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खुशय का गांव

(बाल नाटक संह)

पांडुलप

लेखक : डा०हे मत कुमार

(नेशनल बक
ु ट इिडया वारा इनम! से चार नाटक$ का

सं%ह शी' (का)य)


2

अनुम

० नाटक के पहले---बच से 3

० रं गकमय,अ"यापक और अभभावक से 4

बाल नाटक

1- खु शय का गांव 6

2- पानी पानी +कतना पानी 22

3- -च.ड़य का अनशन 30

4- लालच क1 सजा 39

5- नया तमाशा नई कहानी 50

6- जैसी करनी वैसी भरनी 73


3

नाटक के पहले--ब+च$ से

बच आप अपने मोह:ले,;कूल के सां;कृ>तक कायम म? कभी-कभी

छोटे या बड़े नाटक करते हगे।उस समय आपको नाटक के ऐसे आलेख क1 जDरत

भी महसूस होती होगी जो Eयादा बड़े न ह,िजनके संवाद छोटे -छोटे ह--िजHह? आप

आसानी से याद कर सक?।सेट और वेश-भूषा ऐसी न हो िजHह? खोजने के लए आपको

बाजार के चKकर लगाने पड़?।

तो आपक1 इHहMं जDरत को "यान म? रख कर हM मNने अपने नाटक का यह

संह “खु शय का गांव” तैयार +कया है ।इसम? 5 छोटे नाटक और एक थोडा बड़ा

नाटक है ।मNने इन नाटक को लखते समय इस बात का पूरा "यान रखा है +क नाटक

के QRय Eयादा लSबे न ह,संवाद छोटे ह,भाषा सरल हो।और आप कम समय क1

तैयारM म? हM इHह? मं-चत कर सक?।अब ये नाटक कैसे हN इसका फैसला तो आपको हM

करना है ।

नाटक के मंचन म? कोई UदKकत हो,नाटक म? कुछ बदलना हो तो आप

>न:संकोच मेरे फोन पर मुझसे संपक कर सकते हN।आप सभी क1 X>त+याओं क1

XतीZा रहे गी।

डा०हे मHत कुमार

लखनऊ

मोबाईल-9451250698
4

रं गकम-य$,अ0यापक$ और अभभावक$ से

बाल रं गमंच और बाल नाटक के X>त इधर आम जन म? काफ1

जागDकता आई है ।अब हर साल गमय म? जब बच के ;कूल बंद होते हN,तो हर

शहर म? बाल रं गमंच क1 वकशा^स आयोिजत होती हN।िजनम? तैयार नाटक का

बाकायदा मंचन भी होता है ।कुछ राEय के सरकारM और गैर सरकारM ;कूल म?

रं गमंच को बच के पा_यम म? भी शामल +कया जा रहा है ।अभभावक म? भी

बाल रं गमंच के X>त काफ1 जागDकता आई है ।वो भी अपने बच को रं गमंच क1

कायशालाओं क1 तरफ भेजने के इछुक Uदखते हN।ये सारM ि;थ>तयां बाल रं गमंच के

भ`वaय के लए एक बहुत अछा संकेत कहM जा सकती हN।

इन सारM अनक
ु ू ल पbरि;थ>तय के बनने के बावजद
ू बाल रं गमंच म? एक

चीज क1 कमी बराबर महसूस क1 जाती रहM है ...वो है अछे बाल नाdय आलेख

क1।खासकर गमय म? आयोिजत होने वालM वकशा^स के समय तो हर नाdय सं;था

बच के लए नई ि;^ट तलाशने लगती है ।ले+कन उसे अ-धक सफलता नहMं मल

पाती Kय+क बच के लए नाटक Eयादा लखे हM नहMं जा रहे ।नाdय सं;थाओं को

ू +फर कर उHहMं पुरानी ि;^ट से काम चलाना पड़ता है िजन पर वो पहले भी


घम

कई बार काम कर चक
ु े होते हN।

इसके दो Xमख
ु कारण हN।पहला बच के नाटक लखे कम जा रहे हN।दस
ू रा जो

नाटक लखे भी जा रहे वो बाल रं गमंच के अनुकूल नहMं।उनका मंचन कUठनाई से या

समझौते करके हो पाता है ।न उनम? मंचीय तiव रहते हN न हM वो कंट? ट के Uहसाब से


5

बाल रं गमंच के लए अछे साjबत होते हN।मNने अपने इस नाटक संह म? ऐसे हM

नाटक रखने क1 कोशश क1 है जो आसानी से मं-चत +कये जा सक?।िजनके लए

नाटक करने वाले को सेट,Xापटkज क1 भारM भरकम lयव;था न करनी पड़े।QRय ऐसे--

िजHह? आसानी से मंच पर तैयार +कया जा सके या सांके>तक तौर पर मंच पर लाया

जा सके।सबसे जmरM चीज संवाद।मेरM कोशश यहM रहM है क1 नाटक के संवाद यथा

संभव छोटे -छोटे हM रह? ,िजHह? बचे आसानी से याद कर सक?।बाल नाटक के लए

एक महiवपण
ू तiव और जDरM है वो है संगीताiमकता।इसीलये हर नाटक को

संगीतमय बनाने के लए मNने नाटक म? बहुत से संवाद को गीत के Dप म? लखा

है ।िजससे बाल दशक क1 D-च नाटक दे खने म? बनी रहे ।

मेरे इस बाल नाटक संह “खु शय$ का गाँव” म? कुल 6 बाल नाटक

हN।एक नाटक बड़ा है बाक1 5 कम अव-ध के छोटे नाटक हN।मुझे `वRवास है +क बाल

नाटक क1 बढती हुयी मांग के वतमान समय म? मेरे ये नाटक बाल रं गमंच को आगे

बढाने म? सहायक साjबत हगे।

अब नाटक कैसे हN इसका फैसला तो आप सभी को और बाल रं गमंच से

जड़
ु े लोग को हM करना है ।अगर मंचन के दौरान मेरे +कसी नाटक म? आपको कोई

सकाराiमक बदलाव करना हो तो मझ


ु से एक बार `वचार `वमश जmर कर ल?।मN इसी

लए अपना पता और फोन नंबर भी यहाँ दे रहा।अगर आप इनम? से +कसी नाटक का

मंचन कर? गे तो मझ
ु े भी लगेगा क1 मेरM मेहनत साथक हुयी।और हाँ,एक अनरु ोध यह

भी +क यUद आप +कसी नाटक का मंचन कर? तो उसके फोटोाpस,वी.डयो,qोशर,और

अख़बार क1 कUटंग मेरे पास भेज द? गे तो मुझे भी अछा लगेगा।

००००

डा०हे मत कुमार 18/234,सेKiयर-18, इंUदरा नगर,लखनऊ-226016 मोबाईल-9451250698

ई-मेल:drkumarhemant@yahoo.com
6

खु शय$ का गाँव

(बाल नाटक)

(लखनऊ क5 (स6 ना7य संथा “यायावर रं गमंडल” वारा 25 जन


ू 2018 को “राय

उमानाथ बलD” (ेEागहृ म! मंGचत)

पाH: 1-कालD -12 साल

2-रामू -11 साल

3-दDनू -11 साल

4-मिMलका -11 साल

5-सलमा -10 साल

6-लड़का एक —12 साल

7-लड़का दो —10 साल

8-लड़क5 एक –-12 साल

9-भत
ू राजा --75-80 साल

10-परD -- 20 साल

कुछ अय ब+चे एवं बड़े लोग ।

(U)य-1)

(संगीत के साथ हD मंच पर (काश होता है ।मंच पर एक तरफ से मिMलका,

सलमा,लड़क5-1और दस
ू रD तरफ से कालD,राम,ू दDन,ू लड़का-1और लड़का-2नाचते हुए आते
7

हY।सब ब+चे एक बार नाचते हुए परू े मंच का चZकर लगाते हY [फर बीच म! एक

लाइन म! खड़े हो जाते हY।लड़का-1और लड़क5--1 आगे बढ़ते हY और गाते हY ।)

लड़क5–1: सुबह पढाई शाम पढाई

दोपहर रात भी करो पढाई

समय न हमको जरा भी मलता

खेल कूद कब कर? गे भाई।

हम बच पर आफत आई।

लड़का—1: खेल कूद कब कर? गे भाई।

हम बच पर आफत आई।

(लड़क5—1 और लड़का—2 भी आगे बढ़ते हY और गाते हY।)

लड़का-2: मSमी पापा हरदम टोक?

+कताब उठा लो करो पढाई

पीठ पे बोझा बढ़ता जाता

ये कैसा जीवन है भाई।

लड़क5–1 : खेल कूद कब कर? गे भाई।

हम बच पर आफत आई।

(दDनू और मिMलका भी आगे बढ़ कर खड़े होते हY और गाते हY।)

मिMलका : घर पे मSमी पापा डाट?

खो गया अपना छुपम छुपाई

गुm जी ;कूल म? छड़ी पटकते

सबक1 करते कान uखंचाई।

दDनू : खेल कूद कब कर? गे भाई।

हम बच पर आफत आई।


8

(सारे ब+चे एक दस
ू रे का हाथ मजबत
ू ी से पकड़ कर मंच के आगे खड़े हो जाते हY

और दश-क$ को दे खते हY।सलमा [फर गाती है । )

सलमा : उपदे श के मकड़जाल म?

फंस गया अपना बचपन भाई

भोलापन चेहर से गायब

+कसी को -चंता है Kया भाई।

(सारे ब+चे दश-क$ से ()न पछ


ू ने क5 म]
ु ा म! हाथ ^हला कर गाते हY।)

सभी ब+चे : भोलापन चेहर से गायब

+कसी को -चंता है Kया भाई।

सुबह पढाई शाम पढाई

खेल कूद कब कर? गे भाई।

हम बच पर आफत आई।

(सारे ब+चे तेजी से गाते हुए मंच पर चार$ और घम


ू ते हY।गाने के साथ हD उनके

नाचने क5 भी ग`त बढती जाती है ।अंत म! संगीत एक झटके से cक जाता है ब+चे

अपनी अपनी जगह$ पर उसी म]


ु ा म! d5ज हो जाते हY।U)य पeरवत-न।)

U)य–2

(मंच पर पाक- का U)य।शाम का झट


ु पट
ु ा।एक कोने म! लड़का-1,लड़का-2,लड़क5-1और

कुछ दस
ू रे ब+चे खेलते ^दखाई पड़ रहे हY।कुछ बड़े लोग एक [कनारे खड़े कसरत कर

रहे ।पाक- के एक तरफ से कालD,राम,ू दDन,ू मिMलका और सलमा आते हY।सब खेल रहे

ब+च$ के पास जाकर कुछ दे र उनका खेल दे खते रहते हY।[फर आगे बढ़ कर उनसे

बात करते हY।)

सलमा : सन
ु ो सन
ु ो—Kया तम
ु लोग हम सब को भी अपने साथ uखलाओगे ?

लड़का-1: नहMं नहMं कभी नहMं।


9

लड़क5-1: नहMं नहMं कभी नहMं

कभी नहMं,कभी नहMं।

कालD : ले+कन Kयूँ ?

दDनू : Kया हम तS
ु हारा नुकसान कर? गे ?

लड़का-1: मNने तो ऐसा नहMं कहा।

मिMलका : +फर हम? अपना दो;त बना कर साथ uखलाने म? Kया हजा है ?

लड़क5-1: हम तS
ु ह? नहMं uखला सकते बस।

लड़का-2: हम तS
ु ह? अपना साथी नहMं बना सकते बस।

रामू : कोई तो कारण होगा ।

लड़का-1: कारण है पर बताऊंगा नहMं।

रामू : बताना तो पड़ेगा।

मिMलका : (कुछ सोचकर)तS


ु ह? Kया लगता है हम? खेलना नहMं आता ?

लड़क5-1: आता होगा उससे हम? Kया?

रामू : (म;
ु कराकर) तS
ु ह? Kया हम चीता भालू शेर लग रहे ?

लड़का-1: (गु;से म? )दे खो Eयादा ;माट मत बनो जब बोल Uदया नहMं uखलाना तो नहMं

uखलाना।

कालD : (कुछ सोच कर) Kया हम अछे बचे नहMं ?

(लड़का एक ग
ु से म! अपने बैट को हाथ म! घम
ु ाता हुआ इन सब ब+च$ को घरू ता है )

रामू : आuखर कोई तो वजह होगी भाई हम? न uखलाने क1।

लड़का-1: (गु;से म? चीख कर)हाँ वजह है ---बहुत बड़ी वजह है ... ।

मिMलका : तो वो वजह हम? भी तो बताओ न।

लड़का-1: बता दँ ?

कालD: हाँ बता दो।


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लड़का-1: (lयंwयाiमक मुxा म? ) बुरा तो नहMं मानोगे?

रामू : नहMं,jबलकुल नहMं।

लड़का-2: (थोडा तेज ;वर म? )तो सन


ु ो---हम लोग रहते jबि:डंग म? ,तम
ु लोग झwु गी

झोपड़ी वाले।

(राम,ू कालD,मिMलका सब उन ब+च$ को आ)चय- से दे खते हY।और डर कर

एक दस
ू रे का हाथ पकड़ लेते हY।)

लड़क5-1: तम
ु सब पढ़ते हो नगर >नगम के सड़े से ;कूल म? ,और हम सब जाते हN

काHव?ट ;कूल म? ।

(खेलने वाले सारे ब+चे उनके चार$ ओर घम


ू ने लगते हY और राम,ू कालD

,मिMलका सब समटने लगते हY)

लड़का-1: हमारे माँ-बाप के पास है पैसा---खब


ू ढे र सारा...इतना सारा इतना सारा +क

तम
ु सोच भी नहMं सकते,और तम
ु सब कंगाल हो >नरा कंगाल।

लड़का-२: हम सबके पास खेलने के लए ढे र uखलौने,तS


ु हारे पास टूटे फूटे बतन।

लड़क5-1: हमारे कपडे दे खो साफ़ साफ़ सH


ु दर सH
ु दर,तS
ु हारे कपडे गंदे -चथड़े।

(रामू अपने साGथय$ के साथ और समट जाता है )

लड़का-1: हमारे माँ बाप मालक हN,तS


ु हारे माँ बाप हमारे चाकर।

लड़का-2: हमारे पास है ढे र खु शयाँ,तS


ु हारे पास सफ भूख गरMबी ।

लड़का-1: (चीख कर) इसीलए हम कह रहे हम तS


ु ह? नहMं uखलाएंगे अपने साथ ---

तम
ु सब चले जाओ चले जाओ यहाँ से—जाओ जाकर खेलो अपनी गHदM

बि;तय म? ---।

(दोन$ लड़के और लड़क5-1 तालD बजाते हुए रामू दDना सलमा के चार$ और

घम
ू ने लगते हY)

तीन$ ब+चे: (गाते हN)


11

हम सब बचे jबि:डंग वाले

तम
ु सब झोपड़ पzी वाले

हमारे कपड़े अछे अछे

तम
ु सब पहने गंदे वाले

हमारे पास तो ढे र खु शयाँ

तS
ु हारे पास दख
ु  के नाले।

(उनके गीत का वर और तालयाँ तेज होती जाती हY।सलमा,राम,ू कालD समटते

जाते हY अचानक कालD उनके घेरे से बाहर `नकलता है अपने दोन$ हाथो से कान$ को

बंद करके दश-क$ क5 तरफ मुंह करके बहुत तेजी से चीखता है )

कालD: बस बस --- बंद करो अपनी ये बकवास-----।

(कालD वहDi अपना माथा पकड़ कर बैठ जाता है ।राम,ू सलमा सब उसके पास

भाग कर आते हY।ब+चे उसे घेरकर खड़े होते हY ...सब िथर हो जाते हY।U)य

फेड आउट होता है ।)

(U)य-3)

(उसी पाक- का एक कोना।कोने म! जमीन पर कालD,दDन,ू राम,ू सलमा और

मिMलका गम
ु सम
ु से बैठे हY।सभी के चेहर$ पर उदासी।पाक- के दस
ू रे कोने म!

कुछ ब+चे खेलते हुए भी ^दखाई पड़ते हY।एक तरफ से एक बहुत बढ


ू ा,लlबे

बाल$ वाला थोडा सा डरावना mयिZत वहां पर आता है ।वह छड़ी के सहारे धीरे -धीरे

आकर उन ब+च$ के पास वालD खालD ब!च पर बैठ जाता है ।ब+चे उस बढ़


ू े को

दे ख कर थोड़ा सहम से जाते हY और धीरे धीरे दस


ू रD तरफ oखसकने क5 कोशश

करते हY।)

बढ
ू ा: (बच से)अरे डरो मत बच मN तS
ु हारा कोई नुKसान नहMं कर रहा।

रामू : पर आप हN कौन बाबा ?


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बढ
ू ा : (उदास ;वर म? )बस तS
ु हारM हM तरह एक आदमी।तम
ु सब अभी बचे हो और

मN बूढा आदमी हूँ।वैसे सब मुझे भूत राजा भी कहते हN।

(बढ़
ू ा mयिZत थोडा म
ु कराकर ब+च$ को दे खता है )

बढ
ू ा : पर एक बात बताओ---तS
ु हारM उ{ तो अभी खेलने कूदने क1---और तम
ु सब

यहाँ कोने म? चप
ु चाप उदास Kयँू बैठे हो ? पाक म? उस तरफ दे खो +कतने बचे

खेल रहे और तम
ु लोग यहाँ कोने म? उदास बैठे हो ?

दDनू : बाबा आपका नाम बड़ा अजीब है ---भत


ू राजा।

(उठकर बढ़
ू े के पैर दे खने क5 कोशश करता है ।)

दDनू : (म;
ु कराकर) आपके दोन पैर तो सीधे हN।

(दDनू क5 बात सन
ु कर भत
ू राजा बहुत तेज ठहाका लगाकर हँसता है )

भत
ू राजा : (हं सते हुए)तम
ु लोग भी बहुत मजा+कया हो।---बेटा मN थोडा कुDप हूँ न—

तो बचपन म? सब मुझे भूत भूत कह कर -चढाते थे।बस +फर हमारा नाम

हM भूत राजा हो गया।पर तम


ु लोग बताओ तम
ु सबके चेहर पर बारह Kयूँ

बज रहे ?

रामू : बाबा पाक म? तो सब अमीर घर के jबि:डंग म? रहने वाले बचे हM खेलते हN

न।

भत
ू राजा : तो?

मिMलका : वो सब हम? अपने साथ uखलाने को तैयार नहMं हN।

भत
ू राजा : Kयूँ भला?

