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प्राचीन भारतीय एवं एशियाइ ऄध्ययन AIAS – Hons I & II

(शिन्धुघाटी िभ्यता िे 640 ए . डी .तक )

शनयशमत ऄद्ययन – प्राचीन भारतीय आशतहाि के स्रोत, शिन्धुघाटी िभ्यता, नगर शवकाि योजना, अर्थथक और
धार्थमक पररशथथशत, वैददक युग, िामाशजक,अर्थथक और धार्थमक पररशथथशत, छठी िताव्दी आिा पूवव ईतरी भारत की
राजनैशतक शथथशत, मगध िाम्राज्य के ईत्त्थान िे लेकर नन्दवंि के ईत्थान तक, परशिया एवं मशिदेशनया का
अक्रमण, मोयव िाम्राज्य, चन्रगुप्त मैयव का जीवनकाल और ईिकी िफलताएँ, ऄिोक का कललग युद्ध, िाम्राज्य का
शवथतार, बोद्ध धमव का प्रचार, मोयव िाम्राज्य का पतन, िुंग वंि, िातवाहन, कशनष्क का राजकाल और िफलताएँ
गुप्तवंि – िमुरगुप्त और चन्रगुप्त दुतीय, थकन्दगुप्त, गुप्तवंि का पतन,हर्ववधवन की िफलताएँ हर्ववधवन िम्राज्य का
शवथतार, भारत पर हूणों का अक्रमण |

A. I. A. S. ( Subsidiary) पूणावक 100

प्राचीन भारतीय एशियाइ ऄध्ययन


प्राचीन भारत का राजनैशतक आशतहाि (Part- I )

प्राचीन भारतीय आशतहाि के स्रोत, शिन्धुघाटी िभ्यता, नगर योजना, िामाशजक,अर्थथक एवं धार्थमक पररशथथशत,
वैददक –युग का िामाशजक, अर्थथक पररशथथशत, छह िताब्दी इिा पूवव ईतरी भारत को राजनैशतक पररशथथशत,
मगध का राजनैशतक ईत्थान, नन्दवंि तक परशियन अक्रमण मिीदोशनयं अक्रमण, मोयव िाम्राज्य, चन्रगुप्त मोयव,
जीवनकाल दक िफलताएँ | ऄिोक िाम्राज्य का शवथतार | कललगवार, धम्म और ईिका प्रचार | मौयव िाम्राज्य
का पतन | कु बाम िुंग िातवाहन | कशनष्क के िफलता | गुप्त िाम्राज्य – िमुरगुप्त,चन्रगुप्त, थकन्दगुप्त, गुप्त
िाम्राज्य का पतन | हूणों का भारत पर अक्रमण,गुप्त वकाटक िम्बंध हर्ववधवन का जीवनकाल, िफलताएँ |
हर्ववधवन िाम्राज्य का शवथतार

(Paper- I) प्राचीन भारत का राजनैशतक आशतहाि

पूणावक : 100

शनधवशनत ऄध्ययनन – प्राचीन भारतीय आशतहाि के स्रोत, शिन्धुघाटी दक िभ्यता, नगर योजना िामाशजक अर्थथक
पररशथथशत वैददकयुग –िामाशजक अर्थथक और धार्थमक शथथशत छठी िताब्दी में ईतरी भारत दक राजनैशतक
पररशथथशत, मगध िाम्राज्य के नन्द तक का ईत्थान परशियन और मैशिडोशनयन अक्रमण, मोयव िाम्राज्य –चन्रगुप्त
मैयव का जीवन | व्रतांत और िफलताएँ ऄिोक का कललग युग बोद्ध धमव और ईिका प्रचार, मौयव िाम्राज्य का
पतन,िुंग वंि, िातवाहन, कशनष्क की िफलताएँ, गुप्त िाम्राज्य, िमुरगुप्त और चन्रगुप्त दुतीय, गुप्त िाम्राज्य का
पतन हर्व दक ईपलशब्धयाँ एवं िम्राज्यवाद का शवथतार राष्ट्रकू ट का ईतरी अक्रमण राजराजचोल राजेन्र चोल की
िफलताएँ पल्लव की ईपलशब्धयाँ

