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8/28/2017 20 आचरण नयमावल

20 आचरण नयमावल
लोक सेवक से कत यपरायण, ईमानदार, अनश
ु ा सत एवं च र वान होना अपे त है । येक सरकार सेवक
के आचरण से शासन क छ व त बं बत होती है य क सरकार एवं कमचार के बीच वामी और सेवक का स ब ध
होता है । वामी वारा अपने सेवक से यह अपे ा कया जाना वाभा वक है क सेवक अपने काय एवं यवहार इस
कार यव त कर क उससे वामी क छ व पर तकूल भाव न पड़े। सेवक का कोई भी दरु ाकरण सरकार क छ व
को धू मल कर सकता है । अत: सं वधान के अनु छे द 309 के अ तगत द त अ धकार का
योग करते हुए ी
रा यपाल अपने सेवक को जनता के त कत य के नवहन करने म आचरण व नयमन करने के लये आचरण
नयमावल का नमाण करते ह।

इस लेख के अ ययन के उपरा त रा य का मक को आचरण नयमावल के मह वपण


ू नयम क जानकार
तथा इस दशा म उनके कत य के संबंध म जानकार हो सकेगी। वह अपने अधीन थ का मक को इन नयम के
स ब ध म समु चत जानकार दे कर उनका मागदशन कर सकगे।

तत
ु लेख म उ तर दे श सरकार सेवक आचरण नयमावल के नयम क जानकार दे ने का यास कया
गया है ।

उ तर दे श सरकार सेवक आचरण नयमावल 1956

नयम 1 - सं त नाम - ये नयम उ तर दे श सरकार सेवक आचरण नयमावल 1956 कहलाएग।

नयम 2 - प रभाषाएँ - जब तक संग से कोई अ य अथ अपे त न हो, इन नयम म -

1. सरकार से ता पय उ तर दे श सरकार से है ।
2. सरकार सेवक से ता पय उस यि त से है , उ तर दे श रा य के काय के स ब लोक सेवाओं और पद पर
नयु त हो।

या या :- इस बात को यान म रखना होगा क ऐसा सरकार कमचार कसी वशेष समय से कसी क पनी,
नगम, संगठन, थानीय ा धकार , के सरकार या कसी अ य रा य सरकार म त- नयिु त पर हो अथवा उसक
सेवा कुछ समय के लये उस रा य को अ पत कर द गयी हो, उस अव था म भी वह उ तर दे श के सरकार कमचार
क प रभाषा के अ तगत ह आयेगा।

3. प रवार के सद य के अंतगत सरकार सेवक क प नी, उसका लड़का, सौतेला लड़का, अ ववा हत लड़क या
अ ववा हत सौतेल लड़क चाहे वह उसके साथ नवास करती हो या नह ं, और म हला सेवक के संबंध म उसके
साथ रहने वाला उस पर आ त उसका प त।

या या :- उपरो त म से वह प रवार के सद य ह गे जो सरकार कमचार पर आ त ह । यह उ लेखनीय है क


प रवार का सद य होने के लये आयु मह वपण
ू नह ं है । उदाहरण के लये य द कसी सरकार सेवक के पु क आयु 24
वष है तथा वह अभी श ा ा त कर रहा है , वह इसके लये अपने पता पर आ त है तो वह प रवार का सद य है । पर
य द वह कह ं सेवा म है या उसका अपना यापार है तथा भरण पोषण के लये सरकार सेवक पर आ त* नह ं है तो
प रवार का सद य नह ं माना जायेगा।

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*सरकार सेवक पर आ त :-

ऊपर प ट कया गया है क जो भी सद य सरकार सेवक पर आ त होगा वह प रवार का सद य माना


जायेगा। उपरो त प रभाषा के स ब ध म यह बताना भी उ चत होगा क ऐसी प नी या प त प रवार के सद य नह ं
माने जायगे जो वैध प से सरकार सेवक के प रवार से अलग हो गये ह अथवा ऐसे पु , सौतेले पु , अ ववा हत पु ी
या सौतेल पु ी भी प रवार के सद य नह ं ह गे, जो सरकार सेवक पर अब कसी भी कार से आ त नह ं है या
िजनक अ भर ा से व धक प से सरकार सेवक वारा बेदखल कर दया गया हो।

इस स दभ म 'आ त' श द का अथ प ट करना आव यक है । आ त का अथ कसी ऐसे यि त से है जो


सरकार सेवक पर भरण पोषण या जीवन यापन के लये पण
ू प से नभर हो। प रवार के सद य के संदभ म िजनके
आचरण के लये सरकार सेवक िज मेदार हो, उनका अपने भरण पोषण के लये सरकार सेवक पर आ त होना
आव यक है ।

नयम 3 म कहा गया है क

1. येक सरकार सेवक परू े समय परम स य न ठा तथा कत य परायणता से काय करता रहे गा।

2. येक सरकार सेवक परू े समय यवहार तथा आचरण व नय मत करने वाले व श ट या अ त न हत
शासक य आदे श के अनस
ु ार आचरण करे गा।

व तत
ु : सरकार सेवक आचरण नयमावल का नयम-3 सबसे मह वपण
ू तथा सारग भत है । इस नयम म
यु त कये गये कुछ ब दओ
ु ं पर व लेषण आव यक है ।

