You are on page 1of 208

मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 1

मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वश


ं ावली

लेखक तिा संग्रहकताा


प्रा. डा. अशोक कुमाि झा
थवश्वथवद्यालय प्राध्यापक
व्यवस्िापन सक ं ाय, थिभवु न थवश्वथवद्यालय, नेपाल
Email: akjhaphd@gmail.com
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 2

भाग १
मैथिल ब्राह्मणक परिचय

थवषयवस्तु
• ब्राह्मणक आशय, सृष्टि, लक्षण, उपाष्टि तथा प्रकार,
• मैष्टथल ब्राह्मणक आशय, गणु भेद, आस्पद एवम वेशभषु ा,
• गोत्र- अथथ, ष्टवस्तार, प्रकार,
• मैथिल समाजमे ख्याथि प्राप्त व्यथित्व,
• मैष्टथल ब्राह्मण थरक उत्पष्टत,
• पजं ी व्यवस्था (वश
ं ावली) कें अविारणा,
• मैष्टथक ब्राह्मण मे वैवाष्टिक अष्टिकारक ष्टिणथय,
• मल
ू एवम मल
ू क डेरा - अथथ, प्रकार,
• प्रवर कें अथथ,
• गौङ ब्राह्मणक गोत्र साररणी,
• गोत्र तथा मल
ू पजं ी ।
• मैथिल ब्राह्मणक वश
ं वृक्ष एवम वश
ं ावली- पााँच (५) गाम:
खजरु ी, रिुआ-संग्राम (मल
ू - बष्टलयासे-बुढेव), बरसाम, दलदल आ भेजा ।
• अत्यन्ि महत्वपणू ण उपयोगी वैथिक मन्र,
• थपिृ िपणण थवधान ।
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 3

ॐ मंगल मूर्त्ाये नमः


मक
ू ं किोथत वाचालं पगं ुं लंधयते थगरिम् ।
यच्च कृपा तमअ्हं वंडे पिमानन्द माधवम् ।।
मनुस्मृथतमे मानवक लक्षण देल गेल अथि ।
धृथत क्षमा दमोस्तेयं शौचं इथन्िय थनग्रहः ।
धी थवद्या सत्यमक्रोधो दशकं धमं लक्षणम ।।
अिाणि,
जाथह लोक मे धैयण, क्षमा, इन्रीकें थनग्रह किै क क्षमिा, चोिी नै किै क प्रेिणा, पथवरिा, काम, काम,
क्रोधाथि, षडरिपक
ु किै क शथि, थवद्या, सत्य, थवद्या, सत्य, सत्य भाषण आ अक्रोध हुअ, ओ असल मनुष्य
अथि ििा एथह लक्षणसाँ यिु मनष्ु य जकिा गरू ु माथन लैि, ओ ब्राह्मण िै ि ।
ब्राह्मण के िथि ?
यथवप्राणां यर पज्ू यिे िमन्िे िर िेविा ।
अिाणि, जाथह स्िान मे ब्राह्मणके पजू ा हुअय, ओिय िेविा वास किै ि अथि अन्यिा ब्राह्मण वगणक
सम्मान िेवालय सेहो शन्ु य भ जाईि ।
ब्राह्मणाथिक्रमो नासथिथवप्रा वेि थवव्रथजिााः । ।
अिाणि,
श्रीकृ ष्ण कहलथन- यथि ब्राम्हण वेि नथहयो जनैि िै ि िखनो हुनक अपमान नही होयबाक चाही ।
थकयाक िऽ िुलसीक पाि किबो िोट वा पैघ िहय, कल्याणे होईि अथि । वेिमे कहल गेल अथि जे ब्राह्मण
थविाट परू
ु ष भागवानक मख ु मे वास किैि् िै ि । जेनाथक स्वयम् भागवान कहलथन :
थवप्र प्रसािाि् धिणी धिोहम
थवप्र प्रसािाि् कमला विोहम
थवप्र प्रसािाि् अथजिा थजिोहम
थवप्र प्रसािाि् मम िाम नामम् ।
अिाणि,
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 4

स्वयम् नािायण कहलथन जे ब्राम्हणक आथशवाणिसाँ हम धििीकें धािण कएने िी, नथह िऽ एिेक भाि अन्य
परुु ष कोना धािण कए सके ि िलाह । ब्राह्मण कें आशीवाणि साँ हम नािायण भ लक्ष्मीकें प्राप्त कएने िी ।
हीनके आथशवाणि साँ हम यद्ध ु थजिलहुाँ । हीनक आशीवाणि साँ हमि िाम नाम अमि भेल ।
अिाः ब्राह्मण सवणर पजु नीय िै ि । कलयगु मे पाप बढए के प्रमख
ु कािण ब्राह्मणक अपमान अथि ।
थमथिला नगिीमे िहथनहाि ब्राह्मणके मैथिल ब्राह्मण कहल जाईि ।
ब्राह्मणक सृथि
प्रवि मंजिी थनबन्ध थनत्यकमण प्रयोग माला ििा गौड़ स्मृथि आथि ग्रन्िमे उल्लेख अनुसाि थवश्वाथमर,
जमिथनन, भािद्वाज, जमिथनन, अथर, वथशष्ठ अओि कश्यप ई सप्त ॠृथष गोर प्रविणक मानल जाईि । ओना कहल
जाईि जे िक्ष प्रजापथिक यज्ञ थवध्वंस भेलाक उपिान्ि उमा द्वािा अपन शिीि जलाबए उपिािं महािेव द्वािा
प्राथम्भक- ब्राह्मणकें नष्ट कए िेल गेल िल, पिञ्च वैवस्वि मन्वन्ििमे उल्लेख अनुसाि ब्रह्माजी यज्ञ कके ब्रह्म
सृथष्टक थनमाणण कएलथि । यज्ञक अथननक भभकसाँ भृग,ु अंगािसाँ अगं ीिा, थचन्गािीसाँ, अथर, लपटसाँ मािीथच,
लहिसाँ पल ु स्य, नमहि लाटसाँ पल ु ह, ॠृिु चमकसाँ वथशष्ठ ििा भथू म धािणसाँ धमण कें उत्पथि भेल । ई सभ लोकथन
कें प्रजापथि मानल गेल । एथह मध्ये महथषण ॠृिक ु ें सन्िान नही होयबाक कािण ओ अगस्िक महेन्र नामक
परु कें गोि लेलथन आ अगस्ि वंश चलौलथन । पनु ाः वन्य जन्िक ु जन्म िैक व्यवस्िा थमलाबैक लेल पल ु ह ॠृथष
सेहो अगस्ि ॠृथषक दृढास्य नामक परु कें गोि लवंश वृथद्व कएलथन । एथह प्रकािे न प्रजापथिक सन्िान वृथद्व भेल
जे गोर कहाओल गेल । ब्राह्मणक मल ू गोरमे ि सप्त ॠृथष सबहक नामसाँ साि गोर मानल जाईि ।
(श्रोत: पं. ष्टवद्या प्रकाश शमाथ, ब्राह्मण समाज, इन्द्र ष्टिके ति)

ब्राह्मणक लक्षण
वेि शास्त्र मे ब्राह्मणक लक्षण कें सम्बन्ध मे थनम्न व्याख्या अथि:
घृथत क्षमा दमोस्तेयं शौचं इथन्िय थनग्रह: ।
धी थवद्या सत्यमक्रोधो दशकं धमा लक्षणम् । ।
अिाणि,
जाथह व्यथि मे धैयण, क्षमा आ इन्रीय कें वस मे किै क क्षमिा हुअ, चोिी नै किै क प्रेिणा, पथवरिा,
काम, क्रोध, षडयंर किए कएथनहाि िष्टु क िमन किै क शथि, थवधा, सत्यवचन, क्रोध उपि थनयन्रण हुअ,
ओ मानव िथि एवम अथह लक्षण साँ यि ु मानव जेनका अपन गरू ु माथन लैि िथि, ओ नै ब्राह्मण मानल
जाईि ।
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 5

एथह प्रकािेन श्रेष्ठ ब्राह्मण कहाबएक लेल शास्त्र अनसु ाि थनम्न १५ लक्षण वथणणि अथि:
१. धमाणनुष्ठान किे नाय,
२. समस्ि वेि शास्त्रक ज्ञान िाखनाय,
३. वेि, ईश्वि, मथु ि, पवू णजन्म, मथु ि, धमण, थवद्या, मािा-थपिा ििा गरुु जनक सेवा मे आस्िा िाखनाय,
४. पृथ्वी स लके ईश्वि धरि पणू ण ज्ञान प्राप्त कऽ जान मानस मे कल्याणािण प्रचाि कएनाय,
५. मन मे नकािात्मक सोच किमथप नही कएनाय,
६. इन्री के वस कएनाय,
७. सख ु -िखु , लाभ-हाथन, भख ू -प्यास, हषण-शोक इत्याथि त्याग कऽ धमणक कायण मे लागी िहनाय,
८. कोमलिा, मृिभु ाषी आ सिलिा धािण कऽ खिाब व्यसनकें त्याग कएनाय,
९. क्षमा, िया, सत्य, शाम, िाम, सिाचाि आ अध्यात्मक थचन्िन कएनाय,
१०. थनथन्िि कायण त्याग कएनाय,
११. समाजक सब मानव संग समान व्यवहाि कएनाय,
१२. पनु जणन्मक थसद्वान्ि माननाय,
१३. सेवा धमण मे ित्पि िहनाय,
१४. अग्रज कें आिि कएनाय ििा अनुज कें आथशष िेनाय,
१५. ईश्वि, धमण, ज्ञान आ थवधा कें प्रसाि प्रचाि कएनाय ।
मैथिल ब्राह्मणोत्पथर्त्
काशी कें ईशान थिशामे अंग िेशक नजिीक जनकपिु ी अथि । प्राचीन समयमे वैवस्विमनक ु परु
इक्ष्वांकु एवम इक्ष्वांकुक परु थनथम ओथहठामक प्रिापी सम्राट भेलाह । एक बेि मोक्षक अथभलाषा साँ थनथम यज्ञ
किए चाहलैि । ओही समय थनथमकें कुलगरू ु वथशष्ठ इन्रक ओथहठाम यज्ञ किाबए गेल िलाह । िाजा थनथम कें
कालगथिक आभास भऽ गेल िलथन एवम जाथन, समयाभाववश अन्य थवद्वान ब्राह्मण लोकथनकें आििपवू णक
बजा यज्ञ प्रािम्भ किा िेलथन । यज्ञ समाथप्तक अथन्िम चिणमे वथशष्ठ मथु न यज्ञ मण्डप मे पहुचाँ लाह । वथशष्ठजी ई
िेखैि, अत्यन्ि क्रोथधि भऽ बजलथन जे हे िाजन िु हमि अपमान कएलऽ, हम कुलगरू ु भेलाक उपिान्िो हमिा
सचू ना सेहो नथह िेल गेल ििा अन्य पथण्डि साँ यज्ञ किवा िहल िऽ, िाथह हेिु हम िोिा श्राप िैि थियौ थक
िोहि िेहक पिन हुअय । िखन िाजन बजलथन जे हे मनु ी अहााँ थबना थवचािे हमिा श्राप िेलहुाँ । अिाः हम सहो
अहााँकें श्राप िैि िी जे अहुक ाँ ें िेहक पिन हुअय । एथह प्रकािे न यज्ञ मण्डपमे िाजा थनथम ििा मथु न वथशष्ठ िनु ु
िेह बन्धन त्याग क स्वगणवासी भेलाह । एमहि िाजा थनथम द्वािा शिीि त्याग भेलाक पश्चाि यज्ञ मण्डपमे ब्राह्मण
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 6

लोकथन थवचाि कएलथन, जे हमिे कािणसाँ मथु न वथशष्ठ िाजा कें श्राप िेलथन, परिणामवस िाजा थनथम अपन
शिीि त्याग कएलथन एवम एकि िोष हमिे सभकें लागि । सांसारिक रूपसाँ इ हम सब ब्राह्मण कें अपमान अिवा
ब्रहम शथिक अपमान भेल । अिाः थवद्याक धनी, वेिपाठी सब ब्राह्मण लोकथन थवचाि कएलथन जे िाजा थनथमक
वश ं चलावैक लेल थनथम िाजाक मृि शिीिके यज्ञ कुण्ड उपि िाखी अपन-अपन थवद्याशथि आ मन्रशथि साँ
हुनक मंिन कएलथन। फलिाः ओही यज्ञ कुण्डसाँ थिव्य िेहधािी एक बालक कें आथवभाणव भेल । ब्राह्मण लोकै न
ओ उत्पन्न बालक कें िीन नाम िाखलथन:
१. यज्ञमे जन्म लैक कािण जनक,
२. कोनो िेहधािी थबना जन्म लेबाक कािण थविेह,
३. मंिनसाँ जन्म लैक कािण थमथि नाम भेल ।
थमथि नमहि भेलाक बाि िाजा बनलाह । ओ अपन नाम साँ एक नगि बसौलथन, जिऽ अपन िाजििबाि
बनाओलथन । ओही नगिीक नाम थमथिला अिवा जनकपिु िाखल गेल । िाजा थमथिक िाज्य क्षेर कें
थमथिलाचं ल कहल जाईि । जे ब्राह्मण थमथिला क्षेर में िहैि िलाह, हुनका मैथिल ब्राह्मण कहल गेल ।
१९६० औि १९७० के िशक मे, थबहािमे मैथिल ब्राह्मण िाजनीथिक रूपसाँ महत्वपणू ण बनल । पं.
थबनोिानिं झा ििा लथलि नािायण थमश्र समिु ायक प्रमख ु िाजनीथिक नेिाक रूप मे उभिलाह। डॉ. जगन्नाि
थमश्रक मख्ु यमरं ी कें समय बड मैथिल ब्राह्मण लोकथन थबहाि मे महत्वपणू ण िाजनीथिक पिसाँ ससु ोथभि भेलाह ।
ब्रजस्ि मैथिल ब्राह्मण ओ ब्राह्मण मानल जाईि जे लोकथन मसु लमान शासक गयासद्दु ीन िग़ु लक़साँ
लके अकबिक शासनकाल धरि थििहुि (थमथिला) साँ थवस्िापन भ भाििक ित्कालीन िाजधानी आगिा मे
बसलाह ििा समयोपिान्ि के न्रीय ब्रजक िीन थजल्लामे औिंजेब कें कुशासन साँ प्रिाथडि भ आथब बसलाह ।
ई ब्राह्मण लोकथन ब्रज कें आगिा, अलीगि, मििु ा ििा हाििस मे प्रमखु रूपसाँ वास किै ि िै ि । अहु ठाम साँ
सहो प्रवाथसि भऽ मैथिल ब्राहमण लोकथन थिल्ली, अजमेि, जयपिु , जोधपिु , बीकानेि, बडौििा, िाहौि,
लखनऊ, कानपिु आथि स्िान मे आथब हाल वास कऽ िहल िथि । मगु ल शासक औिंगजेब द्वािा थमथिला
सहीि सम्पणू ण भाििक उपि अपन शासन कालमे अत्याचाि कएल गेल । अही अत्याचािसाँ पीथड़ि भऽ बहुिो
थमथिलावासी ब्राह्मण लोकथन थमथिलााँस पलायन क अन्य प्रिेश जा बैथस गेलाह । थब्रज प्रिेश में िहथनहाि
मैथिल लोकथन ििा थमथिलावासी सभकें एक िोसि जगहक आवागमन सहो बिं भऽ गेल िल । एहेन १६५८
ई० साँ लएके १८५७ क्राथन्ि धरि चलैि िहल । १८५७ ई० कें बाि भाििीय समाज सधु ािक लोकथन आजाि
भाििक सपना िेखलथन । थमथिलाक ब्राह्मण समाज सहो आजाि भाििक सपना िेख लगलाह । स्वामी ब्रह्मानंि
सिस्विी ठीक एही समयमे जाथिक उत्िानक आवाज बल ु िं कएलथन ।
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 7

मैथिल ब्राह्मण कें आशय


मैथिल ब्राह्मण वगणक नाम थमथिलाक नामसाँ उधृि भेल । थमथिला क्षेरमे िहथनहाि ब्राह्मण लोकथनकें
मैथिल सृथष्टक प्रािम्भ मे समस्ि अयाणविणक ब्राह्मणक स्वरुप एक िल । कालान्िि मे िेश थवभाजन िु प्रकािक
भेल - एक पञ्च गौड़ िोसि पञ्च रथवड़ । मैथिल ब्राह्मण पचं गौड़ ब्राह्मणमे साँ एकटा मानल जाईि । पचं गौड़
ब्राह्मण अंिगणि मैथिल ब्राह्मण, कान्यकुब्ज ब्राह्मण, सािस्वि ब्राह्मण, गौड़ ब्राह्मण एवम उत्कल
ब्राह्मण अथि ⃓ मैथिल ब्राह्मण मे द्वीवेि प्रचलन मे अथि - सामवेि आ यजवु ेि । सामवेिी िंिोगी ििा यजवु ेिी
बाजस्नेयी होईि होईि, ब्राह्मण कहल जाईि । प्राचीन कालसाँ थमथिला भाििक एकटा िाज्य मानल जाईि
अथि⃓ हाल थमथिला एक सांस्कृ थिक क्षेर अथि जाथहमे थबहािक मधबु नी, ििभगं ा, समस्िीपिु , बेगसु िाय,
मंगु िे , कोसी क्षेर, पथू णणया, सहिसा, सपु ौल आ भागलपिु प्रमंडल ििा झािखंड के संिाल पिगना प्रमंडल के
सगं -सगं नेपाल कें प्रिेश सख्ं या- १, प्रिेश सख्ं या- २, प्रिेश सख्ं या- ३ कें थकिु थजल्ला सथम्मथलि अथि ।
जनकपिु , ििभंगा औि मधबु नी मैथिल ब्राह्मण का प्रमख ु सांस्कृ थिक कें न्र मानल जाईि । नेपाल, थबहाि, ब्रज-
उत्तिप्रिेश , झािखण्ड िाज्यक िेवघि कें आस-पास मैथिल ब्राह्मणक संख्याक प्रमाण अथि ।
सम्प्रथि आयाणविणक भािि खंड मे चौिासी प्रकािक ब्राह्मण िथि मैथिल के ाँ िोथड़ थहनका लोकथन के ाँ
मलू ग्राम नथह के वल गोर मार िथन्ह । थमथिला क्षेरक थकिु िाजवंश परिवाि, जेना- ओइनवाि वंश, ििभंगा
िाज (खण्डवाल) मैथिल ब्राह्मणक क्षेर भीिि आबैि जे मैथिल सस्ं कृ थिक सिं क्षणक लेल प्रथसद्ध िल । ई
मैथिल ब्राह्मण याज्ञवल््य मथु नक उपासना किए वला श्ु ल यजवु ेिीय आ वेि वेिांगमे पािंगि होईि िै ि ।
भाििीय इथिहासक वेत्ता आओि जािीय व्यवस्िाक ममणज्ञ लोकथन जनैि िथि, जे भाििवषणक ब्राह्मण
लोकथन सवणप्रिम वेिक आधाि पि थवथभन्न वगणमे थवभाथजि िहथि, जेना- सामवेिी आओि यजवु ेिी आथि
कहाबथि । मिु ा समयक प्रभावक कािण थभन्न क्षेर-प्रक्षेरमे िहथनहाि ब्राह्मण लोकथन थभन्न-थभन्न संस्कृ थिसाँ
प्रभाथवि भेल गेलाह। क्षेरीय सस्ं कृ थि साँ प्रभाथवि होएबाक मख्ु य कािण िल थवथशष्ट क्षेरक थवथशष्ट जलवाय,ु
क्षेर थवशेषक भाषा थवशेष, थभन्न-थभन्न क्षेरक थभन्न-थभन्न आहाि थवचाि एवम भेष-भषू ा ििा एक क्षेरसाँ िोसि
क्षेर जयबाक हेिु आवागमनक असथु वधा आथि । फलिाः क्षेर थवशेषक ब्राह्मण समिु ाय, क्षेर थवशेषक आचाि-
थवचाि, खान-पान, वेश-भषू ा,भाव-भाषा अओि सभ्यिा संस्कृ थि साँ प्रभाथवि भेल गेलाह । 
मैथिल ब्राह्मणक गण
ु (थवशेषता)
ओना ि सब ब्राह्मण उच्च, आििणीय व पज्ू य होईि िथि । पिन्च, थमथिला नगिी िपस्वीक भथू म
होइक कािण ओिऽ िहए वला मैथिल ब्राह्मण थवशेष पज्ु यनीय ििा आििनीय मानल जाइि िथि । थमथिलाक
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 8

ब्राह्मण (मैथिल ब्राह्मण) लोकथन कमणकाण्डी, धमोपिेशक, ज्योथिष आ मीमासं ा कें ज्ञािा एवम नीथिक ममणज्ञ
होईि िथि ।
जाथह समाज एवम िेश अओि जाथह जाथिक थशक्षा एवम सस्ं कृ थि कें अपन पृिक सस्ं कृ थि, पहचान,
थनशान आ भाषा होइि, ओ समाज महान मानल जाइि अथि ।
मैथिल ब्राह्मणक भाषा
मैथिल भाषा बड नीक, थप्रय आ समु धिु भाषा होईि अथि । मैथिल ब्राह्मणमे मैथिली भाषा सम्पणू ण
थमथिलाचं लमे प्रायाः आम भाषाक रूपमे बाजल जाईि । थमथिला प्रिेश- मधबु नी, ििभंगा, मधेपिु , झन्झािपिु ,
सहिसा, सपु ौल, मधेपिु ा, थसिामाढी, नेपालसाँ जनकपिु , िाजथविाज, थबिाटनगि आथि क्षेरमे सभा थवशेष
साथहत्य मैथिली भाषा मे प्रकाथशि होइि । अथह क्षेरक थनवासी एवम प्रवासी स्त्री-परू
ु ष, बाल, यवु ा, वृद्व
सबगोट आम बोलचालमे मैथिली भाषाक प्रयोग किै ि िथि ।
मैथिल ब्राह्मणक िहन- सहन
मैथिल ब्राह्मणक िहन-सहन समाजक अन्य ब्राह्मण पथण्डिसाँ फिक अथि । साधािण लील-टीनोपाल
िेल उज्जि / पीयि / लाल धोिी, बािह िनी यि ु उज्जि बगलबन्िी (िपु टा) , गििैन मे िपु ट्टा, मािक उपि
थवशेष प्रकािक स्िायी रूपसाँ गोल ित्तािाि पगडी (पाग), मािमे थरपडंु चानन, जनेऊ धािण ििा पैिमे काठक
खिाम इत्याथि होईि अथि । थहनक वेषभषु ा िेखलासाँ के यो मैथिल ब्राह्मण िै ि, बझु नामे आबैि ।
मैथिल ब्राह्मणक संस्काि
गजेन्र ठाकुि अपन लेख "मैथिल ब्राह्मण" मे थलखलथि जे, मैथिल ब्राह्मण लोकथन मल ू िाः िइु ए गोट
वेिक अनुयायी होईि िै ि । प्रिम वगणक यजवु ेिक माध्याथन्िन शाखाक अनुयायी िै ि िाँ िोसि सामवेिक कौिमु
शाखाक अनुयायी िै ि । यजवु ेिक माध्यथन्िन शाखाक अनुयायी "वाजसनेयी" कहबैि िथि, एथहना सामवेिक ्
कौिमु शाखाक अनुयायी िन्िोग कहाबैि िथि । िनु ुक संस्कािमे थकिु अन्िि अथि । िन्िोगमे उपनयन
संस्कािमे चारि गोट संस्काि- नामकिण, चड़ू ाकिण, उपनयन आ समावत्तणन ििा वाजसनेयीक ई चारू संस्काि
िीक - चड़ू ाकिण, उपनयन, वेिािम्भ आ समावत्तणन । एथहना िन्िोग थववाह मख्ु यिाः िू खण्डमे सम्पन्न होईि
अथि, पवू ण थववाह आ उत्ति थववाह। उत्ति थववाह सयू ाणस्िक बाि िािा िेथख कए होईि अथि। मिु ा वाजसनेयी
थववाहमे एहेन कोनो थवभाजन नथह होईि अथि । एकै क्रममे थिन अिवा िाथिमे कखनहुाँ भए सकै ि अथि ।
वाजसनेयी आ िन्िोगक धाथमणक संस्कािमे िाँ सक्ष्ू म अंिि किौक अथि ।
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 9

पनु श्च सप्तथसन्धसु ाँ प्राच्याथभमख


ु ी यायावि ऋथष लोकथन गगं ा ििा थहमालय कें मध्यक सभु थू म
थमथिलामे जाथह आयण संस्कृ थिक बीज-वपन कएल, िकि मल ू िीक धमण, धमणक मल ू िीक जाथि । महान
स्मृथिकाि मनु अओि याज्ञवल््यक अनुसाि ओथह कन्यासाँ थववाहक अथधकाि विके हुअ जे :
१. समान गोरक नथह होथि,
२. समान प्रविक नथह होथि,
३. मािाक सथपण्ड नथह होथि,
४. थपिाक सथपण्ड नथह होथि,
५. थपिामह अिवा मािामहक संिान नथह होथि,
६. कठमामक संिान नथह होथि । 
एथह वैवाथहक अथधकािक थनष्पािनािण कमसाँ कम मनु ओ’ याज्ञवल््यक समयसाँ ि थनश्चये लोक
अपन ‘याविो परिचय’ स्वयं अपनथह िखैि आथब िहल िल, मिु ा पश्चािक यगु मे ई प्रवृथत्त समाप्तप्राय भऽ गेल।
थववाहक हेिु वि आ कन्याक सम्पणू ण परिचय िाँ आवश्यके िल, जे आनहु धाथमणक संस्कािक हेिु सथपण्डत्त्वक
थवचाि थववाहक अथिरिि श्राद्ध ओ अशौच प्रभृथिअहुमे आवश्यक होईि िल, एथह कािणे ाँ प्रागैथिहाथसक
कालसाँ लोक अपन सागं ोपागं परिचय िाखैि िलाह एवम ओथह अनसु ाि अपन धाथमणक थक्रयाक थनष्पािन किै ि
िहय । ई थनयम सभ हमिा लोकथनक प्राचीनिम धमणग्रंि सभमे उपलब्ध अथि । स्मृथि सभमे कहल गेल अथि,
जे जथनकासाँ थववाहक अथधकाि नथह हुअ ओ स्वजना भेलीह । स्वजनासाँ थववाहोपिांि प्राप्त संिान चाण्डाल
बझु ल जाइि िल । ओ आयणत्वक मयाणिासाँ बथहष्कृ ि मानल जाईि िल । अिाः थववाहक पथहल चिण
अथधकािक थनणणय िहल होयि । वि पक्ष ओ कन्या पक्षक लोक पिस्पि बैथस अपन-अपन परिचयक आधाि पि
थनणणय किैि िल होएिाह, जे अमक ु कथनयासाँ अमक ु विक थववाह हो वा नथह । मिु ा परिचय िखबाक प्रवृथत्तक
ह्रासक कािणें अथधकाि-थनणणयक हेिु प्रत्येक परिवािक सयु ोनय ओ’ आस्िावान व्यथि अपन याविो परिचय
(३२ मलू क उल्लेख) थलथख कए िाखय लगलाह ।
मैथिल ब्राह्मण कें प्रकाि
अपन अपन पिु षाक जानकािी पजं ी व्यवस्िा अन्िगणि मैथिल ब्राह्मणके २० (बीस) प्रकािक गोर
आ िु वगणमे होईि अथि:
अ. वाजसनेथय:
१. काश्यप २. वत्स ३. पिाशि ४. कात्यायन ५. भािद्वाज
६. सावणण ७. गानयण ८. कौथशक ९. गौिम
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 10

१०. अलाम्बक ु ाक्ष ११. कथपल १२. मौिगल्य १३. वथशष्ठ १४. थवष्णव्रु थद्ध
१५. उपमन्यु १६. कृ ष्णारेय (कृ ष्णायन) १७. कौण्डन्य (कौथण्डल्य)
१८. िाथण्डल्य (िाथण्ड) ।
आ. िन्दोग
१९. शाथण्डल्य ।
इ. अन्य
२० . जािू कण्य ।
समस्त मैथिल ब्राह्मण वंश कें ६ कुल भेद तिा ६ आस्पद होईत अथि:
भेद : १. श्रोथरय, २. योनय (योग), ३. पााँज, ४. गृहस्ि, ५. वंश आ ६. गिीब ।
आस्पद
कोनो नाम कें अन्िमे िि सिह, जे शब्ि लगायल जाइि अथि, िकिा आस्पि कहल जाईि । मैथिल
ब्राह्मण कें ६ आस्पि होइि अथि, जेना - झा, पाठक, ठाकुि, थमश्र, थसहं ििा चौधिी । महािाज हरिथसहं िेवक
िाज्य कालमे, ित्कालीन ब्राह्मण समाज कें पााँच वगण मे थवभाथजि कएल गेल िल- श्रोरीय, योग, पजं ीबद्ध,
जयवाि ििा थनम्नवगण । एकि व्याख्या थनम्न अनुसाि कएल गेल अथि:
१. श्रोिीय: ब्राह्मण समाज मे जे लोकथन वेिाध्ययन मे थनिि िहथि श्रथु िक अध्ययन अध्यापन
किथि आ वैथिक कमण काण्ड कें स्वयं ब्यवहािमे आथन, आनो कें प्रेरिि किथि से श्रोथरय कहाओल, “श्रथु ि
जानाथि श्रोथरयह” । ‘ष्टमष्टथला मे श्रोष्टत्रय लोकष्टि के न्द्रस्थ भऽ गोष्टिया कें बसलाि यथा
भट्टपरु ा, इशिपरु , लोििा, लालगजं , िरुआर, सवथसीमा, उजाि, मिरैल, लखिौर, पचिी, मिेपरु , सररसव-पािी
आष्टद । दरभंगा राजक दीयाद पाछााँ जे बाबूसािेब भेलाि से लोकष्टि अइलगर फै लगर चास-बॉस लय फुटके रवा
बष्टि बसलाि यथा- राघोपरु , बरगोररया , रााँटी , मिबु िी, मिेपरु आष्टद स्थाि मे ।
२. योग: ई योनय शब्िसाँ बनल अथि । सवणिा वेिाचािी नथहयो िहैि आन-आन थवभीन्न शास्त्रक
पािंगि थवद्वान ििा गरुु कुल आथिक साँचालक । जथनकि थशष्य िि थशष्य पिमपिाक बहुलिा आ थवथशष्टिा
थसद्ध आ संगथह जथनकि आचिण आ िहन-सहन योनय ब्राह्मणक अनक ु ू ल से वगण योग कुल मे नामांथकि कएल
गेलाह । सम्प्प्रष्टत सौराि , रांटी , मगं रौिी, ष्टपलखवार, कोइलख, भराम, ििौर आष्टद गाममे योगक ष्टिवास अष्टछ।
३. पज ं ीबद्ध: जाथह ब्राह्मणक कुल वा बशं क नाम थचिकालसाँ ख्याि वा थलथपबद्ध हो । जाथह
कुलक थवथशष्ट परुु ष सभ लौथकक थवद्या आ प्रथिभाक आगि हुअ । जे समाज मे सत्काि पबैि थनष्ठा पवू णक
ब्राह्मणत्वक कायण ब्यबहाि सम्पािन किैि हुअ ििा जथनकि कुटुंब गण सम श्रेणी थकम्बा अपना साँ ऊच्च श्रोरीय
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 11

वगणक हुअ, से पजं ीबद्ध वा थबकौआ कहौलथन । जेिा- बसैि, चािपरु ा, शष्टशपरु , यजआ ु र, िािपरु , कक्ररौर,
रष्टिका, बेिीपट्टी, िक्ज़री, अरे र, सतलखा, रांटी, मंगरोउिी, ष्टपलखवार, भराम, ष्टबरौल इत्याष्टद अिेको गाम मे
बास कएिे छै थ ।
४. जयवाि: ई शब्ि ज़ब्बि शब्ि साँ बनल अथि । ब्राह्मण में एहन वगण जे पवू ाणपि साँ चल अबैि
पिम्पिाक अनपु ालन नथह किैि । थवप्रक मख्ु यकमण यज्ञ, वेिपाठ पजू ा, अध्ययन, अध्यापनक सम्पािन नथह कए
थबथभन्न ब्यबसाय साँ थजथबकोपाजणन किै ि िथि । सम्प्रथि थमथिला में एहीवगणक ब्राम्हणक बाहुल्य अथि । ई
लोकथन कोनो नीथि-रिथिक बस मे नथह प्रत्यिु ज़ब्बि िथि से जयवाि कहबैि िथि । जाथह जयवाि ब्राह्मण कें
चारि पाच
ं घि भथगनमान िहैि िलथन्ह ओ ब्यापक जयवाि कहबैि िलाह ििा समाजो मे अत्यथधक सम्मान
पबैि िलाह ।
५. थनम्नवगा: जे प्रायाः ब्राह्मणक थनत्य कमो साँ िथहि िथि से थनम्न श्रेंणीक भेलाह । एथह थवभाजनक
सम्बन्ध मे एकटा अओिो किा अथि सेहो कथह िैि िी जखन मैथिल ब्राह्मणक पंजीकिन प्रािंभ भेल िाँ िाजा
आ गण्यमान थवद्वान लोकथन सम्पणू ण थमथिला मे समाचाि प्रकाथशि कएलथि जे ब्राह्मण लोकथन एिय आथब
अपन–अपन पंजी किबा लैि । एथह समाचािक उपिान्ि जे थनयि थिथि कें प्रािाः थनत्य कमण साँ िथहि भय
पहुचाँ लाह से थनम्न श्रेणीक ब्राह्मण मे पजं ीकृ ि कएल गेलाह । जे ब्राह्मण लोकथन पजू ा पाठ सपं ाथिि कए मध्यान्ह
साँ पवू ण उपथस्िि भेलाह से पंजीबद्ध मे आ जे ब्राह्मणक सकल कमण संपाथिि कए मध्यान्हक उपिान्ि एलाह से
योनय आ जे लोकथन पजू ा थनत्य कमण आ यनय समाप्त कय संध्या काल एलाह से श्रोथरय कहाओल ।
गोिक थवस्ताि
१. ॠृथषसाँ जे गोर शरुु आि भेल थिनका आषण गोर कहल गेल ।
२. ॠृथषक नामसाँ हुनक िेसि पीढी वा ओकि बािक जे गोर भेल ओ कुल गोर कहाओल गेल ।
३. कुल गोरमे, जेना-जेना सन्िान बढैि गेल, हुनक थवस्िाि होईि गेल । जेना- ब्रह्म िेशसाँ थनकै लकें थकिु
ब्राह्मण सािस्वि प्रिेशमे, थकिु कान्यकुब्ज िेशमे, थकिु गौड़मे, थकिु उत्कल िेशमे, ििा थकिु
थमथिलामे बसलाह आओि ओही स्िानकें नामसाँ क्रमशाः सािस्वि, कान्यकुब्ज, गौड़, उत्कली ििा
मैथिल नामसाँ पंच गौड़ कहौलथि ।
४. उि पंच गौड़मे साँ जे ब्राह्मण िान-िथक्षणा लेनाय स्वीकाि नथह कै लथि, हुनका आथि गौड़ ििा जे िान-
िथक्षणा लेनाय स्वीकाि कएलथि, हुनका गौड़ ब्राह्मण कहल गेलथन ।
५. अथह गौड़ सबमे साँ थकिु गौड़ ब्राह्मण थवन्द्याचलक िथक्षणमे वास कएलथन थजनका पंच राथवड़ कहल
गेलथन । कनाणटकमे जे बसलथन हुनका कणाणटकी, िैलगं क्षेरमे िहए कें कािण िैलगं , महािाष्रमे िहए
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 12

वला कें महािाष्री, रथवण (िथमल) मे जे िहलाह हुनका रथवड़ आओि गजु िण क्षेर (गजु िाि) मे िहैक
कािण गजु णिी ब्राह्मण कहल गेलथन ।
उि गोरक थवषय थवस्िािक वगीकिण थनम्न वगीकिण मे अथि:
ब्राह्मणक गोि रुपिेखा

आषण गोर कुल गोर

पंच गोर पंच राथवड़ गोर

गौड़ आथि गौड़ कणाणटकी िैलंग महािाष्री राथवड़ी गजु णिी

सािस्वि कान्यकुब्ज गौड़ उत्कल मैथिल


(श्रोत: पं. ष्टवद्या प्रकाश शमाथ, ब्राह्मण समाज, इन्द्र ष्टिके ति)
क्षेिधािेण ब्राह्मणस्य भेदा
सृष्ट्थयािम्भे ब्राह्मणस्य जाथििेका प्रकीथिणिा ।
एवं पवू ण जाथििे का िेशभेिािथद्वधाऽभवि् ।।
गौड़ राथवड़ भेिने िेशकाले समथन्विा ।।
(श्रोत: maithilbrahminmahasabha.in)
अिाणि,
सृथष्टक आिम्भ कालमे सम्पणू ण भाििवषणकें सब नागरिक भाििीय कहल जाइि िलाह । एक मार
सनािन धमण रूपेण धमण-कमणमे लीन भऽ भगवि् पजू ा-पाठ किैि अपनाके कृ िािण किै ि िलाह । मार ब्राह्मण
द्वािा प्रथिपाथिि वणाणनरू
ु प काज किै ि िलाह । ििपु िान्ि सभ्यिा, थशक्षाक दृथष्टमे भाििवषण कें खण्ड सभ रूपेन
कहल जाइि िल - १. गौड़ क्षेर, २. रथवड़ क्षेर ।
उपिोि क्षेर सब मे िहैि वाथसन्िा सब लोकथन एक आपस में क्षेर वासीके रूपमे परिथचि हुअय
लगलाह, जेना- गौड़ क्षेरक ब्राह्मण सभके गौड़ ब्राह्मण ििा रथवण क्षेरक ब्राम्हणके राथवड़ ब्राह्मण ।
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 13

गौड़ ब्राह्मणस्य भेदा


अथह क्षेरक नाम साँ उत्ति भािि, जेना - गौड़ िेश अन्िगणि िहए वला गौड़ ब्राह्मण सभकें ५ (पााँच)
थभन्न-थभन्न स्िानीय नाम साँ सम्बोधन कएल गेल, जे कालान्ििमे गौड़ ब्राह्मणक पांच भेि भेल ।
श्लोक:
सािस्वताः कान्यकुब्जा गौड़ मैथिल उत्कलाः ।
पंच गौड़ा इथतख्याता थवन्ध्यस्योर्त्िवाथसनः।।
ब्राह्मण उत्पथर्त् माितण्ड ।
अिाणि,
सािस्वि, कान्यकुब्ज, गौड़, मैथिल ििा उत्कल नामक पााँचो के पचं गौड़ कहल जाईि थकयाक िऽ
एके टा गौड़ वश ं क लोकथन थभन्न-थभन्न क्षेरमे िहला साँ ओही क्षेरक नामसाँ जानल गेल, जेना:
१. सिस्विी निीक आसपासक क्षेरमे िहथनहाि कें सािस्वि ब्राह्मण कहल गेल ।
२. कन्नौज आ ओहीक अन्िगणि जिेक क्षेर आबैि िल, ओथहठामक ब्राह्मणके कान्यकुब्ज ब्राह्मण
कहल गेलथन ।
३ . थमथिलाचं लमे िहथनहाि ब्राह्मणके मैथिल ब्राह्मण कहल गेल।
४. उत्कल प्रिेशक ब्राह्मणके उत्कल ब्राह्मण ििा
५. शेष क्षेर वासी कें गौड़ ब्राह्मण नाम साँ जानल गेल ।
(श्रोत: maithilbrahminmahasabha.in)
मैथिल समाजमे ख्याथत प्राप्त व्यथित्व
✓ वाचस्पथि थमश्र िाशणथनक, भामिी
✓ मण्डन थमश्र िाशणथनक, पवू ण मीमासं ा के आचायण
✓ गोनू झा हास्य कलाकाि, (१३म शिाब्िी), ग्राम- भिवािा, थसंहवािा, ििभंगा
✓ थवद्यापथि ठाकुि मैथिली कथव, संगीिकाि (१३५२-१४४८ ई.), ग्राम- थबस्फी, मधुबनी
✓ लक्ष्मेश्वि थसहं महािाजधीिाज, ििभगं ा िाज
✓ निे न्र झा भाििीय अथभनेिा
✓ उथिि नािायण पाश्वण गायक
✓ उथिि नािायण पाश्वण गायक, अथभनेिा
✓ थबनोिानिं झा पवू ण मख्ु यमरं ी, थबहाि
✓ लथलि नािायण थमश्र पवू ण मख्ु यमंरी थबहाि, पूवण िे ल मंरी, भािि
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 14

✓ डा. जगन्नाि थमश्र पवू ण मख्ु यमंरी, थबहाि


✓ पं. िाधानन्िन झा पवू ण अध्यक्ष, थबहाि थवधान सभा, ग्राम- लखनौि
✓ नागाजणनु / वैद्यनाि थमश्र थहिं ी एवम मैथिली कथव
✓ डा. लक्ष्मण झा सन्ि, उपकुलपथि, ल. ना. थम. थव. थव., ििभंगा, ग्राम – िथसयािी, ििभंगा
✓ म. म. पा. बैद्यनाि झा सल्लाहकाि, लाडण भाईसिाय, कलकत्ता, ग्राम - बिसाम-थसझौल
✓ पं. यिु पाठक समाज सेवी, पिोपकािी एवम प्रथिथष्ठि व्यथित्व, ग्राम – भेजा, मधबु नी
✓ प.ं िंगी झा समाजसेवी, ग्राम – खजिु ी, मधेपिु , मधबु नी
✓ पं. जनािणन झा थशक्षा थवि् , समाजसेवी, ग्राम – िहुआ, मधबु नी
✓ पं. ब्रजनन्िन थमश्र फलहािी बाबा, उच्च थव. संस्िापक ,समाज सेवी, ग्राम – खजिु ी, मधबु नी
✓ पं भधु ि झा ज्योत्साचायण, ग्राम - सभागााँव
✓ पं. िृथप्त नािायण ठाकुि थशक्षक, भलामानुस, , कथव सश ु ोथभि, समाजसेवी, ग्राम - जनािणनपिु
✓ डा. िेवेन्र झा समाज सेवी, ग्राम - िलिल
✓ पं िाधा कान्ि झा सभ्य एवम संस्कृ ि थवज्ञ, ग्राम - िलिल
✓ प.ं िघवाचायण थवद्वान, ज्योत्षाचायण, ग्राम - भीठ भगवानपिु ।
कमाक अनुसाि ब्राह्मण कें देल उपाथध (िि):
क्र. स.ं कायाक्षेि उपाथध
१. जे ज्योथिषीक कायण किैि िलाह जोशी
२. िीन वेिक अध्ययन किएवला थरवेिी
३. िीनहुाँ काल वेिक पाठ किएवला थरपाठी
४. िु वेिक अध्ययन किएवला थद्ववेिी
५. चारि वेिक अध्ययन किएवला चिुवेिी
६. िीक्षा िेनहाि िीथक्षि
७. शास्त्र पढाबएवला पाण्डेय
८. जे यज्ञ किाबैि िलाह याथज्ञक
९. जे हवन किाबैि िलाह अथननहोरी
१०. अनेकौं थवषयक ज्ञािा थमश्र
११. जे अध्यापन कायण किै ि िलाह उपाध्याय, कालान्िि मे उपाज्जाओ,
ििपु िान्ि : झा भेलाह
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 15

१२. जे स्वाध्यायी िलाह पाठक


१३. उपजीथवका किएवला श्ु ल
१४. सिकािी काम काज किएवला महन्ि
१५. शासन ििा प्रशासन मे भागीिािी िाखएवला ठाकुि
१६. गान मे थनपन्ु न शमाण
(श्रोि: ब्राह्मण गोरावली)
मैथिल ब्राह्मण लोकथनकें नामक िि अिवा उपाथधक तथ्य वा िहस्य की अथि ?
मैथिल ब्राह्मण समाज अनेक उपाथध साँ अलक ं ृ ि अथि, जेना- ओझा, झा, थमश्र, पाठक, चौधिी, शमाण,
प्रथिहस्ि, ठाकुि , कुमि, थसंह , श्ु ल, पाििी, खााँ, िाय , सािा, ईश्वि, मंडल, सिस्विी, उपाध्याय, आचायण,
स्नािक आथि । आउ आब एकाएकी थकिु उपाथध पि थवचाि किी जे थनम्न अनुसाि अथि:
उपाध्याय / ओझा/झा. प्राकृ ि ब्याकिणक अनुसाि उपाध्यायक अपभ्रंश झा ििा ओझा अथि ।
अध्यापन वृथि जे किै ि िलाह हुनका उपाध्यायक उपाथध िेल जाइि िल । एही उपाध्यायसाँ ओझा एवम ओझा
साँ झा भेल अथि । उपाध्याय, ओझा, झाक थशष्यक प्रथशष्य आचायण पास किैि िलाह िाँ आथि गरू ु के ाँ
महामहोपाध्यायक पिवी प्राप्त होईि िल ।
थमश्र. नाना प्रकािक शास्त्र वेि , वेिान्ि ििा थममााँसाक ज्ञािा लोकथन कें थमश्रक उपाथध प्रिान कएल
गेल ।
पाठक. ई उपाथध पठन-पाठन के थनहाि लोकथन कें िेल गेलथन्ह । ई लोकथन वेि शाश्र पढ़ब आ
पढेबामे थनपणु िा प्राप्त कएने िलाह । वेि पठनक एकटा थवथशष्ट शैलीक थनमाणिा िलाह । ई लोकथन समाजमे
खास कए ब्राह्मण समाज मे घथू म-घथू म वेि शास्त्र पठन ििा किा वाचन किथि से पाठक कहाओल गेलाह ।
चौधिी. चारू वेि ििा अनेक शाश्र धािण क क्षमिा िखथनहाि , जथनक यश , प्रथिष्ठा चारू थिशा
में ब्याप्त िालथन , जथनक कुशलिा आ चािुिी चिुवणगणमे ब्याप्त िल, सभ वगणक चौधिाहट अिाणि
माथलकत्व के थनहाि कें चौधिीक उपाथध प्रिान कएल गेल । एकि अथिरिि चौधिी चोिसाँ समाजक िक्षा के थनहाि
ििा चोि के पकड़थनहाि कें सेहो कहल गेल ।
शमाा. ई शमणणाः शब्िक अपभ्रंश स्वरुप अथि । कमण काण्ड मे ब्राह्मण मारक उपाथध शमणणाः कहल
गेल अथि । एखनहुाँ पजू ा यज्ञाथि मे कोनो उपाथध धािीक नामोच्चािण शमाण कथह कएल जाइि अथि । ई प्रायाः
वैथिक कालीन उपाथध थिक । सामवेिी गान थनपणु शमणण कहल जैि िलाह । हमिा एकटा नीक वैथिकक माँहु क
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 16

