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17-01-2021

प्राचीन भारिीय इविहास | History of ancient India

नामकरण | Nomenclature

1) महाकाव्य / परु ाणों | Epics / Puranas भारििषथ | Bhaaratavarsh

भरि का देश | Country of Bharat


वनिावसयों

भारिी / भरि की सिं ान


2) यूनावनयों | Greeks :- इवं िया | India
3) मुवस्लम इविहासकार | Muslim historian :- वहंदुस्िान | Hindustan

1. धावमथक और ऐविहावसक ग्रर्


ं | Religious and Historical Scripts

स्त्रोि | Sources

1. धमथ ग्रंर् | Religious 2. ऐविहावसक ग्रंर् | 3. विदेवशयों का वििरण | 4. पुराित्ि सबं ंधी साक्ष्य |
Scripts Historical Scripts Records of foreigners Archaeological Evidence

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1. धावमथक और ऐविहावसक ग्रंर् | Religious and Historical Books

धावमथक ग्रंर् | Religious Scripts ऐविहावसक ग्रर्


ं | Historical Scripts

1) िेद | Veda
1) अर्थशास्त्र - कौवटल्य
2) ब्राह्मण ग्रर्
ं | Brahmin Scripts
3) पुराण | Purana 2) राजिरंवगणी - कल्हण
िैवदक सावहत्य |
4) िेदांग | Vedang
Vedic literature 3) चचनामा - अली अहमद
5) उपवनषद | Upanishads
6) स्मृवि ग्रंर् Smrti Scripts 4) अष्टाध्यायी - पावणवन
7) धमथसत्रू | Dharmasutra
5) गागी सवं हिा - कत्यायन
8) अरण्यक | Aranyak
9) जैन सावहत्य | Jain literature 6) महाभाष्य - पिज
ं वल
10) बौद्ध सावहत्य | Buddhist literature

1. िेद | Veda
1. भारि का सिथ प्राचीन धमथग्रंर् | Oldest Scripts of India :- िेद | Veda
2. सक ं लनकिाथ | Compilator :- महवषथ कृष्ण द्वैपायन िेद व्यास

1) ऋग्िेद | Rigveda 2) सामिेद | Samaveda 3) यजुिेद | Yajurved 4) अर्िथिेद | Atharvaveda

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1.1) ऋग्िेद | Rigveda

1) अर्थ | Meaning :- ऋचाओ ं के क्रमबद्ध ज्ञान का सग्रं ह | Collection of systematic knowledge of rucha.
1. 10 मंिल | 10 Mandal
2) विभाजन 2. 1028 सक्त
ू | Suktas इद्रं - 250
3. 10462 ऋचाए | Rucha अवग्न - 200
पढ़ने िाले ऋवष | Sage reading :- होिृ |Hotru
3) जानकाररयां | Information -
I. आयों की राजनीविक प्रणाली | Political system of Aryans
II. विश्वावमत्र द्वारा रवचि िीसरा मिं ल | Third Mandal composed by Vishwamitra

सयू थ देििा सावित्री को समवपथि “गायत्री मंत्र” का िणथन Description of "Gayatri Mantra" dedicated to Sun God Savitri

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III. आठिां मंिल | 8th Mandal :- हस्िवलवखि ऋचाओ ं का िणथन | Description of handwritten hymns

वखल | Khil
IV. 9 िां मिं ल | 9th Mandal :- सोम देििा | God Som
V. दसिां मंिल | 10th Mandal :- चािुष्िण्यथ समाज | Four Varna society

▪ चार िणों (ब्राह्मण, क्षवत्रय, िैश्य और शूद्र) | Four Varnas (Brahmin, Kshatriya, Vaishya and Shudra)

▪ धमथसत्रू (जहां इनके किथव्यों का िणथन वकया गया) | Dharmasutra (where his duties were described)

➢ नोट :- प्राचीन इविहास के साधन के रूप में िैवदक सावहत्य में ऋग्िेद के बाद शिपर् ब्राह्मण का स्र्ान है | The Shatapatha
Brahmin has a place in the Vedic literature after the Rigveda as a means of ancient history.

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1.2) सामिेद | Samaveda

1) गाए जा सकने िाली ऋचाओ ं का सक


ं लन | Veda of melodies and chants
2) भारिीय सगं ीि का जनक | Father of Indian Music
3) पाठकिाथ | Reader :- उद्रािृ | Udgatri

1.3) यजुिेद | Yajurveda

1) िैवदक कमथकांि के वनयमों का सक


ं लन | Compilation of Vedic ritual rules
2) पाठकिाथ | Reader :- अध्ियथु | Adhvaryu
3) विशेषिा | Specialty :- यह गद्य एिं पद्य दोनों में है | It is both in prose and verse

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1.4) अर्िथिेद | Atharvaveda

1) सबसे आखरी में रवचि िेद | The last composed Veda

ऋग्िेद सामिेद यजुिेद अर्िथिेद

2) रचवयिा | Author :- अर्िाथ ऋवष | Atharwa Rishi


3) जानकाररयां | Information :-
I. रोग वनिारण, ित्रं -मत्रं , जादू-टोना, वििाह आवद | Disease prevention, tantra-mantra, witchcraft, marriage etc.
II. सामान्य मनुष्यों के विचार विश्वास और अंधविश्वास | Common Man's Beliefs and Superstitions
III. सभा और सवमवि - प्रजापवि की दो पुवत्रयां | Sabha and Samiti considered two daughter of Prajapati.
IV. कन्याओ ं की जन्म की वनन्दा | Blasphemy of the birth of Girls

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2. िेदांग / सत्रू सावहत्य | Vedangas / Sutra Literature

1) िेदों को समझने हेिु रवचि | Composed to understand Vedas


2) इनकी सख्ं या 6 है | Their number is 6
I. वशक्षा | Phonetics – उच्चारण | Pronounced
II. कल्प | Ritual - रस्म और समारोह | Ceremony
III. व्याकरण | Grammar - व्याकरण | Grammar
IV. वनरूक्त | Etymology :- शब्दों की उत्पवि | Origin of words
V. छंद | Metrics
VI. ज्योविष | Astrology

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3. परु ाण | Puranas

1) भारिीय ऐविहावसक कर्ाओ ं का सबसे अच्छा क्रमबद्ध वििरण | Best


arranged description of Indian Historical Stories.
2) रचवयिा | Composer :- लोमहषथ ि उनके पुत्र उग्रश्रिा | Lomharsh and
his son Ugrashrawa.
3) अवधकांश पुराण सस्ं कृि श्लोक में रवचि है | Most of the Puranas are
composed in Sanskrit verses.
4) पुराणों का पाठ | Reader :- पुजारी | Pujari
5) स्त्री और शुद्र को इनके पाठन की अनुमवि नहीं र्ी हालांवक िे उन्हें सनु
सकिे र्े | Women and Shudra were not allowed to read them
although they could hear them .

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6) सख्ं या Number :- 18

प्रमुख पुराण | Major Puraan’s

I. मत्स्यपुराण :- सबसे प्राचीन (आंध्र, साििाहन)


II. विष्णु पुराण :- मौयथ िंश
III. िायु परु ाण :- गप्तु िश
ं राजाओ ं की िंशािली | Lineage of kings
IV. ब्राह्मण पुराण :- पुरुिंश (महापुराण)
V. भागिि पुराण :- श्री कृष्ण भवक्त

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4. ब्राह्मण | Brahmin

1) यज्ञों और कमथकांि के विधान | Yajnas and rituals


2) प्रमुख ब्राह्मण ग्रंर् | Major Brahmin Books

िेद सम्बवन्धि ब्राह्मण


1- ऋग्िेद ऐिरे य ब्राह्मण, शांखायन या कौषीिवक ब्राह्मण
2- शुक्ल यजुिेद शिपर् ब्राह्मण
3- कृ ष्ण यजुिेद िै विरीय ब्राह्मण
4- सामिेद पंचविंश या िाण्ि् य ब्राह्मण,षिविंश ब्राह्मण, सामविधान ब्राह्मण, िंश ब्राह्मण,
मंत्र ब्राह्मण, जै वमनीय ब्राह्मण
5- अर्िथिेद गोपर् ब्राह्मण

➢ नोट :- शिपर् ब्राह्मण - स्त्री को पुरुष की अधाांवगनी

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5. अन्य िैवदक सावहत्य | Other Vedic Literature

1) मैत्रेयनी :- स्त्री की सिाथ वधक वगरी हुई वस्र्वि | Woman's worst position

जुआ और शराब की भांवि स्त्री को पुरुष का िीसरा मुख्य दोष है | Like gambling and alcohol, a woman has
the third main fault of the man.

2) मनस्ु मृवि | Manu Smriti :-


I. सबसे प्राचीन स्मृविग्रंर् | Oldest Smrti Books
II. शुंग काल का ग्रंर् | Sunga Books

3) नारद स्मृवि | Narada Smriti :- गुप्त युग की जानकारी | Information about the Gupta era

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6. बौद्ध सावहत्य | Buddhist literature

1) जािक | Jaatak :- बुद्ध के पूिथ जन्म की कहानी | The story of buddha's pre-natal

1) विनयवपटक, सत्रू वपटक , अवभदम्भवपटक


2) वत्रवपटक | Tripitak :-
2) भाषा | Language :- पाली | Pali

3) हीनयान का प्रमख
ु ग्रर्
ं | The main book of Heinyan :- कर्ािस्िु

महात्मा बुद्ध का जीिन चररत्र | Life character of Mahatma Buddha

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7. जैन सावहत्य | Jain literature

1) जैन सावहत्य को आगम कहिे हैं | Jain literature is called Agam.


I. भगििीसत्रू :- स्िामी महािीर के जीिन कृत्य | Mahavir's life
2) प्रमुख सावहत्य II. कल्पसत्रू :- जैन धमथ का प्रारंवभक इविहास | Early history of jainism
III. 12 अंग | 12 Angas

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8. ऐविहावसक ग्रंर् Historical Books


1) अर्थशास्त्र | Arthashaastra
I. लेखक Author :- चाणक्य (विष्णुगुप्त / कौवटल्य)
II. विषय | Subject :- मौयथकालीन राजनैविक, सामावजक, आवर्थक वस्र्वि | Mauryan political, social, economic status
III. सरं चना :-15 अवधकरण (Parts) 180 प्रकरण (Chapters)
IV. भाषा | Language :- सस्ं कृि | Sanskrit
2) राजिरंवगणी | Rajatarangini
I. लेखक Author :- कल्हण
II. भाषा Language :- सस्ं कृि | Sanskrit
III. विषय | Subject :- कश्मीर का इविहास | History of Kashmir

संस्कृ ि सावहत्य में ऐविहावसक घटनाओ ं को क्रमबद्ध वलखने का प्रर्म प्रयास | First attempt to write historical events in Sanskrit literature

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3) चचनामा (Chach Nama/Fateh nama Sindh) -


I. लेखक Author :- अली अहमद
II. विषय | Subject :- अरबों की वसध
ं विजय | Sindh conquest of Arabs
III. भाषा Language :- फारसी | Persian
4) अष्टाध्यायी (Ashtadhyayi) -
I. लेखक Author :- पावणवन
II. विशेषिा | Specialty :- सस्ं कृि व्याकरण का प्रर्म ग्रंर् | First book of Sanskrit grammar
III. विषय | Subject :- मौयथ पिू थ और मौयथ यगु ीन राजनीविक व्यिस्र्ा की जानकारी | Knowledge of
the pre-Mauryan and Mauryan era political system
5) गागी सवं हिा (Gargi Samhita) -
I. लेखक Author :- कत्यायन
1. ज्योविष | Astrology
II. विषय | Subject
2. भारि पर होने िाले यिन (Greek) आक्रमण की जानकारी
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6) महाभाष्य (Mahabhashya) -
I. लेखक Author :- पुष्यवमत्र शुंग के पुरोवहि पिंजवल | Patanjali, the priest of Pushyamitra Sunga
II. विषय | Subject :- शुंगों की जानकारी | Information about sungas

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2. विदेशी यावत्रयों का वििरण | Records of foreign travellers

1. यूनानी – रोमन लेखक | 2. चीनी लेखक | Chinese 3. अरबी लेखक | Arabic 4. अन्य लेखक | Other
Greek - Roman writer writer writer authors

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2. 1) यूनानी – रोमन लेखक | Greek - Roman writer

➢ प्रमुख लेखक :- टे वसयस, हेरोिोटस, मेगास्र्नीज, िाइमेकस

1. टे वसयस | Ctesias
I. यह ईरान का राजिैद्य र्ा | He was the royal physician of Iran
II. भारि के सबं ध
ं में इसका वििरण आश्चयथजनक कहावनयों से पररपूणथ होने के कारण अविश्वसनीय है | Its description in
relation to India is incredible as it is full of amazing stories.

2. हेरोिोटस | Herodotus
I. 'इविहास का वपिा’ | 'Father of history'
II. पस्ु िक :- वहस्टोररका | Book: - Historica

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3. मेगास्र्नीज | Megasthenes
1. सेल्युकस वनके टर का राजदूि | Seleucus Nicator's Ambassador
2. चन्द्रगुप्तमौयथ के राजदरबार में आया | Came to the court of Chandragupta
3. पुस्िक :- इवण्िका | Book: - Indica

मौयथकालीन व्यिस्र्ा की जानकारी | Mauryan system information

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4. िाइमेकस | 1) सीररयन नरेश आवन्ियोकस का राजदूि | Ambassador of Syrian King


Deimachus Antiochus
2) वबन्दुसार के राजदरबार में आया | Came to Bindusara's court

5. िायोवनवसयस | 1) वमस्र नरेश टॉलमी वफलेिेल्फस का राजदूि | Ambassador of Egypt King


Dionysus Ptolemy Philadelphia
2) अशोक के राजदरबार में आया | Came to ashoka's court

6. टॉलमी | ▪ दूसरी शिाब्दी में 'भारि का भूगोल' नामक पस्ु िक वलखी | Wrote a book called
Ptolemy 'Geography of India' in the second century

7. वप्लनी | Pliny 1) पुस्िक | Books :- 'नेचुरल वहस्री’ | 'Natural history’


2) भारिीय िनस्पवि और जीिों की जानकारी | Knowledge of Indian flora and
fauna

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8. पेररप्लस ऑफ द इररवर्यन सी | Periplus of the Erythraean Sea

I. लेखक | Author :- अज्ञाि | Anonymous


II. 80 AD के समय में भारिीय बंदरगाहों की जानकारी | Knowledge
of Indian ports at the time of 80 AD

➢ नोट :- वसकन्दर के सार् आनेिाले लेखकों में वनयाकस, आनेवसक्रटस िर्ा आवस्टोबुलस के वििरण अवधक प्रामावणक एिं
विश्वसनीय हैं | Among the authors accompanying Alexander, the descriptions of Niakas, Aneescritus and
Astiobulus are more authentic and reliable.

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2.2) चीनी लेखक | Chinese writer

➢ प्रमुख लेखक :- फावहयान, सयं ुगन , ह्वे नसॉग ,

1) फावहयान (Fa-Hien)

1. सबं वं धि राजा | Related king :- गप्तु राजा चंद्रगप्तु वद्विीय


2. पुस्िक | Book :- Foguoji (बौद्ध राज्यों का अवभलेख | Buddhist kingdoms records)
3. जानकारी | Information :- गुप्तकाल, विशेषकर मध्य प्रदेश की समाज और सस्ं कृवि | Gupta
period, especially society and culture of Madhya Pradesh

मध्य प्रदेश की जनिा को खुशी और समृवद्ध बिाया | Described happiness


and prosperity of the people of Madhya Pradesh

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2) सयं ुगन ( Sung Yun)

1. यह 518 ई. में भारि आया | It came to India in 518 AD


2. इसने अपने िीन िषों की यात्रा में बौद्ध धमथ की प्रावप्तयााँ एकवत्रि कीं | It collected the proceeds of
Buddhism in its three years of travel.
3) ह्वे नसॉग ( Hiuen Tsang / Xuan Zang /Hun Sang)
1. यात्रा | Journey :- 629 AD से 645 AD
2. शासनकाल | Reign :- हषथ िधथन | Harshavardhana
15 िषथ I. हषथकालीन व्यिस्र्ा | Harshavardhana’s system
3. पुस्िक | Book :- वस-यू-की | Si-yu-ki
II. 138 देशों का वििरण | Description of 138 countries

4. विशेष | Special :- वबहार में वस्र्ि नालंदा विश्वविद्यालय में अध्ययन और अध्यापन का कायथ वकया | Worked in teaching and teaching at
Nalanda University, Bihar
समकालीन कुलपवि | Contemporary patriarch :- आचायथ शीलभद्र | Acharya Shilabhadra

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4) इवत्सगं | Itsing

1. साििीं सदी के अंि में भारि आया एक चीनी यात्री और अनुिादक | A Chinese
traveler and translator arrived in India at the end of the seventh
century
2. जानकारी | Information :- समकालीन भारि, नालंदा और विक्रमवशला
विश्वविद्यालय | Contemporary India, Nalanda and Vikramashila
Universities

फावहयान सयं ुगन ह्वे नसॉग इवत्सगं

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2.3) अरबी लेखक | Arabic writer

➢ प्रमुख लेखक | Major author :- अलबरूनी , इब्नबिूिा

1) अलबरूनी (Al-Biruni)

1. महमूद गजनिी के सार् भारि आने िाला अरबी लेखक | Arabian writer coming to India with Mahmud Ghaznavi
2. पस्ु िक | Book :- वकिाब-उल-वहदं / िहकीक-ए-वहदं / भारि की खोज (Kitāb - al-Hind/Taḥqīq-al-Hind)
3. भाषा | Language :- अरबी | Arabian (80 अध्याय | Chapter )

4. जानकारी | Information :-
I. धमथ, दशथन, त्यौहार, खगोल विज्ञान | Religion, Philosophy, Festivals, Astronomy
II. समाज, िंत्र-मंत्र | Society, Tantra-Mantra,
III. राजपूि कालीन राजनैविक और सामावजक वस्र्वियां | Rajput period political and social conditions
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2) इब्नबिूिा (Ibn Battuta)

1. मोहम्मद वबन िुगलक के समकालीन एिं मोरक्को यात्री, लेखक और खोजी | Mohammed bin Tughluq's contemporary and
Moroccan traveler, writer and explorer
2. पुस्िक / यात्रा िृिांि :- ररहला | Rihla (अरबी भाषा में | In Arabian language)
3. जानकारी | Information :-
I. 14 िीं सदी की भारिीय पररवस्र्वियां | 14th century Indian conditions
II. वदल्ली सल्िनि की जानकारी | Information of Delhi Sultanate

4. विशेष | Special :-
I. 1333 में मोहम्मद वबन िुगलक ने इब्नबिूिा को वदल्ली का काजी / न्यायाधीश बनाया | In 1333, Mohammed bin Tughlaq
made Ibn Batuta the Qazi / Judge of Delhi.

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2. 4) अन्य लेखक | Other authors

िारानार् | Taranath माकोपोलो | Marco Polo

1) विब्बिी लेखक | Tibetan writer 1) 13 िीं सदी के अंि में पाण्ि्य राज्य की यात्रा | Visit of Pandya
2) पुस्िक | Book :- कंग्यूर / िंग्यूर | Kangyur / Tangyur kingdom at the end of 13th century (इटली का यात्री)
2) पाण्ि्य इविहास की जानकारी | Pandya history information

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3. पुराित्ि सबं ंधी स्त्रोि | Archaeological Sources

1. अवभलेख | Inscription 2. स्िंभलेख | Pillar Edicts / 3. वसक्के और अन्य | Coins


| Epigraph | Edicts Pillar Inscription and others

अध्ययन | Study - इपीग्राफी |


Epigraphy

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3.1) महत्िपूणथ अवभलेख और स्िंभलेख | Important Inscription and Pillar / Edicts

अवभले ख शासक | Ruler जानकारी | Information

1. हार्ीगुम्फा अवभले ख (विवर् रवहि अवभले ख) कवलंग राज खारिेल सिथप्रर्म 'भारििषथ ' का वजक्र | First mention of 'Bharatvarsha'

2. जूनागढ़ (वगरनार) अवभले ख रुद्रदामन

3. नावसक अवभले ख शासक गौिमी बलश्री

4. प्रयाग स्िम्भ ले ख समुद्रगुप्त

5. ऐहोल अवभले ख पुलके वशन-II

6. मन्दसौर अवभले ख मालिा नरे श यशोिमथन रे शम बुनकरों की श्रेणी | Silk weavers category

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7. ग्िावलयर अवभले ख प्रविहार नरे श भोज

8. वभिरी एिं जूनागढ़ अवभले ख स्कन्दगुप्त भारि पर होने िाले हूण आक्रमण | Huon invasion of India

9. देिपाडा अवभले ख बंगाल शासक विजयसेन

10. िेसनगर (विवदशा) गरुड स्िंभ होवलयोिोरस मध्य भारि में भागिि धमथ विकवसि होने का प्रमाण | Evidence of the

development of Bhagwat religion in central India

11. एरण अवभले ख भानुगुप्त सिी-प्रर्ा का पहला वलवखि साक्ष्य | First written evidence of sati
12. एवशया माइनर बोगाज़कोई अवभले ख ……………. िैवदक देििा वमत्र, िरुण, इद्रं , नासत्य का उल्ले ख | Mention of Vedic
(1400 BC) God Friend, Varuna, Indra, Nasatya

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3.2) वसक्के और अन्य | Coins and others

1) प्राचीनिम वसक्के | Oldest coins :- आहि वसक्के (Aahat Coins), काषापथण, पंचमाकथ वसक्के (Punch-marked coins )

धािु के टुकडे पर विशेष ठप्पा लगाकर वनवमथि | Made with a special stamp on a piece of metal

2) सिथप्रर्म वसक्कों पर ले ख | First article on coins :- यिन ( Greek) शासक


3) समुद्रगुप्त की िीणा बजािी हुई मुद्रा िाले वसक्के से उसके संगीि- प्रेमी होने का प्रमाण
वमलिा है | Samudragupta's coin playing the currency playing Veena gives
evidence of his love for music.
4) अररकमेिू (पुदुचेरी के वनकट) से रोमन वसक्के प्राप्त हुए हैं | Roman coins have been
received from Arikamedu (near Puducherry)

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➢ नोट :- सबसे पहले भारि के सबं ंध बमाथ

(सिु णथभूवम - ििथमान में म्यांमार), मलाया

(स्िणथद्वीप), कंबोविया (कंबोज) और जािा

(यिद्वीप) से स्र्ावपि हुए | India's

relations were first established

from Burma (Suvarnabhumi -

present-day Myanmar), Malaya

(Swarnadweep), Cambodia

(Kamboj) and Java (Yavadweep).

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अध्याय | Chapter - 2
प्रागैविहावसक काल | Pre - Historic Period

इविहास | History :- ले खन के आधार पर | On the basis of writing

1. प्रागैविहावसक काल | 2. आद्य ऐविहावसक काल | 3. ऐविहावसक काल | Historical


Prehistoric period Proto historical period period

ले खन कला नहीं | No written ले खन परंिु अपठनीय | पठनीय ले खन | Readable written


evidence Unreadable written evidence evidence

पाषाण काल | Stone Age वसंधु घाटी | Indus Valley िैवदक काल से आरम्भ | Starting
from Vedic period

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1. साक्ष्य | Evidence

1) ज्ञानी मानि' (होमोसैवपयंस) का प्रिेश इस धरिी पर आज से लगभग 30 या 40 हजार िषथ पूिथ हुआ | The entry of the
homosapien occurred on this earth about thirty or forty thousand years ago.
2) भारि का प्राचीनिम मानिाभ कवप | India's oldest human ape :- श्वेि वगबन (असम)
3) भारि में मनुष्य का प्रर्म प्रमाण | First Evidence of man in India :- नमथदा घाटी | Narmada Valley
4) रॉबटथ ब्रस
ु फुट :- भारि में पुरापाषाण कालीन औजारों की खोज | Palaeolithic tools discovered in India (1863)

पुरापाषाण औजार | Palaeolithic tools :- पत्र्र | Stone


5) प्रर्म पुरापाषाण कलाकृ वि | First Palaeolithic Artwork :- पल्लिरम (िवमलनािु) | Polavaram (Tamil Nadu)
6) भारि का प्राचीनिम नगर | The oldest city of India :- मोहनजोदडो (मृिकों का टीला) | Mohenjo-Daro (Mound of
the dead)

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2. प्रागैविहावसक काल | Prehistoric period

पाषाण काल | Stone Age

1. पुरापाषाण काल | 2. मध्य पाषाण | Mesolithic 3. निपाषाण काल


Palaeolithic Age Age Neolithic Age

1. मानि | Human :- आखेटक संग्राहक | 1. पवहए का आविष्कार | Invention of Wheel


Hunter Gatherer 2. कृ वष का आविष्कार | Invention of
2. आग का आविष्कार | Invention of fire agriculture
3. स्र्ाई वनिास | Permanent Residence
4. पशुपालन (कुिा प्रर्म पालिू जानिर) |
Animal Husbandry (Dog first pet)

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3. कृवष और औजार | Agriculture and Tools

1) अविष्कार | Invention :- निपाषाण काल | Neolithic / New Stone Age


2) औजार | Tools :- िाबे का औजार | Copper tools

1. प्रर्म औजार | First tool


कुल्हाडी | Axe
2. साक्ष्य | Evidence :- अविरम्पक्कम | Attirampakkam (िवमलनािु)

प्रर्म फसल | First crop गेहूं और जौ | Wheat and barley

साक्ष्य | Evidence :- मेहरगढ़ (पवश्चमी, बलूवचस्िान) | Mehargarh (Western, Balochistan )

अन्य फसल | Other crops :- चािल | Rice (साक्ष्य | Evidence :- कोल्िीहिा, उिर प्रदेश | Koldihwa, Uttar Pradesh

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4. बिथनों के आधार पर प्राचीन सस्ं कृवियां / पूिथ हडप्पा स्र्ल | Ancient


cultures / pre-Harappan sites On the basis of Pottery

संस्कृ वि | Cultures बिथ न / विशेष | Pottery / Special


1. मालिा | Malwa काला िर्ा लाल | Black and red
2. बुजथहोम | Burjholm धूसर | Gray
3. जोखे | Jokhe लाल | Red
4. दवक्षणी निपाषाण | Southern Neolithic चमकीला धस
ू र | Bright gray
5. पूिी निपाषाण | Eastern Neolithic भूरा लाल | Brown red
6. जोिे संस्कृ वि | Jorwe culture 1. िाम्र पाषाण संस्कृ वि
2. इनामगांि नामक बस्िी | Inamgaon Called colony

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➢ नोट :- भारिीय नागररक सेिा के अवधकारी ररजले प्रर्म व्यवक्त र्े वजन्होंने प्रर्म बार िैज्ञावनक आधार पर भारि की जनसख्ं या
का प्रजािीय विभेदीकरण वकया | Rizley, an officer of the Indian Civil Service, was the first person to racialize
the population of India on scientific basis for the first time.

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अध्याय | Chapter - 03
वसध
ं ु घाटी सभ्यिा | Indus Valley Civilization

1. सामान्य जानकारी | General Information

1) 2400 से 1700 BC के मध्य विकवसि नगरीय, आद्य ऐविहावसक काल

|और कांस्ययगु ीन सभ्यिा | The urban, protohistoric and bronze

age civilization developed between 2400 and 1700 B.C.

2) मुख्य वनिासी | Primary Resident:- द्रविड और भूमध्यसागरीय |

Dravidian and Mediterranean

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3) नामांकन और खोजकिाथ | Nomenclature and Discoverer :-

1) रायबहादुर दयाराम साहनी | Raibahadur Dayaram Sahni 1921 में रािी के वकनारे वस्र्ि हडप्पा की खोज | The
discovery of Harappa on the banks of Ravi in 1921

हडप्पा सभ्यिा | Harappan Civilization


2) राखल दास बनजी | Rakhaldash Banerjee 1922 में वसंधु के वकनारे वस्र्ि मोहनजोदडो की खोज | The discovery of
Mohenjodaro on the banks of the Indus in 1922

वसध
ं ु घाटी सभ्यिा | Indus Valley Civilization

3) मेसोपोटावमया के अवभले ख | Mesopotamia edict :- “मेलूहा शब्द | Meluha word”

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4) विस्िार | Expansion :-
मांदा (जम्मू कश्मीर, वचनाब नदी)
Manda (Jammu Kashmir,
Chenab River)

सुिकागेंिोर ( बलूवचस्िान दाश्क अलमगीरपुर (मेरठ, उिरप्रदेश,


नदी) Sutkagandor वसंधु घाटी सभ्यिा | Indus वहंिन नदी) | Alamgirpur
(Balochistan Dashk River) Valley Civilization (Meerut, Uttar Pradesh,
Hindon River)

दाइमाबाद (अहमदनगर, महाराष्र, गोदािरी


नदी) | Dayamabad (Ahmednagar,
Maharashtra, Godavari River)

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5) एक नगरीय सभ्यिा | An urban civilization :- छह बडे नगर | Six Large Town

1) मोहनजोदडो | Mohenjodaro
2) हडप्पा | Harappa
3) गणिारीिाला | Ganwariwala
4) धौलािीरा | Dholavira
5) राखीगढ़ी | Rakhigarhi
6) कालीबंगन | Kalibangan

5) वलवप | Script भािवचत्रात्मक | Pictographic script

I. दाएं से बाएं | Right to Left


II. अपठनीय | Unreadable :- आद्य ऐविहावसक काल | Proto historical period

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2. प्रमुख स्र्ान | Major Site

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दयाराम साहनी,1921
यज्ञदि शमाथ, रोपड वजला पंजाब,
(मोंटगोमरी पावकस्िान)
सिलुज नदी
रािी नदी
रिीन्द्र वसंह विष्ट (वहसार
गोपाल मजुमदार (वसंध प्रांि वजला हररयाणा) रंगोई नदी
पावकस्िान) वसंधु नदी
राखलदास बनजी, 1922 यज्ञदि शमाथ (मेरठ
(लरकाना वजला पावकस्िान) उिर प्रदेश) वहिं न नदी
वसधं ु नदी

बी. बी. लाल एिं बी.


के . र्ापर (हनुमानगढ़,
राजस्र्ान) घग्गर नदी
रविंद्र नार् वबष्ट (कच्छ,
गुजराि)

रंगनार् राि
(अहमदाबाद गुजराि) रंगनार् राि
भोगिा नदी (कावठयािाड गज ु राि)
मादर नदी

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3. विशेषिाएं | Characteristics

1) नगरीय विशेषिाएं | Urban Characteristics :-

I. ग्रीि पद्धवि पर वनवमथि नगर | City built on grid system


II. सुव्यिवस्र्ि जल वनकासी व्यिस्र्ा | Well-run drainage system
III. पकी और अलंकृि ईट (कालीबंगन) का प्रयोग | Use of burnt clay bricks and ornate brick (Kalibangan)
IV. घरों के दरिाजे और वखडवकयााँ सडक की ओर न खुलकर वपछिाडे की ओर खुलिे र्े। के िल लोर्ल नगर के घरों के दरिाजे मुख्य सडक
की ओर खुलिे र्े | The doors and windows of the houses used to open towards the backyard rather than towards the
road. Only the doors of Lothal city's houses opened towards the main road.
V. शहर उच्च और वनम्न भाग में िगीकृ ि | City classified into Upper and lower part
VI. उच्च भाग | Upper part :- वकलाबंद | Fortification

अपिाद | Exception :- कालीबंगा (दोनों भागों में वकले बंदी) | Kalibanga (fortifications in both parts)

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VII. मोहनजोदडो से प्राप्त िृहि स्नानागार एक प्रमुख स्मारक हैं, वजसके मध्य वस्र्ि स्नानकुंि 11.88 मीटर लम्बा, 7.01 मीटर चौडा एिं 2.43
मीटर गहरा है | The large great baths obtained from Mohenjodaro are a major monument, between which the bath
bath is 11.88 meters long, 7.01 meters wide and 2.43 meters deep.

2) कृ वष और पशुपालन | Agriculture and Animal Husbandry

I. जुिे हुए खेि | Ploughed fields :- कालीबंगन | Kalibangan


II. प्रमुख फसल | Major crop :- गेहूं और जौ | Wheat and barley
III. लोर्ल और रंगपुर से चािल के साक्ष्य | Evidence of rice from Lothal and Rangpur

1. अवधशेष उत्पादन | Surplus production


IV. अन्नागार | Granary 2. विकवसि कृ वष | Developed agriculture
3. मोहनजोदडो का अन्नागार सेंधि सभ्यिा की सबसे बडी इमारि | The largest building of the
civilization – Warehouse of Mohenjodaro

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1. बैल, भैंस | Bull, buffalo


V. पशुपालन | Animal husbandry
2. घोडे के प्रमाण सुिकोटदा, कालीबंगा और लोर्ल से | Horse evidence from Sutkotada,
Kalibanga and Lothal

3) धावमथक विशेषिाएं | Religious Characteristics :-

I. स्पष्ट जानकारी का अभाि है | Lacks clear information


II. मवन्दर के अिशेष नहीं | No remains of temple
III. मािृदेिी / उिथरिा देिी की पूजा | Mother goddess / fertility goddess worship:- मािृसिात्मक समाज | Matriarchal society
IV. िृक्ष पूजा और वशि पूजा के साक्ष्य | Evidence of tree worship and Shiva worship
V. कूबड िाला साड | Humped bull
VI. मोहनजोदडो - दाढ़ी िाला पज
ु ारी | Bearded priest

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1. मोहनजोदडो से | From Mohenjodaro


VII. पशुपविनार् की मुहर | Pashupatinath's seal
2. चारों ओर हार्ी, गैंिा, चीिा और भैंस | Elephant, rhinoceros, cheetah and
buffalo around
VIII. कालीबंगा | Kalibanga :- अवग्नकुंि | Firepot
IX. स्िावस्िक वचन्ह | Swastik sign :- सूयथ उपासना | Sun Worship
X. शिाधान प्रवक्रया | Funeral :-

1. शिों को जलाना | Burning bodies :- मोहनजोदडो | Mohenjodaro


2. शिों को दफनाना | Burial of dead bodies :- हडप्पा | Harappa
3. युग्म में समावधया | Paired tomb:- लोर्ल और कालीबंगा | Lothal and Kalibanga

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4) यािायाि | Transportation:-
I. लोर्ल और सिु कोटदा से बदं रगाह | Water, Lothal and Sutkotada Ports
I. यािायाि | Transportation
II. बैलगाडी / भैंसगाडी | Bullock cart / Buffalo cart

I. पदाथ प्रर्ा और िेश्यािृवि | Curtain and prostitution


II. समाज | Society
II. मोहनजोदडो से निथ की की कांस्य मूविथ | Bronze statue of dancer from

Mohenjodaro

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5) जीिन शैली | Lifestyle :-

I. लोर्ल और चन्हूदडो | Lothal And Chanhudaro :- मनके कारखाना | Beaded factory


II. सूिी और ऊनी िस्त्र | Cotton and woolen cloth
III. पासा, वशकार जै से मनोरंजन कायथ | Entertainment work like dice, hunting
जीिन शैली | Lifestyle :-
IV. विजाइन िाले काले रंग के बिथ न | Black painted utensils
V. वमठास | Sweetness :- शहद | Honey
VI. िलिार के साक्ष्य नहीं | No evidence of sword:- शांविपूणथ समाज | Peaceful society

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6) व्यापार | Trades :- I. मोहर प्रयोग | Seal experiment :- हडप्पा की मोहर पर एक श्रृंगी पशु | A horned animal on the
seal of Harappa
व्यापार | Trades :-
II. मापन की इकाई | Unit of Measurement :- 16 के अनुपाि | 16 Ratio
III. विदेशी व्यापार | Foreign trade :-

वसन्धु काल में विदेशी व्यापार | Foreign trade during Indus period
आयाविि िस्िुएाँ | Imported Goods प्रदेश | Regions
िााँबा | Copper खेिडी, बलूवचस्िान, ओमान
चााँदी | Silver अफगावनस्िान, ईरान
सोना | Gold कनाथ टक, अफगावनस्िान, ईरान
वटन | Tin अफगावनस्िान, ईरान
लाजििथ | Lajwart मेसोपोटावमया
सीसा | Led ईरान

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7) शासन | Governance :- संभििः िावणक िणथ | Possible commercial characters

1) सैंधि सभ्यिा के विनाश का सभ


ं ििः सबसे प्रभािी कारण बाढ़ र्ा | Probably the most effective cause of the
destruction of the Sandhav civilization was floods.
2) वपग्गट ने हडप्पा एिं मोहनजोदडो को एक विस्िृि साम्राज्य का जुडिााँ राजधानी कहा है | Pingt called Harappa and
Mohenjodaro the twin capital of a vast empire.
3) स्ििंत्रिा-प्रावप्त पश्चाि् हडप्पा सस्ं कृवि के सिाथ वधक स्र्ल गुजराि में खोजे गये हैं | Most sites of Harappan culture
have been discovered in Gujarat after attaining independence.
4) आग में पकी हुई वमट्टी को टे राकोटा कहा जािा है | The soil baked in fire is called terracotta
5) सबसे बडी साइट | Largest site :- राखीगढ़ी (हररयाणा) और मोहनजोदडो | Rakhigarhi (Haryana) and
Mohenjodaro

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4. स्र्ान और साक्ष्य | Site And Evidence

स्र्ान | Site साक्ष्य | Evidence


1. मोहनजोदडो (मृिकों का टीला) | 1. सबसे बडा अन्नागार | Granary
Mohenjodaro (mound of the dead) 2. स्नानागार | Great Bath
3. पशुपविनार् की मुहर | Pashupatinath's seal
4. निथ की की मूविथ (कााँस्य) | Dancer Idol (Bronze)
5. शि को जलाने के साक्ष्य | Evidence of burning bodies
6. दाढ़ी िाला पुजारी | Bearded priest
2. हडप्पा | Harappa 1. एक श्रृंगी पशु िाली मुहर | A horned animal seal
2. मािृदेिी की प्रविमाह | Statue of mother goddess

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3. कालीबंगा (राजस्र्ान) | Kalibanga 1) अवग्नकुंि | Fire pit


(Rajasthan) 2) चूडी कारखाना | Bangle factory
3) युग्म समावध | Paired tomb
4) जूिा हुआ खेि
5) अलंकृि ईट | Ornate Brick
4. सुरकोटदा (गुजराि) | Surkotada (Gujarat) 1) घोडे के अिशेष | Remains of horses
5. लोर्ल (गज
ु राि) 1) बदं रगाह (वसध
ं ु घाटी का मेनचे स्टर) | Ports (Manchester of the Indus
Valley)
2) धान और घोडे के साक्ष्य | Evidence of paddy and horse
3) अवग्नकुंि | Fire pit
4) युग्म समावध | Paired tomb
5) मनके बनाने का कारखाना | Bead factory

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6. धौलािीरा (गुजराि) | Dhaulavira (Gujarat) 1) बांध और जलाशय स्टे वियम

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अध्याय | Chapter - 04
िैवदक सभ्यिा | Vedic culture

1. ऋग्िैवदक काल-1500 BC - 2. उिर िैवदककाल-1000 BC -


1000 BC 600BC

1) िैवदक सभ्यिा | Vedic culture :- आयों द्वारा विकवसि ग्रामीण सभ्यिा | Rural civilization developed by Aryans

मूल वनिास | Prime residence मध्य-एवशया (मैक्समूलर) | Central Asia (MaxMuller)

सिथप्रर्म पंजाब एिं अफगावनस्िान में वसन्धु के आसपास वनिास | First residence around Indus in Punjab and Afghanistan

2) भाषा | Language संस्कृ ि | Sanskrit

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1. ऋग्िैवदक काल (1500 BC -1000 BC)

1.1) राजनैविक और प्रशासवनक व्यिस्र्ा | Political and administrative system

1) प्रशासवनक इकाइयां | Administrative units :-


I. राष्र | State :- राजा | King सबसे बडी इकाई | Largest unit

II. जन | Jana :- राजन | Rajan

III. विश | Vis (The Clan) :- विशपवि | Vispati

IV. ग्राम | Village :- ग्रावमणी | Gramini

V. कुल Kula (The family):- कुलपवि / कुलप | kulapati / Kulapa


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2) प्रमख
ु अवधकारी | Major Officer :-
1) िवशष्ठ :- रूवढ़िादी | Conservative
I. धावमथक अवधकारी | Religious officer :- पुरोवहि | Priest / Purohit
2) विश्वावमत्र :- उदारिादी | Moderate
II. गुप्तचर | Spotter :- स्पश | Spush / Spush

III. दुगथपवि | Durgapati :- पुरप | Purp

IV. चारागाह / गोचर भूवम का अवधकारी | Pasture / Pasture officer of transiting land :- िाजपवि | Vajapati

V. पवु लस / अपराधी पकडने :- उग्र | Ugra / Fiery

VI. सूि, रर्कार िर्ा कम्मावद | Soot, charioteer and kamadi :- रत्नी (12 संख्या)

1. सिाथ वधक महत्िपूणथ पुरोवहि और सैवनक | Most important priests (Pandit) and soldiers
2. न्यावयक अवधकारी का उल्ले ख नहीं | Judicial officer not mentioned

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VII. सभा एिं सवमवि | Sabha and Samiti :-

1) राजा को सलाह देने िाली संस्र्ा | An Institution advising the king

2) सभा | Assembly :- श्रेष्ठ लोगों की संस्र्ा | Institution of The Best People

3) सवमवि | Committee :- सामान्य लोगों की संस्र्ा | Institution of ordinary people

अध्यक्ष | Chairman :- ईशान | Ishaan


4) वस्त्रयां सभा और सवमवि में भाग ले सकिी र्ी | Women could participate in the meeting and committee

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VIII. यद्ध
ु | War :-

1. युद्ध के वलए गविवष्ट शब्द का प्रयोग | Use of the word Gavishti for war

गायों की खोज | Search for cows

I. परुषणी (रािी) नदी के िट पर सूदास (भारि नामक समुदाय - विजय) और 10 जनों

के मध्य | Between Sudas (Vijay) and the Ten Kings on the banks of the
2. दसराज्ञ यद्ध
ु | Battle of the Ten Kings
river Parushani (Ravi)

II. जानकारी | Information :- ऋग्िेद का साििां मंिल | Seventh division of

Rigveda

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1. 2) सामावजक जानकारी | Social information

1) िणथ व्यिस्र्ा | Varna system :-


I. ऋग्िेद के दसिें मंिल में िवणथ ि की पुरुषसूक्त | Purushukta described in the tenth mandala of the Rigveda
II. 4 िणथ | Four Varna :- ब्राह्मण, क्षवत्रय, िैश्य, शूद्र | Brahmin, Kshatriya, Vaishya, Shudra
III. विभाजन का आधार | Division basis :- व्यिसाय (कमथ) | Profession (Karma / Work )
2) वपिृसिात्मक समाज | Patriarchal society
3) हालााँवक वस्त्रयों की बेहिर वस्र्वि | Although the better condition of women
I. वशक्षा | Education :- लोपामुद्रा, घोषा, वसकिा, आपला एिं विश्वास जै सी विदुषी वस्त्रयााँ
II. बाल वििाह और पदाथ प्रर्ा नहीं | Child marriage and not curtain practice
III. पवि के सार् यज्ञ में भागीदारी | Participation in Yajna with husband
IV. विधिा स्त्री देिर से वििाह कर सकिी र्ी | The widow could marry a woman brother-in-law
V. अमाजू | Amaju :- जीिनभर अवििावहि रहने िाली स्त्री | A woman living unmarried for a lifetime

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4) धमथ | Religion :-
I. वप्रय देििा | Beloved Deity :- इद्रं | Indra
II. अवग्न | Agni :- मनुष्य और देििा के मध्यस्र् | Mediator of man and god
III. पवित्र पशु | Holy animal :- गाय | Cow

अध्न्या | Adhyaya न मारे जाने योग्य पशु | Non-perishable animal

IV. पवित्र नदी | Holy river :- सरस्ििी | Saraswati


V. गायत्री मंत्र सावित्री नामक देििा को संबोवधि है, वजसका संबंध ऋग्िेद से है। The Gayatri mantra is addressed to a deity called
Savitri, who is related to the Rigveda. Vishwamitra composed the Gayatri Mantra to make people Arya.

लोगों को आयथ बनाने के वलए विश्वावमत्र ने गायत्री मत्रं की रचना की |

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ऋग्िेवदककालीन देििा | Rigvedic gods


देििा | Gods सबं ंध | Relation
इन्द्र युद्ध का नेिा एिं िषाथ का देििा | Leader of war and god of rain
अवग्न देििा एिं मनुष्य के बीच मध्यस्र् | Mediator between God and Man
िरुण पृथ्िी एिं सयू थ के वनमाथ िा, समुद्र का देििा, विश्व के वनयामक एिं शासक, सत्य का प्रिीक, ऋिु-पररििथन एिं वदन-राि
का किाथ | Creator of Earth and Sun, God of the sea, Regulator and ruler of the world, symbol of
truth, season-change and day-night doer
द्यौ आकाश का देििा (सबसे प्राचीन) | God of the sky (most ancient).
सोम िनस्पवि देििा | Plant god
उषा प्रगवि एिं उत्र्ान-देििा | God of progress and development
आवश्वन विपवियों को हरनेिाले देििा | Gods of Calamities
पषू न पशुओ ं का देििा | Gods of Animal
विष्णु विश्व के सरं क्षक एिं पालनकिाथ | World's mentor and follower
मरुि आाँधी-िफ ू ान का देििा | God of storm

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5) जीिन शैली | Lifestyle :-


I. मनोरंजन | Entertainment :- संगीि, रर्दौड, घुडदौड
II. वप्रय पशु | Famous animal :- घोडा | Horse
III. मुख्य पेय | Main drink :- सोमरस (िनस्पवि से वनवमथि) | Somaras (made from vegetation)

1) िीन प्रकार (बास, अवधिास और उष्णीष) Three types (baas,adhivaas aur ushneesh)
IV. िस्त्र
2) अंदर पहनने िाले िस्त्र | Inside clothing :- नीवि | Neevi

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1. 3) अन्य जानकारी | Other information

1) मुख्य व्यिसाय | Core Profession :- पशुपालन वफर कृ वष | Animal husbandry then agriculture

I. लोहा (श्याम अयस्क) | Iron (black ore) :- आयों ने खोजी | Aryans discovered
2) धािु | Metal
II. िांबा | Copper :- लोवहि अयस्क | Iron ore

3) आदान-प्रदान का माध्यम | Medium of exchange :- िस्िु विवनमय प्रणाली | Barter system

4) पवण | Pane :- व्यापार हेिु दूर दूर िक जाने िाला व्यवक्त | A person who is going far away for business.

5) िेकनॉट (सूदखोरी) | Weknot (usury) :- ब्याज पर ऋण देने िाला | Lender on interest

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1. 4) ऋग्िैवदककालीन नवदयां | Rigvedic Rivers

1) सबसे पवित्र और महत्िपूणथ नदी | Most sacred and important river :- सरस्ििी | Saraswati
2) सिाथवधक उवल्लवखि नदी | Most mentioned river :- वसध
ं ु | Indus
3) गंगा (एक बार) यमुना (िीन बार) उल्लेवखि | Ganga (once) Yamuna (thrice) mentioned

ऋग्िैवदककालीन नवदयां | Rigvedic Rivers


प्राचीन नाम आधवु नक नाम प्राचीन नाम आधुवनक नाम
क्रुभ कुरथम विपाशा व्यास
कुभा काबल ु सदानीरा गंिक
वििस्िा झेलम दृसद्धिी घग्घर
आवस्कनी वचनाब गोमिी गोमल
परुषणी रािी सिु स्िु स्िाि्
शिुवद्र सिलज

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2. उिर िैवदककाल-1000 BC -600BC

1) उिरिैवदक काल में इन्द्र के स्र्ान पर प्रजापवि सिाथवधक वप्रय देििा हो गये र्े | In the later Vedic period, Prajapati

became the most beloved deity in place of Indra.

2) उिरिैवदक काल में राजा के राज्यावभषेक के समय राजसयू यज्ञ का अनुष्ठान वकया जािा र्ा | In the later Vedic period, the

Rajsuya Yajna was performed at the time of the coronation of the king.

3) उिरिैवदक काल में िणथ व्यिसाय की बजाय जन्म के आधार पर वनधाथररि होने लगे र्े | In the later Vedic period, the

Varnas were determined on the basis of birth rather than occupation

4) उिरिैवदक काल में हल को वसरा और हल रेखा को सीिा कहा जािा र्ा | In the later vedic period the plow was called

the end and the plow line was called Sita.

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5) उिरिैवदक काल में वनष्क और शिमान मुद्रा की इकाइयााँ र्ीं, लेवकन इस काल में वकसी खास भार, आकृवि और मूल्य के वसक्कों

के चलन का कोई प्रमाण नहीं वमलिा | In the later Vedic period there were units of pure and cool currency, but in

this period, there is no evidence of coins of any special weight, shape and value.

