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यज्ञ द्वारा चिचित्सा

अर्ाात यज्ञोपैर्ी – एि
समग्र उपिार

प्रस्तु चतिरण द्वारा-

डॉक्टर ममता सक्सेना

(पीएचडी - यज्ञोपैथी,
दे वसंस्कृतत तवश्वतवद्यालय,
उत्तराखंड, भारत)

5/28/2019 1
पीएिडी - यज्ञोपैर्ी िी प्रेरणा श्रोत -
परमपूज्य गुरुदे व
 परमपूज्य गुरुदे व
 एि दूरदर्शी, आध्यात्मिि वैज्ञाचिि,
 संत और सुधारि, युग ऋचि
 ऋचियों जैसा अिुर्शाचसत जीवि चजया
और
 २४ विों ति िठोर तप चिया और िई
बार चिमालय यात्रा िी और आध्यात्मिि
श्रेष्ठता िो प्राप्त चिया |
 यज्ञ पर ग़ुरुदे व की वेदों पर शोध करके और
उनका तनचोड तनकाल कर दो वां ग्मय तलखे हुए
हैं ।
 यज्ञ का ज्ञान तवज्ञान-25,
 यज्ञ एक समग्र उपचार प्रतिया – 26.
 भारतीय आयुवेदाचायों, जैसे धन्वन्तरर, चरक,
5/28/2019
सुश्रुत, वाग्भट्ट आतद ने यज्ञ तचतकत्सा को सभी
2
यज्ञोपैर्ी - एि समग्र उपिार क्ों िै ?

5/28/2019 3
प्रशंसापत्र जयपुर केंद्र से
• सामान्यतः यह पाया गया है तक यज्ञ, प्राणायाम एवं आसन करने
के 4-5 घण्टे बाद
– सुबह के उच्च रक्त चाप (B.P) के मुकाबले अतधकां श के उच्च रक्त
चाप (B.P ) में आश्चययजनक कमी आयी है ।
– उच्च रक्त चाप (B.P) स्तर में सदी बढ़ने के बावजूद एक दो अपवादो
को छोड़ कर तगरावट नोट की गयी है ।
– कब्ज सभी रोतगयों का ठीक हो गया है ।
– सभी का ऊजाय स्तर आश्चययजनक रूप से बढ़ा है ।
– पेट की गै स व अम्लता (ACIDITY) की समस्या समाप्त हो गयी है । व
सभी की दवाइयााँ बंद हो चुकी है ।
– जोड़ों के ददय में काफी हद तक आराम है ।
• ररसचय में यह भी पाया गया है तक जो व्यक्तक्त मधुमेह नहीं होने
पर भी मधुमेह की औषतध से ही यज्ञ कर रहे थे उनके मधुमेह
स्तर में कोई तगरावट नहीं आयी है ।
डॉक्टर ममता सक्सेना, पीएचडी - यज्ञोपैथी, दे वसंस्कृतत तवश्वतवद्यालय, उत्तराखंड, भारत 5
6

मधुमेि
रोचगयों िा
डे टा
श्रीमती मंजू जी कवर

Sugar
HBA 1C
चदिां ि वजि Fasting Sugar P.P (LAB) Medicine status
(LAB)

3/12/2018 59.20 103 162 6.31 NO medicine


2/1/2019 56.60 96 106 5.83NO medicine
Variation 2.60 7 56 0.48

डॉक्टर ममता
5/28/2019 सक्सेना, पीएचडी - यज्ञोपैथी, दे वसंस्कृतत तवश्वतवद्यालय, उत्तराखंड, भारत 7
जगदीश प्रसाद शमाय

Sugar HBA 1C
Fasting Sugar P.P Medicine
चदिां ि वजि (LAB) (LAB) status
Same
3/12/2018 62.40 130.9 154.6 6.17 medicine
Same
2/1/2019 59.70 114.10 100.2 6.02 medicine

Variation 2.70 16.80 54.4 0.15

डॉक्टर ममता सक्सेना, पीएचडी - यज्ञोपैथी, दे वसंस्कृतत तवश्वतवद्यालय, उत्तराखंड, भारत 8


श्री आर पी शमाय जी
Sugar HBA 1C
Fasting Sugar P.P Medicine
चदिां ि वजि (LAB) (LAB) status

3/12/2018 88.30 141 157 6.47Same medicine


2/1/2019 86.70 110.10 135.50 6.17Same medicine
Variation 1.60 30.90 21.50 0.3

डॉक्टर ममता सक्सेना, पीएचडी - यज्ञोपैथी, दे वसंस्कृतत तवश्वतवद्यालय, उत्तराखंड, भारत 9


