You are on page 1of 5

अनिल कुमार जैन

हिंदी शिक्षक
माहे श्वरी पब्लिक स्कूल, प्रताप नगर ,जयपरु

पाठ-14

हमें कैसे पता चला कि पथ्


ृ वी गोल है ?
लेखक- आइजेक़ ऐसीमोव

प्रश्न 1.परु ाने जमाने में लोग पथ्


ृ वी के आकार
को कैसा समझते थे ?
उत्तर -चपटा ।

प्रश्न 2.एनैक्सीमें डर किस दे श का था ?


उत्तर -यन
ू ान ।

प्रश्न -3. 2500 वर्ष पहले की खोज व प्रयोगों ने


पथ्ृ वी के आकार को कैसा बताया ?
उत्तर -चपटा ।

कुछ शब्दों में -

प्रश्न -1- यन
ू ानी चिंतक का क्या नाम था ?
उत्तर -एनैक्सीमैंडर ।

प्रश्न-2- यनू ानी चिंतक के अनस


ु ार किन तीन
चीजों का आकार गोल गें द जैसा था?
उत्तर- सर्य
ू ,चंद्रमा और आकाश ।

प्रश्न 3- यन
ू ानियों ने किसका गहन चिंतन किया
?
उत्तर -यन
ू ानियों ने पथ्
ृ वी के चपटे होने से पैदा
समस्याओं के बारे में गहन चिंतन किया ?

कुछ वाक्यों में

प्रश्न 1- प्राचीन काल में भारतीयों की पथ्


ृ वी के
बारे में क्या मान्यताएँ थीं?
उत्तर- प्राचीन काल में भारतीयों की पथ्
ृ वी के बारे
में मान्यता थी कि--

* पथ्
ृ वी बड़े विशालकाय हाथियों की पीठ पर
टिकी है ।

** ये हाथी एक विशाल कछुए पर खड़े थे।

***कछुआ एक महासागर में तैर रहा था ।


प्रश्न -2-पथ्ृ वी तथा आकाश के आकार के बारे में
एनैक्सीमैंडर क्या सोचता था ?
उत्तर-पथ्ृ वी तथा आकाश के आकार के बारे में
एनैक्सी- मैंडर सोचता था कि-

* आकाश एक बड़ी खोखली गें द जैसा है ।

**आकाश -गें द के केंद्र में पथ्


ृ वी एक चपाती जैसी
है ।

प्रश्न 3- समद्र
ु ी जहाजों के द्वारा पथ्
ृ वी के गोल
होने का निष्कर्ष कैसे निकाला गया?
उत्तर -समद्र
ु ी जहाज चाहे किसी भी दिशा में जा
रहे हों, उनका निचला पैंदा ही सबसे पहले लप्ु त
होता था ।

*सभी जहाज लगभग एक ही गति से लप्ु त होते


थे ।
मेरे विचार से- (मल्
ू यपरक प्रश्न)

प्रश्न -आपके अनस ु ार एनै फक्सीमैंडर किस


तरह का इंसान रहा होगा?
उत्तर-* एनैक्सीमैंडर एक यन ू ानी चिंतक था।

** वह प्राचीन कहानी -किस्सों से असंतष्ु ट रहता


था।
***वह स्वयं प्रत्येक घटना पर विचार करके
अपने निष्कर्ष पर पहुँचता था ।

You might also like