You are on page 1of 2

क्षतिपतू िि बंध-पत्र

इस बंधपत्र द्वारा सबको ज्ञाि हो कक हम (क).................................. जो दिवंगि


(ग)...........................................की/के.....................................(ववधवा/पुत्र/ भाई, इतयादि) हैं और
............................................... के तिवासी हैं (जजन्हह. गे ‘तिष्पािक’ कहा जाएगा) और (घ)
...................................... जो .........................की पत्र
ु /पतिी/पत्र
ु ी और ............................................... के तिवासी
हैं और ................................. जो .........................की पुत्र/पतिी/पुत्री और .............................................. के
तिवासी हैं, जो तिष्पािक के िथा उिकी ओर से प्रतिभू हैं (जजन्हह. गे ‘प्रतिभू’ कहा जाएगा), भारि के राष्.पति के
प्रति (जजन्हह. गे ‘’सरकार’’ कहा जाएगा) मांगे जािे पर और कोई संकोच ककए बबिा सरकार को वास्िव म. िे य
..............................रूपए (........................................रूपए मात्र) की धिराशि का भुगिाि करिे के शिए वचिबद्ध
हैं और इसके पर्
ू ि और सही भग
ु िाि करिे के शिए हम, अपिे को, अपिे वाररसों, तिष्पािकों, प्रिासकों और कािि
ू ी
प्रतितिधधयों, और उतिराधधकाररयों को इस बंध पत्र द्वारा बद्ध करिे हैं

ज दििांक.................. माह ................................िो हजार ........................ को हस्िाक्षररि

जबकक (ग) दिवंगि......................................................... अपिी मतृ यु के समय सरकारी सेवा म. था/ सरकार से
प्रतिमाह .........................रूपए (......................... रूपए मात्र) की िर से प.िि प्राप्ि कर रहा था

और जबकक उक्ि (ग)......................................की मतृ यु दििांक ......... माह............. 20................... को हुई िथा
मतृ यु के समय उसके अवयस्क पुत्र/पुत्री के शिए .........................रूपए (...........................................रूपए मात्र)
मतृ य/ु सेवातिवजृ ति उपिाि िे य था

और जबकक तिष्पािक, उक्ि (ग) .................................. के अवयस्क बेटे / बेटी के वास्िववक अशभभावक होिे के
िािे उपयुक्
ि ि राशि का हकिार होिे का िावा करिा है परन्हिु अब िक, कधथि अवयस्क (अवयस्कों) के सबंध म.
ककसी सक्षम न्हयायिय से अशभभावक होिे का प्रमार्पत्र प्राप्ि िहीं ककया है

और जबकक तिष्पािक िे (ड.)................................... को संिुष्ट कर दिया है कक वह उक्ि धिराशि पािे का हकिार


है और यह कक यदि तिष्पािक को सक्षम न्हयायािय से अशभभावक होिे का प्रमार्पत्र प्रस्िुि करिे की वश्यकिा
पड्िी है िो यह उक्ि ......................रूपए की राशि के भग
ु िाि से पहिे उसके शिए अिधु चि िे री और कदििाई पैिा
करे गा

और जबकक सरकारी तियमों और िे िों के िहि तिष्पािक को उक्ि राशि का भग


ु िाि करिे म. सरकार को कोई
पजति िहीं है , ककन्हिु तिष्पािक के शिए यह अतिवायि है कक तिष्पािक को उक्ि राशि का भुगिाि ककए जा सकिे
से पूवि उक्ि (ग) को पूवोक्ि िे य राशि हे िु सभी प्रकार के िावों के ववरुद्ध सरकार को सुरक्षक्षि रखिे हे िु एक प्रतिभू/
िो प्रतिभुओं के साथ एक क्षतिपूतिि बंधपत्र तिष्पादिि करे

और जबकक तिष्पािक और उसके अिुरोध पर प्रतिभू, इसम. गे तिदहि ििों और िरीके से बंधपत्र तिष्पादिि करिे
के शिए सहमि हो गए हैं

