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व इ तहास के मुख यु कब और कसके बीच ए

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व के मुख यु के नाम, कब और कसके बीच ए (Important Wars of World


History in Hindi)

यहां पर आपको व के इ तहास म ए मुख यु के नाम, कस वष म ए, कस- कस के


बीच ए व उसके प रणाम के बारे म सामा जानकारी दे रहे है । इ तहास क परी ा म व
के मुख यु , कब और कसके बीच ए के आधार पर ादातर पूछे जाते है , इस लए
यह पो आपक सभी कार क तयोगी परी ाओ ं जैस े:- एसएससी, बक, श क, टीईटी,
कै ट, यूप ीएससी, अ सरकारी परी ाओ ं क तैय ारी के लए भी अ ंत मह पूण है । आइये
जानते है व के इ तहास म कौन-2 से मुख यु कब और कसके बीच ए तथा उसके
प रणाम ा रहे :-

व के इ तहास के मुख यु कब और कसके बीच ए क सूच ी:

समय यु का नाम कस- कस के बीच ए

490 ई. मैराथन का ईरा नय एवं यून ा नय के बीच यु आ।


यु

यह यु 490 ई.पू. म यून ान व फारस के बीच मैराथन के मैद ान म आ था।


डे रयस फारस का राजा था। वह अ ंत परा मी था। प म म इ जयन सागर
से ले कर, पूव म सधु नदी तक, व उ र म स थयन के मैद ान से ले कर, द ण
म म क नील नदी तक उसके रा का व ार था।

1066 हे का नारमडी के ूक व लयम तथा इं ड के राजा हे रा


ई. यु तीय के बीच यु आ।

हे क लड़ाई 14 अ
ू बर 1066 को इं ड क नॉमन वजय क शु आत
करते ए, व लयम के नॉमन- ांस ीसी सेन ा, नॉमडी के ूक , और एं ो-
सै न राजा हे रो गोड वसन के बीच एक अं ेज ी सेन ा के बीच लड़ी गई थी।
लड़ाई क पृ भू म जनवरी 1066 म नःसंत ान राजा एडवड द क ै सर क
मृ ु थी, जसने कई दावेद ार के बीच अपने सहासन के लए उ रा धकार
संघ ष ा पत कया। एडवड क मृ ु के तुरंत बाद हे रो को राजा का ताज
पहनाया गया था, ले कन व लयम, उनके अपने भाई टॉ ग और नॉव के
राजा है रा हाडडा (नॉव के हे रो III) ारा आ मण का सामना करना पड़ा।

1346 शतवष य यु अं ेज एवं ांस ी सय के बीच यु आ।


ई.

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इ तहासकार ने यूरोपीय संघ ष म सबसे लं बे समय तक सै संघ ष का
नमाण करते ए, इन संघ ष को शा मल करने के लए “हं े ड इयस वॉर” श
को ऐ तहा सक कालखंड के प म अपनाया। यु को तीन चरण म वभा जत
करना आम है , े ज ारा अलग कया गया: एडव डयन वॉर (1337–1360),
कै रोलीन वॉर (1369–1389), और लकाि यन वॉर (1415-1453)। य प ेक
प ने कई सहयो गय को यु म आक षत कया, ले कन अंत म, हाउस ऑफ
वलॉइस ने ांस ीसी सहासन को बरकरार रखा।

1455- गुल ाब को यु लके र और यॉक शायर के बीच यु आ।


1485
ई. “वास ऑफ़ द रोज़ेज़ ” नाम का ता य एक ही शाही घराने क दो त ं ी
शाखाओ ं, यॉक के ाइट रोज़ और लके र के रेड रोज़ से जुड़े हे रा बैज से है ।
19 व शता ी म सर वा र ॉट ारा एनी ऑफ जएर ीन के काशन के
बाद 19 व शता ी म रोजेज के यु आम उपयोग म आए। यॉ क गुट ने संघ ष
म शु आती दौर से सफे द गुल ाब के तीक का इ ेमाल कया था, ले कन
1485 म बोसवथ के यु म हे न री ूड र क जीत के बाद ही लं के ि यन लाल
गुल ाब पेश कया गया था।

