्रमाींक 2
एन टी प स , कोरबा
विषय : खेल का सामान मुँगिाने िे तु आिेदन पत्र |
मिोदय
सविनय ननिेदन िै कक मैं आपके विद्यालय में खेल पररषद की प्रनतननर्ध िूुँ | मैं आपका
ध्यान खेल के सामान की यथासमय आपनू ति की ओर आकवषित कराना चाित िूुँ | विगत
दो िषों से कोरोना प्रभाि के कारर् विद्यालय की टीमों का विलभन्द्न खेलों का अभ्यास
ठीक से निीीं िो पाया िै |ितिमान में जस्थनत सामान्द्य िोने की दशा में विद्यालय , सींकुल
,क्षेत्र य ,राज्य एिीं राष्रीय स्तर की खेल प्रनतयोर्गताओीं के आयोिन की सींभावित नतर्थयाुँ
घोवषत िो चक
ु ी िैं | विद्यालय के खखलाडड़यों के अभ्यास के ललए खेल सामग्र की अत्यींत
आिश्यकता िै |अतः आपसे सादर अनरु ोध िै कक इस िषि विद्यालय में श घ्र से श घ्र खेल
सामग्र मुँगिाने की कृपा करें ताकक िमारे विद्यालय के खिलाड़ विलभन्द्न प्रनतयोर्गताओीं
के ललए समर्ु चत तैयारी कर सकें और खेल प्रनतयोर्गताओीं में उत्कृष्ट प्रदशिन करने के
ललए तैयार िो सकें |
धन्द्यिाद
आपकी कृपा पात्र
सन
ु ता कुमारी
दसि ीं ‘अ’
हदनाींक .17-11-2021
4 . खींड ‘क’ में कुल 3 प्रश्न िै |हदए गए ननदे शों का पालन करते िुए इनके उपप्रश्नों के उत्तर
दीजिए |
5 . खींड ‘ख’ में कुल 4 प्रश्न िैं , सभ प्रश्नों के साथ विकल्प भ हदए गए िैं |ननदे शानस
ु ार
विकल्प का ध्यान रखते िुए चारों प्रश्नों के उत्तर दीजिए
40
(ग)लशक्षा का माध्यम- मातभ
ृ ाषा-(*मातभ
ृ ाषा का अथि एिीं उपयोर्गता....*मनोिैज्ञाननक
आधार....*लशक्षर्कामाध्यम.....*ननष्कषि)
प्रश्न. 5- आपके जिले के खाद्य अर्धकारी को (लगभग 120 शब्दों में )एक पत्र ललखखए
जिसमें खाद्य िस्तुओीं में लमलािट के बारे में लशकायत करते िुए उर्चत कायििािी का
अनरु ोध ककया गया िो। (5*1=5)
अथिा
अपने बड़े भाई को न ट परीक्षा में सफलता प्राप्त करने की बधाई दे ते िुए (लगभग 120
शब्दों में ) एक पत्र ललखखए |
प्रश्न.6- हदए गए विषयों में से ककन्द्िीीं दो विषयों पर (प्रत्येक लगभग 50 शब्दों का)
आकषिक विज्ञापन तैयार कीजिए | (2.5*2=5)
(क) शभ
ु म साड़ के नये शो रूम का आकषिक विज्ञापन लगभग 50 शब्दों में तैयार
कीजिए | (2.5)
अथिा
(ख) ककस कोर्चींग सींस्थानके ललए आकषिक विज्ञापन लगभग 50 शब्दों में तैयार
कीजिए|(2.5)
अथिा
दप
ु हिया िािनों के शोरुम िे तु आकषिक विज्ञापन लगभग 50 शब्दों में ललखखए |
41
प्रश्न.7- हदए गए विषयों में से ककन्द्िीीं दो विषयों पर(प्रत्येक लगभग 40 शब्दों में ) |
सन्द्दे श ललखखए | (2.5*2=5)
(क) अपन छोटी बिन के िन्द्महदिस पर उसे एक बधाई सींदेश लगभग 40 शब्दों में
ललखखए | (2.5)
अथिा
लशक्षक हदिस के अिसर पर अपने हिींदी लशक्षक के ललए एक भािपर्
ू ि सींदेश
लगभग 40 शब्दों में ललखखए |
(ख) भैया –भाभ की पिली िैिाहिक िषिगाुँठ पर लगभग 40 शब्दों में एक
शभ
ु कामना सींदेश ललखखए| (2.5)
अथिा
अपने चाचा को नौकरी में लमली पदोन्द्ननत पर बधाई सींदेश लगभग 40 शब्दों में
ललखखए |
-------------------
42
प्रादशि प्रश्न पत्र – (1) उत्तर सींकेत
नोट : प्रस्तत
ु उत्तर सींकेत मात्र िैं |
(क) लेखक के सेकण्ड तलास डडब्बे में आते िी निाब सािब के चेिरे पर असींतोष छा गया
....उनके एकाींत में बाधा ...लेखक की ओर न दे खने का अलभनय ...
