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Prismatic Compass Survey
Prismatic Compass Survey
ऩररचय (Introduction)
धयातर ऩय किनहहॊ दो बफनदओ
ु ॊ िो मभराने वारह सयर ये खा िे चम्
ु फिीम ददशा िोण मा
ददिभान (magnetic bearing) तथा रम्फाई िो भाऩनी िे अनुसाय अॊकित ियिे प्रान भें उन बफनदओ
ु ॊ
िी एि-दस
ू ये िे सनदबभ भें स्थथततमाॉ तनस्चचत ियना प्रिज्भीम िम्ऩास सवेऺण िा भूर आधाय है । इस
सवेऺण भें दो बफनदओ
ु ॊ िे भध्म िी दयू ह िो ज़यहफ अथवा पीते से भाऩते हैं तथा उन बफनदओ
ु ॊ िो
मभराने वारह सयर ये खा िे चम्
ु फिीम ददक्भान िो प्रिज्भीम िम्ऩास िी सहामता से ऻात ियते हैं।
किसी सयर ये खा िे चुम्फिीम ददक्भान से हभाया तात्ऩमभ चुम्फिीम उत्तय (magnetic north) से उस
ये खा ति घडी िी सुई िी ददशा भें भाऩे गमे िोण से है । प्रिज्भीम िम्ऩास िे द्वाया किसी ऺेत्र िा
सवेऺण ियने िे मरमे िाम् चॊक्रभण मा भारा ये खा प्रवधध (traverse method) िा िमोग ियते हैं तथा
भारा ये खा िे इधय-उधय स्थथत ऺेत्र िे अनम प्रववयणों िो प्रवकियण मा िततच्छे दन प्रवधध िे अनस
ु ाय
प्रान भें अॊकित ियते हैं। इस ििाय प्रिज्भीम िम्ऩास सवेऺण भें ज़यहफ एवॊ पीता सवेऺण िी तयह
ऺेत्र भें भाऩी गई ित्मेि ये खा िी रम्फाई व ददिभान िो मथाथथान सहह-सहह ऺेत्र-ऩुस्थतिा (field-
book) भें मरखना अतनवामभ होता है ।
किसी ऺेत्र िा िच्चा ये खाधचत्र फनाने अथवा किसी प्रान भें ऺेत्र िे अनम प्रववयणों िो अॊकित
ियने िे मरमे अथवा सडि नहय मा ये रभागभ आदद फनाने िे मरमे किमे जाने वारे िायस्म्बि सवेऺणों
िे मरमे प्रिज्भीम िम्ऩास एि भहत्वऩूणभ उऩियण है । इसिे अततरयक्त सघन फस्थतमों एवॊ वन ऺेत्रों भें ,
जहाॉ दृस्टि ये खा िे भागभ भें फाधाओॊ िी सॊख्मा अधधि होती है , प्रिज्भीम िम्ऩास िे द्वाया सवेऺण
ियना सयर यहता है । ऩयनतु प्रिज्भीम िम्ऩास िे द्वाया चम्
ु फिीम अथवा रौह-अमथि (iron ore) से
मुक्त शैर वारे ऺेत्रों िे प्रवचवसनीम एवॊ शुद्ध प्रान नहहॊ फनामे जा सिते हैं क्मोंकि इस ििाय िे ऺेत्रों
भें चुॊफिीम आिषभण िे परथवरूऩ शुद्ध ददक्भान ऻात ियना िदिन होता है ।
िम्ऩास फक्स ऐरुमभतनमभ मा ऩीतर िी गोर डडप्रवमा िे सभान होता है तथा इस ऩय ऩायदशी सादे
िाॉच िा एि थथामी ढक्िन रगा यहता है । इस डडबफमा िा व्मास िाम् 6 से 15 सेभी ति होता है ।
िम्ऩास फक्स िे िेनद्र भें ििोय इथऩात से तनमभभत धुम्र प्रऩन िी नोंि ऩय चुम्फिीम सुई तथा उससे
जुडा अॊशाॊकित वरम सॊतुरन अवथथा भें दििा होता है । इस वरम िे व्मास िी रम्फाई िे आधाय ऩय
किसी िम्ऩास िे आिाय िो ऩुिायते हैं जैसे, 10 सेभी िम्ऩास', '15 सेभी िम्ऩास', आदद िम्ऩास िो सुई