1585– आं - ेन अं ेज एवं ेन के बीच यु आ।


1604ई. यु

ेन और इं ड के रा के बीच एक आंत रा यक संघ ष था जसे कभी


औपचा रक प से घो षत नह कया गया था। 1585 म इं ड के सै
अ भयान के साथ शु आ था, तब रॉबट हडबग शासन के रा जनरल के
तरोध के समथन म रॉबट डु डले , अल ऑफ लीसे र क कमान म े नश
नीदरलड था। अं ेज ने 1587 म का दज़ पर जीत हा सल क और 1588 म
े नश अरमाडा को फर से हा सल कया, ले कन फर 1589 म अं ेज ी आमडा
म भारी नुक सान आ। नीदरलड, ांस और आयरलड म अ भयान के दौरान
17 व शता ी के मोड़ के आसपास यु ग तरोध बन गया। यह लं दन क सं ध
के साथ अंत म लाया गया, 1604 म ेन के नए राजा, फ लप III के
त न धय और इं ड के नए राजा, जे आई। इं ड और ेन के
त न धय के बीच बातचीत ई, जो ेन के नीदरलड म अपने सै ह ेप
को रोकने के लए सहमत ए।

25 ज ा र बे डच तथा ेन एवं पुत गाल के बीच यु आ।


अ ैल का यु
1607
ई.

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ज ा र क नौसेन ा लड़ाई 25 अ ैल 1607 को ई, जब अ ी साल के यु के
दौरान, एक डच बेड़े ने आ यच कत कया था। े नश बेड़े का नेत ृ डॉन
जुआन अ ारेज़ डे ए वला ने कया था। े नश मुख सैन ऑग नक
कमान डॉन जुआन के बेटे ारा क गई थी। अ जहाज नु ा सनोरा डे ला
वेग ा और मा े डी डीआईओएस थे। लड़ाई के प रणाम प 12 साल का संघ ष
आ जसम डच गणरा ने े नश ाउन ारा वा वक मा ता ा क ।

1756- स वष य यु टे न एवं शया तथा ऑि या एवं ांस के बीच यु आ।


1763
ई. स वष य यु एक व यु था जो 1754 तथा 1763 के बीच लड़ा गया। इसम
1756 से 1763 तक क सात वष अव ध म यु क ती ता अ धक थी। इसम उस
समय क मुख राजनी तक तथा साम रक प से श शाली दे श शा मल थे।
इसका भाव योरप, उ री अमे रका, क ीय अमे रका, प मी अ क
समु तट, भारत तथा फलीप स पर पड़ा। भारतीय इ तहास के स भ म इसे
तृत ीय कनाटक यु (1757–63) कहते ह। व के दू स रे े म इसे ‘द चऐ
इ यन वार’ (उ री अमे रका, 1754–63); मॉमे रयन वार ( ीडे न तथा ु सया,
1757–62); तृत ीय सले सयन यु ( ु सया तथा आि या, 1756–63) आ द के
नाम से जाना जाता है ।

1775 बंक र हल का अमे रक तं ता सं ाम क पहली लड़ाई थी।


ई. यु

बंक र हल क लड़ाई 17 जून , 1775 को बो न के पास मैस ाचुस े स के


चा टन ाय ीप म ई थी, हालां क अ धकांश लड़ाई पास के ीड हल पर ई
थी। यह बो न क घेराबंद ी के दौरान था, जो ऐ तहा सक अमे रक ां तकारी
यु (1775 – 1783) के शु आती चरण के दौरान आ था। इस वशेष लड़ाई के
लए अ णी कारक अमे र कय को खु फया जानकारी मली थी क टश
सै नक बो न शहर और उसके बंद रगाह पर नयं ण रखने क को शश कर
रहे थे। ये बंद रगाह टश के लए मह पूण थे, क उनके जहाज
सु ढीकरण सै नक और आपू त म ला सकते थे। टश एक रणनी तक लाभ
ा करने के लए ीड हल और बंक र हल पर क ा करने का ल बना
रहे थे, हालां क अमे रक सेन ाओ ं का इरादा इन पहा ड़य को खड़ा करने और
उनका बचाव करने का था।

1777 सरतोगा का अमे र कय एवं अं ेज के बीच यु आ।


ई. यु

सरतोगा का यु सतंब र और अ ू बर, 1777 म अमे रक ां त के दू स रे वष के


दौरान आ था। इसम दो मह पूण लड़ाइयाँ शा मल थ , अठारह दन अलग-
अलग लड़े , और महा ीपीय सेन ा के लए एक नणायक जीत और ां तकारी
यु म एक मह पूण मोड़ था।

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1798 परा मड का म के शासक ममेलु क एवं नेप ो लयन के बीच यु आ।
ई. यु

