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विज्ञान के महान खोजी

अर्ककवमडीज़
पीटर लैफटी
विषय-सूची

१. अर्ककवमडीज़ की दुवनया
२. नौजिान अर्ककवमडीज़
३. ताक़तिर मशीनें
४. राजा हायरॉन का ताज
५. तारों का ऄध्ययन
६. अर्ककवमडीज़ और गवणत
७. वसराक्यूज़ की घेराबंदी
१. अर्ककवमडीज़ की दुवनया

अर्ककवमडीज़ का जन्म २००० िषष पहले वसवसली के वसराक्यूज़ शहर में


हुअ था। वसवसली आटली के दविणी छोर के नज़दीक वथथत एक द्वीप है। ईन ददनों
वसराक्यूज़ ग्रीक राज्य का ही वहथसा था, हालााँदक िह ग्रीस से बहुत दूर था,
क्योंदक प्राचीन ग्रीक सभ्यता भूमध्य (Mediterranean) िेत्र के पूिी वहथसे में
सभी ओर फै ली हुइ थी।
िह ग्रीस का थिर्णणम काल था। एथेंस और वसराक्यूज़ जैसे नगर बहुत
समृविशाली थे क्योंदक पूरे भूमध्य िेत्र से सौदागर ऄपना कारोबार करने िहां
अया करते थे। आस सम्रृवि के कारण बहुत से ग्रीक वनिावसयों के पास खाली
समय था, वजसका ईपयोग िे चचतन-मनन और विवभन्न विषयों पर िाद-वििाद
में करते थे। बहुत से नए विचारों और वसिांतों का जन्म ग्रीस के थकू लों और
विश्वविद्यालयों में हुअ। प्रजातंत्र की पररकल्पना, यावन नागररक ऄपने नेताओं
का चुनाि थियं करें, भी ग्रीस में ही प्रारंभ हुइ।
शायद ग्रीस के लोगों ने ही सिषप्रथम प्राकृ वतक संसार के विषय में तकष पूणष
रूप से सोचना और ऄपने चारों ओर होने िाली घटनाओं के कारणों को खोजना
शुरू दकया। ईन्हें यह थिीकायष नहीं था दक प्राकृ वतक घटनाओं को देिी देिताओं
का कायष-कलाप मान कर ही संतुष्ट हो जाएाँ। ईनके आसी नज़ररये के कारण, वजसे
अज हम विज्ञान के नाम से जानते है, आस विषय का जन्म हुअ।

प्राचीन वमस्र के एक मकबरे में बना वभविवचत्र जो िहां खेती के कायष को दशाषता
है। वमस्र के लोग वसतारों की गवत का ऄध्ययन करके फसलें बोने के सबसे ईवचत
समय का ऄनुमान लगाते थे।
ग्रीक लोगों के पहले, प्राचीन वमस्र और बेबीलोन के लोगों को गवणत और खगोल
अर्ककवमडीज़ के समय का थोड़ा बहुत ज्ञान था। लेदकन ईन लोगों ने ऄपने अस-पास की घटनाओं को समझने
के भूमध्य िेत्र का और ईनके कारणों को खोजने का प्रयत्न नहीं दकया था। िे व्यािहाररक लोग थे। िे
मानवचत्र। ईसका जन्म वसतारों की गवत के ज्ञान का ईपयोग फसल बोने का ईवचत समय जानने के वलए करते
और पालन-पोषण थे, और आसी से संतुष्ट थे। वसतारे क्यों गवतमान प्रतीत होते हैं आसकी खोज-बीन करने का
वसवसली में वथथत ग्रीक विचार कभी ईनके मन में नहीं अया। वमस्र के लोगों को मालूम था दक यदद दकसी वत्रभुज
राज्य के शहर की भुजाओं का ऄनुपात ३:४:५ का हो, तो ईसका एक कोण समकोण होता है। िे आस
वसराक्यूज़ में हुअ था। ज्ञान का प्रयोग ऄपने वपरावमड ि् ऄन्य भिनों के वनमाषण में करते थे। लेदकन ईनके मन में
यह वजज्ञासा नहीं ईठी दक ऐसे वत्रभुजों में समकोण क्यों होता है। या दफर यह वजज्ञासा
दक क्या समकोण िाले ऄन्य वत्रभुजों में परथपर कोइ समानता थी?
पाआथागोरस को रे खागवणत या ज्यावमवत का ऄध्ययन बहुत वप्रय था। ज्यावमवत
यावन चबदुओं, रे खाओं, कोणों, समतलों और ठोस अकृ वतयों की गवणत। ईसे संख्याओं का
ऄध्ययन और ईनका अकलन करना भी बहुत ऄच्छा लगता था। ईसका मानना था दक
रे खागवणत और संख्याओं का ऄध्ययन ही प्राकृ वतक जगत को समझने की कुं जी है।
दूसरे प्रवसि ग्रीक िैज्ञानकों में एक थे डेमोदिटस, वजनका जीिनकाल ४६० से
३७० इसापूिष तक था। ईनका कहना था दक सभी पदाथष परमाणु नामक नन्हे-नन्हे कणों
से बने हैं। लेदकन आस बात का प्रमाण खोजने में िैज्ञावनकों को २००० िषष लग गए।
वहप्पोिे ट्स, वजनका जीिनकाल ४६० से ३७७ इसापूिष था, ने वचदकत्सा के िेत्र
में िैज्ञावनक ऄध्ययन प्रारम्भ दकया। ईनका मानना था दक आलाज वनवित करने से पहले
वचदकत्सक को मरीज़ का भली भांवत ऄध्ययन करना चावहए। अज भले ही यह बात हमें
प्रत्यि जान पड़ती हो, लेदकन प्राचीन काल में, जब लोग यह मानते थे की बीमाररयां
इश्वर द्वारा भेजी जाती हैं, यह एक नयी तरह का विचार था।

वजसे ऄब हम इराक़ कहते हैं, २६०० िषष पूिष िहां बेबीलोन के लोग रहते थे। िे शायद विश्व
के पहले खगोलविदों में थे। ईनका मानना था दक पृथ्िी एक बहुत बड़े गोले के कें द्र में वथथत है,
और आस गोले के चारों और पानी भरा हुअ है।

लगभग ४०० इसापूिष में ग्रीक लोगों ने एथेंस में पथेनॉन नाम का एक मंददर
बनाया। यहााँ देिी एथेना की पूजा-ऄचषना होती थी।

आस बात की खोज ग्रीस के विद्वान दाशषवनक पाआथागोरस ने की, दक समकोणीय


वत्रभुजों की भुजाओं की लम्बाइयों में परथपर एक गहरा सम्बन्ध होता है। पाआथागोरस
का समय था ५७० से ५०० इसापूिष का। ईसकी आस खोज को पाआथागोरस वसिांत का
नाम ददया गया है, और अज आसे थकू ली बच्चों को पढ़ाया जाता है।
प्लेटो, वजनका जीिनकाल ४२७ से ३४७ इ. पू. था ,ग्रीस के महानतम विचारकों
में एक थे। ईन्होंने एथेंस विश्वविद्यालय में वसखाया दक तकष पूणष चचतन और ज्यावमतीय
वििेचन दकतना महत्िपूणष है। ऄरथतु, वजनका जीिनकाल ३८४ से ३२२ इ. पू. था ,
प्लेटो के ही वशष्य थे। ईन्होंने प्लेटो के विचारों का प्रयोग नैसर्णगक जगत के ऄध्ययन के
वलए दकया।
परन्तु प्राचीन ग्रीस के महानतम िैज्ञावनक थे अर्ककवमडीज़। ईनका जन्म २८७
इसापूिष में हुअ था, और मृत्यु २१२ इसापूिष में। ईन्होंने ऄनेक नइ िैज्ञावनक खोजें कीं।
िह एक खगोलविद थे, और ईन्होंने एक तारामंडल (planetarium) का वनमाषण दकया जो
रावत्र अकाश में वसतारों की गवत को दशाषता था। ईन्होंने पृथ्िी से सूयष की दूरी का
अकलन दकया, और यह भी ऄनुमान लगाया दक पूरे ब्रह्माण्ड को भरने के वलए दकतने रे त
के कणों की अिश्यकता होगी।

प्राचीन ग्रीस के लोग ऄपने फू लदानों पर दैवनक जीिन के वचत्र बनाया करते
थे। ५०० इसापूिष के आस पात्र पर एक युिती को अभूषण पहनाए जाने का
वचत्रण है।

प्राचीन ग्रीस के विचारक और िैज्ञावनक ऄरथतु का पत्थर के


टु कड़ों से बना वचत्र।

िह बहुत कु शल गवणतज्ञ थे, और ईन्होंने ज्यावमवत के बहुत से सूत्रों को वसि


दकया। ईन्होंने एक िृि के िेत्रफल और गोलाकार चपड के अयतन का अकलन
करने की विवध भी खोजा। ईन्होंने लीिर और वघरवनयों की कायष प्रणाली का
ऄध्ययन दकया और ईनका आथतेमाल करके विशालकाय बोझ ईठा सकने िाली
मशीनें बनाईं। जब रोम ने २१५ इ. पू. में वसराक्यूज़ पर अिमण दकया, तो ईनके
बनाए कु छ यंत्रों का प्रयोग शहर की रिा के वलए दकया गया।
२. नौजिान अर्ककवमडीज़