तवजय कुमार शमाय
Sugar HBA 1C
Fasting Sugar P.P Medicine
चदिां ि वजि (LAB) (LAB) status
Same
3/12/2018 72.00 104 115 5.77 medicine
Same
2/1/2019 71.60 103 90.10 5.69 medicine

Variation 0.40 1.00 24.90 0.08

डॉक्टर ममता सक्सेना, पीएचडी - यज्ञोपैथी, दे वसंस्कृतत तवश्वतवद्यालय, उत्तराखंड, भारत 10


1
1

यज्ञ िे प्रभाव
िा वै ज्ञाचिि
परीक्षण - वायु
र्शोधि
यज्ञ िे प्रभाव िा वैज्ञाचिि परीक्षण -
वायु र्शोधि
मैंने अपनी शोध के दौरान से न्ट्रल पोलयू शन कंटर ोल
बोडय (सी पी सी बी) के साथ तमल कर के तनम्न
प्रयोग तकये :

1. अंदरूनी वातावरण में व्याप्त सूक्ष्म


कीटाणुओ,ं जैसे – बैक्टेररआ,
कवक (फ़ंगस) तथा रोगजनक
(पैथोजेन्स ) पर यज्ञ का प्रभाव
2. यज्ञ एवं साधारण धुए का अं दरूनी
वातावरण में व्याप्त सूक्ष्म
कीटाणुओं पर प्रभाव
3. वाह्य वातावरण में व्याप्त सूक्ष्म
कीटाणुओं पर यज्ञ का प्रभाव
वायु प्रदू षण तदल्ली 4. प्रदू षण वाली गैसे जैसे NO2 and
SO2 पर यज्ञ का प्रभाव
डॉक्टर ममता सक्सेना, पीएचडी - यज्ञोपैथी, दे वसंस्कृतत तवश्वतवद्यालय, उत्तराखंड, भारत 12
घर िे वातावरण में व्याप्त िीटाणुओ ं पर
यज्ञ िा प्रभाव
घर के वातावरण में व्याप्त सूक्ष्म कीटाणु ओं पर यज्ञ का
प्रभाव को जानने के तलए एि विा में िार प्रयोग चिये
गये, 'ग्रेतवटी सेटल मेथड' का प्रयोग करके वायु का नमूना
तलया गया था| एक तदन में चार नमूनों को तलया गया था:-
 प्रत्येक प्रयोग में, प्रयोग के एक तदन पहले, पृ ष्ठभू तम का नमूना तलया गया था,
प्रयोग के तदन नमूना तलया गया और यज्ञ के बाद प्रभाव दे खने के तलए तीन तदन
बाद तक नमूना तलया गया।

 यह दे खा गया तक िवि वाले चदि रोगाणुओ ं में लगभग 60-70% िी िमी


आई और िौर्े चदि यि िमी बढ़ िर 80% -100% िो गयी र्ी।

 एक दू सरे प्रयोग मे सामतयक प्रभावशीलता दे खने के तलये हवन के बाद सात


तदन तक सै म्पतलंग करी गयी, प्रयोग के 7 तदनों बाद पृष्ठभू तम की तु लना में
बै क्टीररया, फंगस और पैथोजेन्स की सं ख्या में 92%, 88%, और 79% की
कमी दे खी गयी। इससे पता चलता है तक यज्ञ िा प्रभाव 7 चदि बाद ति
डॉक्टर ममता
चसर्ा सक्से
बिाना,
िीपीएचडी - यज्ञोपै
ििी रिता िै थवरि
ी, दे वसं स्कृतत तवश्वतवद्यालय,
अचधि प्रभावर्शालीउत्तराखं
िो जाताड, भारत
िै । 13
औसत बैक्टीररयल गणिा - इं डोर िेस
स्टडी
वायुमंडल में बैक्टीररया काउं ट्स पर यज्ञ का प्रभाव, 7 वें तदन में 92% की कमी

डॉक्टर ममता सक्सेना, पीएचडी - यज्ञोपैथी, दे वसंस्कृतत तवश्वतवद्यालय, उत्तराखंड, भारत 14


औसत र्ंगस संख्या- इं डोर िेस स्टडी
वायुमंडल में फ़ंगस गणनाओं पर यज्ञ का प्रभाव, 7 वें चदि में 88% िी िमी

