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प्रिज्मीय कम्ऩास सर्वेऺण

(Prismatic Compass Surveying)

ऩररचय (Introduction)
धयातर ऩय किनहहॊ दो बफनदओ
ु ॊ िो मभराने वारह सयर ये खा िे चम्
ु फिीम ददशा िोण मा
ददिभान (magnetic bearing) तथा रम्फाई िो भाऩनी िे अनुसाय अॊकित ियिे प्रान भें उन बफनदओ
ु ॊ
िी एि-दस
ू ये िे सनदबभ भें स्थथततमाॉ तनस्चचत ियना प्रिज्भीम िम्ऩास सवेऺण िा भूर आधाय है । इस
सवेऺण भें दो बफनदओ
ु ॊ िे भध्म िी दयू ह िो ज़यहफ अथवा पीते से भाऩते हैं तथा उन बफनदओ
ु ॊ िो
मभराने वारह सयर ये खा िे चम्
ु फिीम ददक्भान िो प्रिज्भीम िम्ऩास िी सहामता से ऻात ियते हैं।
किसी सयर ये खा िे चुम्फिीम ददक्भान से हभाया तात्ऩमभ चुम्फिीम उत्तय (magnetic north) से उस
ये खा ति घडी िी सुई िी ददशा भें भाऩे गमे िोण से है । प्रिज्भीम िम्ऩास िे द्वाया किसी ऺेत्र िा
सवेऺण ियने िे मरमे िाम् चॊक्रभण मा भारा ये खा प्रवधध (traverse method) िा िमोग ियते हैं तथा
भारा ये खा िे इधय-उधय स्थथत ऺेत्र िे अनम प्रववयणों िो प्रवकियण मा िततच्छे दन प्रवधध िे अनस
ु ाय
प्रान भें अॊकित ियते हैं। इस ििाय प्रिज्भीम िम्ऩास सवेऺण भें ज़यहफ एवॊ पीता सवेऺण िी तयह
ऺेत्र भें भाऩी गई ित्मेि ये खा िी रम्फाई व ददिभान िो मथाथथान सहह-सहह ऺेत्र-ऩुस्थतिा (field-
book) भें मरखना अतनवामभ होता है ।
किसी ऺेत्र िा िच्चा ये खाधचत्र फनाने अथवा किसी प्रान भें ऺेत्र िे अनम प्रववयणों िो अॊकित
ियने िे मरमे अथवा सडि नहय मा ये रभागभ आदद फनाने िे मरमे किमे जाने वारे िायस्म्बि सवेऺणों
िे मरमे प्रिज्भीम िम्ऩास एि भहत्वऩूणभ उऩियण है । इसिे अततरयक्त सघन फस्थतमों एवॊ वन ऺेत्रों भें ,
जहाॉ दृस्टि ये खा िे भागभ भें फाधाओॊ िी सॊख्मा अधधि होती है , प्रिज्भीम िम्ऩास िे द्वाया सवेऺण
ियना सयर यहता है । ऩयनतु प्रिज्भीम िम्ऩास िे द्वाया चम्
ु फिीम अथवा रौह-अमथि (iron ore) से
मुक्त शैर वारे ऺेत्रों िे प्रवचवसनीम एवॊ शुद्ध प्रान नहहॊ फनामे जा सिते हैं क्मोंकि इस ििाय िे ऺेत्रों
भें चुॊफिीम आिषभण िे परथवरूऩ शुद्ध ददक्भान ऻात ियना िदिन होता है ।

प्रिज्मीय कम्ऩास सर्वेऺण के उऩकरण (Instruments Required for Prismatic Compass


Surveying)
प्रिज्भीम िम्ऩास सवेऺण भें तनम्नमरखखत उऩियणों िी आवचमिता होती है :
(1) प्रिज्भीम िम्ऩास तथा बत्रऩाद-थिै ण्ड,
(2) ज़यहफ अथवा पीता,
(3) ज़यहफ िे तीय,
(4) साहुर एवॊ िोिा,
(5) स्थऩरयि रेप्रवर,
(6) सवेऺण दण्ड,
(7) िागज़ तथा ड्राइॊग उऩियण ।
प्रिज्भीम िम्ऩास िो छोडिय उऩयोक्त सबी उऩियणों िो प्रऩछरे दो अध्मामों भें प्रवथतायऩव
ू ि

सभझामा जा चुिा है अत् उनहें महाॉ ऩुन् मरखने िी आवचमिता नहहॊ है ।
[।] प्रिज्मीय कम्ऩास (Prismatic compass)
प्रिज्भीम िम्ऩास , स्जसे उसिे बत्रऩाद- थिै ण्ड ऩय रगािय िमोग ियते हैं , इस सवेऺण िा सफसे अधधि
भहत्वऩूणभ उऩियण है । चॉकू ि ददिभान ऩढ़ने िे मरमे इस िम्ऩास भें एि प्रिज़्भ रगा होता है अत : इसे
प्रिज्भीम िम्ऩास िी सॊऻा दह गई है । फनावि िे प्रवचाय से प्रिज्भीम िम्ऩास िे तीन भुख्म बाग होते
हैं (i) िम्ऩास फक्स (compass box); (ii) प्रिज़्भ (prism) तथा (iii) दृचम वेधधिा (object vane)। धचत्र
19.1 भें प्रिज्भीम िम्ऩास िे प्रवमबनन अॊग ददखरामे गमे हैं जो तनम्न हैं :
(1) िम्ऩास फक्स (compass box),
(2) िाॉच िा ढक्िन (glass cover),
(3) धयु ाग्र प्रऩन (pivot pin),
(4) चुम्फिीम सुई (magnetic needle),
(5) अॊशाॊकित वरम (graduated ring),
(6) उत्थाऩि प्रऩन (lifting pin),
(7) उत्थाऩि उत्तोरि (lifting lever),
(8) ब्रेि प्रऩन मा नॉफ (brake pin or knob),
(9) स्थिॊग ब्रेि (spring brake),
(10) प्रिज्भ (prism),
(11) दशभ परि (sight vane),
(12) अवरोिन-तछद्र (eye-hole),
(13) यॊ गीन धूऩ-िाॊच िा मुगर (pair of coloured sun-glasses),
(14) प्रिज्भ पोिसन ऩें च (prism focusing stud),
(15) िब्जा (hinge),
(16) प्रिज्भ िा ढक्िन (prism cap),
(17) दृचम वेधधिा (object vane),
(18) िेश ये खा (hair line or horse hair),
(19) सयिवाॉ मा सभॊजनीम दऩभण (sliding or adjustable mirror)|

िम्ऩास फक्स ऐरुमभतनमभ मा ऩीतर िी गोर डडप्रवमा िे सभान होता है तथा इस ऩय ऩायदशी सादे
िाॉच िा एि थथामी ढक्िन रगा यहता है । इस डडबफमा िा व्मास िाम् 6 से 15 सेभी ति होता है ।
िम्ऩास फक्स िे िेनद्र भें ििोय इथऩात से तनमभभत धुम्र प्रऩन िी नोंि ऩय चुम्फिीम सुई तथा उससे
जुडा अॊशाॊकित वरम सॊतुरन अवथथा भें दििा होता है । इस वरम िे व्मास िी रम्फाई िे आधाय ऩय
किसी िम्ऩास िे आिाय िो ऩुिायते हैं जैसे, 10 सेभी िम्ऩास', '15 सेभी िम्ऩास', आदद िम्ऩास िो सुई
तथा वरम िो ऐरमु भतनमभ िी ऩतरह चादय भें िाििय फनामा जाता है । सई
ु िे एि मसये ऩय अॊग्रेज़ी
बाषा िा N अऺय अॊकित होता है । इस मसये से चुम्फिीम उत्तय ददशा िा फोध होता है सुई िा दस
ू या
मसया दक्षऺण ददशा िो इॊधगत ियता है । अॊशाॊकित वरम ऩय सुई िे दक्षऺणी मसये (शूनम अॊश) से घडी िी
सुई िी ददशा भें अॊशों तथा आधे अॊशों िे धचह्न अॊकित होते है । इस ििाय वरम ऩय अॊकित 0°, 90°,
180° तथा 270° िे धचह्न क्रभश् दक्षऺण, ऩस्चचभ, उत्तय तथा ऩव
ू भ ददशाओॊ िो ििि ियते हैं। जैसा कि
इस धचत्र से ििि है वरम ऩय अॊकित किसी धचह्न िे अॊशों भें भान िो उल्िे अॊिों भें मरखा जाता है
स्जससे प्रिज्भ भें उसे सीधा ऩढा जा सिे। किसी थिे शन ऩय ददक्भान ऩढ़ने से ऩूवभ ब्रेि प्रऩन मा नॉफ
िो दफािय वरम िे दोरन (oscillation) िी गतत िो िभ िय दे ते हैं स्जसिे परथवरूऩ वरम
अऩेऺािृत शीघ्र स्थथय हो जाता है नॉफ िो दफाने से िम्ऩा स फक्स िे बीतय रगा स्थिॊग ब्रेि वरम से
सििय उसे स्थथय िय दे ता है वरम िे दोरन िो िभ ियने िे मरमे नॉफ िो ऩयू ा दफाने िे ऩचचात ्
धीये से ढहरा छोडना चादहए। प्रिज्भीम िम्ऩास िो फनद ियने िे मरमे अथवा उसे एि थथान से दस
ू ये
थथान ऩय रे जाते सभम दृचम वेधधिा िो भोडिय िाॉच िे ढक्िन ऩय ऺैततज बफछा दे ते हैं। ऐसा ियने
ऩय उत्थाऩि प्रऩन दफ जाता है । उत्थाऩि प्रऩन िा सम्फनध उत्थाऩि उत्तोरि िे द्वाया धुयाग्र प्रऩन से
होता है । अत् उत्थाऩि प्रऩन िे दफने ऩय चम्
ु फिीम सई
ु धयु ाग्र प्रऩन िी नोंि से ऊऩय उििय िाॉच िे
ढक्िन िी आनतरयि स तह से सि जाती है औय इस ििाय धुयाग्र प्रऩन िी नोि अनावचमि रूऩ से
खयाफ नहहॊ हो ऩाती।