सलमा: Kय+क हम सब गरMब और झोपड़पzी वाले बचे हN।

मिMलका : उनके माँ बाप पैसे वाले हमारे गरMब ।

सलमा : उनके घर म? ढे र खु शयाँ ..हमारे पास दख


ु  के नाले ।

रामू : इसीलये हम सब यहाँ बैठ कर सोच रहे +क हम? भी खु शयाँ कहाँ से मल??
13

दDनू : भूत राजा वो कौन सी जगह है जहाँ सफ खु शयाँ ह ? जहाँ हम? भी खेलने

को मले और कोई हमारे साथ खेले?

मिMलका : भूत राजा आप Kया हम? कोई ऎसी जगह बता सकते हN जहां खु शयाँ

jबकती ह ? और हम वहां जाकर ढे र सारM खु शयाँ खरMद लाय? ?

भत
ू राजा : (कुछ सोचकर)मN तो भैया ऐसी कोई जगह नहMं जानता।ले+कन एक परM को

जनता हूँ---वो शायद तS


ु हारा कुछ काम कर सकती हN।

रामू : (चहककर)Kया वो हम? खु शयाँ खरMद कर दे सकती हN?

भत
ू राजा : हाँ Kयूँ नहMं।

मिMलका : भत
ू राजा +फर आप हमको उनके पास ले चलए।

रामू : हाँ बाबा आप हम? चलकर उनसे मलवा दMिजये न... ।

भत
ू राजा : (उठते हुए)ठ}क है +फर चलो मेरे साथ।

(सारे ब+चे भत
ू राजा के साथ जाते हY।आगे-आगे भत
ू राजा चलते हY।उनके पीछे

पीछे ब+चे ख़श
ु ी म! गाते हुए चलते हY।)

सलमा : भत
ू राजा के संग हम सब

परM से मलने जाय?गे

परM जी हमको द? गी खु शयाँ

हम खु शयाँ खरMद के लाय?गे ।

(सारे ब+चे भत
ू राजा के साथ मंच पर घम
ू ते हY।धीरे धीरे U)य फेड आउट होता है ।)

U)य-(4)

(उसी पाक- का एक [कनारा।जहाँ खब


ू सारे फूल oखले हY।वहDi पर परD बनी एक लड़क5

अकेले डांस कर रहD है ।भत


ू राजा कालD,दDन,ू और मिMलका सलमा के साथ वहां

पहुंचते हY।उन सबको दे ख कर परD नाचना बंद कर दे ती है ।)

परD : अरे भूत राजा आप ?और आपके साथ ये ^यारे -^यारे बचे कौन हN ?
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भत
ू राजा : बस परM रानी आज मुझे आपक1 तरफ आने का बहाना मल गया तो आ

गया।

परD : मतलब ?

भत
ू राजा : परM रानी ये ^यारे -^यारे बचे बहुत उदास हN और इHह? खु शय क1 तलाश

है ।तो मNने सोचा एक आप हM हN जो इHह? खु शयाँ दे सकती हN।

(परD आगे बढ़ कर आती है और कालD,दDन,ू सलमा,मिMलका एक एक कर सभी

के सर पर qयार से हाथ फेरती है ।)

भत
ू राजा : परM रानी अब आप इHह? सSहाल?---मN चला ।

परD : ठ}क है आप >निRचHत हो कर जाएँ—मN इHह? सSहाल लंग


ू ी।

(परD ब+च$ के और करDब आ जाती है )

परD : पहले तो मN तम
ु सभी के नाम जान लँ ू Kया Kया हN?

सलमा : दMदM मN हूँ सलमा,ये है मि:लका,और ये दMन,ू रामू और ये कालM।और हम सब

पाक के पीछे वालM झोपड़पzी म? रहते हN।

परD : अरे वाह बड़े अछे नाम हN तम


ु सभी के।अब बताओ Kया दःु ख है तम
ु सब

को?

कालD : परM रानी हम Kया बताएं ? हमारे पास तो ढे र दःु ख हN।

सलमा : तभी तो हम परे शान होकर आज खु शयाँ ढूँढ़ने >नकले हN ।

परD : अरे बाबा Kया दःु ख है तम


ु सब को---ज़रा मझ
ु े भी तो बताओ।

सलमा : सबसे बड़ा दःु ख तो यहM है +क हम झोपड़पzी म? रहते हN।

कालD : हमारे माँ-बाप मजदरू M करते हN।

दDनू : हम नगरपालका के ;कूल म? पढ़ते हN।

मिMलका : (दख
ु ी ;वर म? )और तो और हमारे माँ-बाप के पास पैसा नहMं है ।

सलमा : (mआंसी हो कर)दMदM इसी से पाक म? खेलने वाले दस


ू रे बचे हम? अपने साथ
15

uखलाते नहMं।

कालD : और तो और परM दMदM सब हमारा अछा ख़ासा नाम तक jबगाड़ दे ते हN।मेरा

नाम तो है कालM Xसाद पर सब मुझे कलुआ कह कर बुलाते हN ।

सलमा : और मुझे सलमा क1 जगह स:ल,ू मि:लका को म:लू ----।

परD : (दख
ु ी ;वर म? )बस-बस मN सब समझ गयी–समझ गयी।

मिMलका : अब आप हM बताएं दMदM हम कैसे खश


ु रह? ? Kया आप हम? खु शय क1

दक
ू ान बता सकती हN ? जहां जाकर हम भी कुछ खु शयाँ खरMद सक? ?

(मिMलका क5 बात सन
ु कर परD हं सने लगती है ।ब+चे उह! आ)चय- से दे खते

हY।परD एकदम से चप
ु हो जाती है ।)

परD : भला बताओ खु शय क1 कोई दक


ू ान होती है ?

कालD : +फर कहाँ से मल?गी हम? खु शयाँ दMदM ?

परD : बच खु शयाँ तो हमारे Uदल म? होती है —हम सभी के अHदर---बस जmरत है

उHह? बाहर >नकालने क1।

सलमा : (भोलेपन से)पर दMदM हमारे भीतर कहाँ हN खु शयाँ ?

परD : (कुछ सोचते हुए)मN दं ग


ू ी तS
ु ह? खु शयाँ----ढे र सारM खु शयाँ।

मिMलका : (खश
ु ी से उछल कर)सच दMदM ---आप हम? खु शयाँ द? गी ?

परD : हाँ हाँ मN दं ग


ू ी तS
ु हे ढे र सारM खु शयाँ---और तS
ु हारे सारे दख
ु  को अपने पास

समेट लंग
ू ी।(कुछ सोचते हुए)---पर पहले चलो तम
ु सब मेरे साथ उस पेड़ क1

छाया म? बैठ जाओ।

(परD के साथ सारे ब+चे सामने वाले पेड़ क5 छाँव म! जाकर बैठते हY।)

परD : हाँ अब ठ}क है----अब मN तम


ु सबको एक खेल uखलाउं गी।बोलो कौन कौन

खेलेगा?

(सारे ब+चे तरु ं त उठ कर खड़े हो जाते हY)


16

ब+चे : हम सब खेल?गे आपके साथ...पर कौन सा खेल?

परD : दे खो इस खेल म? एक बचा यहाँ बीच म? आँख बंद करके झाड़ू लगाने का

Uदखावा करते हुए घम


ू ेगा।उसके चार ओर हम सभी एक गाना गाते हुए

घम
ू ? गे।बीच वाला बचा िजसे छू लेगा ...+फर वो बीच म? झाडू लगाते हुए

घम
ू ेगा—-ठ}क है शD
ु कर? ?

ब+चे : हाँ दMदM।

(परD कालD को गोल घेर के बीच खडा करती है ।वो आँख बंद करके झाड़ू लगाने

का अभनय करता है ।परD बाक5 ब+च$ के साथ उसके चार$ और घम


ू ती है ।

परD : धम
ू धड़का हुआ तमाशा

कालM के घर बटा बताशा ।

ब+चे : धम
ू धड़का हुआ तमाशा

कालM के घर बटा बताशा ।

परD : कालM घर क1 करे सफाई

हम सब खाएं खील बताशा ।

(परD और ब+चे नाचते हुए गाते रहते हY।कालD बीच म! हँसता हुआ झाड़ू लगाता

है ।[फर वह आँख बंद [कये हुए सलमा को छू लेता है ।सभी ब+चे और परD

GचMलाते हY।अब सलमा बीच म! झाड़ू लगाती हुयी घम


ू ती है ।परD और दस
ू रे ब+चे

नाचते गाते हY।)

परD : धम
ू धड़का हुआ तमाशा

सलमा के घर बटा बताशा

सलमा घर क1 करे पुताई

हम सब खाएं खील बताशा।

(सभी ब+चे हँसते हY।परD भी खब


ू हं सती है ।ब+चे cक जाते हY।)
17

दDनू : दMदM–दMदM चलए अब कोई दस


ू रा खेल खेल? ?

परD : Kय Kया ये खेल पसंद नहMं ?

दDनू : (आँख को नचा कर)दMदM पसंद तो है ले+कन कोई दस


ू रा खेल खेल?गे तो और

मजा आएगा ।

परD : ठ}क है चलो दस


ू रा खेल खेल?गे हम सभी।बोलो कौन सा खेल ?

सलमा : वो छुक छुक रे ल वाला।

परD : अरे वाह चलो वहM खेलते हN।

(सारे ब+चे परD के पीछे रे ल के rडsबे बन कर खड़े होते हY।परD इंजन बन जाती

है ।परD आगे आगे सीटD बजाती हुयी दौड़ती है ब+चे उसके पीछे पीछे ।परD एक गीत

गाती है ब+चे उसे दहु राते हY।)

परD : छुक छुक करती दौड़ पड़ी,

दे खो €े न हमारM

छोटे बड़े सभी को लेकर

चलती रे ल हमारM।

ब+चे : छुक छुक करती दौड़ पड़ी,

अब दे खो €े न हमारM।

परD : छोटे बड़े या नाटे मोटे

सब करते इसम? सवारM

नहMं +कसी को मना ये करती

ये €े न सभी से HयारM।

ब+चे : छुक छुक करती दौड़ पड़ी,

अब दे खो €े न हमारM

ये €े न सभी से HयारM।
18

(सभी ब+चे परD के साथ गोल घेरे म! रे लगाड़ी क5 तरह दौड़ते रहते हY।उनका

गीत धीमा होता जाता है ।U)य पeरवत-न।)

(U)य—5)

(उसी पाक- का U)य।लड़का-1,लड़का-2,और लड़क5-1[कनारे ब!च पर उदास बैठे

हY।मंच के दस
ू रे [कनारे (पाक- के दस
ू रे कोने)पर परD के साथ कालD सलमा दDनू

खेल रहे हY।उनके खेलने क5 आवाज इन ब+च$ के पास आ रहD िजससे इन

ब+च$ को झुंझलाहट हो रहD है ।लड़का-1 उठ कर तेजी से टहलने लगता है ।कभी

अपने कान बंद करता है कभी ग


ु से म! एक हाथ क5 मu
ु ी दस
ू रे हाथ पर

पटकता है ।

लड़का-1: उफ़ ये आवाज? ------।

लड़का-2: हुंह +कतने मजे से खेल रहे सब।और हम यहाँ पागल क1 तरह बैठे हN।

लड़क5-1: तो Kया कर? हम ? हमारे सारे दो;त एक-एक कर गरमी क1 छुUzयाँ मनाने

चले गए।

लड़का-1: (गु;से म? चीख कर)अब हम खेल? भी तो +कसके साथ ? मन कर रहा

जाकर सबको पीट दँ .ू ... ।

(लड़का एक टहलते टहलते अचानक cक जाता है )

लड़का-1: (ख़श
ु ी से)वो मारा पापड़ वाले को... ।

लड़का-2: अबे हुआ Kया?

लड़का-1: (उछल कर)आइ.डया ेट आइ.डया ---।

लड़का-2: अरे कुछ बकेगा भी—या यूं हM गधे क1 तरह उछलता रहे गा?

(लड़का-1ग
ु से से झपट कर लड़का-2 का कालर पकड़ लेता है ।)

लड़का-1: Kया तन
ू े मुझे गधा कहा ? अभी बताता हूँ तुझ।े

(लड़क5-1 दौड़ कर दोन$ को अलग करती है )


19

लड़क5-1: यार तम
ु लोग बहुत ज:दM लड़ने लगते हो... ।

लड़का-2: चल भाई माफ़ कर दे अब बता तो सहM Kया आइ.डया दे bरया था तू ?

लड़का-1: (खेल रहे दMनू क1 ओर इशारा करके)Kयूँ न हम भी उन सबके साथ चल

कर खेल? ?

लड़क5-1: हुंह---उन गंदे बच के साथ ?

लड़का-1: अरे समझा करो यार--वKत आने पर गध को भी बाप बनाना पड़ता है .. ।

लड़का-2: +फर कौन हम हमेशा उनके साथ खेल?गे ? हमारे दो;त जैसे हM वापस

आय?गे हम +फर उन सबके साथ खेलने लग? गे।

लड़क5-1: (कुछ सोचते हुए)और अगर उHहने हम? न uखलाया अपने साथ तो ? डांटने

लगे तो ?

लड़का-1: हुंह उनक1 ये मजाल ?

लड़क5-1: Kयूँ तम
ु ने उHह? डांट कर नहMं भगाया था ? गंदे बचे,झोपड़पzी के बचे

कह कर ?

लड़का-1: हूँ ---बात तो तेरM सहM है ... ।

(तीन$ [फर से सोचने क5 म]


ु ा म! टहलने लगते हY।उसी समय वहां भत
ू राजा आते हY।)

भत
ू राजा : तम
ु लोग बेकार डर रहे हो बच ?वो बचे ऐसे नहMं हN न हM परM दMदM।

लड़का-1: पर आपको कैसे पता +क हम उनके बारे म? बात कर रहे ?

भत
ू राजा :(हँ सते हुए)मझ
ु े सब पता है –मN तम
ु सबके बारे म? जानता हूँ और उनके बारे

म? भी।

(तीन$ ब+चे आ)चय- से उनक5 तरफ दे खते हY।)

भत
ू राजा :(आँख बंद करके)दे खो तS
ु ह? खेलना है तो मेरM बात पर `वRवास करना

होगा।आगे तS
ु हारM मज---मN चला।

(तीन$ ब+चे एक दस
ू रे क5 तरफ दे ख कर इशार$ म! बात! करते हY)
20

लड़क5-1: ठ}क है ठ}क है हम आपके साथ चल?गे।

(तीन$ ब+चे भत
ू राजा के साथ मंच के दस
ू रD तरफ जाते हY।)

(U)य-6)

(पाक- का दस
ू रा कोना।परD दDदD के साथ कालD,दDन,ू सलमा,मिMलका और दस
ू रे

ब+चे खेल रहे हY।भत


ू राजा तीन$ ब+च$ के साथ आते हY।परD खेल रोक कर उन

ब+च$ के पास आती हY और भत


ू राजा से पछ
ू ती हY।)

परD : ये बचे कौन हN भूतराजा ?

भत
ू राजा : ये भी पाक म? खेलने वाले हM बचे हN।

(उन ब+च$ के पास दDन,ू कालD और सलमा अय ब+च$ के साथ आते हY।उन

ब+च$ को यहाँ दे ख कर लड़का-1और लड़क5-1 थोड़ा सहम जाते हY।)

परD : (लड़क1-1से) अरे तम


ु लोग इतना डर Kयूँ रहे हो ?

लड़का-1: दMदM आप िजन बच के साथ खेल रहM हN उHह? हमने हM डांट कर भगाया

था।

कालD : (मु;कराकर) अरे भैया हम लोग तो उस बात को भूल भी चक


ु े हN।

परD : कोई बात नहMं—खेल म? तो ये सब होता हM है ।

लड़का-1: (खश
ु होकर)तो Kया आप हम? भी रोज इनके साथ खेल uखलाय?गी ?

परD : हाँ हाँ Kयूँ नहMं ?

सलमा : (हं सकर)परM दMदM तो बहुत अछ} हN।वो रोज हम सबके साथ खेलती भी हN

और गाना भी गाती हN।

(लड़का-1,लड़का-2,लड़क5-1 सभी के चेहर$ पर खश


ु ी)

परD : आज से तम
ु सभी आपस म? दो;त हो गए---चलो हम सब मलकर खेल खेलते

हN।

सारे ब+चे : हाँ दMदM।


21

परD : पर कौन सा खेल?

लड़का-1: छुपम छुपाई।

लड़का-2: ना ना चोर सपाहM।

लड़क5-1: नहMं नहMं रे ---कोई नाच गाने वाला।

सलमा : हाँ दMदM,वो गाना आप जो कल गा रहM थीं----खु शय के गांव वाला।

परD : अछा चलो वहM खेलते हN।पर सब बचे मेरे साथ साथ गाय?गे और नाच? गे।

(परD गाना शv
ु करती है ।सारे ब+चे उसे दहु राते हY और परD के साथ नाचते भी हY।)

परD : ये खु शय का गांव अनोखा

यहाँ न कोई बड़ा न छोटा।

ब+चे : ये खु शय का गांव अनोखा

यहाँ न कोई बड़ा न छोटा।

परD : सारे बचे एक बराबर

अमीर ना कोई गरMब यहाँ है ।

ब+चे : ये खु शय का गांव अनोखा

अमीर ना कोई गरMब यहाँ है ।

परD : सबके कपडे सH


ु दर Hयारे

फूल सा हं सते सब ^यारे

ये खु शय का गाँव अनोखा

यहाँ न कोई बड़ा न छोटा।

ब+चे : ये खु शय का गांव अनोखा

यहाँ न कोई बड़ा न छोटा।

(सारे ब+चे परD के साथ गीत दहु राते हY साथ हD नाचते भी हY।धीरे धीरे संगीत

धीमा होता जाता है और U)य फेड आउट होता है ।)०००००


22

पानी पानी [कतना पानी

(उwतर (दे श ^हंदD संथान से (काशत ब+च$ क5 (स6 पxHका


“बालवाणी” म! (काशत)
(बाल नाटक)

पाH:

नट–नटD,

दDन-ू 12 साल

सीमा-10 साल

अमन-14 साल

फ़ा`तमा-14 साल

आठ-दस %ामीण,कुछ और ब+चे

(U)य-1)

(मंच पर धीरे -धीरे (काश होता है [फ़र कcण संगीत।मंच पर एक तरफ़

एक बगीचे का U)य।|यादातर पेड़ पौधे मरु झाए नजर आ रहे हY।(ब+चे भी पेड़$ के

मख
ु ौटे लगा कर खड़े हो सकते हY या कट-आउ7स का इतेमाल कर! ।)एक [कनारे एक

सख
ू ा पड़ा हYड पंप।पास म! हD कुछ खालD बत-न (घड़े,बाMटD) उMटे पड़े है ।धीरे -धीरे परू े

मंच पर (काश होता है ।संगीत के साथ हD Gथरकते हुए नट नटD का (वेश।दोन$ मंच

के बीच म! cक जाते हY।)

नटD : (गाती है )

हरा समंदर गोपी चंदर

बोल मेरM मछलM +कतना पानी---

हरा समंदर गोपी चंदर

बोल मेरM मछलM +कतना पानी---


23

(नट नटD का गाया हुआ दहु राता है )

नट : हरा समंदर गोपी चंदर

बोल मेरM मछलM +कतना पानी---

हरा समंदर गोपी चंदर

बोल मेरM मछलM +कतना पानी---

नटD : पानी पानी पानी पानी

^यास लगी है मझ
ु को इतनी

पर दरू दरू ना Uदखता पानी।

(नट चल कर नटD के पास आता है ।उसका हाथ पकड़ कर रोकता है ।)

नट : ये Kया पानी पानी चीखे जा रहM हो--? कुछ और नहMं गा सकती ?

