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DELHI PUBLIC SCHOOL, BANGALORE (SOUTH)

MID TERM EXAMINATION – SEPT (2022-23)


SUBJECT: HINDI II LANGUAGE
SAMPLE QUESTION PAPER

सामान्य निर्दे श-
I. निम्िलिखित निर्दे शों को ध्यािपूर्क
व पढ़िए और उिका पािि कीजिए ।
II. िेि , स्र्च्छता एर्ं र्तविी का ध्याि रखिए ।
खण्ड क
(अपठित गदयाांश)
1. गदयाांश को पढ़कर निम्िलिखखत प्रश्िों के उत्तर र्दीजिए ।

एक पहाड़ी िर्दी के ककिारे सर्ेरे के समय एक स्री बड़े करूणापूणव स्र्र में चिल्िा रही थी –

“बच्िे ! मेरे बच्िे को बिाओ । िोग र्दौड़े आये , ककन्तु िर्दी के तेज़ धार को र्दे िकर उसमें कूर्दिे का

साहस ि कर सके । इतिे में एक अट्ठारह र्र्व का युर्क र्दौड़ा आया । उसिे अपिा कोट उतार कर पथ्
ृ र्ी

पर फेंक ढ़र्दया और धम्म से िर्दी में कूर्द पड़ा । उसिे इस बात की भी चिंता िहीं की कक िट्टािों से

टकराकर उसकी हड्डियााँ िूर-िूर हो िायेंगी। िोग एक टक र्दे ि रहे थे ।

अिेक बार र्ह िौिर्ाि भाँर्र में पड़ता िाि पड़ा । कई बार तो र्ह िट्टाि पर टकरािे से बाि-बाि

बिा । कुछ क्षण में यह सि हो गया । अंत में र्ह उस िूबे हुए मूनछवत बािक को अपिी पीठ पर िार्दे हुए

तैरता हुआ ककिारे आ गया । र्दस


ू रों की रक्षा के लिए अपिे प्राणों पर िेि िािे र्ािा यह युर्क िािव

र्ालशंगटि था ।

क. यह युर्क कौि था ?
ि. एक स्री क्या चिल्िा रही थी ?
ग. उसिे अपिा क्या उतार कर पथ्
ृ र्ी पर फेंक ढ़र्दया ?
घ. पथ्
ृ र्ी का पयावयर्ािी शब्र्द है -
ङ. हड्डियााँ शब्र्द का एकर्िि है -
खण्ड ख
(व्यावहाररक व्याकरण)
2. ठर्दए गए शब्र्दों के वणण-ववच्छे र्द कीजिए –
क. गह
ृ कायव
ि. िमस्कार
3. वणण सांयोिि कीजिए –
क. ई+श ्+र् ्+अ+र्+अ =
ि. प ्+अ+र् ्+इ+त ्+र्+अ =
4. निम्िलिखखत शब्र्दों में उचित स्थाि पर अिस्
ु वार का प्रयोग कीजिए –
क. सतोर्
ि. र्सत
5. निम्िलिखखत शब्र्दों में उचित स्थाि पर अिुिालसक का प्रयोग कीजिए –
क. छार्
ि. आिि
6. निम्ि प्रश्िों के सही उत्तर का ववकल्प िुिकर लिखखए -
क. प्रश्ि का वर्िोम शब्र्द है-
i. सर्ाि ii. उत्त्तर iii. िर्ाब
ि. उपजस्थत का वर्िोम शब्र्द है -
i. अिुचित ii. अिुपजस्थत iii. समीप
ग. र्ि का पयावयर्ािी शब्र्द है-
i. उपर्ि ii. बाग iii. िंगि
घ. रािा का पयावयर्ािी शब्र्द है -
i. भप
ू नत ii. गरीब iii. अमीर
ङ. “जिसका कभी िाश ि हो” के लिए एक शब्र्द है -
i. अवर्िाश ii. अमर iii. अिर
ि. “ जिसके मि मे र्दया हो” के लिए एक शब्र्द है-