तथा वरम िो ऐरमु भतनमभ िी ऩतरह चादय भें िाििय फनामा जाता है । सई
ु िे एि मसये ऩय अॊग्रेज़ी
बाषा िा N अऺय अॊकित होता है । इस मसये से चुम्फिीम उत्तय ददशा िा फोध होता है सुई िा दस
ू या
मसया दक्षऺण ददशा िो इॊधगत ियता है । अॊशाॊकित वरम ऩय सुई िे दक्षऺणी मसये (शूनम अॊश) से घडी िी
सुई िी ददशा भें अॊशों तथा आधे अॊशों िे धचह्न अॊकित होते है । इस ििाय वरम ऩय अॊकित 0°, 90°,
180° तथा 270° िे धचह्न क्रभश् दक्षऺण, ऩस्चचभ, उत्तय तथा ऩव
ू भ ददशाओॊ िो ििि ियते हैं। जैसा कि
इस धचत्र से ििि है वरम ऩय अॊकित किसी धचह्न िे अॊशों भें भान िो उल्िे अॊिों भें मरखा जाता है
स्जससे प्रिज्भ भें उसे सीधा ऩढा जा सिे। किसी थिे शन ऩय ददक्भान ऩढ़ने से ऩूवभ ब्रेि प्रऩन मा नॉफ
िो दफािय वरम िे दोरन (oscillation) िी गतत िो िभ िय दे ते हैं स्जसिे परथवरूऩ वरम
अऩेऺािृत शीघ्र स्थथय हो जाता है नॉफ िो दफाने से िम्ऩा स फक्स िे बीतय रगा स्थिॊग ब्रेि वरम से
सििय उसे स्थथय िय दे ता है वरम िे दोरन िो िभ ियने िे मरमे नॉफ िो ऩयू ा दफाने िे ऩचचात ्
धीये से ढहरा छोडना चादहए। प्रिज्भीम िम्ऩास िो फनद ियने िे मरमे अथवा उसे एि थथान से दस
ू ये
थथान ऩय रे जाते सभम दृचम वेधधिा िो भोडिय िाॉच िे ढक्िन ऩय ऺैततज बफछा दे ते हैं। ऐसा ियने
ऩय उत्थाऩि प्रऩन दफ जाता है । उत्थाऩि प्रऩन िा सम्फनध उत्थाऩि उत्तोरि िे द्वाया धुयाग्र प्रऩन से
होता है । अत् उत्थाऩि प्रऩन िे दफने ऩय चम्
ु फिीम सई
ु धयु ाग्र प्रऩन िी नोंि से ऊऩय उििय िाॉच िे
ढक्िन िी आनतरयि स तह से सि जाती है औय इस ििाय धुयाग्र प्रऩन िी नोि अनावचमि रूऩ से
खयाफ नहहॊ हो ऩाती।
िम्ऩास फक्स िे फाहय एि ओय प्रिज्भ होता है तथा प्रिज़्भ से िम्ऩास फक्स िे व्मथत प्रवऩयहत ओय
दृचम वेधधिा रगी होती है । ऺेत्र िे किसी प्रववयण िो दृचम वेधधिा िी िेश ये खा िी सीध भें रक्ष्म
ियने िे मरमे प्रिज्भ िे ऊऩयह बाग भें एि खझयह (slit) ििह होती है , स्जसे दशभ परि िहते हैं। दशभ
परि िे तनचरे मसये ऩय अवरोिन-तछद्र होता है स्जस ऩय आॉख यखिय िेश ये खा िी सीध भें किसी
प्रववयण िा अॊशाॊकित वरम ऩय ददक्भान ऩढ़ा जाता है । प्रिज्भ िी तनचरह सतह ऩय एि तछद्र होता है
स्जसभें रगा रेंस वरम ऩय अॊकित धचह्नों व अॊिों िो फडे आिाय भें प्रिज्भ िी िणी (hypotenusal)
सतह िे दऩभण ऩय ऩयावतभन िय दे ता है अत: उनहें सपरताऩूवि
भ ऩढ़ा जा सिता है । िमोग न ियते
सभम इस तछद्र ऩय प्रिज़्भ िा ढक्िन रगा दे ते हैं स्जससे रेनस ऩय धूर आदद न जभा हो सिे।
(प्रिज्भ िो सवेऺि िी आॉख िी योशनी िे अनरूऩ पोिस ियने िे मरमे उसभें एि प्रिज्भ- पोिस ऩें च
रगा होता है । इस ऩें च िे द्वाया प्रिज़्भ िो आवचमितानस