सनु लहा अथि जे जाबि धरि वेि गान शम पि नथह पहुचाँ िै िल िाबि धरि ध्वथन लय कें थवशद्ध
ु िा स गबैि
िहय बला कें शमणण कहल जैि िल । सकल शास्त्रक ज्ञािा कें सेहो शमाण कहल जैि िल ।
ठाकुि. ठ्कुि शब्िक अपभ्रंश ठाकुि अथि । ब्राह्मण मे िाजा लोकथनक उपाथध सेहो ठाकुि िेल
जैि िलथन । महाकथव थवद्यापथिक उपाथध ठाकुि िलथन । हुनक थलथखि जिेक पाण्डुथलथप उपलब्ध अथि
िाथह मे ठ्कुि शब्िक प्रयोग अथि । ठाकुि ईश्विक पयाणयवाची सेहो अथि । समाज मे जथनकि आचािण िेव
िुल्य िल से ठाकुि कहाओल जैि िलाह ।
थसंह. ई मख्ु यिया िाजा आ िाजपरु क उपाथध िल । थकिु लोक एकि उत्पथि थहसं शब्िसाँ कहल
अथि । शब्िािण पि दृथष्टपाि कएने शथिवान, सत्तावान , प्रभिु ा प्राप्त लक्ष्मीवान लोकक उपाथध चरििािण िेखल
जाइि अथि । ज़मींिाि, सामिं , प्रभसु त्ता आ सभ प्रकािे न सामथ्यणवान स्विाः थसहं क उपाथध धािण कए लैि
िलाह । ििभंगा िाजक बीजी परुु ष महेश ठाकुि िलाह, मिु ा ओही कुलक थकिु पश्ु ि नीचा आथब माधव थसंह
भय गेलाह । ई उपाथध क्षरी थकंवा िाजपिू मे सेहो अथि । िाज परिवािसाँ सम्बद्ध लोकक सेहो थसंह उपाथध धािण
कएने िथि । श्रोथरय ब्राह्मण मे लोक हास्य किै ि कहैि अथि जे अिााँ कोि ष्टसंि छी ? ष्टसंि टूट्टा आष्टक ष्टसंि
जट्टु ा ? ष्टकछु ब्यष्टि सोझे ष्टसंि आ ष्टकछु ष्टसंि झा, ष्टसंि िाकुर आष्टद किबैत छष्टथ ।
िाए . िाए शब्ि िाजाक पयाणयबाची सेहो अथि जे वगण िाज सत्ता वा ओकि सामीप्यक अनभु व वा
उपभोग किै ि िलाह से िाय उपाथध धािण के लैि िलाह । थवद्यापथि अपन अवहट्ठ ग्रन्ि कीथिणलिा मे ििा
अनेक गीि मे िाए शब्ि िाजाक हेिु ब्यवहृि कएने िथि । थकिु लोक थववेचना साँ ईहो थसद्ध कएल जे िाए
उपाथध धािीक बीजी परुु ष अवश्य िाजा िलाह । कालान्िि मे िाए शब्िक प्रयोग िाय मे हुअ लागल । प्राचीन
काल मे अनेक िोट-िोट िाजा होईि िलाह । किा थकम्बिथन्िमे िाँ गामक पािू एकटा िाजाक बाि कहल गेल
अथि ।
एवम प्रकािेन् मैथिल ब्राह्मणक प्रत्येक उपाथधक अिणक सािणकिा अथि ।
मैथिल ब्राह्मणक वंशावली (पंजी व्यवस्िा) तिा अथभलेख ईथतहास
मैथिल ब्राह्मण समाजक आधािशीला िीक पंजी-व्यवस्िा । वस्िुि: मैथिलत्वक मापिण्ड पंजी-
व्यवस्िाक पालन कहल जाए सकै ि अथि, (झा, िमानाि, १९६९, पृ. ७) । मैथिल ब्राह्मणक वंशावली (पंजीक
व्यवस्िा) ििा अथभलेख १४म शिाब्िी कें िेसिका िशक साँ शरुु आि भेल । थवगि ७०० वषणसाँ मैथिल ब्राह्मण
ििा कायस्ि लोकथन, एथह पंजीके आधाि मे सम्बंध वैवाथहक थनधाणिण किै ि अएलाह अथि । एथह प्रकािे न
पंजी के थववाहक थनबंधन कहल जा सकै ि अथि । थकंविन्िी अनुसाि थमथिलाक ित्कालीन महािाज हरिथसंह
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 17

िेव नेहिा गाम मे एकटा पोखरि खनौलथन्ह आ ओकि यज्ञ मे थमथिलाक समस्ि ब्राह्मण के थनमरं ण िेल आ
िाही क्रम मे पंजी प्रबंध बनल, (मैष्टथल ब्राम्प्िण मिासभा, ष्टबराट िगर) ।
हरिथसंह देवक समयमे वश
ं ावली (पज
ं ीक व्यवस्िा) कें शरुु आत
पंजी प्रबन्धपवू ण मध्य कालमे ब्राह्मण कायस्ि आऽ क्षथरय वगणक जाथि शद्ध
ु िाक हेिु थनथमणि कएल
गेल । कोनो ब्राह्मणक जाथि शद्ध ु िाक हेिु उिेढ़ जानब आवश्यक िल । उिेढ़ वास्िवमे, साि परुु षक परिचय
अथि, जाथह हेि,ु एथह बत्तीस (३२) कुलक परिचय आवश्यक िै क, जेना - थपिा एवं मािाक थपिामह एवं
थपिामही ििा मािामह एवं मािामही के ि थपिामह एवं थपिामही आ मािा एवं मािामही के ि थपिा आओि एथह
बत्तीस पवू णजसाँ थववाह योनय व्यथि सािम पड़बाक चाही । एथह क्रममे श्रोथरय, योनय आ पंजीबद्ध श्रेणी कएल
गेल । जे लोकथन पजं ीबद्ध मे नथह अएलाह से जएबाि भेलाह । उिेढ़मे श्रोथरय मािृपक्ष में पााँच पीढ़ी ििा
थपिृपक्ष में साि पीढ़ी त्याथग थववाह किैि िलाह ।  योनय मार श्रोथरय साँ एथह अिणमे थभन्न िलाह जे ओ
लोकथन थपिृ-पक्ष में सािम पीढ़ीक त्याग किैि िलाह मिु ा योनय नथह किै ि िलाह । ई लोकथन थपिृ पक्षमे िाः
पीढ़ी आऽ मािृ पक्षमे पााँच पीढ़ीक त्याग कय थववाह किै ि िलाह । पजं ीबद्ध लोकथन थजनका वंशज सेहो कहल
जाईि अथि, मािृ पक्षमे चारि आऽ थपिृ-पक्षमे िाः पीढ़ी त्याथग कय थववाह किै ि  िलाह । 
१४म सिी कें िोसि िशक िक पंजी- प्रिाक प्रचलन नथह िल । थकयो थकयो भलमानुस लोकै न
व्यथिगि रूपमे वंश परिचय िाखैि िलाह । िाजा हरिथसंह िेवक समयमे पंजी प्रबंध बनाओल गेल।
पंजीकाि लोकै न वंश परिचयक थनयमानुसाि अथभलेख िाख लगलाह । पजं ीकाि लोकै न कें सौिाठ
सभा सथहि पथू णणया, मंगिौनी, भिाम, भगविीपिु , जिैल, किुआ, चकौिी आओि कोइलख सहीि
अन्य स्िान मे प्रश्रय के लेल िाजाश्रय भेटलथन । कालांििमे सौिाठ एकि प्रमख ु कें र थबन्िु बनल ।
हाल वंशावली कें पंजी व्यवस्िापन मे सिकाि ििा स्िानीय प्रशासन के उिासीनिाक कािण ७००
वषण पिु ाण आििणीय पन्जीकाि महोियक संिक्षणमे िाखल पंजी सबहक अवस्िा अत्यन्ि ियनीय अथि । ई
एहेन अथभलेख अथि जे थमनटमे अपन सबहक पख ु ाणक नामावलीक जानकािी िऽ सकै ि अथि ।
पज
ं ी व्यवस्िा कें आवश्यकता कोना भेल ?
“ब्राहणानाम् समत्ु पन्ना िि् बीज किनम ििा,
किोथम िघिु वे ाख्यं , पंजी प्रबंध थबथनश्चयाः ।
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 18

चौिहम शिीमे कनाणट वश ं ीय थमथिलाक शासक िाजा हिीथसहं िेवजीक िाजििबािमे पिामशणिािाक
रूपमे पं. हरिनाि थमश्र कायणिि िलाह । हुनक पत्नी थनत्य ग्रामसाँ ििू एकटा थशवालयमे पजू ाक लेल जाईि
िलीह । एक थिन मथन्ििसाँ आबैि काल मागण में हुनका एकटा चाण्डाल भेटलथन, ओ चाण्डाल बिनीयि वश
धमणपिायण नािीकें पकिए चाहलक । पिञ्च ओही स्त्रीकें सिीत्वकें प्रभावक कािण ओ चाण्डाल हुनका पकै ड़
नथह सकल । ओ नािी हल्ला किै ि भागैि अपन गाम सिु थक्षि आओलीह । पिञ्च ओ चाण्डाल स्त्रीक ग्राम
पहुचलासाँ पथहनथहं गाम पहुथाँ च अपन सािी माफण ि सम्पणू ण गाम में अफवाह उिौलक जे चाण्डाल हरिनाि थमश्रक
पत्नीक धमण भ्रष्ट कए िेने अथि । ई खबि सथु न हरिनाि थमश्र अपन पत्नीकें परित्याग कए िेलथन। थबना थकिु
बुथझ सथु झ ििा जाचं पड़िाल के ने एथह प्रकािे न परित्यागक समाचाि बुझी पथण्डिक धमणपिायणी स्त्रीकें अपाि
िाःु ख भेलथन आ कथनक कालक बाि आाँथख खोललथन एवम पि शिीिमे नवीन चेिना जाग्रि होइके महससू
कएलथन, ििोपिान्ि अथह अन्यायक थवरुद्ध महािाजा हिीथसंह िेव जीक ििवािमे याथचका िाथखल कै लथन ।
थनणणय हेिु िाजा समय थनथश्चि क ििबािमे िनु ु पक्ष कें बजाओलथन ििा स्त्रीक पिीक्षा लेल गेल । पिीक्षा हेिु
िाजाक आिेश िल थक गिम टह-टह लाल लोहाक एक िोि पकड़लासाँ यथि स्त्री पाइक जाईि िथिन ि धमण
भ्रष्ट मानल जेिथन वा नथह पकला पि ओ नािी पथवर मानल जेिीह ििा ससम्मान स्वीकाि कएल जेिीह ।
एक थनथश्चि थिनमे ओ ब्राह्मणी िाज ििबािमे आओलीह आओि हुनका गिम िपि लोहा हािमे
पकड़ै लेल कहल गेलथन । नािी शपि लेलथन जे "हमिा चाण्डाल संग अंग स्पशण नथह भेल अथि आ यथि इ
सत्य अथि ि ईश्वि हमिा मिि किैि" । पिञ्च ई की भेल, ओही नािीके हाि पाईक गेलथन, अिाः िाजक थनणणय
अनुसाि ओ सिीकें त्याग क िेल गेल। अथह परिथस्िथिमे ओ पथिव्रिा नािीक कष्ट बेसी भ गेलथन, थकयाक िऽ
ओ जनैि िलीह जे हुनक अंग स्पशण नथह भेल िलथन, िैयो हाि थकया पकलथन ? अही थचिं ा मे ओ थिन िाथि
डुबल िहैि िलीह । एक बेि पनु ाः अपन अथनन पिीक्षा िैक हेिु ििबािमे याथचका िैि कहलथन जे "हमि थवरूद्ध
लेल गेल थनणणय मे थकिु रटु ी िही गेल अथि" । िाथह हेिु हमिा िबु ािा परिक्षा लैक व्यवस्िा कएल जाय ।
ब्राह्मणीक प्रािणना पि िनु ु पक्षक बिाओल गेल अनुसाि पनु ाः स्त्रीकें गिम िपि लोहा पकड़ैक लेल कहल गेल
एवम ओ कहलथनजे "हमि पथिक अलावा कोनो अन्य परू ु ष अगं स्पशण नथह भेल’’ ओही काल ओ स्त्रीक हाि
नथह पकलथन । सबगोटा आश्चयणचथकि भेलाह । िाजाक आिेशानुसाि ब्राह्मण ििा ब्राह्मणीक साि पीढ़ीक पणू ण
िानबीन कएल गेल एवम पिा चलल जे अही िनु ु पथि पत्नी एकै ऋथष गोर कें िलाह ििा समगोरी कें कािण
ई िनु ु गोटा भाय बथहन िालाह । अिाः सम गोरीमे पत्नी भेलाक कािण पं. हरिनाि थमश्र ि पथहनं थहसं ाँ चाण्डाल
भऽ गेल िलाह । एही कािण चाण्डाल शब्िक उपयोग किए के कािण ओ िेवी का हाि जैरि गेल िलथन ।
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 19

एथह घटनाक उपिान्ि िाज हरिथसहं द्वािा स्वजािीय शद्ध ु िा एवम स्वगोरीय कन्या कें साि थववाह नै
हुअ, अही उद्देश्यक पथू िण हेिु पंजी प्रचलन व्यवस्िा (वंशावली) कएल गेल, जे थक आई िक थवद्यमान अथि ।
पञ्जी साि प्रकािक होईि अथि । मल ू , शाखा, गोर, पर, िषू ण उिेढ़ आऽ एकटा आि । पञ्जीक
प्रािम्भसाँ पथहने सभ के यो अपन-अपन वंशावली स्वयं िाखैि िलाह । हिथसंह िेव िाथह हेिु एकटा संस्िाक
थनमाणण कएलथन्ह । मैथिल ब्राह्मणक हेिु गणु ाकि झा, कणण कायस्िक हेिु शंकिित्त आऽ क्षथरयक हेिु थवजयित्त
पञ्जीकाि थनय्ु त्त भेलाह । ििभगं ा निे श माधव थसंह शाखा प्रणयन पस्ु िकक आिेश िेलथन्ह । एथहसाँ पथहने
मल ू पञ्जी सभक समान रूपे ाँ बनैि िल । आब सोथि, जोग आऽ पञ्जीबद्धक हेिु फिाक शाखा पञ्जी बनाओल
जाए लागल । गोर पञ्जीमे सभ गोर आ िकि प्राचीन मल ू िहैि अथि । पर पञ्जी लगभग ३०० वषण पवू णसाँ
प्रचलनमे अथि । एथहमे मल ू ग्रामक उल्लेख िहए लागल । िषू ण पञ्जीमे वंशमे आएल क्षिणक उल्लेख िहैि
अथि । ई गोपनीय पञ्जी िीक आऽ एकिा सावणजथनक नथह कएल जाइि अथि । बहुि बािमे एकि चचण संभव
होईि अथि । उिेढ़ पञ्जी मे सथपण्डक थनवृथत्त होईि अथि- ि पिु खाक प्राप्त होईि अथि । मार िसाढ़-अिरियाक
पञ्जीमे मथहलाक पञ्जी भेटैि अथि ।
वश
ं ावली तिा पज
ं ी व्यवस्िाक उद्देश्य
वश
ं ावली ििा पंजी व्यवस्िाक मख्ु य उद्देश्य थनम्न अनुसाि अथि :
१. साि पीढी अन्िगणि समगोरी थववाहमे थनयन्रण,
२. िठी प्रभावक थनयन्रण,
३. थववाहक समय वैवाथहक थसद्वांिक ियािी,
४. वश ं मल
ू क सत्यापन,
५. बीजी परुु षकें जानकािी,
६. मैथिल ब्राह्मणक अथस्ित्व कायम,
७. मैथिल ब्राह्मणक उच्च सस्ं कािक सिं क्षण,
८. पवू णज प्रथि आििसचू क भावनाक अथभव्यथि ।
मैथिक ब्राह्मणमे वैवाथहक अथधकािक थनणाय
मैथिल ब्राह्मणमे थववाह सम्बन्धी थनणणय ििा वैवाथहक सम्बन्ध स्िापना हेिु बनाओल थसद्धान्ि हेिु
थनम्न थनयम लागु होईि:
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 20

थनयम १. कोनो कन्या अपन १६ परुु ष (थपिृकुल आऽ मािृकुल थमलाके ) साँ िठम स्िानमे िहैि
िथि, थजनका िथठ कहल जाईि िथन्ह । एथह िथठक थनधाणिण थनम्न प्रकािसाँ होईि अथि :
१. ्न्याक प्रथपिामहक थपिामह प्रिम िथठ,
२. कन्याक प्रथपिामहक मािामह थद्विीय िथठ,
३ कन्याक थपिामहक मािामह िृिीय िथठ,
४. कन्याक प्रथपिामहीक मािामह चिुिण िथठ,
५. कन्याक थपिामहीक प्रथपिामह पञ्चम िथठ,
६. कन्याक थपिाक मािामहक मािामह िठम िथठ,
७. कन्याक थपिामहीक प्रमािामह सािम िथठ,
८. कन्याक थपिामहीक मािृमािामह आठम िथठ,
९. कन्याक मािामहक प्रथपिामह नवम िथठ,
१० कन्याक प्रमािामहक मािामह िसम िथठ,
११. कन्याक मािामहक प्रमािामह एगािहम िथठ,
१२. कन्याक मािामहीक मािृमािामह बािहम िथठ,
१३. कन्याक मािामहीक प्रथपिामह िेिहम िथठ,
१४. कन्याक मािामहीक थपिृ मािामह चौिहम िथठ,
१५. कन्याक मािामहीक प्रमािामह पन्रहम िथठ,
१६. कन्याक मािामहीक मािृ मािामह सोलहम िथठ ।
उपिो्त्त समस्ि िथठक समान महत्त्व अथि । एथहमे साँ कोनो िथठ विक थपिृ पक्षमे अएला
पि उ्त्त वि कन्याक मध्य वैवाथहक अथधकाि नथह होएि । ओऽ िथठ यथि विक मािृकुलमे अबैि
िथि िाँ अथधकाि होएि ।
थनयम २. वि कन्याक गोर एक नथह हुअ ।
थनयम ३. वि कन्याक प्रवि एक नथह हुअ ।
थनयम ४. विक मािामह ओऽ कन्याक मल ू ओऽ मल ू ग्राम सथहि एक हुअ िाँ साि पस्ु ि धरि मािृ
सथपण्डक कािण अथधकाि नथह होयि ।
थनयम ५. विक थवमािाक भायक सन्िान कन्या नथह हुअ ।
मातृतः पञ्चमी त्यक्त्र्त्वा थपतृतः सप्तमीं भजेत-् मनुस्मृथत
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 21

असथपण्डाय या मातःु असथपण्डा च या थपतःु सा प्रशस्ता थिजातीनां दाि कमाथण


मैिुने ।
पञ्चमात् सप्तमात् सप्तमात् उर््ावं मािूतः थपिूतस्ित ।
सथपण्डा थनवतेत कतामु ् व्यथतथतसम् ।
अिा: संस्कृ ि श्लोकक अिण एवं प्रकाि अथि:
• विक मािृकुलक परुु षसाँ कन्या पााँचम पीढ़ी धरिक सन्िान नथह होथि । विक थपिृकुलक िठम पीढ़ी
धरिक सन्िान नथह होथि ।
• जे कन्या विक मािृ कुल ओऽ थपिृकुलक सथपण्ड अथह होथि से थद्वजाथि विक हेिु उद्वाह कमणक लेल
प्रशस्ि ।
• मािृकुलमे पााँच आऽ थपिृकुलमे साि पीढ़ी धरि सथपण्ड िहैि ।
कोनो कन्याक िथठक अन्वेषण हेिु ३२ मल ू क उिेढ बनाबए पड़ैि िै क । िाथहमे सवणप्रिम उिेढ़क
वाम भागमे कन्याक ग्राम, मल ू ग्राम थलखल जाइि िै क । िथहसाँ अव्यवथहि िथहन भागमे मल ू आऽ िकि
नीचााँ कन्याक अथि वृद्ध प्रथपिामह, वृद्ध प्रथपिामह, वृद्ध थपिामह, प्रथपिामह, थपिामह आऽ िखन थपिाक
नामोल्लेख अविोही क्रमसाँ थलखल जाइि िै क । एथह मध्य वृद्ध प्रथपिामह पथहल िथठ कहओिाह, जथनकासाँ
कन्या िठम स्िानमे पड़ैि िै क। प्रस्िुि उिाहिणमे किमहा मल ू क बेहट मल ू ग्रामक थवट्ठो ग्रामवासी (ििभंगा)
काली कान्ि झा के पौरी श्री शथश नाि झाक परु ी भौि ग्रामवासी खण्डबला मल ू क भौि मल ू ग्रामक नािायणित्त
ठाकुिक िौथहरी- धिमपिु ििभगं ा- क अथधकाि िरिहिा मल ू क ििौली मल ू ग्रामक लोहनावासी गोपीनन्ि झाक
पौर श्री कृ ष्णानन्ि झाक बालक किमहा मल ू क बेहट मल ू ग्रामक थबट्ठो थनवासी कन्हैय्या झाक िौथहरसाँ
जाँचबाक अथि ।
थितीय िथठ
वृद्ध थपिामह िाधानाि झाक श्वसिु माड़रि वथलयास मल
ू क इन्रपथि झाक बालक धनपथि झा होएिाह
से एथह प्रकािेन गणना- धनपथि = १, जमाय = िाधानाि = २, हुनक बालक कंटीि = पीिाम्बि = ४, शथशनाि-
कन्या = ६ ।
तृतीय िथठ
कन्याक प्रथपिामहक श्वसिु क- जेना- माण्डि मल
ू क थसहौली मल
ू ग्रामक; १. िघबु ि झा परु २. फे कू
झा िथनक जमाए ३. कंटीि झा, िथनक परु ४. पीिाम्बि झा िथनक परु ५. शथशनाि झा ६. कन्या । एथह मध्य
माण्डि थसहौली िघवु ि झासाँ कन्या िथठ िथि ।
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 22

चतिु ा िथठ
जेना- फे कू झाक ससिु - पाली मथहषी मल
ू क हषी झा, जेना- (१) हषी झा- (२) जामािा- फे कू झा (३)
जामािा कंटीि झा (४) परु - पीिाम्बि (५) शथशनाि (६) कन्या । एथह ििहेन कन्या हषी झासाँ िठम स्िानमे
िथि। िाथह हेिु ई चारिम िथठ भेल ।
पंचम िथठ
कन्याक थपिामहक श्वसिु क थपिामहसाँ कन्या िठम स्िान, जेना - सकिाढ़ी मलू क पिहट
मलू ग्रामवाला (१) ब्रजनाि झा (२) हुनक बालक हषणनाि झा (३) थहनक बालक थसथद्धनाि झा (४) थहनक
जमाय पीिाम्बि झा (५) हुनक बालक शथशनाि झा (६) थहनक कन्या- अस्ि,ु सकिाढ़ी पिहट ब्रजनाि झा
पााँचम िथठ कहौिाह ।
षष्ठम िथठ
जेना- पिहट सकिाढ़ी मल ू क हषणनाि झाक श्वसिु खण्डबला भौि मल ू क श्यामनाि ठाकुिक बालक
महेश्वि ठाकुिसाँ कन्िा िठम स्िानमे िथि- िाँ (१) महेश्वि ठाकुि (२) हषणनाि झा (३) थसथद्धनाि झा (४) पीिाम्बि
झा (५) शथशनाि झा (६) कन्या- एथह ििहे ाँ खण्डबला भौि मल ू क महेश्वि ठाकुि िठम िथठ कहौिाह ।
सप्तम िथठ
कन्याक थपिाक मािामहीक थपिामह- यिा हरिअम मल ू क बथलिाजपिु मल ू ग्रामक सेवानाि थमश्रक
पौरी, बालमक ु ु न्ि थमश्रक परु ी कन्याक थपिा शथशनाि झाक मािामही िथि, िाँय (१) सेवानाि थमश्र- परु (२)
बालमक ु ु न्ि थमश्र (३) जामािा- थसथद्धनाि झा (४) जामािा- पीिाम्बि झा (५) परु शथशनाि झा (६) परु ी-
कन्या, अस्ि,ु हरिअम बथलिाजपिु सेवानाि थमश्र ७म िथठ भेलाह ।
अष्ठम िथठ
कन्याक थपिामहीक मािृ मािामह, जेना- सोििपिु मल ू क सरिसब मल ू ग्राम वाला (१) गिाधि थमश्र-
जामािा (२) बालमक ु ु न्ि थमश्र- जामािा (३) थसथद्धनाि झा (४) जामािा पीिाम्बि झा- परु (५) शथशनाि झा
(६) कन्या। िाथह हेिु सोििपिु सरिसव गिाधि थमश्र आठम िथठ िथि ।
नवम िथठ
कन्याक मािामहक प्रथपिामह- खण्डबला मल ू क भौि मल
ू ग्राम (१) धमणनाि ठाकुि- परु (२) योगनाि
ठाकुि-परु (३) िगु ाणनाि ठाकुि-परु (४) नािायणित्त ठाकुि- जामािा (५) शथशनाि झा- िथनक (६) कन्या अिाणि्
धमणनाि ठाकुिसाँ कन्या- ६म स्िानमे िथि। िाँय धमणनाि ठाकुि नवम् िथठ भेलाह ।
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 23

दसम िथठ
कन्याक प्रमािामह (िगु ाणनाि ठाकुिक) मािामह- बभथनयाम मल
ू क कड़िाइन मलू ग्रामक सन्िलाल
झासाँ कन्या िठम स्िानमे िथि, जेना- (१) सन्िलाल झा- थहनक जमाय, (२) योगनाि ठाकुि (३) परु िगु ाणनाि
ठाकुि परु (४) नािायणित्त (५) जमाय- शथशनाि झा िथनक परु ी (६) कन्या । एथह हेिु बभथनयाम मल ू क
सन्िलाल झा १०म िथठ ।
११म िथठ
किमहा मलू क नड़़ुआि मल ू ग्रामक बििण झासाँ कन्या- िठम् स्िानमे िथि, जेना- (१ ) बििण- परु
(२) खेली- जमाय-(३) िगु ाणनाि ठाकुि (४) िथनक परु - नािायणित्त ठाकुि- जमाय (५) शथशनाि (६) परु ी-
कन्या- अस्िु बििण झा ११म िथठ ।
१२म िथठ
कन्याक मािामहक मािृमािामह खण्डवला मल ू क भौि मल ू ग्रामक जीख्खन ठाकुिसाँ कन्या िठम
स्िानपि, क्रम- (१) जीख्खन ठाकुि (२) खेली झा जमाय (३) िगु ाणनाि ठाकुि (४) परु - नािायणित्त- जमाय
(५) शथशनाि- परु ी (६) कन्या ।
१३म िथठ
कन्याक मािामहीक प्रथपिामह हरिअम मल ू क बथलिाजपिु मलू ग्रामक योगीलाल थमश्र। यिा- (१)
योगीलाल –परु (२) कमलनाि थमश्र (३) परु - शथिनाि थमश्र (४) जमाय- नािायणित्त ठाकुि- जमाय (५)
शथशनाि- परु े (६) कन्या ।
१४म िथठ
कन्याक मािामहीक थपिृमािामह अिाणि् सोिापिु मल
ू क थिगउन्ध मल ू ग्रामक कौथशल्यानन्ि थमश्र-
यिा- (१) कौथशल्यानन्ि थमश्र- िथनक जमाय (२) कमलनाि थमश्र िथनक (३)परु शथिनाि थमश्र, िथनक जमाय
(४) नािायण ित्त ठाकुि िथनक (५) जमाय शथशनाि झा- िथनक परु ी (६) कन्या ।
१५म िथठ
कन्याक मािामहीक प्रमािामह अिाणि् खण्डवला मल ू क भौि मल
ू ग्रामक महािाज कुमाि बाबू गणु ेश्वि
थसंह, जेना- (१) बाबू गणु ेश्वि थसंह- परु (२) बाबू लथलिेश्वि थसंह (३) जमाय- शथिनाि थमश्र- िथनक जमाय
(४) नािायणित्त ठाकुि (५) िथनक जमाय- शथशनाि झा- िथनक परु ी (६) कन्या ।
१६म िथठ
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 24

कन्याक मािामहीक मािृमहीक मािृमािामह अिाणि् खौआल मल ू क थसमिवाड़ मल ू ग्रामक- पद्मनाि


झासाँ कन्या िठम् स्िानमे िथि, यिा- (१) पद्मनाि-जमाय (२) बाबू लथलिेश्वि थसंह (३) जमाय शथिनाि (४)
जमाय- नािायणित्त (५) जमाय- शथशनाि, (६) परु ी- कन्या ।
उपिोि प्रकािे न कन्याक सोलह िथठ प्राप्त भेल ।
विपक्ष:
कन्यथहाँ सदृश विहुकेाँ उत्तेढ़ (बत्तीस) मल
ू क बनाओल जाईि िै क । एथह मध्य ि-ू प्रकािक परिचय िहैि
िै क- एक, विक थपिा-थपिामहाथि ििा हुनका लोकथनक मािृकुलक जे विक हेिु थपिृकुल भेल, िोसि, थिस
विक मायक थपिृकुलक जाथह मध्य विक मािामहाथि ििा हुनका लोकथनक मािृकुलक परिचय ।
कोनहु किा जाँचबाक हेिु पञ्जीकाि सभसाँ पथहने कन्याक िथठक थनधाणिण कए लैि िथि। ििाःपि
विक उिेढ बनबैि िथि। िखन िेखबाक िहैि िथन्ह जे कन्या थजनकासाँ िथठ िथि से िऽ विक परिचयमे नथह
पवैि िथि। जाँ से कोनो िथठ भेट गेलाह, िाँ िेखबाक िहैि जे विक कोन पक्ष (थपिृ-मािृ) के अएलाह। मािृ-
पक्ष िहने अथधकाि हो आओि थपिृ-पक्षमे िहने नथह हो, से वचन पवू णमे कथह आएल िी ।
मैथिल ब्राह्मणक गोि तिा प्रवि
गोर धािण अत्यंि प्राचीन पिम्पिा अथि । सृथष्टक प्रािम्भ मे समस्ि अयाणविणक ब्राह्मणक स्वरुप एक
िल । कालान्िि मे िेश भेिें थद्व प्रकािक भेलाह - १. पञ्च गौड़ आ २. पञ्च रथवड़ । पञ्च गौड़ मे सािस्वि,
कान्यकुब्ज, गौड़, उत्कल, मैथिल आ पञ्च रथवड़ मे कणाणट, िेलांक, महािाष्र , राथवड़, गजु णि । सम्प्रथि सम्पणू ण
अयाणविण खंड मे चौिासी प्रकािक ब्राह्मण िथि मैथिल के ाँ िोथड़ थहनका लोकथन के ाँ मल ू ग्राम नथह के वल गोर
मार िथन्ह । प्राचीन काल मे प्रािथम्भक अवस्िा मे जखन ब्राह्मण लोकथन िपोवन मे चाथलि गरुु कुल मे थवद्या
ग्रहण किैि िलाह िाँ िपोवनक कुलपथि वा प्रधान गरू ु क थशष्य मंडली होईि िल । गरुु कुलक थशक्षा समाप्त
कए जखन ओ लोकथन जीथवकोपाजणन आ स्वयं के ि संसाि बसेबाक हेिु अपन-अपन स्िान पि जाइि िलाह
िाँ स्िान-स्िान मे शास्त्रक चचाण आ शास्त्रािण होईि िहैि िल जाथह मे पक्ष-थवपक्ष धािण कए हाि आ जीिक
प्रसंग आबैि िहैि िल । एकथह गरुु कुल साँ थशक्षा ग्रहण के ने पिस्पि वािी आ प्रथिवािी बथन उलथझ जैि
िलाह । अपन गरुु कुलक मान्यिाक थबरुद्धो प्रथिवािी कें पिास्ि किवाले कटु थववाि आ कुिकण क संबल लए
लैि िलाह । बाि मे परिचय भेने आ ए्के गरू ु क थशष्य थसद्ध भेने पश्चािाप किै ि िलाह । एक गरूु क थशष्य
मंडली पिस्पि गरुु भाय बथन जैि िलाह । गरुु भाय मे पिस्पि वैवाथहक सम्बन्ध आवाि-थववाि आ अनेकानेक
समस्याक समाधान हेिु हुनका लोकथन के ाँ मथु नक नामे ाँ गोर प्रिान कएल गेल । िोसि मानिा अनुसािे पृथ्वीपि
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 25

मानवक उत्पथि मथु न सबव्िािा भेल अथि । िैं जाथह वश ं क उत्पिी जाह मथु न द्वािा भेल िाथह वश
ं क नाम वाह
मथु नक नामसाँ िाखल गेल । मद्दु ा प्रिम मानिा थवशेष थवथध सम्मि अथि ।
मैथिल ब्राह्मण समाजमे गोर वंशा-बोधक िीक । मैथिल ब्राह्मणक समस्ि गोर थपिृ प्रधान होइि
अिाणि् प्रत्येक गोर अपन-अपन वश ं क प्राचीनिम ज्ञाि महापरुु षक नाम िीक । मैथिल ब्राह्मणमे सभ थमलाए
२० गोट गोर अथि । मैथिल ब्राह्मणमे साि गोट गोरक कुल व्यवथस्िि, सपु रिथचि ओ बहुसंख्यक अथि । ई
साि गोर िीक- १. शाथण्डल्य, २. वत्स, ३. काश्यप, ४. सावणण, ५. पिाशि, ६. भािद्वाज आ ७. कात्यायन ।
शेष १३ गोट गोर िीक- १. गगण, २.कौथशक, ३. अलाम्बक ु ाक्ष, ४. कृ ष्णारेय, ५. गौिम ६. मौद्गल्य, ७. वथशष्ठ,
८. कौथण्डन्य, ९.उपमन्य,ु १०. कथपल, ११. थवष्णवु थृ द्ध, १२. िथण्ड आ १३. जाथिकणण । 
प्रत्येक गोरमे कोनो गामक मल ू होईि अथि । थमथिला मे १५३ मल ू क ब्राह्मणक परिचय प्राप्त होईि
अथि । किैक मल ू एहन अथि, जे एकसाँ बेसी गोरमे पाओल जाईि अथि । जेना- ‘ब्रह्मपिु ा’ एहने मल
ू िीक ।
एथह मल
ू क ब्राह्मण- शाथण्डल्य, वत्स, काश्यप, अलाम्बुकाक्ष, गौिम ओ गगण गोरमे पाओल जाइि िथि ।
समस्ि भाििवषणमे सम्पणू ण ब्राह्मण समाजक मार २४ ऋथष मलू गोर किाण होईि, जाथह मेसाँ मैथिल
ब्राह्मण समाज कें १५ ऋृथष गोर अथि- १. शाथण्डल्य, २. वत्स, ३. काश्यप, ४. पािाशि, ५. भािद्वाज, ६.
कात्यायन, ७. गौिम, ८. कौथशक, ९. कृ ष्णारेय, १०. गानयण, ११. थवष्णवु थृ द्ध, १२. सावणण, १३. वथशष्ठ, १४.
कौथण्डन्य आ १५. मौद्गल, (श्रोत: https://maithil brahminmahasabha.in/gotra1/) ।
जाथह गोरक सामवेि होइि, िकि कौिमु ी शाखा आ गोथभल सरू होईि अथि । वामथशखा अिाणि्
बाम थिस मोरिकें थशखामे गाठं िेनाय औि बाम पाि अिाणि् यज्ञाथि शभु कायणमे वाम चिण प्रिम पक्षालन के नाय
ििा गांधवण उपवेि आओि थवष्णिु वे िा होईि अथि ।
जाथह गोरक यजवु ेि होइि, िकि धनुवेि उपवेि होईि अथि आओि माध्याथन्िनी शाखा, कात्यायन
सरू , िथक्षण थशखा अिाणि् शभु काजमे िााँया थिस मोरिकें थशखामे गीिह िेनाय आओि िथक्षण पैि धोनाय एवम
थशव िेविा मानल जाईि अथि । मैथिल ब्राह्मणक इष्ट िेवी िगु ाण मानल जाईि । गायरी गरू
ु मरं होइि ।
कश्यपौ वत्स शांथडल्या, कौथशकश्च धनंजया ।
षडंते थवप्राः सामवेदाः, शेषे यजवु ेथदनः ।।
अथहमे काश्यप, वत्स, शाथं डल्य औि कौथशक सामवेिी व शेष यजवु ेिी होईि अथि ।
प्रवि संख्या तिा नाम
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 26

क्र. गोि प्रवि सख्ं या प्रवि तत्वक नाम


१ शाथण्डल्य थर प्रवि शाथण्डल्य, अथसि, िेवल
२ वत्स पंच प्रवि औवण, च्यवन, भागणव, जमिथनन, आल्पवान
३ काश्यप थर प्रवि काश्यप, वत्स, नैध्रवु
४ पािाशि थर प्रवि पािाशि, शथि, वथशष्ठ
५ भािद्वाज थर प्रवि भािद्वाज, अंथगिस, बाहणस्पि
६ कात्यायन थर प्रवि कात्यायन, थवष्ण,ु आंथगिस
७ गौिम थर प्रवि अंथगिा, वथसष्ठ, बाहणस्पि
८ कृ ष्णारेय थर प्रवि कृ ष्णारेय, आप्ल्वान, सािस्वि
९ गानयण पंच प्रवि गानयण, घृि, वैशम्पायन, कौथशक, माण्डव्यािवणन
१० थवष्णवु थृ द्ध थर प्रवि थवष्णवु थृ द्ध, कौिपच्ु ि, रसिस्य
११ सावणण पचं प्रवि औवण, च्यवन, भागणव, जमिगन्य, , अप्लावन
१२ कौथशक थर प्रवि कौथशक, अथर जमिथनन
१३ वथशष्ठ थर प्रवि वथशष्ठ, अथर, सांकृथि
१४ कौथण्डन्य थर प्रवि कौथण्डन्य, आथस्िक, कौथशक
१५ मौिगल्य थर प्रवि मौिगल्य, अंथगिस, वाहणस्पत्य
१६ अलाम्बुकाक्ष थर प्रवि गगण, गौिम, वथशष्ठ
१९ उपमन्यु थर प्रवि उपमन्य,ु आथं गिस, बाहणस्पत्य
२० कथपल थर प्रवि शािािप, कौथण्डल्य, कथपल
एथहमे सावणण आओि वत्सक पवू जण एके िथि िाथह हेिु िू गोरक बीच थववाह नथह होईि िथन्ह ।
िनिोनय ििा वाजसनेयक वैथिक यगु ीन उध्वाणधि थवभाजन एकि संग िहबे कएल एवम यज्ञोपवीि मरं िनु ूक
थभन्न-थभन्न अथि । यज्ञोपवीिमे िीन प्रवि आ थक पााँच प्रवि िेल जाय िाथह हेिु उपिका सचू ीक प्रयोग कएल
जाईि ।
प्रवि कें अिा
साधािण अिणमे प्रविक िात्पयण ओ प्राचीनिम ऋथष मनु ीसाँ होईि अथि, जे स्वयं गोर संस्िापक
ऋथषकें पवू णज िलाह । यज्ञाथि धाथमणक कृ त्य सबहक अवसिमे प्रवि नामक उच्चािण आवश्यक िल । ई प्रिा
किाथचि् ऋनवेि कालमे प्रथिथष्ठि भ गेल िल । कोषीिथक ब्राह्मणक किनक अनुसाि प्रवि-थवहीन यज्ञ
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 27

के नेहािक हव्य िेविो नै स्वीकाि किैि अथि । िाथह हेिु सभ ब्राह्मण कें लेल प्रवि नामोच्चािण कएनाय
आवश्यक िल । आपस्िम्बक किानानुसाि, प्रविक स्मिण कें अभावमे आचायण कें प्रवि प्रयोग कएल जा सके ि
अथि । िाथह हेिु प्रविके समाजमे बड महत्वपणू ण स्िान अथि । प्रायाः समस्ि सरू काि लोकथन सप्रवि थववाह कें
वथजणि कएल गेल अथि ।
सस्ं काि प्रकाशमे उद्धि आपस्िम्ब के मिानुसाि, कोनो लोकथन सप्रवि कन्या कें संग समागम
कएलाक परिणाम, ओ अपन जाथिसाँ हीन भ जाइि अथि ििा ओकि सन्िान चंडाल होईि अथि ।
प्रवि यज्ञक आधाि िीक । अिाः यज्ञमे प्रविक पाठ होईि अथि । प्रवि कें बािमे ‘आषेय’ सेहो कहल
गेल अथि- जकि अिण िीक ऋथष साँ संबंध िाखए वला (ऋनवेि-०९/९७/५१) । शोनक ऋथषक सथु वख्याि पवू णज
लोकथन मैथिल ब्राह्मण मध्य प्रवि कहबैि िथि अिाणि् ऋगवेिक ऋचाक प्रणेिा लोकथन प्रवि थिकाह । 
गौङ ब्राह्मणक गोि सारिणी
क्र. गोि नाम प्र. स.ं वेद उपवेद शाखा सुि िंद थशखापाद देवता िाि
१ काश्यप ३ सामवेि गन्धवणवेि कौिुमी गोथभल जगिी वाम थवष्णु पथश्चम
२ वत्स ५ सामवेि गन्धवणवेि कौिुमी गोथभल जगिी िथक्षण थवष्णु पथश्चम
३ सावणण ५ सामवेि गन्धवणवेि कौिमु ी गोथभल जगिी वाम थवष्णु पथश्चम
४ पिाशि ३ यजुवेि धनुवेि माध्यथन्िनी कात्यायन अनुष्टुप िथक्षण थशव िथक्षण
५ गौिम ३ यजुवेि धनुवेि माध्यथन्िनी कात्यायन अनुष्टुप िथक्षण थशव िथक्षण
६ शाथण्डल्य ५ सामवेि गन्धवणवेि कौिुमी गोथभल जगिी वाम थवष्णु पथश्चम
७ अथर ३ ॠगवेि आयुवेि शाकल्य आश्वलायन गायरी पूवण ब्रह्मा पूवण
८ अगस्ि ३ यजुवेि धनुवेि माध्यथन्िनी कात्यायन थरष्टुप िथक्षण थशव िथक्षण
९ कौथशक ३ सामवेि गन्धवणवेि कौिुमी गोथभल जगिी पथश्चम थवष्णु पथश्चम
१० जामिगथनन ३ यजवु ेि धनवु ेि माध्यथन्िनी कात्यायन अनष्टु ुप पथश्चम थशव पथश्चम
११ भािद्वाज ३ यजुवेि धनुवेि माध्यथन्िनी कात्यायन अनुष्टुप िथक्षण थशव िथक्षण
१२ थवश्वाथमर ३ यजवु ेि धनवु ेि माध्यथन्िनी कात्यायन अनष्टु ुप िथक्षण थशव िथक्षण
१३ कृ ष्णारेय ३ सामवेि गन्धवणवेि कौिुमी गोथभल गायरी पथश्चम थवष्णु पथश्चम
१४ गगण ५ यजुवेि धनुवेि माध्यथन्िनी कात्यायन अनुष्टुप िथक्षण थशव िथक्षण
१५ कात्यायन ३ यजुवेि धनुवेि माध्यथन्िनी कात्यायन थरष्टुप िथक्षण थशव िथक्षण
१६ कौथण्डल्य ३ अिवेि स्िापत्यवेि शौथनकी शाखा बोधायन अनुष्टुप उत्ति वाम उत्ति
१७ उपमन्यु ३ यजुवेि धनुवेि माध्यथन्िनी कात्यायन थरष्टुप िथक्षण थशव िथक्षण
१८ कुथशक ३ यजुवेि धनुवेि माध्यथन्िनी कात्यायन थरष्टुप िथक्षण थशव िथक्षण
१९ भागणव ५ सामवेि गन्धवणवेि कौिमु ी गोथभल जगिी पथश्चम थवष्णु पथश्चम
२० वात्सायन ३ सामवेि गन्धवणवेि कौिुमी गोथभल जगिी वाम थवष्णु पथश्चम
२१ वथशष्ठ ३ यजुवेि धनुवेि माध्यथन्िनी कात्यायन थरष्टुप िथक्षण थशव िथक्षण
२२ मुिगल ३ यजुवेि धनुवेि माध्यथन्िनी कात्यायन थरष्टुप िथक्षण थशव िथक्षण
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 28

२३ धनन्जय ३ सामवेि गन्धवणवेि कौिुमी गोथभल जगिी िथक्षण थवष्णु पथश्चम


२४ कौत्स ३ यजुवेि धनुवेि माध्यथन्िनी कात्यायन अनुष्टुप िथक्षण थशव िथक्षण
२५ मिीथच ३ सामवेि गन्धवणवेि कौिुमी गोथभल जगिी िथक्षण थवष्णु पथश्चम
२६ साख्यायन २ यजुवेि धनुवेि माध्यथन्िनी कात्यायन अनुष्टुप िथक्षण थशव पथश्चम
२७ पीलस्त्य ३ यजुवेि धनुवेि माध्यथन्िनी कात्यायन अनुष्टुप िथक्षण थशव पथश्चम
२८ कथवस्ि ३ यजुवेि धनुवेि माध्यथन्िनी कात्यायन अनुष्टुप िथक्षण थशव िथक्षण
२९ मालव ३ यजवु ेि धनवु ेि माध्यथन्िनी कात्यायन अनष्टु ुप िथक्षण थशव िथक्षण

(श्रोत: पं. जय भगवाि शमाथ, ब्राह्मण समाज मिासभा, ष्टदल्ली)


मैथिल ब्राह्मणक मूल कें अिा
थमथिलामे कणाणट वंशक अथन्िम शासक श्रीमान महािाज हिीथसंह िेवजी द्वािा थहजिी सम्वि ८१२ साँ
८२० कें मध्य काल मैथिल ब्राह्मण वंशक सचू ी बनावए आ शद्ध ु िा िाखए उद्देश्य साँ पंजीकिण कएल गेल ।
ओथह समय महािाज अनेकहुाँ थवद्वान पथं डि लोकथन कें सगं ल गाम-गाम भ्रमण कएलाह आ प्रत्येक मैथिल
परिवाि में स्वयं जाकें परिवािक पजं ी अथभलेख िाखS लगौलथन । ओथह काल जे थकिु परिवाि लोकथन ई िकण
िेलथन जे हम सभ अथह गाम के वासी नथह िी, िखन ओ जाथह गाम मे िहैि िलाह, हुनका लोकथनक मल ू गाम
पवू ण गामके कहल गेल । कालान्ििमे, महािाजजी द्वािा एथह काजक लेल अपन सहयोगी पथं डिक थनयि ु कएल
गेल, थजनक वंशधि अखनहुाँ पंजीकाि कहल जाईि आ पंजी वा वश ं अथभलेख, जाथिय, गोर, प्रवि, थशखा,
शाखा, सरू आथिक लेखा िखनाय मख्ु य व्यवसाय िथन । मैथिल ब्राह्मण वंशमे अखनहुाँ धरि थववाहाथि अवसिमे
मल ू कें खोजी होईि अथि । एथह मल ू क पयाणयवाची शब्ि खेड़ा कहल जाईि ।
एक मल ू गोरक ब्राह्मण ििू -ििू जा बसनें पिस्पि सपं कण सरू टूथट जाईि िल िििण मलू कें ग्रामाधाि
िेल गेल जे िोसि शब्ि मे डेिा सेहो कहबैि अथि । प्रािथम्भक अवस्िा मे ई लोकथन जाथह ग्रामक वासी िलाह
से मल
ू मे जोरि िेल गेल ओ भेल मल ू ऽ ग्राम । सोझ अिण मे मलू माने भेल जथड़ अिाणि कोनो बंशक बीजी परुु ष
के िलाह ? आ हुनक प्रािथम्भक थनवास किए िल ओ मल ू ग्राम साँ जानल जा सकै ि अथि । पजं ी साँ पवू णजथह
गाम मे बीजी परुु ष िलथिं से मल
ू औि पंजी समय जिए िलाह से गाम भेल । जेना हमि मल ू िीक सकुने प्रशौनी
अिाणि मलू भेल सकुने आ ग्राम भेल प्रशौनी ।
मैथिलक ब्राह्मणक मूल थवविण
अि गोि तिा मूल पज
ं ी प्रािभ्यते ।
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 29

