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आपक मृ यु पर?
‘ द मंक सो ड हज़ फ़रारी’ से जीवन के उपदे श
रॉ बन शमा
काशक
जयको प ल शग हाउस
ए-2 जश चबस, 7-ए, सर फ़रोज़शाह मेहता रोड
फोट, मु बई- 400 001
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www.jaicobooks.com
© रॉ बन शमा
-नॉमन क ज़न्स
वषय-सू च
तावना
1. अपना ल य खो जए
2. त दन कसी एक अजनबी पर उपकार क जए
3. अपना क ण बनाये र खये
4. ढ़ ेम का अ यास क रए
5. दै नक प का बनाएं
6. ईमानदारी के म का वकास क रए
7. अपने अतीत का आदर क रए
8. अपने दन क अ छ शु आत क रए
9. श ता के साथ न बोलना सी खए
10. सा ता हक व ाम ली जए
11. खुद से वातालाप क रए
12. च ता करने का समय नधा रत क रए
13. ब च को आदश बनाइए
14. याद र खए, तभा 99 तशत ेरणा होती है
15. म दर क हफ़ाजत क रए
16. शा त रहना सी खए
17. अपने आदश पड़ोस के बारे म सो चए
18. सुबह ज द उठ
19. अपनी परेशा नय को आशीवाद सम झए
20. ब तायत म हँ सए
21. एक दन बना घड़ी के बताइए
22. यादा जो खम ली जए
23. जीवन जओ
24. चल च से सी खए
25. अपने धन को आश वाद द जए
26. यो यता पर यान द जए
27. ध यवाद क ट पणी ल खए
28. हमेशा अपने साथ एक कताब र खए
29. यार का बहीखाता बनाइए
30. ल ग के आँख क पुतली के पीछे जाइए
31. अपनी परेशा नय क सूची बनाइए
32. काय स पादन क आदत डा लए
33. अपने ब च को एक उपहार सम झए
34. रा ते का आन द ली जए न क पुर कार का
35. याद र खए क प रवतन के पहले जाग कता आती है
36. ‘ ूज़डेज वद मौरी’ प ढ़ए
37. अपने समय के वामी ब नए
38. अपने को शा त र खए
39. नदे शक क प रषद क भत क जए
40. अपने अ थर दमाग का इलाज क रए
41. पूछने म न हचक
42. अपने पेशे म उ च अथ ढूं ढ़ए
43. अपने पु तकालय म महापु ष क पु तक र खए
44. अपनी तभा का वकास क रए
45. कृ त से स ब ध जो ड़ए
46. रा ते के समय का उपयोग क रए
47. समाचार का त र खए
48. अपने उ े य को ग भीरता से ल
49. 21 का नयम याद र खए
50. मादान कर
51. ताजे फल का रस पी जए
52. प र कृत वातावरण का सृजन क रए
53. जंगल क ओर मण को जाएं
54. एक गु बनाएं
55. एक छोटा अवकाश ल
56. एक वयंसेवी ब नए
57. पृथकता के छः कदम को चु नए
58. त दन संगीत सु नए
59. धरोहर के प म वा य ल खए
60. तीन महान म बनाइए
61. ‘ द आ ट ट् स वे’ प ढ़ए
62. यान लगाना सी खए
63. जी वत रहते अ तम सं कार क जए
64. शकायत छोड़कर जीना शु क रए
65. अपना मह व बढ़ाइये
66. एक अ छे अ भभावक बन
67. द कयानूसी न रह
68. अपने ल य का प र खए
69. अपने संवेग पर नय ण रख
70. साधारण का वाद ली जए
71. भ सना करना ब द क रए
72. अपने दन म पूरी ज़ दगी दे खए
73. भु व के र ते का सृजन कर
74. अपने वहार क दनचया बनाइए
75. एक समृ वा त वकता क क पना क रए
76. अपने जीवन के सी.ई.ओ. ब नए
77. वन ब नए
78. हर पु तक को पढ़कर समा त मत क जए
79. अपने साथ कठोरता का वहार न कर
80. शा त रहने क त ा क जए
81. फोन पर घ ट बजने पर हर बार फोन न उठाएं
82. याद र खए मनोरंजन म सृजन का थान होना चा हए
83. का बल वरोधी चु नए
84. कम सोइए
85. प रवार के खाने का समय र खए
86. छद्मवेष धारण क रए
87. सावज नक वातालाप का श ण ली जए
88. छोट बात को मत सो चए
89. उन बात के लए च तत न ह ज ह आप बदल नह सकते
90. चलना सी खए
91. अपने जीवन क कहानी दोबारा ल खए
92. वृ उगाइए
93. अपनी शां त के लए जगह ढूं ढ़ए
94. यादा त वीर ली जए
95. साहसी बन
96. तनाव से छु टकारा पा कर घर आइए
97. अपनी मूल वृ य का आदर क रए
98. ेरक उ रण को एक त क रए
99. अपने काम से ेम क रए
100. वाथहीन सेवा क रए
101. प रपूण जीवन जएं जससे आप स ता के साथ मृ यु ा त कर
तावना
अपना ल य खो जए
जब म बड़ा हो रहा था तो मेरे पता ने मुझसे कुछ ऐसा कहा जो म कभी नह भूल
सकता, “बेटा तुम जब पैदा ए तो तुम रोए जबक पूरी नया ने ज मनाया। अपना
जीवन ऐसे जयो क तु हारी मौत पर पूरी नया रोए जब क तुम ज मनाओ।” हम उस
काल म जी रहे ह जहाँ हम जीवन का अथ भूल गए ह। हम ब त आसानी से इ सान को
च मा पर भेज रहे ह पर हमारे लए सड़क पार करके अपने पड़ोसी से मलना मु कल हो
