Professional Documents
Culture Documents
अंतगत 'उपसग- य' िवषय को चुना है। इस म शािमल मेरे सहपाठी है,
Sejal, Sana, Shravani, Trisha and Aaryan
Sejal - अरे ावणी तुम आयुष को ायाम के लाभ बता रही हो या उपसग िसखा
रहे
हो?
Shravani - लो म तो एक चीज िसखा रही थी, तुमने उसी म दो बात िसखा दी।
Sana - सेजल ने सही कहा िक ावणी ने उपसग वाले श ों का योग िकया है।
आइए
क ं गी...
श ांश जुड़े ह। जैसे - मानवता म ता श ांश जुड़ा है। पहरे दार म दार
आयन अब समझ गए ?
कहलाते ह।
कहते ह।
Trisha - ४) यश ां श होते ह।
सब एक साथ ध वाद !!