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जय गुरु दे व

महर्षि र्वद्या मंददर, है दराबाद


CLASS -X रचना के आधार पर वाक्य WORKSHEET

(1) 'जब उसने ततााँरा को दे खा तो वह फूटकर रोने लगी। इस वाक्य का सरल वाक्य
में रूपाांतरण होगा-
(क) जैसे ही वामीरो ने ततााँरा को दे खा और वह फूटकर रोने लगी।
(ख) ततााँरा को दे खते ही वह फूटकर रोने लगी ।
(ग) ततााँरा को दे खकर वामीरो फूटकर रोने लगी ।
(घ) वामीरो ने ततााँरा को दे खा और फूटकर रोने लगी ।
(2) ननम्नललखखत वाक्यों में सांयक्
ु त वाक्य है -
(क) गाडी रुकने की जगह खडे रहो
(ख) जो लोग पररश्रम करते हैं, वे ननराशा से बचे रहते हैं।
(ग) हम स्टे शन पहुाँचे और गाडी चल दी
(घ) वह कपडे खरीदने बाजार गई है ।
(3) 'मोनुमेंट के नीचे झांडा फहराया जाएगा और स्वतांत्रता की प्रनतज्ञा पढी जाएगी।'
वाक्य का भेद है -
(क) सरल वाक्य (ख) सांयक्
ु त वाक्य (ग) लमश्र वाक्य (घ) इनमें से कोई नहीां
(4) मैं सफल हुआ और कक्षा में प्रथम स्थान पर आया ।' वाक्य का सरल वाक्य होगा-
(क) मैं सफल होकर कक्षा में प्रथम स्थान पर आया
(ख) मैं सफल हुआ, इसललए कक्षा में प्रथम आया
(ग) यदद मैं सफल होता तो कक्षा में प्रथम स्थान पर आता
(घ) क्योंकक मैं सफल हुआ, इसललए प्रथम स्थान पर आया
(5) 'लोग टोललयााँ बनाकर मैदान में घम
ू ने लगे।' वाक्य का भेद है -
(क) सरल वाक्य (ख) सांयुक्त वाक्य (ग) लमश्र वाक्य (घ)प्रधान वाक्य
(6) रात हुई, ककांतु चााँद नहीां ननकला।' इस वाक्य का सरल वाक्य में रूपाांतरण होगा-
(क) रात हो गई और चााँद नहीां ननकला
(ख) रात हो जाती हैं, कफर भी चााँद नहीां ननकलता
(ग) यद्यपप रात हो गई, लेककन चााँद नहीां ननकला
(घ) रात होने पर भी चााँद नहीां ननकला

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(7) यद्यपप वह पररश्रमी है , तथापप प्रथम न आ सका।' इस वाक्य का भेद हैं-
(क) सरल वाक्य (ख) सांयुक्त वाक्य (ग) लमश्र वाक्य (घ)प्रधान वाक्य
(8) अधधक पढने पर अधधक लाभ होगा।' इस वाक्य का लमश्र वाक्य में रूपाांतरण होगा-
(क) अधधक पढो तो अधधक लाभ होगा।
(ख) यदद अधधक पढोगे तो अधधक लाभ होगा
(ग) अधधक पढकर अधधक लाभ प्राप्त करो
(घ) अधधक पढने से अधधक लाभ होता है ।
(9) 'स्वावलांबी व्यक्क्त सदा सुखी रहते हैं। इस वाक्य का लमश्र वाक्य में रूपाांतरण होगा-
(क) जो व्यक्क्त स्वावलांबी होते हैं वे सदा सुखी रहते हैं।
(ख) व्यक्क्त स्वावलांबी होते हैं और खुश रहते हैं ।
(ग) व्यक्क्त स्वावलांबी होते हैं इसललए खुश रहते हैं ।
(घ) स्वावलांबी व्यक्क्त हमेशा खुश रहते हैं।
(10) ननम्नललखखत वाक्यों में सांयक्
ु त वाक्य है -
(क) दस
ू रे गााँव के यव
ु क के साथ सांबांध परां परा के पवरुद्ध था ।
(ख) भाई साहब ने उछलकर पतांग की डोर पकड ली और बेतहाशा होस्टल की तरफ
दौडे।
(ग) भोजन आज मुझे ननस्वाद लग रहा था ।
(घ) भाई साहब सालाना इम्तहान में फेल हो गए।
(11) मैंने बहुत चेष्टा की कक इस पहे ली का कोई अथथ ननकालाँ ू लेककन असफल रहा।'
इस वाक्य का भेद है -
(क) सरल वाक्य (ख) लमश्र वाक्य (ग) सांयक्
ु त वाक्य (घ)प्रधान वाक्य
(12) 'जापान में चाय पीने की एक पवधध है , क्जसे चा-नो- यू कहते हैं।' वाक्य का सरल
वाक्य में रूपाांतरण होगा-
(क) जापान में चाय पीने की पवधध को चा- नो- यू कहते हैं
(ख) जापान में चाय पीने की पवधध है और उसे चा-नो-यू कहते हैं।
(ग) जापान में जो चाय पीने की पवधध है , उसे चा- -नो-यू कहते हैं
(घ) उपयुक्
थ त में से कोई नहीां
(13) 'बात करने में सब एक-से-एक बढकर हैं, लेककन सही बात कोई नहीां बताता ।'
वाक्य का भेद है -