रहा है। हम एक बा द मसाइल को बना कसी चूक के नया के आर-पार दाग सकते ह
पर तु अपने ब च को पु तकालय ले जाने का समय नकालने से चूक जाते ह। हमारे पास
ई-मेल, फै स मशीन और ड जटल फोन जैसे साधन ह जनके ारा हम ब त आसानी से
जुड़े रह सकते ह फर भी हम उस व म रह रहे ह जसम हम आपस म सबसे कम जुड़े ए
ह। हमने अपनी मानवता को खो दया है। हम अपने जीवन का उ े य भूल गए ह। हमने
जीवन क सबसे अहम बात को व मृत कर दया है।
और अब जब आप यह पु तक पढ़ने जा रहे, है म आदरपूवक आपसे पूछना चा ंगा क
ऐसा कौन है जो आपक मौत के बाद रोने वाला है। आप कतने जीवन पर अपनी छाप
डालगे जब क आपको इस ह पर चलने का मौका मला है। आने वाली पी ढ़य पर आपके
जीवन का या असर होगा। और आपने अपने अ तम पड़ाव से पहले या धरोहर छोड़ी।
एक सीख जो मने अपने जीवन से ली है वह यह है क अगर हम अपने जीवन का नय ण
अपने हाथ म नह लेते ह तो जीवन हम नय त करने लगता है। दन ह त म बीत जाते ह
ह ते महीन म और महीने साल म। सब कुछ इतना ज द ख म हो जाता है क हम सफ
जीवन को पूणता के साथ न जी पाने का अफ़सोस करते रह जाते ह। जाज बनाड शॉ क
मृ यु-शै या पर उनसे पूछा गया, “अगर आपको यह जीवन दोबारा जीने का मौका दया
जाए तो आप या करगे?” उ ह ने एक ल बी सांस लेकर कहा, “म वह इ सान बनना
चा ंगा जो म बन सकता था पर तु नह बना।” आपके साथ भी ऐसा न हो इस लए म यह
कताब लख रहा ं।
एक वसा यक व ा होने के नाते म अपने काम के सल सले म अपना अ धकतर
समय उ र अमरीका के पार अपने भाषण और स मेलन म तीत करता ं। एक शहर से
सरे शहर म वसाय क नया म नायक व के बारे म अपनी अ त और वचार को
व भ ल ग म बांटता ं। हांला क वे लोग जीवन के अलग-अलग रा त से आते ह पर तु
घूम फर कर उनके सफ एक बात पर के त रहते ह क वे कस कार अपने जीवन
का बेहतर अथ ढूँ ढ़ सकते ह। कस कार वे अपने काय ारा एक थायी सहयोग दान कर
सकते ह और इसके पहले क ब त दे र हो जाए वे अपने जीवन के सफर को आसान
बनाकर उसका आन द ले सक।
मेरा उ र हमेशा इसी तरह शु होता है: अपना ल य ढूं ढये। मुझे व ास है क सबम
व श गुण होते ह जो इस इ तजार म रहते ह क उनको कसी उ चत उ े य म उपयोग
कया जाए। हम सब यहाँ कसी अनूठे ल य के लए ह, एक ऐसा महान उ े य जो हम
अपनी मानवता के सव च गुण को उजागर करने म मदद दे सके और साथ ही हमारे आस-
पास के लोग के जीवन म कुछ अथ जोड़ सके। अपने ल य को खोजने का यह मतलब नह
है क आप वतमान के काय को छोड़ द। इसका अ य त सरल मायने है क आपको अपने
काम म उन चीज पर यादा यान दे ना चा हए जो आप सबसे ब ढ़या तरीके से कर सक
और अपनी छाप छोड़ सक। इसका मतलब है क आपको जस प रवतन क आशा है उसे
वा त वक प दे ने के लए सरे ल गो क त ा न कर और जैसा क महा मा गांधी ने
कहा था “उस बदलाव को वयं लाने क को शश क रए जो नया म दे खना चाहते ह।”
और जैसे ही आप यह करगे जीवन बदल जाएगा।
अ याय 2
ढ़ ेम का अ यास क रए
दै नक प का बनाएं
ईमानदारी के म का वकास क रए
अपने दन क अ छ शु आत क रए
श ता के साथ न बोलना सी खए
आपके लए अपने सामने आने वाले हर अनुरोध के लए हामी भरना तब आसान होता है
जब आपके जीवन क ाथ मकताएं धुंधली होती है। जब आपके दन ेरक और प रपूण
कोण के बना भ व य का मागदशन करते ह तब उसका अ तम प रणाम इस प म
हमारे सामने आएगा क आपके आस पास काम करने वाले लोग के लए उनक
ाथ मकताएँ आपके काय पर हावी करना क ठन नह होगा। जैसा क मैने ‘लीडर शप
वज़डम ॉम द मंक सो ड हज फ़रारी’ म लखा है, “अगर आपके दै नक काय म म
आपक धानताएँ आपक सा रणी का ह सा नह बनती ह तो सर क ाथ मकताएँ
उनका थान ले लगी। इसका उपाय सफ यह है क आपको अपने जीवन के उ चतम उ े य
के बारे म ढ़ बनना है और श ता के साथ नह बोलना सीखना है।
एक चीनी धमा मा वा ग सू ने एक आदमी क कहानी सुनाई थी जो एक महाराजा के
लए तलवार गढ़ता था। न बे साल क उ मे भी वह अपना काम अ य त साम य और
बखूबी से करता था। चाहे जतनी भी ज द म कया जाए पर उसके काम म ग ती नह
होती थी। एक दन महाराजा ने उस वृ से पूछा “यह एक वभा वक गुण है या कोई
अनोखी तकनीक जसक वजह से तुम इतना ब ढ़या काम करते हो?” “आव यक बात पर
