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Khushiyon Ka Ganv - Bal Natak Sangrah - Pandulipi - DR Hemant Kumar PDF
Khushiyon Ka Ganv - Bal Natak Sangrah - Pandulipi - DR Hemant Kumar PDF
खुशय का गांव
पांडुलप
(नेशनल बक
ु ट इिडया वारा इनम! से चार नाटक$ का
अनुम
० नाटक के पहले---बच से 3
० रं गकमय,अ"यापक और अभभावक से 4
बाल नाटक
3- -च.ड़य का अनशन 30
4- लालच क1 सजा 39
नाटक के पहले--ब+च$ से
छोटे या बड़े नाटक करते हगे।उस समय आपको नाटक के ऐसे आलेख क1 जDरत
भी महसूस होती होगी जो Eयादा बड़े न ह,िजनके संवाद छोटे -छोटे ह--िजHह? आप
संह “खु शय का गांव” तैयार +कया है ।इसम? 5 छोटे नाटक और एक थोडा बड़ा
नाटक है ।मNने इन नाटक को लखते समय इस बात का पूरा "यान रखा है +क नाटक
करना है ।
लखनऊ
मोबाईल-9451250698
4
रं गकम-य$,अ0यापक$ और अभभावक$ से
कायशालाओं क1 तरफ भेजने के इछुक Uदखते हN।ये सारM ि;थ>तयां बाल रं गमंच के
इन सारM अनक
ु ू ल पbरि;थ>तय के बनने के बावजद
ू बाल रं गमंच म? एक
चीज क1 कमी बराबर महसूस क1 जाती रहM है ...वो है अछे बाल नाdय आलेख
बच के लए नई ि;^ट तलाशने लगती है ।ले+कन उसे अ-धक सफलता नहMं मल
पाती Kय+क बच के लए नाटक Eयादा लखे हM नहMं जा रहे ।नाdय सं;थाओं को
कई बार काम कर चक
ु े होते हN।
इसके दो Xमख
ु कारण हN।पहला बच के नाटक लखे कम जा रहे हN।दस
ू रा जो
बाल रं गमंच के लए अछे साjबत होते हN।मNने अपने इस नाटक संह म? ऐसे हM
नाटक करने वाले को सेट,Xापटkज क1 भारM भरकम lयव;था न करनी पड़े।QRय ऐसे--
िजHह? आसानी से मंच पर तैयार +कया जा सके या सांके>तक तौर पर मंच पर लाया
जा सके।सबसे जmरM चीज संवाद।मेरM कोशश यहM रहM है क1 नाटक के संवाद यथा
संभव छोटे -छोटे हM रह? ,िजHह? बचे आसानी से याद कर सक?।बाल नाटक के लए
एक महiवपण
ू तiव और जDरM है वो है संगीताiमकता।इसीलये हर नाटक को
मेरे इस बाल नाटक संह “खु शय$ का गाँव” म? कुल 6 बाल नाटक
हN।एक नाटक बड़ा है बाक1 5 कम अव-ध के छोटे नाटक हN।मुझे `वRवास है +क बाल
नाटक क1 बढती हुयी मांग के वतमान समय म? मेरे ये नाटक बाल रं गमंच को आगे
जड़
ु े लोग को हM करना है ।अगर मंचन के दौरान मेरे +कसी नाटक म? आपको कोई
लए अपना पता और फोन नंबर भी यहाँ दे रहा।अगर आप इनम? से +कसी नाटक का
मंचन कर? गे तो मझ
ु े भी लगेगा क1 मेरM मेहनत साथक हुयी।और हाँ,एक अनरु ोध यह
००००
ई-मेल:drkumarhemant@yahoo.com
6
(बाल नाटक)
9-भत
ू राजा --75-80 साल
10-परD -- 20 साल
(U)य-1)
सलमा,लड़क5-1और दस
ू रD तरफ से कालD,राम,ू दDन,ू लड़का-1और लड़का-2नाचते हुए आते
7
हY।सब ब+चे एक बार नाचते हुए परू े मंच का चZकर लगाते हY [फर बीच म! एक
(सारे ब+चे एक दस
ू रे का हाथ मजबत
ू ी से पकड़ कर मंच के आगे खड़े हो जाते हY
U)य–2
कुछ दस
ू रे ब+चे खेलते ^दखाई पड़ रहे हY।कुछ बड़े लोग एक [कनारे खड़े कसरत कर
रहे ।पाक- के एक तरफ से कालD,राम,ू दDन,ू मिMलका और सलमा आते हY।सब खेल रहे
ब+च$ के पास जाकर कुछ दे र उनका खेल दे खते रहते हY।[फर आगे बढ़ कर उनसे
सलमा : सन
ु ो सन
ु ो—Kया तम
ु लोग हम सब को भी अपने साथ uखलाओगे ?
दDनू : Kया हम तS
ु हारा नुकसान कर? गे ?
मिMलका : +फर हम? अपना दो;त बना कर साथ uखलाने म? Kया हजा है ?
लड़क5-1: हम तS
ु ह? नहMं uखला सकते बस।
लड़का-2: हम तS
ु ह? अपना साथी नहMं बना सकते बस।
रामू : (म;
ु कराकर) तS
ु ह? Kया हम चीता भालू शेर लग रहे ?
लड़का-1: (गु;से म? )दे खो Eयादा ;माट मत बनो जब बोल Uदया नहMं uखलाना तो नहMं
uखलाना।
(लड़का एक ग
ु से म! अपने बैट को हाथ म! घम
ु ाता हुआ इन सब ब+च$ को घरू ता है )
लड़का-1: बता दँ ?
ू
झोपड़ी वाले।
एक दस
ू रे का हाथ पकड़ लेते हY।)
लड़क5-1: तम
ु सब पढ़ते हो नगर >नगम के सड़े से ;कूल म? ,और हम सब जाते हN
काHव?ट ;कूल म? ।
तम
ु सोच भी नहMं सकते,और तम
ु सब कंगाल हो >नरा कंगाल।
तम
ु सब चले जाओ चले जाओ यहाँ से—जाओ जाकर खेलो अपनी गHदM
बि;तय म? ---।
(दोन$ लड़के और लड़क5-1 तालD बजाते हुए रामू दDना सलमा के चार$ और
घम
ू ने लगते हY)
तम
ु सब झोपड़ पzी वाले
तम
ु सब पहने गंदे वाले
तS
ु हारे पास दख
ु के नाले।
(उनके गीत का वर और तालयाँ तेज होती जाती हY।सलमा,राम,ू कालD समटते
जाते हY अचानक कालD उनके घेरे से बाहर `नकलता है अपने दोन$ हाथो से कान$ को
(कालD वहDi अपना माथा पकड़ कर बैठ जाता है ।राम,ू सलमा सब उसके पास
भाग कर आते हY।ब+चे उसे घेरकर खड़े होते हY ...सब िथर हो जाते हY।U)य
(U)य-3)
मिMलका गम
ु सम
ु से बैठे हY।सभी के चेहर$ पर उदासी।पाक- के दस
ू रे कोने म!
बाल$ वाला थोडा सा डरावना mयिZत वहां पर आता है ।वह छड़ी के सहारे धीरे -धीरे
करते हY।)
बढ
ू ा: (बच से)अरे डरो मत बच मN तS
ु हारा कोई नुKसान नहMं कर रहा।
बढ
ू ा : (उदास ;वर म? )बस तS
ु हारM हM तरह एक आदमी।तम
ु सब अभी बचे हो और
(बढ़
ू ा mयिZत थोडा म
ु कराकर ब+च$ को दे खता है )
बढ
ू ा : पर एक बात बताओ---तS
ु हारM उ{ तो अभी खेलने कूदने क1---और तम
ु सब
यहाँ कोने म? चप
ु चाप उदास Kयँू बैठे हो ? पाक म? उस तरफ दे खो +कतने बचे
खेल रहे और तम
ु लोग यहाँ कोने म? उदास बैठे हो ?
