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मुट्ठी म तकदीर

यि तगत तथा पेशेवर महानता के िलए


जीवन बदल दे नेवाली मागदिशका

The Mastery Manual

राॅ िबन शमा

जयकाे पि लिशंग हाऊस


अहमदाबाद बगलोर भोपाल भु बने वर चे नई
िद ली इै दराबाद कोलकाता लखनऊ मु बई
प्रकाशक
जयको पि लिशं ग हाउस
ए-2 जश चबस, 7-ए सर िफ रोजशाह मे हता रोड
फोट, मु बई - 400 001
jaicopub@jaicobooks.com
www.jaicobooks.com
© रॉिबन शमा
शमा लीडरिशप इं टरने शनल इं क.
ू री मं िजल
92 कोलाड ट् रीट, दस
टोर टो, ON M5R 1G2, कनाडा
के साथ यव था के अं तगत प्रकािशत
THE MASTERY MANUAL
मुट्ठी म तकदीर
ISBN 978-81-8495-832-4
अनु वादकः िवजय नंदन
पहला जयको सं करण: 2016
दुसरा जयको सं करण: 2016
िबना प्रकाशक की िलिखत अनु मित के इस पु तक का कोई भी भाग, िकसी भी प्रकार से
इ ते माल नहीं िकया जा सकता, न कॉपी िकया जा सकता है , न िरकािडं ग और न ही
क यूटर या िकसी अ य मा यम से टोर िकया जा सकता है ।
अ यायसूची
मॉड ूलः 1 अब पूरी तरह जीएं
मॉड ूलः 2 िकस आधार पर कोई उ कृ ट प्रदशनकता बनता है ?
मॉड ूलः 3 सफलता के िलए एक सं तुिलत नजिरया
मॉड ूलः 4 िव व तरीय प्रदशन कर
मॉड ूलः 5 टीव जॉ स का सवाल
मॉड ूलः 6 महानता के छोटे -छोटे रोजाना काम
मॉड ूलः 7 आजीवन सीखने वाला बने रह
मॉड ूलः 8 िनयित एवं ने तृ व
मॉड ूलः 9 आपकी सं गित की शि त
मॉड ूलः 10 मे रे नायक को सलाम
मॉड ूलः 11 इस माह के ने तृ व सबक
मॉड ूलः 12 िनभयता के ारा ने तृ व
मॉड ूलः 13 धन के अने क प
मॉड ूलः 14 नवीकरण की शि त
मॉड ूलः 15 अपने व न की एक पु तक रच
मॉड ूलः 16 प्रभावशाली प्रदशनकता के 5 तरीके
मॉड ूलः 17 अपनी छाप छोड़
मॉड ूलः 18 सवो म पारी खे लने की चु नौती
मॉड ूलः 19 खु शी की शा वत खोज
मॉड ूलः 20 जीवनकला म िनपु णता के पांच अ यास
मॉड ूलः 21 अ यं त मह वपूण पल
मॉड ूलः 22 खाई पाटना
मॉड ूलः 23 कृत ता
मॉड ूलः 24 उ कृ टता के प्रित समपण
मॉड ूलः 25 खु दको नया कर
मॉड ूलः 26 या आप अ छे ह?
मॉड ूलः 27 एक महान िदन का िनमाण कर
मॉड ूलः 28 कौन-सी चीज प्रभावशाली प्रदशनकता बनाती है ?
मॉड ूलः 29 अपनी जाग कता का िनमाण कर
मॉड ूलः 30 ने तृ व की चु नौती
मॉड ूलः 31 बगै र िखताब के ने तृ व कर
मॉड ूलः 32 नजिरए की ताकत
मॉड ूलः 33 यवसाय का मानवीय प
मॉड ूलः 34 यात्रा के ारा िफर से नया होना
मॉड ूलः 35 अपनी राह समृ करने का जीवन िववे क
मॉड ूलः 36 सवो म पारी खे लने की ज रत
1

अब पूरी तरह जीएं

बहुत बड़ी सं या म लोग जीवन जीना टालते रहते ह । हम यह कहा करते ह िक जब


हमारे पास यादा व त होगा अथवा जब हम अपने उन काम से िनबट लगे , िजनसे
हम अभी जूझ रहे ह, तब हम अपना सवो म जीवन जीएं गे । हम अपने आसपास के
लोग से कहा करते ह िक जब जीवन म थोड़ी ि थरता आएगी, तो हम यादा यार
तथा भावना के साथ जीएं गे । हम खु दको यह वचन दे ते ह िक जब हमारे पास थोड़ा
और व त होगा, तो हम यादा से हतमं द आहार लगे तथा िव व तरीय शारीिरक दशा
हािसल करगे । जबिक, अपनी गहराई म, हमम से हरएक यह जानता है िक अपना
सवो म जीवन जीने के िलए अब से बे हतर व त कभी नहीं होगा । और यिद अब
नहीं, तो िफर कब?
हमम से यादातर लोग इस तरह जीते ह, जै से हमारे पास दुिनयाभर का व त हो । हम
जीना और अपने िशखर तथा सवो म तक पहुंचने की कोिशश टाल दे ते ह । और इस
तरह िदन स ताह म, स ताह महीन म और महीने वषों म बदल जाते ह । जबतक
आप इसे समझ सक, आपका जीवन तमाम हो चु का होगा । और अपनी मृ यु शै या पर
पड़े यादातर लोग उ हीं पछताव की पीड़ा भोगते ह िक उ ह ने और यादा जोिखम
नहीं उठाई, िक उ ह ने अपनी यि तगत सं भावनाओं के िशखर साकार नहीं िकए, िक
उ ह ने और यादा यार नहीं बांटा ।
कभी अितिर त िदन नहीं आते । कभी अथहीन िदन नहीं होते । आज का यही िदन वह
िदन है , जब आप िकसी यादा ऊंची चीज की चे टा का िवक प चु न सकते ह और वह
यि त हो सकते ह, िजसे होने का सपना आप िदल ही िदल म दे खते रहे ह । आज ही
वह िदन है , जब आप असाधारण शारीिरक ि थित हािसल करने अथवा काम म एक
स चा ने तृ वकता बनने या एक अिधक शु मानवप्राणी होने अथवा और यादा
जोिखम उठाते हुए अपने भय की ओर भागने का फैसला ले सकते ह । मे रे िलए तो
ने तृ व का पूरा मतलब बस यही है । इस पल को पकड़ ले ना और अपने जीवन को इस
तरह जीना िक वह दस ू र के िलए इसकी िमसाल बन जाए िक एक मनु य के िलए
कैसी चीज का सृ जन कर पाना मु मिकन है । यह सोचते रह िक आपका सवो म जीवन
कैसा िदखे गा । जै सा म अपने या यान तथा कायशालाओं म कहा करता हं ःू
‘‘बे हतर जानकारी के साथ आप बे हतर िवक प चु न सकते ह और जब आप बे हतर
िवक प चु नगे , तो बे हतर नतीजे दे खगे ।’’

प्रेरक उ रण
‘‘आप पानी म िगरने से नहीं डूबते , आप उसी म रह जाने की वजह से डूबते ह ।’’
एडिवन लु इस कोल
‘‘एक बड़ी पहाड़ी पर चढ़ने के बाद एक यि त हमे शा यह पाता है िक चढ़ने को और
भी कई पहािड़यां बाकी ह । म िवश्राम के िलए एक पल का हं ,ू तािक म अपनी
चार ओर फैली शानदार दृ यावली की एक झलक ले सकूं और अपने ारा अब तक
तय गई दरू ी पर नजर फेर सकूं । िकंतु म केवल एक पल ही क सकता हं ,ू य िक
आजादी के साथ िज मे दािरयां भी आती ह । म के रहने की जोिखम नहीं ले सकता,
य िक मे रा लं बा सफर अभी समा त नहीं हुआ है ।’’
ने सन मं डेला
‘‘िजतना ते ज चमकना आपकी िनयित रही है , यिद आप उतनी ते जी से नहीं चमक
सकते , तो आप न केवल खु दके साथ िव वासघात करते ह, बि क इस दुिनया को उससे
कमतर छोड़ दे ते ह, िजतनी यह हो सकती थी ।’’
रॉिबन शमा
यि तगत महानता हािसल करने के 6 तरीके
1. अपने पे शेवर तथा यि तगत जीवन के िलए 20 वषों की एक योजना िलख ।
महान कंपिनयां यह सु िनि चत करती ह िक उनका प्रबं धन उनके िमशन, िवजन एवं
मू य के एक सु िवचािरत कथन के अनु सार हो । आपके सबसे अहम मू य के एक
कथन के साथ एक प ट योजना से आप यादा बु द्िधमानीभरे िवक प चु न सकगे ,
िजनसे कमतर नाकािमयां िमलगी ।
2. िचं तन म यादा व त लगाएं । भारत की सबसे सफल आइटी कंपिनय म एक
मे री लायं ट है । उनकी प्रमु ख कायप्रणािलय म एक यह है िक वे अपनी टीम के
सद य को अपने समय का 1/3 िह सा िचं तन म लगाने को प्रो सािहत करते ह ।
सबसे प्रभावी मानवप्राणी दस ू र से यादा सोचते ह । आप इस सं बंध म सोच िक
आप अपने जीवन को िकसका प्रितिनिध व करते हुए दे खना चाहते ह । इस बारे म
सोच िक कैसे आप यादा मू य का सृ जन कर सकते ह । यह सोच िक आपके जीवन म
वह या है , जो काम नहीं कर रहा, तािक आप उसे बदल सक ।
3. सं तुलन की ि थित म आएं । अपने काम और अपने यि तगत जीवन के बीच
सं तुलन िबठाना आसान नहीं होता । यह प्रितिदन की चु नौती है । िकंतु इस पर काम
करने से आपका जीवन काफी बे हतर ढं ग से काम करे गा । यायाम के िलए व त तय
कर । यह सु िनि चत कर िक आपके पिरवार और आपकी िमत्रताओं को वह
प्राथिमकता िमले , वे िजसके यो य ह । अपने िलए भी कुछ व त िनकाल, य िक
जब आप बे हतर महसूस करगे , तो अपनी चार ओर के लोग के िलए सकारा मक
ऊजा के स्रोत बनगे ।
4. सोची-समझी जोिखम िलया कर । हर सात िदन पर कुछ ऐसा कर, जो आपको
असहज महसूस कराए । िजन चीज को करने से आप डरते ह, उ ह आपको सबसे
पहले करना चािहए । यह याद रख िक आपके भय की दस ू री ओर आपका िवकास
िनवास करता है ।
5. यादा यार करने वाले बन । महान टीम ऐसे स चे ने तृ वकताओं ारा बनाई
जाती ह, जो सच बोलने से नहीं घबराते और भलापन प्रदिशत करते ह । यह
कमजोरी की नहीं, शि त की िनशानी है । अपने आसपास के सभी लोग के िलए यार
करने वाले , िवनम्र और क णामय बन । इसका अथ यह नहीं है िक जब ज रत आन
पड़े , तो आप कड़ाई न बरत । इसका असल अथ यह है िक आप अपने जीवन म अपनी
मानवता का कुछ यादा पु ट लाएं ।
6. कुछ अलग बन । अपनी पिरभाषा से ही ने तृ वकता भीड़ का अनु करण नहीं
करते । जीवन को अपनी ही शतों पर जीएं । जो मू य आपके िलए सबसे स चे ह ,
उ ह सु न । सृ जना मक बन । एक आदशवादी बने रह ।
आपकी ने कनामी की कीमत
मे रे िपता ने एक बार मु झसे कहा िक तु हारी ने कनामी के िनमाण म 30 वष भी लग
सकते ह, जबिक उसे 30 से कड म गं वाया जा सकता है । म सचमु च यह यकीन करता
हं ू िक आपकी ने कनामी िजतनी अहम कोई भी चीज नहीं । अपने फोनकॉल के जवाब
म प्रा त कॉल का आप कोई मोल नहीं आं क सकते । िफर भी इस पृ वी पर इतनी
बड़ी सं या म लोग छोटी अविध की सोच से ग्र त होते ह । ज दी मु नाफा हािसल
करने के च कर म वे यादा से यादा पै से झपट ले ने की जु गत म लगे रहते ह । मगर
कारोबार की कामयाबी का पूरा मतलब सं बंध की कामयाबी है और उसम व त लगता
है । कम का वादा कर यादा दे ने से , कुछ शु कर उसे पूरा करने से , एक बहुत अ छे
श्रोता बनकर तथा अपने ग्राहक के िलए असाधारण मू य चु काकर आप उनका
िव वास और स मान जीत लगे । यह आपके यि तगत ब्रांड को बढ़ावा दे गा, जो
आपकी ने कनामी है । अपनी ने कनामी की िहफाजत अपनी सबसे िप्रय सं पि म एक
की तरह कर । त् िटहीन ढं ग से ईमानदार बन और कभी ऐसा काम न कर, िजससे
आपके िस ांत पर कलं क लगे । यह यवसाय म आपका एक लं बा किरयर तथा एक
अ यं त सं तुि टदायक जीवन सु िनि चत करे गा ।
2

िकस आधार पर कोई उ कृ ट प्रदशनकता


बनता है ?

िपछले स ताह मने फॉ यून 500 सं गठन , सरकारी एजिसय तथा िविभ न उ म का
प्रितिनिध व करने वाले वरीय ए जी यु िटव के एक दल के साथ सुं दरता से प्रेिरत
करने वाले दो िदन िबताए । वे टोरं टो के एक होटल के कांफ्रस म म एलीट परफॉमस
िसरीज के एक कायक् रम म भाग ले ने इकट् ठा हुए थे , िजसकी रचना मने लगभग एक
वष पूव इस उ े य से की िक कारोबारी लोग को अपना पे शेवर तथा यि तगत
जीवन कामयाबी तथा अहिमयत के एक िबलकुल नए तर तक उठाने म मदद िमल
सके । उस से िमनार म म उन दो िदन के अं तगत मने इस िदशा म जो कामयािबयां
दे खीं, उसने मु झे गहराई से द्रिवत कर िदया । उसने मे रे इस यकीन को और मजबूती
दी िक हमम से हरएक यि त के अं दर महानता बसती है - कभी- कभी ज रत बस
इसकी होती है िक हम एक सु रि त माहौल िमले , तािक हम उस तक पहुंच उसे
चमकने द ।
जब मने उस कायक् रम के प्रितभािगय को जाना, मे रे िलए यह और भी साफ हुआ
िक हमम से हर कोई एक ही तरह के बहुत सारे सं घषों का सामना करता है । हमम से
हर कोई अपने जीवन म यादा अथ पाना चाहता है । हमम से हर िकसी के पास अपने
सपने ह, हम िज ह साकार करना चाहते ह । हमम से हर कोई िविभ न भय का िशकार
है , जो हम सीिमत करते ह । मु झे यह भी साफ हुआ िक जब हम काम तथा अपने
यि तगत जीवन म अपनी सवश्रे ठ चे टा नहीं कर पाते , तो हम न केवल खु दके
साथ िव वासघात करते ह, बि क हम िजनके साथ काम करते ह और िजनकी से वा
करते ह, उ ह भी हमारी उ कृ टता से पिरचय पाने के मौके से वं िचत कर दे ते ह । यह
दुिनया तब सचमु च एक कमतर अ छी जगह रह जाती है , जब हमम से हरएक अपना
तर ऊंचा कर वै सा यि त नहीं बनता, जो हम िदल ही िदल म जानते ह िक हम बन
सकते ह ।
कौन-सी चीज एक उ कृ ट प्रदशन करने वाले का िनमाण करती ह, इस सं बंध म अपने
कुछ िवचार म आपके िचं तन के िलए पे श करता हं ःू
1. प्रभावशाली प्रदशन करने वाले िवजे ता बनाम पीिड़त का खे ल खे लते ह । एक
ए जी यु िटव कोच, व ता तथा प्रबं धन परामशी के प म िविभ न सं गठन के साथ
अपने काम के िसलिसले म पूरे िव व की अपनी यात्राओं के दौरान म बहुत- सी ऐसी
कॉरपोरे ट सं कृितयां दे खता हं ,ू जहां यि तगत जवाबदे ही की पूरी मनाही होती है ।
सं गठन म जो कुछ काम नहीं कर रहा है , उसके िलए लोग दस ू र के माथे दोष डाल
िदया करते ह । िकसी भी नाकामी के िलए लोग अपने आसपास के यि तय की ओर
उं गली उठाते ह । िकंतु जै सा मने ‘लीडरिशप िवजडम’ नामक अपनी पु तक म कहा
ू र पर दोषारोपण खु दको बचाने से यादा और कुछ भी नहीं है ।’’ हमम से
है , ‘‘दस
हरएक के पास वह शि त है , जो नतीजे दे सके । एक यि त अपने प्रभाव े तर् के
अं तगत बदलाव लाकर िकसी कॉरपोरे ट सं कृित को बदल सकता है । एक यि त नए
तरीक से यवहार करना शु कर अपनी चार ओर के यि तय को भी वै सा ही करने
का ने तृ व प्रदान कर सकता है । इस तरह से एक टीम बदल सकती है , जो एक
सं कृित पर बदलाव के िलए प्रभाव डाल पूरे सं गठन को पांतिरत कर सकती है ।
यिद आपके सं गठन म कुछ ऐसा है , जो बदल नहीं रहा, तो आप अपनी शि त का
प्रयोग कर वह बदलाव लाएं , िजसे आप दे खना चाहते ह ।
2. प्रभावशाली प्रदशन करने वाले मह वपूण पर किद्रत रहते ह । यादातर
लोग सभी लोग के िलए सभी चीज होने की कोिशश करते ह और ऐसे म कोई
उपलि ध हािसल नहीं कर पाते । उ कृ ट प्रदशन करने वाले अपनी सबसे ऊंची
प्राथिमकताओं पर ले जर की तरह किद्रत रहते ह तथा उनम अपने व त के सवो म
इ ते माल के प्रित तीव्र जाग कता होती है । सच तो यह है िक वे अपना पूरा
जीवन उन गितिविधय के इदिगद िनिमत करते ह, जो उ ह उनके िनवे श पर सबसे
यादा लाभ दे ती है । वे न कहने म िनपु ण होते ह । वे प्रितिदन सु बह के पिवत्र घं ट
म कुछ व त इसकी योजना बनाने तथा रणनीितक िचं तन म लगाते ह िक उस िदन
उ ह या करने की ज रत है , तािक वे अपनी उ कृ ट पारी खे ल सक तथा सबसे
यादा से वा कर सक ।
3. प्रभावशाली प्रदशन करने वाले अपनी स चाई जीते ह । िबलकुल अभी, इस
पल यह पु तक पढ़ते हुए आप अपने िदल की गहराइय म यह जानते ह िक आपके
पे शेवर तथा यि तगत जीवन को कैसा िदखने की ज रत है , तािक आप स ची तरह
जी सक । िबलकुल इस पल, आपका िदल यह जानता है िक या सही है । उ कृ ट
प्रदशन करने वाले अपने यि तगत दशन का अपने सं गठना मक िस ांत से
तालमे ल िबठाते हुए उसे य त करते ह और उस दशन को अपने जीवन के हरएक िदन
जीने का साहस रखते ह । यह उ ह बड़ी शि त और असाधारण आ मिव वास दे ता है ,
य िक वे इस त य के प्रित जाग क होते ह िक वे अपने प्रित स चे ह ।
4. प्रभावशाली प्रदशन करने वाले मानवीय सं पक का िनमाण करते ह । यवसाय
का अथ सं बंध है । अपने टीम-सािथय से , अपने आपूितकताओं से और अपने
ग्राहक से एक भावना मक लगाव िनिमत करने से यादा अहम और कुछ भी नहीं है
। आज के बाजार म पधा ‘बटु ए के िह से ’ के िलए नहीं है , जै सा बहुत-से सं गठन
गलती से यकीन करते ह । सच तो यह है िक आज के बाजार म यह पधा लोग की
भावना के िलए है । अपने सं बंध म पूरी तरह िदख । लोग के ज मिदन याद रखने का
व त िनकाल और हर स ताह ध यवाद के ह तिलिखत नोट िलखा कर । लोग को यह
िदखाएं िक आप खयाल रखते ह । उनके सामने अपना िदल खोल द और बदले म वे
आपको अपनी वफादारी तथा प्रेम से पु र कृत करगे ।
5. प्रभावशाली प्रदशन करने वाले असाधारण मू य जोड़ते ह । म स चे प से
यह यकीन करता हं ू िक हम िजतना मू य जोड़ते ह, आज का बाजार हम उसी के
मु तािबक पु र कृत करता है । यिद आप यादा लाभ हािसल करना चाहते ह, तो
यादा मू य जोड़ । अपने ग्राहक तथा लायं ट्स को उससे यादा मू य द, िजतने
की उ मीद करने का उनका अिधकार है । हमे शा कम का वादा कर और उससे यादा
पूरा कर । रात म दे र तक जागकर यह सोच िक िकस तरह आप उन लोग की से वा कर
सकते और उ ह अपने सपने पूरे करने म मदद पहुंचा सकते ह, िजनके साथ कारोबार
करने का सौभा य आपको हािसल है । इसके बाद आपके किरयर म िव फोट की
शु आत हो जाएगी ।
6. प्रभावशाली प्रदशन करने वाले उ कृ टता के प्रित समिपत होते ह । अपने दो
िदन के एलीट परफॉमस िसरीज कायक् रम के अं तगत म िजन चीज पर किद्रत रहता
हं ,ू उनम से एक वह प्रिक् रया है , िकसी कमी को उसके ारा िकए जाने वाले सभी काम
म पूरी तरह शानदार बनाने म िजसकी मदद सािबत हो चु की है । मे रे िलए ‘उ कृ टता’
एक सुं दर श द है । प्रभावशाली प्रदशन करने वाले खु दसे लगातार यह सवाल पूछते
रहते हः ‘‘म िजस प म िदख रहा हं ,ू या वह स ची तरह शानदार है और
िव व तरीय पै माने पर काम कर रहे िकसी यि त जै सा है ?’’ हम एक ऐसी दुिनया म
रहते ह, िजसम दोयमपने का चलन है । जब आप खु दको अपनी सोच के मु तािबक
स ची तरह शानदार बनाने के प्रित वयं को समिपत कर दे ते ह और वै सा ही बरताव
करते ह, तो एक भीड़भरे बाजार म आप सबसे अलग िदखते ह । तब आप असल
ने तृ व प्रदिशत करते ह ।
7. प्रभावशाली प्रदशन करने वाले खु दको गहरा करते ह । जब तक आप नहीं
बदलते , कुछ भी नहीं बदलता । हम एक बाहर की ओर किद्रत िव व म रहते और इस
धारणा म यकीन करते ह िक जब हम यादा पै से कमाने लगगे या एक बे हतर कार
खरीद लगे अथवा अपना तर और ऊंचा कर लगे , तो हमारा जीवन बदल जाएगा ।
जबिक ये चीज हािसल कर ले ने के बाद भी हम खाली तथा असं तु ट ही रह जाते ह ।
स ची सफलता आं तिरक कामयाबी के बाद आती है । आप सचमु च कौन ह, यह
जानने के िलए खु दको समिपत कर द । अपनी प्रितभा से जु ड़ जाएं । अपने भय की
ओर आगे बढ़ । अपने जीवन की गु णव ा तथा उन िस ांत का मू यांकन कर,
िजनका आप समथन करना चाहते ह । उन िव वास पर िचं तन कर, जो आपको
सीिमत कर रहे ह और यह सोच िक आपने उ ह कहां से अपनाया । आप कभी भी जो
सबसे अ छा िनवे श कर सकगे , वह आपके सबसे अ छे व प म िकया गया िनवे श
होगा ।