यान दे ना ज़ री होता है,” तलवार गढ़ने वाले कारीगर ने कहा, “मने तलवार बनाने का
काम इ क स साल क उ म शु कया था। फर म कसी और चीज़ क फ नह करता
था। मैने तलवार के अलावा न तो कभी कसी व तु क ओर दे खा और न ही यान दया।
तलवार गढ़ना मेरा उ े य और मेरी चाहत बन गई। मैने स पूण श य को कसी और दशा
म जाने के बजाए सफ अपनी कला क दशा म नद शत कर दया। यही मेरी े ता का
राज है।”
सबसे यादा स म लोग अपनी उस ‘सव चता के े ’ पर यान दे ते ह जन बात म
वे सव े ह और अपनी भावकारी ग त व धय से अपने जीवन को आगे क दशा म बढ़ा
सकते ह। अपनी सव च मह वपूण चीज़ क चुरता के कारण कुछ यून मह व वाली चीज़
हमारा यान आक षत करके व न डाल सकती ह उ ह नकारा जा सकता है। माइकल
जॉडन जो बा केट बॉल के इ तहास म सबसे अ छा खलाड़ी माना जाता है वह न तो अपने
ल खत समझौत को तय करता था, न ही अपनी पोशाक क डज़ाइन बनाता था, और न
ही अपनी या ा क तैयारी करता था। वह अपने समय और श य को पूरी तरह से बा केट
बॉल के खेल पर के त कर दे ता था जसम वह सव म था, बाक के काम क ज मेदारी
उसके ब धक करते थे। जैज़ के महान कलाकार लुई आम ांग ने अपना समय कभी भी
टकट बेचने म या ोता क कु सयाँ लगाने म न नह कया। उसने अपने यान का के
ब अपनी कला पर रखा जो क तुरही बजाने म थी। अनाव यक बात को अ वीकार करने
से आप उन चीज़ पर यादा समय दे सकते है जससे हमारे जीवन को संवारने और बेहतर
बनाने म मदद मलती है और साथ ही सहायता भी मलती है क हम उस धरोहर को छोड़
सके जसके उ े य को पूरा करने के लए हम पैदा ए ह।
अ याय 10
सा ता हक व ाम ली जए
खुद से वातालाप क रए
ब च को आदश बनाइए
म दर क हफ़ाज़त क रए
कुछ महीने पहले म अपने सहकम के साथ दोपहर का भोजन कर रहा था। जब हम इस
बारे म बात कर रहे थे क हम अपने जीवन म तता के बावजूद कैसे के त और
स तु लत रह सकते ह, उसने एक श शाली ट पणी क , “रॉ बन, अ धकांश लोग रोज़
गरजा या म दर जाते ह जससे वह के त और यथाथ पर रह सक। म थोड़ा फक ं। म
ायामशाला जाता ं वह मेरा म दर है।” उसने कहा क वह चाहे कतना भी त य न
हो पर 5:30 बजे शाम को अपना द तर ब द करके वह अपनी त दन क तीथया ा जो
क अपनी ायामशाला क ओर है पर नकल पड़ता है। जहां वह े ड मल पर कुछ मील
दौड़ता है। उसे कोई भी ताकत इस वा य और स ता के नधा रत समय से नह रोक
सकती।
मेरे म के इस तक ने मुझे एक ाचीन रोमन कथन को याद दला दया जो मैने अपनी
पहली पु तक ‘मेगा ल वग’ म लखा है जो लै टन भाषा म है और जसका अथ है “एक
व थ शरीर म ही एक व थ मन रहता है।” इसने मुझे यह भी महसूस कराया क अगर एक
संतु और स पूण जीवन जीना चाहते ह तो हम अपने शरीर को एक म दर के समान प व
समझना चा हए। त दन ायाम न सफ आपका वा य सुधारेगा ब क यह आपको
प ता के साथ वचार करने म और आपक सृजना मक वशेषता को भी आगे बढ़ाने म
मदद करेगा। साथ ही आपको इस नदयी तनाव से भी छु टकारा दलाएगा जो आजकल हम
सबके ऊपर हावी होने लगा है। शोधकाय ने यह स कया है क ायाम न सफ आपक
उ को जीवन से भर दे ता है ब क आपके जीवन म उ जोड़ दे ता है। हावड के 18,000
पुराने व ा थय ने यह पाया क वह हर घ टा जो कसरत के लए दया जाता है वह उन
लोग के जीवन म तीन घ ट क बढ़ो री कर दे ता है। और याद र खए क “जो लोग
ायाम के लए समय नह नकालते उ ह बीमा रय के लए समय नकालना पड़ता है।”
मेरे अपने जीवन के लए मैने न त कया है क म ह ते म पांच बार तैरने जाऊंगा।
तैरने क या म कस तरह का नवजीवन दे ने क श है उसक ा या म नह करना
चाहता। काश! म यह कह सकता क म हर ह ते इस ल य को ा त करता ं पर तु ऐसा
नह है। फर भी इतना ऊंचा ल य मुझे इस बात पर के त रखता है क मेरे लए अपने
आपको शारी रक मता के शखर पर रखने के लए और मेरे स पूण वा य तथा ब ढ़या
जीवन के लए यह कतना आव यक है। हर बार का अ यास एक से कामयाब प रणाम
लाता है वह यह है क म फू त, शा त, संतुलन और स ता क भावना से भर जाता ं।
मेरे ायाम का स मेरे लए एक अनमोल चीज़ लेकर आता है और वह है मेरा कोण।
मेरी चालीस मनट क तैराक के बाद मेरे जीवन क संघष से भरी ई कोई भी चुनौ तयां