(उठकर बढ़
ू े के पैर दे खने क5 कोशश करता है ।)
दDनू : (म;
ु कराकर) आपके दोन पैर तो सीधे हN।
(दDनू क5 बात सन
ु कर भत
ू राजा बहुत तेज ठहाका लगाकर हँसता है )
भत
ू राजा : (हं सते हुए)तम
ु लोग भी बहुत मजा+कया हो।---बेटा मN थोडा कुDप हूँ न—
बज रहे ?
रामू : बाबा पाक म? तो सब अमीर घर के jबि:डंग म? रहने वाले बचे हM खेलते हN
न।
भत
ू राजा : तो?
भत
ू राजा : Kयूँ भला?
रामू : इसीलये हम सब यहाँ बैठ कर सोच रहे +क हम? भी खु शयाँ कहाँ से मल??
13
दDनू : भूत राजा वो कौन सी जगह है जहाँ सफ खु शयाँ ह ? जहाँ हम? भी खेलने
मिMलका : भूत राजा आप Kया हम? कोई ऎसी जगह बता सकते हN जहां खु शयाँ
भत
ू राजा : (कुछ सोचकर)मN तो भैया ऐसी कोई जगह नहMं जानता।ले+कन एक परM को
भत
ू राजा : हाँ Kयूँ नहMं।
मिMलका : भत
ू राजा +फर आप हमको उनके पास ले चलए।
भत
ू राजा : (उठते हुए)ठ}क है +फर चलो मेरे साथ।
(सारे ब+चे भत
ू राजा के साथ जाते हY।आगे-आगे भत
ू राजा चलते हY।उनके पीछे
पीछे ब+चे ख़श
ु ी म! गाते हुए चलते हY।)
सलमा : भत
ू राजा के संग हम सब
(सारे ब+चे भत
ू राजा के साथ मंच पर घम
ू ते हY।धीरे धीरे U)य फेड आउट होता है ।)
U)य-(4)
परD : अरे भूत राजा आप ?और आपके साथ ये ^यारे -^यारे बचे कौन हN ?
14
भत
ू राजा : बस परM रानी आज मुझे आपक1 तरफ आने का बहाना मल गया तो आ
गया।
परD : मतलब ?
भत
ू राजा : परM रानी ये ^यारे -^यारे बचे बहुत उदास हN और इHह? खु शय क1 तलाश
भत
ू राजा : परM रानी अब आप इHह? सSहाल?---मN चला ।
परD : पहले तो मN तम
ु सभी के नाम जान लँ ू Kया Kया हN?
को?
मिMलका : (दख
ु ी ;वर म? )और तो और हमारे माँ-बाप के पास पैसा नहMं है ।
uखलाते नहMं।
परD : (दख
ु ी ;वर म? )बस-बस मN सब समझ गयी–समझ गयी।
दक
ू ान बता सकती हN ? जहां जाकर हम भी कुछ खु शयाँ खरMद सक? ?
(मिMलका क5 बात सन
ु कर परD हं सने लगती है ।ब+चे उह! आ)चय- से दे खते
हY।परD एकदम से चप
ु हो जाती है ।)
परD : बच खु शयाँ तो हमारे Uदल म? होती है —हम सभी के अHदर---बस जmरत है
मिMलका : (खश
ु ी से उछल कर)सच दMदM ---आप हम? खु शयाँ द? गी ?
समेट लंग
ू ी।(कुछ सोचते हुए)---पर पहले चलो तम
ु सब मेरे साथ उस पेड़ क1
(परD के साथ सारे ब+चे सामने वाले पेड़ क5 छाँव म! जाकर बैठते हY।)
खेलेगा?
परD : दे खो इस खेल म? एक बचा यहाँ बीच म? आँख बंद करके झाड़ू लगाने का
घम
ू ? गे।बीच वाला बचा िजसे छू लेगा ...+फर वो बीच म? झाडू लगाते हुए
घम
ू ेगा—-ठ}क है शD
ु कर? ?
(परD कालD को गोल घेर के बीच खडा करती है ।वो आँख बंद करके झाड़ू लगाने
परD : धम
ू धड़का हुआ तमाशा
ब+चे : धम
ू धड़का हुआ तमाशा
(परD और ब+चे नाचते हुए गाते रहते हY।कालD बीच म! हँसता हुआ झाड़ू लगाता
है ।[फर वह आँख बंद [कये हुए सलमा को छू लेता है ।सभी ब+चे और परD
परD : धम
ू धड़का हुआ तमाशा
मजा आएगा ।
(सारे ब+चे परD के पीछे रे ल के rडsबे बन कर खड़े होते हY।परD इंजन बन जाती
है ।परD आगे आगे सीटD बजाती हुयी दौड़ती है ब+चे उसके पीछे पीछे ।परD एक गीत
दे खो े न हमारM
चलती रे ल हमारM।
अब दे खो े न हमारM।
ये े न सभी से HयारM।
अब दे खो े न हमारM
ये े न सभी से HयारM।
18
(सभी ब+चे परD के साथ गोल घेरे म! रे लगाड़ी क5 तरह दौड़ते रहते हY।उनका
(U)य—5)
हY।मंच के दस
ू रे [कनारे (पाक- के दस
ू रे कोने)पर परD के साथ कालD सलमा दDनू
पटकता है ।
लड़का-2: हुंह +कतने मजे से खेल रहे सब।और हम यहाँ पागल क1 तरह बैठे हN।
लड़क5-1: तो Kया कर? हम ? हमारे सारे दो;त एक-एक कर गरमी क1 छुUzयाँ मनाने
चले गए।
लड़का-1: (ख़श
ु ी से)वो मारा पापड़ वाले को... ।
लड़का-2: अरे कुछ बकेगा भी—या यूं हM गधे क1 तरह उछलता रहे गा?
(लड़का-1ग
ु से से झपट कर लड़का-2 का कालर पकड़ लेता है ।)
लड़का-1: Kया तन
ू े मुझे गधा कहा ? अभी बताता हूँ तुझ।े
लड़क5-1: यार तम
ु लोग बहुत ज:दM लड़ने लगते हो... ।
कर खेल? ?
लड़का-1: अरे समझा करो यार--वKत आने पर गध को भी बाप बनाना पड़ता है .. ।
लड़का-2: +फर कौन हम हमेशा उनके साथ खेल?गे ? हमारे दो;त जैसे हM वापस
लड़क5-1: (कुछ सोचते हुए)और अगर उHहने हम? न uखलाया अपने साथ तो ? डांटने
लगे तो ?
लड़क5-1: Kयूँ तम
ु ने उHह? डांट कर नहMं भगाया था ? गंदे बचे,झोपड़पzी के बचे
कह कर ?
भत
ू राजा : तम
ु लोग बेकार डर रहे हो बच ?वो बचे ऐसे नहMं हN न हM परM दMदM।
भत
ू राजा :(हँ सते हुए)मझ
ु े सब पता है –मN तम
ु सबके बारे म? जानता हूँ और उनके बारे
म? भी।
भत
ू राजा :(आँख बंद करके)दे खो तS
ु ह? खेलना है तो मेरM बात पर `वRवास करना
होगा।आगे तS
ु हारM मज---मN चला।
(तीन$ ब+चे एक दस
ू रे क5 तरफ दे ख कर इशार$ म! बात! करते हY)
20
(तीन$ ब+चे भत
ू राजा के साथ मंच के दस
ू रD तरफ जाते हY।)
(U)य-6)
(पाक- का दस
ू रा कोना।परD दDदD के साथ कालD,दDन,ू सलमा,मिMलका और दस
ू रे
भत
ू राजा : ये भी पाक म? खेलने वाले हM बचे हN।
(उन ब+च$ के पास दDन,ू कालD और सलमा अय ब+च$ के साथ आते हY।उन
लड़का-1: दMदM आप िजन बच के साथ खेल रहM हN उHह? हमने हM डांट कर भगाया
था।
लड़का-1: (खश
ु होकर)तो Kया आप हम? भी रोज इनके साथ खेल uखलाय?गी ?