पण
ू स य न ठा का अथ स चाई, ईमानादार एवं शु ता है । य द कसी सरकार सेवक से पण
ू स य न ठा
बनाये रखने क अपे ा क जाय तो यह कहा जायेगा क वह अपने को उस शासक य श टता के घेरे म रखे िजसे स य
शासन कहा जाता है । घस
ू लेना या अवैध पा रतो षक क माँग करना, अपनी आय के अनप
ु ात से अ धक क स पि त
य करना या गलत लेखा तैयार करना, द ु व नयोजन करना, गलत यि त को ो सा हत करना आ द कुछ ऐसे
उदाहरण है , जो स य न ठा के वपर त ह।

कत य परायणता क प रभाषा सेवा के त पण


ू न ठा से स बि धत है । ऐसा सरकार का मक जो कत य
के त सम पत नह ं है , दरु ाचरण का दोषी है । वा तव म स य न ठा व कत य परायणता एक ह के त प ह, िजनका
एक-दस
ू रे के बगैर अि त व नह ं है ।

व श ट आदे श

शासन वारा समय-समय पर जार कये गये वैधा नक आदे श ह। हर सरकार सेवक चाहे वह अ थाई हो
अथवा थाई या अ य कसी या वारा नयोिजत हो, को ऐसे आदे श का अनप
ु ालन करना आव यक है ।

अ त न हत शासक य आदे श

जार कये गये आदे श के अ त र त कुछ अ ल खत आचरण सं हता भी है । अ ल खत आचरण सं हता के


अथ सव मा य ऐसे आचरण से है , िजसका पालन सरकार सेवक के लये आव यक है । उदाहरण के लये सरकार

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सेवक से यह अपे ा क जाती है क वह शाल नता क मयादा म रहे । वह आ ाकार , न ठावान, सावधान, ईमानदार,
समय का यान रखने वाला, अ छे यवहार करने वाला व अपने काय के न पादन म द हो।

य द सरकार सेवक स य न ठा व कत य परायण नह ं है , य द वह व श ट या व नत आदे श का अनप


ु ालन
नह ं करता है तो उसका कृ य दरु ाचरण क ेणी म आयेगा। यह भी यान रखे जाने क बात है क दरु ाचरण केवल
सरकार काय से ह संबं धत नह ं है । नजी जीवन का आचरण भी दरु ाचरण हो सकता है । य द कोई का मक अपने नजी
जीवन म कोई ऐसा कृ य करता है जो सरकार सेवा के समय नह ं कया गया है तथा वह कृ य अनै तक है , तो भी उसका
कृ य दरु ाचरण क ेणी म आयेगा। व तत
ु : रा य अपने का मक से आचरण के क तपय मानक क अपे ा न केवल
कमचा रय के सरकार काय वरन नजी जीवन म भी कर सकता है ।

वष के अ त म सरकार कमचा रय क गोपनीय वि ट के साथ-2 स य न ठा पर भी रपोट द जाती है ,


िजसका प-प न नवत ् है :-

'ईमानदार के लये ी --------------- क या त अ छ है और मेर जानकार म ऐसा कुछ भी नह ं है िजससे


ी -------------- क स य न ठा पर संदेह कया जा सके अत: उनक स य न ठा मा णत।'

नयम 3-क कामकाजी म हलाओं के यौन उ पीड़न का तषेध -

(1) कोई सरकार सेवक कसी म हला के काय थल पर उसके यौन उ पीड़न के कसी काय म सं ल त नह ं होगा।

(2) येक सरकार सेवक जो कसी काय थल का भार हो, उस काय थल पर कसी म हला के यौन उ पीड़न
को रोकने के लये उपयु त कदम उठायेगा।

प ट करण- इस नयम के लये 'यौन उ पीड़न' म य त: या अ यथा काम वासना े रत कोई ऐसा अशोभनीय
यवहार सि म लत है जो क-

(क) शार रक पश और कामोद त स ब धी चे टाएँ,

(ख) यौन वीकृ त क माँग या ाथना,

(ग) काम वासना- े रत फि तयाँ,

(घ) कसी कामो तेजक काय यवहार या साम ी का दशन या

(ङ) यौन स ब धी कोई अ य अशोभनीय शार रक, मौ खक या सांके तक आचरण।

नयम 4- सभी लोग के साथ समान यवहार

(क) येक सरकार सेवक, सभी लोग के साथ, चाहे वे कसी भी जा त, पंथ या धम के य न ह , समान यवहार
करे गा।

(ख) कोई भी सरकार सेवक कसी भी प म अ प ृ यता का आचरण नह ं करे गा।

नयम 4-क मादकपान और औष ध का सेवन

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यह नयम सरकार कमचा रय के मादकपान और औष ध के सेवन के संबंध म है । इस नयम के न न


त य मह वपण
ू ह :-

1. कसी भी े जहाँ वह उस समय व यमान हो मादकपान अथवा औष ध स ब धी जार कसी भी आदे श का


ढ़ता से पालन करे गा।

2. अपने कत य पालन के दौरान कसी मादक पान या औष ध से भा वत नह ं होगा और इस बात का यान रखेगा
क वह कसी भी समय अपने कत य पालन म ऐसे पेय अथवा भेषज से भा वत नह ं होता है ।

