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C.S.J.M.

UNIVERSITY,KANPU
R

Session-(2020-22)
Subject- PAPER II- MEASUREMENT, EVALUATION AND STATISTICS IN EDUCATION
Topic – The Normal Probability Curve , Application

Submitted To Submitted By
INDRESH KUMAR MAURYA
Miss .Priyanka Maurya M.Ed-II
Assistant professor
विषय -सूची
•NPC का परिचय
•NPC की विशेषताएं
•NPC के उपयोग
•सन्दर्भ- ग्रन्थ
सामान्य संभावना वक्र:-
Normal
Probability
Curve:-
NPC का परिचय
• सामान्य प्रायिकता वक्र को ज्ञात करने का श्रेय लन्दन में रह रहे एक फ्रांसीसी
शरणार्थी अब्राहम डी मोइवर (Abraham De Moivre) को जाता है जिन्होंने
सन् 1733 में इस वक्र की गणितीय समीकरण प्रस्तुत की थी।
• इस वक्र का व्यावहारिक उपयोग फ्रांसीसी गणितज्ञ पीयरे साइमन (Pierre
Simon). जो मारकू स डी लाप्लास (Marquis De laplace) भी कहलाता था
तथा जर्मन खगोलविज्ञ कार्ल फ्रे डरिच गॉस (Carl Freidrich Gauss) ने
उन्नीसवीं शताब्दी के प्रारम्भ में किया।
• किसी भी समूह के किसी भी चर पर प्राप्त प्राप्तांक (Score) प्राय: औसत (मध्यमान) की ओर झुके
हुए होते हैं। जब इन प्राप्तांकों का मध्यमान के दोनों ओर वितरण एकदम समान होता है तो प्राप्तांकों के इस
प्रकार के वितरण को सामान्य वितरण (Normal Distribution) कहते हैं
• वास्तविकता यह है कि प्राप्तांकों का इस प्रकार का सामान्य वितरण व्यावहारिक रूप में कभी नहीं होता,
इसके लगभग ही होता है, और इस लगभग होने आधार पर ही सम्भावना की जाती है। यही कारण है कि
इस प्रकार के सम्भावित प्राप्तांकों के आरेख को सामान्य वक्र (Normal Curve) न कहकर
सामान्य सम्भावना वक्र (Normal Probability Curve, NPC) कहते हैं।
सामान्य प्रायिकता वक्र की कु छ प्रमुख विशेषताएं
• प्रसामान्य वक्र सममित (Symmetrical) होता है। सममित होने का अर्थ यह है कि
प्रसामान्य वक्र के बॉए भाग का हिस्सा दाँए भाग के हिस्से के बराबर होता है।

• प्रसमान्य वक्र एकबहुलकी (Unimodal ) होता है तथा बहुलक (Mode) बीच में होता है ।
Mean, Median तथा Mode संख्यात्मक (Numerical रूप से एक ही होते हैं तथा
ठीक बीचों- बीच में एक ही बिंदु पर कें द्रित होते हैं।
• प्रसामान्य वक्र अनंतस्पर्शी (asymptotic) होता है। दूसरे यह कहा जा सकता है कि
प्रसामान्य वक्र कभी भी आधार रेखा (Baseline) को स्पर्श नहीं करता है।

