You are on page 1of 6

Dr.

Babasaheb Ambedkar Open University


Term End Examination July – 2018
Course : FYBA Date : 13/07/2018
Subject Code : HNDM-01 Time : 11:00am to 02:00pm
Subject Name : Main Paper - 01 (Hindi - कहानी Duration : 3 Hours
और उपन्यास) Max. Marks : 70

प्र. 1 उपन्यास के तत्वों की चचाा कीजिए l (12)


अथवा
‘जनर्ाला’ उपन्यास के आधार पर जनर्ाला का चररत्र-जचत्रण कीजिए l

प्र. 2 जहन्दी कहानी की जवकास यात्रा पर संक्षेप र्ें जलजिए l (12)


अथवा
‘उसने कहा था’ कहानी के आधार पर लहनाससंह का चररत्र-जचत्रण कीजिए l

प्र. 3 ‘आकाश-दीप’ ऐजतहाजसक कल्पना पर आधाररत कहानी है – स्पष्ट कीजिए l (12)


अथवा
‘परदा’ कहानी का कथासार अपने शब्दों र्ें जलजिए l

प्र. 4 ‘जनर्ाला’ उपन्यास का प्रजतपाद्य स्पष्ट कीजिए l (12)


अथवा
‘जनर्ाला’ उपन्यास की कथावस्तु की जवशेषताएँ जलजिए l

प्र. 5 रिप्पणी जलजिए : (ककन्हीं दो पर) (12)


1. लघुकथा l
2. ‘शतरंि के जिलाडी’ का सार l
3. ‘अके ली’ कहानी का सार l
4. ‘जनर्ाला’ उपन्यास के आधार पर र्ुंशी तोतारार् का चररत्र l
5. सर्ालोचक के गुण l

प्र. 6 उजचत जवकल्प चुनकर ररक्त स्थानों की पूर्ता कीजिए l (10)


1. जहन्दी का पहला सर्ाचार पत्र .......... है l
(उदंत र्ाताण्ड, बंगदूत, प्रिाजर्त्र)
2. ‘उसने कहा था’ के रचनाकार .......... हैं l
(भारतेन्दु हररश्चंद्र, चन्द्रधर शर्ाा गुलेरी, प्रेर्चंद)
3. ‘उसने कहा था’ कहानी का आरं भ ......... के एक बािार से होता है l
(ियपुर, लिनऊ, अर्ृतसर)
4. फोिा जवजलयर् कॉलेि की स्थापना सन् .......... र्ें कलकत्ता र्ें हुई l
(1800, 1850, 1900)
5. ‘ऐसे सौभाग्य से र्ैं वैधव्य को बुरा नहीं र्ानती’ – यह कथन .......... का है l
(जनर्ाला, सुधा, रुजमर्णी)
6. ‘कदव्या’ और ‘र्ुदों का िीला’ .......... उपन्यास है l
(र्नोवैज्ञाजनक, आँचजलक ऐजतहाजसक)
7. र्ुंशी तोतारार् पेशे से .......... थे l
(वकील, डॉमिर, जशक्षक)
8. ‘अके ली’ कहानी की रचनाकार .......... है l
(अनाजर्का, र्न्नू भंडारी, कृ ष्णा सोबती)
9. चौधरी पीरबख्श के दादा चुंगी के र्हकर्े र्ें .......... थे l
(बाबू, जसपाही, दारोगा)
10. सोर्ा बुआ .......... कहानी का के न्द्रीय चररत्र है l
(अके ली, परदा, आकाश-दीप)

______________
Dr. Babasaheb Ambedkar Open University
Term End Examination July – 2018
Course : FYBA Date : 14/07/2018
Subject Code : HNDM-02 Time : 11:00am to 02:00pm
Subject Name : Main Paper - 02 (Hindi - नाटक Duration : 3 Hours
और ननबंध) Max. Marks : 70

प्र. 1 ‘ध्रुवस्वानिनी’ नाटक की कथावस्तु का नवश्लेषण कीनिए l (12)


अथवा
‘ध्रुवस्वानिनी’ नाटक के प्रिुख पात्र ध्रुवस्वानिनी का चररत्र-नचत्रण कीनिए l

प्र. 2 एकांकी के तत्वों का उल्लेख करते हुए कथानक का स्वरूप एवं िहत्व सिझाइए l (12)
अथवा
‘कौिुदी िहोत्सव’ एकांकी का कथासार नलनखए l

प्र. 3 ‘रीढ़ की हड्डी’ एकांकी के आधार पर बनवारीलाल का चररत्र-नचत्रण कीनिए l (12)


अथवा
‘िोंक’ का अथथ और स्वरूप स्पष्ट करते हुए उसकी नवशेषताएँ नलनखए l

प्र. 4 ‘ननबंध’ का अथथ और स्वरूप स्पष्ट करते हुए उसकी नवशेषताएँ नलनखए l (12)
अथवा
‘नित्रता’ का अथथ नवचार पक्ष को सिझाइए l

प्र. 5 रटप्पणी नलनखए : (ककन्हीं दो पर) (12)