ु ाय ऊॉचा मा नीचा थथाप्रऩत किमा जा सिता
है । दशभ परि िे साभने दो यॊ गीन धूऩ िाॉच होते हैं। सूमभ अथवा किसी चभिदाय प्रववयण िो रक्ष्म
ियते सभम दशभ परि िे आगे आवचमितानुसाय यॊ ग िा धूऩ िाॊच रगा ददमा जाता है । िम्ऩा स िे
सभीऩ िबी- िबी िोई प्रववयण इतनी ऊॉचाई मा नीचाई ऩय स्थथत होता है कि उसे सीधा रक्ष्म नहहॊ
किमा जा सिता। ऐसी दशा भें प्रववयणों िे िततबफम्फों िो सयिवाॉ मा सभॊजनीम दऩभण भें दे खते हुए
सीध मभराते हैं। ऊॉचे प्रववयणों िो दे खने िे मरमे दऩभण िो दृचम वेधधिा ऩय सी धा तथा नीचे प्रववयणों
िे मरमे उल्िा रगामा जाता है ।
महाॉ मह सॊिेत ियना आवचमि है कि बत्रिोणमभतीम सायखणमों भें मरखे सबी िोण 90° से िभ
भान वारे होते हैं। अत् 90° से अधधि भान वारे किसी ऩूणभ वत्ृ त ददक्भान िे बत्रिोणमभतीम परन
(trigonometric function) िा भान ऻात ियने िे मरमे सायणी भें उस ददिभान िे 90° से िभ किनतु
बत्रिोणमभतीम परन िे सभान सॊख्मात्भि भान वारे तदनरू
ु ऩ िोण, स्जसे सभानीत ददक्भान (reduced
bearing) िहते हैं, िो ऩढ़ा जाता है । किसी ये खा िे ऩूणव
भ त्ृ त ददिभान िो वत्ृ तऩादहम मा सभानीत
ददिभान भें ऩरयवततभत ियने िे तनम्नमरखखत चाय तनमभ हैं :
(1) मदद ऩूणव
भ त्ृ त ददक्भान िा सॊख्मात्भि भान 0° तथा 90° िे भध्म िी िोई सॊख्मा है तो बफना िोई
ऩरयवतभन किमे उस सॊख्मा से ऩहरे 'उत्तय तथा फाद भें 'ऩव
ू 'भ शब्द मरख दे ते हैं।
(2) मदद ऩूणभ वत्ृ त ददक्भान िा सॊख्मात्भि भान 90° व 180° िे भध्म है तो उस ददक्भान िो 180° भें
से घिाने से िाप्त सॊख्मा (अथाभत ् 180°- ऩूणभ वत्ृ त ददक्भान) िे ऩहरे 'दक्षऺण' तथा फाद भें 'ऩूव'भ शब्द
मरखते हैं।
(3) मदद ऩण
ू भ वत्ृ त ददक्भान 180° व 270° िे भध्म है तो उसभें से 180° घिाने ऩय िाप्त सॊख्मा (अथाभत ्
ऩूणभ वत्ृ त ददक्भान-180°) िे ऩहरे 'दक्षऺण' तथा फाद भें ऩस्चचभ' शब्द मरखें जामेंगे।
(4) मदद ऩण
ू भ वत्ृ त ददक्भान िा भान 270° व 360° िे भध्म है तो उसे 360° भें से घिाने ऩय िाप्त
सॊख्मा (अथाभत ् 360° -ऩूणव
भ त्ृ त ददक्भान) िे ऩहरे 'उत्तय' तथा फाद भें ऩस्चचभ शब्द मरख ददमे जाते हैं।
उऩयोक्त तनमभों िो तनम्न उदाहयण िे द्वाया थऩटि किमा जा सिता है :
उदाहरण (1) तनम्नमरखखत ऩूणव
भ त्ृ त वत्ृ त ददिभान िा वत्ृ तऩादहम मा सभानीत ददक्भानों भें ऩरयवततभत
िीस्जमे:
(i) 75° 30' (ii) 140° 30' (iii) 220° 30' (iv) 310° 30
हऱ-
(i) ऩण
ू भ वत्ृ त ददक्भान = 75° 30'
चॉकू ि मह भान 90° से िभ है अत: िथभ तनमभ िे अनस
ु ाय, वत्ृ तऩादहम ददक्भान,
= उत्तय 75° 30' ऩव
ू भ
उऩयोक्त प्रववयण से थऩटि है कि ित्मेि ये खा िे दो ददक्भान होते हैं। महाॉ मह सॊिेत ियना आवचमि है
