Class X Subject हंद Name Date न-1) धरती पर बढ़ रहा तापमान, दूषण और मौसम के लगातार बदल रहे मजाज से आज भी यादातर लोग बेखबर है। उ ह इसके प रणाम को गंभीरता का एहसास तक नह ं है। यह कारण है क आज भी इस गंभीर वषय पर केवल कुछ ह लोग सोच रहे ह। आम आदमी इसके खतर से पू र तरह अन भ है। उसे लगता है क कुछ बु धजीवी सर खे लोग इस वषय को वैसे ह तू ल दे रहे ह। पंजाब म भू म तल से नीचे के पानी का लगातार गर रहा तर एक चंता का वषय है ले कन यह चंता कुछ ह लोग म दखाई दे ती है। लु धयाना कृ ष व व व यालय के वै ा नक का मानना है क य द समय रहते इस सम या का कोई समाधान नह ं खोजा गया तो धीरे -धीरे पंजाब म एक दूसरा राज थान पैदा हो जाएगा। वै ा नक क इस चेतावनी के बाद तो इस मु दे पर आम आदमी को चं तत होना चा हए। दूसर ओर सरकार भी अभी तक इस वषय म आम लोग को पू र तरह जाग क करने म वफल रह है। इसी का प रणाम है क लोग आज भी अपने खेत म रासाय नक खाद डालने म लगे ह और अपनी खेती के तौर- तर क म कसी भी कार का बदलाव करने को तैयार नह ं ह। 1) आज यादातर लोग कससे बेखबर है? (क) धरती पर बढ़ रहे तापमान से। (ख) दूषण से । (ग) मौसम के बदलते मजाज से। (घ) उपयु त सभी से 2) आम आदमी या सोचता है? (क) व व म कह ं कोई सम या नह ं है। (ख) जीवन सु वधाओं से भरपू र हो गया है। (ग) कुछ बु धजीवी लोग जबरद ती नए खतर के वषय को तू ल दे रहे ह। (घ) वह हर खतरे का सामना कर सकता है। 3) पंजाब म चंता का वषय या है? (क) भू-जल के तर म लगातार गरावट। (ख) दूषण (ग) न दय म फैलती गंदगी। (घ) मनु य का जाग क न होना। 4) कन वै ा नक का मानना है क धीरे -धीरे पंजाब म दूसरा राज थान पैदा हो जाएगा ? (क) जलंधर कृ ष व व व यालय के वै ा नक का (ख) चंडीगढ़ कृ ष व व व यालय के वै ा नक का (ग) लु धयाना कृ ष व व व यालय के वै ा नक का। (घ) अमृतसर कृ ष व व व यालय के वै ा नक का 5) लोग अपनी खेती के तौर-तर क को बदलने के लए तैयार य नह ं है ? (क) लोग जल संकट क सम या के त गंभीर नह ं ह। (ख) अ छ फ़सल उगाना चाहते ह। (ग) आ थक ि थ त को सु ढ़ बनाने चाहते ह। (घ) उ ह कसी क कोई परवाह नह ं है। न-2) ‘ह रहर काका’ कहानी वृ ध के त संवेदनशील होते समाज क कथा है |इस कथन को कहानी के आधार पर उदाहरण स हत स ध क िजए | न-3) लोग के बीच बहस छड़ जाती है | उ रा धकार के कानू न पर जो िजतना जानता है , उससे दस गु ना उगल दे ता है | फर भी कोई समाधान नह ं नकलता | रह य ख़ म नह ं होता , आशंकाएँ बनी रहती ह |ले कन लोग आशंकाओं को नजरअंदाज कर अपनी प धरता शु कर दे ते ह | ह रहार काका सभी के लए चचा का क बने हु ए थे | ह रहार काका के मामले म गाँव वाल क राय तकस हत प ट क िजए | न-4) कल भी उनके यहाँ गया था, ले कन न तो वह कल ह कुछ कह सके और न आज ह दोन दन उनके पास म दे र तक बैठा रहा, ले कन उ ह ने कोई बातचीत नह ं क । जब उनक तबीयत के बारे म पू छा तब उ ह ने सर उठाकर एक बार मु झे दे खा फर सर झु काया तो दुबारा मेर ओर नह ं दे खा। हालां क उनक एक ह नजर बहु त कुछ कह गई। िजन यं णाओं के बीच यह घरे थे और िजस मनःि थ त म जी रहे थे, उसम आँख ह बहु त कुछ कह दे ती है, मुँह खोलने क ज रत नह ं पड़ती। ह रहर काका क पं ह बीघे जमीन उनके लए जी का जंजाल बन गई। कथन के आलोक म अपने वचार य त क िजए। न-5) बड़े भाई कहानी के आधार पर लगभग 60 श द म ल खए क लेखक ने समू ची श ा णाल के कन पहलु ओं पर यं य कया है ? आपके वचार से इसका या समाधान हो सकता है ? तकपू ण उ र ल खए | न-6) “बड़े भाई साहब क डाँट-फटकार य द न मलती तो छोटा भाई क ा म थम नह ं आता |” उ त कथन के प अथवा वप म अपने वचार उपयु त तक स हत ल खए | न-7) कहानी म िजंदगी से ा त अनु भव को कताबी ान से यादा मह वपू ण बताया गया है। अपने माता- पता बड़े भाई-ब हन या अ य बु जु ग/बड़े सद य से उनके जीवन के बारे म बातचीत क िजए और पता लगाइए क बेहतर ढं ग से िजंदगी जीने के लए या काम आया-समझदार /पु राने अनु भव या कताबी पढ़ाई? न-8) कबीर क सा खयाँ जीवन के लए अ यंत उपयोगी ह। इनम िजन जीवन-मू य क झलक मलती है, उनका उ लेख क िजए। न-9 ( न न ल खत सम त पद का व ह क िजए और समास का नाम भी ल खए – 1. कमभू म 2. ऋणमु त 3. राजीवलोचन 4. ोधाि न 5. ने 6. कायकुशल 7. भारतभू म 8. काल मच 9. कनकलता 10. कमलनयन न-10 (नीचे दए गए व ह के लए सामा सक पद लखते हु ए समास का नाम भी ल खए- 1. राह के लए खच 2. कमल जैसे नयन ह िजसके अथात ् ीराम 3. िजतना शी हो 4. जैसा संभव हो 5. रसोई के लए घर 6. पीला है व 7. रात और दन 8. नयम के अनु सार 9. गु ण से ह न 10. तीन फल का समू ह न-11) व यालय के ी मकाल न अवकाश के दौरान आपके वारा क गई कसी भी या ा का या ावृतांत ल खए | न 12 जल संर ण से संबं धत जाग कता व ापन बनाइए| या मक ग त व ध या मक ग त व ध १ सा ह य स ाट मु ंशी ेमचंद क कसी एक कहानी को लघु कथा के प म ल खए | या मक ग त व ध 2 कसी भी एक भि तक व क जानकार तथा उसके वारा र चत दोह (२) अथवा पद (१) लखकर उसक या या करना तथा स जा करना | नदश - या मक ग त व धयाँ A4 size page पर आकषक व सु दर तु तकरण के साथ करना | रं गीन प सल व पेन का योग| ेरणादायक वषय का चयन| Learning Objectives:- लेखक ,क वय और कव य ी क जानकार , चंतनशीलता का वकास , ,अ भ यि त का वकास । Skills developed: - रचना मकता अ भ यि त कौशल वकास चंतन शीलता का वकास बौ धक मता का वकास मू यांकन बंद–ु वषय का चु नाव, रचना मकता तु तीकरण