मुझे छोट लगती ह, और कसी भी कार क परेशा नयां मुझे मामूली लगती ह। म अपने
आपको अपने वतमान म पूण प से जीता आ पाता ं। अपने शरीर के म दर के दे खभाल
करने क या मुझे याद दलाती है क जीवन क सबसे बड़ी खु शयां अ सर साधारण
और सरल होती ह।
अ याय 16
शा त रहना सी खए
सुबह ज द उठ
ब तायत म हँ सए
पछले कुछ दन मैने ऐसा कया जो मैने ब त साल से नह कया था, मैने अपनी घड़ी
घर छोड़ द और पूरा दन बना समय पर यान दए बताया। घड़ी के हसाब से जीने और
उस दन क योजना बनाने के बजाए मैने सफ वह कया जो मेरा मन आ और उस ण के
लए जया। म एक समय क कठपुतली बने रहने के बजाए एक वा त वक इ सान बन गया।
ात: काल के समय म जंगल म र तक मण के लए गया जो मुझे ब त य है।
अपने साथ म ‘वॉ डन’ क एक पुरानी त ले गया जो सामा जक दाश नक हेनरी थौरो के
ारा लखी गई है। यह वह कताब है जो मुझे अ य धक पस द है। बैठकर पढ़ने के लए
एक सु दर थान ढूं ढकर मने सामा ज य के उन ण का अनुभव कया जहां प रपूणता
ब कुल सही समय पर घटती है। मैने पु तक को न े य प से खोला और तुत
अनु छे द को अपने सामने पाया।
“म जगंल म गया य क म अपने जीवन को अ छ तरह सोच वचार कर जीना चाहता
था। म यह नह चाहता क मरने से पहले मुझे यह पता चले क म जीवन भर सफ
अ नवायता का सामना करता रहा और म वह वयं ही नह सीख पाया जो म सर को
सखाने वाला था। म वैसा जीवन नही जीना चाहता था जो वा तव म जीवन नह था। जीवन
क ठन अव य है पर तु इसका यह मतलब कतई नह था क म याग का जीवन जीना
चाहता था जब तक ऐसा ज़ री न हो जाता। म एक ऐसे गहन जीवन क तलाश म था
जससे उसका सार नकाल सकूं और एक यो ा क तरह इस जीवन के यु े म उस सब
को हरा सकूं जो असली जीवन नह है।”
मैने इस महान के श द पर मनन च तन कया और अपने आस पास फैली ई
जा ई सु दरता से अपने आप को सराबोर कर लया। बाक दन मैने एक कताब क कान
पर, अपने ब च के साथ ‘टॉय टोरी’ दे खते ए, आंगन म अपने प रवार के साथ आराम
करते ए और अपनी पस द का संगीत सुनते ए गुजारा। न तो यह महंगा है न ज टल बस
सफ आन द से प रपूण है।
अ याय 22
यादा जो खम ली जए
जीवन जओ
चल च से सी खए
अपने धन को आश वाद द जए
यो यता पर यान द जए
ध यवाद क ट पणी ल खए
जो चीज़ करना आसान होता है वही चीज न करना भी उतना ही आसान होता है। जैसे
जैसे हमारे जीवन क ग त बढ़ती जाती है वैसे वैसे इन सरल भाव का उन ल गो पर ब त
भाव पड़ता है जो इसके यो य ह। और मेरी सरल भाव क सू च म सबसे ऊपर के थान म
एक भूली ई लखने क कला है जसे ऋण प कहते ह शा मल है जसके प रणाम गहन
होते ह।
हर कसी को प मलने पर खुशी होती है। यह मानव क स चाई है। हम सबके दय म
मह वपूण महसूस होने क इ छा छु पी ई है। म वा तव म अ य त स होता ं जब मुझे
उन लोग के प मलते ह ज होने मेरी पु तके पढ़ ह और मेरी श ा को अपने जीवन म
सकारा मक बदलाव लाने के लए यु कया है। ऐसी ब त कम चीज़े ह जो मुझे उतनी
खुशी दे पाती ह जो मुझे इन च य के मलने से होती है, जो वे पु ष और यां भेजते ह
ज होने मेरी श ाशाला म उप थत होकर लाभ उठाया है, और अपने पेशे तथा गत
जदगी म सुधार पाया है। और यह जानते ए क मुझे वंय इससे कतनी खुशी मलती है
जब मुझे सर के प मलते ह, म पूरी को शश करता ं क हर प का जवाब एक
ध यवाद के साथ ं ।
वे लोग चाहे जो ह जनके साथ मेरा रोज़मरा क ज दगी म काम पड़ता है, या वे
अ धकारी जो मुझे बोलने के लए नयु करते ह, या लोग जो मेरे गत श ण के
काय म म आते ह, या वे प कार जो मेरा सा ा कार लेना चाहते है और या वे उ ोगप त
जो मुझे नए अवसर के बुलाते ह – म हर मुलाकात का एक कृत ता प के साथ अनुसरण
करने क को शश करता ।ं यह अव य ही काफ समय लेता है और मेरे काय का भार बढ़
जाता है पर तु कुछ त याएं ऐसी होती ह जनम र त को बनाने और जोड़ने क श
होती है जैसे क दल से महसूस कया गया एक ध यवाद प । यह दशाता है क आप
फ म द, समझदार तथा मानवीय ह। तो इस ह ते बाहर जाइए और ध यवाद के काड का
एक पैकट खरीद लाइए या जो ढे र क सं या म आपके गोदाम म ा य ह गे और लखना
शु क जए। आप और वे सारे लोग जनके साथ आप काम करते ह आपके इस काय से
