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द्वितीय सामयिक परीक्षा आठवीं
द्वितीय सामयिक परीक्षा आठवीं
मानव जाति को अन्य जीवधारियों से अलग करके महत्व प्रदान करनेवाला जो एकमात्र गुरु
है , वह है उसकी विचार शक्ति। मनुष्य के पास बुद्धि है विवेक है , तर्क शक्ति है अर्थात उसके
पास विचारों की अमल्
ू य पँज
ू ी है । अपने सवि
ु चारों की नींव पर ही आज मानव ने अपनी
श्रेष्ठता की स्थापना की है और मानव सभ्यता का विशाल महल खड़ा किया है | यही कारण
है कि विचारशील मनुष्य के पास जब सवि
ु चारों का अभाव रहता है तो उसका वह शून्य
मानस कुविचारों से ग्रस्त होकर एक प्रकार से शैतान के वशीभत
ू हो जाता है । मानवीय बुद्धि
जब सद्भावों से प्रेरित होकर कल्याणकारी योजनाओं में प्रवत्ृ त रहती है तो उसकी सदाशयता
का कोई अतं नहीं होता, किंतु जब वहाँ कुविचार अपना घर बना लेते हैं तो उसकी पाश्विक
प्रवत्ति
ृ याँ उस पर हावी हो उठती है । हिंसा और पापाचार का दानवी साम्राज्य इस बात का
द्योतक है कि मानव की विचार शक्ति जो उसे पशु बनने से रोकती है । उसका साथ दे ती है ।
ई}मनुष्य के पास बुद्धि है , विवेक है , तर्क शक्ति है , रचना की दृष्टि से उपयुक्त वाक्य है ?
१)सरल
२)संयुक्त
३)मिश्र
४)जटिल
प्र-5 भारत की खोज के आधार पर निम्न लिखित प्रश्नों में किन्ही चार प्रश्नों के
उत्तर लिखिए। 1×4=4
1) मौर्य साम्राज्य के पतन के पश्चात किस वंश का शासन कायम हुआ था?
2) बौध्द धर्म के प्रवर्तक कौन थे? यह धर्म कितने संप्रदायों में बाँटा गया था?
3) गप्ु त साम्राज्य का आरं भ कब हुआ? उसके प्रवर्तक का क्या नाम था?
4) भारत का नेपोलियन किसे कहा गया?
5) मेनांडर कौन था? वह किस नाम से प्रसिद्ध हुआ?
प्र-6 चार दिनों के अवकाश के लिए अपने विद्यालय के प्राचार्य को प्रार्थना पत्र लिखिए।
अथवा -3-
मित्र को जन्मदिन पर आमंत्रित करते हुए पत्र लिखिए।