Professional Documents
Culture Documents
Best 5 Hindi Stories For Kids– बच्चों के लिए ल ोंदी क ालियाों कक्षा 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10 के लिए | कई
प्रेरणादायक क ालियाों जच मिे बचपि में लकताबचों में पढी ैं, िेलकि उिमें से कुछ वास्तव में अच्छी ैं जच अभी भी बच्े
कच लिलक्षत करिे के लिए प्रेरणादायक ैं।
एक गरीब व्यक्ति के पास एक घचडा और एक गधा था। एक लदि व इि दचिचों के साथ बाजार जा र ा था। उसिे गधे पर
रचज की तर लिर से सामाि का भार िाद लदया। और घचडे पर लिर से कचई सामाि ि ीों था।
रास्ते में, गधे िे घचडे से क ा, भाई, मेरे ऊपर लिर से अत्यलधक मात्रा में भार ै, मेरे ऊपर से कुछ मात्रा में भार िे िच। घचडे
िे क ा लक तुम्हारे बचझ ै, मुझे इससे कचई िेिा-दे िा ि ीों ै। य बचझ तुम्हारा ै और तुम्हें इसे अपिे साथ रखिे की
जरूरत ै। मुझे इसके बारे में कुछ मत बचिच।
य सुिते ी गधा चुप च गया। लिर ये तीिचों चुपचाप ट ििे िगे। कुछ समय बाद भारी बचझ के कारण, गधे के पैर
डगमगािे िगे और व रास्ते में लगर गया। उसके मुुँ से झाग लिकििे िगा।
उसके बाद उस व्यक्ति िे गधे के का सारा भचझ उतर कर घचडे पर डाि लदया। ट िते हुए, घचडा य सचचिे िगा लक अगर
मैं गधे का कुछ वजि िे िेता तच लकतिा बे तर च सकता था। अब मुझे सारा बचझ बाजार में िे जािा ै।
एक दे वदू त था। एक बार जब उन्चोंिे क ा लक लजसका छचटा बच्ा सबसे प्यारा चगा, मैं उसे इिाम दू ों गा। य सुिकर सभी
जीव अपिे बच्चों के साथ एक स्थाि पर एकलत्रत च गए।
दे वदू त िे सभी बच्च कच एक के बाद एक तेजी से दे खा। जब उसिे स्त्री-वािर के फ्लैट-िाक वािे बच्े कच दे खा। दे वदू त िे
क ा। य बच्ा इतिा बदसूरत ै!
इसके लपता और माुँ लकसी भी तर से पुरस्कार प्राप्त ि ीों कर सकते। दे वदू त की आवाज सुिकर, बच्े की माुँ कच बहुत
ददद हुआ। उसिे अपिे छचटे बच्े से क ा , “लचोंता मत करच, मेरे बच्े, मैं तुमसे बहुत प्यार करती हों।”
तुम मेरे लिए सबसे म त्वपूणद पुरस्कार च, मुझे एक और पुरस्कार प्राप्त करिे की आवश्यकता ि ीों ै, भगवाि तुम्हे एक
लवस्ताररत जीवि प्रदाि करें ।
एक जोंगि में एक चािाक िचमडी र ती थी। एक बार उसिे एक पेड के सबसे ऊोंचे स्थाि पर बैठे एक मुगाद कच दे खा।
उसिे अपिे लवचारचों में सचचा लक य भचजि लकतिा अच्छा चगा! िेलकि मेरे लिए समस्या य थी लक में पेड पर ि ीों चढ
सकती थी।
व चा ती थी लक मुगाद लकसी लदि पेड से लिचे वापस आ जाए। तच िचमडी पेड के िीचे चिी गई। उसिे मुगाद से क ा, भाई
तुम्हारे लिए एक कुिि सूचिा ै। बस स्वगद से एक आदे ि आया ै लक अब, सभी पक्षी और जािवर सामूल क रूप से
लिवास करें गे।
अब म लकसी भी तर से एक दू सरे कच ि ीों मारें गे। य ाों तक लक िचमडी भी मुगाद ि ीों खाएगी। इसलिए तुम्हे मुझसे डरिा
ि ीों चाल ए । िीचे आओ और म बैठकर आपस में बात करें गे।
मुगे िे क ा वा ! आपिे उत्कृष्ट जािकारी सुिी ै। दे खच, तुम्हारे कुछ साथी तुमसे लमििे आ र े ै। मेरे लमत्र! िचमडी ैराि