नटD : ओ‚फ़ोह—तुHह? गाने क1 सूझ रहM।यहां ^यास के मारे गला सूख रहा।पानी

पानी न -च:लाऊं तो Kया कDं ?

नट :(पीछे ^दखा कर)वो दे खो नलका है —जाकर चप


ु चाप पानी पी लो पर गला फ़ाड

कर चीखो मत।

नटD :(नट के चेहरे के पास हाथ नचाकर)अरे तS


ु हारM आंख है या बटन ? Uदखाई

नहMं दे ता—नलका सख
ू ा पड़ा है ---।

(नट पीछे मड़
ु कर सख
ू े नलके के पास जाता है ।उसके चार$ ओर एक बार घम
ू ता

है [फ़र पास पड़े खालD बत-न$ को उलट-पलट कर नटD क5 ओर घम


ू कर माथा

पकड़ कर बैठ जाता है ।)

नट :हे राम—यहां तो सब कुछ सूखा पड़ा है —नलका---बतन—भाड़े सभी कुछ।

नटD : वहM तो मN भी कह रहM हूं---हाय मेरा गला सूख रहा मN Kया कDं ?

(मंच पर बेचन
ै ी से इधर-उधर चहलकदमी करती हY।नट उसके पास आता

है ।उसका हाथ पकड़ता है ।दोन$ मंच के दस


ू रD ओर जाते हY।)
24

नट :अछा थोड़ी दे र तो ^यास रोक लो—बच को नाटक Uदखा कर +फ़र पानी पी

लेना।

नटD :(ग
ु से म! )-आय हाय—मरM जा रहM हूं मN—और तS
ु ह? नाटक क1 पड़ी है ।भाड़ म?

जाय तS
ु हारा नाटक।

नट :अछा बैठ जाओ बाबा।मN ढूंढ़ कर लाता हूं पानी।(दश-क$ क5 तरफ़

मड़
ु कर)भैया आप म? से +कसी के पास पानी है ?

(कई दश-क हाथ ^हला कर मना करते हY।)

नट :(कcण वर$ म! )-+कसी के पास एक घूंट भी पानी नहMं।चलो +कसी और से मांगते

हN।

(दोन$ एक दस
ू रे का हाथ पकड़ जाते हY।)

(U)य-2)

(एक पाक- का U)य।पाक- के |यादातर पौधे सख


ू े ^दखाई दे रहे हY।कुछ सख
ू े

पेड़ भी हY िजनम! पिwतयां नहDं हY।पाक- के बाहर एक सरकारD पाइप।वहां भी

पानी लेने वाल$ क5 लlबी क़तार।पानी लेने वाल$ क5 क़तार म! दDन,ू सीमा,

अमन,फा`तमा भी खड़े हY।सभी के हाथ$ म! खालD बािMटयाँ rडsबे हY।नट नटD भी

वहां जाकर बlबे से पानी पीना चाहते हY।)

नटD : भैया बड़ी ^यास लगी है -–थोडा पानी हम? पीने दो।

(कई लोग पीछे से GचMलाते हY)

एक mयिZत : अरे चलो चलो-–हम लोग घंटे भर से लाइन म? लगे हN।जाओ पीछे

लाइन म? लग जाओ।

दस
ू रा mयिZत : हां यहाँ पानी लाइन से हM मलेगा।

तीसरा mयिZत : हम सभी ^यासे हN।घर म? पानी नहMं आ रहा।

नट :(हाथ जोड़ कर)भैया पानी पी लेने दो मेरM नटM बेचारM ^यासी है ,मर जाएगी।
25

एक औरत :अरे भाई पी लेने दो बेचारM को पानी –कहMं सच म? मर गयी तो पाप

लगेगा ।

(नटD सर पकड़ कर जमीन पर बैठ जाती है )

दो तीन औरत! : अरे हाँ भाई पीने दो।पानी `पलाना प…


ु य का काम है ।

पहला mयिZत :(ग


ु से म! ) बड़ी आई पु…य बांटने वालM।नहMं पीने द? गे jबना नंबर के

पानी।

(कुछ औरत! आगे आती हY।नटD को उठा कर आगे बढाती हY।आगे वाले उह! रोकते

हY।सब GचMलाते हY।नट उह! शांत करता है )

नट : (cआंसा हो कर)भाइय m+कए–झगड़ा मत कbरए।हम कहMं और से पानी ले

ल?गे।चलो नटM कहMं और पानी पीना।

(नटD का हाथ पकड़ कर नट आगे बढ़ता है ।नटD लड़खडा कर Gगरती है ।सीमा और

फा`तमा दौड़ कर उसके पास आती हY।उसके मंह


ु पर पानी का छ~ंटा मार कर उसे

होश म! लाती हY उसे पानी पलाती हY।नट नटD आगे बढ़ते हY।मंच के दस
ू रे छोर पर

जाकर cक जाते हY।नटD दश-क$ क5 तरफ घम


ू कर खड़ी होती है ।)

नटD : भैया आप लोग बताइए-–ये पानी का अकाल पडा है Kया ? Kया इतनी कमी हो

गयी +क पानी के लए लाइन लगानी पड़ती है ?

(दश-क$ म! से दDनू खड़ा होता है ।उठ कर मंच पर आता है ।)

दDनू : हाँ हाँ---अब तो €े न,बस,बNक क1 हM तरह पानी क1 भी लाइन लगानी होती है ।

नटD : पर ये पानी क1 अचानक इतनी कमी Kयूँ हो गयी ? सारा पानी जाता कहाँ है ?

नट : हा हा हा हा---खब
ू पूछा पानी जाता कहाँ है ? जब रोज नलका खल
ु ा छोड़ कर

फालतू पानी बहाती हो तब नहMं सोचती ?

नटD : (ग ु तो हरदम लडने को तैयार रहते हो।खालM मेरे पानी बहा दे ने से
ु से से)तम
26

धरती पर पानी कम हो गया ?

दDनू : नहMं काक1--सफ आप नहMं द>ु नया का हर आदमी आज यहM सोच कर पानी

बबाद कर रहा है ।

(नटD आ)चय- से दDनू क5 तरफ दे खती है ।)

दDनू : चलए काक1 मN आपको Uदखाता हूँ पानी कहाँ जा रहा।कौन बबाद कर रहा।

(नट नटD और दDनू मंच के दा^हनी तरफ जाते हY ।U)य फेड आउट होता है )

(U)य-तीन)

(मंच पर अलग अलग कोन$ म! अलग अलग काम करते हुए लोग।एक कोने म!

बेसन क5 टोटD खल
ु D है पानी बह रहा।वहDi एक mयिZत खड़ा मंजन कर रहा।परू े

मंच पर अँधेरा।केवल बेसन और mयिZत पर रोशनी।नट नटD और दDनू आते

हY।वहां cकते हY।दDनू दश-क$ क5 तरफ मड


ु कर गाता है ।)

दDन:ू ये दे खो ये रोज सबेरे

मंजन करते हN

इक लोटे पानी क1 जगह

इक बा:टM बहाते हN।

इनके जैसे दे श म? लाख

रोज हM करते हN

दे खो काक1 पानी क1

हम सब +कतनी इEजत करते हN ?

(मंच पर हD (काश दस
ू रD तरफ होता है ।वहां एक म^हला कपडे पर साबन
ु `घस

रहD।नलके के नीचे बाMटD लगी है टोटD खल


ु D है और पानी लगातार बह रहा।

दDनू नट नटD के साथ वहDi cकता है दश-क$ क5 ओर घम


ू कर गाता है ।)

दDनू : दे खो काक1 काका दे खो


27

ये भी एक अजूबा दे खो

ताई जब तक >घस?गी कपडे

पानी बहता जाएगा

दो बा:टM क1 जगह पे भैया

†म भर पानी बह जाएगा।

(नट नटD वहDi मंच के बीच म! माथा पकड़ कर बैठ जाते हY।दDनू उनके पास

आता है उह! उठाता है ।)

दDनू : काक1 अब तो समझीं Kय धरती पर पानी क1 कमी हो गयी ? Kय पानी क1

लाईन लग रहM ?

नटD : हाँ हाँ बेटवा सब समझ गए।सब बूझ गए।

दDनू : आइये अब दे uखये जो पानी हम बबाद कर रहे +कतनी मेहनत से आता है ।

(मंच का (काश मंच के एकदम [कनारे पड़ता है ।वहां कुछ लोग कुआं खोद

रहे ।दDनू नट नटD को उधर इशारा करके ^दखता है ।दोन$ उधर 0यान से दे खते हY

कई ब+चे फावड़ा चला कर गढा खोदने का अभनय कर रहे कुछ ब+चे मटटD

`नकाल रहे ।)

अमन : ( गाता है ) जोर लगा करा हइसा

कुआं खोदो हइसा

माटM खींचो हइसा

पानी ढMलो हईसा

जोर लगा कर हइसा।

(सभी ब+चे कुआँ खोदने का अभनय करने के साथ गा रहे ।नट नटD भी दरू

से दे खते हY)

दDनू : (नटD से) दे खा काक1 पानी कहाँ से आता है ? +कतनी मेहनत लगती है ?
28

नटD : हाँ दे खा।और चलो अब दशक को भी बताएं ।

दDनू : सफ बताएं हM नहMं समझाएं भी -- ।

नट : +क ये जो पानी अमत
ृ है उसे कैसे बचाएं हम सब मल कर ।

(तीन$ जाते हY।U)य फेड आउट होता है ।)

(U)य—चार)

(मंच पर एक तरफ से नट नटD नाचते हुए आते हY दस


ू रD तरफ से दDन,ू

सीमा,अमन,और फा`तमा आते हY।)

नट : सन
ु लो भैया सन
ु लो बहना

सन
ु लो राजू सन
ु लो मुHना

जल जीवन का अमत
ृ है जब

बरबाद इसे मत करना।

नटD : टोटM खल
ु M छोड कर बाबू

कभी कोई काम न करना

िजतने जल क1 लगे जmरत

उतना हM बस भरना ।

(नट नटD गाते रहते हY।दDनू अमन और सीमा फा`तमा मंच पर इधर उधर

दौड़ कर टो^टयां बंद करने,मग म! पानी लेकर मंह


ु धोने,बाMटD म! पानी लेकर

कपडे धोने का अभनय करते हY. ।)

नट : पानी गर बरबाद करोगे

पछताना होगा सबको

नटD : जैसे मN ^यासी -गरती थी

^यासे मर? गे हम सब।

(नटD गाती हुयी Gगरने का अभनय करती है ।नट उसे सlहालता है ।)


29

नट : आओ सब मल कर? X>त‡ा

बेकार न बहाय? पानी को

नटD : धरती पर धरती के भीतर

बचा के रKख? जल को

(नट नटD के गाने के बीच दDन,ू सीमा,अमन,फा`तमा जमीन खोदने,पानी

भरने,फालतू बहते हुए पानी को रोकने का अभनय करते रहते हY।नट नटD का

गाना और ब+च$ का अभनय तेज होता है।बीच बीच म! कुछ ब+चे “जोर लगा

के हईसा पानी बचाओ हईसा” भी बोलते रहते हY.।नट नटD का गाना,ब+च$ का

अभनय एक साथ तेज होते जाते हY [फर एक झटके से ब+चे d5ज हो जाते

हY.मंच पर अँधेरा हो जाता है .)

००००
30

Gचrड़य$ का अनशन

( बाल नाटक )

(उwतर (दे श ^हंदD संसथान से (काशत ब+च$ क5 (स6 पxHका


“बालवाणी” म! (काशत)
म
ु य पाH :

नट

नटD

कोयल

सोन Gचरै या

जंगल का ठे केदार

शां`त—(ठे केदार क5 बेटD)

तोता,मैना,गौरै ‚या,बल
ु बल
ु ,कौवा,बाज,नीलकंठ और कुछ अय पEी।

(U)य-1 )

(नZकारे क5 आवाज के साथ हD खालD मंच पर एक तरफ़ से नट

और दस
ू रD ओर से नटD नाचते हुए आते हY।दोन$ बीच म! cक कर इधर उधर दे खते

हY।नट पीछे दDवाल क5 ओर मुंह करके खड़ा होता है ।नटD दश-क$ क5 ओर।)

नट - अरे आज कोई हमारM कहानी सन


ु ने नहMं आयेगा?

(नटD अपने माथे पर दो तीन बार हाथ मारती है [फ़र बीच म! बैठ जाती है )

नटD - ओ‚फ़ोह मै तो इस सूरदास से परे शान हो गयी हूं।

नट - Kया हुआ ? Kय -च:ला रहM हो ?

नटD -(ग
ु से म! ) तS
ु ह? सामने बैठे लोग नहMं Uदख रहे ?

(नट उछल कर दश-क$ क5 तरफ़ मंह


ु करता है)
31

नट - अरे —अरे ---।

नटD - Kया अरे -अरे कर रहे हो ?

नट - ओ‚फ़ोह—मेरा भी Uदमाग पता नहMं कहां घम


ू गया है ।(दश-क$ से)ˆीमान जी

आप लोग यहां बैठे हN और मNने दे खा हM नहMं।माफ़1 चाहता हूं।(नटD का हाथ

पकड़ कर) अछा अब बहुत दे र हो चक


ु 1 है चलो नाटक शD
ु करते हN।

(संगीत शv
ु होते है दोन$ मंच पर Gथरकते हY)

नट -(गाता है)

एक घना जंगल था बचो

रहती जहां थी ढे र -च.ड़यां

चीं-चीं च-ूं चूं से हM उनक1

फ़ैलM वहां थी ढे र खुशयां।

नटD -(गाती है )
पर एक जालम lयापारM को

भाई नहMं थी उनक1 खुशयां

काट-काट संद
ु र पेड़ को

छ}न रहा था उनक1 खुशयां।

(मंच के एक सरे पर नट-नटD गाते रहते हY।दस


ू रे सरे पर जंगल का

सेट।दो -तीन मजदरू पेड़ काटते ^दखाई पड़ते हY।पEी बने कुछ ब+चे मंच पर इधर -

उधर भागते ^दखायी दे ते हY।)

नट -(गाता है)

उन सारM -च.ड़य म? बच

कोयल बु`‰मान थी सबसे।

नटD -(गाती है )
32

बड़े बड़े XRन को भी वो

हल करती चट
ु क1 म? झट से।

नट -(गाता है)

कोयल ने इक Uदन ज:दM से

सब -च.ड़य को पास बुलाया।

कटते जाते पेड़ सभी अब

उसने सबको समझाया।

(नट नटD नाचते हुये मंच पर से जाते हY।U)य फ़ेड आउट होता है )

(U)य - 2)

(जंगल का U)य।Gचrड़य$ क5 सभा।कोयल एक पेड़ के ऊंचे ठूंठ पर बैठ~ ^दखाई दे

रहD।उसके एक तरफ गौरै ‚या दस


ू रD ओर नीलकंठ बैठे हY।बल
ु बल
ु ,तोता,मैना,बाज,

कौवा,सोन Gचरै या और कुछ पEी सामने बैठे हY।)

कोयल-(कुहू कुहू करके मीठे वर$ म! )मेरM सभी ^यारM सहे लय और दो;त,मNने आप

सब को आज यहां Kय बुलाया है ये तो आपको पता हM होगा।ये जालम

lयापारM लक.ड़यां बेच कर पैसे कमाने के लये इस जंगल के सारे पेड़ को

एक-एक कर काटता जा रहा।

मैना - हां बहना,इस तरह तो वो जंगल के सारे पेड़ काट दे गा।

तोता - +फ़र हम लोग को खाने के लये फ़ल कहां से मल?गे ?

कौवा - (कांव कांव करके) लो भाई सन


ु लो इनक1 बात।अरे पहले रहने क1 जगह बचा

लो +फ़र फ़ल के बारे म? सोचना।

नीलकंठ - हां अगर सारे पेड़ कट गये तो हम सब रह? गे कहां ?

कबत
ू र -हमारे नHह? -नHह? बचे कहां फ़ुदक?गे ?
33

प! डुक5 - और तो और हम अपने अंडे कहां द? गे ?

गौरै ‚या - कोयल बहना,बात सफ़ जंगल क1 नहMं है ।आज आदमी तो अपने

गांव,शहर के भी पेड़ काटता जा रहा।इसी तरह पेड़ कटते रहे तो एक Uदन

ऐसा भी आएगा +क हम? घोसला बनाने क1 भी जगह नहMं मलेगी।

कोयल -आप सब ठ}क कह रहे हN।हम? जंगल के ठे केदार और उसके आदमय को

पेड़ काटने से रोकना होगा।

मैना - (Gचं`तत वर$ म! )पर यह काम होगा कैसे ?

कोयल - हां मैना बहन,यहM जानने के लये हM तो मNने आप सभी को आज यहां

बल
ु ाया है +क +कस तरMके से हम उHह? रोक? ?

(कुछ पल के लये शाित)

कौवा - (ग
ु से म! )मN उन सभी के ऊपर अपने पंज से हमला कर दं ग
ू ा।

कठफ़ोड़वा - मN अपनी नुक1लM चच से मार मार कर उHह? घायल कर दं ग


ू ा।

बाज- (घमड भरे वर$ म! )अरे दो;त तम


ु सब को ये करने क1 जDरत नहMं पड़ेगी।मN

उनके लये अकेला काफ़1 हूं।मN पेड़ काटने वाल क1 आंख? नोच कर उHह?