(ख) उपयत
ु त उत्तर पर अींक ...
(घ) हिन्द्दी में एम. ए. ककया ...1950 में अपना शोध-प्रबींध ‘रामकथा :उत्पवत्त और
विकास ‘ हिन्द्दी में पर्
ू ि ककया....अींग्रेज -हिन्द्दी शब्दकोश लेखन..|
(ख)िसींत का आगमन ...नये फूलों ,पत्तों का आना...कोयल का गान ..आनींद दायक मौसम
...
43
(ग) माुँ के ि िन का अनभ
ु ि ...बेटी को वििाहित ि िन की कहठनाइयों से के प्रनत सचेत
करने के ललए ...अत्याचार का लशकार िोने से बचाने के ललए ...
(घ) उतर- माीं चाित िै कक बेटी भोली और सरल बन रिे ।वििाि के मधरु सपनों में िी
ना खोई रिे बजल्क ि िन के कठोर के यथाथि से भ पररर्चत िो। िि दब
ु ल
ि ता से मत
ु त
िोकर आगाम ि िन की िर समस्या का सामना करने को तैयार रिें । िि लड़की िोने के
अिसास को स्ि कार करें ककींतु लड़की की परीं परागत दब
ु ल
ि छवि से मत
ु त िोकर जिए।
44
भाषा शैली -1 अींक
प्रश्न -5-हदए गए पत्रों में से ककस एक विषय पर 120 शब्दों में पत्र लेखन – 5
आरीं भ तथा अींत की औपचाररकताएुँ -1 अींक
विषय िस्तु - 3 अींक
भाषा - 1 अींक
प्रश्न -6- 6 क और ख प्रश्नों में हदए गए दो –दो विषयों में से एक –एक
विज्ञापन लगभग 50 शब्दों में – 2.5+2.5=5
विषय िस्तु - 1 अींक
प्रस्तनु त - 1 अींक
भाषा - 2.5 अींक
प्रश्न -7- 7 क और ख प्रश्नों में हदए गए विषयों में से एक –एक सींदेश लगभग
40 शब्दों में लेखन कायि – 2.5+2.5=5
रचनात्मक प्रस्तनु त – 1 अींक
विषय िस्तु - 1 अींक
भाषा - 2.5 अींक
45
प्रादशि प्रश्न पत्र –2
सत्रांत परीक्षा (द्वितीय) 2021-22
कक्षा – 10 िीं विषय – दहन्दी ( कोड -002)
4 . खींड ‘क’ में कुल 3 प्रश्न िै |हदए गए ननदे शों का पालन करते िुए इनके उपप्रश्नों के उत्तर
दीजिए |
5 . खींड ‘ख’ में कुल 4 प्रश्न िैं , सभ प्रश्नों के साथ विकल्प भ हदए गए िैं |ननदे शानस
ु ार
विकल्प का ध्यान रखते िुए चारों प्रश्नों के उत्तर दीजिए
46
प्रश्न 2 . क्षक्षनति – काव्य खींड के ननम्नललखखत प्रश्नों के उत्तर 25 से 30 शब्दों में
ललखखए – (2x3=6)
(क) कवि ननराला ने बादलों से गरिकर बरसने के ललए तयों किा िै ?
(ख) िोली के आस – पास प्रकृनत में तया – तया पररितिन िोता िै ?