िम्ऩास फक्स िे फाहय एि ओय प्रिज्भ होता है तथा प्रिज़्भ से िम्ऩास फक्स िे व्मथत प्रवऩयहत ओय
दृचम वेधधिा रगी होती है । ऺेत्र िे किसी प्रववयण िो दृचम वेधधिा िी िेश ये खा िी सीध भें रक्ष्म
ियने िे मरमे प्रिज्भ िे ऊऩयह बाग भें एि खझयह (slit) ििह होती है , स्जसे दशभ परि िहते हैं। दशभ
परि िे तनचरे मसये ऩय अवरोिन-तछद्र होता है स्जस ऩय आॉख यखिय िेश ये खा िी सीध भें किसी
प्रववयण िा अॊशाॊकित वरम ऩय ददक्भान ऩढ़ा जाता है । प्रिज्भ िी तनचरह सतह ऩय एि तछद्र होता है
स्जसभें रगा रेंस वरम ऩय अॊकित धचह्नों व अॊिों िो फडे आिाय भें प्रिज्भ िी िणी (hypotenusal)
सतह िे दऩभण ऩय ऩयावतभन िय दे ता है अत: उनहें सपरताऩूवि
भ ऩढ़ा जा सिता है । िमोग न ियते
सभम इस तछद्र ऩय प्रिज़्भ िा ढक्िन रगा दे ते हैं स्जससे रेनस ऩय धूर आदद न जभा हो सिे।
(प्रिज्भ िो सवेऺि िी आॉख िी योशनी िे अनरूऩ पोिस ियने िे मरमे उसभें एि प्रिज्भ- पोिस ऩें च
रगा होता है । इस ऩें च िे द्वाया प्रिज़्भ िो आवचमितानस
ु ाय ऊॉचा मा नीचा थथाप्रऩत किमा जा सिता
है । दशभ परि िे साभने दो यॊ गीन धूऩ िाॉच होते हैं। सूमभ अथवा किसी चभिदाय प्रववयण िो रक्ष्म
ियते सभम दशभ परि िे आगे आवचमितानुसाय यॊ ग िा धूऩ िाॊच रगा ददमा जाता है । िम्ऩा स िे
सभीऩ िबी- िबी िोई प्रववयण इतनी ऊॉचाई मा नीचाई ऩय स्थथत होता है कि उसे सीधा रक्ष्म नहहॊ
किमा जा सिता। ऐसी दशा भें प्रववयणों िे िततबफम्फों िो सयिवाॉ मा सभॊजनीम दऩभण भें दे खते हुए
सीध मभराते हैं। ऊॉचे प्रववयणों िो दे खने िे मरमे दऩभण िो दृचम वेधधिा ऩय सी धा तथा नीचे प्रववयणों
िे मरमे उल्िा रगामा जाता है ।

[।।] प्रिज्मीय कम्ऩास का त्रिऩाद-स्टै ण्ड (Tripod stand of prismatic compass)


जैसा कि ऊऩय फतरामा गमा है प्रिज्भीम िम्ऩास िो उसिे बत्रऩाद-थिै ण्ड ऩय िसिय िमोग ियते हैं।
बत्रऩाद-थिै ण्ड िी िॉगें सागौन िी रिडी िी फनी होती हैं तथा इनिे ऊऩयह मसये ऩें चों िे द्वाया बत्रऩाद-
शीषभ से जड
ु े होते हैं। प्रिज्भीम िम्ऩास िो बत्रऩाद-थिै ण्ड ऩय रगाने िे मरमे बत्रऩाद-शीषभ िे ऊऩय िी
ओय स्थथत घूभने वारे तघयायह दाय खोर िी छड िो िम्ऩास फक्स िे नीचे फने चूडीदाय तछद्र भें िस
दे ते हैं। छड िो िसते सभम िम्ऩास िो फामें हाथ से ऩिडिय स्थथय यखते दामें से खोर िे तघयायहदाय
ऩें च िो घुभाना चादहए। सभूची िम्ऩास िो घुभािय िसने भें िम्ऩास िे हाथ से छूििय धगय जाने िा
बम यहता है । बत्रऩाद-शीषभ भें िनदि
ु -खस्ल्रिा सॊधध (ball and socket joint) होने िे परथवरूऩ बत्रऩाद-
थिै ण्ड िी िाॉगों िो बफना दहरामे िम्ऩास िो सभतर थथाप्रऩत किमा जा सिता है ।

ददकमान या ददशाकोण (Bearing)


प्रिज्भीम िम्ऩास सवेऺण भें ददक्भानों िा प्रवशेष थथान है क्मोंकि इनहहॊ िे आधाय ऩय किसी ऺेत्र िे
प्रववयणों िो प्रान भें अॊकित किमा जाता है । अत : सवेऺण िी िकक्रमा ऩढ़ने से ऩूवभ ददिभान िा अथभ
एवॊ उसिे बेदों िो बरह-बाॉतत सभझ रेना आवचमि है ।

[I] ददकमान का अथथ (Meaning of bearing)


किसी दह गई तनदे श ददशा (reference direction) अथवा माम्मोत्तय (meridian) से किसी ये खा ति िा
ऺैततज िोण उस ये खा िा ददिुभान मा ददशा िोण िहराता है । इस ििाय किसी ये खा, थथान अथवा
बफनद ु िे ददक्भान से उस ये खा, थथान मा बफनद ु िी दह गई माम्मोत्तय से ददशा िा फोध होता है । सयर
शब्दों भें , तनदे श ददशा िे सनदबभ भें किसी ये खा िी ददशा िो उस ये खा िा ददक्भान मा ददशा िोण
िहते हैं।

[II] ददक्मान के भेद (Kinds of bearing)


ददक्भानों िो तनम्नमरखखत चाय आधायों िे अनस
ु ाय वगीिृत किमा जा सिता है :
1. ननदे श ददशा के अनुसार ददक्मान के भेद (Kinds of bearing according to reference direction)-
सवेऺण भें िमोग िी जाने वारह तनदे श ददशाएॉ तीन ििाय िी होती है - (i) मथाथभ माम्मोत्तय (true
meridian) अथाभत ् बौगोमरि उत्तय- दक्षऺण ये खा , (ii) चुम्फिीम माम्मोत्तय (magnetic meridian) अथाभत
चम्
ु फिीम उत्तय-दक्षऺण ये खा तथा (i) थवेच्छ मा िस्ल्ऩत माम्मोत्तय (arbitrary or assumed meridian) |
इस दृस्टि से ददिभानों िे तनम्नमरखखत तीन बेद होते हैं :
(a) यथाथथ ददक्मान या ददगॊश (True bearing or azimuth)-बौगोमरि उत्तय- दक्षऺण ये खा अथाभत ् मथाथभ
माम्मोत्तय से किसी दह गई ये खा ति भाऩा गमा ऺैततज िोण उस ये खा िा मथाथभ ददिभान िहरामेगा।
थभयण यहे , ब-ू ऩटृ ि तथा ब-ू अऺ (earth's axis) िे िततच्छे दन बफनदओ
ु ॊ िो उत्तयह बौगोमरि ध्रुव तथा
दक्षऺणी बौगोमरि ध्रुव िहते हैं तथा धयातर िे किसी बफनद ु से गुजयने वारह मथाथभ माम्मो त्तय वह
ये खा होती है स्जसभें ददमे हुए बफनद ु एवॊ दोनों बौगोमरि ध्रव
ु ों से होिय जाने वारा तर (plane) ब-ू ऩटृ ि
िा िततच्छे दन ियता है । किसी थिे शन ऩय मथाथभ माम्मोत्तय िी ददशा सदै व अचय मा अऩरयवती
(constant) होती है । मद्मप्रऩ ग्रोफ ऩय सभथत माम्मोत्तय ध्रुवों ऩय मभर जाती हैं तथाप्रऩ छोिे - छोिे
साभानम सवेऺणों भें इन ये खाओॊ िो एि- दस
ू ये िे सभानतय भान मरमा जाता है । मथाथभ ददक्भान िो
ददगॊश बी िहते हैं।
(b) चुम्बकीय ददकमान (Magnetic bearing) थथानीम आिषभण से भुक्त एवॊ बरह ििाय सनतुमरत व
थवतॊत्र रूऩ भें रििी हुई चुम्फिीम सुई िी ददशा िो चुम्फिीम माम्मोत्तय मा चुम्फिीम उत्तय- दक्षऺण
ये खा िहते हैं। अत् सवेऺण एवॊ ऺेत्र िे किसी बफनद ु िो मभराने वारह सयर ये खा िा चुम्फिीम
माम्मोत्तय से घडी िी सई
ु िी ददशा भें भाऩा गमा ऺैततज िोण उस बफनद ु िा चम्
ु फिीम ददक्भान
िहराता है । चुम्फिीम ध्रुवों िी स्थथतत बौगोमरि ध्रुवों से िुछ दयू होती है । इसिे परथवरूऩ िाम्
मथाथभ तथा चुम्फिीम माम्मोत्तय िी ददशा अचय नहहॊ होती अप्रऩतु उसभें ऩरयवतभन होते यहते हैं।
(c) स्र्वेच्छ या कल्पऩत ददक्मान (Arbitrary or assumed bearing)-ऺेत्र भें थवेच्छानुसाय छाॉिह गई तनदे श
ददशा मा माम्मोत्तय से किसी ये खा ति भाऩे गमे ऺैततज िोण िो उस ये खा िा थवेच्छ मा िस्ल्ऩत
ददिभान िहते हैं। छोिे - छोिे सवेऺणों िे मरमे िबी- िबी सवेऺि एवॊ ऺेत्र िे किसी थथामी बफनद ु िो
मभराने वारह ये खा अथवा सवेऺण िी िायस्म्बि ये खा िी ददशा िो तनदे श ये खा भानिय शेष प्रववयणों िे
िस्ल्ऩत ददिभान ऻात िय रेते हैं।
2. अॊकन ऩद्धनत के अनस
ु ार ददक्मान के भेद (Kinds of bearing according to notation system)-ftt ये खा
िे ददक्भान िो व्मक्त ियने िी दो ऩद्धततमाॉ होती हैं- (i) ऩूण-भ वत्ृ त ऩद्धतत (whole circle system) तथा
(ii) वत्ृ तऩादहम मा चतुथाांश ऩद्धतत (quadrantal system)। िथभ ऩद्धतत िे अनुसाय व्मक्त ददक्भान िो
ऩूण-भ वत्ृ त ददक्भान िहते हैं तथा द्प्रवतीम ऩद्धतत िे अनुसाय व्मक्त किमा गमा ददक्भान वत्ृ तऩादहम
ददक्भान िहराता है ।
(a) ऩूण-थ र्वत्ृ त ददक्मान (Whole circle bearing or W.C. B.)-दह गई मथाथभ , चुम्फिीम अथवा िस्ल्ऩत
तनदे श माम्मोत्तय िे उत्तयह बफनद ु से किसी ये खा ति घडी िी सुई िी ददशा भें भाऩे गमे िोण िो
ऩूण-भ वत्ृ त ददक्भान (W.C.B.) िहते हैं । ऩूण-भ वत्ृ त ददक्भान िा भान 0° तथा 360° िे भध्म िोई बी
भल्
ू म हो सिता है । चॊकू ि मह ददक्भान ऩण
ू त
भ मा िोण िे द्वाया व्मक्त किमा जाता है अत् इसभें उ ० ,
द० , ऩू० तथा ऩ० आदद िधान ददग्फनद ु (cardinal points) मा ददशा सूचि अऺय मरखने िी आवचमिता
नहहॊ होती। उदाहयणाथभ , भान रहस्जमे NS िोई तनदे श माम्मो त्तय है स्जसभें N उत्तय ददशा िो ििि
ियता है । अफ चॉूकि A, B, C तथा D बफनद ु NS माम्मोत्तय िे उत्तयह मसये से घडी िी सुई िी ददशा भें
क्रभश् 60°, 130°, 240° व 290° िे िोण फनाते हैं अत : मे भान इन बफनदओ
ु ॊ िे ऩण
ू -भ वत्ृ त ददक्भान
िहरामेंगे। थभयण यहे , प्रिज्भीम िम्ऩास िे द्वाया ऺेत्र िे किसी थिे शन मा प्रववयण िा ऩूण-भ वत्ृ त
ददक्भान ऩढ़ा जाता है ।
(b) र्वत्ृ तऩादीय ददक्मान (Quadrantal bearing) किसी ये खा िे वत्ृ तऩादहम ददक्भान िो दह गई तनदे श
माम्मोत्तय िे तनििथथ उत्तयह अथवा दक्षऺणी मसये से ऩरयस्थथततनुसाय घडी िी सुई िी ददशा भें
(clockwise) अथवा घडी िी सुई िी प्रवऩयहत ददशा भें (counter clockwise) ऩूवभ अथवा ऩस्चचभ िी ओय
िो अॊ शों भें भाऩते हैं। चॉूकि किसी ये खा िा वत्ृ तऩादहम ददक्भान अधधि से अधधि 90° हो सिता है
अत: ित्मेि वत्ृ तऩादहम ददक्भान ऩय मह सॊिेत ियना ऩयभ आवचमि है कि उस ददक्भान िो तनदे श
माम्मोत्तय िे िौन से मसये (उत्तय अथवा दक्षऺण) से किस ददशा (ऩूवभ अथवा ऩस्चचभ) िी ओय िो भाऩा
गमा है ।
वत्ृ तऩादहम ऩद्धतत भें एि-दस
ू ये िो सभिोण ऩय िािती हुई दो सयर ये खाएॊ खीॊचिय किसी वत्ृ त िो चाय
सभान वत्ृ त ऩदों (quadrants) भें प्रवबास्जत िय दे ते हैं। इन ये खाओॊ भें एि िे द्वाया उत्तय-दक्षऺण ये खा
तथा दस
ू यह िे द्वाया ऩूव-भ ऩस्चचभ ये खा िो ििि ियते हैं (धचत्र 19.4) । इस ििाय उत्तय-दक्षऺण ये खा िे
उत्तयह मसये से घडी िी सुई िी ददशा भें स्थथत िथभ वत्ृ तऩाद िो उत्तय-ऩूव,भ द्प्रवतीम वत्ृ तऩाद िो
दक्षऺण-ऩूव,भ तत
ृ ीम वत्ृ तऩाद िो दक्षऺण-ऩस्चचभ तथा चतुथभ वत्ृ तऩाद िो उत्तय-ऩस्चचभ शब्दों से সिि
किमा जामेगा। तनमभानस
ु ाय िथभ व अस्नतभ वत्ृ तऩादों भें स्थथत बफनदओ
ु ॊ िे वत्ृ तऩादहम ददिभानों िो
उत्तय से तथा द्प्रवतीम व तत
ृ ीम वत्ृ तऩादों भें स्थथत बफनदओ
ु ॊ िे वत्ृ तऩादहम ददक्भानों िो दक्षऺण से
भाऩते हैं। अत् थऩटि है कि िथभ व द्प्रवतीम वत्ृ तऩादों भें किसी बफनद ु िे वत्ृ तऩादहम ददक्भान िा
अॊशभान ऩूवभ िी ओय िो तथा तत
ृ ीम व चतुथभ वत्ृ तऩादों िे बफनदओ
ु ॊ िे वत्ृ तऩादहम ददक्भानों िे
अॊशभान ऩस्चचभ िी ओय िो ऩढ़े जामेंगे। किसी बफनद ु िे वत्ृ तऩादहम ददक्भान िे सॊख्मात्भि भान िे
ऩहरे तनदे श माम्मोत्तय िी िमोग िी गई ददशा (उत्तय अथवा दक्षऺण) तथा फाद भें सम्फस्नधत बफनद ु
िी तनदे श माम्मोत्तय से ऩूवभ अथवा ऩस्चचभ ददशा इॊधगत ियना ऩयभ आवचमि है । उदाहयणाथभ, उऩयोक्त
ये खाधचत्र भें िदमशभत A, B, C तथा D बफनदओ
ु ॊ िे वत्ृ तऩादहम ददक्भानों िो क्रभश् उत्तय 60° ऩूव,भ दक्षऺण
30° ऩूव,भ दक्षऺण 45° ऩस्चचभ व उत्तय 45° ऩस्चचभ िे रूऩ भें मरखा जामेगा।

