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Archimedes - Hindi
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अर्ककवमडीज़
पीटर लैफटी
विषय-सूची
१. अर्ककवमडीज़ की दुवनया
२. नौजिान अर्ककवमडीज़
३. ताक़तिर मशीनें
४. राजा हायरॉन का ताज
५. तारों का ऄध्ययन
६. अर्ककवमडीज़ और गवणत
७. वसराक्यूज़ की घेराबंदी
१. अर्ककवमडीज़ की दुवनया
प्राचीन वमस्र के एक मकबरे में बना वभविवचत्र जो िहां खेती के कायष को दशाषता
है। वमस्र के लोग वसतारों की गवत का ऄध्ययन करके फसलें बोने के सबसे ईवचत
समय का ऄनुमान लगाते थे।
ग्रीक लोगों के पहले, प्राचीन वमस्र और बेबीलोन के लोगों को गवणत और खगोल
अर्ककवमडीज़ के समय का थोड़ा बहुत ज्ञान था। लेदकन ईन लोगों ने ऄपने अस-पास की घटनाओं को समझने
के भूमध्य िेत्र का और ईनके कारणों को खोजने का प्रयत्न नहीं दकया था। िे व्यािहाररक लोग थे। िे
मानवचत्र। ईसका जन्म वसतारों की गवत के ज्ञान का ईपयोग फसल बोने का ईवचत समय जानने के वलए करते
और पालन-पोषण थे, और आसी से संतुष्ट थे। वसतारे क्यों गवतमान प्रतीत होते हैं आसकी खोज-बीन करने का
वसवसली में वथथत ग्रीक विचार कभी ईनके मन में नहीं अया। वमस्र के लोगों को मालूम था दक यदद दकसी वत्रभुज
राज्य के शहर की भुजाओं का ऄनुपात ३:४:५ का हो, तो ईसका एक कोण समकोण होता है। िे आस
वसराक्यूज़ में हुअ था। ज्ञान का प्रयोग ऄपने वपरावमड ि् ऄन्य भिनों के वनमाषण में करते थे। लेदकन ईनके मन में
यह वजज्ञासा नहीं ईठी दक ऐसे वत्रभुजों में समकोण क्यों होता है। या दफर यह वजज्ञासा
दक क्या समकोण िाले ऄन्य वत्रभुजों में परथपर कोइ समानता थी?
पाआथागोरस को रे खागवणत या ज्यावमवत का ऄध्ययन बहुत वप्रय था। ज्यावमवत
यावन चबदुओं, रे खाओं, कोणों, समतलों और ठोस अकृ वतयों की गवणत। ईसे संख्याओं का
ऄध्ययन और ईनका अकलन करना भी बहुत ऄच्छा लगता था। ईसका मानना था दक
रे खागवणत और संख्याओं का ऄध्ययन ही प्राकृ वतक जगत को समझने की कुं जी है।
दूसरे प्रवसि ग्रीक िैज्ञानकों में एक थे डेमोदिटस, वजनका जीिनकाल ४६० से
३७० इसापूिष तक था। ईनका कहना था दक सभी पदाथष परमाणु नामक नन्हे-नन्हे कणों
से बने हैं। लेदकन आस बात का प्रमाण खोजने में िैज्ञावनकों को २००० िषष लग गए।
वहप्पोिे ट्स, वजनका जीिनकाल ४६० से ३७७ इसापूिष था, ने वचदकत्सा के िेत्र
में िैज्ञावनक ऄध्ययन प्रारम्भ दकया। ईनका मानना था दक आलाज वनवित करने से पहले
वचदकत्सक को मरीज़ का भली भांवत ऄध्ययन करना चावहए। अज भले ही यह बात हमें
प्रत्यि जान पड़ती हो, लेदकन प्राचीन काल में, जब लोग यह मानते थे की बीमाररयां
इश्वर द्वारा भेजी जाती हैं, यह एक नयी तरह का विचार था।