प्राचीन भारत का िामाशजक एवं अर्थथक आशतहाि


(Paper – II)
प्रारम्भ िे 647 ए.डी .तक
पूणावक : 50
िमूह 'क' (िामाशजक आशतहाि )
िामाशजक आशतहाि के स्रोत, वणव एवं जाशत –व्यवथथा, अश्रम प्रणाली, िंथकार,शववाह,मशहला दक शथथशत, पूत्र के
प्रकार, गुरुकु ल प्रणाली,शिक्षा, ईदेश्य और अदिव,दाि –प्रथा,ऄथप्रीथयता,नालंदा,शवक्रमशिला और तक्षशिला –
शवश्वशवद्यालय |

िमूह 'ख ' (अर्थथक आशतहाि )


पूणावक - 50
प्राचीन भारतीय अर्थथक आशतहाि जानने के स्रोंत कृ शर्,भूशम का थवाशमत्व, कर व्यवथथा,व्यापार एवं वाशणज्य
ईध्योग धन्धे,श्रेणी प्रणाली

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B. A. (H) Part- II
प्राचीन भारत एवं एशियायी ऄध्ययन (प्रशतष्ठा )
तृतीय- पत्र : दशछन- पूवी एशिया का िांथकृ शतक आशतहाि
(प्रथम िताब्दी िे 1500 ए. डी.)

पाठ्य – िामाशजक,धार्थमक कला एवं िंथकृ शतक, भार्ा एवं िाशहत्य (कम्बोशडया चम्पा, थयाम )आंडोनेशिया (जावा
एवं िुमात्रा )|
ऄशभथताशवत पुथतकें – 1 दशक्षण –पूवी एशिया में भारतीय िंथकृ शत – ित्यके तु ित्यके तु शवद्यालंकार |
2 दशक्षण – पूवी एशिया में भारतीय िंथकृ शत – अर . एन . पाण्डेय |
ऄथवा, भारतीय कला िंथकृ शत एवं पुरातत्व |
पाठ्य – भारतीय कला का आशतहाि , मौयव कला, गंधार कला, मथुरा कला, ऄजन्ता पेंरटग, िंथकृ शत, ऄिोक थतंभ,
िाँची थतूप, भार्ा एवं काली गुफाएँ गुप्ता मंददर, ओररिन मंददर (ललगराज एवं कोणाकव ) खजुराहो मंददर
(खंदारीक महादेवा मंददर ), एलोरा मंददर (कै लाि नाथ ), बल्लभ िंथकृ शत (महाबली पुरम पथ ), चोला
मंददर (शिह्देश्वर) |

पुरातत्व – पुरातत्व िे पररचय, भारतीय पुरातत्व का आशतहाि, जगह दक व्याख्या | एक्िकोशमटों का शिधांत |

B .A .Part- II : प्राचीन भारतीय राजनीशत

धारणा चतुथव िे युग वेददक) : पत्र -637 ए.डी.

धारणा – राज्य की ईत्पशत िप्तांग शिधांत, राज्य के कायव एवं धारणा | राजतन्त्र दक ईत्पशत, िभा एवं िशमशत,
प्रजातंत्र, ददढ़ एवं कमजोर लबदु एवं शविेथतएं
मंशत्रपररर्द – मोयव का प्रिािन, गुप्त, हर्व एवं िातवाहन |
ग्राम प्रिािन, िहरी प्रिािन, राज्य का मण्डल शिध्दांत, कराधन अय – व्यय |
ऄशभथताशवत पुथतकें –
1. प्राचीन भारतीय िािन पद्धशत – ऄलके तर,
2. प्राचीन भारतीय राजनीशत तथा िािन व्यवथथा – राधाकृ ष्ण चौधरी,
3. प्राचीन भारत में राजनीशत िािन – व्यवथथा – ित्यके तु शवधालंकार |