महाॉ मह सॊिेत ियना आवचमि है कि बत्रिोणमभतीम सायखणमों भें मरखे सबी िोण 90° से िभ
भान वारे होते हैं। अत् 90° से अधधि भान वारे किसी ऩूणभ वत्ृ त ददक्भान िे बत्रिोणमभतीम परन
(trigonometric function) िा भान ऻात ियने िे मरमे सायणी भें उस ददिभान िे 90° से िभ किनतु
बत्रिोणमभतीम परन िे सभान सॊख्मात्भि भान वारे तदनरू
ु ऩ िोण, स्जसे सभानीत ददक्भान (reduced
bearing) िहते हैं, िो ऩढ़ा जाता है । किसी ये खा िे ऩूणव
भ त्ृ त ददिभान िो वत्ृ तऩादहम मा सभानीत
ददिभान भें ऩरयवततभत ियने िे तनम्नमरखखत चाय तनमभ हैं :
(1) मदद ऩूणव
भ त्ृ त ददक्भान िा सॊख्मात्भि भान 0° तथा 90° िे भध्म िी िोई सॊख्मा है तो बफना िोई
ऩरयवतभन किमे उस सॊख्मा से ऩहरे 'उत्तय तथा फाद भें 'ऩव
ू 'भ शब्द मरख दे ते हैं।
(2) मदद ऩूणभ वत्ृ त ददक्भान िा सॊख्मात्भि भान 90° व 180° िे भध्म है तो उस ददक्भान िो 180° भें
से घिाने से िाप्त सॊख्मा (अथाभत ् 180°- ऩूणभ वत्ृ त ददक्भान) िे ऩहरे 'दक्षऺण' तथा फाद भें 'ऩूव'भ शब्द
मरखते हैं।
(3) मदद ऩण
ू भ वत्ृ त ददक्भान 180° व 270° िे भध्म है तो उसभें से 180° घिाने ऩय िाप्त सॊख्मा (अथाभत ्
ऩूणभ वत्ृ त ददक्भान-180°) िे ऩहरे 'दक्षऺण' तथा फाद भें ऩस्चचभ' शब्द मरखें जामेंगे।
(4) मदद ऩण
ू भ वत्ृ त ददक्भान िा भान 270° व 360° िे भध्म है तो उसे 360° भें से घिाने ऩय िाप्त
सॊख्मा (अथाभत ् 360° -ऩूणव
भ त्ृ त ददक्भान) िे ऩहरे 'उत्तय' तथा फाद भें ऩस्चचभ शब्द मरख ददमे जाते हैं।
उऩयोक्त तनमभों िो तनम्न उदाहयण िे द्वाया थऩटि किमा जा सिता है :
उदाहरण (1) तनम्नमरखखत ऩूणव
भ त्ृ त वत्ृ त ददिभान िा वत्ृ तऩादहम मा सभानीत ददक्भानों भें ऩरयवततभत
िीस्जमे:
(i) 75° 30' (ii) 140° 30' (iii) 220° 30' (iv) 310° 30
हऱ-
(i) ऩण
ू भ वत्ृ त ददक्भान = 75° 30'
चॉकू ि मह भान 90° से िभ है अत: िथभ तनमभ िे अनस
ु ाय, वत्ृ तऩादहम ददक्भान,
= उत्तय 75° 30' ऩव
ू भ

(ii) ऩूणभ वत्ृ त ददक्भान =140° 30'


चॉकू ि मह सॊख्मा 90° से अधधि तथा 180° से िभ है अत् द्प्रवतीम तनमभ िे अनुसाय,
वत्ृ तऩादहम ददक्भान,
= 180°-140° 30'
= दक्षऺण 39° 30' ऩवू भ

(iii) ऩूणभ वत्ृ त ददक्भान = 220° 30'


चॉकू ि मह सॊख्मा 180° से अधधि है तथा 270° से िभ है , अत् तत
ृ ीम तनमभ िे अनुसाय,
वत्ृ तऩादहम ददिभान,
= 220° 30'-180°
= दक्षऺण 40° 30' ऩस्चचभ

(iv) ऩूणभ वत्ृ त ददिभान =310° 30'


चकूॊ ि मह सॊख्मा 270° व 360° िे भध्म है , अत: चतुथभ तनमभ िे अनुसाय, वत्ृ तऩादहम ददिभान,
= 360° -310° 30
=उत्तय 49° 30' ऩस्चचभ

3. रे खा ऩर सर्वेऺक की ल्स्थनत के अनुसार ददक्मान के da (Kinds of bearing according to


surveyor's position on line)-ित्मेि ये खा भें दो मसये होते हैं। सवेऺि िे भागभ भें ऩडने वारे किसी ये खा
िे िथभ मसये िो िायस्म्बि मसया तथा दस
ू ये मसये िो अस्नतभ मसया िहते हैं। अत् सवेऺि ने किसी ये खा
िे िौन से मसये ऩय खडे होिय उस ये खा िा ददक्भान ऩढ़ा है, इस दृस्टि से ददक्भानों िे तनम्नमरखखत दो
बेद होते हैं।
(a) अग्रददक्मान Forward or fore bearing) सवेऺि िे चरने िी ददशा भें किसी ये खा िे िथभ मा िायस्म्बि
मसये ऩय खडे होिय ऩढ़े गमे दस
ू ये मसये िे ददिभान िो उस ये खा िा अऩददिभान (EB.) िहते हैं।
उदाहयणाथभ, भान रहस्जमे किसी सयर ये खा AB भें A िायस्म्बि तथा B अस्नतभ मसया है तो A बफनद ु ऩय खडे
होिय ऩढ़े गमे B बफनद ु िे ददिभान िो AB ये खा िा अग्रददक्भान िहा जामेगा। इसी ििाय B बफनद ु से ऩढ़ा
गमा C बफनद ु िा ददरभान BC ये खा िा अग्रददक्भान होगा ।
(b) ऩश्चददक्मान (Reverse or back bearing) किसी सयर ये खा िे अस्नतभ मसये से उस ये खा िे िा यस्म्बि
मसये िो रक्ष्म ियिे ऩढ़ा गमा ददिभान सम्फस्नधत ये खा िा ऩचचददक्भान (B. B.) िहराता है । इस ििाय
धचत्र 19.5 भें B बफनद ु (अथाभत ् AB ये खा िे अस्नतभ मसये ) से ऩढ़े गमे A बफनद ु िे ददक्भान िो AB ये खा िा
ऩचचददक्भान' अथवा BA ये खा िा ददक्भान' िहा जामेगा। इसी ििाय C बफनद ु ऩय वाप्रऩस B बफनद ु िे ददक्भान
िो 'BC ये खा िा ऩचचददक्भान' अथवा 'CB ये खा िा ददक्भान' िहा जामेगा।

उऩयोक्त प्रववयण से थऩटि है कि ित्मेि ये खा िे दो ददक्भान होते हैं। महाॉ मह सॊिेत ियना आवचमि है
कि किसी ये खा िे दोनों मसयों से प्रवऩयहत मसयों िो मरमे गमे ददक्भानों अथाभत ् अग्र व ऩचचददक्भानों िा
अनतय िीि 180° िे फयाफय होता है । इस ििाय मदद किसी ये खा िा ऩू णभ वत्ृ त ऩद्धतत भें अग्रददक्भान ददमा
हो तो तनम्नमरखखत सत्र
ू िे द्वाया उस ये खा िा ऩचच ददिभान ऻात किमा जा सिता है :
ऩचचददिभान = अग्र ददिभान + 180°
मदद अग्र ददिभान िा सख्मात्भि भान 180° से िभ है तो उऩयोक्त सत्र
ू भें + िा धचह्न िमोग ियते हैं
अथाभत ् अग्र ददिभान िा सॊख्मात्भि भान 180° से अधधि है तो सत्र
ू भें - िा धचह्न िमोग होगा अथाभत ्
ऩचचददक्भान ऻात ियने िे मरमे अग्र ददिभान भें से 180° घिा ददमे जामेंगे। उऩयोक्त सत्र
ू िो एि
उदाहयण दे िय नीचे थऩटि किमा गमा है ।
उदाहरण (2) मदद AB तथा BC ये खाओॊ िे अग्र ददिभान क्रभश: 60° 30' तथा 210° 30' हैं तो इन ये खाओॊ िे
ऩचचददक्भान ऻात िीस्जमे।
हऱ- AB ये खा िे अग्र ददिभान िा सॊख्मात्भि भान 180° से िभ है , इसमरमे AB ये खा िा ऩचचददक्भान,