अंधा कर दं ग
ू ा।

(कोयल,मैना,तोता एवं अय पEी उनक5 बात सन


ु ते हY।कोयल कुछ दे र

सोचती है )

कोयल - शाHत भाइय शाHत—इस तरह ो-धत होने से काम नहMं चलेगा।ये मत भल
ू ो

+क मनुaय हमसे Eयादा चालाक और ताकतवर है ।हम उसे लड़ कर नहMं हरा

सकते।

बाज - तो Kया हम हाथ पर हाथ रखे बैठे रह? ? और अपना `वनाश दे खते रह? ?

कोयल - नहMं –मN यह नहMं कह रहM।हम? कोई दस


ू रा रा;ता ढूंढ़ना होगा।

कौवा - (mयंƒय से) तो +फ़र तS


ु हMं बताओ कोयल रानी।
34

(कोयल सोचने क5 म]
ु ा म! अपने पंज$ से सर खज
ु लाती है [फ़र अपने पंख

फ़ड़फ़ड़ाती है ।)

सोन Gचरै या - (संकोच से) मN कुछ कहूं कोयल बहना ?

कोयल - हां हां—बताओ बताओ—तम


ु हो तो नHहMं सी पर तS
ु हारा Uदमाग सबसे तेज

है ।

सोन Gचरै या -(गाती है) चीं चीं चीं चीं

चीं चीं चीं चीं

याद कर? इ>तहास जरा हम

याद कर? बापू क1 माया

गांधी बाबा ने अनशन से

गोर को था दरू भगाया।

Kय ना हम भी मल कर कोई

नई अनोखी राह बनाएं

पेड़ का कटना भी रोक?

अपने घर जंगल को बचाएं।

कोयल -(सोचते हुए) बात तो तS


ु हारM ठ}क है सोन -चरै या।पर हम कौन सा ऐसा

रा;ता बनाएं ? िजससे lयापारM क1 समझ म? हम -च.ड़य के दख


ु और

मस
ु ीबत? आ सक? ?

सोन Gचरै या -(सोचते हुये) बहना—मNने तरMका सोच लया है ।

कौवा - तो ज:दM बताओ सोन -चरै या---।

सोन Gचरै या - सन
ु ो सा-थय इन मनुaय को हमारM बोलM—मधरु ;वर बहुत अछ}

लगती है ।अगर हम कुछ समय के लये चहकना छोड़ कर मौन का Šत

कर ल? तो ?
35

कौवा - तो—+फ़र इससे Kया होगा ?

कोयल - (खश
ु होकर) बात तो तS
ु हारM ठ}क है ।पर इससे मनुaय पेड़ काटना बंद कर

दे गा ?

तोता- पेड़ काटना बंद तो नहMं करे गा—हां वो ये सोचेगा जDर +क अचानक इन

-च.ड़य ने गाना Kय बंद कर Uदया?

कौवा - हो सकता है उसके मन म? हमारM तकलMफ़ क1 बात भी आ जाय।

नीलकंठ - मN भी सोन -चरै या क1 बात से सहमत हूं।

कोयल - तो दो;त आप सभी कल से मौन का Šत रखने को तैयार हN ?

सारे पEी - (समवेत वर$ म! ) हां हम सभी तैयार हN।कल से हM हमारा चहकना बंद।

(सारे पEी अपने घोसल$ क5 ओर जाते हY।)

(U)य - 3)

(ठे केदार के घर का बगीचा।कई Gचrड़या पेड़$ पर बैठ~ हY पर चप


ु हY।कोई चहक नहDं

रहD।शां`त हाथ म! चावल का कटोरा लेकर आती है ।पेड़ के नीचे xबखेरती है ।पर कोई

Gचrड़या चावल चग
ु ने नहDं आती हY।न हD चहकती है ।)

शां`त -(अपने आप से बोलती है)अरे आज इन -च.ड़य को Kया हो गया ?कोई पास

नहMं आ रहM।कल तक तो -च:ला -च:ला कर टूट पड़ती थीं चावल के दान पर।

कहMं बीमार तो नहMं ?

(ठे केदार का (वेश)

ठे केदार - अरे शां>त तू +कससे बात? कर रहM ?

शां`त -(Gचं`तत वर$ म! ) दे uखये न बापू—कोई -च.ड़या दाना नहMं खा रहM—न हM चहक

रहM।

ठे केदार - अरे तुझे uखलाना नहMं आता।ये दे ख अभी सब खाय?गी भी और चहक?गी भी।

(ठे केदार एक मu
ु ी म! चावल लेकर Gचrड़य$ क5 तरफ़ उछालता है ।पर कोई
36

Gचrड़या पेड़ से नहDं उतरती।ठे केदार उनक5 तरफ़ आ)चय- से दे खता है ।)

ठे केदार - अरे Kया हो गया इन सभी को अचानक ? कोई आवाज भी नहMं कर

रहMं।कहMं बीमार तो नहMं हो गयीं ?

(अचानक ठे केदार के सामने पहले एक गौरै या [फ़र दस


ू रD कई Gचrड़या

आकर बैठ जाती हY।ठे केदार जमीन पर बैठ कर उनक5 तरफ़ 0यान से दे खता है ।सबक5

आंख$ म! आंस।ू सब सर नीचा [कये हY।शाित भी बैठ जाती है ।)

शां`त - (दख
ु भरे वर$ म! ) अरे बापू ये तो रो रहM हN।---सब क1 सब---।

ठे केदार - (परे शान वर म! ) पर इHह? हुआ Kया है ?

(गौरै या और दस
ू रD Gचrड़या सर उठाती हY।सब सामने एक कटे हुये पेड़ के ठूंठ क5

तरफ़ दख
ु ी हो कर दे खती हY।ठे केदार और शां`त भी उधर हD दे खते हY।)

शां`त - कहMं इस काटे गये पेड़ पर हM इनका घोसला तो नहMं था ?

ठे केदार— (Gचितत म]
ु ा म! ) ओह अब समझा---Kय गु;सा हN ये -च.ड़या लोग ?शां>त

jबUटया अनजाने म? मुझसे बहुत बड़ी भूल हो रहM थी।

शां`त - (आ)चय- से )कैसी भल


ू बापू ?

ठे केदार —(दख
ु ी मन से) jबUटया इसम? गलती इनक1 नहMं।मेरM गलती है ।मN हM पैस के

लालच म? पेड़ को कटवा कर इनके घर उजाड़ रहा था।पैस के पीछे पागल हो

गया था।ओह ये Kया पाप कर रहा था मN।इतने प‹Zय के घर छ}न रहा था ?

(ठे केदार खड़ा हो जाता है ,उसी के साथ शां`त भी।Gचrड़या उसी तरह दख
ु ी बैठ~ हY)

ठे केदार -(प)चाताप से) हे ईRवर मुझे माफ़ कर दो—अब और नहMं---आज के बाद से मN

+कसी -च.ड़या का नीड़ नहMं उजाड़ूग


ं ा।कोई पेड़ नहMं काटूंगा---कोई नहMं।

(गौरै या को सहला कर )जाओ गौरै या---जाओ -च.ड़या—सारे प‹Zय से कह दो


37

अब आज के बाद से कोई पेड़ नहMं कटे गा।(शां`त आ)चय- से ठे केदार को दे खती

है ।कई Gचrड़या और गौरै या आकर चीं चीं करती हुयी चावल खाने लगती हY।कुछ उड़

कर जंगल क5 ओर जाती हY।)

(U)य—4)

(जंगल का U)य।मधरु संगीत।हरे भरे पेड़$ के बीच ठे केदार और उसक5 बेटD

शां`त नाचते ^दखायी दे रहे ।उनके चार$ ओर पEी बने ब+चे उड़ने का अभनय

कर रहे ।)

शां`त - (गाती है )

दे खो बापू सन
ु लो बापू

बात को परू M समझ लो बाप।ू

िजन पेड़ को काट रहे थे

वहMं बसी थीं -च.ड़यां सारM

पर अब उनको मला अभय जो

चहक रहM +फ़र -च.ड़या सारM।

ठे केदार –(गता है ) बेटM मN था गलत राह पर

सबने सची राह Uदखाया

मुझसे पाप बड़ा था होता

पर -च.ड़य ने मुझे बचाया।

(शां`त,ठे केदार गोल घेरे म! घम


ू ते हY।उनके चार$ ओर कुछ Gचrड़या भी फ़ुदकती घम

रहDं।मंच के एक तरफ़ से नट और दस
ू रD तरफ़ से नटD भी नाचते हुयी आती हY और

उहDं के साथ नाचते हY।)

नट — (गाता है )

मौन रखा सारM -च.ड़य ने


38

उसका मीठा फ़ल भी पाया।

नटD — (गाती है )

खश
ु हाल +कया जंगल को +फ़र से

मानव को भी माग Uदखाया।

(सभी साथ म! गाते हY)

ठे केदार -- मौन रखा सारM -च.ड़य ने

उसका मीठा फ़ल भी पाया।

शां`त -- खश
ु हाल +कया जंगल को +फ़र से

मानव को भी राह Uदखाया।

कोरस -- खश
ु हाल +कया जंगल को +फ़र से

मानव को भी राह Uदखाया।

(सब गोल घेरे म! घम


ू ते हुये गाते रहते हY।धीरे धीरे उनका वर धीमा होता जाता है ।

और संगीत के साथ हD (काश कम होता जाता है ।U)य फ़ेड आउट होता है ।)

000
39

लालच क5 सजा

(`तsबत क5 लोक कथा पर आधाeरत)

पाH-

नट

नटD

राजा

मंHी

दरबारD

काना बैल (पहरे दार)

मछुआ

मछुआeरन

कुछ सै`नक।

(U)य-1)

(नZकारे क5 आवाज और संगीत के साथ मंच पर एक तरफ से एक नट और दस


ू रD तरफ से

नटD नाचते हुए आते हY।दोन$ मंच के बीचो बीच vक जाते हY। थोड़ी दे र तक संगीत क5 धन
ु पर

Gथरकते रहते हY [फर गाते हY।)

नट— (गाता है ) >तŒबत नाम का राEय एक था

राजा उसका बढ़
ू ा था

राजा बूढ़ा था बच पर

जीभ का बड़ा चटोरा था।

नटD—(गाती है ) रोज jबना मछलM के भोजन

उसे न अछा लगता था


40

रोज नई मछलM क1 इछा

बचो राजा रखता था।

नट—(गाता है )

एक बार क1 बात है बच

उसके राEय म? पड़ा अकाल

सूख गयी सब नUदयां नाले

मचा जोर का हाहाकार।

नटD—(गाती है )

jबन पानी के मछलM बच

कहां से राजा को मल पाती

-चिHतत होकर बैठा था वह

घेरे थे उसके सब साथी।

(दोन$ मंच पर से नाचते हुए जाते हY।U)य पeरवत-न।)

(U)य-2)

(राजा का दरबार।बढ़
ू ा राजा Gचितत हो कर बैठा है । उसके मंHी एवं दरबारD उसे घेरे हY।मंHी

आगे बढ़ कर राजा का अभवादन करता है और उससे पछ


ू ता है ।)

मंHी-- महाराज क1 जै हो। महाराज,आज आप इतने -चिHतत और उदास हो कर Kय बैठे हN ?

राजा-- मंी जी , बात हM कुछ ऐसी है ।आप दे ख हM रहे हN +क पूरे राEय म? इस समय कैसा

अकाल पड़ गया है ।मN राEय क1 तमाम सम;याओं म? इस समय वैसे हM काफ1 उलझा

हुआ हूं।अब ऐसे समय म? मुझे मछलM भी खाने को नहMं मल रहM है ।आप हM सो-चए

+क मेरे ;वा;Žय का Kया हाल होगा ? मN कैसे राज काज दे ख सकँू गा ?

मंHी-- महाराज झरन, तालाब के सूख जाने एवं नUदय म? पानी कम हो जाने से सारM

मछलयां मरती जा रहM हN इसलए...।


41

राजा-- (मंHी को डांट कर) चप


ु रहो मंी जी,.... मN यह सब बकवास नहMं सन
ु ना चाहता।राEय

के तालाब झरने सूख? या पानी से भरे रह? मुझे कहMं से भी मछलयां मंगा कर दो।मN

मछलM खाए jबना एक Uदन भी िजHदा नहMं रह पाऊंगा।

(सभी दरबारD एवं मंHी चप


ु रहते हY।राजा उठ कर Gचंता से इधर उधर टहलने लगता है ,उसके

पीछे पीछे मंHी भी टहलता है ।राजा एक जगह cक जाता है तो मंHी भी cक जाता है ले[कन

उसके टहलना शv
ु करते हD मंHी [फर टहलने लगता है ।)

राजा—कहाँ से और कैसे मल?गी मझ


ु े मछलयाँ ? कैसे चलेगा मेरा जीवन मछलM के jबना ?

(कुछ सोच कर राजा के चेहरे पर चमक आ जाती है ।वह मंHी क5 तरफ मड़


ु ता है । मंHी आगे

बढ़ कर जMदD जMदD उसके कंधे दबाने लगता है ।)

राजा— बंद करो मंी ये चापलूसी – मेरे Uदमाग म? एक `वचार आया है ।

मंHी— कौन सा `वचार महाराज ?

राजा—(कुछ सोचकर) सन
ु ो मंी जी पूरे राEय म? आज हM यह घोषणा करवा दो +क मुझे जो

lयिKत मछलM लाकर दे गा उसे ढे र सारा इनाम Uदया जाएगा।

मंHी-- जैसी आ‡ा महाराज, मN आज हM परू े राEय म? इस बात क1 घोषणा करवा दं ग


ू ा।

(U)य-3)

( एक मछुआरे क5 झोपड़ी का U)य।मछुआरे क5 पwनी बराlदे म! बैठ~ एक फटा कपड़ा

सल रहD है । उसी समय मछुआरा एक टोकरD म! कुछ मछलयां लेकर गाना गाता हुआ आता

^दखाई पड़ता है ।मछुआरा जMदD से टोकरD एक तरफ रख दे ता है और मछुआeरन को दोन$

हाथ$ से पकड़ कर खडा करता है और तेजी से गोल गोल चZकर लगता है ।मछुआeरन ग
ु से से

उसे oझटक कर अपने हाथ छुड़ाती है ।)

मछुआeरन—(ग
ु से म! ) अरे छोडो भाई मझ
ु े बहुत काम करने हN और तS
ु ह? UठठोलM सझ
ू ी है ।

मछुआरा—(खश
ु ी से) अरM भागवान मेरM बात तो सन
ु ो—काम करने को तो सारा Uदन पडा है ।

मछुआeरन—(माथे पर हाथ मारकर) हे भगवान इस आदमी से तो तंग आ गयी हूँ मN —बोलो


42

Kया कह रहे ?

(मछुआरा एक बार [फर मछलD क5 टोकरD उठा कर मंच पर चार$ और नाचता है ।[फर

टोकरा एक तरफ रख कर मछुआeरन का हाथ पकड़ कर गाता है ।)

मछुआरा-- राजा से मN आज मलूंगा

मछलM उHह? Uदखाऊंगा

सुHदर-सुHदर मीठ} मछलM

आज उHह? मN uखलाऊंगा।

मछलM राजा जी को uखलाकर,

परु ;कार मN पाऊंगा

पुर;कार म? मलेगा पैसा

मN अमीर बन जाऊंगा।

राजा से मN आज मलूंगा

मछलM उHह? .....।

(मछुआeरन उसे इतना खश


ु दे खकर आ)चय- म! पड़ जाती है ।वह एक बार मछुआरे के आगे

जाती है ,[फर पीछे ।वह उसका हाथ [फर पकड़ कर नचाने क5 कोशश करता है ,मछुआeरन उसे

रोककर पछ
ू ती है ।)

मछुआeरन-- अरे Kया बात है ? आज तम


ु बहुत खश
ु नजर आ रहे हो ? कहMं कोई खजाना

मल गया है Kया ?

मछुआरा—(ख़श
ु ी से) खजाना मला नहMं है , बि:क मलने वाला है ।

मछुआeरन-- (उwसक
ु ता भरे वर$ म! ) सची म? ? कहां मल रहा है खजाना....? कहां है .... मुझे

भी तो कुछ बताओ ? (दौड़ कर उसके हाथ से लेकर मछलयां दे खती है ।)

मछुआeरन-- (मछलयां दे खकर ग


ु से से) ये मछलयां हN +क खजाना ? तS
ु ह? तो बस हर चीज

म? बस खजाना हM Uदखायी पड़ता है ।


43

मछुआरा-- अरM भागवान, इHहMं मछलय से हM मुझे खजाना मलेगा....।

मछुआeरन-- जाओ, बेवकूफ +कसी और को बनाओ। मुझे अपना काम करने दो।

मछुआरा-- मN सच कह रहा हूं। मुझे इHहMं मछलय से खजाना मलेगा।

मछुआeरन-- भला कैसे मलेगा खजाना ? जरा मN भी तो सन


ु ूं।

मछुआरा-- दे खो, हमारे राजा को अकाल और सख


ू े के कारण खाने के लए मछलयां नहMं

मल पा रहM हN।वह मछलM के jबना खाना नहMं खाता।इसीलए उसने आज हM यह

घोषणा करवाई है +क यUद कोई उसे मछलयां लाकर दे गा तो राजा उस lयिKत को

खब
ू पुर;कार दे गा।आज संयोग से मुझे एक तालाब म? ये कुछ `वदे शी मछलयां

मल गयी हN।मN इHह? राजा को दे कर खब


ू इनाम पाऊंगा।+फर हमारे सारे कaट दरू

हो जाएंगे।

मछुआeरन—(ख़श
ु ी से चीख कर) अर ----भैया तो +फर दे र Kय कर रहे हो ?ज:दM इसे महाराज

के पास ले जाओ और पुर;कार पाओ।(कुछ सोचकर)और हां,एक बात तो सन


ु ो।

जरा वह गीत मुझे भी बता दे ता+क,तS


ु हारे वापस आने तक मN भी वह गीत गाती

रहूं।

मछुआरा-- लो सन
ु ो वह गीत।

(मछुआरा गाता है )

राजा से मN आज मलूंगा,

मछलM उHह? Uदखाऊंगा

सुHदर-सुHदर मीठ} मछलM

आज उHह? मN uखलाऊंगा।

( गाते गाते वह नाचने लगता है ।साथ म! मछुआeरन भी नाचती है ।)

मछलM राजा जी को uखलाकर

परु ;कार मN पाऊंगा


44

पुर;कार म? मलेगा पैसा

मN अमीर बन जाऊंगा।

(मछुआरे के साथ मछुआeरन भी गाने लगती है ओर नाचती है ।)

मछुआ--मछुआeरन-- (एक साथ नाचते हुए)

राजा से मN आज मलंग
ू ा,

मछलM उसे uखलाऊंगा...।

(दोन$ परू ा गीत गाते हY ओर नाचते हY।)

(U)य-4)

( राजा के महल का (वेश वार।पहरे दार ,सै`नक टहल रहे हY।मछुआरा एक टोकरD म! मछलयां

ले कर गाता हुआ आता है ।)

मछुआरा-- (गाता हुआ)

राजा से मN आज मलंग
ू ा

मछलM उHह? Uदखाऊंगा

सुHदर-सुHदर मीठ} मछलM

आज उHह? मN uखलाऊंगा।

(पहरे दार उसे रोकता है और पछ


ू ता है ।)

पहरे दार—ऐ मछुआरे ,तू jबना मुझसे पूछे कैसे चला जा रहा है ?जानता नहMं +क यह महाराजा

का राज महल है ?