प्रेरक उ रण
‘‘अपनी सभी सद्पर् वृ ि य को प्रो सािहत कर और जब भी कोई मौका िमले , यह
भरोसा रखते हुए उनका इ ते माल कर िक वे उस इ ते माल से वै से ही शि त हािसल
करगी, जै से उससे शरीर का एक अं ग शि त हािसल करता है और यह इ ते माल उ ह
आदतन करने की चीज बना दे गा ।’’
टॉमस जे फरसन
ू र से यार करने की
‘‘खु दसे यार करना न केवल ज री और अ छा है , बि क यह दस
एक पूवशत है ।’’
रोलो मे
‘‘हम हमे शा जीने के िलए तै यार होते रहते ह, मगर कभी जीते नहीं ।’’
रै फ वाडा इमसन
‘‘आज आप थोड़ा और साहसी बन । थोड़ा ऊपर चढ़ । थोड़ा यादा दयालु बन ।
यादा बड़े सपने दे ख ।’’
रॉिबन शमा
आप य एक जनल रख?
जनल िलखने की िनयिमत आदत मे रे उन यवहार म एक है , िज ह ने मे रा जीवन
बदल िदया है । मे रे या यान और मे रे कोिचं ग कायक् रम म भाग ले नेवाल को म
इस हे तु प्रो सािहत करता और चु नौती दे ता हं ू िक वे मानवप्राणी के प म अपनी
सवो म पारी खे लने की चे टा म जनल िलखना शु कर । जनल िलखना य
यि तगत खोज तथा प्रभावशाली प्रदशन का एक शि तशाली साधन है , इस
िवषय पर मे री सोच इस प्रकार है ः
1. जनल िलखने से आपको अपनी अ प ट-सी सोच को सटीक भाषा दे ते हुए साफ
करने म मदद िमलती है । या आपको यह याद है िक जब आप कू ल म थे और िकसी
परी ा के िलए अपनी तै यारी पूरी मान चु के थे , तभी जब आपने एक टडी ग् प के
साथ बै ठकर चरचा की, तो यह महसूस िकया िक आपकी तै यारी म किमयां रह गई ह?
िकसी चीज के बारे म बातचीत आपको इसके िलए बा य करती है िक आप अपने
िवचार को एक िनि चत भाषा म य त कर । जनल िलखना एक ऐसी बातचीत है ,
जो आप खु दसे करते ह । आप िजतना यादा जनल िलखते ह, अपने िवचार को
उतनी ही सु िनि चतता दे ते ह । इससे आपके जीवन म काफी प टता आती है और
यादा प टता से आप नए िवक प का चयन करते ह, जो नए बदलाव लाने के िलए
ज री होता है ।
2. जनल िलखना आपको एक ऐसी जगह उपल ध करता है , जहां आप उन
भावनाओं से उबरते ह, िज ह आपने महसूस नहीं िकया है । अपने काम के दौरान मने
यह दे खा है िक यादातर लोग के अं दर (बहुत-से अ य िछपे हुए भावना मक बोझ के
साथ-साथ) बहुत यादा ऐसा गु सा होता है , िजसे उ ह ने महसूस नहीं िकया ।
महसूस न की गई ऐसी भावनाएं हमारे रोजाना िवक प को अवचे तन तर पर
प्रभािवत करती ह । बहुत-से लोग अ यिधक आक् रामक तथा चोट पहुंचाने वाले
तरीके से यवहार करते ह, बजाए इसके िक वे अपने ऐसे यवहार की यि तगत
िज मे दारी ल और उनकी वजह तलाश । एक जनल िलखने से आपको महसूस न िकए
गए ऐसे गु से या मायूसी अथवा अपनी जीवनयात्रा म पाए ज म से उबरने म
मदद िमले गी । यह आपको उ मु त करते हुए यादा आजादी हािसल करने तथा
पे शेवर तथा यि तगत प से बे हतर िवक प का चयन करने म मदद करे गा ।
3. जनल िलखने से आपको अपने सपने दज करने म मदद िमलती है । सपने
आशावािदता को ज म दे ते ह । आप अपने सपन तथा िदली लालसाओं से िजतने ही
करीब ह गे , अपने िदन म उतनी ही प्रेरणा भर पाएं गे । इससे सकारा मक ऊजा को
बढ़ावा िमलता है , जो जीवन के अिधक समृ अनु भव का सृ जन करती है ।
4. जनल िलखने से आपको अपनी समझ गहरी करने म मदद िमलती है । िकसी भी
चीज को िलखने मात्र ारा जीवन की सीख से यादा प्रभावी ढं ग से जु ड़ने म मदद
िमलती है । जब आप एक से िमनार म जाते ह और वहां नोट ले ते ह, तो नोट न ले ने की
तु लना म आपकी सीख आपसे अिधक ‘िचपकेगी ।’ इसी तरह जनल म िलखना
आपको जीवन से सीखने म सहायता पहुंचाता है । आप प्रितिदन यादा िववे कवान
होते जाते ह ।
5. जनल िलखने से प्रितब ता गहरी होती है । चीज को िलखने से ही अपने
जीवन म अ छी चीज घिटत करने का आपका िन चय गहरा होता है । इसे आज ही
आजमाएं । आप िजस तरह के शानदार िदन का सृ जन करना चाहते और जै से
िवक प का चयन करने को समिपत ह, उसके बारे म िलखने म 15 िमनट का व त
लगाएं । यह सरल-सा काम आपको िदन के बाकी बचे घं टे जीने म प्रितिक् रया मक
बनने के बजाए सिक् रय बनने म मदद पहुंचाएगा ।
3

सफलता के िलए एक संतुिलत नजिरया

मने अपने जीवन म स ची सफलता हे तु एक सं तुिलत नजिरया तय करने की बहुत


कोिशश की है । कभी-कभी मने अपने ल य तथा िदली वािहश का एक िमसाइल
की तरह अपनी पूरी ताकत से पीछा िकया है । दस ू री ओर, यादा सहज तरीके से काम
करना और अपने इरादे तय करने के बाद जीवन को यादा नै सिगक प से आगे बढ़ने
दे ना भी मु झे काम करने का सबसे बु द्िधमानीभरा रा ता लगा है । अब म यह सोचता
हं ू िक सफलता के िलए एक सं तुिलत नजिरया अपनाना ही सबसे अ छा है । यादा
जोर लगाने का अथ इससे अिधक और कुछ भी नहीं है िक हम अपनी िनयित को
िनयं ित्रत कर नतीजे बलपूवक हािसल करना चाहते ह । और केवल अपने इरादे
य तकर (सं भवतः उ ह अपने िमत्र से कहकर अथवा कागज के एक टु कड़े पर
िलखकर) उ ह समिपत कम के ारा आगे न बढ़ाना आि मक उदासीनता के िसवाय
और कुछ नहीं है (जो भय पर आधािरत होता है ) । म यह यकीन करता हं ू िक अपने
जीवन म असली कामयाबी हािसल करने के िलए हम यावहािरक तथा आ याि मक
दोन बनने की आव यकता होती है । यावहािरक तर पर यह ज री होता है िक हम
अपने इरादे य त कर, अपना िवजन साफ कर और तब अपने सपने साकार करने के
िलए कम म लग । एक बार जब हम इस ि थित से कम कर ले ते ह, तो िफर यह भी
ज री होता है िक हम अपने ल य को जरा ‘ढीली तरह’ पकड़ और वीकायता की
एक ऐसी ि थित तक पहुंच, जहां आप यह जानते ह िक यिद सब कुछ इि छत तरह से
सं प न न भी हुआ, िफर भी सब भले के िलए ही हुआ । म स ची तरह यह यकीन
करता हं ू िक हमारे जीवन म एक अिव वसनीय सु संगित होती है , जो प्रायः हमारे
यान से छट ू जाया करती है और हम नतीजे िनयं ित्रत करने की कोिशश म लग जाते
ह । िकंतु यिद हमारी पूरी कोिशश के बावजूद चीज हमारी योजना के मु तािबक घिटत
नहीं होतीं, तो यह यकीन रख िक सब कुछ आपके सवो म भले के िलए ही हुआ ।

प्रेरक उ रण
‘‘एक अथहीन, ल यहीन तथा उ े यहीन जीवन जीने को सहमत होने जै सा अ य
और कुछ भी नहीं होता ।’’
हे लेन केलर
‘‘ब्र ा ड की सृ जना मक शि त नामक उस सबसे बड़ी शि त पर श्र ा रख, जो
सभी चीज को िनदिशत करती और उनका इ ते माल करती है । इसी तरह, आपको
अपने अं तर की सबसे बड़ी शि त पर भी श्र ा रखनी चािहए, य िक वह भी उसी
सृ जना मक िक म की है । और वही आपके वजूद की बाकी चीज का इ ते माल और
आपका जीवन िनदिशत करती है ।’’
माकस औरे िलयस
‘‘मानवीय आ मा का ब मूल होना सं भवतः उसकी सबसे अिधक अहम मगर सबसे
कम वीकार की जाने वाली ज रत है ।’’
िसमोन वे ल
आपके जीवन को समृ दि् ध से पूण करने वाले 6 रा ते
1. अपने कारोबारी िर त म उससे यादा कीमत जोड़ने की एक यि तगत
प्रितब ता कायम कर, िजतने के िलए आपको भु गतान होता है ।
2. खु दको लगातार इस तरह दे खकर िक आपके पास आपकी सारी इि छत चीज
मौजूद ह, अपनी मृ ित से परे जीने के बजाए अपनी क पना से परे जीएं ।
3. अपने पै स म सदाशयता की भावना डाल मौन भाव से यह आशा करने की
आदत िवकिसत कर िक आप उसे िजसको दे ते ह, यह उसकी मदद करे गा ।
4. इस स ताह पै से के िवषय म अपने यकीन को जनल म िलखने के िलए एक घं टे
का व त लगाएं , तािक आप अपनी जाग कता को इतना ऊंचा उठा ल िक वह और
अिधक पै से आने की राह की बाधा और प्रितरोधक न बने ।
5. अपने जनल म दस ू रे यि तय ारा आपका इि छत जीवन जीते हुए िचत्र के
िमले जुले प िचित्रत कर ।
6. अपनी जानकारी म सबसे यादा दे नेवाले यि त बन जाएं ।
अपने जनल म इन सवाल पर िलख
1. (अपना नाम िलख) तब कैसे िदखगे , जब आप अपने सबसे स चे प म कम
करगे और अपने सबसे ऊंचे िवजन के सबसे ऊंचे व प म जीएं गे?
2. आपके सबसे पीड़ादायक अनु भव की या अहिमयत रही है और यिद उनका
फायदा न िमला होता, तो आपका जीवन िकस तरह कमतर रह गया होता?
3. आप िकस चीज के िलए अपनी जान भी दे ने को इ छुक रहगे ?
4. अपने जीवन की वतमान घड़ी म आप िकन सबक का सबसे अिधक प्रितरोध
करते ह?
5. आप जै सा जीवन जीने का सपना दे खते ह, उसे इस पृ वी पर कौन जी रहा है
और उसके जीवन म कौन-सी ऐसी चीज है , जो आपको बहुत गहराई से कुछ कहती
है ?
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िव व तरीय प्रदशन कर

हाल ही मु झे डीवीडी पर यू2 (एक अॉक ट् रा) के सं गीत कायक् रम की लाइव प्र तु ित
दे खने का सौभा य हािसल हुआ । यह एक अिव मरणीय अनु भव रहा । म बोनो के
जु नून से प्रेिरत हुआ । जहां तक एक टीम के प म काम करने तथा एक अनूठा
अनु भव कराने की बात है , म उ कृ टता के प्रित यू2 के समपण से भी प्रेिरत हुआ ।
इस दल के हरएक सद य ारा अपने प्रदशन म अपना िदल उड़े ल दे ने तथा इस
कायक् रम आए अपने प्रशं सक के िलए मू य सृ िजत करने की स ची प्रितब ता ने
मु झे द्रिवत कर िदया ।
उस लाइव कायक् रम ने मु झे उनके बारे म यह धारणा बनाने को बा य कर िदया िक वे
उ कृ ट प्रदशन करने वाली एक टीम ह । उन कुछ घं ट म उ ह ने िजस तरह काम
िकया, उससे आपको पे शेवर तथा यि तगत प म अपने ारा खे ली जाने वाली
अपनी सवो म पारी के िलए कई सबक िमल सकते ह । म आपको इसके िलए
आमं ित्रत करता हं ू िक आप भी यह सं गीत कायक् रम दे खने का व त िनकाल और
इसपर सोच िक ये चार यि त अपने आनं दमय काम करते हुए अपनी प्रितभा से कैसे
गु ल िखलाते ह । उनके प्रदशन म आप यह दे खगे िक प्र ये क सद य अपने खास
काम म मािहर है । आप यह भी दे खगे िक वे जो भी करते ह, उससे उ ह वा तिवक
यार है और वे पूरी तरह ‘लय म’ ह । आप जब यू2 दे खते ह, तो आपको व त के
गु जरने का अहसास नही होता । आप साफ तौर पर यह महसूस करते ह िक ये चार
लोग अपने जीवनकम का अनु सरण और अपनी िनयित की पूरी पूित कर रहे ह ।
आपको यह साफ बोध होता है िक वे अपने काम करते हुए बहुत खु श ह तथा इसे
मु त म करने को भी उतने ही इ छुक ह गे । और आपको यह भान हुए बगै र नहीं रह
सकता िक वे अपने अं दर गहरे पै ठकर अपनी प्रितभा को इस तरह चमकने का मौका
दे रहे है िक उनके आसपास के सभी लोग को उसका फायदा िमल रहा है ।
मे रे एक िमत्र ने हाल ही मु झसे यह कहा िक ‘‘हमारे िदन हमारे जीवन के लघु प के
िसवाय और कुछ नहीं होते ।’’ यह िकतना सच है । एक महान जीवन महान िदन की
श्रख ृं ला के िसवाय और कुछ नहीं होता, जो मोितय के हार के समान एक साथ गु ं थे
होते ह । हरएक कायिदवस को चमकने के एक अवसर की तरह दे ख और अपना
सवा च प्रदशन कर । अपने हरएक कायिदवस को एक ऐसे ले टफॉम की तरह दे ख,
जहां आप खु दको गहरे करते ह, अपनी प्रितभा उ मु त करते ह और अपने टीम-
सािथय , ग्राहक , आपूितकताओं और खासकर अपने घर म अपने पिरवार के िलए-
िजसके पास आप रोज राित्र पहुंचते ह- यादा यारभरे होते ह । प्रायः अपने िलए
सबसे ज री लोग को हम खु दके िलए िनि चत मान बै ठते ह । जीवन छोटा है और
आज ही वह िदन है , जब आप अपने वजूद के सबसे यादा यारभरे (और सबसे
प्रितब ) यि त हो सकते ह ।
प्रेरक उ रण
‘‘स चा यार तब शु होता है , जब बदले म कोई अपे ा नहीं की जाती ।’’
ऐ वाइन डी सट-ए सु परी
‘‘हम जो पाते ह, उससे अपनी जीिवका चलाते ह; हम जो दे ते ह, उससे अपना जीवन
बनाते ह ।’’
सर िवं टन चिचल
‘‘आप िजतने मददगार होते ह, लगभग उतने ही खु श रहते ह ।’’
काल रीलड
‘‘आप दस ू र के िलए िजतना ही यादा मू य सृ िजत करगे , आपका जीवन उतना ही
काम करे गा । भला करने के िलए खु दको प्रितब कर । जीवन से यादा हािसल करने
के िलए आपको जीवन को यादा दे ना ही होगा ।’’
रॉिबन शमा
अपने जनल म इन सवाल पर िलख
1. यिद कोई एक ऐसा श द है , म अपने जीवन को िजसका समथन करता दे खना
चाहं ग
ू ा, तो वह श द या होगा?
2. अपने जीवन म म िकसे अब और बदा त नहीं क ं गा?
3. यिद कोई एक ऐसी चीज है , िजसे बदलकर म अपना जीवन उसके िशखर तक
उठा सकता हं ,ू तो वह कौन-सी चीज होगी?
4. मे रे जीवन का सबसे बड़ा मोड़ या रहा है और उसने िकस तरह मु झे वह
यि त बनने म मदद पहुंचाई है , जो म अभी हं ?ू
5. यिद मे रे पास जीने को 30 िदन बचे ह , तो म या क ं गा?
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टीव जॉ स का सवाल

ऐपल के िदवं गत सीईओ टीव जॉ स के िवषय म इधर म काफी कुछ सोचता रहा हं ू -
आइपॉड को ले कर उनके आकषक तौर-तरीके, उनके ारा ऐपल का पांतरण, िफ म
टूिडयो िप सर के साथ उनकी उपलि धयां । म उनके िवषय म जो कुछ जान सका हं ,ू
उसके मु तािबक वे बहुत िदलच प यि त थे । प्रितभाशाली । लगनशील । जु नूनी ।
वे एक दाशिनक भी थे ।
जॉ स ने अपने जीवन के कुछ असरदार व त भारत म िबताए थे । उ ह ने सं त के
साथ रहकर अ ययन िकए । उ ह ने यानके द्र के भ्रमण िकए । उ ह ने जीवन के
कुछ बड़े प्र न पर िचं तन िकए । सवाल का िजक् र चला है , तो मने यह सु ना िक
अपने जीवन म जब भी उनका सामना एक बड़े िनणय अथवा िवक प से हुआ, तो वे
खु दसे एक सवाल िकया करते थे ः ‘‘अगर यह मे रे जीवन की अं ितम राित्र हो, तो म
या क ं गा?’’ म इसका प्रशं सक हं ू ।
अपनी मृ यु शै या पर कभी िकसी को अपने ारा ली गई जोिखम पर अफसोस नहीं
हुआ । सु र ा के दायरे म ही दरअसल सबसे कम सु रि त जगह होती है । एक बड़ा
जीवन जीने के िलए यह ज री है िक आप सोची-समझी जोिखम िलया कर - प्रायः ।
साहस के बगै र िवजय नहीं िमला करती । टीव जॉ स की अपनी प नी से मु लाकात
भी इसी तरह हुई थी । वे एक िव विव ालय म या यान दे रहे थे , जब उ ह ने उ ह
श्रोताओं के बीच बै ठी दे खा । उस कायक् रम के बाद उ ह ने उनसे मु लाकात की । वे
उ ह खाने पर ले जाना चाहते थे - िकंतु उ ह एक यावसाियक बै ठक म भी उपि थत
होना था । जब वे अपनी कार की ओर जा रहे थे , उ ह ने खु दसे पूछाः ‘‘यिद यह मे रे
जीवन की अं ितम राित्र हो, तो म या क ं गा?’’ वे दौड़ते हुए सभागार की ओर भागे
और उ ह िफर तलाश िलया । तबसे वे दोन हमे शा साथ-साथ रहे ।
यह िचं तन के िलए एक महान व त है । आप एक वष को छोड़कर दस ू रे का वागत
कर रहे ह । जरा गहरे जाएं । इस पर सोच िक िज ह आप िकसी भय की वजह से नहीं
कर सके, उनम से िकन-िकनको करने की ज रत है । इस पर सोच िक जीवन िकतनी
ते जी से भाग रहा है और या कुछ कर डालने की ज रत है , तािक आप यह महसूस
कर िक एक मानवप्राणी के प म आपने अपनी सवो म पारी खे ल ली । और तब
दुिनया के सामने आकर चमक उठ । एक बार जब आप ऐसा कर ले ते ह, तो हम सब
बे हतर हो जाएं गे ।