= अग्र ददिभान+ 180°


=60° 30' + 180°
=240° 30'
BC ये खा िा अग्रददक्भान 210° 30' है जो 180° से अधधि है , अत: BC ये खा िा ऩचचददक्भान, :
=अग्र ददिभान-180°
=210° 30' -180°
=30° 30'
वत्ृ तऩादहम ऩद्धतत भें किसी ये खा िे अग्रददक्भान व ऩचचददक्भान दोनों सभान सॊख्मात्भि भान वारे
होते हैं अत: किसी ये खा िा ऩचचददक्भान ऻात ियने िे मरमे उस ये खा िे अग्रददक्भान िे सॊख्मात्भि
भान भें बफना िोई ऩरयवतभन किमे उत्तय िे थथान ऩय दक्षऺ ण, दक्षऺण िे थथान ऩय उत्तय, ऩूवभ िे थथान
ऩय ऩस्चचभ तथा ऩस्चचभ िे थथान ऩय ऩूवभ मरखना ऩमाभप्त होता है । तनम्न उदाहयण िे द्वाया इस
फात िो थऩटि सभझा जा सिता है :
उदाहरण (3) मदद AB, BC, CD तथा DE ये खाओॊ िे वत्ृ तऩादहम अग्रददक्भान क्रभश् उत्तय 60° ऩव
ू ,भ
दक्षऺण 40° ऩूव,भ दक्षऺण 75° ऩस्चचभ तथा उत्तय 50° ऩस्चचभ है तो वत्ृ तऩादहम ऩद्धतत भें इन ये खाओॊ िे
ऩचचददक्भान ऻात िीस्जमे।
हऱ-
(i) AB िा अग्रददक्भान, = उत्तय 60° ऩव
ू भ
. AB िा ऩचचददक्भान, = दक्षऺण 60° ऩस्चचभ
(ii) BC िा अग्रददक्भान, =दक्षऺण 40° ऩूवभ
BC िा अग्रददक्भान = उत्तय 40° ऩस्चचभ
(iii) CD िा अग्रददक्भान, = दक्षऺण 75° ऩस्चचभ
. CD िा ऩचचददक्भान, = उत्तय 75° ऩूवभ
(iv) DE िा अग्रददक्भान, = उत्तय 50° ऩस्चचभ
. DE िा ऩचचददक्भान, = दक्षऺण 50° ऩूवभ
4. ियक्
ु त प्रर्वधध के अनस
ु ार ददक्मान के भेद (Kinds of bearing according to the method used)-
ददक्भान ऻात ियने िी प्रवधध िे आधाय ऩय ददक्भानों िे दो बेद होते हैं-(1) िेक्षऺत ददक्भान
(observed bearing) तथा (ii) ऩरयिमरत ददक्भान (calculated bearing)। ऺेत्र भें िम्ऩास िी सहामता
से ऻात किमे गमे ददक्भानों िो िेक्षऺत ददक्भान िहते हैं तथा गणना िे द्वाया िाप्त ददक्भानों िो
ऩरयिमरत ददक्भान िहा जाता है । मदद किसी एि ये खा िा िेक्षऺत ददक्भान तथा उत्तयोत्तय ये खाओॊ िे
भध्म िे अनतगभत िोण (included angles) ऻात हैं तो ददमे हुए ददिभान भें अनतगभत िोण िा भान
जोडिय अगरह ये खा िा ऩरयिमरत ददक्भान ऻात किमा जा सिता है , अथाभत ्
किसी ये खा िा ऩरयिमरत ददक्भान,
= ददमा गमा ददक्भान + अनतगभत िोण

उदाहयणाथभ मदद किसी ये खा AB िा ददन भान 30° है तथा अनतगभत िोण BAC िा भान 100° है तो
AC ये खा िा ददक्भान 30% +100 = 130° होगा। थभयण यहे , इस उदाहयण भें दोनों ये खाओॊ िे ददिभान
एि हह बफनद ु A से भाऩे गमे हैं । इस ििाय 30° BA ये खा िा ऩचच ददक्भान है तथा 130° AC ये खा िा
अग्र ददक्भान है । अत : मदद किसी ये खा िा अऩददिभान ददमा हो तो ऩहरे उस ये खा िा ऩचचददक्भान
ऻात ियते हैं तथा उसिे ऩचचात ् ऩचचददक्भान भें अनतगभत िोण िा भान जोडिय अगरह ये खा िे
अग्रददक्भान िी गणना ियते हैं।
उदाहरण (4) मदद AB ये खा िा अग्र ददक्भान 150° 30' तथा अनतगभत िोण ABC िा भान 130° हो तो
BC ये खा िा अग्रददक्भान ऻात िीस्जमे। हऱ - धचत्र B िे अनस
ु ाय,
AB ये खा िा अग्रददक्भान, = 150° 30'
AB ये खा िा ऩचच (अथाभत ् BA िा ददक्भान), = 150° 30' + 180° =330° 30'

अफ BC िा अग्रददक्भान,
=BA िा ददक्भान+ अनतगभत िोण ABC
=330° 30'+ 130°
=460° 30' अथाभत ् 460° 30' -360°
=100° 30

प्रिज्मीय कम्ऩास की ियोग प्रर्वधध (Methods of Using the Prismatic Compass)


जैसा कि ऩहरे मरखा जा चुिा है , प्रिज्भीम िम्ऩास िो उसिे बत्रऩाद-थिै ण्ड ऩय रगािय िमोग भें राते
हैं। इस उऩियण िी सहामता से किसी ये खा (भान रहस्जमे AB ये खा) िा ददक्भान ऻात ियने िी प्रवधध
तनम्नमरखखत है :
(1) AB ये खा िे A थिे शन ऩय बत्रऩाद-थिै ण्ड यखखमे तथा िम्ऩास फक्स िो उस ऩय सावधानीऩूवि

िमसमे। अफ िॊिड धगयािय अथवा साहुर िी सहामता से िम्ऩास िा A थिे शन ऩय सहह-सहह िेनद्रण
िीस्जमे।
(2) िम्ऩास फक्स िा ढक्िन खोमरमे तथा धचत्र 1 िे अनुरूऩ प्रिज्भ िो सीधा िीस्जमे तथा दृचम
वेधधिा िो रॊफवत खडा िीस्जए ।
(3) इसिे ऩचचात ् िाॉच िे ढक्िन ऩय स्थऩरयि रेप्रवर यखिय िम्ऩास िो सभतर िीस्जमे स्जससे
चम्
ु फिीम सई
ु धम्र
ु प्रऩन ऩय बफना किसी रुिावि िे थोडी दे य ति इधय-उधय घभ
ू ने िे फाद सहह
चुम्फिीम उत्तय-दक्षऺण ददशा भें स्थथय हो जामे।
(4) अफ दशभ परि िी खझयह ऩय आॉख यखिय िम्ऩास फक्स िो धीये -धीये इस ििाय घुभाइमे कि B
थिे शन ऩय गाडा गमा सवेऺण दण्ड दृचम वेधधिा िी िेश ये खा िी सीध भें आ जामे।
(5) इसिे फाद अवरोिन-तछद्र ऩय आॉख यखिय िेश ये खा िे रम्फवत नीचे िी ओय अॊशाॊकित वरम ऩय
अॊकित भान ऩदढ़ए। मह भान AB ये खा िा अग्रददक्भान होगा।
B थिे शन ऩय उऩयोक्त िकक्रमा िी ऩुनयावस्ृ त्त ियिे A थिे शन िी सध भें ऩढ़ा गमा भान AB ये खा िा
ऩचचददक्भान अथवा BA ये खा िा ददिभान िहरामेगा। िाम् किसी ये खा िे ददिभान िो दो फाय ऩढ़ते
हैं। मदद दोनों फाय ऩढ़े गमे ददक्भानों भें िोई अनतय आता है तो सभथत िकक्रमा िो दोहया िय तीसयह
फाय ददक्भान ऩढ़ना चादहए।

प्रिज्मीय कम्ऩास के ियोग में आर्वश्यक सार्वधाननयाॉ (Necessary Precautions in the Use of
Prismatic Compass)
प्रिज्भीम िम्ऩास िा िमोग ियते सभम तनम्नमरखखत फातों िो ध्मान भें यखना चादहए :
(1) प्रिज्भीम िम्ऩास िी सुई भें चुम्फि होता है अत: िम्ऩास िमोग ियते सभम सवेऺि िे ऩास रोहे
िी िोई वथतु, जैसे चाबफमों िा गुच्छा, रोहे िे फिन मा चेन आदद, नहहॊ होनी चादहए। इसी िायणवश
मथासम्बव ऐसे थथानों िो िम्ऩास थिे शन चुनते हैं, स्जनिे सभीऩ रोहे िे ताय मा बफजरह िे खम्फे
आदद स्थथत नहहॊ होते।
(2) प्रिज्भीम िम्ऩास िी सई
ु िो स्थथय ियने िे मरमे ब्रेि प्रऩन िो िमोग भें राना चादहए। ब्रेि प्रऩन
िो ऩूया दफािय धीये से ढहरा छोडने ऩय सुई िे दोरन िी गतत िभ हो जाती है तथा वह अऩेऺािृत
शीघ्र स्थथय हो जाती है । (3) किसी थथान िा ददक्भान रेते सभ म िम्ऩास ऩूणत
भ मा सभतर होनी चादहए
तथा दृचम वेधधिा ऩूयह तयह रम्फवत यहनी चादहए।
(4) मदद वऺ
ृ मा बवन आदद िे परथवरूऩ चेन ये खा िे मसये ऩय िम्ऩास थथाप्रऩत ियने भें िोई
िदिनाई होती है तो चेन ये खा िे सभानाॊतय दस
ू यह ये खा तनस्चचत ियिे नवीन ये खा िा ददक्भान ऩढ़
रेना चादहए।
(5) अवरोिन-तछद्र भें सदै व िभ भान वारे धचह्नों से अधधि भान वारे धचह्नों िी ओय िो किसी ये खा
िा ददिभान ऩढ़ा जाता है । उदाहयणाथभ , मदद िेश ये खा िी सीध भें अॊकित धचह्न िे एि ओय 40° िा
धचह्न तथा दस
ू यह ओय 50° िा धचह्न है तो िेश ये खा िे द्वाया इॊधगत धचह्न िा भान 40° से 50° िी
ओय िो ऩढ़ा जामेगा।
(6) ित्मेि जयहफ ये खा िे अग्र एवॊ ऩचच दोनों िभानों िो ऩढ़ना चादहए स्जससे उनिा अनतय ऻात
ियिे चम्
ु फिीम सई
ु ऩय थथानीम आिषभण िा िबाव ऻात किमा जा सिे। इसिे अततरयक्त किसी
थिे शन ऩय िम्ऩास िे चायों ओय घूभिय बी थथा नीम आिषभण िा ऩता रगामा जा सिता है ।
मदद सवेऺि िे घूभने से िम्ऩास िी स्थथय सुई भें िुछ दोरन होता है तो मह सभझ रेना चादहए कि
उस थिे शन ऩय िम्ऩास ऩय रोहे िा िबाव प्रवद्मभान है ।
(7) िम्ऩास फॊद ियते सभम अथवा उसे एि थिे शन से दस
ू ये थिे शन ऩय रे जाने से ऩू वभ दृचम वेधधिा
िो िाॊच िे ढक्िन ऩय ऺैततज मरिा दे ना चादहए। ऐसा ियने से िम्ऩास िी सुई धुयाग्र प्रऩन से ऊऩय
उि जाती है तथा धुयाग्र प्रऩन िी नोंि खयाफ होने से फच जाती है । दृचम वेधधिा िो ऺततज मरिाते
सभम सुई िा N अऺय वारा मसया िीि उत्तय ददशा िी ओय आभुख होना चादहए अनमथा सुई िे
चम्
ु फि िे खयाफ हो जाने िी सम्बावना यहती है ।

