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िहयाँ बैठ के ्ह िेि लिि रहय हूाँ उसके आगे - पीछे , दय्ें - बय्ें , लशरीष के अिेक पेड़ हैं । िेठ की ििती धूप में , िबकक
धररत्री निधूम अजनिकुण्ड बिी हुई थी , लशरीष िीचे से ऊपर तक फूिों से िद ग्य थय । कम फूि इस प्रकयर की गमी में फूि
सकिे की हहम्मत करते हैं । कखणूकयर और आरनवध ( अमितयस ) की बयत मैं भि ू िहीां रहय हूाँ । ्े भी आसपयस बहुत हैं ।
िेककि लशरीष के सयथ आरनवध की तुििय िहीां की िय सकती । वह पन्द्रह - बीस हदि के लिए फूितय है , वसन्द्त ऋतु के पियश
की भयाँनत ।
कबीरदयस को इस तरह पन्द्रह हदि के लिए िहक उठिय पसन्द्द िहीां थय । ्ह भी क््य कक दस हदि फूिे और कफर िांिड़ के
िांिड़- ' हदि दस फूिय फूलिके िांिड़ भ्य पियस । ऐसे दम
ु दयरों से तो िाँ डूरे भिे । फूि है लशरीष वसन्द्त के आगमि के सयथ
िहक उठतय है , आषयढ़ तक तो निजश्चत रूप से मस्त बिय रहतय है । मि रम ग्य तो भरे भयदों में भी निर्यूत फूितय रहतय है ।
िब उमस से प्रयण उबितय रहतय है और िू से हृद् सूितय रहतय है , एकमयत्र लशरीष कयिि्ी अवधूत की भयाँनत िीवि की
अिे्तय कय मन्द्त्रप्रचयर करतय रहतय है । ्द्पप कपव्ों की भयाँनत हर फूि - पत्ते को देिकर मुनध होिे िय्क हृद् पवधयतय िे
िहीां हद्य है , पर नितयन्द्त ठूांठ भी िहीां हूाँ । लशरीष के पुष्प मेरे मयिस में थोड़य हहल्िोि िरूर पैदय करते हैं ।
Q2. पथ भि
ू ि ियिय पचथक कहीां सन्द्
ु दरतय की मग
ृ तष्ृ णय में िब सपिे सब लमट ियएाँगे
पथ में कयाँटे तो होंगे ही पथ भि
ू ि ियिय पचथक कहीां कतूव्् मयगू सन्द्मि
ु होगय
दव
ू यूदि सररतय सर होंगे िब कहठि कमू पगडांडी पर तब अपिी प्रथम पवफितय में
सांद
ु र चगरी वि वयपी होंगे रयही कय मि मिन्द्
ु मि ु होगय पथ भि
ू ि ियिय पचथक कहीां
क ) पचथक क््ों भटक सकतय है ?
i . ियिकयरी के अभयव में ii . सुन्द्दरतय के आकषूण में
iii . थकयि के कयरण iv . िांगि के र्िेपि के कयरण
Q3. कय्यूि्ी हहांदी और रचियत्मक िेिि निम्िलिखित में से निदेशयिुसयर पवकल्पों कय च्ि कीजिए |
Q8. ग्रीष्मयवकयश में आप भुविेश्वर , पुरी आहद ियिय चयहते हैं । इस सांदभू में ओडडशय के दशूिी् स्थिों , पररवहि , आवयस के बयरे
में पवत्त सूचिय मयाँगिे के लिए प्रबांधक , ओडडशय प्ूटि पवकयस निगम , भुविेश्वर को पत्र लिखिए ।
OR
आप जिस क्षेत्र में रहती / रहते हैं , वहयाँ अभी तक डयकर्र िहीां िुिय है । डयकर्र िोििे के लिए अिुरोध करते हुए हहांदस्
ु तयि
दैनिक के पयठकों के पत्र स्तांभ के लिए पत्र लिखिए ।
Q11. निम्िलिखित प्रश्िों में से ककन्द्ही दो के उत्तर 50-60 शब्दों में दीजि्े :
a . कैमरे में बांद अपयहहि शीषूक की उप्ुक्ततय को लसदध कीजिए ।
b . उषय कपवतय के आधयर पर उस ियद ू को स्पष्ट कीजिए िो सू्ोद् के सयथ टूट ियतय है ।
c. कुांभकरण के दवयरय पूछे ियिे पर रयवण िे अपिी व््यकुितय के बयरे में क््य कहय और कुांभकरण से क््य सुििय पड़य ?
Q12. निम्िलिखित प्रश्िों में से ककन्द्ही दो के उत्तर 30-40 शब्दों में दीजि्े :
a . सहषू स्वीकयरय है कपवतय ककसको व क््ों स्वीकयरिे की प्रेरणय दे ती है ?
b . कफरयक गोरिपुरी की रुबयइ्ों में ग्रयमीण अांचि के र्रे िू रूप की स्वयभयपवकतय और सयजत्वकतय के अिूठे चचत्र चचत्रत्रत हुए हैं
- पयठ््पुस्तक में सांग्रहीत रुबयइ्ों के आधयर पर उत्तर दीजिए ।
c. िक्ष्मण के मुजच्छू त होिे पर रयम क््य सोचिे िगे ?
Q13. निम्िलिखित प्रश्िों में से ककन्द्ही दो के उत्तर 50-60 शब्दों में दीजि्े :
a . भजक्ति की पयररवयररक पष्ृ ठभूलम पर प्रकयश डयलिए ।
b . पयिी दे , गुड़धयिी दे मेर्ों से पयिी के सयथ - सयथ गुड़धयिी की मयाँग क््ों की िय रही है ?
c. ियनत और श्रम पवभयिि में बुनि्यदी अांतर क््य है ? श्रम पवभयिि और ियनत प्रथय के आधयर पर उत्तर दीजिए ।
Q14. निम्िलिखित प्रश्िों में से ककन्द्ही दो के उत्तर 30-40 शब्दों में दीजि्े :
a . बयजयर दशूि पयठ के आधयर पर बतयइए कक पैसे की पयवर कय रस ककि दो रूपों में प्रयप्त कक्य ियतय है ?
b . गयाँव में महयमयरी फैििे और अपिे बेटों के दे हयांत के बयविूद िुट्टि पहिवयि ढोि क््ों बियतय रहय ?
c. िब सक़ि्य अमत
ृ सर पुि पर चढ़ रही थी तो कस्टम ऑकफसर निचिी सीढ़ी के पयस लसर झुकयए चुपचयप क््ों िड़े
थे ?