(ग) आपकी दृजष्ट में कन्द्या के साथ दान की बात करना किाुँ तक उर्चत िै ?
(घ)माुँ को अपन बेटी अींनतम पींि
ू तयों लग रिी थ ?
प्रश्न3.कृनतका के ननम्नललखखत प्रश्नों के उत्तर 30 से 40 शब्दों में ललखखए(3x2=6)
(क) 'माता का अुँचल' पाठ में बच्चों की िो दनु नया रच गई िै िि आपके बचपन की
दनु नया से ककस प्रकार लभन्द्न िै ?
47
प्रश्न. 5- रायपरु दरू दशिन के मिाननदे शक को (लगभग 120 शब्दों में )एक पत्र ललखखए
जिसमें राष्रीय एकता एिीं साम्प्रदानयक सद्भाि बढ़ाने िाले कायिक्रमों के प्रसारर् का
अनरु ोध ककया गया िो। (5x1=5)
अथिा
अपन बड़ बिन को प्रशासननक सेिा परीक्षा में सफलता प्राप्त करने की बधाई दे ते िुए
(लगभग 120 शब्दों में ) एक पत्र ललखखए |
प्रश्न.6- हदए गए विषयों में से ककन्द्िीीं दो विषयों पर (प्रत्येक लगभग 50 शब्दों का)
आकषिक विज्ञापन तैयार कीजिए | (2.5x2=5)
प्रश्न.7- हदए गए विषयों में से ककन्द्िीीं दो विषयों पर(प्रत्येक लगभग 40 शब्दों में ) |
सन्द्दे श ललखखए | (2.5x2=5)
48
(क) साींसद मिोदय का विद्यालय पबत्रका के लिए सन्दे श लिखिये।
अथवा
अथवा
------------
उत्तर संकेत
नोट : प्रस्तत
ु उत्तर सींकेत मात्र िैं |
(ख) उपयत
ु त उत्तर पर अींक ...
49
(ग) भारत य सींस्कृनत के बारे पढ़कर , सन
ु कर ..भारत को आध्याजत्मक दे श मानकर
..नया स खने की इच्छा से..सेिा करने के ईरादे से ...|
(ख)िसींत का आगमन ...नये फूलों ,पत्तों का आना...कोयल का गान ..आनींद दायक मौसम
...
(ग) इस शब्द में अथि दोष िै ..कन्द्या को दान की िाने िाली िस्तु समझना
अनर्ु चत...िबकक कन्द्या का वििाि करना समाि में एक आिश्यक ररिाि िै ..
इन स मा के प्रिररयों के प्रनत िमारे भ कुछ दानयत्ि िैं। िमें इनको परू ा सम्मान तो दे ना िी
चाहिए, इसके साथ-साथ इनके पररिारों की सरु क्षा और सव्ु यिस्था पर भ परू ा ध्यान दे ना
चाहिए ताकक ये ननजश्चन्द्त िोकर अपने कत्तिव्य को अींिाम दे सके|
प्रश्न- 4- ननम्नललखखत में से ककस एक विषय पर हदए गए सींकेत –बबन्द्दओ
ु ीं के
आधार पर लगभग 150 शब्दों में अनच्
ु छे द लेखन –
भलू मका- 1 अींक
विषय िस्तु -3 अींक
भाषा शैली -1 अींक
प्रश्न -5-हदए गए पत्रों में से ककस एक विषय पर 120 शब्दों में पत्र लेखन – 5
आरीं भ तथा अींत की औपचाररकताएुँ -1 अींक
विषय िस्तु - 3 अींक
भाषा - 1 अींक
प्रश्न -6- 6 क और ख प्रश्नों में हदए गए दो –दो विषयों में से एक –एक
विज्ञापन लगभग 50 शब्दों में – 2.5+2.5=5
विषय िस्तु - 1 अींक
51
प्रस्तनु त - 1 अींक
भाषा - 2.5 अींक
प्रश्न -7- 7 क और ख प्रश्नों में हदए गए विषयों में से एक –एक सींदेश लगभग
40 शब्दों में लेखन कायि – 2.5+2.5=5
रचनात्मक प्रस्तुनत – 1 अींक
------------
52
प्रादशि प्रश्न पत्र –3
सत्रांत परीक्षा (द्वितीय) 2021-22
कक्षा – 10 िीं विषय – दहन्दी ( कोड -002)
पूणाांक – 40 अिर्ध – 2 घंटा
सामान्य तनदे श :-
4-खींड क में कुल 3 प्रश्न िैं , हदए गए ननदे शों का पालन करते खाते िुए इनके उपप्रश्नों के
उत्तर दें |
5- खींड ख में कुल 4 प्रश्न िैं सभ प्रश्नों के साथ विकल्प भ हदए गए िैं | ननदे शानस
ु ार विकल्प
का ध्यान रखते िुए चारों प्रश्नों के उत्तर दीजिए |
प्रश्न -1-तनम्न लिणखत प्रश्नों के उत्तर 25-30 शब्दों में लिणखए – (गद्य खंड )
2*4=8
क- िेखक को निाब साहब के फकन हाि भाि से महसूस हुआ फक िे उनसे बातचीत करने के लिए ततनक
भी उत्सुक नहीं हैं ?