अब इस बंधपत्र की ििि यह है कक तिष्पािक को भुगिाि कर दिए जािे के बाि, उक्ि राशि के संबंध म. सरकार के
ववरूद्ध ककसी अन्हय ्यजक्ि द्वारा िावा ककए जािे की जस्थति म. तिष्पािक और/ या प्रतिभू................... रूपए की
उक्ि राशि सरकार को िटटा ि. गे और अन्हयथा क्षतिपूतिि कर. गे िथा सरकार को उक्ि राशि और उस िावे के
पररर्ामस्वरूप हुए सभी खचो के संबंध म. सभी िातयतवों से क्षतिपूररि और हातिरदहि रख.गे िब यह बंधपत्र अथवा
बाध्यिा िून्हय होगी और प्रभावी िहीं होगी िेककि अन्हयथा यह पूर्ि वैध, बाध्यकारी और प्रभावी रहे गी
और यह बंधपत्र इसका भी साक्षी हैं कक प्रतिभू/प्रतिभओ
ू ं की जािकारी या सहमति के या उसके बबिा या कोई
अन्हय िरीके या प्रतिभुओं से संबंधधि ककसी कािूि के िहि कोई भी िरीका या बाि, जो इस उपबंध के शिए
प्रतिभू/प्रतिभुओं के इस प्रकार के िातयतव पर प्रभावी हो, तिष्पािक द्वारा बाध्यिाओं या ििों के संबंध म. तिष्पािि
या ििों के तिष्पािि या पािि ककए जािे म. सरकार द्वारा समय दिए जािे या तिष्पािि म. िे री या चूक के कारर्
यहां उजलिखखि प्रतिभुओं के िातयतव खंिडि या तिष्पादिि िहीं होंगे, ि ही सरकार के शिए यह वश्यक होगा कक
वह यहां उजलिखखि िे य राशि के शिए प्रतिभू/प्रतिभओ
ु ं या उिम. ककसी एक पर मक
ु िमा चिािे से पव
ू ,ि तिष्पािक पर
मुकिमा चिाए, और इस बंधपत्र पर यदि कोई स्टांप प्रभार िागू है , िो सरकार उसके वहि की सहमति ्यक्ि करिी
है

इसके साक्ष्यस्वरूप तिष्पािक और प्रतिभू िे उपयुक्


ि ि िारीख, माह और वर्ि को यहां अपिे हस्िाक्षर ककए हैं

उपयुक्
ि ि ‘तिष्पािक’ द्वारा तिम्िशिखखि की उपजस्िाति म. हस्िाक्षररि

1.................................................................
2..................................................................

उपयुक्
ि ि प्रतिभू/प्रतिभुओं द्वारा हस्िाक्षररि

1.................................................................
2..................................................................

भारि के राष्.पति के शिए व उिकी ओर से.....................................................................................


(गवाह का िाम व पििाम)
की उपजस्थति म. ........................................................................................................................
(संववधाि के अिुच्ेे ि 299( ) के अिुसरर् म. राष्.पति की ओर से बंधपत्र स्वीकार करिे के शिए तििे शिि या
अधधकृि अधधकारी का िाम व पििाम)
द्वारा स्वीकृि

दटप्पर्ी - (क) िावाकिाि, जजसे ‘तिष्पािक’ कहा गया है , का पूरा िाम और पिा

(ख) दिवंगि कमिचारी से तिष्पािक का संबंध

(ग) दिवंगि सरकारी कमिचारी का िाम

(घ) वपिा/ पति के पूरा िाम और तिवास स्थाि के पिे सदहि प्रतिभुओं का पूरा िाम

(ड.) भुगिाि करिे के शिए उतिरिायी अधधकारी का पििाम

दटप्पर्ी - इस बंधपत्र के वैध अथवा बाध्यकारी होिे के शिए वश्यक है कक तिष्पािक और प्रतिभू वयस्क हो
चक
ु े हों

You might also like