खुश ह गे।
अ याय 28
एक बार मदर टे रेसा ने कहा था, “कोई काय महान नह होता। सफ छोटे काय होते ह जो
महान ेम के साथ कए जाते ह।” ऐसे कौन से छोटे काय ह जो आप खुद अपने लए और
आपके जीवन म मह वपूण लोग के बीच का र ता मज़बूत करने के लए आज कर सकते
ह? ऐसे कौन से न े य दयालुता और बना वाथ के सु दर काय ह जो आप कसी के दन
को थोड़ा अ छा बनाने के लए कर सकते ह? संवेदनशील होने क सबसे बड़ी वड बना है
क दे ने क या अपने बारे म अ छा महसूस करने पर मज़बूर करती है।
सर के लए ेम क भावना से प रपूण होने का अ यास करने के लए एक यार का
बहीखाता बनाइए। हर दन उसम कुछ नाम जमा क जए जैसे अपने आस पास वाले कसी
के लए कोई ऐसा छोटा सा काय करना जो उसके जीवन म खुशी भर सके। अपने
सहकम के लए बना कारण फूल ले जाना, अपने म को अपनी पस द दा कताब क
त भेजना और समय नकाल कर अपने ब च को बताना क आप उनके बारे म या
अ छा महसूस करते ह आ द जैसी बात शु आत करने के अ छे तरीके ह।
एक चीज़ जो मैने जीवन म सीखी है वह यह है क छोट बात ही जीवन क जीवन क
बड़ी बात होती ह। त दन आपके यार के खाते म यह छोट धरोहर आपको अपने बक म
जमा धन से यादा स ता दे गी। जैसा क इमरसन ने कहा है, “ बना एक धनवान दय के,
धन एक बदसूरत भखारी के समान है।” या जैसा टॉल टाय ने लखा है, “खुशी बटोरने के
लए हम अपने आपको एक मकड़ी क तरह अपने ेम का जाल हर दशा म बुनना होगा
जससे जो भी उसम आए फंसकर वापस न जा पाए।”
अ याय 30
अपने ब च को एक उपहार सम झए
मेरा बेटा को बी ‘फादस डे’ के दन अपने व ालय से एक हाथ से बना आ काड लेकर
आया। उसके ऊपर मेरे बेटे के हाथ क छाप थी और काड के अ दर उसक फोटो के ऊपर
यह पं यां थी, “आप कभी कभी हताश हो जाते ह य क म छोटा ं और हमेशा अपने
हाथ के च ह फन चर तथा द वार पर छोड़ दे ता ं। पर तु हर दन म बड़ा हो रहा ं और
एक दन म पूरा बड़ा हो जाऊंगा और वे छोटे हाथ के सब नशान कह गुम जाएंग।े अत:
आपके लए एक अ तम छाप है जससे आप याद कर सकगे क जब म छोटा था तो मेरे
हाथ असली म कैसे दखते थे। यार, को बी।”
ब चे कतनी ज द बड़े होते ह। ऐसा लगता है क यह कल क बात है क म श य क
के बाहर अपने बेटे के ज म का इ तजार कर रहा था और फर दो वष बाद अपनी बेट
बया का के ज म का अपने आप से यह वादा करना ब त आसान है क आप ब च के
साथ यादा समय गुजारगे जब आपका काय थोड़ा कम हो जाएगा, या जब आपक
पदो त होएगी, या अगले साल जब आपको थोड़ा और समय मलेगा। पर तु अगर आप
अपने जीवन क बागडोर अपने हाथ म नह लेगे तो जीवन आपके ऊपर हावी हो जाएगा।
ह त को महीन म और महीन को साल म बदलते दे र नह लगती और जब तक आप इसे
समझ पाते ह वह छोटा सा ब चा एक वय क के प म वंय अपने प रवार के साथ खड़ा
मलता है। सबसे बड़ा तोहफ़ा जो आप अपने ब च को दे सकते ह वह है आपका समय।
और सबसे बड़ा उपहार जो आप अपने ब च को दे सकते ह वह है अपने ब च को असली
प म दे ख कर आन द लेना। ब चे हमारे जीवन क वल ण भट ह।
‘ द ोफेट’ म ख लल ज ान मे मुझ से यादा ब ढ़या तरीके से इस वचार क ा या
क है, “आपके ब चे सफ ब चे नह ह। वे बेटा और बेट के प म जीवन क अ भलाषा
और लालसा ह।”
अ याय 34
रा ते का आन द ली जए न क पुर कार का
‘ ूज़डेज वद मौरी’ प ढ़ए
अपने को शा त र खए
नदे शक क प रषद क भत क जए
पूछने म न हचक
मुझे सबसे यादा खुशी कसी ऐसे से मलकर होती है जसने मेरी कताब पढ़ ह
या मेरे टे प सुने ह और मुझसे कहता है, “आपके वषय वशेष ने मुझे इतना े रत करा और
हला कर रख दया क उनको पढ़ने के बाद मने बाहर जाकर दस और पु तक जीवन को
सुधारने के लए खरीद और सब पढ़ डाली। और उ होने मुझे पूरी तरह बदल कर रख दया
है।”
म सफ जीवन के नेतृ व क पु तक नह लखता ं पर तु उनका सम पत श य भी ं।
जैसा क मने एक पुराने पाठ म बताया है क म कताब क कान पर उनक अलमा रय
के सामने नवीनतम सं करण को जो मुझे श ा दे कर जागृ त दे सकते ह उलटते पलटते
घ ट बता दे ता ं। म पुरानी पु तक क कान पर भी अ सर जाता रहता ं जहां से मने
अपनी कुछ सबसे ब मू य पु तक सफ कुछ डॉलस म (पुरानी कताब क ेणी म
