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गुजराि केन्द्रीय तिश्वतिद्यालय

तिन्दी िाषा एिों सातित्य अध्ययि


केंद्र
तिों र्दी अध्ययि एिों शोध केंद्र

पीएच.डी. शोध प्रगति समीक्षा


तिन्दी उपन्यासोों में अतिव्यक्त कश्मीरी समाज
(1990 से 2015 िक के चयतिि उपन्यासोों के तिशेष सन्दिभ में )

शोध तिर्दे शक शोधार्थी

डॉ प्रमोर्द कुमार तििारी योतगिा


CUG/2013/0727
शोध-विषय
तिन्दी उपन्यासोों में अतिव्यक्त कश्मीरी समाज
(1990 से 2015 िक के चयतिि उपन्यासोों के तिशेष सन्दिभ में )
अध्याय विभाजन
 प्रर्थम अध्याय: कश्मीर अिीि और ििभमाि
1.1. कश्मीर: एक पररचय
1.2. प्राचीन काल का कश्मीरी समाज : इविहास, संस्कृवि और सावहत्य
1.3 मध्यकाल का कश्मीरी समाज : इविहास, संस्कृवि और सावहत्य
1.4. आधुवनक काल का कश्मीरी समाज : इविहास, संस्कृवि, राजनीवि
और सावहत्य
 1857 - 1900
 1900 - 1947
 1947 - 2015
तििीय अध्याय: तिन्दी उपन्यासोों में कश्मीर एक सोंतक्षप्त अिलोकि

 2.1.स्विंत्रिापूिव के वहन्दी उपन्यासों में कश्मीर

 2.2. स्वािंत्र्योत्तर वहन्दी उपन्यासों में कश्मीर


िृिीय अध्याय: चयतिि उपन्यासोों में साझी साों स्कृतिक
तिरासि
 3.1. संस्कृवि का अर्व और पररभाषा

 3.2. साझा संस्कृवि की अिधारणा

 3.3. वहन्दी उपन्यासों में अवभव्यक्त साझी संस्कृवि


चिुर्थभ अध्याय: चयतिि उपन्यासोों में स्त्री

 4.1. स्त्री की पाररिाररक स्थर्वि

 4.2. स्त्री की सामावजक स्थर्वि

 4.3. स्त्री की धावमवक स्थर्वि

 4.4. स्त्री की आवर्वक स्थर्वि


पोंचम अध्याय: चयतिि उपन्यासोों में साोंप्रर्दातयक स्थर्थति
और तिथर्थापि
 5.1. साम्प्रर्दातयकिा और तिथर्थापि का अन्त:सोंबोंध
 5.1.1. साम्प्रदावयकिा : अर्व एं ि पररभाषा
 5.1.2. विथर्ापन : अर्व एिं पररभाषा
 5.1.3. साम्प्रदावयकिा और विथर्ापन का अन्त:संबंध

5.2. उपन्यासोों में अतिव्यक्त तिथर्थापि
 5.2.1. धावमवक सां प्रदावयकिा और विथर्ापन
 5.2.2. जािीय सां प्रदावयकिा और विथर्ापन
 5.2.3. भाषायी सां प्रदावयकिा और विथर्ापन
आधार ग्रन्थ
1. चन्द्रकां िा, यहां वििस्ता बहिी है , नेशनल पस्िवशं ग हाउस, 23, दररयागंज, नयी वदल्ली-110002,
प्रर्म संस्करण: 1992
2. चन्द्रकां िा, कर्ा सिीसर, राजकमल प्रकाशन, प्राइिेट वलवमटे ड, 1-बी, नेिाजी सुभाष मागव, नई
वदल्ली-110002, प्रर्म संस्करण: 2001
3. कुलश्रेष्ठ, मनीषा, वशगाफ , राजकमल प्रकाशन, प्राइिेट वलवमटे ड, 1-बी, नेिाजी सुभाष मागव, नई
वदल्ली-110002, प्रर्म संस्करण: 2010
4. राय, जयश्री, इकबाल, आधार प्रकाशन, पंचकुला हररयाणा, प्रर्म संस्करण : 2014
5. वसंह, सूयवनार्, चलिी चाकी, सामावयक प्रकाशन, प्रर्म संस्करण : 2011
6. कौल क्षमा, ददव पुर, भारिीय ज्ञानपीठ, 18, इं स्िट्यूशनल एररया, लोदी रोड नयी वदल्ली-
110003, संस्करण: 2004
7. कां कररया, मधु, सूखिे वचनार, भारिीय ज्ञानपीठ, 18, इं िीट्यूशनल एररया, लोदी रोड, नयी
वदल्ली-110003 प्रर्म संस्करण :2012
8. अख्तर, जमनादास, कश्मीर की बेटी, राजकुमार एं ड सन्ज, 30/35, गली न. 9, विश्वास नगर
शाहदरा, वदल्ली- 110032, संस्करण-1997
9. सचदे िा पद्मा, जम्मू जो कभी शहर र्ा, भारिीय ज्ञानपीठ, 18, इं स्िट्यूशनल एररया, लोदी रोड
नयी वदल्ली-110003, प्रर्म संस्करण-2003
10. सुजािा, कश्मीर का ददव , वशल्पायन, 10295, ले न नम्बर 1,िैि गोरखपाकव, शाहदरा, वदल्ली –
110032, संस्करण- 2015
11. कौल संजना, पाषाण युग, वहन्दी बुक सेंटर, 4/5-बी आसफ अली रोड, नई वदल्ली-110002,
संस्करण-1998
प्रगति ररपोर्भ