मैथिल ब्राह्मण सवणप्रिम जाथह गाममे वास कएलथि ओही गाम के नामसाँ हुनक वश ं कायम भेलथन
आ एखन िक से व्यवस्िा कायम अथि । मैथिल ब्राह्मण समाजमे गोर वश ं क बोध मानल जाईि ।
ब्राह्मणक गोर थपिृ प्रधान एवम प्रत्येक वश ं क प्राचीनिम ज्ञाि महापरुु षक नाम िीक । अस्ि,ु
गोर आ गोरापत्य अिाणि गोरक सन्िान मध्य िि सम्बन्धक सचू ना िीक । थमथिलामे ब्राह्मणक
लेल कुल बीस (२०) गोर अथि । आगााँ गोर आ गोरसाँ सम्बथन्धि मल ू क प्राकृ थिक उच्चािण ििा
लोक भाषा मे मल ू क उच्चारिि स्वरूपक वणणन कएल जा िहल अथि जकिा गोर पजं ी कहल
जाईि :
१. अि काश्यप गोिस्य मल

मौथलक उच्चािण लौथकक उच्चािण मौथलक उच्चािण लौथकक उच्चािण
ओइनी ओइनवाि खौआल खौवाड़य
संकिाढ़ी सकथड़वाि जगथि जगथिवाि
िरिहिा िरिहिे वा िथलहिे माण्डि मड़िय
बथलयास बथलयासे/बथलयासय पचाउट पचाउटे/पचौटे
कटाई कटैवाड़ सिलखा सिलखे
पण्डुआ पडुए माथलि माथलि
मेिन्िी मेिण्िी भिआ ु ल भिआु लय
पकथलया पकथड़ये बुधवाल बुधवाड़े
थपभयू ा थपभयू ा मौिी मौरिये
भिू हिी भिू हिी िािन िाजन
थवस्फी थवषयवाि िरिया िरिये
िोस्िी िोस्िीवाड़ भिे हा भिहे
कुसम्ु बाल कुसमाड़य निवाल निवाले
लगिु िह लगिु िहे
२. अि शाथण्डल्य गोिस्य मल

मौथलक उच्चािण लौथकक उच्चािण मौथलक उच्चािण लौथकक उच्चािण
थिघोष थिघवे सरिसव सरिसवे
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 30

महुवा महुवे पवणपल्ली पवोथलवाड़/पगोथलवाड़


खण्डवला खड़ौिय गंगोली गंगोथलवाि
यमगु ाम यमगु ामे करियन करियने
मोहिी महुरिये सझआ ू ल सझआ ु ड़य
मड़ाि मड़ािै पण्डोली पण्डुलवाड़
जथजवाल जथजवाड़य िथहभि िथहभिवाि
थिलय थिलयवाि माहव महबे
थसम्मआ ू ल थसम्मआ ू लय थसंहाश्रम सेहासमय
सोििपिु सोििपरु िये कड़रिया कड़रिये
अल्लारि अलरिये वा अन्हरिये होइयाि होइयािय
िल्हनपिु िन्नहपरु िये `परिसिा परिसिे
पिसण्डा पिसण्डे वीिनाम वीिनामय
उत्तमपिु उत्तमपरु िये कोिरिया कोिरिये
िथिमन िथिमनय बिे वा बिबय
मधआ ु ल मधआ ु लय गगं ोि गगं ोिय
भटौि भटोिय बुधौिा बुधोिय
ब्रह्मपिु ब्रह्मपरु िये कोइयाि कोइयािय
कटथहवाि कटथहवािय गंगआु ल गंगआु लय
घोथषयाम घोथषयामय ििौनी िथियौनय
थभगआ ु ल थभगआ ु लय ननौिी ननौथिवाि
िपनपिु िपनपरु िये अल्लारि अल्ररिया
३. अि वत्स गोिस्य मल

मौथलक उच्चािण लौथकक उच्चािण मौथलक उ. लौथकक उ.
पाली पथलवाड़ हरिअम्ब हरिअम्मय
थिसिू ी थिसिू ीवाि िाउढ़ िउढ़े
टंकवाल टकवाड़य घसु ौि घसु ौिय
जथजवाल जथजवाड़य पहद्दी पोहद्दीवाि
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 31

जल्लकी जलैवाि भन्िवाल भन्िवालय


कोइयाि कोइयािय किथहवाि किथहवािय
ननौि ननौिय डढ़ाि डढ़ािय
किम्महा किमहे बुधवाल बुधवाड्य
लाही लाही सौनी सौनीवाि
सकौनय सकुनय फनन्िह फन्नेवाि
मोहिी महुरिये वंठवाल वण्ठवालय
थिसउॅि थिसौिय बरूआली बरूआड़ी
पण्डोली पण्डुलीवाि बहेिाढ़ी बथहिवाड़
बिै वा बिवय अलय अड़ैवाि
भण्डारिसम भण्डारिसमय बभथनयाम बभथनयामय
उचथि उथचिवाि िपनपिु िपनपरु िये
थबठुआल थबठुआलय निवाल निवालय
थचरपल्ली थचरपथलये जिहथटया जिहथटये
ििवाल ििवालय ब्रह्मपिु ा ब्रह्मपरु िये
सिौनी सिौनी
४. अि सावणा गोिस्य मूल
मौथलक उच्चािण लौथकक उच्चािण मौथलक उच्चािण लौथकक उच्चािण
सोन्िपिु सोन्िपरु िये पथनचोभ पथनचोभे
बिे बा बिबय नन्िोि ननोिय
मेिन्िी मेिन्िीवाि
५. अि पिाशि गोिस्य मूल
मौथलक उच्चािण लौथकक उच्चािण मौथलक उ. लौथकक उ.
निउन निौनय सिु गन सिु गनय /सगु िगनै (अपभ्रंश)
सकुिी सकुरिवाि सइु िी सइु िी
सम्मआ
ू ल सम्भआ
ु लय थपहवाल थपहवाड़ै
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 32

निाम निामय महेशारि महेशारि


सकिहोन सकिहोनय सोइनी सोइनी
थिलय थिलयवाड़ बिै वा बिवय

६. अि भाििाज गोिस्य मूल


मौथलक उच्चािण लौथकक उच्चािण मौथलक उ. लौथकक उ.
एकहिा एकहिे थवल्वपंचक बेलौंचे
िेयाम िेयामय कथलगाम कथलगामे
भिू हिी भिू हरिये गोढ़ाि गोढ़ािय
गोधथू ल गोधोली
७. अि कात्यायन गोिस्य मल

मौथलक उच्चािण लौथकक उच्चािण मौथलक उ. लौथकक उ.
कंु जोली कुथजलवाड़ ननौिी ननौथिवाि
जल्लकी जलैवाि वथिगाम वथिगामय
८. अि कौथशक गोिस्य मूल
मौथलक उच्चािण लौथकक उच्चािण
थनखथू ि थनखथू िवाि
९. अि गगा गोिस्य मूल
मौथलक उच्चािण लौथकक उच्चािण मौथलक उ. लौथकक उ.
वसहा वसहे वसाम वसामय
ब्रह्मपिु ा ब्रह्मपरु िये सिु ौि सिु ौिय
बुधौि बुधोिय उिौि उिौिय
१०. अि गौतम गोिस्य मूल
मौथलक उच्चािण लौथकक उच्चािण मौथलक उ. लौथकक उ.
ब्रह्मपिु ब्रह्मपरु िये उथत्तमपिु उथिमपरु िये
कोइयाि कोइयािय
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 33

११. अि जातुकणा गोिस्य मूल


मौथलक उच्चािण लौथकक उच्चािण मौथलक उ. लौथकक उ.
िेवहाि िेवहािे कटाई कटैवाि
पिसण्डा पिसण्डे
१२. अि कौथण्डल्य गोिस्य मूल
मौथलक उच्चािण लौथकक उच्चािण मौथलक उच्चािण लौथकक उच्चािण
एकहिा एकहिे पिौन पिौन
पिसण्डा पिसण्डे
१३. अि थवष्णुवथृ द्ध गोिस्य मूल
मौथलक उच्चािण लौथकक उच्चािण मौथलक उ. लौथकक उ
वसु वन बसु वड़े
१४. अि मौद्गल्य गोिस्य मूल
मौथलक उच्चािण लौथकक उच्चािण मौथलक उ. लौथकक उ
ििवाल ििवाड़े माथलि माथलि
थिघोष थिघवे कथपंजल कथपंजल
जल्लकी जलैवाि
१५. अि कृष्णािेय गोिस्य मल

मौथलक उच्चािण लौथकक उच्चािण मौथलक उ. लौथकक उ
लोहना लोहना बुसवन भसू वड़े
पिौनी पिौनी
१६. अि अलाम्बुकाक्ष गोिस्य मूल
मौथलक उच्चािण लौथकक उच्चािण मौथलक उ. लौथकक उ
वसाम वसामय कटाई कटैवाि
ब्रह्मपिु ा ब्रह्मपरु िये
१७. अि तथण्ड गोिस्य मूल
मौथलक उच्चािण लौथकक उच्चािण मौथलक उ. लौथकक उ
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 34

कटाइ कटैवाड़ पिसण्डा पिसण्डे


१८. अि उपमन्यु गोि
१९. अि कथपल गोि,
२०. अि वथशष्ठ गोि कोिआ

श्रेणीक क्रममे मल
ू क थवभाजन
प्रमख
ु ३४ मल
ू थनम्न िीन श्रेणीमे थवभि अथि: 
प्रिम श्रेणीमे मूल. १. खड़ौिे , २. खौआड़े, ३. बुधबाड़े, ४. मड़िे , ५. हरिहिे, ६. घसौिे, ७. थखसौिे, ८.
कमहे, ९. निौने, १०. वमथनयामै, ११. हरिअम्मे, १२. सरिसवै, १३. सोििपरु िये ।  
थितीय श्रेणीमे मूल. १. गगं ोथलवाि, २. पगौथलवाि, ३. कजौथलवाि, ४. अड़ेवाि, ५. वहथड़खाल, ६.
सकथड़खाि, ७. पथलवाि, ८. थवसेवाि, ९. फनेवाि, १०. उथचिवाि, ११. पडुलवाि, १२. कटैवाि, १३. थिलैवाि ।
मध्यम श्रेणीमे मूल. १. थिद्यवे, २. बैलेच,ै ३. एकहिे , ४. पंचोभे, ५. बथलयासे, ६. जमजआ
ु ले, ७. टकवाले,
८. घड़़ुए  ।
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 35

भाग २
वंशवृक्ष तिा वंशावली
झा परिवाि
गोि - काश्यप
मूल - बथलयासे, बुर्ेव
प्रवि - तीन (३)
पवू ावासी - सागिपिु
सम्प्रथतवासी - िहुआ-सग्रं ाम एवम खजुिी
ग्राम - िहुआ-सग्रं ाम आ थवष्णुपिु -खजिु ी
िाना - भेजा (२९९)
मधेपुि, झंझािपिु , मधुबनी, थबहाि, भाित
पीन कोड - ८४७४०८

लेखक तिा सग्रं हकताा


प्रा. डा. अशोक कुमाि झा
व्यवस्िापन सङ्काय
थरभवु न थवश्वथवद्यालय, नेपाल
अक्षांश िे खा (Latitude Line) : २६.१७८२३०
िेशान्िि िे खा (Longitude Line) : ८६.३७५९२०
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 36

बीजी पुरुष
बथलयासे-एकमा सँ
(श्रोत : पररष्टशि १)

प्रािंथभक पीर्ी सख्


ं या १. प.ं धिनीधि २. पिमनाभ ३. हरिश्रमी
४. िथिकि ५. मधकु ि ६. थमिकि
७. नीथिकि ८. थवभाकि ९. िथवकि
१०. ििनपथि (पीर्ी : दसम (१०)

पं. ितनपथत पीढी १०


परु - पं. महािेव:- (बथलयासे-बढु ेव कहबएलथि) पीढी ११
पं. भाथगिि पीढी १२
परु - २ ; १. पं. काशीनाि, २. पं. गोथवन्ि पीढी १३
१. काशीनाि
परु - २ ; क. प.ं सिानन्ि प्र. सिाई, ख. प.ं कृ ष्णानन्ि पीढी १४
क. पं. सदानन्द प्र. सदाई
परु – २ ; अ. प.ं मनहि, आ. प.ं धिणी पीढी १५
अ. मनहि चौधिी
परु – १ ; पं. बालकृ ष्ण पीढी १६
परु – ३ ;
१. पं. सख ु िेव झा,
२. प.ं नयन झा (नैन झा) पीर्ी १६+०१
(रहुआ एवं खजुरी वास- बलियासे-बुढेव झाकें आलि पुरुष)
३. पं. खश
ु ीहाल झा
२.पं. नयन झा (नैन झा) बीजी पुरुष (०१)
परु – ६
I. पं. आनन्ि झा (आना) पीढी ०२
परु - पं. १. िल
ु सी झा, २. थशवित्त झा पीढी ०३
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 37

II. प.ं लान्हा झा (नन्हा) पीढी ०२


परु - प.ं सोमित्त झा - (सौिाठ वश ं ावली अनुधमण भ्रािा)
III. प.ं जयनाि झा (जेनाि झा) पीढी ०२
(ष्टििक पौत्र रंगी झा खजरु ी वास कएलष्टि ।)
परु - थभखािी झा (थभखिी झा ) पीढी ०३
IV. पं. आत्मािाम झा (नािायण झा) पीढी ०२
V. पं. बाकी झा (बाला झा) पीढी ०२
VI. पं. योगी झा पीढी ०२
परु - प.ं धनीक झा (धौली झा) पीढी ०३
आ. पं. धिणी झा पीढी १५
(प.ं सिानन्ि प्र. सिाई)
परु - पं. जगन्नाि झा
पं.जगन्नाि झा पीढी १६
परु - ३ ; क. गल ु ाब झा, ख. भिन झा, ग. वकली झा पीढी १७
ख . प.ं भतन झा
परु - २ ; अ. वाकिाम झा, आ. मचल झा पीढी १८
अ. प.ं वाकिाम झा
परु - २ ; १. कन्हैया झा, २. ढोढाई झा पीढी १९
आ. पं. मचल झा
परु - २ ; १. पं. थशवित्त झा, २. पं. जानकी झा
२ . जानकी झा
परु – ४ ; क. थगरिधािी झा, ख. वन्धव झा,
ग. वििण झा, घ. वंशमथण झा पीढी २०

नैन झा कें सासुि िहुआक थवविण


पं. हरिजीव झा तिा पं. िामजीव झा
मूल - कुथजलवाि सतेर्
ग्राम - िहुआ-सग्रं ाम
(श्रोि: पं. जनािणन झा, िहुआ)
पं. िामजीव झा
पुि - पं. िोटकन झा
प.ं िोटकन झाकें पुिीसँ नयन झा (नैन झा) कें थववाह भेलथन ।
प.ं िोटकन झा कें परु - २ ; १. पं. सिन झा, २. पं. बौकसी झा
पं. सिन झा कें परु - प.ं हरि नािायण झा
प.ं हरि नािायण झा के परु - ३ ; १. िाम चिण झा, २. भैनु झा, ३. झमु क झा
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 38

झमु क झा कें परु - ३ ; १. गीिा झा , २. नेवा झा , ३. सियगु झा


प.ं हरि नािायण झा कें परु - हिवन्शी झा
पं. हिवन्शी झा कें परु - २ ; १. हरिवंश झा, २. थनिस झा - ×
पं. वचन झा
वचन झाकें परु - ३ ; १. ििबािी झा , २. श्रीकान्ि झा , ३. नौबि झा - ×
पं. भागीलाल झा, पं. बौएलाल झा- ष्टििक लोकष्टिके पत्रु क ष्टववरण िष्टि अछ ।

सागरवर (सागरपुर) कें वासी बलियासे, बुढेव कें


छोटकनी झाक कलनयासँ नयन झा (नैन झा) कें लववाह ।
श्रोत: पररष्टशि - १ च, पं. जिादथि झा, रिुआ
पं. नयन झा (नैन झा)
(पीर्ी १६ + ०१ =१७)
(पुि - ६)

१ . प.ं आना झा २. नन्हा झा ३. जयनाि झा ४. नािायण झा ५. बाला झा ६. योगी झा


I. पं. िलु सी झा थधअथन थभखािी झा थधअथन थधअथन धौली झा
II. प.ं थशवित्त झा
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 39

वंशवृक्ष
िहुआमे प्रिम चारि पीर्ीकें वंशवृक्ष
(मल ू - बथलयासे-बर्ु ेव)
श्रोत: पररष्टशि - १च, पं. जिादथि झा, रिुआ
१७. पं नयन झा (नैन झा )

१८. आना झा नन्हा झा जयनाि झा नािायण झा बाला झा योगी झा

१९. िल
ु सी झा थशवित्त झा थधअथन- (रजौर) थभखािी झा थधअथन थधअथन- महुआि धौली झा

२०. कालीचिण झा गोपाल झा पुरी- चनिी िाय ढोढाई झा मिु ािी झा िंगी झा नेनन झा बलम झा बुन्नी झा
पष्टत- बल
ु दं ी झा (खजिु ी )
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 40

वंशावली
नयन झा कें प्रिम पुि
प.ं आना झा
(पीढी १६ +०२)
परु - २
I. पं. िुलसी झा पीढी ०३
II. प.ं थशवित्त झा
I. प.ं तुलसी झा पीढी १६+०३
परु - २ एवम परु ी- १ ; १. कालीचिण झा, २. गोपाल झा पीढी ०४
परु ी- - चनिी िाय (पथि- बल ु ाकी झा), परियाम
१ . प.ं कालीचिण झा पीढी ०४
परु - २ ; i ग्रहीलाल झा, ii थझंगिु झा, iii. द्वारिका नाि झा पीढी ०५
परु ी - १ ; अनुिागी
सपु रु ी - १ ; गोथवन ; परु - सख ु िेव झा (भथगनवान), कोिवी
i. ग्रहीलाल झा
परु - भैिवा झा पीढी ०६
थद्विीय थववाह - मधेपिु - नावल्ि)
ii. थझगं िु झा पीढी ०५
परु - ३ ; a. थब्रजथबहािी झा (िामोिि झा), b. अवध झा, c. अथभनािायण झा पीढी ०६
a. थब्रजथबहािी झा
परु - कुलानन्ि झा पीढी ०७
परु - २ ; १. िवीन्र नाि झा आ शैलन्े र नाि झा
b. अवध झा पीढी ०६
परु - जीवानन्ि झा पीढी ०७
परु - २ ; १. नवीन झा, २. श्रवण झा पीढी ०८
c. अथभ नािायण झा
परु – हरिशंकि झा ; परु ी – शभु कला
iii. िारिका नाि झा पीढी ०५
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 41

परु - १ ; सिं ोष झा पीढी ०६


परु – ३ ; अ. धिु ण झा- x, आ. िािा नन्ि झा, इ. चिुिा नन्ि झा पीढी ०७
आ. िािा नन्ि झा पीढी ०७
परु - ४ ; १. थमथिलेश, २. िमण, ३. कै लाश, ४.अमलेश झा - × पीढी ०८
इ. चििु ा नन्ि झा पीढी ०७
परु – २ ; ठ्को झा आ फन्नी झा ; परु ी - २ पीढी ०८
ठ्को झा ; परु – मिु ािी झा पीढी ०९
२. गोपाल झा - ×
परु - बाबिु त्त झा
जयु - थसमिी
३. पुिी - चनिी दाय
(रिुआ बास कएलष्टि)
सासिु - परियाम, मधबु नी
पथि - बल ु ाकी झा
परु - १ ; प.ं सोनाई झा (भथगनवान)
परु - ३ ; i. कुन्जथबहािी झा, ii. थगरिधािी झा, iii. बलिेव झा (भथगनवान)
i. कुन्ज थबहािी झा (भलगनवान)
परु - १ ; बाल गंगाधि झा
परु - २; १. अनन्ि झा, २. सिोज झा
ii. थगरिधािी झा (भलगनवान)
परु - २ ; १. भपू नािायण झा, २. फे कु झा
१. भपू नािायण झा
परु - १, श्याम झा ; परु - २ ; क. अरुण झा; ख. अथजि झा
२. रुप नािायण झा (फे कु झा)
परु - १; बबलु झा
परु - २ ; क. प्रशान्ि झा ; ख. िाहुल िंजन झा
iii. बलदेव झा (भलगनवान)
परु - २ ; १. िृप्त नािायण झा, २. िामचन्र झा
१. िृप्त नािायण झा
थडपटु ी साहब
परु - २ ; क. प्रेम कुमाि झा, ख. मनोज कुमाि झा
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 42

क. प्रेम कुमाि झा
परु : चन्िन झा
ख. मनोज कुमाि झा
परु - २ ; अ. थबथपन कुमाि झा, आ. अपवु ाण नािायण झा
२. िाम चन्र झा
परु - २ ; क . िमेश झा , ख. िाजेश झा
क. िमेश झा
परु - १ : सम्यक झा
ख. िाजेश झा
परु ी - १ : रिथध झा
II. प.ं थशवदर्त् झा पीढी ०३
परु - २ ; १. ढोढाई झा, २. मसु िी झा पीढी ०४
१. प.ं र्ोर्ाई झा
परु - ३ ; i. मनमोहन झा, ii. प्रजापथि झा, iii.कृ ष्ण ित्त झा- × पीढी ०५
i. मनमोहन झा
परु - १ : िगु ाणित्त झा ; (इन्रमा) - × पीढी ०६
परु - १ : इन्र नािायण झा (नुनु झा) पीढी ०७
परु - १ : टेक नािायण झा पीढी ०८
परु - ३ : १. िाघव झा, २. माधव झा, ३. संजीव झा पीढी ०९
ii. प्रजापथत झा पीढी ०५
परु - १ : प.ं जनादान झा पीढी ०६
परु - ५ ; i. यशोिा नन्ि झा, ii. शाििा नन्ि झा, iii. गगं ा प्रसाि झा,
iv. िमा नन्ि झा, v. सथच्चिा नन्ि झा पीढी ०७
i. यशोदा नन्द झा पीढी ०७
परु - २ ; १. िेवेन्र झा, २. घनश्याम झा पीढी ०८
१ . िेवेन्र झा
परु - २ ; क. िाज कुमाि झा, ख. सौन्ियण झा (सोनु) पीढी ०९
क. िाज कुमाि झा
परु - २ अ. रिशव कुमाि झा, आ. रििीक कुमाि झा पीढी १०
२. घनश्याम झा
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 43

परु - १ ; िीपक थिपेश झा ; परु ी- १ ज्योिी झा


ii. शािदा नन्द झा पीढी ०७
परु - १ ; थवमल झा - ×
iii. गग ं ा प्रसाद झा पीढी ०७
परु - २ ; १. अरुण कुमाि झा, २. चरं कुमाि झा पीढी ०८
१. अरुण कुमाि झा
परु - २ - क. नािायण झा, ख. शक ं ि झा पीढी ०९
२. चंर कुमाि झा
परु - २; क. थवजय शंकि झा, ख. अभय शंकि झा
iv. िमा नन्द झा पीढी ०७
परु - २ ; १. निे श कुमाि झा, २. समु न कुमाि झा
१. निे श कुमाि झा पीढी ०८
परु – २ ; क. आथशष कुमाि झा, ख. अंथकि कुमाि झा
v. सथच्चदा नन्द झा (सच्ची बाबु) पीढी ०७
प्राध्यापक, का. थसहं सस्ं कृ ि थव. थव., ििभगं ा
परु - १ ; भगवान झा, थसथवल अथभयन्िा पीढी ०८
परु - भवानन्ि झा ; परु ी – भाब्या झा पीढी ०९
परु ी – २. पष्ु पा झा (हरिपिु ) आ आििी झा (हनमु ाननगि)
iii. कृष्ण दर्त् झा - ×
२. पं. मुसिी झा पीढी ०४
परु - २ ; i. पिमेश्विी झा, ii सक ु ु माि ित्त झा ; परु ी- iii. यशोिा िेवी पीढी ०५
i. पिमेश्विी झा
परु - १ ; लक्ष्मी झा, परु ी – सथु मरा िेवी (िहूआ) पीढी ०६
ii. सक
ु माि दर्त् झा
परु - × ; परु ी – यशोिा िेवी
भाथगन बसौलैथि ।
भाथगनक एक परु ीसाँ बाबसु ाहब झाकें थववाह भेलथन ।
iii. यशोदा देवी
(नैहि : िहुआ बसलथि)
परु - २ ; १. िेव ना. झा (िोटकन झा) , २. सत्य ना. झा (बचेलाल)
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 44

१. िेव नािायण झा ;
परु ी – मोिी िेवी
पथि - बाबु साहब झा (वास : सासिु - िहुआ) ,
गोर - साथण्डल्य ; मल ू – कुथजलवाि, प्रवि - ३
परु - ३ ; क. अरुण झा, ख. थिलीप झा, ग. कन्हैया झा
क. अरुण झा (भथगनवान)
परु - २ ; अ. बबलु झा, आ. डब्लु झा
ख. थिलीप झा
परु - १ ; प्रकाश झा
ग. कन्हैया झा
परु - २ ; अ. सथु जि झा, आ. गल ु ाब झा
२. सत्य नािायण झा (भथगनवान)
परु ी - ३ : अ. महेश्वि झा, आ. भवु नेश्वि झा, इ. ित्नेश्वि झा
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 45

नयन झाक थितीय पुि


नन्हा झा
(थधअथन - िजौि)
नयन झाक तृतीय पुि पीढी १६ +०२ = १८
बाला झा
(थधअथन - महुआि)
नयन झाक चतुिा पुि पीढी १६ +०२ = १८
योगी झा
योगी झा
पुि - १ ; पं. धौली झा पीढी ०३
परु - ३ ; १. नेनन झा, २. बल ु न झा, ३. बुन्नी झा पीढी ०४
१. पं. नेनन झा
परु - २ ; i. बनमाली झा, ii. लथलि झा पीढी ०५
i. प.ं बनमाली झा
परु - ३ ; a. सीिािाम झा, b. िाजािाम झा, c. िाम गोथवन्ि झा पीढी ०६
a. सीतािाम झा
परु - १ ; अशफी झा पीढी ०७
परु - २ ; १. थवभु झा, २. िथवन्र झा पीढी ०८
परु ी- १ ; इथन्जला (भखिाईन)
१ थवभु झा
परु – २ ; १. साके ि झा, २. संिश
े झा पीढी ०९
२ िथवन्र झा
परु – २; १. िाहुल झा ,२. िोहीि झा
b. िाजािाम झा पीढी ०६
परु १ ; हरिश्चन्र झा पीढी ०७
परु - ३ एवम परु ी- ४
पथहल थववाह – परु २, परु ी- ३ ; परु - १. शम्भु झा , २. थवश्वम्भि झा,
िोसि थववाह- परु ी- १ ; थवला झा
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 46

१. शम्भु झा पीढी ०८
परु - २ ; १. अथभजीि झा, २. सजु ीि झा पीढी ०९
२. थवसम्भि झा
परु - १
३.भीला झा
c. िाम गोथवन्द झा पीढी ०६
परु - ४ ; १. थशवचन्र झा, २. टुनटुन झा, ३. ललन झा, ४. मिन झा पीढी ०७
१. थशवचन्र झा
परु - १ ; थबन्िेश्वि झा पीढी ०८
परु - १ ; थनथिश झा पीढी ०९
२. टुनटुन झा
परु - ३ ; १. के शव नाि झा, २. मिु ािी झा, ३. पप्पु झा
३. ललन झा
परु - १ ; सोनु झा
४.मिन झा
परु - २ ; ..........., ..............
ii. प.ं लथलत झा पीढी ०५
परु - १ ; िामरूप झा पीढी ०६
िामरूप झा
परु - ४. ; १. कमल नािायण झा, २. सवण नािायण झा (कािी झा),
३. इन्र नािायण झा, ४. महेन्र नािायण झा पीढी ०७
१. कमल नािायण झा
परु - २ ; क. सख ु लाल झा, ख. . धमणु झा पीढी ०८
परु ी - ३ ; ग. मनु (पचही), घ . अनु (द्वालख), ङ. सधु ा (बााँकी)
क. सख ु लाल झा
परु - १ ; िोशन झा पीढी ०९
ख. धमणु झा
परु - २ ; १. सभु ाष झा, २. थवकास झा
परु ी - जल
ु ी (बााँकी)
२. सवण नािायण झा (कािी झा) पीढी ०७
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 47

परु - २ ; क. शक ं ि झा, ख. कै लाश झा पीढी ०८


परु ी- १ ; अनोखा (उमिी, बथलया)
क. शक ं ि झा
परु - १ ; थहमांशु झा पीढी ०९
परु ी - २ ; १. रु्मणी (बरुआि), २. अन्जली
ख. कै लाश झा
परु - २ ; १. अंथकि झा, २. मयक ं झा
३. इन्र नािायण झा पीढी ०७
परु - ४ ; क. थवजय झा, ख. उिय झा, ग. िाजु झा, घ. सागि झा
क. थवजय झा पीढी ०८
परु - १ ; मथनष झा ; परु ी- १ ; अल्का पीढी ०९
ख. उिय झा
परु - १ ; आथित्य झा
परु ी - २ ; १. थनगम, २. िल ु सी
ग. िाजु झा ;
परु - १ ; थप्रन्स झा
घ. सागि झा
४. महेन्र नािायण झा पीढी ०७
परु - २ ; क. जीिन झा , ख. लक्ष्मन झा
परु ी - ३ ; ग. थवभा (भीठ भगवानपिु ), घ. कुमकुम (डुमिी),
ङ. सोनी (भेजा : धमणथपिा - चन्र मोहन पाठक, गोर- वत्स)
क. जीिन झा
भायाण - थगन्नी थमश्र
थववाह - भेजा
धमणथपिा - अभय शंकि थमश्र
परु - २ ; १. सधु ांशु झा, २. पनु ीि झा
ख. लक्ष्मण झा
परु - १ आथशष झा, परु ी - श्रथु ि
२. बुलन झा पीढी ०४
परु - १ ; पण्ु यानन्ि झा पीढी ०५
परु - २ ; i. िाधाकृ ष्ण झा, ii. िाधेश्याम झा पीढी ०६
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 48

i. िाधाकृ ष्ण झा - ×
ii. िाधेश्याम झा
परु - ४ ; १. चंरकान्ि झा, २. अरुण झा, ३. श्रवण झा, ४. अमि झा पीढी ०७
१. चंरकान्ि झा
परु - १ ; अथमि झा पीढी ०८
परु – १ : ...................
२. अरुण झा
परु - १ ; मकु े श झा
३. श्रवण झा
(थववाहक बाि ित्काल िेहावसान)
४. अमि झा
परु - ३ ; १. मनीष झा, २. लालु झा, ३. थप्रन्स झा
३. पं. बुन्नी झा पीढी ०४
परु ी - बढथनयााँ (िथहका थववाह ; म्सिु न झाक भ्रािासगं )

नयन (नैन) झाक पंचम पुि


पं. नािायण झा
थधअथन
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 49

ग्राम- खजुिी
खजुिी कें इथतहास
थकंविथं िक किन अनुसाि, पिाल काल मे फकीि टोलकें वरिपिी खजिु गािक वन िल । ओही वनक
नजिीक ििभंगा िाजक िहसील कायाणलय अवथस्िि िल एवं ओही खजिु कें गािक नामसाँ थवष्णपु िु मे खजिु ी
नाम जोिल गेल । वास्िथवक रूपमे खजिु ी ग्रामका के न्र थबन्िु फकीि टोल अथि । खजिु ी ग्राम कें थवष्णपु िु -
खजिु ी सहो कहल जाईि, (श्रोत: िागो ष्टसंि, खजिु ी) ।
हाल गाममे पं. ब्रजनन्िन थमश्र द्वािा स्िाथपि सिकािी +२ उच्च थवद्यालय आ प्रािथमक थवद्यालय
स्िाथपि अथि । एही गाम मे पिोपकािी, धाथमणक एवं सामाथजक उधेश्य हेिु थगिमैन िाय (जे थगिमैन थमसिाइन
कहाबैि िलीह) आ पिु नी िाय द्वािा सन् १८२५-१८४५ मे अनेकौं पोखैि समाजक कल्याण हेिु खनु ाओल
गेल िल जे हाल गाममे प्रमाथणि अथि ।
एथह गाममे थभन्न-थभन्न प्रकािक वगण ििा जाथि कें वास अथि, जेना- ब्राम्हण, िाजपिु , मल्लाह,
यािव, बढई, पण्डीि, हजाम, कामि, पासवान, िेली, मोची, मसु लमान इत्याथि ।

नयन (नैन) झाक षष्ठम पुि:


प.ं जयनाि (जेनाि) झा
(खजुिी वास)
(पीढी १६+०२=१८)
(लववाह - हलट मूि के नारायण झा के पुत्रीसँ लववाह भेिलन । )
प.ं जयनाि (जेनाि) झा पीढी ०२
थहनक पिु - प.ं थभखािी झा पीढी ०३
(भायाथ - सिं मथ भ्राता दाय)
पिु - प.ं िंगी झा पीढी ०४
िंगी झा (स्िायी बास- खजिु ी)
जन्म वषण ई. सन:् - १८२९-३० ई.
पण्ु य वषण ई. सन्: - १९३०-३१ ई.
प्रिम मौसी - मो. थगिमैन दाय (थमसिाइन)
पथि- प.ं भगवान थमश्र
एवम
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 50

थितीय मौसी - पिु नी दाय


रंगी झाकें २ ष्टववाि- प्रथम- रमौली एवम ष्टितीय- दलदल
िंगी झा के पुि - पाँच (५):
I. पं. यशोधि झा पीर्ी ०५
II. प.ं अथच्चता नन्द झा
III. प.ं देवा नन्द झा
IV. पं. महानन्द झा
V. पं. सहदेव झा (दलदल थववाहमे)
पुिी - तीन (३):
१. सुदामा देवी - िालख- (िमौली थववाह मे)
२. भलु िी देवी (सभागाँव) - दलदल थववाह मे
(पुण्य एवं दाह स्िान – ठािही, खजुिी)
३. रुक्त्मणी देवी (सोलनी) - दलदल थववाह मे
➢ रंगी झाके मृत्यक
ु े समय, श्री रे वती िन्द्दि झाके उम्र - १ वषथ ।
➢ यशोिर झा तथा सिदेव झा के मृत्यु रंगी झा के मृत्यसु ाँ पष्टििष्टिं
I. यशोधि झा पीढी ०५
(िेहावसान: १९२४-१९२९)
बााँके झा कें जन्म साँ पवु ण स्वगणवासी
थववाह - कठिा
(हाल लक्ष्मी कान्ि थमश्रक परिवाि)
परु - १ ; अथभनन्िन झा
अथभनन्दन झा पीढी ०६
त्यागी व्यथित्व, कमणठ, पारिवारिक अपनत्व, थनत्य पजु ा पाठ के स्वभाव
शरुु आिमे कलकत्तामे पजु ा पाठ, िक ु ान के शरुु आि , िधु के के कािोवाि.
पण्ु य वषण - १९६५ ।
थववाह - टेंगिाहा
थववाह -२ ; िोसि सहोिि बथहनसाँ ।
भायाण- िेवमाया िेवी (िोटकी बथहन), पण्ु य थिथि- १९८६
परु - १ (एक वषण मे मृत्य)ु ; परु ी- िीन; क. सोनिाय, ख. रुपिाय, ग. यशोिाय ।
क. सोनदाय
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 51

थववाह - सभागााँव
पथि - िामचन्र झा
धमणथपिा - सीिापथि झा
धमणथपिामह - यािव लाल झा ; थपिा - गिु ि झा ; थपिा - भैया झा
सोनिायके परु - ३ ;
१. कामेश्वि झा, २. ित्नेश्वि झा (िख ु वा / बी. डी. ओ.),
२. थवशेश्वि झा (थद्विीय थववाह, जनािणनपिु साँ)
ख. रुपदाय
थववाह - भीठ भगवानपिु
पथि - िया कान्ि झा
धमणथपिा - चौठी झा
धमण थपिामह - फुिी झा
परु - २ ; १. फुिी, २. ............ ििा परु ी - २ ; मालिी (िथसआिी) एवं मीना (पचही)
ग. यशोदाय
थववाह - थसझौल, बिसाम
पथि - िजनी झा
धमणथपिा - इन्र झा
धमण थपिामह - गोपलु झा
परु - २ ; १. ललन झा २. मिन झा
परु ी- ५ ; १. मीिा (िथसयािी), २ . हीिािेवी (द्वालख), ३. लालिाय (कुमिौल),
४. मोिी िेवी (कुमिौल), ५. मथण िेवी (सभागााँव)
II. पं. अच्चीता नन्द झा पीढी ०५
पण्ु य थिथि- १९६० ; मृत्यु के समय उम्र - ६५-७०
थववाह: प्रिम - आधािपिु एवम् थद्विीय - कठिा (थमश्रक परिवाि)
परु ी - १ एवम परु - २ ; परु ी - १. गोिाबिी िेवी ; परु - २. शोभाकान्ि झा, ३. िाजकान्ि झा
शोभा कान्ि झाकें मथमयौि बथहन- िलिलक सीयािाम झाके भायाण.
१. गोदाबिी देवी
थववाह - महिैल, झंझािपिु
पथि - जगिीश झा
परु - ३ ; परु ी - १ ; अ. हषण नािायण झा ( थववाह - हरिना), आ. अनमोल झा (थववाह - पचिह),
इ. धैयण नािायण झा (थववाह - थचकना), ई. परु ी - सथु धिा िेवी (ष्टववाि - ष्टतलाि; पष्टत - गोपाल झा)
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 52

२. शोभा कान्त झा (बाँके झा ) पीढी ०६


पण्ु य थिथि - १९९९
थववाह - भीठ भगवानपिु
भायाण - शेशमख ु ी िेवी
धमणभ्रािा - महेन्र झा
धमणथपिा - संजन झा
गोर - भािद्वाज ; मल ू - बेलौचे, कणणपिु
परु - ३ ; परु ी - १ ; क. भवु न मोहन झा, ख. मिन मोहन झा, ग. थिलीप कुमाि झा,
परु ी - १ ; थनजणला िेवी (बाजो िाय)
क. भवु न मोहन झा (भवन) पीढी ०७
थववाह - चन्ु नी
भायाण - िामिाय िेवी
धमणथपिा - भोला झा ; गोर- साथण्डल्य ; मल ू – सििपरु िये, िहाि
परु - १ , परु ी - ३ ;
अ. मनोज कुमाि झा, पीढी ०८
आ. . बचु थनया (िहुआ), इ. बथबिा (रुपौली), ई. अथनिा (िहुआ)
अ. मनोज कुमाि झा
थववाह - िहुआ, संग्राम
भायाण - सिस्विी िेवी
धमणथपिा - हरि थमश्र
परु - ३ ; १. मौसम कुमाि झा, २. हेमन्ि कुमाि झा, ३. थहमांशु कुमाि झा पीढी ०९
ख. मदन मोहन झा (बाबु नािायण झा) पीढी ०७
जन्म थिथि - १९५४
थववाह - िमु ौल
भायाण - शैलु
धमणथपिा - िाधाकान्ि ठाकुि ; गोर - साथण्डल्य ; मल ू - थिगवे, सिं हपिु
धमणभ्रािा- बौधु ठाकुि
परु - ३ ; अ. िन्जीि कुमाि झा (गडु ् डु), आ. नथवन कुमाि झा, इ. भषु ण कुमाि झा,
ई. सधु ीि कुमाि झा
अ . िन्जीि कुमाि झा पीढी ०८
जन्म थमथि - १९७४
भायाण - नथबिा िेवी
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 53

थववाह - िथसयािी
धमणथपिा - अथभ नािायण झा ; गोर- वत्स
धमणभ्रािा - मनोज कुमाि झा
परु - २ ; अ. थहमान्शु झा, आ. आथित्य झा
आ . नवीन कुमाि झा
जन्म थमथि - १९७७
भायाण - बथबिा िेवी ; थववाह - बुढेव
परु - १ ; थप्रन्स कुमाि झा
धमणथपिा - िािाकािं ठाकुि , गोर - साथण्डल्य
इ . भषु ण कुमाि झा
जन्म थमथि - १९७९
थववाह - ठे न्गहा
भायाण- सल ु ेखा िेवी
परु - १; थपयषु कुमाि झा
धमणथपिा - हीिा कान्ि झा, गोर- वत्स
धमणभ्रािा - सत्य नािायण झा
ई . सधु ीि कुमाि झा
जन्म थमथि - १९८३
थववाह - ठे न्गहा
भायाण - प्रीथि िेवी
परु – २ ; १. आयषु कुमाि झा, २. सन्ु ििम कुमाि झा
धमणथपिा - सिोज झा ; गोर- साथण्डल्य
धमणभ्रािा - थकसन कुमाि झा
ग. थदलीप कुमाि झा पीढी ०७
जन्म थिथि - १९६८ / १९६७
भायाण - वीणा िेवी
थववाह - िहुआ
धमणथपिा - गणु ानन्ि झा
धमणभ्रािा - बैधनाि झा, जगन्नाि झा (बचु थनयाकें पथि), धमण नाि झा
परु - १ ; परु ी- २ ; अ. आनन्ि कुमाि झा, ; परु ी - आ. चन्िा, इ. िन्नु
घ. थनजाला देवी
थववाह – किहािा
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 54

पथि - भल्लु झा
धमणथपिा - िािा कान्ि झा
परु - २, १. शक ं ि झा , २. शम्भु झा ; परु ी- १ ; थशवानी
३. िाज कान्त झा पीढी ०६
पण्ु य थिथि - १९८२
थववाह - िलिल
भायाण - लथु िया िेवी (पण्ु य वषण - २०१९)
धमणथपिा- घोंघी झा ; गोर - सावणण ; मल ू - पथनचोभे, भानपिु
परु - २ ; क. उग्र मोहन झा, ख. प्रिीप कुमाि झा,
परु ी - २ ; ग. मीना िेवी (द्वालख), घ. पनु ा िेवी (द्वालख)
क. उग्र मोहन झा पीढी ०७
जन्म थिथि - १९६२, नवम्बि १
थववाह - सभागााँव
भायाण - िन्जु िेवी
धमणथपिा - हीिा झा ; गोर - कात्यान ; मल ू - कुथजलवाि
धमण थपिामह - झािीबाबु झा
परु - २ : अ. चन्िन कुमाि झा आ. कुन्िन कुमाि झा ,
परु ी - २ : इ. िानी झा (द्वालख) ई. थकिण झा (िहुआ)
अ . चन्िन कुमाि झा पीढी ०८
जन्म थिथि - १५ फिविी, १९८६
थववाह - थबिगथनया, सीिामढी
भायाण - थस्वटी झा
धमणथपिा - थवक्रम झा ; गोर - वत्स
धमण थपिामह - उमाकान्ि झा
परु - २ ; १. अथविाज झा, २. अद्वैि झा
आ. कुन्िन कुमाि झा
इ. िानी झा
थववाह - द्वालख
पथि - जयिाम झा
ई. थकिण झा (िहुआ)
थववाह- िहुआ
पथि- िीवाकि झा
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 55

ख. प्रदीप कुमाि झा पीढी ०७


थववाह - ठे न्गहा
भायाण - ममिा िेवी
धमणथपिा - उिय चन्र झा
परु - १ : थनथखल कुमाि झा
परु ी - १ : जहु ी झा
ग. मीना देवी (िालख)
पथि - िेव नािायण झा
धमणथपिा - गवैया गंगाधि झा
परु - िोशन कुमाि झा , माधव कुमाि झा , थमन्िु कु. झा
घ. पुना देवी (िालख)
पथि - योगानन्ि झा
III. पं. देवा नन्द झा
पण्ु य वषण - १९६४ ई.
थववाह - मकिमपिु
भायाण - मिनी िेवी
धमणथपिा - िाम भजु चौधिी, गोर- वत्स
धमणभ्रािा - प्रभु नािायण चौधिी
परु - २ एवम परु ी - १ ; i. घनश्याम झा, ii. गंगा नन्ि झा, iii. थबन्िा िेवी (िहुआ थववाह)
i. घनश्याम झा
पण्ु य थिथि- २०१०
थववाह - ठे न्गहा
भायाण - पथवरी िेवी
धमण भ्रािा - क. अद्या कान्ि झा, ख. िथि कान्ि झा, ग.कमला कान्ि झा
परु - २ , परु ी- ३ ; क. सयू ण मोहन झा ख. श्रवण कु. झा
परु ी:- ग. लालिाय (रुपौली) घ. िीिा िेवी (िहुआ)
ङ. सथु निा िेवी (नवटोल)
क. सयु ा मोहन झा (मंगलु झा )
परु - २ ; १. हखणु झा, २. थसन्टु कुमाि झा
ख. श्रवण कुमाि झा
जन्म थिथि- १९६४
थववाह- थभिहि
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 56

भायाण - आशा झा
धमणथपिा- बेिानन्ि चौधिी ; गोर- साथण्डल्य ; मल ू - कोिरिया, पचािी
(धमणथपिा के धमण भ्रािा, चन्ु नी- गोपाल झा ििा भपु ाल झा)
धमणभ्रािा - शम्भु , शंकि, थशव चौधिी
परु - २ ; १. िीपक झा, २. परुु षोत्तम झा
ग. लालदाय देवी
थववाह - रुपौली
पथि - शरध्ु न पाठक ; गोर- सावणण , मल ू - पन्चोभय, पिमपिु
धमणथपिा - पथु नधि पाठक
धमणथपिामह - िाम गल ु ाम पाठक, धमण पिथपिामह - िाम लाल पाठक
परु - २, परु ी- ३ ; अ. ब्रज चन्र पाठक, आ. अथमिेश पाठक, इ. अचणना (द्वालख),
परु ी - ई. वन्िना (झंझािपिु ), उ. िन्जना (घोंघिडीहा)
घ. िीता देवी
थववाह - िहुआ
पथि - चन्र मोहन झा
धमणथपिा - उमा कान्ि झा गोर- कात्यान
परु - १ ; परु ी – २ ; अ. के शि कुमाि झा ; परु ी - आ. थमनु इ. नीशा
ङ. सथु नता देवी
थववाह - नवटोल
पथि - आथित्य नाि झा
ii. गंगा नन्द झा पीढी ०६
पण्ु य थिथि -११ जनविी, १९८७
थववाह - बिाही, सहिसा
भायाण - शाथन्ि िेवी
धमणभ्रािा- गोपाल कृ ष्ण झा
धमणथपिा- बाबसु ाहब झा गोर- साथण्डल्य, मल ू - जलेबाि, लगमा
धमणथपिामह – िशिि झा
परु - िीन, परु ी- एक; क. िगु ाण नन्ि झा, ख. कृ पा नन्ि झा, ग. काली नन्ि झा,
घ. सोखो िेवी (सरिसवपाही)
क. दुगाा नन्द झा पीढी ०७
थववाह - धमसैन
भायाण - बीणा झा
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 57

धमणथपिा - धमण नािायण पाठक ; गोर - सावणण ; मल ू – पथनचोभे


धमणथपिामह - मोजे लाल पाठक ; धमणभ्रािा - सिं ोष पाठक
नाथनया धमणथपिा - िथव कान्ि झा
परु - एक, परु ी - िु ; १. आकाश झा २. नपु िु झा
ख. कृपा नन्द झा
थववाह - बिसाम
भायाण - अन्जु झा
धमणथपिा (बिसाम) - गोथबन्ि झा
धमण थपिामह - िख ु न झा
धमण पिथपिामह - िामेसि झा
धमणभ्रािा - अथभलाश झा
परु - १, परु ी - १ ; १. अमन झा, २. थनस्िा झा
ग. काली नन्द झा
थववाह - िहुआ
भायाण - मंजु झा
परु - १, परु ी - १ ; १. अंथकि कुमाि झा, २. थनस्ठा झा
घ. सोखो देवी
थववाह - सरिसवपाही
परु - ि:ु १. थवभु कुमाि झा, २. प्रभु कुमाि झा
IV. पं. महानन्द झा पीढी ०५
पेशा - कृ थष एवम व्यवसाय ; स्वभाव - धमणपिायण, शान्ि स्वभाव, सन्ि
पण्ु य थिथि - १९५० ई.
मृत्यु कें कािण - टी. बी., (थवगि ८ वषणसाँ िोग पीथङि), ५० वषण के उमि मे
घि लगहक पोखैिसाँ पवू ण अथन्िम सस्ं काि
थववाह - नवािा, िाना - बहेिा, गोर - वत्स ; मल ू - सकने-सहुिी
मामा परु - सिु शणन झा , माही लाल झा
भायाण - िेवकी िेवी, पण्ु य थिथि - १९४६ ई. (थसमरिया मे, ओथहठाम िाह संस्काि)
धमणथपिा - उमा कान्ि झा ; धमणमािा - िल ु फ ु िानी िेवी ; परु - × , परु ी- २
धममलपतामह - मुख चुम्बन झा ; धममपरलपतामह - भरत झा ; धममवृद्धपरलपतामह - कारू झा
धमण बथहन - बचु ी िेवी; थववाह- लक्ष्मीपिु , बेथनपिु , बेहिा
बुची िेवी के परु - पथण्डि के िाि झा
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 58

िे विी नन्िन झाके अथन्िम नवािा यारा - १९८३ ई.