6) उिरिैवदक काल में कौशाम्बी नगर में प्रर्म बार पक्की ईटोंं का प्रयोग वकया गया है | Pucca bricks have been used in

Kaushambi city for the first time in the later Vedic period.

7) गोत्र नामक सस्ं र्ा का जन्म उिरिैवदक काल में हुआ | Gotra was born in the later Vedic period

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3. अन्य ऐविहावसक स्त्रोि | Other historical sources

1. उपवनषद | Upanishads 1) सख्ं या 108 | Number 108


2) सत्यमेि जयिे - मुंिकोपवनषद से वलया गया है इसी उपवनषद में यज्ञ की िुलना टूटी
नाि से की गई है | Satyameva Jayate has been taken from
Mundakopanishad, in this Upanishad, Yajna has been compared to a
broken boat.

2. महाकाव्य | Epic 1) सख्ं या - दो (महाभारि और रामायण) | Number two (Mahabharata and


Ramayana)
2) 'महाभारि' का पुराना नाम जयसवं हिा है। यह विश्व का सबसे बडा महाकाव्य है |
The old name of 'Mahabharata' is Jayasahita. It is the world's largest
epic.

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4. प्रमख
ु दशथन और उनके प्रििथक | Prominent philosophy and their promoters

प्रमख
ु दशथन और उनके प्रििथक | Prominent philosophy and their promoters
दशथन प्रििथक दशथन प्रििथक
चािाथक चािाथक पिू थमीमांसा जैवमनी
योग पिञ्जवल उिरमीमांसा बादरायण
सांख्य कवपल िैशेवषक कणाद या उलूक
न्याय गौिम

➢ नोट :- िेदान्ि दशथ न के मौवलक ग्रर्


ं 'ब्रह्मसत्रू ' या 'िेदान्ि सत्रू ' की रचना बदरायन ने की र्ी || 'Brahmasutra' or 'Vedanta
Sutra', the original text of Vedanta philosophy, was composed by Badarayan.

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अध्याय | Chapter - 05
महाजनपदों का उदय | Mahajanapada Period

▪ बुद्ध के जन्म के पूिथ 6ठी शिाब्दी ईसा पूिथ में भारििषथ 16 जनपदों में बाँटा हुआ र्ा, इसकी जानकारी हमें बौद्धग्रर्
ं अंगुिर वनकाय से
वमलिी है | In the 6th century BC, before the birth of Buddha, India was divided into 16 districts, we get the
information from the Buddhist scripture anguttara nikaya

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1. कंबोज - हाटक
(पावकस्िान)
2. गांधार – िक्षवशला
3. कुरु - इद्रं प्रस्र्
(पावकस्िान) 4. पांचाल - अवहच्छत्र (बरेली, UP)
(वदल्ली हररयाणा)
5. कौशल - श्रािस्िी (फैजाबाद, UP)
14. शूरसेन - मर्रु ा 6. मल्ल - कुशीनगर (UP)

7. काशी - बनारस (UP) 8. िवज्ज - िैशाली (वबहार)

13. मत्स्य - विराटनगर


(जयपुर राजस्र्ान)

9. अंग - चंपा (वबहार)

15. अििं ी – मावहष्मिी/ 16. चेवद - शवक्तमिी 10. मगध - राजगृह (पटना, वबहार)
उज्जैन (मध्य प्रदेश) (MP)
11. ित्स - कौशाम्बी (इलाहाबाद यपू ी)

12. अश्मक – पोटली (गोदािरी क्षेत्र)

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क्र. महाजनपद राजधानी क्षेत्र (आधुवनक स्र्ान)


1. अंग चंपा भागलपरु , मगुं ेर (वबहार)
2. मगध वगररब्रज/राजगृह पटना, गया (वबहार)
3. काशी िाराणसी िाराणसी के आस-पास (उिर प्रदेश)
4. ित्स कौशाम्बी इलाहाबाद के आस-पास, (उिर प्रदेश)
5. िवज्ज िैशाली/विदेह/ वमवर्ला मुजफ्फरपुर एिं दरभंगा के आस- पास का क्षेत्र
6. कोशल श्रािस्िी फैजाबाद (उिर प्रदेश)
7. अिवन्ि उज्जैन/मवहष्मिी मालिा (मध्य प्रदेश)
8. मल्ल कुशाििी देिररया (उिर प्रदेश)
9. पंचाल अवहच्छत्र, कावम्पल्य बरेली, बदांयू , फरुथखाबाद (उ. प्रदेश)
10. चेवद शवक्तमिी बुंदेलखंि (उिर प्रदेश)

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11. कुरु इन्द्रप्रस्र् आधुवनक वदल्ली, मेरठ एिं हररयाणा के कुछ क्षेत्र
12. मत्स्य विराटनगर जयपुर (राजस्र्ान) के आस-पास के क्षेत्र
13. कम्बोज हाटक राजोरी एिं हजारा क्षेत्र (पावकस्िान)
14. शूरसेन मर्ुरा मर्ुरा (उिर प्रदेश)
15. अश्मक पोटली/पोिन गोदािरी नदी क्षेत्र (द. भारि का एक मात्र जनपद)
16. गान्धार िक्षवशला रािलवपिं ी एिं पेशािर (पावकस्िान)

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अध्याय | Chapter - 06
जैन धमथ | Jainism

1. पररचय | Introduction

1) सस्ं र्ापक और प्रर्म िीर्ांकर | Founder and First Tirthankara :- ऋषभदेि |


Rishabhdev
2) जैन धमथ में िीर्ांकरों की सख्ं या | Number of Tirthankaras in Jainism :- 24

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2. प्रमुख जैन िीर्ांकर और उनके प्रिीक वचह्न | Major Tirthankara & Symbol
जैन िीर्ांकर के नाम एिं क्रम | Name प्रिीक वचह्न | Symbol
ऋषभदेि (01) | Lord Rishabha सााँि | Ox
अवजिनार् (02) | Ajitanath हार्ी | Elephant
सभं िनार् (03) | Sambhavanatha घोडा | Horse
सपं ाश्वथनार् (07) | Suparshvanath स्िावस्िक | Swastika
शांविनार् (16) | Santinath वहरण | Deer
नावमनार् (21) | Naminatha नीलकमल | Blue-Lotus
अररष्टनेवम (22) | Aristanemi शंख | Conch
पाश्वथनार् (23) | Parshwanath सपथ | Serpent
महािीर (24) | Mahavira वसहं | Lion
➢ नोट :- दो जै न िीर्ांकरों ऋषभदेि एिं अररष्टनेवम के नामों का उल्ले ख ऋग्िेद में वमलिा है। अररष्टनेवम को भगिान कृ ष्ण का वनकट संबंधी माना
जािा है | The names of two Jain Tirthankaras Rishabhdev and Arishtanemi are mentioned in the Rigveda. Arishtanemi is
considered to be a close relative of Lord Krishna.

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3. पाश्वथनार् | Parshvanath

1) जैनधमथ के 23िें िीर्थकर | 23rd Tirthankar of Jainism


2) काशी के इक्ष्िाकु िंशीय राजा अश्वसेन के पुत्र | Son of Ikshvaku dynasty king
Ashwaseen of Kashi
3) 30 िषथ की अिस्र्ा में सन्ं यास-जीिन | Renunciation life at the age of 30

1. वहंसा न करना | Ahimsa (non-injury)


2. सदा सत्य बोलना | Satya (non-lying)
4) प्रमुख वशक्षाएं | Major teachings
3. चोरी न करना | Asteya (non stealing)
4. सम्पवि न रखना | Aparigraha (non-possession)

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4. महािीर स्िामी | Mahavir Swami

1) जैनधमथ के 24िें (अंविम) िीर्थकर | 24th (last) Tirthankar of Jainism


I. बचपन का नाम :- िधथमान
2) जन्म | Birth :- 540 ईसा पूिथ कुण्िग्राम (िैशाली) II. वपिा :- वसद्धार्थ (ज्ञािृक कुल' के सरदार)
III. मािा :- वत्रशला (वलच्छवि राजा चेटक की बहन )
3) पत्नी | Wife :- यशोदा | Yashoda
पुत्री
वििाह
अनोज्जा / वप्रयदशथनी जावमल

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4) 30 िषथ की उम्र में भाई नंदीिधथन की अनुमवि से सन्ं यास | Renunciation at the age of 30 with the permission of Brother
Nandivardhan

12 िषों की कठोर िपस्या

5) जवृ म्भक के समीप ऋजपु ावलका नदी के िट पर साल िक्ष


ृ के नीचे ज्ञान का बोध | Realization of
knowledge under Sal tree on the banks of river Rijupalika near Jrimbhikagrama

वजन (विजेिा), अहथि (पूज्य) और वनग्रन्र् (बंधनहीन) | Jina or Jitendriya (one


who conquered his senses), Nrigrantha (free from all bonds), Arhant
(blessed one)

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6) प्रर्म उपदेश | First sermon :- राजगीर/राजगृह (वबहार) में वबिल


ू ाचल पहाडी पर िाराकर नदी के िट पर प्राकृि (अधथमागधी) भाषा
I. वनग्रन्र् (अनुनायी) | Nigranth (follower)
II. प्रर्म अनुयायी | First follower :- जावमल (दामाद)
III. प्रर्म वभक्षुणी | First Nun :- नरेश दवधिाहन की पुत्री चम्पा
अनुयायी | Followers
IV. अपने वशष्यों को 11 गणधरों में विभावजि वकया | Divided his disciples
into 11 Gan
V. महािीर के बाद प्रर्म उपदेशक :- आयथ सध
ु माथ

7) मृत्यु (वनिाथण) | Death (nirvana) :- 468 BC पािापुरी (राजगीर वबहार)

मल्लराजा सवृ स्िपाल | Malla King Srishtipal

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4. जैन धमथ की विशेषिाएं | Characteristics of jainism

1) जैनधमथ ने अपने आध्यावत्मक विचारों को सांख्य दशथ न से ग्रहण वकया | Jainism embraced his spiritual thoughts through
Sankhya philosophy.
2) जैनधमथ में ईश्वर की मान्यिा नहीं है | God is not recognized in Jainism
3) जैनधमथ में आत्मा की मान्यिा है | Spirit is recognized in Jainism
4) महािीर पुनजथन्म एिं कमथिाद में विश्वास करिे र्े | Mahavira believed in rebirth and karmism .
I. सम्यक् दशथन | Right belief
5) जैनधमथ के वत्ररत्न | Triratna of Jainism II. सम्यक् ज्ञान | Right knowledge
III. सम्यक् आचरण | Right action
इस हेिु 5 महाव्रि | 5 Mahavrat for this

अवहस
ं ा सत्य अस्िेय अपररग्रह ब्रह्मचयथ
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6) जैनधमथ के सप्तभंगी ज्ञान के अन्य नाम स्यादिाद और अनेकांििाद हैं | The other names of Saptabhangi knowledge of Jainism
are Syedvad and Vyantavad.

5. जैन धमथ का विभाजन | Division of Jainism

1) लगभग 300 ईसा पिू थ में मगध में 12 िषों का भीषण अकाल | 12 years of severe famine in Magadha around 300 BC

1. भद्रबाहु | Bhadrabahu 2. स्र्ल


ू भद्र | Sthulabhadra

कनाथटक | Karnataka मगध में ही रुके | Stayed in magadha

वदगम्बर | Digambar श्वेिाम्बर (श्वेि िस्त्र) | Shvetaambar

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6. प्रमुख िथ्य | Major facts

1) जैनधमथ मानने िाले कुछ राजा र्े - उदवयन, िदराजा, चन्द्रगप्त मौयथ, कवलंग नरेश

खारिेल, राष्रकूट राजा अमोघिषथ, चंदेल शासक

2) मैसरू के गगं िश
ं के मत्रं ी, चामण्ु ि के प्रोत्साहन से कनाथटक के श्रिणबेलगोला में

10िीं शिाब्दी के मध्य भाग में विशाल बाहुबवल की मूविथ (गोमिेश्वर की मूविथ)

का वनमाथण वकया गया

3) मौयोिर युग में मर्ुरा जैन धमथ का प्रवसद्ध के न्द्र र्ा ।

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4) खजुराहो में जैन मंवदरों का वनमाथ ण चंदेल शासकों द्वारा वकया गया | Jain

temples in Khajuraho were built by the Chandela rulers.

5) जैन िीर्ांकरों की जीिनी भद्रबाहु द्वारा रवचि कल्पसत्रू में है | The

biography of Jain Tirthankaras is in the Kalpasutra

composed by Bhadrabahu

6) मल्लराजा सवृ स्िपाल के राजप्रसाद में महािीर स्िामी को वनिाथण प्राप्त

हुआ र्ा | Mahavir Swami attained nirvana in Mallaparaja

Srishtipal's Rajprasad.

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जैन सगं ीवियााँ


सगं ीवि िषथ स्र्ल अध्यक्ष
प्रर्म 300 ईसा पूिथ पाटवलपुत्र स्र्ूलभद्र
वद्विीय छठी शिाब्दी बल्लभी (गुजराि) क्षमाश्रिण

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अध्याय | Chapter - 07
बौद्ध धमथ | Buddhism

1. पररचय | Introduction

1) सस्ं र्ापक | Founded :- गौिम बुद्ध (एवशया का ज्योवि पुञ्ज - Light of Asia)
I. कैं टोन चीनी अवभलेख
2) जन्म | Birth :- 563 BC लुवम्बनी (कवपलिस्िु) II. नाम Name :- वसद्धार्थ | Siddharth
III. प्रिीक | Symbol :- कमल और सांि | Lotus and bull

3) वपिा | Father :- शुद्धोधन (शाक्य गण के मुवखया | Head of shakya gana)

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7 वदन बाद मृत्यु


4) मािा | Mother :- माया देिी प्रजापवि गौिमी द्वारा पालन | Cared by Prajapati Gautami

पुत्र
5) वििाह | Marriage :- 16 िषथ में यशोधरा | Yashodhara in 16 years राहुल
6) चन्ना नामक सारर्ी और कंर्क नामक घोडे के सार् कवपलिस्िु की सैर - चार दृश्य | A tour of Kapilavastu with a
charioteer named Channa and a horse named Kanthaka

1. बूढ़ा व्यवक्त | Old man


2. एक बीमार व्यवक्त | A sick person
3. शि | Dead body
4. एक सन्ं यासी | A monk
I. महावभवनष्क्रमण | Megalopathy
29 िषथ की अिस्र्ा में गृह-त्याग | House arrest at the age of 29
II. प्रिीक - घोडा | Horse

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2. ज्ञान प्रावप्त | Gain knowledge

I. सांख्य दशथ न | Numerology


1. िैशाली | Vaishali आलारकलाम
II. प्रर्म गुरु | First guru
I. योग | Yoga
2. राजगीर | Rajgir रुद्रकरामपि

II. वद्विीय गुरु | Second guru

I. कौवण्िन्य | Kaundinya
II. िप्पा | Vappa
3. उरुिेला | Uruvela पााँच साधक III. भावदया | Bhadia
IV. महानामा | Mahanama
V. अस्सागी | Assagi

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1. 35 िषथ की आयु | 35 years old


4. गया (वबहार) 6 िषथ की कवठन िपस्या | 6 years of hard penance 2. िैशाख की पूवणथमा की राि
3. पीपल िक्ष
ृ , वनरंजना (फल्ग)ु नदी

ज्ञान प्रावप्त | Gain knowledge

1) वसद्धार्थ | Siddharth बुद्ध | Buddha

2) स्र्ान | Place बोधगया | BodhGaya

3) प्रिीक | Symbol पीपल (बोवधिृक्ष)

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1) प्रर्म | First :- ऋवषपिनम् (सारनार्) | Rishipatnam (Sarnath)

5) उपदेश | Preaching 2) धमथचक्रप्रििथन | Dharmachakra Pravartana

3) सिाथवधक उपदेश | Most preaching :- श्रािस्िी (कोशल की राजधानी)

1) वबवम्बसार, प्रसेनवजि िर्ा उदवयन | Bimbisara, Prasenjit and Udayin


6) अनुयायी | Followers
2) प्रर्म अनुयायी | First follower :- िपस्यु और कावल्लक | Tapasu and kalik

7) 483 ईसा पिू थ में कुशीनारा (देिररया, उिर प्रदेश)


1) महापररवनिाथण | Mahaparinirvan

मृत्यु | Death 2) प्रिीक | Symbol :– स्िूप (बुद्ध के अिशे षों को आठ भागों में बााँटकर आठ स्िूप)

3) मल्ल राजा द्वारा अंविम सस्ं कार | Funeral by Malla Raja

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3. विशेषिा | Characteristic
1) अनीश्वरिादी | Antitheist

2) अनात्मिादी | Anaatmavaadee 1) दुःख | Life is full of sorrow (Dukha):

3) पुनजथन्म की मान्यिा | Reincarnation recognition Sabbam Dukkam.

4) मध्यममागी | Middle Path (मध्यमा प्रविपद) 2) दुःख समदु ाय | (Dukha Samudaya) Dwadash

5) बुद्ध के चार आयथ सत्य | The Four Noble Truths of the Buddha Nidan| Pratitya Samutpada.

3) दुःख वनरोध | (Dukha Nirodha): Nirvana.

4) दुःख वनरोधगावमनी प्रविपदा | Dukha Nirodha

Gamini Pratipada): Ashtangika Marga.

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6. सस
ं ार दुखों से भरा हुआ है | The world is full of sorrows

कारण | Reason िृष्णा (इच्छा) | Trishna (desire)

7). बौद्ध धमथ का परम लक्ष्य :- वनिाथण (इच्छा की समावप्त) प्रावप्त और इन दुखों से मुवक्त | Nirvana (abolition of desire) attainment

and freedom from these sufferings

प्रावप्त हेिु | To obtain

अष्टांवगक मागथ | दस शील | Ten


Ashtaangik Maarg modesty

जीिन-मरण चक्र से मुवक्त | Freedom from life cycle


नोट :- वनिाथण | Nirvana
प्रिीक | Symbol :- पद वचन्ह | Footprint

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1) सम्यक् दृवष्ट | Right observation


2) सम्यक् सक
ं ल्प | Right determination
3) सम्यक् िाणी | Right speech
4) सम्यक् कमाथन्ि | right action,
8) अष्टांवगक मागथ | 8 Fold Path
5) सम्यक् आजीि Right livelihood
6) सम्यक् व्यायाम् | Right exercise
7) सम्यक् स्मृवि एिं | Right memory
8) सम्यक् समावध | Right meditation.

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1) अवहस
ं ा | Ahimsa
2) सत्य | Truth
3) अस्िे य (चोरी न करना) | Asthe (not stealing)
4) अपररग्रह (वकसी प्रकार की सम्पवि न रखना) | Aparigraha (not possessing any kind of property)
5) मद्य-सेिन न करना | Non drinking
9) दस शील | Ten Precepts
6) असमय भोजन न करना | Non-stop eating
7) सुखप्रद वबस्िर पर नहीं सोना | Not sleeping on a soothing bed
8) धन-संचय न करना | Non-accumulation of wealth
9) वस्त्रयों से दूर रहना | Stay away from women
10) नृत्य-गान आवद से दूर रहना | Abstain from dancing

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4. अन्य िथ्य Other facts

1. बुद्ध | Buddha,
1) बौद्धधमथ के वत्ररत्न | Triratna of Buddhism 2. धम्म | Dhamma
1. प्रिेश की आयु :- 15 िषथ
3. सघं Dhamma and Sangha
2. उपसपं दा :- प्रिेश सस्ं कार

1. वभक्षक
ु | Beggar :- सन्यासी | Hermit
2) बुद्ध के अनुयायी | Followers of buddha
2. उपासक | Worshiper :- गृहस्र् | Householder

1. बुद्ध का जन्म, ज्ञान प्रावप्त और मृत्यु


3) िैशाख पूवणथमा | Vaisakh Purnima
2. सबसे पवित्र वदन | Most holy day

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4) भारि में उपासना की जाने िाली प्रर्म मूविथ | The first idol to be worshiped in India :- गौिम बद्ध
ु | Gautam buddha

प्रर्म मूविथ :- मर्ुरा कला सिाथवधक :- गांधार


कला

5) बुद्ध के अन्य नाम | Other names for Buddha :- शाक्यमुवन, मैत्रेये (आने िाला)

6) विब्बि, भूटान एिं पडोसी देशों में बौद्ध धमथ का प्रचार पद्मसभ
ं ि (गरुु ररनपााँच) ने वकया। इनका सबं ध
ं बौद्ध धमथ के बज्रयान शाखा से र्ा।

इनकी 123 फीट ऊाँ ची मूविथ वहमाचल प्रदेश रेिाल सर झील में है | Padmasambhava (Guru Rinpanch) propagated Buddhism

in Tibet, Bhutan and neighboring countries. He was related to the Bajrayan branch of Buddhism. His 123 feet high

statue is in Himachal Pradesh Rewal Sir Lake.

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5. बौद्ध सगं ीवियां | Buddha Council

सभा समय स्र्ान अध्यक्ष शासनकाल


प्रर्म बौद्ध सगं ीवि 483 ईसा पूिथ राजगृह महाकश्यप अजािशत्रु

वद्विीय बौद्ध सगं ीवि 383 ईसा पूिथ िैशाली सबाकामी कालाशोक

िृिीय बौद्ध सगं ीवि 255 ईसा पूिथ पाटवलपुत्र मोग्गवलपुि विस्स अशोक
चिुर्थ बौद्ध सगं ीवि ई. की प्रर्म शिाब्दी कुण्िलिन िसवु मत्र / अश्वघोष कवनष्क

चिर्
ु थ बौद्ध सगं ीवि के बाद बौद्धधमथ दो भागों हीनयान एिं महायान में विभावजि हो गया | After the fourth Buddhist association,
Buddhism divided into two parts Hinayana and Mahayana.

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अध्याय | Chapter - 08
शैि धमथ | Shaivism

1. पररचय | Introduction

1) भगिान वशि के उपासक | Worshiper of lord shiva :- शैि धमथ | Shaivism


2) प्रमाण | Evidence :-
I. प्रारंवभक प्रमाण | Preliminary evidence :- हडप्पा संस्कृ वि | Harappan Culture
II. ऋग्िेद :- रूद्र (वशि) | Rudra (Shiva)
III. अर्िथिेद :- वशि को भि, शिथ, पशपु वि एिं भपू वि | Bhav, Sharva, Pashupati and Bhupati
IV. मत्स्यपरु ाण :- वलंग-पज
ू ा का पहला स्पष्ट िणथ न | First clear description of sex worship
V. िै विरीय आरण्यक :- रुद्र की पत्नी के रूप में पािथिी | Parvati as Rudra's wife

पद्मा, पािथिी, उमा, गौरी एिं भैरिी | Padma, Parvati, Uma, Gauri and Bhairavi

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3) दवक्षण भारि में प्रसार | Spread in south india

I. 63 नायनार सिं (पल्लि) | 63 Nayanar saint (Pallava)


II. चालुक्य, राष्रकूट, पल्लि और चोल | Chalukyas, Rashtrakutas, Pallavas and Cholas

कै लाश मंवदर (एलोरा) राजराज प्रर्म ने िंजौर में राजराजे श्वरी मवं दर बृहदीश्वर मवं दर

4) कुषाण शासकों की मुद्रा |


Currency of kushan rulers :-
वशि और नदं ी की आकृ वि |
Figure of Shiva and Nandi

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शैि सप्रं दाय | Shaivism

िामन परु ाण :- चार सप्रं दाय

1. पाशुपि | Pashupat 2. कापावलक | Kapalik 3. कालामुख | Kalamukh 4. वलंगायि | Lingayat

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2.1) पाशुपि शैि सप्रं दाय | Pashupat Shaivism 2.2) कापावलक शैि सप्रं दाय | Kapalik Shaivism

1. सस्ं र्ापक | Founded :- लाकुवलश (भगिान वशि के 18 1. ईष्टदेि | Ishtadev :- भैरि | Bhairav
अििारों में से एक) | Lakulish (one of the 18 2. प्रमुख के न्द्र | Major center :- श्री शैल | Shree shail
incarnations of Lord Shiva)
2. सिाथवधक प्राचीन वशि सप्रं दाय | Most ancient Shiva
sect
3. अनयु ायी | Followers :- पच
ं ावर्थक | Panchaarthik
4. प्रमुखग्रंर् | Major script :- पाशुपिसत्रू |
Pashuputasutra

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2.3) कालामुख शैि सप्रं दाय | Kalamukh Shaivism 2.2) वलगं ायि शैि सप्रं दाय | Kapalik Shaivism

1. अनुयायी | Followers :- महाब्रिधर | Mahabratadhar 1. दवक्षण भारि में प्रचवलि शैि संप्रदाय | Shaivism cult prevalent
in South India
2. ग्रंर् | Script :- शून्य संपादने
3. प्रििथ क :- अल्लभ प्रभु िर्ा उनके वशष्य बासि | Allabh Prabhu
and his disciple Basava
4. अन्य नाम | Other names :- जंगम, िीरवशि संप्रदाय | Jangam,
Veerashaiva sect

10िीं शिाब्दी में मत्स्येन्द्रनार् ने नार् सम्प्रदाय की स्र्ापना की । इस सम्प्रदाय का व्यापक प्रचार-प्रसार बाबा गोरखनार् के समय
में हुआ | In the 10th century Matsyendranath founded the Nath sect. This community was widely publicized
during the time of Baba Gorakhnath.

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अध्याय | Chapter - 09
िैष्णि धमथ | Vaishnavism

1. पररचय | Introduction
1) विष्णु के उपासक | Worshipers of Vishnu :- िैष्णि (प्रारंवभक जानकारी - उपवनषद)
2) उपासक | Worshipers :- पंचरात्र | Pancharatra
3) प्रििथ क | Promoter :- कृ ष्ण | Krishna (िृषण कबीला)

1. प्रर्म उल्ले ख | First mention :- छांदोग्य उपवनषद | Chandogya Upanishad

देिकी पुत्र और अंवगरास के वशष्य के रूप में | As Devaki's son and disciple of Angiras

2. अवभले ख | Inscription :- बेसनगर स्िंभ | Besanagar pillar

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4) मत्स्यपरु ाण | MatsyaPurana :- विष्णु के 10 अििार | 10 avatar of Vishnu

मत्स्य, कूमथ, िराह, नृवसहं , िामन, परशरु ाम, राम, बलराम, बद्ध
ु एिं कवल्क | Matsya,
Kurma, Varaha, Narsingh, Vaman, Parashurama, Ram, Balarama,
Buddha and Kalki

5) गुप्तकाल में विष्णु का िराह अििार सिाथ वधक प्रवसद्ध र्ा | The Varaha incarnation of
Vishnu was the most famous during the Gupta period.
6) अंकोरिाट का मंवदर कंबोविया (कंबोज) के राजा सूयथिमाथ II (1113 ई.-1150 ई.) ने बनिाया र्ा।
इस मंवदर में लगभग 10.5 फीट ऊाँ ची भगिान विष्णु की मूविथ स्र्ावपि है | The temple of
Ankorwat was built by King Suryavarma II (1113 AD-1150 AD) of Cambodia
(Cambos). The temple has an idol of Lord Vishnu about 10.5 feet high.
7) भगिान विष्णु के सदु शथन चक्र में छः विवलयााँ है |

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2. प्रमुख सम्प्रदाय, मि एिं आचायथ |


Major Sects, Opinions and Acharyas

प्रमुख सम्प्रदाय मि आचायथ


िैष्णि सम्प्रदाय विवशष्टाद्वैि रामानुज
ब्रह्म सम्प्रदाय द्वैि आनन्दिीर्थ
रुद्र सम्प्रदाय शुद्धाद्वैि िलथभाचायथ
सनक सम्प्रदाय द्वैिाद्वैि वनम्बाकथ

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3. प्रमख
ु सम्प्रदाय, सस्ं र्ापक एिं पस्ु िक |
Major Sects, founder and book

प्रमुख सम्प्रदाय सस्ं र्ापक पुस्िक


बरकरी नामदेि -------
श्रीिैष्णि रामानुज ब्रह्मसत्रू
परमार्थ रामदास दासबोध
रामभक्त रामानन्द अध्यात्म रामायण

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अध्याय | Chapter - 10
इस्लाम धमथ | Islam religion

1. पररचय | Introduction

1) सस्ं र्ापक | Founder :- हजरि महु म्मद साहब | Hazrat Muhammad Sahab

जन्म | Birth :- 570 ई. मक्का (सऊदी अरब)

वपिा और मािा :- अब्दुल्ला और अमीना | Abdullah and Ameena

2) शादी | Marriage खदीजा | Khadija


पुत्री | Daughter
शादी | Marriage
फ़ाविमा | Phatima अली | Ali

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3) 610 AD मक्का में हीरा नामक गफ


ु ा में ज्ञान की प्रावप्त | Knowledge of Mecca in Heera Cave

देिदूि वजवब्रयल (Gabriel) ने अरबी भाषा में कुरान सप्रं ेवषि की | The angel Gabriel communicated the Quran in Arabic.

इस्लाम धमथ का पवित्र ग्रंर् (कुरान) | Holy scripture of Islam (Quran)

4) 622 AD पैगम्बर साहब ने मक्का से मदीना की यात्रा | Paigambar Sahab traveled from Mecca to Madina

(वहजरी संिि्) | (Hijri Samvat)


5) मृत्यु | Death - 8 जून, 632 ई | 8 June 632 AD

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1) मुहम्मद साहब का उिरावधकारी :- खलीफा | Khalifa


2) इस्लाम का विभाजन | Partition of Islam :-

पैगंबर साहब की मृत्यु | Death of Paigambar (prophet)

1. सन्ु नी या पैगंबर साहब के 2. पैगंबर साहब के दामाद अली का


अनस
ु ार | According to Sunni अनुसरण| Following Prophet's
or Prophet son-in-law Ali

सन्ु नी | Sunni वशया | Shia

1) 661 ईसिी - अली की हत्या


2) 680 ईसिी - इराक में अली के पुत्र हुसैन की हत्या

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अन्य िथ्य

1) इब्न इशाक | Ibn Ishaq :- पैगबं र साहब का जीिन- चररत्र वलखा | Wrote the life-character of the Prophet
2) ईद-ए-वमलाद-उन-नबी | Eid-e-milad-un-nabi :- महु म्मद साहब पैगम्बर का जन्म-वदन | Muhammad Sahab Prophet's
Birthday
3) इस्लाम जगि में खलीफा पद 1924 ई. िक रहा। 1924 ई. में इसे िुकी के शासक मुस्िफा कमालपाशा ने समाप्त कर वदया | The post
of Khalifa in the world of Islam remained till 1924 AD. In 1924, it was abolished by the Turkish ruler Mustafa
!
Kamalpasha.
4) भारि में सिथप्रर्म इस्लाम का आगमन अरबों के जररए हुआ | The first arrival of Islam in India was through the Arabs.

➢ नोट :- नमाज़ के दौरान मुसलमान मक्का की िरफ मुाँह करके खडे होिे है। भारि में मक्का पवश्चम की ओर पडिा है। मक्का की ओोर की वदशा को
वकबला कहा जािा है | During prayers, Muslims stand facing Mecca. Mecca in India falls to the west. The direction of the Oor
of Mecca is called Kibla.

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अध्याय | Chapter - 11
ईसाई धमथ | Christianity

1. पररचय | Introduction

1) सस्ं र्ापक | Founder :- ईसा मसीह | Jesus Christ


2) प्रमख
ु ग्रर्
ं Major scripture :- बाइवबल | Bible
3) ईसा मसीह का जन्म | Birth of christ :- जे रुशेलम (बैर्ले हम) | Jerusalem (Bethlehem)
4) ईसा मसीह के जन्म-वदिस को वक्रसमस के रूप में मनाया जािा है | Christmas birthday is celebrated as christmas
5) वपिा और मािा | Father and Mother :- जोसेफ और मेरी | Joseph and mary
6) ईसा ने अपने जीिन के प्रर्म 30 िषथ एक बढ़ई के रूप में बैर्ले हम के वनकट नाज़रे र् में वबिाए | Jesus spent the first 30 years of his
life as a carpenter in Nazareth near Bethlehem
7) ईसा मसीह के प्रर्म दो वशष्य | First two disciples of christ :- एड्रं स एिं पीटर | Andrews and Peter

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8) ईसा मसीह को सूली पर रोमन गिनथर पोंवटयस ने चढ़ाया | Roman governor Pontius crucified Jesus Christ
9) ईसा मसीह को 33 ई. में सूली पर चढ़ाया गया | Jesus was crucified in 33 AD
10) ईसाई धमथ का सबसे पवित्र वचह्न | The most sacred symbol of Christianity :- क्रॉस | Cross
11) ईसाई वत्रत्ि में विश्वास रखिे हैं Christians believe in the Trinity, :-
I. ईश्वर-वपिा | God-Father
II. ईश्वर-पुत्र | God-Son
III. (ईसा), ईश्वर-पवित्र आत्मा | (Isa), God-Holy Spirit

➢ नोट | Note :- 12िीं शिाब्दी से फ्ांस में आरंवभक भिनों की िुलना में अवधक ऊाँ चे ि हल्के चचों के वनमाथ ण प्रारंभ हुए । िास्िुकला की यह
शैली गोवर्क नाम से जानी जािी है। इस िास्िुकलात्मक शैली के सिोत्कृ ष्ट उदाहरणों में एक पेररस का नारे िम चचथ है | From the 12th
century, the construction of higher and lighter churches began in France compared to the initial buildings. This style of
architecture is known as Gothic. One of the best examples of this architectural style is the Natredum Church of Paris .

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अध्याय | Chapter – 12
पारसी धमथ | Zoroastrianism / Parasitism

1. पररचय | Introduction

1) संस्र्ापक | Founder :- जरर्ुस्ट् (ईरानी) | Zarathust (Iranian)


2) इनके वशक्षाओ ं का संकलन जे न्दा अिेस्िा नामक ग्रंर् में है, जो पारवसयों का धावमथक ग्रंर् है | The compilation of his teachings is in
the book Jenda Avesta, which is the religious text of the Parsis.
3) इनकी मल
ू वशक्षा का सत्रू | Their basic source of education :-
I. सद्-विचार, सद्-िचन िर्ा सद्-कायथ | Good thoughts, good words and good works
4) इसके अनयु ायी एक ईश्वर 'अहुर' को मानिे हैं | Its followers consider a god 'Ahur'
5) इस धमथ के अनयु ाइयों को 'अवग्न-पज
ू क भी कहा जािा है | Followers of this religion are also called 'fire worshipers'

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अध्याय | Chapter – 13
मगध राज्य का उत्कषथ | Rise of Magadha

सबसे प्राचीन िंश हयथक िंश वशशुनाग िंश नंद िंश मौयथ िंश

बृहद्धर् वबवम्बसार वशशुनाग महापद्मनंद चंद्रगप्तु मौयथ

वगररब्रज (राजगृह) राजगृह िैशाली पाटवलपुत्र पाटवलपुत्र

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1. हयथक िंश / वपिृहंिा िंश | Haryanka dynasty

वबवम्बसार अजािशत्रु/कुवषक उदावयन नागदशक

1.1) वबवम्बसार | Bimbisara

1) हयथक िश
ं के सस्ं र्ापक | Founder of the Harayak dynasty :- वबवम्बसार | Bimbisara (544
BC)
2) राजधानी | Capital :- राजगृह | Rajgriha
3) बौद्ध धमथ का अनुयायी | Buddhist follower :- महात्मा बुद्ध की सेिा हेिु राजिैद्य जीिक को
भेजा | Sent Rajavadya Jeevak to serve Mahatma Buddha

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4) कायथ | Work :-
I. कुशल प्रशासवनक व्यिस्र्ा और विदेश नीवि | Efficient administrative system and foreign policy
II. अंग राज्य को हराकर मगध में वमलाया | After defeating the Anga state and merged with Magadha
III. अिंिी के राजा प्रद्योि की सहायिा हेिु राजिैद्य जीिक को भे जा | Sent Rajavadya Jeevak to assist Pradyot
king of Avanti .

IV. िैिावहक सबं ंधों द्वारा सशवक्तकरण | Empowerment by Marital Relations


1) कौशल नरेश प्रसनजीि की बहन महाकौशला
2) िैशाली के चेटक की पुत्री चेल्लना
3) मद्र देश की राजकुमारी क्षेमा

5) वबंवबसार की हत्या | Assassination of bimbisara :- पुत्र अजािशत्रु द्वारा | By son Ajatashatru

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1.2) अजािशत्रु / कुवषक | Ajatashatru / Kushik

1) 493 BC :- वपिा वबवं बसार की हत्या करके मगध का शासक बना | Became ruler of Magadha after
killing father Bimbisara
2) प्रारंभ में जैन िर्ा बाद में बौद्ध धमथ का अनुयायी | Initially a follower of Jainism and later Buddhism
3) मंत्री िषथकार (िरस्कार) की सहायिा से िैशाली पर विजय | Victory over Vaishali with the help of Minister Varshakar
(Varshak)
4) 461 BC :- पत्रु उदावयन द्वारा हत्या | Assassination by son Udayin
5) प्रर्म बौद्ध सवं गवि | First Buddhist Sangiti राजगृह | Rajgriha महाकश्यप | Mahakashyap

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1.3) उदावयन | Udayin

1) 461 ईसा पूिथ में अपने वपिा की हत्या कर उदावयन मगध की गद्दी पर बैठा | Udayin
ascended the throne of Magadha by killing his father in 461 BC
2) पावटलग्राम की स्र्ापना | Establishment of Patilagram
3) जैन धमथ का अनयु ायी | Follower of jainism
4) अंविम शासक | Last ruler :- उदावयन का पुत्र नागदशक | Udayin's son
Nagadashak

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2) नाग िंश | Nag Dynasty

1) सस्ं र्ापक | Founder :- वशशुनाग | Shishunaga

यह नागदशक का अमात्य र्ा


2) िैशाली को राजधानी बनाया | Made Vaishali the capital
3) इसी िंश के शासक | The ruler of this dynasty :- कालाशोक | Kalashoka

I. िैशाली
पुनः पाटवलपुत्र को राजधानी | Re- वद्विीय बौद्ध सगं ीवि | Second Buddhist Council
Pataliputra Capital II. सबाकामी

4) अंविम शासक | Last ruler :- नंदीिधथन | Nandivardhan

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3) नदं िश
ं | Nanda Dynasty

उग्रसेन | Ugrasen - पाली ग्रंर् | Pali Granth


1) सस्ं र्ापक | Founder :- महापद्मनंद एकछत्र - पुराण | Purana
एकराट - पुराण | Purana

1) वसकंदर का समकालीन | Alexander's contemporary


2) अंविम शासक | Last ruler :- घनानंद | Ghananand
2) चंद्रगप्तु मौयथ ने परावजि वकया और मौयथ िश
ं की स्र्ापना की |
Chandragupta Maurya defeated and established the
Maurya dynasty.

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अध्याय | Chapter - 14
वसकन्दर | Alexander

भारि पर विदेशी आक्रमण

हखामनी / ईरानी / फारसी यनू ानी वहंद-यूनानी शक पल्लि कुषाण

साइरस वद्विीय वसकंदर

िेररयस / दारा प्रर्म

क्षहयाशथ

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1. वसकन्दर | Alexander

1) जन्म 356 ईसा पूिथ - मेसोिोवनया / मकदूवनया | Macedonia / Macedonia


2) वपिा | Father :- वफवलप | Philip
I. भारि में घनानंद का शासन | Ghananand's rule in India
3) गरुु | Teacher :- अरस्िू | Aristotle
II. सेनापवि Commander :- सेल्यूकस वनके टर
4) भारि पर आक्रमण | Invasion of india :- 326 BC
III. 19 माह का समय | 19 months time
IV. जल सेनापवि | Commander of Water :- वनयाथकस
5) हाइिेस्पीज / झेलम (वििस्िा) का युद्ध | Battle of the Hydespes / Jhelum (Vistasta) :-

▪ पंजाब (पुरु) के राजा पोरस और वसकंदर की मध्य | Between Porus and Alexander the King

of Punjab (Puru)

▪ वसकंदर ने सम्मान वकया | Alexander respected

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6) व्यास नदी के बाद वसकंदर लौट गया | Alexander returned after Vyas river
I. निीन शहरों का वनमाथण | Manufacture of new cities - वसकंदररया, बऊके फला (घोडे के नाम पर) आवद |
Alexandria, Boukefla (named after a horse) etc.
II. साम्राज्य को चार भागों में बांटा | Divided the empire into four

7) मृत्यु | Death :- 323 ईसा पूिथ में (बेबीलोन, इराक) | In 323 BC (Babylon, Iraq)

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अध्याय | Chapter - 15
मौयथ साम्राज्य | Maurya Empire

चन्द्रगप्तु वबंदुसार अशोक बृहद्रर् (अंविम)

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1. चन्द्रगुप्त मौयथ | Chandragupta Maurya

1) मौयथ िंश का सस्ं र्ापक और प्रर्म सम्राट | Founder and first emperor of Maurya dynasty

322 BC में नंद शासक घनानंद को हराया | Defeated the Nanda ruler Ghanananda in 322 B.C.

2) जन्म | Birth :- 345 ईसा पिू थ


3) अन्य नाम | Other names :-
▪ स्रे बो, एररयन और जवस्टन | Strebo, Ariane and Justin :- सेन्ड्रोकोट्टस | Sandrocottus
▪ ऐवप्पयानस ि प्लूटाकथ | Appianus and Plutarch :- ऐरोकोटस
ं | Enterocotus
▪ वनयाकथ स | Nearchus :- सेंटोकॉप्ट्स | Centocopts
▪ विशाखदि की मद्रु ाराक्षस | Visakhadatta's Mudraraksha :- िषृ ल (वनम्न कुल) Vrishal (Low Caste)

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4) प्रधानमत्रं ी | Prime Minister :- चाणक्य/ कौवटल्य / विष्णगु प्तु | Chanakya / Kautilya / Vishnugupta

पुस्िक | Book :- अर्थशास्त्र | Arthashaastr

5) कायथ और युद्ध | Work and war :-

1. 305 BC :- सेल्यकस वनके टर को हराया | Defeated Seleucus I Nicator

▪ सेल्यूकस वनके टर ने अपनी पुत्री कानेवलया की शादी | Seleucus Nicator marries his daughter
Cornelia
▪ चार प्रांि - काबुल, कन्धार, हेराि एिं मकरान चन्द्रगुप्त को वदए | Four provinces were given to Kabul,
Kandhar, Herat and Makran Chandragupta

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2. रुद्रदामन का जूनागढ़ (वगरनार) अवभलेख | Junagadh (Girnar) I. सस्ं कृि भाषा का सबसे बडा अवभलेख

inscription of Rudradaman II. चंपू शैली (गद्य और पद्य)

▪ चंद्रगप्तु मौयथ के राज्यपाल पष्ु यगप्तु ने सदु शथ न झील (सौराष्र) का वनमाथण | Chandragupta
Maurya Governor Pushyagupta Vaishya built the Sudarshan Lake (Saurashtra)
▪ अशोक द्वारा पुनः वनमाथ ण | Rebuilding by Ashoka
▪ रुद्रदामन द्वारा पुनवनथमाथ ण | Rebuilding by Rudradaman

सेल्यूकस वनके टर का राजदूि | Ambassador of seleucus nicator


3. मेगास्र्नीज | Megasthenes
पुस्िक | Book :- इवं िका | Indica

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6) जैन धमथ का अनुयायी | Follower of jainism :-

▪ दीक्षा | Initiation :- गुरु भद्रबाहु


▪ 298 BC कनाथटक की श्रिणबेलगोला में जैन विवध (सल
ं ेखना पद्धवि) द्वारा प्राण त्याग

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मेगास्र्नीज | Megasthenes

1) पुस्िक | Book :- इवं िका | Indica


2) चंद्रगुप्त मौयथ के दरबार में सेल्यूकस का राजदूि | Ambassador of Seleucus to the court of Chandragupta Maurya
3) वििरण | Description :-
I. मेगस्र्नीज के अनस
ु ार सम्राट का जनिा के सामने आने के अिसरों पर शोभा- यात्रा के रूप में जश्न मनाया जािा है |
According to Megasthenes, the emperor is celebrated on the occasions in front of the public as
Shobha-Yatra.
II. उन्हें एक सोने के पालकी में ले जाया जािा है | They are taken in a gold sedan
III. उनके अंगरक्षक सोने और चााँदी से अलंकृि हावर्यों पर सिार रहिे हैं | Their bodyguards ride on elephants
embellished with gold and silver

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IV. कुछ अंगरक्षक पेडों को ले कर चलिे हैं | Some bodyguards carry trees
V. इन पेडों पर प्रवशवक्षि िोिों का झण्ु ड रहिा है जो सम्राट के वसर के चारों िरफ चक्कर लगािा रहिा है | There is a horde of trained parrots
on these trees, which revolve around the head of the emperor.
VI. राजा सामान्यिः हवर्यारबंद मवहलाओ ं से वघरे होिे है | Kings are usually surrounded by armed women.
VII. उनके खाना खाने के पहले खास नौकर उस खाने को चखिे हैं। िे लगािार दो राि एक ही कमरे में नही सोिे र्े | The special servants taste
the food before they eat their food. They did not sleep in the same room two nights in a row .
VIII. पाटवलपुत्र एक विशाल प्राचीर से वघरा है, वजसमें 570 बुजथ और 64 द्वार हैं | Pataliputra is surrounded by a huge rampart, which has
570 bastions and 64 gates.
IX. दो और िीन मंवजल िाले घर लकडी और कच्ची ईट्टोंं से बने हैं | Two and three storey houses are made of wood and raw bricks.
X. राजा का महल भी काठ का बना है वजसे पत्र्र की नक्काशी से अलंकृि वकया गया है | The palace of the king is also made of wood
which is decorated with stone carvings.
XI. यह चारों िरफ से उद्यानों और वचवडयों के वलए बने बसेरों से वघरा है | It is surrounded by shelters for gardens and sparrows.

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2. वबंदुसार | Bindusar (298-273 BC)

1) 298 BC :- चंद्रगुप्त मौयथ का पुत्र | Son of Chandragupta Maurya


2) अन्य नाम | Other names :-
I. अवमत्रघाि (शत्रु विनाशक) | Amitraghat (enemy destroyer)
II. भद्रसार (िायु परु ाण) | Bhadrasar (Vayu Purana)
III. वसहं सेन (जैन धमथ) Singhsen (Jain Religion)
IV. 16 राज्यों का विजेिा (बौद्ध विद्वान िारानार्) | Winner of 16 states (Buddhist scholar Taranath)
3) आजीिक सप्रं दाय के अनुयायी | Followers of the Aajevak sect :-

सस्ं र्ापक | Founder :- मक्खवलपत्रु गोसाल | Makkaliputra Gosal


4) सीररयन नरेश एवण्टयोकस ने िाइमेकस को भे जा िर्ा वबदं ु सार ने मवदरा अंजीर और दाशथ वनक भेजने की प्रार्थना की | Syrian king
Antiochus sent Dymacus, and Bindusara prayed to send wine figurines and philosophers.

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4) वबन्दुसार की सभा में 500 सदस्यों िाली एक मंवत्रपररषद र्ी वजसका प्रधान खल्लाटक र्ा | Syrian king Antiochus sent
Dymacus, and Bindusara prayed to send wine figurines and philosophers.
5) वबन्दुसार के शासनकाल में िक्षवशला (वसन्धु एिं झेलम नदी के बीच) में हुए दो विद्रोहों का िणथन है । इस विद्रोह को दबाने के वलए
वबन्दुसार ने पहले सस
ु ीम को और बाद में अशोक को भे जा | There are accounts of two revolts in Taxila (between Indus
and Jhelum river) during the reign of Bindusara. To suppress this rebellion, Bindusara sent Susim first and
later Ashoka.