मछुआरा-- हा भइया हां मN जानता हूं +क यह महल महाराजा का है ।मN महाराज से हM मलने

जा रहा हूं।

पहरे दार-- चल-चल बड़ा आया है राजा से मलने,चल भाग यहां से ।

मछुआरा-- (खश
ु ामद भरे शsद$ म! ) सु>नए पहरे दार जी, मN बहुत दरू से आया हूं।मुझे महाराज से

बहुत जDरM काम है ।


45

पहरे दार-- (मछुआरे को डांट कर) मNने कहा न, तू भाग जा यहां से।तेरे जैसे फटMचर से मलने

का समय महाराज के पास नहMं है ।

मछुआरा-- भइया, मN महाराज के लए बहुत अछ} सी मछलयां लेकर आया हूं।

(पहरे दार मछलय$ का नाम सन


ु ते हD उसके पास आ जाता है ।)

पहरे दार-- मछलयां...? कहां हN मछलयां मN भी तो दे खंू ?

(मछुआरा टोकरD खोल कर उसे ^दखाता है ।)

पहरे दार-- अरे वाह,ताजी लगती हN।

मछुआरा-- हां भैया हाँ एकदम ताजी हM हN।आज सबेरे हM तो पकड़ा है मNने इHह? इसीलए ये

ताजी तो हN हM और बहुत ;वाUदaट भी हगी।इसीलए तो मN इHह? महाराज को दे ने आया

हूं।

पहरे दार-- (मन म! सोचते हुए) अछा तो यह मछुआरा राजा को मछलयां दे कर ढे र सारा

पुर;कार पाना चाहता है ।(मछुआरे से)सन


ु ो भाई ये मछलयां तम
ु मुझ हM दे दो।मN इHह?

महाराज के पास पहुंचा दं ग


ू ा।

मछुआरा-- (मछलय$ क5 टोकरD `छपाता हुआ) नहMं-नहMं इHह? मN खद


ु हM महाराज को दं ग
ू ा।

आuखर मN इतनी दरू से इHह? ले कर आया हूं jबना महाराज से मले कैसे चला जाऊंगा?

पहरे दार-- (कुछ सोचकर)अछा ठ}क है ।मN तS


ु ह? महाराज के पास एक शत पर हM जाने दं ग
ू ा।

मछुआरा-- बोलो भाई कौन सी शत है तS


ु हारM ?

पहरे दार-- दे खो,मछलयां दे ने पर महाराज से जो भी परु ;कार तS


ु ह? मलेगा उसका आधा तम

मुझे लाकर दोगे।अगर मेरM यह शत तS


ु ह? मंजूर है तो अHदर जा सकते हो।नहM तो

यहां से दफा हो जाओ।

मछुआरा-- (कुछ दे र सोचकर) ठ}क है मुझे तS


ु हारM शत मंजूर है ।

पहरे दार-- अछा तो तम


ु अHदर जाओ।ले+कन याद रखना मुझे धोखा दे ने क1 कोशश मत

करना।
46

मछुआरा-- ठ}क है भाई....ठ}क है ।ले+कन तम


ु मुझे अपना नाम तो बता दो।नहMं तो तS
ु हारा

Uह;सा मN +कसे दं ग
ू ा ?

पहरे दार--(अकड़कर) मेरा नाम है (अपनी मूंछ! ऐंठता है) ‘काना बैल’।भूलना नहMं....हां....काना

बैल।

(मछुआरा मछलयां ले कर म
ु कराता हुआ अदर जाता है ।)

(U)य-5)

(राजा का दरबार।बढ़
ू ा राजा संहासन पर बैठा है ।चार$ तरफ उसके मंHी और दरबारD

अपने थान पर बैठे हY। उसी समय मछुआरा मछलयां लेकर आता है ।)

मछुआरा-- महाराज क1 जै हो।

राजा-- कहो यव
ु क ,तS
ु हे Kया कaट है ? मेरे दरबार म? +कसक1 फbरयाद लेकर आए हो ?

मछुआरा-- महाराज, न मुझे कोई कaट है और न हM मN +कसी क1 फbरयाद ले कर आया हूं।

राजा-- (तेज वर$ म! ग


ु से से) तो +फर तS
ु हारM यहां आने क1 UहSमत कैसे हुई ? Kया तम

जानते नहMं +क मेरा समय +कतना क1मती है ?

मछुआरा-- (कांपते हुए) हुजूर गु;ताखी माफ हो! मN आपके लए मछलयां ले कर आया हूं।

(राजा अपनी जगह से उछलता है मछुआरे क5 तरफ बढ़ने क5 कोशश करता है और

उसी कोशश म! लड़खड़ा कर Gगरने लगता है ।मंHी उसे सlहालता है ।)

मंHी-- धीरज रख? महराज....धीरज रख? ।

राजा—(बहुत `नरDह वर$ म! ) कैसे रखूं धीरज मंी जी....((सनता भरे वर$ म! ) मछलयां

.......अरे वाह!(मंHी से)अरे मंी जी, दे खो यह वीर यव


ु क मछलयां लेकर आया है ।

(यव
ु क से) युवक, तम
ु कहां से मछलयां ले कर आए हो ? लाओ जरा ज:दM लाओ ---

अब मझ
ु से jबलकुल भी नहMं रहा जा रहा जरा मN भी तो दे खंू कौन सी मछलयाँ लाये

हो तम
ु ?

मछुआरा-- (हाथ जोड़ कर) महाराज, मN दरू गांव का रहने वाला एक गरMब मछुआरा हूं दरू दे श
47

क1 ^यारM, ताजी मछलM आपके लए हM लाया हूं।

(मछुआरा मछलयां ले जाकर राजा को ^दखलाता है ।राजा उसे सूंघता है ।)

राजा-- (मंHी से) वाह,+कतनी ^यारM खश


ु बू है ?(टोकरD मंHी को पकड़ाकर) मंी जी इस वीर

पुDष को ढ़े र सारा पुर;कार दो।बोलो युवक, तS
ु ह? Kया पुर;कार Uदया जाय ?हाथी,घोडे,

धन,जो भी चाहो मांग लो।मN आज तम


ु से बहुत खश
ु हूँ।

मछुआरा-- नहMं महाराज, मुझे पुर;कार म? धन नहMं चाUहए।

राजा-- (आ)चय- से) बोलो-बोलो, +फर तS


ु ह? Kया Uदया जाए ?

मछुआरा—(सोचते हुए) महाराज, मुझे पुर;कार म? एक हजार कोड़े मारने का आदे श द? ।

(सभी मंHी एवं दरबारD राजा के साथ हं सते हY।)

मंHी-- अरे भाई, यह तो सजा हुई। तम


ु यह सजा Kय चाहते हो ? कोई और पुर;कार मांगो।

महाराज तम
ु पर XसHन हN।

मछुआरा-- नहMं महाराज, मुझे यहM पुर;कार चाUहए।

राजा-- अछा ठ}क है ।यUद इसक1 यहM इछा है तो इसे यहM पुर;कार Uदया जाय।इसे धीरे -

धीरे एक हजार कोड़े मारे जायं।

(राजा क5 आ…ा पाकर एक सपाहD मछुआरे को कोड़े मारना शc


ु करता है ।500 क5 Gगनती परू D

होते हD मछुआरा खड़ा हो जाता है ।)

राजा—(हं स कर) Kय भाई, अभी तो तS


ु हारे 500 कोड़े और बाक1 हN।

मछुआरा-- नहMं महाराज, मN अपने Uह;से के कोड़े खा चक


ु ा।बाक1 कोड़े दस
ू रे lयिKत को िजसे

मN कहूंगा उसे लगाए जाएं।

(राजा मंHी दरबारD सभी आ)चय- से उसे दे खते हY)

राजा—(उलझन भरे वर म! )तS


ु हारM बात कुछ समझ म? नहMं आ रहM है युवक। साफ-साफ कहो

Kया चाहते हो ?

मछुआरा-- महाराज, आपके महल के म‘


ु य ’वार पर >नयK
ु त पहरे दार ने मझ
ु े मछलM लेकर
48

आपके पास इस शत पर आने Uदया था +क पुर;कार म? Xा^त धन म? से आधा मN उसे दे

दं ग
ू ा।इसलए पुर;कार क1 आधी राश अथात ् 500 कोड़े उस पहरे दार को लगाए जाएं।

राजा-- (†ोध म! ) कौन है वह पहरे दार! उसका नाम बताओ ?

मछुआरा-- महाराज, उसने अपना नाम ‘‘काना बैल” बताया है ।

राजा-- (मंHी से) मंी जी, ‘‘काने बैल” को फौरन दरबार म? हािजर करवाकर आप उसे दो हजार

कोड़े लगवाइए और उसे महल से धKके दे कर बाहर >नकलवा दMिजए।ता+क भ`वaय म?

+फर कभी वह bरRवत लेने क1 UहSमत न करे । और हां इस वीर यव


ु क को एक हजार सोने

क1 मह
ु र? दे कर इसे सSमान सUहत इसके घर पहुंचवा दMिजए।

( मंHी सपा^हय$ को काने बैल को लाने क5 आ…ा दे कर मछुआरे को साथ लेकर खजाने क5

तरफ चले जाते हY।)

(U)य-6)

((ारिlभक संगीत के साथ मंच पर एक तरफ से नट और दस


ू रD तरफ से नटD नाचते गाते हुए

आते हY।)

नट—(गाता है ) लालच कभी न करना बचो

bरRवत कभी +कसी से न लेना।

नटD—(गाती है ) लालच कभी न करना बचो

bरRवत कभी +कसी से न लेना।

नट—(गाता है ) वरना कभी न बढ़ोगे आगे

जीवन भर पछताओगे.....।

नटD—(गाती है ) वरना कभी न बढ़ोगे आगे

जीवन भर पछताओगे.....।

नट नटD-(साथ म! गाते हY)- काने बैल ने जैसा खाया

तम
ु भी कोड़े खाओगे,।
49

लालच कभी न करना बचो,

bरRवत कभी न +कसी से लेना।

( दोन$ नाचते हुए मंच पर से जाते हY।संगीत धीरे धीरे धीमा होता जायेगा इसी के

साथ U)य यहDं फेड आउट होता है ।)

०००००००००००
50

नया तमाशा नयी कहानी

पाH:

गोल-ू -12 वष-

छोटू--12 वष-

शीला--12 वष-

शंकर--12 वष- (मंद बु 6 ब+चा)

गrु ड़या--10 वष- (मंद बु 6 ब+ची)

गनेसी--20 वषˆय मंद बु 6 यव


ु क

नहकऊ--50 वष-,गनेसी का पता

पाव-ती--40 वष- गनेसी क5 मां

श‰Eका-1

श‰Eका-2

श‰Eका-3

अ0यापक-1

रानी परD

सहे लD-एक

सहे लD-दो

कुछ %ामीण एवम कुछ ब+चे।

(U)य-1)

((ारं भक संगीत के साथ मंच पर धीरे धीरे (काश होता है ।गांव का

U)य।एक दो क+चे मकान$,झोपrड़य$ के कट आउ7स।एक दो पेड़।नाटक के सभी पाH

अपने चeरH क5 हD वेश-भष


ू ा म! मंच के दोन$ ओर से कतार ब6 हो कर आते हY।मंच
51

के बीच म! तालयां बजा बजा कर नाचते हY।उहDं म! से एक लड़का गोलू आगे बढ़

कर गाता है ।)

गोल:ू (गाता है ) धम
ू धड़ाका धम
ू धड़ाका

Kय करते हो धम
ू धड़ाका

jबजलM कोई है -गरने वालM

या +फ़र बादल क1 शैतानी।

(गrु ड़या आगे बढ़ कर मंच के दस


ू रे छोर पर पहुंचती है ।दश-क$ से मख
ु ा`तब होती है ।)

गrु ड़या :(गाती है ) धम


ू धड़ाका धम
ू धड़ाका

Kय करते हो धम
ू धड़ाका

खौल रहा नUदय का पानी

जंगल म? तूफ़ान मचा Kय।

(ब+च$ के बीच से छोटू और शीला आगे आते हY और मंच के बीच आकर गाते हY।)

छोटू :(गाता है ) धम
ू धड़ाका धम
ू धड़ाका

हम सब करते धम
ू धड़ाका

ना jबजलM कोई -गरने वालM

ना ये बादल क1 शैतानी।

शीला :(गाती है ) आज मंच भी सजा हुआ है

हाल खचाखच भरा हुआ है

Kय ना सब मल नाच? गाय?

रच द? कोई नई कहानी।

(नाटक के बाक5 पाH भी आगे आते हY।सब एक दस


ू रे का हाथ पकड़ कर नाचते हY।

गाते हY।)

गोलू गrु ड़या : धम


ू धड़ाका धम
ू धड़ाका
52

हम सब करते धम
ू धड़ाका

कोरस : ना jबजलM कोई -गरने वालM

ना ये बादल क1 शैतानी।

छोटू शीला : आज मंच भी सजा हुआ है

हाल खचाखच भरा हुआ है

कोरस : Kय ना सब मल नाच? गाय?

रच द? कोई नई कहानी।

(संगीत क5 ग`त बढ़ती जाती है ।इसी के साथ सभी ब+चे मंच पर तेजी से नाचते

हY।गाते हY।संगीत के साथ हD धीरे धीरे U)य फ़ेड आउट होता है ।)

(U)य-2)

(गांव क5 हD एक गलDनम
ु ा पतलD सड़क।दोन$ तरफ़ एक दो छोटे घर।सड़क पर इधर

उधर परे शान सा भागता गनेसी।गनेसी के पीछे पीछे गोलू छोटू के साथ दो चार ब+चे

और भाग रहे हY।गनेसी बीच बीच म! घर$ के दरवाजे भी पीटता जा रहा।)

गनेसी : अरे भागो—भागो रे भैया—हाला डोला हो रहा---भूपSप आने वाला है —भागो

…>नकलो घरवा से----।

एक लड़का : अबे भूपSप नहMं भूकSप—

गनेसी : भूपSप तो कह रहे …।

लड़का : +फ़र भूपSप बोला—बोल भू कSप---भूकSप।

गनेसी : (ग
ु से म! ) तू Eयादा जाHता है +क मN?

दस
ू रा लड़का :अबे हम लोग जादा जानते हN।

पहला लड़का : हम पढ़ते हN—इ;कूल जाते हN +क नहMं?

गनेसी :(हाथ नचाकर मुंह xबचकाते हुये) हुंह इसकूल जाते हN।सब मालम
ू है तS
ु हारे

इसकूल म? Kया पढ़ाई होती है …।


53

लड़का :(एक) का पढ़ाते हN---हम? भी बताओ जरा---।

(गनेसी गलD के बीच म! माटर जी क5 तरह खड़ा हो जाता है ।ब+चे उसक5 ओर दे खते

हY।)

गनेसी : ए फ़ाल ए^पल।

बी फ़ाल बगीचे का ए^पल।

सी फ़ाल चाट लो ए^पल।

डी फ़ाल दमादम ए^पल।

ई फ़ाल एक खाओ ए^पल।

एफ़ फ़ाल---एफ़ फ़ाल----।

लड़का एक : (Gचढ़ाकर) एफ़ फ़ाल +फ़ल ले लो ए^पल।

(गनेसी उसे मारने दौड़ाता है ।सामने से आ रहे नहकऊ से टकरा कर Gगर जाता है ।

नहकऊ उसे उठाता है ।)

नहकऊ : (ब+च$ से) अरे Kय परे शान कर रहे बेचारे को—जा भाग जा गनेसी।

(गनेसी वहां से जाने लगता है ।इसी बीच एक लड़का उसे पीछे से GचकोटD काटता

है ।पछ
ू ता है ।)

लड़का : ए गनेसी—ए गनेसी—ए फ़ाल ए^पल तो बी फ़ाल—।

(गनेसी उसक5 तरफ़ मड़


ु कर दे खता है ।[फ़र बहुत झटके से अपना हाथ नचा कर उसे

^दखाता है ।)

गनेसी : बी फ़ाल ---बाबा जी का थ:


ु लू----।

(सब ब+च$ के साथ नहकऊ भी हं सता है ।गनेसी तेजी से एक तरफ़ भागता है ।)

(U)य फ़ेड आउट)

(U)य—3)
54

(गनेसी के घर का बराlदा।नहकऊ एक नया पीढ़ा बना रहा है ।पास म! हD गनेसी

बसेहटD ख^टया पर पालथी मार कर बैठा मोटर चलाने का अभनय कर रहा है ।उसके

हाथ म! [कसी छोटD साइ[कल का टायर है ।वह उसी को टे यeरंग क5 तरह इधर उधर

घम
ु ा रहा है साथ हD मुंह से तरह तरह क5 आवाज! भी `नकाल रहा है ।)

गनेसी :(टायर को टे यeरंग क5 तरह घम


ु ाते हुए) घ:
ु ल—घ:
ु ल—प—प—पीं—पींप—

हतो भाई हतो—मेलM मोतल चल पड़ी—हiत जाओ बापू सामने छे हट जाओ ---

पीं—पींप---।

(गनेसी क5 मां पाव-ती का (वेश।पाव-ती के एक हाथ म! एक थैला है ।दस


ू रे म! गwते का

एक छोटा rडsबा।)

पाव-ती : (गनेसी से) ले बेटा गनेसी—ये थैला जरा भीतर रख आ---और इस .डŒबे म?