औसत र्ंगस संख्या-


35
32

30

25

20

15

10
10 8

4
5 3

0
यज्ञ से पहले यज्ञ तदवस यज्ञ के बाद तदवस 1 यज्ञ के बाद तदवस 4 यज्ञ के बाद तदवस 7

डॉक्टर ममता सक्सेना, पीएचडी - यज्ञोपैथी, दे वसंस्कृतत तवश्वतवद्यालय, उत्तराखंड, भारत 15


औसत पैर्ोजेन्स संख्या- इं डोर िेस
स्टडी
वायुमंडल में रोगजन्य गणनाओं पर यज्ञ का प्रभाव, 7 वें चदि में 79% िी िमी

औसत पै थोजेन्स सं ख्या-


16

14
14

12

10

4
4
3 3

2
1

0
यज्ञ से पहले यज्ञ तदवस यज्ञ के बाद तदवस 1 यज्ञ के बाद तदवस 4 यज्ञ के बाद तदवस 7

डॉक्टर ममता सक्सेना, पीएचडी - यज्ञोपैथी, दे वसंस्कृतत तवश्वतवद्यालय, उत्तराखंड, भारत 16


यज्ञ एवं साधारण धुुँआ - इं डोर िेस
स्टडी (बैक्टीररया)
60
57

52

50 49

40

31
30
27

20

11
10

0
यज्ञ से पहले यज्ञ के दौरान यज्ञ के बाद तदवस 2

बैक्टीररया पर यज्ञ के धुएाँ का प्रभाव बैक्टीररया पर साधारण धुएाँ का प्रभाव

डॉक्टर ममता सक्सेना, पीएचडी - यज्ञोपैथी, दे वसंस्कृतत तवश्वतवद्यालय, उत्तराखंड, भारत 17


यज्ञ एवं साधारण धुुँआ - इं डोर िेस
स्टडी (फ़ंगस)
30

25
25

20 19

15
12 12

10
7
6

0
यज्ञ से पहले यज्ञ के दौरान यज्ञ के बाद तदवस 2

फ़ंगस पर यज्ञ के धुएाँ का प्रभाव फ़ंगस पर साधारण धुएाँ का प्रभाव

डॉक्टर ममता सक्सेना, पीएचडी - यज्ञोपैथी, दे वसंस्कृतत तवश्वतवद्यालय, उत्तराखंड, भारत 18


यज्ञ एवं साधारण धुुँआ - इं डोर िेस
स्टडी (पैर्ोजेन्स)
14

12
12

10

6
5

4
4
3

2 2
2

0
यज्ञ से पहले यज्ञ के दौरान यज्ञ के बाद तदवस 2

पैथोजेन्स पर यज्ञ के धुएाँ का प्रभाव पैथोजेन्स पर साधारण धुएाँ का प्रभाव

डॉक्टर ममता सक्सेना, पीएचडी - यज्ञोपैथी, दे वसंस्कृतत तवश्वतवद्यालय, उत्तराखंड, भारत 19


यज्ञ वािय पयाावरण र्शोधि प्रयोग –
एि अध्ययि
 12 र्रवरी से 16 मई, 2003 िे बीि िी अवचध िे दौराि चदल्ली
िे िरावल िगर में , खुली िवा मे बडे पैमािे यज्ञ पर प्रयोग
चिया गया ।

 तवतभन्न तदनों में यज्ञ में शातमल होने वाले लोगों िी संख्या 6,000 से
16,000 तक थी।

 यज्ञस्थल पर एक तदन पहले से लेकर समाप्त होने के दो तदन बाद


तक कीटाणुओ की सैम्पतलंग की गयी

डॉक्टर ममता सक्सेना, पीएचडी - यज्ञोपैथी, दे वसंस्कृतत तवश्वतवद्यालय, उत्तराखंड, भारत 20


यज्ञ में शातमल होने वाले लोगों िी संख्या
18000

16000
16000

14000
यज्ञ में शातमल होने वाले लोगों की संख्या

12000 12000
12000

10,000
10000

8000

6000
6000

4000

2000

10 10 3
0
11.5.03 12.5.03 13.5.03 14.5.03 15.5.03 16.5.03 17.5.03 18.5.03
तदनां क

डॉक्टर ममता सक्सेना, पीएचडी - यज्ञोपैथी, दे वसंस्कृतत तवश्वतवद्यालय, उत्तराखंड, भारत 21


खुले में यज्ञ से पहले और बाद में
माइिोफ्लोरा की गणना
Dates Bacteria % Fungi % Pathogen % change
change change