सलमा : (हं सकर)परM दMदM तो बहुत अछ} हN।वो रोज हम सबके साथ खेलती भी हN
परD : आज से तम
ु सभी आपस म? दो;त हो गए---चलो हम सब मलकर खेल खेलते
हN।
परD : अछा चलो वहM खेलते हN।पर सब बचे मेरे साथ साथ गाय?गे और नाच? गे।
(परD गाना शv
ु करती है ।सारे ब+चे उसे दहु राते हY और परD के साथ नाचते भी हY।)
(सारे ब+चे परD के साथ गीत दहु राते हY साथ हD नाचते भी हY।धीरे धीरे संगीत
पाH:
नट–नटD,
दDन-ू 12 साल
सीमा-10 साल
अमन-14 साल
फ़ा`तमा-14 साल
(U)य-1)
एक बगीचे का U)य।|यादातर पेड़ पौधे मरु झाए नजर आ रहे हY।(ब+चे भी पेड़$ के
मख
ु ौटे लगा कर खड़े हो सकते हY या कट-आउ7स का इतेमाल कर! ।)एक [कनारे एक
सख
ू ा पड़ा हYड पंप।पास म! हD कुछ खालD बत-न (घड़े,बाMटD) उMटे पड़े है ।धीरे -धीरे परू े
मंच पर (काश होता है ।संगीत के साथ हD Gथरकते हुए नट नटD का (वेश।दोन$ मंच
नटD : (गाती है )
^यास लगी है मझ
ु को इतनी
नटD : ओफ़ोह—तुHह? गाने क1 सूझ रहM।यहां ^यास के मारे गला सूख रहा।पानी
कर चीखो मत।
नहMं दे ता—नलका सख
ू ा पड़ा है ---।
(नट पीछे मड़
ु कर सख
ू े नलके के पास जाता है ।उसके चार$ ओर एक बार घम
ू ता
नटD : वहM तो मN भी कह रहM हूं---हाय मेरा गला सूख रहा मN Kया कDं ?
(मंच पर बेचन
ै ी से इधर-उधर चहलकदमी करती हY।नट उसके पास आता
लेना।
नटD :(ग
ु से म! )-आय हाय—मरM जा रहM हूं मN—और तS
ु ह? नाटक क1 पड़ी है ।भाड़ म?
जाय तS
ु हारा नाटक।
मड़
ु कर)भैया आप म? से +कसी के पास पानी है ?
हN।
(दोन$ एक दस
ू रे का हाथ पकड़ जाते हY।)
(U)य-2)
पानी लेने वाल$ क5 लlबी क़तार।पानी लेने वाल$ क5 क़तार म! दDन,ू सीमा,
नटD : भैया बड़ी ^यास लगी है -–थोडा पानी हम? पीने दो।
एक mयिZत : अरे चलो चलो-–हम लोग घंटे भर से लाइन म? लगे हN।जाओ पीछे
लाइन म? लग जाओ।
दस
ू रा mयिZत : हां यहाँ पानी लाइन से हM मलेगा।
नट :(हाथ जोड़ कर)भैया पानी पी लेने दो मेरM नटM बेचारM ^यासी है ,मर जाएगी।
25
लगेगा ।
पानी।
(कुछ औरत! आगे आती हY।नटD को उठा कर आगे बढाती हY।आगे वाले उह! रोकते
होश म! लाती हY उसे पानी पलाती हY।नट नटD आगे बढ़ते हY।मंच के दस
ू रे छोर पर
नटD : भैया आप लोग बताइए-–ये पानी का अकाल पडा है Kया ? Kया इतनी कमी हो
नटD : पर ये पानी क1 अचानक इतनी कमी Kयूँ हो गयी ? सारा पानी जाता कहाँ है ?
नट : हा हा हा हा---खब
ू पूछा पानी जाता कहाँ है ? जब रोज नलका खल
ु ा छोड़ कर
नटD : (ग ु तो हरदम लडने को तैयार रहते हो।खालM मेरे पानी बहा दे ने से
ु से से)तम
26
दDनू : नहMं काक1--सफ आप नहMं द>ु नया का हर आदमी आज यहM सोच कर पानी
बबाद कर रहा है ।
दDनू : चलए काक1 मN आपको Uदखाता हूँ पानी कहाँ जा रहा।कौन बबाद कर रहा।
(नट नटD और दDनू मंच के दा^हनी तरफ जाते हY ।U)य फेड आउट होता है )
(U)य-तीन)
(मंच पर अलग अलग कोन$ म! अलग अलग काम करते हुए लोग।एक कोने म!
बेसन क5 टोटD खल
ु D है पानी बह रहा।वहDi एक mयिZत खड़ा मंजन कर रहा।परू े
मंजन करते हN
रोज हM करते हN
दे खो काक1 पानी क1
(मंच पर हD (काश दस
ू रD तरफ होता है ।वहां एक म^हला कपडे पर साबन
ु `घस
ये भी एक अजूबा दे खो
म भर पानी बह जाएगा।
(नट नटD वहDi मंच के बीच म! माथा पकड़ कर बैठ जाते हY।दDनू उनके पास
दDनू : काक1 अब तो समझीं Kय धरती पर पानी क1 कमी हो गयी ? Kय पानी क1
लाईन लग रहM ?
(मंच का (काश मंच के एकदम [कनारे पड़ता है ।वहां कुछ लोग कुआं खोद
रहे ।दDनू नट नटD को उधर इशारा करके ^दखता है ।दोन$ उधर 0यान से दे खते हY
कई ब+चे फावड़ा चला कर गढा खोदने का अभनय कर रहे कुछ ब+चे मटटD
`नकाल रहे ।)
(सभी ब+चे कुआँ खोदने का अभनय करने के साथ गा रहे ।नट नटD भी दरू
से दे खते हY)
दDनू : (नटD से) दे खा काक1 पानी कहाँ से आता है ? +कतनी मेहनत लगती है ?
28
नट : +क ये जो पानी अमत
ृ है उसे कैसे बचाएं हम सब मल कर ।
(U)य—चार)
नट : सन
ु लो भैया सन
ु लो बहना
सन
ु लो राजू सन
ु लो मुHना
जल जीवन का अमत
ृ है जब
नटD : टोटM खल
ु M छोड कर बाबू
उतना हM बस भरना ।
(नट नटD गाते रहते हY।दDनू अमन और सीमा फा`तमा मंच पर इधर उधर
बचा के रKख? जल को
भरने,फालतू बहते हुए पानी को रोकने का अभनय करते रहते हY।नट नटD का
गाना और ब+च$ का अभनय तेज होता है।बीच बीच म! कुछ ब+चे “जोर लगा
अभनय एक साथ तेज होते जाते हY [फर एक झटके से ब+चे d5ज हो जाते
००००
30
Gचrड़य$ का अनशन
( बाल नाटक )
नट
नटD
कोयल
सोन Gचरै या
जंगल का ठे केदार
तोता,मैना,गौरै या,बल
ु बल
ु ,कौवा,बाज,नीलकंठ और कुछ अय पEी।
(U)य-1 )
और दस
ू रD ओर से नटD नाचते हुए आते हY।दोन$ बीच म! cक कर इधर उधर दे खते
हY।नट पीछे दDवाल क5 ओर मुंह करके खड़ा होता है ।नटD दश-क$ क5 ओर।)
(नटD अपने माथे पर दो तीन बार हाथ मारती है [फ़र बीच म! बैठ जाती है )
नटD -(ग
ु से म! ) तS
ु ह? सामने बैठे लोग नहMं Uदख रहे ?