अर्ककवमडीज़ के वपता दफडायस एक खगोलविद और गवणतज्ञ थे।


अर्ककवड़मीज़ के प्रारं वभक जीिन या ईसके पररिार के बारे में ऄवधक जानकारी
ईपलब्ध नहीं है। संभितः िह एक धनी ि कु लीन पररिार से था, वजसका
सम्बन्ध शायद वसराक्यूज़ के राजा हायरॉन से था।
ऄन्य ग्रीक बालकों की भांवत ही ईसने भी शायद अठ िषष की ऄिथथा में
थकू ल जाना प्रारम्भ दकया होगा। ये थकू ल प्रायः ऄध्यापक के घर पर ही हुअ
करते थे। ऄच्छे मौसम में बच्चे घर के खुले अाँगन में बेंचों पर बैठा करते थे। ईन्हें
िही सब विषय पढ़ाये जाते थे, जो अजकल के बच्चों को, जैसे पढ़ना, वलखना,
गवणत, संगीत और भूगोल। वलखाइ और गवणत के वलए लकड़ी की एक पट्टी
का प्रयोग होता था, वजस पर मोम का लेप दकया होता था। मोम की परत पर
दकसी हड्डी के टु कड़े या लोहे की डंडी से खुरच कर ऄिर वलखे जाते थे। बड़े बच्चे
वलखने के वलए कागज़ और वसयाही का प्रयोग करते थे। ज्यावमवत के प्रश्न धरती
पर गीली रे त में वचत्र बना कर हल दकये जाते थे।

आस प्राचीन वचत्र में


अर्ककवमडीज़ को
ईसके कु छ
अविष्कारों के साथ
दशाषया गया है।
६०० इसापूिष का
पाषाण-पटल वजस पर
ग्रीक ऄिर ऄंदकत हैं।
यह वशलालेख बतलाता
कदावचत अर्ककवमडीज़ की महानतम खोज थी यह समझ पाना दक है दक पुजारी दकस प्रकार
िथतुएं पानी या ऄन्य द्रिों में क्यों तैरती हैं। आसका कारण ईसने पवियों की ईड़ान को
"अर्ककवमडीज़ का वसिांत" नामक पुथतक में समझाया है, जो अज भी थकू लों देख कर अनेिाली
में पढाइ जाती है। द्रि पदाथों पर ईसके ऄध्ययन से विज्ञान का एक नया िेत्र घटनाओं की
जो दक हायड्रोथटैरटक्स (Hydrostatics) के नाम से जाना जाता है, प्रारम्भ भविष्यिाणी दकया करते
हुअ। यह विज्ञान वथथर द्रिों द्वारा लगाए जाने िाले बलों का ऄध्ययन करता थे।
है।
यद्यवप ग्रीक लोग गवणत में काफी रुवच रखते थे, संख्याओं को वलखने का संसार के सबसे विद्वान् स्त्री-पुरुषों को यहााँ पढ़ाने और काम करने के वलए
ईनका तरीका काफ़ी बेढब था। िे ऄपनी िणषमाला के ऄिरों का ही प्रयोग अमंवत्रत दकया जाता था। ईनका िेतन थियं राजा टॉलेमी द्वारा ददया जाता था,
संख्याओं को दशाषने के वलए भी करते थे। ऄिर के पास एक छोटा वनशान लगा कर और िे ऄपने ऄध्ययन और शोध-कायष के वलए पूरी तरह थितंत्र होते थे।
यह जताया जाता था दक िह ऄिर नहीं बवल्क एक संख्या है। आस प्रणाली में बड़ी
संख्याओं के साथ गणना बहुत करठन हो जाती थी, क्योंदक ईस संख्या को वलखने
के वलए बहुत से ऄिरों का प्रयोग करना पड़ता था। दूसरी ददक़्क़त यह थी दक
ग्रीक लोगों के पास शून्य को दशाषने के वलए कोइ ऄंक नहीं। था। अर्ककवमडीज़ जब
बड़ा हुअ तो ईसने बड़ी संख्याओं को वलखने, और ईनकी गणना करने का एक
नया तरीका इजाद दकया।

ग्रीक िणषमाला के पहले पांच


ऄिर हैं: ऄल्फा, बीटा, गामा,
डेल्टा और एवप्सलॉन। ऄिर के
समीप एक छोटा वनशान यह
जताता है दक ईस ऄिर का
प्रयोग संख्या के रूप में हो रहा
है। वचत्र में ददखाइ गइ गणना
ईसी प्रकार की जाती थी, जैसे
हम साधारणतः करते हैं, परन्तु
बड़ी संख्यों के साथ गणना
करना बहुत करठन हो जाता
था।

वसराक्यूज़ में ऄपनी वशिा पूरी करने के बाद अर्ककवमडीज़


ऄलेक्सांदद्रया में पढ़ने के वलए वमस्र गया। ऄलेक्सांदद्रया प्राचीन जगत का एक प्रवसि विद्वान वजसने अर्ककवमडीज़ के जन्म से पहले ऄलेक्सांदद्रया
अऱेक्सांद्रियस के
महानतम नगर था। आस शहर की में कायष दकया था, िह था यूवक्लड। ईसका जीिनकाल लगभग ३३० से २७५
फरोज़ प्रकसश-स्तम्भ
इसापूिष का था। यूवक्लड एक कु शल गवणतज्ञ था, परन्तु ऄवधक महत्िपूणष बात
थथापना खुद वसकं दर महान ने ३३१ इसापूिष में की थी। यहााँ कस एक प्रसचीन रे खस
यह है दक ईसने एक सुवनयोवजत तरीके से ज्यावमवत के िेत्र में ग्रीक विद्वानों
अर्ककवमडीज़ के देखने के वलए ऄनेक ऄद्भुत नज़ारे थे। बंदरगाह के समीप चचत्र। १२० मीटर ्े
द्वारा खोजे गए वसिांतों का संकलन दकया। ईसने आन वसिांतों को तकष संगत
था प्रवसि फरोज़ प्रकाश थतम्भ (light house) जो दक कइ माले उाँचा था, अचिक ऊांचस यह
रूप से िमबि दकया, और यह ददखाया दक कै से मुवश्कल वसिांतों को भी कु छ
और ईसके वशखर पर एक ऄलाि जलाया जाता था, जो दक जहाज़ों को दूर प्रकसश-स्तम्भ २७०
सरल वसिांतों के माध्यम से वसि दकया जा सकता था। "द एवलमेंट्स" नामक
से ददखाइ दे। यह प्राचीन विश्व के सात महान अियों में से एक था। एक ई्सपर्
ू व में बनसयस
ईसकी पुथतक, वजसमे आस तकनीक को समझाया और दशाषया गया है, वपछले
और ऄद्भुत थथान था ऄलेक्सांदद्रया का महान संग्रहालय और पुथतकालय, गयस थस, और ४००
२००० िषों से संसार में ज्यावमवत की सबसे महत्िपूणष पुथतक रही है।
वजसमें पेवपरस के वचट्ठों पर वलखी दस लाख से भी ऄवधक पुथतकें थीं। यह ईस्र्ी में एक भूकांप
अर्ककवमडीज़ ने ऄिश्य ही आस पुथतक का ध्यानपूिषक ऄध्ययन दकया होगा।
पुथतकालय और संग्रहालय अजकल के विश्वविद्यालयों के समान ही था। के कसरण यह ध्र्स्त
हो गयस।
ऄलेक्सांदद्रया में अर्ककवमडीज़ के गवणत के ऄध्यापक थे
कोनॉन, जो एक खगोलविद भी थे। ईन्होंने सूयष ग्रहणों का
ऄलेक्सांदद्रया के ऄध्ययन दकया था। लेदकन िे एक चापलूसी की घटना के वलए
पुथतकालय की थथापना ऄवधक जाने जाते थे। कहा जाता है दक २४५ इसापूिष में वमस्र का
३०० इसापूिष में वमस्र राजा एक युि के वलए रिाना हो रहा था। ईसकी रानी बनीस ने
के शासक टॉलेमी ने की ऄपने कु छ बाल काट कर मंददर में देिताओं को ऄर्णपत कर ददए।
थी। ६४६ इथिी में िह बाल ग़ायब हो गए। शायद यादगार चीज़ें एकत्र करने िाले
ऄरब सैवनकों ने वमस्र लोगों ने ईन्हें चुरा वलया था। लेदकन कोनॉन ने रानी को भरोसा
पर विजय प्राप्त करने ददलाया दक ईन बालों की सुंदरता को देख कर ऄिश्य ही देिता
के बाद आसे ध्िथत कर थियं ही ईन्हें ले गए हैं। ईसने धुंधले तारों के एक समूह की ओर
ददया। आशारा करके कहा दक िे ही रानी के बाल हैं। तब से तारों के ईस
समूह का नाम "कोमा बनीसेस" यावन बनीस के बाल पड़ गया।