प्राचीन भारत का िामाशजक तथा अर्थथक आशतहाि ( जेनरल कोिव )


(अरम्भ िे 647 AD) शितीय पत्र
खण्ड – क : िामाशजक आशतहाि
िामाशजक आशतहाि की धारणा, वगव तथा जाशत, व्यवथथा, अश्रम प्रथा िंथकार, शववाह, शियों की शथथशत,
पुत्र के प्रकार, गुरुकु ल प्रथा, ऄध्यापक तथा शवधाथी का िम्बन्ध, शिक्षा, छु अछु त, िैशक्षक िंथथान – नालन्दा
तक्षशिला, शवक्रमशिला |

खण्ड – ख : अर्थथक शवकाि


पाठ्यांि – कराधान, कृ शर् श्रेणी व्यवथथा, व्यापाररक तथा औधोशगक, वाशणज्य भूशम का ऄशधकार, अर्थथक
आशतहाि की धारणा |
ऄशभथताशवत पुथतकें –
1. प्राचीन भारतीय शिक्षा पद्धशत – ऄलके तर,
2. प्राचीन भारत का अर्थथक आशतहाि – राधाकृ ष्ण चौधरी,
3. प्राचीन भारत का धार्थमक, िामाशजक तथा अर्थथक आशतहाि - ित्यके तु शवधालंकार,
4. प्राचीन भारतीय िंथकृ शत – शवनोदचन्र पाण्डेय |

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Ancient Indian Asian Studies
B. A. Part III (Subsidiary)
प्राचीन भारत का िामाशजक एवं अर्थथक आशतहाि ऄनुपरू क
(शहन्दू िभ्यता िे 647 AD ) शितीय – पत्र
खण्ड – क : िामाशजक आशतहाि
िामाशजक आशतहाि की धारणा, िंथकार, वणव तथा अश्रम |
शववाह – शियों की शथथशत, िुरक्षा, छु अछू त पुत्र के प्रकार |
शिक्षा – प्राचीन भारत की िैशक्षक िंथथाएँ (नालन्दा, शवक्रमशिला, तक्षशिला शवश्वशवध्यालय |

खण्ड – ख : िामाशजक आशतहाि

कराधान, कृ शर्, शगल््ि, व्यापार तथा वाशणज्य, भूशम का ऄशधकार |


ऐशतहाशिक जगहों की यात्रा शिलेबि का ऄंग है |

A.I.A.S. (HONS.) PAPER V


Ancient Indian Asian Studies
प्राचीन भारतीय एवं एशियाइ ऄध्ययन
दशक्षण पूवव एशिया का राजनैशतक आशतहाि
(प्रथम िताब्दी A.D. िे 1500 A.D. तक )
दशक्षण पूवव एशिया के आशतहाि के ऄध्ययन का स्रोत | दशक्षण पूवव एशिया का भारतीयकरण | दशक्षण पूवव
एशिया में भारतीय ईपशनवेिवाद के कारण | दशक्षण पूवव एशिया में भारतीय ईपशनवेिवाद की जड़ें की जड़े |
कम्बोशडया, फ्युनाम (Funam), के शनया, ऄंगकोर, राजवंि, वमाव
पगान काल चम्पा, पानडु रंगा (Champa, Panduranga) गंगाराजा (Gangaraja) और भृंग राजवंि, श्रीशवजया
(Srivijaya) और माजापाशहटा (Majapahita) जावा के िाम्राज्य – ईत्थान और पतन, श्याम िुखोथाइ और
ऄनुध्या काल |
ऄशभथताशवत पुथतकें –
1. िुदरू पूवव में भारतीय िंथकृ शत और ईिका िाशहत्य - बी. एन. पूरी |
2. दशक्षण पूवव दशक्षणी एशिया में भारतीय िंथकृ शत – ले. ित्यके तु शवधालंकार |