53
क- कवि बादि से िुहार, ररमणझम या बरसने के स्थान पर गरजने के लिए कहता है । क्यों ?
ख - कवि की आाँख िागुन की सुंदरता से क्यों नहीं हट रही है ?
ग- मााँ को अपनी बेटी अंततम पाँज
ू ी क्यों िग रही थी ?
घ-कवि ने बादिों को फकस आकांक्षा को पूरा करने िािा बताया है ?
प्रश्न- 3 -तनम्नलिणखतमें से कोई 2 प्रश्नों के उत्तर दें । 3×2=6
क) -जॉजि पंचम की मूतति में नाक िगाने के लिए मूततिकार ने क्या -क्या प्रयत्न फकए ?
ख) -माता का अंचि पाठ के आधार पर बताएाँ फक बच्चे माता –वपता के प्रतत अपने प्रेम को कैसे
अलभव्यक्त करते हैं
ग)- गंतोक को मेहनतकश बादशाहों का शहर क्यों कहा गया ?
खंड 'ख' रचनात्मक िेखन खंड 20
प्रश्न 4- तनम्नलिणखत में से फकसी एक विषय पर िगभग 100 शब्दों में अनुच्छे द लिखें । 5
क - व्यायाम स्िस्थ जीिन का आधार
भूलमका,व्यायाम के िाभ,व्यायाम की आिश्यकता, तनष्कषि
ख - 21िीं सदी का भारत
भलू मका,, ितिमान भारत में आए पररितिन ,ड़डज़जटि भारत,तनष्कषि
ग - आदशि विद्याथी के गुण
भूलमका , आदशि विद्याथी की पहचान, आदशि विद्याथी की विशेषता, तनष्कषि
प्रश्न 5 -नीचे ददए गए पत्र में से कोई एक पत्र लिखें। 5
-विद्यािय के आसपास खाद्य सामग्री बेचने िािों का जमघट िगा रहता है ज़जससे बच्चों के स्िास््य
पर बरु ा असर पि रहा है इन्हें हटाने की प्राथिना करते हुए िगभग 120 शब्दों में प्रधानाचायि को पत्र
लिणखए। अथिा
- आप छात्रािास में रह रहे हैं अपने लिए मालसक खचि जल्दी भेजने का अनुरोध करते हुए िगभग 120
शब्दों में अपने वपताजी को पत्र लिखें।
प्रश्न 6- तनदे शानुसार विज्ञापन लिखें। 2.5×2.5=5
क) -विद्यािय में िावषिकोत्सि के अिसर पर विद्यार्थियों द्िारा तनलमित हस्तकिा की िस्तओ
ु ं की
प्रदशिनी के लिए िगभग 50 शब्दों में एक आकषिक विज्ञापन तैयार करें ।
54
अथिा
टूथपेस्ट बनाने िािी एक कंपनी के लिए िगभग 50 शब्दों में एक आकषिक विज्ञापन तैयार करें ।
ख)- मोबाइि ररपेयर शॉप के लिए िगभग 50 शब्दों में एक आकषिक विज्ञापन तैयार करें ।
अथिा
आप अपनी परु ानी कार बेचना चाहते हैं इसके लिए िगभग 50 शब्दों में एक आकषिक विज्ञापन तैयार
करें ।
प्रश्न 7- तनदे शानुसार संदेश लिखें। 2.5×2.5 =5
क)- आपके लमत्र का प्रततयोगी परीक्षा द्िारा रे ििे में क्िकि के पद पर चयन हुआ है ।शुभकामना दे ते हुए
िगभग 40 शब्दों में एक संदेश लिखें।
अथिा
आपके विद्यािय में बाि मेिा का आयोजन फकया जा रहा है । इस अिसर पर प्राचायि की ओर से िगभग
40 शब्दों में एक संदेश लिखें ।
ख) -दक