अर्ककवमडीज़ के एक वमत्र का नाम था यह प्राचीन मानवचत्र


आरातोथथेनेस। कोनॉन की ही भांवत ईसने भी ऄपना सारा दशाषता है दक
जीिन ऄलेक्सांदद्रया में ही गुज़ारा था, जहां ईसे मुख्य आरातोथथेनेस की
लाआब्रेररयन वनयक्त दकया गया था। िह एक प्रवसि जानकारी के ऄनुसार
गवणतज्ञ, खगोलविद और भूगोलविद था। आरातोथथेनेस विश्व का भूगोल कै सा
की भूगोल की पुथतक आतनी महत्िपूणष थी दक सौ साल था।
बाद जूवलयस सीज़र ने भी कु छ अिश्यक जानकारी पाने
के वलए आस पुथतक का ईपयोग दकया था। गवणत के िेत्र
में ईसने ऄभाज्य संख्यों को खोजने का एक तरीका ढू ंढा,
वजसे अज भी "आरातोथथेनेस की छलनी" के नाम से जाना
जाता है। आरातोथथेनेस एक कवि और आवतहासकार भी
था। ईसे ग्रीक भाषा के दूसरे ऄिर "बीटा" का नाम ददया
गया था, क्योंदक ईसे संसार का दूसरा सबसे विद्वान व्यवक्त
माना जाता था। अर्ककवमडीज़ को िणषमाला के पहले ऄिर
"ऄल्फा" का नाम ददया गया था, क्योंदक ईसे ईस समय
का विश्व भर में सबसे ऄवधक विद्वान व्यवक्त माना जाता
था।
ऐसे प्रयोगों में शब्दों या वचत्रों के थथान पर भौवतक िथतुओं का आथतेमाल दकया
जाता था। अजकल तो सभी िैज्ञावनक ऄपने वसिांतों का प्रयोगात्मक पररिण करते हैं,
३. बलशाली मशीनें परन्तु अर्ककवमडीज़ के समय में ऄवधकांश लोगों का मानना था दक बौविक चचतन-
मनन ही नइ खोज करने का एकमात्र साधन है। आस प्रकार के प्रयोग करने िाला पहला
िैज्ञावनक शायद अर्ककवमडीज़ ही था।
ऄवनयवमत
ज्यावमतीय अर्ककवमडीज़ ने गवणत के वसिांतों का भी प्रयोगात्मक परीिण करने का ईपाय
अकृ वतयों का ढू ंढा। ईसने आस ईपाय को "मैथड" का नाम ददया था। ईदहारण के वलए, दकसी
िेत्रफल पता ऄवनयवमत ज्यावमतीय अकृ वत का िेत्रफल वनकलने के वलए िह ईसे एक तराज़ू की
करने का डंडी के एक ओर लटकाता, और दूसरी ओर एक ऐसी अकृ वत को लटकाता वजसका
अर्ककवमडीज़ का िेत्रफल ईसे पता होता, जैसे दक कोइ चतुभुषज। दफर िह चतुभुषज को दाएं-बाएं
तरीका। िह एक वखसकाता, जब तक दक तराज़ू की डंडी समतल न हो जाती। दफर िह दोनों अकृ वतयों
तराज़ू का प्रयोग की तुला के मध्य से दूरी नापता। यदद ऄज्ञात िेत्रफल िाली अकृ वत की दूरी चतुभुषज
करके ऄवनयवमत की दूरी से दोगुनी होती, तो आसका ऄथष था दक ईस अकृ वत का िेत्रफल चतुभुषज से
अकृ वत और एक अधा था।
ज्ञात िेत्रफल
िाली अकृ वत, आस प्रकार अर्ककवमडीज़ ने पता लगाया दक एक िृि का िेत्रफल ईस समकोण
जैसे दक वत्रभुज वत्रभुज के िेत्रफल के बराबर है, वजसकी एक भुजा िृि की पररवध के बराबर हो, और
या िगष, की तुलना दूसरी िृि की वत्रज्या के बराबर। अर्ककवमडीज़ को पता था दक ऐसे प्रयोगों को गवणत
करता था। के वसिांतों का प्रमाण नहीं माना जा सकता, िे के िल प्रश्नों के ईिर की ओर आशारा
भर कर सकते थे। आस प्रकार के प्रयोगों से जो वनष्कषष वनकलते, िह ईनको ज्यवमवत के
द्वारा वसि करने का प्रयास ऄिश्य करता।
अर्ककवमडीज़ की व्यािहाररक िमताओं का ईसके वमत्र राजा हायरॉन ने
समुवचत प्रयोग दकया। एक बार राजा के वलए बनाइ गइ एक बड़ी नौका तेज़ िषाष के
बाद पानी से भर गइ।
ऄलेक्सांदद्रया में ऄपनी पढ़ाइ पूरी करके अर्ककवमडीज़
वसराक्यूज़ िापस लौट अया, और एक ऄध्ययन और चचतन-मनन का
जीिन वबताने लगा। िह ज्यावमवत के वचत्रों को ऄपने घर के फशष पर
रे त में खेंचता, और घंटों ईन्हें देखता सोच-विचार में डू बा रहता।
ऄक्सर िह दकसी समथया का हल ढू ंढने में आतना खो जाता दक ईसे
ऄपने शरीर तक का ध्यान न रहता। ईसके सेिक ईससे नहाने धोने के
वलए ऄनुरोध करते। लेदकन नहाते समय भी िह ऄपनी गीली त्िचा अर्ककवमडीज़ का पेंच, वजसको
पर ही वचत्र बनाने लगता। घुमाने से पानी को उपर ईठाया
यद्यवप ज्यावमवत और गवणत ईसे सिाषवधक वप्रय थीं, िह एक जा सकता है। यह एक सामान्य
व्यािहाररक िैज्ञावनक भी था। िह ऄक्सर ज्यावमवत के प्रश्नों के ईिर मशीन है, क्योंदक थोड़ा बल लगा
प्रयोगात्मक रूप से खोजता था। आससे आस बात का परीिण हो जाता कर ही बहुत से पानी को उपर
था दक प्राकृ वतक जगत के बारे में कोइ धारणा सही है या नहीं। खेंचा जा सकता है।
आतनी बड़ी नौका को से पानी बाहर वनकलने का कोइ अर्ककवमडीज़ के पेंच का ऐसे यंत्र, वजन्हे अर्ककवमडीज़ का पेंच कहा जाता है, जल्दी ही पूरे वमस्र
कारगर तरीका नहीं वमल रहा था। दफर अर्ककवमडीज़ ने एक ईपाय में नहरों से खेतों में पानी भरने के वलए लोकवप्रय हो गए। अज भी आनका
अज भी आथतेमाल होता
खोजा। ईसने एक चौड़ी खोखली नली का आथतेमाल करके एक आथतेमाल दकया जाता है। यह एक सामान्य सी मशीन थी, और जल्दी ही
है। यहााँ वमस्र का एक
मशीन बनाइ, वजसमे नली के ही व्यास का एक पेंचनुमा पुज़ाष अर्ककवमडीज़ ऐसी और मशीनों का अविष्कार करने लगा।
दकसान ईसका ईपयोग
लगाया गया, वजसे हत्थे द्वारा एक ओर से घुमाया जा सकता था।
ऄपने खेत की चसचाइ के कहते हैं दक अर्ककवमडीज़ ने यह गिोवक्त की थी दक िह लीिर के द्वारा पृथ्िी को भी वहला
जब आस यंत्र के वनचले वसरे को नौका में ईतार कर हत्थे को घुमाया
वलये कर रहा है। सकता है। लेदकन ऐसा करने के वलए ईसने पृथ्िी के ऄवतररक्त खड़े होने का कोइ थथान भी
गया, पानी नौका से बाहर अकर धरती पर वगरने लगा।
मााँगा था। ईसकी आस समुवचत मांग को आस वचत्र में कलाकार ने पूरा कर ददया है।