3. सावज नक थान म कसी मादक पान अथवा औष ध के सेवन से अपने को वरत रखेगा।

4. मादक पान करके कसी सावज नक थान पर उपि थत नह ं होगा।

5. कसी भी मादकपान या औष ध का योग अ य धक मा ा म नह ं करे गा।

कुछ वशेष थान को जैसे तीथ थल अयो या आ द को म य नषेध े घो षत कया गया है । वहाँ पर कोई
भी यि त मादकपान नह ं कर सकता है । सरकार सेवक भी य द ऐसे थान पर जाय तो उनसे अपे ा क जाती है क
वह इन नयम का ढ़ता से पालन कर। इसके अ त र त जैसा क नयम म कहा गया है क कोई सरकार सेवक न तो
कसी सावज नक थान पर म दरा पान करे गा, न ह अ य धक मा ा म मादकपान करे गा। कभी-कभी क तपय
सरकार सेवक इस नयम का अनप
ु ालन करने म लापरवाह बरतते ह। ऐसे अपवाद व प उदाहरण है क सेवक
कायालय तक म नशे क हालत म आते ह, इससे उनके काय करने क मता तो घटती ह है , सरकार क छ व भी
खराब होती है , साथ ह साथ ऐसे सरकार सेवक जो मादकपान कर सावज नक थान पर या कायालय म जाते ह, ऐसी
बात कह बैठते ह, िजसक उनसे अपे ा नह ं क जाती है । यह भी स भव है क वह ऐसे अवसर पर गोपनीय बात भी
सबके सामने कह द। अत: अ य नयम क भाँ त इस नयम का अनप
ु ालन सभी कमचा रय के लये आव यक है ।

नयम 5 - राजनी त तथा चन


ु ाव म भाग लेना

इस नयम को दो भाग म बाँटा जा सकता है । नयम का पहला भाग सरकार कमचा रय के लये लागू है , तथा
दस
ू रा भाग उसके प रवार के सद य के लये है ।

पहले भाग म कहा गया है क

(अ) कोई सरकार सेवक कसी राजनी तक दल अथवा कसी ऐसी सं था जो राजनी त म भाग लेती है का न तो
सद य होगा और न अ यथा उससे स ब ध रखेगा।

(ब) वह कसी ऐसे आ दोलन म या सं था म ह सा नह ं लेगा, न उसक सहायता के लये च दा दे गा या कसी र त


से उसक मदद ह करे गा जो य प से सरकार के त व ोहा मक कायवा हयाँ करने क विृ त पैदा कर।

उपरो त का अथ है सरकार सेवक न तो कसी राजनै तक दल से संबं धत रहे गा और न ह ऐसी सं था से,


जो था पत सरकार के त व ोह पैदा करवाने के लये काय म संल न हो।

सरकार सेवक वधान म डल के कसी सदन अथवा थानीय नकाय के चन


ु ाव म न तो भाग लेगा और न
ह त ेप करे गा और न ह उसके स ब ध म अपने भाव का योग करे गा।

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पर तु सरकार सेवक, जो कसी चन


ु ाव म वोट डालने का अ धकार है , वोट डालने हे तु अपने अ धकार का
योग अव य कर सकेगा ले कन य या परो प से यह संसू चत नह ं करे गा क उसने कसे वोट दया है । इस
काय के लये वह अपने शर र, स पि त अथवा नवास थान पर कोई चन
ु ाव च ह का दशन नह ं करे गा चाहे वह
वकास काय से संबं धत हो या अ य कसी कार।

नयम का वतीय भाग सरकार कमचा रय के प रवार के सद य के स ब ध म भी लागू है । सरकार


सेवक के प रवार के सद य के लये राजनी त म भाग लेने पर कोई तब ध नह ं है ।

येक सरकार सेवक का यह कत य होगा क वह अपने प रवार के सद य को कसी ऐसे आ दोलन म


एवम ् काय म जो व ध वारा था पत सरकार के त उ छे दक है अथवा ऐसे काय करने क विृ त दान करते ह, म
ह सा लेना, च दा दे ने या कसी भी अ य व ध से उसक मदद करने से रोकने का यास करे गा। य द सरकार सेवक
ऐसा करने म असफल रहता है तो वह इन सम त त य क जानकार रा य सरकार को दे गा।

नयम 5-क दशन एवं हड़ताल

दशन

सरकार कमचा रय के लये दशन म कावट नह ं है , ले कन वह ऐसा दशन नह ं करे गा अथवा ऐसे दशन
म सि म लत नह ं होगा, जो भारत रा क अख डता, भत
ु ा एवं सरु ा के तकूल हो, जो भ ता या नै तक/मया दत
आचरण के तकूल हो, था पत व धक यव था के तकूल हो, श टाचार या सदाचार के व हो, मा0 यायालय
क अवमानना तथा मानहा न करते ह , अपराध करने के लये े रत करते ह , वशेषकर वदे शी सरकार से म ता से
संबं धत र त पर तकूल भाव डालते हो।

हड़ताल

सरकार सेवक अपनी सेवा या कसी अ य सरकार सेवक क सेवा से संबं धत मामले म न तो हड़ताल करग
और न हड़ताल करने के लये उ े रत करगे।

शासन वारा समय-समय पर इस बात को प ट कया गया है क काई भी सरकार सेवक हड़ताल पर जाते
ह, तो उनके व इस नयम क अवहे लना के लये कायवाह क जाये।

नयम 5-ख सरकार कमचा रय का संघ का सद य बनना

कोई सरकार सेवक कसी ऐसे संघ का न तो सद य बनेगा और न उसका सद य बना रहे गा, िजसके उ े य
अथवा काय-कलाप भारत क भत
ु ा तथा अख डता के हत या सावज नक सु यव था अथवा नै तकता के तकूल
हो।

नयम 6- समाचार प अथवा रे डयो से स ब ध

कोई सरकार सेवक बना शासन क पव


ू ानम
ु त के कसी समाचार प अथवा अ य नयतका लक काशन
का पण
ू त: अथवा अंशत: वामी नह ं बनेगा और न संचालन करे गा और न ह उसके स पादन या बंधन म भाग लेगा।
इसी कार कोई सरकार सेवक रे डयो सारण म भाग नह ं लेगा अथवा कसी समाचार प , प का म लेख नह ं
भेजेगा, न ह गम
ु नाम या अपने नाम से अथवा कसी अ य यि त के नाम से। यह नयम केवल उस ि थ त म नह ं