सर्वेऺण-सॊक्रिया (Survey Operation)


ज़यहफ तथा पीता सवेऺण िी बाॉतत प्रिज्भीम िम्ऩास सवेऺण िी सभथत िामभ- प्रवधध मा सॊकक्रमा िो दो
बागों भें फॉिा जा सिता है - (i) ऺेत्र अध्ममन (Field-work), स्जसभें ददमे गमे ऺेत्र िा किसी उऩमुक्त
प्रवधध िे द्वाया सवेऺण ियिे ऺेत्र- ऩुस्थतिा तैमाय िी जाती है तथा (ii) िमोगशारा-िामभ (laboratory-
work), स्जसभें ददक्भानों िा सॊशोधन (correction) ियिे सवेक्षऺत ऺेत्र िा भाऩनी िे अनुसाय प्रान
तैमाय किमा जाता है । इन सवेऺण- सॊकक्रमाओॊ िो आगे अरग- अरग प्रवधधमों िे अनतगभत सभझामा गमा
है ।

प्रिज्मीय कम्ऩास सर्वेऺण की प्रर्वधधयाॉ (Methods of Prismatic Compass Surveying)


प्रिज्भीम िम्ऩास िी सहामता से किसी ऺेत्र िा सवेऺण ियने िी चाय प्रवधधमाॊ होती हैं- (i) चॊक्रभण मा
भारा ये खा प्रवधध, (ii) िततच्छे दन प्रवधध, (iii) प्रवकियण मा अयहम ये खा प्रवधध तथा (iv) स्थथतत-तनधाभयण
प्रवधध ।
िाम् किसी ऺेत्र िी ज़यहफ ये खाओॊ व सवेऺण थिे शनों िे ददक्भान ऻात ियने िे मरमे भारा ये खा प्रवधध
िमोग िी जाती है तथा ज़यहफ ये खाओॊ िे इधय-उधय स्थथत ऺेत्र िे प्रववयणों िी स्थथततमों िो
िततच्छे दन अथवा प्रवकियण प्रवधध से तनस्चचत ियते हैं। इस ििाय किसी फडे ऺेत्र भें मे तीनों प्रवधधमाॉ
साथ-साथ िमोग भें राई जाती हैं। स्थथतत-तनधाभयण प्रवधध िे द्वाया किसी ऺेत्र िे प्रान भें नवीन
सवेऺण थिे शनों िो अॊकित किमा जाता है । इन प्रवधधमों िो मरखने से ऩूवभ मह सॊिेत ियना आवचमि
है कि ित्मेि प्रवधध भें आयऺण ये खाधचत्र िी यचना, ज़यहफ ये खाओॊ एवॊ सवेऺण थिे शनों िा चमन तथा
अनतरम्फों व ज़यहफ ये खाओॊ िी भाऩ आदद, िीि उसी तयह ऩूणभ ियते हैं जैसा कि ज़यहफ एवॊ पीता
सवेऺण िे अध्माम भें फतामा गमा है ।

[।] चॊिमण या माऱा रे खा प्रर्वधध (Traverse method)


मह प्रिज्भीम िम्ऩास सवेऺण िी एि भख्
ु म प्रवधध है , स्जसभें ित्मेि ज़यहफ ये खा िी रम्फाई एवॊ ददि्
भानों िो ऻात ियिे ऺेत्र-ऩुस्थतिा भें मरखते हैं। इस प्रवधध भें भारा ये खा िे ित्मेि सवेऺण थिे शन ऩय
फायह-फायह से प्रिज्भीम िम्ऩास थथाप्रऩत ियिे अगरह ज़यहफ ये खा िा अग्रददक्भान एवॊ ऩूवव
भ ती जयहफ
ये खा िा ऩचचददक्भान ऻात ियना आवचमि होता है । भारा ये खा दो ििाय िी होती है - (i) फनद भारा
ये खा (closed traverse line) तथा (ii) खुरह भारा ये खा (open traverse line)। इस आधाय ऩय भारा
ये खा सवेऺण िे दो बेद- फनद भा रा ये खा सवेऺण तथा खुरह भारा ये खा सवेऺण , होते हैं ऩयनतु दोनों
ििायों भें सवेऺण िी प्रवधध रगबग एि सभान होती है ।

1. बन्द माऱा रे खा सर्वेऺण (Closed traversesurvey)-फनद भारा ये खा सवेऺण िो सॊवत


ृ चॊक्रभ बी
िहा जाता । इस सवेऺण भें िामभ िायम्ब ियने िा थिे शन एवॊ िामभ सभाप्त ियने िा अस्नतभ थिे शन
दोनों एि होते हैं। दस
ू ये शब्दों भें , िोई सवेऺि स्जस थिे शन से िामभ िायम्ब ियता है उसी थिे शन ऩय
वह भारा ये खा ऩय आगे फढ़ते हुए सवेऺण िे अनत भें ऩुन् ऩहुॉच जाता है । किसी खेत मा खेर िे
भैदान िी सीभा ये खा फनद भारा ये खा िा उदाहयण है ।
कायथ-प्रर्वधध (Procedure)- भान रहस्जमे ABCD िोई खेर िा भैदान है (धचत्र A)। फनद भारा ये खा प्रवधध
िे द्वाया इस भैदान िा तनम्न ििाय से सवेऺण किमा जामेगा :
(1) ऺेत्र िा बेरह- बाॉतत तनयहऺण ियिे सवेऺण थिे शनों अथाभत भैदान िी सीभा ये खा िे A, B,CC D
भोडों ऩय सवेऺण दण्ड गाडडमे , स्जससे वे दयू से थऩटि दे खे जा सिे इन थिे शनों िो तथा ऺेत्र िे अनम
प्रववयणों िो आयऺण ये खाधचत्र भें िदमशभत िीस्जमे।
(2) A थिे शन िे सवेऺण दण्ड िो हिािय वहाॉ प्रिज्भीम िम्ऩास िो यखखमे तथा िम्ऩास िा सहह- सहह
सभतर एवॊ िेनद्रि ियने िे ऩचचात ् ऩहरे फताई गई प्रवधध िे अनुसाय B थिे शन िो रक्ष्म ियिे AB
ये खा िा अग्रददक्भान ऻात िीस्जमे। इस ददक्भान िो तथा AB ये खा िी दयू ह िो ऺेत्र- ऩुस्थतिा भें
मरखखमे।
(3) अफ प्रिज्भीम िम्ऩास िो उिािय B थिे शन ऩय रे जाइमे तथा A थिे शन ऩय ऩन
ु ् सवेऺण दण्ड
गाडडमे ।
(4) B थिे शन ऩय िम्ऩास िा सभािरन व िेनद्रण िीस्जमे तथा C िो रक्ष्म ियिे BC िा अग्र
ददक्भान तथा A िो रक्ष्म ियिे AB िा ऩचचददक्भान ऻात िीस्जमे । इन ददिभानों िो तथा BC िी
दयू ह िो बी ऺेत्र-ऩस्ु थतिा भें मरखखमे।
(5) जो कक्रमा B थिे शन ऩय िी गई है उसी कक्रमा िी C तथा D थिे शनों ऩय ऩुनयावस्ृ त्त ियने िे ऩचचात ्
िम्ऩास िो ऩुन् A थिे शन ऩय थथाप्रऩत िीस्जमे औय वहाॉ से DA ये खा िा ऩचचददक्भान रेिय ऺेत्र-
अध्ममन ऩूणभ िीस्जमे।
2. खुऱी माऱा रे खा सर्वेऺण (Open traverse survey)-खुरह भारा ये खा मा प्रववयण क्रभ भें किसी नदह,
नहय, सडि अथवा ये रभागभ िे सहाये - सहाये स्थथत रम्फे एवॊ सॊिीणभ ऺेत्रों िा सवेऺण किमा जाता है ।
थऩटि है कि इस ििाय िी भाराये खा भें िायस्म्बि व अस्नतभ सवेऺण थिे शन अरग- अरग होंगे ऩयनतु
सवेऺण िी ि कक्रमा फनद भारा ये खा िे सभान होगी। उदाहयणाथभ , भान रहस्जमे ABCD िोई भागभ है ,
स्जसिा खुरह भारा ये खा सवेऺण ियना है (धचत्र B)। इस िामभ िे मरमे भागभ िे A, B, C, तथा D भोडों
िो सवेऺण थिे शन भानिय ऩहरे फतराई गई प्रवधध िे अनस
ु ाय AB, BC व CD ये खाओॊ िे अग्र व ऩचच
ददक्भानों एवॊ दरू यमों िो ऻात ियिे ऺेत्र-ऩुस्थतिा भें मरख मरमा जामेगा।
[।।] िनतच्छे दन प्रर्वधध (Intersection method)
मह प्रवधध प्रेनिे फुरन िी िततच्छे दन प्रवधध िे मसद्धानत ऩय आधारयत है । स्जस ििाय प्रेनिे फुरन भें
आधाय ये खा िे दोनों मसयों से कियणें खीॊच िय प्रान भें किसी प्रववयण िो अॊकित ियते हैं िीि उसी
ििाय प्रिज्भीम िम्ऩास सवेऺण भें आधाय ये खा िे दोनों मसयों से मरमे गमे किसी प्रववयण िे ददिभानों
िो अॊकित ियिे, उन ददनों िी िोण ये खाओॊ िे िततच्छे दन से उस प्रववयण िी प्रान भें स्थथतत ऻात
िी जा सिती है । अत: प्रिज्भीम िम्ऩास सवेऺण िी िततच्छे दन प्रवधध भें सवभिथभ किसी ऐसी आधाय
ये खा िा चमन ियते हैं स्जसिे ित्मेि मसये से ददमे हुए ऺेत्र िे सबी आवचमि प्रववयण थऩटि ददखराई
दे ते हों। आधाय ये खा िी रम्फाई तथा उसिे अग्र व ऩचच ददिभान िो ऺेत्र-ऩुस्थतिो भें मरखने िे साथ-
साथ आधाय ये खा िे दोनों मसयों से ऩढ़े गमे ऺेत्र िे अनम प्रववयणों एवॊ सीभा ये खा िे भोडों िे ददक्भानों
िो बी ऺेत्र-ऩुस्थतिा भें मरख ददमा जाता है । प्रान फनाते सभम सफसे ऩहरे आधाय ये खा िो उसिे
चुम्फिीम ददक्भान व रम्फाई िे अनुसाय अॊकित ियते हैं। इसिे ऩचचात ् आधाय ये खा िे दोनों मसयों ऩय
िोण फनािय िततच्छे दन िे द्वाया प्रववयणों िी स्थथततमाॉ अॊकित िय रह जाती हैं।
इस सम्फनध भें मह उल्रेखनीम है कि प्रिज्भीम िम्ऩास सवेऺण िी िततच्छे दन प्रवधध िे द्वाया किसी
ऺेत्र िा सहह-सहह प्रान िेवर उसी दशा भें फनामा जा सिता है जफ आधाय ये खा िे अग्र व ऩचच
ददक्भानों िा अनतय िीि 180° हो, जो थथानीम आिषभण िे परथवरूऩ सदै व सम्बव नहहॊ होता है । मदद
मह अनतय 180° नहहॊ है तो सवेऺण थिे शनों िी सॊख्मा िेवर दो होने िे िायण मह तनस्चचत नहहॊ
किमा जा सिता कि आधाय ये खा िे किस मसये से मरमे गमे ददिभान कितने अशुद्ध हैं। इस िदिनाई िे
िायण प्रिज्भीम िम्ऩास सवेऺण भें इस प्रवधध िो िेवर भारा ये खा िे इधय-उधय स्थथत प्रववयणों िी
स्थथतत िो ऻात ियने िे मरमे िमोग भें राते हैं। मद्मप्रऩ किसी प्रववयण िो भाराये खा िे दो थिे शनों से
ददिभान रेिय प्रान भें अॊकित किमा जा सिता है ऩयनतु जाॉच हे तु भारा ये खा िे किसी अनम थिे शन
से उस प्रववयण िा ददक्भान ऻात ियना आवचमि होता है ।
उदाहयणाथभ धचत्र भें P बफनद ु िा A, B व C तीन थिे शनों से ददक्भान ऻात किमा गमा है स्जससे फाद भें
किनहहॊ दो ददक्भानों िे िततच्छे दन से िाप्त P बफनद ु िी स्थथतत िी शुद्धता िो तीसये ददन िी सहामता
से जाॉचा जा सिे ।
[।।।] प्रर्वक्रकरण या अरीय रे खा प्रर्वधध (Radiation or radial line method)
िततच्छे दन िी बाॉतत मह बी एि गौण प्रवधध है , स्जसिे द्वाया भारा ये खा िे इधय-उधय स्थथत प्रववयणों
िी स्थथतत भें ऻात िी जाती हैं। ऩयनतु खुरे एवॊ छोिे -छोिे आिाय वारे ऺेत्रों िे प्रान फनाने िे मरमे
बी इस प्रवधध िो िमोग भें रामा जा सिता है । चॉूकि प्रवकियण प्रवधध भें िेवर किसी एि सवेऺण
थिे शन से ऺेत्र िे सभथत थथानों िी दरू यमों एवॊ ददक्भानों िो ऻात किमा जाता है इसमरमे मदद उस
सवेऺण थिे शन ऩय िोई थथानीम आिषभण है तो इस आिषभण िा सबी ददक्भानों ऩय एि सभान िबाव
होगा। अत: प्रान भें सबी प्रववयणों िी एि-दस
ू ये िे सनदबभ भें स्थथततमाॉ शुद्ध होंगी। प्रवकियण प्रवधध िे
द्वाया तनम्नमरखखत ििाय से सवेऺण ियते हैं:
(1) ददमे हुए ऺेत्र ABCD भें िोई ऐसा थिे शन P चतु नमे, जहाॉ से A, B, C व D बफनदओ
ु ॊ िी जयहफ अथवा
पीते से सपरताऩूवि भ दरू यमाॊ भाऩी जा सिें तथा ददक्भान ऻात किमे जा सिें ।
(2) P थिे शन ऩय प्रिज्भीम िम्ऩास िा सभािरन एवॊ िेनद्रि िीस्जमे तथा A, B, C व D बफनदओ
ु ॊ िे
ददक्भानों िो ऩढ़िय ऺेत्र-ऩुस्थतिा भें मरखखमे। (3) PA, PB, PC तथा PD दरू यमों िो भाऩिय ऺेत्र-
ऩस्ु थतिा भें सॊफॊधधत ये खाओॊ िे आगे मरखखमे।
इन दददक्भानों िो अॊकित ियिे, िोण ये खाओॊ भें तद्नुरूऩी ये खाओॊ िी दरू यमों िो भाऩनी िे अनुसाय
िाििय ऺेत्र िा प्रान फना रेते हैं!