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3. अशोक | Ashoka (273-232 BC)


3.1) पररचय | Introduction

1) 269 BC :- अशोक मौयथ साम्राज्य का सम्राट बना | Ashok became Emperor of Maurya Empire

इससे पहले अशोक अिंवि का राज्यपाल र्ा | Earlier Ashok was the governor of Avanti

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1. वपिा | Father :- वबंदुसार | Bindusar


2) अशोक | Ashoka 2. मािा | Mother :- सभ
ु द्रांगी | Subhadrangi (बौद्धग्रर्
ं वदव्यादान के अनस
ु ार)
3. अशोक के नाम | Ashok's name

I. मास्की, गुजराथ, नेिुर एिं उिेगोलम लेख :- अशोक


II. कनगनहल्ली वशलालेख (कनाथटक) :- राण्यो अशोक (राजा अशोक)
III. पुराण :- अशोकिधथन
IV. भ्रािु अवभलेख :- अशोक ने स्ियं को मगध का राजा कहा
V. 1837 में जेम्स वप्रंसेप द्वारा प्राप्त ब्राह्मी वलवप का अवभलेख :- देिनाम वपयदस्सी
VI. जूनागढ़ अवभलेख :- अशोक मौयथ

3) वप्लनी का कर्न है वक वमस्र का राजा वफलािेल्फस (टॉलमी II) ने पाटवलपुत्र में वियानीवसयस नाम का एक राजदूि भे जा र्ा | Pliny
states that the Egyptian king Philadelphus (Ptolemy II) sent an ambassador named Pityapius to Pataliputra
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3.2) अशोक का धावमथक जीिन | Ashok's Religious Life

1) प्रारंवभक धमथ | Early religion :- ब्राह्मण धमथ (महािश


ं ) | Brahmin religion (Mahavansh)

2) राजिरंवगणी | Rajatarangini :- शैि धमथ | Shaivism

3) बौद्ध सावहत्य और अहरोरा लेख | Buddhist literature and Aharora articles :- वनग्रोध के उपदेश सनु कर बौद्ध धमथ अपनाया |
Adopted Buddhism after listening to the sermons .

I. बौद्ध धमथ की दीक्षा | Buddhism initiation :- उपगुप्त नामक बौद्ध वभक्षु | Buddhist monk Upagupta

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राज्य अवभषेक 10 िें िषथ :- बोधगया | BodhGaya


II. बौद्ध िीर्ों की यात्रा | Buddhist pilgrimage 12 िें िषथ :- वनगावल सागर | Nigaali Sagar
20 िें िषथ :- लवु म्बनी | Lumbini

4) अशोक ने िृहद स्िर पर बौद्ध धमथ का प्रचार वकया | Ashoka propagated Buddhism on a large scale

I. 84000 स्िूपों का वनमाथण करिाया | Constructed 84000 stupas


II. पुत्र महेंद्र और पुत्री सघं वमत्रा को श्रीलंका (वसलॉन | Ceylon) भेजा | Son Mahendra and daughter Sanghamitra
sent to Sri Lanka (Ceylon | Ceylon)
III. िृिीय बौद्ध सगं ीवि (पाटवलपुत्र) | Third Buddhist Council (Pataliputra) :- मोग्गवलपुि विस्स | Moggaliputta
Tissa

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5) अशोक ि आजीिक सप्रं दाय | Ashoka and Aajeevak sect :-

I. अजीिक और अन्य सप्रं दायों का सम्मान | Respect for Ajivak and other sects :- धावमथक सवहष्णुिा | Religious
tolerance
II. बराबर की पहावडयों (वबहार) में चार गुफाओ ं (कजथ, चौपार, सदु ामा और विश्व झोपडी) का वनमाथण | Construction of
four caves (Karj, Chaupar, Sudama and Vishwa Hut) in Parbar Hills (Bihar)
6) अशोक का धम्म | Ashoka's Dhamma :-
I. अशोक के 11 िें वशलालेख में िवणथि | Described in the 11th inscription of ashoka
II. अर्थ | Meaning :- नैविक वनयमों की सवं हिा | Code of ethical rules

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3.3) अशोक की कवलंग विजय | Ashoka's Kalinga Vijay (261 BC)

I. जानकारी | Information :- अशोक के 13िें वशलालेख | 13th Rock Edict of Ashoka

II. 261 BC :- कवलंग (ििथमान उडीसा का दवक्षणी भाग) पर हमला और राजधानी िोसली पर अवधकार | Attack on Kalinga

(southern part of present-day Orissa) and occupation of capital Tosali

III. अशोक का हृदय पररििथन | Ashok's change of heart :- भेरीघोष से धमथघोष

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3. परििी मौयथ शासक | Later Maurya ruler

1) मौयथ शासन 137 िषों िक रहा | Mauryan rule lasted for 137 years
2) अंविम शासक | Last ruler :- बृहद्रर् | Brihadratha

I. सेनापवि पुष्यवमत्र शुंग द्वारा 185 ईसा पूिथ में हत्या | Assassinated in 185 BC by commander Pushyamitra Sunga .

II. मगध में शुंग िंश का प्रारंभ | Sunga dynasty begins in Magadha.

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3) पिन के कारण | Reason to Fall :-


I. अयोग्य उिरावधकारी (परििी मौयथ शासक) | Undeserving successor (successor Maurya ruler)
II. अत्यवधक कें द्रीकृि शासन (रोवमला र्ापर) | Highly Centralized Governance (Romila Thapar)
III. ब्राह्मणों की प्रविवक्रया (एच. सी. रायचौधरी) | Response of Brahmins (HC Raychaudhuri)
IV. करो की अवधकिा और आवर्थक समस्याएं | Excess of tax and economic problems
V. अशोक के बाद मौयथ साम्राज्य का विभाजन | The division of the Maurya Empire after Ashoka

कुनाल (पवश्चमी) | Kunal (Western) दशरर् (पूिी) | Dasharatha (Eastern)

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4. मौयथकालीन प्रशासन | Mauryan Administration

1) भारि की प्रर्म कें द्रीकृि प्रशासवनक व्यिस्र्ा | India's first centralized administrative system
कें द्रीय प्रशासन | Central administration :- राजा | King

5 प्रांि :- कुमार /आयथपुत्र/रावष्रक

मंिल :- प्रादेवशक/प्रदेष्टा

विषय/आहार :- आहारपवि/विषयपवि

ग्राम | Gram :- ग्रावमणी

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4.1) कें द्रीय प्रशासन | Central administration

1) पररचय | Introduction

1) सपं ण
ू थ प्रशासन का प्रमख
ु | Head of overall administration :- राजा | King

सहायिा | Help

मत्रं ीपररषद | Council of Ministers

1) पुरोवहि | Priest
इनकी वनयुवक्त उपधा परीक्षण (जांच) के बाद होिी र्ी |
प्रमुख मंत्री | Chief Minister 2) युिराज | Prince / Yuvaraaj
They were appointed after trial.
3) सेनापवि | Commander

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2) कौवटल्य का सप्तांग वसद्धांि | Kautilya's Saptaang Theory

शरीर के अंगों के समान राज्य के 7 अंग होिे हैं | There are 7 parts of the state similar to body parts.

1) राजा | King :- शीषथ | Head

2) आमात्य | Amatya :- आंख | Eye

3) जनपद | Janapad :- क्षेत्र और जनसख्ं या (पैर) | Area and Population (feet)

4) दुगथ | Durg :- बाह | Arm

5) कोष | Kosh :- धन (मुख) | Money (Mouth)

6) सेना/दिं | Army / Dand :- मवस्िष्क | Brain/ Mind

7) वमत्र | Friend :- कान | Ear

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2) मख्
ु य अवधकारी /िीर्थ | Chief Officer / Tirthas
1. मुख्य अवधकाररयों | Chief officer :- िीर्थ/महापात्र | Tirthas

2. सख्ं या | Number :- 18
अवधकारी /िीर्थ कायथ
1) मंत्री | Mantri प्रधानमंत्री | Prime Minister
2) पुरोवहि | Purohit धमाथवधकारी | Chief Priest
3) युिराज | Yuvraj राजा का उिरावधकारी । Crown Prince
4) समाहिाथ | Samaharta राजस्ि विभाग का प्रधान अवधकारी | Revenue collector
5) सवन्नधािा | Sannidata राजकीय कोषाध्यक्ष | Treasury head
6) प्रदेष्टा | Pradeshta फौजदारी न्यायालय का मुख्य न्यायाधीश | Criminal Court Judge
7) व्यिहाररक | Vyavaharika दीिानी न्यायालय का मुख्य न्यायाधीश | Civil Court Judge

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3) अध्यक्ष/मवजस्रे ट | Adhyakshya/ Magistrate

1) विवभन्न विभागों के प्रमख


ु | Heads of various departments
2) अर्थशास्त्र के अनुसार सख्ं या | Number of According arthashaastra :- 27

अध्यक्ष /Adhyakshya कायथ


1) Sitaadhyaksha | सीिा अध्यक्ष Superintendent of agriculture | कृवष विभाग
2) Sulkaadhyaksha | शुल्क अध्यक्ष Superintendent of tolls | व्यापाररक कर का प्रधान
3) Lakshanadhyaksha | लक्ष्णा अध्यक्ष Coin minting । मुद्रा विभाग
4) Navadhyaksha | नव्या अध्यक्ष Superintendent of ships | जहाज विभाग
5) Mudradhyaksha | मद्रु ा अध्यक्ष Royal symbol | पासपोटथ विभाग

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4.2) प्रांिीय प्रशासन | Provincial administration

1) कें द्र पांच प्रांिों (चक्रों) में विभावजि र्ा | The center was divided into five provinces (chakras)

प्रान्ि राजधानी 2. प्रमुख | Chief :- कुमार/ऱावष्रक /आयथपुत्र | Kumar / Aryaputra

उिरापर् िक्षवशला अशोक | Ashok :- अिंवि |


▪ राजपररिार का सदस्य | Royal family member
दवक्षणापध सिु णथवगरी
अशोक का पुत्र - कुणाल :-
अिवन्ि राष्र उज्जवयनी
▪ सहायिा :- मंत्रीपररषद | Council of Ministers िक्षवशला
प्राची (पूिी प्रदेश) पाटवलपुत्र
कवलंग िोसली

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4.3) नगर प्रशासन | Municipal Administration

1) जानकारी का स्त्रोि | Source of information :- मेगास्र्नीज की इवं िका | Megasthenes indica


2) नगर प्रमख
ु | City Head :- एवस्टनोमोई
3) नगर प्रशासन | City administration 30 सदस्य 6 सवमवियों में विभावजि | Divided into 6 committees

सवमवि | Committee कायथ | Work


पहली सवमवि औद्योवगक िर्ा कलात्मक उत्पादन से सम्बवं धि | Related to industrial and artistic production
दूसरी सवमवि विदेवशयों के मामले देखना | Foreign Affairs
िीसरी सवमवि जन्म िर्ा मृत्यु का पंजीकरण | Birth and death registration
चौर्ी सवमवि व्यापार िर्ा िावणज्य का विवनमयन | Trade & Commerce
पााँचिी सवमवि माल के विवनमाथ ण पर नजर रखना | Manufacturing
छठी सवमवि कर िसूलना | Taxation

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4.4) गुप्तचर व्यिस्र्ा | Detective system

सस्ं र्ा | Organization :- एक ही स्र्ान पर कायथरि | Working in one place


1) गुप्तचर | Detective गुढ़पुरुष
सच
ं ार | Communications :- भ्रमणशील | Excursive
2) प्रमुख | Chief महामात्य सपथ

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6.5) राजस्ि व्यिस्र्ा | Revenue system

1) आय का मुख्य स्त्रोि | Main source of income :- भू-राजस्ि | Land Revenue

I. सीिा | Seeta :- सरकारी भूवम | Government land


2) भूवम | Land II. भाग | Bhaag :- वनजी | Private
III. अदेिमािृक | Adolescent :- वबना िषाथ के अच्छी खेिी | Good farming without rain

3) भूवमकर | Tax :- उत्पादन का 1/6 कौवटल्य या 1/4 (मेगास्र्नीज) | 1/6 Kautilya or 1/4 of the production (Megasthenes)
4) वबक्रीकर | Sales tax :- मूल्य का 10 िां भाग 10th value of money
I. रज्जु | Rajju :- भूवममाप | Land survey
5) अन्य कर | Other taxes II. बवल | Bali :- धावमथक कर | Religious tax
III. वििीि | Viveet :- चारागाह | Grassland

6) अकाल के समय राहि | Famine relief


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4.6) सैन्य प्रशासन | Military administration

1) यद्ध
ु क्षेत्र से सेना का नेित्ृ ि करने िाला अवधकारी | An officer leading the army from the battlefield :- नायक | Nayak
2) जावस्टन का वििरण | Description of Jastin
▪ कुल सैवनक | Total soldiers :- 6 लाख
▪ 50 हजार अश्वारोही, 9 हजार हार्ी ि 8 हजार रर् | 50 thousand horsemen, 9 thousand elephants and 8 thousand
chariots राजस्ि व्यिस्र्ा | Revenue system

▪ लुटेरों की सेना | Army of robbers


▪ पवश्चमोिर भारि पर अवधकार | Authority over northwest India
▪ 6 लाख पैदल सैवनक | 6 million infantrymen
3) वप्लनी का वििरण | Description of Pliny ▪ 30 हजार घुडसिार | 30 thousand horsemen
▪ 9 हजार हार्ी | 9 thousand elephants

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4) सबसे बडा सैन्य अवधकारी | Greatest military officer :- सेनापवि | Commander


5) मेगास्र्नीज | Megasthenes :- सेना का रखरखाि 6 सवमवियों (प्रत्येक में 5 सदस्य) द्वारा | Maintenance of the army by 6
committees (5 members each)
सवमवि कायथ
पहली सवमवि जल सेना की व्यिस्र्ा करिी र्ी । Navy 6) अन्य अवधकारी | Other officer

दूसरी सवमवि सामग्री, यािायाि एिं रसद की व्यिस्र्ा करिी र्ी | Logistics ▪ आयुधगाराध्यक्ष :- Logistics

िीसरी सवमवि पैदल सैवनकों की व्यिस्र्ा करिी र्ी । Army ▪ निाध्यक्ष :- जल सेना | Navy
चौर्ी सवमवि अश्वारोही सेना की व्यिस्र्ा करिी र्ी । Cavalry
पााँचिी सवमवि गज सेना की व्यिस्र्ा करिी र्ी । Elephant Force
छठी सवमवि रर् सेना की व्यिस्र्ा करिी धी । Chariot Force

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4.7) न्याय प्रशासन | Administration of justice

1) सिोच्च न्यायालय | Supreme Court :- राजा | King


2) जनपद न्यायालय | District court :- राजुक (अशोक द्वारा) | Rajuk (by Ashoka)
3) ग्राम न्यायालय | Village court :- ग्रामीणी | Gramini
4) कठोर न्याय एिं दिं व्यिस्र्ा | Strict justice and penal system

I. धमथस्र्ीय (दीिानी) :- धमथस्र्/व्यिहाररक


5) कौवटल्य | Kautilya
II. कंटकशोधन (फौजदारी) :- प्रदेष्टा

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5. मौयथकालीन सामावजक व्यिस्र्ा | Mauryan social system


1) िणथ व्यिस्र्ा का प्रचलन | Prevalence of varna system
2) कौवटल्य ने शुद्रों हेिु आयथ शब्द का इस्िेमाल वकया िर्ा अवधकार वदए | Kautilya used the word Arya for Shudras and
gave rights.
3) मेगस्र्नीज ने भारिीय समाज को साि िगों में विभावजि वकया है | Megasthenes has divided Indian society into seven
classes.

1) दाशथवनक | Philosopher 5) सैवनक | Soldier


2) वकसान| Farmer 6) वनरीक्षक | Inspector
3) अहीर| Ahir 7) सभासद | Councilor
4) कारीगर | Artisan

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4) वस्त्रयों को पुनविथिाह, विधिा वििाह एिं वनयोग प्रर्ा के अवधकार |


5) गवणका (िैश्या) िर्ा स्ििंत्र रूप से िेश्यािृवि करने िाली वस्त्रयां :- रूपाजीिा | Rupajiva
6) वशक्षा का कें द्र | Center of education :- िक्षवशला | Takshshila

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6. मौयथकालीन अर्थव्यिस्र्ा | Mauryan economy

1) कृवष आधाररि अर्थव्यिस्र्ा | Agricultural economy


I. सिथश्रेष्ठ फसल | Best crop :- धान | Grain
II. बुरी फसल | Bad crop :- गन्ना | Sugarcane
III. वसच
ं ाई हेिु सिथप्रर्म मिं ल कूपों (ररंग िेल्स) का उपयोग | First to use irrigation wells (ring wells) for irrigation

2) प्रमुख उद्योग | Core industries :- सिू की किाई ि बुनाई | Yarn spinning and weaving
3) व्यापार-िावणज्य का अवधकारी | Trade officer :- पण्याध्यक्ष

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4) प्रमुख मागथ | Main road :-

उिरापर् (बंगाल से पेशािर) | Uttarapath (Bengal to Peshawar)


I. स्र्ल | Land
दवक्षणापर् (श्रािस्िी से प्रविष्ठान) | Dakshinapath (Establishment from Shravasti)
भिौच/बेरी गाजा/भृगुकच्छा/ बंदरगाह
II. जल | Water
िाम्रवलवप्त/िामलुक

कौवटल्य ने जलमागथ को सिथश्रेष्ठ बिाया | Kautilya described the waterway as the best

5) विवनमय का माध्यम | Medium of exchange :- चांदी के पंचमाकथ वसक्के (पण) | Silver Punchmark Coins (Pana)
6) मापन की इकाई | Unit of Measurement
I. द्रोण | Drona :- अनाज मापन | Grain measurement
II. वनििथन | Nivartana :- भूवम | Land

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7. मौयथकालीन कला | Mauryan Art

1) अशोक के स्िंभ | Ashoka Pillar :-

I. लाल बलुआ पत्र्र और पॉवलशदार स्िंभ | Red Sandstone and Polished


Pillar.
II. सारनार् (िाराणसी उिर प्रदेश) स्िंभ अवभलेख | Sarnath (Varanasi Uttar
Pradesh) pillar inscription .

▪ इसके शीषथ भाग को वसहं चिुमथख


ु ( Lion Capital of Ashoka)
➢ 1950 में भारि का राष्रीय प्रिीक | National Emblem of India in 1950
▪ मध्यभाग 24 िीवलयों िाला अशोक चक्र | Central Ashoka Chakra with 24 matchsticks.

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2) अशोक के स्िूप | Ashoka's stupas :-


1) पररभाषा | Definition :- ‘बुद्ध’ या बौद्ध सिं ों की स्मृवि में उनके शारीररक अिशे ष जैसे उनकी अवस्र्यााँ/दााँि िर्ा उनके द्वारा प्रयुक्त
िस्िुओ ं के ऊपर बनाए जािे र्े।
2) प्रर्म उल्लेख | First mention :- ऋग्िेद | Rigveda (अर्थ-ढ़ेर)
3) प्राचीनिम स्िूप | Oldest stupas :- वपपरहिा स्िूप (UP) | Piparahwa Stupa (UP)
4) सांची स्िूप (रायसेन, मध्यप्रदेश) | Sanchi Stupa (Raisen, Madhya Pradesh)
1) अशोक द्वारा ईटों से वनवमथि | Made of bricks by ashoka
2) 1818 में टॉयलर द्वारा खोज | Discovered by toiler in 1818
3) इसमें िीन स्िपू है | It has three stupas

1) महास्िूप :- भगिान बुद्ध के अिशेष (पुष्यवमत्र शुंग ने िेवदका को पत्र्र का बनाया)


2) कालास्िूप :- अशोक कालीन धमथप्रचारकों के अिशेष
3) स्िूप 3 :- साररपुत्र और महामोदगालायन के अिशेष

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5) भरहुि स्िूप (सिना, मध्यप्रदेश) | Bharhut Stupa (Satna, Madhya Pradesh)


▪ अशोक द्वारा नीि रखी गई, जबवक पुष्यवमत्र शुंग द्वारा पूणथ | Laid foundation by Ashoka, while complete by
Pushyamitra Sunga
▪ 1873 में अलेक्जेंिर कवनंघम द्वारा खोज | Search by Alexander Cunningham in 1873
▪ लाल बलुआ पत्र्र | Red sandstone

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6) स्िपू की सरं चनाए | Stupa Structure :-


▪ स्िूप एक अद्धथिृिाकार सरं चना (पवित्र सामग्री के ऊपर गोलाद्धथ
वलए हुए वमट्टी के वटले जैसा) है वजसे अण्ि कहा जािा है।
▪ ‘अण्ि’ के ऊपर एक छज्जे जैसी सरं चना होिी है वजसे ‘हवमथका’
कहिे हैं।
▪ हवमथका से एक मस्िूल वनकलिा र्ा वजसे ‘यवष्ट’ कहिे हैं।
▪ यवष्ट पर िीन छवत्रयााँ लगी होिी र्ी
▪ उपरोक्त सरं चना के चारों िरफ घुमने के वलए प्रदवक्षणापर् होिा
है।
▪ इस सपं ण
ू थ सरं चना के चारों ओर एक िेवदका होिी र्ी जहााँ
िोरणद्वार (प्रिेश द्वार) बनाया जािा र्ा

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7) स्िूप के विवभन्न अंगों का अर्थ | Meaning of different parts of stupa :-


1) िोरण द्वार :- स्िूपों के चारों ओर चार प्रिेश द्वार बने होिे र्े जो चारों वदशाओ ं में बुद्ध के सदं ेशों के फै लने का प्रिीक है | There were
four entrances around the stupas, which symbolized the spread of Buddha's messages in all four directions.
2) िेवदका :- स्िूपों के चारों िरफ एक घेरा बनाया जािा र्ा वजसे िेवदका/रेवलंग कहा जािा र्ा। जो पत्र्रों के विवभन्न स्िरों/परट्टकाओ ं का
बना होिा र्ा। यह पवित्र भूवम का प्रिीक है, जो पवित्र स्र्ल को सामान्य दुवनया से अलग करिी है | An enclosure was built
around the stupas called the vedika / railing. Which was made of different levels / plaques of stones. It is a symbol
of the Holy Land, which separates the holy site from the normal world.
3) ‘अण्ि’ :- ‘शांवि’ का प्रिीक | 'peace symbol
4) ‘हवमथका’ :- देििाओ ं के घर अर्िा पवित्रिा का प्रिीक है | The house of gods or symbol of purity
5) ‘छत्र’ :- बुद्ध के विचारों/वभक्षाओ ं का प्रिीक है। जैसे-श्रद्धा, सम्मान एिं उदारिा | It symbolizes the thoughts / beggars of
Buddha. Such as reverence, respect and generosity

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8. अशोक के अवभलेख | Ashoka’s Inscriptions


भारि में वशलाले ख का प्रचलन अशोक द्वारा | The inscription prevails in India by Ashoka

वशलाले ख | Rock Edict स्िंभले ख | Pillar Edict गहु ाले ख | Cave Edict

िृहि | Large -14 लघु | Minor दीघथ | Long -07 लघु | Minor

पृर्क वशलालेख | Distinct Rock Edict

1) वशलाले ख के खोजकिाथ | Inscription explorers :- फेन्र्ैलर | T. Fanthler


2) वशलाले ख को पढ़ने में सफलिा | Success in reading Rock Edict :- जे म्स वप्रस
ं ेप | James Prinsep (1837)
I. ग्रीक और और अरमाइक वलवप :- अफगावनस्िान
3) अवभले खों की वलवप | Script of inscriptions II. खरोष्ठी वलवप (दायी से बायी) :- पावकस्िान शाहबाजगढ़ी ि मनशेहरा
III. ब्राह्मी वलवप :- शेष भारि
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1) अशोक के दीघथ वशलालेख | Ashoka's Long Rock Edict


1) सख्ं या | Number :- 14
2) 8 विवभन्न स्र्ानों से प्रावप्त | Acquisition from various locations
वशलाले ख विषय | Subject
पहला | First इसमें पशबु वल की वनदं ा की गयी है | Animal sacrifice has been condemned in this.
दूसरा | Second मनुष्य ि पशु दोनों की वचवकत्सा-व्यिस्र्ा का उल्ले ख है | The treatment of both humans and animals is mentioned
िीसरा | Third इसमें राजकीय अवधकाररयों को यह आदेश वदया गया है वक िे हर पााँचिें िषथ के उपरान्ि दौरे पर जाएाँ । इसमें कुछ धावमथक
वनयमों का भी उल्ले ख है | In this, the state officials have been ordered to go on tour after every fifth year. It
also mentions some religious rules
चौर्ा | Fourth इसमें भेरीघोष की जगह धम्मघोष की घोषणा की गयी है | In this, Dhammaghosh has been announced in place of
Bherighosh
पााँचिााँ | Fifth इसमें धमथ-महामात्रों की वनयुवक्त की जानकारी वमलिी है | It provides information about the appointment of
Dharma-Mahamatras.
छठा | Sixth इसमें आत्म-वनयंत्रण की वशक्षा दी गयी है | It teaches self-control
7िां ि 8िााँ | इनमें अशोक की िीर्थ-यात्राओ ं का उल्ले ख है | It mentions Ashoka's pilgrimage

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नौिााँ | Ninth इसमें सच्ची भेंट िर्ा सच्चे वशष्टाचार का उल्ले ख है | It mentions true offering and true courtesy
दसिााँ | Tenth इसमें अशोक ने आदेश वदया है वक राजा िर्ा उच्च अवधकारी हमेशा प्रजा के वहि में सोचें | In this Ashoka has ordered
that the king and high officials should always think in the interest of the subjects
ग्यारहिां | इसमें धम्म की व्याख्या की गयी है | Dhamma is explained in this .
Eleventh
बारहिााँ | इसमें स्त्री महामात्रों की वनयुवक्त एिं सभी प्रकार के विचारों के सम्मान की बाि कही गयी है | It talks about the
Twelfth appointment of women mahamatras and respecting all kinds of ideas.
िे रहिााँ | इसमें कवलंग युद्ध का िणथ न एिं अशोक के हृदय-पररििथ न की बाि कही गयी है। इसी में पााँच यिन राजाओ ं के नामों का उल्ले ख
Thirteenth है, जहााँ उसने धम्म प्रचारक भेजे | It talks about the Kalinga war and the change of heart of Ashoka. In this, the
names of the five Yavana kings are mentioned, where he sent the Dhamma pracharak
चौदहिााँ | अशोक ने जनिा को धावमथक जीिन वबिाने के वलए प्रेररि वकया | Ashoka inspired the public to lead a religious life.
Fourteenth

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2) अशोक के लघु वशलालेख | Ashoka’s Minor Rock Edict

1) लघु वशलालेख में अशोक के व्यवक्तगि जीिन की जानकारी वमलिी है | Information about Ashoka's personal life is found
in the short Rock Edict.
2) ये वनम्नवलवखि स्र्ानों से प्राप्त हुए हैं | These are derived from the following places .
1) रूपनार् (जबलपुर) | Roopnath (Jabalpur)
2) गज
ु थरा (दविया) | Gurjara (Datia)
3) सारोमारो (शहिोल) | Saromaro (Shahdol)
4) पनगुिररया (वसहोर) | Panguderia (Sihor)

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3) अन्य महत्िपूणथ लघु वशलालेख | Other important minor Rock Edict :-


I. मास्की अवभलेख (कनाथटक) | Maski Rock Edict (Karnataka) :- इसमें अशोक ने स्ियं को बुद्ध शाक्य कहा है, इसी
अवभलेख में उसका नाम अशोक वमलिा है इसके अविररक्त नेिरू , उिेगोलम,् सन्नािी (सभी कनाथटक) िर्ा गज
ु थरा (दविया) से प्राप्त
अवभलेखों में अशोक नाम वमलिा है | In this, Ashoka has called himself Buddha Shakya. In the same Rock Edict
, his name is found Ashoka, in addition to this, the name Ashoka is found in the records obtained from
Nettur, Udegolam, Sannati (all Karnataka) and Gurjara (Datia).
II. भाब/ू िैराट अवभलेख (राजस्र्ान) | Bhabu /Vairat Rock Edict (Rajasthan) :- इसमें अशोक ने स्ियं को मगधावधराज कहा
है िर्ा बौद्ध धमथ के वत्ररत्न (बद्ध
ु , धम्म ि सघं ) के प्रवि आस्र्ा प्रकट की है | In this, Ashoka has called himself
Magadhidhiraja and has expressed faith in the Triratna (Buddha, Dhamma and Sangha) of Buddhism.
III. एरंगुवि (आन्ध्र प्रदेश) | Erangudi (Andhra Pradesh) :- इस अवभलेख में लेखन शैली अन्य अवभले खों के विपरीि बाएं से
दाएं एिं दाएं से बाएं (बूस्रोफेन) है | The writing style in this Rock Edict is from left to right and right to left
(boostrophen) unlike other Rock Edict .

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3) अशोक के पृर्क वशलालेख | Ashoka’s Distinct Article

1) प्रर्म पर्
ृ क लेख | First Distinct Article :- इसमें अशोक कहिा है वक सारी प्रजा मेरी सिं ान है। अशोक ने कवलगं के समीप के
महामात्यों िर्ा नगर के न्याय अवधकाररयों को वनष्पक्ष न्याय करने को कहा है। अशोक कहिा है वक मनुष्यों को कभी भी अकारण
कै द या यािना न दी जाए। मैं वनष्पक्ष न्याय हेिु सभी प्रांिों में प्रवि पांचिें िषथ (उज्जैन ि िक्षवशला में प्रवि िीसरे िषथ) महामात्य नामक
अवधकारी भेजूंगा | In this, Ashoka says that all the subjects are my children. Ashok has asked the Mahamatyas
near Kalinga and the justice officers of the city to do fair justice. Ashoka says that humans should never be
imprisoned or tortured without cause. I will send an officer named Mahamatya every fifth year (in Ujjain and
Taxila) every third year for fair justice.
2) वद्विीय पृर्क लेख | Second Distinct Article :- इसमें भी अशोक कहिा है वक सारी प्रजा मेरी सिं ान है | In this too, Ashoka
says that all the People’s are my children.

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4) अशोक के िहृ ि वशलालेख | Ashoka’s Large Rock Edict

1) इन लेखों की सख्ं या 7 है, जो 6 वभन्न-वभन्न स्र्ानों से प्राप्त हुए हैं | The number of these articles is 7, obtained from 6
different places :-
I. वदल्ली-मेरठ | Delhi-Meerut :- यह पहले मेरठ में र्ा, वजसे बाद में वफरोज िुगलक द्वारा वदल्ली लाया गया | It was earlier
in Meerut, which was later brought to Delhi by Feroze Tughlaq.
II. वदल्ली-टोपरा | Delhi-Topra :- यह पहले हररयाणा के टोपरा में र्ा, वजसे बाद में वफरोज िुगलक द्वारा वदल्ली लाया गया।
यह एक मात्र ऐसा स्िम्भ लेख है, वजस पर अशोक के सािों स्िम्भलेख उत्कीणथ हैं , जबवक शेष स्र्ानों पर के िल 6 लेख ही
उत्कीणथ वमलिे हैं | It was earlier at Topra in Haryana, which was later brought to Delhi by Feroze Tughlaq.
This is the only Pillar Edict on which the seven pillars of Ashoka are engraved, while in the remaining
places only 6 articles are engraved.

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III. कौशाम्बी/प्रयाग स्िम्भ लेख (उिर प्रदेश) | Kaushambi / Prayag column article (Uttar Pradesh) :- इसमें अशोक की
रानी कारूिाकी िर्ा पुत्र िीिर का का उल्लेख है। इसे रानी का अवभलेख भी कहा जािा है। यह पहले कौशम्बी में र्ा, वजसे
अकबर के शासनकाल में जहांगीर द्वारा इलाहाबाद के वकले में रखा गया | There is mention of Ashoka's queen Karuvaki
and son Teewar. It is also called the queen's inscription. It was earlier in Kaushambi, which was kept in the
fort of Allahabad by Jahangir during the reign of Akbar.

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5) अशोक के लघुस्िंभ लेख | Ashoka’s Minor Pillar Article

1) सांची लघुस्िम्भ लेख (रायसेन, मध्य प्रदेश) | Sanchi Minor Pillar Article (Raisen, Madhya Pradesh) :- इसमें अशोक अपने
महामात्रों को सघं भे द रोकने का आदेश देिा है | In this ,Ashoka orders his Mahamatras to stop the union.
2) रूवम्मनदेई स्िम्भ लेख (नेपाल) | Rummindei Minor Pillar Article (Nepal) :- इस अवभलेख से पिा चलिा है वक अशोक
अपने राज्यावभषेक के 20िें िषथ में रूवम्मनदेई (लुवम्बनी) आया और उसने यहां धावमथक कर बवल को समाप्त कर वदया िर्ा भाग को
घटाकर 1/8 कर वदया | This inscription shows that Ashoka came to Rummindei (Lumbini) in the 20th year of his
coronation and he abolished religious tax sacrifice here and reduced the portion to 1/8.
3) वनगावलसागर स्िम्भ लेख (नेपाल) | Nigalisagar Minor Pillar Article (Nepal) :- इस अवभलेख से पिा चलिा है वक अशोक
अपने राज्यावभषेक के 12 िें िषथ वनगावलसागर आया िर्ा यहां कनकमुवन के स्िूप का सिं द्धथन वकया | This inscription shows that
Ashoka came to Nigalisagar in the 12th year of his coronation and augmented the stupa of Kanakamuni here.

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अध्याय | Chapter - 16
ब्राह्मण साम्राज्य | Brahmin Empire

मौयोिर काल | Post-Mauryan period

विदेशी राज्य | Foreign state देसी ब्राह्मण राज्य | Brahmin State

उिर पवश्चम सीमा प्रांि िर्ा मध्य भारि | North मख्


ु यिः पाटवलपत्रु िर्ा महाराष्र | Mainly
West Frontier Province and Central India Pataliputra and Maharashtra

वहंदू, यिन, शक, पल्लि िर्ा कुषाण िंश | Hindu, शुंग, कण्ि, आंध्र साििाहन, िकाटक, चेदी आवद | Sunga,
Yavan, Saka, Pallava and Kushan Dynasty Kanva, Andhra, Satavahana, Vakataka, Chedi etc.

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1) पररचय | Introduction

➢ मौयथ साम्राज्य के पिन के बाद पाटवलपुत्र िर्ा महाराष्र के पास विकवसि राज्य | Developed states near Pataliputra and
Maharashtra after the fall of the Maurya Empire

साििाहन िश
ं | िकाटक िशं |
शगुं िश
ं | Sunga कण्ि िश
ं | Satavahana Vakataka
Dynasty Kanva Dynasty
Dynasty Dynasty

पष्ु यवमत्र शुंग | िासदु ेि | वशमुक | विन्यशवक्त |


Pushyamitra Sung Vasudev Shimuk Vindhyashakti

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2) शुंग िंश | Sunga Dynasty

➢ शुंग िंश मूलिः उज्जैन की ब्राह्मण जावि

पुष्यवमत्र | अवग्नवमत्र | िसुवमत्र | भागभद्र | देिभूवि |


Pushyamitra Agnimitra Vasumitra Bhagab adra Devabhuti

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2.1) पुष्यवमत्र शुंग | Pushyamitra Sung


1) मौयथ िंश के अंविम शासक बृहद्रर् की हत्या करके मगध में शुंग िंश की नींि िाली | By killing Brihadratha, the last ruler of the
Maurya dynasty, he laid the foundation of the Sunga dynasty in Magadha.
2) राजधानी | Capital :- विवदशा | Vidisha
3) प्रमुख कायथ Important work :-
I. दो बार अश्वमेध यज्ञ (पुरोवहि- पिंजवल) | Two Ashwamedha Yagna (Purohit- Patanjali)
II. वहंदू यूनानी शासक वमनांिर को हराया | Defeated Indo - Greek ruler Minander
III. सिना में भरहुि स्िूप का वनमाथण | Construction of Bharhut Stupa in Satna
IV. िैवदक धमथ और संस्कृि का पुनरुत्र्ान | Resurgence of Vedic religion and Sanskrit
V. सांची स्िूप की िेवदका (रेवलंग) का पुनः वनमाथण | Sanchi Stupa’s Vedika (Railing) Reconstruction

लकडी के स्र्ान पर पत्र्र | Stones in place of wood

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2.2) अन्य शुंग शासक | Other Sunga Rulers

1) अवग्नवमत्र | Agnimitra :- कावलदास द्वारा वलवखि नाटक


मालविकावग्नवमत्रम् का नायक | The protagonist of the
play Malavikagnimitram written by Kalidas
2) भागभद्र | Bhagabhadra :- यूनानी राजा एवं टयावकल्ि् स ने
हेवलओिोरस को अपना राजदूि बनाकर भेजा र्ा, वजसने
यहां भागिि धमथ को स्िीकार वकया और विवदशा में
भागिि िासदु ेि के सम्मान में गरुडध्िज की स्र्ापना की |
Heliodorus was sent by the Greek king Antiakilds
as his ambassador, who accepted the Bhagavata
religion here and established Garudadhvaja in
honor of Bhagwat Vasudeva in Vidisha.

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1) शुंग िंश का अंविम शासक | The last ruler of the Sunga dynasty
3) देिभूवि | Devabhuti
2) 73 BC में िासदु ेि ने हत्या करके कण्ि िंश की स्र्ापना की | Vasudeva murdered in

73 BC and established the Kanva dynasty.

I. सस्ं र्ापक | Founder :- िासदु ेि | Vasudev


कण्ि िश
ं ( 75 BC-30BC)
II. अंविम | Last :- सश
ु माथ | Susarma

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3) साििाहन िंश | Sat vahana Dynasty (30BC-25BC)

वशमुक शािकणी I हाल

यज्ञश्री पुलुमािी िवशष्ठीपुत्र पुलमािी गौिमीपुत्र शािकणी

पुलुमािी-चिुर्थ

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3.1) पररचय | Introduction


1) सस्ं र्ापक | Founder :- वशमुक | Shimuk
2) क्षेत्र | Aria :- महाराष्र और आंध्रप्रदेश | Maharashtra and Andhra Pradesh
3) भारि पर सिाथवधक समय िक शासन करने िाला प्रर्म राजिंश (लगभग 280 िषथ) | The first dynasty to rule India for the
longest time (about 280 years)
4) पुराण | Purana :- आंध्र
आध्रं साििाहन | Andhra Satavahana
5) अवभलेख :- साििाहन | Satavahana
प्राचीनिम पुराण | Oldest Puranas
6) मत्स्यपुराण | Matsya Purana
साििाहन िंशािली | Satavahana Genealogy
7) राजधानी | Capital :- प्रविष्ठान (औरंगाबाद, महाराष्र) | Pratishthaan (Aurangabad, Maharashtra)
8) राजकीय भाषा | Official language :- प्राकृि | Prakrit
9) वलवप | Script :- ब्राह्म वलवप | Brahmi script
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3.2) शािकणी I | Shatkarni I


1) वििाह | Marriage :- नागवनका | Nagnika

नानाघाट अवभलेख (महाराष्र) | Nanaghat Records (Maharashtra)

I. शािकणी प्रर्म ने दो अश्वमेध यज्ञ िर्ा एक राजसयू यज्ञ कराया | Shatkarni I performed two Ashwamedha
Yagya and one Rajsuya Yagya.
II. ब्राह्मणों को भूवमदान की प्रर्ा का आरंभ | Commencement of land donation practice to Brahmins
2) नागवनका ने सरं वक्षका के िौर पर कायथ वकया | Naganika acted as guardian

193

3.3) हाल | Hall

1) प्राकृि भाषा में गार्ासप्तशिी (प्रेमकर्ा) की रचना | Gathasaptashati (love

story) composed in Prakrit language

2) गुणाढ्य | Gunaadhy :- प्राकृि भाषा में िृहत्कर्ा कोश

3) सिथिमथन | Sarvavarman :- सस्ं कृि भाषा में कािंत्र (रानी मलयििी के अनुरोध

पर) | Kantra in Sanskrit (at the request of Rani Malayavati)

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3.4) गौिमीपत्रु शािकणी | Gautamiputra Shatkarni (106AD -130AD )

1) सबसे महान साििाहन शासक | Greatest satavahana ruler


एक मात्र ब्राह्मण | The only Brahmin
अवद्विीय ब्राह्मण | Unique brahmin
2) नावसक अवभलेख | Nashik inscription (गौिमी बलश्री)
िणथ व्यिस्र्ा का रक्षक | Protector of Varna System
िेदों का आश्रयदािा | Harbinger of vedas
3) शक शासक ने नहपान को हराया | Saka ruler defeated Nahapan

3.5) िवशष्ठीपुत्र पुलमािी | Vashishtiputra Pulamavi

1) नाम | Name :- आंध्रसम्राट, दवक्षणापर्ेश्वर | AndhraSamrat, Dakshinapatheshwar


2) वसक्के | Coins :- “दो पििार िाली जहाज” का वचत्र | Picture of a "ship with two hulls"

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3.6) अन्य साििाहन शासक | Other Satavahana rulers

I. अंविम शवक्तशाली शासक | The last powerful ruler


1) यज्ञश्री शािकणी | Yajnashree Shatkarni
II. वसक्कों पर जलयान का वचत्र | Vessel picture on coins
2) पुलमािी चिुर्थ | Pulamavi IV :- अंविम शासक और विघटन | Last ruler and Dissolution

विदभथ - दवक्षणी महाराष्र आंध्र प्रदेश कनाथ टक कदम्ब


िकाटक िंश आभीर िश ं इक्ष्िाकु िश
ं िंश

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3.7) अन्य िथ्य | Other Facts

1) साििाहन ने चााँदी, िााँबे, सीसा (सिाथवधक), पोटीन और कााँसे की मुद्राओ ं का प्रचलन वकया | The Satavahanas practiced
silver, copper, lead (most), putty and bronze.
2) साििाहन अपना वसक्का ढालने में वजस सीसे का इस्िेमाल करिे र्े, उसे रोम से मगं ाया जािा र्ा | The lead which the
Satavahanas used to mint their coin, was sourced from Rome.
3) साििाहनों में हमें मािृित्रं ात्मक ढााँचे का आभास वमलिा है। उनके राजाओ ं के नाम उनकी मािाओ ं के नाम पर रखने की प्रर्ा र्ी,
जैसे- गौिमीपुत्र, िावसष्ठीपुत्र आवद। लेवकन साििाहन राजकुल वपिृिंत्रात्मक र्ा, क्योंवक राजवसहं ासन का उिरावधकारी पुत्र ही
होिा र्ा | In the Satavahanas we get the impression of matriarchal structure. It was the practice to name their
kings after their mothers, such as Gautamiputra, Vasisthiputra etc. But the Satavahana Rajkula was
patriarchal, because the throne was succeeded by a son.

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4) साििाहन, शासकों ने ग्रामीण क्षेत्रों में प्रशासन का काम गौवल्मक को सौंपा | Satavahanas, rulers entrusted administration
work in rural areas to Golmik.
5) शािकणी एिं अन्य सभी साििाहन शासक दवक्षणापर् के स्िामी कहे जािे र्े | Shatkarni and all other Satavahana rulers
were called the lord of Dakshinapath.
6) साििाहन राज्य ने उिर और दवक्षण भारि के बीच सेिु का काम वकया | The Satavahana kingdom served as a bridge
between North and South India.
7) साििाहनों की महत्िपण
ू थ स्र्ापत्य कृवियााँ हैं- काले का चैत्य, अजिं ा,एिं एलोरा की गफ
ु ाओ ं का वनमाथण एिं अमराििी कला का
विकास वकया | Important architectural works of the Satavahanas - the construction of the caves of Carley's
Chaitya, Ajanta, and Ellora and developed the Amravati art.

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4) िकाटक िंश | Vakataka Dynasty (300AD-500AD)

विंध्यशवक्त प्रिरसेन I रुद्रसेन पृथ्िीसेन प्रिरसेन II पृथ्िीसेन II

क्षेत्र | Aria :- दवक्षण भारि | South india

1) िाकाटक राजिंश की स्र्ापना 255 ई. के लगभग विन्ध्यशवक्त नामक व्यवक्त ने की र्ी।


इसके पूिथज साििाहनों के अधीन बरार (विदभथ ) के स्र्ानीय शासक र्े | The
Vakataka dynasty was founded around 255 AD by a man named
Vindhyashakti. Its ancestors were local rulers of Berar (Vidarbha) under
the Satavahanas.

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2) विन्ध्यशवक्त के पश्चाि उसका पुत्र प्रिरसेन प्रर्म (275-335ई.) शासक हुआ। िाकाटक िंश का िह अके ला ऐसा शासक र्ा वजसने
सम्राट की उपावध धारण की र्ी। पुराणों से पिा चलिा है वक इसने चार अश्वमेध यज्ञ वकया र्ा | After Vindhyashakti, his son
Pravarsena I (275–335 AD) became the ruler. He was the only ruler of the Vakataka dynasty who held the title
of Emperor. The Puranas suggest that he performed the four Ashwamedha yagna.
3) प्रिरसेन के पश्चाि िाकाटक साम्राज्य दो शाखाओ ं में विभक्त हो गया - प्रधान शाखा िर्ा बासीय (िरसगुल्म) शाखा। दोनों शाखाएाँ
समानान्िर रूप से शासन वकया | After Pravarsen, the Vakataka empire was divided into two branches - the Pradhan
branch and the Basi (Varsagulm) branch. The two branches ruled parallel
4) प्रधान शाखा के प्रमुख राजा - रूद्रसेन प्रर्म (335-360ई.), प्रभाििी गुप्ता का सरं क्षण काल (390-410), प्रिरसेन वद्विीय (41440ई.)
नरेन्द्र सेन (440-460 ई.), पृथ्िीसेन वद्विीय (460-480 ई.) | The head of the principal branch was Raja-Rudrasen I (335-
360 AD), Prabhavati Gupta's patronage period (390-410), Pravarsen II (41440 AD), Narendra Sen (440-460
AD), Prithvisen II (460-480 AD). )

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5) गप्तु शासक चन्द्रगप्तु वद्विीय ने अपनी पत्रु ी प्रभाििी गप्तु ा का वििाह िाकाटक नरे श रूद्रसेन वद्विीय से वकया। िाकाटकों का राज्य गप्तु एिं शक राज्यों
के बीच र्ा। राज्यों पर विजय प्राप्त करने के वलए चन्द्रगप्तु -II ने इस सबं ध
ं को स्र्ावपि वकया र्ा । वििाह के कुछ समय बाद रूद्रसेन वद्विीय की मृत्यु
हो गई । चूाँवक उसके दोनों पुत्र वदिाकर सेन एिं दमोदर सेन अियस्क र्े अिः प्रभाििीगुप्ता ने शासन संभाला। यह काल िाकाटक गुप्त संबंध का
स्िणथ काल रहा | The Gupta ruler Chandragupta II married his daughter Prabhavati Gupta to the Vakataka king Rudrasen
II. The kingdom of the Vakatakas was between the Gupta and Saka states. This relationship was established by
Chandragupta II to conquer the states. Shortly after marriage, Rudrasen II died. Since his two sons Diwakar Sen and
Damodar Sen were minor, Prabhavatigupta took over the rule. This period was the golden period of Vakataka secret
relationship
6) प्रभाििीगुप्ता के संरक्षण काल के बाद उसका कवनष्ठ पुत्र दमोदर सेन प्रिरसेन वद्विीय के नाम से गद्दी पर बैठा | After the patronage of
Prabhavati Gupta, his junior son Damodar Sen Pravarsen II ascended the throne.
7) पृथ्िीसेन-II िाकाटकों की प्रधान शाखा का अंविम शासक र्ा। उसके बाद उसका राज्य बासीम शाखा के हररषे ण के हार्ों में चला गया |
PrithviSense-II was the last ruler of the principal branch of the Vakatakas. After that, his kingdom passed into the hands
of the Harsishan of the Basim branch.

201

4.1) िकाटक िंश :- कला एिं सावहत्य |


Vakataka Dynasty: - Art and literature

1) िाकाटक िश
ं के राजा प्रिरसेन वद्विीय ने मराठी प्राकृिकाव्य “सेिबु न्ध” की रचना की | King Pravarsen II of the Vakataka
dynasty composed the Marathi Prakritakavya Setubhandha .
2) सिथसेन ने हररविजय नामक प्राकृवि काव्य -ग्रंर् वलखा | Sarvasen wrote a Prakrit Poetry titled Harivijaya
3) कुछ विद्वानों का मि है वक चन्द्रगुप्त वद्विीय के राजकवि कावलदास ने कुछ समय िक प्रिरसेन वद्विीय की राजसभा में वनिास वकया र्ा
िहााँ उन्होंने उसके सेिुबन्ध का सश
ं ोधन वकया िर्ा िैदभी शैली में अपना काव्य मेघदूि वलखा | Some scholars believe that
Kalidas, the royal poet of Chandragupta II, lived for some time in the court of Pravarsen II, where he
amended his Setubhandha and wrote his poetic Meghdoot in Vaidarbhi style.

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5) िाकाटक नरेश पृथ्िीसेन वद्विीय के सामन्ि व्याध्रदेि ने नचना (नयना


कुठार, पन्ना) के मवं दर का वनमाथण करिाया | The feudatory of
Vakataka king PrithviSense II built the temple of Nachna
(Nayana Kuthar, Panna) by Vyadhradeva.
6) अजन्िा का सोलहिा िर्ा सत्रहिॉ गुहा विहार और उन्नीसिें गुहा चै त्य
का वनमाथण िाकटकों के शासन काल में हुआ | The sixteenth and
seventeenth Guha Vihara of the Ajanta and the nineteenth
Guha Chaitya were built during the rule of the Vakatakas.