िेवकी िेवी के मृत्यु वषण - १९४६ ई.,
मृत्यक ु कािण- कोलिा िोग, मृत्यु स्िान- थसमरिया, मृत्यु उम्र - ४०-४५ वषण
परु -२ ििा परु ी - २:
परु - १. िे विी नन्िन झा, २. श्यामा नन्ि झा
परु ी - ३. इन्रभामा िेवी ४. सीिा िेवी
(रे वती िन्द्दि झा कें जन्द्मसाँ पष्टििष्टिं २ भाई के मृत्यु एवम श्यामा िन्द्द झा के बाद २ भाई के मृत्य)ु
१. िेवती नन्दन झा पीढी ०६
सेवा अवकाश प्रधानाध्यापक , धिान, नेपाल
जन्म वषण - १९३० ई. / १३३७ साल
िंगी झा के मृत्यक
ु समय उम्र १ वषण
थववाह - भीठ भगवानपिु , थववाह वषण - १९५१ ई.
भायाण - उग्र िािा िेवी, िेहावसान - २००८, जनु २४
धमण थपिा - लक्ष्मी नािायण झा ; गोर - भािद्वाज ; मल ू - बेलौचे, किनपिु , प्रवि - ३
धमण भ्रािा - १. स्व. िाधा बल्लव झा (थववाह - ठे न्गहा), २. बाबु साहब झा (थववाह - जििपट्टी)
बाबुसाहब झा के मामा गााँव - बाि, मधेपिु ; बाबुसाहब झाके नानाके नाम - िाम झा
भगवानपुि थवविण:
लक्ष्मी नािायन झा कें थपिा - ४ भाई :-
१. िेवा लाल झा (लक्ष्मी िारायण झाकें ष्टपता), २. संजि झा (मिेन्द्र झाके ष्टपता)
३. अवि िारायण झा ( ष्टबिोद झाके ष्टपता), ४. बच्ु चु झा ( बरी िारायण झाके ष्टपता )
१. नेवा लाल झा
परु - ३ ; क. लक्ष्मी नािायण झा (लेखक कें नाना),
ख. अिन्द्त िारायण झा, ग. सत्य िारायण झा
िेवती नन्दन झाक थशक्षा:
o प्रािथमक थशक्षा - थनम्न प्रािाथमक थवद्यालय, बिसाम - १९३९/ ४० ई.
• िहुआ संग्राम - १९४१
• मध्य थवद्यालय, भगवानपिु - १९४२
• उच्च थवद्यालय - १९४५; प्रधानाध्यापक- चन्र नाि झा
• थवद्यासागि कालेज, कलकत्ता - आइ. एससी.- १९४९
o धिान प्रवेश - १९५०, अप्रैल / थव. स.ं २००७
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 59

o आइ. ए. उत्तीणण - ईलाहाबाि बोडण, प्राइभेट - १९५२


o प्रिम परु ी जन्म - १९५७, थद्विीय परु ी जन्म - १९६०
o बी. ए. उत्तीणण - थबहाि थवश्वथवद्यालय: प्राइभेट - १९५८, परिक्षा के न्र - पथु णणयााँ
o अंग्रेजी भाषा थवथशष्ट प्रथशक्षण - काठमांडौ- १९६४
o थडप. इन एड. - थरभवु न थवश्वथवद्यालय - थव. स. २०३१/ ०३२ (१९७५-७६ ई. )
o सोनापिु उच्च थवद्यालय प्रवेश - थव. सं. २०३४ (१९७७ ई.)
o पनु : पथब्लक उच्च थवद्यालय प्रवेश- थव. स.ं - २०४४ (१९८७ ई.)
o सेवा अवकाश - थव. स.ं - २०४९ (१९९२ ई.)
o ओम शाथन्ि के न्र प्रवेश - ११ अगस्ि , १९९३ / थव. सं. २०४९
पुि - २, पुिी - ४
पुि:
क. प्रा. डा. अशोक कुमाि झा
(एष्टि पस्ु तकक लेखक)
ख. उप प्रा. अथनल कुमाि झा
अंग्रेजी थवभाग
पुिी:
ग. मंजु झा , घ. िन्जु झा , ङ. अन्जु झा , च. ममिा झा
क. प्रा. डा. अशोक कुमाि झा पीढी ०७
प्राध्यापक
व्यवस्िापन संकाय, थरभवु न थवश्वथवद्यालय, नेपाल
संकलनकर्त्ाा एवं लेखक
थववाह ग्राम - भेजा
भायाण - कुमिु झा
िमथष्टपता (िमथ ष्टपता) - कृ ष्ण चन्द्र पािक ; गोत्र - वत्स ; मल
ू - अलैवार, उसरौली
िमथ ष्टपतामि - ष्टशव िारायण पािक
िमथ मातामिी - शारदा पािक
िमथ परष्टपतामि - यिु पाठक
िमथ परमातामिी - अिमोला देवी
िमथ वृद्ध परष्टपतामि - घटु ि पािक
परु - २ ; अ. अथखलेश कुमाि झा , आ. थशवेश कुमाि झा
अ. अथखलेश कुमाि झा (थव्की) पीढी ०८
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 60

(थटप्पणी नाम- हरिश कुमाि झा)


जन्म थमथि - ११ अ्टुबि, १९९०, िथववाि
थिन - थब्रहस्पथिवाि, समय - १२:११:१० िाथर, जन्म स्िान - भेजा
आ. थशवेश कुमाि झा (रि्की) पीढी ०८
(थटप्पणी नाम - िोहीि कुमाि झा)
जन्म थमथि - २३ मई, १९९४
थिन- सोमवाि, समय - १३:२६
जन्म स्िान – धिान - १२
अक्षांश - २९/ ४२ थडग्री, िेखांश - ६३/५० थडग्री
ख. अथनल कुमाि झा पीढी ०७
उप प्राध्यापक
अंग्रेजी थवभाग, थरभवु न थवश्वथवद्यालय, नेपाल
थववाह - द्वालख
भायाण - आभा िेवी
धमणथपिा - बाबु नािायण झा
धमणथपिामह : िशिि झा
परु - १ ; अ. अथभनव कुमाि झा
परु ी - ३ ; आ. अनु (द्वालख), इ. थमनु (खजिु ा), ई. सोनु
अ. अथभनव कुमाि झा
आई. आई. टी अध्ययन,
आ. अनु झा
थववाह - द्वालख
पथि - थवक्रम झा
इ. थमनु झा
थववाह - खजिु ा
पथि - अथभजीि झा
धमणथपिा - अरुण कुमाि झा
ई. सोनु झा
ग. मज ं ु झा खजिु ी: पीढी ०७
सासिु - िलिल
पथि - पीिाम्बि झा
धमणथपिा - प. िाधा कान्ि झा ; गोर- सावणण ; मल ू - पथनचोभे, भानपिु
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 61

धमणथपिामह - सोमन झा
परु - १ ; िन्जीि कुमाि झा (गडु ् डु)
परु ी - ३ ; २. गथु डया (कोइलख), ३. बबल ु ी (टटुआि) ४. अचणना (हटनी)
घ. िंजु झा
सासिु - िहुआ
पथि - माधव झा
धमणथपिा - बाबु साहेब झा
परु - २ ; १. डा. िाके श कुमाि झा , २. प्रिीप कुमाि झा
ङ. अन्जु झा
सासिु - टेंगिी
पथि - सथु धि झा
परु - २ ; १. थबट्टु, २. बन्टी
च. ममता झा
सासिु - िलिल
पथि - उगन झा
धमणथपिा- कमलाधि झा
परु - १, परु ी - १: १. आथशष कुमाि झा, २. थनशु
२. श्यामा नन्द झा पीढी ०६
थववाह - सभागााँव
धमण भ्रािा- १. बटोही बाबु २. झािी बाबु ३. नुनु बाबु
परु - २, परु ी- २ ; क. चन्र कुमाि झा, ख. अरुण कुमाि झा, ग. सजु ािा िेवी (बिसाम),
घ. पिु ुल िेवी (िथसयािी)
क. चन्ि कुमाि झा (बाबस ु ाहेब) पीढी ०७
थववाह - जनािणनपिु
भायाण - हेम िेवी
धमणथपिा - हषण नािायण ठाकुि
धमणभ्रािा - अरुण कुमाि ठाकुि
परु - १, परु ी- २ ; अ. आशिु ोष कुमाि झा ; परु ी - आ. भाििी िेवी (मधेपिु ),
इ. कल्पना िेवी (िथसयािी)
अ. आशिु ोष कुमाि झा
ख. अरुण कुमाि झा पीढी ०७
परु - २, परु ी - १ ; अ. सभु म कुमाि झा आ. सत्यम कुमाि झा , परु ी ;
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 62

इ. - अश
ं ु िेवी (भगवानपिु )
इ. परु ी - अशं ु िेवी
पथि - पारििोस ठाकुि
थववाह - भीठ भगवानपिु
धमणथपिा - अरुण ठाकुि
धमण थपिामह - मिन मोहन ठाकुि
ग. सज ु ाता देवी
थववाह – बिसाम ; पथि - भोलन झा
घ. पुतल ु देवी
थववाह - िथसयािी
धमणथपिा - इन्रिेव झा
३. इन्रभामा िेवी
थववाह - सभागााँव
पथि - प.ं नागेश्वि थमश्र
परु – २, परु ी - १ : क. िामलोचन थमश्र ख. जयलोचन थमश्र ; परु ी- थनमणल िेवी (घोंघिडीहा)
४. सीिा िेवी
थववाह - बिसाम
पथि- उिय कान्ि झा
परु – ५ ; क. िाघव झा, ख. शरध्ु न झा, ग. िाधाकृ ष्ण झा, घ. िमा नन्ि झा, ङ. िवीन्र झा
V. सहदेव झा पीढी ०५
(रंगी झा कें दलदल ष्टववािसाँ पत्रु सिदेव झा)
पण्ु य वषण - १९२४ - १९२९ मध्य
थववाह - सभागााँव
भायाण - िमा िेवी (िोटा मैंया) ; लेखक गरू ु मािा
धमणथपिा - चन्रेश्वि झा
िमा िेवी पण्ु य थिथि - १९७९ ई.
िंगी झा कें पुिी- ३
१. सुदामा देवी (िालख) - िमौली थववाह सँ
२. भल ु नी देवी (सभागाँव) - दलदल थववाह सँ
३. रुक्त्मणी देवी (सोलनी) - दलदल थववाह सँ
१. सदु ामा देवी
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 63

(िमौली थववाह साँ िंगी झाक परु ी)


थववाह - द्वालख
परु - २ ; १. चन्रेश्वि झा, २. िािा कान्ि झा
चन्िेश्वि झा
थववाह - टेन्गिाहा
धमण भ्रािा - अ. िया झा आ. िनु झा इ. िमा नन्ि झा
(िया झा के थववाह के िाि थमश्र, खजिु ी के परिवाि मे)
२. भुलिी देवी
(िलिल थववाह साँ प्रिम परु ी)
अच्चीिा नन्ि झा साँ जेठ
थववाह - सभागााँव
पथि - सथु िधि थमश्र (नागेश्वि थमश्र के थपिा)
नागेश्वि थमश्रके सिमाय
नागेश्वि थमश्रके थववाह - महानन्ि झाके परु ी संग, खजिु ी,
• भल ु िी िेवी के सामान्य थनवास स्िान खजिु ी मे,
• थहनं क िनु ु बेटी के थववाह खजिु ीमे भेल - सगु ौना एवम प्रसाि
• परु ी- २
प्रिम परु ीक नाम : घिु नी िेवी - सगु ौना थववाह
थद्विीय परु ीक नाम: सथु मरा िेवी (थबथखया िेवी) - प्रसाि थववाह
भल ु िी िेवीकें िेहावसान खजिु ी मे
(िारिी, खजरु ी मे दाि संस्कार)
३. िंगी के दलदल थववाहसँ - थितीयपुिी
रुक्त्मणी देवी
थववाह - सोलनी, बलवा मे
बाबुजी के सोलनी यारा - १९४५ ई. मे
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 64

भथगनवान: झा परिवाि, खजुिी


अभेदा नन्द झा दोभीि
ित्नेश्वि झा (बी. डी. ओ. साब)
मल ू ग्राम - सभागांव
परु - १ ; सन्िोष कुमाि झा ; परु ी - २
मूल बथलयासे कें व्याख्या
अि बथलयासे मल
ू अन्िगणि मल
ू ग्राम बीजी: थभखे, चन्ु नी, थनथिकिापत्य बथलयासम जालय । िबु े-
सन्िथि-बथलयास सकुिी । सिु ानन्ि सन्िथि-बथलयास बैकक । िथि सन्िथि-बथलयास खड़का । थशवाथित्यापत्य-
बथलयास मिु ाजपिु , ओगाही, यमिु रि। शभु किापत्य-बथलयास ििैल, कुमिौनी नन्िी सन्िथि-बथलयास भौआल,
अलय सिलखा । सधु ाकिापत्य-बथलयास जिहथटया। िामशमाणपत्य जाटू-बथलयास घिौिा । के शव सन्िथि-
बथलयास यमसम । शथि, श्रीधि सन्िथि नािायण-बथलयास थसमिी, जालय, खड़का । महनू सन्िथि- बथलयास
माड़रि । थशरू सन्िथि-बथलयास थवसाढ़ी । रूराथित्यापत्य-बथलयास थबठौली । रूथच सन्िथि उियकिापत्य
बथलयामय निसाम। एिे बथलयास ग्राम ।
(श्रोि : https://sagarraatideepjaray.wordpress.com/)
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 65

चौधिी परिवाि
ग्राम - खजुिी
पो. - दलदल, मधेपुि, मधुबनी, थबहाि
गोि - गौतम
मूल - ब्रम्हपुरिये, ब्रम्हपुि
प्रवि – ३
(खजिु ीमे नेहाल चौधिी ब्रम्हपिु साँ आबी वास कएलथन)

वंशवृक्ष
१. पं. नेहाल चौधिी

२ बच्चा चौधिी-x कुन्जे चौधिी पन्चे चौधिी

३. पं. जयकान्ि चौधिी (जयनन्िन), श्रीकान्ि चौ.-x उमाकान्ि चौ. हरिकान्ि चौ. नवकान्ि चौ.

४. सूयण नािायण चौधिी कमल नािायण चौधिी ४. इन्रिेव चौ. उग्र ना. चौ. बोध चौ. पिबोध चौ. मंगनु गणेश चौ.

वंशावली
पं. नेहाल चौधिी पीढी ०१
परु - ३ ; I. बच्चा चौधिी , II. कुन्जे चौधिी, III. पन्चे चौधिी पीढी ०२
I. पं. बच्चा चौधिी- X
II. पं. कुन्जे चौधिी
परु - १. पं. जयकान्ि चौधिी (जय नन्िन) पीढी ०३
परु - २ , १. सयु ण नािायण चौधिी, २. कमल नािायण चौधिी पीढी ०४
१. पं. सयु ण नािायण चौधिी
परु - ३ , अ. महेन्र चौधिी , आ. िेवेन्र चौधिी , इ. नागेन्र चौधिी पीढी ०५
अ. महेन्र चौधिी
परु – ४ ; १. संजय, २. थनिंजय, ३. िंजन, ४. िंथजि चौधिी पीढी ०६
१. संजय कुमाि चौधिी ; परु – श्रेया
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 66

आ. िेवेन्र चौधिी
परु – २ ; १. चन्िन, २. कुन्िन चौधिी
इ. नागेन्र चौधिी (िे िगि)
परु – ३ ; १. िाके श चौधिी , २. िाजेश चौधिी, ३. बृजेश चौधिी
२. पं. कमल नािायण चौधिी
परु - ३ ; अ. िाजेन्र चौधिी , आ. अमिे न्र चौधिी , इ. गोथबन्ि चौधिी पीढी ०५
III. पं. पन्चे चौधिी पीढी ०२
परु - ४ ; क. श्रीकान्ि चौधिी, ख. उमाकान्ि चौधिी ,
ग. हरिकान्ि चौधिी, घ. नवकान्ि चौधिी पीढी ०३
क. श्रीकान्ि चौधिी – X
ख. उमाकान्ि चौधिी पीढी ०३
परु – २ ; अ. इन्रिेव चौधिी, आ. उग्र नािायण चौधिी पीढी ०४
अ. पं. इन्रिेव चौधिी (सिु िी)
परु - २ ; १. योगेन्र चौधिी , २. भोगेन्र चौधिी पीढी ०५
१. योगेन्र चौधिी
परु – २ ; क. सन्िोष कु. चौधिी, ख. आशिु ोष कु. चौधिी पीढी ०६
क. सन्िोष कु. चौधिी
परु – अनुज चौधिी पीढी ०७
ख. आशिु ोष कु. चौधिी
परु - आयुष्मान चौधिी
२. भोगेन्र चौधिी
परु – १ ; के शव कुमाि चौधिी
आ. उग्र नािायण चौधिी (लाल) पीढी ०४
परु - २ ; १. मिु ािी चौधिी , २. थरपिु ािी चौधिी (िाज)ु पीढी ०५
१. मिु ािी चौधिी
परु – २ ; क. सौिभ , ख. आयुष चौधिी
ग. पं. हरिकान्ि चौधिी पीढी ०३
परु - २ ; अ. बोध चौधिी , आ. पिबोध चौधिी पीढी ०४
अ. बोध चौधिी
परु - ३ ; १. उपेन्र चौधिी , २. थजिेन्र चौधिी , ३. धमेन्र चौधिी पीढी ०५
आ. पिबोध चौधिी पीढी ०४
परु – ४ : १. िीपक चौधिी, २. थवजय चौधिी, ३. डा. मनोज चौधिी, ४. ..
१. िीपक चौधिी
परु – १ ; ऋषी चौधिी
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 67

२. थवजय चौधिी
परु – १ ; रिशव चौधिी
३. डा. मनोज चौधिी
परु – १ ; अंश कुमाि चौधिी
घ. पं. नवकान्ि चौधिी पीढी ०३
परु - २ ; अ. मंगल कान्ि चौधिी (मंगनु) , आ. गणेश चौधिी पीढी ०४
अ. मंगल कान्ि चौधिी (मंगन)ु
परु २ – १. िोशन कुमाि चौधिी, २. िघवु श ं कुमाि चौधिी पीढी ०५
आ. गणेश चौधिी
परु – िाहुल चौधिी
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 68

वश
ं ावली
थमश्र परिवाि
ग्राम - खजुिी, बिसाम,
पो. - दलदल, मधेपुि, मधुबनी, थबहाि, भाित
गोि - वत्स
मूल- जालयवाि, मिाची
प्रवि – ५
वश
ं वक्ष

बीजी पुरुष
१. प.ं मुिािी श्रोत : पररष्टशि- २
२. गयन ३. मथिकि ४. वीि + जयकि ५. रुरकि
६. कुमि ७. इनि ८. िामभर ९. मनोहि
१०. हरिहिित्त ११. श्रीिाम १२. जयिाम १३. िख ु िण
१४. थशिोमथण १५. भानु
१६. थशवपथत

१७. थदनमथण आनन्दी लक्ष्मी नािायण

१८. १८. थिनबन्धु


प्र. अनाि बन्धु मिन मधुसुिन भोगी हिित्त धनपिी ििु थव

१९. भवानदं प्रसाद भवन पवन धिणी मिु लीधि बैद्यनाि

१९+०१. भैयािाम थमश्र (खजुिी) मनसािाम थमश्र (बिसाम)

०२. बाबुिाम अियसुख अमृतनाि हषणनाि झरुला बबुिैया बहाििु लक्ष्मीनाि काशीनाि थमश्र

०३. िामकृ ष्ण कृ ष्णपथि जगमोहन थमश्र मनमोहन थमश्र ब्रजमोहन थमश्र श्रीकांि अचथम्भि बालाित्त िाजा थमश्र
(खजिु ीम वास) (बिसाम वास)
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 69

वंशावली
थदनबन्धु पीढी १८
(थववाह- २)
परु – ५
१.भवानंद प्रसाद भवन, २. पवन , ३. धिणी , ४. मिु लीधि , ५. बैद्यनाि (थद्विीय थववाह)
बीजी: पीढी १९
भवानंद प्रसाद भवन थमश्र
परु – २
I. प.ं भैयािाम थमश्र – थवष्णपु िु - खजिु ी पीढी १९ +०१
प्र. धमणपथि
II. पं. मनसािाम थमश्र (बिसाम) पीढी १९ +०१

I. प.ं भैयािाम थमश्र (खजुिी)


परु – ५
1. बाबुिाम
2. अियसख ु
3. अमृतनाि पीढी +०२
4. हषणनाि
5. झरुला
१ बाबुिाम
परु – १ ; िामकृ ष्ण
परु – २ ; क. गोपाल ; ख. िल
ु ाि
२ अदयसुख
परु - १ ; कृ ष्णपथि
३ अमृतनाि
परु – ३
क. जगमोहन थमश्र पीढी ०३
ख. मनमोहन थमश्र
ग. ब्रजमोहन थमश्र
क. प.ं जगमोहन थमश्र
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 70

परु – २ ; अ. थसन्हेश्वि थमश्र- X , आ. प.ं िोटा थमश्र पीढी ०४


आ. पं. िोटे थमश्र
परु - ४ ; १. प.ं भैयन थमश्र, २. प.ं िघनु ाि थमश्र, ३. पं. यिनु ाि थमश्र,
४. प.ं योगनाि थमश्र पीढी ०५
१ पं. भैयन थमश्र पीढी ०५
परु - २ ; क. थशवनन्िन थमश्र , ख. ठ्कन थमश्र
क. पं. थशवनन्दन थमश्र पीढी ०६
परु - १ ; उपेन्र थमश्र पीढी ०७
परु – ५ ; अ. थजिेन्र , आ. थवजय, इ. जैलेंर , ई. शैलेन्र , उ. सिु े न्र थमश्र
अ. थजिेन्र थमश्र (घिु न) पीढी ०८
१. िमण थमश्र पीढी ०९
परु – २ ; क. िौशन थमश्र, ख. आयषु थमश्र पीढी १०
२. समु न थमश्र
परु – १ ; वेिान्ि थमश्र
आ. थवजय थमश्र ; १. मथनष थमश्र , २. आथशष थमश्र
इ. जैलेंर थमश्र
परु – १ ; थववेक थमश्र
ई. शैलेन्र थमश्र
परु – २ ; १. अजणनु थमश्र , २. िाजा थमश्र
उ. सिु े न्र थमश्र (बिा बाब)ु
परु – १ ; उत्तम थमश्र
ख. पं. ठक्त्कन थमश्र पीढी ०६
परु - ४ ; क. भवु नेश्वि थमश्र , ख. गजेन्र थमश्र, ग. शिु े श , घ. मिु ािी थमश्र पीढी ०७
क. भवु नेश्वि थमश्र
परु – २ ; अ. अजय थमश्र , आ. इन्र कुमाि थमश्र पीढी ०८
ख. गजेन्र थमश्र
अ. अमि नाि थमश्र (भाििीय िल सेना)
परु – १ ; अमन कुमाि (श्री) पीढी ०९
आ. मक ु े श थमश्र
परु – १ ; सागि कुमाि थमश्र (श्रीनाि)
ग. शिु े श थमश्र
परु – १ ; अशोक थमश्र
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 71

घ. मिु ािी थमश्र


परु – २ ; अ. थप्रन्स , आ. ........
२ पं. िघनु ाि थमश्र पीढी ०५
परु - १ ; िेव नन्िन थमश्र
परु - २; क. नािायण थमश्र एवं ख. थमथिलेश थमश्र
क. नािायण थमश्र
अ. सधु ीि कुमाि थमश्र
परु - १ ; साके ि थमश्र
आ. अथमि थमश्र
ख. थमथिलेश थमश्र
अ. पंकज थमश्र
३ पं. यदुनाि थमश्र पीढी ०५
परु - ३; क. बेचन थमश्र, ख. थबलट थमश्र (लिी), ग. सख ु िेव थमश्र पीढी ०६
क. बेचन थमश्र
परु - २ ; अ. बैद्यनाि थमश्र, आ. जगन्नाि थमश्र पीढी ०७
अ. बैद्यनाि थमश्र
१. शम्भु थमश्र पीढी ०८
परु -१ ; सत्यम थमश्र पीढी ०९
२. शंकि थमश्र
परु – २ ; क. थशवम , २. सन्ु ििम थमश्र
आ. जगन्नाि थमश्र
१. कृ ष्ण कुमाि थमश्र
परु – १ ; अथन्षि थमश्र
२. सन्िोष थमश्र
ख. पं. थबलट थमश्र (लती)
परु – ३ ; अ. िाधा कान्ि थमश्र, आ. शीला कान्ि थमश्र, ग. लाल कान्ि थमश्र पीढी ०७
अ. िाधा कान्ि थमश्र
१. सजं य थमश्र पीढी ०८
परु – २ ; क. परुु षोत्तम थमश्र, ख. आयषु थमश्र पीढी ०९
आ. शीला कान्ि थमश्र
परु – १ ; िाजीव कुमाि थमश्र
परु – २ ; १. अंथकि कुमाि थमश्र, २. हथषणि कुमाि थमश्र
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 72

इ. लाल कान्ि थमश्र


परु – २ ; १. िंथजि कुमाि थमश्र. २. िोशन थमश्र
ग. पं. सख ु देव थमश्र
परु - ३ ; अ. िख ु न थमश्र, आ. मखु न थमश्र, ग. बमबम थमश्र
अ. िख ु न थमश्र
परु – २ ; १. चन्िन कुमाि थमश्र , २कुन्िन कुमाि थमश्र
आ. मख ु न थमश्र
परु – २ ; १. आनन्ि थमश्र, २. आलोक थमश्र
इ. बमबम थमश्र ; परु – १ ; संगम थमश्र
४ योगनाि थमश्र पीढी ०५
परु – ४ ; क. थनत्यानन्ि थमश्र, ख. पिमानन्ि थमश्र,
ग. सिानन्ि थमश्र (सज्जन) - X, घ. कािी थमश्र- X पीढी ०६
क. थनत्यानन्ि थमश्र
परु - १
नन्ि थमश्र पीढी ०७
परु - ३ - अ. िाज कुमाि, आ. फुल कुमाि , इ. थिलखश ु थमश्र
अ. िाज कुमाि थमश्र पीढी ०८
१. आथशष कु . थमश्र पीढी ०९
२. अथभशेख कु. थमश्र
आ. फुल कुमाि थमश्र
१. अथभनव कु. थमश्र
२. आयषु कु. थमश्र
इ. थिलखश ु थमश्र
परु – २ ; अ. आथित्य , आ. .........
ख. पिमानन्ि थमश्र
परु – २ : अ. िाजेन्र थमश्र, आ. ललन थमश्र (लालन)
अ. िाजेन्र थमश्र
परु – २ ; १. सोनु कुमाि थमश्र, २. मथण कुमाि थमश्र पीढी ०८
आ. लालन थमश्र
परु - आशिु ोष थमश्र
ग. सिानन्ि थमश्र (सज्जन) - X
घ. कािी थमश्र – X
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 73

II. प. मनसािाम थमश्र: बिसाम


(पीर्ी १९+०१=२०)
परु – ४ ; A. बबिु ै या थमश्र, B. बहाििु थमश्र, C. प.ं लक्ष्मीनाि थमश्र,
D. काशीनाि थमश्र पीढी +०२
A. बबुिैया पीढी ०३
थववाह- २ ;
परु – ५ ; १. लाला , २. िाधे, ३. जानकी, ४. िामा, ५. चमु न- थद्विीय थववाह
B. बहादुि थमश्र
परु क - िथ्य नथह
C. लक्ष्मीनाि थमश्र
परु – ५:-
क. श्रीकािं थमश्र
ख. अचथम्भि थमश्र
ग. बालादर्त् थमश्र (बतहु)- खजुिी पीढी ०३
घ. िाजा थमश्र - बिसाम पीढी ०३
परु - २ ; निथसहं दर्त् थमश्र एवं हरिवशं थमश्र पीढी ०४
ङ. महिन थमश्र
D. काशीनाि थमश्र
परु – २ ; क. िामचन्र थमश्र, ख. नैजा थमश्र
(पनु ाः नीचा वथणणि)
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 74

पं. बालादर्त् थमश्र (बतहु थमश्र) - खजुिी


(बीजी पुरुष - पीर्ी ०३)
परु – २ ; १. प.ं गिु ि थमश्र, २. प.ं बासिु वे थमश्र पीढी ०४
गुदि थमश्र
परु – ३ ; क. जय नािायण थमश्र , ख . िेव नािायण थमश्र एवं ग. मोि नािायण थमश्र पीढी ०५
क. पं. जय नािायण थमश्र पीढी ०५
परु – १; कृ त्या नन्ि थमश्र पीढी ०६
परु – ३ ; अ. बैद्यनाि थमश्र, आ. अमिनाि थमश्र इ. शम्भनु ाि थमश्र पीढी ०७
अ. बैद्यनाि थमश्र (संठु) पीढी ०७
परु – २ ; १. सधु ीि कुमाि थमश्र, २. प्रकाश कुमाि थमश्र पीढी ०८
आ . अमिनाि थमश्र ; परु – कृ ष्ण कान्ि थमश्र
इ. शम्भनु ाि थमश्र
परु – २ ; १. थशवम कुमाि थमश्र , २. शभु म कुमाि थमश्र
ख. पं. देवनािायण थमश्र पीढी ०५
परु – २ ; १. के िाि थमश्र, २. थवकल थमश्र पीढी ०६
१. के दाि थमश्र
परु – २ ; अ. शंकि कु . थमश्र, आ. श्रवण कु. थमश्र
अ. शक ं ि कुमाि थमश्र (थबनोि पडं ीि) पीढी ०७
परु – २ ; १. उिय थमश्र ; २. अजय थमश्र पीढी ०८
१. उिय चन्र थमश्र
परु – २ ; क. सत्यम थमश्र; ख. सन्ु ििम थमश्र
आ. श्रवण कुमाि थमश्र (अमोि)
परु – २ ; १. हरि शंकि थमश्र (थवजय), २. नन्िन कुमाि थमश्र (थववेक)
२. थवकल थमश्र
परु – ३ ; अ. गोपाल थमश्र, आ. भपु ाल थमश्र, इ. सख ु पाल थमश्र
अ. गोपाल थमश्र ; परु – १ ; िमेश थमश्र
आ. भपु ाल थमश्र ; परु – १ ; अथजि कुमाि थमश्र
इ. सखु पाल थमश्र
परु – २ ; क. अथमि कुमाि थमश्र, ख. सथु मि कुमाि थमश्र
ग. मोद नािायण थमश्र – X ; उत्तिाथधकाि- थक्रत्यानन्ि थमश्र (१ परु ी: भेजा)
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 75

बासुदेव थमश्र
(पीढी २० + ०४)
परु - ३; परु ी- १
I. म्सिु न थमश्र पीढी ०५
II. मोहन थमश्र
III. ब्रज नन्िन थमश्र
परु ी- बिैल थववाह (अकाली थमश्रक परिवाि)
I. पं. मक्त्सदु न थमश्र पीढी ०५
परु - २ अ. पिमानन्ि थमश्र, आ. मेघानन्ि थमश्र पीढी ०६
अ. पिमानन्ि थमश्र (भगवानबाबु )
परु – २ ; १. फुल कुमाि थमश्र, २. गल ु ाब कुमाि थमश्र (जवाहि) पीढी ०७
आ. मेघानन्ि थमश्र (िाजा बाबु) पीढी ०६
परु – १ ; पंकज थमश्र
II. प.ं मोहन थमश्र पीढी ०५
परु – २ ; अ. बजिंगी थमश्र, आ. थशवु थमश्र पीढी ०६
अ. बजिंगी थमश्र
परु – २ ; अ. िाजीव कुमाि थमश्र (थिलखश ु ), आ. मनखश ु थमश्र
आ. थशवु थमश्र पुि - १ ; उगन थमश्र
III. पं. ब्रजनन्दन थमश्र (थबिज)ु पीढी ०५
बी. जनिा उच्चा थवद्यालय, िलिल-खजिु ीकें सस्ं िापक अध्यक्ष
परु - ५ ; अ. शशु ील थमश्र, आ. िाधे थमश्र, इ. िे विी थमश्र, इ. ललन थमश्र,
ई. मगन थमश्र, उ. समु न थमश्र पीढी ०६
अ. शश ु ील थमश्र
परु – २ ; अ. िमण कुमाि थमश्र, २. पवन कुमाि थमश्र पीढी ०७
१. िमण कुमाि थमश्र
परु – १ ; साके ि थमश्र
२. पवन कुमाि थमश्र
आ. िाधे थमश्र
परु – १ ; गल
ु ु
इ. िे विी थमश्र
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 76

परु – २ ; १. िामबाबु थमश्र, २. लखन थमश्र


ई. ललन थमश्र
परु – १ ; सोनु थमश्र
उ. मगन थमश्र
ऊ. समु न थमश्र
बासदु ेव थमश्रक भथगनवान
मल
ू - थवसयवाि, नान्हपिु
गोर- काश्यप
प्रवि - ३
नान्हपुि सँ घोंघिडीहा वास
नन्नु थमश्र
परु - माधव थमश्र
ग्राम- बिैल
परु - २ ; १. िघनु ाि थमश्र, २. गृहनाि थमश्र
१. िघनु ाि थमश्र
(बिै ल वास)
परु - भोला थमश्र
२. गृहनाि थमश्र
(बासिु वे थमश्र के भाथगन)
परु - िमा कान्ि थमश्र (अकाली थमश्र)
( बासिु वे थमश्र के िोथभर)
परु - २ ; क. कृ ष्ण कुमाि थमश्र, ख. थशव कुमाि थमश्र
क. कृ ष्ण कुमाि थमश्र (बच्चाबाबु)
परु - २ ; क. शशांक शेखि थमश्र, ख. िाघव थमश्र
ख. थशव कुमाि थमश्र
परु – १ ; सधु ाश ं ु शेखि थमश्र
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 77

पं. िाजा थमश्र (बिसाम)


बीजी पुरुष
(पीर्ी १९+०३)

परु – २ ; I. प.ं निथसहं ित्त थमश्र, II. प.ं हरिवश


ं थमश्र
I. पं. निथसहं दर्त् थमश्र पीढी ०४
परु – ५
A. अभयनाि थमश्र पीढी ०५
B. िथिनाि थमश्र
C. थरलोकनाि थमश्र
D. आथिनाि थमश्र
E. वीिनाि थमश्र
A. पं. अभयनाि थमश्र पीढी ०५
परु – २ ; १. िरनाि थमश्र , २. चन्रनाि थमश्र
१. पं. ििनाि थमश्र पीढी ०६
परु – १ ; िमानाि थमश्र (टुनटुन) पीढी ०७
परु – ३ ; क. पंकज थमश्र, ख. सिु शणन थमश्र , ग. अमि नाि थमश्र
क. पंकज थमश्र
परु – २ ; अ. सत्यम कुमाि थमश्र , आ. सभु म कुमाि थमश्र
ख. सिु शणन थमश्र
परु ी – २
ग. अमिनाि थमश्र
परु – १; आिशण कुमाि थमश्र
२. पं. चन्िनाि थमश्र पीढी ०६
परु - ३ ; क. मन्डन थमश्र, ख. थगरिन्र मो. थमश्र, ग. वाचस्पथि थमश्र
क. मंडन थमश्र (मिु ािी) पीढी ०७
परु – १ ; मनीष थमश्र पीढी ०८
ख. थगरिन्र मोहन थमश्र (कन्हैया)
परु – आकाश थमश्र
ग. वाचस्पथि थमश्र
परु – २ ; अ. पािस थमश्र, आ. प्रभाि थमश्र
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 78

B. पं. िथतनाि थमश्र पीढी ०५


परु – २; १. जीवनाि थमश्र , २. गनु देव थमश्र
१. पं. जीवनाि थमश्र
परु – २ ; क. ओम प्रकाश थमश्र, ख. जय प्रकाश थमश्र
क. ओम प्रकाश थमश्र
परु – १ : अथमि कुमाि थमश्र,
ख. जय प्रकाश थमश्र
परु – १ ; रिशव कुमाि थमश्र
२. पं. गनु देव थमश्र
परु - २ ; क. िाके श थमश्र, ख. िोशन थमश्र
C. प.ं थिलोकनाि थमश्र- X
D. प.ं आथदनाि थमश्र- X
E. पं. वीिनाि थमश्र पीढी ०५
परु – ३ ; क. इन्रकान्ि थमश्र , ख. नवकान्ि थमश्र , ग. शथशकान्ि थमश्र
क. इन्रकान्ि थमश्र
परु – १ ; सभु ाष थमश्र
ख. नवकांि थमश्र
परु – १ ; सथचन थमश्र
ग. शथशकान्ि थमश्र
परु – १ ; अथभशेख थमश्र
II. प.ं हरिबश ं थमश्र पीढी ०४
परु - १; िाम थमश्र पीढी- ०५
परु – १ ; लक्ष्मी थमश्र पीढी- ०६
परु – १ ; थबनीि थमश्र पीढी- ०७
परु - िीपक थमश्र पीढी- ०८
D. पं. काशीनाि थमश्र पीढी ०२
परु - िाम चन्र थमश्र पीढी ०३
परु – िामोिि थमश्र पीढी ०४
परु – ४ ; क. िीलकनाि थमश्र, ख. कमलनाि थमश्र, ग. महाबीि थमश्र,
घ. यिनु ाि थमश्र पीढी ०४
क. िीलकनाि थमश्र- X
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 79

ख. कमलनाि थमश्र- X
ग. महाबीि थमश्र पीढी ०४
परु – ३ ; अ. थबसम्बि थमश्र, आ. गोथवन्ि थमश्र, इ. परुु षोत्तम थमश्र
अ. थबसम्बि थमश्र पीढी ०५
परु – १; शक ं ि कुमाि थमश्र पीढी ०६
आ. गोथवन्ि थमश्र पीढी ०५
परु – २
१. अजय कुमाि थमश्र
२. िाजेश कुमाि थमश्र
इ. परुु षोत्तम थमश्र
परु – २
१. गणेश थमश्र
२. मयन्क थमश्र
घ. पं. यदुनाि थमश्र पीढी ०४
परु – लालकान्ि थमश्र
परु – िीपक थमश्र
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 80

वश
ं ावली
झा परिवाि
ग्राम- बिसाम
पो.- दलदल, मधेपिु , मधबु नी, थबहाि, भाित
अक्षांश िे खा (Latitude Line): २६.१७८२३०
िेशान्िि िे खा (Longitude Line): ८६.३७५९२०
पूवावासी- भीठ भगवानपुि
अथत पूवावासी - धमडीहा, थजल्ला- पूथणाया, थबहाि
गोि- साथण्डल्य
मूल- सदिपुरिये, धौल
प्रवि – ३
पृष्ठभूथम
पं. िाघपु थि झा कें २ परु - लाल झा एवं गल
ु ाब झा िलथन, जे धमडीहा ग्राम, थजल्ला- पथू णणयासाँ
थवस्िाथपि भऽ, लाल झा िाजा भागवि नािायण थसहं के िाज भीठ भगवानपिु मे ििा गल
ु ाब झा ग्राम- नारुआि,
झंझािपिु आबी बसलाह. लाल झा के एक परु महामहोपाध्याय प.ं धीिनाि झा िलथन. कालान्िि पश्चाि िाजासाँ
सम्बन्ध खिाब ििा मामटु ाव भेलाक उपिान्ि, धीि नाि झा भीठ भगवानपिु साँ अपन वास हस्िान्ििण कs
बिसाम मे पं. बबिु थहया थमश्रसाँ १० अन्नामे बिसामक वास ििा जनगा खरिि कs िामपिु , बिसाममे वास
कायम कएलथि ।
ओही परिवािमे फथन नाि झा अत्यन्ि शथिशाली वीि परुु ष भेलाह जे झटहासाँ िािक गािक िाि
िोिए िलाह. एथह वंशमे बैद्यनाि झा जन्म लेलथन जे थब्रटीश शासन अन्िगणि कोलकत्ता मे अथि उच्च पि
भाइसिाय के मख्ु य सल्लाहकाि भऽ वंश के प्रथिष्ठा बढौलथि. हुनक प्रिापे भागवानपिु के िाजासाँ सम्बन्ध
थबगिलाक उपिािं ो फनी नाि झा के कै ि सजाय नही भेलथन ।
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 81

वंशवृक्ष
१. पं िामदेव झा श्रोत : श्री पवि झा, बरसाम
(धमडीहा)

२. प.ं बचाय झा

३. प.ं बीफे झा

४. प.ं हिपथि झा

५. प.ं िघपु थि झा

६. पं. लाल झा: (भीठ भगवानपिु ) प.ं गल


ु ाब झा (नरुआि)

धीिनाि झा (वासी- बिसाम) (पीढी ०६ +०१= ०७)

भवानीनाि झा फनीनाि झा बैद्यनाि झा काशीनाि झा पीढी- ०२


(८ खट्टु ी) (५ खट्टु ी) (थसझौल) (िथक्षणवािी टोल)

वंशावली श्रोत : श्री पवि झा, बरसाम

पं िामदेव झा पीढी ०१
धमडीहा
परु – १ ; पं. बचाय झा पीढी ०२
पं. बचाय झा
परु – १ ; पं. बीफे झा पीढी ०३
बीफे झा
परु – १ ; पं हिपथि झा पीढी ०४
पं. हिपथत झा
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 82

परु – १ ; पं िघपु थि झा पीढी ०५


पं. िघपु थत झा
परु – २ ; १. प.ं लाल झा, २. प.ं गलु ाब झा (नरुआि) पीढी ०६
बरसाम ग्रामक वासीकें पिु : आिार मािी पीढी ०१ साँ शरुु कएल गेल अष्टछ ।
पं. लाल झा
भीठ भगवानपुि
परु – १ ; धीिनाि झा पीढी ०६ +०१= ०७
वासी - बिसाम
परु – ४
I. भवानीनाि झा आठ (८) खट्टु ी वंश, बिसाम पीढी ०२
II. फनीनाि झा पााँच (५) खट्टु ी वंश, बिसाम
III. महामहोपाध्याय बैद्यनाि झा थसझौल, बिसाम
IV. काशीनाि झा िथक्षणवािी खटु , बिसाम
आठ खुट्टी वंशावली
I. प.ं भवानीनाि झा पीढी ०२
(आठ [८] खट्टु ी वश ं )
परु – ४ ; A. िमानाि झा, B. पािसमथण झा, C. नन्िीलाल झा, D. मन्ना झा पीढी ०३
A. पं. िमानाि झा
परु – ४ ; I. जनािणन झा, II. मधसु िु न झा, III. गोवधणन झा, IV. बलिेव झा पीढी ०४
I. जनादान झा
परु – १ ; श्रीमोहन झा पीढी ०५
परु – १ ; उमा कान्ि झा पीढी ०६
परु – ४ ; अ. संजय झा, आ. अजय झा, इ. थवजय झा, ई. थवथपन झा पीढी ०७
II. मधस ु दु न झा
परु – ४ ; १. चििु ानन्ि झा, २. वेिानन्ि झा, ३. मििु ानन्ि झा, ४. गोकुलानन्ि झा पीढी ०५
१. चतुिानन्द झा
परु - २ ; १. जलधि झा, २. मिु लीधि झा पीढी ०६
१. जलधि झा
परु २ ; १. थवजय झा (कन्हैयाजी), २. अजय झा (ललनजी) पीढी ०७
२. मिु लीधि झा
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 83

परु – ५ ; क. अथनल, ख. सथु नल, ग. लथलि, घ. िंथजि ङ. िाजीव कु. झा


२. वेदानन्द झा पीढी ०५
परु – २ ; क. महाकान्ि झा, ख. शोभाकान्ि झा पीढी ०६
क. महाकान्ि झा
परु – २; अ. गोथवंि झा, आ. अिथवन्ि झा पीढी ०७
अ. गोथविं झा
परु – ३ ; १. सथु धि, २. सथं जव, ३. सन्िोष झा पीढी ०८
आ. अिथवन्ि झा
परु – १ ; सधु ाशं ु झा
ख. शोभाकान्ि झा
परु – १ ; बैद्यनाि झा
परु – ३ ; अ. सिोज, आ. थवमल, इ. प्रकाश कुमाि झा
३. मिुिानन्द झा
परु – १ ; थबहािी झा
परु – १ ; हेम कुमाि झा (मन्ु ना)
परु – १ ; िगु ाण नन्ि झा
४. गोकुलानन्द झा : नावल्ि – X
III. गोवधान झा पीढी ०४
परु ी – २
IV. बलदेव झा
परु ी – ४
B. पं. पािसमथण झा पीढी ०३
परु -१ ; जयकृ ष्ण झा पीढी ०४
परु – १ ; सेवानन्ि झा पीढी ०५
परु – १ ; इन्रानन्ि झा पीढी ०६
(मथु खयाजी)
परु – ३ ; १. अमिे न्र कुमाि झा, २. सिु े न्र कुमाि झा, ३. िथबन्र कुमाि झा पीढी ०७
१. अमिे न्र कुमाि झा
परु – २ ; क. थवकल्प थवभथू ि झा, ख. थवथनि थवभथू ि झा पीढी ०८
२. सिु े न्र कुमाि झा
परु – १ ; िोथहि कुमाि झा
३. िथवन्र कुमाि झा
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 84