वजसे ऄब हम इराक़ कहते हैं, २६०० िषष पूिष िहां बेबीलोन के लोग रहते थे। िे शायद विश्व
के पहले खगोलविदों में थे। ईनका मानना था दक पृथ्िी एक बहुत बड़े गोले के कें द्र में वथथत है,
और आस गोले के चारों और पानी भरा हुअ है।
लगभग ४०० इसापूिष में ग्रीक लोगों ने एथेंस में पथेनॉन नाम का एक मंददर
बनाया। यहााँ देिी एथेना की पूजा-ऄचषना होती थी।
प्राचीन ग्रीस के लोग ऄपने फू लदानों पर दैवनक जीिन के वचत्र बनाया करते
थे। ५०० इसापूिष के आस पात्र पर एक युिती को अभूषण पहनाए जाने का
वचत्रण है।
वघरनी एक सामान्य
मशीन है, वजसके द्वारा
थोड़ा बल लगा कर भी
भारी िज़नों को ईठाया
जा सकता है।
यह भूल कर दक िह नंगा था, "यूरेका-यूरेका" वचल्लाते हुए िह महल की ओर
जाने िाली सड़क पर दौड़ने लगा। ग्रीक भाषा में यूरेका का ऄथष होता है, "मुझे वमल
गया।" अर्ककवमडीज़ को ऄचानक यह समझ अ गया था दक जब दकसी िथतु को पानी
में डु बोया जाता है, तो िह ऄपने अयतन के बराबर पानी को हटाती है।
ऄपनी खोज को प्रदर्णशत करने के वलए ईसने राजा से कहा दक िह पानी से
लबालब भरे एक पात्र का आं तेज़ाम करे । आस पात्र को एक बड़े तसले में रखा गया था,
वजसमें पात्र से वगरने िाला पानी एकत्र हो सके । दफर अर्ककवमडीज़ ने मुकुट को पानी
से भरे पात्र में डु बोया। कु छ पानी वनकल कर तसले में वगर गया। आस पानी के
अयतन को सािधानी पूिषक नापा गया। दफर पात्र को दोबारा पानी से भर कर सोने
के टु कड़े को ईसमें डु बोया गया। दफर से कु छ पानी बाहर वनकला, वजसको दफर नापा
गया। राजा को यह देख कर बड़ा अियष हुअ दक मुकुट के मुकाबले सोने के टु कड़े
द्वारा हटाया गया पानी मात्रा में कम था। "राजा हायरॉन", अर्ककवमडीज़ ने कहा,
"आससे वसि होता है दक सुनार ने धोखा ददया है। मुकुट और सोने के टु कड़े का िज़न
एकदम बराबर है। आसवलए ऄगर दोनों शुि सोने के होते, तो एकदम बराबर पानी
हटाते।"
अर्ककवमडीज़
राजा हायरॉन को अर्ककवमडीज़ ने थपष्ट दकया दक चांदी सोने से हलकी होती है, आसवलए िज़न
बताते हुए दक को बराबर रखने के वलए वमलाइ गइ चांदी का अयतन सोने से ऄवधक था। आसवलए
ईसका नया मुकुट मुकुट का अयतन भी बराबर िज़न के सोने के अयतन से थोड़ा ऄवधक था। आसी
शुि सोने का नहीं कारण मुकुट डु बोने पर थोड़ा ऄवधक पानी बाहर वगरा।
है।
नमक
शुद्ध ममऱस
पसनी पसनी
५. ससतारों का अध्ययन
खगोलशास्त्र एक बहुत प्राचीन विज्ञान है। लगभग ३००० िषष पूिष वमस्र
और बेबीलोन के लोग आस बात का विथतृत लेखा-जोखा रखते थे दक दकस
मौसम में कौन से वसतारे ददखाइ दे रहे हैं। आससे ईन्हें ऄपनी फसलों की बुिाइ
सही समय पर करने में मदद वमलती थी। वमस्र के लोगों ने वसतारों का ऄध्ययन
करके ही वपरावमडों का वनमाषण ईिर-दविण ददशा की सीध में दकया था। ऄन्य
