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पद - प रचय

वा य म यु येक साथक श द को पद कहते ह तथा उन श द के याकर णक प रचय


को पद प रचय - पद या या या पदा वय कहते ह । पद प रचय म उस श द के भेद ,
उपभेद , लग , वचन , कारक आ द के प रचय के साथ , वा य म यु अ य पद के साथ
उसके स ब ध का भी उ लेख कया जाता है ।

✺ 1 . सं ा श द का पद प रचय

कसी भी सं ा पद के पद प रचय हेतु न न 5 बात बतलानी होती ह ।

( i ) सं ा का कार
( ii ) उसका लग
( iii ) वचन
( iv ) कारक
( v ) उस श द का ि या के साथ स ब ध

सं ा श द का ि या के साथ स ब ध कारक के अनुसार जाना जा सकता है । जैसे - य द


सं ा श द कता कारक है तो लखगे अमुक ि या का कता या ‘ करने वाला ’ , तथा कम
कारक है तो उ लेख करगे अमुक ि या का ‘ कम ’ ! इसी कार कारक के अनुसार उसका
ि या के साथ स ब ध बतलाया जायेगा ।

अ भषेक पु तक पढ़ ता है ।
उ वा य म ‘अ भषेक ’ तथा ‘पु तक ’ श द सं ाएँ ह । यहाँ इनका पद प रचय उ पाँ च
बात के अनुसार न नानुसार होगा -

अ भषेक : य वाचक सं ा , पु लग , एक वचन , कता कारक , ' पढ़ ता है ' ि या का


कता ।

पु तक : जा तवाचक सं ा , ी लग , एकवचन , कम कारक , ‘ पढ़ ता है ’ ि या का कम


✺ 2 . सवनाम श द का पद प रचय

कसी सवनाम के पद प रचय म भी उ ही बात का उ लेख करना होगा , जनका सं ा श द


के पद - प रचय म कया था अथात्

( i ) सवनाम का कार पु ष सिहत


( ii ) लग
( iii ) वचन
( iv ) कारक
( v ) ि या के साथ स ब ध आ द ।

म पु तक पढ़ ता ँ ।

इस वा य म ‘ म ’ श द सवनाम है । अतः इसका पद प रचय होगा -

म : पु षवाचक सवनाम , उ म – पु ष , पु लग , एक वचन , ‘ पढ़ ता ँ ’ ि या का कता



यह उसक वही कार है , जसे कोई चुराकर ले गया था ।

इस वा य म ‘ यह ’ , ‘ उसक ’ , ‘ जसे ’ , तथा ‘ कोई ’ पद सवनाम ह । इनका भी पद


प रचय इस कार होगा -

यह : न यवाचक सवनाम , अ य पु ष , ी लग , एक वचन , स ब ध कारक , ‘ कार ’


सं ा श द से स ब ध ।

जसे : स ब धवाचक सवनाम , ी लग , एकवचन कमकारक , ‘ चुराकर ले गया ’ ि या


का कम ।

कोई : अ न यवाचक सवनाम , अ यपु ष , पु लग एकवचन , कता कारक , ‘ चुराकर ले


गया ’ ि या का कता ।

✺ 3 . वशेषण श द का पद प रचय

कसी वशेषण श द के पद प रचय हेतु न न बात का उ लेख करना होता है -

( i ) वशेषण का कार
( ii ) अव ा
( iii ) लग
( iv ) वचन
( v ) वशे य व उसके साथ स ब ध ।

वीर राम ने सब रा स का वध कर दया ।


उ वा य म ‘ वीर ’ तथा ‘ सब ’ श द वशेषण ह , इनका पद प रचय न नानुसार होगा -

वीर : गुणवाचक वशेषण , मूलाव ा , पु लग , एकवचन , ‘ राम ’ वशे य के गुण का


बोध कराता है ।

सब : सं यावाचक वशेषण , मूलाव ा , पु लग , ब वचन , ‘ रा स ’ वशे य क सं या


का बोध कराता है ।

✺ 4 . ि या श द का पद प रचय

ि या ' श द ' का पद प रचय म ि या का कार , लग , वचन , वा य , काल तथा वा य


म यु अ य श द के साथ स ब ध को बतलाया जाता है ।

राम ने रावण को बाण से मारा ।

उ वा य म ‘ मारा ’ पद ि या है । इसका पद प रचय होगा -

मारा : सकमक ि या , पु लग , एकवचन , कतृवा य , भूतकाल , ‘ मारा ’ ि या का कता


‘ राम ’ , कम ‘ रावण ’ तथा करण ‘ बाण ’ ।

✺ 5 . ि या वशेषण का पद प रचय

लड़ के ऊपर खड़ े ह ।

‘ ऊपर ’ श द ि या वशेषण है अतः पद प रचय होगा -


ऊपर : ानवाचक ि या वशेषण , ‘ खड़ े ह ’ ि या के ान का बोध कराता है ।

✺ 6 . स ब धबोधक अ यय का पद प रचय

भोजन के बाद व ाम करना चािहए ।

तुत वा य म ‘ के बाद ’ स ब ध बोधक अ यय है । अतः इसका पद प रचय होगा -

के बाद : स ब ध बोधक अ यय , जो भोजन सं ा का स ब ध ‘ व ाम ’ के साथ जोड़ ता है ।

✺ 7 . समु चयबोधक अ यय का पद प रचय

तृ त और गुं जन जा रही ह ।

तुत वा य म ‘ और ’ श द समु चय बोधक अ यय है , इसका पद प रचय होगा -

और : समु चय बोधक अ यय , सं योजक , ‘ तृ त ’ तथा ‘ गुं जन ’ दो सं ा श द को जोड़ ता


है ।

✺ 8 . व मया दबोधक अ यय का पद प रचय

अर ! यह या हो गया ?

अर : व मया द बोधक अ यय , जो व मय के भाव का बोध कराता है ।

़ वभ
नोट : यह पीडीऍफ ोत से त य एक त कर बनायी गयी है | य द इसम कोई ट
ु ी पायी जाती है तो नॉलेज हब
सं चालक क ज मेदारी नही होगी |

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