i. र्दयािु ii. भगर्ाि iii. परमात्त्मा


7. निम्िलिखखत वाक्यों को शुदध करके लिखखए –
क. िड़ककयााँ मैर्दाि में िेि रहे हैं ।
ि. ककताब मेज़ पर रिा है ।
8. निम्िलिखखत मुहावरा का अथण लिखकर वाक्य बिाइए –
क. र्दाि में कािा होिा
9. निम्ि प्रश्िों के सही उत्तर का ववकल्प िुिकर लिखखए -
क. ‘रे िगाड़ी’ शब्र्द का सही समास वर्ग्रह है-
i. रे ि के लिए गाड़ी ii. रे ि की गाड़ी iii. रे ि मे गाड़ी
ि. ‘र्िगमि’ शब्र्द का सही समास वर्ग्रह है -
i. र्ि को आया हुआ ii. र्ि पर आया हुआ iii. र्ि को गया हुआ
ग. ‘सुि और र्दि
ु ’ का सही समस्त पर्द है -
i. सि
ु -र्दि
ु ii. सि
ु या र्दि
ु iii. सि
ु में र्दि

घ. ‘रािा का पुर’ का सही समस्त पर्द है -
i. रािपुर ii. रािापुर iii. रािा से पुर
खण्ड ग
(पाठ्यपुस्तक)
10. निम्िलिखखत गदयाांश पढ़कर पछ
ू े गए प्रश्िों के सही ववकल्प िनु िए ।
हम पााँि लमरों िे तय ककया कक शाम िार बिे की बस से ििें । पन्िा से इसी
कंपिी की बस सतिा के लिए घंटे भर बार्द लमिती है िो िबिपुर की ट्रे ि से लमिा र्दे ती
है । सुबह घर पहुाँि िाएाँगें । हम में से र्दो को सुबह काम पर हाजज़र होिा था इसीलिए
र्ापसी का यही रास्ता अपिािा ज़रूरी था । िोगों िे सिाह र्दी कक समझर्दार आर्दमी इस
शाम र्ािी बस से सफर िहीं करते । क्या रास्ते में िाकू लमिते हैं ? िहीं, बस िाककि है ।
प्रश्ि -
क. पााँि लमरों िे क्या तय ककया ?
i. शाम पााँि बिे र्ािी बस से िािे की
ii. शाम छह बिे र्ािी बस से िािे की
iii. शाम िार बिे र्ािी बस से िािे की
iv. रात र्दस बिे र्ािी बस से िािे की
ि. कौि-सी बस िबिपुर की ट्रे ि से लमिा र्दे ती है –
i. िई िर्ेिी बस
ii. र्योर्द्
ृ ध बस
iii. पन्िा से सतिा के लिए घंटे भर बार्द र्ािी बस
iv. ये सभी
ग. र्ापसी का यही रास्ता अपिािा क्यों ज़रूरी था ?
i. इसके अिार्ा कोई और बस िहीं थी
ii. सुबह काम पर हाजज़र होिा था
iii. ककराया कम था
iv. बस आरामर्दायक थी
घ. बस को क्या संज्ञा र्दी गयी थी ?
i. िाकू
ii. िाककि
iii. िई िर्ेिी
iv. पुरािी हर्ेिी
ङ. िोगों िे क्या सिाह र्दी ?
i. समझर्दार आर्दमी इस शाम र्ािी बस से सफर िहीं करते
ii. िासमझ आर्दमी इस रात र्ािी बस में सफर करते हैं
iii. समझर्दार आर्दमी इस रात र्ािी बस से सफर िहीं करते
iv. समझर्दार आर्दमी बस से सफर िहीं करते
11. निम्िलिखखत प्रश्िों के उत्तर 25-30 शब्र्दों में र्दीजिए – (काव्य खण्ड)
क. ध्र्नि कवर्ता के कवर् कौि हैं ?