कुछ है खा ले।–सुबह से भूखा होगा मेरा---लाल।

(गनेसी के पास जाकर आंचल से उसका मुंह प$छती है ।गनेसी उसी तरहा टायर

घम
ु ाता रहता है।जैसे उसने सन
ु ा हD न हो।)

गनेसी : पीं—पींप—हटो अSमा—हEजाओ—मेलM मोटल आ ररररहM है ---दे खो अSमा

हम ल को ररर बोल Uदये---पीं पींप---।

पाव-ती : अरे बेटवा---पUहले कुछ खाई ले +फ़र चलाना मोटर।

गनेसी :(टायर घम
ु ाते हुए) मथाई लाई हो का अSमा?

पाव-ती : मठाई नहMं तो बाबा जी का ठु:लू लाए हN।अरे सबेरे से एक बोरा गेहूं साफ़

+कया तो ठकुराइन ने चार ठो बासी पड़


ू ी औ सŒजी दM है ।ले बइठ के खाई ले।

(गनेसी टायर छोड़ कर बहुत जोर से तालD पीटता है और हं सता है )

गनेसी : हा –हा—हा—हा—बाबा जी का थु:ल।ू लाओ अSमा दे ख? कैसा होता है बाबा

जी का थ:
ु लू ? मीठा होता है का--?
55

(पाव-ती उसके सामने दŠती का rडsबा रख कर माथा पकड़ कर बैठ जाती है ।नहकऊ

अपने काम म! लगा रहता है ।गनेसी rडsबा लेकर नहकऊ के सामने जाता है ।)

गनेसी :(नहकऊ से)बापू बापू लो तम


ु भी खा लो अSमा बाबा जी का थ:
ु लू लाई हN।

(नहकऊ बोलता नहDं अपने काम म! लगा रहता है ।)

गनेसी : बाप,ू कभी खाए हो बाबा जी का थ:


ु लू ?

(नहकऊ ग
ु से म! एक बार गनेसी क5 तरफ़ दे खता है [फ़र उसे कस कर एक

झापड़ मारता है ।गनेसी हत(भ हो जाता है ।)

नहकऊ : भाग साले इहां से—पागल कहMं का—काम नहMं करने दे रहा।सबेरे से घुmर

घm
ु र लगाए है ।इ;कुलवौ म? बैठते नहMं बनता—जा भाग।

(गनेसी हZका बZका हो कर नहकऊ को कcणा भरD `नगाह$ से दे खता है ।[फ़र पrू ड़य$

का rडsबा नहकऊ क5 तरफ़ फ़!क कर हं सता हुआ तेजी से बाहर क5 ओर भागता है ।)

गनेसी : हा—हा—हा—बाबा जी का थु:लू---थ:


ु लू---।

(पाव-ती उसे आवाज दे ती है )

पाव-ती : अरे mक जा बेटा—पड़


ू ी खा ले +फ़र जा---।

(गनेसी cकता नहDं तेजी से भाग जाता है ।)

पाव-ती : Kय मार Uदया jबचारे को ? पड़


ू ी तो खा लेने Uदये होते उसको----।

नहकऊ :(ग
ु से म! ) मार? न तो का पूजा कर? ?साला पागल—ढपग का पंडवा होइ

गया।इसक1 उमर के बचे काम धाम करके कमा रहे हN।ई ससरु ा सबेरे से

घरवै म? कोहराम मचाए रहता है ।मर भी नहMं जाता साला।

पाव-ती : (कcण वर$ म! )काहे कोस रहे हो jबचारे को-अब भगवान ने कम बु`‰ दे के

भेजा है तो ऊ का करै ? कहां से हो जाए और लड़कन क1 तरह—jबचारे को

पड़
ू ी भी नहMं खाए Uदये---।
56

(नहकऊ ग
ु से म! पीढ़ा हथौड़ी पटक कर बाहर क5 तरफ़ `नकल जाता है ।कcण

संगीत।U)य यहDं समाqत होता है ।)

(U)य—4)

(कूल के बराlदे का U)य।10-15 ब+चे कतारब6 बैठे दोपहर का खाना परोसे जाने

का इतजार कर रहे ।उनसे थोड़ा हटकर गनेसी,गrु ड़या और शंकर बैठे हY।सभी के

सामने छोटD-छोटD थालयां,qलेट! हY।एक तरफ़ से आया एक बाMटD और कMछुल लेकर

आती है ।वह एक-एक कर सभी ब+च$ क5 थालD म! oखचड़ी परोसती जाती है ।एक दो

अ0यापक अ0यापकाएं घम
ू घम
ू कर ब+च$ को खाना परोसा जाता दे ख रहे हY।कुछ

ब+चे जMदD जMदD oखचड़ी खाना शv


ु कर दे ते हY।)

एक अ0यापका : अरे तम
ु लोग से थोड़ी दे र भी सबर नहMं हो रहा।सब बच को

uखचड़ी मल तो जाने दो।

लड़का एक : अरे दMदM भूख बड़ी जोर से लगी है ।

छोटू : अरे दMदM ई बड़ा पेटू है ।सबेरे घर से भी भकोस कर आता है ।

(लड़का एक छोटू को घरू कर दे खता है ।सारे ब+चे हं सने लगते हY,अ0यापका पीछे घम

कर उह! घरू ती हY।सब ब+चे शात हो जाते हY।ब+चे खाना शv


ु करते हY।इसी बीच एक

ब+चा जोर से GचMलाता है ।लड़का खड़ा होकर अपनी जगह उछलता है ।उसके हाथ म!

एक मरा हुआ का†ोच है ।)

लड़का : (GचMलाकर) अरे दे खो—दे खो—ये दे खो—uखचड़ी म? मरा हुआ काोच >नकला

है ।mक जाओ सब।

(कई ब+चे खाना छोड़ कर उठ जाते हY।टDचस- उह! बैठाने क5 कोशश करते हY।)

एक अ0यापका :सब अपनी जगह बैठ जाओ—बैठ जाओ।मN दे खती हूं Kया मामला

है ?

(का†ोच लये हुये लड़का भाग कर टDचर के पास आता है ।)


57

लड़का : मामला Kया दे खना दMदM ये दे uखये सामने है आपके सारा मामला uखचड़ी म?

मरा हुआ काोच >नकला है ।

(कूल के बराlदे म! अफ़रा तफ़रD का माहौल हो जाता है ।कुछ ब+चे लड़के क5 तरफ़

भाग रहे हY।कुछ अपनी qलेट! लेकर इधर उधर भाग रहे हY।टDचर ब+च$ को बैठाने क5

कोशश कर रहD।लड़का हाथ म! मरा हुआ का†ोच लये इधर उधर भाग रहा।बैक

%ाउड म! “चलो कूल चल! हम—चल! कूल चल! हम---” गीत बजता रहता है ।

अचानक भीड़ के बीच से गनेसी (कट होता है ।)

गनेसी :अर कहां >नकला काकलोच---+कसक1 थालM म? ।

एक अ0यापका :(डांटकर) अरे चप


ु कर शैतान कहMं का। कहMं नहMं है काोच।(बड़बड़ाती

है )पता नहMं कहां से इन पागल को ;कूल भेज दे ते हN लोग।ऊपर से सब

कहते हN +क इन बच को बाक1 बच के साथ साथ बैठाओ।हूंह अरे कम

बु`‰ वाले बचे हN +कसी का कुछ नुकसान कर Uदया तो?अपने घर पे

बैठाओ।डाKटर ने कहा है ;कूल भेजो---।

पहला लड़का : (हाथ का का†ोच ^दखाकर) ये Kया है दMदM—ये दे uखये Kया है ?

दस
ू रD टDचर : अरे बेवकूफ़ वो बड़ी इलायची का >छलका है ।लाओ इधर दो मुझ।े

(दस
ू रD टDचर पहले लड़के के हाथ से का†ोच छ~नने क5 कोशश करती है ।लड़का पीछे

हटता है ।टDचर उसके पास जाने क5 कोशश करती है ।इस बीच गनेसी तेजी से आगे

बढ़ कर झपटकर लड़के के हाथ से का†ोच छ~न लेता है ।और एक तरफ़ भागता

है ।पीछे पीछे दोन$ टDचस- भागती हY।)

गनेसी : (पीछे घम
ू कर)अरे मा;टरनी दMदM ये तो काKलोच हM है ---चल? जला हम गांव

वाल को भी तो Uदखाएं का uखलाय लहे हो बच को—

(गनेसी भागता है )

टDचर एक : अरे गनेसी mक जा ---ओ पगले—।


58

टDचर दो : mक जा तुझे हम टाफ़1 द? गे-----बच के साथ jबठाएंगे।

(गनेसी तेजी से भागता है ।टDचर उसके पीछे ।बाक5 ब+चे तमाशबीन बने रहते हY।बैक

%ाऊड म! संगीत बजता रहता है —“चलो कूल चल! हम---चलो कूल चल! हम॥”

(U)य पeरवत-न)

(U)य-5)

(गांव का U)य।गलD का एक चबत


ू रा।गलD म! लोग आते जाते ^दखाई दे रहे हY।गनेसी

भागता हुआ आता है ।उसके साथ कुछ और भी ब+चे।गनेसी के हाथ म! मरा हुआ

का†ोच लटका है ।वह [कसी तरह से उछल कर चबत


ू रे पर चढ़ जाता है ।उसके साथ के

ब+चे भी चढ़ जाते हY।गांव के कुछ लोग तमाशबीन बन कर खड़े हो जाते हY।)

गनेसी : (का†ोच वाला हाथ ऊपर उठा कर) सन


ु ो गांव वाल---दे खो –सन
ु ो--हम तS
ु ह?

एक थो नयी बात बताने जाए रहे हN।

(गनेसी हाथ म! लटका का†ोच ^हलाने लगता है ।सब दे खते हY।गनेसी भी गद- न

घम
ु ा कर एक बार बाएं से [फ़र दाएं से का†ोच दे खता है ।म
ु कुराता है ।)

गनेसी : दे खो---दे खो—"यान से दे खो---मN तS


ु ह? एक नयी बात बताने जा लहा।

%ामीण एक : अरे अब बताएगा भी या ऐसहMं नौटं क1 करे गा।

गनेसी : बताता हूं—बताता हूं---छुनो तो।दे खो ये मला हुआ काKलोच।

%ामीण दो : अरे वो तो हम? भी Uदख रहा—चल आगे बोल।

छोटू : सबर करो कKका—बता तो bरया है बेचारा।

%ामीण : चल बता दे ज:दM से---हम? और भी काम >नपटाने हN।

गनेसी : तो सन
ु ो भाइय---तम
ु छोचोगे +क ये काKलोच आया कहां से?तो मN बताता

हूं---ये काKलोच हम? आज इ;कूल म? uखचड़ी के साथ पर•सा गया है ।

%ामीण एक : Kया बकवास कर रहा त?


%ामीण दो :अरे पागल हN साले---कहMं से पा गये हगे मरा हुआ काोच उहै Uदखाय
59

रहे हN।

%ामीण एक : हां इन बेवकूफ़ का Kया भरोसा---न घर पे चैन से रहते हN—न इ;कूल

म? चैन से बैठ?गे।पता नहMं कौन साइत म? सब पैदा हुये हN।

%ामीण दो : नHहकऊ को दे खो गनेसया के चKकर म? केतना परे शान रहता है …।

छोटू : कKका हम सची बोल bरये हN।

एक लड़का : हां कKका आज इ;कूल क1 uखचड़ी म? >नकला है ई।कई लड़क को

उबकाई हो रहM है ।

%ामीण : अरे राम रे राम हम तो मजाक समझे थे।चलो भागो भैया इ;कूल।ई सारे

मा;टरवे हमारे बच को मार डाल?गे जहर माहुर uखयाय के।

%ामीण दो : चलो भैया अपने अपने बच का हाल ल?।

(कई %ामीण एक साथ मंच के दस


ू रD ओर भागते हY।उनके पीछे पीछे गनेसी,छोटू,शंकर

ू रे ब+चे भागते हY।बैक%ाउड म! “चलो कूल चल! हम------”गीत बजता रहता


और दस

है ।U)य पeरवत-न।)

(U)य—6)

(गांव के [कनारे का कोई खडहरनम


ु ा मकान।पास म! हD एक-दो छोटे बड़े पेड़।गांव के

कुछ ब+चे उसी खडहर के पास हD [†केट खेल रहे हY।कुछ ब+चे पेड़ के नीचे बैठ कर

गो^टय$ वाला खेल खेल रहे हY।एक तरफ़ से गनेसी,गrु ड़या तथा शंकर एक दस
ू रे का

हाथ पकड़े हुये आते हY।गrु ड़या के हाथ म! एक लालDपाप है िजसे एक बार गrु ड़या [फ़र

एक बार शंकर चस
ू रहा है ।गनेसी एक छोटा सा झन
ु झन
ु ा लेकर उसे बजा भी रहा है ।)

गनेसी :([†केट खेलने वाले ब+च$ से)ए ए गोलू छोटू हम? भी uखलाओ न अपने साथ।

गोलू : चलो भागो यहां से तम


ु लोग।

छोटू : कौन uखलाएगा इन पागल को अपने साथ ? +कसी को मार पीट Uदये तो ?

गrु ड़या :(समझाती है )भैया हम लोग भी तो तS


ु हारM हM तरह बचे हN।थोड़ी ब‰
ु ी कम है
60

बस।

शंकर : आuखर हम? भी तो उसी भगवान ने बनाया है िजसने तS


ु ह? बनाया है +फ़र---।

गोलू : हम ई सब कुछ नहMं जानते हम तS


ु ह? साथ म? uखलाएंगे नहMं बस।

गनेसी : uखला लो गोलू भाई हम? भी तो आuखल छौक लगता है न खेलने के लये

हम कहां जाएं +कस के साथ खेल?।

गोलू : हम कुछ नहMं जानते---यहां नहMं खेलना तS


ु ह? ।जैसे इ;कूल म? मा;टर जी

+कनारे बैठाते हN तS
ु ह? वैसे अलग बैठ के खेलो---।

छोटू : गनेसी अगर तम


ु पागल न होते तो तS
ु हारM अSमा तम
ु को खट
ूं े म? काहे बांध

दे ती---जनावर क1 तरह।

गनेसी : अर भैया ऊ तो बचपन म? बांधती थीं।जब अSमा बापू काम पर जाते थे तो।

अब तो हम समझदाल हN अब कहां बांधती हN?

गोलू : अबे ओ गनेसया—अब जादा बकर बकर न कर—जाय के +कनारे बैठ के

हमारा खेल दे ख।

छोटू : खेल के ला;ट म? एक-एक बार ब:ला पक.ड़ के खेल लेना।

(गनेसी,गrु ड़या और शंकर धीरे -धीरे चलते हुये वहां से थोड़ी दरू पर एक पेड़ के नीचे

बैठ जाते हY।बाक5 ब+चे [फ़र से खेलने म! लग जाते हY।अचानक [†केट क5 बाल उछल

कर खडहर के टूटे दरवाजे से अदर चलD जाती है ।ब+च$ का खेल cक जाता है ।सारे

ब+चे खडहर के दरवाजे के पास खड़े हो जाते हY।)

गोलू : अब कैसे होगा खेल ?

एक लड़का : िजसने बाल मारM है वहM लाएगा जाकर।

छोटू : बाल मुझसे गयी है पर मN नहMं जाऊंगा उस झाड़ी झंखाड़ म? ।

गोलू : (ग
ु से म! )तू नहMं जाएगा बाल लाने तब कौन जाएगा तेरा बाप---?

छोटू :(गोलू का कालर पकड़कर)ए गोल-ू --बाप तक मत जा।बाल मझ


ु से गयी है मझ
ु से
61

बात कर।मां बाप तक पहुंचा तो अभी---।

(गोलू भी छोटू का कालर पकड़ता है ।उसे पीछे धZका दे ता है ।)

गोलू : बोल Kया कर लेगा मेरा तू बोल---?

(दोन$ एक दस
ू रे से उलझ जाते हY।सारे ब+चे वहां आ जाते हY।गनेसी,शंकर और गrु ड़या

भी।गनेसी आगे बढ़कर गोलू और छोटू को अलग करने क5 कोशश करता है ।इस बीच

गोलू उसे धZका दे ता है ।गनेसी Gगर जाता है ।[फ़र उठ कर उह! समझाता है ।)

गनेसी : अर भैया झगला मत कलो तम


ु लोग---मN जा कल लाता हूं तS
ु हालM बाल---।

गrु ड़या : ए गनेसी तू मत जा---वहां भूत रहता है।

गनेसी : अर छोलो---तम


ु लोग डलते होगे—मN नहMं डलता भत
ू ऊत से—।

(गोलू और छोटू अलग हो जाते हY।एक दस


ू रे को दे ख कर म
ु कराते हY।एक दस
ू रे को

आंख मारते हY।)

गोलू : अरे गु.ड़या अपना गनेसी तो बहुत बहादरु है ---पूरा ;पाइडर मैन—भूत इसका

Kया jबगाड़ेगा भला ? जा गनेसी जा तू ले आ बाल हम तुझे पूरा एक ओबर

uखलाएंगे +केट।

(गनेसी खडहर क5 तरफ़ आगे बढ़ता है ।सारे ब+चे उसके पीछे पीछे जाते हY।गनेसी

धीरे से खडहर के अदर घस


ु ता है ।बाक5 ब+चे वहDं cक जाते हY।)

गोलू : (तेज वर$ म! ) जरा ढं ग से ढूंढ़ना---हर कोने म? —।

गrु ड़या : (GचMलाकर) गनेसी भैया दे ख कर ----कहMं कोई क1ड़ा मकोड़ा न हो---।

गनेसी : अर भइया हम तो चालो ओल दे ख लहे हN पर कहMं तS


ु हालM ग? द Uदख हM

नहMं लहM------(जोर से GचMलाता है )—अर ---अर —वो सामने—

गrु ड़या : (GचMलाकर) Kया हुआ गनेसी--?

