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पाठ – 3 खिलौनेवाला

लक्षित अक्षिगम क्ष िं दु :


1. छात्र कक्षवता को सु नकर तथा पढ़कर ोलने में सिम होिंगे I
2. छात्र कक्षवता के नए शब्द को पढकर उनका अथथ ग्रहण करने
में सिम होिंगे I
3. छात्र तरह-तरह के खिलौनोिं के व उनसे िे ले जाने वाले िे लोिं
की नाम ताने में सिम होिंगे |
4. छात्र क्षवशेषण शब्दोिं को पहचान कर उनका वाक्य में प्रयोग
करें गे I
नए शब्द :

सुन्दर िनुष मचल तीर- कमान वन लोटा – थाली


तलवार ाली मनचाही गोद साड़ी यज्ञ भली
मोटर क्षिरकी रे लगाड़ी सीटी

शब्दाथथ व वाक्य में प्रयोग :

ाली – कान में पहनने वा ल गहना


वाक्य – आज सुमन ने हुत सु न्दर ाक्षलयााँ पहनी हैं |
मचल – क्षजद
वाक्य - च्चा खिलौना ले ने के क्षलए मचल रहा था |
मनचाही – पसिंदीदा
वाक्य - ये मे री मनचाही क्षकता है |
वन – जिंगल
वाक्य – वन को हरा सोना कहा जाता है |
भली – अच्छी
वाक्य – मे री हन हुत भली है |
क्षवचार – सोच
वाक्य – हमें सकारात्मक क्षवचार नही िं रिने चाक्षहए |
पुकार – ु लावा
वाक्य – मााँ च्चे को पुकार रही थी |

प्रशन . तुम्हे क्षकसी-न-क्षकसी ात पर रूठने के मौके तो क्षमलते ही


होिंगे-
(क) अक्सर तुम क्षकस तरह के ातोिं पर रूठती हो?
उत्तर- जब हमे कोई डाां ट दे ता है यो हमारी मनपसां द वस्तु नही ां दे ता तो
हम रूठ जाते हैं |

(ि) मााँ के अलावा घर में और कौन – कौन है जो तुम्हे मानते हैं ?


उत्तर- घर में मााँ के आलावा पपताजी, दादाजी-दादीजी और बड़े भाई-
बहन हमें मना ले ले हैं |
प्रश्न 2. हम ऐसे कई त्योहार मनाते हैं जो ु रे पर अच्छाई की जीत
पर ल दे ते हैं | ऐसे त्योहार के ारे में उनसे जु ड़ी कहाक्षनयोिं के ारे
में पता करके किा में सु नाओ|
उत्तर-जो बु रे पर अच्छाई की जीत का प्रमुख त्योहार दशहरा है | जो
भगवान श्रीराम की रावण पर जीत का प्रतीक है |

प्रशन. तुमने रामलीला के जररए या क्षिर क्षकसी कहानी के जररए


रामचिंद्र के ारे में जाना-समझा होगा| तुम्हे उनकी कोन-सी ातें
अच्छी लगी िं?
उत्तर- श्रीरामचांद्र एक आज्ञाकारी पुत्र तथा मयाा दा पुरुषोत्तम राजा थे|
उनके गु ण हमे प्रभापवत करते हैं |

प्रशन. नीच क्षदए गए भाव कक्षवता की क्षजन पिंखियोिं में आए हैं , उन्हें
छािं टो-
(क) खिलौने वाला साड़ी नही िं े चता है |
उत्तर – कभी खखलौने वाला भी मााँ
क्या साड़ी ले आता है |
(ि) खिलौने वाला च्चोिं को खिलौने ले ने के क्षलए आवाजें लगा
रहा है |
उत्तर – जोर-जोर वह रहा पुकार|
(ग) मु झे कौन – सा खिलौना ले ना चाक्षहए – उसमें मााँ की सलाह
चाक्षहए|
उत्तर – कौन खखलौना लेता हाँ मैं
तु म भी मन में करो पवचार|
(घ) मााँ के क्ष ना कौन – मनाएगा और कौन गोद में क्ष ठाएगा?
उत्तर – तो कौन मना लेगा
कौन प्यार से पबठा गोद में

प्रशन - . ‘मिं गिली ले ले मिं गिली!


गरम करारी टाइम पास मिं गिली !’
यह ऊपर दी गयी आवाज़ एक मिं गिली े चने वाले द्वारा लगाई जा
रही है ताओ क्षक क्षनचे क्षदए गए व्यखि क्षकस प्रकार अपना सामान
े चिंगे I
उत्तर-
सब्जीवाला– आलू लो, बैं गन लो, घीया लो, टमाटर लो|
क ाड़ीवाला– कबाड़ीवाला, कबाड़ीवाला|
कपड़े वाला– सू ट वाला बपियाां साड़ी वाला|
िल वाला– केले पचतरीदार केले|

प्रशन - तुम अपने साक्षथयोिं के साथ कौन-कौन से िे ल िे लती हो?


