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संघ लोक सेवा आयोग

UNION PUBLIC SERVICE COMMISION


Dholpur House, Shahjahan Road, New Delhi
110069

S.NO Time Name Of Activity


01. 6:00 AM - Rouse & Fold Your Bed
02. 6:00 AM - 6:15 AM Morning PT & Yoga
03 . 6:15 AM - 6:30 AM OFF Click (If Time - Note Mantra)
04 . 6:30 AM - 7:00 AM Brush With Mantra Learn
05. 7:00 AM - 8:00 AM OFF Form Fill With Revision (Voice Record)
06. 8:00 AM - 8:30 AM Bath & Change + Breakfast
07 . 8:30 AM - 9:00 AM OFF Form Fill With Revision 2 nd Time
08 . 9:00 AM - 12:00 PM IF OFF – 1Ch/D YT Lect. (1Hr/Sub His.Geo.Poli) OR SBPG
09. 12:00 AM - 01:30 PM IF OFF 1.30Hr/D English Daily Use Or Meaning Learn OR SBPG
10 . 1:30 PM - 2:00 PM Lunch Time With Revision (15+15Min)
11 . 2:00 PM - 3:00 PM OFF NCERT 1Ch (1Hr Science)
12. 3:00 PM - 4:45 PM OFF – 1.45 Hr/D YT Lucent's
13 . 4:45 PM - 5:00 PM Snacks Time
14 . 5:00 PM - 7:00 PM IF OFF (20MinX3 Write NCERT SN+1Hr SN Revision), Or English
15 . 7:00 PM - 7:45 PM Learn Skill Through YT (Target 64 Vidya )
16 . 7:45 PM - 8:00 PM Dinner Time (Enjoy Dinner)
17 . 8:00 PM - 11:00 PM BA 1 ST Year Preparation
18 . 11:00 PM - 11:15 PM Night Snacks Time
19 . 11:15 PM - 12:00 AM Learn 30 Min Answer Writing + 15 Min Note Making Skill
20 . 12:00 AM - 01:00 AM Math's Reasoning Complete Sallybus Learn (SSC CHSL) DEO
21 . 01:00 AM - 1:50 AM English 1 Topic Daily Or English Learn Skill Developed
22. 01:50 AM - 2:00 AM Tomorrow Set Goal. Oath. Hanuman Chalisa. Sleeping Word
You are being ordered and you will always give priority to this Routine given and follow it. If you fail to
follow this, then don't eat one time meal. You will always give your 100% in all the tasks, otherwise (chalta
hai attitude) you will not succeed in any Field In Your Whole life.

Aspirant Signature & Fingerprint


14 Knowledge And  64 Arts
*4 वेद:-  1. ऋग्वेद 2. यजर्वे ु द 3. सामवेद 4. अथर्ववेद
*6 वेदांग:-
1. शिक्षा:-  सीखाना, सिखना. अध्ययन और अध्यापन
2. व्याकरण:- भाषा में  शब्द का उपयोग कैसे और किस तरह से होता है  यह बताने का शास्त्र
3. निरुक्त:- वेदों में वर्णन किये गए कठिन शब्दों को जानने का मार्ग
http://bit.ly/3DPBV8g
4. छं द:- शब्दों को काव्यात्मक रूप से सही ढं ग से गान रूप दे ना   ही छं द  कहा जाता है
5. ज्योतिष्य:- ग्रह की गति, भविष्य तथा कालचक्र को समझनेकी विद्या
6. कल्प:- धार्मिक विधि-विधान तथा कर्मकांड को दर्शाया गया शास्त्र
*11. न्याय  12. मीमांसा 13. पुराण 14. धर्मशास्त्र
यह कुल मिलाकर 14 विद्याएँ हुई।

