You are on page 1of 5

1.

चार दिन का अवकाश मांगते हुए अपने प्रधानाचार्य को एक प्रार्थना-पत्र लिखिए


:

२७, पर्णकुटि,
दसवाँ मुख्य रास्तागांधीनगर, बेंगलूर
दिनांक : १८.०८.२०१३

सेवा में ,
प्रधानाचार्य महोदय,
कैं ब्रिज पी.यू. कालेज,
के आर पूरम
बेंगलूर

माननीय/ मान्यवर प्रधानाचार्य जी,

विषय :- चार दिनो के अवकाश हे तु पत्र

सविनय निवेदन है कि मैं ..... पी.यू. कक्षा ....... विभाग में पढ़नेवाला
छात्र/छात्राहूँ। मेरा नाम ............ हैं । में अपनी माताजी के साथ तिरुपति जा रहा/
रही हूँ। इसलिए १४ अगस्त १८ तक कॉलेज नही आ पाऊँगा/ पाऊँ गी ।
कृपया आप मुझे चार दिन की छुट्टी प्रदान करें ।

सधन्यवाद

आपका आज्ञाकारी छात्र/ छात्रा


……………..
................ विभाग
2. आर्थिक सहायता मांगते हुए अपने प्राचार्य को एक आवेदन पत्र लिखिए :

रामकुमार
विद्यानगर, बेंगलूर
दिनांक : १२.०६.२०१३

सेवा में ,
प्रधानाचार्य महोदय,
आर.सि. महाविद्यालय,
जे.पि. नगर,
मैसूरु.
आदरणीय प्रधानाचार्य महोदय,
विषय : आर्थिक सहायता प्राप्त करने हे तु ।

मैं आपके महाविद्यालय में पी.यू. द्वितीय वर्ष का छात्र/छात्रा हूँ । अब


तक मैं सभी परिक्षाओं में , प्रथम श्रेणी में , अच्छे अंक पाकर पास करते/करती आ
रहा/रही हूँ । पढाई के साथ खेल कूद और सास्कृतिक कार्यक्रमों मे भी भाग लेकर
पुरस्कार पाता रहा/ रही हूँ।। खेद है कि अचानक मेरे पिताजी का व्यवसाय बंद हो
गया। घर का खर्च निकालना भी कठिन हो गया है । ऐसी हालत में , पिताजी मेरी
पढ़ाई को जारी रखने में असमर्थ है । आपसे विनम्र निवेदन है कि मझ
ु े आर्थिक
सहायता दे कर, मेरी पढ़ाई को आगे बढ़ाने में मदद करें । जीवनभर मैं आपका
आभारी रहूँगा।
सधन्यवाद

आपका आज्ञाक|री छात्र,


रामकुमार
द्वितीय प.ू यू. “आ” विभाग

 
3. अपने कॉलेज के वार्षिक उत्सव मे अपने पिताजी को आमंत्रित करते हुए एक
पत्र लिखिए :

२६, छे ः क्रास
त्रत
ु ीय मुख्य रास्ता
श्रीरामपुर,
बेंगलूर – २१
दिनांक : ०२.०३.२०१३

आदरणीय पिताजी

सादर प्रणाम
हम सब यहाँ कुशल पूर्वक होते हुए आप लोगो की कुशलता
की कामना करता हूँ | हमारे कॉलेज मे हर साल की तरह इस साल भी वार्षिक
उत्सव का आयोजन किया जा रहा है और इस उत्सव मे मै भी एक नाटक मे
हिस्सा ले रहा हूँ और आशा करता हूँ कि मेरे इस नाटक को दे खने के लिए आप
लोग जरूर आइए | 30 जल ु ाई को यह उत्सव होगा आप सभी जरूर आए और मेरा
हौसला बढ़ाएँ |

मुझे आशा हैं कि आप पूरे परिवार के साथ उत्सव दे खने जरूर आएंगे |

आपका आज्ञाकारी पुत्र / पुत्री

.......................

4. नशीले पदार्थे से बचे रहने का निर्देश दे ते हुए अपने मित्र को पत्र लिखिए :

राघवेन्द्र आचार्य
५०, कुवेंपु नगर
मैसूरु
दिनांक : ११.०९.२०१३

प्रिय मित्र गोपाल,

नमस्ते
मैं यहाँ सकुशल हूँ । वहाँ तुम भी कुशल होंगे। तुम्हारे
पत्र की प्रतीक्षा करता हूँ । वर्तमान पत्रिकाओं के अनुसार, अनेक नवयुवक मदिरा
सेवन, धम्र
ू पान और ‘ब्रोन शग
ु र’ जैसे नशीले पदार्थ के शिकार हो रहे है । अतः मैं
तुम्हे सुझाव दे ना चाहता हूँ तुम कदापि इनको छूना नहीं । यदि इनके सेवन
करने वालों के संपर्क में आना पड़े तो तुरंत इनसे दरू हो जाओ, क्योकि इसके
सेवन से हमे आर्थिक हानि के साथ साथ शारीरिक हानि भी होती है , जो आगे
चलकर हमारा जीवन बर्बाद कर दे ते है | इसलिए तम
ु सदा पढ़ाई में मग्न रहो और
अपना जीवन उज्जवल करो ।

तुम्हारा मित्र
राघवेन्द्र आचार्य

5. बैंक में खाता खोलने के लिए प्रबंधक के नाम आवेदन – पत्र लिखिए :

५६, राम निवास


इन्दिरागांधी मार्ग
राजाजीनगर
बेंगलूर-१०
दिनांक : १२.०९.२०१३

सेवा में ,
प्रबन्धक,
केनरा बैंक
राजाजीनगर शाखा
बेंगलूर – १०
प्रिय महोदय,
विषय : बचत खाता खोलने के लिए आवश्यक जानकारी ।

मैं, जी. मनोहर, आपकी शाखा में एक बचन खाता खोलना चाहता हूँ। कृपया उचित
जानकारी और आवेदन पत्र यथाशीघ्र डाक द्वारा भिजवाने का कष्ट करें ।
सधन्यवाद।

आपका विश्वासी
जी. मनोहर

पता :
जी. मनोहर
54, कृष्ण निवास
इन्दिरागांधी मार्ग, राजाजिनगर,
बेंगलूर – 10

You might also like