ु ानदार द्िारा दीपाििी के अिसर पर इिेक्रॉतनक उत्पादों की सेि िगाई जा रही है ज़जसके
लिए अपने क्षेत्र िालसयों को सूर्चत करने हे तु िगभग 40 शब्दों में एक संदेश लिखें।
अथिा
आ ादी के अमत
ृ महोत्सि के अंतगित किा उत्सि में नत्ृ य प्रततयोर्गता में प्रथम आने पर
िगभग 40 शब्दों में एक संदेश लिखें।
==============================================================
55
उत्तर संकेत 03
कक्षा –दसिीं
विषय –दहन्दी ए (कोड -002 )
तनधािररत समय -2 घंटे पण
ू ाांक -40
प्रश्न -1-ननम्न ललखखत प्रश्नों के उत्तर 25-30 शब्दों में ललखखए –गद्य खींड 2x4=8
क – निाब सािब का उनकी ओर न दे खना , लेखक से बातच त करने में उत्साि निीीं हदखाना
| निाब सािब एकाींत में यात्रा करना चािते थे लेखक को दे खते िी उनकी यात्रा में विघ्न उत्पन्द्न
िो गया |
ख – ख रा खाए बगैर पेट भरा िा सकता िै ठीक विचार , घटना और पात्रों के अभाि में भ नई
किान ललख िा सकत िै |
ग –फादर सभ के साथ पाररिाररक ररश्ता बनाकर रखते थे | िे सबके घरों में उत्सि ि सींस्कारों
में एक पुरोहित की तरि रिते थे | सभ के प्रनत प्रेम झलकता था |
घ –हिन्द्दी अींग्रेि कोश तैयार ककया | बाइबबल और ब्लू बडि नामक नाटक का हिन्द्दी में अनि
ु ाद
, पररमल नामक साहिजत्यक सींस्था से िुड़े रिे , हिन्द्दी विभागाध्यक्ष , हिन्द्दी को
प्रश्न -२-ननम्न ललखखत कोई -3 प्रश्नों के उत्तर 25-30 शब्दों में ललखखए – 2x3=6
ख – फागन
ु मास में प्रकृनत सि
ु ािन िो उठी िै | चारों ओर मादक ििाएुँ चल रिीीं िैं | पक्ष
आकाश में उड़ रिें िैं | िक्ष
ृ ों पर पत्ते लड़ गए िैं | मींद सुगींध िाले फूल खखल उठे िैं |
56
ग –माुँ अपने सुख –दख
ु को विशेष कर नारी –ि िन के दख
ु ों को अपन माुँ ,बिन ,बेटी के साथ
बाुँट सकत िै | िि उनके साथ बात कर सकत थ सलाि ले सकत थ |
घ – कवि ने बादलों को गमी से प डड़त –प्यासे िन की आकाींक्षा को परू ी करने िाला तथा नई
कल्पना और नए ननमािर् के ललए क्राजन्द्त को सींभि करने िाला बताया िै | इस प्रकार बादल
प्राखर्यों के ि िन मेन नई आशा और उत्साि का सींचार करते िैं |
क-उसके समान पत्थर खोिना ,सरकारी फाइल ढूुँढना , भारत के सभ पिाड़ों और पत्थर कक
खानों का दौरा करना भारत के मिापरु
ु षों की मनू तियों का ननरीक्षर् , अींत में ककस ि वित
व्यजतत की नाक लगाना |
ख –उनके साथ रिकर ,उनकी लसखाई िुई बातों में रुर्च लेकर ,उनके साथ खेलकर ,उन्द्िें चम
ू कर
,उनकी गोद में या कींधे पर बैठकर प्रेम प्रकट करते िैं |
------------
58
प्रादशि प्रश्न पत्र – 4