परा मड क लड़ाई, जसे ए ाब क लड़ाई के प म भी जाना जाता है , 21


जुल ाई 1798 को म के ांस ीसी आ मण के दौरान लड़ी गई एक मुख
लड़ाई थी। नेप ो लयन बोनापाट के नेत ृ म ांस ीसी सेन ा ने ानीय
मामलु क शासक क सेन ा के खलाफ एक नणायक जीत हा सल क , जो
म म त लगभग पूरी तुक सेन ा का सफाया कर दया। यह वह लड़ाई थी
जहाँ नेप ो लयन ने डवीजनल ायर टै क को बड़े भाव म रखा। इस
लड़ाई को द बैट ल ऑफ चो ा कट के नाम से भी जाना गया है ।

1798 नील नदी का टे न एवं ांस के बीच यु आ।


ई. यु

नील क लड़ाई टश शाही नौसेन ा और ांस ीसी गणरा क नौसेन ा के


बीच 1 से 17 अग क 1 से 3 अग तक म के नील डे ा से दू र भूम
तट पर अबू कर बे म लड़ी गई एक मुख नौसै नक यु थी। यह लड़ाई थी एक
नौसै नक अ भयान का चरमो ष जो यु से पछले तीन महीन के दौरान
भूम सागरीय े म ा थी, एक बड़े ांस ीसी का फले के प म टॉलोन
से अले या तक जनरल नेप ो लयन बोनापाट के नेत ृ म एक अ भयान
चलाया गया। टश बेड़े का नेत ृ रयर-एड मरल सर होरे शयो ने न ने
कया था; उ ने वाइस-एड मरल ां ा-पॉल ूइ स डी’गै लयस के तहत
नणायक प से ांस ीसी को हराया।

1805 फ़ै लगर का टे न एवं ांस के बीच यु आ।


ई. यु

फ़ै लगर का यु टश नौसेन ा का ां ससी और ेन ी मलीजुल ी नौसेन ा


के एक आ ामक बेड़े के साथ २१ अ ू बर १८०५ म लड़ा गया एक समु ी यु
था। नेप ो लयन ांस का स ाट बनकर ही संत ु नह आ वह सम व को
जीतने क योजना बनाने लगा। नेप ो लयन क व वजय योजना म बाधा
उ करने वाला मु दे श इं ड था। अब इं ड भी ांस को अपना श ु
मानने लगा था क वह जानता था क ांस ही एक ऐसा रा है जो उसे
चुन ौती दे सकता है । अतः इं ड के धानमं ी पट ने 1805 ईसवी म ांस के
व यूरोपीय दे श का एक तृत ीय गुट खड़ा कर दया था।

1803- नेप ो लयन का नेप ो लयन थम एवं यूरोपीय दे श के बीच यु आ।


1815
यु
ई.

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नेप ो लयन यु (1803–1815) ांस ीसी सा ा और उसके सहयो गय क
अगुव ाई करने वाले मुख संघ ष क एक ृंख ला थी, जसका नेत ृ
नेप ो लयन I ने कया था, व भ गठबंध न म यूरोपीय श य के उतार-
चढ़ाव वाले सरणी के खलाफ, यून ाइटे ड क गडम ारा व पो षत और नेत ृ
कया गया था। इसने यूरोप के अ धकांश ह पर ांस ीसी वच क एक
सं अव ध का उ ादन कया। ांस ीसी ां त और इसके प रणामी संघ ष
से जुड़े अनसुल झे ववाद से उपजे यु । यु को अ र पांच संघ ष म वग कृ त
कया जाता है , ेक को नेप ो लयन से लड़ने वाले गठबंध न के बाद कहा
जाता है : तीसरा गठबंध न (1805), चौथा (1806–07), पांच वां (1809), छठा (1813-
14) और सातवां। (1815)

1815 वाटरलू का वे ल गटन एवं बलु चर क संय ु सेन ाओ ं एवं नेप ो लयन
ई. यु थम के बीच, इस यु के बाद ही नेप ो लयन को बंद ी बना
लया गया तथा सट हे ले ना ीप नवा सत कर दया गया।

वाटरलू का यु 18 जून 1815 म लड़ा गया था। नेप ो लयन का ये अ म यु


था एक तरफ ांस था तो दू स री तरफ टे न, स, शा, आि या, हं ग री क
सेन ा थी। यु म हारने के बाद नेप ो लयन ने आ पण कर दया था। म
रा ने उसे कै दी के प म सट है ले ना नामक टापू पर भेज दया जहाँ 52 वष
क आयु म 1821 ई. म उसक मृ ु हो गई।