वहन्दी भाषा एिं सावहत्य अध्ययन केंद्र द्वारा मेरा पीएच.डी का विषय ‘वहन्दी

उपन्यासों में अवभव्यक्त कश्मीरी समाज (1990 से 2015 िक के चयवनि

उपन्यासों के विशेष सन्दभव में)’ फरिरी 2016 में वनधाव ररि हुआ | मैंने चयवनि

विषय से संदवभवि पुस्तकों के वलए विवभन्न प्रकाशकों और विवश्वद्यालयों के

पुस्तकालयों में जाकर विषय से संबवधि पुस्तकों का संकलन वकया | इस बीच

अप्रैल माह में अहमदाबाद में आयोवजि कश्मीर के शैिाचायव ‘अवभनि गुप्त एक

पुनविवचार’ पर हुए सेमीनार में भागीदारी की |


मई माह में मैं ने जम्मू कश्मीर अध्ययन केंद्र नई वदल्ली के डायरे क्टर आशुिोष भट् नागर जी से
मुलाकाि की | इस मुलाकाि में आशुिोष भट् नागर जी ने चयवनि विषय से संबवधि कई
महत्वपूणव जानकारी दी सार् ही कई आिश्यक पुस्तकों की जानकारी भी उनके द्वारा प्राप्त हुई |
वसिंबर माह में मैंने जम्मू विश्वविद्यालय और जम्मू कश्मीर केन्द्रीय विश्वविद्यालय के पुस्तकालयों से
अपने शोध विषय से सं बवधि सामग्री संकलन वकया | मैं अपने शोध विषय के प्रर्म, वद्विीय और
चिुर्व अध्याय का लेखन कायव पूरा कर, शोध वनदे शक को जााँ चने हे िु दे चुकी हाँ | पंचम अध्याय
के दो उप-अध्याय दे चुकी हाँ | िृिीय और पंचम अध्यायों का काम जारी है | इन अध्यायों का
लेखन कायव जल्द ही पूरा कर, मैं शोध वनदे शक को सौप दू ाँ गी |
चयवनि विषय से संबवधि एकवत्रि की गई पुस्तकों की सूची :

1. रविन्द्र कुमार, जम्मू-कश्मीर पााँ च हजार िषव का इविहास घटना चक्र, कल्पज पस्िशसव, नई वदल्ली
2 .शकुन्तला मवलक (स.) संस्कृि-सावहत्य को कश्मीर का योगदान, पररमल प्रकाशन, 27/28 शस्क्त
नगर, वदल्ली 11007,
3 .भू ररया, कुसुम दत्ता, कश्मीर इविहास और संस्कृवि, प्रविभा प्रकाशन, 29/5 शस्क्त नगर, वदल्ली-
11007
4. कमलेश्वर, कश्मीर राि के बाद, वकिाबघर प्रकाशन, 24,अंसारी रोड, दररयागं ज, नयी वदल्ली,
प्रर्म संस्करण-1995, पृष्ठ.सं. 138
5. कुलदीप चंद्र अविहोत्री, जम्मू कश्मीर की अनकही कहानी, प्रभाि प्रकाशन
6. डॉ. फूल चंद्रा, कश्मीर का अिीि और ििवमान, डॉ. फूल चंद्रा प्रकाशन
7. भू षण लाल, सावहत्य और विथर्ापन: सन्दभव कश्मीर, सन्मुख प्रकाशन
8. राज वकशोर(सं.) कश्मीर का भविष्य, िाणी प्रकाशन, नई वदल्ली
धन्यिाद

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