कि किसी ये खा िे दोनों मसयों से प्रवऩयहत मसयों िो मरमे गमे ददक्भानों अथाभत ् अग्र व ऩचचददक्भानों िा
अनतय िीि 180° िे फयाफय होता है । इस ििाय मदद किसी ये खा िा ऩू णभ वत्ृ त ऩद्धतत भें अग्रददक्भान ददमा
हो तो तनम्नमरखखत सत्र
ू िे द्वाया उस ये खा िा ऩचच ददिभान ऻात किमा जा सिता है :
ऩचचददिभान = अग्र ददिभान + 180°
मदद अग्र ददिभान िा सख्मात्भि भान 180° से िभ है तो उऩयोक्त सत्र
ू भें + िा धचह्न िमोग ियते हैं
अथाभत ् अग्र ददिभान िा सॊख्मात्भि भान 180° से अधधि है तो सत्र
ू भें - िा धचह्न िमोग होगा अथाभत ्
ऩचचददक्भान ऻात ियने िे मरमे अग्र ददिभान भें से 180° घिा ददमे जामेंगे। उऩयोक्त सत्र
ू िो एि
उदाहयण दे िय नीचे थऩटि किमा गमा है ।
उदाहरण (2) मदद AB तथा BC ये खाओॊ िे अग्र ददिभान क्रभश: 60° 30' तथा 210° 30' हैं तो इन ये खाओॊ िे
ऩचचददक्भान ऻात िीस्जमे।
हऱ- AB ये खा िे अग्र ददिभान िा सॊख्मात्भि भान 180° से िभ है , इसमरमे AB ये खा िा ऩचचददक्भान,
उदाहयणाथभ मदद किसी ये खा AB िा ददन भान 30° है तथा अनतगभत िोण BAC िा भान 100° है तो
AC ये खा िा ददक्भान 30% +100 = 130° होगा। थभयण यहे , इस उदाहयण भें दोनों ये खाओॊ िे ददिभान
एि हह बफनद ु A से भाऩे गमे हैं । इस ििाय 30° BA ये खा िा ऩचच ददक्भान है तथा 130° AC ये खा िा
अग्र ददक्भान है । अत : मदद किसी ये खा िा अऩददिभान ददमा हो तो ऩहरे उस ये खा िा ऩचचददक्भान
ऻात ियते हैं तथा उसिे ऩचचात ् ऩचचददक्भान भें अनतगभत िोण िा भान जोडिय अगरह ये खा िे
अग्रददक्भान िी गणना ियते हैं।
उदाहरण (4) मदद AB ये खा िा अग्र ददक्भान 150° 30' तथा अनतगभत िोण ABC िा भान 130° हो तो
BC ये खा िा अग्रददक्भान ऻात िीस्जमे। हऱ - धचत्र B िे अनस
ु ाय,
AB ये खा िा अग्रददक्भान, = 150° 30'
AB ये खा िा ऩचच (अथाभत ् BA िा ददक्भान), = 150° 30' + 180° =330° 30'
अफ BC िा अग्रददक्भान,
=BA िा ददक्भान+ अनतगभत िोण ABC
=330° 30'+ 130°
=460° 30' अथाभत ् 460° 30' -360°
=100° 30
प्रिज्मीय कम्ऩास के ियोग में आर्वश्यक सार्वधाननयाॉ (Necessary Precautions in the Use of
Prismatic Compass)
प्रिज्भीम िम्ऩास िा िमोग ियते सभम तनम्नमरखखत फातों िो ध्मान भें यखना चादहए :
(1) प्रिज्भीम िम्ऩास िी सुई भें चुम्फि होता है अत: िम्ऩास िमोग ियते सभम सवेऺि िे ऩास रोहे
िी िोई वथतु, जैसे चाबफमों िा गुच्छा, रोहे िे फिन मा चेन आदद, नहहॊ होनी चादहए। इसी िायणवश
मथासम्बव ऐसे थथानों िो िम्ऩास थिे शन चुनते हैं, स्जनिे सभीऩ रोहे िे ताय मा बफजरह िे खम्फे
आदद स्थथत नहहॊ होते।
(2) प्रिज्भीम िम्ऩास िी सई