203

5) चेवद राजिश
ं (कवलगं ) | Chedi Dynasty (Kalinga)

1) अशोक की मृत्यु के उपरांि सभ


ं िि: प्रर्म शिाब्दी ई.प.ू में कवलंग में चे वद राजिंश का उदय हुआ
| Probably after the death of Ashoka, probably in the first century BC. Chedi
dynasty emerged in Kalinga
2) इसकी जानकारी हमें हार्ी गुम्फा अवभलेख (भुिनेश्वर, उडीसा) से वमलिी है | We get its
information from Elephant Gumpha inscription (Bhubaneswar, Orissa)
3) खारिेल इस िंश का एक प्रिापी राजा र्ा | Kharavel was a majestic king of this
dynasty.
4) खारिेल जैन धमथ का अनुयायी र्ा और उसने जैन मुवनयों के वलए उदयवगरर की पहाडी में गुफा का
वनमाथण करिाया र्ा | Kharavel was a follower of Jainism and had built a cave in the
Udayagiri hill for Jain sages.

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अध्याय | Chapter - 17
भारि के यिन राज्य | Greek states of india

मौयोिर काल | Post-Mauryan period

भारि पर विदेशी आक्रमण | भारिीय शासक | Indian


Foreign invasion of india ruler

वहंद यूनानी शक पहलि कुषाण

205

1) वहदं ू यनू ानी शासक | Indo-Greek Ruler

1) पररचय | Introduction

सेल्यक
ू स वनके टर | Seleucus Nicator :- पवश्चम िर्ा मध्य एवशया में विशाल साम्राज्य का वनमाथ ण | Building a huge empire in
West and Central Asia

एटं ीओकस वद्विीय के शासनकाल में अनेक स्िित्रं प्रांि | Several independent provinces during the reign of Antiochus II

वियोिोट्स प्रर्म ने बैवक्रया नामक स्िित्रं राज्य की स्र्ापना | Diodotes I founded an independent kingdom called Bactria.

भारि पर आक्रमण | Invasion of india

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2) भारि पर आक्रमण | Invasion of india

वियोिोट्स-I वियोिोट्स-II यूवर्िेमस् िेवमवरयस वमनाण्िर हवमथक्स

1) 190 BC :- िेवमवरयस ने अफगावनस्िान पंजाब एिं वसध


ं पर कब्जा वकया | Demetrius captured Afghanistan, Punjab and
Sindh

राजधानी Capital :- शाकल (वसयालकोट) | Shakal (Sialkot)


2) वमनांिर (वमवलदं ) | Minander (milind) :- सबसे प्रिापी वहदं ू -यनू ानी/ बैवक्रयाई यनू ानी शासक |
The most powerful Hindu-Greek / Bactrian Greek ruler
I. नागसेन (नागाजथनु ) द्वारा बौद्ध धमथ की दीक्षा | Buddhism initiation by Nagasena (Nagarjuna)
II. वमवलदं पन्हों/वमवलदं प्रश्न | Milindpanho / Milindprashan :- वमनांिर िर्ा नागसेन के मध्य प्रश्न-
उिर | Question-answer between Minander and Nagasen

207

3) यूनानी आक्रमण का भारि पर प्रभाि | Impact of


Greek invasion on India

1) सबसे पहले भारि में सोने के वसक्के जारी वकए | First issued gold coins in
India
2) वसक्कों पर शासकों के नाम | Names of rulers on coins
3) भारि में हेलेवनवस्टक कला का आरंभ | The introduction of Hellenistic art
in India

गांधार कला | Gandhara art


4) भारि में पदे का प्रचलन | Curtain trend in India :- यिवनका | Yavanika

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अध्याय | Chapter - 18
शक (सीवर्यन) | Sethians

1) पररचय | Introduction

▪ यूनानीयों के बाद मध्य एवशया से 5 शाखाओ ं में भारि पर शक आक्रमण | mAfter the Greeks, there was a doubt attack on
India in 5 branches from Central Asia.

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प्रर्म शाखा | First branch :- अफगावनस्िान


िक्षवशला | Takshshila
मध्य एवशया | उिरी क्षत्रप | Northern satraps
Central Asia मर्ुरा | Mathura
चार शाखाएं | Four branches :- भारि
नावसक | Nashik
पवश्चमी क्षत्रप | Western satraps
उज्जैन | Ujjain

प्रमख
ु शाखा | Major branch

प्रमख
ु शासक | Chief ruler

रुद्रदामन | Rudradaman
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2) मर्ुरा के शक शासक | Saka ruler of Mathura

1) मर्ुरा का प्रर्म शक शासक राजुल या राजउल र्ा, जबवक अन्य महत्िपूणथ शक


शासक शोिास हुआ | The first Saka ruler of Mathura was Rajul or
Rajaul, while the other important Saka ruler was Shodas.
2) जैन ग्रंर् कालकाचायथ कर्ानक के अनुसार मर्ुरा के शक पहले मालिा क्षेत्र में रहिे र्े,
वजन्हें 57 ई. पू. में उज्जैन के शासक विक्रमावदत्य ने परावजि वकया धा | According
to the Jain scripture Kalkacharya's story, the Shakas of Mathura first
lived in the Malwa region, which was named in 57 BC. Ujjain's ruler
Vikramaditya defeated

211

3) नावसक के शक शासक | Shaka ruler of Nashik

1) अन्य नाम | Other names :- क्षहराि शक | Shaharat Shaka


2) प्रमख
ु शासक | Chief ruler :- नहपान | Naphan

गौिमीपुत्र सािकवणथ द्वारा हत्या | Murder by Gautamiputra Satakarni

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4) उज्जैन के शक शासक | Shaka ruler of Ujjain

1) अन्य नाम | Other names :- कादमथक शक | Kadarmak Shaka


1) प्रर्म | First :- चष्टन | Chashtan
2) शासक | Ruler :- 2) महत्िपूणथ | Important :- रुद्रदामन | Rudradaman
3) अंविम | Last :- रुद्रवसहं िृिीय (चंद्रगुप्त विक्रमावदत्य ने मारा) | Rudrasingh III (killed by
Chandragupta Vikramaditya)
3) रुद्रदामन | Rudradaman :-
I. जानकारी | Information :- जनू ागढ़ अवभलेख (वगरनार) | Junagadh inscription (Girnar)

सस्ं कृि का सबसे बडा अवभलेख | Largest Sanskrit inscription

II. सदु शथन झील का पुनवनथमाथ ण | Reconstruction of Sudarshan Lake

213

नोट | Note

▪ मालिा के शकों में अंविम शक शासक रूद्रवसहं ििृ ीय र्ा, वजसे गप्तु शासक चन्द्रगप्तु विक्रमावदत्य ने
मारकर प्रर्म बार मालिा क्षेत्र में व्याघ्र शैली में चााँदी के वसक्के चलिाए | The last Saka ruler of
Malwa Shakras was Rudrasinh III, who was killed by the Gupta ruler Chandragupta
Vikramaditya for the first time in the Malwa region in the style of silver coins.

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5) पहलि िंश (पावर्थयाई) | Parthian

1) ये मूल रूप से पावर्थया या ईरान के वनिासी र्े | They were originally residents of Parthia or Iran
2) प्रर्म शासक | First ruler :- माउस | Maus
3) सबसे शवक्तशाली शासक गोण्िोफनीज र्ा इसकी राजधानी िक्षवशला र्ी | The most powerful ruler was Gondopharnis,
its capital was Taxila.
4) सेंट र्ामस नामक पादरी इसाई प्रचार के वलए इसी समय भारि आया र्ा। कालान्िर में सेंट र्ामस की मद्रास के समीप वस्र्ि
म्यालपुर नामक स्र्ान पर हत्या कर दी गई | St. Thomas, a priest named Saint Thomas came to India at this time to
preach. Later, St. Thomas was assassinated in a place called Mylapore near Madras.
5) पावर्थयन राजाओ ं के वसक्कों पर धवमथय (धावमथक) उपावध उत्कीणथ वमलिी हैं। पह्वि राज्य का अंि कुषाणों ने वकया | The coins of
Parthian kings bear the title Dharmiyya (religious). The Kushans ended the kingdom of Pahwa

215

अध्याय | Chapter - 19
कुषाण िंश / यूची / िोखरी | Kushan Dynasty / Yuchi / Tokhari

कुजुल किवफसेस विम किवफसेस कवनष्क िासदु ेि

1) पररचय | Introduction
1) प्राचीन चीन का यूची कबीला | Yucci Kabeela of ancient china
5 शाखाएं | 5 Branches
कुषाण | Kushan
2) सस्ं र्ापक | Founder :- कुजुल किवफसेस | Kujula Kadphises (िाबे के वसक्के )

1) पुरुषपुर / पेशािर | Purushpur / Peshawar


3) राजधावनयां
2) मर्रु ा | Mathura

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2) विम किवफसेस | Vima Kadphises

1) भारि में स्िणथ वसक्के चलाए | Run gold coins in India

वशि, नंदी, वत्रशूल की आकृवि | Shiva, Nandi, trident shape

शैि धमथ अनुयायी | Shaivite followers

2) उपावध | Title :- महेश्वर | Maheshwar

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3) कवनष्क | Kanishka

1) कुषाण िंश का सबसे प्रिापी शासक | The most powerful ruler of the Kushan dynasty
2) राज्य-अवभषेक | Coronation :- 78 AD

शक सिं ि का आरंभ (भारि का औपचाररक सिं ि) | Start of Shaka Samvat (Formal Samvat of India)

3) उपावध | Title :- देिपुत्र


4) कवनष्क का साम्राज्य | Kanishka's empire :-
I. उिर भारि और मध्य एवशया | North India and Central Asia
II. चीनी सेनापवि पेनचौआ ने हराया | Chinese commander Penchauah defeated
III. मगध से अश्वघोष, बुद्ध का वभक्षापात्र | Ashwaghosh from Magadha, beggar of Buddha

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5) कवनष्क और धमथ | Kanishka and religion :-


1) बौद्ध धमथ की महायान शाखा का अनुयायी | Follower of the Mahayana branch of Buddhism
2) कुंिलिन (कश्मीर) में चिुर्थ बौद्ध सगं ीवि | Fourth Buddhist Council in Kundalvan (Kashmir)

I. अध्यक्ष | Chairman :- िसवु मत्र | Vasumitra


II. पररणाम Result :- हीनयान और महायान का स्पष्ट विभाजन | Clear division of Hinayana and Mahayana

3) भारि में महायान सप्रं दाय द्वारा दो शै वलयों में कुछ प्रविमा का वनमाथ ण और पज
ू ा | Construction and worship of
some idols in two styles by Mahayana sect in India - गांधार और मर्ुरा कला

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गांधार | Gandhara मर्ुरा | Mathura


मवू िथ कला शैली
Sculpture style

1) इसे इण्िो-ग्रीक शैली, ग्रीक-बुवद्धष्ट शैली िर्ा यूनानी-रोमन शैली भी 1) इस कला शैली का जन्म कवनष्क के समय मर्ुरा में हुआ र्ा, अि:
कहा जािा है इसे मर्ुरा कला शैली कहा जािा है
2) इस शैली का प्रमुख के न्द्र गांधार र्ा, अि: इसे गांधार कला शैली भी 2) इस शैली में बौद्ध, वहन्दू एिं जै न धमों से सम्बंवधि मूविथ यों का
कहा जािा है वनमाथ ण वकया गया र्ा
3) इस शैली में मुख्यिः बुद्ध एिं बोवधसत्यों की मूविथ यों का वनमाथ ण वकया 3) इस शैली में वनवमथि मूविथ यों का वनमाथ ण मुख्यिः लाल बलुआ
गया र्ा पत्र्र से वकया गया र्ा
4) गांधार कला शैली में वनवमथि बद्ध ु की मवू िथ यनू ानी देििा अपोलो की 4) बद्ध
ु की प्रर्म मवू िथ के वनमाथ ण का श्रेय पहली शिाब्दी ई. में मर्रु ा
नकल प्रिीि होिी है कला शैली को वदया जािा है
5) इस शैली में वनवमथि मूविथ यों का वनमाथ ण मुख्यि: काले , नीले िर्ा हरे 5) इस शैली में वनवमथि मूविथ यों में आध्यावत्मकिा अवधक िर्ा
स्ले टी पत्र्र से वकया गया र्ा भौविकिा (आिभ्बर) कम वदखाई देिी है
6) इस शैली में वनवमथि मूविथ यों में आध्यावत्मकिा कम िर्ा भौविकिा
(आिम्बर) अवधक वदखाई देिी है

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6) कवनष्ककालीन सावहत्य और िास्िुकला | Kanishka literature and architecture


I. कुषाण ने सबसे शुद्ध स्िणथ वसक्के जारी वकए | Kushan issued the purest gold coins
II. पुरुषपुर (पेशािर) | Purushpur (Peshawar) :- कवनष्क चैत्य (सघं ाराम) | Kanishka Chaitya (Sangaram)
III. बावमयान | Bamiyan :- खडी हुई बौद्ध प्रविमा | Standing Buddhist statue
IV. कश्मीर में कवनष्कपुर नामक नगर | A city called Kanishkapur in Kashmir

7) कवनष्क के समय के विद्वान | Kanishka scholars


I. चरक (राजिैद्य) | Charaka (Rajvaidya) :- चरकसवं हिा | Charak Samhita
II. अश्वघोष | Ashwaghosh (राजकवि) :- बुद्धचररत्र (बौद्ध धमथ की रामायण) ि सौंदरानंद (सस्ं कृि)| Buddhacharitra
(Ramayana of Buddhism) and Saundarananda (Sanskrit)
III. िसवु मत्र | Vasumitra :- महाविभाष सत्रू |Mahaavibhaash sootra
IV. प्रधान परु ोवहि | Head priest :- सघं रक्ष | Confederacy

221

V. नागाजथनु (भारि का आइस्ं टीन) | Nagarjuna (Einstein of India) - माध्यवमक सत्रू (नागाजथनु का
सापेक्षिा का वसद्धांि), शून्यिाद , प्रज्ञापारवमिा
VI. िात्सायन | Vatsyayan :- कामसत्रू | Kamasutra

4) अन्य िथ्य | Other facts

1) रेशम मागथ पर वनयंत्रण रखने िाला प्रर्म िंश | The first dynasty to control the silk route :- कुषाण | Kushan
2) कुषाण द्वारा जारी सिाथवधक वसक्के | Most coins issued by Kushan :- िांबा | Copper
3) अंविम शासक | Last ruler :- िसदु ेि | Vasudev

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5) मौयोिर कालीन व्यिस्र्ा से जुडे प्रमुख िथ्य | Key facts related to post-
Mauryan period

1. कुषाण के काल में ईटं के कुओ ं का वनमाथण हुआ


2. शक और कुषाण शासकों ने भारि में अश्वसेना को बेहिर बनाया।
3. भरि को मध्य एवशया के अल्िाई पहाडों से प्रचुर मात्रा में सोना प्राप्त होिा र्ा वजसका प्रयोग कुषाण शासकों ने वसक्को के वनमाथ ण
में वकया।
4. कुषाण काल में भारि में बाल वििाह प्रर्ा का प्रचलन हुआ।
5. मौयथ उिर काल के राजाओ ं ने देििा के वसद्धांि का प्रारंभ वकया।
6. कुषान शासक देिपुत्र कहलािे र्े। जो उन्होंने चीन के राजा से सीखा र्ा।
7. उज्जैन सबसे महत्िपूणथ नगर र्ा क्योंवक वक्षप्रा नदी से प्रचुर मात्रा में गोमेद और इद्रं गोप पत्र्रों की प्रावप्त होिी र्ी।

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अध्याय | Chapter - 20
सगं म काल | Sangam period

1) सगं म | Sangam :- पररषद (िवमल कवि / लेखक का सम्मेलन) | Council (Tamil Poet / Writer's Conference)
1) चेर | Cher
सगं म सावहत्य | Sangam literature 2) चोल | Chola
3) पांिि | Pandya

2) िीन सगं मों का आयोजन पांिि राजाओ ं के सरं क्षण में | Three Sangams organized
under the patronage of Pandava kings
3) सगं म सावहत्य नौ खंिों में विभावजि है | Sangam literature is divided into nine
sections

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स्र्ान | Venue अध्यक्ष | Chairmanship सक


ं वलि महत्िपूणथ ग्रंर्
प्रर्म सगं म मदुरा (समुद्र में विलीन) अगस्त्य | Agastasya अकरट्टयम पररपदाल, मदुनारै , मुदुकुरुकु
4440 िषथ पूिथ Madura (engulfed िर्ा कलारर आविरै । (कोई भी इनमें
in sea) उपलब्ध नहीं है)

दूसरा सगं म कपाटपरु म (अलैिाई) अगस्त्य | Agastasya िोल्कावप्पयम (िवमल व्याकरण,


3700 िषथ पूिथ (समुद्र में विलीन) रचनाकार-िोल्कावप्पयर)
िीसरा सगं म मदुरा | Madura नक्कीरर | Nakkirar नेदुन्र्ोकै , कुरुन्र्ोकै , नवक्रनई, एन्कुरु
1850 िषथ पूिथ भूरू, पररपादल, कूर्,ु िरर, पेररसै िर्ा
वसवत्रसै आवद

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4. अन्य िथ्य | Other facts :-


1) अगस्त्य ऋवष को ही दवक्षण भारि में आयथ सस्ं कृवि के प्रसार का श्रेय वदया गया है | Agastya Rishi has been credited with
spreading income culture in South India.
2) िवमल भाषा में प्रर्म ग्रन्र् (अगवियम) के प्रणेिा भी इन्हें ही माना गया है | They are also considered as the originators of
the first book (Agattiyam) in Tamil language.
3) िोल्कावपयम (िोलकावपयर रवचि) | Tolkapiyam (Formed by Tolkapier)
4) िीसरे सगं म में रवचि सावहत्य 8 सग्रं ह ग्रन्र्ों में सक
ं वलि है। इन्हें ऐिुिोगई कहिे हैं | The literature composed in the third
Sangam is compiled into 8 collection texts. These are called Attutogai .
5) िवमल प्रदेश में ब्राह्मणों का उदय सिथप्रर्म सगं म काल में हुआ जो समय का सबसे प्रविवष्ठि िगथ र्ा | The Brahmins in Tamil
Pradesh first emerged during the Sangam period, which was the most revered class of the time.
6) ब्राह्मणों के पश्चाि् सगं म युगीन समाज में िेल्लार िगथ का स्र्ान र्ा। इसका मुख्यपेशा कृवष कमथ र्ा | After the Brahmins, the
Vellar class had a place in the Sangam-era society. Its main focus was agricultural work

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7) सगं म सावहत्य में व्यापारी िगथ को िेवनगर कहा गया है | In Sangam literature, the merchant class is called Venigar.

8) सगं म कालीन कुछ अन्य िगथ | Some other categories of Sangam :-


1. पल
ु ैयन | Pulayan :- दस्िकारों का एक िगथ जो रस्सी िर्ा पशुचमथ की सहायिा से चारपाई एिं चटाई बनाने का कायथ करिे र्े |
A class of artisans who used to make cots and mats with the help of rope and cattle
2. एवनयर | Eniyar :- वशकाररयों की एक जावि | A Cast of hunters
3. मलिर | Malwar :- लूट-पाट करने िाली जावि | Plundering caste

9) सगं म काल में चािल मुख्य खाद्यान्न र्ा ।


10) सगं म सावहत्य से पिा चलिा है वक समाज के वनम्न िगथ की मवहलाएाँ ही मुख्यिः खेिी का कायथ वकया करिी र्ी। इन्हे ाँ किैवसिर
कहा गया है | Sangam literature shows that only women from the lower classes of society used to do farming.
They are called cadavers .

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11) कोरोमण्िल समुद्रिट पर पदुचेरी से िीन वकमी दवक्षण में वस्र्ि अररकमेिु चोल िंश का एक प्रमुख बन्दरगाह र्ा। इस बन्दरगाह से रोम
के सार् व्यापार होिा र्ा | Arikamedu was a major port of the Chola dynasty, located three km south of Paducherry
on the Coromandal beach. This port traded with Rome.
12) 1945 ई. में हुई यहााँ की खुदाई से एक विशाल रोमन बस्िी का पिा चला है | A huge Roman settlement has been discovered
by excavations here in 1945 AD
13) सगं म काल में ही वमस्र के एक नाविक वहप्पोलस ने मानसनू ी हिाओ ं के सहारे बडे जहाजों से सीधे समुद्र पार कर सकने की विवध खोजी
| At the confluence period, an Egyptian sailor Hippolas discovered the method of crossing the sea directly from
large ships with the help of monsoon winds.
14) िवमल देश का प्राचीन देििा मुरुगन र्ा। कालान्िर में उसका नाम सब्रु ह्मण्य हो | The ancient deity of the Tamil country was
Murugan. Later, his name should be Subrahmanya

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अध्याय | Chapter - 21
गुप्त साम्राज्य | Gupta Empire

श्रीगुप्त घटोत्कच चंद्रगुप्त I समद्रु गप्तु चंद्रगुप्त II कुमारगप्तु स्कंदगुप्त विष्णुगुप्त

1) पररचय | Introduction

1) गुप्त शासक, कुषाणों के सामंि र्े | Gupta rulers were feudatories of the Kushanas.
2) गप्तु शासकों को िैश्य िणथ से सबं वं धि माना जािा है | Gupta rulers are believed to belong to the Vaishya varna
3) सस्ं र्ापक | Founder :- श्रीगुप्त (महाराजा की उपावध) | Shreegupta (title of Maharaja)

िाम्रपत्र अवभलेख :- आवदराज | Adiraj

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2) प्रमुख शासक | Chief ruler

1) चंद्रगुप्त प्रर्म | Chandragupta I (319 AD- 334AD)

1) गप्तु िश
ं का िास्िविक सस्ं र्ापक और प्रर्म स्िित्रं शासक | The actual founder
and first independent ruler of the Gupta dynasty
2) वलच्छवि राजकुमारी “कुमार देिी” से वििाह | Married to Lichchavi princess
"Kumar Devi“.
3) महाराजावधराज | Maharajadhiraj
4) राज्य-अवभषेक - गप्तु सिं ि (319AD-320AD) का आरंभ
5) चांदी के वसक्कों का प्रचलन | Circulation of silver coins

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2) समद्रु गुप्त | Samudragupta


1) 335 ईसिी में शासक बना | Became ruler in 335 AD
2) उपावध | Title :- पराक्रमांक | Paraakramaank, अश्वमेघकिाथ | Ashvameghakarta, परमभागिि | Parambhagavata,
कविराज | Kaviraj
3) लगभग 20 शासकों को परावजि वकया | Defeated about 20 rulers :- भारि का नेपोवलयन (विसेंट वस्मर्) | Napoleon of
India (Vicente Smith)
4) दरबारी कवि | Court Minstrel :- हररषेण | Harrishan
1. भाषा - सस्ं कृि

प्रयाग/इलाहाबाद प्रशवस्ि की रचना Composition of Prayag / Allahabad Prashasti 2. वलवप - ब्राह्मी


3. चंपू शै ली
5) वसक्कों पर िीणािादन | Harp on the coins :- सगं ीिप्रेमी | Music Favour

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6) समुद्रगुप्त का एरण अवभलेख | Samudragupta’s Eran inscription


1) पत्नी | Wife :- दिदेिी | Dattadevi.
2) एरण, समुद्रगुप्त का भोगनगर र्ा | Samudragupta's Bhognagar was.

3) चद्रं गुप्त वद्विीय | Chandragupta II

1) 380 ईसिी शासक बना | Ruler of 380 AD


2) गुप्तकाल का स्िणथकाल | Golden period
3) उपावधयां | Titles :- विक्रमावदत्य( शकों को परावजि करने के बाद), उज्जयनीपुरिाधीश्वर, चंद्र, परमभागिि, शकावद आवद |
Vikramaditya (after defeating the Shakas), Ujjainipurvadhishwar, Chandra, Param Bhagavat, Shakadi etc.
I. पाटवलपुत्र | Paataliputra
4) राजधावनयां | Capitals
II. उज्जैन | Ujjain

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5) िैिावहक सबं ध
ं | Marital relationship

नागिंश की राजकुमारी कुबेरनाग से वििाह | Married to Kubernag, princess of Nagavansh

पुत्री | Daughter

प्रभाििी गुप्त | Prabhaavatee gupta


वििाह | Marriage

िकाटक शासक रूद्रसेन वद्विीय | Vakataka ruler Rudra Sen II

6) चीनी यात्री फाह्यान (399-414) भारि आया | Chinese traveler Fahyan (399-414) visited India
7) दरबार में 9 विद्वान | 9 scholars in court :- निरत्न | Navratna

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8) राजकवि :- शाब | Shab


9) सवं धविग्रवहक सवचि | Joint secretary :- िीरसेन | Virsen
10) शक के विजय के बाद | After the victory of doubt :- मालिा में चांदी के वसक्कों का प्रचलन | The prevalence of silver
coins in Malwa
फाह्यान | Fahyan (399-414)
1) चंद्रगुप्त वद्विीय के दरबार में चीनी यात्री | Chinese traveler in court of Chandragupta II
2) पुस्िक | Book :- फो-म्यों-की
3) स्र्ल मागथ से आया, जबवक जलमागथ से िापस | Came from the land route, while back
from the waterway
4) मध्यदेश :- ब्राह्मणों का देश | Country of Brahmins
5) “चांिालों” का प्रर्म िणथन | First description of "Chandals"
6) पाटवलपुत्र में विवनमय का माध्यम | Medium of exchange in patliputra :- कौवड | Penny

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चंद्रगुप्त वद्विीय के निरत्न (उज्जैन) |


Navaratna (Ujjain) of Chandragupta II

1) कावलदास | Kalidas :- सिथप्रमुख निरत्न


2) धन्ििरर | Dhanwati :- वचवकत्सक | Doctor नोट | Note
3) िाराहवमवहर | Varahamihira :- खगोल शास्त्री िर्ा ज्योविषी
4) अमरवसहं | Amar Singh :- कोशकार (विक्शनरी वनमाथणकिाथ) ▪ विशाखादिा रवचि देिीचंद्रगुप्तम के अनुसार

5) क्षपणक :- फवलि ज्योविषी समद्रु गप्तु के बाद रामगप्तु शासक बना |

6) शंकु :- िास्िुकार | Architect According to Devichandragupta

7) िेिालभट्ट | Vital Bhatt :- जादूगर composed by Visakhadatta, Ramgupta

8) घटकपथर | Ghatkarpar :- कूटनीविज्ञ became the ruler after Samudragupta.

9) िररूवच | Varruchi :- व्याकरणाचायथ | Grammarian

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4) कुमारगुप्त प्रर्म | Kumaragupta I (415-455)

1) उपावध | Title :- महेंद्रावदत्य | Mahendraditya, शकावदत्य | Shakaditya


2) अवभलेख (गुप्त शासकों में) | Inscriptions (under Gupta rulers)
3) नालंदा विश्वविद्यालय की स्र्ापना | Establishment of Nalanda University

5) स्कंदगुप्त | Skandagupta (455-467)

1) उपावध | Title :- क्रमावदत्य | Kramaditya, शक्रोपम | Shakropam


2) सदु शथन झील का पुनरुद्धार | Sudarshan lake revival
3) पणथदि को सौराष्र का गिनथर बनाया | Parnadatta made Governor of Saurashtra
4) हूण आक्रमण | Hun attack
5) वमलािट िाले वसक्के | Adulterated coins

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5. भानुगुप्त | Bhanugupta

1) भानुगुप्त के एरण अवभलेख (510 ई.) से ज्ञाि होिा है वक भानुगुप्त का सेनापवि गोपराज हुणों के विरुद्ध लडिा हुआ मारा गया र्ा
िर्ा उसकी पत्नी सिी हो गई र्ी | The Eran inscription of Bhanugupta (510 AD) shows that Bhanugupta's
commander Gopraj was killed fighting against the Huns and his wife Sati was killed.
2) एरण अवभलेख सिी प्रर्ा का प्रर्म अवभलेखीय साक्ष्य है | Eran inscription is the first archival evidence of the
practice of Sati

अंविम शासक | Last ruler :- विष्णुगुप्त | Vishnugupta

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3. गुप्तकालीन राजनैविक व्यिस्र्ा |


Gupta’s political system

1) देश :- गोपना / गोपत्री

2) भुवक्त :- उपररक

3) विषय :- विषयपवि

4) पेठ :- पेठपवि

5) ग्राम :- ग्रामपवि / ग्रामीक

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3.1) कें द्रीय प्रशासन | Central administration

1) शासक का प्रमुख | Head of ruler :- राजा | King


2) राजित्ि का देिीयकरण | Divine lyment of the kingdom element
3) गुप्तकालीन प्रमुख मंत्री | Gupta’s chief minister

I. कुमारामात्य :- सिोच्च प्रशासवनक अवधकारी


II. महादण्िनायक :- युद्ध एिं न्याय का सिोच्च अवधकारी
III. दण्िपावशक :- सिोच्च पवु लस अवधकारी।
IV. महासवन्धविग्रवहक :- शावन्ि एिं िैदेवशक नीवि का सिोच्च अवधकारी
V. महाबलावधकृि :- सेना का सिोच्च अवधकारी
VI. अग्रहाररक :- दान विभाग का सिोच्च अवधकारी

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3.2) प्रांिीय प्रशासन | Provincial administration

1) नाम | Name :- भुवक्त/ अिवन

2) प्रमुख | Chief :- उपररक (राजकुल से सम्बवं धि) | Upper (related to Rajkul)

नोट | Note

1) गुप्त काल में कायस्र् नामक नए िगथ का उदय | The rise of a new class called Kayastha in the
Gupta period
2) कायथ | Work :- लेखा-जोखा | Statement of account
3) कायस्र् शब्द का प्रर्म उल्लेख | The first mention of the word Kayastha :- याज्ञग्िल्कय स्मवृ ि

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4) गुप्तकालीन समाज | Gupta society


1) िणथ व्यिस्र्ा का प्रचलन (जन्म आधाररि) | Varna system prevalence (birth based)
2) फाह्यान ने चाण्िाल का उल्लेख वकया | Fahyan mentioned Chandal
3) ब्राह्मणों को ग्रामदान | Gramdan to Brahmins
4) शूद्रों की वस्र्वि में सध
ु ार | Improvement in status of Shudras
5) नारद स्मृवि से 15 प्रकार के दासों की सच
ू ी
6) वस्त्रयों की वस्र्वि :- I. पुराण सनु ने का अवधकार | Right to hear mythology
II. पदाथप्रर्ा, सिी प्रर्ा और वनयोग प्रर्ा ि बाल वििाह | Prudapratha, Sati and Niyoga and child
marriage
III. दयनीय वस्र्वि (स्त्री को पुरुष, वनजी सपं वि मानिे र्े) | Pathetic condition (woman was considered
male, private property)
IV. देिदासी प्रर्ा | Devadasi system
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5) गुप्तकालीन अर्थव्यिस्र्ा | Gupta Economy

1) भू-राजस्ि कुल उत्पादन का 1/4 भाग से 1/6 भाग हुआ करिा र्ा | Land revenue was 1/4 to 1/6 of the total production.
2) गुप्त काल में बलाि् श्रम (विवष्ट) राज्य के वलए आय का एक स्रोि माना जािा र्ा। इसे जनिा द्वारा वदया जाने िाला कर भी, माना
जािा र्ा | In the Gupta period, forced labor was considered a source of income for the state. It was also
considered a tax paid by the public.
3) आवर्थक उपयोवगिा के आधार पर वनम्न प्रकार की भूवम र्ी | The following types of land were based on economic utility
I. क्षेत्र | Aria :- कृवष करने योग्य भूवम | Cultivable land
II. िास्िु Vaastu :- िास करने योग्य भूवम | Habitable land
III. चरागाह भूवम : पशुओ ं के चारा योग्य भूवम | Livestock land
IV. वसल : ऐसी भूवम जो जोिने योग्य नहीं होिी र्ी | Land that was not cultivable
V. अप्रहि : ऐसी भूवम जो जंगली होिी र्ी | Land that used to be wild

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4) वसच
ं ाई के वलए रहट या घंटी यंत्र का प्रयोग होिा र्ा | Rahat or bell machine was used for irrigation.
5) श्रेणी के प्रधान को ज्येष्ठक कहा जािा र्ा | The head of the category was called Jyeshthak
6) गुप्तकाल में उज्जैन सिाथवधक महत्िपूणथ व्यापाररक के न्द्र र्ा | Ujjain was the most important commercial center in the
Gupta period.
7) गुप्त राजाओ ं ने सिाथवधक स्िणथ मुद्राएाँ जारी की। इनकी स्िणथ मुद्राओ ं को अवभलेखों में दीनार कहा गया है | The Gupta kings
issued the highest gold currencies. Their gold currencies are called dinars in the inscriptions.

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6) गुप्तकालीन धमथ | Gupta Religion

1) राजकीय धमथ | State religion :- िैष्णि


2) राजकीय वचन्ह | State emblem :- गरुड
3) भगिान विष्णु का सबसे लोकवप्रय अििार |
The most popular avatar of Lord Vishnu
:- िराह | Varah
4) वत्रमवू िथ पज
ू ा | Trinity worship

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7) गुप्तकालीन सावहत्य | Gupta literature


स्िणथयुग | Golden Age

1) शूद्रक का वलखा नाटक मृच्छकवटकम् या माटी की वखलौना गाडी, वजसमें वनधथन ब्राह्मण के सार्
िेश्या का प्रेम िवणथि है; प्राचीन नाटकों में सिोत्कृष्ट कोवट का माना जािा है | Shudraka's play
Mritchkatikam or Mati's toy car in which the love of a prostitute with a poor
Brahmin is described; It is considered to be of the best category in ancient plays
2) कावलदास का अवभज्ञानशाकुन्िलम् विश्व की एक सौ उत्कृष्टिम् सावहवत्यक कृवियों में से एक है। इसमें
राजा दुष्यन्ि शकुन्िला के प्रेम की कर्ा वचवत्रि है, वजनका पुत्र भरि प्रवसद्ध राजा हुआ | Kalidasa's
Abhigyanasakuntalam is one of the hundred outstanding literary works in the
world. It portrays the story of the love of King Dushyant Shakuntala, whose son
Bharata became the famous king.

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3) अवभज्ञानशाकुन्िलम् प्रर्म भारिीय रचना है, वजसका अनुिाद यूरोपीय भाषाओ ं में हुआ। ऐसी दूसरी रचना भगिद्गीिा है । भारि में
गुप्तकाल में वलखे नाटकों के विषय में उल्लेखनीय है वक ये सभी नाटक सख
ु ान्ि है। दुखान्ि नाटक एक भी नहीं वमलिा |
Abhigyanasakuntalam is the first Indian work, translated into European languages. The second such
composition is the Bhagavad Gita. It is noteworthy that the plays written during the Gupta period in India
are all happy. Sad drama doesn't get any
4) वनम्न िगों के लोग वभन्न-वभन्न भाषाएाँ बोलिे र्े, जबवक उच्च िगथ सस्ं कृि | People from lower classes spoke different
languages, while upper class Sanskrit
5) बुद्धघोष ने हीनयान धमथ पर प्रवसद्ध ग्रंर् विसवु द्धमग्ग वलखा।
6) जैन ग्रंर्ों में आचायथ वसद्धसेन का न्यायाििार सबसे प्रवसद्ध है
7) गप्तु यगु में बौद्ध दशथन पर भी अनेक ग्रर्
ं ों की रचना हुई। असगं , महायान धमथ का प्रकाण्ि विद्वान र्ा
8) बसबु ंधु ने अवभधमथकोश वलखा। इसमें बौद्ध धमथ के मौवलक वसद्धान्िों का प्रविपादन वकया गया है

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➢ गुप्तकाल में विष्णु शमाथ द्वारा वलवखि पंचिंत्र (सस्ं कृि) को सस


ं ार का सिाथ वधक प्रचवलि ग्रंर् माना जािा है । बाइवबल के बाद
इसका स्र्ान दूसरा है। इसे पााँच भागों में बााँटा गया है | The Panchatantra (Sanskrit) written by Vishnu Sharma
during the Gupta period is considered to be the most popular book in the world. It is the second place after
the Bible. It is divided into five parts- -
1. वमत्रभेद,
2. वमत्रलाभ,
3. सवं ध-विग्रह,
4. लब्ध-प्रणाश,
5. अपरीक्षाकाररत्ि

247

नाटक नाटककार नाटक का विषय


1. अवभज्ञानशाकुंिलम कावलदास दुष्यंि ि शकुंिला की प्रेम कर्ा पर आधाररि
2. मालविकावग्नवमत्र कावलदास अवग्नवमत्र ि मालविका की प्रेम-कर्ा पर आधाररि है
3. विक्रमोिथशीयम् कावलदास सम्राट पुरूरिा ि उिथशी अप्सरा की प्रेम-कर्ा पर आधाररि है।
4. मुद्राराक्षस विशाखदि इस ऐविहावसक नाटक में चन्द्रगुप्त मौयथ के मगध के वसंहासन पर बैठने की कर्ा का िणथ न वकया गया है।
5. मृच्छकवटकम् शूद्रक इस नाटक में नायक चारूदि, नावयका िसंिसेना के अंविररक्त राजा, ब्राह्मण, जुआरी, व्यापारी, िेश्या,
चोर, एिं धूिथदास का िणथ न है।
6. देिीचन्द्रगप्तु म विशाखदि इस ऐविहावसक नाटक में चन्द्रगप्तु द्वारा शकराज का िध कर ध्रुि-स्िावमनी से वििाह का िणथ न है
7 चारूदिम् भास इस नाटक का नायक चारूदि मूलि: भास की कल्पना है
8. स्िप्निासिदिम् भास इसमें महाराज उदावयन ि िासिदिा की प्रेमकर्ा का िणथ न है

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8. गुप्तकालीन िास्िुकला | Gupta Architecture

1) अजन्िा में वनवमथि कुल 29 गुफाओ ं में ििथमान में के िल 6 ही शेष हैं, वजनमें गुफा सख्ं या 16 एिं 17 ही गुप्तकालीन है | Of the total
29 caves built in Ajanta, currently only 6 are left, of which cave number 16 and 17 are Gupta.
2) इसमें गुफा सख्ं या 16 में उत्कीणथ मरणासन्न राजकुमारी का वचत्र प्रशंसनीय है | In it, the picture of a dying princess
engraved in cave number 16 is admirable.
3) गफ
ु ा सख्ं या 17 के वचत्र को वचत्रशाला कहा गया है। इस वचत्रशाला में बद्ध
ु के जन्म, जीिन, महावभवनष्करमण एिं महापररवनिाथण
की घटनाओ ं से सबं ंवधि वचत्र उद्धृि वकये गये हैं | The picture of cave number 17 is called Chitrashala. In this
Chitrasala, pictures related to the birth, life, events of Mahabhinishkaraman and Mahaparinirvana are
quoted.
4) अजंिा की गुफाएाँ बौद्धधमथ की महायान शाखा से सबं ंवधि हैं | The caves of Ajanta belong to the Mahayana branch of
Buddhism.

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4) गुप्तकाल में वनवमथि अन्य गुफा बाघ की गुफा है, जो बाघ (वजला-धार, म. प्र.) नामक स्र्ान पर विंध्यपिथि को काटकर बनायी गयी र्ी
| Another cave built during the Gupta period is the tiger cave, which was built by cutting Vindhyaparvat at a
place called tiger (District-Dhar, M.P.).
5) मंवदर बनाने की कला का जन्म गुप्तकाल में ही हुआ | The art of temple making originated in the Gupta period itself

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मंवदर वस्र्वि
1. ऐरण का विष्णु मंवदर ऐरण, सागर वजला, मध्य प्रदेश
2. भूमरा का वशि मवं दर भूमरा, सिना वजला, मध्य प्रदेश
3. सााँची का मवं दर सााँची, रायसेन वजला, मध्य प्रदेश
4. वपपररया का विष्णु मंवदर वपपररया, सिना वजला, मध्य प्रदेश
5. विगिा का कंकाली देिी मंवदर विगिा, जबलपुर, मध्य प्रदेश
6. विगिा का विष्णु मंवदर विगिा, जबलपुर, मध्य प्रदेश
7. नचना-कुठार का पािथिी नचना मंवदर कुठार, पन्ना (मध्य प्रदेश)
8. नागोद का वशि मंवदर नागोद, सिना वजला, मध्य प्रदेश
9. खोह का वशि मवं दर खोह, सिना वजला, मध्य प्रदेश
10. मढ़ी का मवं दर मढ़ी, जबलपुर वजला, मध्य प्रदेश

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9. गुप्तकालीन विज्ञान और प्रौद्योवगकी | Gupta


science and technology

1) आयथभट्ट | Aryabhata (जन्म - 499 ई. पटना में)


I. आयथभट्ट का प्रवसद्ध ग्रन्र् आयथभट्टीयम् है । उनके अन्य ग्रन्र् दशगीविक सत्रू और आयाथ ष्टशिक हैं
| The famous text of Aryabhata is Aryabhatiyam. His other texts are the Deccan
Sutras and the Aryashtashakta
II. आयथभट्ट ने पृथ्िी को गोल बिाया और उसकी पररवध का अनुमान वकया | Aryabhata called
the earth round and estimated its circumference.
III. आयथभट्ट ने दशमलि प्रणाली की भी वििेचना की । आयथभट्ट का शून्य, िर्ा दशमलि वसद्धान्ि
सिथर्ा नयी देन र्ी | Aryabhata also discussed the decimal system. Aryabhata's
zero, and decimal theory were the new foundations.

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2) िाराहवमवहर | Varahamihira (550 ई.)


I. आयथभट्ट के बाद दूसरा प्रवसद्ध गुप्तकालीन गवणिज्ञ एिं ज्योविषी िराहवमवहर है | Varahamihira is the
second famous Gupta mathematician and astrologer after Aryabhata.
II. उनके छ: ग्रन्र् उल्लेखनीय हैं- पंर् वसद्धावन्िका, वििाहपटल, यौगमाया, बृहत्सवं हिा, िृहज्जािक और
लघुजािक

3) ब्रह्मगुप्त | Brahmagupta (598 ई.)


I. ब्रह्मगुप्त भी गुप्तकालीन गवणिज्ञ र्े | Brahmagupta was also a mathematician of the Gupta
period.
II. इन्होंने ब्रह्मस्फुटवसद्धांि नामक ग्रन्र् की रचना की। ब्रह्मगप्तु ने बाद में खिं खाद्य और ध्यानग्रह की रचना की
| He composed a book called Brahmasfutasiddhanta. Brahmagupta later composed
Khandakhadya and Dhyanagraha

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4) वचवकत्सा | Medical
I. धन्िंिरर आयुिेद का प्रवसद्ध विद्वान् र्े। इसे चन्द्रगुप्त विक्रमावदत्य की
राजसभा का सदस्य माना गया | Dhanvantari was a famous
scholar of Ayurveda. It was considered a member of
Chandragupta Vikramaditya's Rajya Sabha.
II. गुप्तकाल का प्रवसद्ध रसायनशास्त्री एिं धािु विज्ञान िेिा नागाजथुन र्े |
Nagarjuna was the famous chemist and metallurgist of
Gupta period.

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अध्याय | Chapter - 22
पुष्यभूवि िंश या िधथन िंश | Pushyabhuti Dynasty or Vardhan Dynasty

▪ गुप्त िंश के पिन के बाद वजन नये राजिंशों का उद्भि हुआ, उनमें
मैत्रक, मौखरर, पष्ु यभूवि, परििी गप्तु और गौड प्रमख
ु हैं। इन
राजिंशों में पुष्यभूवि िंश के शासकों ने सबसे विशाल साम्राज्य
स्र्ावपि वकया | Among the new dynasties that emerged
after the decline of the Gupta dynasty, Maitraka,
Maukhari, Pushyabhuti, the latter Guptas and Gaur are
prominent. The rulers of the Pushyabhuti dynasty
established the largest empire among these dynasties.

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राजिंश स्र्ान प्रमुख शासक उपलवब्ध


1. मैत्रक बल्लभी भट्टाकथ , धमथसेन चिुर्थ गुप्तोिर काल के निोवदि राज्यों पर सबसे लम्बे
समय िक शासन वकया

2. मौखरर कन्नौज हररिमाथ , ईसानिमाथ , सिथिमाथ इन्होंने हुणों को परावजि कर पूिी भारि को उनके
आक्रमण से बचाया
3. पुष्पभूवि र्ानेश्वर पुष्पभूवि, प्रभाकर िधथन, राज्यिधथन, हषथिधथन गुप्तों के उपरान्ि उिर भारि में सबसे विशाल राज्य
स्र्ावपि वकया
4. परििी गुप्त मगध महासेन गुप्त मौखररयों से राजनीविक प्रविद्ववदिा रही
5. चन्द्र (गौड) बंगाल शशांक र्ानेश्वर एिं कन्नौज शासकों से इसकी शत्रुिा रही

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1. पुष्यभूवि िंश : पररचय | Pushyabhuti Dynasty: Introduction

पुष्यभूवि प्रभाकरिधथन राज्यिधथन हषथिधथन

1. संस्र्ापक| Founder - पुष्यभूवि | Pushyabhuti


2. राजधानी | Capital - र्ानेश्वर कुरुक्षेत्र (हररयाणा)
3. प्रमख
ु शासक | Chief ruler :-
1) प्रर्म स्ििंत्र शासक
पुष्यभूवि प्रभाकरिधथन
2) परमभट्टारक ि महाराजावधराज
वििाह

यशोमिी

राज्यिधथन हषथ िधथन राज्यश्री वििाह


राजा ग्रहिमाथ (मौखरर)

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4) मालिा के शासक देिगुप्त ने ग्रहिमाथ की हत्या कर दी और राज्यश्री को बंदी बनाकर कारागार में िाल वदया | The
ruler of Malwa, Devagupta killed Grahavarma and imprisoned Rajyashree and put him in
prison.
5) राज्यिद्धथन ने देिगुप्त को मार िाला, परंिु देिगुप्त के वमत्र गौड नरेश शशांक ने धोखा देकर राज्यिद्धथन की हत्या कर
दी | Rajyavardhana killed Devagupta, but Gaud Naresh Shashank, a friend of Devagupta,
betrayed and killed Rajyavardhana.
6) शशांक शैि धमथ का अनुयायी र्ा। इसने बोवधिृक्ष (बोधगया) को कटिा वदया | Shashank was a follower of
Shaivism. This caused Bodhivriksha (Bodh Gaya) to be cut.

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2. हषथिधथन | Harshavardhan (606-647AD)

1. 606 AD - 16 िषथ की आयु में शासक | Ruler at the age of 16


2. उपावध | Title - वशलावदत्य/ परमभट्टारक | Shiladitya / parambhattarak
3. राजधानी | Capital - कन्नौज | Kannauj
4. बौद्ध वभक्षु वदिाकर वमश्र के सहयोग से बहन राज्यश्री को खोजा | Sister Rajyashree discovered in collaboration with
Buddhist monk Diwakar Mishra
5. चीनी यात्री हेनसांग भारि आया | Chinese traveler Hensang came to India

पुस्िक | Book - वस- यु -की | Si-Yu-Ke

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6. चालुक्य शासक पुलके वशन वद्विीय ने हराया | Chalukya ruler Pulakeshin II defeated

जानकारी Information कश्मीर छोडकर पूरे उिर भारि पर हषथ का अवधकार | Harsh
right over North India except Kashmir

रवि कीविथ के ऐहोल अवभलेख | Aihole भारि का अंविम वहदं ू सम्राट | Last
inscriptions of Ravi Kirti Hindu Emperor of India

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2.1) हषथकालीन िथ्य | Fact’s of Harsh Period

1) दरबारी कवि बाणभट्ट हषथचररि ि कादबं री Harshchrit And Kadambari


2) मयरू | Mayoor :- मयरू शिक या सयू थ शिक | Mayoorashatak And Sourya shatak
3) हषथिधथन | Harshavardhan :- नागानंद, रत्नािली ि वप्रयदवशथका (सस्ं कृि) | Nagananda Ratnavali and Priyadarshika
(Sanskrit)
4) हषथ प्रारंभ में शैि परंिु बाद में बौद्ध (महायान) | Harsha initially Shaiva but later Buddhist (Mahayana)

5) हषथ के समय में नालंदा महाविहार महायान बौद्ध धमथ की वशक्षा का प्रधान कें द्र र्ा | Nalanda Mahavihara was the main
center of Mahayana Buddhism education during Harsha's time.
6) हषथ के समय में प्रयाग में प्रवि पााँचिें िषथ एक समारोह आयोवजि वकया जािा र्ा वजसे महामोक्षपररषद कहा जािा र्ा ह्वे नसााँग
स्ियं 6ठे समारोह में सवम्मवलि हुआ | At the time of Harsha, a ceremony was held in Prayag every fifth year,
which was called Mahamoksha Parishad, Hieun Tsang himself attended the 6th ceremony.
261

2.2) हषथकालीन प्रशासन Administration of Harsh Period

1. हषथ के अधीनस्र् शासक महाराज अर्िा महासामंन्ि कहे जािे र्े | The subordinate ruler of Harsha was called Maharaj or
Mahasamant.
2. हषथ के मंत्रीपररषद के मंत्री को सवचि या आमात्य कहा जािा र्ा | The minister of Harsha's Council of Ministers was called the
Secretary or Amatya.
3. प्रशासन की सवु िधा के वलए हषथ का साम्राज्य कई प्रांिों में विभावजि र्ा । प्रांि को भूवक्त कहा जािा र्ा । प्रत्येक भूवक्त का शासक
राजस्र्ानीय, उपररक अर्िा राष्रीय कहलािा र्ा | Harsha's empire was divided into several provinces to facilitate
administration. The province was called Bhukti. The ruler of each land was called Rajasthani, Upper or National.
4. भूवक्त का विभाजन वजलों में हुआ र्ा । वजले की संज्ञा र्ी विषय, वजसका प्रधान विषयपवि होिा र्ा। विषय के अन्िगथि कई पाठक (आधुवनक
िहसील) होिे र्े | Bhukti was divided into districts. The noun of the district was the subject, whose head was the subject.
There were many readers (modern tehsils) under the subject.

