You are on page 1of 2

गिोत्पादक िाव [सश्र

ु त ु शा. ३ चरक शा. ३ ]


मातज
ृ वपतज
ृ आत्मज सात्मज रजस सत्वज
चरक सश्र
ु त ु चरक सश्र
ु त ु चरक सश्र
ु त ु चरक सश्र
ु त ु चरक सश्र
ु त ु चरक सश्र
ु त ु
त्वचा माांस केस केश त्या त्या योनीत जन्म इांद्रियज्ञान आरोग्य वीयय शरीर अभिननवनृ त शरीर उपचय िक्तत चति ु य अध्याय
रतत शोणित दाढी श्मश्रु आयष ु ववज्ञान अनालस्य आरोग्य अभिवद् ृ धि बल शील साक्त्वक काय 7
माांस मेद भमशा लोम आत्मज्ञान आयू आलोलप ु त्व बल प्रिानब ु ि
ां विय शौच राजस काय 6
मेद मज्जा लोम अक्स्ि मन सख
ु द:ु खाद्रदकां इांद्रियाप्रसाद विय तप्ृ ती क्स्िनत द्वेष तामस काय 3
नाभि हृदय नवर नवर इांद्रिय स्वर मेिा पष्ु टी हानन स्मतृ ी
हृदय नाभि अक्स्ि दन्त पांचवायू
विय उत्साह मोह मानस काय 16
तलोम यकृत भसरा भसरा बीजसम्पत ् त्याग
यकृत प्लीहा स्नायू स्नायू प्राि अपान उदान हषय मत्सर
प्लीहा आांत्र िमनी िमनी प्रेरिाशतती शौयय
वतृ क गदु वीयय (शक्र
ु ) रे त: वारिशक्तत िय
परु
ु षिान मद्
ृ नन स्यीराणि शरीरआकृती क्रोि
आमशाय आवाज (स्वर) तन्िा
पतवाशय विय उत्साह
उत्तरगद ु सख
ु द:ु ख इच्छा द्वेष तैक्ष्ण्य
अिरगद ु चेतना मादय व
क्षुिाांत्र ितृ ी बद् ु िी स्मरि गम्िीयय
स्िल ू ाांत्र अहांकार अनवक्स्ितत्व
वपा प्रयत्न इ. ववकार
वपावहन
मनाच्या
साक्त्वकाद्रद
िेदाांचे ववशेष
ननरूपि i.e.
मानसकाय

Tejas Atole (PRN- 22007)


Sanket Shinde (PRN - 22082)

You might also like