परु – २ ; क. रिशव कुमाि झा, ख. हषण कुमाि झा


C. पं. नन्दीलाल झा पीढी ०३
परु – २ ; १. के शव झा- X ; २. कुलानन्ि झा पीढी ०४
२. कुलानन्ि झा
परु – २ ; क. बासिु वे झा – X, ख. घनश्याम झा (लाल बाबु) पीढी ०५
ख. घनश्याम झा (लाल बाब)ु
परु – १ – डा. गगं ानन्ि झा पीढी ०६
परु – ३ ; अ. सक ं ल्प झा, आ. अक ं ु ि झा, इ. अथं कि झा पीढी ०७
अ. संकल्प झा
परु – िेवांश झा पीढी ०८
D. मन्ना झा पीढी ०३
परु – ३ ; १. द्वारिका नाि झा, २. जगरूप झा, ३. अमृि लाल झा पीढी ०४
१. िारिका नाि झा
परु – २ ; क. सत्य नािायण झा, ख. हरि नािायण झा (कन्टीि झा) पीढी ०५
क. सत्य नािायण झा
परु – १ ; गोपालजी झा पीढी ०६
परु – १ ; श्रेष्ठ नािायण झा पीढी ०७
परु – ४ ; १. कन्हैया झा , २. निेन्र झा, ३. सिु े न्र झा, पीढी ०८
४. िाके श कु. झा
ख. हरि नािायण झा (कन्टीि झा)
परु - ५ ; अ. कुमिजी झा आ. थविेश्वि झा, इ. धमण ना. झा,
ई. चल्ु हाई झा- X, उ. मि ु े श्वि झा- X
अ. कुमिजी झा पीढी ०६
परु १ ; सन्िोष झा
आ. थविेश्वि झा
परु – १ ; थवजय झा
परु – १ वंश झा
इ. धमण नािायण झा
परु – ६ ; १. ललन झा, २. आनन्ि मोहन झा, ३. लथलि नािायण झा,
४. अथनन कुमाि झा , ५. हीिाकान्ि झा ििा ६. बब्लु कुमाि झा
२. जगरूप झा पीढी ०४
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 85

परु – २ ; क. बाल गोथवन्ि झा, ख. गल ु ाब झा पीढी ०५


क. बाल गोथवन्ि झा- X
ख. गल ु ाब झा
परु – २ ; अ. नन्ि झा (बिसामसाँ नेपाल वास कएलथि) पीढी ०६
आ. नािायण झा
परु – ५ ; अ. थवनय चन्र , आ. प्रेम चन्र, इ. अजय, ई. िेव चन्र,
उ. उिय चन्र झा पीढी ०७
३. अमतृ लाल झा पीढी ०४
परु – १ ; थवद्यानाि झा पीढी ०५
परु – ३ ; क. गौिी शंकि झा , ख. थमथिलेश झा, ग. भगवानजी झा पीढी ०६
क. गौिी शंकि झा
परु – १ ; लक्ष्मणजी झा पीढी ०७
ख. थमथिलेश झा
परु – २ ; अ. बमबम झा, आ. चन्िन झा
ग. भगवानजी झा
परु – २ ; अ. िोथहि कुमाि झा, आ. मोथहि कुमाि झा

पाँच (५) खुट्टी वंशावली


(धीिनाि झा कें िोसि परु )
I.पं. फनीनाि झा पीढी ०२
(पााँच खट्टु ी)
परु – १ ; गरिब नाि झा पीढी ०३
परु – ५; A. योग नाि झा, B. बरी नाि झा, C. िगु ाण नाि झा, पीढी ०४
D. आनन्ि झा, E. थवश्व नाि झा (लटु न)
A. पं. योग नाि झा
परु – ४ ; १. शथि नाि झा , २. अभय नाि झा (ग़ल्ु ला), ३. जय थकशोि झा,
४. यगु ल थकशोि झा पीढी ०५
१. शथि नाि झा
परु – २ ; क. सक ु न झा , ख. बाबजु ी झा पीढी ०६
क. सक ु न झा
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 86

परु – २ ; अ. बलिाम झा, आ. सिोज झा पीढी ०७


ख. बाबुजी झा
परु – ३ ; १. पिशिु ाम झा , २. अथभिाम झा , ३. मनोज झा
२. अभय नाि झा (गुल्ला) पीढी ०५
परु – १ ; जयकान्ि झा (बचु ाय)
परु – २ ; अ. गौिी शंकि झा , आ. अमि झा
३. जय थकशोि झा
परु – १ ; मोहन झा
४. यगु ल थकशोि झा
परु – २ ; क. जीिन झा, ख. उपेन्र झा पीढी ०६
B. पं. बिी नाि झा पीढी ०४
परु – ३ ; १. शथश नाि झा , २. गथि नाि झा , ३. शोव नाि झा – X पीढी ०५
१. शथश नाि झा पीढी ०५
परु – १ ; बाला कान्त झा पीढी ०६
जन्म- ई. सन् १९२७
परु – ५ ; अ. पवन कुमाि झा , आ. शेष कुमाि झा (लखन), इ. मृत्यन्ु जय कुमाि झा,
ई. प्रधम्ु न कुमाि झा, उ. प्रजेस कुमाि झा पीढी ०७
अ. पवन कुमाि झा
परु – ३ ; १. थरपिु ािी प्रसाि झा , २. चरं धािी प्रसाि झा,
३. थगरिधािी प्रसाि झा पीढी ०८
आ. शेष कुमाि झा (लखन)
परु – ३ ; १. कालेश्वि झा, २. सवेश्वि झा , ३. चन्डेश्वि झा
इ. मृत्यन्ु जय कुमाि झा
परु – २ ; १. सीिापथि झा, २. पशपु थि झा
ई. प्रधम्ु न कुमाि झा
परु – १ ; यािवेन्र झा
उ. प्रजेस कुमाि झा
परु – ३
२. पं. गथत नाि झा पीढी ०५
परु – ३ ; क. थवष्णु कान्ि झा, ख. उिय कान्ि झा, ग. िािा कान्ि झा पीढी ०६
क. थवष्णु कान्त झा
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 87

परु – ४ ; अ. भिि झा, आ. भगवान झा, इ. भोलन झा, ई. भोगेन्र झा पीढी ०७


अ. भिि झा
परु – २ ; १. िीवाकि झा, २.भास्कि (मखु ि) झा पीढी ०८
आ. भगवान झा
परु – २ ; १. थिनकि झा , २. प्रभाकि झा
इ. भोलन झा
परु – २ ; १. शेखि झा, २. ऋथषके श झा
ई. भोगेन्र झा
परु – १ ; प्रशान्ि झा
ख. पं. उदय कान्त झा पीढी ०६
जन्म ई. सन – १९३३ ; िेहावसान – २०१९
परु – ५ ; अ. िाघवेन्र झा, आ. शरध्ु न झा, इ. िाधाकृ ष्ण झा, ई. िमानन्ि झा,
उ. िवीन्र झा पीढी ०७
अ. िाघवेन्र झा
परु – २ ; १. अथखलेश झा , २. थवमलेश झा पीढी ०८
आ. शरध्ु न झा
परु – १ ; िेवेश झा
इ. िाधाकृ ष्ण झा
परु – २ ; १. वरुण झा, २. थवकाश झा
ई. िमानन्ि झा
परु – १ ; िगु ेश झा
उ. िवीन्र झा
परु – १ ; हषणवधणन झा
ग. तािा कान्त झा पीढी ०६
परु – २ ; क. गौिम झा, ख. गोपन्र झा
C. प.ं दुगाा नाि झा पीढी ०४
परु – २ ; १. सिु े श झा, २. थिनेश झा पीढी ०५
१. सुिेश झा
परु – २ ; क. पिु न्र झा- X, ख. महेन्र झा पीढी ०६
ख . महेन्र झा
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 88

परु – २ ; अ. सजं ीव झा, आ. िाजीव झा पीढी ०७


२. थदनेश झा पीढी ०५
परु – १ ; नागेश्वि झा पीढी ०६
(बिसाम साँ भगवानपिु वास हस्िान्ििण कएलथि.)
D. आनन्द झा पीढी ०४
परु – ३ ; १. थवक्रम झा , २. थनभणय झा, ३. लम्बोिि झा पीढी ०५
१. थवक्रम झा
परु – २; क. हिे कान्ि झा , ख. थवजय कान्ि झा पीढी ०६
क. हिे कान्ि झा
परु – ५ ; अ. अरुण कुमाि झा , आ. थबनोि झा, इ. अमोि झा ,
ई. भलु न झा , उ. वथशष्ठ झा पीढी ०७
ख. थवजय कान्ि झा
परु ी – ४
२. थनभाय झा पीढी ०५
परु – १; िथि कान्ि झा
परु – २ ; क. थमथिलेश झा, ख. कमलेश झा
३. लम्बोदि झा पीढी ०५
परु – ३ ; क. मंगनु कान्ि झा, ख. मधु कान्ि झा, ग. िाज कान्ि झा पीढी ०६
क. मगं नु कान्ि झा
परु – १ ; सजं य झा पीढी ०७
ख. मधु कान्ि झा
परु – १ ; अशोक झा
ग. िाज कान्ि झा
परु – १ ; मक ु े श झा
E. प.ं थवश्व नाि झा (लटु न झा) पीढी ०४
परु – ३ ; १. जयभर झा, २. सभु र झा, ३. िामभर झा पीढी ०५
१. जयभर झा
परु – १ ; िुिन्ि झा पीढी ०६
परु – २ ; अ. थिलीप झा, आ. भैिव झा पीढी ०७
२. सभु र झा
परु – १ ; मक ु ु न्ि झा
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 89

परु – १ ; अथनरुध्य झा
३. िामभर झा
परु – ३ ; क. निे श झा, ख. महेश झा, ग. लडु झा – वास हस्िान्ििण

थसझौल, बिसाम
III. महामहोपाध्याय प.ं बैद्यनाि झा पीढी ०२
बैद्यनाि झा कलकत्तामे पंचम जजण लाडण वेलेसली के मख्ु य सल्लाहकाि पिसाँ सश ु ोथभि
भेलाह एवं थहन्िु शास्त्रक ग्राम बिसामसाँ प्रिम थवद्वान भेलाह ।
परु – ३ ; १. उमा कान्ि झा - X, २. श्रीकान्ि झा – X, ३. िाधा कान्ि झा पीढी ०३
पं. िाधा कान्त झा
परु – २ ; १. भपु ेन्र नाि झा, २. िेवेन्र नाि झा (गोपलु बाब)ु पीढी ०४
१. भुपेन्ि नाि झा
परु – १ ; लक्ष्मी कान्ि झा पीढी ०५
परु – १ ; पिु न्र झा (थबिाटनगि, नेपाल वास) पीढी ०६
परु – २
२. देवेन्ि नाि झा (गोपलु बाबु) पीढी ०४
परु – ३ ; १. िाम मथु िण झा (सिु बाबु), २. कृ ष्ण मथु िण झा (इन्र बाब)ु ,
३. थवष्णु मथु िण झा पीढी ०५
१. िाम मथु ता झा (सतु बाब)ु
परु – २ ; क. आनि झा, ख. गणेश झा पीढी ०६
क. आनि झा
परु – २
ख. गणेश झा
परु – ३ ; अ. सागि , आ. थवक्रम , इ. िाहुल पीढी ०७
२. कृष्ण मुथता झा (इन्ि बाबु) पीढी ०५
परु – ३ ;, क. कमल कान्ि झा, ख. िजनी कान्ि झा, ग. शीला कान्ि झा पीढी ०६
क. कमल कान्ि झा
परु – ३ ; अ. मनोज झा , आ. सिोज झा, इ. पप्पु झा पीढी ०७
ख. िजनी कान्ि झा
परु – २ ; अ. ललन झा, आ. मिन झा पीढी ०७
ग. शीला कान्ि झा
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 90

परु – २ ; अ. अशोक झा, आ. थकशोि झा


३. थवष्णु मथु ता झा पीढी ०५
परु – ३ ; क. िया कान्ि झा ; ख. धमण नाि झा, ग. थबनोि झा पीढी ०६
क. िया कान्ि झा
परु – १ ; िाघव झा पीढी ०७
ख. धमण नाि झा
परु २ ; अ. उिय झा , आ. अभय झा
ग. थबनोि झा
परु – १ ; के शव झा

दथक्षणवािी खुट, बिसाम


IV. प.ं काशी नाि झा पीढी ०२
(िथक्षणवािी खटु , बिसाम)
परु – १ ; काली कान्ि झा पीढी ०३
परु – १ ; यशोिा नन्ि झा पीढी ०४
परु – २ ; १. िामेश्वि झा, २. लक्ष्मश्वे ि झा (नुनु बाबु) पीढी ०५
१. पं. िामेश्वि झा
परु ३ ; क. श्रीकान्ि झा, ख. शीला कान्ि झा, ग. थशवा कान्ि झा पीढी ०६
क. श्रीकान्ि झा
परु – ३ ; अ. अमि नाि झा, आ. थरलोक नाि झा, इ. बैजु नाि झा पीढी ०७
अ. अमि नाि झा
परु - १ ; िाहुल झा पीढी ०८
आ. थरलोक नाि झा
परु – १ ; सोनु झा
इ. बैजु नाि झा
परु – १ ; थवभथू ि झा
ख. शीला कान्ि झा पीढी ०६
परु ४ ; अ. आनन्ि मोहन झा (ललन झा), आ. परुु षोत्तम झा, इ. मगन झा,
ई. अरुण झा पीढी ०७
अ. आनन्ि मोहन झा (ललन झा)
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 91

परु २ ; १. बाबु झा, २. बमबम झा पीढी ०८


आ. परुु षोत्तम झा
परु – ३ ; १. िंथजि झा, २. थमठु झा, ३. थमन्टु झा
इ. मगन झा ; परु – १ ; पंकज झा
ई. अरुण झा
परु – १ ; बच्चा झा
ग. थशवा कान्ि झा (शक ं ि बाब)ु पीढी ०६
परु – १ ; अशोक झा पीढी ०७
परु – २ ; अ. सौिभ झा , आ. वैभव झा पीढी ०८
२. लक्ष्मेश्वि झा (नुनु बाबु) पीढी ०५
परु – २ ; १. चन्र कान्ि झा (िख ु न बाबु), २. उमा कान्ि झा (माथलक बाबु) पीढी ०६
१. चन्र कान्ि झा (िख ु न बाबु)
परु – ५ ; क. िजनी कान्ि झा, ख. गोथवन्ि झा, ग. निे न्र मोहन झा,
घ. सिु ेन्र मोहन झा (थमश्री), ङ. िमण झा पीढी ०७
क. िजनी कान्ि झा
परु – २ ; अ. मनोज झा, आ. सन्िोष झा
ख. गोथवन्ि झा ; परु – १ ; अथभलाश झा
ग. निे न्र मोहन झा
परु – ३ ; अ. पवन कु. झा, आ. मखन झा, इ. मथनष झा
घ. सिु ेन्र मोहन झा (थमश्री)
परु ी – १ ; थपंकी (आवाम)
ङ. िमण झा ; परु – २
२. उमा कान्ि झा (माथलक बाब)ु पीढी ०६
परु – ३ ; अ. कृ ष्ण कन्हैया झा , आ. मिु ािी झा, इ. मिन झा पीढी ०७
अ. कृ ष्ण कन्हैया झा
परु – २ ; अ. िोशन झा, आ. िोहण झा पीढी ०८
आ. मिु ािी झा
परु – १ ; थववेक झा
इ. मिन झा
परु – २ ; अ. थवकास झा, आ. हषण झा
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 92

भथगनवान वंशावली
ग्राम – बिसाम
उमा कान्त झा (बौआ) के भथगनवान
उमा कान्ि झाक बथहन- बच्ु ची िाय
जयिेव झा
(वासी- गोइथमश्र लगमा)
परु – २ ; क. जमािा- कमल नािायण झा (बिसाम) एवं ख. िाज कुमाि झा (गोईथमश्र लगमा)
गोर – काश्यप मलू - सकलावाि, ििैल ; प्रवि- ३
क. कमल नािायण झा (बिसाम)
परु – २ ; १. परुु षोत्तम झा, २. अमिे श झा
१. परुु षोत्तम झा
परु – १ ; िाके श िंजन झा
२. अमिे श झा
परु – १ ; थवकास कुमाि झा
चन्िनाि थमश्र कें भाथगनवान
परु ी- थमथिलेश िेवी
जमािा- कुमि कान्ि झा
गोर – काश्यप मल ू - प्रवि- ३
परु – २ ; १. सिु े न्र कुमाि झा, आइ. पी. एस., २. िाहुल कुमाि झा

िमानाि झा कें भथगनवान


पं. ठीठि थमश्र
परु – हरिशंकि थमश्र (फुसी थमश्र)
परु – ३ ; १. अरुण कुमाि थमश्र, २. अजय कुमाि थमश्र, ३. अथजि कुमाि थमश्र
बििन झा कें भथगनवान
गोर – वत्स मल
ू – बभनवे, किमा ; प्रवि- ५
प्यािे झा
परु – यशोधि झा (बथलयासाँ आथब वास कएलथि)
परु – २ ; १. िाम नािायण झा, २. िृप्त नािायण झा
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 93

१. िाम नािायण झा
परु ३ ; क. पवन झा, ख. थिलीप झा, ग. ललन झा
क. पवन झा
परु – ३ ; अ. गणेश चन्र झा, महेश चन्र झा, ३.
२. िृप्त नािायण झा
परु – ६ ; क. िाज कु. झा, ख. अशोक कुमाि, ग. प्रेम कुमाि, घ. थवजय कुमाि, ङ. इन्र कुमाि, च.
संजय झा
पं. गुदि झा कें भथगनवान
पं. नीिस झा
परु - अवध नािायण झा
परु – १ ; लक्ष्मी झा
परु – ३ ; १. म्सिु न झा, २. बलिाम झा , ३. महािेव झा
१. म्सिु न झा
परु – १ ; मनोहि झा
२. बलिाम झा - x
३. महािेव झा
परु – गणेश झा
गोथवन्द झा
परु - उगिं झा
परु – २ ; १. आशिु ोष झा, २. अनाि झा

मामाक बिसाम वास (डीही)


मूल ग्राम - पिािी, मधुबनी िखवािी
गोि – काश्यप
मूल – सतलखे, सतौर्
प्रवि – ३
इन्िदर्त् झा (िखवािी वास)
(परु - ५ ; ५ मध्ये एक परु क बिसाम वास भेलथन ।)
परु – जगिीश झा
(िामेश्वि झा के थपिा यशोिा नन्ि झा के मामा)
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 94

परु – शथशनाि झा
शथशनाि झा
परु - २ ; १. थगरिश चन्र झा, २. कै लाश चन्र झा
१. थगरिश चन्र झा
परु – २ ; क. कौशल कुमाि झा, ख. सिोज कुमाि झा
क. कौशल कुमाि झा
परु – १ ; अ. िलु ा कृ ष्ण झा, आ. थजवेश झा
ख. सिोज झा
परु – २ ; अ. िौनक कुमाि झा, आ. िीपक कुमाि झा
२. कै लाश चन्र झा
परु – ३ ; क. अथनल कुमाि झा , ख. सथु नल कुमाि झा, ग. अिथवन्ि कुमाि झा
क. अथनल कुमाि झा
परु – ३ ; अ. सथच्चिानन्ि झा, आ. ब्रम्हानन्ि झा, इ. थववेकानन्ि झा
ख. सथु नल कुमाि झा
परु – २ ; अ. पिम कुमाि झा , आ. िघनु ाि झा
ग. अिथवन्ि कुमाि झा
परु १ ; आनन्ि कुमाि झा

िहुआ टोल, बिसाम


बन्नी झा
गोर – कात्यान मल ू – कुथजलवाि, सिेढ, प्रवि- ३
परु – २ ; १. बििन झा , २. िाजा झा
१. बििन झा
परु – २ ; क. िेव नािायण झा, ख. सवण नािायण झा
क. िेव नािायण झा
परु ी – १ ; गीिा िेवी – िलिल
ख. सवण नािायण झा
परु – २ ; अ. शोभा कान्ि झा, आ. अनुरुध झा
अ. शोभा कान्ि झा
परु – २ ; १. कन्हैया झा, २. मिु ािी झा
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 95

१. कन्हैया झा
परु – १ ; अंथकि कुमाि झा
२. मिु ािी झा
परु – २ ; क. अमन कुमाि झा, ख. सौिभ कुमाि झा
आ. अनुरुध झा
परु – २ ; १. िाके श कुमाि झा , २. िाजेश कुमाि झा
२. िाजा झा
परु १ ; अथलक नािायण झा
परु -२ ; १. चल्ु हाई झा, २. सत्य नािायण झा
१. चल्ु हाई झा
परु - २ ; क. उपेन्र झा, ख. योगानंि झा
क. उपेन्र झा
परु – ३ ; अ. बैद्य नाि झा, आ. सथु नल झा, ग. शम्भनु ाि झा, ई. सन्िोष झा
अ. बैद्य नाि झा
परु – २ ; १. अथमि झा, २. वजेश झा
आ. सथु नल झा
परु – १ ; सिु ज नािायण झा
इ. शम्भनु ाि झा
परु – २
ई. सन्िोष झा
परु – २
२. सत्य नािायण झा
परु – २ ; १. भोगानंि झा, २. थक्रत्या नन्ि झा
१. भोगानंि झा
परु – ३ ; क. मक ु े श , ख. थमठु, ग. थप्रन्स झा
२. थक्रत्या नन्ि झा
परु – २ ; क. थशवेश , ख. लालेश्वि झा
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 96

िाय परिवाि
गोर – सावणण मल ू – पन्चोभय, खोजिी प्रवि – ५
शंकि िाय
परु – १ ; िघु िाय
परु – २ ; १. शीला नाि िाय , २. लीला नाि िाय
१. शीला नाि िाय
परु – ३ ; क. ियानन्ि िाय, ख. थनत्यानन्ि िाय, ग. सिानन्ि िाय
क. ियानन्ि िाय
परु – ४ ; अ. सयू ण मोहन, आ. चन्र मोहन, इ. हरि मोहन, ई. निे श मोहन िाय
अ. सयू ण मोहन िाय
परु – मोथहि कुमाि िाय
आ. चन्र मोहन िाय
परु - धीिज कुमाि िाय
इ. हरि मोहन िाय
परु – रिशव कुमाि िाय
ई . निे श मोहन िाय
परु – २ ; १. उत्कषण कुमाि िाय, २. आकषण कुमाि िाय
ख. थनत्यानन्ि िाय
परु – २ ; अ. समु न िाय, आ. बमभोल िाय
अ. समु न िाय
परु – १ ; सौिभ िाय
आ. बमभोल िाय
परु – १ गौिव कुमाि िाय
ग. सिानन्ि िाय
परु – १ ; मनमोहन िाय
परु – १
२. लीलानाि िाय
सासिु – सम्ु हा बसलाह
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 97

परु -३ ; क. िमा नन्ि िाय, ख. कला नन्ि िाय, ग. महा नन्ि िाय
क. िमा नन्ि िाय
परु – ३
ख. कला नन्ि िाय
परु – १ संथजव िाय
ग महा नन्ि िाय
परु – १
अचम्भीत िाय
परु – २ ; १. ियु ोधन िाय, २. िे िु िाय- X
१. ियु ोधन िाय
परु – िाम खेलावन िाय
परु – २ ; क. चन्िन िाय, ख. कुन्िन िाय
क. चन्िन िाय
परु – थनल िाय
अन्य ब्राह्मण
रुिपथत झा
गोर – सान्डील्य मलू – सििपरु िये, िाहाि ; प्रवि – ३
(िहुआसाँ आबी बिसाम वास कायम कएलथि)
परु – २ ; १. िंगी झा, २. बगं ी झा- x
१. िंगी झा
परु – २ ; क. प्रबोध झा. ख. महाबीि झ
क. प्रबोध झा
परु – २ ; अ. थिगाम्बि झा, आ. महेश्वि झा
अ. थिगाम्बि झा
परु – २ ; १. शंकि झा, २. भैिव झा
१. शंकि झा
परु – १ ; शथि कुमाि झा
२. भैिव झा
परु – २ ; क. सत्यम झा, ख. थशवम झा
आ. महेश्वि झा
परु – २ ; १. मनोज कुमाि झा , २. जयशक ं ि झा
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 98

१. मनोज कुमाि झा
परु – २ ; क. मयंक झा , ख. अथभनव झा
२. जयशंकि झा
परु – २ ; क. उत्कषण , ख. ........
ख. महाबीि झा
परु – २; अ. असफी झा, आ. िामचन्र झा
अ. असफी झा
परु – २ ; १. अशोक झा, २. लथलि झा
१. अशोक झा
परु - मनीष कुमाि झा
२. लथलि झा
परु – २ ; अ. थवकाश झा , ख. थवशाल झा
आ. िामचन्र झा
परु – २ ; १. फुल झा, २. िन्धीि झा
१. फुल झा
परु – २ ; १. थनिीश झा , २. थनिज झा
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 99

वश
ं ावली
पथनचोभे - झा परिवाि
ग्राम + पो. - दलदल, मधेपुि, मधुबनी, थबहाि, भाित
पीनकोड: ८४७४०८
अक्षांश िे खा (Latitude Line): २६.१७८२३० ; िेशान्िि िे खा (Longitude Line): ८६.३७५९२०
पूवावासी - भानपुि, वलीपुि
गोि - सावणा
मूल - पथनचोभे, भानपुि
प्रवि - ५
बीजी पुरुष श्रोत : पररष्टशि- ४
०१. पं. मैकमोहन
०२. धैजणजटी + वाचस्पथि + ब्रम्हपथि + भोजपथि
०३. हरिधमण
०४. हरिके श
०५. थवभाकि प्र. हिे
०६. िेवी + िथिकि + सोमकि + थवद्याकि (४ भाई)
०७. िेवी = मिु ािी + सदुभ्रमि + वनमाली (३ भाई) पीढी - सािम (७)
पं. सदुभ्रमि झा
परु – ३ ; १. थशिोमथण झा, २. थिनमथण झा, ३. अच्यिु ; प्र. खोत्ति पीढी ८
२. थिनमथण झा
परु – सिानन्ि झा पीढी ९
सिानन्ि झा
परु – ३ ; १. बलभि झा, २. परुु षोत्तम झा, ३. श्याम झा पीढी १०
१. बलभि झा
परु - २ ; १. जयकृ ष्ण झा, २. लक्ष्मीपथि झा पीढी ११
१. जयकृष्ण झा
परु - २ ; १. आथिनाि झा, २. महोथसंह झा पीढी १२
२. महोथसंह झा
परु - ३ ; A. बेचु झा, B. िेवनािायण झा, C. बैजु झा
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 100

A. बेचु झा पीढी १३
परु – १. प्रदयुमन झा
प्रदयुमन झा
परु – ४ ; १. बबएु झा, २. जयिाम झा, ३. गुणपथत झा, ४. िािापथि झा
१. बबएु झा पीढी १४
परु – भगवि नािायण झा
२. जयिाम झा
परु – प्रबोध नािायण झा
३. गुणपथत झा पीढी १४
परु – ३ ; १. थगरिधािी झा, २. थचन्तामथण झा, ३. झींगिु झा
२. थचन्तामथण झा पीढी १५
पुि – १ ; प.ं िामअथधन झा पीढी १६
परु - १ ; प.ं िामकृष्ण झा
प.ं िामकृष्ण झा पीढी १६+०१
परु – २ – १. प.ं िमापथत झा पीढी १६ +०२
B. पं. देव नािायण झा
परु - १. आत्मािाम झा, २. हनमु ानित्त झा
१. आत्मािाम झा
परु - बंशीधि झा
बंशीधि झा
परु - १. िामलाल झा, २. लच्िु झा, ३. मन झा, ४. भिम झा
(श्रोि – मथण कान्ि थमश्र, सौिाठ, मधबु नी)
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 101

वश
ं वक्ष

०१. पं. िामकृष्ण झा
(पथनचोभे, भानपिु साँ िलिल आबी स्िाथपि भेलाह)

०२. पं. िमापथि झा

०३. धीि झा

०४. प्रेमी झा भैिव झा

०५. नन्हा झा झरुला झा गंगा झा: (िोथहर- भयनाि झा) ०५. थभखािी झा

६. बािैि झा श्याम झा िोिा झा मोिी झा कै लु झा- X ६. फिुिी झा

७. जनािणन झा- X बौकु झा- X

वंशावली
मल
ू - पच ं ोभे, भानपिु
ग्राम - दलदल

पं. िामकृष्ण झा पीर्ी ०१


(पथनचोभ , भानपिु साँ िलिल अएलाह)
परु - प.ं िमापथि झा पीढी ०२
परु -१ ; धीि झा पीढी ०३
परु - २ ; १. प्रेमी झा, २. भैिव झा पीढी ०४
१. प.ं प्रेमी झा
परु - ३
A. प.ं नन्हा झा पीढी ०५
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 102

B. प.ं झरुला झा
C. प.ं गगं ा झा ; िोथहर – भय नाि झा
२ भैिव झा
परु – १ ; थभखािी झा पीढी ०५
परु – १ ; फििु ी झा पीढी ०६
परु – २ ; १. जनािणन झा – नावल्ि- X, २. बौकु झा – नावल्ि पीढी ०७
(ष्टििक जमीि ज्येथा (अ) भीि भगवािपरु :- बौकु झा, आिारपरु :-
(आ) ष्टचत्र िा. ष्टमश्र , (इ) जय िा. ष्टमश्र तीि गोटा जोतलष्टि ।)

प्रेमी झा
A. नन्हा झा
पं. नन्हा झा पीढी ०५
परु – २ ; १. प.ं बािैि झा, २. प.ं श्याम झा पीढी ०६
१ . पं. बादैि झा पीढी ०६
परु – ३ ; १. प.ं बच्चु झा, २. प.ं बिहु झा (नावल्ि) – X , ३. प.ं बद्ध
ु ु झा पीढी ०७
१. पं. बच्चु झा
परु – शंकि झा – X
(मो. जय कुम्मैि)
िोथहर – १. अनपु , २. नवन्धन, ३. ढोंगाय, घोंघिडीहा
२ . प.ं बतहु झा- नावल्द
३ . बुद्धु झा पीढी ०७
परु - २ ; १. बौअन झा, २. यिु झा पीढी ०८
१ . बौअन झा
परु – २ ; क. अथलक नािायण झा (गोनु झा), ख. सत्य नािायण झा पीढी ०९
क. अथलक नािायण झा (गोनु झा)
परु - ४ ; १. बाबु नािायण झा, २. बलिाम झा, ३. थबनोि झा,
४. सथु नल झा पीढी १०
१. बाबु नािायण झा
परु – २ ; क. सन्िोष झा, ख. मथण कुमाि झा पीढी ११
क. सन्िोष झा
परु – १ ; अनिु ाग झा पीढी १२
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 103

ख. मथण कुमाि झा
२. बलिाम झा
परु – २ ; अ. समु िं कुमाि झा, आ. िमन्ि कुमाि झा
३. थबनोि झा
परु – २ ; अ. मक ु े श झा, आ. मकु ु न्ि झा
४. सनु ील झा
परु – १ ; थसवान्सु झा
ख. सत्य नािायण झा पीढी ०९
परु – २ ; अ. कन्हैया झा, आ. मिु ािी झा पीढी १०
अ. कन्हैया झा
परु – १ ; बमबम झा पीढी ११
परु १ ; थवकास झा
आ. मिु ािी झा
परु – २ ; १. िाहुल झा, २. प्रधम्ु न झा
२ . प.ं यदु झा पीढी ०८
परु - २ ; क. घोंघी झा, ख. िामबोध झा पीढी ०९
क. पं. घोंघी झा
परु ी- लथु िया िेवी (खजिु ी)
देिावसाि समय तक घोंघी झा बुढसे काल मे खजरु ी वास कएलष्टथ ।
ख. पं. िामबोध झा पीढी ०९
परु - ३ ; १. िाज कुमाि झा , २. अरुण कुमाि झा (कािी), ३. थबिेन्र कुमाि झा
१. िाज कुमाि झा
परु – ३ ; क. सोनु कुमाि झा, ख. मोनु कुमाि झा, ग. िीपक झा
२. अरुण कुमाि झा (कािी)
परु ी – २ ; क. िन्नु कुमािी, ख. थवभा कुमािी
३. थबिे न्र कुमाि झा
२. प.ं श्याम झा पीढी ०६
परु - ४
I. पं. कृ थि झा पीढी ०७
II. पं. लाल झा
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 104

III. प.ं िघु झा


IV. पं. भवु न झा
I. पं. कृथत झा पीढी ०७
परु – १ ; बाबुजी झा पीढी ०८
परु - ५
क. यशोधि झा- X पीढी ०९
ख. िामोिि झा (नन्कु झा)
ग. जागेश्वि झा (जगन झा)
घ. िामेश्वि झा – X
ङ. भख ु ी झा
क. यशोधि झा- X
ख. दामोदि झा (नन्कु झा)
परु – २ ; अ. िमा कान्ि झा, आ. नकिे िी झा पीढी १०
अ. िमा कान्त झा
परु – १ ; सुधाकान्त झा पीढी ११
परु – २ ; १. िाधेश्याम झा, २. मन्टुन झा पीढी १२
१. िाधेश्याम झा
परु – २ ; क. ग्रीजेष झा, ख. अमीि झा पीढी १३
२. मन्टुन झा
परु – ३ ; क. िीपक झा, ख. िाघव झा, ग. सोनु झा
आ. नकिे दी झा पीढी १०
परु – ३ ; अ. घिु न झा , आ. गोपाल झा, इ. नािायणजी झा
अ. घिु न झा – X
परु ी – १ ; बुथचया (बिसाम)
आ. गोपाल झा
परु – १ ; थवपीन झा
इ. नािायणजी झा
परु – २ ; १. गोथवन्ि झा, २. परुु षोत्तम झा
ग. जागेश्वि झा (जगन झा) पीढी ०९
परु – २ ; अ. िेवकान्ि झा, आ. कालीकान्ि झा (खिकन) पीढी १०
अ. देवकान्त झा
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 105

परु – २ ; १. मगं नु झा , २. समप्रभु झा पीढी ११


१. मंगनु झा (मागैन)
परु – २ ; क. नन्िन झा, ख. सभु ाष झा पीढी १२
२. समप्रभु झा (शम्भु झा - मथु खयाजी)
परु – २ ; क. चन्िन झा, ख. थवकाश झा (थव्की)
घ. िामेश्वि झा – X
ङ. भुखी झा पीढी ०९
परु – १ ; िाथजिं ि झा (िाजी)
परु – ४ ; अ. अमिनाि , आ. जगन्नाि , इ. अशोक, ई. अमोि कुमाि झा
अ. अमिनाि झा
परु – २ ; १. शंकि झा, २. सोनु झा
आ. जगन्नाि झा
परु – १ ; बैजु झा
इ. अशोक झा
परु - १ ; आयश ु कुमाि झा
ई. आमोि कुमाि झा
II. प.ं लाल झा पीढी ०७
परु – ३
A. पं. द्वारिका झा पीढी ०८
B. पं. मििु ा झा
C. पं. म्सिु न झा
A. पं. िारिका झा
परु – २ ; १. परिबोध झा ; २. शथशबोध झा पीढी ०९
१. पं. परिबोध झा
परु – ३ ; क. यगु ल थकशोि झा, ख. ब्रज थकशोि झा,
ग. इन्र नािायण झा (घटक झा) पीढी १०
क. युगल थकशोि झा
परु - २ ; अ. गणेश झा (लालबचा) ; आ. सिु े न्र झा पीढी ११
अ. गणेश झा,
परु – थबनोि झा पीढी १२
परु – २ ; १. अनपु झा , २. रुपन झा पीढी १३
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 106

आ. सिु े न्र झा
परु – २ ; १. थवजय झा, २. िाजन झा
२ . िाजन झा
परु – १ ; थशवम झा
ख. ब्रज थकशोि झा
परु – ३
अ. ननु ु झा
परु – २ ; १. समु न झा ; आ. के शव झा
आ. हिे िाम झा
परु – २ ; १. िोथहि ; २. थमठु झा
इ. घनश्याम झा
परु – १ ; अथभषेक झा
ग. इन्ि नािायण झा (घटक झा)
परु - २ ; अ. नन्ि झा, आ. अरुण कु. झा
२. पं. शथशबोध झा
परु – २ ; १. सयू ण नािायण झा; २. बरी नािायण झा
१. सूया नािायण झा
परु – २ ; क. फुलेन्र झा, ख. सनु ील झा
क. फुलेर झा
परु – १; िाघव झा
ख. सनु ील झा
परु – १ ; सनु ील झा
२. बिी नािायण झा
परु – ३ ; क. शश ु ील झा , ख. अथनल झा , ग. थिलीप झा
क. शश ु ील झा
परु – २ ; अ. थवकाश झा , आ. नीिज झा
ख. अथनल झा
परु – २ ; अ. सिु शणन झा , आ. िशणन झा
ग. थिलीप झा
परु – १ ; थप्रयिशणन झा
B. पं. मिुिा झा पीढी ०८
परु ी – िािाविी
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 107

जमािा – मथु िधि झा (मैलाम वासी)


नाथि- चन्र कान्ि झा – X
C. प.ं मक्त्सदु न झा पीढी ०८
परु – २ ; १. प.ं जगिीश झा ; २. प.ं ििीश झा पीढी ०९
१. पं. जगदीश झा
परु – १
प्रा. डा. थवश्वम्बि झा पीढी १०
ईथिहास थवभाग, ल. ना. थम. थव. थव., ििभगं ा
परु – ३ ; अ. संजीव नयन झा , आ. िाजीव कुमाि झा , इ. नवीन कुमाि झा
अ. संजीव नयन झा पीढी ११
परु – १ ; आथित्य कुमाि झा पीढी १२
आ. िाजीव कुमाि झा
इ. नवीन कुमाि झा
परु - ; िनय कुमाि झा
२. पं. िथतश झा
परु – ३ ; क. महेश झा ; ख. थिनेश झा, ग. सिु े श झा पीढी १०
क. महेश झा
परु – २ ; अ. िण्धीि कुमाि झा, आ. िन्जन कुमाि झा
अ. िण्धीि कुमाि झा
आ. िन्जन कुमाि झा
परु – अषण कुमाि झा
ख. थिनेश झा
परु – ३ ; अ. िाघव कु. झा, आ. माधव कु. झा, इ. के शव कु. झा
अ. िाघव कुमाि झा
परु – १ ; अिवण अथभिाज झा
आ. माधव कुमाि झा
परु – १ ; आिभ कुमाि झा
इ. के शव कुमाि झा
ग. सिु े श झा पीढी १०
परु – १ ; अथं कि कुमाि झा
III. प.ं िघु झा पीढी ०७
परु – १ ; प.ं सोमन झा पीढी ०८
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 108

परु – १ ; प.ं िाधा कान्त झा पीढी ०९


जन्म थिथि - २ अथप्रल , १९१७
पण्ु य थिथि - ८ अगस्ि, १९९५
परु – ३ ; क. पीिाम्बि झा , ख. थिगम्बि झा , ग. नीलाम्बि झा पीढी १०
क. पीिाम्बि झा
परु १ ; िीपक कुमाि झा (गडु ् डु) पीढी ११
परु १ ; थिव्यम कुमाि झा पीढी १२
ख. िीगम्बि झा
परु – २ ; अ. िंजन कुमाि झा, आ. चन्िन कुमाि झा
अ. िंजन कुमाि झा
परु – १ ; आिव कुमाि झा
आ. चन्िन कुमाि झा
परु - १ ; अिवण कुमाि झा
ग. नीलाम्बि झा
परु – २ ; अ. कुन्िन कुमाि झा , आ. नन्िन कुमाि झा
IV. पं. भुवन झा पीढी ०७
परु – 3 ; A. प.ं जगधि झा, B. प.ं िथव झा पीढी ०८
A. पं. जगधि झा
परु – ४ ; १. जटाधि झा, २. यमनु ाधि झा – X, ३. गंगाधि झा, ४. कमलाधि झा पीढी ०९
१. जटाधि झा
परु – २ ; क. िगु ाणधि झा, ख. डा. िेवेन्र झा पीढी १०
क. दुगााधि झा
परु – ४ ; अ. गौिी शंकि झा, आ. िाम शंकि झा, इ. थशव शंकि झा,
ई. मिन मोहन झा पीढी ११
अ. गौिी शक ं ि झा
परु – १ ; थवमल थकशोि झा पीढी १२
परु – १ ; आयषु कुमाि झा पीढी १३
आ. िाम शक ं ि झा
परु – २ ; १. आनन्ि कुमाि झा २. अवधेश कुमाि झा
इ. थशव शक ं ि झा
परु – १ ; िाघव कुमाि झा
ई. मिन मोहन झा
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 109

परु – २ ; १. अथमि मोहन झा, २. सथु मि मोहन झा


ख. डा. देवेन्ि झा
परु – २ ; अ. के िाि शक ं ि झा , आ. इन्र मोहन झा
अ. के िाि शंकि झा
परु – २; १. कौशल थकशोि झा ,२. मनोज कुमाि झा
१. कौशल थकशोि झा
परु – १ ; ओम झा
२. मनोज कुमाि झा
परु – १ .................
आ. इन्र मोहन झा
परु – २ ; १. थवकाश कुमाि झा, २. नन्िन कुमाि झा
२ पं. यमुनाधि झा पीढी ०९
३ पं. गगं ाधि झा पीढी ०९
परु – १ ; योगेन्र झा पीढी १०
परु – २ ; क. अमिजी झा, ख. कुमिजी झा
४ पं. कमलाधि झा पीढी ०९
परु – ३ ; क. प्रिाप नािायण झा, ख. बाबु नािायण झा, ग. उग्र नािायण झा
क. प्रिाप नािायण झा (खटि)
परु - १ : चंिन झा
ख. बाबु नािायण झा (लख ु ि)
परु - २ ; अ. कुन्िन झा, आ. िाजा बाबु झा
अ. कुन्िन झा
परु - थनशान्ि कुमाि झा
आ. िाजा बाबु झा
ग. उग्र नािायण झा
परु ; आथशष कुमाि झा
B. प.ं िथव झा पीढी ०८
परु – ३ ; १. िेवचन्र झा, २. िामचन्र झा, ३. भालचन्र झा पीढी ०९
१. देवचन्ि झा
परु – ३ ; क. श्रवण झा, ख. पवन झा, ग. कृ ष्ण मोहन झा (थकसनु ) पीढी १०
२. िामचन्ि झा
परु – ३ ; क. हरि नािायण झा, ख. थवशेश्वि झा, ग. अशोक कुमाि झा
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 110

३. भाल चन्ि झा पीढी ०९


परु – २ ; क. मनमोहन झा, ख. सयू ण मोहन झा पीढी १०
क. मनमोहन झा
परु – १ ; मथण कान्ि झा
परु – १ ; सन्नी झा
ख. सयु ण मोहन झा (मन्ु ना)
परु – १; थवजय कुमाि झा
B. पं. झरुला झा
पं. झरुला झा पीढी ०५
परु – ३ ; १. िोिा झा, २. मोिी झा (िोथभर, िुमौल, कठिा) , ३. कै लु झा- नावल्ि- X पीढी ०६
१. तोता झा
परु - ३ ; क. मनु ी झा , ख. वनमाली झा, ग. िोटा झा पीढी ०७
क. मुनी झा
परु - २ ; अ. नन्िलाल झा, आ. सिानन्ि झा पीढी ०८
अ. नन्दलाल झा
परु - १ ; आनन्ि झा पीढी ०९
परु - २ ; १. शभु कान्ि झा, २. मधक ु ान्ि झा पीढी १०
१. शभु कान्ि झा
परु – ३; १. इन्रिेव झा, २. अरुण झा, ३. थवशनु िेव झा पीढी ११
१. इन्रिेव झा
परु – १ ; िगु ाण नन्ि झा पीढी १२
२. अरुण झा
३. थवशनु िेव झा
परु – २ ; क. सथन्िप झा, ख. गडु ् डु झा
२. मधक ु ान्ि झा
परु – ३ ; क. वरुणिेव झा, ख. िरुण कुमाि झा, ग. मनोज कुमाि झा
क. वरुणिेव झा
परु – १ ; िोशन झा
ख. िरुण कुमाि झा
परु – १ ; आथित्य झा
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 111

ग. मनोज कुमाि झा
आ सदानन्द झा पीढी ०८
परु - १ ; िामशिण झा पीढी ०९
िामशिण झा
परु – ३ ; अ. बैद्यनाि झा (ब्यासजी), आ. जगन्नाि झा, इ. िगु ेश झा पीढी १०
अ. बैद्यनाि झा (ब्यासजी)
परु – ३ ; १. िाघबेन्र झा, २. परुु षोत्तम झा, ३. भास्कि झा पीढी ११
आ. जगन्नाि झा ; परु – १ ; प्रजापथि झा
इ. िगु ेश झा ; परु – १ ; प्रभाकि झा (टेकु)
ख. वनमाली झा पीढी ०७
(निनु ी झाके िोभीर)
परु - ३ ; क. गल ु ाब झा, ख. कुलानन्ि झा, ग. भटु ा झा
ग. िोटा झा पीढी ०७
परु - ३ ; अ . लक्ष्मी झा, आ. कािी झा, इ. हरि झा पीढी ०८
अ. लक्ष्मी झा
परु - २ ; १. निनु ी झा, २. भोला झा
१. निनु ी झा
परु - ३ ; अ. ललन झा, आ. उगन झा, इ. कृ ष्ण कुमाि झा
२. भोला झा
परु - ४ ; अ. शम्भु झा, आ. िेवजी झा, इ. श्याम सन्ु िि झा, ई. लखन झा
आ. कािी झा
परु - २ ; १. जनक झा, २. बौकु झा पीढी ०९
१ जनक झा
परु - २ ; क. मिन झा, ख. प्रेम कुमाि झा पीढी १०
२ बौकु झा
परु - ३ ; क. मोहन झा, ख. लथलि झा, ग. चन्र मोहन झा (भल ु ा)
इ. हरि झा पीढी ०८
परु - २ ; १. भगवान झा, २. िाम झा
१. भगवान झा
परु – १ ; थशवम कुमाि झा
२. िाम झा (ठ्को) ; परु – २ ; क. सोनु झा, ख. िाजु झा
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 112