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5. ग्राम, शासन की सबसे छोटी इकाई र्ी। ग्राम शासन का प्रधान ग्रामाक्षपटवलक कहा कुन्िल जािा र्ा | The village was the
smallest unit of governance. The head of the village government was known as Gramakshapatrik Kuntal.
6. पुवलस कवमथयों को चाट या भाट कहा गया है। दण्िपावशक िर्ा दावण्िक पुवलस विभाग के अवधकारी होिे र्े | Police personnel
are called chaat or bhat. There were officers of criminal and criminal police departments.
7. हषथचररि में वसच
ं ाई के साधन के रूप में िुलायंत्र (जलपंप) का उल्लेख वमलिा है | In Harshacharit there is mention of
tulayantra (water pump) as a means of irrigation.
8. हषथ के समय मर्रु ा सिू ी िस्त्रों के वनमाथ ण के वलए प्रवसद्ध र्ा | Mathura was famous for the manufacture of cotton textiles
during the time of Harsha.
9. वहषथचररि में प्रान्िीय शासक के वलए 'लोकपाल' शब्द आया है | The word 'Lokpal' for the provincial ruler has come in
the delightful

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हषथचररि के अनुसार हषथ की मंत्रीपररषद


भवण्ि प्रधान सवचि
वसहं नाद प्रधान सेनापवि
कुन्िल अश्व सेना का प्रधान
स्कन्दगप्तु गज सेना का प्रमख ु

10. हषथ के समय में भी शासन-व्यिस्र्ा का स्िरूप राजिन्त्रात्मक र्ा। राजा अपनी दैिीय उत्पवि में विश्वास करिा र्ा | Even in Harsha's
time, the form of governance was political. The king believed in his divine origin
11. हषथ ने पदावधकाररयों को शासनपत्र (सनद) के द्वारा जमीन देने की प्रर्ा चलाई | Chaliharsha carried out the practice of giving
land to the officials by government letter (sanad)
12. ह्वे नसांग के अनुसार हषथ ने कश्मीर से गौिम बुद्ध का दांि लाकर कन्नौज के वनकट एक सघं ाराम में स्र्ावपि वकया | According to
Hieun Tsang, Harsha brought the tooth of Gautam Buddha from Kashmir and established it in a Sangharam
near Kainauj.

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अध्याय | Chapter - 23
दवक्षण भारि के प्रमुख राजिंश | Major Dynasties of South India

पल्लि िंश | चोल िंश | राष्रकूट िंश | चालुक्य िंश | Chalukya


Pallava Dynasty Chola dynasty Rashtrakuta Dynasty Dynasty

कल्याणी | िािापी | बैंगी |


Kalyani Vatapi Bangi

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1) पल्लि िंश | Pallava Dynasty

नरवसंह महेन्द्र परमेश्वर नरवसंह


महेन्द्र िमथन नरिमथन
िमथन िमथन िमथन िमथन-
प्रर्म -॥
प्रर्म वद्विीय प्रर्म ॥

1) सस्ं र्ापक | Founder :- वसहं विष्णु | SinhaVishnu


2) राजधानी | Capital :- कााँची (िवमलनाहु में कॉचीपुरम) | Kanchi (Cauchipuram
in Tamil Nadu)

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4) मिविलास प्रहसन की रचना महेन्द्रिमथन ने की र्ी | Matvilayas skit was composed


by Mahendravarman.
5) महेन्द्रिमथन शुरू में जैन-मिािलबं ी र्ा, परन्िु बाद में िवमल सिं अप्पर के प्रभाि में आकर
शैि बन गया र्ा | Mahendravarman was initially a Jain-henchman, but later
became Shaiva under the influence of the Tamil saint Appar.
6) महाबलीपरु म् के एकाश्म मवं दर वजन्हें रर् कहा गया है, का वनमाथण पल्कि राजा नरवसहं
िमथन प्रर्म के द्वारा करिाया गया र्ा | The monolithic temple of Mahabalipuram
called Rath was built by the Palkava king Narasimha Varman I.
7) बािपीकोण्ि ि महामल्ल की उपावध नरवसहं िमथन-1 ने धारण की र्ी। इसके शासन काल
में चीनी यात्री Hiuen Tsang कॉ ाँची आया र्ा | The title of Batpikond and
Mahamall was held by Narasimhavarman-1. During its rule, the Chinese
traveler came to Hunsatag Conchi.

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8) परमेश्वर िमथन प्रर्म शैिमिानयु ायी र्ा । उसने लोकावदत्य, एकमल्ल, रणजय,
अत्यन्िकाम, उग्रदण्ि, गुणभाजन आवद की उपावधयााँ ग्रहण की र्ी। इसने
मामल्लपुरम में गणेश मंवदर का वनमाथण करिाया र्ा | Parmeshwar Varman was
the first Shaivamataniyayi. He took the titles of Lokaditya, Ekamalla,
Ranjay, Atikakam, Ugradanda, Gunabhajan etc. He built the Ganesh
temple at Mamallapuram.
9) अरबों के आक्रमण के समय पल्लिों का शासक नरवसहं िमथन-II र्ा। उसने कााँची के
कै लाशनार् मंवदर का वनमाथ ण करिाया वजसे राजवसद्धेश्वर मंवदर भी कहा जािा है |
10) इसी मंवदर के वनमाथण से द्रविड स्र्ापत्य कला की शुरुआि हुई। (महािवलपुरम् में शोर
मंवदर का वनमाथण भी नरवसहं िमथन-II ने वकया | Dravidian architecture began
with the construction of this temple. (Narasimhavarman-II also built
the Shore Temple at Mahavalipuram .
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2) चोल िंश | Chola dynasty

1. संस्र्ापक | Founder :- विजयालय (850-87 ई.)


2. राजधानी | Capital :- िांजाय (िंजौर या िंजािूर)
3. िंजािूर का िास्िुकार कुंजरमल्लन राजराज पेरूर्च्चन र्े | The architect of Thanjavur was Kunjaramallan Rajaraja
Peruthachan
4. चोलों का स्ििंत्र राज्य आवदत्य प्रर्म ने स्र्ावपि वकया। पल्लिों पर विजय पाने के उपरान्ि आवदत्य प्रर्म ने कोदण्िराम की उपावध धारण
की | Aditya I, an independent Chola kingdom, was established. After conquering the Pallavas, Aditya I assumed the
title of Kodandaram .
5. राजराज प्रर्म ने श्रीलंका पर आक्रमण वकया। िहााँ के राजा मवहम-V को भागकर श्रीलंका के दवक्षण वजला रोहण में शरण लेनी पडी |
Rajaraja I invaded Sri Lanka. King Mahim-V of there had to flee and take refuge in Rohan, South District of Sri
Lanka.

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6. राजराज-1 शि धमथ का अनयु ायी र्ा। इसने िज


ं ीर में राजराजेश्वर का वशिमवदर बनाया | Rajaraja-1 was a follower of corpse
religion. It built the Shivamir of Rajarajeshwar in Tanjir.
7. चोल साम्राज्य का सिाथ वधक विस्िार राजेन्द्र प्रर्म के शासनकाल में हुआ है। बंगाल के पाल शासक मवहपाल को परावजि करने के
बाद राजेन्द्र प्रर्म ने गंगेकोिचोल की उपावध धारण की | The greatest expansion of the Chola Empire took place during
the reign of Rajendra I. After defeating the Pala ruler Mahipal of Bengal, Rajendra I assumed the title of
Gangekodchol.
8. कलोिुंग-II ने वचदम्बरम् मंवदर में वस्र्ि गोविन्दराज (विष्णु) की मूविथ को समुद्र में फेंकिा वदया। कालान्िर में िैष्णि आचायथ
रामानुजाचायथ ने उक्त मूविथ का पुनरुद्धार वकया और उसे विरुपवि के मंवदर में प्राण प्रविवष्ठि वकया | Kalotung-II threw the idol of
Govindaraja (Vishnu) in the Chidambaram temple into the sea. Later, Vaishnav Acharya Ramanujacharya
revived the said idol and established his life in the temple of Tirupati.

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10. स्र्ानीय स्िशासन चोल प्रशासन की मुख्य विशे षिा र्ी | Local self-government was the main feature of Chola
administration.
11. उर सिथसाधारण लोगों की सवमवि र्ी, वजसका कायथ होिा र्ा सािथजवनक कल्याण के वलए िालाबों और बगीचों के वनमाथण हेिु गााँि
की भूवम का अवधग्रहण करना र्ा | Ur was the committee of the common people, whose task was to acquire village
land for the construction of ponds and gardens for public welfare.
12. सभा या महासभा : यह मूलिः अग्रहारों और ब्राह्मण बवस्ियों की सभा र्ी, वजसके सदस्यों को पेरुमक्कल कहा जािा र्ा
13. व्यापाररयों की सभा को नगरम कहिे र्े | The assembly of traders was called Nagaram .

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14. पसी ब्राऊन ने िंजौर के िृहदेश्वर मंवदर के विमान को भारिीय िास्िुकला का वनकष माना है। चोलकालीन नटराज प्रविमा को चोल
कला का सांस्कृविक सार या वनचोड कहा जािा है | Percy Braun considers the aircraft at the Brihadeeswarar temple in
Tanjore to be a masterpiece of Indian architecture. The Chola Nataraja statue is said to be the cultural essence
or niches of the Chola art.
15. चोलकाल (10िीं सदी) का सबसे महत्िपण
ू थ बदं रगाह कािेरीपष्ठनम र्ा | The most important port of the Chola period (10th
century) was Kaveripathnam.
16. विष्णु के उपासक अलिार ि वशि के उपासक नयनार सिं कहलािे र्े | The worshipers of Vishnu were called Alvars and
Nayanar saints of Shiva.

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उिरमेरुर अवभलेख के अनुसार सभा की सदस्यिा


1. सभा की सदस्यिा के वलए इच्छुक लोगों को ऐसी भूवम का स्िामी होना चावहए, जहााँ से भू-राजस्ि
िसल
ू ा जािा है
2. उनके पास अपना घर होना चावहए
3. उनकी उम्र 35 से 70 के बीच होनी चावहए।
4. उन्हें िेदों का ज्ञान होना चावहए
5. उन्हें प्रशासवनक मामलों की अच्छी जानकारी होनी चावहए और ईमानदार होना चावहए
6. यवद कोई वपछले िीन सालों में वकसी सवमवि का सदस्य रहा है िों िह वकसी और सवमवि का सदस्य
नहीं बन सकिा
7. वजसने अपने या अपने सबं ंवधयों के खािे जमा नहीं कराए हैं, िह चुनाि नहीं लड सकिा

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3) राष्रकूट

कृष्ण गोविन्द कृष्ण- कृष्ण-III


ध्रुि अमोघिषथ इन्द्र-III
प्रर्म िृिीय II

1) सस्ं र्ापक | Founder :- दवन्िदुगथ (752 ई.)


2) शुरुआि में िे कनाथ टक के चालुक्य राजाओ ं के अधीन र्े | Initially they were under the Chalukya kings of Karnataka
3) इसकी राजधानी मनवकर या मान्यखेि (ििथमान मालखेड, शोलापरु के वनकट) र्ी | Its capital was Mankir or Manyakhet
(near present Malkhed, Sholapur)
4) एलोरा के प्रवसद्ध कै लाश मवं दर का वनमाथण कृष्ण प्रर्म ने करिाया र्ा | The famous Kailash temple of Ellora was built by
Krishna I

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5) ध्रुि राष्रकूट िंश का पहला शासक र्ा, वजसने कन्नौज पर अवधकार करने हेिु वत्रपक्षीय सघं षथ में भाग वलया और प्रविहार नरेश ित्सराज
एिं पाल नरेश धमथपाल को परावजि वकया | Dhruva was the first ruler of the Rashtrakuta dynasty, who participated in a
tripartite struggle to capture Kannauj and defeated Pratihara Naresh Vatsaraja and Pal Naresh Dharmapala.
6) एलोरा एिं एवलफेंटा (महाराष्र) गुहामंवदरों का वनमाथ ण राष्रकूटों के समय ही हुआ। एलोरा में 34 शै लकृि गुफाएाँ हैं। इसमें 1 से 12 िक
बौद्धों, 13 से 29 िक वहन्दुओ ं एिं 30 से 34 िक जैनों की गुफाएाँ हैं। बौद्ध गुफाओ ं में सबसे प्रवसद्ध विश्वकमाथ गुफा (सख्ं या-10) है इसमें एक
चैत्य है। floors.

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8) एलोरा की गफ
ु ा 15 में विष्णु को नरवसहं अर्ाथि परुु ष-वसहं के रूप वदखलाया गया है | In cave 15 of Ellora, Vishnu is shown
as Narasimha i.e. Purush-lion.
9) एलोरा गुफाओ ं का सिथप्रर्म उल्लेख फ्ांसीसी यात्री र्ेविनेट ने 17िीं शिाब्दी में वकया र्ा | The Ellora caves were first
mentioned by the French traveler Thevinet in the 17th century
10) राष्रकूट शैि, िैष्णि, शाक्त सम्प्रदायों के सार्-सार् जैन धमथ के भी उपासक र्े। राष्रकूटों ने अपने राज्यों में मुसलमान व्यापाररयों
को बसने िर्ा इस्लाम के प्रचार की स्िीकृवि दी र्ी | The Rashtrakutas were worshipers of the Shaiva, Vaishnavite,
Shakta sects as well as Jainism. The Rashtrakutas allowed Muslim merchants to settle in their states and
propagate Islam.

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4) चालक्ु य िश
ं | Chalukya Dynasty

4.1) कल्याणी | Kalyani

िैलप िैलप विक्रमा सोमेश्वर- विक्रमावदत्य- सोमेश्वर िैलप-


जयवसंह सोमेश्वर VI
प्रर्म वद्विीय वदत्य II -II III

1. कल्याणी के चालुक्य िंश की स्र्ापना िैलप-II ने की र्ी | The Chalukya dynasty of Kalyani was founded by Tailap-II.
2. राजधानी | Capital :- मान्यखेट
3. सोमेश्वर प्रर्म ने मान्यखेट से राजधानी हटाकर कल्याणी (कनाथटक) को बनाया। इस िंश का सबसे प्रिापी शासक विक्रमावदत्य-VI र्ा |
Someshwar I removed the capital from Manyakhet to make Kalyani (Karnataka). The most powerful ruler of this
dynasty was Vikramaditya-VI.

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4. विल्हण एिं विज्ञानेश्वर विक्रमावदत्य-VI के दरबार में ही रहिे र्े | Wilhan and
Vigyaneshwar lived in the court of Vikramaditya-VI.
5. वमिाक्षरा (वहन्दू विवध ग्रर्
ं , याज्ञिल्क्य स्मवृ ि पर व्याख्या) नामक ग्रर्
ं की रचना
महान विवधिेिा विज्ञानेश्वर ने की र्ी | The treatise called Mitakshara
(Hindu law treatise, interpretation on Yajnavalkya Smriti) was
composed by the great jurist Vigyaneshwar
6. विक्रमांकदेिचररि की रचना विल्हण ने की र्ी । इसमें विक्रमावदत्य-VI के
जीिन पर प्रकाश िाला गया है | Vikramankadevacharit was composed
by Wilhan. It highlights the life of Vikramaditya-VI.

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4.2) िािापी | Vatapi

पुलके वशन पुलके वशन-


कीविथिमथन विक्रमावदत्य विनयावदत्य विजयावदत्य
प्रर्म II

1) जयवसहं ने िािापी के चालुक्य िंश की स्र्ापना की | Jaisingh established the Chalukya dynasty of Vatapi
2) राजधानी | Capital :- िािापी (बीजापरु के वनकट) | Vatapi (near Bijapur)
3) पुलके वशन-II ने हषथिधथन को हराकर परमेश्वर की उपावध धारण की र्ी। इसने 'दवक्षणापर्ेश्वर' की उपावध भी धारण की र्ी |
Pulakeshin-II defeated Harshavardhana and assumed the title of God. It also held the title of
'Dakshinapatheshwar'
4) पल्लििंशी शासक नरवसहं िमथन प्रर्म ने पुलके वशन-II को लगभग 642 ई. में परास्ि वकया और उसकी राजधानी बादामी पर
अवधकार कर वलया। सभ
ं ििः इसी यद्ध
ु में पल
ु के वशन-II मारा गया । इसी विजय के बाद नरवसहं िमथन ने 'िािावपकोि' की उपावध
धारण की |

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अध्याय | Chapter - 24
सीमाििी राजिंशों का अभ्युदय

1) पालिंश | Pal Dynasty

1) पालिंश का सस्ं र्ापक गोपाल (750 ई.) र्ा। इस िंश की राजधानी मुंगेर र्ी। पाल शासक बौद्ध धमथ के अनुयायी र्े | The founder of the
Pala dynasty was Gopal (750 AD). The capital of this dynasty was Munger. Pala rulers were followers of Buddhism
2) गोपाल ओदन्िपुरी विश्वविद्यालय की स्र्ापना की र्ी | Gopal Odantpuri University was founded
3) पालिंश का सबसे महान शासक धमथपाल र्ा वजसने विक्रमवशला विश्वविद्यालय की स्र्ापना की र्ी | The greatest ruler of the Pala
dynasty was Dharmapala, who founded the Vikramashila University.
4) कन्नौज के वलए वत्रपक्षीय सघं षथ पालिंश, गुजथर प्रविहार िंश एिं राष्रकूट िंश के बीच हुआ। इसमें पालिंश की ओर से सिथप्रर्म धमथपाल
शावमल हुआ र्ा | The tripartite struggle for Kannauj took place between the Pala dynasty, the Gurjara Pratihara
dynasty and the Rashtrakuta dynasty. Dharmapala was the first to be included in this from the Palavans

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2) सेनिश
ं | Sen dynasty

1) सेनिंश की स्र्ापना सामन्ि सेन ने राढ़ में की र्ी | The dynasty was founded by Samanta Sen in the Rath
2) राजधानी | Capital :- नवदया (लखनौिी) | Nadia (Lakhnauti)
3) सेनिंश के प्रमुख शासक विजयसेन, बल्लाल सेन एिं लक्ष्मण सेन र्े | The principal rulers of the Sena dynasty were
Vijaysen, Ballal Sen and Laxman Sen.
4) दानसागर एिं अदभुि सागर नामक ग्रंर् की रचना सेन शासक बल्लालसेन ने की र्ी। अद्भुि सागर को लक्ष्मण सेन ने पूणथरूप वदया र्ा
| The treatise named Danasagar and Adabhut Sagar was composed by Sen. ruler Ballalasen. Laxman Sen had
given the wonderful ocean a complete look
5) लक्ष्मण सेन की राज्यसभा में गीिगोविन्द के लेखक जयदेि, पिनदूि के लेखक धोयी एिं ब्राह्मणसिथस्ि के लेखक हलायुद्ध रहिे र्े |
In Rajya Sabha of Laxman Sen, there lived Jaydev, the author of Geetgovind, Dhoyi, the author of Pawandoot
and the author of Brahminserva, Halayudh.

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अध्याय | Chapter - 25
राजपूि राजिंशों की उत्पवि

1) गुजथर प्रविहार िंश

1) मालिा का शासक नागभट्ट प्रर्म गुजथर प्रविहार िंश का सस्ं र्ापक र्ा | Nagabhatta, the ruler of Malwa, was the founder
of the first Gurjara Pratihara dynasty.
2) नागभट्ट-II को राष्रकूट सम्राट गोविन्द-III ने हराया र्ा | Nagabhatta-II was defeated by Rashtrakuta emperor Govind-
III.
3) प्रविहार िंश का सिाथवधक शवक्तशाली एिं प्रिापी राजा वमवहरभोज र्ा | The most powerful and powerful king of the
Pratihara dynasty was Mihirbhoja.

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4) वमवहरभोज ने अपनी राजधानी कन्नौज में बनाई र्ी । िह विष्णुभक्त र्ा, उसने विष्णु के सम्मान में आवद िराह की उपावध ग्रहण की |
Mihirbhoj made his capital at Kannauj. He was a devotee of Vishnu, he assumed the title of Adi Varaha in
honor of Vishnu.
5) राजशेखर प्रविहार शासक महेन्द्रपाल के दरबार में रहिे र्े | Rajasekhara Pratihara lived in the court of ruler
Mahenderpal.
6) इस िंश का अंविम राजा यशपाल (1036 ई.) र्ा | The last king of this dynasty was Yashpal (1036 AD)

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2) गहडिाल (राठौर राजिंश) | Gahadwal (Rathore Dynasty)

1) गहडिाल िंश का सस्ं र्ापक चन्द्रदेि र्ा | The founder of the Gahadwal dynasty was Chandradeva.
2) राजधानी | Capital :- िाराणसी | Varanasi
3) पृथ्िीराज-III ने स्ियंिर से जयचन्द की पुत्री सयं ोवगिा का अपहरण कर वलया र्ा | Prithviraj-III kidnapped
Jayachand's daughter Sanyogita from Swayamvar .
4) इस िश
ं का अंविम शासक जयचन्द र्ा, वजसे गोरी ने 1194 ई. के चन्दािर यद्ध
ु में मार िाला | The last ruler of
this dynasty was Jaichand, who was killed by Ghori in the Chandavar war of 1194 AD.

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3) चाहमान या चौहान िंश | Chahman or Chauhan Dynasty

1) चौहान िंश का सस्ं र्ापक िासदु ेि र्ा | The founder of the Chauhan dynasty was Vasudev.
2) इस िंश की प्रारंवभक राजधानी अवहच्छत्र र्ी। बाद में अजयराज वद्विीय ने अजमेर नगर की स्र्ापना की और उसे राजधानी बनाया |
The early capital of this dynasty was Ahichatra. Later Ajayraj II founded the city of Ajmer and made it the
capital.
3) इस िश
ं का सबसे शवक्तशाली शासक विग्रहराज चिर्
ु थ िीसलदेि (1153-1163 ई.) हुआ, वजसने हररके वल नामक सस्ं कृि नाटक की
रचना की | The most powerful ruler of this dynasty was Vigrahaja IV Visaladeva (1153-1163 AD), the son of
Arnoraja, who composed the Sanskrit drama called Harikeli.
4) सोमदेि विग्रहराज-IV के राजकवि र्े। इन्होंने लवलि विग्रहराज नामक नाटक वलखा | Somdev was the poet of Vigraharaj-
IV. He wrote a play called Lalit Vigraharaj

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5) पृथ्िीराज-III इस िंश का अंविम शासक र्ा। चन्दिरदाई पृथ्िीराज िृिीय का राजकवि र्ा, वजसकी रचना पृथ्िीराजरासो है |
Prithviraj-III was the last ruler of this dynasty. Chandavardai was the prince of Prithviraj III, whose
composition is Prithvirajasso.
6) रणर्म्भौर के जैन मवं दर का वशखर पथ्ृ िीराज III ने बनिाया र्ा | The peak of the Jain temple of Ranthambore was built
by Prithviraj III.
7) िराइन का प्रर्म युद्ध 1191 ई. में हुआ, वजसमें पृथ्िीराज िृिीय की विजय एिं गौरी की हार हुई | The first battle of Tarain
took place in 1191 AD, in which Prithviraj III's victory and Gauri were defeated.
8) िराइन के वद्विीय युद्ध 1192 ई. में हुआ, वजसमें गौरी की विजय एिं पृथ्िीराज िृिीय की हार हुई | The Second Battle of Tarain
took place in 1192 AD, in which the victory of Gauri and the defeat of Prithviraj III.

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4) परमार िंश | Parmar Dynasty

1) सस्ं र्ापक | Founder :- उपेन्द्रराज | Upendraraj .


2) इसकी राजधानी धारा नगरी र्ी। (प्राचीन राजधानी-उज्जैन) | Its capital was Dhara Nagri. (Ancient Capital- Ujjain)
3) परमार िश
ं का सिाथवधक शवक्तशाली शासक राजा भोज र्ा | The most powerful ruler of the Parmar dynasty was King
Bhoja.
4) राजा भोज ने भोपाल के दवक्षण में भोजपुर नामक झील का वनमाथण करिाया | Raja Bhoj built a lake named Bhojpur in the
south of Bhopal.
5) कविराज की उपावध से विभूवषि शासक र्ा | The ruler decorated with the title of Kaviraj was the king - राजा भोज |
Raja Bhoj
6) भोज ने अपनी राजधानी में सरस्ििी मंवदर का वनमाथण करिाया र्ा | Bhoj built the Saraswati temple in his capital.

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5) चन्देल िंश | Chandel Dynasty

1) प्रविहार साम्राज्य के पिन के बाद बुंदेलखंि की भूवम पर चन्देल िंश का स्ििंत्र राजनीविक इविहास प्रारंभ हुआ।
2) बदंु ेलखिं का प्राचीन नाम जेजाकभुवक्त है।
3) चन्देल िंश का सस्ं र्ापक नन्नुक (831 ई.) र्ा
4) इसकी राजधानी खजुराहो र्ी। प्रारंभ में इसकी राजधानी कावलंजर (महोबा) र्ी। राजा धगं ने अपनी राजधानी कावलंजर से खजुराहो में
स्र्ानान्िररि की र्ी |
5) चंदेल िंश का प्रर्म स्ििंत्र एिं सबसे प्रिापी राजा यशोिमथन र्ा
6) यशोिमथन ने कन्नौज पर आक्रमण कर प्रविहार राजा देिपाल को हराया िर्ा उससे एक विष्णु की प्रविमा प्राप्त की, वजसे उसने
खजुराहो के विष्णु मंवदर में स्र्ावपि की | Yashovarman attacked Kannauj and defeated Pratihara king Devpal and
obtained from him a statue of Vishnu, which he installed in the Vishnu temple of Khajuraho.

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5) धंग ने वजन्ननार्, विश्वनार् एिं िैद्यनार् मंवदर का वनमाथण करिाया।


6) कंदररया महादेि मंवदर का वनमाथण धंगदेि द्वारा 999 ई. में वकया गया
7) धंग ने गंगा-जमुना के सगं म में वशि की आराधना करिे हुए अपने शरीर का त्याग वकया |

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6) सोलंकी िंश अर्िा गुजराि के चालुक्य शासक |


Solanki dynasty or Chalukya ruler of Gujarat

1) सोलंकी िंश का सस्ं र्ापक मूलराज प्रर्म र्ा | The founder of Solanki dynasty was Mulraj I.
2) राजधानी | Capital :- अवन्हलिाड | Anhilwad
3) मूलराज प्रर्म शैिधमथ का अनुयायी र्ा | Moolraj was the follower of the first Shaivism.
4) भीम प्रर्म के शासनकाल में महमदू गज़नी ने सोमनार् के मवं दर पर आक्रमण वकया | During the reign of Bhima I, Mahmud
Ghazni attacked the temple of Somnath.
5) भीम प्रर्म के सामन्ि वबमल ने आबू पिथि पर वदलिाडा का प्रवसद्ध जैन मवं दर बनिाया | The feudal Bimal of Bhima I built the
famous Jain temple of Dilwara on Mount Abu.
6) सोलंकी िंश का प्रर्म शवक्तशाली शासक जयवसहं वसद्धराज र्ा The first powerful ruler of the Solanki dynasty was Jai
Singh Siddharaj.

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7) प्रवसद्ध जैन विद्वान हेमचन्द्र जयवसहं वसद्धराज के दरबार में र्ा | Famous Jain scholar Hemachandra Jai Singh was in
the court of Siddharaj.
8) माउण्ट आबू पिथि (राजस्र्ान) पर एक मंिप बनाकर जयवसहं वसद्धराज ने अपने सािों पूिथजों की गजारोही मूविथयों की स्र्ापना
की | Jai Singh Siddharaj established the gajarohi idols of his seven ancestors by building a pavilion on
Mount Abu Mountains (Rajasthan).

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SGLIVE

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मध्यकालीन भारिीय इविहास || Medieval


Indian History

1) भारि पर अरबों का आक्रमण| Arab invasion of 7) स्ििंत्र प्रान्िीय राज्य | Independent provincial state
India 8) सफ
ू ी आन्दोलन | Sufi Movement
2) महमदू गज़नी | Mahmud Ghazni 9) भवक्त आन्दोलन | Bhakti movement
3) मुहम्मद गौरी | Muhammad Gowri 10) मुगल साम्राज्य | Mughal Empire
4) सल्िनि काल | Sultanate period 11) मुगल शासन व्यिस्र्ा | Mughal governance
5) विजयनगर साम्राज्य | Vijayanagara Empire 12) मराठों का उत्कषथ | Marathas high
6) बहमनी राज्य | Bahmani kingdom

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अध्याय | Chapter - 01
भारि पर अरबों का आक्रमण

भारि पर मुवस्लम आक्रमण | Muslim invasion of India

अरब मुवस्लम आक्रमण | Arab Muslim Invasion िुकी मुवस्लम आक्रमण | Turkish Muslim Invasion

मोहम्मद वबन कावसम | Mohammad bin qasim (712 AD) महमदू गजनिी | Mahmud Ghaznavi (1000)

मोहम्मद गौरी | Mohammad gauri (1175)

वदल्ली सल्िनि | Delhi Sultanate

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1.1) मुहम्मद विन कावसम | Muhammad Bin Qasim

1) 712 AD में भारि पर प्रर्म सफल अरबी मवु स्लम आक्रमण | First successful Arabic Muslim invasion of India in 712 AD

वसध
ं के राजा दावहर के सार् रािर/ रेिार का यद्ध
ु | Ravar / Rewar's war with King Dahir of Sindh.
1) धन दौलि लूटना | Laundering
2) उद्देश्य | Objective 2) इस्लाम धमथ का प्रचार प्रसार | Propagation of Islam
3) िात्कावलक कारण | Immediate reason :- इराक के शासक अल हज्जाज के समुद्री जहाज को वसध ं
के देिल में समुद्री लुटेरों ने लूटा | Iraqi ruler Al Hajjaj looted ship of pirates in Deval,
Sindh
3) 713 AD :- मल्ु िान (स्िणथ नगरी)पर आक्रमण | Invasion of Multan (Golden City)

जानकारी| Information :- अली अहमद की चचनामा | Ali Ahmed's Chachanama

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1.2) अरबी आक्रमण का भारि पर प्रभाि | Effect of Arabic invasion on India


1. भारि में इस्लाम का प्रादुभाथ ि/The emergence of Islam in India
2. भारि अरब सस्ं कृवि, व्यापार ज्ञान विज्ञान का आदान-प्रदान
3. ऊंट पालन की प्रर्ा | Camel farming practice अरब अबेलािथ यूरोप

4. खजूर की खेिी | Date farming अल ख्िाररज्म


5. वदरहम नामक मुद्रा | Currency
दशमलि प्रणाली | Decimal system
6. जवजया नामक कर (गैर मुवस्लम/Non-muslim)
मानसनू शब्द
7. ज्ञान भारि अरब
मानवचत्र कला |Art of map
8. सावहत्य | Literature
1) आयथभट्ट का सयू थ वसद्धांि “अरब विज्ञान सच्चे अर्ों में
2) चरक सवं हिा अंिरराष्रीय र्ा” | "Arab science
अरबी में अनुिाद | Translate to arabic
3) सश्र ु ुि सवं हिा was truly international"
4) पच ं ित्रं - सिीश चंद्र (मध्यकालीन भारिीय
9. अजफाजरी ने ब्रह्मा वसद्धांि ि खंिन खाद्य का अरबी में अनुिाद वकया इविहास)
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अध्याय | Chapter - 02
महमदू गजनिी | Mahmud Ghaznavi

2.1 पररचय | Introduction

1) 932 AD :- अल्पिगीन नामक िुकथ सरदार गजनी साम्राज्य की स्र्ापना | Establishment of the Ottoman Empire called the
Ghazni Empire

राजधानी | Capital :- गजनी (अफ़गावनस्िान) | Ghazni (Afghanistan)

2) 977 AD - दामाद ि गल
ु ाम सबु क्त
ु गीन ने वहदं ू शाही िश
ं के शासक जयपाल पर आक्रमण वकया | Son-in-law and slave Subuktagin
attacked Jaipal, the ruler of the Hindu royal dynasty.

भारि पर आक्रमण करने िाला प्रर्म िुकी मुवस्लम | First Turkish Muslim to attack India

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3) 998 AD - सबु ुक्तगीन का पुत्र महमूद गजनबी शासक बना | Submuktin's son Mahmud Ghaznabi became the ruler

1) यामीन उद दौला | Yameen ud


उपावधयां | Titles
Daula
बगदाद के खलीफा अल आवदल वबल्लाह 2) यामीन उल वमल्लाह | Yameen ul
Millah
3) सल्ु िान (प्रर्म) | Sultan (First)
1) गाजी | Ghazi
अन्य | Other
2) बुिवशकन | Butashikan (मूविथ भंजक | Idol breaker)

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2.2) भारि पर गजनबी के प्रमुख आक्रमण | Major


Ghaznabi invasion of India

1. इविहासकार हैनरी एवलयट | Historian Henry Eliot :-17 आक्रमण | 17 attacks

I. धन प्रावप्त | Receiving money


2. कारण | Reason II. इस्लाम का प्रचार प्रसार | Spread of islam
III. मध्य एवशया में साम्राज्य विस्िारEmpire expansion in Central Asia

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2.2.1) प्रमुख आक्रमण | Major attack


➢ भारि में अवधकांश आक्रमण खैबर दरे का प्रयोग करके वकए
1014 र्ानेश्वर (हररयाणा) चंद्र स्िावमनी मंवदर (कृष्ण)
प्रर्म - 1000 वहदं ू शाही राज्य के सीमाििी क्षेत्र पर पेशािर ि
अन्य इलाके | Peshawar and other areas 1018 गंगा घाटी (कन्नोज – मर्ुरा) पर प्रर्म मुवस्लम
on the frontier region of the first
गुजथर प्रविहार राजा राज्यपाल
वद्विीय - 1001 वहंदू शाही राजा जयपाल
1019 -20 कावलज
ं र अवभयान चंदेल शासक विद्याधर
राजधानी - िैवहंद/उदभांिपुर (पेशािर) 16th - 1025 सोमनार् वशि मंवदर पर आक्रमण
राजा जयपाल - Lost ➢ शासक चालुक्य िंश का भीम प्रर्म
➢ वसध ं ु नदी पर जाटों ने लूटा
आत्महत्या
16th - 1027 मल्ु िान के पास खोखरो जाटों के विरुद्ध
बेटा - आनंदपाल शासक बना
1030 - मत्ृ यु
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2.3) महमूद गजनबी - अन्य महत्िपूणथ िथ्य | Other important facts

1. सेना में विलक नामक वहंदू सेनापवि


2. सस्ं कृि ि अरब मुद्रा लेख के सार् चांदी के वसक्के (वदरहम)
3. प्रमुख सावहत्यकार :-
1. अलबरूनी • िहकीक ए वहदं (अरबी)
2. वफरदौसी • शाहनामा (महान फ़ारसी ग्रर्
ं )
• पूिथ का होमर
• कश्मीर को पृथ्िी का स्िगथ कहा
3. उत्बी • दरबारी इविहासकार
• िारीख ए यावमनी / (अरबी)

4. बैहाकी • िारीख ए सबु ुक्तगीन


• पूिी पेप्स
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अध्याय | Chapter - 03
शहाबुद्दीन मोहम्मद गौरी | Shihab ad-Din Ghori

2.1 पररचय | Introduction

1. 1173 AD :- सहाबुद्दीन मोहम्मद गौरी ( मुइजुद्दीन-मोहम्मद-वबन-साम) गजनी का शासक बना | Shahabuddin Muhammad
Ghori (Muizuddin-Muhammad-bin-Sama) became the ruler of Ghazni
2. 1175 AD :- खैबर और गोमल दरे से भारि (मुल्िान) पर प्रर्म आक्रमण | First invasion of India (Multan) from Khyber
and Gomal Pass

I. धन की प्रावप्त | Receipt of money


कारण | Reason
II. साम्राज्यिाद | Imperialism

305

3.2) भारि पर प्रमुख आक्रमण |


Major invasion of India

I. मुल्िान पर प्रर्म आक्रमण | First invasion of Multan


1. 1175
II. करमावियों को हराकर मुल्िान पर कब्जा | Capture Multan by defeating Karmati

1. गुजराि (पाटन) आक्रमण | Gujarat (Patan) invasion


2. चालुक्य राजा भीम वद्विीय (सरं क्षण मां नावयका देिी) | Chalukya king Bhima II (patronage
2. 1178
mother heroine goddess)
3. माउंट आबू के पास गौरी की पराजय (भारि में प्रर्म राज्य पराजय) | Gauri's defeat near Mount
Abu (first state defeat in India)

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3) 1191 4) 1192 5) 1194

िराइन का प्रर्म युद्ध | िराइन का वद्विीय युद्ध | चंदािर का युद्ध | Battle of


First Battle of Tarain Second Battle of Tarain Chandavar

पृथ्िीराज िृिीय की विजय (सेनापवि- पृथ्िीराज िृिीय की पराजय | The जयचंद की पराजय | Jaichand's
स्कंद) | Victory of Prithviraj III defeat of Prithviraj III defeat
(Senapati- Skanda)

गौरी ने लक्ष्मी आकृवि िाले वसक्के


चलाए

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पथ्ृ िीराज चौहान (रायवपर्ौरा) | Prithviraj


Chauhan (Raipithaura)

1. मूल नाम | Orignal Name :- पृथ्िीराज िृिीय


2. वदल्ली के सस्ं र्ापक अनंगपाल िोपर(नाना) से इनको वदल्ली ि अजमेर वमला | He got Delhi and Ajmer from Delhi
founder Anangpal Topar (Nana)
3. चंदेल शासक परमावदथदेि को परावजि वकया ि सेनापवि(आल्हा ि ऊदल) की मृत्यु | Chandela ruler Paramaradeo
was defeated and the death of Senapati (Alha and Udal)
4. दरबारी कवि - चंदबरदाई( पुस्िक - पृथ्िीराजरासो) | Chandbardai (Book - Prithvirajasso)

नोट | Note :- लक्ष्मण सेन के दरबार में रहने िाले जयदेि ने गीि गोविदं की रचना की | Jaidev living in the court of
Laxman Sen composed the song Govind

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I. एबक - कावलंजर अवभयान | Aibak - Kalinjar Campaign


6) 1203
II. चंदेल शासक परमावदथदेि को हराया | Chandela ruler defeated Paramardidev

15 माचथ 1206 :- खोखर सरदार द्वारा गौरी की हत्या | Gauri killed by Khokhar Sardar

भारि में वदल्ली सल्िनि | Delhi Sultanate in India

309

3.3) अन्य िथ्य | Other facts

1) वसक्कों पर देिी लक्ष्मी की आकृवि | Goddess Lakshmi figure on coins


2) पृथ्िीराज ि गौरी के नाम के वसक्के | Coins in the name of Prithviraj and Gauri
3) उिर भारि में इक्ता/अक्ता प्रणाली | Ikta / akta system in north india
4) 4 मख्
ु य गल
ु ाम | 4 main slaves :-

1. कुिबु द्दु ीन ऐबक - लाहौर & वदल्ली


2. यल्दोज - गजनी
3. कुबाचा - कच्छ ि वसध

4. बवख्ियार वखलजी - बंगाल & वबहार

310

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3.4) इवख्ियारउद्दीन मोहम्मद वबन बवख्ियार वखलजी

1) बंगाल वबहार आक्रमण | Bengal Bihar invasion

2) शासक | Rular : - लक्ष्मणसेन | Laxmansen


1200 – 1204 3) नालंदा ि विक्रम वशला को िहस-नहस

4) लखनौिी को राजधानी बनाया | Made Lakhnauti the capital

5) गलिी - असम के माहा राज्य पर हमला

311

3.5) प्रमुख प्राचीन विश्वविद्यालय | Major Ancient Universities

1. िक्षवशला -
• ििथमान पाक के पंजाब
2. नालदं ा-
• विश्व का प्रर्म विश्वविद्यालय 3. विक्रमवशला -
• ििथमान वबहार(राजवगर) 4. िल्लभी -
• 700BC - 800BC • ििथमान वबहार (भागलपुर) • सौराष्र (गज
ु राि)
• ििथमान भारि का प्राचीनिम
• कौवटल्य, पावणनी, प्रसेनजीि • पाल शासक धमथपाल(783-820) • प्रशासवनक वशक्षा कें द्र
• कुमारगुप्त
• बवख्ियार वखलजी द्वारा खत्म • चीनी यात्री ईि वसंग
• आयुिेद विज्ञान का कें द्र
• 413 AD • बौद्ध वशक्षा कें द्र
• Grand Trunk Road (लगभग 1193 AD)
• Oxford of महायान
• 1980 में UNESCO

312

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अध्याय | Chapter - 04
वदल्ली सल्िनि | Delhi Sultanate

5 िंश | 5 Dynasties

गल
ु ाम / मामलक ु / वखलजी िश ं िगु लक िश ं सैयद िशं लोदी िशं
इलबरी िुकथ 1290 – 1320 1320 - 1414 1414 - 1451 1451 - 1526
Slave Dynasty (सबसे कम समय) (सबसे अवधक वखज्र खां बहलोल लोदी
1206 - 1290 जलालुद्दीन समय)
कुिुबुद्दीन ऐबक वखलजी ज्ञासद्दु ीन िुगलक

313

4.2) गुलाम/ मामलुक / इल्बरी िुकथ िंश | Ghulam /


Mamluk / Ilbari Dynasty(1206-1290)

कुिुबुद्दीन ऐबक | Qutbuddin Aibak शमसद्दु ीन इल्िुिवमश बलबन | Balban

कुिबु ी िश
ं | Qutubi शम्सी/ इल्बरी | Shamsi / बलबन(बलबनी) | Balban
Dynasty Ilbury (Baloney)

314

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1. प्रमख
ु शासक | Major ruler 1) कुिुबुद्दीन ऐबक
2) आराम शाह
सस्ं र्ापक कुिुबुद्दीन ऐबक 3) शमसद्दु ीन इल्िुिवमश
4) रुकनद्दु ीन वफरोजशाह
मोहम्मद गौरी गुलाम ि दामाद 5) रवजया सल्ु िान
6) बहरामशाह
गुलाम िंश प्रमुख शासक
7) मसदू शाह
8) नसरुद्दीन महमूद
9) गयासद्दु ीन बलबन
10) कै कूबाद
11) कै मूसथ

315

2. कुिुबुद्दीन ऐबक | Qutb al-Din Aibak (1206 – 1210)

➢ भारि में िुकी राज्य का सस्ं र्ापक | Founder of Turkish state in India 1) यलदौज़ - कुबाचा
समस्याएं
➢ ऐबक नामक िक
ु थ जावि 2) वदल्ली सल्िनि की स्र्ापना
➢ गौरी का वसपहसालार (Commander) ि गुलाम
1) कुरान ख्िा
24 जून 1206 राज्य अवभषेक | Coronation राजधानी - लाहौर उपावधयां 2) लाख बख्श
3) हाविमिाई (वमनहाज उस
✓ सल्ु िान की उपावध धारण नहीं
वसराज)
✓ खुििा नहीं पढ़िाया
✓ मवलक या वसपहसालार की उपावध
▪ मृत्यु | Death :- 1210 (चौगान, लाहौर)
1208 गौरी के भिीजे गयासद्दु ीन महमूद से “दासिा मुवक्त पत्र” |
"Slavery Redemption Letter" ▪ हसन वनजामी - िाज-उल- मावसर

316

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भारि में इस्लामी िास्िुकला | Islamic Architecture in India

भारि गुंबद वनमाथ ण ि मेहराब वनमाथ ण कला | India dome construction and arch construction art

रोम : बैजंविया साम्राज्य

अरब

भारि

➢ कुरान की आयि, कमल, स्िावस्िक आवद का प्रयोग


➢ मानि ि पशु आकृवि का प्रयोग नहीं

317

➢ भारि की प्रर्म मवस्जद | First mosque of India


1. कुव्िि उल इस्लाम मवस्जद : वदल्ली
➢ जैन मवं दर ि िैष्णि मवन्दर के अिशे षों | Remains of Jain temple
and Vaishnav temple

➢ बौद्ध मठ के अिशेषों पर | On the remains of a Buddhist


2. अडाई वदन का झोपडा मवस्जद : अजमेर
monastery
➢ विग्रहराज चिुर्थ द्वारा वलवखि नाटक हररके ली

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3. कुिुब मीनार : वदल्ली


2. लाल िर्ा पीले बलुआ पत्र्र सगं मरमर का प्रयोग
कुिुबुद्दीन ऐबक (अन्य) 3. 1993 में यनू ेस्को विश्व विरासि स्र्ल
1. नाम
सफ
ू ी सिं कुिुबुद्दीन ख्िाजा बवख्ियार काकी 4. लाल कोट के अिशेषों पर वनवमथि
▪ 1369 में वबजली (Lightning) के कारण क्षविग्रस्ि ➢ 1505 में भूकंप के कारण नुकसान

▪ वफरोजशाह िुगलक : जीणोद्धार | Rejuvenation ➢ वसकंदर लोदी ने जीणोद्धार करिाया

▪ पांचिी मंवजल जोडी ➢ 1803 में रॉबटथ वस्मर् ने जीणोद्धार करिाया


➢ ि कपोला (cupola) जोडा वजसे वस्मर् फॉली कहिे

अन्य िीन मंवजलों का वनमाथण इल्िुिवमश

कुिुब मीनार का वनमाथण प्रारंभ करिाया

319

3. शमसद्दु ीन इल्िुिवमश | Shamsuddin Iltutmish(1210-36)

3.1) पररचय | Introduction

1) 1211 AD - आरामशाह को मारकर शासक | Ruler by killing Aram Shah


1. ऐबक का गुलाम (गुलामों का गुलाम ि दामाद) | Aibak ka Ghulam (slave of slaves and
2) इल्ििु वमश | Iltutmish son-in-law)
2. इल्बरी िुकथ ि बदायूं का गिनथर | Ilbari Turk and Governor of Badaun
3) वदल्ली सल्िनि का िास्िविक सस्ं र्ापक | Real founder of Delhi Sultanate
4) 1229 AD - बगदाद के खलीफा से सल्ु िान की उपावध प्राप्त करने िाला प्रर्म शासक | The first ruler to receive the title
of Sultan from the Khalifa of Baghdad
5) मृत्यु | Death :- अप्रैल 1236 AD

320

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3.2) प्रमुख कायथ ि युद्ध | Major


work and war

1) िराइन का िृिीय युद्ध | Third Battle of Tarain (1215) - इल्िुिवमश बनाम यल्दौज | Iltutmish vs Yaldauj
2) मगं ोल आक्रमणकारी चंगेज खां के हमले को टाला | Mongol invader Genghis Khan's attack averted

ख़्िाररज्म सम्राट जलालुद्दीन को शरण देने से मना वकया | Khwarism refused to give asylum to Emperor Jalaluddin

3) अन्य कायथ | Other Work :-


I. कुिबु मीनार के वनमाथ ण को पण
ू थ करिाया | Completed the construction of Qutub Minar
II. सबसे पहले शुद्ध अरबी वसक्के जारी वकए । (चााँदी का टंका एिं िााँबा का जीिल) | First issued pure Arabic
coins. (Silver tank and copper winlet)

321

III. इक्ता प्रणाली चलाई | Drove the iqta system


IV. चालीस गुलाम सरदारों का सगं ठन बनाया, जो िुक्कान-ए- वचहलगानी के नाम से जाना गया | Formed an organization
of forty slave chieftains, known as Tukkan-i-Chihalgani
V. सिथप्रर्म वदल्ली के अमीरों का दमन वकया | First suppressed the rich of Delhi

I. अमीर ए दार | Amir e dar


VI. न्याय हेिु For justice
II. न्याय का घंटा(वदल्ली) | Hour of justice (Delhi)
1. हौज़ ए शम्सी | Hauz A Shamsi
VII. िास्िुकला | Architecture
2. मदरसा ए मइु ज्जी | Madrasa e muizzi

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मंगोल | Mongol

▪ मंगोल चीन के उिर में गोबी के रेवगस्िान के वनिासी र्े | Mongols were residents of the Gobi Desert in the north of
China
▪ िह एक घूमने वफरने िाली अद्धथसभ्य जावि र्ी िर्ा उनका मुख्य पेशा घोडों और अन्य पशुओ ं का पालन करना र्ा | She was a
wandering semi-caste and her main occupation was rearing horses and other animals.
▪ िे बहुि गन्दे रहिे र्े िर्ा सभी प्रकार का मााँस खािे र्े | They were very dirty and ate all kinds of meat.
▪ उनमें स्त्री-विषयक नैविकिा का सिथर्ा अभाि र्ा यद्यवप मााँ का सम्मान करिे र्े।
▪ िे विवभन्न कबीलों में बाँटे र्े, उन्हीं कबीलों में से एक में 1163 ई. िेमवू चन उफथ चंगेज खााँ का जन्म हुआ वजसे महान (Chengiz the
great) और श्रावपि (The Accursed) दोनों पुकारा गया। इसका वपिा येसगू ाई बहादुर र्ा

323

4) रवजया सल्ु िान | Razia Sultan (1236-40)

1) भारि की प्रर्म मवहला मुवस्लम शावसका | First female Muslim ruler of India
2) इल्ििु वमश के पत्रु रुकनद्दु ीन वफ़रोज़ को हटाया | Iltutmish's son Ruknuddin Feroz
removed
3) रवजया ने पदाथप्रर्ा का त्यागकर िर्ा पुरुषों की िरह चोगा (काबा) एिं कुलाह (टोपी) पहनकर
राजदरबार में खुले मुाँह से जाने लगी | Razia renounced the purdapratha and wore
choga (kaba) and kulah (cap) like men and went to the court with an open
mouth.
4) रवज़या ने मवलक जमालुद्दीन याकूि को अमीर-ए-आखुर (घोडे का सरदार) वनयुक्त वकया |
Razia appointed Malik Jamaluddin Yakut as Amir-e-Akhur (Head of Horse)

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6) गैर िुकों को सामंि बनाने के रवजया के प्रयासों से िुकी अमीर विरुद्ध हो गए और उसे बंदी बनाकर वदल्ली की गद्दी पर
मइु जद्दु ीन बहरामशाह को बैठा वदया | Razia's efforts to feudate the non-Turks turned against the Turkish emir
and imprisoned him Mujuddin Bahram Shah on the throne of Delhi.
7) रवज़या की शादी अल्िुवनया के सार् हुई। इससे शादी करने के बाद रवज़या ने पुनः गद्दी प्राप्त करने का प्रयास वकया, लेवकन िह
असफल रही | Razia is married to Altunia. After marrying her, Razia tried to regain the throne, but she
failed
8) रवज़या की हत्या 13 अक्टूबर, 1240 ई. को िाकुओ ं के द्वारा कै र्ेल के पास कर दी गई | Razia was killed by bandits on
October 13, 1240 AD near Cathel.