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लागू ह गे य द सरकार सेवक का सारण एवम ् लेख का व प सा हि यक, कला मक अथवा वै ा नक हो। ऐसे
मामल म कसी वीकृ त क आव यकता नह ं होगी।

इसी कार ेस से वाता के संबंध म शासक य अनद


ु े श जार कये गये ह।

नयम 7- सरकार क आलोचना

कोई भी सरकार सेवक कसी रे डयो सारण म अपने नाम से अथवा गुमनाम अथवा कसी अ य नाम से
कसी लेख अथवा समाचार प म भेजे गये प अथवा कसी सावज नक थान म कोई ऐसे त य क बात या मत
य त नह ं करे गा -

1- िजससे व र ठ पदा धका रय के कसी नणय क तकूल आलोचना होती हो, उ तर दे श सरकार, के
सरकार अथवा अ य रा य सरकार अथवा कसी थानीय ा धकार क कसी नी त या काय क तकूल आलोचना
होती हो अथवा

2- िजससे उ तर दे श सरकार अथवा के सरकार अथवा कसी रा य सरकार के तथा वदे शी सरकार के
स ब ध म उलझन पैदा हो सकती हो।

नयम 8- कसी स म त या अ य ा धकार के सम सा य

1- उप नयम 3 म उपबि धत ि थ त के अ त र त, कोई सरकार सेवक, सवाय उस दशा के जब क उसने सरकार


क पव
ू वीकृ त ा त कर ल हो, कसी यि त, स म त या ा धकार वारा संचा लत कसी जाँच के स ब ध म
सा य नह दे गा।

2- उस दशा म, जब क उप नयम 1 के अ तगत कोई वीकृ त दान क गई हो, कोई सरकार कमचार , इस कार
के सा य दे ते समय, उ तर दे श सरकार, के य सरकार या कसी रा य सरकार क नी त क आलोचना नह ं करे गा।

3- इस नयम म द हुई कोई बात, न न ल खत के स ब ध म लागू न होगी -

क- सा य, जो दे श सरकार, के य सरकार, उ तर दे श के वधान-म डल या संसद वारा नयु त कसी


ा धकार के सामने द गयी हो, या

ख- सा य, जो कसी या यक जाँच म द गई हो।

नयम 9- सच
ू ना का अन धकृत संचार

सरकार सेवक के पास गोपनीय तथा अनेक मह वपण


ू द तावेज होते ह। इस नयम के तहत कोई भी
सरकार सेवक य या परो कोई सरकार लेख अथवा सच
ू ना कसी अ य सरकार सेवक को अथवा अ य यि त
को, िजसे ऐसा लेख रखने अथवा सच
ू ना पाने का व धक अ धकार नह ं है , को न तो दे गा और न ह उसके पास जाने
दे गा। इन नयम म यह भी प ट कया गया है क कसी भी प ावल क ट प का उ रण नह ं कया जा सकता है ।
ले कन क तपय मामल म यह दे खा गया है क प ाव लय क ट प णयाँ कायालय के बाहर चल जाती है , और कभी-
कभी तो ये उ रण सा य के प म तत
ु होते ह। ऐसे सरकार सेवक जो इस कार के उ रण दे रहे ह, वे इस नयम के
उ लंघन के दोषी ह।

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य द कसी समय यह पाया जाता है क इस कार क सच


ू ना रा क सरु ा से जड़
ु ी है , तो संबं धत सेवक
शासक य गु त बात अ ध नयम 1923 के अ तगत भी दोषी है ।

नयम 10 - च दे

सरकार क पव
ू वीकृ त ा त करके ह सरकार सेवक च क सीय सहायता, श ा या सावज नक
उपयो गता अथवा धमाथ योजन के लये च दा या व तीय सहायता माँग सकता है ।

नयम 11- भट

कोई सरकार सेवक बना शासन क पव


ू ानम
ु त के वयं या कसी अ य यि त क ओर से कसी ऐसे
यि त से, जो उसका नकट संबंधी न हो कोई भट अनु ह धन या परु कार वीकार नह ं करे गा, न ह अपने प रवार के
सद य को ऐसी भट अनु ह धन या भट वीकार करने क अनम
ु त दे गा।

वशेष अवसर , यथा ववाह या कसी र तक अवसर पर सरकार सेवक के मल


ू वेतन का दशांश या उससे
कम मू य का एक उपहार वीकार कर सकते ह, या प रवार के सद य को इसे वीकार करने क अनम
ु त दे सकते ह,
य य प इस कार क उपहार- विृ त को रोकने का भी हर स भव य न होना चा हये।

नयम 11-क दहे ज

कोई भी सरकार सेवक न तो दहे ज लेगा न उसके दे ने या लेने के लये द ु े रत करे गा और न ह वर-वधू या
वर-वधू के माता पता या उसके संर क से य या अ य प से कसी दहे ज क माँग करे गा।

