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संज्ञा

किसी प्राणी वस्तु स्थान या भाव िे नाम िा बोध िराने वाले शब्दों
िो संज्ञा िहते हैं ।

जैसे-
➢ राधिका टीवी दे ख रही है |
➢ बच्चे पाकक में खेल रहे हैं |

संज्ञा के भेद
1 व्यक्तिवाचक संज्ञा : जजस संज्ञा शब्द से किसी ववशेष व्यजतत, स्थान
अथवा वस्तु िा बोध हो उसे व्यजततवाचि संज्ञा िहते हैं |

उदाहरण-
➢ कुिुब मीनार ददल्ली में है |
➢ गंगा दिमालय से ननिलती है |
2 जातिवाचक संज्ञा : जजस संज्ञा शब्द से संपूणण जानत िा बोध हो उसे
जानतवाचि संज्ञा िहते हैं |

उदाहरण -
➢ गाय दध ू दे ती है |
➢ हमारी कक्षा में 30 छात्र हैं |

3 भाववाचक संज्ञा : जजस संज्ञा शब्द से किसी व्यजतत या पदाथण िे


गण ु , भाव , दशा , अवस्था आदद िा बोध हो उसे भाववाचि संज्ञा िहते
हैं |

उदाहरण -
➢ गमी से बुरा हाल हो गया |
➢ बचपन मस्त होता है |
ललंग
ललंग िा शाजब्दि अथण होता है - स्त्री-पुरुष सच
ू ि चचन्ह | स्त्री जानत
िा बोध िराने वाले शब्द "स्त्रीललंग" िहलाते हैं और पुरुष जानत िा
बोध िराने वाले शब्द पजु ्लंग िहलाते है |

❑ पलु लंग की पिचान


पवणत ,सागर , दे श, पेड़ , महीने , धातु , तारे , ग्रह (नक्षत्र) रत्न, शरीर
िे अंग आदद िे नाम प्रायः पलु लंग होते हैं |

❑ स्त्रीललंग की पिचान
नदी , भाषा , ललवप , नतचथ , बोली , बतणन आदद िे नाम स्त्रीललंग होते
हैं |
वचन
संख्या में एि या अचधि िा बोध िराने वाले शब्द वचन िराते हैं |

वचन के भेद
❖ एिवचन
❖ बहुवचन

❑ शब्द िे जजस रुप से किसी प्राणी या वस्तु िे एि होने िा बोध


हो उसे एकवचन िहते हैं |
• जैसे चचडड़या, गाय, फूल, घर आदद |

❑ शब्द िे जजस रुप से किसी प्राणी या वस्तु िे एि से अचधि होने


िा बोध हो उसे बिुवचन िहते हैं
• जैसे चचडड़यााँ, गायें ,फूलों ,घरों आदद |
कारक
संज्ञा या सवणनाम िे जजस रूप से उसिा संबंध वातय में किया िे साथ
जाना जाए उसे िारि िहते हैं |

उदाहरण -
➢ चूहे ने िमीज िुतर दी |
➢ श्रुनत िो िार से जाना पसंद है |
➢ बआ ु ने दीदी िो उपहार ददया |
➢ लोग नाव में बैठे हैं |

ऊपर ललखे वातयों में चूहा, िमीज, श्रुनत , िार , बुआ , दीदी , उपहार ,
लोग और नाव संज्ञा पद हैं | इनिा किया से संबंध बताने िे ललए ने ,
िो , से , में परसगों िा प्रयोग किया गया है |
कारक के भेद ववभक्ति धचन्ि उदािरण
िताण िारि ने मोहन ने फल खरीदें |
िमण िो माललि नौिर िो मारता है |
िरण से (द्वारा) हम पें लसल से ललखते हैं |
संप्रदान िे ललए मदहला ने गरीब िो भोजन ददया |
अपादान से (अलग होना) बादलों से पानी बरस रहा है |
संबंध िा , िी , िे रावण लंिा िा राजा था |
अचधिरण में , पर बंदर पेड़ पर बैठा है |
संबोधन हे ! , अरे ! अरे बच्चों ! शांत हो जाओ |
संज्ञा का पद पररचय
उदािरण
1 नीरा खाना बनाती है |

नीरा
➢ व्यजततवाचि संज्ञा
➢ स्त्रीललंग
➢ एिवचन
➢ िताण िारि
➢ 'बनाती है ’ किया िा िताण

2 लक्ष्मी बाई झांसी िी रानी थी |

रानी
➢ जानतवाचि संज्ञा
➢ स्त्रीललंग एिवचन
3 ‘ननराला’ ने ‘ध्वनन’ िववता िी
रचना िी |

तनराला ध्वतन
➢व्यजततवाचि संज्ञा ➢व्यजततवाचि संज्ञा

➢एिवचन ➢एिवचन

➢पजु ्लंग ➢स्त्रीललंग

➢िताण िारि ➢िमण िारि

➢रचना िी किया िा िताण ➢रचना िी किया िा िमण


कवविा की 5 सम
ु न पत्र ललखती है |
➢ जानतवाचि संज्ञा सम
ु न
➢ एिवचन ➢ व्यजततवाचि संज्ञा

➢ स्त्रीललंग ➢ स्त्रीललंग

➢ संबंध िारि ➢ एिवचन


➢ िताण िारि
4 वह झठ
ू बोलता था |

झठ पर

➢ जानतवाचि संज्ञा
➢ भाववाचि संज्ञा
➢ एिवचन
➢ एिवचन
➢ पुज्लंग
➢ पजु ्लंग
➢ िमण िारि
➢ िमण िारि
अभ्यास कायक
तनम्नललखिि वातयों में रे िांककि पदों का पररचय दीक्जए -

1 मयंक पतंग उड़ा रहा है |

2 पररश्रम िे बबना सफलता नहीं लमलती |

3 वद्
ृ ध प्रनतददन उद्यान में भ्रमण िरता है |

4 गफ
ु ा में एि सााँप रहता था |

5 पेडों पर पक्षी बैठे हैं |

6 यह पस्त्
ु िक धालमणि है |

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