1853- मया का टे न, ांस , सा डना एवं तुक तथा स के बीच यु आ।


1856
यु
ई.
मया का यु (जुल ाई, 1853 – सतंब र, 1855) तक काला सागर के
आसपास चला यु था, जसम ांस , टे न, सारडी नया, तुक ने एक तरफ़
तथा स ने दू स री तरफ़ से लड़ा था। ‘ मया क लड़ाई’ को इ तहास के
सवा धक मूख तापूण तथा अ नणायक यु म से एक माना जाता है । यु का
कारण ाववादी रा ीयता क भावना थी। इसके अ त र दू स रे तरफ़ तुक
के धा मक अ ाचार भी कारण बने, क तु बेह द खून खराबे के बाद भी नतीजा
कु छ भी नह नकला।

1839- अफ म यु टे न और चीन के बीच अफ म के आयात को ले कर यु


1842
आ।
ई.

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उ ासव सदी के म म चीन और मु तः टे न के बीच लड़े गये दो यु को
अफ़ म यु कहते ह। उ ीसव शता ीमल े समय से चीन ( चग राजवंश)
और टे न के बीच चल रहे ापार ववाद क चरमाव ा म प चने के कारण
ए। थम यु 1839 से 1842 तक चला और दू स रा 1856 से 1860 तक। दू स री
बार ांस भी टे न के साथ-साथ लड़ा। दोनो ही यु म चीन क पराजय ई
और चीनी शासन को अफ म का अवैध ापार सहना पड़ा। चीन को नाि ज ग
क स तथा तयाि जन क स करनी पड़ी।

1898 ेन -अमे रका ेन एवं अमे रका के बीच यु आ।


ई. यु

ै नश-अमे रक यु 1898 म ेन और संय ु रा अमे रका के बीच एक


सश संघ ष था। ूब ा म हवाना हाबर म यूए सएस मेन के आंत रक व ोट
के बाद श ुत ा शु ई, तं ता के ूब ा यु म अमे रक ह ेप के कारण।
यु के कारण कै रे बयाई े म अमे रका मुख हो गया, और इसके
प रणाम प ेन के शांत संप का अमे रक अ ध हण हो गया। जसके
कारण फलीपीन ां त म अमे रक भागीदारी और अंत तः फलीपीन-अमे रक
यु आ।

1904- स-जापान स एवं जापान के बीच यु आ।


05 ई. यु

स तथा जापान के म 1904 -1905 के दौरान लड़ा गया था। इसम जापान
क वजय ई थी जसके फल प जापान को मंच ू रया तथा को रया का
अ धकार मला था। इस जीत ने व के सभी े क को आ यच कत कर दया
और जापान को व मंच पर लाकर खड़ा कर दया। इस शमनाक हार के
प रणाम प स के ज़ार सरकार के व असंत ोष म भारी वृ ई।
१९०५ क सी ां त का यह एक मुख कारण था।

1912- बा न यु बा न दे श एवं तुक के बीच यु आ।


13 ई.
20 व शता ी क शु आत तक, बु ा रया, ीस, म टे ने ो और स बया ने
ओटोमन सा ा से तं ता हा सल कर ली थी, ले कन उनक जातीय
आबादी के बड़े त ओटोमन शासन के अधीन रहे । 1912 म, इन दे श ने
बा न लीग का गठन कया। थम बा न यु 8अ ू बर 1912 को शु
आ, जब लीग के सद रा ने ओटोमन सा ा पर हमला कया, और
आठ महीने बाद 30 मई 1913 को लं दन क सं ध पर ह ा र करने के साथ
समा हो गया। दू स रा बा न यु 16 जून 1913 को शु आ, जब बु ा रया
मैस ेड ो नया के अपने नुक सान से असंत ु , अपने पूव बा न लीग के
सहयो गय पर हमला कया।

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1936- ेन का ेन के लोग के बीच यु आ।
39 ई. गृह यु

ेन का गृह यु , 1936 से 1939 तक चला। यह यु ेन के रप कन और


रा वा दय के बीच आ। इसे ायः लोकत तथा फासीवाद के बीच यु
माना जाता है क ु अनेक इ तहासकार मानते ह क यह यु व ुत ः वामपंथ ी
ां तका रय एवं द णप ी त ा का रय के बीच आ था। इस यु म
अ तः रा वा दय क वजय ई और उसके प ात ै क अगले 36 वष तक
(1975 म अपनी मृ ु तक) ेन का शासक बना रहा।