प्रेरक उ रण
ू ा िक जोिखम हमे शा फायदे मंद होती है । आप यह जान ले ते ह
‘‘म यह कहना चाहं ग
िक या करना है और या नहीं करना है ।’’
जोनस सा क
‘‘म यह जानता हं ू िक यिद म िवफल रहा, तो मु झे उसका अफसोस नहीं होगा, मगर
िजस एक चीज के िलए मु झे अफसोस हो सकता है , वह है प्रयास नहीं करना ।’’
जे फ बे जोज, अमे जन.कॉम के सं थापक
‘‘जो यि त सब कुछ करने की कोिशश करता है , वह कुछ भी हािसल नहीं करता ।’’
रॉिबन शमा
आपका 4 िमनट प्रित मील
दाशिनक आथर शॉपे नहावर ने एक बार कहाः ‘‘ यादातर लोग अपने िवजन की सीमा
को िव व की सीमा मान बै ठते ह । कुछ लोग ऐसा नहीं िकया करते । उनके साथ हो ल
।’’ एक गहरी बात । आप इस पल जो जीवन दे ख पा रहे ह, कोई ज री नहीं िक वही
आपके भिव य का जीवन हो । सं भव है , आप अपने भय , सीमाओं और गलत
मा यताओं के च मे से चीज दे ख रहे ह । एक बार जब आप दुिनया दे खने के इस शीशे
को साफ कर ले ते ह, तो अं दाजा कर िक या होता है ? सं भावनाओं की एक पूरी
श्रख ृं ला सामने आ जाती है । याद रख िक हम यह दुिनया वै सी नहीं दे खते , जै सी यह
है । हम इसे वै सी दे खते ह, जै से हम वयं ह । इस िवचार ने मे री िजं दगी बदल दी है ।
वषों पहले यह यकीन िकया जाता था िक कोई भी मानवप्राणी चार िमनट प्रित मील
दौड़ने की सीमा नहीं तोड़ सकता । िकंतु जब एक बार रोजर बै िन टर ने इसे तोड़
िदया, तो उसके बाद कई दसू र ने भी कुछ स ताह के अं दर ही यह कारनामा दुहरा
िदया । य ? य िक रोजर ने लोग को यह िदखाया िक या सं भव था । और तब उस
यकीन के बल पर लोग ने असं भव को सं भव कर िदखाया ।
आपका ‘‘4 िमनट प्रित मील’’ या है ? आप अपने िलए काम की िकस सूची को
असं भव मान बै ठे ह? आपने ऐसी कौन-सी गलत पूवधारणाएं पाल ली ह िक आप या
कुछ नहीं हािसल कर और बन सकते ? आपकी सोच आपकी वा तिवकता का िनमाण
करती है । यिद आपने यह सोच िलया है िक आपके जीवन म कोई चीज नहीं घिटत हो
सकती, तो िफर इसकी कोई सूरत नहीं बचती िक आप उस ल य को वा तिवकता म
बदलने के िलए ज री कम करगे । आपकी ‘असं भव सोच’ एक वयं परू क भिव यवाणी
बन जाती है । आपके ारा दे खी जा रही सीमाएं ही वह जं जीर बन जाती है , जो
आपको उस महानता से वं िचत रखती है , िजसके िलए आप बने थे । और उसम ने तृ व
कहां है ?
सवतोमु खी ने तृ व
मने इस माह की शु आत म आइबीएम इं िडया के िलए मुं बई म दो या यान िदए ।
जब म वहां था, तो एक बार म उनके एक ए जी यु िटव के साथ कॉफी पी रहा था ।
टीव जॉ स की तरह वह भी यवसायी के वे श म एक दाशिनक थे । हमारे दरू गामी
सं वाद के दौरान उ ह ने कई ऐसी बात कहीं, जो मु झे िदलच प लगीं । खासकर उनम
से एक ने मु झे सोचने को मजबूर िकया । ‘‘दोन हाथ को इ ते माल कर सकने वाला
ने तृ व सफलता और सं तुि ट हािसल करने की कुंजी है ,’’ उ ह ने कहा । म समझता हं ू
िक उनके कहने का अथ यह थाः महानता की कुंजी एक ही श द म िनवास करती है ,
जो सं तुलन है । यह सब एक सं तुलन ही है । काम के साथ पिरवार का सं तुलन िबठाएं
। करने के साथ सोचने का सं तुलन कायम कर । िदमाग के साथ िदल का सं तुलन
थािपत कर । िमत्रता के साथ दृढ़ता का सं तुलन तय कर । क णा और साहस का
सं तुलन िनि चत कर । एक चीज को घिटत करने तथा उसे घिटत होने दे ने के बीच
सं तुलन लाएं । और आजादी तथा सहज होने के साथ िज मे दार होने का सं तुलन ि थर
कर । जीवन तथा ने तृ व िवडं बनाओं से भरा है । म इनके समाधान का जो एकमात्र
तरीका जानता हं ,ू वह एक सुं दर सं तुलन तक पहुंचना है । या यह आसान है ? नहीं ।
या यह करने यो य है ? िबलकुल ।
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महानता के छोटे -छोटे रोजाना काम

महानता का जीवन कुछ चु ने हुए लोग के िलए सु रि त नहीं हुआ करता - ऐसे
मिहला-पु ष िजनकी वचा त् िटहीन हो, दांत िनदाष ह और जो राजसी खानदान के
ह । इस पृ वी पर कोई भी मानवे तर मनु य नहीं है और मे रा यह गहरा यकीन है िक
हमम से हरएक यि त एक महान तथा असाधारण अथभरे जीवन का िनमाण कर
सकता है । इन सबका िनचोड़ महानता के छोटे -छोटे रोजाना काम म है । म प्रायः
इस िस ांत का िश ण अपने एलीट परफॉमस िसरीज की ने तृ व कायशालाओं तथा
अवे किनं ग बे ट से फ वीकड म िदया करता हं ू और इसके बहुत अ छे नतीजे िनकले
ह । बु िनयादी तौर पर, एक महान जीवन महान और अ छी तरह जीए गए िदन की
मोितय के हार की तरह गु ं थी हुई श्रखृं ला से अिधक और कुछ नहीं होता । आप िजस
तरह अपने िदन को जीते ह, अपना जीवन भी उसी तरह का बनाते ह । वा तिवक
बात यह है िक यिद आप अपने हरएक िदन पूरी तरह सामने आते ह और जगे रहने के
हरएक घं टे अपनी सवो म पारी खे लते ह, तो आपके िलए एक असाधारण जीवन की
गारं टी है । यिद आप प्रितिदन अपने वा य, अपने सं बंध तथा अपने पे शेवर
जानकारी म 1% का भी इजाफा करते ह, तो एक महीने बाद इनम 30% की बढ़ोतरी हो
जाएगी । एक वष बाद यह वृ दि् ध 365% की होगी । हर िदन छोटे -छोटे तरीके से
खु दम लगातार बे हतरी और उ कृ टता लाने के प्रित वयं को समिपत करने से आपके
जीवन का वा तव म कायाक प हो सकता है ।
मे रे िलए महानता के छोटे -छोटे रोजाना काम का िवचार बहुत शि तशाली है । इसका
अथ है - अपना सवो म जीवन जीने को हमारे िलए यह कतई ज री नहीं िक हम
पांतरण की एक लं बी छलां ग लगाएं । इसके बजाए, हम रोज-रोज (अपने जीवन के
प्र ये क पहलू म) थोड़ा-थोड़ा बे हतर होते जाने पर किद्रत होने की ज रत है । म
आपको इस पर सोचने के िलए आमं ित्रत करता हं ू िक यिद आप एक मानवप्राणी के
प म अपनी सवो म पारी खे लते हुए अपनी सवो म सं भावनाएं साकार नहीं करगे ,
तो आप खु दसे िव वासघात करगे । और यह मे रा पूरा यकीन है िक जीवन के अं त म
एक यि त के िलए इससे बड़ी दयिवदारक अनु भिू त और कुछ भी नहीं होती िक
उसने अपनी सं भावनाओं के रं चमात्र का ही उपयोग िकया । जै से यि त बनने के
िलए आप यहां आए थे और वतमान म जो यि त ह, यिद दोन के बीच एक बड़ा
अं तर है , तो जीवन म खु शी नहीं हो सकती । इस फक को पाटने के िलए रोजाना कुछ
छोटी-छोटी चीज अ छी तरह िकया कर । अपने बौद्िधक आधार को रोजाना थोड़ा
िवकिसत कर । यादा यारभरे बन । कुछ नया आजमाने वाले बन । यादा जोिखम ल
। यादा गहरे सं बंध का सृ जन कर । और केवल 1% भी अिधक सपने दे ख । आपके
महान िदन आपको आपके महान जीवन तक ले जाएं गे ।

प्रेरक उ रण
‘‘आप अपने हाठ के बजाए अपने जीवन से एक बे हतर प्रवचन कर सकते ह ।’’
ओिलवर गो डि मथ
‘‘यिद आप अपनी सम याओं को टालने के बजाए उनका सामना कर, तो उनसे
िनबटने की बे हतर ि थित म ह गे ।’’
परम पिवत्र दलाई लामा
‘‘काया वयन के बगै र िवचार पै दा करना एक भ्रम के िसवाय और कुछ नहीं है ।’’
रॉिबन शमा
अपने जनल म इन सवाल पर िलख
1. ऐसे 5 यि तय से , िजनके साथ आप अपना यादातर व त िबताते ह, यिद
यह पूछा जाए िक वे आपको एक मनु य के प म कैसा बताएं गे, तो वे या कहगे ?
2. यिद मृ यु के बाद आपकी कब्र के िशलाले ख म अथवा आपके मारक पर केवल
एक ही पं ि त िलखनी हो, तो वह पं ि त या कहे गी?
3. आपके जीवन म अकेला सबसे अहम मोड़ या रहा है और आपने उससे 5 कौन-
से प्राथिमक सबक सीखे ?
4. वतमान के इस पल म आप अपने जीवन की गु णव ा 1 से 10 तक के पै माने पर
(10 असाधारण होगा) या बताएं गे? आप इस अं क पर कैसे पहुंचे?
आपना सवो म जीवन जीने के िलए 5 सवो म यवहार
1. 5.00 बजे सु बह जाग जाएं और खु दके िलए 60 िमनट का व त िनकाल ।
2. खु दको वै से लोग से िघरा रख, जो आपका इि छत जीवन जी रहे ह ।
3. अपनी जानकारी का सबसे भला यि त बन जाएं ।
4. रोजाना कम से कम 30 िमनट िववे क बढ़ाने वाला सािह य पढ़ ।
5. अपने भय की ओर भाग और िजसे करने से आप डरते ह, उसे कर ।
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आजीवन सीखने वाला बने रह

जहां भी जाएं , एक पु तक साथ रख । हमलोग िकसी कतार म लग प्रती ा करते


हुए, ट् रैिफक जाम म तथा िकसी से िमलने के इं तजार म बहुत सारा समय लगाते ह ।
य नहीं उस व त का उपयोग अपने िदमाग को िव तािरत करने , महान सािह य
पढ़ने अथवा शि तशाली सीडी सु नने म कर? यादातर लोग यह समझते ह िक उ ह
पढ़ने का व त नहीं िमलता, िकंतु थोड़ी सृ जना मकता से आप यह समय िनकाल
सकते ह ।
1. ते जी से पढ़ना िसखाने वाला एक कोस कर ल । कुछ घं ट के अ ययन से कई
वषों के अनु भव हािसल करने के िलए पढ़ना एक शि तशाली तरीका है । मसलन,
यादातर जीविनयां महान ने ताओं अथवा साहसी यि तय की कायनीितय तथा
दशन का िचत्रण करती ह । उ ह पढ़ और नमूने के तौर पर ल । ते जी से पढ़ने से
आपको कम समय म ही सामिग्रय की बड़ी मात्रा ग्रहण करने म मदद िमले गी ।
2. ते जी से पढ़ने वाले एक िदन म एक पु तक पढ़ जाया करते ह । जानकारी तथा
सूचनाएं पाने का प्रयास कर । हम सचमु च िवराट सूचनाओं के यु ग म प्रवे श कर चु के
ह और जो सिक् रय ह, वे इसे अपने फायदे के िलए इ ते माल कर सकते ह । आप
िजतना यादा जानगे , उतना ही कम डरगे ।
3. सभी सवाल के सारे जवाब छपे पड़े ह । कैसे एक बे हतर सावजिनक व ता बन,
दसू र के साथ कैसे अपने सं बंध सु धार, कैसे यादा चु त बन अथवा एक अ छी
याददा त िवकिसत कर - िकताब म यि तगत िवकास के सभी पहलु ओं पर चरचा है
। इसिलए अपनी अिधकतम सं भावनाओं तक पहुंचने के िलए आपको िन य पढ़ना ही
चािहए ।
4. जो कुछ आपम पहले से ही मौजूद है , िकताब उसे समझने म आपकी सहायता
करती ह । इसे ही प्रबु ता कहते ह ।
5. यादा पढ़, यादा सीख, यादा हं से और यादा यार कर ।
6. सं गित के िस ांत को याद रखः ‘आज से 5 वषों बाद आप या ह गे , यह
व तु तः 2 प्राथिमक प्रभाव म िसमट आता है ः आप िकन लोग के साथ अपने िदन
िबताते ह और कौन-सी िकताब पढ़ते ह ।’

प्रेरक उ रण
‘‘जीवन छोटा है । अपने जीवन की सबसे अहम चीज न भूल - लोग के िलए जीना
और उनका भला करना ।’’
माकस औरे िलयस
‘‘जब एक यि त मरता है , तो वह अपनी सारी चीज अपने घर छोड़ दे ता है , मशान
म अपना पिरवार छोड़ दे ता है और केवल उसके कम ही उसके साथ जाते ह ।’’
पूरब की एक कहावत
‘‘अपने रा ते को एक िसतारे से जोड़ दो और तु म कैसी भी आं धी म अपनी राह तलाश
सकते हो ।’’
द िवं ची
‘‘आपकी सबसे यादा मदद करने वाली िकताब वे होती ह, जो आपको सबसे यादा
सोचने पर मजबूर करती ह । सीखने का सबसे किठन तरीका आसानी से पढ़ने वाली
चीज पढ़ना है । िकंतु एक महान पु तक, जो एक महान िचं तक ारा िलखी गई है ,
िवचार का एक जहाज-जै सी होती है , स य और सुं दरता से गहरे प म बोिझल ।’’
िथयोडोर पाकर
अपने जनल म इन सवाल पर िलख
गरमी के मौसम की समाि त इसके िलए बहुत अ छा मौका है िक आप अपने पे शेवर
तथा यि तगत जीवन को सं चािलत करने के अपने तौर-तरीक पर गहराई से सोच
और उनम वे सभी ज री सु धार कर, जो आपको जीने के अगले तर तक उठा सके ।
अपने जीवन म मने यह पाया है िक यिद म हरएक स ताह कुछ घं टे इसिलए िनकालूं
िक अपने जनल के प न पर खु दके बारे म थोड़ा िचं तन क ं , तो मे री प्राथिमकताएं
यादा प ट हो जाती ह और खु दकी वृ दि् ध तथा बे हतरी के नए अवसर सामने आते ह

जै सा मने अपनी पु तक म कहा है , मे रे यि तगत यवहार म एक यह है िक म
खु दसे प ट सवाल पूछा करता हं ,ू जो मु झे गहराई म उतरने और उन चीज के िवषय
म सोचने को प्रो सािहत करते ह, जो मे रे िलए सचमु च अहम ह । ऐसे ही कुछ
सवाल िन निलिखत ह और मे रा यह यकीन है िक ये आपके िलए भी मददगार िस
ह गे ः
1. एक समय आप जो ब चे थे , उसने उस वय क यि त के िवषय म या सोचा
होता, जो आप अब बन गए ह?
2. यिद आपको यह नहीं पता हो िक आपकी उम्र िकतनी है , तो आप अभी अपनी
उम्र िकतनी बताएं गे?
3. अगले 30 िदन म आप ऐसी कौन-सी 3 चीज कर सकते ह, तािक अपना जीवन
उसकी उ कृ टता तथा आनं द के अगले तर तक उठा सक (और अभी ऐसा करने से
आपको कौन-सी चीज रोक रही है )?
4. अब से 24 महीने बाद आप अपना जीवन हरएक े तर् (किरयर, यि तगत,
आ याि मक) म कैसा िदखना चाहते ह?
5. अपने जीवन म कौन-सी 5 चीज आपको सबसे यादा खु शी दे ती ह?
एक गहरे सं तुि टदायक जीवन के िलए 11 िनयम
1. लोग को सं पि से ऊपर रख ।
2. िजसे करने से आपको प्रेम है , उसे करना न छोड़ ।
3. हमे शा वयं के प्रित स चे रह ।
4. यह याद रख िक हम यह दुिनया वै सी नहीं दे खते , जै सी यह है । हम इसे वै सी
दे खते ह, जै से हम वयं ह ।
5. अपने ज म को िववे क म बदल डाल और अपनी िवफलता के उपहार की
तलाश कर ।
6. अपनी जानकारी म सबसे भले यि त बन जाएं ।
7. हर िदन कम से कम एक ऐसी चीज ज र कर, जो आपकी हथे ली पर पसीना ला
दे ।
8. प्रित िदन कम से कम 30 िमनट िववे क बढ़ाने वाले सािह य का अ ययन
अव य कर ।
9. प्रित स ताह कम से कम एक घं टा प्रकृित की गोद म मौन बै ठ खु द का
नवीकरण कर ।
10. अपने सवो म शारीिरक जीवन के िलए यायाम के एक गं भीर कायक् रम के
प्रित वचनब ह ।
11. अपनी छाप डालने तथा एक िवरासत छोड़ने के प्रित समिपत ह ।
8

िनयित एवं ने तृ व

जै सा मने ‘िद सट, िद सफर ऐंड िद सीईओ’ म िलखाः ‘‘पृ वी पर कोई बे वजह लोग
नहीं ह ।’’ इससे मे रा मतलब यह है िक हमम से हरएक यि त यहां एक वजह और
खास िमशन से है । िव यात मनोवै ािनक अब्राहम मै लो की तरह म सचमु च यह
यकीन करता हं ू िक हरएक मानवप्राणी की आनु वंिशक बनावट म एक शि तशाली
जीवनकाय और एक उ े य होता है । कुछ लोग के िलए यह एक दे श, एक कंपनी
अथवा एक समूह चलाने के प म िदखता है । दस ू र के िलए यह ने तृ वकताओं का
एक पिरवार िवकिसत करना या अपनी कला, किवता अथवा सावजिनक से वा के ारा
ने तृ व प्रदिशत करना हो सकता है । हमम से हरएक की एक िनयित होती है और
हमारा जीवन अपने उ चतम तर पर काम करना तब शु करता है , जब हमारे िदन
उस कद्रीय िमशन की एक अिभ यि त बन जाते ह ।
मे रे से िमनार म बहुत-से लोग यह पूछते हः ‘‘रॉिबन, म अपनी िनयित की खोज िकस
तरह क ं ?’’ मे रा जवाब हमे शा एक ही होता है ः ‘‘आप अपनी िनयित नहीं खोज सकते
- आपकी िनयित आपको खु द ढूंढ़ ले गी ।’’ आप इस िदशा म सबसे अ छा काम यह
कर सकते ह िक खु दको सबसे गहरे तौर पर जानने के िलए की जाने वाली आतं िरक
िक् रया कर । जनल म िलख, यान कर तथा धै यभरा गहन िचं तन कर, तािक आप यह
समझ सक िक आपके सबसे स चे मू य, सबसे ऊंचे यकीन या ह और आप वा तव म
िकस तरह के जीवन का सृ जन करना चाहते ह । आप िजतनी गहराई म जाएं गे, उतना
ही जानगे । और िजतना ही यादा जानगे , वै से िच को पहचानना उतना ही आसान
होता जाएगा, जो आपको अपनी िनयित तक पहुंचा सकगे । एक बार जब आप इसे पा
जाएं गे, तो एक मनु य के प म आपका सबसे अ छा प्रदशन सामने आने लगे गा ।