सभ्यताएं, जैसे दक चीन और भारत की, भी खगोलशास्त्र में रुवच रखती थीं।
लगभग ४०० इसापूिष में युदोक्सुस नाम का एक दाशषवनक था जो, जहााँ ऄब टकी
देश है, ईसके समुद्र तट पर वथथत वस्नडोस शहर में रहता था। ईसका कहना था
१६४ इसापूिष में बेबीलोन दक वसतारे कइ पारदशी गोलाकार मंडलों में जड़े हुए हैं, और ये मंडल पृथ्िी के
के खगोल-शावस्त्रयों द्वारा चारों ओर घूमते रहते हैं। अर्ककवमडीज़ ने एक मॉडल तारामंडल (planetarium)
मृविका पत्र पर ऄंदकत बनाया, जो नित्रों की चाल को ददखाता था। यह मॉडल कांच के गोलों से बनाया
शवन ग्रह की चाल के गया था, जो दक एक दूसरे के ऄंदर वथथत थे, और आनको वगरते हुए पानी से
ऄध्ययन का लेखा-जोखा गवतमान दकया जाता था। पृथ्िी आस मॉडल के बीचो-बीच वथथत थी, और हरे क
गोले पर एक ग्रह ऄंदकत था। जब यह गोले गवतमान होते थे, ग्रहों की चाल को
देखा जा सकता था।
पृथ्िी की पररवध का अकलन
अर्ककवमडीज़ के वमत्र आरातोथथेनेस ने पृथ्िी की
पररवध का अकलन दकया था। ऄलेक्सांदद्रया से ८००
दकलोमीटर दविण में थयेने नाम का शहर वथथत है।
आरातोथथेनेस ने पाया दक जब ग्रीष्म ऊतु ऄपने चरम
पर थी, ठीक दोपहर १२ बजे थयेने शहर में सूयष एकदम
सर के उपर होता है, लेदकन ऄलेक्सांदद्रया शहर में ठीक
ईसी समय सूयष उध्िष से ७ वडग्री के कोण पर होता है।
क्योंदक पूरे िृि में ३६० वडग्री होती हैं, ७ वडग्री ईसका
लगभग पचासिां भाग हुअ। आससे आरातोथथेनस े ने
अकलन दकया दक पृथ्िी की पररवध थयेने से
ऄलेक्सांदद्रया की दूरी की लगभग पचास गुनी, यावन
रोमन देिता मंगल करीब ४०००० दकलोमीटर होनी चावहए। वनिय ही
(Mars) की एक प्रवतमा, यह पररणाम िाथतविक दूरी के बहुत ही वनकट था।
अधुवनक माप के ऄनुसार पृथ्िी की पररवध ४०२३२
वजसके नाम पर एक ग्रह
दकलोमीटर है।
का नाम रखा गया है।
िह युि का देिता था।
शंकु
िृि
अर्ककवमडीज़ ने वसि दकया दक अर्ककवमडीज़ ने एवलप्स,
एक गोले का अयतन ईस पैराबोला और
बेलनाकार (cylinder) के एवलप्स
हाआपरबोला नामक िि
अयतन का दो-वतहाइ है, रे खाओं का भी ऄध्ययन
वजसका व्यास और उंचाइ दकया। आन ििों को
दोनों गोले के व्यास के बराबर कोवनक सेक्शन (conic
हों। sections) भी कहा
जाता है, क्योंदक ये शंकु
(cone) को काटने से
अर्ककवमडीज़ ने वसि दकया था दक िृि का िेत्रफल ईस समकोणीय प्राप्त होते हैं।
वत्रभुज के िेत्रफल के बराबर है, वजसकी एक भुजा िृि की वत्रज्या के बराबर हो,
और दूसरी िृि की पररवध के बराबर।
दफर ईसने गोले के अयतन का सूत्र खोजा : ७. वसराक्यूज़ की घेराबंदी
गोले का अयतन = (४/३) r३ (यहााँ r गोले की वत्रज्या का माप है)
२१६ इथिी में राजा हायरॉन का देहांत हो गया। नए राजा वहप्पोिे ट्स ने