1. रेनियो नाटक और एकांकी l
2. निरती दीवारें’ : अनिनेयता l
3. ‘ध्रुवस्वानिनी’ िें ऐनतहानसक पररवेश l
4. शैली के आधार पर ननबंध के िेद l
5. 'नाखून क्यों बढ़ते हैं’ – की िाषा l

प्र. 6 उनचत नवकल्प चुनकर ररक्त स्थानों की पूर्तथ कीनिए l (10)


1. नाटक िें वेशिूषा, श्रंिार और साि-सज्जा द्वारा अनिनय .......... कहलाता है l
(आहायथ, आंनिक, सानत्वक)
2. चन्रिुप्त के नपता का नाि .......... था l
(राििुप्त, सिुरिुप्त, नशखरस्वािी)
3. ‘िोंक’ एकांकी के रचनाकार .......... हैं l
(रािकु िार विाथ, ििदीशचन्र िाथुर, उपेन्रनाथ अश्क)
4. ‘संस्कार और िावना’ एकांकी के रचनाकार ........... हैं l
(नवष्णु प्रिाकर, ििदीशचन्र िाथुर, उदयशंकर िट्ट)
5. नहन्दी ननबंध िें शुक्ल युि का सिय-काल .......... िाना िाता है l
(1850-1920, 1920-1940, 1940-1960)
6. ‘नाख़ून क्यों बढ़ते हैं’ ननबंध के लेखक .......... हैं l
(रािचन्र शुक्ल, बालकर ष्ण िट्ट, हिारीप्रसाद नद्ववेदी)
7. नवद्याननवास निश् के ननबंध ........ हैं l
(लनलत प्रधान, नवचार प्रधान, व्यंि प्रधान)
8. बालकर ष्ण िट्ट ......... के ननबंधकार है l
(शुक्ल युि, िारतेन्दु युि, नद्ववेदी युि)
9. ‘नवश्वासपात्र नित्र निल िाए तो सिनझए ......... निल िया’ l
(धन, खिाना, पैसा-रुपया)
10. राव साहब .......... एकांकी के पात्र हैं l
(संस्कार और िावना, िोंक, निरती दीवारें )

______________
Dr. Babasaheb Ambedkar Open University
Term End Examination July – 2018
Course : FYBA Date : 15/07/2018
Subject Code : HNDS-01 Time : 11:00am to 02:00pm
Subject Name : Subsidary Paper - 01 (Hindi - कहानी Duration : 3 Hours
और उपन्यास) Max. Marks : 70

प्रश्न-1 हहन्दी गद्य का हिकास यात्रा पर एक हनबंध हिहिए I (12)


अथिा
कहानी के तत्िों के आधार पर शतरंज के हििाडी कहानी का मूलयांकन कीहजए I

प्रश्न-2 हहन्दी उपन्यास की हिकास यात्रा पर प्रकाश डाहिए I (12)


अथिा
‘उसने कहाथा’ कहानी की कथािस्तु अपने शब्दो में हिहिए I

प्रश्न-3 ‘हनममिा’ उपन्यास की कथािस्तु हििते हुए उसकी हिशेषताओं को रेिांककत कीहजए I (12)
अथिा
प्रेमचंद के उपन्यासों की भाषा पर प्रकाश डाहिए I

प्रश्न-4 ‘आकाशदीप’ की चंपा का चररत्र हचत्रण कीहजए I (12)


अथिा
हनममिा का चररत्र-हचत्रण कीहजए I

प्रश्न-5 ककन्हीं दो पर संक्षप


े में हिहिए : (12)
1. आत्मकथा और जीिनी
2. हनममिा का प्रहतपाद्य
3. ‘अके िी’ कहानी की सोमा बुआ
4. कथािस्तु के आधार पर कहानी के प्रकार
5. ‘परदा’ कहानी की भाषा

प्रश्न-6 सूचनानुसार प्रश्नों के उत्तर दीहजए : (10)


(अ) योग्य हिकलप चुनकर ररक्त स्थानों की पूर्तम कीहजए
1. समािोचना में समािोचक ककसी रचनाकार की रचना का_________करता है I (प्रकाशन, मूलयांकन,
संयोजन)
2. प्रसादजी ने________भाषाका प्रयोग ककया है I (संस्कृ तहनष्ठ, बोिचाि, हहन्दुस्तानी)
3. उपन्यास के पात्रों द्वारा आपस की बातचीत से जब उनका चररत्र उभारा जाये तब उसे_____कहते है I (संिाद
पद्धहत, मनोिैज्ञाहनक पद्धहत, प्रतीकात्मक पद्धहत)
4. शतरंज का िेि उस युग की ______ प्रिृहत को व्यक्त करता है I (िेिों के प्रहत गहरी अहभरुहच को, उच्चिगम की
हििाहसता की,सम्पन्नता और समृहद्ध की)
5. सोमा बुआ के मृत बेटे का नाम_________था I (हरिू, भगीरथ, नंदिाि)
(ब) हनम्नहिहित में से सही कथनों के सामने सही () और गित कथनों के सामने (X) का हनशान िगाइए :
1. ‘उदंतमातंड’ के प्रकाशन का उद्देश्य जनता की भाषा में जनता से संिाद बनाना था I ( )
2. सारे किह को जड से समाप्त करने के हिए मंसाराम ने प्राणोत्सगम करने का हनणमय हिया I ( )
3. िडके के बार-बार पूछने पर कक तेरी कु डमाई हो गई ? िडकी धत् कह कर भाग जाती है I यह िडकी के क्रोध
की मनःहस्थहत को व्यक्त करता है I ( )
4. कहानी के कथािस्तु का उपदेशात्मक होना आधुहनक कहानी का एक गुण है I ( )
5. चंपा के हपता की स्िाभाहिक मृत्यु हुई थी I ( )
_______________
Dr. Babasaheb Ambedkar Open University
Term End Examination July – 2018
Course : FYBA Date : 16/07/2018
Subject Code : HNDS-02 Time : 11:00am to 02:00pm
Subject Name : Subsidary Paper - 02 (Hindi - Duration : 3 Hours
नाटक और ननबंध) Max. Marks : 70