प्रेरक उ रण
‘‘और कौन-सी चीज ान िजतनी अहम है ?’’ ‘‘मन ने पूछा । ‘िदल से खयाल रखना
और दे खना,’’ उसके अं तर से आवाज आई ।
ले िवया
‘‘यिद हम जीवन के स दय तथा रह य के प्रित श्र ा तथा िव मय महसूस नहीं कर
सकते , तो िफर हम मनु य नहीं ह ।’’
शािलन प्रेटनै क
‘‘ यवसाय का पहला और सबसे अहम मतलब पै से या उ पाद बनाना अथवा से वाएं
दे ना नहीं है । वािण य की तरह यवसाय भी, सबसे बढ़कर, यि तगत तथा
सं गठना मक महानता हािसल करने का एक साधन है । इसका उ े य कुछ सु यो य
तथा महान हािसल करना होता है ।’’
पीटर कोए टे नबौम
एक बड़ा जीवन कैसे जीएं
म आपको इस हे तु िचं तन करने को आमं ित्रत करता हं ू िक आपका जीवन अपने सबसे
ऊंचे और सबसे भ य तर पर कैसा िदखे गा । आप इस िवषय पर िजतना यादा सं वाद
(दसू रे लोग से और जनल म िलखने के ारा खु दसे ) करगे िक जीवन के अपने अनु भव
के बल पर आप या कुछ सृ िजत करना चाहते ह, आप इसे सं प न करने की िदशा म
उतनी ही यादा आ था ला सकगे । अपने िदन म, या आप ऐसे कम करते और ऐसे
इरादे बढ़ाते ह, जो आपके वजूद की उ चतम सं भावनाएं प्रदिशत करते ह ? अथवा
या आपके िदन ही आप पर असर डालते ह और आपके ारा अपने पल म
सृ जना मकता लाए बगै र ते जी से गु जर जाते ह? एक मनु य के प म जो कुछ सं भव
हो, उसका प्रितिनिध व करते अपने जीवन के िलए प्रितब होकर आप खु दके िलए
एक महान पै माना गढ़ सकते ह । इस िदशा म ये 5 दशन ह, जो आपकी मदद करगे ः
1. अपने ारा तय िकए गए प्रमु ख ल य का एक कथन तै यार कर । आप अपने
जीवन म िजसका समथन करना चाहते ह, यह एक पै राग्राफ म उसका सार-सं े प
होगा । इसे िदन म 3 बार (सु बह, दोपहर और राित्र) पढ़ । इसम अपनी प्रितब ता
गहरी करने के िलए यथासं भव इसे यादा से यादा बोलकर भी पढ़ा कर ।
2. अपने िलए अपने सपने की एक टीम बनाएं । ऐसे लोग की पहचान कर,
िजनका जीवन काम कर रहा है औए वे वै सा ही जीवन जी रहे ह, जै सा आप खु दके
िलए सृ िजत करना चाहते ह । उनके साथ िनयिमत प से लं च ल । समय-समय पर
उनसे िमल और उनसे गहरे तर पर सं वाद िकया कर । उनके िवचार तथा यि तगत
आदत आपको प्रभािवत करगी तथा आपको उन सं भावनाओं तक पहुंचाने म मदद
करगी, िज ह आपका जीवन आपको पे श करता है ।
3. सफलता का ढांचा सृ िजत कर । प्र ये क महान जीवन ऐसे ढांच की बु िनयाद पर
खड़ा होता है , जो उसकी सफलता को सहारा दे ते ह । सफलता के ऐसे कुछ ढांचे,
िज ह आप अपने स ताह म डालना चाह, इस प्रकार हो सकते हः स ताह म
कुछएक बार अपने यि तगत प्रिश क के साथ समय दे ना, िकसी असाधारण
बु द्िधजीवी के साथ एक सा तािहक बै ठक करना, एक जीवन-प्रिश क (लाइफ कोच)
तय करना, प्रित िदन िवटािमन तथा स लीमट् स िलया करना, योजना बनाने तथा
अपने िवजन साफ करने पर प्रित स ताह एक खास समय लगाना तथा िनयिमत प
से सु बह की सै र करना ।
4. बड़ी कोिशश िकया कर । चीज को घिटत करने और उ ह घिटत होने दे ने के
बीच एक नाजु क सं तुलन होता है । जीवन हमे शा ही करने और होने के बीच एक
सं तुलन है । एक बु द्िधमान ने तृ वकता एक आदश सं तुलन थािपत करता है । कड़ी
मे हनत के पु राने सु नहरे िनयम तथा आपके इि छत जीवन का अनु भव सृ िजत करने
हे तु ‘बड़ी कोिशश’ करने का कोई भी िवक प नहीं है । एक पु रानी कहावत यह कहती
है िक ‘दे वता उनकी मदद करते ह, जो अपनी मदद आप करते ह ।’ हरएक िदन कुछ
ऐसा कर, जो आपकी मता पर जोर आजमाइश करे और आपके जीवन पी िमशन
को आगे बढ़ा सके ।
5. अपने सं सगों पर गौर कर । यिद आप यह जानना चाहते ह िक अब से 5 वषों
बाद आपका जीवन कैसा िदखे गा, तो आप ऐसे 10 लोग के िवषय म िचं तन कर,
िजनके साथ आपका यादातर व त बीतता है । आप िजस दायरे (वे लोग, िजनके
साथ आप अपने व त िबताते ह) के अं दर रहते ह, वही यह बताएगा िक आप कैसे
यि त बनगे और कैसा जीवन बनाएं गे । अपनी सवो म पारी खे ल, खु दको ऐसे लोग
से िघरा रख और वै से लोग से सं वाद करते रह, जो महानता, ने तृ व तथा यि तगत
िज मे दारी के िलए प्रितब ह ।
9

आपकी संगित की शि त

एक ऐसी पं ि त है , िजसे म इन िदन अपनी प्र तु ितय तथा कायशालाओं म


श्रोताओं से साझा करता रहता हं ू और इसे बस इस तरह कहा जा सकता है ः ‘आप
उन जै से ही होते ह, िजनके साथ आप चाय पीया करते ह ।’ जब आप एक नए और,
मु झे उ मीद है , अपने सवो म वष म कदम रख रहे ह, तो कुछ पल के िलए इस पर
िचं तन कर िक आप वही बन जाते ह, िजनकी सं गित म रहते ह । आप िजनके साथ
अपना अिधकतर व त िबताएं गे, उनकी सोच, दशन और यहां तक िक उनके यवहार
भी ग्रहण कर लगे । यह प्रिक् रया अवचे तन तर पर होती है और हम यह जान भी
नहीं पाते िक हम अपने आसपास के लोग से प्रभािवत हो रहे ह । इसम यकीन कर
िक सं गित म महान शि त है और हम जै सी सं गित रखते ह, उससे गहराई से
प्रभािवत होते ह ।
या आप ऐसे लोग के साथ अपना व त िबता रहे ह, िजनका जीवन ऐसा है , िजसके
सपने आप दे खा करते ह? या आप अपने नायक के साथ सं वाद कर पाते ह? या
आपके िमत्र और साथी आपको ऊंचा उठाते ह और इस बात के िलए प्रेिरत करते ह
िक आप उससे बड़ी िकसी चीज का समथन कर, िजसका आप अभी कर रहे ह? अथवा
या वे आपको आपके तर से नीचे लाकर, आपको और आपकी सं भावनाएं सीिमत कर
कुंिठत िकया करते ह? और यह भी याद रख िक आपकी सं गित केवल मानवीय प म
नहीं होती । म यह भी यकीन करता हं ू िक हम वह पु तक भी हो जाते ह, िज ह हम
पढ़ते ह, य िक पढ़ना भी ले खक के साथ सं वाद करने से अिधक और कुछ नहीं है ।
जब हम अपने बीच के सबसे महान यि तय ारा िलिखत पु तक पढ़ते ह, तो हमारे
अं तर का सवा च थल उ े िलत हो सकता है और तब जो िवचार हम सीखते ह, वे हम
इसके िलए बा य कर सकते ह िक हम नए कम कर, जो बे हतर नतीजे दे सकते ह ।
एक बड़ा िवचारः जब हम यादा सीखते ह, तो यादा कर सकते ह । और जब हम
यादा जानते ह, तो हम बे हतर को चु न सकते ह ।
हम एक नए साल की दहलीज पर खड़े ह । म आपको िवनम्रता से यह चु नौती दे ता हं ू
िक आप एक कागज पर िपछले वष सीखे गए कम से कम 10 सबक दज कर । तब आप
न केवल उन ल य को िलख, िज ह इस वष हािसल करना आपके िलए अहम है ,
बि क वह दशन भी िलख, िजसके अनु प आप आगामी महीन म अपने पे शेवर तथा
यि तगत जीवन जीना चाहते ह । अपने इरादे कागज पर दज करने से वे शि तशाली
कारक सिक् रय होते ह, जो है रतभरे नतीजे दगे । और जब आप इस िचं तन तथा ल य-
िन चय की प्रिक् रया से गु जरते ह, तो अपनी सं गितय के बारे म सोचा कर । उन
लोग के बारे म सोच, िजनसे खु द का िघरा होना आपने पसं द िकया है । अपने माहौल
के प्रभाव के िवषय म िचं तन कर तथा इस सं बंध म भी िक आप अपने मन के
बे शकीमती महल म िकसे अं दर आने की अनु मित दे रहे ह । म यह जानता हं ू िक आप
यह जानते हः जो कुछ अं दर हो रहा है , वही यह तय करता है िक बाहर या हो रहा है
। आपकी सोच ही आपकी दुिनया साकार करती है । और हम लोग िसफ उन िवचार
पर काम कर सकते ह, जो हमारे मन म रहते ह । जब हम बे हतर जानते ह, तो हम
सचमु च बे हतर कर सकते ह । और बे हतर जाग कता के साथ हम बे हतर िवक प के
चयन कर सकते ह ।

प्रेरक उ रण
‘‘भावना मक अनु भिू तय से िमिश्रत िवचार एक चु ं बकीय बल का िनमाण करते ह, जो
वै से ही अथवा उससे सं ब िवचार को अपनी ओर आकृ ट करते ह ।’’
ने पोिलयन िहल
‘‘यिद आप इस सं बंध म सोच, तो हम यहां कोई लं बे व त के िलए नहीं ह । िकसी ऐसे
यि त से बात कर, जो अपनी उम्र के 8व अथवा 9व दशक म हो, तो वे बताएं गे िक
उनके िलए यह यकीन करना किठन है िक व त िकतनी ते जी से िनकल गया । समय
हमारी उं गिलय से रे तकण की तरह िफसल जाता है और िफर कभी नहीं लौटता ।
आज, भावना, उ कृ टता तथा यार के साथ साहस से जी ल । उन चीज की िदशा म
भाग, जो आपको डराती ह । अपने आसपास के लोग की भलाई कर । और आप
सचमु च जो कुछ ह, उसे बाहर िनकालने के िलए अपने अं दर गहरे झांक ।’’
रॉिबन शमा
अपने जीवन म सं तुलन लाने के 8 तरीके
1. हरएक िदन की शु आत म 60 िमनट का एक पावन समय िनकाल, जब आप
अपने शरीर, भावनाएं तथा ह का पोषण कर सक ।
2. सा तािहक तौर पर प्रकृित के साथ कुछ व त यतीत िकया कर ।
3. िजनकी प्रशं सा करने की ज रत है , उ ह ‘प्रेमभरे पत्र’ िलखा कर ।
4. प्रितिदन कम से कम 10 िमनट के िलए मौन, एकांत तथा शां ित का अनु भव
ल।
5. एक ब चे के प म आपको जो चीज खु श कर दे ती थीं, उ ह कर ।
6. यायाम के प्रित गं भीर बन, य िक आपके वा य से बढ़कर और कुछ नहीं है

7. अपने िवचार की प टता तथा अपनी अं तदृि ट गहरी करने के िलए एक जनल
िलखा कर ।
8. ू र को लौटाया कर ।
खु दसे बड़ा एक उ े य चु न और दस
अपने जनल म इन सवाल पर िलख
1. वै से कौन-से तीन सबसे बड़े अवरोध ह, िज ह ने आपको अपने वां िछत जीवन
के सृ जन से रोक रखा है ?
2. वे कौन-सी 3 मु य चीज ह, जो आपकी ऊजा ले ले ती ह तथा आपको आपके
सवो म जीवन से वं िचत करती ह?
3. ऐसी कौन-से 3 जोिखम ह, िज ह आपके ारा ले ने की ज रत है , मगर िजनका
आप प्रितरोध कर रहे ह?
4. ऐसी 5 सबसे अहम चीज कौन-सी ह, िज ह आपने िपछले वष से सीखा है ?
5. आप अपने जीवन को जो कुछ बनाना चाहते ह, उ ह कौन-से 5 श द य त
करते ह?
‘सू म एडवचर’ की कीमत
हमारे अवे किनं ग बे ट से फ वीकड कायक् रम के अं तगत 2 िदन की यि तगत
पांतरण कायशाला के भागीदार म से बहुत सारे वै से यावहािरक साधन की तलाश
म आते ह, जो उ ह सतत प्रस नता प्रा त करने म सहायता पहुंचा सके । म इन
िदन िजन िवचार का प्रिश ण िदया करता हं ,ू उनम से एक वह है , िजसे मने ‘सू म
एडवचर’ का नाम िदया है । जब हम ब चे थे , तो हमारी यादातर खु शी हम ऐसे
बहुत-से काम से िमलती थी, जो हम पसं द थे । हम एक तालाब की सतह पर प थर
िफसलाया करते अथवा रे त से तरह-तरह की आकृितयां बनाते अथवा बस वतमान पल
म खे लते हुए द िच रहते । बढ़ती उम्र के साथ प्रायः हम वे चीज करना छोड़ दे ते
ह, िज ह ने हम हमारे बचपन म बे पनाह खु शी दी । हम सं गीत का वह वा छोड़ दे ते
ह, जो हमारी आ मा को गाने के िलए बा य कर दे ता था । या िफर हम िग ली-डं डा
खे लना अथवा तै रने को जाना छोड़ दे ते ह । अथवा हम दो त के साथ वह बे हतरीन
व त िबताना छोड़ दे ते ह, जो हम कुछ इस तरह हं सने को मजबूर कर दे ता था िक
हमारे पे ट म बल पड़ जाते । रोजाना छोटे -छोटे कदम ले ना ही बड़े पांतरण सं प न
करने की चाबी है । 1,000 मील की यात्रा सचमु च ही एक कदम उठाने से और ‘सू म
एडवचर’ म लगने से शु होती है । अपने स ताह म छोटे -छोटे एडवचर डालने से
आप वह भावना बहाल कर सकगे , िजसे आपने खो िदया है ।
स ताहांत म िकताब की अपनी पसं द की दक ू ान म जाकर अपनी पसं दीदा िक म की
िकताब दे खना भी एक ऐसा ही सू म एडवचर हो सकता है , िजसे आप अगले स ताह
कर सकते ह । या िफर यिद आपने इसे पहले कभी नहीं चखा हो, तो िवयतनामी आहार
का वाद ले ना भी एक ऐसा ही सू म एडवचर हो सकता है । अथवा कीइं ग सीखने
की कला हािसल करना या िफर बस फोन उठाकर िकसी ऐसे यि त से बात करना,
िजसके आप प्रशं सक ह , या व यप्रांतर म लं बी पदयात्राओं पर िनकल पड़ना भी
अ य ऐसे ही सू म एडवचर हो सकते ह, िज ह आप अपने स ताह की कायसूिचय म
डाल अपने िदन म यादा खु शी तथा सं तुि ट ला सकते ह । याद रख, जो चीज
कायसूिचय म डाल दी जाती ह, वही चीज सं प न भी की जाती ह । आपके स ताह
की कायसूची म कम से कम एक सू म एडवचर को डालने से भी आपके सोचने ,
महसूस करने तथा कम करने म कमाल का फक आ जाएगा ।
10

मेरे नायकों को सलाम

म अभी-अभी सपने दे खने वाल के एक दल के साथ एक स ताहांत िबताकर लौटा हं ू ।


नवीनतम अवे किनं ग बे ट से फ वीकड कायक् रम म मे ि सको, यु एटा िरको,
यूनाइटे ड टे ट् स तथा कनाडा से प्रितभागी शािमल हुए, जो साहसी लोग का एक
ऐसा असाधारण दल था, िजसके सभी लोग मानवप्रािणय के प म अपनी सवो म
पारी खे लने को समिपत थे । शु क्रवार की रात सीईओ, गृ हिणय , छात्र तथा
िश क की जमात हमे शा की तरह अपने सामािजक मा क पहने यह सोचती हुई आई
िक स ताहांत की इस प्रिक् रया म न जाने या होगा । िकंतु रिववार के अपरा तक
इस ि थित म त ध कर दे नेवाले बदलाव आ चु के थे , जब ये लोग अपने सबसे बड़े
भय के पार जा चु के थे , अपने प्रितरोध का मु काबला कर चु के थे और अपनी सबसे
ते ज चु ं िधयाहट से चमकने की िदली प्रितब ता के साथ वे वहां से रवाना हुए । उस
कॉफ् रस म म आपसी प्रेम का तर अिव वसनीय था । और उस कमरे म उन ढाई
िदन म मने जो साहस दे खा, उसने मु झे यह अहसास कराया िक ये लोग मे रे नायक ह

आपकी दुिनया म तब तक कुछ भी नहीं बदले गा, जब तक आप बदलाव के िलए
ज री यि तगत िज मे दारी ग्रहण नहीं करते । यह दुिनया एक आईना है ः हम इससे
वह नहीं ले ते, जो हम चाहते ह । हम वह ले ते ह, जो हम व तु तः ह । जब आप खु दके
अं दर गहराई म पहुंचते ह, अपने सबसे स चे मू य ढूंढ़ते ह, यह तय करते ह िक आप
अपने जीवन का या करना चाहते ह और तब (अपने आसपास के लोग के िलए
असाधारण मू य सृ िजत करते हुए) ये नतीजे प्रदिशत करने को तै यार होते ह, तो
आपका जीवन वै से तर पर काम करना आरं भ करे गा, िजसकी आपने क पना तक न
की थी । आप एक पल म अपना जीवन बदल सकते ह, िजस पल आप अपनी सबसे
गहराई से यह फैसला करते ह िक आप अपने जीवन म तु छता से नहीं खे लगे और
अपने भय की ओर कदम बढ़ाएं गे । आप इसके यो य ह िक अपना सवो म जगाएं ।
आप आनं द, सं तुि ट तथा प्रचु रता से भरे जीवन के यो य ह । आप एक िसतारा बनने
के यो य ह ।
जै सा मने अपनी पु तक ‘िड कवर योर डे ि टनी िवथ िद मं क हू सो ड िहज फेरारी’ म
िलखा है , यह दुिनया अपनी चे तना म एक बदलाव का अनु भव कर रही है । अब और
यादा लोग यि तगत महानता से कुछ भी कम पर समझौता करने से इनकार कर रहे
ह । पहले से यादा लोग अपने िदल की गु ि थयां खोल रहे ह और अपने समु दाय म
क णा के समथन म उठ खड़े हो रहे ह । पहले से अिधक लोग खु दको उ कृ टता के
प्रित समिपत कर रहे ह और अपनी सं भावनाओं की पूणता साकार कर रहे ह । ने तृ व
का बस यही तो अथ होता है । हां , ऐसा हो सकता है िक जब आप अपनी स चाई
बयान करते ह, एक खु ले िदल के साथ जीते ह और असाधारण तक पहुंचने की कोिशश
करते ह, तो लोग आपको नहीं समझ पाते ह । ने तृ वकताओं की यही पिरभाषा है िक
वे भीड़ से अलग रहते ह और चीज को कुछ अलग तरह से करते ह । म यह जानता हं ू
िक आप सपने दे खने वाले ह । म यह जानता हं ू िक आप अपने जीवन से सवो म
चाहते ह । और म यह जानता हं ू िक आप एक फक पै दा करना चाहते ह । इसके िलए
म आपको सलाम करता हं ू । आप मे रे नायक ह । प्रेरक उ रण
‘‘आप कैसे िहचिकचा सकते ह? जोिखम ल! िकसी भी चीज की जोिखम ल! दस ू र के
िवचार का, उन आवाज का अब और खयाल न कर । पृ वी पर अपने िलए सबसे
किठन काम कर । अपने िलए सिक् रय ह । स चाई का सामना कर ।’’
कैथरीन मै सफी ड
‘‘एक व नशील यि त वह होता है , जो अपने रा ते केवल चांद की रोशनी म ही
पाता है , और उसकी सजा यह है िक वह सूयादय को बाकी दुिनया से पहले ही दे ख
ले ता है ।’’
अॉ कर वाइ ड
‘‘चमकना आपका कत य है और यिद आप इस िज मे दारी को अ वीकार करते ह, तो
यह दुिनया आपम साहस की इस कमी से एक कमतर जगह रह जाएगी ।’’
रॉिबन शमा
अपने जनल म इन सवाल पर िलख
1. वह कौन-सी सवो म पु तक है , जो आपने पढ़ी है और य ?
2. आपके 3 सबसे बड़े भय या ह और िकस तरह उ ह ने आपके जीवन के वषों म
आपको सीिमत िकया है ?
3. आप अपने जीवन को िकसके समथन म खड़ा दे खना चाहते ह?
4. एक कागज पर ऐसे 10 यवि थत करने वाले िस ांत िलख, िजन पर आप अपना
बाकी जीवन आधािरत करना चाहते ह ।
11