य द कोई सरकार सेवक अपने सरकार कृ य का नवहन करते हुये नयमानस ु ार नधा रत शु क के
अ त र त भट या अनु ह धन या पा रतो षक य या अ य प से लेता है तो वह नयम-11 का ह उ लंघन नह ं
करता वरन ् वह भारतीय द ड सं हता क धारा-161 तथा 165 तथा टाचार नवारण अ ध नयम के धारा-5 का भी
दोषी है । सरकार सेवक य द अपने दा य व /कत य के त उपे ापण
ू यवहार करता है , तथा दा य व नधारण के
म म नयत धनरा श से अ धक माँग करता है तो नयम-11 का उ लंघन होगा। सरकार कमचा रय वारा इस
नयम का कड़ाई से पालन करने हे तु का मक वभाग वारा 11 माच 1986 को अनद
ु े श जार कये गये ह।

नयम 12- समा त


नयम 13- समा त
नयम 14- सरकार सेवक के स मान म सावज नक दशन

सरकार क पव
ू वीकृ त ा त करके ह सरकार सेवक कोई मान-प या वदाई-प वीकार करे गा।

नयम 15- गैरसरकार यापार या नौकर

कोई सरकार सेवक सवाय उस दशा के जब क उसने सरकार क पण


ू वीकृ त ा त कर ल हो, य त:
या अ य त: कसी यापार या कारोबार म नह ं लगेगा और न ह कोई नौकर करे गा।

क तु तब ध यह है क कोई सरकार सेवक, इस कार क वीकृ त ा त कये बना कोई सामािजक या


धमाथ कार का अवैत नक काय या कोई सा हि यक, कला मक या वै ा नक कार का आकि मक काय कर सकता है
ले कन शत यह है क इस काय के वारा उसके सरकार कत य म कोई अड़चन नह ं पड़ती है तथा वह ऐसा काय हाथ
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म लेने से एक मह ने के भीतर ह , अपने वभागा य को और य द वयं वभागा य हो तो सरकार को सच


ू ना दे दे ,
क तु य द सरकार उसे इस कार का कोई आदे श दे , तो वह ऐसा काय हाथ म नह ं लेगा और य द उसने हाथ म ले
लया है तो ब द कर दे गा।

क त ु अ े तर तब ध यह है क कसी सरकार सेवक के प रवार के कसी सद य वारा गैरसरकार


यापार या गैरसरकार नौकर हाथ म लेने क दशा म ऐसे यापार या नौकर क सच
ू ना सरकार सेवक वारा सरकार
को द जायेगी।

नयम 15-क (उ तर दे श सरकार कमचा रय क आचरण (संशोधन) नयमावल 2002)

कोई सरकार सेवक चौदह वष से कम आयु के कसी ब चे के कसी प रसंकटमय काय म न तो नयोिजत
करे गा, न लगाएगा या ऐसे ब चे से बेगार या इसी कार अ य बलात म नह ं लेगा।

नयम 16- क प नय का नब धन, उ नयन एवं ब ध

कोई सरकार कमचार सवाय उस दशा के, जब तक उसने सरकार क पव


ू अनम
ु त न ा त कर ल हो,
कसी ऐसे बक या अ य क पनी के नब धन, प रवतन या ब धन म भाग न लेगा जो इि डयन क पनी ऐ ट 1913
के अधीन या त समय व ृ त कसी अ य व ध के अधीन नब हुआ हो।

नयम 17- बीमा कारोबार

कोई भी सरकार सेवक अपनी प नी को या अपने कसी अ य संबंधी को जो या तो उस पर पण


ू त: आ त हो
या उसके साथ नवास करता हो, उसी िजले म, िजसम वह तैनात हो, बीमा अ भकता के प म काय करने क अनम
ु त
नह ं दे गा।

नयम 18- अवय क का संर क व

कोई सरकार कमचार समु चत ा धकार क पव


ू वीकृ त ा त कये बना, उस पर आ त कसी
अवय क के अ त र त कसी अवय क (Minor) के शर र या स पि त के व धक संर क के प म काय नह ं करे गा।
आ त का ता पय प नी, ब च तथा सौतेले ब च और ब च के ब चे, बहने, भाई तथा उनके ब च से है जो सरकार
सेवक पर आ तह।

नयम 19- कसी स ब धी के वषय म कायवाह

सरकार सेवक के सामने कभी-कभी उनके स बि धय व र तेदार के मामले भी आते ह। उदाहरण के लए


कसी सरकार सेवक को ह उसका र तेदार अनद
ु ान के लए आवेदन प दे ता है या ाथना प पर अि तम कायवाह
सरकार सेवक को करनी है । ऐसी कायवा हय को दो भाग म बांटा जा सकता है -

1. ऐसी कायवाह िजसम सरकार सेवक को अपना ताव अथवा मत तत


ु करना है ले कन अि तम नणय
व र ठ अ धकार वारा दया जाना है । ऐसी ि थ त म सरकार सेवक ऐसे ताव अथवा मत क कायवाह
नयमानस
ु ार करे गा ले कन यह बात भी प ट प से बता दे गा क उस यि त वशेष का उससे या स ब ध है
और उस स ब ध का व प या है ।

http://fcs.up.nic.in/Go-lekha-shakha/Lesson%20No.%2020%20Checked.htm 8/13
8/28/2017 20 आचरण नयमावल

2. य द सरकार सेवक ऐसे ताव पर अि तम नणय करने क शि त रखता है तो ऐसी ि थ त म अपने


स ब धी के ताव पर चाहे वह स ब धी दरू का हो अथवा नकट का और उस यि त वशेष पर अनक
ु ूल
भाव पड़ता हो अथवा तकूल, वह काई नणय नह ं लेगा बि क उस मामले को अपने व र ठ अ धका रय को
े षत करे गा। तत
ु करने के कारण , एवं उस यि त से स ब ध व व प को प ट भी कया जाएगा।