ु िो स्थथय ियने िे मरमे ब्रेि प्रऩन िो िमोग भें राना चादहए। ब्रेि प्रऩन
िो ऩूया दफािय धीये से ढहरा छोडने ऩय सुई िे दोरन िी गतत िभ हो जाती है तथा वह अऩेऺािृत
शीघ्र स्थथय हो जाती है । (3) किसी थथान िा ददक्भान रेते सभ म िम्ऩास ऩूणत
भ मा सभतर होनी चादहए
तथा दृचम वेधधिा ऩूयह तयह रम्फवत यहनी चादहए।
(4) मदद वऺ
ृ मा बवन आदद िे परथवरूऩ चेन ये खा िे मसये ऩय िम्ऩास थथाप्रऩत ियने भें िोई
िदिनाई होती है तो चेन ये खा िे सभानाॊतय दस
ू यह ये खा तनस्चचत ियिे नवीन ये खा िा ददक्भान ऩढ़
रेना चादहए।
(5) अवरोिन-तछद्र भें सदै व िभ भान वारे धचह्नों से अधधि भान वारे धचह्नों िी ओय िो किसी ये खा
िा ददिभान ऩढ़ा जाता है । उदाहयणाथभ , मदद िेश ये खा िी सीध भें अॊकित धचह्न िे एि ओय 40° िा
धचह्न तथा दस
ू यह ओय 50° िा धचह्न है तो िेश ये खा िे द्वाया इॊधगत धचह्न िा भान 40° से 50° िी
ओय िो ऩढ़ा जामेगा।
(6) ित्मेि जयहफ ये खा िे अग्र एवॊ ऩचच दोनों िभानों िो ऩढ़ना चादहए स्जससे उनिा अनतय ऻात
ियिे चम्
ु फिीम सई
ु ऩय थथानीम आिषभण िा िबाव ऻात किमा जा सिे। इसिे अततरयक्त किसी
थिे शन ऩय िम्ऩास िे चायों ओय घूभिय बी थथा नीम आिषभण िा ऩता रगामा जा सिता है ।
मदद सवेऺि िे घूभने से िम्ऩास िी स्थथय सुई भें िुछ दोरन होता है तो मह सभझ रेना चादहए कि
उस थिे शन ऩय िम्ऩास ऩय रोहे िा िबाव प्रवद्मभान है ।
(7) िम्ऩास फॊद ियते सभम अथवा उसे एि थिे शन से दस
ू ये थिे शन ऩय रे जाने से ऩू वभ दृचम वेधधिा
िो िाॊच िे ढक्िन ऩय ऺैततज मरिा दे ना चादहए। ऐसा ियने से िम्ऩास िी सुई धुयाग्र प्रऩन से ऊऩय
उि जाती है तथा धुयाग्र प्रऩन िी नोंि खयाफ होने से फच जाती है । दृचम वेधधिा िो ऺततज मरिाते
सभम सुई िा N अऺय वारा मसया िीि उत्तय ददशा िी ओय आभुख होना चादहए अनमथा सुई िे
चम्
ु फि िे खयाफ हो जाने िी सम्बावना यहती है ।
ऺेि-ऩल्ु स्तका
(Field-Book)
प्रिज्भीम िम्ऩास सवेऺण ियते सभम ऺेत्र भें भाऩी गई दरू यमों एवॊ जयहफ ये खाओॊ व अनम प्रववयणों िे
िेक्षऺत किमे गमे ददिभानों िो साथ- साथ ऺेत्र-ऩस्ु थतिा भें मरख ददमा जाता है । ित्मे ि ज़यहफ ये खा िे
अग्र व ऩचच ददक्भानों िो ऺेत्र- ऩुस्थतिा िी तद्नुरूऩी ये खाओॊ िे मसयों ऩय जहाॉ भुख्म सवेऺण िेनद्र िा
नाभ मरखा होता है , मरखते हैं। गौण थिे शन से मरमे गमे किसी प्रववयण िे ददिभान िो ऺेत्र- ऩुस्थतिा
भें तदनुरूऩी गौण थिे शन िे सभीऩ मरखा जा मेगा। इस ििाय ऺेत्र िे स्जस थिे शन से िोई ददक्भान
ऩढ़ा जाता है , ऺेत्र-ऩस्ु थतिा भें उसी थिे शन िे सभीऩ उस ददक्भान िो मरखते हैं। ऺेत्र- ऩस्ु थतिा भें
यै खखि भाऩन व दिप्ऩखणमों िो मरखने एवॊ ये खाधचत्रों िो फनाने भें उन सबी तनमभों िा ऩारन किमा