PAPER V (Alternative)
भारतीय धमव और दिवन
वैददक धमव, ईपशनर्द् का दिवन, भारतीय दिवन के छः शवशधयाँ | भशि अन्दोलन काल का ईत्थान,
वैष्णववाद, शिववाद का 697 A.D. तक पतन | महात्मा बुद्ध के जीवनी, ईत्थान एवं ईनके ईपदेिों का प्रचार,
बुद्ध पररर्द् हीनयान, महायान, जैन के जीवनी का ईत्थान तथा महावीर के ईपदेिों का प्रचार प्रिार | जैन के
धमवदिवन और जैनवाद |

PAPER VI
GROUP 'A': शिलालेख (50 ऄंक)
िाह्मी और खरोष्ठी शलशप की ईत्पाती और शवकाि | ऄिोक के II, XII, XIII शिलालेख, िमुन्रगुप्त का आलाहाबाद के
खम्भों पर ऄंदकत लेख | जूनागढ़ में पत्थरी पर रुरदामन का लेख, बंिखेरा में तामपत्र पर हर्व का लेख |
नाशिक में बशिष्टी पुत्र पुलमली का लेख | हाथीगुफा में खारवेल का लेख | बंिनगर में खम्भों पर हेलीओडरि
(Helrodorus) का लेख | नालन्दा में ताम्रपत्र पर डेवापाला (Dewapala) का लेख तथा शभट्ठारी में थकन्दगुप्त का
लेख, पुलके शिन का ऄआहोल ऄशभलेख |

GROUP 'B': मुरािाि (50 ऄंक)


प्राचीन शिक्कों की ईत्पशि, याचेयाज (Yaucheyas) और मलाया के पंच शचशन्हत शिक्के, वािुदव
े और कशनष्क के
शिक्के,गुप्त िािकों का िोने और चाँदी के शिक्कें |
ऄशभथताशवत पुथतकें –
1. गुप्तकालीन मुरायें – एि. एि. अल्वेकर |
2. प्राचीन भारतीय मुरायें – वािुदव
े ईपाध्याय |

PAPER VII : प्राचीन िभ्यता (600 B.C. तक )


(A). मेिोपोटाशमया िभ्यता, बेबीलोन की िभ्यता | ऄिेररया (Assyria)- िमाज ऄथव और िंथकृ शत के शविेर्
िंदभव में |

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(B). शमस्री िभ्यता ( Egyptian) – िमाज,ऄथव और िंथकृ शत |
(c). पारिी िभ्यता- िमाज, ऄथव और िंथकृ शत |
(D). चीनी िभ्यता- िमाज, ऄथव और िंथकृ शत |
(E). ग्रीक िभ्यता- िमाज, ऄथव और िंथकृ शत |

PAPER-VIII: िंग्रहण शवशध एवं पयवटन 100 ऄंक


GROUP 'A' : ऄजायबघर प्रणाली (75 ऄंक)

ऄजायबघर प्रणाली (Museum Method)- आशतहाि, प्रकृ शत और ऄजायबघर के महत्व, वथतुओं को िंग्रशहत करना,
ईनका प्रदिवन, म्यूशजयम गशतशवशधयाँ, म्यूशजयम की वथतुवों को िुरशक्षत रखना और ईिकी िमुशचत देखभाल |
यात्रा (Tourism)- यात्रा का आशतहाि,प्रकृ शत और महत्त्व, यात्रा के महत्व |
पुथतकें – िंग्रहालय ऄनुिीलन – डी . राय . चौधरर |

GROUP 'B' : पयवटन (25)


एशतहाशिक थथानों का भ्रमण पाठ्यक्रम का एक शहथिा नाना गया है | ऄत: यह अवश्यक है दक छात्र
एशतहाशिक थथलों का भ्रमण कर एक ररपोटव ऄपने भ्रमण के अधार प्र तैयार कर जमा करें आि ररपोटव 15 ऄंक
रखे गये है और मौशखक परीक्षा पर 10 ऄंक रखे गये हैं |

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