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CVR मिट्टी जल बनाने व कृषि मे उपयोग की विधि
CVR मिट्टी जल बनाने व कृषि मे उपयोग की विधि
१.पौध क शू आती ोथ के समय 15 कलो top soil और 15 कलो sub soil को लेकर
200 लीटर पानी म एक म म पहली बार म दस िमनट तक घोला जाऐ और उसके बाद चार-
पाँच िमनट तक छोड़ दे। उसके बाद उपर के तैरते ए 20 लीटर पानी को कसी िड बा मे
जाली लगाकर छान ले। ता क मोटे कं कर प थर उस म ना जाने पाये। इस पानी को े प प
म भरकर खेत म पौध पर िछड़कने जाये। िछड़कने के िलए जाने से पहले म के पानी को फर
से कसी ड डे से तीन चार िमनट तक घूमाकर जाये ता क जब तक आप वापस आओ तो उपर
का तैरता आ पानी छानने के िलए फर तैयार िमले। यह कया लगातार करे । अगर कसी
वजह से इस या म गेप आ जाये , तो म के पानी को फर घुमाये और चार पाँच िमनट बाद
उपर का तैरता पानी ले। इस तरह उपर का कू ल लगभग 150 लीटर पानी (
तीनचौथाईिह सा ) का उपयोग पौध म े करने म ले। और बचा आ नीचे का 50 लीटर
िम ी व पानी को पौध क जड़ म दे या उस खडडे म डाले दे जहां से इसे िनकाला था।
इस पानी को हर ह ते म एक या दो बार े प प से हर पते पर िछड़कना है। इसे फसल के दो
पत के आते ही शु करे और फल फू ल आने पर ह ते म दो बार 200 से 400 लीटर िम ी जल
का े करे ।
केवल 30 kg sub soil ही ले और उसे 200 लीटर पानी म घोले । पानी म दस िमनट
घोलने के बाद केवल दो िमनट के िलए के व उपर के तै रते ए 150 लीटर पानी को
बा ी से िनकाल कर िकसी दु सरे डम म जाली से छानकर भरे , तािक मोटे कंकर प र
उसम ना जाने पाये । इस पानी को े प म भरकर खेत म पौधों पर िछड़कने जाये ।
केवल दो िमनट बाद ही िम ी जल को इसिलए िलया जाता है ोंिक इस बार पानी म
िमेटटी की मा ा कुछ ादा रखनी है । िम ी की थोड़ी ादा मा ा इन कीड़ों व इ यो
के िलए बे हद हािनकारक होती है ।इस छने ए िम ी पानी म दो िकलो अंकुरण गै व दो
िकलो अंकुरण चना की चटनी बना कर साथ म घोल दे । और गै व चना के अं कुरण के
िलए उपयोग म िलया गया पानी को भी इसम घोल दे । व दो िकलो राख भी डाल दे । इस
िम ी जल को पौधों पर े करे तो सफ़ेद म र , रसचूसक व इ यो को न कर दे ती
है । इस तरह पहले प के िछड़काव के बाद अगले प को भरने से पहले हर बार इस
तै यार िम ी जल को एक िमनट के िलए घुमाये व अपने े प म भरे और और
िछड़काव कर ।
sub soil + गै व चना का अंकुरण का चटनी व राख का बना यह िम ी जल
कपास म सफ़ेद म र पर ब त ादा कारगर है ।
नोटकरे -
Top soil गीला होने पर उपयोग करने म कोई हज नही ं होता है , sub soil जो डे ढ़ फ़ीट
के बाद नीचे से िनकलती है वो सुखी िनकलती है मगर बा रश म sub soil के गीला होने
पर उसे धूप म या बा रश के समय िकसी छत या शेड के नीचे कुछ घ े के िलए छाया म
सु खा ल तािक उसम बै ी रया ए ीवेट हो सके और नाइटोजन िफ ेसन हो जाये ।
उसके बाद उसको उपयोग म ले।
िगली होने पर sub soil को दस िकलो व top soil को बीस िकलो ले । और उसके घोल
का े करे । और पौधों म कीड़े आने की े ज पर top soil को कम करके 10 िकलो ले
और sub soil 20 िकलो ले या top soil का उपयोग ब कर करके केवल sub soil 30
िकलो को उपयोग म ले ।
ट ी दल के हमले से फसल को बचाने के िलए भी sub soil का िछड़काव कर ।तीस
चालीस िकलो पानी म घोलकर िबना इ ज़ार िकये और िबना छाने उपर का 150 लीटर
पानी को तुर े प म डाले और पोधे पर े करे । नही छानने के कारण पानी के
साथ ादा िमेटटी जाऐगी और पौधे पर िगरे गी तो िटे डडी को यह िदखाई दे ने पर िट ी
वहाँ पर हमला नही ं करे गी और आगे िनकल जाऐगी । ोंिक िट ी के लीवर नही ं होने से
वह िम ी को बचाने की मता नही ं होने के कारण वह िमे ी वाले पौधों पितयों पर हमला
नही ं कर पाती। ।यह े एक एकड़ म एक बार म एक िदन म 200 लीटर से ले कर 600
लीटर यािन एक से तीन बार करे व ह े म एक बार या दो बार करे । िट ी हमले के
िदनों म लगातार खेत म े करते रहे और अगर बीच म कोई बा रश हो जाये तो दु बारा
े कर ले। ।बस िट ी को िम ी पौधे पता पर िदखनी चािहए ।
इसम एक िविध और भी है जो सरल है । खेत की िम ी चाहे sub soil हो या top soil उसे
िकसी जाली से छानकर बारीक कर ले या बालु या रे तीली िम ी भी ले सकते ह । एक
तरफ़ पौधों पर सादे पानी का िछड़काव कर और साथ साथ म हाथ से यू रया की तरह
इस बारीक िम ी को पौधों पर िछड़काव भी कर तािक िम ी अ े से िचपक जाये और
िट ीदल को अ े से िदख जाये । वो फसल पर हमला नही ं करे गी ।
तापमान पर िनय ण - िम ी जल ( sub soil व top soil िमला कर तै यार ) के पौधों पर
िछड़काव से यह पौधों को ादा गम से व ादा ठ ( पाला लगना ) से भी बचाती है
।िमेटटी का िछड़काव पौधों पर चादर का काम करती है। यह गिमयों म सूय की सीधी
िकरणों को पौधो पर पड़ने से रोकती है तो सिदयों म ठ म यह क ल का सा काम
करती है । दि ण भारत म लाल िम ी को िछड़कने से गम का तापमान का भाव पौधों
पर चार से पाँ च िड ी नीचे आता है। और वही ं म भारत म सिदयों व बा रश मे काली
िम ी का िछड़काव का भाव ठ से बचने व पोषक त ों का अ िधक फ़ायदा दे ता है ।
िम ी कोई भी हो हर तरह की िम ी े ानुसार तापमान के िनय ण म फ़ायदा करती है
।
Sub soil मे िचकना पन होने का गुण होता है जो िक पौधों के जड़ों म डालने पर अपने
िचकने पन के गुण के कारण उपल पोषक त ों को जड़ों को उपल करवा दे ती है ।
top soil म चुिक हवा लगने से पौधा ठीक से जड़ नही पकड़ पाता और वह हवा लगने से
उपल पोषक त ों को भी नही ं ले पाता तो उस थित म sub soil को जड़ों के पास
डालने से इसके िचकनापन के गुण के कारण यह जड को हवा नही ं लगने दे ती िजससे
उपल सभी पोषक त को यह शोिषत कर पौधों की जड़ों को दे दे ती है ।