मै सवेल मॉ ट् स के सा ह य से साइको-साइबरने ट स’ नामक पु तक मेरी मेज पर है जस
पर अभी भी 2.95 डॉलर का मू य छपा आ है। मेरे पास सेनेका क ‘लेटस ाम टॉइक’
क भी एक त है जो क एक ब मू य पु तक है और जसे मेरे पता ने 1.95 डॉलर म
खरीदा था।)
चूँ क कोई भी पाठन आपके मन को सुधारता है तो इस नया म जहां ब त कुछ करने
के लए है आप जो भी पु तक पढ़े उसके लए उनका चुनाव सही होना चा हए। इस लए म
आपको सुझाव ं गा क आप जैसा क थौरो ने कहा है अपना यादातर समय ‘ द हीरोइक
बु स’ को पढ़ने म गुजार वे कताब जो सबसे यादा तेज वी वचार क स म लत करती
ह। अपने म त क को ए प टे टस और क यूशस जैसे महान दाश नक के वचार से घोट
ली जए। सबसे बु मान क वय क क वताएं प ढ़ए जैसा क लॉड अ े ड टे नसन,
ए म ल ड क सन, जॉन क ट् स और लओ टॉल टाय, हरमन हैस और ो ट् स के उप यास
प ढ़ए। महा मा गांधी, अलबट आइ सटाइन और मदर टे रेसा के लेख प ढ़य इन काय को
करने म अगर दन म कुछ मनट भी दए जाए तो आपको अपने जीवन के सच पर के त
रखेगा और आ खर म आपके च र पर गहन असर डालेगा। एक बातचीत के काय म म
जब सव च फ म सतारे लैरी कग से पूछा गया क जीवन म उसे कस बात का पछतावा
है तो उसने कहा था, “मुझे महान पु तको क जड़ तक जाना चा हए था।”
यहां कुछ उन भावशाली पु तक के नाम ह ज होने मुझे मेरा जीवन बदलने म मदद
क और मुझे वह ववेक और ेरणा द क म स पूणता तथा सावधानी के साथ जी सकूं।
अगर आप ये सारी पु तक पढ़ लगे और उन श ा पर दए अनुसार अमल करगे तो आप
सफ अपनी प र थ तय म सुधार लाएंगे।
कृ त से स ब ध जो ड़ए
रा ते के समय का उपयोग क रए
समाचार का त र खए
अपने उ े य को ग भीरता से ल
21 का नयम याद र खए
मादान कर
ताजे फल का रस पी जए
जंगल क ओर मण को जाएं
एक गु बनाएं
एक छोटा अवकाश ल
एक वयंसेवी ब नए
पृथकता के छः कदम को चु नए
त दन संगीत सु नए
धरोहर के प म वा य ल खए
‘ द आ ट ट् स वे’ प ढ़ए
यान लगाना सी खए
ांस के ग णत लेज पा कल ने लखा है, “हर इ सान क परेशा नयां अपने कमरे म
चुपचाप न बैठ पाने के कारण आती ह। हम अपने जीवन को शोर शराबे क या से
भरने के आद हो चुके ह। हम रे डयो क ती आवाज के साथ उठते ह और टे ली वज़न के
समाचार के साथ तैयार होते ह। हम जब काम पर जाते ए गाड़ी चलाते ह तो भी हम
ापार क नवीनतम रपोट सुन रहे होते ह और अगले आठ घ टे हम द तर के कोलाहाल म
बता दे ते ह। जब हम दन ख म होने पर घर आते ह तब हम फर से अपनी शाम क
या म त हो जाते ह जहां पीछे से टे ली वज़न क आवाज, फोन क घ टयां,
क यूटर क भन भनाहट हमारा पीछा नह छोड़ती है। पा कल ने सही लखा था क हमारी
यादातर च ता क शु आत इस बात से होती है क हम सबने हर दन थोड़ी दे र के लए
भी अपने जीवन म शांत रहने के मह व को भुला दया है।
बना यान पी गुण के स पूण और प रपूण जीवन क क पना नह क जा सकती।
अगर आप एक या पर लगातार अपना यान के त नह कर पाते ह तो आप कभी भी
अपने ल य को पा सकग और न ही अपने व बना पाएंगे और न ही रोजमरा के जीवन का
आन द ले पाएंग।े बना मान सक अनुशासन के तु छ वचार और च ताएं आपका पीछा
करगी और आप म कभी भी अपने आपको अ धक अथपूण या म शा मल होने का
मौका नह मल पाएगा। बना गहन मनोयोग के आपका दमाग आपका मा लक बनकर
आपको गुलाम बना लेगा।
जस दन से मने अपना यान के त करना सीखा उसी दन से मेरे जीवन म बदलाव
आया। मनोयोग कोई नए जमाने का अ यास नह है जो सफ पहाड़ पर रहने वाले साधु
तक सी मत है। इसके वपरीत यान एक अ य त पुरानी प त है जसका वकास नया
के कुछ सव च प से बु मान लोग ने अपने मन का पूण प से नय ण अपने हाथ म
लेने के लए कया था जसके ारा उपयोगी काय म पूरे साम य को लगाया जा सके।
मनोयोग वह या है जो आपके म त क को वह काय करने के लए श त करती है
जसके लए वह बनाया गया है। और इससे यह मूलभूत लाभ है : जो शा त और न छलता
आपको हर रोज बीस मनट के यान से मलेगी वह आपके हर मनट को ेरणा से भर दे गी।
आप सर के साथ अपने स ब ध म कायम रखग द तर म यादा थर और एकांत म
यादा खुश रहगे। मनोयोग आपको एक बेहतर माता, पता, जीवन साथी, वसा यक
या म म प रव तत करता ह आपको इस मन को अनुशासन सखाने वाली पाँच