अर्ककवमडीज़ को वभन्नात्मक (fractional) संख्याओं के साथ गणना करना भी काथेज से एक संवध की, जो दक ऄफ्रीका के समुद्र तट पर बसा एक बहुत विशाल नगर
बहुत वप्रय था। एक ददन ईसने ऄपने वमत्र विद्वानों को एक प्रश्न हल करने को ददया। िह था। यह ईस देश में वथथत था वजसे ऄब हम तुवनवशया कहते हैं। काथेज के लोग रोम के
प्रश्न था : शत्रु थे, जो दक भूमध्य िेत्र की एक बड़ी शवक्त था। आसवलए रोमन लोगों ने वसराक्यूज़
सूयष के पास बहुत सी गायें और बैल थे। ईनमें से कु छ सफ़े द थे, कु छ सलेटी, कु छ पर अिमण करके िहां एक वमत्र राजा को थथावपत करने का वनणषय वलया।
भूरे और कु छ वचतकबरे । वचतकबरे बैलों की संख्या सफ़े द बैलों की संख्या से सलेटी मासेलस नाम के एक प्रख्यात सेनावधपवत ने आस अिमण का नेतृत्ि दकया। िह
बैलों की संख्या के ५/६ गुने से कम थी। वचतकबरे बैलों की संख्या सलेटी बैलों की एक ऄवत विशाल सेना और ६० बड़े युि पोतों को लेकर अिमण के वलए वनकला। ये
संख्या से भूरे बैलों की ९/२० गुना से कम थी। वचतकबरे बैलों की संख्या भूरे बैलों की युिपोत आतने विशाल थे दक प्रत्येक को जहाज़ के दोनों ओर पांच-पांच कतारों में बैठे
संख्या से सफ़े द बैलों के ७/१२ गुने से कम थी। सफ़े द गायों की संख्या सलेटी गायों और सौ से भी ऄवधक नाविक खे रहे थे। ईनके पास विशाल गुलेलें थीं वजनके द्वारा बहुत
बैलों की कु ल संख्या का ७/१२ गुना थी। सलेटी गायों की संख्या भूरे गाय और बैलों की बड़ी चट्टानों को शहर पर फें का जा सकता था। युि के वलए संबुका नाम की एक बहुत
कु ल संख्या का ९/२० गुना थी। भूरी गायों की संख्या वचतकबरी गायों और बैलों की बड़ी मशीन बनाइ गइ थी। यह पवहयों पर अरूढ़ एक बहुत बड़ी सीढ़ी थी, वजसके
कु ल संख्या का ११/३० गुना थी। वचतकबरी गायों की संख्या सफे द गायों और बैलों की उपर एक पुल था वजसे शहर की दीिार पर रटकाया जा सकता था।
कु ल संख्या का १३/४२ गुना थी। तो हर प्रकार की गायों और बैलों की क्या-क्या संख्या
थी ?
यह एक बहुत ही करठन पहेली है। बीजगवणत में बहुत वनपुण व्यवक्त ही आसे हल
कर सकता है। लेदकन ग्रीक लोगों को तो बीजगवणत अता ही नहीं था। आसवलए
अर्ककवमडीज़ के वमत्रों के वलए वनिय ही आसे हल करना बड़ा मुवश्कल रहा होगा। आस
पहेली के एक नहीं ऄनेक सही ईिर हैं, ऄथाषत ईिर ऄवनवित (indeterminate) है।
आन ईिरों में सबसे छोटा है :
वचतकबरे बैल = ४,१४९,३८७
सफ़े द बैल = १०,३६६,४८२
भूरे बैल = ४,१४९,३८७
सलेटी बैल = ७,४६०,५१४
वचतकबरी गायें = ५,४३९,२१३ रोमन सेनापवत मासेलस,
संफेद गायें =७,२०६,३६० वजसने २१२ इथिी में
भूरी गायें =३,५१५,८२० वसराक्यूज़ पर अिमण दकया।
सलेटी गायें = ४,८९३,२४६