ईसने पाया दक एक और सामान्य यंत्र वजसे हम लीिर या ईिोलक कहते हैं, का


ईपयोग भारी िज़नों को असानी से ईठाने के वलए दकया जा सकता है। लीिर में एक
मज़बूत डंडा या सररया होता है, वजसे दकसे पत्थर या ऄन्य मज़बूत धुरी पर रटकाया
जाता है, वजससे दक सररया उपर नीचे हो सके । यदद एक भारी बोझ को सररया की धुरी
के नज़दीक िाले वसरे पर रखा जाये, तो दूसरे वसरे पर, जो दक धुरी से दूर हो, थोड़ा बल
लगा कर भी बोझ को ईठाया जा सकता है। अर्ककवमडीज़ का दािा था : "यदद कोइ मुझे
पयाषप्त लम्बाइ का लीिर दे सके , तो मैं धरती को भी वहला सकता हाँ।"
राजा हायरॉन को लगा दक अर्ककवमडीज़ यूाँ ही लम्बी चौड़ी हााँक रहा है, और
ईसकी परीिा लेने का वनिय दकया। वसराक्यूज़ बंदरगाह के वनकट एक बहुत बड़ा जहाज़
समुद्र तट की बालू में फाँ स गया था।
तीन मथतूलों िाला यह जहाज़ यावत्रयों और सामान से भरा होने के कारण आतना
भारी था दक मज़दूरों की पूरी की पूरी सेना भी ईसे वहला तक न सकी। राजा ने लीिरों के प्रकार
अर्ककवमडीज़ से कहा: "आस जहाज़ को वहला कर ददखाओ, तो मैं तुम्हारी बात पर विश्वास
करूाँ।" लेदकन अर्ककवमडीज़ ने आस "ऄसंभि" चुनौती से वनपटने के वलए लीिर के बजाय
वघरवनयों का प्रयोग करने का वनिय दकया। वघरनी एक ऐसा यंत्र है वजसमें धुरी पर लटके लीिर एक सामान्य यंत्र है।
एक खांचेदार पवहये के उपर रथसी चढ़ी होती है। रथसी को खेंचने पर वघरनी ईस बल को आसमें एक मज़बूत सररया को एक पहले प्रकार का लीिर
कइ गुना बढ़ा देती है। धुरी पर रटकाया जाता है। सररया के
एक वसरे को दबा कर दूसरे वसरे पर बऱ
रटके बोझ को ईठाया जा सकता है।
अर्ककवमडीज़ का वघरवनयों के प्रयोग से एक बड़े जहाज़ को खेंचना। ऐसे कारनामों ने
ही अर्ककवमडीज़ को पूरे ग्रीक जगत में प्रवसि कर ददया। लीिर तीन प्रकार के होते हैं।
िुरी
पहले में धुरी की वथथवत बोझ और बोझ
लगाए जाने िाले बल के बीच होती
है। आस प्रकार के लीिर का एक
ईदहारण है सब्बल (crowbar)।
दूसरे प्रकार का लीिर
दुसरे प्रकार के लीिर में एक बऱ
वसरे पर धुरी होती है, और बल दूसरे
वसरे पर। बोझ की वथथवत आन दोनों
के बीच होती है। आस प्रकार के लीिर
का ईदहारण है एक पवहये िाली
गाड़ी। िरु ी बोझ
तीसरे प्रकार के लीिर में धुरी
एक वसरे पर होती है और बोझ दूसरे तीसरे प्रकार का लीिर
वसरे पर। बल को आन दोनों के बीच
लगाया जाता है। आसका ईदहारण है बऱ
ईत्खनक (excavator)।
वजस लीिर में थोड़ा बल
लगाकर बड़े बोझ को ईठाया जा बोझ
सके , ऐसे लीिर को धनात्मक यांवत्रक िरु ी
लाभ िाला लीिर कहा जाता है।
अर्ककवमडीज़ ने एक संयुक्त वघरनी बनाइ, वजसमें बहुत सी
वघरवनयों का प्रयोग दकया गया था, वजससे लगाया गया बल बहुत ४. राजा हायरॉन का मुकुट
ऄवधक बढ़ जाता था। आस संयुक्त वघरनी की रथसी के एक वसरे को
ईसने जहाज़ से बांध ददया। राजा के अियष का रठकाना न रहा, जब
ऑर्ककडेमीज़ ने रथसी के दूसरे वसरे को खेंच कर जहाज़ को असानी से
पानी में ईतार ददया। आस प्रकार के प्रदशषनों द्वारा ही अर्ककवमडीज़ ने एक ददन राजा हायरॉन ने अर्ककवमडीज़ को एक
"मैकेवनक्स" यावन मशीनों के विज्ञान को जन्म ददया। बहुत करठन समथया हल करने को कहा। ईसने ईसे एक
मुकुट ददया और कहा: "क्या तुम यह वसि कर सकते हो
दक यह मुकुट शुि सोने का बना है? शतष यह है दक
मुकुट को कोइ िवत नहीं पहुंचनी चावहये।" ईस मुकुट
को बनानेिाले सुनार का कहना था दक ईसे जो सोना
ददया गया था, ईसने सारा मुकुट बनाने में प्रयोग कर अर्ककवमडीज़ का एक पुराना
वलया था। लेदकन राजा हायरॉन को संदेह था दक सुनार वचत्र, ऄपने स्नान के टब में
ने कु छ सोना चुरा कर ईतने ही िज़न की चांदी ईसमें राजा हायरॉन के मुकुट की
वमला दी है। समथया पर चचतन में डू बा
हुअ।

वघरनी एक सामान्य
मशीन है, वजसके द्वारा
थोड़ा बल लगा कर भी
भारी िज़नों को ईठाया
जा सकता है।
यह भूल कर दक िह नंगा था, "यूरेका-यूरेका" वचल्लाते हुए िह महल की ओर
जाने िाली सड़क पर दौड़ने लगा। ग्रीक भाषा में यूरेका का ऄथष होता है, "मुझे वमल
गया।" अर्ककवमडीज़ को ऄचानक यह समझ अ गया था दक जब दकसी िथतु को पानी
में डु बोया जाता है, तो िह ऄपने अयतन के बराबर पानी को हटाती है।
ऄपनी खोज को प्रदर्णशत करने के वलए ईसने राजा से कहा दक िह पानी से
लबालब भरे एक पात्र का आं तेज़ाम करे । आस पात्र को एक बड़े तसले में रखा गया था,
वजसमें पात्र से वगरने िाला पानी एकत्र हो सके । दफर अर्ककवमडीज़ ने मुकुट को पानी
से भरे पात्र में डु बोया। कु छ पानी वनकल कर तसले में वगर गया। आस पानी के
अयतन को सािधानी पूिषक नापा गया। दफर पात्र को दोबारा पानी से भर कर सोने
के टु कड़े को ईसमें डु बोया गया। दफर से कु छ पानी बाहर वनकला, वजसको दफर नापा
गया। राजा को यह देख कर बड़ा अियष हुअ दक मुकुट के मुकाबले सोने के टु कड़े
द्वारा हटाया गया पानी मात्रा में कम था। "राजा हायरॉन", अर्ककवमडीज़ ने कहा,
"आससे वसि होता है दक सुनार ने धोखा ददया है। मुकुट और सोने के टु कड़े का िज़न
एकदम बराबर है। आसवलए ऄगर दोनों शुि सोने के होते, तो एकदम बराबर पानी
हटाते।"
अर्ककवमडीज़
राजा हायरॉन को अर्ककवमडीज़ ने थपष्ट दकया दक चांदी सोने से हलकी होती है, आसवलए िज़न
बताते हुए दक को बराबर रखने के वलए वमलाइ गइ चांदी का अयतन सोने से ऄवधक था। आसवलए
ईसका नया मुकुट मुकुट का अयतन भी बराबर िज़न के सोने के अयतन से थोड़ा ऄवधक था। आसी
शुि सोने का नहीं कारण मुकुट डु बोने पर थोड़ा ऄवधक पानी बाहर वगरा।
है।

अर्ककवमडीज़ मुकुट को घर ले गया, और बैठा ईसे घूरता


रहा। क्या करूाँ, ईसे कु छ समझ नहीं अ रहा था। ईसने मुकुट का
िज़न तौला। दफर ईसने सोने के ईस टु कड़े को तौला जैसा दक हिा की ऄपेिा पानी में
सुनार को ददया गया था। वनिय ही, दोनों का िज़न एकदम डु बोने से िथतुओं का िज़न
पानी में
बराबर था। कइ ददनों तक िह आस समथया से जूझता रहा। दफर कम हो जाता है। पानी ईन
डु बोने से
एक शाम, जब िह नहा रहा था, ऄचानक ही ईसे ईिर वमल गया। पर उपर की ओर एक बल
िथतुओं का
ईसके सेिकों ने ईसके नहाने के टब को पानी से लबालब भर ददया लगाता है, वजसे ईत्प्लािक
िज़न कम
था। जब अर्ककवमडीज़ टब में ईतरा, तो कु छ पानी टब से वनकल बल कहते हैं, और जो
हो जाता है।
कर स्नानगृह के फशष पर वगर गया। िह ऄचानक ज़ोर से वचल्लाया, िथतुओं को सहारा देता है।
और टब से बाहर कू दा।
अर्ककवमडीज़ को ऄब समझ अया दक आतने भारी होने के बािजूद जहाज़ पानी
पर कै से तैरते हैं। जैसे ही जहाज़ का वनचला वहथसा पानी में ईतरता है, पानी का
ईत्प्लािक बल जहाज़ के भार को संभाल लेता है।
द्रिों का घनत्ि
आजराआल में वथथत मृत सागर में तैरना बहुत असान है। पानी में नमक की मात्रा
ऄवधक होने के कारण ईसका घनत्ि बहुत ऄवधक है, वजससे ईत्प्लािक बल भी बहुत
दफर अर्ककवमडीज़ ने
अर्ककवमडीज़ ने पाया दक नमक घुले पानी बढ़ जाता है।
िथतुओं को पानी में डु बोने िाले
का ईत्प्लािक बल शुि पानी की ऄपेिा ऄवधक
कइ और प्रयोग दकये। ईसने था। आसका कारण है दक नमक घोलने से पानी का
पाया दक पानी या ऄन्य द्रिों में घनत्ि बढ़ जाता है। ऄथाषत बराबर अयतन के
डु बोने पर िथतुओं का िज़न नमक घुले पानी का भार शुि पानी की ऄपेिा
कम हो जाता है। ऄवधक होता है।

वजस द्रि में ईसे डु बोया अर्ककवमडीज़ ने हाआड्रोमीटर नाम का एक


जाये, िह ईस िथतु पर उपर यंत्र बनाया, वजससे दकसी द्रि का घनत्ि मापा जा
की ददशा में एक बल लगाता है। सकता था। यावन बराबर अयतन के शुि पानी की
ऄपेिा िह द्रि दकतना ऄवधक भारी है। आस यन्त्र
आस बल को "ईत्प्लािक बल"
को एक पतली नली से बनाया जाता है, वजसके
(buoyancy force) कहते हैं। एक वसरे पर कोइ िज़नी िथतु भर दी जाती है,
दफर अर्ककवमडीज़ ने खोज की वजससे दक यह नली द्रि में खड़ी-खड़ी तैर सके ।
दक यह बल सदा ईस िथतु द्वारा ऄवधक घनत्ि िाले द्रि में तैराने पर नली का
हटाए गए द्रि के भार के ऄवधक भाग हिा में वनकला रहता है, और कम
बराबर होता है। अर्ककवमडीज़ घनत्ि िाले द्रि में कम भाग बाहर वनकलता है ।
की यह खोज जग-प्रवसि हो यदद नली के उपर एक पैमाने की तरह मापने के
गइ, और अज आसे वनशान बना ददए जाएाँ, तो आसके द्वारा विवभन्न
द्रिों का घनत्ि नाप कर ईनकी तुलना की जा
अर्ककवमडीज़ के वसिांत के नाम
सकते है।
से जाना जाता है।