हज़ार साल पुरानी श क खोज करने म जरा भी वं चत नह रहना चा हए।
अ याय 63
जी वत रहते अ तम सं कार क जए
अपना मह व बढ़ाइये
एक अ छे अ भभावक बन
द कयानूसी न रह
अपने ल य का प र खए
अपने संवेग पर नय ण रख
साधारण का वाद ली जए
कोई भी इ सान अपनी मृ यु के बाद अपनी संप अपने साथ नह ले जाता है। मैने आज
तक कसी गाड़ी को दाह सं कार के लए अथ के पीछे जाते नह दे खा है। अपने जीवन के
आ खरी ण म हम अपने साथ सफ उन याद को ले जा सकते ह जो हमारे अनुभव थे
और ज ह ने हमारे जीवन को और अथपूण बना दया था। इसके अनुसार म अपने दन ऐसे
काय करने म बताना चा ंगा जो मुझे स ता क याद दे गा न क भौ तक स प क । मने
यह पाया है क मेरे सबसे यादगार ण जीवन क साधारण बात ने दए ह। जस दन मेरी
बेट बया का ने चलना सीखा मेरे बेटे को बी का पहला समस गायन (जहां उसने अपना
यादा समय गाने म न दे कर अपने गव से भरे ए पता क ओर हाथ हलाने म लगाया),
जस दन हमारे प रवार ने बा रश म खेला और वह पूणमासी क शाम जब हमने हॉट डॉग
को सक कर खाया।
डेल कानजी ने लखा है, “जीवन क सबसे बड़ी वड बना है क हम लोग अपने जीवन
को तरीके से नह जीते ह। हम सब उस व लोक म जा ई गुलाब के इ तजार म र
तज क ओर नहारते रहते ह और अपनी खड़क के बाहर खलने वाले गुलाब क
शंसा से वं चत रह जाते ह। समझदार बनकर साधारण चीज़ म खु शयां ढूं ढ़ए। जो अ त
मरण यह लेकर आते ह वे हमारे जीवन के ण को इतना ब मू य बना दे ते ह क उनके
आगे कोई भी भौ तक खलौना इतनी खुशी नह दे सकता जसके पीछे भागते ए हम अपने
जीवन क श य को ख म कर सक। जैसा क एमा गो डन ने लखा है, “म अपने गले म
हीर के हार के बजाए अपनी मेज पर गुलाब को पस द क ं गी।”
अ याय 71
भ सना करना ब द क रए
भु व के र ते का सृजन कर
अ बट कैमस ने लखा था, “शरद ऋतु के बीच मैने पाया क मेरे अ दर एक अजेय ी म
ऋतु थी।” हम लोग वा तव म अपने भीतर क श और लचीलेपन को तब तक नह खोज
पाते ह तब तक हम कोई खदाई प र थ त का सामना नह करते ह जो हमारे दमाग को
च ता से और दल को दद से भर दे ती है। तब हम यह समझ म आता है क हम सब म
अपने अ दर श और साम य है जससे हम जीवन क असंग तय का सामना कर सकते
ह।
अनेक पु ष और ी जो मेरे नेतृ व क श ण शाला म उप थत होते ह स के बाद
मेरे पास आते ह और उन चुनौ तय के बारे म बात करते ह जनका सामना वे अपनी ज़दगी
म कर रहे ह। कुछ लोग अपनी इस परेशानी का ज करते ह क वे अ न त समय क
वजह से अपने कमचा रय को आव यकतानुसार ेरणा नह दे पा रहे ह। सरे लोग अपनी
आ त रक चाहत क ववेचना करते ह जो अपने जीवन के काय े म एक बेहतर अथ और
प रपूणता चाहते ह। और कुछ लोग मुझसे पूछते ह क वे अपनी गत ज़दगी म
साम ज य कैसे रख। मेरी त या हमेशा उसी पाठ से शु होती है : अपने जीवन को
बेहतर बनाएं और सबसे पहले अपने वचार को अ छा कर। जैसा क एक पुरानी कहावत
है “हम नया को जैसा है वैसा नह दे खते ह ब क जैसे हम खुद ह वैसा दे खते ह।”
हमारी सबसे बड़ी महान मानवीय न ध हमारी यो यता म है जसके बल पर हम कसी
भी क ठन प र थ त क दोबारा संरचना करके उसको एक बेहतर और ानवधक तरीके से
हल कर सकते ह। कु े यह नह कर सकते, ब लयां यह नह कर सकती न ही ब दर ऐसा
कर सकते ह। यह गुण सफ इ सान के पास है और उन वशेषता मे से एक है जो हम
इ सान बनाती है। अपनी प र थ तय को अपराधी ठहराना सफ बहाना ढूं ढ़ना है। कसी भी
परेशानी का सामना करने के लए हमम यह साहस होना चा हए क हम अपनी ज मेदारी
अपने ऊपर ले सक। फर चाहे हम जस भी प र थ त म ह और हम यह समझना चा हए
क हमम वह यो यता है क इस क ठन या खद अव था को अपना लाभ समझकर यु
कर सक। हमेशा जीवन क सबसे खदायी प र थ तयां हमारे लए अ य त भा यशाली
सा बत होती ह।
अ याय 76
वन ब नए
हर पु तक को पढ़कर समा त मत क जए
शा त रहने क त ा क जए
का बल वरोधी चु नए
कम सोइए
छद्मवेष धारण क रए
सावज नक वातालाप का श ण ली जए
छोट बात को मत सो चए
उन बात के लए च तत न ह ज ह आप बदल
नह सकते
चलना सी खए
वृ उगाइए
ाचीन पूव दशा के अनुसार एक स पूण जीवन जीने के लए आपको तीन चीज़ करनी
चा हए। आपका एक पु होना चा हए, एक कताब ल खए और एक पौधा लगाइए। ऐसा