इस माह के ने तृ व सबक

िन निलिखत पै राग्राफ मे री पु तक ‘लीडरिशप िवजडम फ् रॉम िद मं क हू सो ड िहज


फेरारीः िद 8 िरचु अ स अॉफ िवजनरी लीडस’ (पु तक की सभी अ छी दक ू ान पर
अं गरे जी और िहं दी म उपल ध) से उ तृ है । इस कथा के इस भाग म मु य चिरत्र,
जूिलयन मटल अपने भूतपूव गो फ साथी से - जो एक उ मी है और बदलती
यावसाियक सं कृित से जूझ रहा है - ने तृ व का अपना दशन साझा करता है । इस
पु तक के पृ ठ 65 पर जूिलयन कहता है :
‘‘अपने ने तृ व की िवफलता के िलए अपने लोग को दोषी ठहराना बं द करो । बदलती
अथ यव था, बढ़ते िनयम-कानून और पधा मक दबाव को दोष दे ना बं द करो । यिद
लोग तु हारे िवजन से नहीं जु ड़ सके, तो इसका मतलब है िक वे तु हारे ने तृ व से नहीं
जु ड़ सके । यिद वे वफादार नहीं ह, तो इसका अथ है िक तु मने उ ह वफादार होने की
पया त वजह दी ही नहीं । यिद वे अपने काम के प्रित उ सािहत नहीं महसूस करते ,
तो इसका मतलब है िक तु मने उ ह उ सािहत महसूस करने के िलए कोई मु ा नहीं
िदया । पूरी िज मे दारी वीकार करो । यह समझ लो िक महान अनु सरण के आगे
महान ने तृ व चला करता है ।’’

प्रेरक उ रण
‘‘ऐसा नहीं है िक चीज के किठन होने के कारण हम उ ह करने की िह मत नहीं करते ।
चूंिक हम िह मत नहीं करते , इसिलए चीज किठन होती ह ।’’
से नेका
‘‘जीवन तो तार पर जीया जाता है । बाकी बस (जीने का) इं तजार है ।’
पापा वलडा
ऊंचे टं गे तार पर सं तुलन साधकर चलने वाला महान िखलाड़ी
‘‘यिद आप इससे बे परवाह ह िक श्रेय कौन ले जाता है , तो आप जीवन म कुछ भी
सं प न कर सकते ह ।’’
है री एस. ट् मै न
अपने जनल म इन सवाल पर िलख
1. यिद आपके पास जीिवत रहने को केवल पांच ही िमनट बचे ह , तो आप िकसे
फोन करगे और उससे या कहगे ?
2. िद आयप आज 5 लोग के साथ िडनर ले सक, तो वे कौन ह गे और आप उनके
साथ य जु ड़ना चाहगे ?
3. आप ऐसी कौन-सी एक चीज कर सकते ह, िजसे यिद आपने प्रितिदन िकया,
तो आपका जीवन अपने अगले तर तक पहुंच जाएगा?
4. यिद आप यादा खयाल रखने वाले , क ण तथा िवचारवान हो जाएं , तो आपके
सभी सं बंध म िकसे लाभ पहुंचेगा?
5. इस दुिनया को एक बे हतर जगह बनाने के िलए आप कौन-सा काम रोजाना
आधार पर कर सकते ह?
तनाव की आदत परा त करने के 5 तरीके
1. खु दसे पूछः ‘‘अब से एक वष बाद या इस सं कट का कोई वा तिवक मह व
रहे गा?’’
2. अपने जीवन का पॉज बटन दबाएं और ताजा हवा म टहलने िनकल जाएं ।
3. यादा पानी पीएं (िव ान इसकी पु ि ट करता है िक यादा पानी पीना मि त क
की कायप्रणाली को बे हतर करता है ) ।
4. जो कुछ आपको िचं ितत कर रहा है , उसे जनल म िलख डाल । उसे कागज पर
ू जाने म मदद िमले गी ।
बाहर िनकाल दे ने मात्र से आपको िचं ता के िशकंजे से छट
5. अपने एक िव व त साथी को यह बताएं िक आपको कैसा महसूस हो रहा है ।
क् रोध पर िनयं तर् ण के ारा यि तगत ने तृ व
हताशा के व त िन निलिखत कहानी आपको मदद पहुंचाएगीः
कहीं एक छोटा लड़का था, िजसे प्रायः क् रोध आ जाया करता । एक िदन उसके िपता
ने उसे एक थै ला भरकर कील दीं और उससे कहाः ‘‘बे टे, जब भी तु ह क् रोध सताए,
तो इनम से एक कील िनकालो और उसे अपने घर के िपछवाड़े की बाड़ पर ठ क दो ।’’
तु म अपनी िनराशा को उ मु त कर बे हतर महसूस करोगे । पहले िदन ही उस लडके ने
बाड़ म 25 कील ठ क दीं ।
मगर जै से-जै से स ताह बीतते गए, वह लड़का अपने क् रोध के प्रित यादा जाग क
होता गया और बाड़ पर उसके ारा ठ की गई कील की सं या घटती गई । हालां िक
उसने अपने गु से को कभी दबाया नहीं, पर धीरे -धीरे उसने यह पाया िक गु से म
भरकर कील ठ कने के बजाए क् रोध को मौन भाव से महसूस कर िफर उसे उ मु त कर
दे ना अिधक आसान था ।
अं ततः एक ऐसा भी िदन आया, जब उस लड़के का क् होना िबलकुल ही क गया ।
उस िदन उसके िपता ने उससे कहाः ‘‘बे टे, अब िजतनी बार तु म अपने क् रोध से
सफलतापूवक िनबट उसे िज मे दार ढं ग से थामे रहो, उतनी ही बार उस बाड़ से एक
कील िनकाल िलया करो ।’’ एक िदन बाद उसने िपता को बताया िक उसने सभी कील
िनकाल ली ह । िपता ने कहाः ‘‘मु झे तु म पर गव है , मे रे पु त्र । अब म यह चाहं ग
ू ा िक
तु म उन िछद्र पर गौर करो, जो तु मने बाड़ म बनाए ह । जब भी क् रोध, िचढ़तथा
िनराशा म कुछ कहा जाता है , तो तु म िकसी यि त के मन पर उस बाड़ जै से ही
िछद्र बना दे ते हो । हालां िक तु म अपने श द वापस ले मा याचना कर सकते हो, पर
उसके ज म एक लं बे व त तक बने रहते ह । इसिलए भले बनो । सक ण बनो । और
अपने जीवन म सभी लोग का खयाल रखो । जीवनयात्रा बहुत छोटी है और सं बंध
बहुत अहम होते ह ।’’
जब आप अपने कामकाजी स ताह से गु जरते ह, तो उन लोग के िवषय म सोच,
िजनके साथ आप काम करते ह और खु दसे पूछ िक या उनके साथ आपका सवो म
व प सामने आता है और या आप उनके साथ ऐसा यवहार करते ह, जै से वे वै से
शानदार लोग ह , जै से वे व तु तः होते ह ।
12

िनभयता के ारा ने तृ व

यह मॉड ूल इस हे तु समिपत है िक आप जो कुछ भी करते ह, उसम साफ तौर पर


िनभय िदखते हुए अपने जीवन म एक स चे ने तृ वकता बन सक । शायद आपके
जीवन को इसके सबसे ऊंचे तर तक उठाने का सवो म तरीका उन भय पर गौर
करना, जो आपको छोटा बनाए रखते ह और तब िसलिसले वार ढं ग से वै सी िक् रयाएं
करना है , िजनके बल पर उनसे ऊपर उठा जा सके । म अपने भय की ओर िजतना ही
यादा चलता हं ,ू उतनी ही ते जी से म अपनी आजादी की ओर बढ़ता हं ू । इसिलए
आपको मे री चु नौती बस इतनी ही है ः उन जगह की ओर जाएं , जो आपको डराती ह
और अपने जीवन के अनजाने े तर् म प्रवे श कर ( य िक सं भावनाएं वहीं बसती ह)

प्रेरक उ रण
‘‘आप जहां ठोकर खाते ह, वहीं आपका खजाना पड़ा होता है ।’’
जोसफ कै पबे ल
‘‘जोिखम ले ने से िचं ता होती है , िकंतु जोिखम न ले ना िकसी यि त का व खो दे ना
है … और सबसे ऊंची उड़ान की जोिखम ले ना ही खु दके व के प्रित जाग क होना है
।’’
कीकगाड
‘‘ने तृ व का अथ चीज का प्रबं धन करना नहीं, लोग को िवकिसत करना है ।
िवजनरी ने तृ वकता यह समझते ह िक िकसी सं गठन की स ची सं पि रोजाना सु बह
एलीवे टर से ऊपर जाती और शाम म नीचे आती है ।’’
रॉिबन शमा
‘‘याद करना ही सीखना है ।’’
सु करात
‘‘सबसे अ छी पु तक पहले ही पढ़ डाल, वरना आप यह पाएं गे िक आपके पास व त
नहीं रहा ।’’
हे नरी डे िवड थोरो
‘‘वै सा िव ान, जो िचं तन करता है , पर सृ जन नहीं करता, उस बादल की तरह होता है ,
जो जल नहीं बरसाता ।’’
पूरब की एक कहावत
िनभयता के ारा वयं ने तृ वः 5 यवहार
1. िजन चीज से आप डरते ह, उनके बारे म बातचीत कर । यवसाय एक बातचीत
से अिधक और कुछ नहीं है ः अपने लायं ट्स तथा टीम के सािथय से बातचीत बं द
कर और आप अपना यवसाय खो दगे । िजन चीज से आप डरते ह, उनके बारे म
िजतनी ही यादा बातचीत करगे , आपके भय का अं त उतना ही तय होगा । जो चीज
आपको अपने जीवन म छोटा बनाए रखती ह, उ ह वाणी दे ने से आपको उ ह अपनी
चे तना की रोशनी म लाने म मदद िमलती है , जहां वे िवलीन हो जाती ह (ठीक उसी
तरह, िजस तरह िदन की रोशनी म छाया िवलीन हो जाती है ) ।
2. अपने भय को महसूस कर । हमारे समाज म प्रायः हम इस हे तु प्रो सािहत
िकया जाता है िक हम अपने भय की अनदे खी कर और केवल ‘सकारा मक चीज सोच
।’ यह भय को नकारने से यादा और कुछ नहीं है , जो न केवल बे असर रहता है ,
बि क अ व थ भी होता है । जब कभी आपका भय सामने आता है , चाहे वह एक बड़ा
प्रेजटे शन दे ने से अथवा एक बड़ी सं भावना का सामना करने से हो, अपने भय को
वीकार कर । अपने भय को िमत्र बनाएं । इस पर गौर कर िक सं वेदनाओं के प म
वे आपके शरीर म कहां रहते ह (प्रायः भय पे ट म एक गांठ के प म सामने आते ह)
। अपने भय पर गौर कर आप खु दपर उनकी पकड़ ढीली कर दगे ।
3. अ यास । आप िजतने यादा तै यार ह गे , आपके भय आपको उतना ही कम
सीिमत करने वाले होते जाएं गे । यिद आप िबक् री बढ़ाने के िलए कहने से अथवा
िकसी किठन कमी से िनबटने म डरते ह, तो मानिसक पूवा यास और िचत्रण का
सहारा ल । अपनी क पना के िचत्रपट पर सही नतीजे का पूवा यास िकया कर ।
4. िश ा । आप िजतना यादा पढ़ते ह, खु दको डराने वाले े तर् के बारे म उतना
ही अिधक जान ले ते ह और उतने ही शि तशाली होते जाते ह । यिद आप अपने
कारोबार को उसके अगले तर तक ले जाने से इसिलए डरते ह िक तब वह बहुत
जिटल तथा तनावपूण हो जाएगा, तो आप वै से लोग की जीविनयां पढ़, जो आपके
पहले इस रा ते पर चल चु के ह । उनकी मानिसकता म प्रवे श कर और यह दे ख िक
उ ह ने जो िकया, उसे कैसे िकया ।
5. एक मं तर् का सृ जन कर । िकसी चीज पर प का होना आपको अपने यकीन को
प्रोग्राम करने तथा उ ह िफर से रचने म मदद करने का बहुत प्रभावी साधन है ।
एक अथवा दो पं ि तय के सरल-से ‘मं तर् ’ की रचना कर, िज ह आप अपने िदन म
प्रायः दुहरा सकते ह, तािक वे आपको अपनी सवो म पारी पर तथा आपकी सबसे
शि तशाली ि थित म बनाए रखे । आपका यह मं तर् कुछ-कुछ ऐसा िदख सकता है ः
‘‘म एक प्रभावशाली प्रदशन करने वाला यि त हं ू और म पिरवतन को एक अवसर
के प म दे खकर अपनी सफलता सृ िजत करते हुए आनं द उठाता हं ू ।’’
महान ने तृ व की 6 िवशे षताएं
ू प्रामािणक ने तृ वकताओं के 6 ल ण होते
अपने काय थल म पिरवतन के अग्रदत
ह, जो िन निलिखत ह :
1. वे िबना वै सा दशाए सं वेदनशील होते ह । दस ू रे श द म, उनके िदल पर
आसानी से चोट लग जाती है , मगर वे िववे कशीलता से ही ऐसा होने दे ते ह ।
2. वे लगातार ईजाद करने वाले होते ह । दस
ू रे श द म, वे िनरं तर पु रानी
सम याओं के नए समाधान ढूंढ़ते ह ।
3. वे दृढ़तापूवक एकाग्रिच होते ह । दस
ू रे श द म, वे यह महसूस करते ह िक
व त जीवन की सबसे कीमती चीज है ।
4. वे मू य-सं चािलत होते ह । दस
ू रे श द म, वे यह समझते ह िक सभी सं ब
लोग का गहरा मू यवधन करने पर पै सा वयं आता है ।
5. वे िनल ज प से भावभरे होते ह । दस ू रे श द म वे यह महसूस करते ह िक
भावनाएं सं क्रामक होती ह और वे वयं जोशोखरोश के नमूने होते ह ।
6. वे समु दाय-किद्रत होते ह । दस
ू रे श द म, वे यह महसूस करते ह िक अं ततः
यवसाय तथा जीवन म सं बंध से अिधक अहम और कुछ नहीं होता ।
अपने जनल म इन सवाल पर िलख
1. आप अपने जीवन म इस पल िकस चीज का सबसे यादा प्रितरोध कर रहे ह?
2. आप अपने जीवन म िकस चीज को अब और अिधक सहन नहीं करगे ?
3. िकस एक चीज को आप िनयिमत प से कर अपने जीवन को उसके उ चतम
तर तक उठा सकते ह?
13

धन के अने क प

धन िकसे कहते ह? मे रे िवचार से धन के बहुत प ह । यादातर लोग धन को शु


प से एक आिथक चीज समझते ह । मगर मे रे िवचार से धन के पांच प होते हः
आिथक धन, सं बंध धन, शारीिरक धन, साहिसक कारनाम का धन और वह, िजसे म
मानिसक धन कहता हं ू (िजसका मतलब अपने जीवन को अथवान बनाना है ) । यिद
एक यि त इनम से हरएक पर यान नहीं दे ता, तो म यह यकीन करता हं ू िक वह एक
खोखला जीवन जीता है ।
आिथक धन तो प ट ही है । आपके ारा अपना सवो म जीवन जीने के िलए पै सा
अहम है । यात्रा के िलए अथवा ब च की पढ़ाई के िलए पै से की ज रत होती है ।
िकंतु वह तो धन का बस एक प है । यिद एक यि त के पास केवल आिथक धन हो,
तो म यकीन करता हं ू िक उसके पास अभी भी स चे धन का अभाव है । एक यि त के
पास सं बंध धन भी होना ही चािहए । इसका अथ दस ू रे मनु य से जु ड़ाव महसूस होना
और अपनी चार ओर एक सु दृढ़ तथा यारभरा समु दाय बनाना है । एक यि त को
शारीिरक धन भी अिजत करना चािहए - आपकी अ छी से हत के बगै र आपके पास
व तु तः कुछ भी नहीं है । कोई भी कब्रगाह का सबसे धनी यि त बनना नहीं चाहता
। म यह महसूस करता हं ू िक साहिसक कारनाम का धन िवकिसत करना भी मह वपूण
है । इसका मतलब अपने िदन से होकर अपनी यात्रा के दौरान िदल म एक भावबोध
के साथ साहिसक कारनाम म धनी महसूस करना है । साहिसक कारनाम का धन
बाहरी यात्राएं कर, नए तरह के आहार ले कर अथवा एक िदलच प यि त के साथ
नई बातचीत के साथ सू म-एडवचर महसूस कर िवकिसत िकया जा सकता है । अं त
म, सचमु च धनी होने के िलए हमम से हरएक को मानिसक धन भी िवकिसत करना ही
चािहए । मानवीय दय की सबसे गहरी ज रत यह होती है िक हम खु दसे अिधक
अहम िकसी चीज के िलए जीएं । पाने के बजाए दुिनया को और अपने आसपास के
यि तय को दे कर ही थाई खु शी हािसल हो सकती है । मानिसक धन का अथ खु दसे
बड़ी िकसी चीज के िलए जीना है ।
हमम से बहुत-से लोग खु दको इसिलए कोसते रहते ह िक हमारे पास अपनी इ छा के
अनु सार आिथक धन नहीं होता । पै सा आपके ारा सवो म जीवन जीने के िलए
मह वपूण है । मगर यही सब कुछ और सबका अं ितम ल य नहीं है । बहुत- से
पै सेवाले लोग सचमु च धनी नहीं होते । धन के इन सभी पांच प पर अपनी कोिशश
लगाना आपको अपने जीवन पी दे न का आनं द उठाते हुए अिधक ऊपर जाने , बड़े
सपने दे खने और स ची सं तुि ट पाने म मदद पहुंचाएगा ।

प्रेरक उ रण
‘‘यिद आप अपनी सीमाओं के िलए तक गढ़गे , तो वे सीमाएं आपके िलए सदा कायम
रहगी ।’’
िरचड बाख
‘‘जब आप सु बह जागते ह, तो यह सोच िक जीिवत रहना - सांस ले ना, सोचना,
आनं द उठाना और यार करना िकतना बहुमू य सौभा य है ।’’
माकस औरे िलयस
‘‘हर सु बह जब म जागता हं ू और दुिनया को अ ु ण दे खता हं ,ू तो मु झे है रत होती है ।
सब कहीं प्रकृित के आशावाद के सबूत िदखते ह । एक नई रोशनी होती है , बािरश
शानदार प से भीगी होती है । जब सूरज चमकता है , तो हम यह जानते ह िक सभी
चीज सं भव ह । हर सु बह हम िपछली रात से अिधक यु वा होते ह ।’’
िविलयम क् रोिजएर
‘‘जब तक आप खु दके बारे म अ छा महसूस नहीं करते , िकसी दस ू रे मनु य को उसके
िवषय म अ छा महसूस कराना सं भव नहीं है । ने तृ व अपने अं दर से आरं भ होता है
।’’
रॉिबन शमा
महानतम लोग के 8 सवो म ल ण
1. वे भले और सं बंध-किद्रत होते ह । वे लोग को सबसे ऊपर रखते ह ।
2. वे मू य सृ िजत करने वाले और से वा पर किद्रत होते ह । दस
ू रे श द म वे दस
ू रे
लोग को उसे पाने म मदद करते ह, जो उ ह चािहए और से वा के साधन बन जाने पर
प्रितब होते ह ।
3. वे भावभरे होते ह और उनका भाव सं क्रामक होता है । उनकी आं ख म ब चे की
आं ख जै सी चमक होती है ।
4. उनम तारत य होता है । उनके वीिडयो और उनके अॉिडयो म तालमे ल होता है
। वे िन ठारिहत नहीं होते । वे ईमानदार, उ े यपूण तथा किद्रत होते ह ।
5. वे अनु शािसत तथा मे हनती होते ह । कभी कोई बड़ा सपना कड़ी मे हनत के
बगै र पूरा नहीं हुआ ।
6. वे व नशील होते ह । वे यह समझते ह िक सफलता का अथ सबसे अहम के
सृ जन की प्रिक् रया म लगे रहना होता है । यह एक यात्रा है और वे इसके बीच
धै यवान बने रहते ह ।
7. वे साहसी होते ह । वे वह करते ह, जो असु िवधाजनक होता है और
असफलताओं को बाजार के शोध (माकट िरसच) के प म ले ते ह । वे यह समझते ह
िक असफलता मह वाकां ा की कीमत है ।
8. वे शु आत करने वाले होते ह । वे उस माग पर चलते ह, िजस पर यादा लोग
नहीं चले होते । वे कुछ अलग तरह से सोचते , अलग तरह से यवहार करते और
अलग तरह से महसूस करते ह । वे दुिनया को एक अलग तरह की आं ख से दे खते ह ।
और यही उ ह ने तृ वकता बना दे ता है ।
अपने जनल म इन सवाल पर िलख
1. आपकी सबसे कम आकषक चािरित्रक िवशे षता या है ?
2. एक िव व तरीय जीवन आपको कैसा िदखता है ?
3. जीवन ने आपको जो सवो म सबक िसखाया है , वह या है ?
14