सत्रांत परीक्षा (द्वितीय) 2021-22
कक्षा – 10 िीं विषय – दहन्दी ( कोड -002)
पण
ू ाांक – 40 अिर्ध – 2 घंटा
सामान्द्य ननदे श :
4 . खींड ‘क’ में कुल 3 प्रश्न िै |हदए गए ननदे शों का पालन करते िुए इनके उपप्रश्नों के उत्तर
दीजिए |
5 . खींड ‘ख’ में कुल 4 प्रश्न िैं , सभ प्रश्नों के साथ विकल्प भ हदए गए िैं |ननदे शानस
ु ार
विकल्प का ध्यान रखते िुए चारों प्रश्नों के उत्तर दीजिए |
प्रश्न 1 . गद्य पाठों के आधार पर तनम्नलिणखत प्रश्नों के उत्तर 25 -30 शब्दों में लिणखए
– (2 x 4 = 8अंक )
क . ‘लखनि अींदाि ‘ पथ में निाब सािब द्िारा ख रा खाने की तैयारी करने का एक र्चत्र
प्रस्तुत ककया गया िै | इस परू ी प्रकक्रया को अपने शब्दों में व्यतत कीजिए |
59
ख . फादर कालमल बल्
ु के भारत य सींस्कृनत का अलभन्द्न अींग िै | ककस आधार पर ऐसा
किा िा सकता िै ?
ग . तया सनक का कोई सकारात्मक रूप िो सकता िै ? यहद िाुँ तो ऐस सनकों का उल्लेख
कीजिए |
क . ‘उत्साि’ कविता के आधार पर ललखखए कक बादलों से िमें तया प्रेरर्ा लेन चाहिए ?
ख . ‘आग रोहटयाीं सेंकने के ललए िै िलने के ललए निीीं |’ उतत पींजततयों में तया सींदेश
नछपा िै ? ‘कन्द्यादान’ कविता के आधार पर बताइए |
ग .अट निीीं रिी िै ’ कविता में कवि ने प्रकृनत की व्यापकता का िर्िन ककन रूपों में ककया िै
?
प्रश्न 3 . कृततका भाग 2 के आधार पर फकन्ही दो प्रश्नों के िगभग 60 शब्दों में उत्तर
लिणखए – (3 x 2 = 6अंक )
60
खंड ‘ख’ ( रचनात्मक िेखन खंड )
61
प्रश्न 5 . डेंगू और मलेररया के बढ़ते प्रकोप को दे खते िुए र्चककत्सालयों में र्चककत्सा
सवु िधाओीं की कम की ओर ध्यान आकृष्ट करते िुए र्चककत्सा अर्धकारी को 120 शब्दों
में पत्र ललखखए |(5 अींक)
अथिा
अथिा
‘रफ़्तार’ साइककल कींपन के ललए एक 50 शब्दों में आकषिक विज्ञापन तैयार कीजिए |
(ख) आपके चचेरे भाई ने ‘जिम’ खोला िै | उसके ललए लगभग 50 शब्दों में आकषिक
विज्ञापन तैयार कीजिए | (2.5अींक)
अथिा
प्रलसद्ध सौंदयि प्रसाधन बनाने िाली कींपन के ललए 50 शब्दों में आकषिक विज्ञापन तैयार
कीजिए |
प्रश्न 7 . (क) िन्द्म हदिस के अिसर पर अपने लमत्र को लगभग 40 शब्दों में एक बधाई
सींदेश ललखखए | (2.5अींक)
अथिा
62
अपने लमत्र को कक्षा दसि ीं बोडि की परीक्षा में प्रथम आने पर लगभग 40 शब्दों में
बधाई सींदेश ललखखए |
अथिा
‘िनम
ु ान’ ियींत की शभ
ु कामनाएुँ दे ते िुए लगभग 40 शब्दों में सींदेश ललखखए |
63
उत्तर संकेत 04
कक्षा –दसिीं
उत्तर सींकेत –
प्रश्न 1 . 2 x 4 = 8अींक
प्रश्न 2 . 2 x 3 = 6अींक
क . बादल पथ्
