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UGC NET Paper 1 Syllabus [Hindi]

यज
ू ीसी नेट पेपर 1 पाठययक के विस््
त पाठययक पर नीचे चचाच की गई है , जजसे बेह्र ढं ग से सकझने के
लिए इकाइयो और विषयो के विभाजज् ककया गया है ।

इकाई- I: शिक् योगयया

 》 लिक् पकयया को सकझना: योजना, वियर्, मूलयााकन और मूलयााकन सहिय शिक्


प्रया के विशिनन चर्ो का जाना

 》 िैककक प्रयो्गकी का उपयोग: िैककक प्रयो्यकग के विशिनन रूो का जान और शिक्


प्रया मे उनका उ्चय उूयोया

 》छात सीखने का आकिन: विशिनन मल


ू यााकन यकनीको का जान और छात सीखने के आकलन
मे उनका उ्चय उूयोया

 》 कका पबंबन: पिािी कका प्ाबन र्नीतययो का जान और एक सकारातमक शिक्


िायािर् ्नाने कग कमयाा

 》 वयािसाायक नैा्क्ा: शिक् मे ूेिि


े र नैतयकया का जान और शिक् ूेिे मे नैतयक
शसरबाायो को लायू करने कग कमयाा

इकाई- II: अनुसाबान योगयया

 》 िोब पकयया को सकझना: अनुसाबान प्रया के विशिनन चर्ो का जान, जजसमे एक िोब
समसया यैयार करना, एक उूयुकय िोब डिजाइन का चयन करना, िेटा एकत करना और उसका
विशलेे् करना और िोब तनषकेर कग ररूोट् करना िाशमल िै ा

 》अनुसंबान डिजाइन: विशिनन पकार के अनुसाबान डिजाइनो का जान और विशिनन अनुसाबान


सादिर मे उनका उ्चय उूयोया

 》 िेटा संगह और विशिेष्: िेटा का विशलेे् और वयााया करने के शलए विशिनन िेटा सागि
वि्बयो और यकनीको का जाना
 》अनुसंबान के नैा्क्ा: अनुसाबान मे नैतयक शसरबाायो का जान और अनुसाबान यतयवि्बयो
मे उनिे लायू करने कग कमयाा

 》 िोब ानषकषर की ररपोरटट ग: िोब ूतो, पसयतु ययो और ररूोटर जैसे विशिनन माधयमो के
माधयम से िोब तनषकेर के पिािी साचार का जाना

इकाई- III: ्ोबयमयया

 》िब्ाििल : िबदो और उनके अरर का जान, जजसमे ूया्यिाची, विलोम और मुिािरे िाशमल
िैा

 》 बोब: मुाय विचारो को समझना और ्कसी यरयााि के सिायक वििर्ो और उनके ्ीच
सा्ाबो को समझनाा

 》अनुकान: एक माय् मे पदान कग यई जानकारी के आबार ूर तनषके् तनकालनाा

 》 ्कर का विशिेष्: ्कसी यक् के यक् और यक् का मूलयााकन करना, और ्कसी िी


कमजोररयो या खाशमयो कग ूिचान करनाा

 》जानकारल का संशिेष् करना: कई सोयो से जानकारी का सायोजन करना और इसका उूयोय


तनषके् तनकालने या समसयााा को िल करने के शलए करनाा

इकाई- IV: साचार

 》 क्खखक संचार: साि्जतनक ्ोलने, समूि चचा् और पसयुतय क्िल सहिय पिािी म्खखक
साचार क्िल का जाना

 》लिखख् संचार: पिािी शलखखय साचार क्िल का जान, जजसमे विशिनन दि्को और उरदे शयो
के शलए लेखन, और साूादन और पूररीडिाय क्िल िाशमल िैा

 》भाषा क्िि: वयाकर्, िबदािली और िाकय रचना सहिय अागेजी िाेा का जाना

 》 पारसपररक संचार: स्रय शि्, सिानुिूतय और साघे् समाबान सहिय पिािी ूारसूररक
साचार क्िल का जाना

इकाई- V: यख्यीय यक् और योगयया


 》 बीजगख््: ्ीजीय अिबार्ााा और यकनीको का जान, जजसमे रे खीय और रविघाय
समीकर्, काय् और मैह्कस िाशमल िैा