गनेसी : (अंदर से चीखकर) अर वो—भू भू भ-ू ---त-----।


62

(गनेसी डरा हुआ सा तेजी से बाहर `नकल कर “भत


ू —भत
ू ” GचMलाता हुआ भागता

है ।उसके पीछे सारे ब+चे भी भत


ू भत
ू GचMलाते हुए भाग जाते हY।)

(U)य पeरवत-न)

(U)य-7)

(गांव का हD U)य।मंच पर हMका (काश।मंच के एक तरफ़ से गनेसी,गrु ड़या,शंकर और

तीन चार अय मंद बु 6 ब+चे कतार ब6 होकर बहुत धीरे -धीरे आते हY।मंच के बीचो

बीच cक जाते हY।दश-क$ क5 तरफ़ मुंह करके उह! संबोGधत करते हY।)

गनेसी : (हाथ उठाकर दख


ु ी वर$ म! )

हम हN बड़े अभागे बचे

हम हN बड़े उपे‹Zत बचे

कुछ भी कह ल? आप सभी पर

आuखर हम भी आप के बचे।

+फ़र भला हमारM Kया है गलती

Kयूं मलती रोज हम? है uझड़क1।

गrु ड़या : (दश-क$ क5 तरफ़ झक


ु कर)

+फ़र भला हमारM Kया है गलती

Kयूं मलती रोज हम? है uझड़क1।

ब+चा तीन : घर पे मलती हम? उपेZा

;कूल भी दो;त नहMं Kयंू सचा

हम? -चढ़ाता Kयूं हर बचा

शZक कहते पगला बचा।

+फ़र भला हमारM Kया है गलती

Kयूं मलती रोज हम? है uझड़क1।


63

ब+चा चार : हम भी कभी थे ^यारे बचे

गोल मटोल बबओ


ु ं के जैसे

बढ़ता गया आकार हमारा

Uदखता गया `वकार हमारा।

+फ़र भला हमारM कहां थी गलती

Kयूं मलती रोज हम? है uझड़क1।

(परू े मंच पर अंधकार।केवल एक पाट लाइट मंच के बीच बैठे गनेसी के ऊपर

पड़ेगी।गनेसी मंच के बीच म! उकड़ूं बैठ कर दोन$ पांव$ के बीच अपना सर छुपा लेता

है ।बाक5 सारे ब+चे एक दस


ू रे का हाथ पकड़ कर उसके चार$ ओर घम
ू ते रहते हY।)

सारे ब+चे : (साम^ू हक वर म! )

आuखर हमने Kया क1 गलती

रोज हम? Kयूं मलती uझड़क1।

(ब+च$ के घम ू ने के साथ हD सारे ब+चे “आoखर


ू ने क5 ग`त तेज होती है ।तेजी से घम

हमने Zया--।” गाते रहते हY।बीच म! गनेसी और अGधक सकुड़ कर बैठता जाता

है ।गनेसी ससकता भी है।अत म! सारे ब+चे गनेसी के ऊपर झक


ु जाते हY।U)य यहDं

Œ5ज होकर फ़ेड आउट हो जाता है ।)

(U)य—8)

(गांव का U)य।मंच पर अंधकार।मंच पर एक पाट लाइट पड़ती है ।मंच के बीच

म! गनेसी उं कड़ू बैठा है ।उसने अपना सर दोन$ पांव$ के बीच `छपा रखा है ।गrु ड़या,शंकर

और एक दो अय ब+चे एक दस
ू रे को कस कर पकड़े हुये गनेसी के ऊपर झक
ु े हुये

िथर खड़े हY।बाक5 मंच पर अंधेरा।मंच के दस


ू रे छोर पर रोशनी पड़ती है ।रानी परD

अपनी दो सहे लय$ के साथ आती है ।रानी परD के हाथ म! एक सन


ु हरD छड़ी है ।)

रानी परD : अरे यां तो एकदम अंधेरा है ।


64

सहे लD एक : कोई Uदखाई भी नहMं पड़ रहा है ।

सहे लD दो : अरे कहां गये इस गांव के सारे बचे?

(सहे लD एक मंच पर बीच म! िथर बैठे गनेसी और उसके साGथय$ को उचक-उचक

कर दे खती है ।)

सहे लD एक : अरे रानी जी---उधर दे uखये—वो Kया Uदख रहा ?

सहे लD दो : लगता है कोई चzान उभरM है ।

(रानी परD भी उचक कर ब+च$ क5 तरफ़ दे खती है ।)

रानी परD : (ग


ु से म! )अरM मूख–—तS
ु हारM आंख? हN या बटन?वो तS
ु ह? चzान Uदख रहM

है ?

सहे लD दो : हां रानी जी—वो चzान हM तो है एक छोटM सी—।

रानी परD : (सहे लय$ के सर पर चपत लगाकर) बेवकूफ़—तम


ु दोन अपनी आंख का

इलाज कराओ +कसी अछे डाKटर से---वो बचे हN ---बचे।

सहे लD एक : (आगे बढ़ कर)अरे हां रानी परM ---आप सहM दे ख रहM हN---वो सच म?

बचे हM हN।

सहे लD दो : दे खो तो कैसा एक दस
ू रे से -चपके खड़े हN।इतनी गम म? भी उHह? जाड़ा

लग रहा Kया?

रानी परD : बेवकूफ़---जाड़ा नहMं लग रहा है ।लगता है बेचारे +कसी मुसीबत म? हN।

चलो चल कर दे खते हN।

(रानी परD अपनी दोन$ सहे लय$ के साथ तेजी से ब+च$ क5 तरफ़ जाती है ।उनके पास

खड़ी होकर दे खती है ।शंकर को छूती है ।)

रानी परD : अरे ये सब तो एकदम पiiथर क1 तरह खड़े हN।

सहे लD एक : कोई Uहल भी नहMं रहा।

(सहे लD दो गrु ड़या को झकझोरती है ।)


65

रानी परD : Kया हुआ बच तम


ु सब को ?कोई तकलMफ़ है Kया ?

(गrु ड़या धीरे से उन ब+च$ से अलग होकर खड़ी होती है ।शंकर और अय ब+चे भी

अलग अलग हो जाते हY।गनेसी वैसे हD बैठा रहता है ।)

रानी परD : (गrु ड़या का सर सहलाकर) Kया हो गया jबUटया रानी तS


ु ह? ? तम
ु लोग

ऐसे Kय बैठे हो अकेले ?

गrु ड़या : (रानी परD को कcणा भरD `नगाह$ से दे ख कर)

हम सब बड़े अभागे बचे

हम हN बड़े उपे‹Zत बचे।

(शंकर आगे बढ़कर रानी परD के सामने घट


ु न$ के बल बैठ कर अपने दोन$ हाथ ऊपर

उठाता है ।)

शंकर : मलती रोज हम? है uझड़क1

बंद है जीवन क1 हर uखड़क1।

(गनेसी भी धीरे से उठता है ।बहुत धीरे धीरे चलता हुआ पeरय$ के सामने आता है ।

पeरय$ के चार$ ओर घम
ू घम
ू कर उह! दे खता है ।[फ़र उहDं के सामने बैठ जाता है ।)

गनेसी : घर पे मां बापू क1 uझड़क1।

गrु ड़या : ;कूल म? मा;टर जी क1 uझड़क1।

शंकर : सारे दो;त Kयूं कहते पगले।

एक ब+चा : कोई मारे कोई डांटे।

गrु ड़या : पर घने अंधेरे से हM पहले।

गनेसी : कोई बात हमारM सन


ु ले।

(रानी परD सहे लय$ के साथ उनके और पास आ जाती है ।तीन$ के चेहर$ पर बहुत

पीड़ा दख
ु के भाव।)

रानी परD : (दख


ु से) अरे ऐसा तम
ु सब Kय कह रहे हो बच ? हम हN न तS
ु हारे
66

साथ।तम
ु सब तो बहुत ^यारे बचे हो।

सहे लD एक : +कतने सुHदर हो तम


ु ।

सहे लD दो : हम सभी के दल
ु ारे हो तम
ु ।

(गनेसी,शंकर,गrु ड़या और दोन$ अय ब+चे बहुत आ)चय- से उह! दे खते हY।रानी

परD पास जाकर एक एक कर उन सभी के सर सहलाती हY।गनेसी क5 आंख$ म! आंसू

आता है ।वह उसे प$छता है ।)

रानी परD : अरे बेटा तS


ु हारM आंख म? आंसू ?

गनेसी :(cं धे गले से) हमारे घर म? तो हमारे बापू ने आज तक हम? कभी बेटा कह कर

पक
ु ारा हM नहMं दMदM---।वो तो हमेशा हम? पगला कहते हN।

शंकर : सब हम? बैला कहते हN।

गrु ड़या : सब हम? Uदन रात कोसते हN।

एक ब+चा : हम? इ;कूल म? मा;टर जी सबसे अलग बैठाते हN।

दस
ू रा ब+चा : कोई बचा हम? अपने साथ uखलाते नहMं।

तीसरा ब+चा : कई लोग तो हमारे जैसे अपने बच को खंट


ू े से बांध कर रखते हN।

शंकर : आप हM बताएं हमारM Kया गलती है ?

गनेसी : जब भगवान ने हM हम? कम ब`ु ‰ दे कर भेजा हम भला Kया कर? ?

गrु ड़या : हम? सामाHय जीवन Kय नहMं jबताने Uदया जाता दMदM ?

रानी परD : ओह---ओह—ये सब मN Kया सन


ु रहM।

(रानी परD और सहे लय$ के चेहर$ पर दख


ु ।वो सभी ब+च$ को गले लगाती हY।)

रानी परD : हम बन?गे तS


ु हारे दो;त।

सहे लD एक : हम तS
ु ह? अपने साथ uखलाएंगे।

सारे ब+चे : (आ)चय- से) सच दMदM आप हमारे साथ खेल?गी ?

रानी परD : हां बच हां।


67

रानी परD : (सारे ब+च$ से)चलो सबसे पहले हम सभी एक दस


ू रे का नाम और पbरचय

तो जान ल?।मN परM लोक से आई हूं।मN वहां क1 रानी हूं।

सहे लD एक : मN भी रानी परM के साथ आई।इHहMं क1 सहे लM हूं।

सहे लD दो : मN भी इनक1 दस
ू रM सहे लM।

रानी परD : चलो अब तम


ु लोग अपना नाम बताओ।

(सभी ब+चे एक एक कर अपना नाम बताते हY)

गनेसी : मेला नाम गनेसी है ---मझ


ु े सब गनेसया कहते हN।

रानी परD : नहMं गनेसी अब से तS


ु ह? सब गनेसी कह? गे।कोई तS
ु हारा नाम नहMं

jबगाड़ेगा।मN समझा दं ग
ू ी सबको।

शंकर : मेरा नाम शंकर है ।

सहे लD एक : बहुत ^यारा नाम है तS


ु हारा तो…।

(आगे बढ़कर शंकर का सर सहलाती है ।)

गrु ड़या : दMदM मेरा नाम गु.ड़या है---पर सब मुझे गु.ड़या मु.ड़या जहर क1 पु.ड़या कह

कर -चढ़ाते हN।

रानी परD : बहुत सुHदर नाम तS


ु हारा तो---तम
ु तो गु.ड़या क1 तरह सुHदर भी हो।

ब+चा एक : मेरा नाम रामू है ।

ब+चा दो : मेरा नाम दMना है ।

रानी परD : (सभी ब+च$ से) बहुत ^यारे और सH


ु दर नाम हN भाई सभी के।मN गांव म?

सबको समझा दं ग
ू ी।अब आप लोग को कोई नहMं -चढ़ाएगा।चलो अब हम

आंख पर पzी बांध कर छूने वाला खेल खेल?गे।

(रानी परD अपनी आंख$ को कपड़े से बांध लेती है )

रानी परD : अब मN िजसे छू लूंगी पzी उसक1 आंख पर बंधेगी वो छुएगा सबको।
68

(सब ब+चे इधर उधर भागते हY।सहे लयां भी भागती हY।रानी परD गनेसी को छूती

है ।ब+चे शोर करते हY।रानी परD गनेसी क5 आंख पर पी बांध दे ती है ।वह सबको छूने

के लये भागता है ।ब+च$ का शोरगल


ु जारD।U)य पeरवत-न होता है।)

(U)य-9)

(शाम का समय।गनेसी के घर का बराlदा नहकऊ लकड़ी से कोई सामान बना रहा

है ।पास म! हD पाव-ती भी बैठ~ है ।)

नहकऊ : (आवाज दे ता है ) गनेसी ---ओ गनेसी---।

(कोई जवाब नहDं)

नहकऊ : ओ गनेसया---।(पाव-ती से)ई गनेसया कहां jबलाय गवा है ? एतनी दे र से

-च:लाय रहे हN सन
ु ता नहMं है ।

पाव-ती : अरे ऊ आजकल रोज शाम को शंकर,गु.ड़या,राम,ू दMना के साथ न जाने कहां

खेलने चला जाता है ।ऊ कह रहा था कोई परM दMदM आई हN ख…डहर के पास उन

सबका अपने साथ uखलाती हN।

(नहकऊ चŽक कर काम छोड़ दे ता है )

नहकऊ : Kया कहा ? ख…डहर के पास परM खेलने बुलाती है ? हे भगवान कहMं कोई

भूत Xेत तो नहMं ?

(शंकर के पता और मां का (वेश।साथ म! कूल क5 अ0यापका भी हY)

पाव-ती : अरे आप लोग इहां कैसे अचानक ?

अ0यापका : ये लोग बता रहे हN +क गनेसी,शंकर,ग.ु ड़या,राम,ू दMन—


ू सब शाम को कहMं

+कसी परM दMदM के साथ खेलने जाते हN।

नहकऊ : हां दMदM—हमार जी तो ई सन


ु ै के घबराय रहा है---पता नहMं कउन है ऊ—

बचन के कुछ कbर कराय न दे ।

अ0यापका : चलये सब लोग चल कर दे खते हN कौन है वो उससे हम >नपट ल? गे हम


69

सब।

(नहकऊ,पाव-ती,अ0यापका और अय %ामीण तेजी से मंच के दस


ू रD तरफ़

जाते हY।U)य पeरवत-न।)

(U)य-10)

(शाम का समय।गांव के बाहर का U)य।गनेसी।गrु ड़या,शंकर,रामू दDना—सब रानी परD

और उसक5 दोन$ सहे लय$ के साथ खेल रहे हY।ब+चे काफ़5 शोर भी कर रहे हY।खेलते

खेलते रानी परD ब+च$ को इशारा करती है ।सारे ब+चे मंच क5 दDवाल क5 तरफ़ मुंह

करके Œ5ज़ हो जाते हY।रानी परD और सहे लयां दश-क$ क5 तरफ़ मंह
ु कर लेती

हY।दश-क$ को सlबोGधत करती हY।)

रानी परD : (दश-क$ से) सन


ु ा—सन
ु ा आपने भी इन बच क1 बात? ।इनक1 फ़bरयाद।

सहे लD एक : जरा सो-चये Kया गुजरती होगी इनके मन पर जब इनके अपने हM इनके

साथ ऐसा lयवहार करते हगे।

सहे लD दो : आuखर इHह? भी सामाHय बच क1 तरह जीने का हक Kय नहMं है ?

(रानी परD मंच पर Œ5ज़ हुये गनेसी क5 तरफ़ जाकर उसका चेहरा दश-क$ क5 ओर

घम
ु ाती है ।)

रानी परD : दे uखये—दे uखये +कतना भोलापन है गनेसी के चेहरे पर ? इसके अंदर

कौन सी कमी है ?

सहे लD दो : (शंकर को दश-क$ क5 ओर घम


ु ा कर)यUद इHह? भी थोड़ा सा ^यार,थोड़ी सी

तारMफ़ मल जाए तो यहM बचे—सामाHय बच क1 तरह बन जाएंगे।

(मंच के एक तरफ़ से नहकऊ,पाव-ती, श‰Eका,अ0यापक,एक दो %ामीण और

अय सभी पाH आकर खड़े होकर रानी परD और उनक5 सहे लय$ क5 बात! सन
ु ते हY।)

नहकऊ : ठ}कै कUह रहM हो jबUटया--गलती हमारM है हमने हM इन बच को अलग

कर रखा है अपने से।


70

श‰Eका : और अब हम हM इस गलती को सध
ु ार? गे भी।

अ0यापक : हम सब मलकर इन ^यारे बच का जीवन बदल?गे।

श‰Eका : हम सब मलकर इन बच का जीवन ^यार और दल


ु ार से भर द? गे।

अ0यापक : हम इनके जीवन म? एक नयी रोशनी भर कर एक नयी कहानी रच? गे।

(रानी परD और सारे ब+च$ के चेहर$ पर खश


ु ी के भाव।)

नहकऊ :(थोड़ा संकोच और डर से)पर एक बात बताओ jबUटया।आप लोग हN कौन ?

पाव-ती : गनेसया कह रहा था----।

रानी परD : (पाव-ती क5 बात काट कर)गनेसया नहMं काक1—गनेसी---अब से आप म?

से कोई इन बच का नाम jबगाड़ कर नहMं बल


ु ाएगा।

नहकऊ : अछा jबUटया----गनेसी कह रहा था आप लोग रानी परM हN---दरू दे श से

आई हN।

(नहकऊ क5 बात सन
ु कर रानी परD और सहे लयां तालD पीट कर हं सती हY।तीन$

अपने चेहरे से ताज उतार दे ती हY।)

रानी परD : (हं सते हुए)काका हम लोग परM नहMं आप क1 हM तरह आदमी हN आइये छू

कर दे ख लMिजये हम? ।

(नहकऊ और पाव-ती डरते हुए उनके पास जाते हY।पाव-ती एक एक कर सभी को छूती

है नहकऊ भी छूता है ।)

पाव-ती : अरे ई तो सचै आदमी हN हम लोग बेकार डर गये।

नहकऊ : पर आप लोग हN कौन ?

रानी परD : अरे हम लोग शहर से आए हN। हम सब नाटक करने वाले हN।और ऐसे

बच को खश
ु रखने के लये गांव म? घम
ू घम
ू कर इनके साथ खेलते

हN।िजससे ये खब
ू खश
ु रह? ।

नहकऊ : अछा तो ई बात है jबUटया।


71

रानी परD : हां काका---अब तो नहMं कोई डर आपको ?

नहकऊ : नाहMं jबUटया…।

रानी परD : तो आइये आप सब भी इन बच के साथ ना-चये,गाइये और इनके

जीवन को खु शय से भर दMिजये।

(संगीत (ारlभ होता हY नाटक के सारे पाH कतारब6 होकर गोल घेरे म! नाचते

हY।सबसे आगे रानी परD,सहे लयां,उनके पीछे गनेसी,शंकर,गrु ड़या,गोल,ू छोटू और अय

ब+चे,सबसे पीछे नहकऊ एवं अय पाH।)

रानी परD : (गाती है ) आओ सब मल नाच? गाएं

मल कर रच द? नयी कहानी।

गrु ड़या : (दहु राती है ) आओ सब मल नाच? गाएं

मल कर रच द? नयी कहानी।

सहे लD एक: थोड़ा ^यार दल


ु ार इHह? द?