नऱी से बना हाइड्रोमीटर

नमक
शुद्ध ममऱस
पसनी पसनी
५. ससतारों का अध्ययन

खगोलशास्त्र एक बहुत प्राचीन विज्ञान है। लगभग ३००० िषष पूिष वमस्र
और बेबीलोन के लोग आस बात का विथतृत लेखा-जोखा रखते थे दक दकस
मौसम में कौन से वसतारे ददखाइ दे रहे हैं। आससे ईन्हें ऄपनी फसलों की बुिाइ
सही समय पर करने में मदद वमलती थी। वमस्र के लोगों ने वसतारों का ऄध्ययन
करके ही वपरावमडों का वनमाषण ईिर-दविण ददशा की सीध में दकया था। ऄन्य
सभ्यताएं, जैसे दक चीन और भारत की, भी खगोलशास्त्र में रुवच रखती थीं।

गमष हिा से भरे


अर्ककवमडीज़ ने ठोस पदाथों का घनत्ि मापने का ईपाय भी
गुब्बारे हिा में तैरते
खोजा। िह ठोस िथतु का भार हिा में मापता, और दफर पानी में
डु बो कर। हिा में िथतु के भार को पानी में डु बोने से ईसके भार में
रहते हैं, क्योंदक ईनमें
अइ कमी से भाग करके ईसका घनत्ि वनकला जा सकता है। यावन भरी गमष हिा का
िह िथतु ऄपने बराबर अयतन के पानी के मुकाबले दकतने गुना घनत्ि चारों ओर की
भारी है, यही ईसका घनत्ि है। ईसने पाया दक शुि पदाथष का ठं डी हिा की ऄपेिा
घनत्ि सदा एक सा ही होता है। आस प्रकार पदाथष का घनत्ि नाप कम होता है। बाहर की
कर िह बता सकता था दक ईसमें वमलािट है या नहीं। ऄतः आन सब ठं डी हिा गुब्बारे पर प्राचीन वमस्र के
प्रयोगों के बाद ईसने राजा हायरॉन के मुकुट का परीिण करने का एक ईत्प्लािक बल पुजारी वग़ज़ा के
एक और साधन खोज वलया था। पहले मुकुट तो हिा में तौला जाये, लगाती है वजससे िह महान वपरावमड की
और दफर पानी में। दफर शुि सोने को हिा और पानी में तौला उपर ईठने लगता है। वखड़की से वसतारों
जाये। यदद मुकुट का सोना शुि है, तो ईसके भार में अनुपावतक का ऄध्ययन करते
रूप से ईतनी ही कमी अएगी, वजतनी दक शुि सोने के टुकड़े में। हुए।
सिषप्रथम ग्रीस के लोगों ने एक िैज्ञावनक ढंग से खगोलशास्त्र का
ऄध्ययन दकया। ४५० इसापूिष में एथेंस के ऄनेक्सागोरस ने सुझाया दक
सूयष एक जलती हुइ चट्टान है, जो दक पृथ्िी से बहुत बड़ी है, और
चन्द्रमा धरती की भांवत सूयष की ही रौशनी से चमकता है। यह विचार
ईन ददनों एकदम नए थे, क्योंदक प्राचीन काल के लोग वसतारों को
देिता मानते थे।
ग्रह , जोदक प्रकाश के चबदुओं के समान वसतारों के बीच चलते
नज़र अते थे, ईनका नामकरण रोम के देिी-देिताओं पर कर ददया
गया। सबसे छोटे और तेज़ी से चलने िाले गृह का नाम बुध (Mercury)
रखा गया, जो दक देिताओं के संदेशिाहक थे। और जो सबसे चमकदार
था, ईसका नाम शुि (Venus) रखा, जो दक सौंदयष की देिी थी। लाल
रं ग के गृह को मंगल (Mars) यावन युि के देिता का नाम ददया गया। ऄलेक्सांदद्रया में वसतारों का
सबसे बड़े गृह को बृहथपवत (Jupiter) का नाम ददया गया, क्योंदक िह ऄध्ययन करता हुअ एक
देिताओं के राजा थे। चूाँदक शवन (Saturn) बहुत धीमे चलता था, खगोलविद। िह वसतारों के
ईसका नामकरण ईस देिता पर दकया गया जो समय की गवत को रोक बीच के कोणों और दूररयों को
सकता था। नापने के वलए एक सामान्य
ईपकरण का प्रयोग कर रहा
है। पास ही फशष पर वसतारों
की वथथवत दशाषने िाला एक
मॉडल रखा है।

लगभग ४०० इसापूिष में युदोक्सुस नाम का एक दाशषवनक था जो, जहााँ ऄब टकी
देश है, ईसके समुद्र तट पर वथथत वस्नडोस शहर में रहता था। ईसका कहना था
१६४ इसापूिष में बेबीलोन दक वसतारे कइ पारदशी गोलाकार मंडलों में जड़े हुए हैं, और ये मंडल पृथ्िी के
के खगोल-शावस्त्रयों द्वारा चारों ओर घूमते रहते हैं। अर्ककवमडीज़ ने एक मॉडल तारामंडल (planetarium)
मृविका पत्र पर ऄंदकत बनाया, जो नित्रों की चाल को ददखाता था। यह मॉडल कांच के गोलों से बनाया
शवन ग्रह की चाल के गया था, जो दक एक दूसरे के ऄंदर वथथत थे, और आनको वगरते हुए पानी से
ऄध्ययन का लेखा-जोखा गवतमान दकया जाता था। पृथ्िी आस मॉडल के बीचो-बीच वथथत थी, और हरे क
गोले पर एक ग्रह ऄंदकत था। जब यह गोले गवतमान होते थे, ग्रहों की चाल को
देखा जा सकता था।
पृथ्िी की पररवध का अकलन
अर्ककवमडीज़ के वमत्र आरातोथथेनेस ने पृथ्िी की
पररवध का अकलन दकया था। ऄलेक्सांदद्रया से ८००
दकलोमीटर दविण में थयेने नाम का शहर वथथत है।
आरातोथथेनेस ने पाया दक जब ग्रीष्म ऊतु ऄपने चरम
पर थी, ठीक दोपहर १२ बजे थयेने शहर में सूयष एकदम
सर के उपर होता है, लेदकन ऄलेक्सांदद्रया शहर में ठीक
ईसी समय सूयष उध्िष से ७ वडग्री के कोण पर होता है।
क्योंदक पूरे िृि में ३६० वडग्री होती हैं, ७ वडग्री ईसका
लगभग पचासिां भाग हुअ। आससे आरातोथथेनस े ने
अकलन दकया दक पृथ्िी की पररवध थयेने से
ऄलेक्सांदद्रया की दूरी की लगभग पचास गुनी, यावन
रोमन देिता मंगल करीब ४०००० दकलोमीटर होनी चावहए। वनिय ही
(Mars) की एक प्रवतमा, यह पररणाम िाथतविक दूरी के बहुत ही वनकट था।
अधुवनक माप के ऄनुसार पृथ्िी की पररवध ४०२३२
वजसके नाम पर एक ग्रह
दकलोमीटर है।
का नाम रखा गया है।
िह युि का देिता था।

