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Jatak Katha Hindi Anuvad
Jatak Katha Hindi Anuvad
जातक कथा
( १ ) उलूकजातकम्
सन्दर्भ- प्रस्तुत गद्यांश पाठ्य - पुस्तक ' संस्कृत दिग्दर्शिका ' के ' जातक कथा '
नामक पाठ के ‘उलूकजातकम्’ शीर्भक से अवतरित है ।
➢ अतीते प्रथमकल्पे जनााः एकमभर्रूपं सौर्ाग्यप्राप्तं
प्राचीन काल के प्रथम कल्प में लोगों ने एक सुन्दि सौर्ाग्यशाली
➢ सवाकािपरिपूर्णं पुरुर्ं िाजानमकुवभन् ।
औि समग्र आकृभत से परिपूर्णभ पुरुर् को िाजा बनाया ।
➢ चतुष्पिा अपप सपिपत्य एकं ससिंह िाजानमकुवभन् ।
जानविों ने र्ी एकपित होकि एक शेि को िाजा बनाया ।
ज्ञानससिंधु कोस िंग क्लासेज By: Arunesh Sir ( यूपी बोर्ड परीक्षा २०२२ में सनसित एविं उच् सफलता हे तु अवश्य पढ़ें - ज्ञानससिंधु सहिंदी नोट् स )
11 कक्षा -12 (ज्ञानससिंधु ह िं दी नोट् स- २०२३)
तब उन्होंने एक िस
ू िे पि दृष्टि डालते हुए एक उल्लू को िेखकि कहा — ' यह
हमको अच्छा लगता है ।
➢ अथैकाः शकुपनाः सवेर्ां मध्यािाशयग्रहर्णाथं पिकृत्व : अश्रावयत् ।
इसके बाि एक पक्षी ने सर्ी के बीच में िाय जानने के शलए तीन बाि घोर्र्णा
की ।
➢ तताः एकाः काकाः उत्थाय ‘ भतष्ठ तावत् '
तब एक कौआ उठकि बोला — जिा ठहिो
➢ अस्य एतस्मिन् िाज्याभर्र्ेककाले एवंरूपं मुखं ,
इसका इस िाज्याभर्र्ेक के समय ऐसा मुख है
➢ क्रुद्धस्य च कीदृशं र्पवष्यभत !
तो क्रुद्ध होने पि कैसा होगा ?
➢ अनेन दह क्रुद्धेन अवलोपकता : वयं तप्तकटाहे
इसके क्रुद्ध होकि िेखने पि तो हम लोग गमभ कडाही में
➢ प्रशक्षप्तास्तस्तला इव ति तिैव धडक्ष्यामाः ।
डाले भतलों की र्ांभत वहीं - वहीं पि र्ुन जायेंगे
➢ ईदृशो िाजा मह्यं न िोचते इत्याह
ऐसा िाजा मुझे अच्छा नहीं लगता । ऐसा बोला ।
➢ न मे िोचते र्द्रं वाः उलूकस्याभर्र्ेचनम् ।
मुझे आपका उल्लू को िाज्याभर्र्ेक किना अच्छा नहीं लगता
➢ अक्रुद्धस्य मुखं पश्य कथं क्रुद्धो र्पवष्यभत ।।
इसके अक्रुद्ध मुख को िेखो , क्रुद्ध होने पि यह कैसा लगेगा ?
➢ स एवमुक्त्वा ‘ मह्यं न िोचते ' ' मह्यं न िोचते '
वह ऐसा कहकि ' मुझे अच्छा नहीं लगता , मुझे अच्छा नहीं लगता ' ,
➢ इभत पवरुवन् आकाशे उिपतत् ।
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12 कक्षा -12 (ज्ञानससिंधु ह िं दी नोट् स- २०२३)
( २ ) नृत्यजातकम्
सन्दर्भ - प्रस्तुत गद्यांश पाठ्य - पुस्तक ‘ संस्कृत दिग्दर्शिका ' के जातक
कथा पाठ के ' नृत्यजातकम् ' नामक पाठ से संगृहीत है ।
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13 कक्षा -12 (ज्ञानससिंधु ह िं दी नोट् स- २०२३)
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14 कक्षा -12 (ज्ञानससिंधु ह िं दी नोट् स- २०२३)
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