[IV] ल्स्थनत-ननधाथरण प्रर्वधध (Resection method)


इस प्रवधध िे द्वाया किसी ऺेत्र िे ऩूवभ तनमभभत प्रान भें किसी नवीन सवेऺण थिे शन िी स्थथतत ऻात
िी जाती है । िामभ-प्रवधध (Procedure) किसी ऺेत्र िे प्रान भें नवीन सवेऺण थिे शन (भान रहस्जमे P)
िी स्थथतत ऻात ियने िी तनम्न प्रवधध है :
(1) ददमे गमे ऺेत्र भें A, B तथा C तीन ऐसे थथान छादिमे, जो P थिे शन से ददखराई दे ते हों तथा
स्जनिी प्रान भें स्थथतत ऻात हो।
(2) P थिे शन ऩय िम्ऩास िा सभािरन ियिे PA, PB तथा PC ये खाओॊ िे अऩय ददक्भान ऻात
िीस्जमे।
(3) इन ददक्भानों भें आवचमितानुसाय 180° जोडिय अथवा 180° घिािय PA, PB व PC ये खाओॊ िे
ऩचचददक्भान ऻात िीस्जए ।
(4) अफ प्रान भें A, B तथा C बफनदओ
ु ॊ ऩय चम्
ु फिीम उत्तय से घडी िी सई
ु िी ददशा भें क्रभश् PA,
PB तथा PC ये खाओॊ िे ऩचचददक्भानों िे फयाफय िोण फनाते हुए ये खाएॉ खीॊधचमे। इन ये खाओॊ िा
िततच्छे दन बफनद ु प्रान भें P थिे शन िी स्थथतत िो ििि िये गा।

ऺेि-ऩल्ु स्तका
(Field-Book)
प्रिज्भीम िम्ऩास सवेऺण ियते सभम ऺेत्र भें भाऩी गई दरू यमों एवॊ जयहफ ये खाओॊ व अनम प्रववयणों िे
िेक्षऺत किमे गमे ददिभानों िो साथ- साथ ऺेत्र-ऩस्ु थतिा भें मरख ददमा जाता है । ित्मे ि ज़यहफ ये खा िे
अग्र व ऩचच ददक्भानों िो ऺेत्र- ऩुस्थतिा िी तद्नुरूऩी ये खाओॊ िे मसयों ऩय जहाॉ भुख्म सवेऺण िेनद्र िा
नाभ मरखा होता है , मरखते हैं। गौण थिे शन से मरमे गमे किसी प्रववयण िे ददिभान िो ऺेत्र- ऩुस्थतिा
भें तदनुरूऩी गौण थिे शन िे सभीऩ मरखा जा मेगा। इस ििाय ऺेत्र िे स्जस थिे शन से िोई ददक्भान
ऩढ़ा जाता है , ऺेत्र-ऩस्ु थतिा भें उसी थिे शन िे सभीऩ उस ददक्भान िो मरखते हैं। ऺेत्र- ऩस्ु थतिा भें
यै खखि भाऩन व दिप्ऩखणमों िो मरखने एवॊ ये खाधचत्रों िो फनाने भें उन सबी तनमभों िा ऩारन किमा
जाता है , स्जनिे अनुसाय ज़यहफ एवॊ पीता सवेऺण िी ऺेत्र- ऩुस्थतिा भें प्रववयण बयते हैं। सॊऺेऩ भें ,
ददिभान मरखे जाने िे अततरयक्त , िम्ऩास सवेऺण िी ऺेत्र- ऩुस्थतिा ज़यहफ एवॊ पीता सवेऺण िी ऺेत्र-
ऩस्ु थतिा िे सभान होती है ।
सयर एवॊ िभ प्रववयणों वारे छोिे - छोिे ऺेत्रों िे सवेऺण भें , जहाॉ प्रववयणों िे ये खाधचत्र फनाना अथवा
उनिे सम्फनध भें प्रवथतत
ृ दिप्ऩखणमाॉ मरखना आवचमि नहहॊ होता , वहाॉ सायणी-1 िे सभान फनामी गमी
ऺेत्र-ऩुस्थतिा िमोग भें राई जा सिती है ।
इस ऺेत्र-ऩस्ु थतिा िो बयने िी प्रवधध िो एि उदाहयण िे द्वाया थऩटि किमा जा सिता है । भान
रहस्जमे, ABCDE िोई ऺेत्र है , स्जसभें किमे गमे िम्ऩास सवेऺण िामभ िो ऺेत्र-ऩुस्थतिा भें अॊकित ियना
है । मदद इस ऺेत्र भें A थिे शन से B थिे शन िी ओय िो िामभ िायम्ब किमा गमा है तो AB ये खा िे
अग्रददक्भान (60°) िो ऺेत्र-ऩुस्थतिा भें A थिे शन िे साभने तीसये िॉरभ भें ,AB िे ऩचचददक्भान (240°)
िो चौथे िॉरभ भें , तथा B िी रम्फाई (80 भीिय) िो ऩाॉचवे िॉरभ भें मरख ददमा जामेगा। चॉकू ि वऺ

a िा ऑपसेि A थिे शन से मरमा गमा है अत् इस ऑपसेि िा नाभ, ददक्भान (90°) तथा Aa िी दयू ह
(45 भीिय) िो A थिे शन िे साभने क्रभश: छिे , सातवे तथा आिवे िॉरभों भें मरखा जामेगा। उऩयोक्त
प्रवधध िी ऩुनयावस्ृ त्त ियिे ऺेत्र िे अनम थिे शनों ऩय भाऩी गई दरू यमों व ददिभानों िो ऺेत्र-ऩुस्थतिा भें
मरख दे ते हैं । ऺेत्र-ऩस्ु थतिा एवॊ ददमे गमे ये खाधचत्र िी तर
ु ना ियने ऩय ऺेत्र-ऩस्ु थतिा रेखन िी मह
प्रवधध थऩटि हो जाती है ।

ददक्मानों का सॊशोधन (Correction of Bearings)


