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Subject: Economics

Class: B.A. Part- 3rd


Year/Semester: 2020-2021
Name of thePaper: Economics of the Less
Developed Countries
Topic: आर्थिक समद्
ृ र्ि एवं आर्थिक ववकास
(Economic Growth and Economic
Development)
Sub-topic: आर्थिक समद् ृ र्ि एवं आर्थिक ववकास
(Economic Growth and Economic
Development)
Key-words: Economic Development, Economic
Growth
Dr. Rakesh Kumar Tiwari
Department of Economics
Faculty of Social Science
Mahatma Gandhi Kashi Vidyapith
Varanasi-02
आर्थिक समद्
ृ र्ि एवं आर्थिक ववकास
(Economic Growth and Economic
Development)
1.
आर्थिक ववकास का अथि एवं परिभाषाएं
2.
(Meaning and Definitions of Economic
Development)
 अर्थशास्त्रियों ने आर्र्थक विकास की परिभाषा विकास के भभन्न-भभन्न आधािों को
दृस्त्टि में िख कि दे ने का प्रयास ककया है ।
 मेयि एिं बाल्डविन (Meier and Baldwin) के अनुसाि, “आर्र्थक विकास एक ऐसी
प्रकिया है स्त्िसमे दीर्थकाल में ककसी अर्थव्यिरर्ा की िारतविक िाटरीय आय में
िद्ृ र्ध होती है ।” (“Economic development is a process whereby an
economy’s real national income increases over a long period of time.”)
-Meir and Baldwin : Economic Development, p.3
 प्रो. िोरिोि के अनुसाि, “आर्र्थक विकास एक तिफ पि ं ी ि कायथशील शस्त्तत में िद्
ृ र्ध
की दिों के मध्य औि दसिी तिफ िनसंख्या िद् ृ र्ध दि के मध्य एक ऐसा सम्बन्ध है
स्त्िससे की प्रतत व्यस्त्तत उत्पादन में िद्
ृ र्ध होती है ।” (“Economic Growth is a
relation between the rates of increases in the capital and the working
force on the one hand and in population on the other, so that per
capita output is rising”)
-W.W. Rostow, Problems of Economic Growth, p.10
अतः “आर्र्थक विकास एक सतत प्रकिया है स्त्िसके तहत दे श में उपलब्ध सभी संसाधनों
3. का कुशलता से दोहन ककया िाता है , स्त्िसके परिणामरिरूप िाटरीय आय औि प्रतत
व्यस्त्तत आय में तनिं ति औि दीर्थकाभलक िद्
ृ र्ध होती है , आर्र्थक असमानता में कमी
आती है , आम िनता के िीिन रति एिं कल्याण में बढ़ोतिी होती है ।” (“Economic
Development is a continuous process under which all the available
resources in the country are efficiently exploited, resulting in a sustained
and long-term increase in national income and per capita income,
economic inequality is reduced, the standard of living of the general
public and welfare increases.”)
4. आर्थिक ववकास एवं आर्थिक वद्
ृ र्ि में अंति
(Distinction between Economic
Development and Economic Growth)
 प्रायः अर्थशारिी आर्र्थक विकास शब्द का
प्रयोग अल्पविकभसत देशों के भलए औि
आर्र्थक िद्ृ र्ध शब्द का प्रयोग विकभसत देशों
के भलए किते हैं।
 हहतस के अनुसाि, “अल्पविकभसत देशों की
समरयाएं उपयोग में न लाए गए साधनों के
विकास से सं बंध िखती हैं, भले ही उनके
उपयोग भली-भांतत ज्ञात हो, िबकक उन्नात
देशों की समरयाएं िद् ृ र्ध से सं बंर्धत िहती हैं
स्त्िनके बहुत सािे साधन पहले से ज्ञात औि
ककसी सीमा तक विकभसत होते हैं।”
U Hicks, “Learning about Economic
Development,” O.E.P., Feb. 1957.
 मै डडसन के अनुसाि, “आय रति को ऊंचा
किना सामान्यतया अमीि देशों में आर्र्थक
िद्
ृ र्ध कहलाता है िबकक गिीब देशों में यह
आर्र्थक विकास कहलाता है ।”
A. Madison, Economic Progress and
Policy in Developing Countries, 1970.
5. आर्थिक ववकास का माप या अभीसच ू क
(Measurement or Indicator of Economic
Development)
 सकल िाष्ट्रीय उत्पाद (Gross
National Product)
कुछ अर्थशारिी सकल िाटरीय
उत्पाद (GNP) में िद् ृ र्ध को ही
आर्र्थक विकास का सचक मानते
हैं। उनके अनस ु ाि, 'आर्र्थक
विकास को समय की ककसी
दीर्थविर्ध में एक अर्थव्यिरर्ा की
िारतविक िाटरीय आय में िद् ृ र्ध
