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माटीवाली
माटीवाली
प्रश्न-उत्तर
प्रश्न-2 माटी वाली के पास अपने अच्छे या बरु े भाग्य के बारे में
ज़्यादा सोचने का समय क्यों नहीं था?
उत्तर- माटी वाली समाज के सबसे निम्न वर्ग अर्थात ् मजदरू वर्ग का
प्रतिनिधित्व करती है l सुबह उठकर माटाखान जाना और वहाँ से
मिट्टी खोदकर घर-घर पहुंचाना, यही उसकी दिनचर्या थी l वह
कर्मशील महिला थी l वह हर घर तक माटी पहुंचाने को ही अपना
कर्म समझती थी l जो भी समय उसके बाद बचता था l वह अपने
बूढ़े पति की सेवा में लगा दे ती थी l वह अपने भाग्य पर रोती नहीं
थी l कर्मशील व्यक्ति कभी भाग्य के सहारे नहीं रहता l वह हमेशा
अपने कर्म में विश्वास रखता है l अतः उसे अपने अच्छे या बुरे भाग्य
के बारे में सोचने का समय ही नहीं मिलता था l
प्रश्न-3 ‘भख
ू मीठी कि भोजन मीठा’ से क्या अभिप्राय है ?
प्रश्न-4 ‘परु खों की गाढ़ी कमाई से हासिल की गई चीजों को हराम के
भाव बेचने को मेरा दिल गवाही नहीं दे ता l’ - मालकिन के इस कथन
के आलोक में विरासत के बारे में अपने विचार व्यक्त कीजिए l
प्रश्न-7 ‘गरीब आदमी का शमशान नहीं उजड़ना चाहिए l’ इस कथन
का आशय स्पष्ट कीजिए l