जाता है , स्जनिे अनुसाय ज़यहफ एवॊ पीता सवेऺण िी ऺेत्र- ऩुस्थतिा भें प्रववयण बयते हैं। सॊऺेऩ भें ,
ददिभान मरखे जाने िे अततरयक्त , िम्ऩास सवेऺण िी ऺेत्र- ऩुस्थतिा ज़यहफ एवॊ पीता सवेऺण िी ऺेत्र-
ऩस्ु थतिा िे सभान होती है ।
सयर एवॊ िभ प्रववयणों वारे छोिे - छोिे ऺेत्रों िे सवेऺण भें , जहाॉ प्रववयणों िे ये खाधचत्र फनाना अथवा
उनिे सम्फनध भें प्रवथतत
ृ दिप्ऩखणमाॉ मरखना आवचमि नहहॊ होता , वहाॉ सायणी-1 िे सभान फनामी गमी
ऺेत्र-ऩुस्थतिा िमोग भें राई जा सिती है ।
इस ऺेत्र-ऩस्ु थतिा िो बयने िी प्रवधध िो एि उदाहयण िे द्वाया थऩटि किमा जा सिता है । भान
रहस्जमे, ABCDE िोई ऺेत्र है , स्जसभें किमे गमे िम्ऩास सवेऺण िामभ िो ऺेत्र-ऩुस्थतिा भें अॊकित ियना
है । मदद इस ऺेत्र भें A थिे शन से B थिे शन िी ओय िो िामभ िायम्ब किमा गमा है तो AB ये खा िे
अग्रददक्भान (60°) िो ऺेत्र-ऩुस्थतिा भें A थिे शन िे साभने तीसये िॉरभ भें ,AB िे ऩचचददक्भान (240°)
िो चौथे िॉरभ भें , तथा B िी रम्फाई (80 भीिय) िो ऩाॉचवे िॉरभ भें मरख ददमा जामेगा। चॉकू ि वऺ
ृ
a िा ऑपसेि A थिे शन से मरमा गमा है अत् इस ऑपसेि िा नाभ, ददक्भान (90°) तथा Aa िी दयू ह
(45 भीिय) िो A थिे शन िे साभने क्रभश: छिे , सातवे तथा आिवे िॉरभों भें मरखा जामेगा। उऩयोक्त
प्रवधध िी ऩुनयावस्ृ त्त ियिे ऺेत्र िे अनम थिे शनों ऩय भाऩी गई दरू यमों व ददिभानों िो ऺेत्र-ऩुस्थतिा भें
मरख दे ते हैं । ऺेत्र-ऩस्ु थतिा एवॊ ददमे गमे ये खाधचत्र िी तर
ु ना ियने ऩय ऺेत्र-ऩस्ु थतिा रेखन िी मह
प्रवधध थऩटि हो जाती है ।
हऱ-सायणी-3 भें उऩयोक्त ददिभानों िो िेऺण- थिे शनों िे अनुसाय व्मवस्थथत किमा गमा है । इस सायणी
िो दे खने से ऻात होता है कि AB ये खा िे िेक्षऺत ददिभानों िा अनतय 314° 30'-134° 30' = 180° है ।
चूॊकि AB व BA ये खाओॊ िे शुद्ध ददक्भानों िो क्रभश् A तथा B थिे शनों से मरमा गमा था अत् इन दोनों
थिे शनों ऩय िम्ऩास थथानीम आिषभण से भक्
ु त थी। BC ये खा िा ददक्भान (अथाभत ् 120° 0') B थिे शन
से मरमा गमा है अत् मह बी शुद्ध है । चॉकू ि BC िा अग्र ददक्भान शुद्ध है , अत् इसिा शुद्ध ऩचचददक्भान
अथाभत ् CB िा ददक्भान 120°0' + 180°0' = 300°0' होगा। ऩयनतु इस ये खा िा िेक्षऺत ददक्भान 299° 30'
है अत: थऩटि है कि C थिे शन ऩय थथानीम आिषभण िे िायण िम्ऩास ने 300°0'-299°30'30°30' िभ
ऩढ़ा है । चॉकू ि C थिे शन ऩय िम्ऩास 0°30' िभ ऩढ़ती है इसमरमे CD िा सहह ददक्भान 174°30' +
0°30' = 175°0' होना चादहए। अफ चॉूकि CD िा सॊशोधधत ददक्भान 175°0' है इसमरए इस ये खा िा सहह
ऩचचददक्भान अथाभत ् DC िा ददक्भान 175°0' +180° 0' =355°0' होगा। ऩयनतु इसिा िेरयत ददक्भान
