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शब्द, ऩद

औय
ऩदफॊध

यचनाकाय – प्रौमभरा अय्मय


शब्द

 एक मा अधधक अऺयों मा वर्णों से फनी स्वतॊत्र,


सार्थक ध्वनन
 उदाहयर्ण –
 याभ

 स्कूर

 फद्धु िभान
शब्द के बेद

अद्धवकायी द्धवकायी
क्रिमा – द्धवशेषर्ण सॊऻा
स्भुच्चमफोधक सवथनाभ
सॊफॊधफोधक क्रिमा
द्धवस्भमाददफोधक द्धवशेषर्ण
ऩद

 जफ शब्द वाक्म भें प्रमक्


ु त होते हैं, तफ मे स्वतॊत्र
शब्द न यह कय मरॊग, वचन, क्रिमा, द्धवशेषर्ण,
कायक आदद के ननमभों से अनश ु ामसत हो जाते हैं
 अर्ाथत व्माकयणर्णक ननमभों से फॊध जाते हैं

 उदाहयर्ण –
 याभ वनवास को गए।
 आज स्कूर की छुट्टी है ।

 फदु िभान होने के सार्-सार् द्धववेक बी होना चादहए।


ऩद के बेद

 सॊऻा
 सवथनाभ

 क्रिमा

 द्धवशेषर्ण

 अव्मम (क्रिमा द्धवशेषर्ण)


ऩदफॊध

 जफ एक से अधधक ऩद जड़ ु कय एक ही व्माकयणर्णक
इकाई का काभ कयते हैं, ऐसे ऩद-सभह
ू को ऩदफॊध
कहते हैं
 बेद –
 सॊऻा ऩदफॊध
 सवथनाभ ऩदफॊध
 क्रिमा ऩदफॊध
 द्धवशेषर्ण ऩदफॊध
 क्रिमा द्धवशेषर्ण ऩदफॊध
सॊऻा ऩदफॊध

 ऩदफॊध का अॊनतभ ऩद मदद सॊऻा ऩद हो औय


अन्म सबी ऩद उसी ऩय आधित हो, तो वह सॊऻा
ऩदफॊध कहराते हैं
 मे कताथ, कभथ आदद के ऩूयक के स्र्ान ऩय प्रमोग
होते हैं
 उदाहयर्ण-
 याभ
ने रॊका के याजा यावर्ण को भाया।
 आसभान भें उड़ता गब्
ु फाया पट गमा।
सवथनाभ ऩदफॊध

 जफ एक से अधधक ऩद एक सार् जड़ ु कय सवथनाभ


का कामथ कयें , अर्ाथत जहाॉ भुख्म ऩद सवथनाभ होता
है , तो उसे सवथनाभ ऩदफॊध कहते हैं
 उदाहयर्ण-
 द्धवदे श
से आए अनतधर्मों भें कुछ दहॊदी जानते हैं।
 कऺा भें सदा शोय भचाने वारे तभ
ु आज चऩ ु क्मों हो?
द्धवशेषर्ण ऩदफॊध

 जफ एक से अधधक ऩद एक सार् जड़ ु कय द्धवशेषर्ण


का कामथ कयते हैं, अर्ाथत जहाॉ शीषथ ऩद द्धवशेषर्ण
हो, तो उसे द्धवशेषर्ण ऩदफॊध कहते हैं
 उदाहयर्ण-
 भोहन फहुत नेक, ईभानदाय तर्ा ऩरयिभी फारक है ।
 भझ
ु े दो क्रकरो द्धऩसी हुई रार मभचथ चादहए।
क्रिमा ऩदफॊध

 एक से अधधक क्रिमा-ऩदों से फनने वारे क्रिमा-रूऩों


को क्रिमा ऩदफॊध कहते हैं
 उदाहयर्ण-
 आजकर के द्धवद्मार्ी गाना सुनते-सुनते ऩढ़ते हैं।
 वह ऩढ़कय, खाना खाकय सो गमा।
क्रिमा-द्धवशेषर्ण ऩदफॊध

 जफ कई ऩदों के मोग से ऐसा ऩदफॊध फने जो क्रिमा


की द्धवशेषता फताए, अर्ाथत जहाॉ प्रभख ु ऩद
क्रिमा-द्धवशेषर्ण हो, तो वह क्रिमा-द्धवशेषर्ण कहराता है
 उदाहयर्ण-
 भाॉ कर सुफह तक आमेगी।
 वह रगबग साढ़े ऩाॉच फजे ऩहुॉचा।
 आरोचना दफी ज़फान से की जा यही र्ी।
 मह सूखा फारयश न होने से हुआ।
 महाॉ बख
ु भयी बक
ू ॊ ऩ की वजह से हुई।
धन्मवाद

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