अर्ककवमडीज़ ने सूयष के अकार का ऄनुमान लगाने के वलए भी एक


ईपकरण बनाया। यह एक लम्बी छड़ी से बनाया गया था, वजसके एक वसरे
पर एक छोटी गोल चकती लगी थी। सूयोदय के समय आस छड़ को सूयष की
ददशा में ताना जाता था। सूयोदय के समय आसवलए क्योंदक आसी समय वबना
दकसी हावन के सूयष की ओर देखा जा सकता था। चकती को छड़ पर अगे-पीछे
दकया जाता था, जब तक दक िह सूयष को ठीक-ठीक ढक सके , यावन सूयष और
चकती द्वारा अाँख में बनाया गया प्रवतवबम्ब वबलकु ल एक बराबर हो। ऄपनी
अाँख से चकती की दूरी को नाप कर अर्ककवमडीज़ ने सूयष के गोले द्वारा बनाया
गया कोण, और आस प्रकार ईसकी चौड़ाइ का अकलन कर वलया। स्येने अऱेक्सांद्रियस
अर्ककवमडीज़ ने ऄनुमान लगाया दक सूयष चन्द्रमा की ऄपेिा कम से
कम तीस गुना बड़ा है। लेदकन ईसका अकलन युदोक्सुस के अकलन से ऄगले पृष्ठ पर : आस
मेल नहीं खाता था, वजसके ऄनुसार सूयष चन्द्रमा से के िल नौ गुना बड़ा तारामंडल में, जो
था। अर्ककवमडीज़ के वपता फीवडऄस ने भी सूयष के अकार का ऄनुमान दक सौर मंडल का
लगाया था। ईनके ऄनुसार िह चन्द्रमा से बारह गुना बड़ा था। िाथति में एक प्रवतरूप है,
ये सारे ही ऄनुमान पूरी तरह गलत थे, और सूयष ऄसल में चन्द्रमा से ६.४ वमस्र का खगोलविद
करोड़ गुना बड़ा है। हम शायद ईनके गलत ऄनुमानों को वतरथकार की टॉलेमी एक हत्थे को
दृवष्ट से देखें, लेदकन हमें ध्यान रखना चावहये दक ईनके पास अज की सी घुमा रहा है वजससे
दूरबीनें और ऄन्य पररष्कृ त यंत्र नही थे। दक ग्रह पृथ्िी के
चारों ओर पररिमा
अर्ककवमडीज़ के वमत्र आरातोथथेनेस ने अकलन दकया था दक पृथ्िी लगा रहे हैं।
की पररवध लगभग ४०००० दकलोमीटर है। अर्ककवमडीज़ ने आसका टॉलेमी, वजसका
ईपयोग एक ऄन्य ईल्लेखनीय गणना के वलए दकया। िह ग्रीस के जीिनकाल १०० से
वनिावसयों को यह वसि करके ददखाना चाहता था दक बहुत बड़ी १७८ इथिी तक
संख्याओं से भी गणना की जा सकती है। तुम्हें याद होगा की संख्याओं को था, ने ऄरथतु की
वलखने की ग्रीक पिवत बड़ी गणनाओं के वलए बड़ी ऄसुविधाजनक थी। आस धारणा को अगे
आसवलए अर्ककवमडीज़ ने एक नए प्रकार की संख्या, अडषर नंबर (order बढ़ाया दक पृथ्िी
number), का अविष्कार दकया। आनको ईसी प्रकार वलखा जाता है, जैसे ब्रह्माण्ड के कें द्र में
अजकल के िैज्ञावनक बड़ी संख्याओं को वलखते हैं। अर्ककवमडीज़ ने यह वथथत है, और सूय,ष
अकलन करने की भी कोवशश की दक पूरे ब्रह्माण्ड को भरने के वलए दकतने चन्द्रमा और तारे
बालू के दानों की अिश्यकता होगी। पहले ईसने यह गणना की दक पूरी ईसके चारों ओर
पृथ्िी के अयतन को भरने के वलए दकतने दाने चावहए। दफर ईसने पररिमा करते हैं।
ऄनुमान लगाया दक सूयष के अयतन में दकतनी पृवथ्ियां भरी जा सकती हैं। के िल १५४३ इथिी
दफर ईसने अकलन दकया दक ईसके तारामंडल के ग्रहों िाले मंडल में में जाकर ही
दकतने सूयष अ सकते हैं। दफर आस संख्या को ईसने १०००० से गुणा कर पोवलश खगोलविद
ददया, क्योंदक ईसके ऄनुसार तारों िाला मंडल ग्रहों िाले मंडल से वनकलॉस
१०००० गुना बड़ा था। आस गणना के ऄंत में ईसे एक बहुत बड़ी संख्या कॉपरवनकस ने यह
प्राप्त हुइ। अज यदद हम आस संख्या को वलखें तो आसमें १० के अगे ६३ वसि दकया दक
शून्य और लगाने होंगे। परन्तु चूाँदक ग्रीक लोगों के पास शून्य के वलए कोइ पृथ्िी और दुसरे ग्रह
ऄंक नहीं था, अर्ककवमडीज़ को यह संख्या शब्दों में वलखनी पड़ी। सूयष की पररिमा
करते हैं।
ये गणनाएं आसवलए महत्िपूणष थीं क्योंदक आनसे यह ऄिगत होता
था दक संख्याएं दकतनी भी बड़ी हो सकती हैं। और यह भी, दक संख्याएं
दकतनी भी बड़ी क्यों न हों, हम ऄपनी गणनाओं और अकलनों में ईनका
प्रयोग कर सकते हैं।
६. अर्ककवमडीज़ और गवणत
π की संख्या िृि की पररवध और ईसके व्यास का
ऄनुपात बताती है। यह ऄनुपात सभी िृिों में एक समान
अर्ककवमडीज़ को सिाषवधक प्रेम गवणत से, और विशेष रूप से ज्यावमवत से होता है, यावन ३.१४१५९...। िृि चाहे दकतना भी बड़ा
था। ईसके वप्रय विषय थे िि रे खाओं का ऄध्ययन करना, ईनके ऄंदर के िेत्रफल या छोटा क्यों न हो, ईसकी पररवध सदा ही ईसके व्यास
की गणना करना, और ठोस अकृ वतयों के अयतन का अकलन करना। के ३ गुने से थोड़ी ऄवधक होती है।
दकसी िृि का िेत्रफल वनकलने के वलए अपको
ईसने िृि के िेत्रफल का एकदम सही अकलन करने का तरीका खोजा।
पहले ईसकी वत्रज्या की लम्बाइ पता करनी होगी। वत्रज्या
वमस्र के प्राचीन विद्वानों ने भी आसका एक तरीका खोजा था, लेदकन िह पूरी तरह यावन ईसके कें द्र से पररवध तक की दूरी। वत्रज्या व्यास की
ठीक नहीं था। िे लोग िृि के बाहर ईसे छू ता हुअ एक िगष बनाते थे, और ऐसा ही अधी होती है।
एक छोटा िगष िृि के ऄंदर। दफर िे दोनों िगों का िेत्रफल वनकालते। वनिय ही
िृि का िेत्रफल आन दोनों के बीच ही कहीं होना चावहए। अर्ककवमडीज़ ने भी आसी यदद दकसी िृि की वत्रज्या की लम्बाइ २
सेंटीमीटर है, तो ईसका िेत्रफल वनकलने के वलए पहले
वसिांत को ऄपनाया, लेदकन ईसने िगों के थथान पर बहुभुजों का प्रयोग दकया।
वत्रज्या को थियं से गुणा करें, यावन २ गुणा २ = ४ िगष
ईसने िृि के ऄंदर और बाहर ९६ भुजाओं िाले बहुभुज बनाये। आस प्रकार ईसके सेंटीमीटर। और दफर आस संख्या को π से गुणा करें । आस
बहुभुजों की भुजायें िगष की भुजाओं की ऄपेिा िृि की रे खा के बहुत करीब थीं। प्रकार िृि का िेत्रफल होगा ४ x २२ /७ =१२.५७ िगष
ईसने पाया दक िृि की पररवध हमेशा ईसके व्यास की २२/७ गुना होती थी। हम सेंटीमीटर।
आस संख्या के वलए ग्रीक ऄिर π का प्रयोग करते हैं, जो दक िृि की पररवध और
बीजगवणत में आस गणना को आस प्रकार वलखते
ईसके व्यास का ऄनुपात व्यक्त करता है। अज π का सही मान, वजसका हम
हैं:
ईपयोग करते हैं, िह है ३.१४१५९...। (π के ऄंत में लगाइ गइ चबददयां यह
बताती हैं दक आस संख्या के ऄंक कभी समाप्त नहीं होते।) िृि का िेत्रफल = π r२
(यहााँ r वत्रज्या का माप है)

िृि का िेत्रफल पता करने


के वलए वमस्र के लोग ईसके
बाहर और ऄंदर एक िगष
खेंचते थे। िृि का िेत्रफल
आन दोनों िगों के िेत्रफलों वत्रज्या
के बीच कहीं होता था
(बाएं)। अर्ककवमडीज़ ने िृि
के ऄंदर और बाहर बहुभुज
खेंच कर आस विवध को
सुधारा (दाएं)
अर्ककवमडीज़ की पुथतक से वलया
गया िृि के विषय में एक वचत्र। ऄपनी आस खोज और π के ज्ञान के द्वारा ईसने िृि के िेत्रफल का सूत्र भी ढू ंढ
आस वचत्र के द्वारा ईसने वसि दकया वनकाला, वजसे हम अज भी प्रयोग करते हैं। यह सूत्र है :
दक िृि का िेत्रफल ईस समकोणीय
िृि का िेत्रफल = .r २ (यहााँ r वत्रज्या का माप है)
वत्रभुज के िेत्रफल के बराबर है,
वजसकी एक भुजा िृि की वत्रज्या अर्ककवमडीज़ ने ठोस गोलों का भी ऄध्ययन दकया। ईसने वसि दकया दक गोले
के बराबर हो, और दूसरी िृि की की सतह का िेत्रफल ईतनी ही वत्रज्या िाले िृि के िेत्रफल का चार गुना होता है।
पररवध के बराबर। ईसने यह भी वसि दकया दक गोले का अयतन ईस बेलनाकार (cylinder) के
अयतन का दो-वतहाइ है, वजसका व्यास और उंचाइ दोनों गोले के व्यास के बराबर
हों। यह पररणाम अर्ककवमडीज़ को आतना वप्रय लगा दक ईसने वहदायत दी दक ईसके
मरने के बाद आस वसिांत का वचत्रण ईसकी कब्र पर दकया जाये।

अर्ककवमडीज़ ने पाया दक π का मान ३.१४०५ और ३.१४२८ के बीच


कहीं है, जो दक काफी सही है। (अज के गवणतज्ञ π के मान की गणना िहुत ही
शुिता पूिषक करना चाहते हैं। ऄब कम्प्यूटर द्वारा आसकी गणना दशमलि के ४८
करोड़ थथानों तक कर ली गइ है।) लेदकन अर्ककवमडीज़ का जन्म दशमलि के
ऄविष्कार से बहुत पहले हुअ था, आसवलए िह π को एक ऄनुपात या वभन्न के
रूप में ही व्यक्त कर सकता था।