ृ ि के ताप को दरू करते िैं इनसे मानिता के कल्यार् की प्रेरर्ा
लमलत िै | बादल की गरि क्राींनत का प्रनतक िै | बादल क्राींनत की प्रेरर्ा दे ते िैं |
2 अींक
*किीीं साुँस लेता िुआ , तो किीीं आकाश में उड़ता िुआ हदखाई दे ता िै |
*प्रकृनत की व्यापकता के दशिन पेड़ ,पत्तों ,फूलों आहद के रूप में िो रिे िैं सिित्र
उल्लास और उत्साि का िातािरर् िै | 2अींक
घ. ‘कन्द्यादान’ कविता में बेटी को दःु ख बाींचना निीीं आता तयोकक िि भोली िै ,
सरल स्िभाि की िै उसे दनु नया दारी निीीं आत और सबसे बड़ बात माुँ के साथ
उसने दःु ख का अनभ
ु ि निीीं ककया िै | 2 अींक
प्रश्न 3 3 x 2 = 6 अींक
66
नौकरों , खानसामों ,िािरर्चयों और अींगरक्षकों की ि िननयाुँ तथा रान के मिल
में पलने िाले कुत्तों की तस्ि रें भारत के अिबारों में छ्प रिी थ | 3 अींक
विषयिस्तु – 3अींक
भाषा - 1अींक
प्रश्न 5 –हदए गए दो पत्रों में से ककस एक विषय पर 120 शब्दों में पत्र लेखन- 5
x 1 = 5 अींक
विषयिस्तु - 3अींक
भाषा - 1अींक
67
प्रश्न 6 .-हदए गए दो –दो विषयों में से एक – एक विज्ञापन लगभग 50 शब्दों में
(2.5 अींक के विज्ञापन की िाुँच के ललए अींक विभािन )- 2.5 x 2 = 5 अींक
विषयिस्तु - 1अींक
प्रस्तनु त - 1अींक
भाषा - 1 / 2अींक
विषयिस्तु - 1अींक
भाषा - 1 / 2अीं
68
प्रादशि प्रश्न पत्र – 5
सत्रांत परीक्षा (द्वितीय) 2021-22
कक्षा – 10 िीं विषय – दहन्दी ( कोड -002)
पूणाांक – 40 अिर्ध – 2 घंटा
समय -2 घंटे अर्धकतम अंक
– 40
सामान्द्य ननदे श :
4 . खींड ‘क’ में कुल 3 प्रश्न िै |हदए गए ननदे शों का पालन करते िुए इनके उपप्रश्नों के उत्तर
दीजिए |
5 . खींड ‘ख’ में कुल 4 प्रश्न िैं , सभ प्रश्नों के साथ विकल्प भ हदए गए िैं |ननदे शानस
ु ार
विकल्प का ध्यान रखते िुए चारों प्रश्नों के उत्तर दीजिए |
प्रश्न 1 . गद्य पाठों के आधार पर तनम्नलिणखत प्रश्नों के उत्तर 25 -30 शब्दों में लिणखए
– (2 x 4 = 8अंक )
69
ख . लेखक ने ऐसा तयों किा िै कक फादर कालमल बल्
ु के मन से सींन्द्यास निीीं थे ?
क . ‘उत्साि’ कविता में कवि ने बादल के रूप का िर्िन ककन शब्दों में ककया िै ?
ग .फागन
ु मास के प्राकृनतक सौंदयि का व्यजतत पर तया प्रभाि िोता िै ?
प्रश्न 3 . कृततका भाग 2 के आधार पर फकन्ही दो प्रश्नों के िगभग 60 शब्दों में उत्तर
लिणखए – (3 x 2 = 6अंक )
ख . िािि पींचम की नाक को लेकर आींदोलन तयों और ककनके द्िारा िुए थे ?इनका
पररर्ाम तया िुआ ?
ग . खझललमलात लसतारों की रोशन में निाया गींतोक लेखखका को ककस तरि सम्मोहित
कर रिा था ?