सोमनझाकें भथगनवान
पं. माका डेय झा
गोर - काश्यप
मल
ू - खोवािे , खरिक
प्रवि - ३
पं. माका डेय झा पीढी ०१
वल्ि - सवु ंश झा
ग्राम - घोंघिडीहा
सोमन झाके भाथगन
परु - ३ ; १. उपेन्र झा , २. प.ं महेन्र झा, ३. नागेन्र झा (नागो) पीढी ०२
१. पं. उपेन्ि झा
परु - ४ ; क. शश ु ील झा, ख. कृ ष्ण मोहन झा, ग. इन्र मोहन झा, घ. िाम मोहन झा पीढी ०३
क. शश ु ील झा
परु – ४
अ. प्रिीप झा पीढी ०४
परु – १ ; शेखि कुमाि झा पीढी ०५
आ. थमथिलेश झा
परु – १ ; कृ ष्णा नन्ि झा
इ. थवनीि झा
परु – २ ; १. गौिव झा, २. अंथकि झा
ई. भवेश झा
परु – १ ; हषण कुमाि झा
ख. कृ ष्ण मोहन झा
परु – २ ; अ. िाके श कुमाि झा, आ. मक ु े श कुमाि झा
आ. मक ु े श कुमाि झा
परु – आथित्य कुमाि झा
ग. इन्र मोहन झा
परु – १ ; पंकज कुमाि झा
घ. िाम मोहन झा (लाल झा)
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 113

परु – २ ; अ. िाहुल कुमाि झा, आ. थवकास कुमाि झा


महेन्ि झा
परु ३ ; क. कामेश्वि झा, ख. चन्र मोहन झा, ग. अभय शक ं ि झा
क. कामेश्वि झा
परु – १ ; िथव झा
ख. चन्र मोहन झा
परु ी – २ ; अ. थपंकी (ठे न्गहा), आ. रि्की (िथसयािी)
ग. अभय शंकि झा
परु – २ ; अ. थववेक झा, आ. थनिेश झा
नागेन्ि झा (नागो)
क. परु – २ ; क. अशोक झा (गोपाल), ख. थवजय कुमाि झा (माथलक)
ख. अशोक झा (गोपाल)
परु - ३ ; अ. के शव कुमाि झा, आ. थकशोि कुमाि झा, इ. कुन्िन कुमाि झा
ग. थवजय कुमाि झा (माथलक)
परु – १ ; आशीष कुमाि झा
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 114

भथगनवान
पं. बौआ थमश्र
ग्राम – सुपौल
गोि- साथण्डल्य
मूल- सदिपुरिये, माथणक
प्रवि – ३
पं. लाल झाक जमािा
जमािाक नाम- प.ं िल ु ाि थमश्र पीढी ०१
परु ीक नाम- बौआ िाय
परु - १ ; बौआ थमश्र पीढी ०२
प्रिम भायाण- अन्िौली
थद्विीय भायाण- टेन्गिाहा
बौआ थमश्र
परु – ५:-
१. थलला कान्ि थमश्र (मथु खया)- थद्विीय भायाणमे पीढी ०३
२. शीलाकांि थमश्र- प्रिम भायाणमे
३. उग्र नािायण थमश्र- प्रिम भायाणमे
४. काली कान्ि थमश्र- प्रिम भायाणमे
५. थशवाकािं थमश्र- थद्विीय भायाणमे
१ थलला कान्त थमश्र (मथु खया)
परु - ५ ; क. बैद्यनाि थमश्र, ख. जगन्नाि थमश्र, ग. थिनबन्धु थमश्र, घ. नािायण थमश्र, ङ. अमिनाि
थमश्र
क. बैद्यनाि थमश्र पीढी ०४
परु - २ ; अ. अरुण कु. थमश्र, आ. संजय कु. थमश्र
अ. अरुण कुमाि थमश्र पीढी ०५
परु – १. अथमि कुमाि थमश्र, २. अंशु कुमाि थमश्र
आ . संजय कुमाि थमश्र (बच्च)ु
परु - १ समीि कुमाि थमश्र
ख. जगन्नाि थमश्र
परु - २ ; अ. थवजय कुमाि थमश्र, आ. शथश कुमाि थमश्र
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 115

ग. दीन बन्धु थमश्र


परु - २ ; अ. पक ं ज कुमाि थमश्र, आ. थनिज कुमाि थमश्र
घ. नािायण थमश्र
परु - २ ; अ. कौशल थमश्र, आ. कै लाश थमश्र
ङ. अमिनाि थमश्र
परु - २ ; अ. मृत्यन्ु जय थमश्र, आ. धनन्जय थमश्र
२. थशला कान्त थमश्र
परु – २ ; १. लक्ष्मण थमश्र, २. लालन थमश्र
१. लक्ष्मण थमश्र
परु - ३ ; क. िधीथच थमश्र, ख. सथचि थमश्र, ग. िोटे थमश्र
२. लालन थमश्र
परु - ४ ; क. उद्धव थमश्र, ख. माधव थमश्र, ग. रुन्िेव थमश्र, घ. जयिेव थमश्र
३. उग्र नािायण थमश्र
परु – ५ ; १. थवश्वनाि थमश्र २. िािा कान्ि थमश्र , ३. कमलेश थमश्र, ४. चन्र मोहन थमश्र,
५. िाम मोहन थमश्र
१. थवश्वनाि थमश्र
परु – १ ; िाजीव कुमाि थमश्र
२. िािा कान्ि थमश्र
परु – १ ; पप्पु थमश्र
३. कमलेश थमश्र
परु – २ ; क. रुनझनु थमश्र, ख. पष्ु कि थमश्र
४. चन्र मोहन थमश्र
परु – २ ; क. गडु ् डु थमश्र, ख. थमठु थमश्र
५. िाम मोहन थमश्र
४. काली कातं थमश्र – X
५ थशवाकातं थमश्र पीढी ०३
परु – २ ; १. गोथवन्ि थमश्र, २. िाधेश्याम थमश्र पीढी ०४
१. गोथवन्द थमश्र
परु – २ ; क. नवीन कुमाि थमश्र, ख. मथण कुमाि थमश्र पीढी ०५
क. नवीन कुमाि थमश्र
परु – १; नवानीि थमश्र पीढी ०६
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 116

ख. मथण कुमाि थमश्र


परु – १ ; नन्ि लाल थमश्र
२. िाधेश्याम थमश्र
परु – २ ; क. िाघव थमश्र, ख. श्याम थमश्र
क. िाघव थमश्र
परु – १ ; थनकंु ि थमश्र
ख. श्याम थमश्र
परु – १ ; उत्तम कुमाि थमश्र
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 117

मूल पथनचोभे कें व्याख्या


अि पथनचोभे मल
ू अन्िगणि मल
ू ग्राम बीजी : मधक
ु िापत्य पथनचोभ ििौनी, झौवा, पद्मपिु
समेि। थशवपथि गणु ीश्विापत्य- पथनचोभ सल्ु हनी । थवशोिािू प्र. ित्नाकि सन्िथि-पथनचोभ अमौ( सौ)नी।
भवेश्विापत्य - पथनचोभ मैलाम । जोन सन्िथि-पथनचोभ आथहल। यशु अथििू सन्िथि-पथनचोभ
आथहल। बाबू पाठकाथि-पथनचोभ मैलाम, कटउना, थवस्फी समेि। कामेश्विापत्य-पथनचोभ पौनी,
गथन्ियाल। िेहरि सन्िथि- पथनचोभ कनौड़ी, ििौनी । लान्हू सन्िथि-पथनचोभ उल्लू । जगन्नािापत्य
हिित्त- पथनचोभ खड़का, बगड़ा, बयना समेि । आगं थन सिु पद्माथित्यापत्य-पथनचोभ मगं नी, श्रीखण्ड,
महालठी, लोही, चकिहि, कणणमान, िनकी समेि । हरिनािापत्य-पथनचोभ मखनाहा, कंजोली समेि।
चण्डेश्विापत्य हरिवंश सिु ित्नाकिापत्य-पथनचोभ बिैया । चक्रेश्विापत्य -पथनचोभ कुिसौ। वाटू
सन्िथि-पथनचोभ चक्रहि थसउली वासी । थबिपिु पथनचोभ िािू सन्िथि-पथनचोभ सन्ु ििवाल । हारू
सन्िथि- पथनचोभ करियन । वास्ि सन्िथि-पथनचोभ थभट्ठी । महेश्विापत्य-पथनचोभ िेशआ
ु ल । थिनकि,
मधक
ु िापत्य-पथनचोभ जिहथटया । िामेश्वि सन्िथि चन्रकिापत्य-पथनचोभ अलिाश । वीि सन्िथि
के शवापत्य-भटौि, शहजािपिु , बथलया समेि । वासिु वे सन्िथि- पथनचोभ िििी । सोने सन्िथि-
पथनचोभ ब्रह्मोली । धिाथित्य प्रसाि धिाई सन्िथि- पथनचोभ अमिाविी । ित्नाकि प्र. िािू सन्िथि-
पथनचोभ किथहया, उसिौली, आथित्यडीह । हरिश्विापत्य-पथनचोभ डीहा । सोमेश्विापत्य- पथनचोभ
बघााँि, डीहा । िघु सन्िथि-पथनचोभ िथभपिु डीहा । िथव गोपाल सन्िथि-पथनचोभ ििौनी ।
हरिशम्माणपत्य-पथनचोभ महुवा । वाटनापत्य-पथनचोभ ििौनी, बैगनी । रूथचशमाण जगन्नािापत्य-पथनचोभ
मथटिम। शथु चनािापत्य-पथनचोभ ििैल । शथशधि सन्िथि-पथनचोभ ब्रह्मपिु , नेहिा । भवनािापत्य-
पथनचोभ परुु षौली । िेवाथित्यापत्य-पथनचोभ परुु षौली । एिे पथनचोभ ग्राम ।
(श्रोत : https://sagarraatideepjaray.wordpress.com/ )
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 118

पं. जगधि झा के भथगनवान


पुिी- कथलया दाय
ग्राम- कठिा
गोि- साथण्डल्य
मूल – खिे, डयोर्ी
प्रवि – ३
कािी ठाकुि
परु – प.ं अचथम्भि ठाकुि
परु - प.ं अजब ठाकुि
ग्राम – कठिा
परु – २ ; १. प.ं कन्टीि ठाकुि (कठिा) , २. प.ं जय नािायण ठाकुि (िलिल)
पं. जय नािायण ठाकुि (दलदल वास)
थववाह – २; प्रिम- लगमा; थद्विीय- पसाण
परु – ३ ; क. चरं िेव ठाकुि (बेचन ठाकुि), ख. थधिे न्र ठाकुि, ग. थबिे न्र ठाकुि (थद्विीय)
क. चरं िेव ठाकुि (बेचन ठाकुि) (प्रिम थववाह परु ) – X
ख. थधिे न्र ठाकुि (थद्विीय)
परु – २ ; अ. िंथधि ठाकुि, आ. सधु ान्सु ठाकुि
ग. थबिे न्र ठाकुि (थद्विीय)
परु – २ ; अ. थहमान्शु ठाकुि, आ. थिब्यान्शु ठाकुि

िारिका झा कें भथगनवान


पुिी- बुचन दाय
थवद्याधि झा
(पिबोध झा के बहनोई)
परु – २ ; १. शोभा कान्ि झा (भोली झा), २. िया कान्ि झा
१. शोभा कान्ि झा (भोली झा)
परु – १ ; महेन्र झा ; परु – १ ; गोपाल झा
२. िया कान्ि झा
परु – ३ ; क. योगेन्र झा, ख. सिु ेन्र झा, ग. शभु कान्ि झा
क. योगेन्र झा
परु – २ ; अ. पवन झा, आ. चनु चनु झा
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 119

नन्कु झा के भथगनवान
(गोपाल झा डीलि कें थपतामह कें बसाओल)
गोि – कात्यान
मल
ू - कुथजलवािे, ल्याम
प्रवि – ३

भाथगन- भल
ु ि झा – X

C. गंगा झा

भथगनवान
जमाता- गगं ािाम झा
थपिा- धीिज झा
ग्राम- िीप
परु - १ ; भयनाि झा
भयनाि झा
परु - ३ ; १. श्रीकान्ि झा, २. झािी झा – X, ३. थकशोि झा – X
१ श्रीकान्त झा
परु - ३ ; क. बालकृ ष्ण झा, ख. हिेकृष्ण झा, ग. बुची झा
क. बालकृष्ण झा
परु - १; भोला झा
भोला झा
परु - ३ ; अ. लक्ष्मी नािायण झा, आ. इन्र नािायण झा, इ. थिलीप कुमाि झा
अ. लक्ष्मी नािायण झा
परु – २ ; १. िंजन कुमाि झा, २. िाके श कुमाि झा
आ. इन्ि नािायण झा
परु – १ ; िाहुल कुमाि झा
इ. थदलीप कुमाि झा
परु – १; िीथिक कुमाि झा
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 120

लाल झा वगेिह कें मथसयौत


तुलसी िाय
बुसहाम, िोसिा
गोि- सावणा
मल
ू - पन्चोभय, खोजिी
प्रवि – ५

तुलसी िाय
परु - २ ; १. हेमन्ि िाय , २. भपू िाय
१. हेमन्त िाय
परु - ३ ; क. कपलेश्वि िाय, ख. यिनु न्िन िाय, ग. थशवनन्िन िाय
क. कपलेश्वि िाय
परु - १ ; गौिी शंकि िाय
गौिी शंकि िाय
परु - ३ ; अ. सथु नल िाय – X, आ. सभु ंकि िाय, इ. अमलेश िाय – X
शुभंकि िाय
परु – १; सन्िीप िाय
ख. यदुनन्दन िाय
परु – ३; अ. जयभर िाय, आ. िाम शंकि िाय, इ. लखन िाय
अ. जयभि िाय
परु - २ ; १. ललन िाय, २. उमेश िाय
१ ललन िाय
परु - २ ; क. अथभलाश िाय, ख. सोनु िाय
२ उमेश िाय
परु - २ ; क. थवकाश िाय, ख. सभु ाष िाय
आ. िाम शक ं ि िाय
परु - २ ; १. टुनटुन िाय, २. मनिोष िाय
१. टुनटुन िाय
परु – २ ; क. मनीष िाय, ख. िोटु िाय
२. मनतोष िाय
परु - १; अक्षय िाय
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 121

इ. लखन िाय
परु - २ ; १. आशिु ोष िाय, २. थव्की िाय
ग. थशव नन्दन िाय
परु - २ ; क . जगन्नाि िाय, ख . फुलेश्वि िाय
क. जगन्नाि िाय
परु - २ ; १. अथनल िाय, २. कृ ष्ण मोहन िाय (थकसनु )
१ . अथनल िाय
परु - २ ; १. थनकु िाय, २. िोहन िाय
२. कृ ष्ण मोहन िाय
परु - १; आशीष िाय
ख. फुलेश्वि िाय
परु - २ ; अ. सन्िोष िाय, आ. शथि िाय
अ. सन्तोष िाय
परु - १ ; वत्सल िाय
२. भूप िाय
परु - १ ; गोथवन्ि िाय
परु - ४ ; १. सीिािाम िाय, २. टहल िाय, ३. िाधाकान्ि िाय, ४. उमाकान्ि िाय
१. सीतािाम िाय
परु - ३; क. निेन्र िाय, ख. लक्ष्मी िाय, ग. नुनु िाय
क. निेन्ि िाय
परु - ४ ; अ. शश ु ील िाय, आ. सधु ीि िाय, इ संजय िाय, ई. थवजय िाय
अ. शश ु ील िाय
परु – १ ; शंकि िाय
आ. सधु ीि िाय
परु - १ ; के शव िाय
इ. सजं य िाय
परु - १ ; सिु ज िाय
ई. थवजय िाय
परु - १ ; अनिु ाग िाय
ख. लक्ष्मी िाय
परु - ३ ; अ. अजय िाय, आ. अरुण िाय, इ. िरुण िाय
ग. नुनु िाय
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 122

परु – १ ; थधिज िाय


२. टहल िाय
परु – ३ ; १. भवु नेश्वि िाय (मोहन), २. थबजणु िाय, ३. लथलि िाय
१ भवु नेश्वि िाय (मोहन)
परु – २ ; क. गोपाल िाय, ख. मिन िाय
२ थबजणु िाय
परु – २ ; क. समु न िाय, ख. िमण िाय
३ लथलि िाय
परु - २ ; क. नन्िन िाय, ख. चन्िन िाय
३ िाधाकान्त िाय
परु – ३ ; क. अशोक िाय, ख. सिोज िाय, ग. मनोज िाय
क. अशोक िाय
परु – २ ; अ. अमीि िाय, आ. समु ीि िाय
ख. सिोज िाय
परु – १ ; सौिभ िाय
ग. मनोज िाय
परु - २ ; अ. हषण िाय, आ. यस िाय
४ उमा कान्त िाय
परु – १ ; कन्हैया िाय
परु – १ ; पंकज िाय
अन्य ब्राह्मण वगा
पं. मलहु झा
थपिा- पं. बलिेव झा
परु ी – १ ; गंगािाय
भाथगन (मलहु झा ) - धैयण नािायण झा (बन्सी झा)
परु – ३ ; १. ब्रीज मोहन झा, २. मिन मोहन झा, ३. िमण झा
१. ब्रीज मोहन झा
परु – १ ; िीपक झा
२. मिन मोहन झा
परु – १ ; चन्िन झा
३. िमण झा
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 123

परु – १ ; िोशन झा
पं. िाम नािायण झा (बबआ ु झा)
परु – ४ ; क. थशव शक ं ि झा, ख. बालाकािं झा, ग. चन्र कान्ि झा, घ. सधु ान्शु झा
भथगनवान
पं. शुक्त्ल थमश्र
(बबुआ झा कें भाथगन)
परु – ४ ; १. श्याम थमश्र, २. शम्भु थमश्र, ३. शश
ु ील थमश्र, ४. सधु ीि थमश्र
१. श्याम थमश्र
परु – १ ; मक ु े श थमश्र
२. शम्भु थमश्र
परु – २ ; अ. िाघव थमश्र, आ. िाम लाल थमश्र
३. शश ु ील थमश्र
परु – २ ; अ. िाज कुमाि थमश्र, आ. फुल कुमाि थमश्र
४. सधु ीि थमश्र
परु – २ ; अ. सत्यम थमश्र, आ. थशवम थमश्र
पं. फे कु झा
(डीही)
गोर – सावणण मल ू - पन्चोभय, भानपिु , प्रवि – ५
परु – १ ; प्रिम लाल झा
परु – २ ; १. प्रभु नािायण झा, २. िृप्त नािायण झा
१. प्रभु नािायण झा
परु ; िगु ाण नन्ि झा
२. िृप्त नािायण झा
परु – २ ; क. थचिंजीव झा, ख. चन्िन झा
क. थचिंजीव झा
परु – २ ; अ. मन्जीि झा, आ. मन्जेस झा
ख. चन्िन झा
परु – १ ; थवशाल झा
पं. थसयािाम थमश्र
वल्ि- थवश्वनाि थमश्र
(जगधि झा के मथमयौि के बसओल गेल)
परु – २ ; १. लाल थमश्र, २. घिु न थमश्र
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 124

१. लाल थमश्र
परु – २ ; क. िीपक झा, ख. सोनु थमश्र
२. घिु न थमश्र
परु २ ; क. कृ ष्ण थमश्र, ख. के शव थमश्र
सोनाई थमश्र
परु – २ ; १. जीवि थमश्र, २. थबल्टन थमश्र
१. जीवि थमश्र
परु – २ ; क. सन्िोष थमश्र, ख. संजय थमश्र
२. थबल्टन थमश्र
परु – ३ ; अ. मनोज थमश्र, आ. .............., इ. ..............
भथगनवान
पं. अलोधन झा
ग्राम – घोंघिडीहा
धमण थपिा- पं. कै लु झा
परु – ३
१. कुलानन्ि झा
परु – २ ; क. हिेिाम झा (ब्रम्हचािी), ख. श्रीिाम झा
२. गल ु ाब झा
परु - २ ; क. निे श झा, ख. गणेश झा
क. निे श झा ; परु – १ ; गोपी झा
ख. गणेश झा
परु २ . अ. मन कुमाि झा, आ. थवजय कुमाि झा
३. योगा नन्ि झा
परु – २ ; क. थमश्रीलाल झा (पण्डीि), ख. सालीग्राम झा
क. थमश्रीलाल झा (पण्डीि)
परु – १ ; िाघव झा
ख. सालीग्राम झा
परु – १ ; भागणव झा
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 125

भथगनवान
पं. नन्दलाल झा कें जमाता:
भुलि झा
ग्राम – िहुआ, संग्राम
परु - प.ं बचु न झा
परु – २ ; १. पिमानन्ि झा, २. अच्यिु ानन्ि झा
१. पिमानि झा
परु – ४ ; क. शंकि झा (बौआ), ख. थशवजी झा, ग. नन्िु झा, घ. थबनय झा
२. अच्यिु ानन्ि झा
परु ी – ४
िाजेश्वि थमश्र
जमािा- जगन झा
ग्राम उमिी
जगन झा के बसाओल ।
गोर – साडील्य मल
ू – प्रवि – ३
परु – ३ ; १. थरभु नािायण थमश्र, २. हृिय नािायण थमश्र, ३. प्रिम नािायण थमश्र
१. थरभु नािायण थमश्र
परु – १ ; गंगा प्रसाि थमश्र
२. हृिय नािायण थमश्र
परु – ४
३. प्रिम नािायण थमश्र
परु – १ ; धीिज थमश्र
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 126

पाठक परिवाि
ग्राम + पो. - भेजा,
मधेपुि, मधुबनी, थबहाि, भाित
गोि - वत्स
मूल - अलैवाि, उसिौली
अक्षांश िे खा (Latitude Line): २६.१७८२३० ; िेशान्िि िे खा (Longitude Line): ८६.३७५९२०
प्रवि – ५

वीजी पुरुष श्रोत : पररष्टशि – ३

१. प.ं गंगाधि पाठक


२. बीि पाठक
३. हिाथिि पाठ
४. श्रीपथि पाठक
५. िामिेव पाठक
६. चन्रकि पाठक
७. बैद्यनाि पाठक
८. धिणी पाठक
९. अनािी पाठक
१०. गनु पाठक
११. क. जगजीवन पाठक
११. ख. िामचन्र पाठक
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 127

वंशवृक्ष
१०. गनु पाठक

११. जगजीवन िामचन्र

१२. परुु षोत्तम सिानन्ि थनत्यानन्ि

१३. बैद्यनाि थवश्वनाि काशीनाि थशविाम हरिवल्लव कमल थगरिपथि

१४. लक्ष्मीपथि, मथहपथि, बद्ध


ु ीनाि, िघनु ाि गोसाई उभाई धाना मयाथनथध गुलनी िगु ाणित्त िथु खया पोषण

१५. हेमपथि होरिल पाठक हनुमानित्त नािायणित्त चोन्हु

१६. झोटी पाठक बाििी बाबुनाि िुलसीित्त पंचानन

१७. मंगनु पाठक सोमित्त कमलाित्त भुखल पाठक


१८. घुटन पाठक

१९. यिु पाठक िघु पाठक लेखनाि पाठक

२०. सत्यिेव थशव ना. पा. नागेश्वि िाम ना. इन्र ना. िृथि ना. िथु नया लाल थबन्िेश्वि योग ना. िेज ना. िािा नन्ि पा.

२१. उिय का. िीवा का. बाला का. कृ ष्ण चन्र चन्र मो. श्याम थक. िाम थक. नवल थक. बैद्यनाि गंगेश िाज कु. शैलेन्र

२१. लथलिेश्वि गोपेश्वि मि


ु े श्वि पक
ं ज पवन सुमन अथनल सथु नल सश
ु ील सधु ीि सजु ीि थवनय सजं य बब्लु अथजि अशोक
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 128
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 129

वश
ं ावली
ग्राम - भेजा
गोि - वत्स
मूल- अलैवाि, उसिौली
पं. जगजीवन पाठक पीढी ११
परु - ३ ; १. पं. पुरुषोर्त्म पाठक, २. सिानन्ि पाठक, ३. थनत्यानन्ि पाठक
अन्य परिवाि
२. प.ं सिानन्ि पाठक पीढी १२
परु – ३ ; क. हरिबल्लव- , ख. कमल, ग. थगरिपथि पीढी १३
क. हरिबल्लव
परु – २ ; अ. गल ु नी, आ. मायाथनथध पीढी १४
ख. थगरिपथि
परु – ३ ; अ. िगु ाणित्त, आ. िथु खया – X, इ. पोषण
अ. िगु ाणित्त
परु – २ ; अ. हनमु ानित्त , आ. नािायणित्त
इ. पोषण
परु – १ ; चोन्हु

१. पं. पुरुषोर्त्म पाठक पीढी १२


परु - ४ ; १. बैद्यनाि पाठक. २. थवश्वनाि पाठक, ३. काथशनाि पाठक, ४. थशविाम पाठक

१. पं. बैद्यनाि पाठक पीढी १३


परु – ४ ; क. लक्ष्मीपथि पाठक, ख. मथहपथि पाठक, ग. बुद्धीनाि पाठक,
घ. िघनु ाि पाठक
२. पं. थवश्वनाि पाठक
परु – २ ; क. गोसाई पाठक, ख. उभाई पाठक
३. प.ं काथशनाि पाठक पीढी १३
परु – १; प.ं धाना पाठक पीढी १४
परु – २ ; अ. हेमपथि पाठक , आ. होरिल पाठक
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 130

प.ं होरिल पाठक पीढी १५


परु - ५ ; १. प.ं झोटी पाठक , २. बाििी पाठक , ३. बाबनु ाि पाठक,
४. िल ु सीित्त पाठक, ५. पचं ानन पाठक
पं. झोटी पाठक पीढी १६
परु – ५ ; A. मगं नु पाठक, B. सोमित्त पाठक, C. कमलाित्त पाठक, D. झख ु ल पाठक
(भखु ल)

पं. मंगनु पाठकक वंश


ग्राम - भेजा
गोि - वत्स
मूल - अलैवाि, उसिौली
प्रवि - ५
A. पं. मग
ं नु पाठक पीढी १६ +०१
परु - १ ; पं. घटु न पाठक
घुटन पाठक पीढी १६+०२
परु - ३ ; I. प.ं यदु पाठक, II. प.ं िघु पाठक, III. प.ं लेखनाि पाठक
I. प.ं यदु पाठक पीढी ०३
भायाण - अनामोला पाठक
परु - ५ :
१. प.ं सत्यिेव पाठक (सहिेव) पीढी ०४
२. प.ं थशव नािायण पाठक
३. प.ं नागेश्वि पाठक (प्रीन्सीपल)
४. प.ं िाम नािायण पाठक (ििोगा)
५. प.ं इन्र नािायण पाठक (माथलक बाबु)
१. पं. सत्यदेव पाठक (सहदेव) पीढी ०४
क. परु – ३ ; क. उियकान्ि पाठक, ख. िीवाकान्ि पाठक, ग. बालाकािं पाठक
ख. पं. उदयकान्त पाठक (मुन्ना) पीढी ०५
परु – ३ ; अ. अमिे न्र कुमाि पाठक (हीिा बाबु),
आ. अिबीन कुमाि पाठक (मगं नु बाबु),
इ. समिें र पाठक (परकाि) पीढी ०६
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 131

ग. पं. दीवाकान्त पाठक (बुदो)


प्राध्यापक
परु - १ ; िाघवेन्र पाठक
परु - १ ; थबटु पाठक
घ. पं. बालाकांत पाठक पीढी ०५
थब. प्र. से.
परु – २ ; अ. अथभशेख पाठक, आ. हषण कुमाि पाठक
२. पं. थशव नािायण पाठक पीढी ०४
भायाण - शाििा पाठक
परु ी – १ ; सकुन्िला थमश्र (िलिल)
परु - १ ;
कृष्ण चन्ि पाठक पीढी ०५
भायाण – वीणा पाठक
परु - २ एवं परु ी - ६
पुि :
१. अमि चन्र पाठक पीढी ०६
परु – १ ; अथवनाश कुमाि पाठक ` पीढी ०७
२. मिन चन्र पाठक
परु – १ ; मयन्क कुमाि पाठक
पिु ी एवं जमाता - ६ :-
१. परु ी िीिा चौधिी
जमािा शैलेन्र कुमाि चौधिी : िहुआ-संग्राम
२. परु ी नुिन झा
जमािा डा. अमिे न्र कुमाि झा : बिसाम
३. परु ी कुमिु झा
जमािा प्रा. डा. अशोक कुमाि झा : खजिु ी
४. परु ी िन्जना थमश्र
जमािा मनोज कुमाि थमश्र : भीठ भगवानपिु
५. परु ी अन्जना झा
जमािा प्रमोि कुमाि झा : पचही
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 132

६. परु ी गथु डया झा


जमािा अमिे न्र नािायण झा : चन्ु नी
३. पं. नागेश्वि पाठक पीढी ०४
भायाण - सश ु ीला पाठक
(थप्रथन्सपल साहब, आि. के . कालेज, मधबु नी)
परु – ३ ; १. लथलिेश्वि पाठक, २. गोपेश्वि पाठक, ३. मि
ु े श्वि पाठक पीढी ०५
१. लथलिेश्वि पाठक (ललन)
परु - १ ; कौशल थकशोि पाठक पीढी ०६
२. गोपेश्वि पाठक (गोथवन्िजी)
परु - १ ; आथशवाणि पाठक
३. मि ु े श्वि पाठक (मक
ु ु न्िजी)
परु - १ ; आयषु पाठक
४. पं. िाम नािायण पाठक पीढी ०४
भायाण - मोिी पाठक
परु - १ ; डा. चन्र मोहन पाठक (घघु रु बाबु) पीढी ०५
परु - २ ; क. नबीन कुमाि पाठक (नबलजी), ख. िरुण कुमाि पाठक पीढी ०६
क. नबीन कुमाि पाठक (नबलजी)
परु – १ ; आशिु ोष कुमाि पाठक
५. पं. इन्ि नािायण पाठक (माथलक बाबु) पीढी ०४
भायाण - िे खा पाठक
परु - ३ ; १. पंकज कुमाि पाठक, २. पवन कुमाि पाठक , ३. समु न कुमाि पाठक पीढी ०५
१. पंकज कुमाि पाठक
परु - १ ; िोशन कुमाि पाठक पीढी ०६
२. पवन कुमाि पाठक
परु - १ ; थप्रयान्शु कुमाि पाठक
३. समु न कुमाि पाठक
II. प.ं िघु पाठक पीढी ०३
परु - ४ ; A. िृथप्त नािायण पाठक, B. िथु नया लाल पाठक, C. थबन्िेश्वि पाठक,
D. योग नािायण पाठक (िब ु िी बाबु) पीढी ०४
A. पं. तृथप्त नािायण पाठक
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 133

परु – ३ ; १. श्याम थकशोि पाठक,२. िाम थकशोि पाठक, ३. नबल थकशोि पाठक पीढी ०५
१. श्याम थकशोि पाठक
परु – ३ ; क. निे श कुमाि पाठक, ख. िाजेश कुमाि पाठक, ग. थशवेश कुमाि पाठक पीढी ०६
क. निे श कुमाि पाठक
परु – २ ; अ. नवनीि पाठक, आ. थनथखल पाठक
ख. िाजेश कुमाि पाठक
परु – १ ; अनुिाग पाठक
ग. थशवेश कुमाि पाठक
परु – १ ;
२. िाम थकशोि पाठक
परु – २ ; क. िाहुल पाठक, ख. िाजन पाठक
३. नबल थकशोि पाठक
परु - १ ; क. चन्िन पाठक
B. प.ं दुथनयालाल पाठक पीढी ०४
परु – ५ ; १. अथनल कु. पाठक, २. सथु नल कु. पाठक, ३. शश ु ील कु. पाठक,
४. सधु ीि कु. पाठक, ५. सजु ीि कु. पाठक
१. अथनल कुमाि पाठक पीढी ०५
परु – ३ ; क. िमन कुमाि पाठक (िमणजी), ख. शंकि कुमाि पाठक,
ग. मथनष कुमाि पाठक पीढी ०६
२. सथु नल कुमाि पाठक
परु – १ ; शम्भु कुमाि पाठक
३. शश ु ील कुमाि पाठक
परु – २; क. अथखल कुमाि पाठक, ख. थनथखल कुमाि पाठक
४. सधु ीि कुमाि पाठक
परु – २ ; क. किन कुमाि पाठक, ख. अथं कि कुमाि पाठक
५. सथु जि कुमाि पाठक (बच्चा बाबु)
परु – २ ; क. सथु मि कुमाि पाठक, ख. माधव कुमाि पाठक
C. प.ं थबन्देश्वि पाठक पीढी ०४
परु – ३ ; १. बैद्यनाि पाठक, २. गगं ेश पाठक, िाज कुमाि पाठक (िाजा बाबु) पीढी ०५
१. बैद्यनाि पाठक
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 134

परु ; क. धीिज कुमाि पाठक, ख. थनिज कुमाि पाठक पीढी ०६


२. गंगेश पाठक
परु – १ ; अथभशेख कुमाि पाठक
३. िाज कुमाि पाठक (िाजा बाबु)
परु – २ ; क. डा. मक ु े श कुमाि पाठक, पी. जी. टी., डी. ए. भी.,
ख. िाके श कुमाि पाठक, सी. ए.
D. पं. योग नािायण पाठक (दुबिी बाबु) पीढी ०४
परु – १ ; शैलेन्र पाठक - X पीढी ०५
III. प.ं लेखनाि पाठक पीढी ०३
परु – २ ; १. िेज नािायण पाठक (बचवा पाठक), २. िािानन्ि पाठक पीढी ०४
१. पं. तेज नािायण पाठक
परु – ३, क. थबनय कुमाि पाठक, ख. सी . ए. संजय कुमाि पाठक (सजं ीव),
ग. अजय कुमाि पाठक (बब्ल)ु पीढी ०५
२. पं. तािा नन्द पाठक पीढी ०४
परु – २ ; १. अथजि कुमाि पाठक, २. डा. अशोक कुमाि पाठक
१. अथजि कुमाि पाठक पीढी ०५
परु – १; आथस्िक अजीि पीढी ०६
२. डा. अशोक कुमाि पाठक
परु ी – २ ; क. अथिथि, ख. आकांक्षा

मूल - अलैवाि-उसिौली कें व्याख्या


अि अलय (अलयवाड़) मल ू अन्िगणि मल ू ग्राम बीजी : शक ं िापत्य-अलय गोधनपिु थसथं घया समेि ।
श्री किापत्य अलय इजिा । हेलू सन्िथि-अलयवाड़ सख ु ेि । थमश्र हरि िेवधिापत्य-अलयवाड़ थसथं घया । वासू
सन्िथि-अलयवाड़ जिहथटया, वाढ़ वासी । िथव शम्मण सन्िथि-अलयवाड़ जिहथटया । धारू सन्िथि-बेहटा । थसरू
सन्िथि-अलयवाड़ धमणडीहा, काथिपिु ा । गोथवन्ि सन्िथि-अलयवाड़ बेहटा । महो गिाधि सन्िथि-अलयवाड़
उसिौली। सोमित्त सन्िथि-उसिौली । पिभ,ू बथु द्धकि सन्िथि- अलयवाड़ बैगनी । ित्नधि सन्िथि-अलयवाड़
भट्टपिु ा । थशवित्त सन्िथि-अलयवाड़ अजन्िा । थमश्र सधु ाधिापत्य, थवश्वेश्वि मिीश्वि-अलयवाड़ उसिौली।
लक्ष्मीधिापत्य हलधि सन्िथि, गगं ाधिापत्य-अलयवाड़ यमगु ाम । शथशधि, िघ,ु जाि,ू जीवेश्वि सन्िथि-
अलयवाड़ अलय । थमश्र लाखू सन्िथि अलयवाड़-भड़ू ी । गणेश्वि सन्िथि अलयवाड़ पिमगढ़ । थसधू सन्िथि-
अलयवाड़ बीिवन। िोिणण्ड सन्िथि-अलयवाड़ लोआम । जसाई सन्िथि-अलयवाड़ डीहा । रूि सन्िथि-
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 135

अलयवाड़ खड़हि । िमाई सन्िथि-अलयवाड़ िाजे वासी । वेि सन्िथि-अलयवाड़ मलथं गया, नान्यपिु , अलइ,
थसमिी, िहुवा समेि गगं आ
ु ल बािै िाजपिु वासी । एिे अलयी मल
ू ग्राम ।
(श्रोत : https://sagarraatideepjaray.wordpress.com/)

भथगनवान
पाठक परिवाि
पं. हिे कांि थमश्र (मलू वास - लगामा )
परु - िाधा कान्ि थमश्र
(जमािा - यिु पाठक कें )
परु - प.ं लक्ष्मी कान्ि थमश्र
(पं. यिु पाठक कें भथगनवान)
परु - ४ ; १. िमाकान्ि थमश्र, २. महाकान्ि थमश्र, ३. अभय कान्ि थमश्र, ४. सबु ोध कान्ि थमश्र
परु ी - १ ; फुलिाय ( थववाह - द्वालख, िशिि झा कें प्रिम परु लाल झा सगं ।)
१. िमाकान्ि थमश्र
परु - ४ ; क. हेम कान्ि थमश्र, ख. थवनोि कान्ि थमश्र, ग. अमोि कान्ि थमश्र, घ. सिोज कान्ि थमश्र
२. महाकान्ि थमश्र
परु - २ ; क. सिीश कान्ि थमश्र, ख. मनोज कान्ि थमश्र
३. अभय कान्ि थमश्र
परु - १ ; महेश कुमाि थमश्र
४. सबु ोध कान्ि थमश्र
परु - २ ; क. बब्लु कुमाि थमश्र, ख. सोनु कुमाि थमश्र
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 136

पं. झुखल (भुखल) पाठक कें परिवाि


ग्राम - भेजा
गोि - वत्स ; मल ू - अलैवाि, उसिौली
D. प.ं झख
ु ल पाठक (सौिाठ अथभलेख- भख ु ल पाठक) पीढी १६ +०१
(झोटी पाठक कें िोसि परु क वंश)
परु – ३ ; I. झमु ा पाठक, II. िाम पाठक, III. श्याम पाठक पीढी ०२
I. झुमा पाठक
परु – २ ; क. आथिनाि पाठक, ख. बौकु पाठक पीढी ०३
क. आथिनाि पाठक
परु – २ ; अ. ठ्को पाठक, आ. सीवन पाठक पीढी ०४
आ. सीवन पाठक
परु – ३ ; १. बैद्यनाि पाठक, २. बासिु वे पाठक, ३. बुच्चनु पाठक पीढी ०५
१. बैद्यनाि पाठक
परु – २ ; क. थवक्रम पाठक, ख. नवीन पाठक पीढी ०६
क. थवक्रम पाठक
परु – सधु ांशु पाठक पीढी ०७
ख. नवीन पाठक
परु – हेमान्शु पाठक
२. बासिु वे पाठक पीढी ०५
परु – २ ; क. अशोक पाठक, ख. सबु ोध पाठक
क. अशोक पाठक
परु – प्रभाकि पाठक
ख. सबु ोध पाठक
परु – २ ; अ. थिनकि पाठक, आ. िाजन पाठक
३. बच्ु चनु पाठक पीढी ०५
परु – २ ; क. हिेिाम पाठक, ख. प्रवीण पाठक
क. हिे िाम पाठक
परु – २ ; अ. आशिु ोष पाठक, आ. कौशल पाठक
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 137

II. िाम पाठक पीढी ०२


परु – २ ; १. भटु ु पाठक, २. िख ु ा पाठक पीढी ०३
१. भटु ु पाठक
परु – १ ; ििन पाठक पीढी ०४
परु – ४ ; क. थिगम्बि पाठक, ख. संजीव पाठक, ग. पप्पु पाठक
घ. गणेश पाठक पीढी ०५
क. थिगम्बि पाठक
परु – सोनु पाठक पीढी ०६
ख. संजीव पाठक
परु – आथशष पाठक
ग. पप्पु पाठक
परु – २ ; अ. भास्कि पाठक, आ. .................
घ. गणेश पाठक
परु -
२. िख ु ा पाठक पीढी ०३
परु – १ ; फुले पाठक पीढी ०४
परु – २ ; क. साहेब नािायण पाठक, ख. चन्र मोहन पाठक पीढी ०५
क. साहेब नािायण पाठक
परु – अरुण पाठक पीढी ०६
ख. चन्र मोहन पाठक
परु – २ ; अ. गोथवन्ि पाठक, आ. िोशन पाठक
III. श्याम पाठक पीढी ०२
परु – २ ; १. थशवधि पाठक, २. भयलाल पाठक पीढी ०३
१. थशवधि पाठक
परु – १ ; थििथपि पाठक पीढी ०४
परु – जीवु पाठक पीढी ०५
परु – २ ; अ. अमि कान्ि पाठक, आ. समु नजी पाठक पीढी ०६
अ. अमि कान्ि पाठक
परु – आलोक पाठक पीढी ०७
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 138

२. भयलाल पाठक
परु – २ ; क. कुन्जी पाठक, ख. अमृि लाल पाठक
ख. अमृि लाल पाठक
परु – बच्चु पाठक
परु – २ ; अ. िाघवेन्र पाठक, आ. िौशन पाठक

चौधिी परिवाि- I
ग्राम – भेजा, मधेपुि, मधुबनी, थबहाि,
गोि- वत्स
मूल- जलेवाि, अन्दौली
प्रवि- ५
पं. शीला कान्त चौधिी
परु - ५ ; १. गणेश चौधिी, २. महेश चौधिी, ३. िमेश चौधिी, ४. थिनेश चौधिी,
५. िामविाि चौधिी, ६. हरिशक ं ि चौधिी, ७. थशव शंकि चौधिी
१. गणेश चौधिी
परु २. क. सन्िोष चौधिी, ख. सजं य चौधिी
क. सन्िोष चौधिी
परु – १ ; जीज्ञान्सु चौधिी
ख. संजय चौधिी
परु – २ ; अ. थशवांशु चौधिी, आ. मानव चौधिी
२. महेश चौधिी
परु – ३ ; क. थकशनु चौधिी, ख. ललन चौधिी, ग. िाजीव चौधिी
क. थकशनु चौधिी
परु – १ ; आथित्य चौधिी
ख. ललन चौधिी
परु – २ ; अ. आयणन चौधिी, आ. आयषु चौधिी
ग. िाजीव चौधिी
परु – १ ; रुर चौधिी
३. िमेश चौधिी
परु – ३ ; क. मक ु े श चौधिी, ख. िाजेश चौधिी, ग. थमथिलेश चौधिी
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 139

थमथिलेश चौधिी
परु – १ ; मयन्क चौधिी
४ थदनेश चौधिी
परु – २ ; क. श्रवण चौधिी, ख. पवन चौधिी
क. श्रवण चौधिी
परु – १ ; थहमाश
ं ु चौधिी
५. िामवताि चौधिी
परु – २ ; क. समु नजी चौधिी, ख. फुलबाबु चौधिी
६. हरिशक ं ि चौधिी
परु – २ ; क. थवकाश चौधिी, ख. साजन चौधिी
७. थशवशक ं ि चौधिी
परु – १ ; िीवाकि चौधिी

चौधिी परिवाि- II
गोि- वत्स
मूल- जलेवाि, अन्दौली
प्रवि- ५
प.ं जीवन चौधिी
परु – २ ; १. ग्रीह नाि चौधिी, २. वशं ीलाल चौधिी
१. ग्रीह नाि चौधिी
परु – २ ; क. नन्िलाल चौधिी, ख. गोसाई चौधिी
क. नन्दलाल चौधिी
परु – ४ ; अ. सफ ु ल, आ. कपलेश्वि चौधिी, इ. सत्यिेव चौधिी, ई. िशिि चौधिी
अ. सुफल चौधिी
परु – २ ; १. जगिेश चौधिी, २. पिु न्धि चौधिी
१. जगदेश चौधिी
परु – २ ; क. िेवकान्ि चौधिी, ख. सिु शणन चौधिी
क. िेवकान्ि चौधिी
परु – २ – अ. थवक्रम चौधिी, आ. थशव प्रसाि चौधिी
ख. सिु शणन चौधिी
परु – २ ; अ. वरुण चौधिी, आ. रुपेश चौधिी
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 140

२. पुिन्धि चौधिी
परु – २ ; क. चन्रकान्ि चौधिी, ख. हरिशचन्र चौधिी
क. चन्रकान्ि चौधिी
परु – २ ; अ. िीपक चौधिी, आ. रुपक चौधिी
ख. हरिशचन्र चौधिी
परु – अनुज चौधिी
आ. कपलेश्वि चौधिी- X
इ. सत्यदेव चौधिी
परु – १ ; थक्रत्यानन्ि चौधिी
परु – २ ; १. अमि कान्ि चौधिी, २. कन्हैया चौधिी
१. अमिकान्ि चौधिी
परु – १ ; कै लाश चौधिी
२. कन्हैया चौधिी
परु – २ ; क. मनोहि चौधिी, ख. गौिम चौधिी
ई. दशिि चौधिी
परु – २ ; १. श्रीकान्ि चौधिी, २. शीलाकान्ि चौधिी
१. श्रीकान्ि चौधिी
परु – ३ ; क. शैलेन्र चौधिी, ख. चन्र मोहन चौधिी, ग. शम्भु चौधिी
क. शैलेन्र चौधिी
परु ३ ; अ. िोशन चौधिी, आ. अथभशेख चौधिी, ग. थहमाश ं ु चौधिी
ख. चन्र मोहन चौधिी
परु – १ ; शभु म चौधिी
ग. शम्भु चौधिी
परु – २ ; अ. कृ ष्णा चौधिी, आ. सत्यम चौधिी
ख. गोसाई चौधिी
२. वश ं ीलाल चौधिी
परु – बनखण्डी चौधिी
ननु ु चौधिी
परु - २ ; १. इमिी चौधिी - X, २. मगं लित्त चौधिी
२. मगं लित्त चौधिी
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 141

परु -१ ; अजब चौधिी


परु - २ ; क. नवकािं चौधिी, ख. बाबक
ु ान्ि चौधिी

झा परिवाि
ग्राम – भेजा, मधेपिु , मधबु नी, थबहाि,
अनन्त झा
गोि - काश्यप
मूल - खोवािे, .....
प्रवि - ३
पं. अनन्त झा
परु - हषणनाि झा
परु - बाबुित्त झा
परु – ४ ; १. िे िल ु ाल झा, २. िामोिि झा, ३. िामेश्वि झा, ४. बालेश्वि झा
१. िे दुलाल झा
परु ; यशोधि झा
परु – ३ ; क. लालेश्वि झा, ख. भाथगिि झा, ग. उपेन्र झा
क. लालेश्वि झा
परु – ५ ; अ. लम्बोिि झा, आ. कमलेश झा, इ. अमलेश झा,
ई. अवधेश झा, उ. पंकज कुमाि झा
अ. लम्बोिि झा
परु – २ ; १. थवकाश झा, २. प्रकाश झा
१. थवकाश झा
परु – िेवेश झा
आ. कमलेश झा
परु - िाघव झा
इ. अमलेश झा
परु – हषणिाज झा
ई. अवधेश झा
परु – िाहुल कुमाि झा
उ. पक ं ज कुमाि झा
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 142

परु – आिशण झा
ख. भाथगिि झा
परु – २ ; अ. थिनेश झा, आ. महेश झा
अ. थिनेश झा
परु – िमण कुमाि झा
ग. उपेन्ि झा
परु – २ ; अ. सिु े श झा, आ. निे श झा
परु – कुशल झा
२. दामोदि झा
परु – २ ; १. महाबीि झा, २. बुचनी लाल झा
१. महाबीि झा
परु – १ ; उथिि झा
परु – २ ; क. थवजय झा, ख. सधु ीि झा
क. थवजय झा
परु – २ ; अ. अनमोल झा , आ. शक ं ि झा
अ. अनमोल झा
परु – २ ; १. अथनके ि झा , २. अनुभव झा
आ. शंकि झा
परु – अथनरुद्ध झा
ख. सधु ीि झा
परु – थचिन्जीव झा
२. बच ु नी लाल झा – X
३. िामेश्वि झा
परु – १ ; िाजेश्वि झा
परु – १ ; नन्ि थकशोि झा
परु – १ ; िेव चन्र झा
परु – ३ ; १. थमन्टु कु. झा, २. अथमि झा, ३. कै लाश झा
४. बालेश्वि झा
परु – ४ ; १. िीलानन्ि झा, २. वानंि झा, ३. महानन्ि झा, ४. कृ ष्णानन्ि झा
१. तीलानन्द झा
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 143