स्जन ऺेत्रों भें रोहमक्
ु त चट्टानें होती हैं अथवा जहाॉ धयातर ऩय रोहे िे ताय व खम्फे गडे होते हैं वहाॉ
िम्ऩास िी सुई थथानीम आिषभण से िबाप्रवत होिय सहह-सहह चुम्फिीम उत्तय ददशा इॊधगत ियने भें
असभथभ यहती है । परत् ऐसे ऺेत्रों भें िुछ ज़यहफ ये खाओॊ िे अग्र व ऩचच ददक्भानों िा अनतय 180°
नहहॊ आता। अत: प्रान फनाने से ऩव
ू भ इस ििाय िी जयहफ ये खाओॊ िे अशुद्ध ददक्भानों िो गणना िे
द्वाया शुद्ध ियना आवचमि है अनमथा प्रान सहह नहहॊ फन सिेगा।
ददक्भान-सॊशोधन िी प्रवधध फतराने से ऩूवभ दो फातों िी ओय सॊिेत ियना आवचमि है -(i) किसी जयहफ
ये खा िे अग्र एवॊ ऩचच ददक्भानों िा अनतय मदद 180° है तो मे दोनों ददिभान शद्ध भाने जामेंगे तथा
(ii) मदद किसी थिे शन ऩय थथानीम आिषभण है तो उस थिे शन से ऩढ़े गमे सभथत ददिभानों भें
आिषभण त्रदु ि िी भात्रा एि सभान होगी। इसिे अततरयक्त प्रवद्माधथभमों िो मह ऻान होना चादहए कि
ददमे हुए ददक्भानों भें िौन सा ददक्भान ऺेत्र िे किस थिे शन से ऩढ़ा गमा है अनमथा उनभें सम्फस्नधत
थिे शन िी आिषभण त्रुदि िो जोडने अथवा घिाने भें बूर हो सिती है । इस िदिनाई से फचने िे मरमे
ददमे हुए ददक्भानों िी सहामता से एि िच्चा ये खाधचत्र फनािय उसभें ददक्भानों िो मथासम्बव मरख
रेना चादहए।
ददक्भानों िो शुद्ध ियने िी िकक्रमा भें सवभिथभ ददमे हुए ददक्भानों भें किसी ऐसी ज़यहफ ये खा िो ढूॉढते
हैं, स्जसिे िेक्षऺत अग्र व ऩचच ददक्भानों िा अनतय िीि 180° हो। थऩटि है कि इस जयहफ ये खा िे
दोनों मसयों ऩय िम्ऩास थथानीम आिषभण से भक्त होगी। अत: इस जयहफ ये खा िे ऩहरे मसये से िेक्षऺत
ऩवभवती जयहफ ये खा िा ऩचचददक्भान तथा दस
ू ये मसये से ऩढ़ा गमा अगरह जयहफ ये खा िा अग्रददक्भान
दोनों शुद्ध भाने जामेंगे। अफ मदद अगरह ज़यहफ ये खा िे दोनों ददरभानों िा अनतय 180° नहहॊ है तो
इसिा मह अथभ होगा कि इस ये खा िा ऩचचददक्भान अशुद्ध है । अत: इस ये खा िे अग्र ददक्भान भें 1800
जोडिय अथवा घिािय शुद्ध ऩचचददक्भान िो ऻात िय मरमा जाएगा मह सॊशोधधत ऩचचददक्भान िेक्षऺत
ऩचचददक्भान से स्जतना िभ मा अधधि होगा उतनी हह ऩचचददक्भान वारे थिे शन ऩय आिषभण त्रदु ि
भानी जामेगी। आिषभण त्रुदि ऻात हो जाने ऩय इस थिे शन से ऩढ़े गमे तीसयह जयहफ ये खा िे
अग्रददिभान िो सॊशोधधत किमा जामेगा। इस सॊशोधधत अग्रददक्भान भें ऩहरे िी बाॉतत 3180° ियिे
तीसयह ये खा िे िेक्षऺत ऩचचददक्भान िो शुद्ध किमा जा सिता है । इस िकक्रमा िो दोहयाते हुए सबी
अशुद्ध ददक्भानों िो शुद्ध िय रेते हैं। ददक्भान-सॊशोधन िी प्रवधध िो एि उदाहयण दे िय थऩटि किमा
गमा है ।
उदाहरण (5) किसी फनद भारा ये खा सवेऺण भें िेक्षऺत तनम्नाॊकित ददक्भानों िो शुद्ध िीस्जमे तथा मह
फतराइमे कि किन-किन थिे शनों िे ददक्भान कितने अशुद्ध हैं।

हऱ-सायणी-3 भें उऩयोक्त ददिभानों िो िेऺण- थिे शनों िे अनुसाय व्मवस्थथत किमा गमा है । इस सायणी
िो दे खने से ऻात होता है कि AB ये खा िे िेक्षऺत ददिभानों िा अनतय 314° 30'-134° 30' = 180° है ।
चूॊकि AB व BA ये खाओॊ िे शुद्ध ददक्भानों िो क्रभश् A तथा B थिे शनों से मरमा गमा था अत् इन दोनों
थिे शनों ऩय िम्ऩास थथानीम आिषभण से भक्
ु त थी। BC ये खा िा ददक्भान (अथाभत ् 120° 0') B थिे शन
से मरमा गमा है अत् मह बी शुद्ध है । चॉकू ि BC िा अग्र ददक्भान शुद्ध है , अत् इसिा शुद्ध ऩचचददक्भान
अथाभत ् CB िा ददक्भान 120°0' + 180°0' = 300°0' होगा। ऩयनतु इस ये खा िा िेक्षऺत ददक्भान 299° 30'
है अत: थऩटि है कि C थिे शन ऩय थथानीम आिषभण िे िायण िम्ऩास ने 300°0'-299°30'30°30' िभ
ऩढ़ा है । चॉकू ि C थिे शन ऩय िम्ऩास 0°30' िभ ऩढ़ती है इसमरमे CD िा सहह ददक्भान 174°30' +
0°30' = 175°0' होना चादहए। अफ चॉूकि CD िा सॊशोधधत ददक्भान 175°0' है इसमरए इस ये खा िा सहह
ऩचचददक्भान अथाभत ् DC िा ददक्भान 175°0' +180° 0' =355°0' होगा। ऩयनतु इसिा िेरयत ददक्भान
356°30' है स्जससे ििि होता है कि D थिे शन ऩय बी थथा नीम आिषभण है स्जसिे परथवरूऩ वहाॉ
िम्ऩास 356°30-355°0' =1°30' अधधि ऩढ़ती है । अत् इस अनतय िो D थिे शन से ऩढ़े गमे DA िे
ददक्भान भें से बी घिामा जामेगा स्जससे इस ये खा िा सहह ददक्भान अथाभत ् 276°30' - 1°30' = 275°0'
िाप्त किमा जा सिे। AD ये खा िा ददक्भान A थिे शन िे मरमे जाने िे परथवरूऩ ऩहरे हह शुद्ध है ।

ददक्मानों का आऱेखन (Plotting of Bearings)


िेक्षऺत ददक्भानों िो शुद्ध ियने िे ऩचचात ् शुद्ध ददक्भानों िो आरेखखत किमा जाता है स्जससे सवेक्षऺत
ऺेत्र िा भाऩनी िे अनुसाय प्रान फनामा जा सिे। ददक्भानों िे आरेखन िी िई प्रवधधमाॉ होती हैं। इन
प्रवधधमों भें सभानतय माम्मोत्तयों िी प्रवधध सफसे सयर है ।
समान्तर याम्योत्तरों की प्रर्वधध (The method of parallel meridians)
प्रान फनाने िी इस प्रवधध भें ददक्भानों िो अॊकित ियते सभम तनम्न फातों िो ध्मान भें यखते हैं :
(1) इस प्रवधध भें ज़यहफ ये खाओॊ िे िेवर अग्रददक्भानों एवॊ दरू यमों िो अॊकित किमा जाता है ।
(2) ित्मेि थिे शन ऩय अगरह जयहफ ये खा िे अग्रददक्भान िे िोण िो सदै व चुम्फिीम उत्तय से घडी िी
सुई िी ददशा भें फनाते हैं।
(3) प्रान िे सबी थिे शनों ऩय उत्तय- दक्षऺण ये खा िी ददशा एि सभान होनी चादहए। दस
ू ये शब्दों भें ,
मबनन-मबनन थिे शनों ऩय खीॊची जाने वारह उत्तय- दक्षऺण ये खाओॊ िा एि- दस
ू ये िे सभानतय होना ऩयभ
आवचमि है ।
(4) मदद ददक्भान िा भान 180° से िभ है तो िोण फनाने िे मरमे चाॉदे िो उत्तय- दक्षऺण ये खा िे दामीॊ
ओय यखते हैं । इसिे प्रवऩयहत मदद ददक्भान 180° से अधधि है तो चाॉदे िो उत्तय- दक्षऺण ये खा िे फामीॊ
ओय यखा जामेगा (धचत्र12 दे खखमे)।
(5) िायस्म्बि थिे शन िो ड्राइॊग िागज़ भें ऐसे थथान ऩय अॊकित ियना चादहए कि चुनी गई भाऩनी िे
अनुसाय सम्ऩूणभ ऺेत्र िा प्रान िागज़ िी सीभा िे अनदय फन जामे। भाऩनी िा चमन ियते सभम बी
उऩयोक्त फात िो ध्मान भें यखते हैं।
उदाहरण (6) तनम्नमरखखत ददिभानों एवॊ दरू यमों िो सभानतय माम्मोत्तयों िी प्रवधध से आरेखखत
िीस्जमे।
हऱ-ड्राइॊग िागज़ ऩय िायस्म्बि थिे शन A अॊकित ियिे उस ऩय NS ये खा (अथाभत ् चुम्फिीम उत्तय- दक्षऺण ये खा )
खीॊधचमे। अफ धचत्र 19.12 िे अनस
ु ाय, A बफनद ु ऩय चुम्फिीम उत्तय से घडी िी सई
ु िी ददशा भें 57° (अथाभत ् AB िा
ददक्भान) िा िोण फनाते हुए AB ये खा खीॊधचए। इस ये खा भें भाऩनी िे अनस
ु ाय 93 भोिय िी दयू ह (अथाभत ् AB िी
रम्फाई) िाििय B थिे शन िो अॊकित िीस्जमे। B बफनद ु ऩय A बफनद ु िी NS ये खा िे सभानतय दस ू यह ये खा NS
खीॊधचमे। स्जस ििाय A थिे शन ऩय AB िा अऩददिभान अॊकित किमा गमा था उसी ििाय B थिे शन ऩय 127 (अथाभत ्
BC िा अगददक्भान ) िा िोण फनाते हुए BC ये खा खीॊधचमे तथा इस ये खा भें 113 भीिय िी दयू ह िो भाऩनी िे
अनस
ु ाय िाििय C थिे शन अॊकित िीस्जमे। C बफनद ु ऩय ऊऩय मरखी गई प्रवधध िे अनस
ु ाय CD िा अऩददिभान व दयू ह
अॊकित ियिे D थिे शन िो अॊकित किमा जा सिता है । D बफनद ु ऩय DA ये खा िा अग्रददिभान व दयू ह अॊकित ियने
िा उद्देचम सवेऺण व आरेखन िी शद्ध
ु ता िी जाॉच ियना होता है । मदद सम्ऩण
ू भ िामभ सहह- सहह किमा गमा है तो DA
ये खा A बफनद ु से होिय जामेगी। DA ये खा िे A बफनद ु से न गज
ु यने िी दशा भें A बफनद ु ऩय प्रान िी आिृतत खर
ु ह यह
जामेगी। इस त्रदु ि िो सभाऩि त्रदु ि (closing error) िहते हैं । सभाऩि त्रदु ि दयू ियने िी प्रवधध आगे मरखी गई है ।

