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Grade 6 W.B. 2 (20-21)
Grade 6 W.B. 2 (20-21)
2020-2021
NAME :
GRADE : VI
SECTION :
SUBJECT : HINDI
WORKBOOK : 2
TOPIC :
बोध, लेखन एवं सज
ृ न
अपठित बोध
एक प्रससद्ध कहावत है, “स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्स्तष्क का वास होता है |” शरीर को
प्रसन्न रहता है तथा उसके कायब करने की क्षमता में ववकास होता है |
गद्यांश को पढ़कर पछ
ू े गए प्रश्नों के उत्तरों के सही ववकल्प पर ननशान लगाइए |
(i) शरीर दब
ु ल
ब बन जाता है
........................................................................................................
(च) आपके ववचार में लोगों को स्वस्थ रहने के सलए तया-तया करना चाठहए ?
ववस्तार से सलखखए |
उपयत
ुब त पद्यांश को ध्यानपव
ू क
ब पढ़कर ननम्नसलखखत प्रश्नों के उत्तर सलखखए |
हम उनके बझ
ु े ठदमाग़ों में कफर से उत्साह जगाएाँगे |
जग ........................... ............................
घर ............................ .............................
सलखखए –
कक्रया
रमेश पस्
ु तक पढ़ रहा है |
वर्ाब हो रही है |
उपयत
ुब त वातयों में सलखे मोटे अक्षरों में ‘पढ़ रहा’ एवं ‘हो रही’ शब्द ककसी कायब के होने
या करने के बारे में बता रहे हैं |
स्जस शब्द से ककसी कायब के करने या होने का पता चले, उसे कक्रया कहते हैं |
कक्रया के मख्
ु य रूप से दो भेद(प्रकार) हैं |
मीरा जा रही है |
अकमबक एवं सकमबक कक्रयाओं की पहचान के सलए कक्रया के साथ प्रायः ‘तया’ ‘ककसे’
अध्यापक पढ़ा रहे हैं | अध्यापक तया या ककसको पढ़ा रहे हैं ? -x-
कक्रया अकमबक है |
अध्यापक बच्चों को पढ़ा रहे हैं | अध्यापक ककसको पढ़ा रहे हैं ? बच्चों को –
कक्रया सकमबक है |
रचनात्मक लेखन
* ववदे श में रह रहे अपने समत्र को गणतंत्र ठदवस के ववर्य में जानकारी दे ते हुए पत्र
सलखखए |
मैं और मेरा दे श
* दे श में कक्रकेट को छोड़ कर अन्य खेलकूदों के स्तर पर चचंनतत दो दोस्तों के बीच हुई
* उपयत
ुब त चचत्र को दे खकर आपके मन में जो ववचार उि रहे हों उन्हें सलखखए |
श्रत
ु भाव ग्रहण
कववता सन
ु कर ररतत स्थान की पनू तब कीस्जए |
.................... जग का सह सकाँू
सख
ु -दःु ख में ............ रह सकाँू , इतना मझ
ु े ...................... दो |
मझ
ु को न सख
ु संसार दो |
मझ
ु को न सख
ु संसार दो |
चम
ू ाँू .................... के अधर
मझ
ु को न सख
ु संसार दो |
मझ
ु को न सख
ु संसार दो |
अपठित बोध
उनका प्रयोग सावबकासलक होता है, जैसे:– ववश्वकोर्, महान ऐनतहाससक ग्रन्थ, सन्दभब ग्रन्थ
आठद | कई पस्
ु तकें एक बार पढ़ने से व्यस्तत के सलए परु ानी पड़ जाती हैं और उसके
सलए उसका कोई महत्व नहीं रह जाता | प्रत्येक व्यस्तत की इतनी साम्यब नहीं होती कक
पस्
ु तकों पर सैकड़ों हज़ारों रूपए खचब कर सके | इस कमी को पस्
ु तकालय दरू करते हैं |
लेखकों और अनस
ु ंधानकताबओं के सलए तो पस्
ु तकालय ज्ञान–भण्डार से कम नहीं होते, एक
प्रकार के वरदान ही होते हैं | उन्हें अपने ववर्य से सम्बंचधत त्य प्राप्त करने के सलए
उपयत
ु त पस्
ु तकें पस्
ु तकालय में ही समल सकती हैं | जनसाधारण के सलए पस्
ु तकालय
के सलए ककया जाता है उससे कहीं अचधक मनोरं जन के सलए ककया जाता है |
उपयत
ुब त गद्यांश को ध्यानपव
ू क
ब पढ़कर ननम्नसलखखत प्रश्नों के उत्तर दीस्जए |
(ii) पस्
ु तकालय ककस कमी को दरू करते हैं ?
* ज्ञान-भण्डार * मनोरं जन
उपसगब-प्रत्यय
शब्द के अंत में लगकर अथब बदलनेवाले शब्दांश प्रत्यय कहलाते हैं |
५. ---------- + यत
ु त = ------------------------------
६. ---------- + बल = ------------------------------
९. ---------- + कानन
ू ी = ------------------------------
१०. ---------- + बल
ु ाए = ------------------------------
आई, आन, इक, इया, ईला, कर, दानी, नाक, पन, मंद
२. थक + ---------- = ------------------------------
५. रं ग + ---------- = ------------------------------
६. पी + ---------- = ------------------------------
७. चह
ू े + ---------- = ------------------------------
समाज इक सामास्जक
हर्ब इत हवर्बत
धोबी इन धोबबन
ननम्नसलखखत शब्दों से मल
ू शब्द एवं प्रत्यय अलग कर सलखखए |
शब्द मल
ू शब्द प्रत्यय
सन
ु ाररन ....................... ........................
शभ
ु * ------------------------ धरती * ------------------------
१. दध
ू - ---------------------------- ----------------------------
ज़मींदार - ------------------------
माली - ----------------------------
महाराज - --------------------------
संपादक- ----------------------------
सास - --------------------------
लेखक - ----------------------------
पंडडत - --------------------------
अध्यापक - ---------------------------
बठु ढ़या - --------------------------
बच्चा - ----------------------------
वद्ध
ृ - --------------------------
नवयव
ु क - ----------------------------
आदमी - --------------------------
मठहला - ----------------------------