कहा जाता है दक अर्ककवमडीज़ ने जो ईिर खोजा था िह आस ईिर का ८० गुना
था।
मासेलस जल्द ही समझ गया दक ईसका अिमण पूरी तरह
रोमन ओनेगेर
विफल हो गया है, और िह ऄपनी सेना िापस शहर से सुरवित दूरी
(Onager), युि
पर ले गया। "हम आस ज्यावमवत के ब्रायररयस से और नहीं लड़
में प्रयोग की जाने
सकते, जो हमारे जहाज़ों को वखलौनों की तरह हिा में ईछाल रहा
िाली गुलेल
है। वजस तरह िह दजषनों पत्थर हम पर बरसा रहा है, िह पौरावणक
वजससे बहुत दूर
कथाओं के सौ हाथों िाले दैत्य को भी मात कर रहा है", ईसने कहा।
तक पत्थरों को
ग्रीस की पौरावणक कथाओं में ब्रायररयस नाम के सौ हाथों िाले
फें का जा सकता
विशालकाय रािस का वज़ि अता है।
था।
लगभग ५००-४२८ इसापूिष : ऄनेक्सागोरस ने कहा दक सूयष एक अग का गोला है जो पृथ्िी से भी बड़ा है, और चन्द्रमा पृथ्िी की ही भांवत सूयष के ही प्रकाश से
चमकता है।
लगभग ४६०-३७० इसापूिष : डेमोदिटस ने सुझाया दक सभी िथतुएं नन्हे-नन्हे कणों से बनी हैं, वजन्हें परमाणु कहते हैं।
लगभग ४६०-३७७ इसापूिष : वहप्पोिे ट्स द्वारा वचदकत्सा के िेत्र में िैज्ञावनक ऄध्ययन प्रारम्भ।
लगभग ४२७ से ३४७ इसापूिष : ग्रीस के महानतम दाशषवनक प्लेटो द्वारा तकष संगत विचार और ज्यावमतीय वििेकबुवि की महिा का प्रवतपादन।
लगभग ४०८ से ३५५ इसापूिष : युदोक्सुस का सुझाि दक वसतारे पारदशी गोलाकार मंडलों में जड़े हुए हैं, जो दक पृथ्िी के चारों ओर घूम रहे हैं।
३८४-३२२ इसापूिष : प्लेटो के वशष्य ऄरथतु द्वारा प्राकृ वतक जगत का िैज्ञावनक ऄध्ययन प्रारम्भ।
लगभग ३१०-२३० इसापूिष : ऄररथतारकस का ऄनुभि करना दक सूयष पृथ्िी से बहुत बड़ा है। ईसने यह भी प्रवतपादन दकया दक पृथ्िी सूयष के चारों ओर घूमती है।
(आस धारणा को बहुत से ग्रीक िैज्ञावनकों ने थिीकार नहीं दकया। लेदकन पोवलश खगोलविद वनकलॉस कॉपरवनकस ने आसे १५४३ में
पुनजीवित दकया, और आटली के गैवलवलयो ने आसे सहमवत दी, यद्यवप ऄवधकांश लोगों ने आसे दफर भी थिीकार नहीं दकया।)
लगभग ३०० इसापूिष : यूवक्लड द्वारा ऄपनी ज्यावमवत की पुथतक "द एवलमेंट्स " का वलखना, वजसका प्रयोग अज भी होता है।
लगभग २८७-२१२ इसापूिष : अर्ककवमडीज़ द्वारा ज्यावमवत, गवणत, मैकेवनक्स, हड्रोथटैरटक्स ि खगोलशास्त्र का ऄध्ययन।
२७३-१९२ इसापूिष : एरातोथथेनेस द्वारा पृथ्िी के माप का अकलन, और ज्ञात जगत के मानवचत्र का बनाना।
१२७-१४८ इथिी : क्लॉवडयस टॉलेमी द्वारा ग्रीक खगोलशास्त्र के वनष्कषों का वनरूपण, वजसमें शावमल था यह विचार दक सूयष पृथ्िी के चारों ओर
भ्रमण करता है।
शब्द-तावलका
बीजगवणत (Algebra) : एक प्रकार का गवणत वजसमें संख्याओं के थथान पर वचह्नों का प्रयोग दकया जाता है।