325

5) नसीरुद्दीन महमूद | Naseeruddin mehmood (1246-1266)


1. अत्यिं सादा जीिन | Very simple life :-
1) इस्लाम अनुसार | According to islam
2) कुरान की नकल | Copy of Quran
3) टोपी सीकर जीिन यापन | Cap seeker living
2. बलिन - नाइब-ए-ममावलकाि

िुकथ विरोध

भारिीय मुसलमान रेहान को नायब बनाया


शम्शी /इल्िरी िंश का अंविम शासक
पुनः बलबन नसरुद्दीन महमूद की मृत्यु(1266)
बलबन सल्ु िान बना (बलबनी िश
ं )

326

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6) ग्यासद्दु ीन बलबन | Ghyasuddin Balban(1266-86)

1. नाम | Name :- बहाउद्दीन/ ग्यासद्दु ीन/ उलूग खां(नसीर खां द्वारा) | Bahauddin / Ghyasuddin / Ulugh
Khan (by Naseer Khan)

इल्बरी िुकथ ि इल्िुिवमश का गुलाम(1233 में ग्िावलयर विजय के बाद खरीरा) | Ilbari Turks
and Iltutmish slaves (purchased after the Gwalior victory in 1233)

2. प्रमुख कायथ | Major Work :-


I. मेिािी िाकुओ ं की समावप्त | Abolition of Mewati bandits - लौह ि रक्त की नीवि | Iron
and blood policy
II. बलबन का राजस्ि वसद्धान्ि | Balban's Revenue Principle
I. ईरान(फारसी) शासकों से प्रभाविि | Influenced by Iran (Persian) rulers

327

II. िुकाथन ए चहलगामी की समावप्त | The end of Turkhan e Chahalgami


III. िरीद ए मुमावलक(गुप्तचर) विभाग | Varied A. Mumalik (Intelligence) Department
IV. दीिान-ए-अजथ नामक सैन्य विभाग | Military department named Diwan-i-Arz
V. निरोज त्यौहार का आरम्भकिाथ | Initiator of Navroz festival
VI. सीरी नामक नगर बसाया | Settled a city called Siri

3) अन्य िथ्य | Other Fact :-


I. अमीर खुसरो | Amir Khusro
1) विद्वान | Scholar
II. अमीर हसन | Amir Hasan
II. मृत्यु | Death :- 1286
अंविम शासक | Last ruler

कै मुसथ | Camurs अफगानी िुकथ मवलक जलालुद्दीन वफरोज वखलजी िंश की स्र्ापना की

328

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6.1) बलबन का दैिीय राजत्ि का वसद्धांि | Balban's doctrine of


divine kingship
1. सल्ु िान को पृथ्िी पर अल्लाह का प्रविवनवध

वनयामि ए खुदाई वजल्ले इलाही

पैगंबर के बाद सल्ु िान ईश्वर का प्रविवनवध

• वसजदा घुटनों पर बैठकर वसर झुकाना


• पैबोस पैरों को चूमना

• सल्ु िान की आलोचना नहीं की जा सकिी

• सल्ु िान का वनरंकुश होना अवि आिश्यक

• कुलीनिा का समर्थन(रक्त की शुद्धिा का वसद्धांि) ईरान का शासक अफ़वसयाब

329

4.3) वखलजी िश
ं Khilji Dynasty (1290-1320)
(सबसे कम शासन काल | Shortest reign)

जलालद्दु ीन अलाउद्दीन मबु ारक वखलजी

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1) जलालुद्दीन वफरोज वखलजी | Jalaluddin Firoz Khilji


(1290-1320)

1) वखलजी िंश का सस्ं र्ापक | Founder of Khilji Dynasty


2) राजधानी | Capital :- वकलोरिरी (कै कूबाद द्वारा वनवमथि)
3) 2000 में मंगोलों ने इस्लाम स्िीकारा | Mongols accepted Islam in 2000 - मंगोलपुरी |
Mangolpuri
4) दीिान ए िकूफ़ (व्यय विभाग) का गठन | Formation of Diwan-e-Wakuf
(Department of Expenditure)
5) 1296 AD - भिीजे ि दामाद अलाउद्दीन वखलजी ने कडामावनकपुर(प्रयाग) में हत्या कर दी
| Nephew and son-in-law Alauddin Khilji murdered in Kadamanikpur
(Prayag)

331

2. अलाउद्दीन वखलजी/अली/गुरुशास्प | Alauddin Khilji / Ali / Gurushap


(1296-1316)

2.1) पररचय | Introduction

1) 22 अक्टूबर 1296 :- वदल्ली का सल्ु िान | Sultan of Delhi (बलबन का लाल महल वदल्ली)
1) वसकंदर ए सानी | Sikandar-e-saanee
2) उपावधयां | Title 2) यावमनी उल वखलाफि नासीरी| Yamini ul Khilafat Nasiri
3) अमीर उल मोवमनीन | Amir ul Momineen
1) आवर्थक ि सैवनक सध
ु ार | Economic and military reform
3) शासन | Governance 2) देिीय राजत्ि | Divine kingship
3) वनरंकुश िाद | Absolutism

332

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2.2) सैन्य सध
ु ार | Military reform

अलाउद्दीन महत्िाकांक्षी साम्राज्यिादी नीवि

सशक्त सैन्य बल

सशक्त सैन्य बल की स्र्ापना स्र्ाई सेना


िृहद आवर्थक सध
ु ार का आधार
नगद िेिन
हुवलया ि दाग प्रर्ा

दशमलि प्रणाली पर सैन्य बल का गठन

कोििाल - वकला रक्षक


333

2.3) आवर्थक सध
ु ार | Economic recovery

1) जानकारी िारीख ए वफरोजशाही

साम्राज्यिादी नीवि
2) प्रमुख आधार
अवधक से अवधक राजकोष की प्रावप्त पर जोर

3) राजस्ि नीवि (I) भूवम की पैमाइश पर लगान िसल


ू ी

इकाई वबस्पा (मसाहि)

दीिान – ए- मस्ु िाखराज (कर)


(ii) विभाग
दीिाने ररयासि (आवर्थक)

334

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2.4) बाजार मूल्य वनयंत्रण व्यिस्र्ा | Market price control system

साम्राज्यिाद
आधार ि कारण
कम िेिन पर बडी सेना

िारीख ए वफरोजशाही - वजयाउद्दीन बरनी

जानकारी खजाइनल-उल-फ़ूिूह - अमीर खुसरो

फ़ूिूह-उस-सलािीन - इसामी

िस्िओ
ु ं के दाम, राज्य द्वारा िय करना
व्यिस्र्ा
माप िोल का मानकीकरण
335

गला या अनाज मंिी प्रमुख शहना ए मिं ी


कायथप्रणाली मंवियों का गठन सराय अदल
मवलक कबूल
मिेशी ि गल
ु ाम (बदं गा)

शहना ए मंिी बाजार अधीक्षक

िरीद ि मुनवहयर गुप्तचर

नावज़र माप िोल अवधकारी


अवधकारी
परिाना निीस परवमट
मुहवत्सब सेंसर

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2.5) िास्िुकला | Architecture

1.अलाई दरिाजा इस्लामी िास्िुरत्नकला का चमत्कार

2. सीरी का वकला
वदल्ली
3. हजार खंभा महल

4. जमैयि खाना मवस्जद

• अलाउद्दीन वखलजी के समय सिाथवधक मंगोल आक्रमण


नोट
• यूरोपीय यात्री माको पोलो (इटली) पांिय राज्य(1273)

337

2.6) साम्राज्य विस्िार | Empire expansion

1) गल
ु ाम मवलक काफूर को दवक्षण अवभयान | Ghulam Malik Kafur's South Campaign

देिवगरर, िारंगल आवद | Devagiri, Warangal etc.

िारंगल के काकिीय शासक रुद्रदेि ने कोवहनूर हीरा वदया | Rudra Dev, the Kakatiya ruler of Warangal, gave Kohinoor
diamond

I. राणा रिन वसहं | Rana Ratan Singh


2) वचिौड अवभयान | Chittor Expedition(1303) II. रानी पद्माििी | Rani Padmavati
III. मवलक मुहम्मद जायसी (1540) - पद्मािि | Padmavat

नोट | Note - मवलक काफूर को 1000 दीनार में गुजराि विजय(1298) के बाद नुसरि खान से खरीदा

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2.7) मृत्यु | Death

जनिरी 1316
स्ियं को खलीफा कहा

मुबारक वखलजी(1316-20) स्त्री िस्त्र पहनना

अल इमाम / उल इमाम / खलाफि-उल-लह

नसीरुद्दीन खुसरो शाह (1320) ( मूल रूप से वहंदू र्ा) पैगंबर का सेनापवि

गाजी मवलक िुगलक िंश

339

4.4) िुगलक िंश | Tughlaq Dynasty (1320-1414)


(सिाथवधक शासनकाल | Maximum reigns)

गयासद्दु ीन िगु लक मोहम्मद वबन िुगलक वफरोजशाह िुगलक नसरुद्दीन िुगलक

1) गयासद्दु ीन िुगलक | Gayasuddin Tughlaq


1) वसिंबर 1320 - खुसरो खां को हराकर वदल्ली में िुगलक िंश की स्र्ापना | Establishment of Tughlaq dynasty in Delhi by
defeating Khusro Khan
1) िुकी वपिा ि वहंदू मािा | Turkish father and Hindu mother
2) सामान्य जानकारी | General Information
1. गाजी (प्रर्म सुल्िान) | Ghazi (First Sultan)
2) उपावध | Title
2. मवलक-उल-गाजी | Malik-ul-Ghazi

मंगोल विजय के बाद | After Mongol Conquest


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3. प्रमुख कायथ | Main work :-


1) अमीरों की भूवम की पुनः िापसी | The return of the rich land
2) नहर वनमाथण ि िाक व्यिस्र्ा | Canal construction and postal system
3) िगु लकाबाद नगर ि छप्पनकोट दुगथ(रोमन शैली) | Tughlakabad city and Chappankot fort (Roman style)
4) अनािश्यक धनिापसी | Unnecessary refund :- वनजामुद्दीन औवलया से वििाद | Dispute with Nizamuddin Auliya

बंगाल से िुगलक िापस वदल्ली आ रहे र्े | Tughlaq was returning to Delhi from Bengal

औवलया | Aulia - हनज


ू वदल्ली दूर अस्ि | Hanooj dillee door ast

4. मृत्यु | Death :- 1325, जूना खा द्वारा बनाए लकडी के महल | Wooden palace made by Juna Kha

मकबरा | Tomb :– वदल्ली | Delhi

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2) मोहम्मद वबन िुगलक | Mohammad bin Tughluq (1325-1351)

2.1) पररचय | Introduction

1) 1325 में वपिा गयासद्दु ीन की मृत्यु के बाद शासक बना | Became ruler after the death
of father Ghiyasuddin in 1325
2) अन्य नाम | Other Name :- उलूग खां/जूना खां | Ulugh Khan / Juna Khan
3) वदल्ली का सिाथ वधक वशवक्षि सल्ु िान | Most educated Sultan of Delhi

नीवियों की विफलिा | Policy failure

स्िप्नशील, पागल, रक्त वपपास,ू मूखथ बुवद्धमान सल्ु िान

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2.2) पांच वििादास्पद वनणथय | Five controversial decisions

1) दोआब क्षेत्र में कर िृवद्व 50% िृवद्ध | 50% increase अकाल | Famine
2) राजधानी पररििथन | Capital Transform :- वदल्ली से दौलिाबाद (देिवगरी) | from Delhi to Daulatabad (Devgiri)

14 िषथ के बाद पुनः िापसी | Refund after 14 years


3. सांकेविक मुद्रा का प्रचलन | Nominal currency circulation - कांसे/िांबे के वसक्के चांदी के स्र्ान पर | Bronze / copper
coins in place of silver
4. करावचल अवभयान - वहमालय) |
Karachil Expedition (Himalaya)
एिििथ र्ॉमस | Edward Thomas :- मोहम्मद वबन िुगलक | Mohammad bin Tughluq
5. खुरासान अवभयान - मध्य एवशया) |
Khorasan Expedition (Central
वप्रंस ऑफ मनीअसथ (वसक्के ढालने िाला सल्ु िान) | Prince of Moneyers (Coin Sultan)
Asia)
343

2.3) कृवष सध
ु ार | Agricultural
reform

1. दीिान ए कोही नामक विभाग बलिान - दीिान ए अजथ(सैन्य)

प्रमुख अमीर ए कोही


जलालुद्दीन वखलजी - दीिान ए बकूफ़ (व्यय विभाग)
2. फसल चक्र प्रणाली | Crop pattern

3. अकाल सवं हिा | Famine code अलाउद्दीन वखलजी - दीिान ए ररयासि (आवर्थक)
+
4. िकािी (सोंधर) ऋण (Credit) दीिाने मुस्िखराज (कर)

344

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2.4) अन्य िथ्य | Other facts

1) 1336 : - हररहर, बक्ु का | Harihar, Bukka :- विजयनगर | Vijayanagar

1) सिाथवधक विद्रोह 2) 1347 :- हसन गंगू(अलाउद्दीन बहमन शाह) :- बहमनी


3) 1351 :- र्ट्टा(वसध
ं ) | Thatta (Sindh) - मृत्यु | Death

2) 1333 :- अफ्ीकी(मोरक्को) यात्री इब्नबिूिा को 1342 में काजी बनाया | African (Moroccan) traveler Ibn Batuta was Qazi

पुस्िक | Book- :- रेहला | Raila


3) जैन साधु | Jain monk- वजन प्रभु सरू ी को सम्मान | Gin Prabhu Suri
4) वजया नक्शबी ने सस्ं कृि कर्ाओ ं का िूिी नामा नामक पस्ु िक में फारसी अनुिाद
वकया | Jiya Naqshbi translated Sanskrit stories into a Persian book
called Tuti Nama
345

5) महु म्मद वबन िगु लक की मत्ृ यु पर इविहासकार बदायाँनू ी वलखिा है, "अंििः लोगों को उससे मवु क्त वमली और उसे लोगों से' | On the
death of Muhammad bin Tughluq, the historian Badauni writes, "The people finally got salvation from him and
he was from the people".
6) मुहम्मद वबन िुगलक शेख अलाउद्दीन का वशष्य र्ा। िह सल्िनि का पहला शासक र्ा, जो अजमेर में शेख मुइनुद्दीन वचश्िी की दरगाह
और बहराइच में सालार मसदू गाजी के मकबरे में गया | Muhammad bin Tughluq was a disciple of Sheikh Alauddin. He
was the first ruler of the Sultanate, who went to the shrine of Sheikh Muinuddin Chishti in Ajmer and the
mausoleum of Salar Masood Ghazi in Bahraich.
7) मुहम्मद वबन िुगलक ने बदायूाँ में मीरन मुलहीम, वदल्ली में शेख वनज़ामुद्दीन औवलया, मुल्िान में शेख रुकनुद्दीन, अजुधन में शे ख
मुल्िान आवद सिं ों की कब्र पर मकबरे बनिाए | Muhammad bin Tughluq built tombs at the tomb of saints like Meeran
Mulheem in Badaun, Sheikh Nizamuddin Auliya in Delhi, Sheikh Ruknuddin in Multan, Sheikh Multan in
Ajudhan

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3) वफरोजशाह िुगलक | Ferozeshah Tughlaq (1351-88)

2.1) पररचय | Introduction

1) मोहम्मद वबन िुगलक का चचे रा भाई | Mohammed bin Tughluq's cousin

र्ट्टा | Thatta (1351)


2) दो बार राज्यावभषेक | Coronation twice
वदल्ली | Delhi(1351)

3) खलीफा द्वारा कावसम अमीर उल मोममीन की उपावध | The title of Qasim Amir ul Mommin by Khalifa

347

3.2) राजस्ि सबं ध


ं ी सध
ु ार | Revenue reforms

1) 24 करों की समावप्त िर्ा 4 करों का आरंभ | Expiry of 24 taxes and commencement of 4 taxes

जवजया | Jijia जकाि | Zakat खम्स | Khams खराज | Kharaj

• धनी मुवस्लम | Rich • युद्ध में लूट | Loot in • गैर मवु स्लम भरू ाजस्ि |
• ब्राह्मणों पर जवजया लगाने िाला
muslim war Non muslim royalty
प्रर्म शासक | First ruler to
• 20% राज्य ि 80%
impose jiziya on Brahmins
सैन्य | 20% state
• स्त्री, िृद्ध ि विकलांग से नहीं |
and 80% military
Woman, not aged or disabled

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2. हक ए शबथ (वसच
ं ाई कर) | Haq e Sherb (Irrigation Tax) - उपज का 1/10 भाग | 1/10 of yield

5 बडी नहरें | Big canals

3. इसने चााँदी एिं िााँबे के वमश्रण से वनवमथि वसक्के भारी सख्ं या में जारी करिाए, वजसे अद्धा एिं विख कहा जािा र्ा | He issued a
large number of coins made of a mixture of silver and copper, which was called Aadha and Vikh.
4. वकसानों के िकािी ऋण की माफी | Waiver of Takawi loans of farmers

349

3.3) प्रमुख विभाग | Major department

1) मुवस्लम विधिा ि स्त्री सहायिा | Muslim widow and women help :- दीिान ए खैराि | Diwan e khairat

2) दासों (सिाथवधक दास) | Slaves (most slaves) :- दीिान-ए-बंदगान | Diwan-e-bandhgan

3) वनशुल्क अस्पिाल | Free hospital :- दारुल सफा | Darul Safa

4) पेंशन | Pension - दीिान-ए-इवश्िहाक (िृद्ध पेंशन) | Diwan-e-Ishtihaq (Old Pension)

5) लोक वनमाथण एिं रोजगार विभाग | Public Works and Employment Department

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3.4) अन्य िथ्य | Other facts

1) अमीर ि सैवनक पदों (इक़्िेदार) को िंशानुगि | Hereditary to amir and military posts
2) आत्मकर्ा | Autobiography :- फिहु ाि-ए-वफ़रोज़शाही | Fatuhat-e-Firoz Shahi

1) वजयाउद्दीन बरनी (फििा ए जहांदारी ि िारीख-ए-वफ़रोज़शाही)


3) इविहासकार | Historian
2) शम्स-ए-वसराज

4) 300 नए नगर :- जौनपुर, वफरोजाबाद, वहसार फिेहाबाद | Jaunpur, Firozabad, Hisar Fatehabad

िास्िुकार | Architect - मवलक गाजी शहना | Malik Ghazi Shehna

351

5) इसके शासनकाल में वखज्राबाद [टोपरा गााँि] एिं मेरठ से अशोक के दो स्िम्भों को लाकर वदल्ली में स्र्ावपि वकया गया | During
his reign, two pillars of Ashoka from Khizrabad [Topra village] and Meerut were brought and established in
Delhi.
6) इसने ज्िालामुखी मंवदर के पुस्िकालय से लूटे गए 1,300 ग्रंर्ों में से कुछ को फारसी में विद्वान अपाउद्दीन द्वारा ‘दलायिे-वफरोजशाही'
नाम से अनुिाद करिाया | It got some of the 1,300 texts looted from the library of the Jwalamukhi temple translated
into Persian by the scholar Appauddin under the name 'Dalayte-Firozshahi'
7) सल्ु िान वफरोज िगु लक ने वदल्ली में कोटला वफरोजशाह दुगथ का वनमाथण करिाया | Sultan Feroz Tughlaq built Kotla
Ferozeshah fort in Delhi
8) 1200 बागों का वनमाथण | Construction of 1200 gardens
9) राज्य के खचथ पर हज यात्रा | Haj pilgrimage at state expense
10) पदाथ प्रर्ा ि वस्त्रयों के मजार जाने पर रोक | Curtain practice and prohibition of women from going to tomb
11) हेनरी इवलयट | Henry Elliot :- सल्िनि काल का अकबर | Sultanate era Akbar

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12) वफरोज काल में वनवमथि खान-ए-जहााँ िेलंगानी के मकबरा की िुलना जेरुसलम में वनवमथि उमर के मवस्जद से की जािी है | Khan-
e-Jahan Telangani mausoleum built in Feroze period is compared to Omar's mosque built in Jerusalem.
13) प्रर्म शासक वजसने इस्लाम (शरीयि) को शासन का आधार बनाया | First ruler who made Islam (Sharia) the basis of
rule
14) स्र्ाई सेना, दाग प्रर्ा का त्याग
15) मध्यकालीन भारि का कल्याणकारी/उदारिादी वनरंकुश शासक | Welfare / moderate autocratic ruler of medieval
India

353

3.5) मृत्यु | Death - 1388

वदल्ली सल्िनि का पिन प्रारंभ

नसरुद्दीन महमदू िगु लक अंविम शासक (1394- 1414)

1398 - िैमूर लंग आक्रमण

सहायक -विज खां

सस्ं र्ापक - सैयद िश



( वदल्ली सल्िनि का प्रर्म वशया िंश)

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4.5) सैय्यद िंश | Syed dynasty (1414-1451)


वदल्ली का एकमात्र वशया िंश | The only Shia dynasty of Delhi

वखज्र खां मबु ारक शाह महु म्मद शाह आलम शाह

4.1) विज खां | Kharij Khan

1) सैय्यद िंश का सस्ं र्ापक | Founder of Sayyid dynasty


2) सल्ु िान के स्र्ान पर रै यि-ए - आला की उपावध | The title of Rayat-e-Ala in place of Sultan
3) िैमरू लगं ने भारि का शासन सौपा | Taimur Lung handed over the rule of India

िैमूर के पुत्र शाहरुख को कर

4) मृत्यु | Death- 20 मई 1421

355

4.2) अन्य शासक | Other ruler

1) मुबारक शाह | Mubarak Shah(1421-34)


▪ यमनु ा के वकनारे मबु ारकबाद बसाया | Settled on the banks of Yamuna

पुस्िक
▪ यावहया वबन अहमद सरवहदं ी िारीख-ए-मुबारक शाही | Date-e-Mubarak Shahi
2) अलाउद्दीन आलम शाह | Alauddin Alam Shah :- अंविम शासक | Last ruler

बहलोल लोदी द्वारा लोदी िंश | Lodhi Dynasty by Bahlol Lodi

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4.6) लोदी िंश | Lodi Dynasty (1451-1526)


प्रर्म अफगान राज्य | First Afghan State

बहलोल लोधी वसकंदर लोदी इब्रावहम लोदी

5.1) बहलोल लोदी | Bahlol Lodi (1451 - 89)


1) लोदी िंश का सस्ं र्ापक बहलोल लोदी र्ा | The founder of the Lodhi dynasty was Bahlol Lodi.
2) वदल्ली पर प्रर्म अफगान राज्य की स्र्ापना का श्रेय बहलोल लोदी को वदया जािा है | The establishment of the first Afghan
state on Delhi is attributed to Bahlol Lodi.
3) बहलोल लोदी ने बहलोल वसक्के का प्रचलन करिाया | Bahlol Lodi got the circulation of Bahlol coins
4) िह अपने सरदारों को 'मकसद ए अली' कहकर पक
ु ारिा र्ा | He used to call his chieftains as 'mota e ali’
5) सल्िनि कालीन सल्ु िानों में सिाथ वधक समय िक सल्ु िान रहा | Sultan was the sultan for the longest time in the Sultanate
era (38 साल)
357

5.2) वसकंदर लोदी | Sikandar Lodi (1489-1517)

1. नाम- वनजाम खान

2. 1504 आगरा नामक शहर बसाया

1506 - राजधानी बनाया


3. भूवम मापन - गज ए वसकंदरी
(1= 30 इच
ं )

आधार- शे रशाह सरू ी

4. अनाज से कर हटाया

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1. गुलरूखी नाम से कवििा

• सावहत्य 2. आयुिेवदक ग्रंर् फारसी अनुिाद फरहंग ए वसकंदरी

3. गायन ग्रंर् लज्जि ए वसकंदर शाही

भारिीय सगं ीि का प्रर्म फारसी ग्रंर्


िास्िु कला-

1. वदल्ली
• बहलोल लोदी मकबरा

• मोठ मवस्जद (वमयां भुआ)

मृत्यु -1517 वदल्ली सल्िनि का अंविम महान शासक

359

5.3) इब्रावहम लोदी | Ibrahim Lodi (1517-1526)


• वदल्ली सल्िनि पर लोदी िंश का अंविम शासक

• ग्िावलयर शासक विक्रमजीि को परावजि वकया (1517)

• खिौली का यद्ध
ु (1518) मालिा हेिु

इब्रावहम लोदी राणा सांगा

विजय
• दौलि खा लोधी ब आलम खा लोधी

काबुल शासक बाबर को हराया

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• 21 अप्रैल 1526 पानीपि का प्रर्म युद्ध

इब्रावहम लोदी बाबर

• िोपखाना
• कुशल सेना

विजय

भारि में मुगल साम्राज्य

361

4.7) सल्िनि कालीन प्रशासन | Sultanate Administration

1. कें द्र सल्ु िान


▪ प्रमुख Chief :- सल्ु िान | sultan
2. प्रांि(इक्ता) नायब/िली/मुवक्त
सहायिा
3. वजला(वशक) वशकदार
मवन्त्रपररषद (मजवलस-ए-खलिि)
4. परगना आवमल

5. ग्राम खुि(जमीदार) ि मुकद्दम

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1.1) प्रमुख मंत्री ि विभाग | Minister and Department

विभाग प्रमुख विशेषिा


1. दीिान-ए-विजारि िजीर राजस्ि ि सामान्य प्रशासन
2. दीिान-ए-अजथ आररज-ए-मुमावलक सैन्य विभाग
बलबन द्वारा स्र्ापना
3. दीिान-ए-इश
ं ा दबीर-ए-मुमावलक पत्राचार विभाग
4. दीिान-ए-रसािल सद्र-उस-सदु ू र विदेश विभाग/ धावमथक
5. न्याय काजी-उल-कुजाि न्याय
6. गप्तु चर बरीद-ए-ममु ावलक

363

1.2) अन्य विभाग | Other departments

विभाग बनाने िाला सल्ु िान


दीिान-ए-मुस्िखराज (विि विभाग) अलाउद्दीन वखलजी
दीिान-ए-कोही (कृवष विभाग) मुहम्मद वबन िुगलक
दीिान-ए-अजथ (सैन्य विभाग) बलबन
दीिान-ए-बदं गान वफरोजशाह िगु लक
दीिान-ए-खैराि वफरोजशाह िगु लक
दीिान-ए-इवस्िहाक वफरोजशाह िुगलक

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1.3) प्रमुख अवधकारी | Major Officer

1. अमीर-ए-आखरू | Amir-e-akhur :- अश्व सेना


2. बरीद | Bared :- दूि | Doot
3. नायब-ए-ममवलकाि | Naib-e-mamlikat
I. एिगीन -: प्रर्म (बहरामशाह) | First (Bahram Shah)
II. खुसरो खां | Khusro Khan – अंविम | Last

365

2. राजस्ि प्रशासन | Revenue administration

2.1) भूवम के प्रकार | Type of land ▪ भूवम की नाप-जोख करने के बाद क्षेत्रफल के आधार पर
लगान का वनधाथ रण मसाहि कहलािा र्ा।
1. खालसा | Khalsa - सरकारी भूवम | Government land ▪ इसकी शुरुआि अलाउद्दीन ने की |
2. इक्ता | Ikta - वनजी | Private ▪ देिल सल्िनि काल में अन्िरराष्रीय बन्दरगाह के रूप में
3. अनुदान | Grant प्रवसद्ध र्ा |

राजस्ि (कर) व्यिस्र्ा | Revenue system


उश्र :- मस
ु लमानों से वलया जाने िाला भूवम कर | Land tax from Muslims
खराज :- गैर मुसलमानों से वलया जाने िाला भूवम कर | Land tax to be charged from non-Muslims
जकाि :- मुसलमानों पर धावमथक कर (सम्पवि का 40िााँ वहस्सा) | Religious tax on Muslims (40th of property)
जवजया :- गैर-मुसलमानों पर धावमथक कर | Religious tax on non-Muslims.
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3) अन्य िथ्य | Other facts

1) सल्ु िान की स्र्ाई सेना को खासखेल नाम वदया गया | Sultan's standing army was named Khasakhel
2) मगं ोल सेना के िगीकरण की दशमलि प्रणाली को सल्िनिकालीन सैन्य व्यिस्र्ा का आधार बनाया गया | The decimal
system of classification of the Mongol army formed the basis of the Sultanate military system.
3) सल्िनि काल में बारूद की सहायिा से गोला फेंकने िाली मशीन को 'मंगलीक' िर्ा अराथ द कहा जािा र्ा | In the Sultanate
period, the ammunition-fired machine was called 'Manglik' and Arrad.
4) अलाउद्दीन वखलजी ने इक्ता प्रर्ा को समाप्त वकया र्ा | Alauddin Khilji ended Iqta system
5) इक्ता प्रर्ा की दुबारा शुरुआि वफरोज िुगलक ने की र्ी | Feroz Tughlaq started the practice of Iqta again
6) सल्िनि काल में अच्छी नस्ल के घोडे िुकी, अरब एिं रूस से माँगाए जािे र्े | In the Sultanate period, good breed horses
were sourced from Turkey, Arabia and Russia.
7) हार्ी मुख्यिः बंगाल से माँगाए जािे र्े | Elephants were mainly sourced from Bengal.

367

4.8) सल्िनि कालीन िास्िुकला | Sultanate


Architecture

शासक प्रमुख कायथ


1. कुिुबुद्दीन ऐबक 1. कुिि उल इस्लाम मवस्जद वदल्ली - भारि में वनवमथि प्रर्म मवस्जद।
2. अडाई वदन का झोपडा अजमेर - इस मवस्जद की दीिार पर विग्रहराज चिुर्थ द्वारा रवचि सस्ं कृि नाटक
हररके ली के अंश उत्कीणथ है। ( यहां पहले बौद्ध मठ ि सस्ं कृि विद्यालय र्ा)
2. इल्ििु वमश 1. कुिबु मीनार, वदल्ली
2. सल्ु िान गढ़ी या नसीरुद्दीन महमूद का मकबरा, वदल्ली
3. इल्िुिवमश का मकबरा, वदल्ली - स्क्रैच शैली में वनवमथि भारि का पहला मकबरा।
4. हौज ए शमसी बदायूं

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शासक प्रमुख कायथ


3. बलबन 1. बलबन का मकबरा वदल्ली - शुद्ध इस्लामी शै ली में वनवमथि भारि का पहला मकबरा
2. लाल महल वदल्ली
1. अलाई दरिाजा वदल्ली
4. अलाउद्दीन वखलजी 2. सीरी का नगर वदल्ली
3. हजार खभ
ं ा महल वदल्ली
4. हौज ए खास वदल्ली
5. जमाि खाना मवस्जद वदल्ली

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4.9) सावहत्य ि सगं ीि | Literature and music

1. प्रशासवनक भाषा | Administrative language :- फारसी


2. प्रमुख पुस्िकें | Leading books :-
1. चचनामा - अली अहमद - अरबी भाषा - वसध
ं पर अरब आक्रमण की जानकारी
2. िारीख ए यावमनी - महमूद गजनबी का दरबारी इविहासकार उत्बी
3. वसयासि नामा - वनजामल
ु मल्ु क िस
ु ी - इक्तादारी व्यिस्र्ा की जानकारी
4. शाहनामा - वफरदौसी (महमूद गजनबी) - शाहनामा को अफगावनस्िान का महाभारि िर्ा वफरदौसी को पूिथ का होमर
कहा जािा है।
5. िाज उल मावसर - हसन वनजामी - वदल्ली सल्िनि का प्रर्म राज्यकीय इविहास
6. िबकाि ए नावसरी - वमनहाज उस वसराज

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अमीर खुसरो | Amir Khusro

1) अबुल हसन यमीनुद्दीन अमीर खुसरो | Abul Hasan Yameenuddin Amir Khusro
2) मूल नाम | Orignal Name :- मोहम्मद हसन 1) वकरान उस सादेन | Kiran Us Saaden - खुसरो की पहली पस्ु िक
3) जन्म :- 1253 (उिर प्रदेश) 2) आवशका | Aashika - देिल रानी और अलाउद्दीन वखलजी के पुत्र
4) मृत्यु | Death :- 1325 (Delhi) वखज्र खान की प्रेम कर्ा
5) गरुु | Guru :- सफ
ू ी सिं शेख वनजामद्दु ीन औवलया 3) नूह वसवपहर | Noah Siphyar - अलाउद्दीन वखलजी के पुत्र मुबारक
6) उपावधयां | Title - िूिीए वहंद ि िुकथल्लाह शाह वखलजी का िणथन
7) वदल्ली सल्िनि के आठ सल्ु िानों का समय काल देखा 4) िारीख ए अलाई ( खजाइन उल फिहू ) | Tithi A Alai (Khazain ul
8) बलबन से लेकर मोहम्मद वबन िुगलक Fatuh) - अलाउद्दीन वखलजी के सैन्य अवभयान
9) खडी बोली, वसिार और िबला का जनक 5) िुगलकनामा | Tughlaqanama - अमीर खुसरो का अंविम ग्रंर्
10) कव्िाली के वपिा, गजल शैली के वपिा, उदूथ सावहत्य वपिा (ग्यासद्दु ीन िुगलक)

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अध्याय | Chapter - 05
विजयनगर साम्राज्य | Vijayanagar Empire (1336-1650)

सगं म िश
ं | सालिु िश
ं | िुलुि िंश | Tuluv अरािीिू िंश |
Sangam dynasty Saluva Dynasty Dynasty Aravidu dynasty

हररहर बक्ु का | सालुि नरवसहं | िीर नरवसहं | Veer विरुमल |


Harihar Bukka Saluv narsingh Narasimha Tirumal

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5.1) सगं म िंश | Sangam dynasty (1336-1485)

बुक्का हररहर देिराय


हररहर प्रर्म देिराय वद्विीय प्रौढ़ राय
प्रर्म वद्विीय प्रर्म

1. पररचय | Introduction
1) विजयनगर साम्राज्य की स्र्ापना 1336 ई. में हररहर एिं बुक्का नामक दो भाइयों ने की र्ी | The Vijayanagara Empire was
founded in 1336 AD by two brothers named Harihar and Bukka.
2) हररहर एिं बुक्का ने विजयनगर की स्र्ापना विद्यारण्य सन्ि से आशीिाथद प्राप्त कर की र्ी | Harihar and Bukka established
Vijayanagara with blessings from the school of saints.
3) हररहर एिं बुक्का ने अपने वपिा सगं म के नाम पर सगं म राजिंश की स्र्ापना की | Harihar and Bukka established the Sangam
dynasty in the name of their father Sangam.

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4) विजयनगर साम्राज्य की राजधानी हम्पी र्ी | Hampi, the capital of the Vijayanagara Empire was
5) विजयनगर साम्राज्य के खण्िहर िुंगभद्रा नदी पर वस्र्ि है | The ruins of the Vijayanagara Empire lie on the Tungabhadra
6) इसकी राजभाषा िेलगू र्ी | Its official language was Telugu.

2. प्रमुख िथ्य | Important Fact

1) बुक्का प्रर्म ने िेदमागथ प्रविष्ठाकारक की उपावध धारण की | Bukka I holds the title of Vedmarg eminent
2) हररहर वद्विीय ने सगं म शासकों में सबसे पहले महाराजावधराज उपावध धारण की र्ी | Harihar II assumed the title
Maharajadhiraja first among the Sangam rulers.
3) इटली का यात्री वनकोलो कांटी विजयनगर की यात्रा पर देिराय प्रर्म के शासन काल में आया | Italian traveler Nicolo Kanti
visited Vijayanagar during the reign of Devaraya I
4) देिराय प्रर्म ने िुंगभद्रा नदी पर एक बांध बनिाया िावक जल की कमी दूर करने के वलए नगर में नहरें ला सकें | Devaraya I built a
dam on the Tungabhadra river so that canals can be brought to the city to overcome water scarcity.

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5) सगं म िंश का सबसे प्रिापी राजा देिराय वद्विीय र्ा। इसे इमािीदेिराय भी कहा जािा र्ा | The
most powerful king of the Sangam dynasty was Devaraya II. It was also called
Imadidevaraya
6) फारसी राजदूि अब्दुल रजाक, देिराय वद्विीय भारिकाल में विजयनगर आया र्ा | Persian
Ambassador Abdul Razak, Devaray II came to Vijayanagar in India
7) एक अवभलेख में देिराय वद्विीय को जगबेटकर (हावर्यों का वशकारी) कहा गया | In one
inscription, Devaraya II was called Jagbetkar (elephant hunter).
8) देिराय वद्विीय ने सस्ं कृि ग्रंर् महानायक सध
ु ावनवध एिं ब्रह्मसत्रू पर भाष्य वलखा | Devaraya II
wrote a commentary on the Sanskrit treatise, Mahan Sudhanidhi and
Brahmasutra.

375

5.2) िुलुि िंश | Tuluv Dynasty

1) सस्ं र्ापक | Founder :- िीर नरवसहं | Veer Narasimha


2) महान शासक | Great ruler :- कृष्णदेि राय (1509-1530)
I. बाबर ने अपनी आत्मकर्ा बाबरनामा में कृष्णदेि राय को भारि का सिाथ वधक शवक्तशाली शासक बिाया | Babur in
his autobiography Baburnama described Krishnadeva Raya as the most powerful ruler of India.
II. कृष्णदेि राय के शासनकाल में पिु थगाली यात्री िोवमगोस पायस विजयनगर आया र्ा | During the reign of
Krishnadeva Raya, the Portuguese traveler Domigos Pius came to Vijayanagar
III. कृष्णदेि राय के दरबार में िेलगू सावहत्य के आठ सिथश्रेष्ठ कवि रहिे र्े, वजन्हें अष्ट वदग्गज कहा जािा र्ा |The court of
Krishnadeva Raya had eight best poets of Telugu literature, who were called Ashta luminaries.
IV. उसके शासनकाल को िेलगू सावहत्य का 'क्लावसक युग' कहा गया है | His reign has been called the 'classic era'
of Telugu literature.

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V. कृष्णदेि राय ने िेलगू में अमुक्तमाल्याद् एिं संस्कृि में जाम्बििी कै ल्याणम् की रचना की | Krishnadeva
Raya composed Akutamalyad in Telugu and Jambavati Kailyanam in Sanskrit.
VI. पांिुरंग महात्म्यम् की रचना िेनालीराम रामकृष्ण ने की र्ी | Pandurang Mahatmayam was
composed by Tenali Ram Ramakrishna
VII. नागलपुर नामक नये नगर, हजारा एिं विट्ठलस्िामी मंवदर ि विरुपाक्ष मंवदर का वनमाथण कृष्णदेि राय ने
करिाया र्ा | The new city named Nagalpur, Hazara and Vitthalaswamy Temple and
Virupaksha Temple were built by Krishnadeva Rai.
VIII. कृष्णदेि राय की मत्ृ यु 1529 ई. में हो गयी | Krishnadeva Raya died in 1529 AD.
IX. कृष्णदेि राय ने आन्ध्रभोज, अवभनि भोज, आन्ध्र वपिामह आवद उपावध धारण की र्ी | Krishnadev
Rai had assumed the title of Andhrabhoja, Abhinav Bhoja, Andhra Pitamah etc.

3) अंविम शासक | Last ruler :- सदावशि

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बन्नीहट्टी/ राक्षसी िंगडी / िावलकोटा का युद्ध | Battle


of Bannihatti / Demonic Tangdi / Talikota

• 23 जनिरी 1565

विजयनगर Vs दवक्षण सघं (बीजापुर,अहमदनगर, बीदर ि गोलकोंिा)

राम राय | Ram Rai अली आवदलशाह | Ali Adilshah

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5.3)अरािीिू िंश | Aravidu dynasty (1570-1672)

1) सस्ं र्ापक | Founder :- विरुमल


2) अंविम शासक | Last Rular :- रंग िृिीय

विजयनगर साम्राज्य का अंविम शासक | The last ruler of the Vijayanagara Empire

3) अरािीिू शासक िेंकट-II के शासनकाल में ही िोिेयार ने 1612ई. में मैसरू राज्य की स्र्ापना की र्ी | In the reign
of Aravidu ruler Venkat-II, Wodeyar in 1612 AD. The kingdom of Mysore was established in

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5.4) प्रशासन | Administration

कें द्र | Central

प्रांि (मिं ल) | Province (Division)

वजला(कोट्टम/िलनािू) | District (Kottam / Valnadu)

िहसील (मेलाग्राम) | Tehsil (Melagram)

ग्राम(ऊर) | Gram (oar)

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1) विजयनगर-कालीन सेनानायकों को नायक कहा जािा र्ा। ये िस्िुिः भूसामंि र्े, वजन्हें राजा िेिन के बदले अर्िा उनकी अधीनस्र् सेना
के रख-रखाि के वलए विशेष भू-खंि दे देिा र्ा जो अमरम् कहलािा र्ा | The Vijayanagar-era generals were called Nayaks.
These devotees were actually landlords, whom the king used to give special land for exchange or maintenance of his
subordinate army, which was called Amaram.
2) विजयनगर साम्राज्य की आय का सबसे बडा स्रोि लगान र्ा, भू-राजस्ि की दर उपज का 1/6िों भाग र्ा | Lagan was the biggest
source of income of the Vijayanagara Empire, the rate of land revenue was 1 / 6th of the yield.
3) उंबवल | Umbali :- ग्राम में विशेष सेिाओ ं के बदले दी जाने िाली लगानमुक्त भूवम की भू-धारण पद्धवि र्ी | In the village, the
landholding system of rent free land was given in lieu of special services.
4) रि कोडगे | Rutta Kodge :- युद्ध में शौयथ का प्रदशथन करनेिाले मृि लोगों के पररिार को दी गई भूवम को कहा जािा र्ा | The land
given to the family of the dead who performed valor in war was called
5) कुट्टवग | Kuttagi :- ब्राह्मण, मंवदर या बडे भूस्िामी, जो स्ियं कृवष नहीं करिे र्े, वकसानों को पट्टे पर भूवम दे देिे र्े, Brahmins, temples
or big landlords who did not do agriculture themselves, leased land to the farmers, such land was called Kuttagi.

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6) विजयनगर में दास-प्रर्ा प्रचवलि र्ी। मनुष्यों के क्रय-विक्रय को िैस-िग कहा जािा र्ा | Slave practice was prevalent in
Vijayanagar. The buying and selling of humans was called Vais-Vag
7) मवं दरों में रहनेिाली वस्त्रयों को देिदासी कहा जािा र्ा । इनको आजीविका के वलए भूवम या वनयवमि िेिन वदया जािा र्ा | The
women residing in the temples were called Devadasi. They were given land or regular salary for livelihood.
8) विजयनगर की मुद्रा पेगोिा िर्ा बहमनी राज्य की मुद्रा हूण र्ी | The currency of Vijayanagar was Pagoda and the
currency of the Bahmani kingdom was Hun.
9) व्यापारी | Merchant - चेट्टी | Chetti

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आयंगर व्यिस्र्ा | Iyengar arrangement

1. प्रशासन को सुचारु रूप से संचावलि करने के वलए प्रत्येक ग्राम को एक स्ििंत्र इकाई के रूप में संगवठि वकया गया र्ा | Each village was
organized as an independent unit to run the administration smoothly.
2. इन ग्रामीण इकाइयों पर शासन हेिु बारह प्रशासकीय अवधकाररयों की वनयुवक्त की जािी र्ी | Twelve administrative officers were
appointed to govern these rural units.
3. वजनको सामूवहक रूप से आयंगर कहा जािा र्ा | Who were collectively called Iyengar
4. ये अिैिवनक होिे र्े। इनकी सेिाओ ं के बदले सरकार इन्हें पूणथिः लगानमुक्त ि करमुक्त भूवम प्रदान करिी र्ी | They were unpaid. In
exchange for their services, the government used to provide them land completely tax free and tax free.
5. इनका पद आनुिंवशक होिा र्ा। िह इस पद को बेच या वगरिी रख सकिा र्ा | His designation was genetic. He could sell or mortgage
this position
6. ग्राम-स्िर की कोई भी सम्पवि इन अवधकाररयों की इजाजि के बगैर न िो बेची जा सकिी र्ी और न ही दान में दी जा सकिी र्ी | No village-
level property could be sold or donated without the permission of these officials.

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अध्याय | Chapter - 06
बहमनी राज्य | Bahmani Kingdom (1347-1527)

6.1) पररचय | Introduction

1. सस्ं र्ापक | Founder - मोहम्मद वबन िुगलक के शासन


काल में 1347 में हसनगगं ू / अलाउद्दीन हसन / बहमन शाह /
जफर खान
2. राजधानी | Capital - गुलबगथ | Gulberg
3. राजभाषा | Official language - मराठी | Marathi

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6.2) िथ्य | Fact

1) फिुह-उस-सलािीन का लेखक इसामी | Author of Fatuh-us-Salatin


2) अलाउद्दीन हसन के पश्चाि उसका पुत्र मुहम्मदशाह प्रर्म सल्ु िान बना। इसके काल में ही सबसे पहले बारूद का प्रयोग (बुक्का के विरुद्ध)
हुआ | After Alauddin Hasan, his son Muhammad Shah became the first Sultan. It was during this period that
gunpowder was first used (against Bukka).
3) चौल और दभोल इसके समय के प्रमुख बन्दरगाह र्े | Chaul and Dabhol were the major ports of its time.
4) मुहम्मद-III के शासनकाल में 'ख्िाजा जहााँ की उपावध से महमूद गिााँ (ईरानी) को प्रधानमत्रं ी वनयुक्त वकया गया | During the reign of
Muhammad-III, Mahmud Gawan (Irani) was appointed Prime Minister with the title of 'Khwaja Jahan'
5) 1470 ई. में रूसी यात्री वनवकिन बहमनी साम्राज्य (बीदर) की यात्रा पर आया। इस समय बहमनी राज्य पर मुहम्मद-III का शासन र्ा | In
1470 AD, the Russian traveler Nikitan visited the Bahmani kingdom (Bidar). At this time, the Bahmani kingdom
was ruled by Muhammad-III.