सरकार सेवक वारा अपने कसी नातेदार के स ब ध म क गयी कायवाह भले ह न प य न हो,
आलोचना का वषय अव य हो सकती है । यह भी स भव हो सकता है क सरकार सेवक अपने नातेदार और र तेदार
के लये न प ता दखने म अ धक त परता से काम कर और अपने नातेदारो व र तेदार के त उतना कुछ करने से
भी इ कार कर द िजतना हक हो। इस कार नातेदार बना कसी दोष के याय से वं चत हो सकते ह। अत: यह नयम
बनाया गया है क ताव भेजते समय सरकार सेवक इस बात का उ लेख कर क यह मामला उनके र तेदार का है
और र तेदार का व प या है । इससे व र ठ अ धकार व तु न ठ तर के से मामले म अि तम नणय दे सकते ह।

नयम 20- स ा लगाना

कोई सरकार सेवक, कसी व नवेश म स ा नह ं लगाएगा।

नयम 21- व नवेश

कोई सरकार सेवक, न तो कोई पँज


ू ी इस कार वयं लगायेगा और न ह अपनी प नी या अपने प रवार के
सद य को लगाने दे गा, िजससे उसके सरकार कत य के प रपालन म उलझन या भाव पड़ने क संभावना हो। कोई
पँज
ू ी या तभू त उ त कार क है अथवा नह ं इसका नणय सरकार वारा कया जायेगा।

नयम 22- उधार दे ना अथवा उधार लेना

कोई सरकार सेवक, सवाय उस दशा के जब क उसने समु चत ा धकार क पव


ू वीकृ त ा त कर ल हो,
कसी ऐसे यि त को, िजसके पास उसके ा धकार क थानीय सीमाओं के भीतर, कोई भू म या बहुमू य स पि त
हो, पया उधार नह ं दे गा और न कसी यि त को याज पर पया उधार दे गा।

क तु तब ध यह है क कोई सरकार कमचार , कसी सरकार नौकर को, अ म प से वेतन दे सकता


है , या इस बात के होते हुए भी क ऐसा यि त (उसका म या स ब धी) उसके ा धकार क थानीय सीमाओं के
भीतर कोई भू म रखता है , वह अपने कसी जा त, म य स ब धी को, बना याज के, एक छोट रकम वाला ऋण दे
सकता है ।

2- कोई सरकार कमचार , सवाय कसी बक, सहकार स म त या अ छ साख वाले फम के साथ साधारण
यापार म के अनस
ु ार न तो कसी यि त से, अपने थानीय ा धकार क सीमाओं के भीतर पया उधार लेगा, और
न अ यथा, अपने को ऐसी ि थ त म रखेगा, िजससे वह उस यि त के व तीय आभार (Pecuniary obligaton) के
अ तगत हो जाय, और न वह सवाय उस दशा के जब क उसने समु चत ा धकार क पव
ू वीकृ त ा त कर ल हो,
अपने प रवार के कसी सद य को, इस कार का यवहार करने क अनम
ु त दे गा।

क तु तब ध यह है क कोई सरकार कमचार कसी म या स ब धी से बना याज वाल एक छोट


रकम का एक नता त अ थायी ऋण वीकार कर सकता है या कसी वा त वक यापार के साथ उधार लेखा चला
सकता है ।

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8/28/2017 20 आचरण नयमावल

3- जब कोई सरकार कमचार , इस कार के कसी पद पर नयु त या थाना तरण पर भेजा जाय, िजसम
उसके वारा उप नयम-1 या उप नयम-2 के कसी उपब ध का उ लंघन न हत हो, तो वह तरु त ह समु चत
ा धकार को उ त प रि थ तय क रपोट भेज दे गा, और उसके बाद ऐसे आदे श के अनस
ु ार काय करे गा िज ह
समु चत ा धकार दे ।

4- ऐसी सरकार कमचा रय क दशा म, जो राजप त अ धकार ह, समु चत ा धकार सरकार होगी और
दस
ू रे मामल म, कायालया य समु चत ा धकार होगा।

नयम 23- दवा लयापन एवं आदतन ऋण तता

सरकार कमचार अपने यि तगत मामल का ऐसा ब ध करे गा िजससे वह अ यासी ऋण तता से या
दवा लया होने से बच सके । ऐसे सरकार कमचार क , िजसके व उसके दवा लया होने के स ब ध म कोई व धक
कायवाह चल रह हो, चा हए क वह तरु त ह उस कायालय या वभागा य को, िजसम वह नौकर कर रहा हो,
सम त त य से अवगत करा दे ।

नयम 24- चल, अचल एवं बहुमू य स पि त

यह नयम स पि त अिजत करने तथा उसके व य के स ब ध म है । येक सरकार सेवक के सेवा काल
म ऐसे अवसर आययगे जब उनको स पि त अिजत करने क अथवा स पि त बेचने क आव यता होगी। स पि त को
दो भाग म बाँटा जा सकता है -

(1) चल स पि त- िजसम साइ कल, टे ल फोन, रे डयो आ द आते ह।

(2) अचल स पि त- िजसम जमीन, मकान, बागान, भवन आ द आते ह।

चल स पि त

कोई सरकार सेवक अपने एक माह के मल


ू वेतन से अ धक मू य क कोई चल स पि त य अथवा व य
करता है अथवा अ य कार से यवहार करता है तो ऐसे यवहार क रपोट य व य अथवा यवहार के प चात
समु चत ा धकार को करे गा क तु तब ध यह है क कोई सरकार सेवक, कसी या त ा त यापार या अ छ
साख के अ भकता के अ त र त य द अ य यापार के साथ ऐसा य/ व य करता है तो इसके लए समु चत
ा धकार क पव
ू वीकृ त आव यक होगी। उदाहरण के लए य द कोई सरकार सेवक िजसका मल
ू वेतन 0 10,000/-
है कसी ऐसी दक
ु ान से जो नयमानस
ु ार ट 0वी0 ब का काय करती है , से ट 0वी0 य करता है िजसक क मत 0
8,000/- है तो वह य करने के प चात इसक सच
ू ना समु चत ा धकार को दे गा।

