Professional Documents
Culture Documents
Abhyas Patra - Path Bade Bhaisahab (Sparsh)
Abhyas Patra - Path Bade Bhaisahab (Sparsh)
विषय : ह द
िं ी
1- छोटे भाई ने अपनी पढाई का टाइम-टे बबल बनाते समय क्या-क्या सोचा और फिर उसका
पालन क्यों न ीिं कर पाया?
संकेतात्मक उत्ति-
2- एक हदन जब गुल्ली-डिंडा खेलने के बाद छोटा भाई बड़े भाई सा ब के सामने प ु ुँचा तो
उनकी क्या प्रततफिया ु ई?
संकेतात्मक उत्ति-
संकेतात्मक उत्ति-
• बड़े भाई साहब छोटे भाई के लिए लमसाि बनना िाहते थे।
• वपता के समान उसकी दे खभाि औि िक्षा किना।
• उन पि पढाई का बोझ था।
• उन्हें अपने छोटे भाई की चिंता थी।
• िे अपने कतणव्य से भागना नह ं िाहते थे।
• िे कोई भी ऐसा कायण नह ं किना िाहते थे जजसका छोटे भी पि बिु ा प्रभाि पड़े।
संकेतात्मक उत्ति-
संकेतात्मक उत्ति-
6- बड़े भाई की डाुँट –िटकार अगर न ममलती तो क्या छोटा भाई कक्षा में अव्िल आता?
अपने विचार प्रकट कीजजए।
संकेतात्मक उत्ति-
7- इस पाठ में समूची मिक्षा के फकन तौर-तरीकों पर व्यिंग्य फकया गया ै? क्या आप उनके
विचार से स मत ैं?
संकेतात्मक उत्ति-
संकेतात्मक उत्ति-
संकेतात्मक उत्ति-
संकेतात्मक उत्ति-
6- प्रार् सूखना
7- गाढ कमाई
8- आाँखें फोड़ना
9- ज़मीन पि पााँि न िखना
https://youtu.be/fP9XbtBbxxc
********************************************************************