ि. ध्र्नि कवर्ता में हरे -हरे पात ककसके प्रतीक हैं ?
ग. ‘दीर्ािों की हस्ती’ कवर्ता के कवर् कौि हैं ?
घ. र्संत को ऋतुराि क्यों कहा िाता है ?
ङ. ध्र्नि कवर्ता में कवर् के मि में र्संत के रूप में ककसका संिार हुआ है ?
12. निम्िलिखखत प्रश्िों के उत्तर 25-30 शब्र्दों में र्दीजिए – (गदय खण्ड)
क. बिपि में िेिक अपिे मामा के गााँर् िार् से क्यों िाता था और बर्दिू को मामा ि
कहकर काका क्यों कहता था ?
ि. र्स्तु वर्निमय क्या है ?
ग. मशीिी युग से बर्दिू के िीर्ि में क्या बर्दिार् आया ?
घ. िेिक हर पेड़ को अपिा र्दश्ु मि क्यों समझ रहा था ?
ङ. ‘सवर्िय अर्ज्ञा आंर्दोिि’ ककसके िेतत्त्ृ र् में ,ककस उद्र्दे श्य से तथा कब हुआ था?
पूरक पाठ्य-पुस्तक (महाभारत)
13. ररक्तस्थाि भररए –
क. बकासुर का र्ध ________________ िे ककया था ।
ि. द्रौपर्दी स्र्यंर्र _______________ िे िीता ।
ग. पाांचाल दे श में पाण्डव __________ के वेश में ठहरे ।
14. ककसिे ककससे कहा –
क. “आि से तेरह बरस तक मैं अपिे भाईयों या ककसी और बंधु को बुरा भिा
िहीं कहूाँगा।“
ि. “िब ऐसी बात है , तो मामािी हम इन्द्रप्रस्थ पर ििाई ही क्यों ि कर र्दें ?”
15. निम्िलिखखत प्रश्िों के उत्तर र्दीजिए –
क. द्रौपर्दी स्र्यंर्र में कौि-कौि शालमि हुए थे ?
ि. िरासंध का र्ध ककसिे ककया ?
ग. शकुनि िे धत
ृ राष्ट्ट्र को ककस िीज़ के लिए बाध्य ककया ?
खण्ड घ
(रििात्मक िेखि)
16. निम्िलिखखत में से ककसी एक ववषय पर 80-100 शब्र्दों में अिच्
ु छे र्द लिखखए ।
• प्रर्दर्
ू ण
संकेत बबंर्द ु – प्रर्दर्
ू ण का अथव , प्रर्दर्
ू ण के प्रकार , प्रर्दर्
ू ण के र्दष्ट्ु पररणाम ,
सध
ु ार के उपाय , उपसंहार ।
अथर्ा
• पस्
ु तकािय
संकेत बबंर्द ु – पस्
ु तकाियों का महत्त्र् , पस्
ु तकाियों की उपयोचगता ,
पस्
ु तकाियों की आर्श्यकता , उपसंहार ।
17. पत्र िेखि
• अपने ममत्र को जन्मददन पर आमंबरत करते हुए पर लिखिए ।
अथर्ा
• अपिे छोटे भाई को परीशा मे सफ़लता के मलए बधाई पर लिखिए ।
18. सांवार्द िेखि
• समय के सदप
ु योग को आधार बिाकर र्दो लमरों के बीि होिे र्ािी बातिीत को संर्ार्द
के रूप में लिखिए ।
अथर्ा
• प्रातःकालीन सैर से होिे र्ािे िाभ के बारे में र्दो लमरों के बीि होिे र्ािी बातिीत को
संर्ार्द के रूप में लिखिए ।
19. ठर्दए गए चित्र का वणणि 30-50 शब्र्दों में कीजिए ।

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