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▪ कलीमउल्लाह बहमनी िंश का अंविम शासक र्ा। इसकी मृत्यु समय बहमनी राज्य पााँच स्ििंत्र राज्यों में बाँट गया। इन स्ििंत्र राज्यों
से सबं ंवधि वििरण इस प्रकार है | Kalimullah was the last ruler of the Bahmani dynasty. At its death, the Bahmani
kingdom was divided into five independent states. The details related to these independent states are as
follows-
क्र. िंश सस्ं र्ापक स्र्ापना िषथ
1. बीजापुर आवदलशाही युसफ
ु आवदल शाह 1489 ई.
2. अहमदनगर वनजामशाही मवलक अहमद 1490 ई.
3. बरार इमादशाही फिेहउल्लाह 1490 ई.
इमादशाह
4. गोलकुण्िा कुिुबशाही कुलीकुिुबशाह 1512 ई.
5. बीदर बरीदशाही अमीर अली बरीद 1526 ई.

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अध्याय | Chapter - 07
स्ििंत्र प्रांिीय राज्य | Independent provincial state

7.1) जौनपुर | Jaunpur

➢ जौनपरु की स्र्ापना वफरोजशाह िगु लक ने अपने भाई जूना खााँ या महु म्मद वबन
िुगलक की स्मृवि में की र्ी। जौनपुर में स्ििंत्र शकी राजिंश की स्र्ापना मवलक
सरिर (ख्िाजा जहान) ने की र्ी | Jaunpur was founded by Ferozeshah
Tughlaq in memory of his brother Juna Khan or Muhammad bin
Tughlaq. Malik Sarwar (Khwaja Jahan), an independent Sharki
dynasty was founded in Jeonpur.

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3. जौनपुर के अन्य प्रमुख शासक र्े | Other prominent rulers of Jaunpur were
I. मुबारकशाह (1399-1402 ई.)ं
II. शम्सद्दु ीन इब्रावहमशाह (1402-1436 ई.),
III. महमूद शाह (1436-51ई.)
IV. अंविम शासक :- हुसैनशाह (1458-1500 ई.)
4. लगभग 75 िषथ िक स्ििंत्र रहने के बाद जौनपुर पर बहलोल लोदी ने कब्जा कर वलया | After remaining independent for nearly
75 years, Jahanpur was captured by Bahlol Lodi.
5. इब्रावहम शाह के समय जौनपरु में सावहत्य और स्र्ापत्य कला के विकास के कारण जौनपरु को भारि के वसराज के नाम से जाना जािा
है

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7.2) बगं ाल | Bengal

1. बवख्ियार वखलजी ने बंगाल को वदल्ली सल्िनि में वमलाया र्ा।


2. मोहम्मद वबन िुगलक के काल में 1338 में बंगाल को एक स्िित्रं राज्य मुबारक शाह ने
बनाया।
3. वसकंदर शाह ने अदीना मवस्जद का वनमाथण करिाया।
4. जलालुद्दीन के शासनकाल में कृवि िास ने बांग्ला भाषा में रामायण का अनुिाद
वकया।
5. बंगाल शासक अलाउद्दीन हुसैन शाह चै िन्य महाप्रभु का समकालीन र्ा।
6. बाबर के आक्रमण के समय बगं ाल का शासक नुसरि शाह र्ा
7. नुसरि शाह की चचाथ िुजुक ए बाबरी में की गई है।

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7.3) मालिा | Malwa

महमूद वगयासद्दु ीन नावसरुद्दीन महमूद शाह


वदलािर खां हुसगं शाह
वखलजी वखलजी वखलजी वद्विीय

1. सस्ं र्ापक | Founder :- वदलािर खां ने नसीरूद्दीन महमूद िुगलक(िैमूर लंग आक्रमण) के शासन काल में स्ििंत्र | Dilawar Khan
independent during the rule of Nasiruddin Mahmud Tughlaq (Timur Lung invasion)
2. हुसगं शाह(अल्प खां) | Husang Shah (Alp Khan)
I. 1405 में मालिा का शासक | Ruler of Malwa in 1405
II. राजधानी स्र्ानांिरण | Capital transfer - धार से मांिू | Dhar to Mandu
III. िास्िुकला | Architectural Art :- मांिू का वकला, वहंिोला भिन, जामा मवस्जद, हुसगं शाह का मकबरा( मप्र के
िाजमहल)
IV. होशंगाबाद की स्र्ापना | Establishment of Hoshangabad

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4) हुसगं शाह के िजीर महमदू शाह ने मालिा में वखलजी िश


ं की स्र्ापना की | Wazir Mahmud Shah of Husang Shah
established the Khilji dynasty in Malwa.
5) महमूद वखलजी मेिाड के शासक राणा कुंभा का समकालीन र्ा | Mahmud Khilji was a contemporary of Rana
Kumbha, the ruler of Mewar.
I. दोनों के मध्य युद्ध | War between the two
II. राणा कंु भा :- वचिौड में विजय कीविथ स्िभ
ं | Vijay Kirti Pillar in Chittor
III. महमूद वखलजी | Mahmud Khilji :- साि मंवजला स्िम्भ(मांिू) | seven storey column (Mandu)
6) अन्य िथ्य | Other facts
I. मांिू का जहाज महल | Ship Palace of Mandu :- गयासद्दु ीन वखलजी | Gayasuddin Khilji
II. बाज बहादुर और रूपमिी महल :- नसरुद्दीन शाह Nasruddin shah
7) गुजराि के शासक बहादुर शाह ने महमूद शाह वद्विीय को हराकर मालिा को गुजराि में वमलाया | Bahadur Shah, the ruler of
Gujarat defeated Mahmud Shah II and annexed Malwa to Gujarat.

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7.4) मेिाड | Mewar

1. अलाउद्दीन वखलजी ने 1303 ई. में मेिाड के गुवहलौि राजिंश के रत्नवसहं को परावजि कर मेिाड को वदल्ली सल्िनि में वमला वलया
| Alauddin Khilji defeated Ratnasinh of Guhilaut dynasty of Mewar in 1303 AD and annexed Mewar to Delhi
Sultanate.
2. गुवहलौि िंश की एक शाखा वससोवदया िंश के हम्मीरदेि ने मुहम्मद िुगलक को हराकर पूरे मेिाड को स्ििंत्र करा वलया |
Hammirdev of the Sisodia dynasty, a branch of the Guhilaut dynasty, defeated Muhammad Tughlaq and
liberated the whole of Mewar.
3. राणा कुम्भा ने 1448ई. में वचिौड में एक विजय-स्िंभ की स्र्ापना की | Rana Kumbha in 1448 AD Established a Victory
Pillar in Chittor
4. खानिा का युद्ध 1527 ई. में राणा सॉ ाँगा एिं बाबर के बीच हुआा, वजसमें बाबर विजयी हुआ | The battle of Khanwa took
place between Rana Songa and Babur in 1527 AD, in which Babur emerged victorious.

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5. 1576 ई. में हल्दीघाटी का युद्ध राणा प्रिाप एिं अकबर के बीच हुआ, वजसमें अकबर विजयी हुआ | The battle of Haldighati
took place between Rana Pratap and Akbar in 1576 AD, in which Akbar emerged victorious.
6. मेिाड की राजधानी वचिौडगढ़ र्ी ।
7. जहााँगीर ने मेिाड को मुगल साम्राज्य में वमला वलया | The capital of Mewar was Chittorgarh. Jahangir annexed
Mewar into the Mughal Empire.

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अध्याय | Chapter - 08
सफ
ू ी आदं ोलन | Sufi Movement

8.1) पररचय | Introduction

1) अरबी शब्द सूफ (ऊनी िस्त्र) | Arabic word Suf (Woolen) सूफी | Sufi

इस्लाम के उदारिादी, रहस्यिादी ि संगीिमय प्रचारक | Liberal mystics and musical propagandists of Islam
2) 9िीं सदी में बसरा(इराक) में सूफी मि का आरम्भ | Sufism started in Basra (Iraq) in the 9th century.

भारि में प्रर्म सफ


ू ी सिं | First Sufi Saint in India :- शेख अली हुजविरर (गजनबी) | Sheikh Ali Hujwiri (Ghaznabi)

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3) रावबया | Rabia :- प्रर्म मवहला सफ


ू ी सिं | First Lady Sufi Saint
4) शब्दािली | Glossary :-
▪ पीर (गुरु) | Pir (Guru)
▪ मुरीद(वशष्य) | Murid (disciple)
▪ महदी(मशीहा) | Mahdi (Messiah)
▪ खानकाह (सूफी संि का वनिास स्र्ल) | Khanqah (abode of Sufi saint)
5) सफ
ू ी मि का विभाजन | Division of Sufism :-

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सूफी सम्प्रदाय सूफी संिों द्वारा उदूथ भाषा का जन्म

बा-शरा (इस्लामी कानून के समर्थक) बे-शरा (इस्लामी काननू से मुक्त)

वचश्िी वसलवसला नक्शबंदी वसलवसला सुहरािदी वसलवसला कावदरी वसलवसला

भारिीय संस्र्ापक संस्र्ापक - ख्िाजा संस्र्ापक- शहाबद्दु ीन शेख अब्दुल कावदर


ख़्िाजा मुइनुहीन वचश्िी बहाउद्दीन सुहरािदी वजलानी

दवक्षण भारि उिर भारि

बुहरहान (हीन गरीब)


ख्िाजा बाबा फरीद हजरि वनजामुद्दीन हजरि अलाउद्दीन नावसरूद्दीन
गेसूदराज औवलया (फरीद के वशष्य) सावबर वचराग-ए- देहलिी
बवख्ियार काकी

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8.2) वचश्िी मि | Chishti

1) पररचय | Introduction

1) संस्र्ापक | Founder - ख्िाजा उस्मान हारुनी के वशष्य ख्िाजा मोइनुद्दीन वचश्िी (मोहम्मद गौरी) | Khwaja Moinuddin Chishti
(Mohammad Gauri), a disciple of Khwaja Osman Haruni.
2) कें द्र | Center :- अजमेर (ख्िाजा मोइनुद्दीन की दरगाह) | Ajmer (Khwaja Moinuddin Dargah)
3) प्रमुख संि :-
1) वनजामुद्दीन औवलया | Nizamuddin Auliya
2) बाबा फरीद (बवख्ियार काकी के वशष्य)
3) बवख्ियार काकी | Bakhtiyar Kaki
4) शेख बुरहानुद्दीन गरीब | Sheikh Burhanuddin Garib

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2) अन्य िथ्य | Other facts

I. कुिुबुद्दीन बवख्ियार काकी | Qutubuddin Bakhtiar Kaki कुिुबमीनार | Qutub Minar

मुरीद | Murid
1) गुरु ग्रंर् सावहब में शावमल | Included in Guru Granth
II. बाबा फरीद(फरीउद्दीन) | Baba Farid (Fariuddin) Sahib
2) वशष्य | Pupil :- वनजामुद्दीन औवलया िर्ा अलाउद्दीन सावबर |
III. वनजामुद्दीन औवलया | Nizamuddin Auliya :- Nizamuddin Auliya and Alauddin Sabir
1) जन्म | Birth :- बदायूं (1236)
2) 7 सल्ु िानों का काल देखा | Saw the period of 7 sultans
3) वशष्य | Pupil :- शेख सलीम वचश्िी, अमीर खुसरो, अमीर हसन।
4) दरगाह | Dargah - वदल्ली (मोहम्मद वबन िुगलक द्वारा)

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III. दवक्षण भारि में सफ


ू ीिाद | Sufism in South India - शे ख बुरहानुद्दीन गरीब( दौलिाबाद) | Sheikh Burhanuddin Garib
(Daulatabad)
IV. शेख सलीम वचश्िी | Sheikh Salim Chishti :-
1) वचश्िी सप्रं दाय के अंविम प्रमुख सिं | Last major saint of Chishti sect
2) अकबर के समकालीन | Contemporary of akbar
3) दरगाह - फिेहपुर सीकरी | Dargah - Fatehpur Sikri

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8.3) सहु रािदी सप्रं दाय | Suhrawardy

1) संस्र्ापक | Founder - शेख वशहाबुद्दीन सुहरािदी | Sheikh Shihabuddin Suhrawardy


2) कें द्र | Center :- वसंध ि मुल्िान
3) प्रमुख सिं | Chief saint :-
I. जलालुद्दीन िबरीजी | Jalaluddin Tabriji
II. सैय्यद सुखथ जोश | Syed headlines
III. बुरहान | Burhan
4) वचश्िी के विपरीि, भव्य ि राजकीय संरक्षण | Grand and state patronage
5) वफरोज िुगलक ने सैयद जलालुद्दीन को शेख उल इस्लाम (प्रधान काज़ी) बनाया | Firoz Tughlaq made Syed Jalaluddin Sheikh ul
Islam (Head Qazi)

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8.4) अन्य िथ्य | Other facts

1) वशख अब्दुल्ला सिारी ने सिारी वसलवसले की स्र्ापना की र्ी इसका मख्


ु य के न्द्र वबहार र्ा | Sikh Abdullah Sattari founded
Sattari Silsila, its main center was Bihar.
2) कादरी धमथसघं या वसलवसला की स्र्ापना सैय्यद अबुल कावदर अल वजलानी ने बगदाद में की र्ी। भारि में इस वसलवसला के
प्रििथक मुहम्मद गौस र्े इस वसलवसले के अनुयायी गाने बजाने के विरोधी र्े ये लोग वशया मि के विरुद्ध र्े | The Qadri
Dharmasangha or Silsila was founded by Syed Abul Qadir Al Jilani in Baghdad. In India, the founder of this
series was Muhammad Gaus, the followers of this series were opposed to playing songs, these people were
against the Shia faith.
3) राजकुमार दारा (शाहजहााँ का ज्येष्ठ पुत्र) कावदरी वसलवसला के मुल्लाशाह का वशष्य र्ा | Prince Dara (eldest son of Shah
Jahan) was a disciple of Mullahah of Kadiri Silsila.

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4) नक्शबदं ी वसलवसला | Nakshabandee Silasila :- सबसे कट्टर सफ


ू ी वसलवसला | The most hardcore Sufi series

I. संस्र्ापक | Founder :- ख्िाजा बहाउद्दीन | Khwaja Bahauddin


II. भारि - ख्िाजा बाकी वबल्लाह | Bharat - Khwaja Baqi Billah
III. संगीि के विरोधी | Music antagonist
IV. अनुयायी | Followers बाबर | Babar And औरंगजेब | Babur and Aurangzeb
गुरु | Master गुरु | Master

अहरार | Ahrar शेख मासूम | Sheikh Masoom


V. शेख अहमद सरवहंदी ने अकबर के दीन ए इलाही का विरोध वकया | Sheikh Ahmed Sirhindi opposes Deen e Ilahi of
Akbar.

5) सगं ीि के विकास में महु म्मद गौस का योगदान वनणाथयक रहा प्रवसद्ध सगं ीिज्ञ िानसेन इन्हीं के वशष्य र्े उनसे ही िानसेन ने ईरानी सगं ीि
की वशक्षा प्राप्त की र्ी।

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अध्याय | Chapter - 09
भवक्त आदं ोलन | Bhakti Movement

8.1) पररचय | Introduction


1) भवक्त का प्रर्म उल्लेख | First mention of devotion - श्वेिांबर उपवनषद | Shwetambar Upanishad
2) वहंदू धमथ ि समाज सध
ु ार हेिु मध्यकाल का धावमथक आदं ोलन | Religious movement of medieval period for Hinduism and
social reform
3) भवक्त आंदोलन | Bhakti Movement

दवक्षण भारि | South India उिर भारि | North India


(6िीं सदी | 6th century) (13िीं सदी | 13th century)

अलिार ि नयनार संि | Alwar and Nayanar Saints सगुण और वनगथुण संि | Saguna and nirguna saint

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8.2) भवक्त आदं ोलन की विशेषिाएं |


Features of Bhakti Movement

1) एके श्वरिाद | Monotheism


2) बाह्य आिम्बरो का विरोध | Opposition of external
pageantry
3) िणथ व्यिस्र्ा का विरोध Opposition of Varna system
4) मानि सेिा पर बल | Emphasis on human service
5) स्र्ानीय भाषाओ ं में उपदेश | Preaching in local languages
6) गरुु के महत्ि में िवृ द्ध | Increase in importance of Guru
7) आस्र्ा और भवक्त पर बल | Emphasis on faith and
devotion

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2) दवक्षण भारि में भवक्त आदं ोलन | Bhakti Movement in South India

1) भारि में भवक्त आंदोलन का आरंभ दवक्षण भारि में हुआ | Bhakti movement in India started in South India
2) भावक्त आन्दोलन का विकास 12 अलिार िैष्णि सिं ों और 63 नयनार शै ि सिं ों ने वकया | The Bhakti movement was developed
by twelve Alwar Vaishnava saints and thirty-three Nayanar Shaiva saints.
3) शैि नयनार और िैष्णि अलिार जैवनयों और बौद्धों के अपररंग्रह को अस्िीकार का ईश्वर के प्रवि व्यवक्तगि भवक्त को ही मुवक्त का मागथ
बिािे र्े | Shaiv Nayanar and Vaishnav alvars used to reject the aparigrah of Jains and Buddhists as their
personal devotion to God as the path to salvation.
4) शै ि सिं अप्पार ने पल्लि राजा महेन्द्रिमथन को शैिधमथ स्िीकार करिाया | Shaivite saint Appar got Pallava king
Mahendravarman to accept Shaivism

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5) िैष्णि सिं र्े जो महाराष्र में लोकवप्रय हुए। िे भगिान विठोबा के भक्त र्े। विठोबा पर्
ं के सिं और उनके अनयु ायी िरकरी या
िीर्थयात्री-पंर् कहलािे र्े, क्योंवक हर िषथ पंढरपुर की िीर्थयात्रा पर जािे र्े | Vaishnavas were saints who became popular in
Maharashtra. He was a devotee of Lord Vithoba. The saints of the Vithoba Panth and their followers were
called Varkari or Pilgrimage Cult, as they used to go on a pilgrimage to Pandharpur every year.
6) भवक्त आन्दोलन को दवक्षण भारि से उिर भारि में रामानन्द के द्वारा लाया गया | The Bhakti movement was brought from
South India to North India by Ramanand
7) दवक्षण भारि के प्रमुख सिं - शंकराचायथ, रामानुजाचायथ, मध्िाचायथ, वनम्बाकाथचायथ, िल्लभाचायथ। | Major saints of South India -
Shankaracharya, Ramanujacharya, Madhvacharya, Nimbarkacharya, Vallabhacharya.

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1) शंकराचायथ | Shankaracharya
1) वहंदू धमथ के प्रर्म सध
ु ारक (शक
ं र के अििार) | First reformer of Hinduism (incarnation of Shankar)
2) जन्म | Birth :- 788 (के रल)
3) मृत्यु | Death :- 820 (के दारनार्)
4) बौद्ध धमथ की महायान शाखा से प्रभाविि प्रच्छन्न बुद्ध | Disguised Buddha influenced by Mahayana branch of Buddhism
5) नमथदा नदी के िट पर ओम्कारेश्वर नामक स्र्ान पर गुरु गोविंद जी योगी द्वारा दीक्षा | Initiation by Guru Govind Ji Yogi at a place
called Omkareshwar on the banks of river Narmada
I. अद्वैििाद | Monotheism
II. वनगथुण | Nirgun
6) वसद्धांि | Principle III. स्मृवि सम्प्रदाय | Memory community
IV. पंचायिन पूजा(विष्णु, शुक्र, शवक्त, सूयथ ि गणपवि)
V. मायािाद (जगि वमथ्या है) | Mayavad (world is false)

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7) प्रमुख कायथ | Main work :-


▪ प्रस्र्ानत्रयी (उपवनषद, भगिि गीिा ि ब्रह्मासूत्र) पर टीका | Commentary on the departure (Upanishad, Bhagavad Gita
and Brahmasutra)
▪ चार वदशाओ ं में चार मठों की स्र्ापना | Establishment of four monasteries in four directions

ज्योविष मठ(बद्रीनार्, उिराखंि)


श्रगंृ ेरी मठ (मैसरू , कनाथटक)

गोिधथन मठ (पुरी, उडीसा)

शारदा मठ(द्वारका, गुजराि)

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2) रामानुजाचायथ | Ramanujacharya

1) भवक्त आंदोलन के प्रर्म संि(विष्णु अििार) | First saint of the Bhakti movement (Vishnu avatar)
2) जन्म | Birth :- पेरुरम्बर, मद्रास(1017)
3) गुरु | Guru :- यादि प्रकाश
1) सगुण | Sagun

4) वसद्धांि | Principle 2) विवशष्टाद्वैििाद | Vishishtadvaita (मायािाद का खंिन)


3) सम्प्रदाय | Community - श्री सम्प्रदाय | Sri Sampradaya

विवशष्टाद्वैििाद - इसके अनुसार यद्यवप जगि् और जीिात्मा दोनों कायथिः ब्रह्म से वभन्न हैं वफर भी िे ब्रह्म से ही उदभूि हैं
और ब्रह्म से उसका उसी प्रकार का सबं ध
ं है जैसा वक वकरणों का सयू थ से है, अिः ब्रह्म एक होने पर भी अनेक हैं |
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3. रामानंद | Ramanand
1) भवक्त आंदोलन को दवक्षण भारि से उिर भारि लाने का श्रेय | Credit for bringing Bhakti movement from South India to
North India
2) जन्म | Birth :- 1299 प्रयाग
3) राम और सीिा के उपासक | Worshipers of Ram and Sita
4) 12 वशष्य | 12 disciples –
1) रैदास
2) कबीर
3) पद्माििी
4) सरु सी
5) धन्ना
6) सेना, पीपा
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4. कबीर दास | Kabir Das

1) वनगथण
ु सिं
2) जन्म | Birth :- 1440 िाराणसी
3) मृत्यु | Death :- 1510 मगहर
4) वसकंदर लोदी के समकालीन | Contemporary of Alexander Lodi
5) वशष्यों ने उनकी िावणयों का सग्रं ह है बीजक नाम के ग्रंर् में वकया - वजसके िीन
भाग हैं – साखी, सबद रमैनी | The disciples have a collection of their works
in a book named Bijak - which has three parts, Sakhi Sabad Ramani,
6) इनकी भाषा वमवश्रि भाषा है | Their language is mixed language
• ब्रजभाषा अिधी और राजस्र्ान | Brajbhasha Awadhi and
Rajasthan

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5. दादू दयाल | Dadu Dayal

1) जन्म | Birth :- गुजराि, अहमदाबाद | Gujarat, Ahmedabad


2) कबीर के अनुयाई | Followers of Kabir
3) ब्रह्मा सप्रं दाय की स्र्ापना | Establishment of Brahma sect
4) अकबर ने फिेहपरु सीकरी बल
ु ाया | Akbar called Fatehpur Sikri
5) वनपख नामक आंदोलन की शुरुआि | The beginning of the movement called Nipakh
6) प्रमुख वशष्य | Major pupil - सदुं र दास | Beautiful slave

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6. मीराबाई | Meera Bai

1) जन्म | Birth :- 1498 (मेडिा वजला चौकरी गांि | Merta District Chaukri Village)
2) मृत्यु | Death :- 1546,
3) वपिा | Father :- रिन वसहं राठौर
4) पवि | Husband :- भोजराज
5) कृष्ण की उपासक | Worshiper of krishna

7. रैदास | Raidas

1) रामानदं के 12 वशष्यो में से एक | One of the 12 disciples of Ramanand


2) राय दासी सप्रं दाय | Rai Maid sect
3) मीराबाई के गुरु | Mirabai's Guru

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8. िुलसीदास | Tulsidas
1) जन्म | Birth :- 1532 (राजापुर गांि बांदा वजला उिर प्रदेश)
2) अकबर और मेिाड के शासक राणा प्रिाप के समकालीन | Contemporaries of Akbar and Mewar
ruler Rana Pratap
3) प्रमुख रचनाएं | Major compositions
1) रामचररिमानस | Ramcharitmanas
2) दोहािली | Dohavali
3) कवििािली | Kavitaavalee
4) पािथिी वििाह | Paarvatee vivaah
5) सीिा वििाह | Seeta vivaah
6) विनय पवत्रका | Vinay patrika
7) हनुमान चालीसा | Hanumaan chaaleesa

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9. सरू दास | Surdas

1) जन्म | Birth :- 1478 (उिर प्रदेश)


2) िल्लभाचायथ के वशष्य | Disciples of Vallabhacharya
3) पवु ष्टमागथ का जहाज
4) प्रमुख रचनाएं | Major compositions :-
I. सरू सागर | Sursagar
II. सावहत्य लहरी | Saahity laharee
III. सरू सरािली | Sursaravali

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10. चैिन्य महाप्रभु | Chaitanya Mahaprabhu

1) बंगाल में भवक्त आंदोलन के प्रििथक | Promoter of Bhakti movement in Bengal


2) कृष्ण भवक्त | Krishna Bhakti
3) चैिन्य ने मवू िथ पज
ू ा अििारिाद को महत्ि वदया | Chaitanya gave importance to idol worship
avatarism
4) गोसाई सघं की स्र्ापना और सक
ं ीिथन प्रर्ा के जन्मदािा | Founder of Gosai Sangh and the
originator of Sankirtan system
5) दशथन | Philosophy –
1) अवचन्त्य
2) भेदाभेदिाद

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अध्याय | Chapter - 10
मुगल साम्राज्य | Mughal Empire (1526-1857)

बहादुर शाह
बाबर हुमायूं अकबर जहांगीर शाहजहां औरंगजे ब
जफर

1) पररचय | Introduction

1) िैमूर लंग ने मध्य एवशया विशाल में साम्राज्य | Timur lang empire in central asia huge

पिू ी ईरान (सफ़िी िश


ं ) पवश्चम ईरान (ओटोमन िश
ं ) मध्य एवशया/रांस ऑवक्सयाना (उजबेग िंश)
Eastern Iran (Safawi Dynasty) West Iran (Ottoman Dynasty) Central Asia / Trans Oxiana

फरगना - बाबर

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I. िुकी (चगिाई शाखा) | Turkey (Chagatai Branch)


2) मगु ल | Mughal
II. सन्ु नी मुवस्लम | Sunni Muslim

2) मगु ल | Mughal :- पद -पादशाही | Pad-paadashaahee बादशाह | Baadashaah

2) जहीरूद्दीन महु म्मद बाबर | Zahiruddin Muhammad Babar


(1526-1530)

2.1) पररचय | Introduction

1. मुगल िंश का सस्ं र्ापक | Founder of Mughal dynasty

वपिा | Father :- उमर शेख (िैमरू )


2. जन्म | Birth :- फरिरी 1483, फरगना
मािा| Mother :- कुिलुग खानम (चंगेज खां)

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1. गाजी (खानिा युद्ध) | Ghazi (Khanwa war)


2. वमजाथ | Mirza
3. उपावधयां | Titles
3. बादशाह | Baadashaah
4. कलंदर ि खाकान (पानीपि) | Kalandar and Khakan (Panipat)

4. आत्मकर्ा | Autobiography :- िज
ु क
ु -ए-बाबरी/ बाबरनामा (िक
ु ी भाषा) | Tujuk-e-Babri / Baburnama (Turkish language)

5. समकालीन भारिीय शासक | Contemporary indian ruler :-

I. विजयनगर कृष्णदेिराय
II. वदल्ली इब्रावहम लोदी
III. मालिा महमूदशाह वद्विीय
IV. मेिाड राणा सांगा
V. बंगाल नुसरि शाह
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6. प्रारंवभक युद्ध | Early war :-

6.1) सर-ए-पुल (अफगावनस्िान) का युद्ध (1501) | Battle of Sar-e-Pul (Afghanistan) (1501)

बाबर | Babar उजबेग शासक शै िानी खां | Uzbeg


ruler Shaivani Khan

समरकंद हार गया ि 1504 में काबुल युद्ध में िुलगामा पद्धवि का प्रयोग | Use
पर अवधकार | Samarkand was of Tulagama method in war
defeated and captured Kabul in
1504

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2.2) बाबर का भारि आगमन | Babur's arrival in India


▪ बाबर ने भारि पर 5 बार आक्रमण वकया | Babur attacked India 5 times
I. प्रर्म | First :- 1519 में यूसफ
ु -जाई जावि के विरुद्ध | Against Yusuf-Jai caste in 1519
II. पांचिा | Fifth :- 1526 में पानीपि का प्रर्म युद्ध | First Battle of Panipat in 1526

1. पवश्चम एवशया के प्रविकूल पररवस्र्वियां | Adverse conditions of west asia


कारण | Reason 2. काबुल से कम आय | Low income from Kabul
3. भारि में कें द्रीय शवक्त का अभाि| Lack of central power in India
युद्ध िषथ पक्ष पररणाम
पानीपि का प्रर्म युद्ध 21 अप्रैल, 1526 इब्रावहम लोदी ि बाबर बाबर विजयी
खानिा का युद्ध 17 माचथ, 1527 राणा सााँगा एिं बाबर बाबर विजयी
चन्देरी का युद्ध 29 जन., 1528 मेदनी राय एिं बाबर बाबर विजयी
घाघरा का युद्ध 6 मई, 1529 अफगानों एिं बाबर बाबर विजयी

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युद्ध सबं ंवधि व्यवक्त िथ्य


1. भेरा का युद्ध (1519) यूसफ
ु जाई जावि पहली बार िोप का प्रयोग

2. पानीपि का प्रर्म युद्ध - 21 इब्रावहम लोदी (पहला सल्ु िान जो 1. पहली बार िुगलमा पद्धवि का प्रयोग
अप्रैल 1526 (हररयाणा) युद्ध भूवम में मारा गया) 2. िोपची - उस्िाद अली ि मुस्िफा
3. िोपों हेिु उस्मानी/रूमी पद्धवि का प्रयोग
4. युद्ध के बाद कलंदर ि खाकान की उपावध
5. मवु स्लम व्यापाररयों को िमगा कर से मुवक्त
6. ग्िावलयर नरेश विक्रमजीि की मौि (हुमायूं ने कोवहनूर हीरा
प्राप्त वकया )
7. जीि का श्रेय :- घुडसिार िीरंदाज

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3. खानिा का युद्ध (17 माचथ मेिाड के राणा सांगा 1. युद्ध जीिने हेिु वजहाद का नारा
1527 आगरा, UP) 2. गाजी की उपावध

4. चंदेरी का युद्ध (जनिरी मेदनीराय 1. वस्त्रयों का जौहर


1528) 2. शेरशाह बाबर की ओर से लडा

5. घाघरा का युद्ध (मई, 1529) अफगान (महमूद लोदी) 1. जल ि र्ल में लडा
2. बगं ाल के शासक नस
ु रि शाह सवं ध

प्रारंवभक कब्र :- आगरा (आरामबाग)


मृत्यु | Death :- 26 वदसबं र 1530, आगरा
िास्िविक :- काबुल( पत्नी मुबारक यूसफ
ु जई)

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2.3) बाबर | Babar : अन्य िथ्य | Other facts


➢ 1. सावहत्य | Literature :-
I. मािृभाषा | Mother toungue :- िुकी | Turkey
II. आत्मकर्ा | Autobiography :- बाबरनामा / िुजुक ए बाबरी | Baburnama / Tuzuk A Babri

▪ फारसी अनिु ाद (पायदं ा खा ि अब्दुरहीम खानेखाना) | Persian translation


(Painda Kha and Abdurahim Khankhana)
▪ चार बाग योजना का िणथन जो बाद में अकबर ने बनाया | The description of the
Char bagh scheme which Akbar later made

III. मुबईयान नामक पद्यशैली का जन्मदािा


IV. खि-ए -बाबरी ि दीिान की रचना | Creation of Khat-e-Babari and Diwan

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2) गिनथर मीर बाकी ने अयोध्या में बाबरी मवस्जद | Governor Mir Baqi Babri
Masjid in Ayodhya
3) सफ
ू ी सिं ख्िाजा उबैदुल्ला अहरार का वशष्य | Disciple of Sufi Saint
Khwaja Ubaidullah Ahrar
4) सडक मापने हेिु | To measure the road - गज-ए-बाबरी नामक इकाई | A
unit called Gaj-e-Babri
5) कुषाण के बाद पहली बार का काबुल ि कंधार भारि का वहस्सा बने | Kabul
and Kandahar became part of India for the first time after Kushan
6) उिरावधकारी | Heir :- हुमायूं | Humayun

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3) नसीरुद्दीन मोहम्मद हुमायूं | Nasir-ud-Din Muḥammad Humayun


(1530-1556)

3.1) पररचय | Introduction


1) 29 वदसबं र 1530 मगु ल साम्राज्य का बादशाह | Emperor of the Mughal Empire
2) इससे पहले बदख्शा का सबू ेदार र्ा | Before this was the Subedar of Badaksha
I. हुमायूं :- िैमरू ी परंपरा के अनस
ु ार साम्राज्य विभाजन
II. कामरान :- काबुल, कंधार ि पंजाब | Kabul, Kandahar and Punjab
3) बाबर | Babar
III. अस्करी :- सम्भल | Sambhal
IV. वहंदाल :- अल्िर | Alwar
4) वदनपनाह नामक नगर की स्र्ापना | Establishment of a city called Dinpanah
5) ज्योविष में विश्वास | Believe in astrology :- 7 वदन, 7 रंग के कपडे | 7 days, 7 color clothes
6) अफीम का शौकीन | Poppy buff
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3.2) प्रमुख युद्ध | Major war


1531 कवलंजर प्रिाप रूद्र देि

1532 दौरा महमूद लोदी (अफगान)

1532 चुनार का प्रर्म घेरा शेर खााँ

1535 से 36 बहादुर शाह से सघं षथ


हुमायूं के प्रमुख युद्ध
जून 1539 चौसा का युद्ध
शेर खााँ
मई 1540 कन्नौज/ वबलग्राम का युद्ध

मई 1555 मच्छीबािा का युद्ध अफगान सरदार नसीब खााँ

जून 1555 सरवहंद का युद्ध सल्ु िान वसकंदर शूरी (अफगानी)


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1. चुनार का प्रर्म घेरा | The First Circle of Chunar 1532


1. चुनार (UP)

I. पूिथ भारि का प्रिेश द्वार | East India Gateway


II. र्ल मागथ ि अमीर मागथ वनयंत्रण | Land route and rich route control

बाबर बनाम अफगानी शेर खााँ | Babar vs Afghani Sher Khan


2. पररणाम :- समझौिा
I. हुमायूं की आगरा िापसी | Humayun's Agra return
II. वदल्ली में वदनपनाह नगर बनिाया | Dinappan Nagar built in Delhi
III. बहादुर शाह से सघं षथ प्रारंभ | Clash with Bahadur Shah

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2. बहादुर शाह से सघं षथ | Struggle with Bahadur Shah (1535-1536 )

1. गुजराि शासक बहादुर शाह (अफगान) | Gujarat ruler Bahadur Shah (Afghan)
2. गुजराि ब मालिा पर मुगल अवधकार | Mughal authority over Gujarat and Malwa

3. बहादुर शाह मांिू मांिू पर हुमायूं कब्जा


चंपानेर

बहादुर शाह पुिथगावलयो के सार् मारा गया

4. वकिदिं ी रानी कणाथ ििी ने हुमायूं को राखी भेजी

5. हुमायूं ने अपने भाई अस्कनी को सौंपा | Humayun handed over to his brother Askani

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3. चौसा का युद्ध - 26 जून 1539

1. चौसा (वबहार) | Chausa (Bihar)


2. कमथनाशा नदी | Karmanasha River

हुमायूं vs शेर खााँ

विजय शेरशाह की उपावध

वनजाम नामक वभश्िी ने जान बचाई चमडे का वसक्का


A Bhishti named Nizam saved his life
एक वदन का सल्ु िान

➢ नोट - यह हुमायूं की भूल र्ी | It was humayun's mistake

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4. कन्नौज / वबलग्राम का यद्ध


ु - 1540

हुमायूं+वहंदाल+अस्कनी vs शेरशाह अफगान

विजय
कई िषों िक वसध
ं में भटका
भारि में वदिीय
अफगान साम्राज्य की स्र्ापना
वहन्दाल के आध्यावत्मक
गुरु मीर अली की
पुत्री हमीदा बानो बेगम से वनकाह

ईरान के शाह के दरबार में शरण

1545 काबुल ि कंधार पर पुनः अवधकार

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3.3) मत्ृ यु ि अन्य िथ्य | Death and other facts


मृत्यु - जनिरी 1556

1) वदनपनाह भिन में पस्ु िकालय से वगरने से | Falling from the library in the fortress building

2) दफन ;- वदल्ली (हाजी बेगम द्वारा) | Delhi (by Haji Begum)

उिर भारि की िास्िश


ु ैली में नए दौर कब प्रारंभ | When will the new era begin in the architecture of North India
(सगं मरमर का गुंबद | Marble dome)
3) हुमायनूं ामा | Humayunama गल
ु बदन बेगम की रचना | Composition of Gulbadan Begum
4) हुमायूाँ के बारे में इविहासकार लेनपूल ने कहा है वक " हुमायूाँ वगरिे-पडिे इस जीिन से मुक्त हों गया ठीक उसी िरह वजस िरह िमाम
वजन्दगी िह वगरिे-पडिे चलिा रहा र्ा| Humayun was freed from this life by falling, in the same way as all his life he
kept falling. "
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4) शेरशाह सरू ी | Sher Shah Suri (1540-45)

शेरशाह इस्लामशाह वफरोज शाह मुहम्मद शाह

3.1) पररचय | Introduction : शेरशाह सरू ी | Sher Shah Suri

1) 67 िषथ की आयु में 1540 में वदल्ली में सरू िश


ं की स्र्ापना | Establishment of Sur Dynasty at Delhi at the age of
67 in 1540
2) जन्म | Birth :- 1472, जौनपुर

बचपन का नाम | Childhood name :- फरीद | Farid

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3) वपिा | Father :- सासाराम के जमींदार र्े | The landlords of Sasaram were


4) उपावधयां | Titles :-
I. शेर खां (वबहार सबू ेदार बहार खां लोहानी द्वारा) | Sher Khan (by Bihar Subedar Bahar Khan Lohani)
II. हजरिे आला | Hazards niche
III. शेरशाह (1539 चौसा यद्ध
ु के बाद) | Sher Shah (1539 after the Chausa war)
5) मृत्यु | Death :- 1545 में कावलंजर अवभयान (शासक कीरि वसहं ) के दौरान उक्का नामक यंत्र द्वारा | During the Kalinjar
expedition (ruler Kirat Singh) in 1545 by a device called Ukka.

मकबरा | Mausoleum :- सासाराम, वबहार (वहन्द ि ईरानी कला का समन्िय)

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4.2) प्रमख
ु यद्ध
ु | Major war
1. चंदेरी का युद्ध 1528 मुगलों की ओर से

2. चौसा का युद्ध 1539 हुमायूं

शे रशाह मारिाड के युद्ध में


3. वबलग्राम/कन्नौज 1540 हुमायूं
राजपूिों के शौयथ से इिनी

4. रायसीन आक्रमण 1543 शासक पूरनमल प्रभाविि हुआ वक उसने कहा- मैं
मट्ठु ी भर बाजरे के वलए लगभग
5. मारिाड 1544 मालदेि वहन्दुस्िान का साम्राज्य खो चुका
र्ा
6. कावलंजर 1545 कीरि वसहं

अंविम यद्ध

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4.3) आवर्थक सध
ु ार | Economic Reform

1) शेरशाह सरू ी आवर्थक(भू-राजस्ि) सध


ु ारों के वलए जाना जािा है | Sher Shah Suri is known for economic (land revenue)
reforms
2) सहायक | Helper :- टोिरमल(जब्िी प्रणाली) ि अहमद खा | Todarmal (seizure system) and Ahmed Kha
3) सध
ु ार | Reform :-
1) शेरशाह ने भूवम की माप के वलए 32 अंकिाला वसकन्दरी गज एिं सन की िंिी का प्रयोग वकया | Sher Shah
used 32-digit Sikandari yards and linen sticks to measure land.
2) इसने 178 ग्रेन चााँदी का रुपया ि 380 ग्रेन िााँबे के दाम चलिाया | It made the price of 178 grains of
silver and 380 grains of copper.
3) शेरशाह के समय पैदािार का लगभग 1/3 भाग सरकार लगान के रूप में िसल
ू करिी र्ी | At the time of
Sher Shah, about 1/3 of the yield was collected by the government as rent.

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4) भू राजस्ि अवधकार के िेिन हेिु जरीबाना | For salary of land revenue rights Zaribana
I. (2.5% - भूवम सिेक्षण) ि मुहवसल
ं ाना | (2.5% - Land survey) and Muhsinlana
II. (5% - कर सग्रं हकिाथ) नामक कर | (5% - tax collector)
5) मध्यस्र्ों की समावप्त | Termination of arbitrators
6) कबवू लयि ि पदाथ प्रर्ा का आरम्भ | Confession and curtain start

437

4.4) अन्य िथ्य | Other facts


1) शेरशाह ने 1541 ई. में पाटवलपुत्र को पटना के नाम से पुनः स्र्ावपि वकया | Sher Shah re-established Pataliputra as Patna in
1541 AD ,
2) इसने ग्रैंि रंक रोि की मरम्मि करिायी | It got the Grand Trunk Road repaired
3) िाक-प्रर्ा का प्रचलन शेरशाह के द्वारा ही वकया गया | Postal practice was practiced by Sher Shah
4) मवलक मुहम्मद जायसी शे रशाह के समकालीन र्े | Malik Muhammad was a contemporary of Jayasi Sher Shah
I. रोहिासगढ़ वकला | Rohtasgarh Fort
5) िास्िुकला | Architecture II. वकला ए कुहना (वदल्ली) | Qila A Kuhna (Delhi)
III. कन्नौज के पास शेरसरू नगर | Shersur Nagar nearby Kannauj
6) 1700 से ज्यादा सराय | More than 1700 inns कीनी :- इस पठान ने अपने 5 िषों में
7) हुवलया ि दाग प्रर्ा | Hull and blot system वजिना कुछ कर िाला उिना मुगल और
8) आगरा में दान का लंगर | Charity anchor in agra अंग्रेज भी ना कर सके
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4.5) हुमायूं की िापसी | Humayun's return (1540-1555)

1) हुमायूं ने शेरशाह से हारने के बाद जीिन वसध


ं में वबिाया | Humayun spent life in Sindh after losing to Sher Shah
2) 1541 :- वशया गुरु िीर बाबा दोस्ि की पुत्री हमीदा बानो बेगम (अकबर की मां) से वििाह | Married to Hamida Bano Begum
(Akbar's mother), daughter of a Shia Guru Veer Baba friend.
3) 1545 -1555 :- काबुल, पेशािर ि लाहौर पर कब्जा | Kabul, Peshawar and Lahore captured
4) मई 1555 :- अफगान सरदार नसीब खााँ से मच्छीिािा का युध्द | Battle of Machhiwara with Afghan Sardar Naseeb Khan

5) जनू 1555 :- वसकंदरशाह से सरवहदं का यद्ध


ु (बैरम) | Battle of Sirhind from Sikandarshah (Bairam)

हुमायूाँ ने पंजाब ि आगरा िक | Humayun to Punjab and Agra

6) 27 जनिरी 1556 :- दीनपनाह महल(वदल्ली) के पुस्िकालय में मृत्यु | Death in the library of Dinpanah Mahal (Delhi)

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5. जलालुद्दीन मुहम्मद अकबर | Jalaluddin


Muhammad Akbar(1556-1605)

3.1) पररचय | Introduction

1) वपिा | Father :- हुमायाँू


2) मािा | Mother :- हमीदा बानो बेगम
1) जन्म | Birth ;- 15 अक्टूबर 1542 3) स्र्ान | Place - राणा िीर साल का महल अमरकोट, वसध

4) नाम | Name :- जलाल
5) वशक्षक | Master - अब्दुल लिीफ

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2) हुमायूं की मृत्यु के समय अकबर कालानौर (पंजाब) में र्ा | Akbar was in Kalanaur (Punjab) at the time of Humayun's death

I. कालानौर में ईटं के वसहं ासन पर राज्यावभषेक (13 िषथ 4 माह) | Coronation at the throne of brick in
Kalanaur (13 years 4 months).
14 फरिरी 1556 II. सरं क्षक ि िजीर | Guardian and Wazir :- बैरम खां ( खान ए खाना) | Bairam Khan (Khan A
Khana)
III. उपावध | Title :- जलालुद्दीन मुहम्मद अकबर बादशाही गाजी | Jalaluddin Muhammad Akbar
Badshahi Ghazi

I. बैरम खां का सरं क्षण | Protection of Bairam Khan (1556-60)


3) अकबर का शासन | Akbar's rule II. माहम अनगा (पेटीकोट शासन) | Maham Anaga (Petticoat regime) (1560-62)
III. अकबर | Akbar (1562-1605)

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5.2) बैरम खा का सरंक्षण | Protection of Bairam Khan (1556-60)

1) बैरम खााँ (वशया वमिािलम्बी) 1556 से 1560 ई. िक अकबर का सरं क्षक रहा | Bairam Khan
was the patron of Akbar from 1556 to 1560 AD
2) िह बदख्शााँ का वनिासी र्ा | He was a resident of Badakhshan
3) उसे प्यार से 'खानी बाबा' कहा जािा र्ा | He was affectionately called 'Khani Baba’

I. खान बाबा(हुमायूं) | Khan Baba (Humayun)


4) उपावध | Title
II. खान-ए-खाना (अकबर) | Khan-e-Khana (Akbar)

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5) प्रमुख कायथ | Main work :- पानीपि के वद्विीय युद्ध में हेमू को हराया | Defeated Hemu in the Second War of Panipat
I. 5 निंबर 1556 को अकबर (बैरम खा) ि हेमू के मध्य | On 5 November 1556 between Akbar (Bairam Kha) and
Hemu . I. जौनपुर शासक आवदलशाह सरू का प्रधानमंत्री | Prime Minister of
Jaunpur ruler Adilshah Sur
II. हेम/ू हेमचंद्र | Hemu / Hemachandra II. विक्रमावदत्य की उपावध धारण करने िाला 14 िां ि अंविम व्यवक्त |
14th and last person to hold the title of Vikramaditya
III. वदल्ली सल्िनि का प्रधान ि अंविम वहंदू (बवनया) सम्राट |
Principal and last Hindu (Baniya) emperor of Delhi
Sultanate
6) 31 जनिरी 1561 :- पाटन नामक स्र्ान पर मुबारक खां ने बैरम खां को मारा | Mubarak Khan killed Bairam Khan at a place

अकबर ने बैरम खां की विधिा सलीमा बेगम ि बेटे अब्दुरथहीम खान-ए-खाना को सरं क्षण वदया

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5.3) पेवटकोट शासन (1560-62)

1. 1560 से 1562 िक अकबर धाय मां माहम अनगा के प्रभाि में रहा | From 1560 to 1562 Akbar remained under the
influence of his mother Maham Anaga.
2. इसे पदाथ /पेटीकोट शासन कहा गया | It was called the Parda / Petticoat regime
3. अकबर ने माहम अनगा के पुत्र आधम खां को मारा,वजसके वियोग में माहम अनगा की मृत्यु | Akbar killed Adham Khan, son of
Maham Anaga, in whose disconnection Mahm Anga died

पररणाम | Result

1562 में अकबर ने हरम दल से स्ियं को पूणथिा मुक्त वकया | In 1562, Akbar freed himself from the harem group.