1956 ेज नहर का म तथा ांस , इजरायल एवं टे न के बीच यु आ।


ई. यु

म के त ालीन रा प त कनल ना सर ारा ेज नहर का रा ीयकरण


करने के बाद सन् 1956 म ेज नहर का यु आ था। इस यु म टे न,
ांस और इजराइल ने संय ु प से म पर आ मण कर दया। संय ु रा
संघ के दबाव क वजह से आ मक सेन ाओ ं को वहां से हटना पड़ा था।

1957- वयतनाम यु अमे रका एवं वयतनाम के बीच, इस यु म अमे रका ने


1975
‘एजट ऑरज’ (डायो न) नामक एक रसायन का योग
ई.
कया था।

वयतनाम यु म अमे रका क स य भागीदारी 1954 म शु ई। हो क


सा वादी सेन ा का उ री वयतनाम पर क ा होने के बाद उ री और द णी
भाग क सेन ाओ ं के बीच यु शु हो गया। मई 1954 म उनके बीच नणायक
यु आ। उसम वयत म सेन ा जीत गई। यु म ांस क हार के साथ ही
वयतनाम म ांस के औप नवे शक शासन जुल ाई 1954 म जनीवा कॉ स
म एक सं ध ई जसम वयतनाम को दो भाग म बांट दया गया। हो के क े
म उ री वयतनाम रहा जब क बाओ के क ेमद णी वयतनाम। सं ध म
ावधान था क दे श का फर से एक करण के लए 1956 म चुन ाव आ।

1954 को रया का उ री को रया एवं द णी को रया के बीच यु आ।


ई. यु

को रयाई यु (1950-53)का ारंभ 25 जून , 1950 को उ री को रया से द णी


को रया पर आ मण के साथ आ।यह शीत यु काल म लड़ा गया सबसे
पहला और सबसे बड़ा संघ ष था।एक तरफउ र को रया था जसका समथन
क ुन सो वयत संघ तथा सा वादी चीन कर रहे थे, दू स री तरफ द णी
को रया था जसक र ा अमे रका कर रहा था। यु अ म बना नणय ही
समा आ पर ु जन त तथा तनाव ब त ादा बढ़ गया था।

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1956 अरब-इजरायल थम अरब-इजरायल यु 1956 म तथा दू स रा अरब-
एवं यु इजरायल यु 1973 म आ। इजरायल ने तीन अरब दे श -
1973
जॉडन, सी रय एवं म को परा जत कया तथा प मी
ई.
कनारे एवं गोलन पहा ड़य पर क ा कर लया।

1962 भारत-चीन भारत एवं चीन के बीच, भारत परा जत आ।


ई. यु

भारत-चीन यु कठोर प र तय म ई लड़ाई के लए उ े खनीय है । इस


यु म ादातर लड़ाई 4250 मीटर (14,000 फ ट) से अ धक ऊं चाई पर लड़ी
गयी। इस कार क प र त ने दोन प के लए रसद और अ
लो ज क सम ाएँ ुत क । इस यु म चीनी और भारतीय दोन प ारा
नौसेन ा या वायु सेन ा का उपयोग नह कया गया था। ववा दत हमालय
सीमा यु के लए एक मु कारण था।

1965 भारत- भारत एवं पा क ान के बीच यु आ।


एवं पा क ान
1971
यु
ई.
1965 म क के रण म प क ान ने अपनी झड़प शु क थी और इस
ऑपरेशन का नाम ‘डे ज ट हॉक’ रखा था. भारत ने यह मामला संय ु रा म
उठाया। इसे भारत क कमजोरी समझते ए पा क ान ने क ीर म उप व
मचाने क को शश क । 5 अग 1965 को पा क ान ने नयं ण रेख ा (LOC)
पर सेन ा को तैन ात कर दया था। 6 दसंब र 1971 को बां ादे श नाम के नए
दे श के नाम से तं घो षत कया गया। दोन ही दे श संघ ष वराम के लए
सहमत ए और 1972 म जेड .ए.भु ो पा क ान के नेत ा के तौर पर उभरे और
मुज ीबुर रहमान बां ादे श के पहले रा प त बने।

