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शनयशमत ऄद्ययन – प्राचीन भारतीय आशतहाि के स्रोत, शिन्धुघाटी िभ्यता, नगर शवकाि योजना, अर्थथक और
धार्थमक पररशथथशत, वैददक युग, िामाशजक,अर्थथक और धार्थमक पररशथथशत, छठी िताव्दी आिा पूवव ईतरी भारत की
राजनैशतक शथथशत, मगध िाम्राज्य के ईत्त्थान िे लेकर नन्दवंि के ईत्थान तक, परशिया एवं मशिदेशनया का
अक्रमण, मोयव िाम्राज्य, चन्रगुप्त मैयव का जीवनकाल और ईिकी िफलताएँ, ऄिोक का कललग युद्ध, िाम्राज्य का
शवथतार, बोद्ध धमव का प्रचार, मोयव िाम्राज्य का पतन, िुंग वंि, िातवाहन, कशनष्क का राजकाल और िफलताएँ
गुप्तवंि – िमुरगुप्त और चन्रगुप्त दुतीय, थकन्दगुप्त, गुप्तवंि का पतन,हर्ववधवन की िफलताएँ हर्ववधवन िम्राज्य का
शवथतार, भारत पर हूणों का अक्रमण |
प्राचीन भारतीय आशतहाि के स्रोत, शिन्धुघाटी िभ्यता, नगर योजना, िामाशजक,अर्थथक एवं धार्थमक पररशथथशत,
वैददक –युग का िामाशजक, अर्थथक पररशथथशत, छह िताब्दी इिा पूवव ईतरी भारत को राजनैशतक पररशथथशत,
मगध का राजनैशतक ईत्थान, नन्दवंि तक परशियन अक्रमण मिीदोशनयं अक्रमण, मोयव िाम्राज्य, चन्रगुप्त मोयव,
जीवनकाल दक िफलताएँ | ऄिोक िाम्राज्य का शवथतार | कललगवार, धम्म और ईिका प्रचार | मौयव िाम्राज्य
का पतन | कु बाम िुंग िातवाहन | कशनष्क के िफलता | गुप्त िाम्राज्य – िमुरगुप्त,चन्रगुप्त, थकन्दगुप्त, गुप्त
िाम्राज्य का पतन | हूणों का भारत पर अक्रमण,गुप्त वकाटक िम्बंध हर्ववधवन का जीवनकाल, िफलताएँ |
हर्ववधवन िाम्राज्य का शवथतार
पूणावक : 100
शनधवशनत ऄध्ययनन – प्राचीन भारतीय आशतहाि के स्रोत, शिन्धुघाटी दक िभ्यता, नगर योजना िामाशजक अर्थथक
पररशथथशत वैददकयुग –िामाशजक अर्थथक और धार्थमक शथथशत छठी िताब्दी में ईतरी भारत दक राजनैशतक
पररशथथशत, मगध िाम्राज्य के नन्द तक का ईत्थान परशियन और मैशिडोशनयन अक्रमण, मोयव िाम्राज्य –चन्रगुप्त
मैयव का जीवन | व्रतांत और िफलताएँ ऄिोक का कललग युग बोद्ध धमव और ईिका प्रचार, मौयव िाम्राज्य का
पतन,िुंग वंि, िातवाहन, कशनष्क की िफलताएँ, गुप्त िाम्राज्य, िमुरगुप्त और चन्रगुप्त दुतीय, गुप्त िाम्राज्य का
पतन हर्व दक ईपलशब्धयाँ एवं िम्राज्यवाद का शवथतार राष्ट्रकू ट का ईतरी अक्रमण राजराजचोल राजेन्र चोल की
िफलताएँ पल्लव की ईपलशब्धयाँ
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B. A. (H) Part- II
प्राचीन भारत एवं एशियायी ऄध्ययन (प्रशतष्ठा )
तृतीय- पत्र : दशछन- पूवी एशिया का िांथकृ शतक आशतहाि
(प्रथम िताब्दी िे 1500 ए. डी.)