(संगीत शv
ु होते है दोन$ मंच पर Gथरकते हY)
नट -(गाता है)
नटD -(गाती है )
पर एक जालम lयापारM को
काट-काट संद
ु र पेड़ को
सेट।दो -तीन मजदरू पेड़ काटते ^दखाई पड़ते हY।पEी बने कुछ ब+चे मंच पर इधर -
नट -(गाता है)
नटD -(गाती है )
32
हल करती चट
ु क1 म? झट से।
नट -(गाता है)
(नट नटD नाचते हुये मंच पर से जाते हY।U)य फ़ेड आउट होता है )
(U)य - 2)
कोयल-(कुहू कुहू करके मीठे वर$ म! )मेरM सभी ^यारM सहे लय और दो;त,मNने आप
कबत
ू र -हमारे नHह? -नHह? बचे कहां फ़ुदक?गे ?
33
गौरै या - कोयल बहना,बात सफ़ जंगल क1 नहMं है ।आज आदमी तो अपने
बल
ु ाया है +क +कस तरMके से हम उHह? रोक? ?
कौवा - (ग
ु से म! )मN उन सभी के ऊपर अपने पंज से हमला कर दं ग
ू ा।
उनके लये अकेला काफ़1 हूं।मN पेड़ काटने वाल क1 आंख? नोच कर उHह?
अंधा कर दं ग
ू ा।
सोचती है )
कोयल - शाHत भाइय शाHत—इस तरह ो-धत होने से काम नहMं चलेगा।ये मत भल
ू ो
सकते।
बाज - तो Kया हम हाथ पर हाथ रखे बैठे रह? ? और अपना `वनाश दे खते रह? ?
(कोयल सोचने क5 म]
ु ा म! अपने पंज$ से सर खज
ु लाती है [फ़र अपने पंख
फ़ड़फ़ड़ाती है ।)
है ।
मस
ु ीबत? आ सक? ?
सोन Gचरै या - सन
ु ो सा-थय इन मनुaय को हमारM बोलM—मधरु ;वर बहुत अछ}
कर ल? तो ?
35
कोयल - (खश
ु होकर) बात तो तS
ु हारM ठ}क है ।पर इससे मनुaय पेड़ काटना बंद कर
दे गा ?
तोता- पेड़ काटना बंद तो नहMं करे गा—हां वो ये सोचेगा जDर +क अचानक इन
सारे पEी - (समवेत वर$ म! ) हां हम सभी तैयार हN।कल से हM हमारा चहकना बंद।
(U)य - 3)
रहD।शां`त हाथ म! चावल का कटोरा लेकर आती है ।पेड़ के नीचे xबखेरती है ।पर कोई
Gचrड़या चावल चग
ु ने नहDं आती हY।न हD चहकती है ।)
नहMं आ रहM।कल तक तो -च:ला -च:ला कर टूट पड़ती थीं चावल के दान पर।
शां`त -(Gचं`तत वर$ म! ) दे uखये न बापू—कोई -च.ड़या दाना नहMं खा रहM—न हM चहक
रहM।
ठे केदार - अरे तुझे uखलाना नहMं आता।ये दे ख अभी सब खाय?गी भी और चहक?गी भी।
(ठे केदार एक मu
ु ी म! चावल लेकर Gचrड़य$ क5 तरफ़ उछालता है ।पर कोई
36
आकर बैठ जाती हY।ठे केदार जमीन पर बैठ कर उनक5 तरफ़ 0यान से दे खता है ।सबक5
शां`त - (दख
ु भरे वर$ म! ) अरे बापू ये तो रो रहM हN।---सब क1 सब---।
(गौरै या और दस
ू रD Gचrड़या सर उठाती हY।सब सामने एक कटे हुये पेड़ के ठूंठ क5
तरफ़ दख
ु ी हो कर दे खती हY।ठे केदार और शां`त भी उधर हD दे खते हY।)
ठे केदार— (Gचितत म]
ु ा म! ) ओह अब समझा---Kय गु;सा हN ये -च.ड़या लोग ?शां>त
ठे केदार —(दख
ु ी मन से) jबUटया इसम? गलती इनक1 नहMं।मेरM गलती है ।मN हM पैस के
(ठे केदार खड़ा हो जाता है ,उसी के साथ शां`त भी।Gचrड़या उसी तरह दख
ु ी बैठ~ हY)
है ।कई Gचrड़या और गौरै या आकर चीं चीं करती हुयी चावल खाने लगती हY।कुछ उड़
(U)य—4)
शां`त नाचते ^दखायी दे रहे ।उनके चार$ ओर पEी बने ब+चे उड़ने का अभनय
कर रहे ।)
शां`त - (गाती है )
दे खो बापू सन
ु लो बापू
रहDं।मंच के एक तरफ़ से नट और दस
ू रD तरफ़ से नटD भी नाचते हुयी आती हY और
नट — (गाता है )
नटD — (गाती है )
खश
ु हाल +कया जंगल को +फ़र से
शां`त -- खश
ु हाल +कया जंगल को +फ़र से
कोरस -- खश
ु हाल +कया जंगल को +फ़र से
000
39
लालच क5 सजा
पाH-
नट
नटD
राजा
मंHी
दरबारD
मछुआ
मछुआeरन
कुछ सै`नक।
(U)य-1)
नटD नाचते हुए आते हY।दोन$ मंच के बीचो बीच vक जाते हY। थोड़ी दे र तक संगीत क5 धन
ु पर
राजा उसका बढ़
ू ा था
नट—(गाता है )
नटD—(गाती है )
(U)य-2)
(राजा का दरबार।बढ़
ू ा राजा Gचितत हो कर बैठा है । उसके मंHी एवं दरबारD उसे घेरे हY।मंHी
राजा-- मंी जी , बात हM कुछ ऐसी है ।आप दे ख हM रहे हN +क पूरे राEय म? इस समय कैसा
अकाल पड़ गया है ।मN राEय क1 तमाम सम;याओं म? इस समय वैसे हM काफ1 उलझा
हुआ हूं।अब ऐसे समय म? मुझे मछलM भी खाने को नहMं मल रहM है ।आप हM सो-चए
मंHी-- महाराज झरन, तालाब के सूख जाने एवं नUदय म? पानी कम हो जाने से सारM
के तालाब झरने सूख? या पानी से भरे रह? मुझे कहMं से भी मछलयां मंगा कर दो।मN
पीछे पीछे मंHी भी टहलता है ।राजा एक जगह cक जाता है तो मंHी भी cक जाता है ले[कन
उसके टहलना शv
ु करते हD मंHी [फर टहलने लगता है ।)
राजा—(कुछ सोचकर) सन
ु ो मंी जी पूरे राEय म? आज हM यह घोषणा करवा दो +क मुझे जो
(U)य-3)
सल रहD है । उसी समय मछुआरा एक टोकरD म! कुछ मछलयां लेकर गाना गाता हुआ आता
हाथ$ से पकड़ कर खडा करता है और तेजी से गोल गोल चZकर लगता है ।मछुआeरन ग
ु से से
मछुआeरन—(ग
ु से म! ) अरे छोडो भाई मझ
ु े बहुत काम करने हN और तS
ु ह? UठठोलM सझ
ू ी है ।
मछुआरा—(खश
ु ी से) अरM भागवान मेरM बात तो सन
ु ो—काम करने को तो सारा Uदन पडा है ।
Kया कह रहे ?