खगोलशास्त्र (Astronomy) : िह विज्ञान जो वसतारों, ग्रहों, ि ऄन्य अकाशीय चपडों का ऄध्ययन करता है।
परमाणु (Atom) : दकसी पदाथष का सबसे छोटा कण वजसे और बांटा नहीं जा सकता।
ईत्प्लािकता (Buoyancy) : िह बल जो द्रिों में तैरती िथतुओं को सहारा देता है।
पररवध (Circumference) : िृि के घेरे की लम्बाइ।
घनत्ि (Density) : कोइ पदाथष दकतना "घना" है, यावन ईसके आकाइ अयतन में दकतना भार है।
व्यास (Diameter) : िृि के घेरे के दो चबदुओं को वमलती ईसके कें द्र से होकर जाती सीधी रे खा की लम्बाइ।
ग्रहण (Eclipse) : जब एक अकाशीय चपड दूसरे चपड पर पड़ने िाले प्रकाश को रोक देता है।
जब चन्द्रमा सूयष से पृथ्िी पर पड़ने िाले प्रकाश तो रोक देता है, तो आसे सूयष ग्रहण कहते हैं।
प्रयोग (Experiment) : प्रयोगशाला में दकया गया कोइ परीिण, दकसी वसिांत की सत्यता को जांचने के वलए,
या नइ जानकारी जुटाने के वलए।
अकृ वत (Figure) : कोइ ज्यावमतीय अकार, जैसे वत्रभुज या िृि।
ज्यावमवत (Geometry) : गवणत की िह शाखा जो रे खाओं, कोणों, सतहों, और ठोस अकारों का ऄध्ययन करती है।
हाआड्रोमीटर (Hydrometer) : द्रिों का घनत्ि नापने का एक यंत्र।
हायड्रोथटैरटक्स (Hydrostatics) : िह विज्ञान जो द्रिों का वथथर ऄिथथा में ऄध्ययन करता है, जैसे दकसी तालाब या बांध में।
लीिर (Lever) : भारी िज़न को ईठाने के वलए प्रयोग की जाने िाली एक मशीन। आसमें एक लम्बी छड़ होती है,
वजसे एक वथथर धुरी पर रटका कर उपर-नीचे दकया जाता है।
गवणत (Mathematics) : िह विज्ञान जो संख्याओं और ईनसे की जाने िाली गणनाओं का ऄध्ययन करता है।
आसमें शावमल हैं ऄंकगवणत, बीजगवणत और ज्यावमवत।
मैकेवनक्स (Mechanics) : विज्ञान जो मशीनों की कायषप्रणाली का ऄध्ययन करता है।
पेवपरस (Papyrus) : प्राचीन वमस्र के लोगों द्वारा सरकं डे की डंठलों से बनाया गया एक प्रकार का कागज़।
अर्ककवमडीज़ ग्रीस का महानतम िैज्ञावनक था। िह एक
खगोलविद था, और ईसने वसतारों ि ग्रहों की चाल को
दशाषने के वलए एक मॉडल तारामंडल (Planetarium)
बनाया। िह एक कु शल गवणतज्ञ था। ईसने िृि का
िेत्रफल और गोले का अयतन वनकालने का फामूषला
खोजा, और ज्यावमवत के बहुत से सूत्र वसि दकये। ईसने
लीिर और वघरवनयों की कायष-प्रणाली का ऄध्ययन
दकया, और भारी िज़नों को ईठाने में ईनका प्रयोग
दकया। ईसका "अर्ककवमडीज़ पेंच" नामक यंत्र वजसका
ईपयोग नहरों से पानी खेंचने के वलए होता था, अज भी
आथतेमाल दकया जाता है, और ईसका ईत्प्लािकता
(buoyancy) का वसिांत अज भी थकू लों में पढ़ाया
जाता है। अर्ककवमडीज़ को प्रायोवगक विज्ञान का जनक
भी कहा जाता है, क्योंदक ईसने ऄपनी धारणाओं की
पुवष्ट प्रयोगों द्वारा की, और आस प्रकार भविष्य की
िैज्ञावनक प्रगवत की नींि रखी।