356°30' है स्जससे ििि होता है कि D थिे शन ऩय बी थथा नीम आिषभण है स्जसिे परथवरूऩ वहाॉ
िम्ऩास 356°30-355°0' =1°30' अधधि ऩढ़ती है । अत् इस अनतय िो D थिे शन से ऩढ़े गमे DA िे
ददक्भान भें से बी घिामा जामेगा स्जससे इस ये खा िा सहह ददक्भान अथाभत ् 276°30' - 1°30' = 275°0'
िाप्त किमा जा सिे। AD ये खा िा ददक्भान A थिे शन िे मरमे जाने िे परथवरूऩ ऩहरे हह शुद्ध है ।
सॊर्वत
ृ ीय या समाऩक िदु ट (Closing Error)
जैसा कि ऊऩय सॊिेत किमा गमा है िबी- िबी फनद भाराये खा सवेऺण से िाप्त दरू यमों एवॊ ददिभानों िा आरेखन
ियने ऩय प्रान भें भाराये खा फनद नहहॊ हो ऩाती। इस सभाऩि त्रदु ि िे दो िायण हो सिते हैं- (i) माॊबत्रि त्रदु ि
(instrumental error) अथाभत ् प्रिज्भीम िम्ऩास अथवा किसी अनम सहामि उऩियण िा खयाफ होना तथा (ii) सवेऺि
िे द्वाया ऺेत्र-अध्ममन मा आरेखन भें िी गई बर
ू ें
(mistakes)। मदद सभाऩि त्रदु ि फहुत फडी है तो तनस्चचत हह
सवेऺि ने किसी िोण िो फनाने भें अथवा किसी ये खा िी भाऩनी िे अनसु ाय सहह रम्फाई िािने भें बर ू िी है ।
ऐसी दशा भें िाम् िायस्म्बि थिे शन से उल्िह मा ितीऩ ददशा (reverse direction) भें भाराये खा िो अॊकित ियिे
सभाऩि त्रदु ि दयू ियते हैं। उदाहयणाथभ , भान रहस्जमे किसी फनद भाराये खा ABCDEA िे ददिभानों एवॊ दरू यमों िो
अॊकित ियने ऩय ABCD EA' खुरह आिृतत फनती है , स्जसभें AA' अऩेऺािृत फडी सभाऩि त्रदु ि है । इस त्रदु ि िो दयू
ियने िे मरमे िायस्म्बि थिे शन A ऩय EA िा ऩचचददक्भान व दयू ह अॊकित ियिे E बफनद ु ऻात िीस्जमे। इसी ििाय E
बफनद ु ऩय DE िा ऩचचददक्भान व दयू ह अॊकित ियिे प्रान भें D बफनद ऻात िीस्जमे। इस उदाहयण भें D बफनद ु ऩय
CD िा ऩचचददिभान व दयू ह अॊकित ियने ऩय नवीन भाराये खा ऩहरे अॊकित िी गई भाराये खा िे C बफनद ु ऩय मभर
जाती है । अत: ABCDEA सॊशोधधत भाराये खा होगी।
[I] बाऊडडच का ननयम (Bowditch's rule)
मदद सभाऩि त्रुदि फहुत फडी नहहॊ है तो साभानमत् मह भान मरमा जाता है कि सवेऺि िे द्वाया ऺेत्र
भें अथवा आरेखन ियते सभम प्रवमबनन थिे शनों मा बफनदओ
ु ॊ ऩय थोडी-थोडी भात्रा भें िी गई बर
ू ें प्रान
भें अस्नतभ थिे शन ऩय सभाऩि त्रुदि िे रूऩ भें इिट्ठी हो गई हैं। इस ििाय िी सभाऩि त्रुदि िो
फाऊडडच िे द्वाया फतराई गई प्रवधध िे अनस
ु ाय दयू ियते हैं। इस प्रवधध भें प्रान िे ित्मेि थिे शन िो
उसिी िायस्म्बि थिे शन से दयू ह िे अनुऩात भें सभाऩि त्रुदि िदमशभत ियने वारह ये खा िे सभानतय
अॊकित ियिे भाराये खा िो फनद ियते हैं। सयर शब्दों भें , इस प्रवधध भें सभाऩि त्रुदि िो भाराये खा िे