(मछुआरा एक बार [फर मछलD क5 टोकरD उठा कर मंच पर चार$ और नाचता है ।[फर
आज उHह? मN uखलाऊंगा।
मN अमीर बन जाऊंगा।
राजा से मN आज मलूंगा
जाती है ,[फर पीछे ।वह उसका हाथ [फर पकड़ कर नचाने क5 कोशश करता है ,मछुआeरन उसे
रोककर पछ
ू ती है ।)
मछुआरा—(ख़श
ु ी से) खजाना मला नहMं है , बि:क मलने वाला है ।
मछुआeरन-- (उwसक
ु ता भरे वर$ म! ) सची म? ? कहां मल रहा है खजाना....? कहां है .... मुझे
मछुआeरन-- जाओ, बेवकूफ +कसी और को बनाओ। मुझे अपना काम करने दो।
खब
ू पुर;कार दे गा।आज संयोग से मुझे एक तालाब म? ये कुछ `वदे शी मछलयां
हो जाएंगे।
मछुआeरन—(ख़श
ु ी से चीख कर) अर ----भैया तो +फर दे र Kय कर रहे हो ?ज:दM इसे महाराज
रहूं।
मछुआरा-- लो सन
ु ो वह गीत।
(मछुआरा गाता है )
राजा से मN आज मलूंगा,
आज उHह? मN uखलाऊंगा।
मN अमीर बन जाऊंगा।
राजा से मN आज मलंग
ू ा,
(U)य-4)
( राजा के महल का (वेश वार।पहरे दार ,सै`नक टहल रहे हY।मछुआरा एक टोकरD म! मछलयां
राजा से मN आज मलंग
ू ा
आज उHह? मN uखलाऊंगा।
पहरे दार—ऐ मछुआरे ,तू jबना मुझसे पूछे कैसे चला जा रहा है ?जानता नहMं +क यह महाराजा
का राज महल है ?
मछुआरा-- हा भइया हां मN जानता हूं +क यह महल महाराजा का है ।मN महाराज से हM मलने
जा रहा हूं।
मछुआरा-- (खश
ु ामद भरे शsद$ म! ) सु>नए पहरे दार जी, मN बहुत दरू से आया हूं।मुझे महाराज से
पहरे दार-- (मछुआरे को डांट कर) मNने कहा न, तू भाग जा यहां से।तेरे जैसे फटMचर से मलने
मछुआरा-- भइया, मN महाराज के लए बहुत अछ} सी मछलयां लेकर आया हूं।
मछुआरा-- हां भैया हाँ एकदम ताजी हM हN।आज सबेरे हM तो पकड़ा है मNने इHह? इसीलए ये
हूं।
पहरे दार-- (मन म! सोचते हुए) अछा तो यह मछुआरा राजा को मछलयां दे कर ढे र सारा
आuखर मN इतनी दरू से इHह? ले कर आया हूं jबना महाराज से मले कैसे चला जाऊंगा?
करना।
46
Uह;सा मN +कसे दं ग
ू ा ?
पहरे दार--(अकड़कर) मेरा नाम है (अपनी मूंछ! ऐंठता है) ‘काना बैल’।भूलना नहMं....हां....काना
बैल।
(मछुआरा मछलयां ले कर म
ु कराता हुआ अदर जाता है ।)
(U)य-5)
(राजा का दरबार।बढ़
ू ा राजा संहासन पर बैठा है ।चार$ तरफ उसके मंHी और दरबारD
अपने थान पर बैठे हY। उसी समय मछुआरा मछलयां लेकर आता है ।)
राजा-- कहो यव
ु क ,तS
ु हे Kया कaट है ? मेरे दरबार म? +कसक1 फbरयाद लेकर आए हो ?
मछुआरा-- (कांपते हुए) हुजूर गु;ताखी माफ हो! मN आपके लए मछलयां ले कर आया हूं।
राजा—(बहुत `नरDह वर$ म! ) कैसे रखूं धीरज मंी जी....((सनता भरे वर$ म! ) मछलयां
(यव
ु क से) युवक, तम
ु कहां से मछलयां ले कर आए हो ? लाओ जरा ज:दM लाओ ---
अब मझ
ु से jबलकुल भी नहMं रहा जा रहा जरा मN भी तो दे खंू कौन सी मछलयाँ लाये
हो तम
ु ?
मछुआरा-- (हाथ जोड़ कर) महाराज, मN दरू गांव का रहने वाला एक गरMब मछुआरा हूं दरू दे श
47
महाराज तम
ु पर XसHन हN।
राजा-- अछा ठ}क है ।यUद इसक1 यहM इछा है तो इसे यहM पुर;कार Uदया जाय।इसे धीरे -
Kया चाहते हो ?
दं ग
ू ा।इसलए पुर;कार क1 आधी राश अथात ् 500 कोड़े उस पहरे दार को लगाए जाएं।
राजा-- (मंHी से) मंी जी, ‘‘काने बैल” को फौरन दरबार म? हािजर करवाकर आप उसे दो हजार
क1 मह
ु र? दे कर इसे सSमान सUहत इसके घर पहुंचवा दMिजए।
( मंHी सपा^हय$ को काने बैल को लाने क5 आ ा दे कर मछुआरे को साथ लेकर खजाने क5
(U)य-6)
आते हY।)
जीवन भर पछताओगे.....।
जीवन भर पछताओगे.....।
तम
ु भी कोड़े खाओगे,।
49
( दोन$ नाचते हुए मंच पर से जाते हY।संगीत धीरे धीरे धीमा होता जायेगा इसी के
०००००००००००
50
पाH:
छोटू--12 वष-
शीला--12 वष-
शEका-1
शEका-2
शEका-3
अ0यापक-1
रानी परD
सहे लD-एक
सहे लD-दो
(U)य-1)
((ारं भक संगीत के साथ मंच पर धीरे धीरे (काश होता है ।गांव का
कर गाता है ।)
गोल:ू (गाता है ) धम
ू धड़ाका धम
ू धड़ाका
Kय करते हो धम
ू धड़ाका
Kय करते हो धम
ू धड़ाका
(ब+च$ के बीच से छोटू और शीला आगे आते हY और मंच के बीच आकर गाते हY।)
छोटू :(गाता है ) धम
ू धड़ाका धम
ू धड़ाका
हम सब करते धम
ू धड़ाका
ना ये बादल क1 शैतानी।
रच द? कोई नई कहानी।
गाते हY।)
हम सब करते धम
ू धड़ाका
ना ये बादल क1 शैतानी।
रच द? कोई नई कहानी।
(संगीत क5 ग`त बढ़ती जाती है ।इसी के साथ सभी ब+चे मंच पर तेजी से नाचते
(U)य-2)
(गांव क5 हD एक गलDनम
ु ा पतलD सड़क।दोन$ तरफ़ एक दो छोटे घर।सड़क पर इधर
उधर परे शान सा भागता गनेसी।गनेसी के पीछे पीछे गोलू छोटू के साथ दो चार ब+चे
गनेसी : (ग
ु से म! ) तू Eयादा जाHता है +क मN?
दस
ू रा लड़का :अबे हम लोग जादा जानते हN।
गनेसी :(हाथ नचाकर मुंह xबचकाते हुये) हुंह इसकूल जाते हN।सब मालम
ू है तS
ु हारे
(गनेसी गलD के बीच म! माटर जी क5 तरह खड़ा हो जाता है ।ब+चे उसक5 ओर दे खते
हY।)
एफ़ फ़ाल---एफ़ फ़ाल----।
(गनेसी उसे मारने दौड़ाता है ।सामने से आ रहे नहकऊ से टकरा कर Gगर जाता है ।
नहकऊ : (ब+च$ से) अरे Kय परे शान कर रहे बेचारे को—जा भाग जा गनेसी।
(गनेसी वहां से जाने लगता है ।इसी बीच एक लड़का उसे पीछे से GचकोटD काटता
है ।पछ
ू ता है ।)
^दखाता है ।)
(U)य—3)
54
बसेहटD ख^टया पर पालथी मार कर बैठा मोटर चलाने का अभनय कर रहा है ।उसके
हाथ म! [कसी छोटD साइ[कल का टायर है ।वह उसी को टे यeरंग क5 तरह इधर उधर
घम
ु ा रहा है साथ हD मुंह से तरह तरह क5 आवाज! भी `नकाल रहा है ।)
हतो भाई हतो—मेलM मोतल चल पड़ी—हiत जाओ बापू सामने छे हट जाओ ---
पीं—पींप---।
एक छोटा rडsबा।)
पाव-ती : (गनेसी से) ले बेटा गनेसी—ये थैला जरा भीतर रख आ---और इस .डबे म?