क तु य द सरकार सेवक इस कार का यवहार कसी ऐसी यि त से करता है जो या त ा त यापार


अथवा अ छ साख के अ भकता के अ त र त कोई अ य यि त है तो ऐसी दशा म यह यवहार समु चत ा धकार
क पव
ू वीकृ त से ह कया जा सकता है । उदाहरण के लये य द कोई सेवक िजसका मल
ू वेतन 10,000/- है कसी
यि त से कोई ट 0वी0 य करता है , िजसक क मत 0 8000 है तो वह ऐसा य समु चत ा धकार क पव
ू वीकृ त
के बाद ह करे गा।

अचल स पि त

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सरकार सेवक सवाय उस दशा के जब क समु चत ा धकार को इसक पव


ू जानकार हो अपने नाम से
अथवा अपने प रवार के कसी सद य के नाम से न तो कोई अचल स पि त य कर सकता है और न ह व य कर
सकता है न प ा करा सकता है न रे हन रख सकता है , न भट कर सकता है अ यथा कसी कार से ह ता त रत नह ं कर
सकता है । उदाहरण के लए य द कोई सरकार सेवक लखनऊ वकास ा धकरण, आवास वकास प रषद आ द
सं थाओं म मकान बनाने के लए लाट अथवा भू म या बना बनाया भवन य करना चाहे तो वह ऐसा काय समु चत
ा धकार क पव
ू जानकार के प चात ह कर सकेगा। य द सरकार सेवक उपरो त य व य आ द कसी अ य
यि त सं था अथवा या त ा त यापार से भ न यि त से करता हो तो समु चत ा धकार क पव
ू वीकृ त
आव यक होगी। उदाहरण के लए य द लखनऊ म चनहट के पास कसी गाँव म कोई सरकार सेवक गाँव के कसी
का तकार से मकान बनाने के लए भू म य करना चाहे तो चंू क गाँव का का तकार या त ा त यापार नह ं है ,
अत: समु चत ा धकार क पव
ू वीकृ त आव यक होगी।

अचल स पि त के संदभ म समु चत ा धकार रा य सेवा के कसी सरकार सेवक के संग म शासन होगा
जब क अ य सरकार कमचा रय के संग म वभागा य ह गे।

जब भी कोई सरकार सेवक थम बार सेवा म नयु त होता है तो उ ह नयु त अ धकार को सामा य
तर के से ऐसी सभी चल-अचल स पि त क घोषणा करनी होगी िजसका वह वामी है , अथवा िजसे उसने वयं अिजत
कया हो, या दान के प म ा त कया हो, या जो उसके पास प े या रे हन के प म रखी गयी हो। इसी कार वह ऐसी
पँज
ू ी व ह स क भी वयं घोषणा करे गा जो उसक प नी अथवा उसके साथ रहने वाले कसी भी कार से, आ त
प रवार के सद य वारा रखी गयी हो अथवा अिजत क गयी हो। त प चात वह यह सच
ू ना येक पाँच वष क अव ध
बीतने पर भी दे गा। इन घोषणाओं म स पि त, ह स और अ य लगी हुई पंिू जय के यौरे भी दये जाने चा हए।

समु चत ा धकार सामा य अथवा वशेष आ ा वारा कसी भी समय कसी सरकार सेवक को यह आदे श
दे सकता है क वह न द ट अव ध के अ दर ऐसी चल व अचल स पि त का, जो उसके पास अथवा उसके प रवार के
कसी सद य के पास रह हो, या अिजत क गयी हो का स पण
ू ववरण प तत
ु कर तथा साथ ह उन साधन के
यौरे भी उपल ध कर िजनके वारा स पि त अिजत क गयी थी।

शासन क मंशा यह नह क सरकार सेवक स पि त अिजत न करे , केवल यह उ े य है क अिजत क गयी


स पि त उसके वारा व धस मत अिजत आय क सीमा के अ दर ह हो।

नयम 25 - सरकार सेवक के काय तथा च र का तसमथन

कोई भी सरकार सेवक, सवाय उस दशा के जब क उसने सरकार क पव


ू वीकृ त ा त कर ल हो, कसी
ऐसे सरकार काय का, जो तकूल आलोचना या मानहा नकार आ ेप का वषय बन गया हो, तसमथन करने के
लए, कसी समाचार प क शरण न लेगा।

नयम 26 - समा त

नयम 27 - सेवा स ब धी मामल म गैर सरकार एवं बाहय भाव

कोई भी सरकार सेवक अपनी सेवा से स बि धत अपने हत के संबंध म कसी मामले म कोई राजनी तक
अथवा अ य वाहय साधन से न तो वयं अथवा अपने कुटु ब के कसी सद य वारा कोई भाव डालेगा या भाव
डलवाने का यास करे गा। कभी-कभी सरकार सेवक अपने, थाना तरण, ो न त आ द के स ब ध म माननीय

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वधायक सांसद अथवा अ य यि तय वारा दबाव डलवाने का यास करते ह। आचरण नयमावल म इस बात क
परू तरह मनाह है । इसी नयम से स ब अधो ल खत नयम 27-क है ।

