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A Study on Role of Yoga in Prevention and

Management of Asthma
Research Proposal
Submitted for
DSE 604
2024

Department of Philosophy
Patna Women’s College (Autonomous)
Patna University
3rd cycle NAAC Accredited at A Grade with CGPA 3.58/4

Supervised by Submitted by
Dr. Kamalendra kumar Ekta kumari

(Asst. Professor) Registration No. 21PWC00523

Department of Philosophy Exam Roll No. 21PHI00523

Patna Women’s College B.A. 3rd Philosophy Honors

Session 2021-2024
परिचय (Introduction)
अस्थमा:- अस्थमा एक तरह का श्वास रोग है । जिसमे वायुमागग मे सूिन और संकूचन हो िाता है ,
जिसमे सां स ले ने मे कजिनाई होती है | वतगमान समय मे अस्थमा के बीमारी ते िी से बढ़ रही हैं ।

लक्षण:- लक्षण कई तरह के होते है, जिसमें से-


o सां स ले ने मे तकलीफ।
o सीने मे िकड़न और खााँ सी की पुनरावृजत, आजि होती हैं।

कारण:- अस्थमा के कारण जनम्न हैं -


o वायुमागग के आसपास की मां सपेजिया सक्त हो िाती हैं ।
o एलर्जी पैदा किने वाली चीज़ें।
o उत्ते र्जक पदार्थ खाने के कािण।
o तनाव औि चचिं ता एक मु ख्य कािण हैं ।
o वायु प्रदू षण के कािण।
o मौसम मे बदलाव के कािण।

प्रकाि:- ऐसा प्रतीत होता है, चक अस्र्मा के कई प्रकाि होता है-


o एलर्जी सिंबिंधी अस्र्मा |
o मौसमी अस्र्मा।
o व्यावसाचयक अस्र्मा ।
o गैि-एलर्जी अस्र्मा ।
o व्यायाम-प्रेरित अस्र्मा ।

उपचाि:- अस्र्मा के उपचाि मे योग की महतपूणथ भू चमका है , चर्जसमे से प्रमु ख योग कुिंर्जल, र्जल-
नेचत, आसन, प्राणायाम, स्वचनयमन, र्जागरूकता, आध्यात्मिकता, आचद है ।
अध्ययन का महत्व (Significance of the Study)
 यह िोध पररयोिना महत्वपूणग है , क्ोंजक लोगों को अस्थमा के लक्षण, उपचार आजि समझने
में मिि जमले गी।
 अस्थमा के अध्ययन से हमे यह समझने मे मिि जमलती है , की लक्षण कैसे जवकजसत होते है
और इसके पीछे के करण क्ा हो सकता है ।
 िीवन के गुनवाता पर योग के प्रभाव का आकलन करना तथा स्वस्थ िीवन िैली को बढ़ावा
िे ना।

उद्दे श्य (Objectives)


 अस्र्मा के बािे मे लोगोिं को र्जागरूक किना तर्ा योग द्वािा फेफड़ा की कायथ क्षमता मे सुधाि
किना।

 योग के द्वािा अस्र्मा को कम चकया र्जा सकता है ।

 योग के द्वािा अस्र्मा के िोचगयोिं को र्जीवन के गुिवाता मे सुधाि चकया र्जा सकता है।
अध्ययन की जवजध (Research Methodology)
 आध्यात्मिक अनुभव के जवजभन्न मू जलयों का मू ल्ां कन कर।
 जवजभन्न पुस्तक एं व ले खों का अध्ययन करके।
 इं टरनेट का उपोग करके।

पररकल्पना (Hypothesis)
 यह संभावना है की योग के जनयजमत अभ्यास से अस्थमा के लक्षण मे कमी जकया िा सकता
है ।
 यह संभावना है की अस्थमा के पररणाम को सुधरने म योग मानक उपसर है ।
 यह संभावना है की अस्थमा के रोगी हमे िा के जलए िीक हो सकता है ।

साजहत्य की समीक्षा (Review of Literature)


 पुस्तक;- आसन प्राणायाम मु द्रा बिंध ( ले खक स्वामी सत्यानिंद सिस्वती )
 https://www.mayoclinic.org
 https://my.clevelandclinic.org

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