• प्रसामान्य एक घंटाकार होता है । इसका मतलब यह हुआ कि वितरण के सबसे अधिक के सेज़
(Cases) बीच में होते है तथा जैसे-जैसे मध्य बिंदु से बायी या दायी छोर की ओर हम बढ़ते
जाते हैं, के सेज़ की संख्या कम होती जाती है।प्रसामान्य वक्र सतत होता है ।
• फलस्वरूप X--अक्ष पर चर के मान की संख्या अनंत होती है।
• इस वक्र की आकृ ति -1 और +1 के मध्य उत्तल में होती है और उसके बाद आकृ ति
अवतल (Concave) में बदल जाती है l
• प्रसामान्य वक्र में वक्र के कु ल क्षेत्र का 68.26% माध्य तथा +1 सिग्मा से लेकर एवं -1
सिग्मा के बीच होता है।
• इस वक्र के कु ल क्षेत्र का 95.44% माध्य तथा +2सिग्मा के बीच में होता है। इसी प्रकार वक्र
के कु ल क्षेत्र 99.73% माध्यय तथा +3सिग्मा के बीच तथा वक्र का 99.97% माध्य से
+4सिग्मा के बीच पड़ता है।
• यह वक्र एक गणितीय वक्र माना जाता है इसलिए इसको गणित के समीकरण से भी प्रदर्शित
करते हैं ।
सामान्य सम्भाव्यता वक्र के महत्वपूर्ण अनुप्रयोग
1. किसी समूह में किसी दिये गये प्राप्तांक से अधिक अंक पाने वाले छात्रों की संख्या ज्ञात करना।
2. किसी समूह में किसी दिये गये प्राप्तांक से कम अंक पाने वाले छात्रों की संख्या ज्ञात करना।
3. किसी समूह में दिये गये किन्हीं दो प्राप्तांकों के बीच अंक प्राप्त करने वाले छात्रों की संख्या ज्ञात करना।
4. किसी समूह में किसी विशेष स्थिति वाले छात्रों के लिए प्राप्तांक सीमाएँ ज्ञात करना ।
5. किसी परीक्षण के विभिन्न प्रश्नों का सापेक्षिक कठिनाई स्तर ज्ञात करना।
6. किसी समूह को इस प्रकार से कु छ उपसमूहों (Subgroups) में विभाजित करना कि प्रत्येक उपसमूह
में योग्यता का प्रसार (Range of ability) बराबर रहे।
7. किसी समूह या विषय में किसी छात्र ने किसमे अच्छा स्कोर किया है उसको ज्ञात करना l
8. दिये हुए प्रतिशत अंक से मध्य की संख्या ज्ञात करना l
Type 2.दो प्राप्ताँकों के बीच अंक प्राप्त करने वाले व्यक्तियों की
संख्या
उदाहरण :
एक बुद्धि परीक्षण 1000 छात्रों के एक समूह को दिया गया जिसका मध्यमान 100 तथा
मानक विचलन 15 पाया गया। छात्रों की बुद्धि लब्धि को सामान्य प्रायिकता वक्र के
अनुरूप मानकर वितरित करो कि –
1. कितने छात्रों की बुद्धिलब्धि 115-130 के बीच होंगे?
2. कितने प्रतिशत छात्रों की बुद्धिलब्धि 80 -112 के बीच होंगे?
1.कितने छात्रों की बुद्धिलब्धि 115-130 के बीच होंगे?
115 की निम्न सीमा =114.5
130 की उच्च सीमा =130.5
Z=?
N=1000
M=100
S.D=15

Z= x-m 114.5-100 14.5


= 0.97 σ = 33.40%
σ 15 15
Z= x-m 130.5-100 = 2.03 σ = 47.88%
30.5
σ 15
15
47.88%-33.60 = 14.48%
100=14.48%

1000 =14.48×1000
100 = 144.8 =145
इस प्रकार हम कह सकते है कि 1000 छात्रों में 145 छात्र ऐसे है जो 115-130 के मध्य आते है l
किसी समूह या विषय में किसी छात्र ने किसमे अच्छा स्कोर
किया है उसको ज्ञात करना l
• एक विद्यार्थी किसी कक्षा में गणित में 80 अंक और अंग्रेजी में 50 अंक लाता है
तो वह किस विषय में अच्छा है उसे ज्ञात कीजिए।

Math English

Mean 70 30

S. D 20 10
Math, Z = x-m 80-70 10
σ 20 20 = 0.5 σ

English, Z = x-m = 50-30/ 10 = 20/10 = 2σ

इस प्रकार हम कह सकते है कि छात्र का अचीवमेंट अंग्रेजी में अच्छा है क्यूंकि


0.5 σ < 2 σ
संदर्भ - ग्रंथ सूची
• श्रीवास्तव, डी. एन & वर्मा, पी. (2018). मनोविज्ञान, शिक्षा और अन्य सामाजिक
विज्ञानों में सांख्यिकी, श्री विनोद पुस्तक मंदिर

• कपिल, एच. के . (2012). सांख्यिकी के मूल तत्व. अग्रवाल पब्लिके शंस

• गुप्ता, एस. पी. (2020). आधुनिक मापन एवं मूल्यांकन. शारदा पुस्तक भवन

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