प्रश्न-1 एकांकी के स्वरूप को ननधााररत करने वाले नवनिन्न तत्वोकी चचाा कीनिए I (12)
अथवा
ससंदिा व्याख्या कीनिए :
(क) मन फिर घूम गया कौशल्या की ओर, लाखों-करोडों कौशल्याओं की ओर, लाखों-करोडों कौशल्याओं के द्वारा मुखररत
एक अनाम-अरूप कौशल्या की ओर, इन सबके राम वन में ननवाानसत है I पर क्या बात है फक मुकुट अिी िी उनके
माथे पर बंधा है और उसके िीगने की इतनी चचंता है ?
(ख) “ ननलाज्ज ! मद्यप !! क्लीव !!! ओह, तो मेरा कोई रक्षक नहीं ?(ठहरकर) नहीं, मैं अपनी रक्षा स्वयं करुँ गी I मैं
उपहार में देने की वस्तु शीतल-मनि नहीं हुँ I मुझ में रक्त की तरल लानलमा है I मेरा हृदय ऊष्म है और उसमें
आत्मसम्मान की ज्योनत है I उसकी रक्षा मैं ही करुँ गी I
प्रश्न-2 ‘नाखून क्यों बढ़ते हैं ?’ ननबंध के संरचना नशल्प पर प्रकाश डानलए I (12)
अथवा
‘ध्रुवस्वानमनी’ नाटक की कथावस्तु के संघठन पर प्रकाश डानलए I
प्रश्न-3 नहन्दी नाटक की नवकास-यात्रा पर प्रकाश डानलए I (12)
अथवा
‘रीढ़ की हड्डी’ एकांकी की उमा का चररत्र–नचत्रि कीनिए I
प्रश्न-4 ‘नमत्रता’ ननबंध के नवचार पक्ष पर प्रकाश डानलए I (12)
अथवा
‘नगरती दीवारें’ एकांकी का कथानक अपने शब्दों में नलखते हुए उसकी नवशेषताओं को रेखांफकत कीनिए I
े में रटप्पिी नलनखए :
प्रश्न-5 फकन्हीं दो पर संक्षप (12)
1. िारतेन्दु युगीन नाटक
2. ध्रुवस्वानमनी का चररत्र-नचत्रि
3. ‘कौमुदी महोत्सव’ एकांकी का सार
4. ‘संस्कार और िावना’ की माुँ
5. ‘बातचीत’ ननबंध का प्रनतपाद्य
प्रश्न-6 सूचनानुसार प्रश्नों के उत्तर दीनिए : (10)
(क) योग्य नवकल्प चुनकर ररक्त स्थानों की पूर्ता कीनिए
1. एकांकी में पात्रों की संख्या____. (का कोईबंधन नहीं है, कािी कम होती है, कम होती है I
2. ‘रीढ़की हड्डी’ के संवाद_____हैं I (लंब,े दाशाननक, साथाक)
3. ‘प्रसादिी’______दृनि के रचनाकार है I (स्वच्छंदतावादी, यथाथावादी, माक्सावादी)
4. िो हमारे दोषों को उिागर करते हैं वे नमत्र______ होते हैं I (सच्चे, बुरे, कोमल)
5. “लागती अवध ियावह िारी” आफद पंनक्त के रचनाकार ______ हैं I (िविूनत, तुलसीदास, नवद्याननवास
नमश्र)
(ख) सही कथनके सामने सही () और गलत के सामने ( X ) का ननशान लगाइए I
1. ‘एक था पेड और एक था ठूं ठ’ ननबंध में व्यंग्य की प्रधानता है I ( )
2. ननबंध को गद्य की कसौटी कहा गया है I ( )
3. एकांकी स्वतंत्र नवधा के रूप में स्थानपत है I ( )
4. ध्रुवस्वानमनी अन्याय या अत्याचार को चुपचाप सहने वाली स्त्री है I ( )
5. ‘अश्क’ िी की िाषा मुहावरेदार है I ( )

You might also like