परु – ४ ; क. श्याम झा, ख. कामेश्वि झा, ग. हरिश्चन्र झा, घ. प्रबोध झा


क. श्याम झा
परु – अमिनाि झा
परु – २ ; अ. के शव कु. झा, आ. िाजन कु. झा
ख. कामेश्वि झा
परु – िंजय कुमाि झा
परु – थचिाग झा
ग. हरिश्चन्ि झा
परु – २ ; अ. गोपाल कुमाि झा, आ. बलिाम झा
अ. गोपाल कुमाि झा
परु – जय कुमाि झा
घ. प्रबोध झा – X
२. वानंद झा
परु – ४ ; १. पवन झा, २. श्रवण झा , ३. भिि झा, ४. संजय झा
१. पवन झा
परु – २ ; क. प्रेमचन्र झा, ख. थवनय झा
२. श्रवण झा
परु – २ ; क. मोहन झा, ख. िोहन झा
३. भित झा
परु – २ ; क. कौशल झा, ख. भगवानजी झा
४. संजय झा
परु – २ ; क. सत्यम कुमाि झा , ख. थशवम कुमाि झा
३. महानन्द झा
परु – गगं ाधि झा
परु – २ ; क. िमेश कुमाि झा, ख. गौिम कुमाि झा

श्याम झाक भथगनवान


तोफा झा
परु - २ ; १. जगिीश झा, २. सिानन्ि झा - X
१. जगिीश झा
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 144

परु - ४ ; क. महेन्र, ख. योगी , ग. भोगी , घ. िेवेन्र झा


क. महेन्र झा : परु १ ; िामानन्ि झा
ख. योगी झा : परु - २ ; अ. िगु ाणनन्ि झा, आ. सेवानन्ि झा
ग. भोगी झा : परु - २ ; अ. सत्यम, आ. सन्ु ििम झा
घ . िेवेन्र झा : परु ३ ; अ. िाघव , आ. बोलबम, इ. हिहि झा

थमश्र परिवाि - I
भेजा
गोि- साथण्डल्य
मूल- सदिपुरिये, सिसो
प्रवि- ३
पं. बच्चु थमश्र
परु – ४ ; १. िगु ी थमश्र, २. लक्ष्मण थमश्र, ३. गनी थमश्र, ४. पल
ु थकि थमश्र
१. प.ं दुगी थमश्र
परु १ ; गलु ाब थमश्र
२. प.ं लक्ष्मण थमश्र
परु – २ ; क. सन्ु िि थमश्र, ख. निनु ी थमश्र
क. सन्ु िि थमश्र
परु – ४ ; अ. गगं ाधि थमश्र, आ. शश ु ील थमश्र, इ. ललन थमश्र, ई. थिलीप थमश्र
अ. गंगाधि थमश्र
परु – शम्भनु ाि थमश्र
आ. शश ु ील थमश्र
परु – २ ; १. थशवम थमश्र, २. सोनु थमश्र
इ. ललन थमश्र
परु – २ ; १.आिशण थमश्र, २. किण थमश्र
ई. थिलीप थमश्र
परु – ३ ; १. सत्यम थमश्र, २. साहील थमश्र, ३. रििीक थमश्र
ख. निनु ी थमश्र
परु – हथषणि थमश्र
परु – अजय कुमाि थमश्र
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 145

३. पं. गनी थमश्र


परु – २ ; क. अनन्ि थमश्र, ख. थवशेश्वि थमश्र
क. अनन्ि थमश्र
परु – २ ; अ. मोथिकान्ि थमश्र, आ. चन्रकान्ि थमश्र
अ. मोथिकािं थमश्र
परु – १ ; सथु नल थमश्र
परु – २ ; क. शौिभ थमश्र, ख. आिशण थमश्र
आ. चन्रकान्ि थमश्र
परु – २ ; १. प्रिीप थमश्र, २. नवीन थमश्र
१. प्रिीप थमश्र
परु – २ ; क. िाशथबहािी थमश्र, ख. प्रभाकि थमश्र
ख. थवशेश्वि थमश्र
परु – ५ ; अ. इन्रकान्ि थमश्र, आ. शथशकान्ि थमश्र, इ. प्रभक ु ान्ि थमश्र, ई. थशवकान्ि थमश्र, उ.
मनोज थमश्र
अ. इन्रकान्ि थमश्र
परु – २ ; १. कन्हैया थमश्र, २. कुन्िन थमश्र
आ. शथशकान्ि थमश्र
परु – २ ; १. थववेक थमश्र, २. अथभषेक थमश्र
इ. प्रभक ु ान्ि थमश्र
परु – धीिज थमश्र
ई. थशवकान्ि थमश्र
परु – ओम थमश्र
४. पं. पल ु थकत थमश्र
परु – सयू ण नािायण थमश्र
परु २ ; क. मधक ु ान्ि थमश्र, ख. उपेन्र थमश्र
क. मधक ु ांि थमश्र
परु – २ ; अ. समु न थमश्र, आ. िमण थमश्र
अ. समु न थमश्र
परु – सभु म कुमाि थमश्र
ख. उपेन्र थमश्र
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 146

परु – २ ; अ. भगवान थमश्र, आ. बैद्यनाि थमश्र


अ. भगवान थमश्र
परु – २ ; १. थप्रयांशु थमश्र, २. सधु ांशु थमश्र
आ. बैद्यनाि थमश्र
परु – अभ्यानंि थमश्र
पं. चुन्नी थमश्र
परु – खश ु ि थमश्र
गोर- साथण्डल्य मलू - सििपरु िये, सिसो, प्रवि- ३
परु – ५ ; १. जयकान्ि थमश्र, २. िाधे थमश्र, ३. जयिेव थमश्र, ४ . सख ु े थमश्र, ५. यगु े थमश्र
१. जयकान्त थमश्र
परु – १ ; अथधक लाल थमश्र
परु – सन्िोष थमश्र
परु - २ ; क. सौिभ थमश्र, ख. गौिव थमश्र
२. िाधे थमश्र
परु – २ ; क. बाले थमश्र, ख. हरि थमश्र
क. बाले थमश्र
परु – ३ ; अ. श्याम थमश्र , , आ. िाम थमश्र, इ. अथभिाम थमश्र
अ. श्याम थमश्र
परु – ३ ; १. संजय थमश्र, २. िंजय थमश्र , ३. मंजय थमश्र
आ. िाम थमश्र
परु – ३ ; १. अशोक थमश्र , २. थवकाश थमश्र, ३. प्रकाश थमश्र
१. अशोक थमश्र
परु – थशवम थमश्र
२. थवकाश थमश्र
परु – आयषु थमश्र
ख. हरि थमश्र
परु – ५ ; अ. सिु े श थमश्र, आ. महेश थमश्र, इ. निे श थमश्र, ई. उमेश थमश्र, उ. प्रबोध थमश्र
३. जयिेव थमश्र
परु – थनकुनिेव थमश्र
परु – ४ ; क. ब्रम्हिेव थमश्र, ख. सिु ज थमश्र, ग. इन्र कान्ि थमश्र, घ. नािायण थमश्र
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 147

क. ब्रम्हिेव थमश्र
परु – २ ; अ. अमोि थमश्र, आ. समु नजी थमश्र
समु नजी थमश्र
परु – आिभ थमश्र
ख. सिु ज थमश्र
परु – मक ु े श थमश्र
ग. इन्र कान्ि थमश्र
परु – पंकज थमश्र
घ. नािायण थमश्र
परु – आलोक थमश्र
४. सुखे थमश्र
५. युगे थमश्र
परु – थबलट थमश्र
परु – ५ ; क. शम्भु थमश्र, ख. चन्रकान्ि थमश्र , ग. किम चन्र थमश्र, घ. िाज कुमाि थमश्र, ङ. थिलीप थमश्र, च.
िे विी थमश्र
क. शम्भु थमश्र
परु – ३ ; अ. प्रभाष थमश्र, आ. सभु ाष थमश्र, इ. थनथिश थमश्र
अ. प्रभाष थमश्र
परु – हेमान्शु थमश्र
ख. चन्रकान्ि थमश्र
परु – २ ; अ. शैलेन्र थमश्र, आ. गोथवन्ि थमश्र
ग. किम चन्र थमश्र
परु – आयषु मान थमश्र
घ. िाज कुमाि थमश्र
परु – अमृि थमश्र
ङ. थिलीप थमश्र
परु – २ ; अ. धीिज थमश्र, आ. नीिज थमश्र
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 148

थमश्रक परिवाि - II
पूवावासी - नवगाँव, खिाजपुि
सम्प्रथतवासी - भेजा, मधेपुि
गोि - साथण्डल्य
मूल - सदिपुरिये, गौड़
प्रवि – ३ श्रोत : पररष्टशि – ५
पीर्ी बीजी पुरुष
१. थसंहासनसाँ हलाई उजो थमश्र - २२म पीढी
२. महोिथध थमश्र
३. जाईक थमश्र
४. गांगु थमश्र
५. वाथगश्वि थमश्र
६. ित्नेश्वि थमश्र + िामेश्वि थमश्र
७. हलेश्वि थमश्र + सुिेश्वि थमश्र + थजवेश्वि थमश्र
(३ भाई सोदरपरु ग्राम गेलाि, ताष्टि िेतु सदरपरु मल
ू किौलष्टथ |)
सुिेश्वि थमश्र:-
८. थवश्वनाि थमश्र + अवध थमश्र (२ भाई)
९. िथतनाि थमश्र + िामनाि थमश्र (२ भाई)
१०. वाटु थमश्र + गंगु थमश्र
११. सधु ाधि थमश्र
१२. चक्रपाथण थमश्र + वासिु वे थमश्र (२ भाई)
१३. ननु थमश्र प्र. कमल नयन
१४. हरि नािायण थमश्र
१५. प्र. उग्री थमश्र
१६. भथवष्य थमश्र
१७. बेचु थमश्र
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 149

वंशवृक्ष
ननु थमश्र वश
ं , भेजा श्रोत : पररष्टशि – ५
ननु थमश्र : प्र. कमल नयन (भेजासँ पीर्ी : १३ + १)

हरि नािायण थमश्र (१३+ २ )

प्र. उग्री थमश्र (३)

भथवष्य थमश्र (४)

बेचु थमश्र (५)

ििु थमल थमश्र पं.मनचीि थमश्र पं. नेहाल थमश्र (६)

भानु थमश्र िाधे थमश्र कन्हैया थमश्र गोपाल थमश्र थगरिधािी थमश्र मधु थमश्र कासकी थमश्र थशवित्त थमश्र कपलेश्वि थमश्र (७)

वंशावली
थमश्र परिवाि, भेजा
पं. ननु थमश्र पीढी ०१
परु - हरि नािायण थमश्र पीढी ०२
परु - प्र. उग्री थमश्र पीढी ०३
परु - भथवष्य थमश्र पीढी ०४
परु - प.ं बेचु थमश्र पीढी ०५
परु - ३ ; I. ििु थमल थमश्र, II. प.ं मनचीि थमश्र, III. पं. नेहाल थमश्र पीढी ०६
I. ििु थमल थमश्र
परु - २ ; क. भानु थमश्र , ख. िाधे थमश्र पीढी ०७
क. भानु थमश्र
परु - २ ; अ. ििु न्ि थमश्र - X, आ. थिगाम्बि थमश्र पीढी ०८
आ. थिगाम्बि थमश्र
परु - ३ ; १. बोध नािायण, २. योगानंि, ३. कमल कान्ि थमश्र पीढी ०९
ख. िाधे थमश्र पीढी ०७
परु - २ ; अ. भीखि थमश्र, आ. भोगी थमश्र पीढी ०८
अ. भीखि थमश्र
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 150

परु - ३ ; १. ठीठि थमश्र, २. िेज नािायण थमश्र, ३. िख ु मोचन थमश्र पीढी ०९


१. ठीठि थमश्र
परु - २ ; क. िमण थमश्र, ख. अवध थमश्र पीढी १०
ख. अवध थमश्र
परु - ३ ; अ. गणेश थमश्र, आ. थिनेश थमश्र, इ. मनोज थमश्र पीढी ११
२. िेज नािायण थमश्र
परु - २ ; क. लक्ष्मी थमश्र, ख. भल ु ि थमश्र
II. प.ं मनचीत थमश्र पीढी ०६
परु - ३ ; १. कन्हैया थमश्र, २. गोपाल थमश्र, ३. थगरिधािी थमश्र पीढी ०७
१. कन्हैया थमश्र
परु - ३ ; क. ज्ञानित्त थमश्र, ख. रुरमथण थमश्र, ग. भैिवधािी थमश्र पीढी ०८
क. ज्ञानित्त थमश्र
परु ी - २
ख. रुरमथण थमश्र
परु - ३ ; अ. सभु क ं ि थमश्र (थसन्हेश्वि स्िान वास), आ. बलिेव , इ. थबहािी थमश्र - x
आ. बलिेव थमश्र : परु - ४ ; १. अनन्ि, २. भवु न, ३. थबशम्भि, ४. थनलाम्बि
ग. भैिवधािी थमश्र पीढी ०८
परु - ३ ; अ. सीिािाम थमश्र, आ. घनश्याम थमश्र, इ. िघनु ाि थमश्र पीढी ०९
अ. सीिािाम थमश्र
परु - २ ; १. मिनेश्वि थमश्र, २. पिमेश्वि थमश्र पीढी १०
१. मिनेश्वि थमश्र : परु - १ ; िोशन कुमाि थमश्र पीढी ११
२. पिमेश्वि थमश्र : परु - २ ; क. परुु षोत्तम ख. गौिम
आ. घनश्याम थमश्र पीढी ०९
परु - २ ; १. ललन थमश्र, २. इन्रकान्ि थमश्र पीढी १०
१. ललन थमश्र
परु - २ ; क. शैलेन्र कुमाि थमश्र , ख. अमोि कुमाि थमश्र पीढी ११
क. शैलेन्र कु. थमश्र : परु - १ ; रिशव िाज पीढी १२
ख. अमोि कु. थमश्र : परु - २; अ. उत्सविाज, आ. उत्कषणिाज
२. इन्रकान्ि थमश्र पीढी १०
परु - १ ; िाहुल कुमाि थमश्र पीढी ११
इ. िघनु ाि थमश्र पीढी ०९
परु - १ ; शम्भु थमश्र पीढी १०
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 151

परु - २ ; १. प्रभास थमश्र , २. थमिनु थमश्र पीढी ११


२. गोपाल थमश्र पीढी ०७
परु - बरी नाि थमश्र (हरिहि थमश्र) पीढी ०८
परु - ३ : क. उपेन्र थमश्र, ख. महेन्र थमश्र, ग. योगेन्र थमश्र पीढी ०९
क. उपेन्र थमश्र : परु - १ ; बासक ु ी थमश्र पीढी १०
ख. महेन्र थमश्र : परु - ४ ; अ. थवजय , आ. अमिनाि, इ. अजय, ई. संजय
ग. योगेन्र थमश्र : परु ३ ; अ. ब्रम्हानंि, आ. शाििानन्ि, इ. यमनु ानंि
३. थगरिधािी थमश्र पीढी ०७
III. नेहाल थमश्र पीढी ०६
(खिाजपिु ग्राममे वास)
परु - ४ ; क. मधु थमश्र, ख. कासकी थमश्र, ग. थशवित्त थमश्र, घ. कपलेश्वि थमश्र पीढी ०७
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 152

ग्राम - भीठ भगवानपिु


गोि – भाििाज
मल
ू - बेलौचे, कणापिु
(लेखकक मािृक)
श्रोत : पररष्टशि – ८
हृदयनाि झा
परु – ३ ; १. मथण लाल झा, २. सन्ि लाल झा, ३. थगरिधि झा
१. मथण लाल झा
परु – ४ ; क. नेवा लाल झा, ख. बचु ु झा, ग. संजन झा, घ. अवध झा,
परु ी – ३, १. बाि, २. िथसयािी, ३. हटनी - हषण नािायण झा के मािा
क. नेवा लाल झा
परु – ३ ; १. लक्ष्मी नािायण झा, २. अन्ि नािायण झा, ३. सत्य नािायण झा
१. लक्ष्मी नािायण झा
परु – २ ; अ. िाधा बल्लव झा, आ. बाबुसाहब झा
अ. िाधा बल्लव झा
परु ी- २, १. शाथन्ि िेवी, २. प्रथमला िेवी (बाि)
आ. बाबुसाहब झा
परु – २ ; १. डा. पंकज कुमाि झा, २. अथभशेख कुमाि झा
२. अन्त नािायण झा- नावल्ि
३. सत्य नािायण झा
परु – २ ; अ. िाजेन्र कुमाि झा (लाल), आ. कृ ष्ण कुमाि झा (मन्टुन)
अ. िाजेन्र कुमाि झा (लाल)
परु – २ ; १. थवजय शक ं ि झा, २. अजय शंकि झा
आ. कृ ष्ण कुमाि झा (मन्टुन)
परु – १ ; थशवम कुमाि झा
ख. बुचु झा
ग. सज
ं न झा
परु – १ ; महेन्र नािायण झा
परु – १ ; श्रवन कुमाि झा
परु – २ ; क. सभु म कुमाि झा , ख. अमन कुमाि झा
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 153

घ. अवध झा
परु – १ उपेन्र नािायण झा
परु – १ ; थबनोि झा
२. सन्ि लाल झा
३. थगरिधि झा
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 154

वंशावली
िाजपतु परिवाि
ग्राम- खजुिी
पो.- दलदल, मधेपुि, मधुबनी, थबहाि
गोि- भाििाज
प्रवि- ३
खाती िाजपतु
(पूवावासी- रुपस, हाजीपुि)

वश
ं वृक्ष
कािी थसंह परिवाि
कािी थसंह

हरि नन्िन थसंह

जयकृ ष्ण थसहं श्रीकृ ष्ण थसहं

अनग्रु ह नािायण थसहं (बच्ु ची) शैलेन्र कुमाि थसहं लालेश्वि थसहं मिु ािी थसहं

थगरिधि ना. थसंह चन्र मालेश्वि थवश्वनाि थसहं प्रथवन कु. अमन कु. आथित्य कुमाि आथशष कुमाि थप्रन्स कु.

वश
ं ावली
कािी थसंह परिवाि, ग्राम- खजुिी
कािी थसहं
परु – १ ; हरि नन्िन थसहं
हरि नन्िन थसंह
परु – २ ; १. जयकृ ष्ण थसंह, २. श्रीकृ ष्ण थसंह (लुििु )
१. जयकृ ष्ण थसंह
परु – १ ; अनुग्रह नािायण थसंह (बुच्ची)
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 155

अनग्रु ह नािायण थसहं (बच्ु ची थसहं )


परु - ३ ; क. थगरिधि नािायण थसंह, ख. चन्र मालेश्वि थसंह, ग. थवश्वनाि थसंह
क. थगरिधि नािायण थसंह (वकील साहेब)
परु – १ ; गौिम कुमाि थसंह
ख. चन्र मालेश्वि थसंह (गोवधणन)
परु – १ ; थिथनवजय थसंह
ग. थवश्वनाि थसंह (चनचनु )
(परु ी – २)
२. श्रीकृ ष्ण थसंह (लुििु )
१. परु – ३ ; १. शैलन्े र कुमाि थसंह, २. लालेश्वि थसंह, ३. मिु ािी थसंह
२. शैलेन्र कुमाि थसहं
परु – २ ; क. प्रथवन कुमाि थसंह, ख. अमन कुमाि थसंह
३. लालेश्वि थसंह (लाल)
परु - १ ; आथित्य कुमाि थसंह
४. मिु ािी थसंह
परु – २ ; क. आथशष कुमाि थसंह, ख. थप्रन्स कुमाि थसंह
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 156

यगु थसहं परिवाि


गोि- भाििाज
प्रवि- ३
खाती िाजपुत
(पूवावासी- रुपस, हाजीपुि)

यगु थसहं

लक्ष्मी नािायण थसहं जाथलम थसहं

असफी थसंह अनुप थसंह िामप्रसाि थसंह गोकुल-x िामगुलाम-x

िाथजंिि युगल थकशोि गुनेश्वि थसंह फुलेश्वि थसंह िेवी थसंह यिु थसंह

महेन्र थमथिलेश निे श चन्िन िथव अरुण मनोज सिोज थवनय सुिेन्र खंिि- x कामेश्वि बालेश्वि कम्पेश्वि थसंह

वंशावली
यगु थसहं परिवाि ; ग्राम - खजुिी
यगु थसहं
परु - २ ; I. लक्ष्मी नािायण थसहं , II. जाथलम थसहं
I. लक्ष्मी नािायण थसह ं
परु – २ ; १. असफी थसंह, २. अनुप थसंह
१ असफी थसंह
परु – ३ , क. िाथजंिि थसंह, ख. युगल थकशोि थसंह, ग. गनु ेश्वि थसंह
क. िाथजंिि थसंह
परु – १ ; महेन्र थसहं
परु - ५ ; अ. अथनल कु. थसहं , आ. सथु नल कु. थसहं , इ. पथु नि कु. थसहं , ई. िाज,ु
उ. समु ेश्वि थसंह (िोटु)
ख. युगल थकशोि थसंह
परु – ३ ; अ. थमथिलेश थसंह, आ. निे श थसंह, इ. चन्िन थसंह
ग. गनु ेश्वि थसंह
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 157

परु - १ ; िथव कुमाि थसहं


२ . अनुप थसंह
परु – १ ; फुलेश्वि थसंह
परु – ५ ; क. अरुण कु. थसंह, ख. मनोज कु., ग. सिोज कु. घ. थवनय कु., ङ. सिु े न्र कु. थसंह
क. अरुण कुमाि थसंह
परु – २ ; अ. िया शक ं ि थसहं , आ. जटा शक
ं ि थसहं
अ. िया शक ं ि थसंह
परु – २ ; १. थहमांशु थसंह, २. आिु थसंह
आ. जटा शक ं ि थसहं
ख. मनोज कुमाि थसंह
परु - १ ; शभु म थसंह
ग. सिोज कुमाि थसंह
परु – १ ; थबपल ु थसहं
घ. थबनय कुमाि थसंह
परु – १ ; सत्यम थसंह
ङ. सिु े न्र कुमाि (मास्टि)
परु – १ ; आयणन थसहं
II. जाथलम थसंह
परु - ३ ; क. िाम प्रसाि थसंह , ख. गोकुल थसंह – X, ग. िाम गल ु ाम थसंह – X
क. िाम प्रसाद थसंह
परु – २ ; अ. िेवी थसंह, आ. यिु थसंह
अ. िेवी थसंह
परु – २ ; १. खंिि थसंह – X, २. कामेश्वि थसंह
१. कामेश्वि थसंह
परु – ४ ; क. शशी कुमाि थसहं , ख. मिन कुमाि थसहं , ग. मनोिंजन कुमाि थसहं ,
घ. थबिे न्र कुमाि थसहं
आ. यिु थसंह
परु – २ ; १. बालेश्वि थसंह, २. कम्पेश्वि थसंह
१. बालेश्वि थसहं
परु – ४ ; क. अशोक कु. थसहं , ख. थवजय कु. थसहं , ग. थबथपन कु. थसहं , घ. सजं य कु.
थसंह
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 158

क. अशोक कुमाि थसंह


परु – २ ; अ. अथमि कुमाि थसंह, आ. समु ीि कुमाि थसंह
ख. थवजय कुमाि थसहं
परु – ३ ; अ. मथनष कुमाि थसहं , आ. अथभनाश कुमाि थसहं ,
इ. अथभनीि कुमाि थसंह
ग. थबथपन कुमाि थसंह
परु – २ ; अ. िीपक कुमाि थसंह, आ. िीपु कुमाि थसंह
घ. सजं य कुमाि थसहं
परु – १ ; मयन्क कुमाि थसंह
२. कम्पेश्वि थसंह
परु – ४ ; क. थिलीप कुमाि, ख. िन्जीि कुमाि, ग. रििेश कुमाि, घ. इन्िेश कुमाि थसंह
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 159

साहेब थसहं परिवाि


(अमेठीया, िाजपतु )
साहब थसहं
(अमेठीया, िाजपुि)

बौहिी थसंह

िाम थसंह बाबुलाल थसंह

उथचि थसंह बाल गोथवन्ि थसंह गोथवन्ि थसंह िेव ना. थसंह
(सूििास)
नागेश्वि थसंह गंगाधि थसंह िाथजंिि नािायण सूयण ना. थसंह

महेश उमेश िमेश थकशन थसंह सिोज सन्िोष कु. थसहं सभु ाष सजं ीव बब्लु साजन थसहं

वश
ं ावली
साहेब थसहं परिवाि ; ग्राम - खजिु ी
साहेब थसंह
परु – १ ; बौहिी थसहं
परु – २ ; I. िाम थसहं , II. बाबुलाल थसंह
I. िाम थसंह
परु – २ ; १. उथचि थसंह (सिू िास) –X, २. बाल गोथबन्ि थसंह, ३. गोथबन्ि थसंह, ४. िेव नािायण थसंह
१. उथचत थसंह (सूिदास) – X
२. बाल गोथबन्द थसहं
परु – १ ; नागेश्वि थसंह
` परु – ४ ; क. महेश कु. थसंह, ख. उमेश कु. थसंह, ग. िमेश कु. थसहं , घ. थकशन कु. थसंह
क. महेश कुमाि थसंह
परु – २ ; अ. थनथिन कुमाि थसंह, आ. चन्िु कुमाि थसंह
ख. उमेश कुमाि थसंह
परु – १ ; थसद्धािण कुमाि थसंह
ग. िमेश कुमाि थसंह
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 160

परु – १ ; वशं कुमाि थसहं


घ. थकशन कुमाि थसंह
परु – २ ; अ. ओम थसंह, आ. थशवागं थसंह
३. गोथबन्द थसंह
परु – ४ ; क. गंगाधि थसहं , ख. िाजेन्र थसहं , ग. नािायण थसंह, घ. सयू ण नािायण थसंह
क. गंगाधि थसंह
परु – २ ; अ. सिोज कुमाि थसंह, आ. सन्िोष कुमाि थसंह
अ. सिोज कुमाि थसंह
परु – १ ; सोनु कुमाि थसहं
आ. सन्िोष कुमाि थसंह
परु - २ ; १. आथित्य कुमाि थसंह, २. मयन्क कुमाि थसंह
ख. िाजेन्र थसंह
परु – १ ; सभु ाष थसहं
ग. नािायण थसंह
परु – २ ; अ. संजीव कुमाि थसंह, आ. बब्लु कुमाि थसंह
घ. सयु ण नािायण थसहं
परु – १ ; साजन कुमाि थसहं
४. देव नािायण थसंह – X
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 161

भाग ३
अि मैथिल ब्राम्हणस्य पिमं पथविं मन्ि:
यज्ञोपवीत मिं :
यज्ञोपवीत धािण मन्ि
ॐ यज्ञोपवीतं पिमं पथवि,ं प्रजापतेयात्सहजं पिु स्तात् ।
आयुष्यमग्र्यं प्रथतमुञ्च शभ्र
ु ं, यज्ञोपवीतं बलमस्तु तेजः ।।
िन्दोगानाम:्
ॐ यज्ञोपवीतमथस यज्ञस्य त्वोपवीतेनोपनह्याथम ।
जीणा यज्ञोपवीत त्याग मन्ि:
ॐ एतवथद्दनपयान्तं ब्रह्म त्वं धारितं मया ।
जीणात्वात्त्वत्परित्यागो गच्ि सूि यिासुखम् ।
गायिी मन्ि:
ॐ भूभावु स्वः तत् सथवतुवािेण्यं भगो देवस्य धीमथह थधयो यो नः प्रचोदयात् ।
भावािा :
ओथह प्राणस्वरूप, िाःु खनाशक, सख
ु स्वरूप, श्रेष्ठ, िेजस्वी, पापनाशक िेवस्वरुप पिमात्मा के हम
अन्िाःकिणमे धािण किी । वैह पिमात्मा हमि बथु द्धके सन्मागणमे प्रेरिि किथि ।
साथविी मन्ि:
ॐ भू: ॐ भुव: ॐ स्व: ॐ मह: ॐ जन: ॐ तप: ॐ सत्यम ।
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 162

दूवााक्षत मंि:
ॐ आब्रह्मन् ब्राह्मणो ब्रह्मवचासी जायतामािाष्रे िाजन्यः शूि
इषव्यौऽथतव्याथध महाििो जायतां दोग्ध्री धेनुवोर्ानड्वानाशुः
सथप्तः पुिथन्रयोषा थजष्णू ििेष्ठाः सभेयो युवास्य यजमानस्य वीिो जायाताम् ।
थनकामे थनकामे नः पजान्यो वषातु फलवत्यो न औषधयः पच्यन्ताम् योगक्षेमो नः कल्पताम।्
इथत मंिािाा: थसद्धयः सन्तु पूणााः सन्तु मनोििाः ।
शिण ु ां बथु द्धनाशोऽस्तु थमिाणामदु यस्तव ।
(श्रोि: यजवु ेि अध्याय २२, मन्र २२, रस्टा ॠृथष-प्रजापथि)
मैथिलीमे दूवााक्षत मिं क अिा
हे ईश्वि ! हमि िाष्रमे ब्रह्मवचणसी (ज्ञानक प्रकाशसाँ यि ु ) ब्राह्मण (थशक्षक) उत्पन्न हुअ । हमि िाष्रमे
शिू , बाणवेधनमे कुशल, महाििी क्षथरय (शासक औि सैथनक) उत्पन्न हुअ । (हमि िाष्रमे) यजमानक गाय िधू
िए वाली हुअ , बड़ि भाि उठे बामे सक्षम हो, घोड़ा रुिगामी हो । (हमि िाष्रक) स्त्रीगण सवणगणु सम्पन्न हुअ ।
(हमि िाष्रमे) ििवला सभ जयशील, पिाक्रमी आ ससु भ्य (सभामध्य आसन पबै योनय) यजमान परु हुअ ।
हमि िाष्र मे आवश्यकिानुसाि समय-समय पि मेघ वषाण किय । फसल आ औषथध फल-फूलयि ु होइि
परिप्विा प्राप्त किय । (हमि िाष्र मे) योग (अप्राप्त वस्िकु प्राथप्त) क्षेम (प्राप्त वस्िुक संिक्षण) उत्तम िीथिसाँ होईि
िहय ।
िक्षासूि मंि:
येन बद्धो बली िाजा दानवेन्िो हाबल: ।
तेन त्वामनुबध्नाथम िक्षे मा चल मा चल ।।
मिं क अिा
िानवक महाबली िाजा बथल जाथहसाँ बान्हल गेल िलाह, ओहीसाँ अहााँके बान्हैि िी । हे िक्षे ! अहााँ
चलायमान नथह िी, चलायमान नथह िी । धमणशास्त्रक थवद्वानक अनसु ाि िक्षासरू बान्हैि समय ब्राह्मण अिवा
पिु ोथहि अपन यजमान साँ कहैि िथिन्ह जे जाथह िक्षासरू मे िानवक महाबली पिाक्रमी िाजा बथल धमणक बन्हनमे
बान्हल गेल िलाह अिाणि धमणमे प्रयि
ु कएल गेल िलाह ओथह सरू मे हम अहााँके बान्हैि िी, अहीक उपिान्ि
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 163

पिु ोथहि िक्षा सरू साँ कहैि िथि जे हे िु थस्िि िथहअ, थस्िि िथहअ । अथह प्रकािक िक्षासरू क उद्देश्य ब्राह्मण द्वािा
अपन यजमानकें धमणक लेल प्रेरिि आओि प्रयि ु लेल अथि ।
चौठचन्ि मन्ि
थसहं ः प्रसेनवमवधीत थसंहो जाम्बवताहतः ।
सुकुमािक मािोदीः तवह्येषः स्यमन्तकः ॥
चौठचन्र चौिचनमे हाि उठा चान के प्रणाम किबाक मन्र:
दथधसखं तषु ािाभम् क्षीिोदाणाव सम्भवम् ।
नमाथम शथशनं भक्त्त्वा संभोमाक
ु ु ट भषू णम् ॥
अनन्त भगवान् पूजन मन्ि:
ॐ अनन्त संसाि महासमुिे मग्ध्नासया अभ्युद्धि वासुदेव ।
अनन्त रूपे थवथनयोजयस्य अनन्त रूपायनमोनमस्ते ॥
देवोत्िान (देवउठाउन एकादशी पूजन मन्ि):
ब्रह्मेन्िरुििथभवन्द्यमानो भवानुथषवाथन्दत वन्दनीयः ।
प्राप्ता तवेयं थकलकौमुदाख्या जागृष्व जागृष्व च लोकनाि ॥
मेघा गता थनमाल पण ू ाचन्िः शािद्यपष्ु पाथण मनोहिाथण ।
अहं ददानीथत च पुण्यहेतो जागृष्व च लोकनाि ॥
उथर्त्ष्ठोथतष्ठ गोथवन्द त्यज थनन्िां जगत्पते ।
त्वय चोत्िीय मानेन उथत्ितं भवु नियम् ॥
कुशोत्पाटन मंि:
ॐ कुशमल ू े थस्ितो ब्रह्मा कुशमध्ये जनादानः ।
कुशाग्रे शङ्किं थवद्यात् कुशान् मे देथह मेथदथन! ।।
इथि भथू मं स्पृष्ट्वा
ॐ कुशोऽथस कुशपुिोऽथस ब्राह्मणा थनथमातः पुिा ।
देवथपतथृ हतािााय कुशमुत्पाटयाम्यहम् ।।
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 164

इत्यच्ु चाया हुं फट्कािेण दभाान् समद्ध


ु िेत् ।।
भािव कृ ष्णपक्षक अमावास्या कुशीक अमावस्या कहवैि । ओथह अमावस्यामे कुश उखाड़वाक
चाही । थिथि ित्त्व थचन्िामथण आथि मैथिल थनबन्धमे मिीथचऋथषक किन अथि जे ‘मासे नभथस अमावास्या’
इत्याथि । िात्पयण ई जे थिन कुशक संग्रह किवाक चाही, एथह थिन उखाड़ल कुश सभ थिन टटका बुझल जायि
अथि । अिाः ओथह कुशक थवथनयोग सभ कायणमे किवाक चाही । यद्यथप नभाः शब्ि साओन मासक बोधक
िीक, ििाथप श्ु लाथि चन्रमासक गणनासाँ भार कृ ष्णक अमावास्या श्रावणक अमावास्या बुझबाक चाही ।
माकण ण्डेय मथु नक कहल कुश आनवाक प्रकाि एथह प्रकाि अथि-
पथवर भ पथवर स्िानमे पबू अिवा उत्ति माँहु बैथस िथहन हािे खिु पी लय ॐ कथह कुश धय "ॐ थवरिञ्चना
सहोत्पन्न" इत्याथि पढी ।
ॐ कुशमल ू े थस्ििो ब्रह्मा" इत्याथि पथढ़ पृथ्वीक प्रािणना कय "ॐ’ कुशोऽथस कुशपरु ोऽथस" इत्याथि
मन्रक अन्िमे हुाँ फट् कथह कुश उखाड़थि ।
नवसिू मिं :
ॐकाि: प्रिमे सरू े थद्विीयेथनन: प्रविणिे
िृिीये िक्षकश्चैव चििु े सोम एव च
पंचमे थपिृिवे ाश्च षष्ठे चैव प्रजापथि:
सप्तमे वासिु वे ा: अष्टमे िथविे व च
नवमे सवण िेवा: नव सरू स्य लक्षणम
नवग्रह मंि:
सयू ण मन्र: ॐ ह्रं ह्रां ह्रीं ह्रौं साः सयू ाणय नमाः
सयू ण वैथिक मरं : जपाकुसमु सक
ं ाशं काश्यपेयं महाद्यथु िम् िमोऽरिं सवणपापघ्नं प्रणिोऽथस्म
थिवाकिम्
चन्र मन्र: ॐ श्रां श्रीं श्रों साः चन्राय नमाः
चन्र वैथिक मरं : िथधशख
ं िषु ािाभं क्षीिोिाणणवसम्भवम् नमाथम शथशनं सोमं शम्भोमणक
ु ु टभषू णम्
मंगल मन्र: ॐ क्रां क्रीं क्रों साः भौमाय नमाः
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 165

मगं ल वैथिक मरं : धिणीगभणसम्भिू ं थवद्यत्ु काथन्िसमप्रभम् कुमािं शथिहस्िं िं मगं लं प्रणमाम्यहम्
बुध मन्र: ॐ ब्रां ब्रीं ब्रों साः बुधाय नमाः
बुध वैथिक मंर: थप्रयंगक
ु थलकाश्यामं रुपेणाप्रथिमं बधु म् सौम्यं सौम्यगणु ोपेिं िं बुधं प्रणमाम्यहम्
गरुु मन्र: ॐ ग्रां ग्रीं ग्रों साः गिु वे नमाः
गरुु वैथिक मरं : िेवानां च ऋथषणां च गरुु ं काञ्चनसथन्नभम् बथु द्धभिू ं थरलोके शं िं नमाथम
बृहस्पथिम्
शक्र
ु मन्र: ॐ रां रीं रों साः शक्र
ु ाय नमाः
शक्र
ु वैथिक मंर: थहमकुन्िमृणालाभं िैत्यानां पिमं गरुु म् सवणशास्त्रप्रविािं भागणवं प्रणमाम्यहम्
शथन मन्र: ॐ प्रां प्रीं प्रों साः शनैस्चिाय नमाः
शथन वैथिक मंर : नीलांजनसमाभासं िथवपरु ं यमाग्रजम् िायामात्तणण्डसम्भिू ं िं नमाथम शनैश्चिम्
िाहु मन्र: ॐ भ्रां भ्रीं भ्रों साः िाहवे नमाः
िाहू वैथिक मन्र: अधणकायं महावीयं चन्राथित्यथवमिणनम् थसथं हकागभणसम्भिू ं िं िाहुं प्रणमाम्यहम्
के िु मन्र: ॐ स्त्रां स्त्रीं स्त्रों साः के िवे नमाः
के िु वैथिक मंर: पलाशपष्ु पसंकाशं िािकाग्रहमस्िकम् िौरं िौरात्मकं घोिं िं के िुं प्रणमाम्यहम्
वनवग्रह मन्र: ॐ ब्रह्मा मिु ारिस्त्रीपिु ान्िकािी भानु: शशी भथू मसिु ो बुधश्व्च गरुु श्व्च शक्र
ु :
शथनिाहु के िव: सवे ग्रहा: शान्िकिा भवन्ि:ु |
िाथश मंि:
मेष िाथश बीज मरं : ॐ ऎ ं ्लीं सौाः
वृषभ िाथश बीज मंर: ॐ ह्रीं ्लीं श्रीं
थमिनु िाथश बीज मरं : ॐ श्रीं ऎ ं सौाः
ककण िाथश बीज मंर: ॐ ऎ ं ्लीं श्रीं
थसंह िाथश बीज मंर: ॐ ह्रीं श्रीं सौाः
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 166

कन्या िाथश बीज मरं : ॐ श्रीं ऎ ं सौाः


िुला िाथश बीज मरं : ॐ ह्रीं ्लीं श्रीं
वृथश्चक िाथश बीज मंर: ॐ ऎ ं ्लीं सौाः
धनु िाथश बीज मंर: ॐ ह्रीं ्लीं सौाः
मकि िाथश बीज मंर: ॐ ऎ ं ्लीं ह्रीं श्रीं सौाः
कुम्भ िाथश बीज मंर: ॐ ह्रीं ऎ ं ्लीं श्रीं
मीन िाथश बीज मरं : ॐ ह्रीं ्लीं सौाः
महामृत्युञ्जय मन्ि:
ॐ हौं जूं स: भूभावु : स्व: त्र्यम्बकं यजामहे सुगथन्धं पुथिवधानम् ।
उवाारुकथमव बन्धनान्मृत्योमाक्ष ु ीय माऽमृतात् भभ
ू ावु : स्विों जूं स: हौं ॐ ॥
गुह्याथतगुह्यगोप्ता त्वं गृहाणाऽस्मत्कृतं जपम् ।
थसथद्धभावतु मे देव: त्वत्प्रसादान्महेश्वि ॥१॥
मृत्यञ्ु जय! महारुि: िाथह मां शिणागतम् ।
जन्म-मृत्यु-जिा-िोगै: पीथडतं कमाबन्धनै: ॥२॥
भावािा:
हे महेश्वि! अहााँ गप्तु एवं गप्तु िमरूपसाँ िक्षा कएथनहाि िी । अहााँ हमि कै ल जप के ाँ स्वीकाि करू । हे
िेव ! अहााँक कृ पासाँ हमि जप थसद्ध हो ।
हे मृत्यञ्ु जय ! महारुर ! अहााँ कमणबन्धन द्वािा जन्म, मृत्य,ु वृद्धावस्िा आ िोग साँ पीथड़ि हम शिणागि
के िक्षा करू ।
अनेन श्रीमहामृत्यञ्ु जय-जपाख्येन कमणणा भगवान् श्रीमहामृत्यञ्ु जयसाम्बसिाथशव: प्रीयिां न मम ।
अि थनत्य पाठ ११ सल
ु भ मन्ि:
(श्रोि: https://hindi.webdunia.com/astrology-tantra-mantra yantra/dailyprayers116051100063 _1.html)

१. प्रात: कि-दशानम:्
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 167

किाग्रे वसिे लक्ष्मी किमध्ये सिस्विी ।


किमल ू े िू गोथवन्ि: प्रभािे कििशणनम् ।।
भथू म उपि चिण िाखैि काल जरूि स्मिण किक चाही :-
पथ्ृ वी क्षमा प्रािाना:
समरु वसने िेवी पवणि स्िन मंथडिे ।
थवष्णु पत्नी नमस्िुभ्यं पाि स्पशं क्षमश्वमेव ।।
थिदेव सहीत नवग्रहकें स्मिण:
ब्रह्मा मिु ारिथस्त्रपिु ान्िकािी भानु: शशी भथू मसिु ो बधु श्च ।
गरुु श्च शक्र
ु : शथनिाहुकेिव: कुवणन्िु सवे मम सप्रु भािम् ।।
२. स्नान मिं
गंगे च यमनु े चैव गोिाविी सिस्विी ।
नमणिे थसन्धु कावेिी जले अथस्मन् सथन्नथधम् कुरु ।।
पज
ू नक समय सयू ा आिाधना हेतु :
सयू ण नमस्काि:
ॐ सयू ण आत्मा जगिस्िस्यषु श्च आथित्यस्य नमस्कािं ये कुवणथन्ि थिने थिने ।
िीघणमायबु ल
ण ं वीयं व्याथध शोक थवनाशनम् सयू ण पािोिकं िीिण जठिे धाियाम्यहम् ।।
ॐ थमराय नम: ॐ िवये नम: ॐ सयू ाणय नम: ॐ भानवे नम: ॐ खगाय नम:
ॐ पष्ू णे नम: ॐ थहिण्यगभाणय नम: ॐ मिीचये नम: ॐ आथित्याय नम: ॐ सथवरे नम:
ॐ अकाणय नम: ॐ भास्किाय नम: ॐ श्री सथविृ सयू णनािायणाय नम:
आथििेव नमस्िभ्ु यं प्रसीिमम् भास्कि ।
थिवाकि नमस्िुभ्यं प्रभाकि नमोऽस्िु िे ।।
३. दीप प्रज्वलनक मंि :
दीप दशान :
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 168

शभु ं किोथि कल्याणम् आिोनयम् धनसपं िा ।


शरबु ुथद्धथवनाशाय िीपकाय नमोऽस्िु िे ।।
िीपो ज्योथि पिं ब्रह्म िीपो ज्योथिजणनािणन: ।
िीपो हििु मे पापं सध्ं यािीप नमोऽस्िु िे ।।
भगवान श्री गणेश की स्िुथि के थलए पथवर पावन मंर ...
४. गणपथत स्तोि :
गणपथि: थवघ्निाजो लम्बिन्ु ड़ो गजानन: ।
द्वै माििु श्च हेिम्ब एकििं ो गणाथधप: ।।
थवनायक: चारूकणण: पशपु ालो भवात्मज: ।
द्वािश एिाथन नामाथन प्राि: उत्िाय य: पठे ि् ।।
थवश्वम िस्य भवेि् वश्यम् न च थवघ्नम् भवेि् ्वथचि् ।
थवघ्नेश्विाय वििाय शभु थप्रयाय।
लम्बोििाय थवकटाय गजाननाय ।।
नागाननाय श्रथु ियज्ञथवभथू षिाय ।
गौिीसिु ाय गणनाि नमो नमस्िे ।।
श्ु लाम्बिधिं िेवं शथशवणं चिभु जणु ं।
प्रसन्नविनं ध्यायेिसवणथवघ्नोपशान्िये ।।
५. मां आथदशथिक आिाधनाक लेल स्मिण करू :
आथदशथि वंदना:
सवणमंगल मांगल्ये थशवे सवाणिणसाथधके ।
शिण्ये त्र्यम्बके गौरि नािायथण नमोऽस्िु िे ।।
नवदुगाा नामावली:
प्रिमं शैलपरु ी च थद्विीयं ब्रह्मचारिणी ।
िृिीयं चण्रघण्टेथि कुष्माण्डेथि चििु णकम् ।।
पञ्चमं स्कन्िमािेथि षष्ठं कात्यायनीथि च ।
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 169

सप्तमं कालिारीथि महागौिीथि चाष्टमम् ।।


नवमं थसथद्धिारी च नविगु ाणाः प्रकीथिणिााः ।।
६. थवष्णु स्तुथत:
शान्िाकािं भजु गशयनं पद्मनाभं सिु ेशं थवश्वाधािं गगनसदृशं मेघवणण शभु ाङ्गम् ।
लक्ष्मीकान्िं कमलनयनं योथगथभध्याणनगम्यम् वन्िे थवष्णंु भवभयहिं सवणलोकै कनािम् ।।
७. श्रीकृष्ण स्तुथत:
कस्िुिी थिलकम ललाटपटले, वक्षस्िले कौस्िुभम ।
नासाग्रे विमौथिकम कििले, वेणु किे कंकणम ।।
सवांगे हरिचन्िनम सल ु थलिम, कंठे च मिु ावथल ।
गोपस्त्री परिवेथश्ििो थवजयिे, गोपाल चडू ामणी ।।
मक
ू ं किोथि वाचालं पगं ंु लंघयिे थगरिम् ।
यत्कृ पा िमहं वन्िे पिमानन्ि माधवम् ।।
८. श्रीिाम वदं ना:
लोकाथभिामं िणिंगधीिं िाजीवनेरं िघवु ंशनािम् ।
कारुण्यरूपं करुणाकिं िं श्रीिामचन्रं शिणं प्रपद्ये ।।
श्रीिामािक:
हे िामा परुु षोत्तमा निहिे नािायणा के शवा ।
गोथवन्िा गरूड़ध्वजा गणु थनधे िामोििा माधवा ।।
हे कृ ष्ण कमलापिे यिपु िे सीिापिे श्रीपिे ।
बैकुण्ठाथधपिे चिाचिपिे लक्ष्मीपिे पाथहमाम् ।।
एक श्लोकी िामायणकें :
आिौ िामिपोवनाथि गमनं हत्वा मृगं काचं नम् ।
वैिहे ी हिणं जटायु मिणं सग्रु ीवसम्भाषणम् ।।
बालीथनिणलनं समरु ििणं लंकापिु ीिाहनम् ।
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 170