70
खंड ‘ख’ ( रचनात्मक िेखन खंड )
71
प्रश्न 5 . प्रधानाचायि को विद्यालय में अर्धकार्धक खेल का सामान मींगिाने के ललए
अनरु ोध करते िुए 120 शब्दों में आिेदन पत्र ललखखए |(5 अंक)
अथिा
अथिा
‘एतसो’ किि कींपन के प्रचार िे तु 50 शब्दों में आकषिक विज्ञापन तैयार कीजिए |
(ख) आपके चाचा ि ने ‘लमष्ठान भींडार ’ खोला िै | उसके प्रचार िे तु लगभग 50 शब्दों में
आकषिक विज्ञापन तैयार कीजिए | (2.5अंक)
अथिा
प्रलसद्ध सौंदयि प्रसाधन बनाने िाली कींपन के ललए 50 शब्दों में आकषिक विज्ञापन तैयार
कीजिए |
प्रश्न 7 . (क) िन्द्म हदिस के अिसर पर अपने लमत्र को लगभग 40 शब्दों में एक बधाई
सींदेश ललखखए | (2.5अंक)
अथिा
72
दे श के प्रधानमींत्र की ओर से दे शिालसयों को गर्तींत्र हदिस की शभ
ु कामनाएुँ दे ते लगभग
40 शब्दों में सींदेश ललखखए |
अथिा
आपका छोटा भाई छात्रािास में रिता िै उसे परीक्षा में अच्छे अींकों से पास िोने के ललए
शभ
ु कामनाएुँ दे ते िुए लगभग 40 शब्दों में सींदेश ललखखए |
73
उत्तर संकेत 05
कक्षा –दसिीं
उत्तर संकेत –
ख .*फादर बल्
ु के केिल सींकल्प के सींन्द्यास थे ,मन से निीीं थे |
*उन्द्िोंने परीं परागत सींन्द्यास प्रिनृ त से अलग नय परीं परा को स्थावपत ककया
|
*ररश्ते बनाते थे ि उसे तोड़ते निीीं थे |
*वप्रयिनों सख
ु –दःु ख में भाग दार|
*परु ोहित का कत्तिव्य प्रेम और करुर्ा के साथ ननभानेिाले थे | 2अींक
74
घ .*फादर बल्
ु के ने बेलजियम से भारत आकर हिींदी में एम ्.ए .ककया तथा इस
भाषा के अध्यापक बने |
*फादर बल्
ु के हिींदी को राष्रभाषा बनाने पर िोर हदया |
75
पाींिों की बेडड़याुँ मत बनने दे ना |कवि कोरी भािक
ु ता का प्रनतकार करता िै और
कठोर यथाथि को ि िन –सत्य के रूप में प्रनतजष्ठत करता िै | 2अंक
ख . िािि पींचम की मनू ति की नाक बन रिे या िटा दी िाए ,इस प्रश्न को लेकर
रािन नतक दलों ने आींदोलन ककए थे |एक पक्ष नाक को तोड़ दे ना चािते था तो
दस
ू रा उसे बनाए रखने पर तुला िुआ था |एन आींदोलनों से कोई सििसम्मत िल
निीीं ननकल सका |िािि पींचम की नाक पि
ू ि
ि त बन रिी | 3 अंक
76
ग . लेखखका ने रात में िब लसजतकम के गींतोक नगर को दे खा तो िि ठग –स
रि गई |सारा शिर लसतारों भरी रात में रौशन से िगमगा रिा था |िि अद्भत
ु
दृश्य लेखखका की सध
ु –बध
ु भल
ु ा रिा था |उसे लग रिा था कक उसकी सारी
सींिेदनाएीं ठिर –स गई थ ीं |उसे अपने भ तर और बािर एक शन्द्
ु यता का अनभ
ु ि
िो रिा था | 3अंक
विषयिस्तु – 3अींक
भाषा - 1अींक
प्रश्न 5 –ददए गए दो पत्रों में से फकसी एक विषय पर 120 शब्दों में पत्र िेखन- 5
x 1 = 5 अंक
विषयिस्तु - 3अींक
भाषा - 1अींक
विषयिस्तु - 1अींक
प्रस्तनु त - 1अींक
77
भाषा - 1 / 2अींक
विषयिस्तु - 1अींक
भाषा - 1 / 2अींक
------------------------------------------------------------------------------
78