पाठ्य – िामाशजक,धार्थमक कला एवं िंथकृ शतक, भार्ा एवं िाशहत्य (कम्बोशडया चम्पा, थयाम )आंडोनेशिया (जावा
एवं िुमात्रा )|
ऄशभथताशवत पुथतकें – 1 दशक्षण –पूवी एशिया में भारतीय िंथकृ शत – ित्यके तु ित्यके तु शवद्यालंकार |
2 दशक्षण – पूवी एशिया में भारतीय िंथकृ शत – अर . एन . पाण्डेय |
ऄथवा, भारतीय कला िंथकृ शत एवं पुरातत्व |
पाठ्य – भारतीय कला का आशतहाि , मौयव कला, गंधार कला, मथुरा कला, ऄजन्ता पेंरटग, िंथकृ शत, ऄिोक थतंभ,
िाँची थतूप, भार्ा एवं काली गुफाएँ गुप्ता मंददर, ओररिन मंददर (ललगराज एवं कोणाकव ) खजुराहो मंददर
(खंदारीक महादेवा मंददर ), एलोरा मंददर (कै लाि नाथ ), बल्लभ िंथकृ शत (महाबली पुरम पथ ), चोला
मंददर (शिह्देश्वर) |
पुरातत्व – पुरातत्व िे पररचय, भारतीय पुरातत्व का आशतहाि, जगह दक व्याख्या | एक्िकोशमटों का शिधांत |
धारणा – राज्य की ईत्पशत िप्तांग शिधांत, राज्य के कायव एवं धारणा | राजतन्त्र दक ईत्पशत, िभा एवं िशमशत,
प्रजातंत्र, ददढ़ एवं कमजोर लबदु एवं शविेथतएं
मंशत्रपररर्द – मोयव का प्रिािन, गुप्त, हर्व एवं िातवाहन |
ग्राम प्रिािन, िहरी प्रिािन, राज्य का मण्डल शिध्दांत, कराधन अय – व्यय |
ऄशभथताशवत पुथतकें –
1. प्राचीन भारतीय िािन पद्धशत – ऄलके तर,
2. प्राचीन भारतीय राजनीशत तथा िािन व्यवथथा – राधाकृ ष्ण चौधरी,
3. प्राचीन भारत में राजनीशत िािन – व्यवथथा – ित्यके तु शवधालंकार |
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Ancient Indian Asian Studies
B. A. Part III (Subsidiary)
प्राचीन भारत का िामाशजक एवं अर्थथक आशतहाि ऄनुपरू क
(शहन्दू िभ्यता िे 647 AD ) शितीय – पत्र
खण्ड – क : िामाशजक आशतहाि
िामाशजक आशतहाि की धारणा, िंथकार, वणव तथा अश्रम |
शववाह – शियों की शथथशत, िुरक्षा, छु अछू त पुत्र के प्रकार |
शिक्षा – प्राचीन भारत की िैशक्षक िंथथाएँ (नालन्दा, शवक्रमशिला, तक्षशिला शवश्वशवध्यालय |
PAPER V (Alternative)
भारतीय धमव और दिवन
वैददक धमव, ईपशनर्द् का दिवन, भारतीय दिवन के छः शवशधयाँ | भशि अन्दोलन काल का ईत्थान,
वैष्णववाद, शिववाद का 697 A.D. तक पतन | महात्मा बुद्ध के जीवनी, ईत्थान एवं ईनके ईपदेिों का प्रचार,
बुद्ध पररर्द् हीनयान, महायान, जैन के जीवनी का ईत्थान तथा महावीर के ईपदेिों का प्रचार प्रिार | जैन के
धमवदिवन और जैनवाद |
PAPER VI
GROUP 'A': शिलालेख (50 ऄंक)
िाह्मी और खरोष्ठी शलशप की ईत्पाती और शवकाि | ऄिोक के II, XII, XIII शिलालेख, िमुन्रगुप्त का आलाहाबाद के
खम्भों पर ऄंदकत लेख | जूनागढ़ में पत्थरी पर रुरदामन का लेख, बंिखेरा में तामपत्र पर हर्व का लेख |
नाशिक में बशिष्टी पुत्र पुलमली का लेख | हाथीगुफा में खारवेल का लेख | बंिनगर में खम्भों पर हेलीओडरि
(Helrodorus) का लेख | नालन्दा में ताम्रपत्र पर डेवापाला (Dewapala) का लेख तथा शभट्ठारी में थकन्दगुप्त का
लेख, पुलके शिन का ऄआहोल ऄशभलेख |
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(B). शमस्री िभ्यता ( Egyptian) – िमाज,ऄथव और िंथकृ शत |
(c). पारिी िभ्यता- िमाज, ऄथव और िंथकृ शत |
(D). चीनी िभ्यता- िमाज, ऄथव और िंथकृ शत |
(E). ग्रीक िभ्यता- िमाज, ऄथव और िंथकृ शत |
ऄजायबघर प्रणाली (Museum Method)- आशतहाि, प्रकृ शत और ऄजायबघर के महत्व, वथतुओं को िंग्रशहत करना,
ईनका प्रदिवन, म्यूशजयम गशतशवशधयाँ, म्यूशजयम की वथतुवों को िुरशक्षत रखना और ईिकी िमुशचत देखभाल |
यात्रा (Tourism)- यात्रा का आशतहाि,प्रकृ शत और महत्त्व, यात्रा के महत्व |
पुथतकें – िंग्रहालय ऄनुिीलन – डी . राय . चौधरर |
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