नवीकरण की शि त

अब जब हम गरम महीन की ओर बढ़ रहे ह, तो आपको बहुत-से ऐसे मौके िमलगे ,


जब आप एक मनु य के प म जीने और ने तृ व करने के अपने तौर-तरीके पर िचं तन
कर सकगे । प्रायः हम अपनी गाड़ी ड्राइव करते हुए खु दको इतना य त पाते ह िक
धन ले ने के िलए भी व त िनकालना हम गवारा नहीं होता । हम अपने यवसाय म
इतने मशगूल रहते ह िक उसे बढ़ाने का प्रयास नहीं करते । हम अपने किरयर के अं दर
काम करते हुए इतना य त रहते ह िक थोड़ा पीछे हटकर अपने किरयर को बे हतर
करने की कोिशश नहीं करते । हम अपने िदन-प्रितिदन के कामकाज म इतने य त
रहते ह िक पॉज बटन दबाकर अपने जीवन को आगे बढ़ाने की चे टा नहीं करते । िदन
स ताह म, स ताह महीन म और महीने वषों म िफसलते चले जाते ह और इसके
पहले िक हम यह महसूस कर सक, बहुत सारे वष गु जर चु के होते ह । हम अपने जीवन
का ने तृ व अपने हाथ म ले कर उसे वै सा नहीं बना पाते , जै सा हम पता है िक हम
बनना था । याद रख, यिद आप जै सा करते आए ह, वै सा ही करते रहगे , तो यह तय है
िक आपको वै से ही नतीजे िमलगे , जै से आप पाते रहे ह ।
प्रभावशाली प्रदशन करने वाल की महान रणनीितय म एक यह होती है िक वे
नवीकरण का व त िनकालते ह । मसलन, प्रभावशाली एथलीट के िलए हर िदन
खे ल का िदन नहीं होता । िन सं देह उनके िलए खे ल के िदन होते ह, पर उनके ऐसे िदन
भी होते ह, जब वे खु दको नया करते ह, िफर से ऊजा भरते ह और इस पर सोचते ह िक
वे कैसे बे हतर कर । वे प्रिश क के साथ काम करते ह, िपछले खे ल के टे प दे खते ह
और सोचने म काफी व त लगाया करते ह । आप न केवल यवसाय म, बि क जीवन
म भी एक प्रभावशाली िखलाड़ी ह । या आप सोचने और अपने इि छत जीवन की
रणनीित बनाने म पया त समय दे ते ह?
आगे आने वाले स ताह म जनल िलखने का समय िनकाल । लोग के साथ इस सं बंध
म गहरी बातचीत करने का व त िनकाल िक कौन-सी चीज आपके िलए सबसे अहम है
और कौन-सी चीज आपके जीवन म काम नहीं कर रही है । व यप्रांतर म लं बी मौन
पदयात्राओं के िलए व त िनकाल । गहरे जाएं । एक मानवप्राणी के प म अपनी
सवो म पारी खे लने तथा अपनी शतों पर जीवन जीने के िलए खु दसे कुछ
प्रितब ताएं य त कर । यह आपके ारा की जाने वाली सबसे बड़ी गितिविध होगी

प्रेरक उ रण
‘‘यिद आपके अं दर कुछ महान है , तो वह आपके पु कारते ही प्र तु त नहीं हो जाएगा ।
वह बगै र कुछ कम तथा कोिशश िकए आसानी से आपके सामने आकर आपको हािसल
नहीं हो जाएगा ।’’
रै फ वाडा इमसन
‘‘आपके भय की उस ओर आपका बे हतरीन जीवन िनवास करता है ।’’
रॉिबन शमा
‘‘प्रेम मनु य को उसके जीवन का उ े य प्रदान करता है । बु द्िध उसे वह उ े य
हािसल करने का साधन बताती है ।’’
िलयो टॉल टॉय
भय की मृ यु
हम अपने अवे किनं ग बे ट से फ वीकड कायक् रम के भागीदार के िलए भय को
आजादी म पांतिरत करने से सं ब एक गितिविध करते रहे ह, जो उनके िलए बहुत
सहायक िस हुई है । जब म अपनी िव व यापी यात्राओं के दौरान जीवन के
िविभ न े तर् के यि तय से िमलता हं ,ू तो यह महसूस होता है िक जो एकमात्र
सबसे बड़ी चीज हम हमारा सबसे अ छा जीवन जीने से वं िचत कर दे ती है , वह भय है
। जबिक हमारे यादातर भय भ्रमपूण होते ह । हमारे अिधकतर भय हमारे मन म
डाले जाते ह । हमारे अिधकतर सिक् रय िव वास एक कोरी क पना से यादा और
कुछ नहीं होते , िज ह हमने अपने जीवन की राह म पा िलया और उसे वा तिवकता म
बदल िलया है । िन निलिखत पांच ऐसे उपाय ह, जो आपको अपने भयभं जन म मदद
कर सकते ह ।
1. आप िजसका प्रितरोध करते ह, वह िटका रहता है । जै सा ले खक िसम कीन ने
एक बार कहा, ‘‘आप िजससे भागते ह, उसके ारा पकड़ िलए जाते ह ।’’ अपने भय
से दरू नहीं, उनकी ओर भाग ।
2. अपने भय को जु बान द । यादातर लोग अपने भय को नकारते ह और ऐसा
िदखाते ह िक उनका अि त व ही नहीं है । जब आप उनकी चरचा करते ह, तभी उ ह
उ मु त करना आरं भ करते ह ।
3. अपने भय के िवषय म िलख । अपनी जाग कता म बढ़ोतरी लाने का एक
महान रा ता यह है िक जो चीज आपको डराती ह, उनके िवषय म अपने जनल म
िलख ।
4. बु द्िधमानीपूण जोिखम उठाया कर । रोजाना कुछ ऐसी छोटी चीज िकया कर,
जो आपको आपके भय की ओर आगे ले जाए । हरएक भयपूण दरवाजे की दस ू री ओर
एक कीमती उपहार आपकी प्रती ा करता है ।
5. भयहीनता का ज न मनाएं । हर बार जब आप एक भय भे द जाने म सफल हो
जाते ह, तो अपनी इस उपलि ध के िलए खु दका स मान कर ।
अपने जनल म इन सवाल पर िलख
1. म िकस तरह अपने जीवन को कौतूहल और िज ासा के और अिधक बोध से भर
सकता हं ?ू
2. म अपने जीवन के इस पल कौन-सा कम करने का सबसे अिधक प्रितरोध कर
रहा हं ?ू
3. अपने िदन जीते हुए या म अं धेरे को कोसता रहता हं ू अथवा या म वह
यि त हं ,ू जो अं धेरा दरू भगाने को एक दीया जला दे ता है ?
4. अपने काम म म एक पीिड़त की भूिमका म रहता हं ू अथवा एक िवजे ता की?
15

अपने व नों की एक पु तक रच

एक शांत अपरा बाहर जाएं और 10 पित्रकाएं खरीद । यह सु िनि चत कर िक वे कई


िक म की ह । जहां उनम से एक सुं दर-सुं दर घर तथा भौितक चीज िदखाती हो, तो
दसू री ने तृ व करते लोग को प्रदिशत करती हो, जबिक तीसरी जीवनीशि त से भरे
पूरी तरह िजं दािदल लोग के िचत्र िदखाती हो । तब वै से िचत्र को काट ल, जो
आपको सबसे अ छे लगते ह और आपके ल य िदखाते ह । अं त म उनकी बाइं िडं ग
करा ल । हरएक िचत्र के नीचे यह िलख िक वह आपके िकस ल य का प्रितिनिध व
करता है , वह ल य आपके िलए य अहम है और यिद आप उसे हािसल नहीं कर
पाए, तो या होगा । उसकी उपलि ध के िलए एक समयसीमा तय कर । यह रणनीित
मे रे बहुत-से लायं ट्स के िलए कमाल कर िदखाने म कामयाब रही है ।

प्रेरक उ रण
‘‘ यार का िवपरीताथक नफरत नहीं, उदासीनता है । और जीवन का िवपरीताथक भी
मृ यु नहीं, उदासीनता ही है ।’’
एली वीजे ल
‘‘कोई भी यि त बाहर से बरबाद नहीं होता । अं ितम बरबादी तो अं दर से आती है ।’’
अमे िलया बार
‘‘हम िजस दुिनया म रहते ह, वह िविचत्र है । हम िमसाइल से दुिनया म कहीं कोई भी
ल य त् िटहीन ढं ग से भे द सकते ह, पर अपनी सड़क के उस पार जाकर एक पड़ोसी
से िमलने म हम परे शानी महसूस होती है । हमारे पास ककर िकसी ज रतमं द
यि त की मदद करने का व त नहीं होता, पर ककर एक दुघटनाग्र त कार पर गौर
करने के िलए हमारे पास बराबर व त होता है । हम अपने ब च को कुछ पढ़कर
सु नाने का समय नहीं िमलता, िकंतु एक अखबार म िनरथक कहािनयां पढ़ने का समय
हम हमे शा ही िनकाल ले ते ह । एक मनु य के प म स चे ने तृ व का अथ यह होता है
िक आप थोड़ा व त िनकालकर अपने जीवन का पॉज बटन दबाएं तथा जो चीज
व तु तः अहम ह, उनपर गहराई से सोच - और तब आपको यह िह मत िमलती है िक
अपना बाकी जीवन उनके अनु सार जी सक । यही तरीका है , िजससे कोई भी अपना
सवो म जीवन जीकर अपनी िनयित तक पहुंच सकता है ।’’
रॉिबन शमा
एक मनु य के साथ कैसा बरताव कर
1. हर यि त को एक अनूठा उपहार समझ । हमम से प्र ये क एक दस
ू रे से उतना
ही अनूठा है , िजतनी हमारी उं गिलय की छाप इस दुिनया को आप िजस तरह दे खते
ह, पृ वी पर कोई भी दस ू रा मनु य इसे ठीक उसी तरह नहीं दे खेगा । इन िभ नताओं
को स मान द और उनका पोषण कर, य िक ये ही ह, जो हम िविश ट बनाती ह । इस
िबं दु को साफ करने के िलए म िविलयम मै कनामारा को उ त ृ क ं गा, िज ह ने िलखाः
‘‘एक समय म एक हवे ली के करीब रहता था, जहां के बहुत सारे मािलय म से केवल
एक ही गु लाब के सभी पौध का सही िवकास सु िनि चत कर पाता था । मने उससे
उसकी कामयाबी का राज पूछा, तो उसने बताया िक दस ू रे माली गु लाब की दे खभाल
कोई गलत तरीके से नहीं, बि क एक ही अ यं त सामा य तरीके से िकया करते ह । वे
उनके साथ एक ही तरह से पे श आते ह, जबिक म गु लाब के हर पौधे को एक अलग
तरीके से दे खा करता हं ू और उनम से एक-एक के िलए उसकी िविश ट आव यकता के
अनु सार िमट् टी, धूप, हवा, पानी, सहारे और छां व की यव था करता हं ू । ’’
2. अपनी स चाई बयान कर । महान ने तृ वकता सं वेदनशील होते ह । महान
ने तृ वकता अपनी कमजोिरयां प्रकट करते ह । वे अपने िदल अपनी आ तीन म रखा
करते और अपने िदल से अपनी भावनाएं य त िकए बगै र िकसी दस ू रे का स मान
करने का कोई मौका हाथ से िनकलने नहीं दे ते । जै सा म अपने या यान म कहा
करता हं ,ू ‘‘इसके पहले िक कोई आपकी मदद को अपना हाथ बढ़ाए, आपको उसका
िदल छन ू ा पड़ता है ।’’
3. उनकी आं ख की पु तिलय के पीछे झांक । लोग के बीच जो अिधकतर मामले
ू रे यि त का नजिरया न दे ख पाने की वजह से होते ह । हम यह
उठा करते ह, वे दस
याद रख िक सबसे अहम मानवीय भूख म एक समझे जाने की भूख होती है । िकसी
खास पिरि थित को दस ू रे यि त के नजिरए से दे खने का व त िनकाल, तो काय थल
तथा िव व दोन जगह पर बहुत कम सं घष और बहुत यादा सद्भाव होगा ।
4. िवनम्र रह । पीटर ड्रकर ने एक बार कहा, ‘‘िश टाचार एक सं गठन को चालू
रखने वाली िचकनाई है ।’’ अपने यवसाय म उ कृ टता हािसल करने तथा सं बंध गहरे
करने के िलए ‘कृपया’ तथा ‘ध यवाद’ जै से मु य श द आपके ारा याद रखे जाने
यो य ह । ‘कृपया’ श द का इ ते माल यह सं केत करता है िक आप सामने वाले यि त
का स मान करते ह । जबिक ‘ध यवाद’ श द यह बताता है िक आप सामने वाले
यि त की कीमत समझते ह । यवसाय म सफलता का अथ बड़ी चीज नहीं, छोटी
चीज होता है । रोजाना के वे भले काय, जो आपके साथ काम करने वाले लोग से
आपको जोड़ते ह । और जब आप उनके साथ स चे तथा िटकाऊ प से जु ड़ते ह, तो
यवसाय के नतीजे हमे शा ही बे हतरीन आते ह ।
ऐसे ल य कैसे तय कर िक वे खु द को ही हािसल कर ल
• उ ह िलख ल । जै सा मने अपनी पु तक ‘फैिमली िवजडम फ् रॉम िद मं क हू सो ड
िहज फेरारी’ म िलखा है ः ‘जो चीज िलख ली जाती ह, वे कर भी ली जाती ह ।’ अपने
ल य को िलख ले ने से वे आपकी चे तना से सं ब हो जाते ह और अपनी चार ओर
आपकी जाग कता िवकिसत करते ह ।
• हर रोज उनका मू यांकन कर । आप िजसकी माप नहीं करगे , उसपर अिधकार
नहीं कर पाएं गे । अपने ल य की हर ितमाही समी ा करना बे कार है । कुंजी यह है
िक पांच िमनट के िलए ही य न हो, पर आप उनकी रोजाना समी ा िकया कर । इस
तरह से उनका बराबर मू यांकन हुआ करे गा और आप जब-तब अपना रा ता दु त
कर िलया करगे । म अपने हरएक ल य पर अपनी रोजाना प्रगित की समी ा 1-10
के पै माने पर िकया करता हं ू । यह मु झे इससे पूरी तरह वािकफ रखता है िक अपने
िदन म म या सही कर रहा हं ू और या सही िकए जाने की ज रत है ।
• उ ह दस ू र के साथ साझा कर । अपने कुछ िव व त प्रबु लोग का एक दल
बनाएं और हर स ताह उनके साथ बै ठ अपने ल य साझा कर, अपनी रणनीितय पर
बात कर और उ ह अपनी सफलता बताएं ।
• अपने मन की आं ख से जीएं । हर सु बह 5 िमनट ले कर अपनी क पना के
िचत्रपट पर अपने सारे ल य का कुल योग िचित्रत कर अपने शानदार भिव य की
छिव साफ कर । सभी चीज दो बार रची जाती हः पहली बार आपकी मन की आं ख
पर और दसू री बार वा तिवकता म ।
कैसे अपने पिधय से ‘बढ़कर नवाचार कर, बढ़कर प्रदशन कर तथा
बढ़कर सोच’
हम यवसाय की िजस नई दुिनया म ह, उसम िवचार ही सफलता के क चे माल ह ।
जै सा म अपने या यान म कहा करता हं ,ू ‘‘इस नई अथ यव था म सबसे बड़े
ने तृ वकता वे ह गे , जो सबसे बड़े िचं तक बनने को समिपत ह ।’’ हम एक ऐसे िव व म
रह रहे ह, जहां िकसी एक मन म सोचा गया एक िवचार भी हमारे करने के तौर-तरीके
म बड़ा फक ला सकता है । िन निलिखत चार सरल तरीके ह, िजनसे आप और आपकी
टीम नवाचार तथा क पनाशीलता की एक नई सं कृित को ज म दे सकती है ।
1. हरएक जॉब को एक एडवचर के प म दे ख । अपनी ‘आं ख नई कर ल’ और
आप जो काम कर रहे ह, उसे यादा ऊजाभरी तथा ब च जै सी नजर से दे ख । बहुत
मामूली काम को भी िव तािरत करने तथा िवकिसत होने और अपने सं गठन तथा
ग्राहक के मू यवधन के मौके की तरह दे ख ।
2. अपने माहौल को िफर से यवि थत कर । मने अपनी अ यिधक लोकिप्रय
पु तक ‘हू िवल क् राइ हे न यू डाइ?’ म यह सलाह दी है िक हम सब एक ऐसा शु
माहौल बनाएं , जो जीवन के मै दान म व थ िवचार और चोटी के प्रदशन को बढ़ावा
दे । आपके माहौल की गु णव ा आपके िचं तन की गु णव ा को बहुत अिधक प्रभािवत
करती है । यह सु िनि चत कर िक आपके काय थल म प्रेरक पो टर और उ रण नजर
आएं , वह यवि थत तथा साफ-सु थरा हो, जहां काम करना मजे दार हो जाए । याद
रख िक जो कंपनी साथ-साथ खे लती है , वह हमे शा साथ बनी रहती है ।
3. ‘बु द्िधमानी से नाकाम होने ’ को पु र कृत कर । मने ‘बु द्िधमानी से नाकाम होने ’
की श दावली यह याद िदलाने के िलए गढ़ी िक महान जीत के पहले असं य हार
होती ह । िवफलताएं सफलताओं का राजमाग ह और गलितयां करना यवसाय (तथा
जीवन) की बड़ी जीत हािसल करने की पगडं डी है । अपनी टीम म उन लोग को, जो
पहल करते ह िकंतु पहली ही बार उसे मं िजल तक नहीं पहुंचा पाते , सजा दे ने के बजाए
नए रा ते तलाशने और सुं दर जोिखम उठाने के िलए पु र कृत कर । यह आपकी
कॉरपोरे ट सं कृित म यह सं देश दे गा िक नवाचार अहम है !
4. प्रकृित के साथ समय िबताएं । मे री पु तक ‘िद मं क हू सो ड िहज फेरारी’ के
बहुत-से पाठक ने मु झे मे ल भे जकर बताया िक प्रकृित के साथ िनयिमत व त िबताने
की मे री सलाह ने उ ह करोड़ पए मू य के िवचार िदए, िजससे उनके पे शेवर तथा
यि तगत जीवन म बे हतरी आई । प्रकृित के साथ सं पक अपने फोन की घं िटय तथा
घड़ी-घड़ी आते मे ल से दरू कर आपको अपने व के ऊंचे िह से से जोड़ता है , जो
अं तदृि ट से पूण, िववे कवान तथा क पनाशील है । म जब व यप्रांतर म अकेले घूमा
करता हं ,ू तो हमे शा अपने साथ िड टाफोन रखता हं ,ू य िक ऐसे व त मे रे मन म
सवो म िवचार आया करते ह, िज ह दज कर ले ना ज री होता है ।
16