(गनेसी के पास जाकर आंचल से उसका मुंह प$छती है ।गनेसी उसी तरहा टायर
घम
ु ाता रहता है।जैसे उसने सन
ु ा हD न हो।)
गनेसी :(टायर घम
ु ाते हुए) मथाई लाई हो का अSमा?
पाव-ती : मठाई नहMं तो बाबा जी का ठु:लू लाए हN।अरे सबेरे से एक बोरा गेहूं साफ़
जी का थ:
ु लू ? मीठा होता है का--?
55
(पाव-ती उसके सामने दती का rडsबा रख कर माथा पकड़ कर बैठ जाती है ।नहकऊ
अपने काम म! लगा रहता है ।गनेसी rडsबा लेकर नहकऊ के सामने जाता है ।)
(नहकऊ ग
ु से म! एक बार गनेसी क5 तरफ़ दे खता है [फ़र उसे कस कर एक
नहकऊ : भाग साले इहां से—पागल कहMं का—काम नहMं करने दे रहा।सबेरे से घुmर
घm
ु र लगाए है ।इ;कुलवौ म? बैठते नहMं बनता—जा भाग।
(गनेसी हZका बZका हो कर नहकऊ को कcणा भरD `नगाह$ से दे खता है ।[फ़र पrू ड़य$
नहकऊ :(ग
ु से म! ) मार? न तो का पूजा कर? ?साला पागल—ढपग का पंडवा होइ
गया।इसक1 उमर के बचे काम धाम करके कमा रहे हN।ई ससरु ा सबेरे से
पाव-ती : (कcण वर$ म! )काहे कोस रहे हो jबचारे को-अब भगवान ने कम बु` दे के
पड़
ू ी भी नहMं खाए Uदये---।
56
(नहकऊ ग
ु से म! पीढ़ा हथौड़ी पटक कर बाहर क5 तरफ़ `नकल जाता है ।कcण
(U)य—4)
(कूल के बराlदे का U)य।10-15 ब+चे कतारब6 बैठे दोपहर का खाना परोसे जाने
का इतजार कर रहे ।उनसे थोड़ा हटकर गनेसी,गrु ड़या और शंकर बैठे हY।सभी के
आती है ।वह एक-एक कर सभी ब+च$ क5 थालD म! oखचड़ी परोसती जाती है ।एक दो
अ0यापक अ0यापकाएं घम
ू घम
ू कर ब+च$ को खाना परोसा जाता दे ख रहे हY।कुछ
एक अ0यापका : अरे तम
ु लोग से थोड़ी दे र भी सबर नहMं हो रहा।सब बच को
(लड़का एक छोटू को घरू कर दे खता है ।सारे ब+चे हं सने लगते हY,अ0यापका पीछे घम
ू
ब+चा जोर से GचMलाता है ।लड़का खड़ा होकर अपनी जगह उछलता है ।उसके हाथ म!
लड़का : (GचMलाकर) अरे दे खो—दे खो—ये दे खो—uखचड़ी म? मरा हुआ काोच >नकला
(कई ब+चे खाना छोड़ कर उठ जाते हY।टDचस- उह! बैठाने क5 कोशश करते हY।)
एक अ0यापका :सब अपनी जगह बैठ जाओ—बैठ जाओ।मN दे खती हूं Kया मामला
है ?
लड़का : मामला Kया दे खना दMदM ये दे uखये सामने है आपके सारा मामला uखचड़ी म?
(कूल के बराlदे म! अफ़रा तफ़रD का माहौल हो जाता है ।कुछ ब+चे लड़के क5 तरफ़
भाग रहे हY।कुछ अपनी qलेट! लेकर इधर उधर भाग रहे हY।टDचर ब+च$ को बैठाने क5
कोशश कर रहD।लड़का हाथ म! मरा हुआ काोच लये इधर उधर भाग रहा।बैक
%ाउड म! “चलो कूल चल! हम—चल! कूल चल! हम---” गीत बजता रहता है ।
दस
ू रD टDचर : अरे बेवकूफ़ वो बड़ी इलायची का >छलका है ।लाओ इधर दो मुझ।े
(दस
ू रD टDचर पहले लड़के के हाथ से काोच छ~नने क5 कोशश करती है ।लड़का पीछे
हटता है ।टDचर उसके पास जाने क5 कोशश करती है ।इस बीच गनेसी तेजी से आगे
गनेसी : (पीछे घम
ू कर)अरे मा;टरनी दMदM ये तो काKलोच हM है ---चल? जला हम गांव
(गनेसी भागता है )
(गनेसी तेजी से भागता है ।टDचर उसके पीछे ।बाक5 ब+चे तमाशबीन बने रहते हY।बैक
%ाऊड म! संगीत बजता रहता है —“चलो कूल चल! हम---चलो कूल चल! हम॥”
(U)य पeरवत-न)
(U)य-5)
भागता हुआ आता है ।उसके साथ कुछ और भी ब+चे।गनेसी के हाथ म! मरा हुआ
(गनेसी हाथ म! लटका काोच ^हलाने लगता है ।सब दे खते हY।गनेसी भी गद- न
घम
ु ा कर एक बार बाएं से [फ़र दाएं से काोच दे खता है ।म
ु कुराता है ।)
गनेसी : तो सन
ु ो भाइय---तम
ु छोचोगे +क ये काKलोच आया कहां से?तो मN बताता
%ामीण दो :अरे पागल हN साले---कहMं से पा गये हगे मरा हुआ काोच उहै Uदखाय
59
रहे हN।
उबकाई हो रहM है ।
%ामीण : अरे राम रे राम हम तो मजाक समझे थे।चलो भागो भैया इ;कूल।ई सारे
है ।U)य पeरवत-न।)
(U)य—6)
कुछ ब+चे उसी खडहर के पास हD [केट खेल रहे हY।कुछ ब+चे पेड़ के नीचे बैठ कर
गो^टय$ वाला खेल खेल रहे हY।एक तरफ़ से गनेसी,गrु ड़या तथा शंकर एक दस
ू रे का
हाथ पकड़े हुये आते हY।गrु ड़या के हाथ म! एक लालDपाप है िजसे एक बार गrु ड़या [फ़र
एक बार शंकर चस
ू रहा है ।गनेसी एक छोटा सा झन
ु झन
ु ा लेकर उसे बजा भी रहा है ।)
गनेसी :([केट खेलने वाले ब+च$ से)ए ए गोलू छोटू हम? भी uखलाओ न अपने साथ।
छोटू : कौन uखलाएगा इन पागल को अपने साथ ? +कसी को मार पीट Uदये तो ?
बस।
गनेसी : uखला लो गोलू भाई हम? भी तो आuखल छौक लगता है न खेलने के लये
+कनारे बैठाते हN तS
ु ह? वैसे अलग बैठ के खेलो---।
दे ती---जनावर क1 तरह।
गनेसी : अर भैया ऊ तो बचपन म? बांधती थीं।जब अSमा बापू काम पर जाते थे तो।
हमारा खेल दे ख।
(गनेसी,गrु ड़या और शंकर धीरे -धीरे चलते हुये वहां से थोड़ी दरू पर एक पेड़ के नीचे
बैठ जाते हY।बाक5 ब+चे [फ़र से खेलने म! लग जाते हY।अचानक [केट क5 बाल उछल
कर खडहर के टूटे दरवाजे से अदर चलD जाती है ।ब+च$ का खेल cक जाता है ।सारे
गोलू : (ग
ु से म! )तू नहMं जाएगा बाल लाने तब कौन जाएगा तेरा बाप---?
