लेकिन अभी भी 25 प्रतिशत लोग बहुत ही दयनीय स्थिति में रह रहे हैं। उन्हें भख ू के अलावा बनि ु यादी सविु धाओं, स्वास्थ्य संबध ं ी सेवाओं और नौकरियों की कमी का सामना करना पड़ रहा है । हमने बनि ु यादी उद्योगों, कृषि, कपड़ा और कपड़ा, यातायात और दरू संचार में बहुत प्रगति की है । हम दे श में सभी प्रकार की वस्तओ ु ं और सेवाओं का उत्पादन कर रहे हैं। नतीजतन, हमारी अर्थव्यवस्था दनि ु या की पांच प्रमख ु अर्थव्यवस्थाओं में से एक बन गई है । अब हम सब पश्चिमी सभ्यता के रं ग में रं ग चक ु े हैं। विदे शी कपड़े, भाषा और खाने की आदतें आधनि ु क दिखती हैं। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की प्रतिष्ठा बढ़ी है । परू ी दनि ु या में हमारी भावनाओं, इच्छाओं और गतिविधियों का सम्मान किया जाता है ।