प्रभावशाली प्रदशनकता के 5 तरीके

मु झे कई बड़े सीईओ तथा बे हद कामयाब िव ीय यवसाियय के िलए उनके


यि तगत जीवन कोच के प म अपनी से वाएं दे ने का अवसर हािसल है । मु झसे
उनके मु य अनु रोध म से एक कुछ इस प्रकार होता है ः ‘‘रॉिबन, मे रे पास जो
सीिमत समय है , उसम म िकस तरह वह सब कुछ करा सकता हं ,ू िजसे मु झे कराने की
ज रत है , एक भला जीवन साथी तथा िपता भी बन सकूं और अपने आतं िरक जीवन
के पोषण के िलए भी कुछ व त िनकाल सकूं ?’’ िन निलिखत पांच ऐसे सरल यवहार
ह, िज ह म उनके साथ साझा िकया करता हं ू :
1. प्र ये क रिववार की सु बह अथवा राित्र म 90 िमनट का व त अगले स ताह
की एक क पना करने , उसे गढ़ने और िफर उसकी योजना बनाने के िलए िनकाल ।
पहले तो आप एक सबसे बे हतरीन स ताह के प म (रं ग तथा िजतनी अिधक भावना
के साथ सं भव हो) उसकी क पना कर उसका मानिसक िचत्रण कर । अपने काय तथा
घर म खु दको सबसे ऊंचे तर का प्रदशन करते हुए दे ख । हर िदन के हर पल खु दको
मजा ले ते हुए तथा बे हतरीन िवक प का चयन करते हुए महसूस कर । िफर इस
िवजन को िव तार और समपण से अपने जनल म दज कर । न केवल काम म अपने
इरादे बताएं , बि क यह भी िक आप अपने घर म तथा वयं के साथ या करने (तथा
होने ) जा रहे ह । जब एक बार यह हो जाए, तो िफर अपने डे लानर या टै बले ट पर
गहराई से अगले सात िदन की योजना बनाएं ।
2. हर सु बह एक घं टा पहले जागने का अनु शासन अपनाएं । हमम से अिधकतर
यि त अपनी ज रत से कहीं अिधक सोते ह । जब हम चादर तान सोए रहते ह, तो
जीवन आगे िखसकता ही रहता है । हां , प्रभावशाली ढं ग से प्रदशन करने वाल तथा
व थ जीवन के िलए अ छी नींद ज री है । िकंतु यादा नींद आपसे अपनी िनयित
तक पहुंचने के मौके छीन ले ती है ।
3. ू र पर स प द । हम
अपने बे हतरीन पर किद्रत रह तथा बाकी की िज मे दारी दस
सबके पास कुछ ऐसी गितिविधयां होती ह, िज ह करके हम अपने स ताह बे हतरीन
बना िलया करते ह । मे रे िलए ऐसी गितिविधय म ‘अपने लायं ट्स के साथ ब
होने का व त’ और अपने एकांत के पल - तािक म वै से सृ जना मक िवचार हािसल कर
सकूं , जो मु झे मे री पु तक , कोिचं ग और या यान के िलए सामिग्रयां िवकिसत
करने म मदद करते ह - अपनी टीम के साथ अपने िवजन पर चरचा करने का व त और
पढ़ने का व त शािमल है , तािक म मानिसक प से सतक तथा किद्रत रह सकूं ।
अपने जनल म इस िबं दु पर वयं से एक िलिखत सं वाद शु कर िक आपको यादातर
व त कैसी चीज करनी चािहए, तािक आप बे हतरीन नतीजे दे सक । और तब समय
यथ करने वाली और कमतर मह व की वै सी चीज करना या तो दस ू र को स प अथवा
उ ह बं द ही कर द, जो आपके िदन या सपन से जीवन का रस चूस ले ती ह ।
4. हर सु बह िपछले िदन की तीन जीत के ज न मनाएं । यह एक ऐसा
शि तशाली अ यास है , जो आपकी गित तथा ऊजा का तर ऊंचा बनाए रखता है ।
िपछले िदन से वै सी तीन चीज िलख, िज ह ने आपको अपनी बे हतरीन पारी खे लने म
मदद की । वे यायाम करना, बड़ी िबिक् रय के िलए फोनकॉल करना, अपने जीवन के
िमशन से जु ड़ने का व त िनकालना अथवा एक चु नौतीभरे पल म भला बना रहना हो
सकती ह । अपने िदन की शु आत म ही अपनी जीत से जु ड़ना आपको सफलता के
िलए तै यार करता है ।
5. खु द से बराबर ये प्र न करते रहः ‘इस पल म जो कर रहा हं ,ू या वह मे रे व त
का सवो म इ ते माल है ?’ और ‘यह गितिविध मु झे अपने ल य के करीब अथवा
उनसे दरू ले जा रही है ?’

प्रेरक उ रण
‘‘उ कृ टता तक पहुंचने का रा ता यह है िक अभी -इसी पल! सभी अन-उ कृ ट चीज
रोक दी जाएं ।’’
टॉम पीटस
‘‘यह बताना बं द करो िक एक अ छे यि त को कैसा होना चािहए और बस वै से
यि त हो जाओ ।’’
माकस औरे िलयस
‘‘िपछली बार कब ऐसा हुआ िक आपने अपने साथ काम करने वाले एक यि त से
वा तिवक बातचीत की, जो मौसम के िवषय म नहीं, आपकी पसं दीदा खे लटीम के बारे
म नहीं, बि क आपके जीवन के बारे म थी?’’
टॉम चै पेल
टॉ स अॉफ मै न के सं थापक
पिरवतन म िनपु णता हािसल करने के 3 सबक
इसे समझ िक प्रकृित का अथ पिरवतन है । यह िव व शा वत तथा अपिरवतनशील
नै सिगक िनयम के तहत सं चािलत होता है । अपने जीवन को इन िनयम के साथ
सं योिजत कर और आपका जीवन काम करने लगे गा । उनके िव चले जाएं और यह
आपके जीवन को अ त- य त कर डाले गा । इन िनयम से एक यह है ः प्रकृित को
पिरवतन िप्रय है । ऋतु एं बदल जाती ह । मौसम बदल जाते ह । पशु पै दा होते है , वे
बड़े होते ह, मर जाते ह । और यही हमारे जीवन के साथ भी होता है - यह पिरवतन
की एक श्रख ृं ला के प म हमारे सामने आता है । हमारे अं दर के भय की आवाज हम
पिरवतन का प्रितरोध करने तथा उससे दरू भागने को प्रेिरत करती है । सच तो यह है
िक सभी पिरवतन अ छे होते ह । ये हम बढ़ने और िवकिसत होने म मदद करते ह ।
और ये अपने स चे व प से हमारा पिरचय भी कराते ह । जब आप यह सीख ले ते ह
(और यह सीखने की ही कला है ) िक पिरवतन से कैसे यार िकया जाए और जीवन की
अिनि चतता म कैसे मोद मनाया जाए, तो आप अपनी सं भावनाओं तथा अपने
सवो म िदन के प्रित खु दको खोल दे ते ह ।
2. यह याद रख िक जो यि त सबसे यादा अनु भव हािसल करता है , वह जीतता है ।
जब कोई सं गठन मु झसे अपने किमय को प्रभावशाली प्रदशन करने वाला बनाने
हे तु मदद करने का अनु बंध करता है , तो उनका सबसे अिधक अनु रोध कुछ य होता
है ः ‘कृपया उ ह यह बताएं िक (दो सं गठन के िवलय अथवा नई आिथक
पिरि थितय या पु नगठन के चलते ) हम िजन पिरवतन का अनु भव कर रहे ह, उनका
िकस तरह प्रबं धन िकया जाए ।’ म उनकी टीम के साथ जो रणनीितयां साझा िकया
करता हं ,ू वे हमे शा उन यि तगत मू य पर किद्रत होती ह, िज ह पिरवतन हमारे
जीवन म ले आते ह । पिरवतन िव व को दे खने के हमारे नजिरए म बदलाव लाते ह ।
पिरवतन को जब गले लगाया जाता है , तो वे आपको मायूसी और आ मसं तोष से
हटाकर अपनी उ चतर सीमाओं तक ले जाते ह । पिरवतन आपको वे अवसर दे ख पाने
म मदद करते ह, जो सोए पड़े थे । यहां तक िक तलाक, दुघटना, रोग या मृ यु जै से
सबसे पीड़ादायक पिरवतन भी हम शि तशाली सबक दे जाते ह । एक मानवप्राणी के
प म हमारे पास एक िवक प होता है ः हम पिरवतन का प्रितरोध कर िबखर जा
सकते ह अथवा उसे वीकार कर उनके ारा जगाई गई भावनाओं का अनु भव कर
अपनी शि त की स ची रोशनी से एक सचे तन उ र दे सकते ह ।
3. यह याद रख िक छोर तक पहुंचना जोिखमभरा होता है , मगर सारे फल वहीं लगे
होते ह । अपनी मृ यु शै या पर जो चीज आपको सबसे अफसोसनाक महसूस होगी, वह
आपके ारा जीवन म ली गई जोिखम नहीं ह गी । वे तो वै सी जोिखम ह गी, जो
आपने नहीं लीं; वै से मौके ह गे , िजनका फायदा आप नहीं उठा सके और वै सी चीज
ह गी, िज ह आप नहीं कर सके । जब लोग वृ दि् ध कर रहे होते और अपनी छोर पर
होते ह, तो वे सबसे खु श होते ह । वा तिवकता तो यह है िक हम सबसे यादा जीवं त
तब होते ह, जब हम अपने भय का मु काबला कर रहे होते ह, चु नौितय का मु काबला
कर रहे होते ह और िकसी अनपे ि त ि थित का प्र यु र दे रहे होते ह । हम ‘वृ दि् ध/
जीवन के अवसर ’ का प्रितरोध य कर, जबिक अपनी गहराइय म आप यह जानते
ह िक वे वह सीिढ़यां ह, जो आपको आपके सबसे स चे जीवन तक ले जाती ह?
उ च ऊजा तर तथा चोटी के वा य के िलए मे रे यि तगत यवहार
जब आप अपने िदन से होकर अपने अब तक के सवो म वष के िनमाण की ओर बढ़
रहे ह, तो यह ज री है िक आपके पास अपनी सवो म पारी खे लने हे तु ऊजा,
जीवनीशि त तथा अ छा वा य हो । म व थ रहने के िलए िजन िरवाज का
पालन िकया करता हं ,ू वे िन निलिखत ह :
1. 7 बजे शाम के बाद रात का भोजन न कर ।
2. पूरे िदन भरपूर पानी पीते रह ।
3. रोजाना फल का ताजा िनकाला रस पीएं ।
4. रोजाना िवटािमन तथा िमनरल िलया कर ।
5. कम खाएं ।
6. स ताह म 4-5 बार (वजन उठाने तथा िदल के) यायाम िकया कर ।
7. एक यि तगत प्रिश क बहाल कर (पै सा बे कार नहीं जाएगा) ।
17

अपनी छाप छोड़

मु झे एक बात वीकार करनी है ः कुछ कारणवश म इन िदन लोग के िनधन के बाद


उ ह दी गई श्र ांजिलयां िनयिमत प से पढ़ रहा हं ू । ऐसा य कर रहा हं ,ू इस
सं बंध म म िनि चत नहीं हं ू । म यह अनु मान करता हं ू िक यादातर यि तय की
तरह जब हम अपने जीवन की म या वे ला म पहुंचते ह, तो अपनी मृ यु से जु ड़
जाते ह और यह महसूस करते ह िक - अब चाहे हम िजतना भी जी ल - हमारे िदन
िगनती के ही रह गए ह । आप यह सोच सकते ह िक अपनी मृ यु की सं भावना से
जु ड़ना एक िनराशाजनक चीज है । मे रे िलए यह एक िबलकुल उलटी चीज है - अपनी
न वरता से जु ड़ना मे रे िदन म और भी यादा जीवन भर दे ता है । यह मु झम शि त
का सं चार करता है । इससे मु झम यह इ छा उ प न होती है िक म अपना सवो म दं ,ू
अपने रा ते आने वाले हर सु अवसर का उपयोग क ं और िकसी ऊंची चीज का समथन
क ं ।
म िकसी भी अ य चीज से बढ़कर अगले 30 िदन म िजस एक चीज पर िवचार के िलए
आपको प्रो सािहत करना चाहता हं ,ू वह यह है ः ‘‘आप कौन-सी िवरासत दे
जाएं गे?’’ आपके वे पदिच या ह गे , िज ह आप अपने पीछे आने वाली पीिढ़य को
यह बताने के िलए छोड़ जाएं गे िक आप इस पृ वी पर रहे थे ? आपकी छाप या
होगी?
म ये श्र ांजिलयां इस िलए पढ़ता हं ू िक म खु दको यह बता सकूं िक एक भलीभां ित
जीया हुआ जीवन कैसा िदखता है । उनम जो अ छे ह, उनसे म यह सीखता हं ू िक म
या क ं और जो उतने महान नहीं ह, उनसे यह िक या करने से बचूं । बहुत बड़ी
सं या म लोग जब तक मृ यु के िबलकुल िनकट नहीं पहुंच जाते , तब तक वा तव म
यह नहीं समझ पाते िक जीवन का या अथ है । म उनम से एक नहीं होना चाहता ।
और मे रा अनु मान है , आप भी नहीं चाहगे ।

प्रेरक उ रण
‘‘खे ल अ वे षण के सबसे ऊंचे प ह ।’’
अलबट आइं टाइन
‘‘अपारं पिरक िवचार को सोचने की जोिखं म उठाना ही सफलता की कुंजी है ।’’
ट् रेवोर बे िलस
‘‘िजन चीज को यादातर लोग नाकामी के प म दे खते ह, वे कामयाबी की सीिढ़यां
ह ।’’
मै कम िब्रकिलन
‘‘सफलता य ही नहीं हो जाती । उसम प्रयास और बिलदान की ज रत पड़ती है ।
असाधारण लोग बस वे चीज करने के इ छुक होते ह, िज ह साधारण लोग नहीं कर
पाते ।’’
रॉिबन शमा
हाव कीटल और अवसर की िखड़िकयां
म इसे हमे शा सही तरह नहीं कर पाता । कृपया यह जान िक म अपनी बात पर चलने
तथा यह सु िनि चत करने िक मे रे वीिडयो का मे रे अॉिडयो से पूरा तालमे ल रहे , पूरी
कोिशश करता हं ू । मगर म एक मानवप्राणी हं ू और इस वजह से कभी- कभी िफसल
जाया करता हं ू । मे रे कहने का मतलब यह है ।
म अपनी पु तक के पाठक एवं अपने वकशॉप के प्रितभािगय को इसके िलए
प्रो सािहत करने म बहुत यादा व त लगाता हं ू िक ‘वे अपने भय की ओर भाग’
और ‘सं भावनाओं के उन घन सटीमीटर ’ (अवसर ) को पकड़ ल, जो उनके सामने
आते ह । म अपने लायं ट्स को इस हे तु चु नौती दे ता हं ू िक वे सपने दे ख, चमक और
िह मत कर, य िक मे रे िलए एक भलीभां ित जीए गए जीवन का अथ है िक आप
अपने सबसे ऊंचे तथा सबसे अ छे तर तक पहुंच । यादातर व त म इस बात की
वकालत करता रहता हं ू िक जो जगह आपको भयभीत करती ह, वहां जाते रह और जो
चीज करने म आप असहज हो जाते ह, उ ह ही कर । िकंतु हाल म मने ऐसा नहीं िकया
और इसका मु झे खे द है ।
म टोरं टो के म य म ि थत िद फोर सीजं स नामक होटल की लॉबी म अपने एक
या यान के िलए तै यार हो रहा था, िजसे मु झे एडवां ड मे िडकल अॉि ट स नामक
कंपनी को दे ना था । यह प्रभावशाली कंपनी हमारी एक पु रानी कोिचं ग लायं ट रही
है । मने अपना िसर ऊपर उठाया और या आप अं दाजा लगा सकते ह िक मने िकसे
दे खा? हाव कीटल को । हां , िव यात िफ म टार हाव कीटल । और तब िद मं क हू
सो ड िहज फेरारी के ले खक ने या िकया? वह महानता से चूक गया ।
मु झे नहीं मालूम िक म य उठकर उनके पास नहीं गया और उ ह अपना अगला नया
िमत्र नहीं बनाया । िशकागो हवाईअड्डे पर बे सबॉल िकंवदं ती पीट रोज के साथ मने
यह िकया था और हम दोन िफिन स तक साथ-साथ बै ठे गए । िपछले ही महीने रोम
के एक होटल म मने हे नरी क् रे िवस के साथ भी यह िकया था, जो पृ वी के सबसे बड़े
फाइनांसर म एक ह । म अपने ब च के साथ था और को बी ने उ ह एक िविश ट
यि त पाया । जब मने बो टन म सीने टर एडवड केने डी को दे खा, तो उनके साथ भी
यही िकया । यहां तक िक अपने बचपन म मने हे िलफै स, नोवा कोिटया म िगटार
वादक एडी वान है लेन के साथ भी यही िकया था । िकंतु हाव कीटल के साथ जु ड़ने का
मौका मने गं वा िदया ।
हरएक िदन, जीवन आपके पास अवसर की छोटी-छोटी िखड़िकयां भे जता है । हमारी
िनयित अं ततः इससे पिरभािषत होती है िक हम िकस तरह अवसर की इन िखड़िकय
के प्र यु र दे ते ह । आप उनसे चूक जाएं और आपका जीवन छोटा हो जाएगा । भय
महसूस होने के बाद भी उनकी ओर दौड़े जाएं और आपका जीवन बड़ा होता जाएगा ।
यहां तक िक अपने ब च के साथ भी आपको बस एक छोटी- सी ही िखड़की िमलती है
िक आप उ ह िवकिसत कर सक और उनकी सबसे ऊंची सं भावनाएं आगे बढ़ा सक ।
और उ ह यह बता सक िक एक शतहीन यार कैसा िदखता है । जब एक बार यह
िखड़की बं द हो जाती है , तो दुबारा नहीं खु लती ।
यिद म हाव कीटल को दुबारा दे खता हं ,ू तो आपको वचन दे ता हं ,ू म उनकी ओर दौड़
जाऊंगा । जबतक हम दोन बात नहीं करते , वे यह सोच सकते ह िक म सु पर् िस
यि तय का पीछा करने वाला हं ू । िफर तो वे यह स चाई समझ लगे िक म िसफ एक
ऐसा यि त हं ,ू जो जीवन के िदए उपहार सहे जता है ।
18

सवो म पारी खेलने की चुनौती

मानवप्रािणय की रचना ही इस तरह हुई है िक उ ह चु नौती दी जाए । हमारे पे शेवर


तथा यि तगत जीवन म चु नौितयां हमसे हमारी महानता बाहर िनकाल लाती ह और
हमारी िनि चं तता से हम झकझोर जगाती ह । चु नौितयां हम प्रयास करने तथा
अपने िनयं तर् ण से िनकलने को उकसाती ह । चु नौितयां हम हमारी सबसे बड़ी दे न ,
उ चतम मताओं और अपने स चे व तक पहुंचने म हमारी मदद करती ह ।
अगले 30 िदन के िलए, म िवनम्रतापूवक आपके सामने िन निलिखत चु नौितयां पे श
करता हं ःू
• म आपको इस दुिनया म - जहां काफी यि तय ने अपने सपन के िलए कुछ
करना छोड़ िदया है - एक व नशील यि त बनने की चु नौती दे ता हं ू ।
• म आपको एक ऐसी दुिनया म - जहां नकारा मकता या त है और जहां
िनराशावाद का चलन है - अपनी जानकारी म सबसे सकारा मक यि त बनने की
चु नौती दे ता हं ू ।
• म आपको चु नौती दे ता हं ू िक आप 3 ऐसी चीज कर, िज ह करने म आप भय
महसूस करते ह ( य िक आपके डर आपके सवो म जीवन की दहलीज ह) और वै सी
जगह का भ्रमण कर, जो आपको डराती ह ।
• म आपको िनयिमत प से यायाम करने , त् िटहीन ढं ग से खाने तथा अपने शरीर
को एक मं िदर समझने की चु नौती दे ता हं ू ।
• म आपको एक बे हतर जीवनसाथी, एक यादा यार करने वाले माता/िपता और
एक अिधक भला मनु य बनने की चु नौती दे ता हं ू ।
• म चु नौती दे ता हं ू िक आप हर सु बह ‘ब्र वे ला’ म 60 िमनट इस पर िचं तन कर
िक आप अपने जीवन को िकसका समथक बनाना चाहते ह । इसके साथ ही कोई गहरी
तथा प्रेरक पु तक पढ़ ।
• म आपको एक ऐसे समाज म - जहां बहुत अिधक लोग दोयमपना वीकार कर
ले ते ह - खु दको उ कृ टता के िलए समिपत करने की चु नौती दे ता हं ू ।
• म आपको चु नौती दे ता हं ू आप एक ऐसी पृ वी पर प्रकाश तं भ बन, जहां बहुत
अिधक अं धकार भरा है और रोज कुछ भले काय िकया कर, भले ही उ ह मा यता न
िमले ।
• म आपको यह चु नौती दे ता हं ू िक आप इस माह को एक असाधारण माह बनाने
हे तु उपल ध िवक प का इ ते माल कर । म आपको यह भी चु नौती दे ता हं ू िक मने
जो िवचार पे श िकए, आप उ ह ग्रहण कर और उनपर गहराई से सोच, तािक वे
आपको कम के िलए प्रेिरत कर सक । म आपको यह चु नौती दे ता हं ू िक आप - अभी -
एक पल का व त ले कर यह मरण कर िक आप सचमु च कौन ह । आप महान बनने के
प्र याशी ह ।