(दोन$ एक दस
ू रे से उलझ जाते हY।सारे ब+चे वहां आ जाते हY।गनेसी,शंकर और गrु ड़या
भी।गनेसी आगे बढ़कर गोलू और छोटू को अलग करने क5 कोशश करता है ।इस बीच
गोलू : अरे गु.ड़या अपना गनेसी तो बहुत बहादरु है ---पूरा ;पाइडर मैन—भूत इसका
uखलाएंगे +केट।
(गनेसी खडहर क5 तरफ़ आगे बढ़ता है ।सारे ब+चे उसके पीछे पीछे जाते हY।गनेसी
गrु ड़या : (GचMलाकर) गनेसी भैया दे ख कर ----कहMं कोई क1ड़ा मकोड़ा न हो---।
(U)य पeरवत-न)
(U)य-7)
तीन चार अय मंद बु 6 ब+चे कतार ब6 होकर बहुत धीरे -धीरे आते हY।मंच के बीचो
बीच cक जाते हY।दश-क$ क5 तरफ़ मुंह करके उह! संबोGधत करते हY।)
कुछ भी कह ल? आप सभी पर
आuखर हम भी आप के बचे।
(परू े मंच पर अंधकार।केवल एक पाट लाइट मंच के बीच बैठे गनेसी के ऊपर
पड़ेगी।गनेसी मंच के बीच म! उकड़ूं बैठ कर दोन$ पांव$ के बीच अपना सर छुपा लेता
हमने Zया--।” गाते रहते हY।बीच म! गनेसी और अGधक सकुड़ कर बैठता जाता
(U)य—8)
म! गनेसी उं कड़ू बैठा है ।उसने अपना सर दोन$ पांव$ के बीच `छपा रखा है ।गrु ड़या,शंकर
और एक दो अय ब+चे एक दस
ू रे को कस कर पकड़े हुये गनेसी के ऊपर झक
ु े हुये
कर दे खती है ।)
है ?
सहे लD एक : (आगे बढ़ कर)अरे हां रानी परM ---आप सहM दे ख रहM हN---वो सच म?
बचे हM हN।
सहे लD दो : दे खो तो कैसा एक दस
ू रे से -चपके खड़े हN।इतनी गम म? भी उHह? जाड़ा
लग रहा Kया?
रानी परD : बेवकूफ़---जाड़ा नहMं लग रहा है ।लगता है बेचारे +कसी मुसीबत म? हN।
(रानी परD अपनी दोन$ सहे लय$ के साथ तेजी से ब+च$ क5 तरफ़ जाती है ।उनके पास
(गrु ड़या धीरे से उन ब+च$ से अलग होकर खड़ी होती है ।शंकर और अय ब+चे भी
उठाता है ।)
(गनेसी भी धीरे से उठता है ।बहुत धीरे धीरे चलता हुआ पeरय$ के सामने आता है ।
पeरय$ के चार$ ओर घम
ू घम
ू कर उह! दे खता है ।[फ़र उहDं के सामने बैठ जाता है ।)
(रानी परD सहे लय$ के साथ उनके और पास आ जाती है ।तीन$ के चेहर$ पर बहुत
पीड़ा दख
ु के भाव।)
साथ।तम
ु सब तो बहुत ^यारे बचे हो।
सहे लD दो : हम सभी के दल
ु ारे हो तम
ु ।
(गनेसी,शंकर,गrु ड़या और दोन$ अय ब+चे बहुत आ)चय- से उह! दे खते हY।रानी
गनेसी :(cं धे गले से) हमारे घर म? तो हमारे बापू ने आज तक हम? कभी बेटा कह कर
पक
ु ारा हM नहMं दMदM---।वो तो हमेशा हम? पगला कहते हN।
दस
ू रा ब+चा : कोई बचा हम? अपने साथ uखलाते नहMं।
गrु ड़या : हम? सामाHय जीवन Kय नहMं jबताने Uदया जाता दMदM ?
सहे लD एक : हम तS
ु ह? अपने साथ uखलाएंगे।
सहे लD दो : मN भी इनक1 दस
ू रM सहे लM।
jबगाड़ेगा।मN समझा दं ग
ू ी सबको।
गrु ड़या : दMदM मेरा नाम गु.ड़या है---पर सब मुझे गु.ड़या मु.ड़या जहर क1 पु.ड़या कह
कर -चढ़ाते हN।
सबको समझा दं ग
ू ी।अब आप लोग को कोई नहMं -चढ़ाएगा।चलो अब हम
रानी परD : अब मN िजसे छू लूंगी पzी उसक1 आंख पर बंधेगी वो छुएगा सबको।
68
(सब ब+चे इधर उधर भागते हY।सहे लयां भी भागती हY।रानी परD गनेसी को छूती
है ।ब+चे शोर करते हY।रानी परD गनेसी क5 आंख पर पी बांध दे ती है ।वह सबको छूने
(U)य-9)
-च:लाय रहे हN सन
ु ता नहMं है ।
पाव-ती : अरे ऊ आजकल रोज शाम को शंकर,गु.ड़या,राम,ू दMना के साथ न जाने कहां
नहकऊ : Kया कहा ? ख डहर के पास परM खेलने बुलाती है ? हे भगवान कहMं कोई
सब।
(U)य-10)
और उसक5 दोन$ सहे लय$ के साथ खेल रहे हY।ब+चे काफ़5 शोर भी कर रहे हY।खेलते
खेलते रानी परD ब+च$ को इशारा करती है ।सारे ब+चे मंच क5 दDवाल क5 तरफ़ मुंह
करके 5ज़ हो जाते हY।रानी परD और सहे लयां दश-क$ क5 तरफ़ मंह
ु कर लेती
सहे लD एक : जरा सो-चये Kया गुजरती होगी इनके मन पर जब इनके अपने हM इनके
(रानी परD मंच पर 5ज़ हुये गनेसी क5 तरफ़ जाकर उसका चेहरा दश-क$ क5 ओर
घम
ु ाती है ।)
रानी परD : दे uखये—दे uखये +कतना भोलापन है गनेसी के चेहरे पर ? इसके अंदर
कौन सी कमी है ?
अय सभी पाH आकर खड़े होकर रानी परD और उनक5 सहे लय$ क5 बात! सन
ु ते हY।)
शEका : और अब हम हM इस गलती को सध
ु ार? गे भी।
आई हN।
(नहकऊ क5 बात सन
ु कर रानी परD और सहे लयां तालD पीट कर हं सती हY।तीन$
रानी परD : (हं सते हुए)काका हम लोग परM नहMं आप क1 हM तरह आदमी हN आइये छू
कर दे ख लMिजये हम? ।
(नहकऊ और पाव-ती डरते हुए उनके पास जाते हY।पाव-ती एक एक कर सभी को छूती
है नहकऊ भी छूता है ।)
रानी परD : अरे हम लोग शहर से आए हN। हम सब नाटक करने वाले हN।और ऐसे
बच को खश
ु रखने के लये गांव म? घम
ू घम
ू कर इनके साथ खेलते
हN।िजससे ये खब
ू खश
ु रह? ।
(संगीत (ारlभ होता हY नाटक के सारे पाH कतारब6 होकर गोल घेरे म! नाचते
हY।सबसे आगे रानी परD,सहे लयां,उनके पीछे गनेसी,शंकर,गrु ड़या,गोल,ू छोटू और अय
उड़ने को द? खल
ु ा आकाश।
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उड़ने को द? खल
ु ा आकाश
(सभी गाते हY।साथ हD Gथरकते हY।धीरे धीरे संगीत के साथ हD U)य भी फ़ेड आउट
होता है ।)
0000
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पाH:
नट
नटD
शेर
भेrड़या
^हरन
लोमड़ी
कुwता
घोड़ा
(U)य-1)
क5 धन
ु पर नाचते हुए मंच के एक तरफ से नटD और दस
ू रD तरफ से नट आता
है ।नट के हाथ म! एक बड़ी सी लाठ~ भी है ।नट बीच बीच म! लाठ~ को इधर उधर
घम
ु ाता भी जा रहा है ।नटD तो बीच म! cक जाती है पर नट अभी भी अपनी लाठ~
नटD : (ग
ु से से) अरे ये Kया बेवकूफ क1 तरह इधर उधर लाठ} घम
ु ाए जा रहे हो ?