पश्चारावण कुम्भकणणहननं एिथि श्री िामायणम् ।।


९. सिस्वती वंदना मंि:
१. या कुन्िेन्ििु षु ािहािधवला या शभ्रु वस्त्रावृिा ।
या वींणावििण्डमथण्डिकिा या श्वेिपिमासना ।।
या ब्रह्माच्यिु शङ्किप्रभृथिथभिेवैाः सिा वथन्ििा ।
सा माम पािु सिस्विी भगविी ।
थनाःशेषजाड्याऽपहा ।।
२. श्ु लां ब्रह्मथवचािसािपिमामाद्यां जगिव्् याथपनीं ।
वीणापस्ु िकधारिणीमभयिां जाड्यान्धकािापहाम् ।
हस्िे स्फाथटकमाथलकां च िधिीं पद्मासने सथं स्ििां
वन्िे िाम् पिमेश्विीं भगविीं बुथद्धप्रिां शाििाम् ॥
३. सिस्वथि महाभागे थवद्ये कमललोचने ।
थवद्यारूपे थवशालाथक्ष थवद्यां िेथह नमोऽस्िु िे ॥
४. सिस्विीं च िां नौथम वागथधष्ठािृिवे िाम् ।
िेवत्वं प्रथिपद्यन्िे यिनुग्रहिो जना: ॥
१०. हनुमान वंदना:
अिुथलिबलधामं हेमशैलाभिेहम् ।
िनुजवनकृ षानमु ् ज्ञाथननांग्रगणयम् ।।
सकलगणु थनधानं वानिाणामधीशम् ।
िघपु थिथप्रयभिं वािजािं नमाथम ।।
मनोजवं मारुििुल्यवेगम थजिेथन्रयं बुथद्धमिां वरिष्ठं ।
वािात्मजं वानियिू मख्ु यं श्रीिामििू ं शिणम् प्रपद्ये ।।
स्वथस्त-वाचन :
ॐ स्वथस्ि न इरं ो वृद्धश्रवा: स्वथस्ि न: पषू ा थवश्ववेिा: ।
स्वथस्ि नस्िाक्ष्यो अरिष्ट्टनेथम:स्वथस्ि नो बृहस्पथििणधािु ।।
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 171

११. थशव स्तोि


कपणिू गौिं करुणाविािं संसािसािम् भजु गेन्रहािम् ।
सिावसन्िं हृियािथवन्िे भवं भवानीसथहिं नमाथम ॥
॥ थशवपञ्चाक्षिस्तोिम् ॥
नागेन्रहािाय थरलोचनाय भस्माङ्गिागाय महेश्विाय ।
थनत्याय शद्ध ु ाय थिगम्बिाय िस्मै नकािाय नमाः थशवाय ॥१॥
नागेन्रहािाय थरलोचनाय भस्माङ्गिागाय महेश्विाय ।
थनत्याय शद्धु ाय थिगम्बिाय िस्मै 'न' कािाय नमाः थशवाय ॥२॥
मन्िाथकनीसथललचन्िनचथचणिाय नन्िीश्विप्रमिनािमहेश्विाय ।
मन्िािपष्ु पबहुपष्ु पसपु थू जिाय िस्मै 'म' कािाय नमाः थशवाय ॥३॥
थशवाय गौिीविनाब्जवृन्ि सयू ाणय िक्षाध्विनाशकाय ।
श्रीनीलकण्ठाय वृषध्वजाय िस्मै 'थश' कािाय नमाः थशवाय ॥४॥
वथसष्ठकुम्भोद्भवगौिमायण मनु ीन्रिेवाथचणिशेखिाय ।
चन्राकण वैश्वानिलोचनाय िस्मै 'व' कािाय नमाः थशवाय ॥५॥
यक्षस्वरूपाय जटाधिाय थपनाकहस्िाय सनािनाय ।
थिव्याय िेवाय थिगम्बिाय िस्मै 'य' कािाय नमाः थशवाय ॥६॥
पञ्चाक्षिथमिं पण्ु यं याः पठे थच्िवसथन्नधौ ।
थशवलोकमवाप्नोथि थशवेन सह मोििे ॥
िादश ज्योथतथलिंग स्तुथत
सौिाष्रे सोमनािं च श्रीशैले मथल्लकाजणनु म् ।
उज्जथयन्यां महाकालमोंकािं ममलेश्विम् ॥१॥
पिल्यां वैजनािं च डाथकयन्यां भीमशंकिम् ।
सेिुबन्धे िु िामेशं नागेशं िारुकावने ॥२॥
वािणस्यां िु थवश्वेशं त्र्यम्बकं गौिमी िटे ।
थहमालये िु के िािं ध्रष्ु णेशं च थशवालये ॥३॥
एिाथन ज्योथिथलंगाथन सायं प्रािाः पठे न्निाः ।
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 172

सप्तजन्मकृ िं पापं स्मिे ण थवनश्यथि ॥४॥


॥ इथि द्वािश ज्योथिथलंग स्िुथि सपं णू णम् ॥
िावणस्य थशव तांडव स्तोिं:
जटाटवीगलज्जल प्रवाहपाथविस्िले गलेऽवलम्ब्य लथम्बिां भजु गं िगुं माथलकाम् ।
डमड्डमड्डमड्डमथननािवड्डमवणयं चकाि चडं िाडं वं िनोिु नाः थशवाः थशवम ॥१॥
जटा कटा हसभ्रं म भ्रमथन्नथलपं थनझणिी । थवलोलवी थचवल्लिी थविाजमानमधू णथन ।
धगद्धगद्ध गज्ज्वलल्ललाट पट्टपावके थकशोिचंरशेखिे िथिाः प्रथिक्षणं ममं ॥२॥
धिा धिें र नथं िनी थवलास बधं वु धं िु - स्फुिदृगिं सिं थि प्रमोि मानमानसे ।
कृ पाकटा क्षधािणी थनरुद्धिधु णिापथि कवथचथद्वगम्बिे मनो थवनोिमेिु वस्िुथन ॥३॥
जटा भजु ं गथपगं ल स्फुित्फणामथणप्रभा- किबं कंु कुम रवप्रथलप्त थिनवधमू ख ु े।
मिांध थसंधु िस्फुित्वगत्तु िीयमेििु े मनो थवनोिद्भुिं थबभं िुण भिू भिणरि ॥४॥
सहस्र लोचन प्रभृत्य शेषलेखशेखि- प्रसनू धथू लधोिणी थवधसू िांथिपीठभाःू ।
भजु गं िाज मालया थनबद्धजाटजटू काः थश्रये थचिाय जायिां चकोि बधं श
ु ख
े िाः ॥५॥
ललाट चत्विज्वलद्धनंजयस्फुरिगभा- थनपीिपचं सायकं थनमथन्नथलंपनायम् ।
सधु ा मयख
ु लेखया थविाजमानशेखिं महा कपाथल संपिे थशिोजयालमस्िू नाः ॥६॥
किाल भाल परट्टकाधगद्धगद्धगज्ज्वल- द्धनजं या धिीकृ िप्रचडं पचं सायके ।
धिाधिें र नथं िनी कुचाग्रथचरपरक- प्रकल्पनैकथशथल्पथन थरलोचने मथिमणम ॥७॥
नवीन मेघ मंडली थनरुद्धिधु णिस्फुि- त्कुहु थनशीथिनीिमाः प्रबंधबंधक ु ं धिाः ।
थनथलम्पथनझणरि धिस्िनोिु कृ थत्त थसंधिु ाः कलाथनधानबंधिु ाः थश्रयं जगंद्धुिंधिाः ॥९॥
अगवणसवणमंगला कलाकिम्बमंजिी- िसप्रवाह माधिु ी थवजृभं णा मधव्रु िम् ।
स्मिािं कं पिु ािकं भाविं कं मखांिकं गजािं कांधकांिकं िमंिकांिकं भजे ॥१०॥
जयत्विभ्रथवभ्रम भ्रमद्भुजगं मस्फुि- द्धगद्धगथद्व थनगणमत्किाल भाल हव्यवाट्-
थधथमथद्धथमथद्धथम नन्मृिगं िगुं मगं ल- ध्वथनक्रमप्रवथिणि प्रचण्ड िाण्डवाः थशवाः ॥११॥
दृषथद्वथचरिल्पयोभणजु ंग मौथिकमस्रजो- गणरिष्ठित्नलोष्टयोाः सहृु थद्वपक्षपक्षयोाः ।
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 173

िृणािथविं चक्षषु ोाः प्रजामहीमहेन्रयोाः समं प्रविणयन्मनाः किा सिाथशवं भजे ॥१२॥
किा थनथलंपथनझणिी थनकुजकोटिे वसन् थवमि
ु िमु णथिाः सिा थशिाःस्िमंजथलं वहन्।
थवमि
ु लोललोचनो ललामभाललननकाः थशवेथि मरं मच्ु चिन्किा सख ु ी भवाम्यहम् ॥१३॥
थनथलम्प नािनागिी किम्ब मौलमथल्लका- थनगम्ु फथनभणक्षिन्म धथू ष्णकामनोहिाः ।
िनोिु नो मनोमिु ं थवनोथिनींमहथनशं परिश्रय पिं पिं ििगं जथत्वषां चयाः ॥१४॥
प्रचण्ड वाडवानल प्रभाशभु प्रचािणी महाष्टथसथद्धकाथमनी जनावहूि जल्पना ।
थवमि ु वाम लोचनो थववाहकाथलकध्वथनाः थशवेथि मन्रभषू गो जगज्जयाय जायिाम् ॥१५॥
इमं थह थनत्यमेव मिु मिु मोत्तम स्िवं पठन्स्मिन् ब्रवु न्निो थवशद्ध
ु मेथि संििम् ।
हिे गिु ौ सभु थिमाशु याथि नांयिा गथिं थवमोहनं थह िेहना िु शंकिस्य थचंिनम ` ॥१६॥
पजू ाऽवसानसमये िशवक्ररगीिं याः शम्भपू जू नथमिं पठथि प्रिोषे ।
िस्य थस्ििां ििगजेंरििु ंगयि
ु ां लक्ष्मी सिैव समु ख
ु ीं प्रििाथि शम्भाःु ॥१७॥
॥ इथि थशव िांडव स्िोरं सपं णू णम् ॥
नािी हेतु थववाहक लेल दुगाा जाप मन्ि:
कात्यायनी महामाये महायोथगन्यधीश्वरि!
नंिगोपसिु म् िेथव पथिम् मे कुरुिे नम: ।
टीका/ चन्दन लगाबैत कालक मन्ि:
आयरु ्िोणसिु े थश्रयं िशििे शरक्ष ु यं िाघवे ।
ऐश्वयं नहुषे गथिश्चपवने मानञ्च ियु ोधने ।।
िानंसयू णसिु े बलं हलधिे सत्यञ्च कुन्िीसिु े ।
थवज्ञानेथवििु े प्रभविभु विां कीथिणश्चनािायणे ।।
जयन्िी मंगला काली भरकाली कपाथलनी ।
िगु ाण क्षमा थशवा धारी स्वाहा स्वधा नमोरस्िु िे ।।
श्री देव्यापिाधक्षमापन स्तोिं
न मन्रं नो यन्रं ििथप च न जाने स्िथु िमहो न चाह्वानं ध्यानं ििथप च न जाने स्िुथिकिा: ।
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 174

न जाने मरु ास्िे ििथप च न जाने थवलपनं पिं जाने मािस्त्विनसु िणं ्लेशहिणम् ॥१॥
थवधेिज्ञानेन रथवणथविहेणालसिया थवधेयाश्यत्वात्तव चिणयोयाण च्यथु ििभिू ् ।
ििेित्क्षन्िव्यं जनथन सकलोद्धारिथण थशवे कुपरु ो जायेि ्वथचिथप कुमािा न भवथि ॥२॥
पृथिव्यां परु ास्िे जनथन बहव: सथन्ि सिला: पिं िेषां मध्ये थविलििलोSहं िव सिु : ।
मिीयोSयं त्याग: समथु चिथमिं नो िव थशवे कुपरु ो जायेि ्वथचिथप कुमािा न भवथि ॥३॥
जगन्मािमाणिस्िव चिणसेवा न िथचिा न वा ित्तं िेथव रथवणमथप भयू स्िव मया ।
ििाथप त्वं स्नेहं मथय थनरुपमं यत्प्रकुरुषे कुपरु ो जायेि ्वथचिथप कुमािा न भवथि ॥४॥
परित्यिा िेवा थवथवधथवथधसेवाकुलिया मया पंचाशीिेिथधकमपनीिे िु वयथस ।
इिानीं चेन्मािस्िव यथि कृ पा नाथप भथविा थनिालम्बो लम्बोििजनथन कं याथम शिणम् ॥५॥
श्वपाको जल्पाको भवथि मधपु ाकोपमथगिा थनिािंको िंको थवहिथि थचिं कोथटकनकै : ।
िवापणे कणे थवशथि मनवु णे फलथमिं जन: को जानीिे जनथन जपनीयं जपथवधौ ॥६॥
थचिाभस्मालेपो गिलमशनं थि्पटधिो जटाधािी कण्ठे भजु गपथिहािी पशपु थि: ।
कपाली भिू ेशो भजथि जगिीशैकपिवीं भवाथन त्वत्पाथणग्रहणपरिपाटीफलथमिम् ॥७॥
न मोक्षस्याकाड़्क्षा भवथवभववाण्िाथप च न मे न थवज्ञानापेक्षा शथशमथु ख सख
ु ेच्िाथप न पनु : ।
अिस्त्वां संयाचे जनथन जननं यािु मम वै मृडानी रुराणी थशव थशव भवानीथि जपि: ॥८॥
नािाथधिाथस थवथधना थवथवधोपचािै : थकं रुक्षथचन्िनपिै नण कृ िं वचोथभ: ।
श्यामे त्वमेव यथि थकंचन मय्यनािे धत्से कृ पामथु चिमम्ब पिं िवैव ॥९॥
आपत्सु मनन: स्मिणं त्विीयं किोथम िगु े करुणाणणवेथश ।
नैिच्िठत्वं मम भावयेिा: क्षधु ािृषािाण जननीं स्मिथन्ि ॥१०॥
जगिम्ब थवथचरमर थकं परिपणू ाण करुणाथस्ि चेन्मथय ।
अपिाधपिम्पिावृिं न थह मािा समपु ेक्षिे सिु म् ॥११॥
मत्सम: पािकी नाथस्ि पापघ्नी त्वत्समा न थह ।
एवं ज्ञात्वा महािेथव यिा योनयं ििा कुरु ॥१२॥
इथि श्रीमच्िंकिाचायणकृिं िेव्यपिाधक्षमापनस्िोरम् ।
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 175

अि अपिाधक्षमापणस्तोिम:्
ॐ अपिाधसहस्त्राथण थक्रयन्िेऽहथनणशं मया ।
िासोऽयथमथि मां मत्वा क्षमस्व पिमेश्वरि ।।१।।
आवाहनं न जानाथम न जानाथम थवसजणनम् ।
पजू ां चैव न जानाथम क्षम्यिां पिमेश्वरि ।।२।।
मन्रहीनं थक्रयाहीनं भथिहीनं सिु े श्वरि ।
यत्पथू जिं मया िेथव परिपणू ं ििस्िु मे ।।३।।
अपिाधशिं कृ त्वा जगिम्बेथि चोच्चिेि् ।
यां गथिं समवाप्नोथि न िां ब्रह्माियाः सिु ााः ।।४।।
सापिाधोऽथस्म शिणं प्राप्तस्त्वां जगिथम्बके ।
इिानीमनुकम्प्योऽहं यिेच्िथस ििा कुरु ।।५।।
अज्ञानाथद्वस्मृिेभ्रोन्त्या यन्न्यनू मथधकं कृ िम् ।
ित्सवं क्षम्यिां िेथव प्रसीि पिमेश्वरि ।।६।।
कामेश्वरि जगन्मािाः सथच्चिानन्िथवग्रहे ।
गृहाणाचाणथममां प्रीत्या प्रसीि पिमेश्वरि ।।७।।
गह्य
ु ाथिगह्य
ु गोप्री त्वं गृहाणास्मत्कृ िं जपम् ।
थसथद्धभणविु मे िेथव त्वत्प्रसात्सिु े श्वरि ।।८।।
।। इथि अपिाधक्षमापणस्िोरं समाप्तम् ।।
दुगाा कुथञ्जकास्तोि मिं :
थमरगण, थसद्ध कुथञ्जकास्िोरक मरं मािा िगु ाणक अत्यन्िै प्रभावशाली ििा
कल्याणकािी स्िोर मानल जाइि । थसद्ध कुथञ्जकास्िोरकें पाठ के नायक अिण पिू ा िगु ाण सप्तशिीक पाठके
बिाबि अथि । कुथञ्जकाक शाथब्िक अिण होइि अथि- चाबी (key) अिाणि कुथञ्जकास्िोरक पाठ िगु ाण
सप्तशिीक शथि के जागृि किैि अथि, ई मरं क सम्बन्धमे कहल जाइि जे महेश्वि थशवक द्वािा एकिा गप्तु
(lock) कए िेल गेल िै क । ई मंर एिेक प्रभावशाली अथि की एकि थनयमपवू णक जाप के लासाँ हमिा-अहााँक
अन्य मरं जापक कोनो आवश्यकिा नही िथह जायि एवम सभ मनोकामना पणू ण होईि । खासक कें थवद्यािी,
नोकिी खोजथनहाि, आथिणक सक ं ट जझु ैि लोकै न, िोगग्रस्ि थबिामी इत्यािीक लेल कािागाि मानल जाईि ।
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 176

भगवान थशव कहलथन जे ष्टसद्ध कुष्टजजकास्तोत्र का पाठ किए वलाकें सम्पणू ण िगु ाण सप्तशिी जेनाथक
िेवी कवच, अगणला, कीलक, िहस्य, सि
ू , ध्यान, न्यास आओि एिए िकथक अचणनक सहो आवश्यक नथह
होईि अथि ।
अि मंि:
ॐ ऐ ं ह्रीं क्जलीं चामण्ु डायै ष्टवच्चे ।।
ॐ ग्लौं िुं क्जलीं जंू सः ज्वालय ज्वालय ज्वल ज्वल प्रज्वल प्रज्वल ऐ ं ह्रीं क्जलीं चामण्ु डायै ष्टवच्चे ज्वल िं
सं लं क्षं फट् स्वािा ।।
इथत मन्िः
नमस्िे रूरथपण्यै नमस्िे मधमु थिणथन ।
नभाः कै टभहारिण्यै नमस्िे मथहषाथिणथन ।।१।।
नमस्िे शम्ु भहन्त्र्यै च थनशम्ु भासिु घाथिथन ।
जाग्रिम् थह महािेथव जपं थसद्धं कुरूष्व मे ।।२।।
ऐकं ािी सृथष्टरूपायै ह्रींकािी प्रथिपाथलका ।
्लींकािी कामरूथपण्यै बीजरूपे नमोऽस्िु िे ।।३।।
चामण्ु डा चण्डघािी च यैकािी वििाथयनी ।
थवच्चे चाभयिा थनत्यं नमस्िे मन्ररूथपथण ।। ४।।
धां धीं धंू धजू णटेाः पत्नी वां वीं वंू वागधीश्विी ।
क्रां क्रीं क्रंू काथलका िेवी शां शीं शंू मे शभु ं कुरू ।।५।।
हुं हुं हुकं ािरूथपण्यै जं जं जं जम्भनाथिनी ।
भ्रां भ्रीं भ्रंू भैिवी भरे भवान्यै िे नमो नमाः ।।६।।
अं कं चं टं िं पं यं शं वीं िंु ऐ ं वीं हं क्षं ।
थधजाग्रं थधजाग्रं रोटय रोटय िीप्तं कुरु कुरु स्वाहा ।।७।।
पां पीं पंू पावणिी पणू ाण खां खीं खंू खेचिी ििा ।
सां सीं संू सप्तशिी िेव्या मन्र थसथद्ध कुरुष्व मे ।।८।।
इिं िु कुथञ्जकास्िोरं मन्रजागथिणहिे वे ।
अभिे नैव िािव्यं गोथपिं िक्ष पावणिी ।।
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 177

यस्िु कुथञ्जकया िेवी हीनां सप्शिीं पठे ि ।


न िस्य जायिे थसथद्धििण्ये िोिनं यिा ।।
मिं भावािा:
ॐ ऐ ं ह्रीं ्लीं चामण्ु डायै थवच्चे ।।
ॐ नलौं हुं ्लीं जंू साः ज्वालय ज्वालय ज्वल ज्वल प्रज्वल प्रज्वल ऐ ं ह्रीं ्लीं चामण्ु डायै थवच्चे ज्वल हं
सं लं क्षं फट् स्वाहा ।।
(मंरमे समावेश बीज सभकें भाव बुझनाय सम्भव नथह अथि, आओि आवश्यक सहो नथह अथि,
खाली जप प्रयाप्त अथि) ।
हे रूर स्वरूथपणी ! अहााँकें नमस्काि । हे मधु िैत्यक थवनाश किए वाली ! अहााँकें नमस्काि अथि ।
कै टभ थवनाथशनी कें नमस्काि । मथहषासिु कें मािथनहाि, अहााँकें नमस्काि अथि ।।१।।
शम्ु भ के किए वाली आओि थनशम्ु भ के मािए वाली ! अहााँकें नमस्काि अथि । हे महािेवी ! हमि
जप कें जाग्रि आ थसद्ध करू ।।२।।
ऐकं ािक रूपमे सृथष्ट स्वरूथपणी, ह्रींक रूपमे सृथष्ट पालन किए वाली, ्लींक रूपमे कामरूथपथण ििा
समस्ि ब्रह्माण्ड के बीजरूथपणी िेवी अहााँकें प्रणाम किैि िी ।।३।।
चामण्ु डा के रूपमे चण्ड थवनाथशनी औि यैकाि के रूपमे अहााँ वििान िए वाली िी । थबच्चे के रूपमे
अहााँ थनत्य सहो अभय िैि िी, अहााँ (ऐ ं ह्रीं ्लीं चामण्ु डायै थवच्च ) मरं क स्वरूप िी ।।४।।
धां धीं धंू कें रूप मे धजू णटी (थशव) कें अहााँ पत्नी िी । वां वीं वंू कें रूप मे अहााँ वाणी के अथधश्विी
िी । क्रां क्रीं क्रंू कें रूपमे काथलका िेवी िी । शां शीं शंू कें रूपमे हमिा कल्याण करू ।।५।।
हुं हुं हुक
ं ाि स्वरूथपणी , जं जं जं जम्भ नाथिनी , भ्रां भ्रीं भ्रंू कें रूप मे, हे कल्याणकारिणी भैिवी भवानी
! अहााँकें हम बाि-बाि प्रणाम किै ि िी ।।६।।
अं कं चं टं िं पं यं शं वीं िंु ऐ ं वीं हं क्षं थधजाग्रं थधजाग्रं ई सभकें िोड़़ु आ िीप्त करू, स्वाहा करू ।।७।।
पां पीं पंू के रूप मे अहााँ पावणिी पणू ाण िी । खां खीं खंू कें रूप मे अहााँ खेचिी िी । सां सीं संू कें रूप में अहााँ
स्वरूथपणी सपिू शिी िेवीकें मंर हामिा लेल थसद्ध करू ।।८।।
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 178

ई कुथञ्जकास्िोर मन्र िेवीकें जगाबएक लेल अथि । अही मरं कें प्रयोग भथिहीन परू ु ष द्वािा नथह
होयबाक चाही । हे पावणिी ! एकिा गप्तु िाखु । हे िेवी ! जे लोकै न, थबना कुथञ्जकास्िोर कें सप्तशिीक पाठ
किै ि िथि, ओकिा कोनो प्रकािे न थसथद्ध नथह भेट सकै ि िै क ।
थपतृ तपाणक थवधान (मंि)
िेविाक िपणण साँ िेवऋण, ऋथष िपणण साँ ऋथषऋण आओि थपिृ िपणण साँ थपिृऋण साँ मथु ि भेटैि ।
िेव कायणमे सब्य अिाणि बायााँ कन्हा पि जथहना जनेऊ पथहिै ि िी, ऋथष काजमे मालाकाि, जथहना माला पथहिै ि
िी ििा थपिृ काजमे अपसब्य अिाणि िााँया कन्हा पि ऊल्टा जनेऊ धािण किी । िेव अओि ऋथष कायण पवू
माँहू ,े थपिृ कमण िथक्षण माँहू े के याक िाँ यमलोक िथक्षणे थिशामे िै क आओि थपिृक वास ओथह थिशा होयि अथि

स्नान ध्यान कय आसन लगा सोना, चााँिी, िाम्बा अिवा कााँसाक विणन आगमू े िाथख कोनो पार मे
कािी िील लय, कुशक एकटा आसन ििमे िोसि थविणी बना मध्यमा आओि अनाथमकामे िाथख िेसि िाया
हािक अनाथमकामे पथवरी बना पथहरि, सोना चानीक पथवरी पथहि सकै ि िी । एकटा कुशक मोड़ा बना जाथह
साँ थपिृके िपणण होईि । एकटा कुशक िेकूशा बना अिवा ओथहना कुश लय शख ं मे जल, श्वेि फूल, अक्षि,
फल, रब्य लय िथक्षण महाँु े अगस्त्य िपणण ई मरं साँ किी:
आगच्ि मथु नशािल णू ! िेजो िाशे ! जगत्पिे ! ।
सोिके परू ििे कुम्भे आसनं सफलं कुरु । ।
एथह मंर साँ आवाहन करू ।
ॐ काश पष्ु प प्रिीकाश ! अथनन मारुि सम्भव ! ।
थमरा वरुणयोाः परु ! कुम्भयोने ! नामोऽस्िु िे । ।
एषोऽघणाः अगस्त्याय नमाः ।
ॐ कुम्भयोथन समत्ु पन्न ! मनु ीनां मथु न सत्तम ।
उियन्िे लंका द्वािे अघोऽ यं प्रथिगृहम्िाम । ।
पनु ाः शंखमं े सब वस्िु लय :
ॐ शंखं पष्ु पं फलं िोयं ित्नाथन वीवीधाथन च ।
उियन्िे लंका द्वािे अघोऽ यं प्रथिगृहम्िाम । ।
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 179

िखन काशक फूल लय :


ॐ काश पष्ु प प्रिीकाश बथन्हमारूि सम्भव ।
उियन्िे लंका द्वािे अघोऽ यं प्रथिगृहम्िाम । ।
िकि बाि कल जोिी ई मरं पथढ प्रािणना किी :
ॐ आिापी भथक्षिो येन वािापी च महावलाः ।
समरु ाः शोथषिो येन स येऽगस्िाः प्रसीििु । ।
ओकि बाि पनु ाः शख
ं मे सब थकिु लय अगथस्ि पत्नीक ई मरं पढ़ी िपणण किी :
ॐ लोपामरु े महाभागो िाजपथु र पथिव्रिे ।
गृहम्णघ्यणम्मया ित्तं थमरवारूथण बल्लभे । ।

वाजसनेथय तपाण थवधान


<><><><><><><>
ओथहना कुश सब िखने िही अओि पबू माँहु े सब अगं िू ीके अग्रभाग जकिा िेविीिण कहल जाईि, जल
आओि श्वेि अिवा कोनो िील लय ई मरं पढ़ैि िपणण किी :
देव तपाण:
ॐ िपणणीया िेवा आगच्िन्िु ।
ॐ ब्रह्मास्िृप्यिामम् ।
ॐ थवष्णस्ु िृप्यिाम् ।
ॐ प्रजापथिस्िृप्यिाम् ।
ॐ िेवायक्षास्ििा नागााः गन्धवाणप्सिसोऽसिु ााः ।
क्रूिााः सप्पाणाः सपु णाणस्च ििवो जम्भकााः खगााः थवद्याधािा जलाधािास्ििैवाकाश गाथमन ।
थनिाधािाश्व ये जीवााः पापे धमे ििाश्चये िेषामाप्यायनायै िद्दीयिे सथललम्मया । ।
आब उत्ति महाँु े जनेऊके मालाकाि कय ई मरं पढी िपणण किी :-
ॐ सनकािय आगच्िन्िु ।
ॐ सनकश्चस नन्िश्च सनािनाः ।
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 180

कथपलश्चा सरु िश्चैव वोढुाः पञ्चथशखस्ििा सवे िे िृथप्त मायान्िु मद्यत्तेनाम्बनु ा सिा ।
ॠथष तपाण
पवू महाँु े जनेऊके मालाकाि कय कुशक मध्य भाग िेविीिण साँ अथह मरं साँ िपणण किी :-
ॐ मिकच्यािाय आगच्िन्िु । ॐ मािीथचस्िृ ।
ॐ अथरस्िृप्यिाम् । ॐ पलु स्त्यस्िृप्यिाम ।
ॐ पल ु हस्िृप्यिाम । ॐ क्रिस्ु िृप्यिेम ।
ॐ प्रचेिास्िृप्यिाम् । ॐ वथशष्ठस्िृप्यिाम ।
ॐ भृगस्ु िृप्यिाम । ॐ नाििस्िृप्यिाम ।
थदब्य थपतृ तपाण
जनेऊ अपशब्य अिाणि िाथहना कंधा पि लय िथक्षण माँहु े ई मरं पथढ िपणण किी :-
ॐ अथननष्वात्ता स्िृप्यनिाथमिं जलन्िेभ्याः स्वधानमाः ।
ॐ सोम्यास्िृप्यन्िाथमिं जलन्िे स्वधामाः ।
ॐ हथवष्मन्िस्त्तृप्यन्िाथमिं जलन्िेभ्याः स्वधानमाः ।
थपतृ तपाण
ई मरं सहीि सब थपिि के मोडा कुश साँ िीन-िीन अजं ल
ु ी जल िील सगं े अपशव्य जनेऊ कय
अिाणि िायााँ कंधा पि ऊल्टा जनेऊ धािण कय िी :-
ॐ आगच्िन्िुमे थपििं इमं गृहं िपोञ्जथलम् ।।
ॐ अद्य अमक ु गोर: थपिा अमक ु शमाण िृप्यिाथमिं सथिलं जलं िस्मै स्वधा । -३ बेि
ॐ अद्य अमक ु गोर: थपिामहो अमक ु शमाण िृप्यिाथमिं सथिलं जलं िस्मै स्वधा । -३ बेि
ॐ अद्य अमक ु गोर: प्रथपिामहो अमक ु शमाण िृप्यिाथमिं सथिलं जलं िस्मै स्वधा । -३ बेि
ॐ िृप्यध्वम् । -३ बेि
ॐ अद्य अमक ु गोरो मािामहो अमक ु शमाण िृप्यिाथमिं सथिलं जलं िस्मै स्वधा । -३ बेि
ॐ अद्य अमक ु गोर: प्रमािामहो अमक ु शमाण िृप्यिाथमिं सथिलं जलं िस्मै स्वधा । -३ बेि
ॐ अद्य अमक ु गोरो वृद्धप्रमािामहो अमक ु शमाण िृप्यिाथमिं सथिलं जलं िस्मै स्वधा । -३ बेि
ॐ िृप्यध्वम् -३ बेि
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 181

ई मरं से एक एक अजं ली जल स्त्री थपििै नक िी :-


ॐ अद्य अमक ु गोरा मािा अमक ु ी िेवी िृप्यिाथमिं सथिलं जलं िस्यै स्वधा । -१ बेि
ॐ अद्य अमक ु गोरा थपिामही अमक ु ी िेवी िृप्यिाथमिं सथिलं जलं िस्यै स्वधा । -१ बेि
ॐ अद्य अमक ु गोरा प्रथपिामही अमक ु ी िेवी िृप्यिाथमिं सथिलं जलं िस्यै स्वधा । -१बेि
ॐ िृप्यध्वम् । -१बेि
ॐ अद्य अमक ु गोरा मािामही अमक ु ी िेवी िृप्यिाथमिं सथिलं जलं िस्यै स्वधा -१ बेि
ॐ अद्य अमक ु गोरा प्रमािामही अमक ु ी िेवी िृप्यिाथमिं सथिलं जलं िस्यै स्वधा -१ बेि
ॐ अद्य अमक ु गोरा वृद्धप्रमािामही अमक ु ी िेवी िृप्यिाथमिं सथिलं जलं िस्यै स्वधा -१बेि
ॐ िृप्यध्वम् ।
आब पत्नी भाई संबन्धी आचायण आ गरू
ु के इ मरं से िपणण :
ॐ येऽबान्धवा वा येऽन्यजन्मथन बान्धवा: ।
िे सवे िृथप्तमायान्िु यश्चास्मत्तोऽथभवाञ्िथि ।।
ये मे कुले लथु प्तथपण्डा परु िािा थववथजणिा: ।
िेषाथं ह ित्तमक्षय्यथमिं मस्िु थिलोिकम् ।।
आब्रह्मस्िम्ब पयणन्िं िेवथषण थपिृ मानवा: ।
िृप्यन्िु थपिि: सवे मािृ मािामहोिय: ।।
अिीि कुल कोटीना सप्तथद्वपथनवाथसनाम् ।
आब्रह्म भवु नाल्लोकाथििमस्िु थिलोिकम।् ।
आब इ मंर से स्नान के लहा थभजलाहा वस्त्र अंगपोिा के गािी जल खसा िी :
ॐ ये चाऽस्माकं कुले जािा अपरु ा गोथरणो मृिा: ।
िे िृप्यन्िु मया ित्तैवणस्वथनष्पीथडनोिकम् ।।
आब सव्य अिाणि बायां कंधा पि जथहना जनेऊ पथहिल जाई िै क िीन बेि सयू णिवे के िीन बेि जलक इ मंर से
अघण िी :
ॐ नमोथववस्विे ब्रह्मण भास्विे थवष्णु िेजसे। जगत्सथवरे शचु ये सथवरे कमणिाथयने ।।
एखऽअघण: ॐ भगविे श्रीसयु ाणय नम: ।
ॐ थवष्णथवष्णहु रण िहणरि:।
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 182

इथि ।

िन्दोग तपाण थवधान


<><><><><><><>
िान्िोगी सब िेव आ ऋथष िपणण अथह प्रकािे न अथह मंर साँ िी :
ॐ िेवास्िृप्यन्िाम् । - ३ बेि
ॐ ऋथषयस्िृप्यन्िाम् । - ३ बेि
ॐ प्रजापथिस्िृप्यिाम् । - ३ बेि
थपििक िपणण वाजसनेथय जकां सबटा होईि् अथि ििा जनेऊ सब जथहना बाजसनेथय में जथहना
जथहना िाखैक क्रम अथि, ओथहना िहि ।
नोट: अगथस्ि वला िपणण जौं संभव नै हुए ि िेव ऋथष आ थपिि के िपणण अवश्य किी । अमक
ु के
जगह पि अपन अपन थपििक गोर आ नाम लेल जेिै जाथह थपििक जे गोर आ जे नाम होईन।निी वा पोखैि
में सेहो िपणण कय सकै िी ।
जौं नथह भ सकऽ िऽ एिेक कएल कुशक अभावो हुए िऽ स्नाने काल िीन िीन आाँजिु जल परू ु ष
थपििक लेल आ एक एक आाँजिु जल स्त्री थपििै नक लेल सबहक बेिा बेिी गोर आ नाम हृियस्ि भय लय
हुनका नाम साँ अवश्य अघण चढािी आ १५ हम थिन अमावस्या थिथि के ११, ५, ३, वा एकोटा ब्राह्मण भोजन
अवश्य किा थवसजणन किी, जौ थपििक क्षय थिथि मन हुअ ि ओहु थिन ब्राह्मण भोजन किा िी ।

संथक्षप्त वैतिणी दान:


ॐ कृ ष्णगव्यै नमाः । – ३ बेि
ॐ ब्राह्मणाय नमाः । – ३ बेि
ॐ वष्मे वषणथि शीिे वा मारुिे वाथि वा भृषम।् िािािं रायिे यस्मात्तस्माद्वैििणी स्मृिा ।
यमद्वािे महाघोिे कृ ष्णां वैििणी निी । िासन्ििणन्ु ििाम्येनं कृ ष्णां च गाम् ।
इथि पथठत्वा कूशरयथिलजलान्यािाय -
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 183

“ओमद्यामक ु गोरस्य थपििु मक ु शमणण यमद्वाि थस्िि-वैििणी निी सख ु सन्ििणकाम इमां कृ ष्णां गारुं र
िैविाममक ु गोरायऽमक ु शमणणे ब्राह्मणाय िुभ्यमेहं सम्प्रििे । ”ॐ स्वस्िीथि प्रथिवचणनम् । ओमद्य
कृ िैस्िि् कृ ष्णगवीिानप्रथिष्ठािणमिे ाविरव्यम
् ल्ू यक थहिे ण्यमथननिैविम-् िथक्षणा प्रथिग्रहीिा । ॐ
स्वस्िीत्य्ु त्वा गोपच्ु िं गृहणान् यिा साखं ं कामस्िथू ि पठे ि् । गोसथन्नधाने ॐ एिाविरव्यम
् ल्ू यक
कृ ष्णगव्यै नमाः पवू णवि् ।
वैतिणी गोदान मन्ि:
‘धेनुके त्वं प्रिीक्षास्व यमद्वाि महापिे ।
उथििीषिणु हं भरे वैििणयै नमौाःस्ििु े ।।
थपण्डिान कृ त्वा यिा संभमं गोिान कुयाणि ।’

सथं क्षप्त दाह सस्ं काि


* किाण स्नान कय नूिनवस्त्राथि पहीरि पवू णमहाँु बैसी नूिनमृथत्तक पारमें जल अथभमंथरि किैथि –
ॐ गयािीथन च िीिाणथन ये च पण्ु यााः थशलोच्चयााः । कुरुक्षेरं च गङ्गा च यमनु ां च सरिद्विाम् ॥
कौशाथक चन्रभागाञ्च सवणपापप्रणाथशनीम् ॥ भरावकाशां सियू गण्डकी िमसान्िया । धैनवञ्च
विाहञ्च िीिणपीण्डािकन्ििा । पृथिव्यां याथन िीिाणथन चिुिाः सागिास्ििा ॥
* मनसाँ ध्यान किैि जलसाँ िथक्षण थसि शवकें स्नान किा निू न वस्त्रद्वयं यज्ञोपथवि पष्ु प चन्िनाथिसथहि अलंकृि
कय थचिा पि उत्ति महाँु अधोमख ु परुु ष कें ििा स्त्रीगणकें उत्तान शयन किाओल जाऊ एवम अपसव्य भऽ
िथक्षणाथभमख ु भऽ वाम हािमें ऊक लय मंर पढल जाऊ ।
ॐ िेवश्चाथननमख
ु ाः सवे कृ िस्नपनं गिायषु मेनं िहन्िु ।
* मनमें ध्यान किैि –
ॐ कृ त्वा सिु ष्ु किं कमण जानिा वाप्यजानिा । मृत्यक ु ालवशं प्राप्तं निं पञ्चत्वमागिम् ।
धमाणधमणसमायि
ु ं लोकमोहसमावृत्तम् । िहेयं सवणगाराथण थिव्याल्लोकान् स गच्ििु ।
* ई मरं पढैि िीन बेि प्रिथक्षणा किै ि मख
ु ाथनन िी –
इथि मन्रद्वयं पथठत्वा थराः प्रिथक्षणीकृ त्यज्वलिल्ु मक
ु ं – थशिो िेशे िद्याि् । ििस्िृकाष्टघृिाथिकं थचिायां
थनथक्षप्य कपोिावशेषं िहेि । ििाः प्रिेश मार सप्तकाष्टकाथभाः सह प्रिथक्षणा सप्तकं थवधाय कुठािे ण
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 184

उल्मकु ं प्रथि प्रहाि सप्तकं थनधाय क्रव्यािाय नमस्िभ्ु यथमत्येकैकां काथष्टकामननौ थक्षयेि् । ििाः ॐ
अहिहन्नणयमानो गामश्वं परुु षं पशमु ् । वैवस्विो न िृप्यथि सिु ाथभरिव िमु णथिाः । इथि यमगािा
गायन्िो बालपिु स्सिााः वृद्धपथश्चमा पािेन पािस्पशणम् अकुवाणणााः जलाशयं गच्िे यु ।
ओमद्यामक ु गोरायाःऽमक ु प्रेि एष थिलिोयाञ्जथलस्िे मया िीयिे िवोप्रथिष्ठिाम् ।
िि उपिान्ि, लोहा, पािि, अथननक स्पशण ।
ॐ ित्सि् !
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 185

सन्दभा सामग्री (References)


Jha, M. (1997). A Study in Civilizational Perspective. Hindu Kingdoms at
contextual level. Anthropology of Ancient Hindu. Kingdoms: New
Delhi: M. D. Publications Pvt. Ltd.
Jha, Ram Nath, (2017). Makers of Indian Literature: Vidyapati.
Mishra, V. (1979). Cultural Heritage of Mithila. Mithila Prakashan, Allahabad.
Majumdar, R. C. (1957). The Struggle for Empire. Bharatiya Vidya Bhavan.
Paripex. (January,2020). Indian Journal of Research, Volume-9(1), Print ISSN
No. 2250 -1991. DOI: 10.36106/Paripex 6.
Takur Upendra (1988). History of Mithila, Mithila Institute of P.G. studies and
research. Darbhanga: Second Ed.
कुमाि, िाके श. (२०२०, जनविी). ष्टमष्टथला मे किाथट वंश और पंजी प्रणाली: एक अध्ययि. ९(१), इथन्डयन
जनणल अफ रिसचण ।
झा, िमानाि. (१९६९, माचण-जनु ). मैथिली ब्राह्मणक पंजी व्यवस्िा. ष्टमष्टथला भारती, अंक १, भाग १-२. पटना:
मैथिली साथहत्य अकािमी ।
ठाकुर, उपेन्द्र (१९९२). मिथलाक मितहास. पटना: िैमथली. अकादमी, द्वितीय संस्करण ।
थमथिला पचं ागं (२०२१) ।
द्वमश्र, रामचन्द्र. िैमथल ब्राह्मणक पंजी प्रबंध: एक परिचय. Retrived from
http://www.maithilijindabaad.com/?p=3296
ठाकुि, गजेन्र. झा नागेन्र कुमाि. झा, थवद्यानन्ि (४५० ए. डी. - २००९ ए. डी.). ष्टमष्टथला पंजी प्रबन्द्ि- जीिोम
मैष्टपगं , भाग- १ ।
ठाकुि, गजेन्र. झा नागेन्र कुमाि. झा, थवद्यानन्ि (४५० ए. डी. - २००९ ए. डी.). ष्टमष्टथला पजं ी प्रबन्द्ि- जीिोम
मैष्टपगं , भाग- २ ।
थवद्यापथि पंचांग, (२०२१) ।
शमाा , रामप्रकाश (२०१६). मिथला का मितहास. दरभंगा: कामेश्वर द्वसहं संस्कृ त द्विश्वद्विद्यालय, दरभंगा तृतीय
संस्करण ।
शमाण, जय भगवान, प.ं , ब्राह्मण समाज महासभा, थिल्ली ।
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 186

WEBSITES:
https://sagarraatideepjaray.wordpress.com
http://sahitya-akademi.gov.in/publications/e-books-mai.jsp
https://sites.google.com/a/videha.com/videha-pothi
https://www.maithilisahityasansthan.org
https://mithiladarshan.com
https://maithilbrahminmahasabha.in
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 187

परिथशि (Appendices)
परिथशि - १ क
िहुआ-सग्रं ाम एवम खजिु ी: झा परिवाि
(श्रोत: पजं ीकाि प.ं श्री मथण कान्ि थमश्र, सौिाठ, मधबु नी)
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 188

परिथशि - १ ख
श्रोत: पजं ीकाि प.ं श्री मथण कान्ि थमश्र, सौिाठ, मधबु नी
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 189

परिथशि - १ ग
श्रोत: पजं ीकाि प.ं श्री मथण कान्ि थमश्र, सौिाठ, मधबु नी
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 190

परिथशि - १ घ
खजिु ी, झा परिवाि
श्रोत: पजं ीकाि प.ं श्री निे न्र कुमाि झा, सझआ
ु ि, ििभगं ा
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 191

परिथशि - १ ङ
खजिु ी, झा परिवाि
श्रोि: पंजीकाि प.ं श्री निे न्र कुमाि झा, सझआ
ु ि, ििभंगा
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 192

परिथशि - १ च
वंशवृक्ष: जनादान झा , िहुआ
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 193

परिथशि - २ क
खजिु ी, बिसाम- थमश्र परिवाि
मल ू - जालयवाि, मिाची
श्रोि: पंजीकाि प.ं श्री निे न्र कुमाि झा, सझआ
ु ि, ििभंगा
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 194

परिथशि - २ ख
खजिु ी, बिसाम- थमश्र परिवाि
मल ू - जालयवाि, मिाची
श्रोि: पजं ीकाि प.ं श्री मथण कान्ि थमश्र, सौिाठ, मधबु नी
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 195

परिथशि - ३
ग्राम- भेजा, पाठक परिवाि
मल ू - अलैवाि, उसिौली
श्रोि: पंजीकाि प.ं श्री मथण कान्ि थमश्र, सौिाठ, मधबु नी
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 196

परिथशि - ४ क
ग्राम- िलिल, झा परिवाि
मल ू - पन्चोभय, भानपिु
श्रोि: पजं ीकाि प.ं श्री मथण कान्ि थमश्र, सौिाठ, मधबु नी
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 197

परिथशि - ४ ख
ग्राम- िलिल, झा परिवाि
मल ू - पन्चोभय, भानपिु
श्रोि: प.ं मन्शीजी, िलिल
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 198

परिथशि - ४ ग
ग्राम- िलिल, झा परिवाि
मल ू - पन्चोभय, भानपिु
श्रोत: प.ं श्री योगेन्र झा, िलिल
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 199

परिथशि – ५
ग्राम- भेजा, थमश्र परिवाि
मल ू - सििपरु िये, गौड़
श्रोत: कन्हैया थमश्र, सौिाठ, कोठाटोल
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 200

परिथशि ६

क . ताम्रपि साक्ष्य- खजिु ी: सझआ


ु ि

ख . ताम्रपि साक्ष्य- खजुिी: सझुआि

ग . ताम्रपि साक्ष्य- खजुिी: सझुआि


मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 201

परिथशि ७
िाम्रपर: अन्य साक्ष्य
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 202
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 203
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 204
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 205

परिथशि ८
भगवानपिु
श्रोि: निेन्र कुमाि झा, सझआ
ु ि, ििभगं ा
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 206

मैथिलाक्षि थलथप
थमथिलाक्षि थलथप
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 207
मैथिल ब्राह्मणक परिचय आ वंशावली 208

कै िी थलथप

अन्य सक
ं ेत:

व्यज
ं न (Consonants) :

संख्या :

You might also like