11.5.03 43 7 10

17.5.03 20 -54.5 6 -14.9 2.0 -79.4

18.5.03 27 -37.6 11 59.7 2.0 -79.4

डॉक्टर ममता सक्सेना, पीएचडी - यज्ञोपैथी, दे वसंस्कृतत तवश्वतवद्यालय, उत्तराखंड, भारत 22


गैसीय प्रदू षण पर यज्ञ का प्रभाव

2004 में एम एस अपाटय मेंट्स, के.जी. मागय में


खु ली हवा में यज्ञ का प्रयोग तकया गया था।

गेट के पास हवा की तदशा में एक उच्च मात्रा


वायु सैम्पलर रखा गया था।

नमूने प्रतत 8 घं टे पर एकत्र तकए गए थे

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2004 में गैसीय प्रयोग के पररणाम

% Change % Change w.r.t


Date NO2 w.r.t Back Gr. SO2 Back Gr.

31.1.04 56 11.0
1.02.04 29.5 -47.3 1.5 -86.4
2.02.04 22.5 -59.8 BDL -96%

डॉक्टर ममता सक्सेना, पीएचडी - यज्ञोपैथी, दे वसंस्कृतत तवश्वतवद्यालय, उत्तराखंड, भारत 24


गैसीय प्रदू षण पर यज्ञ का प्रभाव 2004
60
56

50

40

29.5
30

22.5

20

11
10

1.5 1
0
यज्ञ से पहले यज्ञ के दौरान यज्ञ के बाद तदवस 1

NO2 SO2

डॉक्टर ममता सक्सेना, पीएचडी - यज्ञोपैथी, दे वसंस्कृतत तवश्वतवद्यालय, उत्तराखंड, भारत 25


गैसीय प्रदू षण पर यज्ञ का प्रभाव 2004
60
56

50

40

29.5
30

22.5

20

11
10

1.5 1
0
यज्ञ से पहले यज्ञ के दौरान यज्ञ के बाद तदवस 1

NO2 SO2

डॉक्टर ममता सक्सेना, पीएचडी - यज्ञोपैथी, दे वसंस्कृतत तवश्वतवद्यालय, उत्तराखंड, भारत 26


हवन सामग्री के धुएं के प्रभाव परीक्षण -
सी. एस. नौतटयाल
Effect of Combustion of Havan Samigri on Air Bacteria
400

350

300

250

200
Bacterial counts/ 1000 Lt

150

100

50

0
0-1 15 min 30 min 1 hr. 2 hr 4hr 8 hr 12 hr 24 hr 7th day 15th day30th day

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यज्ञ िे प्रभाव िा वैज्ञाचिि परीक्षण -
PM2.5 एवं PM10
यज्ञ के प्रभाव का वैज्ञातनक परीक्षण चदल्ली एिसीआर में घर िे
अंदर चिया, पररणाम हमें सकारात्मक तमले जो इस प्रकार है :-
PM 2.5
400 365
348
350
300
250
200
150 100
89
100
50
0
यज्ञ से पहले प्रयोग तदवस यज्ञ के बाद तदवस 1 यज्ञ के बाद तदवस 2 PM 10

554

450

214
207
य ज्ञ से प ह ले प्र यो ग तद व स य ज्ञ के बा द तद व स 1 य ज्ञ के बा द तद व स 2
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डॉक्टर ममता सक्सेना, पीएचडी - यज्ञोपैथी, दे वसंस्कृतत तवश्वतवद्यालय, उत्तराखंड, भारत
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यज्ञ िा
रे चडएर्शि पर
प्रभाव

5/28/2019 29
रे तडअशन का प्रदू षण
• इलेक्टरो-मैग्नेतटक रे तडअशन आज के आधु तनक जीवनशैली की दे न है .ये मोबईल,
लप्टोप, टी.वी, कम्प्यूटर, माईिोवे व इत्यातद सभी के द्वारा उत्सतजयत रे तडअशन होते
हैं .
• लम्बे समय तक इनके एक्स्पोशर से तसर और गदय न मे ट्यूमर की सम्भावनायें बढ
जातीहैं .
• इं टरनेशनल एजेंसी फॉर ररसचय ऑन कैंसर (आईएआरसी) द्वारा एक अध्ययन
तकया गया था, तातक यह तनधाय ररत तकया जा सके तक वयस्कों में मोबाइल फोनों
और तसर और गदय न के कैंसर के उपयोग के बीच कोई सं बंध है या नही ं ।
– 13 भाग लेने वाले दे शों से एकत्र आं कड़ों को एकतत्रत और तवश्लेतषत तकया
गया ।
– यह पाया गया तक वहााँ 10 से अतधक वषों के तलए मोबाइल फोन का उपयोग
करने के साथ मक्तस्तष्काररमा या तं तत्रकाबं धाबुय द का खतरा बढ़ गया था ।