प्रवमबनन थिे शनों ऩय उनिी िायस्म्बि थिे शन से दयू ह िे अनुऩात भें फाॉि ददमा जाता है । फाऊडडच िे
इस तनमभ िो िमोग ियने िी आरेखी व गखणतीम प्रवधधमाॉ नीचे सभझामी गई हैं।
[II] समाऩक िदु ट के ननराकरण की आऱेखी प्रर्वधध (Graphical method of eliminating the closing error)
धचत्र A िे अनुसाय भान रहस्जमे किसी सवेक्षऺत फनद भारा ये खा िो अॊकित ियने ऩय ABCDEF आिृतत
फनती है , स्जसिी FA सभाऩि त्रदु ि िो आरेखी प्रवधध िे द्वाया दयू ियना | AB, BC, CD, DE तथा EF
ये खाओॊ िी सस्म्भमरत रम्फाई िे फयाफय िोई सयर ये खा खीॊचिय उसभें इन ये खाओॊ िी दरू यमों िो इसी
क्रभ भें अॊकित िीस्जमे (धचत्र 19.14B)। मदद मह िागज़ ऩय न आमे तो सबी दरू यमों िो सभान
अनुऩात भें छोिा िय रेना चादहए। उदाहयण िे मरमे, उऩयोक्त ये खाधचत्र भें ित्मेि ये खा िो उसिी आधी
रम्फाई िे फयाफय फनामा गमा है । अफ इस ये खा िे F बफनद ु ऩय A सभाऩि त्रदु ि िे फयाफय Fa रम्फ
फनाइमे तथा A व बफनदओु ॊ िो मभराते हुए Aa िणभ खीॊधचए। इसिे ऩचचात ् B, C, D, तथा E बफनदओ
ु ॊ ऩय
क्रभश् Bb, Cc, Dd तथा Ee रम्फ उिाइमे। अफ प्रान भें B,C,D तथा E बफनदओ ु ॊ ऩय FA िे सभानतय
ये खाएॉ खीॊधचमे तथा इन सभानतय ये खाओॊ भें क्रभश: Bb, Cc, Dd व Ee रम्फों िी दरू यमाॉ िाििय b, c, d
व e बफनदओ
ु ॊ िो ऻात िीस्जए । A, b, c,d व e बफनदओ
ु ॊ िो मभराने ऩय फनी आिृतत सवेक्षऺत भारा
ये खा िी सहह आिृतत िो ििि िये गी।
[।।।] समाऩक िुदट के ननराकरण की गणणतीय प्रर्वधध (Mathematical method of eliminating the
closing error)
आरेखी प्रवधध भें तो प्रान िे प्रवमबनन बफनदओ
ु ॊ ऩय त्रदु ि िदमशभत ियने वारह ये खा िे सभानतय खीॊची
जाने वारह Bb, Cc, Dd व Ee ये खाओॊ िी रम्फाइमों िो ज्मामभतीम यचना िे द्वाया ऻात ियते हैं,
ऩयनतु गखणतीम प्रवधध भें इन सभानतय ये खाओॊ िी रम्फाइमों िो तनम्न सत्र
ू िी सहामता से तनस्चचत
ियते हैं :
क्रकसी त्रबन्दु की के सहारे िारल्म्भक स्टे शन से दरू ी / माऱारे खा की सम्ऩूणथ ऱम्बाई×समाऩक िुदट की
ऱम्बाई
.
हऱ-धचत्र िे अनस
ु ाय िच्चा प्रान फनाने िे फाद मबनन- मबनन थिे शनों ऩय अनत् एवॊ फाह्म िोणों िा
सायणी 6 िे अनुसाय ऩरयिरन िीस्जए ।
जैसा कि ये खाधचत्र से ििि है A, B व C थिे शनों भें ित्मेि ऩय ऩढ़े गमे दो ये खाओॊ िे ददिभानों िा
अनतय सम्फस्नधत थिे शन ऩय अनत् िोण िा भान िदमशभत ियता है
अत: इन थिे शनों ऩय फाह्म िोणों िा भान ऻात ियने िे मरमे सम्फस्नधत अनत:िोण िो 360° भें से
घिामा गमा है । इसिे प्रवऩयहत D तथा E बफनदओ
ु ॊ ऩय मह अनतय फाह्म िोणों िा भान िदमशभत ियता
है अत् इन थिे शनों ऩय सम्फस्नधत फाह्म िोणों िो 360° भें से घिािय अनत् िोण ऻात किमे गमे हैं।