खु शयां कुछ उपहार इHह? द?

साथ साथ हो पढ़ना लखना

धींगा मRु ती खेल uखलौना

+फ़र सब मल कर नाच? गाएं

रच द? सब मल नयी कहानी।

कोरस: आओ सब मल नाच? गाएं

मल कर रच द? नयी कहानी।

रानी परD: इन बच के मन म? भी हN

ढे र बात? सुHदर सपने

पंख लगा इनके सपन को

उड़ने को द? खल
ु ा आकाश।
72

आओ सब मल नाच? गाएं

मल कर रच द? नयी कहानी।

कोरस: पंख लगा इनके सपन को

उड़ने को द? खल
ु ा आकाश

आओ सब मल नाच? गाएं

मल कर रच द? नयी कहानी।

(सभी गाते हY।साथ हD Gथरकते हY।धीरे धीरे संगीत के साथ हD U)य भी फ़ेड आउट

होता है ।)

0000
73

जैसी करनी वैसी भरनी

पाH:

नट

नटD

शेर

भेrड़या

^हरन

लोमड़ी

कुwता

घोड़ा

हाथी तथा कुछ अय जानवर।

(U)य-1)

(खालD मंच।बैक%ाउं ड म! [कसी घने जंगल के U)य क5 प! ^टंग।(ारिlभक संगीत।संगीत

क5 धन
ु पर नाचते हुए मंच के एक तरफ से नटD और दस
ू रD तरफ से नट आता

है ।नट के हाथ म! एक बड़ी सी लाठ~ भी है ।नट बीच बीच म! लाठ~ को इधर उधर

घम
ु ाता भी जा रहा है ।नटD तो बीच म! cक जाती है पर नट अभी भी अपनी लाठ~

नचाता हुआ इधर उधर घम


ू ता है ।)

नटD : (ग
ु से से) अरे ये Kया बेवकूफ क1 तरह इधर उधर लाठ} घम
ु ाए जा रहे हो ?

(नट अभी भी चौकना होकर वैसे हD लाठ~ घम


ु ाता रहता है )

नट : (लाठ~ घम
ु ाते हुए) अरे भागवान इतने घने जंगल म? लेकर आई हो मुझे कहMं

कोई जनावर आ गया तो ?

नटD : (माथे पर हाथ मारकर) हे भगवान मN ले आई तS


ु ह? ?
74

नट : और कौन लाया है ? तS
ु हMं तो सबेरे से कह रहM थी मN घम
ू ने जा रहM।मN

घम
ू ने जा रहM तो ----।

नटD : तो हमने तो नहMं कहा हमारे साथ आओ।

नट : अरे तो हम घर म? अकेले का करते हम भी चले आये पीछे पीछे ---अब हम?

Kया पता क1 तम
ु जंगल म? जाय रहM हो ?

नटD : तो अब आ गए हो तो भग
ु तो।चलो सन
ु ाओ बच को कोई कहानी वहानी ।

नट : अरे भगवान यहाँ जान सांसत म? है कहMं कोई शेर न आ जाये इस जंगल म? ?

और तS
ु ह? कहानी सन
ु ाने क1 पड़ी है ... ।

नटD : जंगल ? कहाँ Uदख रहा तS


ु ह? जंगल ?

नट : (मंच के पीछे क5 प! ^टंग क5 और इशारा करके) ऊ Kया Uदखाई दे रहा ?

नटD : (दश-क$ क5 और घम
ू कर) अब लMिजये सSहालए ---इतनी सुHदर प? Uटंग इस

मूरख को सचमुच क1 जंगल लग रहM ।(नट से) अरे बेवकूफ राम ऊ प? Uटंग है

िजससे तम
ु डरे जा रहे हो.. ।

(नट भाग कर जाता है और प! ^टंग छू कर दे खता है )

नट : (हं स कर) अरे हाँ रे मN तो फालतू डर गया –ई तो फोटू है जंगल क1।हम बेकार

हM डर रहे थे।

नटD : तो अब शुD कर? बच के लए कहानी ?

नट : हाँ हाँ चलो शD


ु +कया जाए।

(संगीत शv
ु होता है उसी के साथ नट नटD एक बार तेजी से नाचते हुए मंच का

चZकर लगाते हY।[फर दोन$ गाते हY।)

नट : (गाता है )

एक घना जंगल था बच

उसम? रहता था एक शेर,


75

सभी जन का राजा था वह,

करता Hयाय म? त>नक न दे र।

नटD : (गाती है )

उसी घने जंगल म? बच,

रहता था एक धत
ू भे.ड़या,

सभी भले काम म? गड़बड़

करता हरदम धत
ू भे.ड़या।

नट : (गाता है )

एक बार उस जंगल म? +फर

पड़ा बड़े जोर का अकाल,

सूख गये सब झरने नाले

मचा वहां +फर हाहाकार ।

नटD : (गाती है )

ज—
ु M सभा तब उस जंगल म?

सभी जानवर क1 तiकाल,

कहने लगे सभी जीव +फर

अपने-अपने Uदल का हाल ।

नट नटD : (एक साथ गाते हY)

कहने लगे सभी जीव +फर

अपने-अपने Uदल का हाल ।

(नट नटD नाचते हुए मंच पर से `नकल जाते हY।U)य पeरवत-न)


76

(U)य-2)

( जंगल कर U)य।एक घने पेड़ के नीचे सभी जानवर$ क5 सभा हो रहD है ।शेर थोड़ा

ऊंचे थान पर बैठा है ।बाक5 जानवर नीचे बैठे हY।शेर एक बार जोर से दहाड़कर (जा

को सlबोGधत करता है ।)

शेर : (जोर से दहाड़कर) इस जंगल के सभी जानवर और प‹Zय, आप जैसा दे ख रहे

हN इस समय चार ओर अकाल पड़ा हुआ है ।हमारे जंगल के सभी झरने, नाले,

तालाब, सूखते जा रहे हN।सभी लोग पानी के jबना परे शान हN।इस परे शानी से

बचने का Kया उपाय हो सकता है?आप सभी लोग एक-एक कर अपनी बात

कह? ।

(शेर [फर एक बार जोर से दहाड़ कर चार$ ओर दे खता है ।सभी जानवर$ क5

आपस म! कुछ बात करने लगते हY।इसी बीच एक चीता उठकर सामने आता है ।)

चीता : (शेर के सामने जा कर)

महाराज मN नHहा चीता

नहMं मुझे है कुछ भी ‡ान,

मेरM छोटM सी सलाह को

सन
ु ? लगा कर "यान।

(सारे जानवर खामोश हो जाते हY।चीता बोलता रहता है ।)

चीता : महाराज, यUद हम लोग मल कर पड़ोस के जंगल से पानी भर कर लाएं और

यहां के तालाब म? भर द? तो इस जंगल म? पानी क1 कमी नहMं रहे गी।

(चीते क5 बात सन
ु कर कुछ जानवर हं सने लगते हY।चीता उह! घरू कर दे खता

है और गरु ा-ता है।)

शेर : (दहाड़ कर) आप लोग शाHत रह? ।+कसी क1 बात का इस तरह मजाक उड़ाना

ठ}क नहMं।(चीता क5 तरफ घम


ू कर)नHह? चीता, तS
ु हारM बात ठ}क है ले+कन हम
77

कब तक पड़ोस के जंगल से पानी भर कर लाएंगे ?

(कुछ दे र तक परू D सभा म! शाित रहती है ।चीता अपनी जगह पर जा कर बैठ

जाता है ।)

शेर : (उठकर टहलते हुए दस


ू रे जानवर$ को सlबोGधत करके) आप सभी लोग चप

Kय हN ? कोई और उपाय बताएं।

(जानवर$ के बीच से एक बदर उठता है ओर शेर के सामने जा कर उसके सामने

सर झक
ु ाकर अभवादन करके कहता है ।)

बदर : (दोन$ हाथ जोड़ कर)

महाराज क1 जै हो!

मN हूं एक छोटा सा बHदर

नाम मेरा है म;त कलHदर,

खाता गाजर और चक
ु Hदर,

उछलूं कूदं ू डाल-डाल पर।

मN हूं एक छोटा सा बHदर।

(जमीन पर कलाबािजयां लगा कर)

महाराज अगर हम सभी लोग मलकर जंगल के बीच म? एक कुआं खोद ल? तो उससे

हमारM पानी क1 सम;या हमेशा के लए खiम हो जाएगी।झरन म? पानी सूख जाएगा

तो भी कुएं म? पानी रहे गा।

( अपनी बात परू D कर बदर हाथ जोड़ कर शेर के सामने खड़ा हो

जाता है ।कई जानवर एक साथ वाह-वाह कहने लगते हY।)

शेर : (सबको शात कराते हुए) वाह बHदर जी, आपक1 योजना तो बहुत अछ}

है ।कुआं खद
ु जाने से तो जंगल म? पानी क1 कभी कमी होगी हM नहM।

+फर इस अछे काम म? दे र नहMं करनी चाUहए।


78

बदर : (खश
ु ी से उछल कर) हम कल हM से यह काम शुD कर द? गे महाराज।

सभी जानवर : (एक साथ) और इस काम म? हम सभी बHदर क1 सहायता कर? गे।

(सभी जानवर वहां से उठ कर जाते हY।)

(U)य-3)

(जंगल के बीच का मैदान।सभी जानवर कुआं खोदने म! लगे हY।कुआं खोदने के साथ

वे एक गीत भी गाते जा रहे हY।बदर पहले गीत क5 पंिZतयां गाता है बाक5 सब उसे

दहु राते हY।)

बदर : (नाचते हुए)

आओ हम सब काम कर? ,

काम कर? भई काम कर? ।

सभी जानवर : (गाते हY)

आओ हम सब काम कर? ,

काम कर? भई काम कर? ।

बदर : (फावड़ा चलते हुए)

मेहनत करके हम ज:दM से

कूएं का >नमाण कर? ।

सभी जानवर : (गाते हुए मटटD हटा रहे )

मेहनत करके हम ज:दM से

कूएं का >नमाण कर? ।

बदर : (दस
ू रे जानवर का बोझ उठाते हुए)

एक अकेला यUद थक जाए,

सब मल उसका काम कर? ।

कUठनाई यUद आ जाए तो


79

सब मल उसको दरू कर? ।

सभी जानवर : (गाते हुए मटटD हटा रहे )

काम कर? भई काम कर? ।

आओ हम सब काम कर?

काम कर? भई काम कर? ।

(बदर एक-एक पंिZत गाता है सारे जानवर उसे दहु राते हY।कुछ हD दरू D पर एक पेड़

के पीछे `छप कर एक भेrड़या उनके काम को दे खता रहता है।थोड़ी दे र म! भेrड़या वहां

से चला जाता है ।बदर जानवर$ को रोक कर कहता है ।)

बदर : दो;त, अब आज हम लोग काफ1 दे र काम कर चक


ु े ।शाम भी हो रहM है ।

अब हम? अपने घर को चलना चाUहए।बाक1 काम हम कल कर? गे।

भालू : अरे भाई....कल Kय...हम आज हM ये काम पूरा कर ल? तो...... ।

xबMलD : (म
ु कराकर) भालू भाई लगता है आपका मन घर म? नहMं लगता Kया ?

भालू : (हाथ नचा कर) अब Kया बताऊँ jब:लो रानी तम


ु यहाँ हो तो मेरा मन घर म?

कैसे लगेगा भला?

(सारे जानवर हं सने लगते हY।)

बदर : (पेट पर हाथ फेर कर ) बात ये है +क मझ


ु े भख
ू लगी है भालू भाई..... ।

अय जानवर : हां बHदर भाई आपका कहना ठ}क है ।बाक1 काम हम कल कर? गे।

(बदर के साथ बाक5 सारे जानवर अपने घर$ क5 ओर जाते हY।सब वापस जाते

हुए गाना भी गाते जाते हY।)

(U)य-4)

(जंगल के बीच का वहD मैदान।कुछ अंधेरा हो चला है ।भेrड़या धीरे -धीरे `छपता हुआ

कुएं के पास आता है और इधर-उधर दे ख कर वयं से कहता है ।)

भेrड़या : (वतः) वाह....वाह......अब तो यहां कोई नहMं है ।अब मN आराम से इस कुएं


80

को पाट दे ता हूं।इन सारे जानवर को कल +फर कुआं खोदना पड़ेगा और +फर

से मेहनत करनी होगी।बHदर और सारे जानवर खब


ू परे शान हगे।तब +कतना

मजा आएगा।हा..हा.....हा.....हM हM हM ....हु हु हु हु .... ।

(भेrड़या कुएं म! मी भर दे ता है ओर धीरे -धीरे `छपता हुआ चला जाता है ।)

(U)य-5)

(जंगल का वहD मैदान।सुबह का समय।मंच के एक तरफ से सारे जानवर कुआं खोदने

के लए आते हY और ग‘ढे म! मी भरD दे खकर आ)चय- म! पड़ जाते है ।)

बदर : (थोड़ा आगे बढ़कर आ)चय- से) अरे ! यह कुएं म? मzी +कसने भर दM ?

हमारM सारM मेहनत बेकार हो गयी।

चीता : (जोर से गरु ा-कर) जDर यह +कसी बदमाश का काम है ।हम उसे वनराज शेर

से सजा Uदलवाएंगे।

लोमड़ी :(आगे आ कर धीमे वर$ म! )पहले उस बदमाश का पता तो चले चीता भाई ?

खरगोश : (धीमे वर$ म! )ले+कन उसका पता चलेगा कैसे लोमड़ी रानी ?

बदर : (उनको समझाता हुआ)इसके लए हम लोग को रात म? यहां >छपकर पहरा

दे ना होगा।

चीता : (गरु ा-कर) हम आज यहां पहरा द? गे और उस बदमाश का पता लगाएंगे।

बदर : ठ}क है ।अब आओ हम आज काम तो शुD कर द? ।

(सारे जानवर मल कर कुएं क5 खद


ु ाई [फर शv
ु कर दे ते हY और साथ हD बदर के

साथ गाना भी गाते जाते हY।)

बदर : (नाचते हुए)

आओ हम सब काम कर?

काम कर? भई काम कर? ।

सभी जानवर : (दहु राते हY)


81

आओ हम सब काम कर?

काम कर? भई काम कर? ।

बदर :

मेहनत करके हम ज:दM से

कुएं का >नमाण कर? ।

काम कर? भई काम कर? ।

सभी जानवर :

एक अकेला यUद थक जाये

सब मल उसका काम कर? ।

कUठनाई यUद आ जाय? तो

सब मल उसको दरू कर? ।

काम कर? भई काम कर? ।

आओ हम सब काम कर? ।

(सभी जानवर धीरे -धीरे गाना गाते हुए मंच के एक तरफ से से चले जाते हY।दस
ू रD

तरफ से नट नटD का (वेश।)

नट :

रात हुई +फर जैसे बचो

पहुंचा झटपट धत
ू भे.ड़या,

हं सता हुआ कुएं के पास।

नटD :

उसको Kया मालम


ू वहां पर

छुपे हुए है नHह? चीता,

भाल,ू बHदर, और सयार।


82

नट नटD दोन$ :

सबने मल कर बांध लया +फर

ले गये उसको शेर के पास,

आओ हम भी चल करके दे ख?

Kया होता हN उसका हाल ।

(नट नटD गाते हुए मंच पर से जाते हY।)

(U)य-6)

(जंगल का U)य।सब
ु ह का समय।जानवर$ क5 सभा शv
ु होने वालD हY।एक तरफ ऊंचे

आसन पर शेर बैठा है ।उसके पास हD भेrड़ये को जंजीर$ से बांधे हुए चीता और शेर

कुwता खडे है ।बदर आगे आता है और शेर से कहता है ।)

बदर : (शेर को अभवादन करते हुए) महाराज क1 जय हो!

शेर: (दहाड़ कर) Kया बात है बHदर जी, उस भे.ड़ये को आप लोग ने बांध Kय रखा

है ?

बदर : महाराज, यहM वह धत


ू भे.ड़या है जो हम लोग ’वारा खोदे जाने वाले कुएं म?

रोज मzी भर दे ता है ।कल रात म? यह बहुत कUठनाई से पकड़ा है।अब

इसे आप जो चाह? सजा द? ।

शेर : (भेrडए को घरू ते हुए) अछा तो यहM वह बदमाश है ?

सभी जानवर : (एक साथ) जी हां महाराज।

बदर : महाराज, यह इसके पहले भी जंगल के जानवर को तंग करता रहा है ।

शेर : तब तो इसे अवRय कठोर सजा दM जाएगी।(चीते और कुwते से)सन


ु ो नHह?

चीता और शेD तम
ु दोन मलकर पहले इस बदमाश को काले रं ग से रं ग दो

और पूरे जंगल म? घम
ु ा कर जंगल के बाहर खदे ड़ दो।

शेv चीता : (एक साथ)जैसी आ‡ा महाराज!


83

(शेv और चीता तथा अय जानवर एक बार शेर क5 जय-कार करते हुए और

भेrडए को ले कर चले जाते हY।मंच क5 दस


ू रD तरफ से नट नटD नाचते हुए आते हY

और मंच के बीच म! vक कर गाते हY।)

नट :

दे खा बचो तम
ु ने +कतना,

बुरा हुआ बदमाश का हाल,

नटD :

पकड़ा गया वो धत
ू भे.ड़या

पड़ी उसे कोड़ क1 मार।

नट :

काम गलत जो करता बचो,

करता है जो अiयाचार,

नटD :

भले काम म? जो करता है

गड़बड़झाला, झूठ-फरे ब,

नट :

बचो होता है उसका +फर

उसी भे.डए जैसा हाल।

नट नटD दोन$ :

भले काम म? जो करता है

गड़बड़झाला, झूठ-फरे ब,

बचो होता है उसका +फर

उसी भे.डए जैसा हाल।


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(नट नटD दोन$ धीरे -धीरे नाचते हुए मंच पर से चला जाते हY।मंच पर अंधकार हो

जाता है ।)

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लेखक:

डा०हे मत कुमार

18/234,सेKटर-18,इंUदरा नगर,लखनऊ-226016

मोबाईल-09451250698

ई-मेल:drkumarhemant@yahoo.com
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