थी लक मेरे कौि से साथी आ र े ैं। मुगाद मुस्कुराते हुए बचिा।
लिकारी कुत्ते, सुिते ी िचमडी काों प उठी। उसिे भागिे के लिए िम्बी छिाों ग िगाई। मुगाद िे क ा, तुम उिसे क्चों डर र े
च। अब म लमत्र च गए ैं आपस में दचस्त बििे के लिए, क्ा म ि ीों ?ै ाुँ , िचमडी िे क ा िायद लिकारी कुत्तच कच
इस बारे में ि मािूम च और । िचमडी डर से भाग गई।
एक जोंगि में एक साों प र ता था। व लदि-रात पलक्षयचों के अोंडे, लछपकिी, खरगचि और छचटे जािवर खता था। इतिे
जािवरच कच खािे के बाद व बहुत ी सुस्त च गया।
कुछ लदिचों के भीतर, व बहुत िोंबा च गया, उसकी सोंतुलष्ट अलतररि रूप से कािी बढ गई। एक लदि साों प िे सचचा लक मैं
अलिवायद रूप से जोंगि में सबसे अलधक प्रभावी हों। मैं जोंगि का राजा हों। अब मुझे अपिी प्रलसक्ति और आकर के अिु िार
एक लविाि जग में र िे की आवश्यकता ै।
य सचचकर, उसिे अपिे लिवास के लिए एक लविाि वृक्ष चुिा। पेड के करीब चीोंलटयचों की टीिे थी। लमट्टी के कई छचटे
कण व ाों जमा च गए ैं। साों प िे क ा, मुझे य ोंगामा पसोंद ि ीों ै। य गन्दगी य ाुँ ि ीों र िी चाल ए।
व गुस्से में लबि के पास पहुोंच गया और चीोंलटयचों कच सिा दी। मैं िागराज हुँ, इस जोंगि का राजा। मैं तुमकच आदे ि दे ता
हों लक इस बकवास कच यथािीघ्र य ाों से टा दें । साों प कच दे खकर अिग-अिग जािवर काों प गए। िेलकि छचटी चीोंलटयचों पर
इसका कचई प्रभाव ि ीों पडा।
अब साों प का गुस्सा कािी बढ गया, उसिे कचडे की तर अपिी पूोंछ के साथ लबि कच मारा। इससे चीोंलटयचों कच बहुत
आक्रचि हुआ। लबि के बा र जारचों चीोंलटयाों लिकि आई । चीलटया साों प के ऊपर चढ गई और उसे काटिे िगी |
साुँ प कच िगा जैसे सैकडचों काोंटे उसके िरीर कच समति रूप से छे द र े ैं। व अस ाय ददद से काों प गया। व उससे दू र
चिे के लिए छटपटािे िगा। िेलकि कचई िायदा ि ीों हुआ। व कुछ समय के लिए इस तर से सोंघर्द करता र ा,
ािाुँ लक बाद में उसिे अत्यलधक ददद में अपिे जीवि कच त्याग लदया ।
शिक्षा- लकसी कच छचटा और ल ि् ि ीों समझिा चाल ए व्यथद के घमोंड से लविाि च जाता ै.
एक बार वा और सूरज के बीच लववाद लछड गया। वा िुरू से ी क ा। मैं तुमसे ज्यादा मजबूत हों, ि ीों, तुम मुझसे
ज्यादा मजबूत ि ीों च, सूरज िे क ा । तभी, उिकी िज़र एक यात्री पर पडी जच एक लवश्व भ्रमण पर गया था।
यात्री िे एक कोंबि प ि रखा था, वा और सूरज िे लिधाद ररत लकया लक उिमें से कचई भी जच उस यात्री के कोंबि कच उतार
दे गा ब ी बिवाि चगा।
प िी बार वा की बरी आई । व यात्री के कोंधे से कोंबि टािे के लिए पूरे दबाव के साथ ब िे िगी । लजतिी तेज वा
चिी उतिी ी तेज यात्री िे कसकर चादर िपेट िी। वा खत्म चिे तक य िडाई जारी र ी।
सूरज की बरी आई। व कुछ मुस्कराया। इससे यात्री कच वास्तव में गमी का ए सास हुआ। उसिे जल्दी से कोंबि ओढ
लिया। सौर की मुस्कुरा ट बढी और साथ ी गमाद ट बढी। यात्री िे कोंबि कच उतारकर अपिे ाथ में िे लिया, इस प्रकार
सूरज वा की तुििा में अत्यलधक प्रभावी सालबत हुआ।