 》किन: अायर और अशिनन कलन का जान, जजसमे सीमा, िेररिेहटि और इाटीगल िाशमल िैा

 》जयालका्: रे खााा, को्ो, ततको्ो, ित


ृ ो और ठोस आकृतययो सहिय जयाशमयीय अिबार्ााा
और यकनीको का जाना

 》 ततको्लका्: ततको्शमयीय कायर, ूिचान और यकनीको का जान, जजसमे सिी ततको्


ततको्शमतय और जया और कोजया के तनयम िाशमल िैा

 》संभावय्ा और सांज्यकी: सािावयया वियर्, सााजायकगय ूरीक् और िेटा विशलेे् सहिय


सािावयया और सााजायकगय अिबार्ााा और यकनीको का जाना

इकाई- VI: या्क्क विचार

 》ानगकनातकक ्कच: या्क्क तनषके् तनकालने के शलए दी यई जानकारी का उूयोय करने कग


कमयाा

 》आगकनातकक ्कच: सामानयीकर् करने और या्क्क तनषके् तनकालने के शलए हटपूख्यो


का उूयोय करने कग कमयाा

 》उपकाएँ: िबदो या अिबार्ााा के जोडे के ्ीच सा्ाबो को ूिचानने और समसयााा को िल


करने के शलए इन सा्ाबो का उूयोय करने कग कमयाा

 》नयायिााय: नयायिाकय कग िैबया का मूलयााकन करने कग कमया (यक् जजसमे दो ूररसरो से


तनषके् तनकाला जाया िै )ा

 》 ्ाककचक पहे लियाँ: या्क्क ूिे शलयो और बेनटीटर को िल करने कग कमया जजसमे या्क्क
सोच कग आिशयकया िोयी िै ा

इकाई- VII: िाटा वयााया

 》टे बि, चाटच और गार को पढना और वया्या करना: सार्ी्रब, गा्ाकल और दशय रूो मे
पसयय
ु िेटा को समझने और उसका विशलेे् करने कग कमयाा
 》 िेटा से ानषकषच ानकािना: या्क्क तनषके् तनकालने और अनुमान लयाने के शलए िेटा का
उूयोय करने कग कमयाा

 》 िेटा के रझान और पैटनच का विशिेष्: िेटा मे रझान और ूैटन् कग ूिचान करने और


िविषयिाख्याा करने के शलए उनका उूयोय करने कग कमयाा

 》सांज्यकीय ्कनीको को िागू करना: माधय, माजधयका, मोि, मानक विचलन और सिसा्ाब
जैसी सााजायकगय यकनीको का जान और िेटा का विशलेे् करने के शलए उनका उूयोय करने
कग कमयाा

इकाई- VIII: सूचना और साचार प्रयो्यकग (ICT)

 》 कंपयूटर अनुपयोग: ्ुतनयादी कापयूटर अनुपयोयो जैसे िि् पोसेशसाय, सपेििीट, पसयुतय
सॉफटिेयर और इाटरनेट अनुपयोयो का जाना

 》 लिक् और अनुसंबान के आईसीटल का उपयोग: िैककक प्रयो्यकग और अनुसाबान


उूकर्ो के उूयोय सहिय शिक् और अनुसाबान मे आईसीटी के उूयोय का जाना

 》 िेटा पबंबन: िेटा्ेस प्ाबन प्ाली और िेटा विशलेे् सॉफटिेयर सहिय िेटा प्ाबन
यकनीको और उूकर्ो का जाना

 》 सरु का: िेटा सरु का, साइ्र सरु का और योूनीयया सहिय कापयट
ू र सरु का अिबार्ााा और
यकनीको का जाना

इकाई- IX: लोय, विकास और ूया्िर्

 》 कानि विकास: मानि विकास के शसरबााय, िारीररक, साजानातमक, सामाजजक और


िािनातमक विकास सहिया

 》 साकाजजक कुर्े और सािचजानक नीा्यां: यरी्ी, असमानया और िेदिाि जैसे सामाजजक


मुरदे और इन मुरदो को सा्ो्बय करने मे साि्जतनक नीतययो कग िूशमकाा

 》 जनसांज्यकी: जनसााया वििेेयााा जैसे आकार, िर


ृ ्ब, आयु सारचना और सरातनक
वियर् का अधययना
 》पयाचिर् और स्् विकास: ूया्िर् ूर मानि यतयवि्बयो का पिाि और सयय विकास
के शसरबाायो और पराााा

 》 जििायु पररि्चन: जलिायु ूररिय्न के कार् और पिाि, और इसे कम करने और इसके


अनक
ु ू ल िोने के पयासा

इकाई- X: उचच शिका प्ाली

 》भार् के उचच लिका प्ािल की संरचना और संगठन: विशिनन पकार के उचच शिका सासरान,
उनके काय् और िूशमकाएा, और तनयामक और वित ूोे् याता

 》उचच लिका का पाठययक और लिकािासत: उचच शिका ूाठयरम का डिजाइन और सामगी,


और पिािी शिक् और सीखने के शसरबााय और अभयासा

 》उचच लिका के गु्िता आशिासन और कानय्ा: उचच शिका कग यु्िता सुतनजशचय करने के
शलए प्ाली और प्रयाएा, और मानयया एजेशसयो कग िूशमकाा

 》 उचच लिका के चुन्ा्याँ और कुर्े : िारय मे उचच शिका प्ाली का सामना करने िाली
चन
ु ्तययाँ, जैसे ूिुँच, समानया, य्
ु िता और पासा्यकया, और इन मर
ु दो को िल करने के
पयासा

 》 उचच लिका और सकाज: सामाजजक और आ्र्क विकास को ्ढािा दे ने मे उचच शिका कग


िूशमका, और उचच शिका और वयाूक समाज के ्ीच सा्ाबा

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