डॉक्टर ममता सक्सेना, पीएचडी - यज्ञोपैथी, दे वसंस्कृतत तवश्वतवद्यालय, उत्तराखंड, भारत 30


यज्ञ का रे तडएशन पर प्रभाव
यज्ञ के पहले जहां पर उच्च रे चडएर्शि र्े यज्ञ में
आहुचत प्रारम्भ िोते िी वो घट िर र्शून्य िो गए.-
तवतपन गाडे न एक्स्टें शन
सामान्यत: रे तडएशन की रें ज ३’ – १२’ तक होती है .
तजन घरों या स्थानों में चियचमत रूप से िवि / यज्ञ
िोता है उन स्थानों में रे चडएर्शि ३ – ५ इं ि दूरी में
समाप्त िो जाते है .

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इलेक्टरो-मैग्नेतटक रे तडएशन पर हवन का
प्रभाव –गौतम नगर
4

3.6
3.5

2.5

1.6
1.5
1.2

1 0.9

0.5
0.3
0.2

0
सुबह दोपहर शाम

हवन से पहले हवन के बाद

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इलेक्टरो-मैग्नेतटक रे तडएशन पर हवन का प्रभाव
तवकासपुरी,तदल्ली
EMR Pre and Post Havan at a Distance of 5 Ft (in µT)

1.2

1.096

1
0.948

0.8

Pre
EMR in µT

0.6 Post 30 mins


Post 7. hrs
0.452 Post 13 hrs
0.4

0.2

0 0
Pre Post 30 mins Post 7. hrs Post 13 hrs

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इलेक्टरो-मैग्नेतटक रे तडएशन पर हवन का
प्रभाव-तवकासपुरी,तदल्ली

िवि िे पूवा िवि िे बाद


दू री चर्ट में
5" 5"
0.33 0
1.43 0
िुम्बिीय फ्लक्स µT में 0.99 0
1.2 0
1.53 0

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यज्ञ द्वारा ब्रह्ां डीय ऊजाय का संचरण

• उजाय मापन सन्यंत्र द्वारा मापने पर हमे तनम्न नतीज़े


तमले :
– मंत्रोच्चराण के दौरान ही ऊजाय बढने लगती है
– साधकों द्वारा जोर दार मंत्रोच्चारण से अतधक ऊजाय
बढती है .
– सामान्य व्यक्तक्त द्वारा हवन करने से कम ऊजाय बढती है
– हवन समाप्त होने के 10 तमनट के बाद पुन: ऊजाय बढने
लगती है .

डॉक्टर ममता सक्सेना, पीएचडी - यज्ञोपैथी, दे वसंस्कृतत तवश्वतवद्यालय, उत्तराखंड, भारत 35


यज्ञ द्वारा ब्रह्ां डीय ऊजाय का संचरण -
2
– लगभग 20 तमनट मे यह पूणय रूप से बढ जाती है .
– यह पहले की अपेक्षा दोगुनी अथवा कई गुना अतधक हो
जाती है .
• जैपुर में एक 5 कुंडीय यज्ञ के दौरान बाहर जाकर
मपने पर ऊजाय 450मी.की दू री पर भी बढी हुई
पायी गयी.

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यज्ञ में होने वाले संभातवत रासायतनक तियाएं व् उसमे उत्पन्न
फाइटोकेतमकल्स-
मीनाक्षी रघुवंशी द्वारा स्टडी

डॉक्टर ममता सक्सेना, पीएचडी - यज्ञोपैथी, दे वसंस्कृतत तवश्वतवद्यालय, उत्तराखंड, भारत 37


यज्ञ शोध - मीनाक्षी रघु वंशी

डॉक्टर ममता सक्सेना, पीएचडी - यज्ञोपैथी, दे वसंस्कृतत तवश्वतवद्यालय, उत्तराखंड, भारत 38


माइकोबैक्टेररयम तनयंत्रण नमूने पर इन तवटर ो प्रयोग-
मीनाक्षी रघुवंशी

डॉक्टर ममता सक्सेना, पीएचडी - यज्ञोपैथी, दे वसंस्कृतत तवश्वतवद्यालय, उत्तराखंड, भारत 39


धन्यवाद

42

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