करके यह माना जाता था क आप तीन धरोहर छोड़कर जाएंगे जो आपके मरने के बाद भी
जी वत रहेगी।
हांलां क और भी अनेक त व ह जो स और प रपूण जीवन दान कर सकते ह (म
एक बेट के होने क खुशी म इसम जोड़ना चा ंगा) पर तु एक पेड़ लगाना ब त ही ब ढ़या
वचार है। एक पेड़ को एक छोटे से पौधे से बढ़ता आ और ऊंचे बलूत के पेड़ म बदलते ए
दे खना आपको अपने रोज के समय के अ तराल और कृ त के च से जुड़ा रखेगा। जस
कार वृ बड़ा और प रप व होता है उसी कार आप अपने गत अ तराल और एक
मानवीय वकास पर गौरव महसूस कर पाएंगे।
अगर आपके ब चे ह तो आप शायद हर कसी के नाम से वृ लगाना चाह। जैसे जैसे
पेड़ बड़े ह आप उनके तन पर अनक अलग अलग उ लख सकते ह। हर पेड़ जीवन क
व भ अव था का एक जीव त उदाहरण बन जाता है। अपने घर के हर ब चे के नाम से
एक पेड़ उगाना एक अ य त सृजना मक और अद्भुत काय है और इसक आपके ब चे
आने वाले वष म याद रखगे।
अ याय 93
यादा त वीर ली जए
हर जीवन जीने लायक होता है। यह मानी ई बात है क हर जीवन अ भले खत करने के
का बल होता है। ऐसा अ सर होता है क मेरा भाई म मुझे कसी सांस रोक दे ने वाले
खूबसूरत य जो उसने अपनी फलहाल क छु य म दे खा था या कुछ ऐसा मजेदार जो
उसके ब च ने समस के कॉनसट म कया था या कोई मश र जससे वे मले थे के
बारे म बताता है। “ या आपने उसक फोटो ली” म पूछता ं “म उन त वीर को दे खना
पस द क ं गा” “अगली बार” ऐसा जवाब आता है “मुझे नई रील खरीदने का समय नह
मला पर तु मुझे को शश करके बताने दो क या आ था।”
एक त वीर हज़ार श द के बराबर है। त वीर जीवन के महानतम पल को अपने आप
म कैद कर लेती ह जससे जैसे जैसे समय आगे बढ़ता है हम उनको फर से जी सक। जैस-े
जैसे म बड़ा होता गया मेरे पता लगातार पूरे प रवार क त वीर ख चते रहते थे। चाहे वह
पा रवा रक वन भोज हो या जब मने उनक मोटर पहली बार चलाई या म के साथ एक
साधारण सभा वे हमेशा फोटो ख चते रहते थे। अ सर जब वे हमसे कैमरे के सामने
मु कुराने को बोलते थे तो म धैय खो दे ता था और न ता के साथ उ ह ज द से त वीर लेने
को बोलता था। आपको इतनी त वीर ख चने क आव यकता नह है पताजी” म कहता
था, “हम इनके साथ या करग।”
अब जब इतना समय नकल गया है म जानता ं क मुझे इन त वीर के साथ या
करना है। वे उन एलबम का भाग बन गई ह जो मेरे जीवन के सफ़र का बखान करती ह। वे
मेरे ब च के अन गनत घ ट के मनोरंजन का साधन बन जाती ह और पूरे प रवार को एक
अ त रा ता दखाती ह क वे उन साधारण बात पर यान द सक जो हमारे लए महान
अथ रखती थ ।
यादा त वीर ख चए। अपने सव म समय को बांध ली जए। उन त वीर को इक ा
क जए ज होन आपको हंसाया या लाया है या इस नया क नयामत को ध यवाद
दलाया है। जब भी आप कसी या ा पर जाएं हमेशा एक या दो कैमरे अपनी कार म ज़ र
रख। आपको आ य होगा क जब आप ब त साल बाद इन त वीर को दे खते ह तो
कतना अ छा लगता है।
अ याय 95
साहसी बन
श क पहाड़ चढ़ रहे ह। उ ोगी ‘हॉट एअर बलून’ उड़ा रहे ह दा दयां और ना नयां
मैरॉथन दौड़ रही ह और घर म रहने वाली म हलाएं कराटे सीख रही ह। जतना ही हमारी
जदगी सफ दनचया रह जाती है उतनी ही आव यकता है क हम इसे सनसनीखेज बनाएं।
जतनी यादा ज मेदा रयां हमारा यान ख चती ह हमारे लए उतना ही ज़ री हो जाता है
क हम अपने आ म स तोष के यान को तोड़ द और अपने दल को कसी नए साह सक
अ भयान के लए तैयार कर।
“इ सान को अपनी घड़ी और कैले डर को ब कुल भी इस बात क अनुम त नह दे नी
चा हए क वह इस बात पर पदा डाल दे क जीवन का हर एक ण एक चम कार और
रह य है।” टश उप यासकार एच. वी. वे स ने लखा था। अपने वयं के जीवन के
चम कार और रह य से गहन स ब ध था पत करने के लए यह वचन द जए क आप
अपने रोमांच क भावना को सं चत रखगे वैसे ही जैसे क आप अपने बचपन म थे। आप
बारह ऐसी बात क सूची बनाइए जो आप जानते ह क वे आपक साधारण दनचया म
उ च ेणी क भावना और फू त लाएंगी और अगले वष तक हर महीने आप एक या को
कर सकते ह। ऐसा करने से आप अ य त भावकारी तरीके से अपने जीने के तरीके को
फर से खोजते ह।
अ याय 96
ेरक उ रण को एक त क रए
अपने काम से ेम क रए
वाथहीन सेवा क रए