नट : (लाठ~ घम
ु ाते हुए) अरे भागवान इतने घने जंगल म? लेकर आई हो मुझे कहMं
नट : और कौन लाया है ? तS
ु हMं तो सबेरे से कह रहM थी मN घम
ू ने जा रहM।मN
घम
ू ने जा रहM तो ----।
Kया पता क1 तम
ु जंगल म? जाय रहM हो ?
नटD : तो अब आ गए हो तो भग
ु तो।चलो सन
ु ाओ बच को कोई कहानी वहानी ।
नट : अरे भगवान यहाँ जान सांसत म? है कहMं कोई शेर न आ जाये इस जंगल म? ?
और तS
ु ह? कहानी सन
ु ाने क1 पड़ी है ... ।
नटD : (दश-क$ क5 और घम
ू कर) अब लMिजये सSहालए ---इतनी सुHदर प? Uटंग इस
मूरख को सचमुच क1 जंगल लग रहM ।(नट से) अरे बेवकूफ राम ऊ प? Uटंग है
िजससे तम
ु डरे जा रहे हो.. ।
नट : (हं स कर) अरे हाँ रे मN तो फालतू डर गया –ई तो फोटू है जंगल क1।हम बेकार
हM डर रहे थे।
(संगीत शv
ु होता है उसी के साथ नट नटD एक बार तेजी से नाचते हुए मंच का
नट : (गाता है )
नटD : (गाती है )
रहता था एक धत
ू भे.ड़या,
करता हरदम धत
ू भे.ड़या।
नट : (गाता है )
नटD : (गाती है )
ज
ु M सभा तब उस जंगल म?
(U)य-2)
( जंगल कर U)य।एक घने पेड़ के नीचे सभी जानवर$ क5 सभा हो रहD है ।शेर थोड़ा
ऊंचे थान पर बैठा है ।बाक5 जानवर नीचे बैठे हY।शेर एक बार जोर से दहाड़कर (जा
को सlबोGधत करता है ।)
हN इस समय चार ओर अकाल पड़ा हुआ है ।हमारे जंगल के सभी झरने, नाले,
तालाब, सूखते जा रहे हN।सभी लोग पानी के jबना परे शान हN।इस परे शानी से
बचने का Kया उपाय हो सकता है?आप सभी लोग एक-एक कर अपनी बात
कह? ।
आपस म! कुछ बात करने लगते हY।इसी बीच एक चीता उठकर सामने आता है ।)
सन
ु ? लगा कर "यान।
(चीते क5 बात सन
ु कर कुछ जानवर हं सने लगते हY।चीता उह! घरू कर दे खता
शेर : (दहाड़ कर) आप लोग शाHत रह? ।+कसी क1 बात का इस तरह मजाक उड़ाना
जाता है ।)
सर झक
ु ाकर अभवादन करके कहता है ।)
महाराज क1 जै हो!
खाता गाजर और चक
ु Hदर,
महाराज अगर हम सभी लोग मलकर जंगल के बीच म? एक कुआं खोद ल? तो उससे
हमारM पानी क1 सम;या हमेशा के लए खiम हो जाएगी।झरन म? पानी सूख जाएगा
शेर : (सबको शात कराते हुए) वाह बHदर जी, आपक1 योजना तो बहुत अछ}
है ।कुआं खद
ु जाने से तो जंगल म? पानी क1 कभी कमी होगी हM नहM।
बदर : (खश
ु ी से उछल कर) हम कल हM से यह काम शुD कर द? गे महाराज।
सभी जानवर : (एक साथ) और इस काम म? हम सभी बHदर क1 सहायता कर? गे।
(U)य-3)
(जंगल के बीच का मैदान।सभी जानवर कुआं खोदने म! लगे हY।कुआं खोदने के साथ
वे एक गीत भी गाते जा रहे हY।बदर पहले गीत क5 पंिZतयां गाता है बाक5 सब उसे
आओ हम सब काम कर? ,
आओ हम सब काम कर? ,
बदर : (दस
ू रे जानवर का बोझ उठाते हुए)
आओ हम सब काम कर?
(बदर एक-एक पंिZत गाता है सारे जानवर उसे दहु राते हY।कुछ हD दरू D पर एक पेड़
के पीछे `छप कर एक भेrड़या उनके काम को दे खता रहता है।थोड़ी दे र म! भेrड़या वहां
xबMलD : (म
ु कराकर) भालू भाई लगता है आपका मन घर म? नहMं लगता Kया ?
अय जानवर : हां बHदर भाई आपका कहना ठ}क है ।बाक1 काम हम कल कर? गे।
(बदर के साथ बाक5 सारे जानवर अपने घर$ क5 ओर जाते हY।सब वापस जाते
(U)य-4)
(जंगल के बीच का वहD मैदान।कुछ अंधेरा हो चला है ।भेrड़या धीरे -धीरे `छपता हुआ
(U)य-5)
बदर : (थोड़ा आगे बढ़कर आ)चय- से) अरे ! यह कुएं म? मzी +कसने भर दM ?
चीता : (जोर से गरु ा-कर) जDर यह +कसी बदमाश का काम है ।हम उसे वनराज शेर
से सजा Uदलवाएंगे।
लोमड़ी :(आगे आ कर धीमे वर$ म! )पहले उस बदमाश का पता तो चले चीता भाई ?
खरगोश : (धीमे वर$ म! )ले+कन उसका पता चलेगा कैसे लोमड़ी रानी ?
बदर : (उनको समझाता हुआ)इसके लए हम लोग को रात म? यहां >छपकर पहरा
दे ना होगा।
आओ हम सब काम कर?
आओ हम सब काम कर?
बदर :
सभी जानवर :
आओ हम सब काम कर? ।
(सभी जानवर धीरे -धीरे गाना गाते हुए मंच के एक तरफ से से चले जाते हY।दस
ू रD
नट :
पहुंचा झटपट धत
ू भे.ड़या,
नटD :
नट नटD दोन$ :
आओ हम भी चल करके दे ख?
(U)य-6)
(जंगल का U)य।सब
ु ह का समय।जानवर$ क5 सभा शv
ु होने वालD हY।एक तरफ ऊंचे
आसन पर शेर बैठा है ।उसके पास हD भेrड़ये को जंजीर$ से बांधे हुए चीता और शेर
़
कुwता खडे है ।बदर आगे आता है और शेर से कहता है ।)
शेर: (दहाड़ कर) Kया बात है बHदर जी, उस भे.ड़ये को आप लोग ने बांध Kय रखा
है ?
चीता और शेD तम
ु दोन मलकर पहले इस बदमाश को काले रं ग से रं ग दो
और पूरे जंगल म? घम
ु ा कर जंगल के बाहर खदे ड़ दो।
(शेv और चीता तथा अय जानवर एक बार शेर क5 जय-कार करते हुए और
नट :
दे खा बचो तम
ु ने +कतना,
नटD :
पकड़ा गया वो धत
ू भे.ड़या
नट :
करता है जो अiयाचार,
नटD :
गड़बड़झाला, झूठ-फरे ब,
नट :
नट नटD दोन$ :
गड़बड़झाला, झूठ-फरे ब,
(नट नटD दोन$ धीरे -धीरे नाचते हुए मंच पर से चला जाते हY।मंच पर अंधकार हो
जाता है ।)
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