1967 छ: दवसीय इजरायल तथा म , सी रया और जॉडन के बीच, इजरायल


ई. यु ने सनाय ाय ीप, गाजाप ी तथा सी रया क गोलन
चो टय पर क ा कर लया।

1973 योम क र इजरायल तथा म और सी रया के बीच यु आ।


ई. ई. यु

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योम क ुर यु , रमजान यु या अ ू बर यु को 1973 के अरब-इजरायल
यु के प म भी जाना जाता है , 6 से 25 अ ू बर 1973 तक, म के खलाफ
म और सी रया के नेत ृ म अरब रा के गठबंध न ारा लड़ा गया था। यह
यु ादातर सनाई और गोलान म आ था – 1967 के छह- दवसीय यु के
दौरान इज़राइल ारा क ा कर लया गया था – अ क म और उ री
इसराइल म कु छ लड़ाई के साथ। म का ारं भक यु उ े ेज नहर के
पूव तट पर एक पैर जमाने के लए अपनी सेन ा का उपयोग करना था और शेष
सनाई क वापसी के लए बातचीत करने के लए इसका उपयोग करना था।

1980- ईरान-इराक इराक एवं ईरान के बीच यु आ।


1988
यु

ईरान और इराक़ के बीच यु सन् 1980-88 के बीच लड़ा गया। यह यु


अ नण त ख़ आ था। इस यु का मु कारण सीमा- ववाद था। 90 के
दशक म इराक़ के साथ सीमा ववाद को ले कर जो स ई थी उससे इराक़
स ु नह था। उस समय इरान राजनै तक प से कमज़ोर था क दे श म
इ ा मक ां त अभी-अभी ई थी। ले बनॉन म ह बो ा का ज इसके
सबसे खतरनाक प रणाम म से एक था इस यु म यूरोपीय दे श ने खुद को
यु से अलग बताया पर ह थयार के पमउ ने इराक क मदद क ।

1991 खाड़ी यु इराक के ारा कु वैत पर आ धप कए जाने के प ात शु


ई. आ। अमे रका स हत 39 दे श के सै गठबंध न के इराक को
परा जत कर दया।

खाड़ी यु ( जसे थम खाड़ी यु के प म भी जाना जाता है ) संय ु रा के


नेत ृ म च तीस रा से संय ु रा के अ धकृ त गठबंध न बल ईराक के
खलाफ छे ड़ा गया यु था, इस यु का उ े 2 अग 1990 को ए आ मण
और अनुब ंध के बाद इराक बल को कु वैत से बाहर नकालना था। इस यु
को (इराक नेत ा स ाम सैन के ारा) सभी यु क मां भी कहा गया है और
इसे सै अनु या ारा सामा तया डे ज ट ॉम, या ईराक यु के नाम से
भी जाना जाता है ।

2001 अमे रका- अफगा न ान के बीच, ता लबान का शासन समा आ।


ई. अफगा न ान
यु

9/10
अफगा न ान अमे रका के इ तहास का सबसे लं बा यु सा बत आ है । 2001
म 9/11 हमले के बाद त ालीन रा प त जॉज बुश ने अफगा न ान म
आतंक वाद के खलाफ यु छे ड़ा था। लगभग दो दशक तक चले यु म 7000
अमे रक सै नक मारे गए और 50000 से अ धक घायल ए ह। अमे रका पर 156
लाख करोड़ पए के कज म अफगान यु के कज क ह ेद ारी 42 लाख
करोड़ पए से अ धक है । 2019 पहला वष है जब 9/11 के बाद ज ा कोई
अमे रक अफगा न ान या आतंक वाद के खलाफ लड़ाई म शा मल होने के
लए सेन ा म जा सकता है ।

2003 तीय खाड़ी अमे रका एवं इराक के बीच, स ाम सैन के शासन का अंत
ई. यु आ।

इराक पर 2003 का आ मण 20 माच से 1 मई 2003 तक चला और इराक यु


क शु आत को संके त था, जो संय ु रा अमे रका ारा संच ा लत ऑपरेशन
इराक तं ता (19 माच से पहले , इराक म मशन को “ऑपरेशन एं ड रग
डम” कहा जाता था।. आ मण म 21 दन के मुख मुक ाबले और संच ालन
शा मल थे, जसम संय ु रा अमे रका, यून ाइटे ड क गडम, ऑ े लया और
पोलड के सै नक क एक संय ु सेन ा ने इराक पर हमला कया और स ाम
सैन क बा थ सरकार को हटा दया। आ मण चरण म मु प से
पारंप रक प से लड़ा यु के शा मल था, जसम ऑ े लया और पोलड के
साथ यून ाइटे ड क गडम क न हत सहायता के साथ अमे रक सेन ाओ ं ारा
बगदाद क इराक राजधानी पर क ा शा मल था।

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Beech Hue

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