64 कला (चौसठ)
1. धातु शोधन:- कच्चा-पक्का तथा मिश्र धातु को शोधन कर्म या उस मिश्र धातु को अलग करने की कला
2. वास्तु विद्या:- भवन/महल, House निर्माण की कला
3. शक ु सारिका:- तोते की भाषा समझने वाला
4. छं द और अभिधान कोष:- मूल्याङ्कन शब्द और छं द का ज्ञानी
5. छल विद्या:- चलाखी से लोगों को फ़साने की कला
6. वस्त्र गोपन (सिलाई):- फटे  कपडे सिलना
7. जलतरं ग:- पानी से भरे  बर्तन को वाद्य साधन के तहत ध्वनि निर्माण करने की क्रिया
8. शैय्या रचना:- बिस्तर या सेज  को सजाना
9.  चित्रकला:- चित्र, कला- विद्या-वीणा 
कौशल, अंकित करने की कला                                                           
11. पानक रस:- शराब और पेयजल तैयार करने की कला
12. दर्वा
ु च:- निश्चित रूप से कठिन शब्दों का अर्थ निकालना
13. आकर ज्ञान:- निधि/खनिज के विषय का ज्ञान
14. वक्ष ृ ायुर्वेद:- बाग़ बगीचा, कंु ज सजाने की कला पेड़-पौधे का तपेदिक
15.  पट्टिका वेत्रवाण कल्प:- बिस्तर खटिए के लिए कपड़ा बुनने की कला
16. अनुशासनिक:- विनयशीलता, सभ्यता का ज्ञानी
17. व्यायाम विद्या:- अखाडा, व्यायाम के बारे  में  पूरी जानकारी रखनेवाला
18. विजय कौशल विद्या:- दस ु रो पर विजय पाने का कला -
19. बालक्रीड़ा कर्म:- बच्चों का मनोरं जन करने की कला
20. पाक-विपाक:- खाना पकाने की क्रिया, Cook
21. पुस्तक वाचन:- काव्यालंकार, साहित्य, ग्रन्थ पढ़ने की कला
22. भाषाज्ञान:- अनेक भाषा, दे श-विदे श की भाषा को जाननेवाला
23. प्रहे लिका:- कूट प्रश्न, उखाने या काव्य रूपात्मक सवाल करना
24. कौचुमार:- भद्दा या विकृत मनुष्य के चेहरे पर लालित्य/चारुता लाने की कला
25. प्रतिमाला:- अंताक्षरी में  माहिर या जिसके पास उसकी कला हो
26. हस्तलाघव:- हाथ से शिल्पकला बनाने की क्रिया
27. आकर्षण:- दस ू रों का प्रलोभित या आकर्षित करना
28. काव्य समस्यापूर्ति:- आधे में  छोड़े  गए काव्य को पूरा करना या कविता करना
29. मणिभूमिका:- भूमिपर मणियोंसे रचना करने की कला
30. धारण मातक ृ ा:- यादाश्त को बढ़ाना, प्रज्ञा शक्ति
31. सम्पाठय:- दस ू रों की बोली की नक़ल करना
32. अत्तर विकल्प:- फूल से इत्र तैयार करने की कला से चित्र या रं गोली निकालना PTO >
33. यंत्र मातृका:- विभिन्न यंत्रो का निर्माण करना
34. गन्धयुक्ति:- सुगन्धित लेप, चूर्ण बनाना
35. द्यूत क्रीड़ा:- जुआ खेलना (Gambling)
36. क्रिया विकल्प:- माल या सामान के प्रभाव को बदल देना
37. मानसी काव्यक्रिया:- त्वरित काव्य की रचना करना
38. आभूषण:- सोने-चांदी और मोती-रत्न से शरीर की सजावट करने की कला
39. के शशेखर:- किरीट/मुकु ट और बालो को फू लों से सजाने की क्रिया
40. मेष कु क्कु ट लावक:- युद्ध विधि मुर्गी, बकरा, साँप-नेवले आदि प्राणियों की लड़ाई लगानेवाला 
41. माल्यग्रथन:- चोटी, माला, तोरण हार बनाना
42. विशेष कच्छेद ज्ञान:- माथेपर लगाए जानेवाले तिलकों का ढांचा तैयार करने की कला
43. मणिराग:- वर्ण, रंग से रत्न की परीक्षा करके  उसकी पहचान करना
44. पुष्प शकटिका निमित्त ज्ञान:- स्वाभाविक लक्षणों से भविष्य बताना
45. तंडु ल कु सुमावलि:- सफ़े द, वर्णित चावल से और फू लों से चित्र या रंगोली निकालना
46. संगीत कला:- संगीत का गहन ज्ञान रखनेवाला
47. नृत्य कला:- नाट्य कला
48. के शमार्जन:-  सिर को तेल की मालिश करने की कला
49. उदकघात:- जलविहार, रंगीन पानी से पिचकारी बनाना
50. नेपथ्य:- मौसम के  अनुसार वस्त्राभूषण का चयन करना
51. पुष्पास्तरण:- फू लों से कलाकृ ति कर बिस्तर सजाना
52. कर्णपत्र:- पत्ते और फू ल से कान  की बालियाँ  बनाना 
53. उत्सादन:- शरीर को तेल मालिश करना या रगड़ना
54. दंश वसन क्रिया:- दाँत, कपडे और तन को सजाना
55. रत्नरौप्य परिक्षण:- अमूल्य रत्न और विशेष धातुओं का परिक्षण करना
56. तुर्क कर्म:- चरखा चलना या चरखे से धागा निकालना
57. तक्षण कर्म:- लकड़ी पर नक्शी का कला निकालने की कला
58. अक्षर मुष्टिका कथन:- हाथ के उँगलियो  से सम्भाषण करने के की कला
59. सूत्र सूचिकर्म:- कपडे पर रफू करना
60. म्लेंछीत कला विकल्प:- परभाषा ज्ञान की जानकारी होना
61. माल्य ग्रन्थ विकल्प:-  जो कपड़ों के  बारे में विशेष ज्ञान रखता हो
62. चित्रकला:- जो रेती से चित्र निकालने की कला को जानता हो. या रेती से कलाकृ ति बनाता हो
63. इंद्रजाल:- जादू-टोना, मन्त्र-तंत्र की विज्ञा का ज्ञान
64. कायाकल्प:- वृद्ध व्यक्ति को युवा बनाना या उसे अपनी कला से युवा जैसा दिखाना

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