उत्तर- हम अपने सापथयोां के साथ पिकेट, फुटबाल, कैरम, लूडो, चैस,
आपद खेल खेलते हैं |
प्रशन . खिलौने वाला शब्द सिंज्ञा में ‘वाला’ जोड़ने से ना है | नीचे
क्षलिे वाक्योिं में रे िािंक्षकत क्षहस्ोिं को ध्यान से दे िोिं सिंज्ञा, क्षिया
आक्षद पहचानोिं|
* पानवाले की दु कान आज िं द है |
* मे री क्षदल्लीवाली मौसी स कन्डक्टर है |
* महमद पााँ च जे वाली स से आएगा|
* निंद को ोलने वाली गुक्षड़या चाक्षहए|
* दाढ़ीवाला आदमी कहााँ है ?
* इस समान को ऊपर वाले कमरे में रि दो|
* मै रात वाली गाड़ी से जम्म जाऊाँगी|
उत्तर-पान — सां ज्ञा
पदल्ली — सां ज्ञा
पााँ च–पवशेषण
बोलना –पिया
दािी–सां ज्ञा
ऊपर–पिया
रात–सां ज्ञा

प्रशन - इस कक्षवता में तीन नाम-


राम, कौशल्या और तड़का आए हैं |
(क) ये तीनो नाम क्षकस प्रक्षसद्ध कथा के पात्र हैं ?
उ त्तर- यह तीनोां नाम रामायण की प्रपसद्ध कथा के पात्र है |
(ि) यही िं रहाँ गा कौशल्या मैं तुमको यही िं नाऊाँगा | इन पिंखियोिं
का कथा से क्या सिं िं ि है ?
उ त्तर- बच्चा अपनी माां के पास ही रहना चाहता है जबपक श्री रामचांद्र
अपनी माां से दू र चले गए थे |
(ग) इस कथा के कुछ सिंदभो की ात कक्षवता में हुई है | अपने
आस – पास पछकर इनका पता लगाओ|
*तपसी यज्ञ करें गे , असुरोिं को मैं मार भगाऊगा|
*तुम कह दोगी वन जाने को हाँ सते -हाँ सते जाऊाँगा|

उत्तर- * श्री रामचांद्र ने ऋपष-मुपनयोां की तपस्या सफल कराने के पलए


राक्षसोां का वध पकया था|
* श्री रामचांद्र अपने माता – पपता के कहने पर खुशी -खुशी 14 वषा के
वनवास पर चले गए थे |

प्रशन – खखलौनेवाला कौन – कौन से खखलौने बे चने आया था ?


उत्तर: खीलौनेवाला तोता , रे ल, तीर - कमान, मोटरगाड़ी, पबल्ली,
तलवार , लोटा- थाली आपद खखलौने बे चने लाया था |

प्रशन सरला अपनी मााँ से खखलौने वाले से क्या लेने के पलए मचल रही
थी ?
उत्तर : सरला अपनी मााँ से खखलौनेवाले से साड़ी लेने के पलए पजद
कर रही थी |

प्रशन मााँ ने बालक को खखलौने खरीदने के पलए पकतने पैसे पदए ?


उत्तर: मााँ ने बालक को खखलौने खरीदने के लीए चार पैसे पदए |

प्रशन बालक कौन – कौन से खखलौने खरीदना चाहता है और क्योां ?


उत्तर : बालक तीर-कमान, तलवार आपद खखलौने खरीदना चाहता है |
पजससे पक वह असु रोां को मारे गा और जांगल में जाकर तीर - कमान
चलाएगा I
प्रशन - पनम्नपलखखत चीजोां की क्या क्या पवशेषताएाँ बताई गई हैं ?
कपवता के आधार पर पलखखए |
क) तोता– तोते का रां ग हरा होता है इसकी चोांच लाल होती है यह
दे खने में बहुत सु न्दर लगता है |
ख ) रे ल- रे ल बहुत लम्बी होती है यह भक - भक चलती है इसका
इां जन भारी-भरकम होता है |
ग) खखलौने – खखलौने बच्चोां को खेलने के काम आते है बच्चे खखलौने को
बहुत पसां द करते है |
घ) तलवार – तलवार एक हपथयार होता है | यह हाथ में लेकर चलाया
जाता है |
ङ) साड़ी - साड़ी महहलओां द्वारा पहना जाने वाला एक वस्त्र है I

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