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(क) लमश्र वाक्य (ख) सांयुक्त वाक्य (ग) सरल वाक्य (घ)प्रधान वाक्य
(14) पढने की इच्छा होने पर ही तुम यहााँ से जाओ। 'वाक्य का लमश्र वाक्य में रूपाांतरण
होगा
(क) पढने की इच्छा हो तो यहााँ से जाओ
(ख) पढने की इच्छा होगी तो यहााँ से जाना
(ग) जब पढने की इच्छा हो तभी तम
ु यहााँ से जाओ
(घ) उपयुक्
थ त में से कोई नहीां
(15) ननम्नललखखत वाक्यों में से सांयुक्त वाक्य है -
(क) जैसे ही उसने मझ
ु े दे खा, वह खखसक गया
(ख) जब उसने मुझे दे खा तो वह खखसक गया
(ग) उसने मुझे दे खा और वह खखसक गया
(घ) मुझे दे खते ही वह खखसक गया
(16) नह
ू ने उसकी बात सन
ु ी और दुःु खी हो मद्
ु दत एक रोते रहें । इस वाक्य का सरल
वाक्य के रूप में रूपाांतररत वाक्य है -
(क) जब नूह ने उसकी बात सुनी तब वे दुःु खी हो गए और मद्
ु दत तक रोते रहे।
(ख) नूह उसकी बात सुनकर दुःु खी हो मुद्दत तक रोते रहे ।
(ग) नूह ने दुःु खी होकर उसकी बात सुनी और मुद्दत तक होते रहे।
(घ) चाँूकक नूह ने उसकी बात सुनी इसललए वे दुःु खी हो मुद्दत तक रोते रहे ।
(17) 'जब असफल हो गए तो शोक करना व्यथथ है ।" इस वाक्य का भेद हैं -
(क) लमश्र वाक्य (ख) सरल वाक्य (ग) प्रधान वाक्य (घ)सांयुक्त वाक्य
(18) ततााँरा को दे खकर वामीरो फूट-फूटकर रोने लगी। इस वाक्य का लमश्र वाक्य होगा-
(क) ततााँरा को दे खा और वामीरो फूट-फूटकर रोने लगी ।
(ख) जैसे ही ततााँरा को दे खा, वामीरो फूट-फूटकर रोने लगी ।
(ग) वामीरो ने ततााँरा को दे खा, इसललए फूट-फूटकर रोने लगी ।
(घ) ततााँरा को दे खते ही वामीरो ने फूट-फूटकर रोना आरां भ कर ददया ।
(19) ननम्नललखखत वाक्यों में सांयुक्त वाक्य है -
(क) सांसार में रचना कैसे भी हुई हो लेककन धरती ककसी एक की नहीां है ।
(ख) सहसा नाररयल के झरु मुटों में उसे एक आकृनत कुछ साफ हुई |
(ग) बार- बार ततााँरा का याचना भरा चेहरा उसकी आाँखों में तैर जाता था ।

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(घ) मेरे जीवन में यह पहली बार है मैं इस तरह से पवचललत हुआ हूाँ ।
(20) जापान में चाय पीने की एक पवधध है , क्जसे 'चा-नो-यू' कहते हैं।' वाक्य का सांयक्
ु त
वाक्य में रूपाांतरण होगा-
(क) जापान में चाय पीने की पवधध को 'चा-नो-य'ू कहते हैं ।
(ख) जापान में चाय पीने की एक पवधध है और उसे 'चा-नो-य'ू कहते हैं ।
(ग) जापान में चाय पीने की एक पवधध है , उसे 'चा-नो-य'ू कहते हैं।
(घ) जापान में 'चा-नो-यू' उसे कहते हैं, जो चाय पीने की एक पवधध है ।
(21) 'ग्वाललयर से बांबई की दरू ी ने सांसार को काफी कुछ बदल ददया था।' वाक्य का
भेद है -
(क) सरल वाक्य (ख) सांयुक्त वाक्य (ग) लमश्र वाक्य (घ) इनमें से कोई नहीां
(22) इनमें से दो कबत
ू रों ने मेरे फ्लैट के एक मचान में घोंसला बना ललया है ।' वाक्य
का लमश्र वाक्य में रूपाांतरण होगा-
(क) मेरे फ्लैट के एक मचान में घोंसला बना ललया है क्योंकक इनमें से दो कबत
ू र हैं ।
(ख) इनमें दो कबत
ू र हैं इसललए मेरे फ्लैट के एक मचान में घोंसला बना ललया है ।
(ग) इनमें दो कबत
ू र, जो मेरे फ्लैट के एक मचान में घोंसला बना ललए हैं।
(घ)इनमें से दो कबत
ू र हैं और मेरे फ्लैट के एक मचान में घोंसला बना ललया है ।
(23) ननम्नललखखत वाक्यों में से सांयुक्त वाक्य है -
(क) भाई साहब सालाना इम्तहान में फेल हो गए।
(ख) वह केवल ईमानदार ही नहीां बक्कक पवनम्र भी है
(ग) जैसे ही पलु लस आई, गली में सन्नाटा छा गया
(घ) ऐसा काम करो, क्जसमें कुछ भलाई हो
(24) ठीक चार बजकर दस लमनट हुए और सभ
ु ाष बाबू जल
ु स
ू लेकर आए । वाक्य का
भेद है -
(क) सरल वाक्य (ख) सांयुक्त वाक्य
(ग) लमश्र वाक्य (घ) इनमें से कोई नहीां
(25) शैलेंद्र का दृढ मांतव्य था कक दशथकों की रुधच की आड में हमें उथलेपन को उनपर
नहीां थोपना चादहए।' रचना के आधार पर वाक्य भेद है
(क) सरल वाक्य (ख) सांयुक्त वाक्य
(ग) लमश्र वाक्य (घ) पवधानवाचक वाक्य

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