शंकु

िृि
अर्ककवमडीज़ ने वसि दकया दक अर्ककवमडीज़ ने एवलप्स,
एक गोले का अयतन ईस पैराबोला और
बेलनाकार (cylinder) के एवलप्स
हाआपरबोला नामक िि
अयतन का दो-वतहाइ है, रे खाओं का भी ऄध्ययन
वजसका व्यास और उंचाइ दकया। आन ििों को
दोनों गोले के व्यास के बराबर कोवनक सेक्शन (conic
हों। sections) भी कहा
जाता है, क्योंदक ये शंकु
(cone) को काटने से
अर्ककवमडीज़ ने वसि दकया था दक िृि का िेत्रफल ईस समकोणीय प्राप्त होते हैं।
वत्रभुज के िेत्रफल के बराबर है, वजसकी एक भुजा िृि की वत्रज्या के बराबर हो,
और दूसरी िृि की पररवध के बराबर।
दफर ईसने गोले के अयतन का सूत्र खोजा : ७. वसराक्यूज़ की घेराबंदी
गोले का अयतन = (४/३) r३ (यहााँ r गोले की वत्रज्या का माप है)
२१६ इथिी में राजा हायरॉन का देहांत हो गया। नए राजा वहप्पोिे ट्स ने
अर्ककवमडीज़ को वभन्नात्मक (fractional) संख्याओं के साथ गणना करना भी काथेज से एक संवध की, जो दक ऄफ्रीका के समुद्र तट पर बसा एक बहुत विशाल नगर
बहुत वप्रय था। एक ददन ईसने ऄपने वमत्र विद्वानों को एक प्रश्न हल करने को ददया। िह था। यह ईस देश में वथथत था वजसे ऄब हम तुवनवशया कहते हैं। काथेज के लोग रोम के
प्रश्न था : शत्रु थे, जो दक भूमध्य िेत्र की एक बड़ी शवक्त था। आसवलए रोमन लोगों ने वसराक्यूज़
सूयष के पास बहुत सी गायें और बैल थे। ईनमें से कु छ सफ़े द थे, कु छ सलेटी, कु छ पर अिमण करके िहां एक वमत्र राजा को थथावपत करने का वनणषय वलया।
भूरे और कु छ वचतकबरे । वचतकबरे बैलों की संख्या सफ़े द बैलों की संख्या से सलेटी मासेलस नाम के एक प्रख्यात सेनावधपवत ने आस अिमण का नेतृत्ि दकया। िह
बैलों की संख्या के ५/६ गुने से कम थी। वचतकबरे बैलों की संख्या सलेटी बैलों की एक ऄवत विशाल सेना और ६० बड़े युि पोतों को लेकर अिमण के वलए वनकला। ये
संख्या से भूरे बैलों की ९/२० गुना से कम थी। वचतकबरे बैलों की संख्या भूरे बैलों की युिपोत आतने विशाल थे दक प्रत्येक को जहाज़ के दोनों ओर पांच-पांच कतारों में बैठे
संख्या से सफ़े द बैलों के ७/१२ गुने से कम थी। सफ़े द गायों की संख्या सलेटी गायों और सौ से भी ऄवधक नाविक खे रहे थे। ईनके पास विशाल गुलेलें थीं वजनके द्वारा बहुत
बैलों की कु ल संख्या का ७/१२ गुना थी। सलेटी गायों की संख्या भूरे गाय और बैलों की बड़ी चट्टानों को शहर पर फें का जा सकता था। युि के वलए संबुका नाम की एक बहुत
कु ल संख्या का ९/२० गुना थी। भूरी गायों की संख्या वचतकबरी गायों और बैलों की बड़ी मशीन बनाइ गइ थी। यह पवहयों पर अरूढ़ एक बहुत बड़ी सीढ़ी थी, वजसके
कु ल संख्या का ११/३० गुना थी। वचतकबरी गायों की संख्या सफे द गायों और बैलों की उपर एक पुल था वजसे शहर की दीिार पर रटकाया जा सकता था।
कु ल संख्या का १३/४२ गुना थी। तो हर प्रकार की गायों और बैलों की क्या-क्या संख्या
थी ?
यह एक बहुत ही करठन पहेली है। बीजगवणत में बहुत वनपुण व्यवक्त ही आसे हल
कर सकता है। लेदकन ग्रीक लोगों को तो बीजगवणत अता ही नहीं था। आसवलए
अर्ककवमडीज़ के वमत्रों के वलए वनिय ही आसे हल करना बड़ा मुवश्कल रहा होगा। आस
पहेली के एक नहीं ऄनेक सही ईिर हैं, ऄथाषत ईिर ऄवनवित (indeterminate) है।
आन ईिरों में सबसे छोटा है :
वचतकबरे बैल = ४,१४९,३८७
सफ़े द बैल = १०,३६६,४८२
भूरे बैल = ४,१४९,३८७
सलेटी बैल = ७,४६०,५१४
वचतकबरी गायें = ५,४३९,२१३ रोमन सेनापवत मासेलस,
संफेद गायें =७,२०६,३६० वजसने २१२ इथिी में
भूरी गायें =३,५१५,८२० वसराक्यूज़ पर अिमण दकया।
सलेटी गायें = ४,८९३,२४६
कहा जाता है दक अर्ककवमडीज़ ने जो ईिर खोजा था िह आस ईिर का ८० गुना
था।
मासेलस जल्द ही समझ गया दक ईसका अिमण पूरी तरह
रोमन ओनेगेर
विफल हो गया है, और िह ऄपनी सेना िापस शहर से सुरवित दूरी
(Onager), युि
पर ले गया। "हम आस ज्यावमवत के ब्रायररयस से और नहीं लड़
में प्रयोग की जाने
सकते, जो हमारे जहाज़ों को वखलौनों की तरह हिा में ईछाल रहा
िाली गुलेल
है। वजस तरह िह दजषनों पत्थर हम पर बरसा रहा है, िह पौरावणक
वजससे बहुत दूर
कथाओं के सौ हाथों िाले दैत्य को भी मात कर रहा है", ईसने कहा।
तक पत्थरों को
ग्रीस की पौरावणक कथाओं में ब्रायररयस नाम के सौ हाथों िाले
फें का जा सकता
विशालकाय रािस का वज़ि अता है।
था।

यह संबुका आतनी बड़ी थी दक अठ जहाज़ों को एक साथ बांध कर ईनके


उपर आसको ले जाया जाता था। मासेलस को विश्वास था दक िह असानी से
वसराक्यूज़ शहर को पराथत कर देगा, लेदकन ईसे नहीं पता था दक ईसका
सामना अर्ककवमडीज़ से होने िाला था।
ऐसा कहते हैं दक अर्ककवमडीज़ ने कइ विशालकाय दपषण शहर की दीिार
के उपर थथावपत कर ददए, और जब रोमन युि-पोतों का बेड़ा करीब अया तो
आन दपषणों द्वारा सूयष की दकरणों को जहाज़ों पर कें दद्रत दकया गया। आससे आतनी
गमी पैदा हुइ दक जहाज़ धू-धू कर जलने लगे। ऄन्य जहाज़ों को अर्ककवमडीज़
द्वारा बनाइ गइ गुलेलों से विशालकाय चट्टानें फ़ें क कर नष्ट कर ददया गया।
संबुका का क्या हश्र हुअ, आसका िणषन रोमन आवतहासकार प्लूटाकष ने आस
प्रकार दकया है : "जैसे ही संबुका शहर की दीिार के पास अने लगा, एक
कु छ ककिदंवतयों के
विशालकाय वशला अकर ईस पर वगरी, दफर दूसरी, और दफर तीसरी। ये
ऄनुसार अर्ककवमडीज़ ने
वशलाएं बड़े िेग से अईं, और बादलों के गरजने की सी अिाज़ के साथ संबुका
विशाल दपषणों का प्रयोग
से टकराईं, और ईसके अधार के टु कड़े टु कड़े कर ददए, ईसकी चूल-चूल वहल
करके सूयष की दकरणों को
गइ। िह पूरी तरह धिथत होकर टु कड़े-टु कड़े हो समुद्र में जा वगरी।”
रोमन जहाज़ों पर कें दद्रत
जो जहाज़ शहर के वनकट अ सके , ईन्हें विशालकाय लीिरों का प्रयोग दकया।
करके लोहे के हुकों द्वारा समुद्र से उाँचा ईठा कर दोबारा समुद्र में फ़ें क ददया
गया।
मासेलस ने शहर की घेराबंदी का वनिय दकया।
वसराक्यूज़ को चारों ओर से घेर कर रसद की अिाजाही बंद
कर दी गइ। यह घेराबंदी तीन साल तक जारी रही। ऄंततः
दीिार के कु छ वहथसे पर पहरा न होने का फायदा ईठा कर
रोमन वसपाही शहर के ऄंदर घुसने में कामयाब रहे।
अर्ककवमडीज़ का िो
जब िे सैवनक अर्ककवमडीज़ के घर में घुसे, िह गवणत (crow), एक
की एक गुत्थी सुलझा रहा था। अर्ककवमडीज़ को नहीं पता था विशालकाय भुजा
दक रोमन सैवनक शहर में घुस अये हैं। िह वचल्लाया, "जाओ जैसा था। कहते हैं
यहााँ से, मुझे ऄपना काम करने दो।" एक वसपाही ने, जो आस आसका प्रयोग
महान और प्रवसि व्यवक्त को नहीं पहचानता था, ऄपनी वसराक्यूज़ की रिा के
तलिार वनकली , और ईसे मार डाला। जब मासेलस को यह वलए अिमणकाररयों
पता चला, िह बहुत दुखी हुअ। ईसने ऄपने सैवनकों को के जहाज़ों को पलटने
वनदेश ददए थे दक अर्ककवमडीज़ को कोइ नुकसान न पहुाँचाया में दकया गया था। आस
जाये। लेदकन ऄब बहुत देर हो चुकी थी। ईसका ऄंवतम वचत्र में ऐसी ही तीन
संथकार बहुत सम्मानपूिषक और शानदार तरीके के दकया "भुजाओं" को शहर
गया। ईसकी आच्छा के ऄनुसार, ईसकी कब्र के पत्थर पर गोले की रिा करते ददखाया
और बेलनाकार िाला ज्यावमवत का वचत्र बनाया गया, वजससे गया है।
संसार ईसके अविष्कारों को सदा याद रखे।