के रूप में मापा िाए'।
उपयुक्त िे खार्चत्र से स्पष्ट्ट है Ya दे श A में िाष्ट्रीय आय के स्ति को औि Yb दे श B में िाष्ट्रीय आय के स्ति को
दशािती है । समय T तक दे श A में िाष्ट्रीय आय में वद् ृ र्ि दे श B से अपेक्षाकृत अर्िक है । ले ककन दीर्िकाल में , दे श
B में ववकास योजनाएं शुरू होने से िाष्ट्रीय आय में तीव्रता से वद् ृ र्ि होती है अथाित E ववन्द ु के बाद Yb>Ya
प्रतत व्यक्क्त आय (GNP Per Capita Income)
6. कुछ अर्थशास्त्रियों के अनस ु ाि आर्र्थक विकास का संबंध अिर्ध में
प्रतत व्यस्त्तत आय में िद्ृ र्ध से है। इस विचाि के समर्थकों का मत
है कक िाटरीय आय आर्र्थक विकास का सही मापदं ड नहीं है बस्त्ल्क
दे श में प्रतत व्यस्त्तत आय में होने िाली िद् ृ र्ध को उस दे श के
आर्र्थक विकास के अभीसचक के रूप में रिीकाि ककया िाना
चाहहए। ककसी भी दे श के सम्मख ु सबसे प्रमख ु समरया होती है
अपने दे श के नागरिकों के िीिन रति में सुधाि लाना औि िीिन
रति का प्रतत व्यस्त्तत आय से प्रत्यक्ष संबंध होता है। आर्र्थक
विकास के भलए िारतविक आय में िद् ृ र्ध की दि िनसंख्या में
िद्ृ र्ध के दि से अर्धक होनी चाहहए।
 आर्थिक कल्याण (Economic Welfare)
7.
ऐसी प्रकिया को आर्र्थक विकास माना िाता
है स्त्िससे प्रतत व्यस्त्तत िारतविक आय में
िद्
ृ र्ध होती है औि उसके सार्-सार् आय
की असमानताओं का अंति कम होता है
तर्ा समरत िनसाधािण के अभभमान
संतटु ि होते हैं। अर्ाथत आर्र्थक विकास एक
ऐसी प्रकिया है स्त्िसके द्िािा व्यस्त्ततयों के
िरतुओं औि सेिाओं के उपभोग में िद् ृ र्ध
होती है। यह मापदं ड िाटरीय आय ि प्रतत
व्यस्त्तत आय में िद् ृ र्ध के रर्ान पि लोगों
के आर्र्थक कल्याण या िीिन रति में
िद्ृ र्ध को आर्र्थक विकास की कसौिी के
रूप में रिीकाि किता है।
 सामाक्जक अथवा मूलभूत आवश्यकता सूचक (Social or Basic
8. Needs Indicator)
िाटरीय उत्पाद (GNP) तर्ा प्रतत व्यस्त्तत सकल िाटरीय उत्पाद से
असंतुटि अर्थशास्त्रियों ने आर्र्थक विकास को सामास्त्िक अर्िा
आधािभत आिश्यकता सचक के रूप में मापना प्रािं भ ककया है इसका
कािण यह िहा कक आर्र्थक विकास की माप के सचक GDP/GNP
प्रतत व्यस्त्तत िद्
ृ र्ध की धािणा में गिीबी, बेिोिगािी तर्ा आय
असमानताओं िैसी समरया पि ध्यान नहीं हदया िाता।
इसके अंतगथत मलभत न्यनतम आिश्यकताओं के प्रबंध के अलािा,
िोिगाि के सुअिसिों, वपछडे िगों के उत्र्ान तर्ा वपछडे क्षेि के
विकास पि बल दे ना औि उर्चत कीमतों एिं दक्ष वितिण प्रणाली
द्िािा आिश्यक िरतओु ं को गिीब िगों को िि ु ाना है।
10. प्रश्न
(Question)
1. आर्र्थक संिद्ृ र्ध तर्ा आर्र्थक विकास में अंति बताइए। आप आर्र्थक विकास को
कैसे मापेंगे?
2. आर्र्थक विकास की परिभाषा दीस्त्िये । आर्र्थक विकास के अभभसचकों की वििेचना
कीस्त्िये ।
3. आर्र्थक विकास से तया समझते हैं? उन र्िकों की वििेचना कीस्त्ि ये िो एक दे श
के आर्र्थक विकास को प्रभावित किते हैं ।
4. आर्र्थक विकास की प्रमुख विशेषताएं बताइए तर्ा इसके महत्ि की वििेचना
कीस्त्िये ।
संदभि
9. (References)
 M.L. Jhingan, “The Economics of Development and Planning”
 Dr. J.P. Mishra, “Economics of Growth and Development”
 Dr. J.P. Mishra, “Economics of The Less Developed Countries”
Books Recommended
 Todaro, M.P.- Economic Development in the Third World
 Thirwal, A.P.- Growth and Development
 Ghatak, S.- Development Economics
 Meier, G.M. (Eds.)- Leading Issues in Economic Development
 Salvatore, D and E. Dowling- Development Economics, Schaum, Outline
series in Economics
 Agarwala, A.N. and S.P. Singh (Eds.)- Economics of Under-development
 डॉ. िे. पी. भमश्र- संिद्
ृ र्ध एिं विकास का अर्थशारि
 डॉ. िे. पी. भमश्र- अल्प विकभसत दे शों का अर्थशारि
 डॉ. एम. एल. झझंगन- विकास का अर्थशारि एिं आयोिन

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