सॊर्वत
ृ ीय या समाऩक िदु ट (Closing Error)
जैसा कि ऊऩय सॊिेत किमा गमा है िबी- िबी फनद भाराये खा सवेऺण से िाप्त दरू यमों एवॊ ददिभानों िा आरेखन
ियने ऩय प्रान भें भाराये खा फनद नहहॊ हो ऩाती। इस सभाऩि त्रदु ि िे दो िायण हो सिते हैं- (i) माॊबत्रि त्रदु ि
(instrumental error) अथाभत ् प्रिज्भीम िम्ऩास अथवा किसी अनम सहामि उऩियण िा खयाफ होना तथा (ii) सवेऺि
िे द्वाया ऺेत्र-अध्ममन मा आरेखन भें िी गई बर
ू ें
(mistakes)। मदद सभाऩि त्रदु ि फहुत फडी है तो तनस्चचत हह
सवेऺि ने किसी िोण िो फनाने भें अथवा किसी ये खा िी भाऩनी िे अनसु ाय सहह रम्फाई िािने भें बर ू िी है ।
ऐसी दशा भें िाम् िायस्म्बि थिे शन से उल्िह मा ितीऩ ददशा (reverse direction) भें भाराये खा िो अॊकित ियिे
सभाऩि त्रदु ि दयू ियते हैं। उदाहयणाथभ , भान रहस्जमे किसी फनद भाराये खा ABCDEA िे ददिभानों एवॊ दरू यमों िो
अॊकित ियने ऩय ABCD EA' खुरह आिृतत फनती है , स्जसभें AA' अऩेऺािृत फडी सभाऩि त्रदु ि है । इस त्रदु ि िो दयू
ियने िे मरमे िायस्म्बि थिे शन A ऩय EA िा ऩचचददक्भान व दयू ह अॊकित ियिे E बफनद ु ऻात िीस्जमे। इसी ििाय E
बफनद ु ऩय DE िा ऩचचददक्भान व दयू ह अॊकित ियिे प्रान भें D बफनद ऻात िीस्जमे। इस उदाहयण भें D बफनद ु ऩय
CD िा ऩचचददिभान व दयू ह अॊकित ियने ऩय नवीन भाराये खा ऩहरे अॊकित िी गई भाराये खा िे C बफनद ु ऩय मभर
जाती है । अत: ABCDEA सॊशोधधत भाराये खा होगी।
[I] बाऊडडच का ननयम (Bowditch's rule)
मदद सभाऩि त्रुदि फहुत फडी नहहॊ है तो साभानमत् मह भान मरमा जाता है कि सवेऺि िे द्वाया ऺेत्र
भें अथवा आरेखन ियते सभम प्रवमबनन थिे शनों मा बफनदओ
ु ॊ ऩय थोडी-थोडी भात्रा भें िी गई बर
ू ें प्रान
भें अस्नतभ थिे शन ऩय सभाऩि त्रुदि िे रूऩ भें इिट्ठी हो गई हैं। इस ििाय िी सभाऩि त्रुदि िो
फाऊडडच िे द्वाया फतराई गई प्रवधध िे अनस
ु ाय दयू ियते हैं। इस प्रवधध भें प्रान िे ित्मेि थिे शन िो
उसिी िायस्म्बि थिे शन से दयू ह िे अनुऩात भें सभाऩि त्रुदि िदमशभत ियने वारह ये खा िे सभानतय
अॊकित ियिे भाराये खा िो फनद ियते हैं। सयर शब्दों भें , इस प्रवधध भें सभाऩि त्रुदि िो भाराये खा िे
प्रवमबनन थिे शनों ऩय उनिी िायस्म्बि थिे शन से दयू ह िे अनुऩात भें फाॉि ददमा जाता है । फाऊडडच िे
इस तनमभ िो िमोग ियने िी आरेखी व गखणतीम प्रवधधमाॉ नीचे सभझामी गई हैं।
[II] समाऩक िदु ट के ननराकरण की आऱेखी प्रर्वधध (Graphical method of eliminating the closing error)
धचत्र A िे अनुसाय भान रहस्जमे किसी सवेक्षऺत फनद भारा ये खा िो अॊकित ियने ऩय ABCDEF आिृतत
फनती है , स्जसिी FA सभाऩि त्रदु ि िो आरेखी प्रवधध िे द्वाया दयू ियना | AB, BC, CD, DE तथा EF
ये खाओॊ िी सस्म्भमरत रम्फाई िे फयाफय िोई सयर ये खा खीॊचिय उसभें इन ये खाओॊ िी दरू यमों िो इसी
क्रभ भें अॊकित िीस्जमे (धचत्र 19.14B)। मदद मह िागज़ ऩय न आमे तो सबी दरू यमों िो सभान
अनुऩात भें छोिा िय रेना चादहए। उदाहयण िे मरमे, उऩयोक्त ये खाधचत्र भें ित्मेि ये खा िो उसिी आधी
रम्फाई िे फयाफय फनामा गमा है । अफ इस ये खा िे F बफनद ु ऩय A सभाऩि त्रदु ि िे फयाफय Fa रम्फ
फनाइमे तथा A व बफनदओु ॊ िो मभराते हुए Aa िणभ खीॊधचए। इसिे ऩचचात ् B, C, D, तथा E बफनदओ
ु ॊ ऩय
क्रभश् Bb, Cc, Dd तथा Ee रम्फ उिाइमे। अफ प्रान भें B,C,D तथा E बफनदओ ु ॊ ऩय FA िे सभानतय
ये खाएॉ खीॊधचमे तथा इन सभानतय ये खाओॊ भें क्रभश: Bb, Cc, Dd व Ee रम्फों िी दरू यमाॉ िाििय b, c, d
व e बफनदओ
ु ॊ िो ऻात िीस्जए । A, b, c,d व e बफनदओ
ु ॊ िो मभराने ऩय फनी आिृतत सवेक्षऺत भारा
ये खा िी सहह आिृतत िो ििि िये गी।
[।।।] समाऩक िुदट के ननराकरण की गणणतीय प्रर्वधध (Mathematical method of eliminating the
closing error)
आरेखी प्रवधध भें तो प्रान िे प्रवमबनन बफनदओ
ु ॊ ऩय त्रदु ि िदमशभत ियने वारह ये खा िे सभानतय खीॊची
जाने वारह Bb, Cc, Dd व Ee ये खाओॊ िी रम्फाइमों िो ज्मामभतीम यचना िे द्वाया ऻात ियते हैं,
ऩयनतु गखणतीम प्रवधध भें इन सभानतय ये खाओॊ िी रम्फाइमों िो तनम्न सत्र
ू िी सहामता से तनस्चचत
ियते हैं :
क्रकसी त्रबन्दु की के सहारे िारल्म्भक स्टे शन से दरू ी / माऱारे खा की सम्ऩूणथ ऱम्बाई×समाऩक िुदट की
ऱम्बाई

Bb= AB/ FA(AB+BC+CD+DE+EF)

Cc = AB + BC/FA (AB + BC + CD + DE + EF)

Dd= AB + BC + CD/FA (AB + BC + CD + DE + EF)

Ee = AB + BC CD + DE/FA (AB + BC CD + DE + EF)


सभाऩि त्रुदि दयू ियिे नवीन प्रान फनाने िी शेष प्रवधध आरेखी प्रवधध िे सभान होती है ।
अन्तगथत कोणों का ऩररकऱन (Calculation of Included Angles)
दो सयर ये खाओॊ िे एि बफनद ु ऩय मभरने से दो िोण फनते हैं, स्जनहें अनतगभत िोण िहते हैं। फनद भारा
ये खा भें दो सॊरग्न बज
ु ाओॊ िे भध्म बीतय िी ओय िे अनतगभत िोण िो अनत: िोण (interior angle) तथा
फाहय िी ओय फनने वारे अनतगभत िोण िो फाह्म िोण (exterior angle) िी सॊऻा दह जाती है । चॉ कू ि
किसी एि बफनद ु ऩय फने अनत: िोण व फाह्म िोण िा मोग 360° होता है अत् इन िोणों भें मदद किसी
एि िोण िा भान ऻात है तो इस भान िो 360° भें से घिािय दस
ू ये िोण िा भान ऻात किमा जा सिता
है । इसिे अततरयक्त किसी फनद भारा ये खा भें स्जतने थिे शन मा ज़यहफ ये खाएॉ होती हैं उतनी हह सॊख्मा भें
उसभें अनत् तथा फाह्म िोण होते हैं। फनद भारा ये खा िे सभथत अनत् िोणों अथवा सभथत फाह्म िोणों
िे मोग िो तनम्न सूत्रों िी सहामता से ऻात ियते हैं :
(1) फनद भारा ये खा िे सभथत अॊत् िोणों िा मोग,
= 2n-4 सभिोण
(2) फनद भारा ये खा िे सभथत फाह्म िोणों िा मोग,
= 2 n + 4 सभिोण
(उऩयोक्त सूत्रों भें न= भारा ये खा िी बुजाओॊ िी सॊख्मा)
उदाहयणाथभ, मदद किसी फनद भारा ये खा भें ऩाॉच ज़यहफ ये खाएॉ है तो भारा ये खा िे सभथत अनत् िोणों िा
मोग 2x5-4=6 सभीियण तथा सभथत फाह्म िोणों िा मोग 2x5+4= 14 सभिोण होगा।
प्रिज्भीम िम्ऩास सवेऺण भें प्रान फनाते सभम िबी-िबी अनतगभत िोणों िा ऩरयिरन ियना आवचमि
हो जाता है । हभ जानते हैं कि भारा ये खा सवेऺण भें ित्मेि थिे शन ऩय अगरह ज़यहफ ये खा िे अग्र ददक्भान
एवॊ प्रऩछरह जयहफ ये खा िे ऩचचददक्भान िो ऩढ़ा जाता है । इन दोनों ददक्भानों िा अनतय सम्फस्नधत थिे शन
ऩय अनत् एवॊ फाह्म दोनों िोणों भें से किसी एि िोण िो ििि िये गा। उदाहयणाथभ, धचत्र 19.15 भें A
थिे शन ऩय दोनों ददिुभानों िा अनतय अनत् िोण िो ििि ियता है जफकि D व E थिे शनों ऩय इस अनतय
से फाह्म िोण ििि होते हैं। मदद मह अनतय फाह्म िोण िो ििि ियता है तो इस अनतय िो 360° भें से
घिािय अनत् िोण िा भान ऻात िय रेते हैं। अनतगभत िोणों िा ऩरयिरन ियने से ऩूवभ ददमे गमे
ददिुभानों िो अॊकित ियिे ऺेत्र िा िच्चा ये खाधचत्र फना रेना चादहए स्जससे किसी थिे शन ऩय दोनों
ददक्भानों िे अनतय से ििि अनत: मा फाह्म िोण िो ऩहचानने भें िोई बूर न हो। इसिे अततरयक्त िामभ
सभाप्त होने ऩय ऊऩय मरखे गमे सूत्रों िी सहामता से ऩरयिरन िी शुद्धता िो जाॉच रेना चादहए। अनतगभत
िोण ऻात ियने िी इस प्रवधध िो आगे उदाहयण दे िय सभझामा गमा है ।
उदाहरण (7) तनम्नमरखखत ददक्भानों िी सहामता से फनद भाराये खा िे अनत: व फाह्म िोणों िा ऩरयिरन
िीस्जमे:

.
हऱ-धचत्र िे अनस
ु ाय िच्चा प्रान फनाने िे फाद मबनन- मबनन थिे शनों ऩय अनत् एवॊ फाह्म िोणों िा
सायणी 6 िे अनुसाय ऩरयिरन िीस्जए ।
जैसा कि ये खाधचत्र से ििि है A, B व C थिे शनों भें ित्मेि ऩय ऩढ़े गमे दो ये खाओॊ िे ददिभानों िा
अनतय सम्फस्नधत थिे शन ऩय अनत् िोण िा भान िदमशभत ियता है

अत: इन थिे शनों ऩय फाह्म िोणों िा भान ऻात ियने िे मरमे सम्फस्नधत अनत:िोण िो 360° भें से
घिामा गमा है । इसिे प्रवऩयहत D तथा E बफनदओ
ु ॊ ऩय मह अनतय फाह्म िोणों िा भान िदमशभत ियता
है अत् इन थिे शनों ऩय सम्फस्नधत फाह्म िोणों िो 360° भें से घिािय अनत् िोण ऻात किमे गमे हैं।

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