नयम 27-क कोई सरकार सेवक सवाय उ चत मा यम अथवा ऐसे नदश के अनस
ु ार जो समय-समय पर जार
कये गये है यि तगत प से अपने या प रवार के कसी सद य के मा यम से सरकार अथवा कसी अ य ा धकार
को कोई अ यावेदन नह ं करे गा। कभी-कभी सरकार सेवक बाहर भाव का योग वयं नह ं करते अथवा अ यावेदन
वयं नह दे ते ह ले कन उनके प रवार के सद य इस कार का भाव डलवाते ह या अ यावेदन दे ते ह। इस नयम म
प ट कया गया है क जब तक बात वपर त मा णत नह ं हो जाए यह माना जायेगा क ऐसा काय सरकार सेवक क
ेरणा या मौन वीकृ त से कया गया है ।

नयम 28 - अना धकृत व तीय यव थाएँ

कोई सरकार कमचार कसी अ य सरकार कमचार के साथ या कसी अ य यि त के साथ कोई ऐसी
व तीय यव था नह ं करे गा िजसम दोन म से कसी एक को या दोन को ह अना धकृत प से या त पसमय व ृ त
कसी नयम के व श ट या व नत उपब ध के व कसी कार का लाभ हो।

नयम 29 - बहु- ववाह

1. कोई सरकार कमचार , िजसक एक प नी जी वत है , इस बात के होते हुए भी क त समय उस पर लागू कसी
वैयि तक व ध के अधीन उसे इस कार क बाद क दस
ू र शाद क अनम
ु त ा त है , बना सरकार क पव

अनम
ु त ा त कये, दस
ू रा ववाह नह ं करे गा।

2. कोई म हला सरकार कमचार , बना सरकार क पव


ू अनम
ु त के, ऐसे यि त से िजसक एक प नी जी वत हो,
ववाह नह ं करे गी।

नयम 30 - सख
ु सु वधाओं का समु चत उपयोग

इस नयम म इस बात का उ लेख कया गया है क सरकार सेवक ऐसी सख


ु सु वधा का द ु पयोग नह ं करे गा
और न ह उनका असावधानी के साथ योग करे गा िजनक यव था सरकार ने उसके सरकार कत य के पालन म उसे
सु वधा पहुँचाने के योजन से क हो।

नयम 31 - य का मू य दे ना

कोई सरकार सेवक, उस समय तक जब तक क त म मू य दे ना थानस


ु ार या वशेष प से उपबि धत न हो
या जब तक कसी स ावी यापार के पास उसका उधार-लेखा न खल
ु ा हो, उन व तओ
ु ं का, िजसे उसने खर दा, चाहे ये
खर ददा रयाँ उसने दौरे पर या अ यथा क ह , तरु ं त पण
ू मू य दे ने से मना नह ं करे गा।

नयम 32 - बना मू य दए सेवाओं का उपयोग करना

इस नयम म इस बात का उ लेख कया गया है क बना मू य दये कोई सरकार सेवक कसी सेवा अथवा
आमोद का वयं योग नह ं करे गा िजसके लये कोई शु क अथवा मू य दया जाता है । उदाहरण के लए सरकार
सेवक बना टकट य कए सनेमा हाल म फ म नह ं दे ख सकते ह। ले कन ऐसे उदाहरण हो सकते ह जहाँ पर

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8/28/2017 20 आचरण नयमावल

सरकार सेवक न:शु क फ म ह नह ं दे खते वरन ् आमोद-कर भी सरकार को नह दे ते ह। इस कार वह दरु ाचरण
करते ह।

नयम 33 - दस
ू र के गैर सरकार वाहन का उपभोग

कोई सरकार सेवक, सवाय बहुत ह वशेष प रि थ तय के होने क दशा म, कसी ऐसी सवार गाड़ी को योग
म नह ं लाएगा जो कसी असरकार यि त क हो या कसी ऐसे सरकार सेवक क हो जो उसके अधीन हो।

नयम 34 - अधीन थ के मा यम से य

कोई सरकार कमचार , कसी ऐसे सरकार कमचार से, जो उसके अधीन हो, अपनी ओर से या अपनी प नी या
अपने प रवार के अ य सद य क ओर से, चाहे अ म भग
ु तान करने पर या अ यथा, उसी शहर म या कसी दस
ू रे शहर
म, खर ददा रयां करने के लए न तो वयं कहे गा और न अपनी प नी को या अपने प रवार के कसी अ य सद य को
जो उसके साथ रह रहा हो, कहने क अनम
ु त दे गा। अ धसच
ू ना सं या-9/7/78-का मक-1, दनांक 20 नव बर, 1980
वारा चपरा सय के मा यम से भी य व य कराने क सु वधा पर तब ध लगाया गया है ।

नयम 35 - नवचन

य द इन नयम के नवाचन से संबं धत कोई न उठ खड़ा हो तो उसे सरकार के पास भेज दे ना चा हए और


उस पर सरकार का जो भी नणय होगा, वह अं तम होगा।

नयम 36 - नरसन एवं अपवाद

इन नयम के व ृ त होने के ठ क पव
ू कोई भी नयम, जो इन नयम के त थानी थे एवं जो उ तर दे श
के नयं ण के अधीन सरकार सेवक पर लागू होते थे, एतद वारा नर त कए जाते ह।

TTTTTTTTTTTTTTTTTTT

http://fcs.up.nic.in/Go-lekha-shakha/Lesson%20No.%2020%20Checked.htm 13/13

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