अर्ककवमडीज़ को अशा थी दक ईसका कायष अगे अने अर्ककवमडीज़


िाले विद्वानों के काम अएगा। विशेष रूप से ईसे लगता था दक ज्यावमवत की मृत्यु के
के वसिांतो को खोजने की ईसकी विवध "मेथड" बहुत महत्िपूणष है। दृश्य का
दुभाषग्य से ईसकी आस विवध की जानकारी बहुत िषों तक संसार से ओझल पच्चीकारी से
रही, और भविष्य के विद्वानों के काम न अ सकी। लेदकन ईसने जो बना एक
वसिांत खोजे थे, िे अज भी महत्िपूणष हैं, जैसे दक िृि का िेत्रफल और वभवि-वचत्र
गोले का अयतन बताने िाले सूत्र, और पाइ का मान। आसके ऄवतररक्त,
ज्यावमतीय अकृ वत का िेत्रफल वनकलने की ईसकी विवध का ईपयोग
अधुवनक गवणतज्ञ अज भी करते हैं, और आसको "कै लकु लस" नाम की
गवणत की शाखा में शावमल कर वलया गया है, वजसका ईपयोग सभी
िैज्ञावनक ऄपने िेत्रों में ऄक्सर ही करते हैं।
अर्ककवमडीज़ की मशीनों के बारे में प्रचवलत कइ कहावनयों पर
विश्वास कर पाना मुवश्कल लगता है, लेदकन लीिर, वघरनी और
अर्ककवमडीज़ के पेंच का प्रयोग अज भी दकया जाता है। और दफर
अर्ककवमडीज़ के वसिांत के बारे में तो हर कोइ थकू ल में पढता है, वजससे
हम सीखते हैं दक िथतुएं पानी में क्यों तैरती हैं।
समय-रे खा
लगभग ५७० से ५०० इसापूिष : पाआथागोरस ने वसखाया दक संख्याएं और ज्यावमवत ही ब्रह्माण्ड को समझने की कुं जी हैं।

लगभग ५००-४२८ इसापूिष : ऄनेक्सागोरस ने कहा दक सूयष एक अग का गोला है जो पृथ्िी से भी बड़ा है, और चन्द्रमा पृथ्िी की ही भांवत सूयष के ही प्रकाश से
चमकता है।

लगभग ४६०-३७० इसापूिष : डेमोदिटस ने सुझाया दक सभी िथतुएं नन्हे-नन्हे कणों से बनी हैं, वजन्हें परमाणु कहते हैं।

लगभग ४६०-३७७ इसापूिष : वहप्पोिे ट्स द्वारा वचदकत्सा के िेत्र में िैज्ञावनक ऄध्ययन प्रारम्भ।

लगभग ४२७ से ३४७ इसापूिष : ग्रीस के महानतम दाशषवनक प्लेटो द्वारा तकष संगत विचार और ज्यावमतीय वििेकबुवि की महिा का प्रवतपादन।

लगभग ४०८ से ३५५ इसापूिष : युदोक्सुस का सुझाि दक वसतारे पारदशी गोलाकार मंडलों में जड़े हुए हैं, जो दक पृथ्िी के चारों ओर घूम रहे हैं।

३८४-३२२ इसापूिष : प्लेटो के वशष्य ऄरथतु द्वारा प्राकृ वतक जगत का िैज्ञावनक ऄध्ययन प्रारम्भ।

लगभग ३१०-२३० इसापूिष : ऄररथतारकस का ऄनुभि करना दक सूयष पृथ्िी से बहुत बड़ा है। ईसने यह भी प्रवतपादन दकया दक पृथ्िी सूयष के चारों ओर घूमती है।
(आस धारणा को बहुत से ग्रीक िैज्ञावनकों ने थिीकार नहीं दकया। लेदकन पोवलश खगोलविद वनकलॉस कॉपरवनकस ने आसे १५४३ में
पुनजीवित दकया, और आटली के गैवलवलयो ने आसे सहमवत दी, यद्यवप ऄवधकांश लोगों ने आसे दफर भी थिीकार नहीं दकया।)

लगभग ३०० इसापूिष : यूवक्लड द्वारा ऄपनी ज्यावमवत की पुथतक "द एवलमेंट्स " का वलखना, वजसका प्रयोग अज भी होता है।

लगभग २८७-२१२ इसापूिष : अर्ककवमडीज़ द्वारा ज्यावमवत, गवणत, मैकेवनक्स, हड्रोथटैरटक्स ि खगोलशास्त्र का ऄध्ययन।

२७३-१९२ इसापूिष : एरातोथथेनेस द्वारा पृथ्िी के माप का अकलन, और ज्ञात जगत के मानवचत्र का बनाना।

१२७-१४८ इथिी : क्लॉवडयस टॉलेमी द्वारा ग्रीक खगोलशास्त्र के वनष्कषों का वनरूपण, वजसमें शावमल था यह विचार दक सूयष पृथ्िी के चारों ओर
भ्रमण करता है।
शब्द-तावलका
बीजगवणत (Algebra) : एक प्रकार का गवणत वजसमें संख्याओं के थथान पर वचह्नों का प्रयोग दकया जाता है।
खगोलशास्त्र (Astronomy) : िह विज्ञान जो वसतारों, ग्रहों, ि ऄन्य अकाशीय चपडों का ऄध्ययन करता है।
परमाणु (Atom) : दकसी पदाथष का सबसे छोटा कण वजसे और बांटा नहीं जा सकता।
ईत्प्लािकता (Buoyancy) : िह बल जो द्रिों में तैरती िथतुओं को सहारा देता है।
पररवध (Circumference) : िृि के घेरे की लम्बाइ।
घनत्ि (Density) : कोइ पदाथष दकतना "घना" है, यावन ईसके आकाइ अयतन में दकतना भार है।
व्यास (Diameter) : िृि के घेरे के दो चबदुओं को वमलती ईसके कें द्र से होकर जाती सीधी रे खा की लम्बाइ।
ग्रहण (Eclipse) : जब एक अकाशीय चपड दूसरे चपड पर पड़ने िाले प्रकाश को रोक देता है।
जब चन्द्रमा सूयष से पृथ्िी पर पड़ने िाले प्रकाश तो रोक देता है, तो आसे सूयष ग्रहण कहते हैं।
प्रयोग (Experiment) : प्रयोगशाला में दकया गया कोइ परीिण, दकसी वसिांत की सत्यता को जांचने के वलए,
या नइ जानकारी जुटाने के वलए।
अकृ वत (Figure) : कोइ ज्यावमतीय अकार, जैसे वत्रभुज या िृि।
ज्यावमवत (Geometry) : गवणत की िह शाखा जो रे खाओं, कोणों, सतहों, और ठोस अकारों का ऄध्ययन करती है।
हाआड्रोमीटर (Hydrometer) : द्रिों का घनत्ि नापने का एक यंत्र।
हायड्रोथटैरटक्स (Hydrostatics) : िह विज्ञान जो द्रिों का वथथर ऄिथथा में ऄध्ययन करता है, जैसे दकसी तालाब या बांध में।
लीिर (Lever) : भारी िज़न को ईठाने के वलए प्रयोग की जाने िाली एक मशीन। आसमें एक लम्बी छड़ होती है,
वजसे एक वथथर धुरी पर रटका कर उपर-नीचे दकया जाता है।
गवणत (Mathematics) : िह विज्ञान जो संख्याओं और ईनसे की जाने िाली गणनाओं का ऄध्ययन करता है।
आसमें शावमल हैं ऄंकगवणत, बीजगवणत और ज्यावमवत।
मैकेवनक्स (Mechanics) : विज्ञान जो मशीनों की कायषप्रणाली का ऄध्ययन करता है।
पेवपरस (Papyrus) : प्राचीन वमस्र के लोगों द्वारा सरकं डे की डंठलों से बनाया गया एक प्रकार का कागज़।
अर्ककवमडीज़ ग्रीस का महानतम िैज्ञावनक था। िह एक
खगोलविद था, और ईसने वसतारों ि ग्रहों की चाल को
दशाषने के वलए एक मॉडल तारामंडल (Planetarium)
बनाया। िह एक कु शल गवणतज्ञ था। ईसने िृि का
िेत्रफल और गोले का अयतन वनकालने का फामूषला
खोजा, और ज्यावमवत के बहुत से सूत्र वसि दकये। ईसने
लीिर और वघरवनयों की कायष-प्रणाली का ऄध्ययन
दकया, और भारी िज़नों को ईठाने में ईनका प्रयोग
दकया। ईसका "अर्ककवमडीज़ पेंच" नामक यंत्र वजसका
ईपयोग नहरों से पानी खेंचने के वलए होता था, अज भी
आथतेमाल दकया जाता है, और ईसका ईत्प्लािकता
(buoyancy) का वसिांत अज भी थकू लों में पढ़ाया
जाता है। अर्ककवमडीज़ को प्रायोवगक विज्ञान का जनक
भी कहा जाता है, क्योंदक ईसने ऄपनी धारणाओं की
पुवष्ट प्रयोगों द्वारा की, और आस प्रकार भविष्य की
िैज्ञावनक प्रगवत की नींि रखी।

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