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5.4) अकबर का शासन | Akbar's rule


(1562-1605)

साम्राज्य विस्िार |
Empire expansion

उिर भारि | North India दवक्षण भारि | South india

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1) उिर भारि का अवभयान | North India Campaign

Year Campaign Involvement


1561 मालिा अवभयान बाज बहादुर vs आजम खा
1562 आमेर अवभयान भारमल (वबहारीमल)
1564 गढ़कटंगा (गोंििाना) रानी दुगाथ ििी VS आसफ खान
1568 वचिौड अवभयान राणा उदय वसहं VS अकबर
1571-1573 गुजराि अवभयान मुजफ्फर खा िृिीय vs अकबर
1574-1576 वबहार ि बंगाल दाऊद खां (अफगानी) vs मुनीम खा
1576 हल्दीघाटी का युद्ध राणा प्रिाप VS मानवसहं ि आसफ खान

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2) दवक्षण भारि का अवभयान | South India campaign

प्रदेश शासक िषथ मुगल सेनापवि


1. खानदेश अली खााँ 1591 स्िेच्छा से अधीनिा स्िीकारी

2. दौलिाबाद चााँद बीबी 1599 मुराद, अब्दुरथहीम खानखाना अबुल फजल,


अकबर
3. अहमदनगर बहादुर शाह चााँद बीबी 1600
4. असीरगढ़ मीरन बहादुर 1601 अकबर (यह अकबर का
अंविम अवभयान र्ा)

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3) प्रमख
ु अवभयान

1. मालिा अवभयान | Malwa 1) मालिा शासक बाज बहादुर बनाम आजम खा के मध्य
Campaign (1561-1562) - 2) मालिा शासक बाज बहादुर और रानी रूपमिी के काल में मांिू संगीि का कें द्र बना
2. आमेर (जयपुर) से संवध | Treaty of 1) आमेर के शासक भारमल (वबहारीमल) ने वबना युद्ध के अकबर की अधीनिा स्िीकारी(प्रर्म राजपूि
Amer (Jaipur) (1562) - शासक)
2) पुत्री हरखाबाई / जोधाबाई / मररयम उज्जमानी का वििाह अकबर से
3) भगिान दास ि पौत्र मानवसंह को उच्च पद
4) 1562 में ही अकबर ने अजमेर वस्र्ि दरगाह के दशथन वकए
3. गोंििाना/मंिला/ गढ़कटंगा अवभयान 1) गढ़कटंगा राज्य के संस्र्ापक अमनदास(संग्रामवसहं ) के पुत्र दलपि शाह का वििाह चंदेल शासक
| Gondwana / Mandla / कीरि वसंह की पुत्री दुगाथ ििी से हुआ (राजधानी - चौरागढ़)
Garhkatanga Campaign 2) पुत्र िीर नारायण की संरवक्षका
(1564) 3) इलाहाबाद के गिनथर आफ़स खां ने आक्रमण वकया

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4. मेिाड/वचिौड अवभयान | Mewar / 1) राणा उदय वसहं बनाम अकबर


Chittor Campaign (1567-68) 2) राणा उदय वसहं के दो सेनानायक को जयमल िर्ा फिहवसहं ( फिा) ने बहादुरी से लडाई
लडी वजसके सम्मान में अकबर ने मूविथ बनाई(आगरा)
3) 18 जनू 1576 में मेिाड शासक महाराणा प्रिाप िर्ा अकबर (मानवसहं ि आफ़स खां) के
मध्य हल्दीघाटी का युद्ध
I. हल्दीघाटी युद्ध के समय कुम्भलगढ़ राणा प्रिाप का राजधानी र्ी
II. महाराणा प्रिाप की मृत्यु 19 जनिरी, 1597 ई.
III. हल्दीघाटी के युद्ध के बाद राणा प्रिाप ने िुगं रपुर के वनकट चॉिड में नई
राजधानी बनाई
IV. महाराणा प्रिाप के घोडे का नाम चे िक एिं हार्ी का नाम राम प्रसाद र्ा

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5. गुजराि अवभयान | Gujarat 1) मुजफ्फर खां िृिीय बनाम अकबर


campaign (1571-73) 2) कै म्बे(गुजराि) में पुिथगाली से वमला और पहली बार समुद्र देखा
3) गज
ु राि अवभयान को इविहासकार वस्मर् ने सिाथ वधक द्रुिगामी कहा
4) आगरा में फिेहपुर सीकरी का बुलंद दरिाजा बनिाया
6. अहमदनगर अवभयान | 1) बीजापुर के शासक आवदल शाह प्रर्म की विधिा चांद बीबी बनाम अकबर
Ahmednagar Campaign (1599) 2) मराठा सघं षथ आरंभ

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5.5) अकबर की धावमथक नीवियां | Religious policies of Akbar

1. उदारिादी धावमथक नीवि | Moderate religious policy


2. युद्ध बंवदयों को दास बनाने की प्रर्ा पर रोक | Ban on slavery of war prisoners
3. 1564 :- िीर्थ यात्रा ि जवजया कर की समावप्त | abolition of pilgrimage and jizya tax
4. 1575 :- धावमथक चचाथ हेिु इबादि खाने (फिेहपुर सीकरी) की स्र्ापना| Establishment of ibadat eating (Fatehpur Sikri)
for religious discussion .
▪ प्रारंभ | Bigning :- वसफथ इस्लाम | Only islam
▪ 1578 :- सभी धमथ | All religions
▪ प्रमुख सिं | Chief saint :- जैनाचायथ हररविजय सरू ी (अकबर - जगिगुरु) | Jainacharya Harivijay
Suri (Jagadguru of Akbar)

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5. 1579 :- मजहर की घोषणा| Declaration of Mazhar


6. 1582 :- दीन-ए-इलाही की शुरुआि | Beginning of Din-e-Ilahi
▪ प्रधान पुरोवहि | Head priest :- अकबर
▪ प्रर्म ि अंविम वहंदू First and last hindu :- बीरबल (महेशदास)
▪ 1583 में इलाही सिं ि का आरंभ | The Elahi era began in 1583.
▪ वस्मर् ने इसे अकबर की मख
ू थिा कहा | Smith called it Akbar's stupidity

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5.6) अकबर का प्रशासन | Administration of akbar

I. हुमायूं | Humayun - कुरान | Quran


1. प्रमुख | Major - सल्ु िान | Sultan
II. अकबर | Akbar - जनिा का शासन | Public rule
2. प्रमुख अवधकारी | Major Officer :-

I. िकील ए मुिलक :- प्रधानमंत्री


II. दीिान-ए-बजीराि-ए-कुल :- बैरम खां की शवक्त को कम करने हेिु अकबर द्वारा
III. दीिान या िजीर (राजस्ि) (विि मंत्री) :- प्रमुख दीिान
I. राजा टोिरमल | Raja Todarmal
II. ख्िाजा शाह मंसरू | Khwaja Shah Mansoor

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IV. मीर बक्शी - सैन्य विभाग


▪ 'बरखि' पत्र पर हस्िाक्षर के बाद सैन्य िेिन
▪ प्रांिों में िवकयानिीस से सपं कथ
V. मीर-ए-समााँ (घरेलू विभाग) :- लगान हीन भूवम (मदर-ए- माश/सयूरगाल)
VI. सद्र-उस-सदु ू र - धावमथक विभाग

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5.7) भू राजस्ि प्रणाली | Land revenue system

1.आय का प्रमुख स्त्रोि भू राजस्ि (मालिावजब)

2. अकबर जब्िी प्रणाली भूवम का मापन

सध
ु ार

• दस (दह) साल के दौरान अलग-अलग फसलों की उपजो और


उनकी कीमिों का वहसाब
दहसला (टोिरमली) प्रणाली
• राजस्ि - 1/3
• मापन- इलाही गज
• दवक्षण में मुवशथद कुली खान द्वारा

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1. पोलज - प्रत्येक िषथ खेिी की जाने िाली भूवम

2. परि - 1 िषथ िक खेिी ना की जािी हो


भूवम
3. चाचर - 2-3 बषथ खेिी ना की जािी हो

4. बज
ं र - 5 िषथ से अवधक खेिी ना की जािी हो

1. पाही-काश्ि - ये दूसरे गााँि जाकर कृवष-कायथ करिे

विवभन्न प्रकार के वकसान 2. खुद – काश्ि - ये वकसान उसी गााँि की भूवम पर खेिी करिे र्े, जहााँ के िे वनिासी र्े

3. मुजारे - खुदकाश्ि कृषकों से भूवम वकराये पर लेकर कृवष कायथ करिे र्े

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5.8) मनसबदारी प्रर्ा | Mansabdari system

1. प्रेरणा | Inspiration :- चंगेज खां


2. भारि में प्रारंभ Bigning in India :- अकबर
3. मनसब | Mansab :- पद

1. दशमलि प्रणाली पर आधाररि


4. विशेषिाएं
2. सल्ु िान द्वारा मनसब की वनयुवक्त

मुगल सम्राट

मीर बक्शी (सैन्य प्रधान) दीिान (विि)


(मनसबो की सच ू ी िैयार करना ) िेिन ि जागीर आिंटन

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जाि पद िेिन ि औहदा अकबर (250)


जहांगीर (300)
3. मनसबदार 7. मनसबदारो की सख्ं या
शाहजहां (600)
सिार पद सैवनक उिरदावयत्ि
औरंगजेब (700)

नगद ▪ सिाथवधक मनसबदार


4. मनसबदार का िेिन भू राजस्ि ▪ सिाथ वधक वहदं ू
▪ बेजावगरी
नगद+भू राजस्ि
दो अस्पा
5. िंशानुगि नहीं र्ी
8. पररििथन 1. जहांगीर
6. चेहरा ि दाग प्रणाली
वसहं अस्पा
जाि में िृवद्ध वकए वबना िेिन िृवद्ध
1. िेिन की माहिारी प्रणाली
2. शाहजहां
2. सवु िधाओ ं में कमी
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5.9) अकबर के निरत्न | Akbar's Navratna

1. बीरबल
2. अबल
ु फजल
3. िानसेन
4. अब्दुरथहीम खान ए खाना
अकबर के निरत्न 5. मानवसहं
6. राजा टोिरमल
7. फैजी
8. हकीम हुमाम
9. मल्ु ला-दो-प्याजा

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1) बीरबल ▪ इनका जन्म 1528 ईस्िी में काल्पी के एक ब्राह्मण पररिार में हुआ र्ा
▪ इन के बचपन का नाम महेश दास र्ा
▪ युसफ
ु जाइयों के विद्रोह को दबाने के दौरान बीरबल की हत्या हो गयी

2) अबुल फजल ▪ यह सफ
ू ी शे ख मुबारक के पुत्र र्े
▪ वजनका जन्म 1550 ईस्िी में हुआ र्ा
▪ अकबरनामा ि आईने अकबरी नामक ग्रंर्ों की रचना

3) िानसेन ▪ सगं ीि सम्राट् िानसेन का जन्म 1506 ई. में ग्िावलयर


▪ इनका असली नाम रामिनु पांिेय र्ा।
▪ इनकी प्रमख
ु कृवियााँ र्ीं - वमयााँ की टोडी, वमयााँ का मल्हार, वमयााँ का सारंग, दरबारी कान्हरा आवद
▪ िानसेन को सगं ीि सम्राट कहा जािा
▪ अकबर ने इन्हें कण्ठाभरणिाणी विलास की उपावध से सम्मावनि वकया

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4) अब्दुरथहीम खान ए खाना ▪ यह बैरम खां के पुत्र र्े


▪ उन्होंने िुकी में वलखे बाबरनामा का फारसी में अनुिाद वकया र्ा
▪ इन्हें खानखाना की उपावध से सम्मावनि वकया
5) मानवसहं ▪ यह आमेर के राजा भारमल के पोत्र िर्ा भगिान दास के पुत्र र्े।
▪ इन्होंने अकबर के साम्राज्य विस्िार में महत्िपूणथ
6) राजा टोिरमल ▪ इनकी प्रवसवद्ध का प्रमुख कारण इनके द्वारा वकए गए भूवम सध
ु ार र्े
▪ दीिाने अशरफ के पद पर रहकर इन्होंने भूवम सध
ु ार
7) फैजी ▪ यह अबुल फजल के बडे भाई र्े
▪ उन्होंने महाभारि ि श्रीमद्भागिि गीिा का फारसी अनुिाद ि
8) हकीम हुमाम ▪ यह अकबर के विश्वासपात्र वमत्र र्े
9) मुल्ला-दो-प्याजा ▪ अपनी बुवद्धमानी िर्ा िाकपटुिा के कारण यह निरत्नों में शावमल वकए गए

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5.10) अकबर कालीन सावहत्य | Akbar carpet literature


1) राजकीय भाषा | Official language - फारसी
2) वहंदी सावहत्य का स्िणथ काल | Golden period of Hindi literature
3) राजकवि - फैजी | Faizi
4) अबुल फजल | Abul fazal - अकबरनामा | Akbarnama
5) अनुिाद विभाग की स्र्ापना | Establishment of translation department :-

I. पंचिंत्र का फारसी भाषा में अनुिाद :- अबुल फजल ने अनिर-ए-सादाि नाम से िर्ा मौलाना हुसैन फैजू ने यार-ए- दावनश नाम से वकया
II. हाजी इब्रावहम सरहदी | Haji Ibrahim Sarhadi :- अर्िथिेद
III. मल्ु लाशाहू मोहम्मद | Mullashahu mohammed :- राजिरंवगणी
IV. अब्दुहीम खानखाना | Abdurrahim khankhana :- 'िुजुक-ए-बाबरी
V. फैजी | Fezi :- लीलाििी का फारसी में अनिु ाद
VI. फैजी ने नल दमयन्िी (सूरदास द्वारा रवचि) कर्ा का फारसी में अनुिाद कर उसका नाम 'सहेली' रखा

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VI. भागिि पुराण अनुिाद फारसी में | Bhagwat Purana translation into Persian :- टोिरमल
VII. अब्दुल कावदर बदायाँनू ी ने वसहं ासन बिीसी का अनिु ाद फारसी में

1. भगिानदास - अमीर उल उमरा


2. बीरबल - कविवप्रय

6) विवभन्न उपावधयां | Various titles 3. नरहरर - महापात्र


4. अब्दुस्समद - शीरी कलम
5. मोहम्मद हुसैन - जडी कलम
6. िानसेन - कंठाभरण िाणीविलास

नोट - अबुल फजल ने अमेररका की खोज का वजक्र वकया | Abul Fazal mentioned the discovery of America

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5.11) अकबर से जुडे अन्य िथ्य | Other facts related to Akbar

1) अकबर के दरबार के प्रवसद्ध वचत्रकार अब्दुर समद र्ा | The famous painter of Akbar's court was Abdur Samad.
2) दसिंि एिं बसािन अकबर के दरबार के वचत्रकार र्े | Daswant and Basavan were the painters of Akbar's court
3) अकबर के शासनकाल के प्रमख
ु गायक िानसेन, बाज बहादुर, स्िामी हररदास, बाबा रामदास एिं बैजू बाबरा र्े | The leading
singers of Akbar's reign were Tansen, Baz Bahadur, Baba Ramdas and Baiju Babra.
4) अकबर के समकालीन प्रवसद्ध सफ
ू ी सन्ि शे ख सलीम वचश्िी र्े
5) स्र्ापत्यकला के क्षेत्र में अकबर की महत्िपूणथ कृवियााँ हैं-

▪ वदल्ली में हुमायाँ का मकबरा,


▪ आगरा का लालवकला,
▪ फिेहपुर सीकरी मे शाहीमहल, दीिाने खास, पंचमहल, बुलंद दरिाजा, जोधाबाई का महल, इबादिखाना,
इलाहाबाद का वकला और लाहौर का वकला |

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6) 1602 ई. में सलीम (जहााँगीर) के वनदेश पर दवक्षण से आगरा की ओर आ रहे अबल


ु -फजल को रास्िे में िीर वसहं बन्ु देला नामक सरदार
ने हत्या कर दी | In 1602 AD, on the instructions of Salim (Jahangir), Abul-Fazal coming from south to Agra was
killed by a Sardar named Veer Singh Bundela on the way.
7) चार बाग बनाने की परंपरा अकबर के समय शुरू | The tradition of making Char Bagh started during Akbar
8) अकबर नक्कारा (नगाडा) नामक िाद्ययंत्र बजािा र्ा | Akbar used to play an instrument called Nakkara (Nagada)
9) अकबर की मत्ृ यु 16 अक्टूबर, 1605 ई. को हुई। इसे आगरा के वनकट वसकन्दरा में दफनाया गया | Akbar died on 16 October,
1605 AD. It was buried at Sikandra near Agra

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6) नूरुद्दीन मुहम्मद जहांगीर | Nooruddin muhammad jahangir


(1605-1627)

6.1) पररचय | Introduction

I. अकबर | Akbar
1) जन्म | Birth :- अगस्ि 1569 II. जोधा बाई | Jodha Bai
III. फिेहपुर सीकरी | Fatehpur Sikri

2) बचपन का नाम | Childhood name :- सलीम (सफ


ू ी सिं शे ख सलीम वचश्िी)
3) राज्यावभषेक :- 24 अक्टूबर 1605
4) मृत्यु :- 1627 आगरा मकबरा
शहादरा, लाहौर

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1. आमेर के राजा भगिानदास की पुत्री मानबाई (शाह बेगम) - पुत्र – खुसरो

प्रमख
ु वििाह (Major marriage) 2. मारिाड के राजा उदय वसहं की पुत्री जगि गोसाई - पुत्र – खुरथम

3. नरू जहां (1611)

1. खुसरो इसे अजथनु देि का समर्थन प्राप्त र्ा

2. परिेज ऐसे महािि खां का समर्थन र्ा


प्रमुख पुत्र | Head Son
3. खुरथम इसे जहांगीर का समर्थन र्ा

4. शहरयार इसे नूरजहां का समर्थन र्ा

467

नूरजहां | Noor Jehan

1. ईरान वनिासी वमजाथ गुयास बेग की पुत्री


2. िास्िविक नाम मेहरुवन्नसा
3. 1594 ई. में नूरजहााँ का वििाह - अलीकुली बेग
4. जहााँगीर ने एक शेर मारने के कारण अली कुली िेग को शेर अफगान की उपावध प्रदान की
5. सिथप्रर्म जहााँगीर ने निरोज त्योहार के अिसर पर मेहरुवन्नसा को देखा और मई, 1611 ई. में वििाह
6. जहााँगीर ने उसे नूरमहल एिं नूरजहााँ की उपावध प्रदान
7. नूरजहााँ के सम्मान में जहााँगीर ने चााँदी के वसक्के जारी वकए
8. जहााँगीर ने वगयास बेग को शाही दीिान बनाया एिं इिमाद- उद-दौला की उपावध दी
9. जहााँगीर के शासनकाल में ईरावनयों को उच्च पद प्राप्त हुए
10. नरू जहााँ की मााँ अस्मि बेगम ने गल
ु ाब से इत्र वनकालने की विवध खोजी

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6.2) जहांगीर : वचत्रकला का स्िणथ काल | Golden period of painting

1. जहांगीर से पहले मात्र ग्रंर् के विषयों पर वचत्रकारी होिी र्ी | Before Jahangir, only the
subjects of the book were painted.
2. आगरा में वचत्रशाला का वनमाथण | Construction of Chitrashala in Agra (अध्यक्ष |
Chairman :- आगा खां)
3. हमजानामा का विषय वचत्रकला है | The theme of Hamzanama is painting
4. प्रमुख वचत्रकार | Lead painter - आगा रजा, अब्दुल हसन, मुहम्मद नावसर, उस्िाद
मंसरू (नावदर-अल-उस), अबुल हसन(नावदरूज्जमा), विशनदास, मनोहर, गोिधथन आवद | Aga
Raza, Abdul Hasan, Muhammad Nasir, Ustad Mansoor (Nadir-al-Us), Abul
Hasan (Nadiruzma), Vishanadas, Manohar, Govardhan etc.

469

6.3) जहांगीर - सावहत्य | Jahangir - Literature

1. जहााँगीर द्वारा शुरू की गई 'िुजुक-ए-जहााँगीरी' नामक आत्मकर्ा को पूरा करने का श्रेय मौिवबंद

खााँ को है | The credit for completing the autobiography titled 'Tujuk-e-

Jahangiri' started by Jahangir is attributed to Mautibind Khan

2. भाषा | Language - फारसी

3. सस्ं कृि के कवि जगन्नार् को पवं ििराज की उपावध दी | Gave the title of Panditraj to

Sanskrit poet Jagannath

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6.4) जहांगीर - िास्िुकला | Jahangir - Architecture


नूरजहां द्वारा वपिा वमजाथ ग्यास बेग हेिु

1.एत्मादौला का मकबरा
प्रर्म मगु लकालीन इमारि जो पण
ू थ रूप से सफेद सगं मरमर से वनवमथि
Agra, UP

वपिरा दूरा (Pietradura) नामक जडाऊ काम

शहादरा (लाहौर) ,रािी नदी


2. जहांगीर का मकबरा
नूरजहां द्वारा

समद्रु गप्तु
3. अशोक का प्रयाग स्िंभ
जहांगीर
4. नोट - गोविदं महल (दविया MP) राजा िीर वसहं देि (1614)

471

6.5) जहांगीर - यरू ोपीय यात्री | Jahangir - European Traveler


1. हॉवकंस (प्रर्म अंग्रेज) राजा जेम्स प्रर्म का दूि

जहांगीर ने इवं ग्लश खां की उपावध दी

मुगल दरबार में आने िाला प्रर्म अंग्रेज


(the first Englishman to enter the Mughal court.)
जहांगीर : यूरोपीय यात्री
Jahangir: European 2. टॉमस रो (अंग्रेज)
Traveler
3. फ्ांवसस्को पेलसटथ (िच) वकिाब - ररमान्स्रे री
Book - Reconstruction
4. विवलयम वफंच (William Finch)

5. एिििथ टे री (Edward Terry)


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6.6) अन्य िथ्य | Other facts

1) जहांगीर को न्याय की जज
ं ीर के वलए याद वकया जािा है यह जज
ं ीर सोने की बनी र्ी, जो आगरा के वकले के शाहबुजथ एिं यमुना िट पर
वस्र्ि पत्र्र के खंबे में लगिाई गई र्ी | Jahangir is remembered for the chain of justice.This chain was made of gold,
which was installed in the stone pillar on the Shahburj and Yamuna coast of Agra Fort.
2) जहांगीर के सबसे बडे पुत्र खुसरो ने 1606 ईस्िी में अपने वपिा के विरुद्ध विद्रोह वकया खुसरो और जहांगीर की सेना के बीच युद्ध
जालंधर के वनकट भेरािल नामक मैदान में हुआ
3) खुसरो को सहायिा देने के कारण जहांगीर ने वसखों के 5िें गुरु अजथनु देि को फांसी वदलिा दी | Jehangir hanged Arjun Dev, the
5th Guru of the Sikhs, for helping Khusrau.
4) अहमदनगर के िजीर मवलक अंबर के विरुद्ध सफलिा से खुश होकर जहांगीर ने खुरथम को शाहजहां की उपावध प्रदान की | Jehangir,
happy with the success against Wazir Malik Ambar of Ahmednagar, conferred the title of Shah Jahan to
Khurram.

473

7) शहाबुद्दीन मुहम्मद शाहजहां | Shahabuddin Muhammad Shah Jahan


(1627-1657)

7.1) पररचय | Introduction

I. वपिा | Father – जहांगीर


II. मािा | Mother :- राजा उदय वसहं की पुत्री जगि गोसाई
1) जन्म | Birth :- 1592
III. स्र्ान | Place :- लाहौर
IV. नाम | Name :- खुरथम
2) पत्नी | Wife :- अजथमु ंद बानोबेगम (मुमिाज महल) | Arjumand Banobegam (Mumtaz Mahal)
▪ मवलक-ए-जावमवन | Malik-e-Jamini
▪ 1631 में मत्ृ यु | Died in 1631
▪ िाजमहल | Taj Mahal

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3) राज्यावभषेक | Coronation :- 1628,आगरा


I. 1628 - आगरा
4) राजधानी | Capital II. 1638 - वदल्ली
III. यमुना के वकनारे शाहजहांबाद (पुरानी वदल्ली) की स्र्ापना | Establishment of
Shahjahanbad (Old Delhi) on the banks of Yamuna.
5) मृत्यु | Death :- 22 जनिरी 1666, आगरा

7.2) शाहजहां : िास्िुकला का स्िणथकाल | Shah Jahan:


The Golden Age of Architecture

वदल्ली का लाल िाजमहल मयूर वसहं ासन मोिी मवस्जद शीश महल लाहौर दीिान ए आम ि
वकला आगरा दीिान ए खास

475

1) िाजमहल, आगरा | Taj Mahal, Agra

1. बेगम मुमिाज महल की याद में | In memory of Begum Mumtaz Mahal


2. स्र्ापत्यकार | Architect अहमद लाहौरी | Ahmed Lahori
3. रूपरेखा | Synopsis :- उस्िाद ईशा | Maestro isha
4. भारिीय, ईरानी ि मध्य एवशया कला का वमश्रण | Mix of Indian, Iranian and Central Asia art
5. हुमायाँू के मकबरा को िाजमहल का पिू थििी माना जािा है | Humayun's tomb is believed to be
the predecessor of the Taj Mahal

2) मयूर वसहं ासन | Mayoor Throne

1. मुख्य कलाकार | Main cast :- बे बादल खां | Bay Badal Khan


2. वपिरा-दुरा जडाऊ कला | Pitara-doora jadao :- यनू ानी देििा आवफथयस का वचत्रण |

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3. लाल वकला | Red Fort


पवश्चम - लाहौरी
दरिाजे
दवक्षण - वदल्ली

दीिान-ए-आम

1. लाल वकला, वदल्ली दीिान-ए-खास


1. वपिरा दूरा शै ली

2. कोवहनू
मयूर वसहं ासन (िख्ि-ए-िाउस)
नोट - आगरा की जामा मवस्जद का वनमाथण 3. मुख्य बादल खा
पुत्री जहााँआरा | Construction of Jama
4. यूनानी देििा आवफथयस
Masjid of Agra, daughter Jahanara औरंगजेब ने मोिी मवस्जद का वनमाथण करिाया
477

7.3) शाहजहां - सावहत्य | Shah Jahan - Literature

1) राजकवि :- कलीम(फ़ारसी) | Kalim (persian)

2) अन्य | Other :- िंशीधर वमश्र ि हररनारायण वमश्र(सस्ं कृि) सदुं रदास ि वचंिामवण (वहंदी)

3) वदल्ली में कॉलेज का वनमाथण | Construction of college in Delhi

4) किींद्राचायथ | Kavindracharya :- सरस्ििी की उपावध ि िीर्थ यात्रा कर की समावप्त

5) सस्ं कृि आचायथ जगन्नार् | Sanskrit Acharya Jagannath - महाकवि राम की उपावध

6) सबसे प्रमुख योगदान | Most prominent contribution - पुत्र दारावशकोह | Son Darashikoh

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1. दारा वशकोह सामान्य पररचय

शाहजहां का सबसे योग्य पुत्र

अरबी फारसी ि सस्ं कृि विद्वान

सामान्य पररचय 'कादरी' उपनाम से कवििा

गुरु- मुल्लाह साहेब बदख्शी (कादरी वसलवसला)

लेनपल
ु - लघु अकबर
उपावध
शाह बुलंद इकबाल( शाहजहां द्वारा)

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दारा वशकोह सावहत्य


रामायण
भगििगीिा
1. फारसी अनुिाद
योगिवशष्ठ

उपवनषदों- सरथ- ए- अकबर / सरथ-ए- असरार


सावहवत्यक योगदान

शफीनाि- अल-औवलया
2. अन्य
मजमल
ु - बहरीन(मल
ू रचना)

मृत्यु - 1659 (औरंगजेब द्वारा फांसी)

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7.4) शाहजंहा : वचत्रकला ि सगं ीि | Shahjahan:


Painting & Music
1) प्रमुख वचत्रकार - मुहम्मद फकीर ि मीर हावसम
2) प्रमखु सगं ीिकार - लाल खां( गुण समंदर की उपावध)
7.5) अन्य िथ्य | Other facts

1) शाह बुलद इकबाल (king of Lofty fortune) के रूप में दारा वशकोह जाना जािा है
2) शाहजहााँ ने आसफ खााँ को िजीर पद एिं महािि खााँ को खानखाना की उपावध प्रदान की | Shah Jahan gave the title of Wazir to
Asaf Khan and the title of Khankhana to Mahawat Khan.
3) इसने नूरजहााँ को दो लाख रुपये प्रवििषथ की पेंशन देकर लाहौर जाने वदया, जहााँ 1645 ई. में उसकी मृत्यु हो गयी |
This allowed Nur Jahan to go to Lahore with a pension of two lakh rupees per annum, where he died in 1645 AD.
4) शाहजहााँ ने 1632 ई. में अहमदनगर को मुगल साम्राज्य में वमला वलया | Shah Jahan annexed Ahmednagar into the Mughal
Empire in 1632 AD
481

7.6) उिरावधकार युद्ध

➢ वसिम्बर, 1657 ई. में शाहजहााँ के गभ


ं ीर रूप से बीमार पडने और मत्ृ यु का अफिाह फैलने के कारण उसके पत्रु ों के बीच उिरावधकार का
युद्ध प्रारंभ हुआ। उस समय शूजा बंगाल, मुराद गुजराि एिं औरंगजेब दक्कन में र्ा

युद्ध काल पररणाम

1. बहादुरगढ़ की लडाई फरिरी 1658 शाहशज


ु ा परावजि होकर बगं ाल चला गया
2. धरमट की लडाई अप्रैल 1658 जसिंि वसंह की पराजय एिम औरंगजे ब विजयी
3. सामगू ढ़ की लडाई मई 1658 दारा की पराजय एिं औरंगजे ब विजयी
4. खजिा की लडाई जनिरी 1659 शाहशुजा परावजि होकर अराकान पहाडी की ओर चला गया जहां आराकावनयों ने उसकी
हत्या कर दी

5.देिराई की लडाई माचथ 1659 दारा की पराजय ि औरंगजे ब विजयी

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8) आलमगीर औरंगजेब | Alamgir Aurangzeb


(1658-1707)

8.1) पररचय | Introduction

1. मुगल साम्राज्य का छठिां िर्ा अंविम प्रभािी बादशाह | The sixth and last effective emperor of the Mughal Empire
2. जन्म | Birth :- 24 अक्टूबर 1618, देहाद (गुजरािी) I. दारा वशकोह
II. शाहशुजा
चार पत्रु
III. औरंगजेब (मुमिाज महल)
2.1) वपिा | Father – शाहजहां IV. मुराद

िीन पुत्री जहांआरा / प्रर्म नारी | Jahanara / First Lady

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2.2) पत्नी | Wife :- रावबया बेगम /वदलराज बानो बेगम | Rabia Begum Dilraj Bano Begum

मकबरा | Mausoleum

औरंगाबाद (बीबी का मकबरा) | Aurangabad (Bibi Ka Maqbara)

2.3) वशक्षक | Master :- मीर मोहम्मद हकीम


2.4) सन्ु नी धमथ | Sunni religion :- वजदं ा पीर

3) उिरावधकार युद्ध के बाद राज्यावभषेक | Accession after succession war

जुलाई 1658 (आगरा)


दो बार | Two Time
1659 (वदल्ली- देिराई युद्ध के बाद)

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8.2) उिरावधकार यद्ध


युद्ध काल पररणाम

1. बहादुरगढ़ की लडाई फरिरी 1658 शाहशुजा परावजि होकर बंगाल चला गया
2. धरमट की लडाई अप्रैल 1658 जसिंि वसहं की पराजय एिम औरंगजेब विजयी
3. सामूगढ़ की लडाई मई 1658 दारा की पराजय एिं औरंगजेब विजयी
4. खजिा की लडाई जनिरी 1659 शाहशुजा परावजि होकर अराकान पहाडी की ओर चला
गया जहां आराकावनयों ने उसकी हत्या कर दी

5.देिराई की लडाई माचथ 1659 दारा की पराजय ि औरंगजेब विजयी

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8.3) औरंगजेब का धावमथक जीिन | The religious life of Aurangzeb

1) सन्ु नी मुवस्लम और शरीयि में आस्र्ा | Sunni Muslims and Faith in Sharia :- वजंदा पीर
2) रूवढ़िादी विचार | Conservative views - अकबर की धावमथक सवहष्णुिा नीवि के विपरीि | Contrary to Akbar's religious
tolerance policy
3) अनेक फरमान जारी वकए, वजन्हें जिाबीि द्वारा सक
ं वलि वकया गया
4) वसक्कों पर कलमा वलखिाना बदं वकया | Stop writing Kalma on coins
5) नौरोज, गायन, झरोखा दशथन और जन्मवदन पर िोलने की प्रर्ा बंद | Nowruz, singing, Jharokha darshan and birthday
weighing practice stopped
6) हालांवक स्ियं िीणा िादन करिा र्ा | Although Veena himself played
7) भारिीय शास्त्रीय सगं ीि की सिाथ वधक फारसी पुस्िकें इसी काल में वलखी गई | Most Persian books of Indian classical
music were written during this period

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8) 1679 जवजया कर का पुनः आरंभ जो 1711 में समाप्त | 1679 Jaziya tax restart which ended in 1711
9) औरंगजेब ने सिाथवधक वहदं ू अवधकारी वनयक्त
ु वकए | Aurangzeb appointed the most Hindu officer
10) सोमनार् (गुजराि), विश्वनार् (बनारस) और जहांगीर के काल में िीर वसहं देि द्वारा वनवमथि के शिराय मंवदर (मर्ुरा) को िोडा | The
Keshavarai temple (Mathura) built by Veer Singh Dev during the times of Somnath (Gujarat), Vishwanath
(Benaras) and Jahangir broke
11) औरंगजेब भारि को | Aurangzeb to India :-
▪ दारुल हबथ (कावफरों का देश) से दारुल इस्लाम (इस्लाम का देश) बनाना चाहिा र्ा

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4) अन्य िथ्य | Other facts

1) औरंगजेब की मृत्यु 20 फरिरी, 1707 ई. को हुई, इसे खुलदाबाद (Khuldabad) जो अब रोजा (Roza) कहलािा है, में
दफनाया गया | Aurangzeb died on 20 February 1707, it was buried in Khuldabad, now called Roza.
2) औरंगजेब के समय सबू ों की सख्ं या 20 र्ी | At the time of Aurangzeb, the number of provinces was 20
3) फ्ांसीसी यात्री फ्ांकोइस बरनीयर औरंगजेब के वचवकत्सक र्े
4) औरंगजेब का पत्रु अकबर ने दुगाथ दास के बहकािे में आकर अपने वपिा के वखलाफ विद्रोह वकया | Aurangzeb's son
Akbar came under the influence of Durgadas and rebelled against his father
5) इस्लाम नहीं स्िीकार करने के कारण वसक्खों के 9िें गुरु िेगबहादुर की हत्या औरंगजेब ने 1675 ई. में वदल्ली में करिा दी र्ी |
The 9th Sikh Guru Tegh Bahadur was assassinated by Aurangzeb in Delhi in 1675 because of not
accepting Islam.

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7) जय वसहं एिं वशिाजी के बीच पुरन्दर की सवं ध 22 जून, 1665 ई. को सम्पन्न हुई
8) मई, 1666 ई. को आगरा के वकले के दीिान-ए-आम में औरंगजेब के समक्ष वशिाजी उपवस्र्ि हुए। यहााँ वशिाजी को कै द कर
जयपरु भिन में रखा गया | Shivaji appeared before Aurangzeb at the Diwan-i-Am of Agra Fort on May
1666 AD. Shivaji was imprisoned here and kept in Jaipur building
9) 1685 ई. में बीजापुर एिं 1687 ई. में गोलकुण्िा को औरंगजेब ने मुगल साम्राज्य में वमला वलया | Aurangzeb merged
Bijapur in 1685 and Golconda in 1687 AD in the Mughal Empire.
10) मदन्ना एिं अकन्ना नामक ब्राह्मणों का सबं ंध गोलकुण्िा के शासक अबुल हसन से र्ा | The Brahmins named
Madanna and Akanna were related to Abul Hasan, the ruler of Golconda.

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9) उिरििी मुगल शासक | Later Mughal ruler

आलमगीर-II (1754- शाह आलम-II (1759-


बहादुरशाह (1707-1712)
1759) 1806)

जहााँदार शाह (1712-1713) अहमदशाह (1748-1754) अकबर-II (1806-1837)

बहादुरशाह जफर (1837-


फरुथखवशयर (1713-1719) मुहम्मदशाह (1719-1748)
1857)

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1) बहादुर शाह प्रर्म (1707-12) 1) सिाथ वधक िृद्धािस्र्ा में बादशाह बना | Became king in old age
( शाह ए बेखबर) 2) शाहू को कै द से ररहा | Shahu released from captivity
3) गुरु गोविंद वसहं ने उिरावधकार के युद्ध में सार् वदया | Guru Govind Singh supported
in the war of succession
4) वसिनी ओिन - अंविम मगु ल बादशाह वजसके बारे में कुछ अच्छी बािें कही जा सकिी हैं

2) जहांदार शाह (1712-13) 1) लाल कुिारी नामक िेश्या पर आसक्त | Enamored on a prostitute named Lal
(लम्पट मख
ू थ) Kuwari
2) कृषक शोषणकारी इजारा व्यिस्र्ा का प्रारंभ
3) सैय्यद बंधु (हुसैन अली खां ि अब्दुल्ला खां) :- King maker

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3) फरूथखवशयर | 1) सैय्यद बंधुओ ं की सहायिा से बादशाह | King with the help of Syed brothers
Farrukhsiyar 2) अब्दुल्ला खां (िजीर) िर्ा हुसैन अली( मीर िख्शी)
(घ्रवणि कायर) 3) जयवसहं को सिाई की उपावध | Jai Singh received the title of Sawai
(1713-19) 4) 1716 में बंदा बहादुर को वदल्ली में फांसी | Banda Bahadur hanged in Delhi in 1716
5) 1719 में सैय्यद बंधु (बालाजी विश्वनार्) द्वारा हत्या

4) मुहम्मद शाह 1) 1719 में वनजाम उल मुल्क ने सैय्यद बंधु को मारा


(रंगीला बादशाह) 2) अिध (सआदि खां - ईरानी), हैदराबाद (वचनावकवलच खां/वनजाम उल मुल्क - िुरानी) ि बंगाल
(1719-48) (मुवशथदकुली खां) स्ििंत्र
3) 1739 ईरान के सम्राट नावदरशाह (ईरान का नेपोवलयन) का वदल्ली आक्रमण
4) नावदरशाह - िख्ि ए िाउस (मयरू ) ि कोवहनरू ले गया

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अन्य | 1) आलमगीर वद्विीय के समय प्लासी का युद्ध हुआ


Other 2) शाह आलम वद्विीय के कायथकाल में पानीपि का िृिीय युद्ध (1761) िर्ा बक्सर का यद्ध
ु (1764) हुआ
3) पानीपि का ििृ ीय यद्ध
ु मराठा और अहमद शाह अब्दाली के मध्य हुआ र्ा वजसने भारि पर 8 बार आक्रमण वकया
4) शाह आलम वद्विीय (अली गौहर) ने अंग्रेजों के सार् इलाहाबाद की सवं ध (1765) पर हस्िाक्षर वकया और अंग्रेजों का प्रर्म
पेंशनर बादशाह बना
5) शाह आलम वद्विीय के शासनकाल में अंग्रेजों ने वदल्ली पर अवधकार कर वलया
6) अकबर वद्विीय ने राजा राम मोहन राय को राजा की उपावध दी िर्ा अपना के स लडने के वलए इग्ं लैंि िीजा जहां 1833 में
राजा राममोहन राय की वब्रस्टल में मत्ृ यु हो गई
7) 1835 में मुगल वसक्के चलना बंद हो गए
8) बहादुर शाह जफर या बहादुर शाह वद्विीय अंविम मुगल सम्राट र्ा वजसे अंग्रेजों ने कै द करके रंगून भे जा।
9) मशहूर शायर वमजाथ गावलब बहादुर शाह के समकालीन र्े
10) बहादुर शाह जफर ने लाल वकले में हीरा महल बनिाया हयाि बक्श बाग भी लाल वकले में वस्र्ि हैं

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अध्याय | Chapter - 11
मगु ल शासन व्यिस्र्ा | Mughal administration
1. शाहजहााँ के शासनकाल में सरकार एिं परगना के मध्य चकला
नाम की एक नई इकाई की स्र्ापना की गयी र्ी
कें द्र 2. मवं त्रपररषद् को विजारि कहा जािा र्ा
सूबा 3. सम्राट् के बाद शासन के कायों को सच
ं ावलि करने िाला सबसे

सरकार महत्िपूणथ अवधकारी िकील र्ा वजसके किथव्यों को अकबर ने


दीिान, मीरबख्शी, सद्र-उस-सद्र एिं मीर समन में विभावजि कर
परगना/महाल
वदया
दस्िूर
4. औरंगजेब के समय में असद खान ने सिाथवधक 31 िषों िक दीिान
ग्राम(मािदा/दीह) के पद पर कायथ वकया | During the time of Aurangzeb,
Asad Khan served as the Diwan for the most 31 years.
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5. मीरबख्शी द्वारा 'सरखि' नाम के पत्र पर हस्िाक्षर के बाद ही सेना को हर महीने िेिन वमल पािा र्ा | The army was able to get
salary every month only after the signature of the letter 'Sarkhat' by Mirbakhshi.
6. मुगल काल में रुपये की सिाथ वधक ढलाई औरंगजेब के समय में हुई | The highest minting of rupees in the Mughal period
took place in Aurangzeb's time.
7. आना वसक्के का प्रचलन शाहजहााँ ने करिाया | Shah Jahan got the coin introduced
8. सबसे बडा वसक्का “शंसब” सोना का र्ा, स्िणथ का सबसे प्रचवलि वसक्का इलाही र्ा | The largest coin was Sansab Sona.
The most popular gold coin was Elahi.
9. मुगलकालीन अर्थव्यिस्र्ा का आधार चााँदी का रुपया र्ा | The basis of the Mughal economy was the silver rupee.
10. दैवनक लेन-देन के वलए िााँबे के दाम का प्रयोग होिा र्ा । एक रुपया में 40 दाम होिे र्े | Copper prices were used for daily
transactions. 40 rupees in a rupee .

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11. मुगल सेना चार भागों में विभक्त र्ी | The Mughal army was divided into four parts.
I. पैदल सेना,
II. घुडसिार सेना,
III. िोपखाना
IV. हार्ी सेना

12. भूवमकर के विभाजन के आधार पर मुगल साम्राज्य की समस्ि भूवम 3 िगों में विभावजि र्ी | The Mughal army was divided
into four parts.
I. खालसा भूवम :- प्रत्यक्ष रूप से बादशाह के वनयंत्रण में | Directly under the king's control
II. जागीर भूवम :- िनख्िाह के बदले दी जाने िाली भूवम
III. सयं ूरगल या मदद-ए-माश :- अनुदान में दी गई लगानहीन भूवम इसे वमल्क भी कहा जािा र्ा | The non-
subsidized land given in the grant was also called milk.

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13) अकबर के द्वारा करोडी नामक अवधकारी की वनयुवक्त 1573ई. में की गयी र्ी। इसे अपने क्षेत्र से एक करोड दाम िसल
ू करना होिा र्ा |
Appointment of an officer named Karodi by Akbar in 1573 AD Was done in It had to collect one crore from its
area.
14) औरंगजेब ने अपने शासनकाल में नस्क प्रणाली को अपनाया और भू-राजस्ि की रावश को उपज का आधा कर वदया | Aurangzeb
adopted the Nask system during his reign and reduced the amount of land revenue to half the yield.
15) मुगल काल में कृषक िीन िगों में विभावजि र्े | In the Mughal period, the peasants were divided into three classes.
▪ खुदकाश्ि | Khudakaasht :- ये वकसान उसी गााँि की भूवम पर खेिी करिे र्े, जहााँ के िे वनिासी र्े
▪ पाही काश्ि :- ये दूसरे गााँि जाकर कृवष-कायथ करिे र्े | They used to do agricultural work in other villages
▪ मज
ु ाररयन | Muzarian :- खदु काश्ि कृषकों से भूवम वकराये पर लेकर कृवष कायथ करिे र्े

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प्रमुख अवधकारी | Chief Officer


मुगल काल के प्रमुख अवधकारी एिं कायथ
पद कायथ
1. सबू ेदार प्रांिों में शावन्ि स्र्ावपि करना (प्रांि कायथकाररणी का प्रधान)
2. दीिान प्रांिीय राजस्ि का प्रधान (सीधे शाही दीिान के प्रवि जिाबदेह)
3. बख्शी प्रांिीय सैन्य प्रधान
4. फौजदार वजले का प्रधान फौजी अवधकारी
5. आवमल या अमलगुजार वजले का प्रमुख राजस्ि अवधकारी
6. कोििाल नगर प्रधान
7. वशकदार परगने का प्रमुख अवधकारी
8. आवमल ग्राम के कृषको से प्रत्यक्ष सबं ध
ं बनाना एिं लगान वनधाथररि करना
9. (मदद-ए-माश) सद्र लगानहीन भूवम का वनरीक्षण
10. मीर समा सम्राट् के घरे लू विभागों का प्रधान
11. दरोगा-ए-िाक चौकी सच
ू ना एिं गुप्तचर विभाग का प्रधान

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अध्याय | Chapter - 12
मराठों का उत्कषथ | Flourishing of marathas

1) वशिाजी : सामान्य पररचय | Shivaji: General Introduction

1) मराठा साम्राज्य के सस्ं र्ापक | Founder of Maratha Empire


1) वपिा | Father :- शाहजी भोंसले
2) जन्म | Birth :- 6 अप्रैल 1627, वशिनेर 2) मािा | Mother :- जीजा बाई
3) पत्नी | Wife :- साईबाई वनबालकर
3) गुरु| Master :- दादा कोंिदेि
4) प्रभाि | Effect :- गुरु रामदास
5) राज्यावभषेक :- Coronation :- रायगढ़, 1674(श्री गंगा भट्ट द्वारा )

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2) प्रमुख अवभयान | Major campaigns

1) िोरण :- 1644 (प्रर्म)


2) 1656 :- रायगढ़ को राजधानी बनाया | Raigad was made the capital
3) 1665 :- अफजल खां की हत्या (बीजापुर) | Murder of Afzal Khan (Bijapur)
4) शाइस्िा खां को हराया | Defeated shaista khan
5) 1664 :- सरू ि बंदरगाह लूटा (दोबारा 1670) | Surat port looted (again 1670)

आमेर राजा जयवसहं


6) 1665 :- पुरंदर की सवं ध
वशिजी

I. औरंगजेब ने वशिाजी को जयपरु भिन में कै द वकया


7) अन्य िथ्य | Other facts
II. मृत्यु- 1680

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3) वशिाजी - प्रशासन | Shivaji - Administration

I. वशिाजी का मवं त्रमिं ल | Shivaji's cabinet


1) अष्टप्रधान | Ashtapradhan II. राजा की मजी | King's wish
III. अनिु ांवशक नहीं | Not genetic

2. वशिाजी की सेना िीन महत्िपूणथ भागों में विभक्त र्ी | Shivaji's army was divided into three important parts.

1. पागासेना - वनयवमि घुडसिार सैवनक


सेना 2. वसलहदार - अस्र्ाई घडु सिार सैवनक
3. पैदल - पैदल सैवनक

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3) वशिाजी की कर व्यिस्र्ा मवलक अंबर की कर व्यिस्र्ा पर आधाररि | Tax system of Shivaji based on tax system of Malik
Ambar
4) रस्सी द्वारा माप के स्र्ान पर- काठी एिं मानक घडी का प्रयोग आरंभ वकया | Started using saddle and standard clock in
place of measurement by rope
5) वशिाजी के समय कुल उपज का 33% भाग राजस्ि के रूप में िसल
ू ा जािा र्ा जो बढ़कर 40% हो गया र्ा | At Shivaji's time,
33% of the total yield was collected as revenue which increased to 40%.
6) चौर् एिं सरदेशमुखी कर वशिाजी के द्वारा लगाए गए | Chauth and Sardeshmukhi tax levied by Shivaji
I. चौर् | Chauth :- वकसी एक क्षेत्र को बबाथद ना करने के बदले दी जाने िाली रकम को कहा गया | The amount to be
given in exchange for not wasting any one area
II. सरदेशमुखी | Sardeshmukhi :- इसके हक का दािा करके वशिाजी स्ियं को सिथश्रेष्ठ देशमुख प्रस्िुि करना चाहिे र्े |
By claiming its right, Shivaji wanted to present himself as the best Deshmukh.

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अष्टप्रधान | Ashtapradhan

पेशिा(प्रधानमंत्री) राज्य का प्रशासन एिं अर्थव्यिस्र्ा की देखरे ख


सरी ए नौबि (सेनापवि) सैन्य प्रधान
अमात्य (राजस्ि मंत्री) आय-व्यय का लेखा-जोखा
िाकयानिीस सच
ू ना,गुप्तचर एिं सवं ध विग्रह के विभागों का अध्यक्ष
वचटवनस राजकीय पत्रों को पढ़कर उसकी भाषा शैली को देखना
समु िं विदेश मत्रं ी
पवं ििराि धावमथक कायों के वलए विवर् का वनधाथरण
न्यायाधीश न्याय विभाग प्रधान

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4) वशिजी के उिरावधकारी | Successor to shivji

वशिानी वद्विीय |
शम्भाजी | Shambhaji राजाराम | King Rama शाहू | Shahu
Shivani II

1) सलाहकार | Advisor 1) छत्रपवि की उपावध | 1) िाराबाई का सरंक्षण | 1) 1707 में शाहू ि


:- कवि कलश Title of Protection of िाराबाई के मध्य खेडा
(उज्जैन) Chhatrapati Tarabai का युद्ध
2) राजधानी | Capital 2) शाहू की जीि ि पेशिा
:- सिारा पद का आरंभ

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