प्रेरक उ रण
‘‘सबसे छोटा कम भी हमे शा सबसे भले इराद से बे हतर होता है ।’’
रॉिबन शमा, ‘हू िवल क् राइ हे न यू डाइ?’
‘‘जीवन म आजादी एकमात्र श्रेय कर ल य है । इसे उन चीज के प्रित
उदासीनता बरतकर हािसल िकया जाता है , जो हमारे िनयं तर् ण से बाहर होती ह । यिद
हमारे मन भय से भरे पीड़ाजनक िपटारे ह, तो हमारे िदल कभी आनं दम न नहीं हो
सकते …’’
एिप टे टस, ए मै यु अल फॉर िलिवं ग
‘‘एक आ मा की सुं दरता तब चमक उठती है , जब यि त एक के बाद दस ू रे दुभा य
को शां ित से सहन करता है , इसिलए नहीं िक वह उ ह महसूस नहीं करता, बि क
इसिलए िक वह एक यादा लचीले पन का यि त होता है ।’’
अर तू
बे हतर मातािपता बनने के 6 तरीके
1. अपने प्र ये क ब चे के साथ एक सा तािहक ‘िनजी िदन’ तय कर, तािक आप
उनसे गहराई से जु ड़ सक ।
2. रात म आप अपना जनल िलखने का अ यास िवकिसत करते हुए अपने ब च
को भी वै सा ही करने को प्रेिरत कर ।
3. अपने ब च के साथ बे वकू फ बन जाएं । उनके साथ हं सने , खे लने और सहज
होने का समय िनकाल ।
4. जब आप अपने ब च को िविभ न गितिविधय के िलए ले जा रहे ह , तो उनके
साथ अथभरे िवषय पर शि तशाली सं वाद कर, जै से चिरत्रबल, ल य तय करना,
उ कृ टता के िलए प्रयास करना और अपनी स चाई को जीना ।
5. अपने ब च के साथ ‘आक् रामक ढं ग से सु नने वाले ’ बन । दस
ू रे श द म उनके
पास आपसे कहने के िलए जो कुछ भी है , उसे गहराई से सु न ।
6. अपने ब च को बारबार यह बताते रह िक वे िकतने महान ह और आप उ ह
िकतना अिधक यार करते ह ।
अपने जनल म इन सवाल पर िलख
1. मु झे या करने से प्रेम है ?
2. मे रा सबसे बड़ा प्रभाव या है ?
3. ू ा?
म िकस चीज के िलए अपने प्राण भी योछावर कर दं ग
4. मे रे िलए सबसे अहम या है ?
5. मु झे िकस चीज ने रोक रखा है ?
भय को कैसे भे द जाएं
पूरी दुिनया से आए लोग के साथ अपने काम के दौरान मने यह पाया है िक यिद लोग
अपने जीवन म कुछ यादा बड़ा नहीं कर पाते , तो इसकी पहली वजह यह होती है िक
वे भय से भरे होते ह । हमम से प्र ये क के अपने -अपने भय ह । िदलच प यह है िक
यादातर लोग एक जै से भय साझे करते हः इनकार का भय, नाकामी का भय, पया त
प से अ छा न हो पाने का भय, अकेले पन का भय, िनयं तर् ण खो दे ने का भय और
कामयाबी का भय । हमारे ारा यि तगत अ वे षण के िलए आयोिजत िकए जाने वाले
दो िदवसीय पांतरण स ताहांत, िजसका नाम अवे किनं ग बे ट से फ है , म म
प्रितभािगय से एक शि तशाली प्रिक् रया साझा करता हं ,ू तािक उ ह वै से भय
उ मु त करने म मदद िमल सके, िज ह ने उनके जीवन के यादातर िह से म उ ह
सीिमत कर रखा है । आप अपने भय को भे दते हुए मनु य के प म बे हतरीन पारी
खे लने के िलए जो चीज आज ही कर सकते ह, उनमे से एक यह है िक आप अपने भय
की स चाई परखना और उनपर गौर करना आरं भ कर । हमम से यादातर लोग अपने
भय से इनकार करते ह । हम यह प्रदिशत करते ह । वे ह ही नहीं और अपने पूरे
जीवन का ढांचा इस तरह गढ़ते ह िक उनसे हमारा सामना न हो । िकंतु जब हम अपने
भय का सामना करते ह, तो न केवल हमारी यि तगत शि त म वृ दि् ध होती है ,
बि क हमारे भय भी यह महसूस करते ह िक उ ह सु ना गया । अपने भय को वीकार
करना मह वपूण है । उनके प्रित सचे तन बन । इससे भी यादा प्रभावी अपने भय
को जु बान दे ना है । िजन पर आप भरोसा करते ह, उनके साथ उन भय के बारे म बात
कर, िज ह ने आपको अपने सपन के जीवन से दरू कर रखा है । जब आपके भय की
स चाई परख ली जाती है और उ ह वीकार कर िलया जाता है , तो वे आप पर अपनी
शि त खो दे ते ह ।
अपने भय के बारे म जनल िलखना भी उ ह भे दने की एक अ य मू यवान तकनीक है
। हम सबका एक रोशन और एक अं धेरा पहलू होता है और हमारे भय हमारे दसू रे पहलू
के दायरे म बसते ह । जब एक छाया को सूरज की रोशनी म ले जाते ह, तो वह िवलीन
होने लगती है । इसी तरह, जब आप अपने अं धेरे पहलू (िजसका यादा िह सा
अवचे तन है ) तक पहुंच अपने भय को अपने चे तना की रोशनी म लाते ह, तो वे िवदा
होने लगते ह । जरा सोच िक यह दुिनया तब िकतनी शानदार िदखती, जब हमम से
अिधकतर लोग भयिवहीन जीवन जीने की आजादी का आनं द ले रहे होते ? जरा
क पना कर िक दुिनया म तब िकतना प्रेम होता, जब हमम से यादातर लोग ऐसे
जीवन जी रहे होते , जो हम प्रस नता दे ता? जरा अनु मान कर िक तब यह दुिनया
िकतनी महान होती, जब हम अपनी रोशनी उस तरह चमकने दे ते, िजस तरह चमकने
के िलए यह बनी थी?
19

खुशी की शा वत खोज

स यता की शु आत से ही मनु य थाई खु शी की तलाश म लगा है । दुगम पहाड़ पर


रहते हुए रह यवािदय ने इस पर िचं तन िकया िक कैसे कोई िटकाऊ आनं द हािसल
कर सकता है । दाशिनक ने यह सोचा िक िकसी यि त के बा जीवन म चाहे कुछ
भी हो रहा हो, उसे कैसे यह महसूस हो सकता है िक वह अपना महानतम जीवन जी
रहा है । और आधु िनक ले खक ने इस सं बंध म कई अलग- अलग िस ांत िदए ह िक
कैसे एक यि त एक ऐसी दुिनया म सं तुि ट हािसल कर सकता है , जो अिनि चतता
और उथल-पु थल से इस तरह भरी पहले कभी न थी ।
मे रे अपने अ छे और बु रे िदन होते ह और मु झे पूरा यकीन है िक आपके साथ भी ठीक
ऐसा ही होता है । म यह यकीन करता हं ू िक हमारा वा तिवक ल य यह होना चािहए
िक चाहे बाहर जो भी होता रहे , हम अपने अं दर िनरं तर शां ित और प्रस नता महसूस
करते रह । इससे मे रा मतलब यह है िक हम जीवन को िनयं ित्रत नहीं कर सकते - यह
अपनी ही तरह से सामने आएगा । मगर आपके िलए आपके बाहर जो भी हो रहा है ,
उसकी या या करने तथा उसका प्रसं करण करने का अपना तरीका आप अव य ही
िनयं ित्रत कर सकते ह । य हमारा जीवन अपनी तरह से सामने आता है , यह जीवन
के सबसे बड़े रह य म से एक है । जब आप अपने साथ हो रही हरएक चीज - चाहे
वह दे खने म सकारा मक और नकारा मक कैसी भी लगती हो - का अपने िलए यादा
बड़ी कामयाबी, आतिरक शां ित और खु शी के िलए एक ले टफाम के प म इ ते माल
करते ह, तो आप एक मनु य के प म अपनी स ची शि त का प्रयोग करते ह ।
एक मनु य के िलए उन बु िनयादी चीज से भी खु शी आती है , िज ह आप बखूबी जानते
हः अपने जीवन को इस तरह जीना िक आप दस ू रे लोग की मदद करने को समिपत
ह , इस तरह से रहना िक आप अपने आसपास के सभी लोग के साथ एक प्रेमभरा
सं बंध रख सक, िनतिदन की जोिखम उठाना, तािक आप अपने उस व के यादा से
यादा करीब पहुंच सक, िजसके िलए आप बने ह और खु दको एक ऐसी िवरासत छोड़
जाने के प्रित समिपत करना िक आप केवल कामयाब होने से यादा कुछ ह - आप
उ ले खनीय भी ह ।
अपनी गहराई म आपको अपने जीवन म खु शी पाने का रा ता मालूम है । पु तक
पढ़ने , ले खक को बोलते हुए सु नने तथा शांत एवं एकांत थल के भ्रमण से आपको
केवल वह याद रखने म मदद िमलती है , जो पहले से ही आपके अं दर मौजूद है । जै सा
महान दाशिनक खलील िजब्रान ने अपनी उ ले खनीय प से सुं दर पु तक ‘िद
प्रोफेट’ म िलखाः ‘‘… म उसके अलावा और कह भी या सकता हं ,ू जो इस व त भी
आपकी आ मा म गितशील है ?’’ और प्रायः ऐसा होता है िक जो कुछ हमारे िदल की
गहराई म मौजूद है , वह केवल मौन के मा यम से सामने आता है । मने अपने
यि तगत पथ म जो आतं िरक काय िकए ह, उनसे मने यह महसूस िकया है िक हमारे
जीवन की सबसे ऊंची सं भावनाएं जीवन के शांत अवकाश म अनावृ होती ह ।
अगले 30 िदन तक के िलए म आपको आमं ित्रत करता हं ू िक आप कुछ समय ऐसा
िनकाल, जब आप अकेले रह, तािक जीवन के िन निलिखत बड़े सवाल पर िचं तन कर
सकः ‘‘मे री जीवनयात्रा म ऐसा या होने की ज रत है , तािक म स ची खु शी
महसूस कर सकूं ?’’ एक बार जब आपको अपने कुछ उ र िमलने लग, तो आप कुछ
वै से अहम सु धार आरं भ कर सकते ह िक आप अपना सबसे महान जीवन हािसल कर
सक ।

प्रेरक उ रण
‘‘रोग और िशकव के िशकार बे चैन पु तले होकर यह िशकायत करते िफरने - िक
दुिनया आपको खु श रखने के िलए कुछ नहीं करे गी - के बजाए कुदरत की स ची
ताकत बनना, एक ऐसे उ े य के िलए खु दका इ ते माल होने दे ना िजसे आप महान
मानते ह, जीवन का स चा आनं द है ।’’
जॉज बनाड शॉ
‘‘कुछ करने से िचं ता उ प न होती है , िकंतु कुछ न करना खु दका व खो दे ना है … और
सबसे बड़ा उ म करना ही खु दके व की सही जाग कता है ।’’
सोरे न कीकगाड
‘‘हम स य के साथ जो प्रयोग करते ह, हमारा अपना जीवन उसका साधन है ।’’
िथक हात हान
‘‘आप अपनी िनयित तब हािसल करते ह, जब आप अपना सृ जन करने वाली शि त
की से वा करते ह । इसका साहस िदखाएं िक आपके अं दर की चमक बाहर िनकल सके
।’’
रॉिबन शमा
अपने जनल म इन सवाल पर िलख
1. अब से ले कर आपके जीवन के अं त तक ऐसा या होने की ज रत है िक आप
यह महसूस कर सक िक यह सचमु च कामयाब रहा?
2. उन 25 चीज की सूची बनाएं , जो आपको अपने जीवन म सबसे यादा खु शी
दे ती ह (और तब अपनी खु शी और सं तुि ट के आतं िरक तर म वृ दि् ध लाने के िलए
उ ह और अिधक बार करने के प्रित खु दको िफर से समिपत कर) ।
3. यिद आपको यह नहीं मालूम हो िक आपकी उम्र या है , तो आप अपनी उम्र
या बताएं गे?
समय का कुशल प्रबं धक बनने के पांच तरीके
1. सु बह 5 बजे जाग और अपने सवो म िदन की तसवीर गढ़ने तथा उसकी
योजना बनाने म 30 िमनट लगाएं ।
2. टे लीिवजन दे खने के बदले यादा फायदे मंद गितिविधय म समय लगाएं ।
3. गै रअहम चीज को न कहने म िनपु ण बन (बनाम सबको खु श रखने की कोिशश
करना) ।
4. जनल म अपने जीवन की प्राथिमकताओं पर िलखने का व त िनकाल, तािक
आप यादा प टता तथा प्रितब ता हािसल कर सक ।
5. पूरे िदन इस सवाल को दुहराते रहः ‘अभी इसी पल मे रे व त का सबसे अ छा
इ ते माल या है ?’
20

जीवनकला म िनपु णता के पांच अ यास

अगले 90 िदन तक इन पांच अ यास को अपने दै िनक ढांचे म जोड़। । ‘िदनचया के


इन पांच अ यास ने मे रे अपने जीवन की गु णव ा पर गहरे असर डाले और मु झे यह
पता है िक यही वे आपके िलए भी करगे ।’
ये पांच सु नहरे अ यास हः
1. सु बह 5 बजे के लब म शािमल ह । एक मनोवै ािनक फायदा हािसल करने के
िलए सु बह ज दी जाग ।
2. अपने िदन के िलए योजना बनाने , रणनीितयां तय करने और एक सांचा बनाने म
30 िमनट लगाएं ।
3. अपने िदन की शु आत म 30 िमनट का समय िववे क िसखाने वाले सािह य
पढ़ने म लगाएं ।
4. 30 िमनट यायाम म लगाएं , य िक एक व थ शरीर म ही एक व थ मन
रहता है ।
5. अपने िदन का अं त उसकी सफलताओं (तथा नाकािमय ) पर िचं तन करने से
कर, तािक अगला िदन बे हतर हो । मानवीय िवकास का सारा िस ांत यह है िक आप
अपने अतीत को अपनी से वा करने द तथा यह सु िनि चत कर िक आपका हर िदन
आपको अपने आदश व तथा आदश जीवन के थोड़ा िनकट ले जाए ।

प्रेरक उ रण
‘‘जीवन की त्रासदी मृ यु नहीं, बि क वह है , िजसे हम जीते जी अपने अं दर मर जाने
दे ते ह । ’’
नॉमन किज स
‘‘शीतऋतु के म य मने यह पाया िक मे रे अं दर एक अपराजे य ग्री मकाल मौजूद था
।’’
अ बट कामू
‘‘ने तृ व की सबसे बड़ी खूबी यह है िक इसे जीवन ऊंचा उठाने के मौके िमलते ह ।’’
रॉिबन शमा
‘‘यिद हर यि त अपने आप से सं तु ट हो जाए, तो कोई नायक नहीं िनकल पाएगा
।’’
माक ट् वेन
‘‘जब हम सचमु च यह जानते और समझते ह िक हम पृ वी पर सीिमत समय िमला है
- और यह िक हमारे पास यह जानने का कोई उपाय नहीं है िक कब हमारा व त ख म
हो जाएगा - तभी हम हर िदन पूरी तरह जीना प्रारं भ कर पाएं गे, जै से हमारे पास बस
वही एक िदन बचा हो ।’’
एिलजाबे थ कु लर-रोस
अपना मानवीय जु ड़ाव गहरा करने के 6 तरीके
यिद आपने कभी मे रे िकसी एक अिव वसनीय से िमनार का अनु भव िलया है , तो
आपने मु झे यह कहते सु ना होगाः ‘आपके सं बंध िजतने गहरे ह गे , आपका ने तृ व भी
उतना ही प्रभावी होगा, य िक यिद लोग का आप पर यकीन न हो, तो वे आपका
अनु सरण नहीं करगे और इसके पहले िक कोई आपको मदद का हाथ बढ़ाए, आपको
उसका िदल छन ू ा ही चािहए ।’ कारोबार म - और जीवन म - सारी स ची कामयािबय
का आधार ऊंची गु णव ा के यकीन आधािरत सं बंध होते ह । अगले 90 िदन म
खु दको सं बंध की उ कृ टता के िलए समिपत कर और अपने किरयर तथा जीवन को
ऊंची उड़ान ले ते हुए दे ख ।
सं बंध के िनमाण पर मे रे 6 सवो म सबक इस प्रकार हः
1. कृपया तथा ध यवाद कहना याद रख (िश टाचार मानवीय िदल को जोड़ते ह)

2. अपने शे ष जीवन म प्रितिदन तीन ह तिलिखत पत्र या पो टकाड भे जा कर ।
3. जब कोई गलती हो जाए, तो आप सॉरी बोलने वाले पहले यि त बन ।
4. अपनी पसं दीदा पु तक की 20 प्रितयां खरीद तथा उ ह उनलोग को भे ज,
िज ह आप कीमती मानते ह ।
5. अपने छोटे -छोटे वायद का पालन तथा छोटी-छोटी वचनब ताओं का
स मान कर ।
6. एक कुशल प से सु नने वाले बन ( य िक गहराई से सु नना एक यि त को
स मािनत महसूस कराता है तथा कहता है िक ‘म आपको मू यवान मानता हं )ू ।’
21

अ यंत मह वपूण पल

महानता के साथ जीना टालते रहना बहुत आसान होता है । हम खु दको यह िदलासा दे
दे ते ह िक जब ब चे यूिनविसटी म पढ़ने चले जाएं गे, तो हम यादा सफर कर सकगे
या िफर यह िक अपने िप्रयजन से सं बंध तब गहरे करगे , जब हम अपने किरयर म
कामयाबी के और ऊंचे तर तक पहुंचगे अथवा जब हमारे पास और यादा व त
होगा, तब अपने सपन के काम करगे । मगर आपका व त अभी ही है । आज का िदन
ही आपका जीवन है ।
एक असाधारण जीवन शानदार ढं ग से जीए गए िमनट की मोितय के हार की तरह
गु ं थी श्रखृं ला से अिधक और कुछ नहीं होता । अपने हरएक पल को अ यं त अहम
बनाएं और काम तथा जीवन दोन म आपकी महानता सु िनि चत हो उठे गी । अपना
सवो म जीवन जीना न टाल । कुछ सोच-समझ पाने के पहले ही आप अपने अं त पर
पहुंच जाएं गे । सचमु च ।
यह आपका वष हो सकता है । नहीं, मु झे इसे दस
ू रे श द म कहने दः यह आपका वष
होगा । ऐसा वष, िजसम आप अपनी उ कृ टता अनावृ करगे । एक ऐसा वष, िजसम
आप िव व तरीय वा य हािसल करगे । वह वष, िजसम आप जीवन से पागलपन
की हद तक यार करगे । अपने पल म से हरएक को कलाकारी के कारनामे बना डाल ।
चमकते रह ।

प्रेरक उ रण
‘‘िकसी महानता का सृ जन करने म, नई जमीन तोड़ने की प्रिक् रया म नाकािमयां तो
आएं गी ।
ओफेन र ग, ने वर इन डाउट म
िव ापन गु दोनी ड ूश
‘‘म िकसी भी ऐसे लब का होने की परवाह नहीं करता, जो मु झे एक सद य के प म
रखे गा ।’’
ग् चो मा स
‘‘जो यि त सबकुछ करने की कोिशश करता है , वह अं ततः कुछ भी हािसल नहीं
करता । महानता के पहले एकाग्रता आती है ।’’
रॉिबन शमा
य योजना बनाएं
यि तगत योजना बनाना तथा ल य तय करना कोई से सी िवषय नहीं ह । िकंतु वे
जीवन के एक असाधारण अनु भव के िलए अिव वसनीय प से अहम और कद्रीय ह
। जो सवो म म भी उ म ह, उनके जीवन म म इसे बार-बार दे खा करता हं ू िक उनके
जीवन के अहम े तर् कैसे िदखगे , वे इसकी एक प ट तथा िव तृ त तसवीर बनाते ह ।
िफर वे उस तसवीर को िसलिसले वार ल य म बांटकर एक िलिखत योजना तै यार
करते ह, तािक वह पूरी तसवीर बहुत बड़ी न लगे और इस तरह उसे आसान टु कड़ म
िवभािजत कर ले ने से उसके िलए ज री रोजाना िक् रयाओं पर बल लगाया जा सके ।
योजनाएं बनाने के सबसे अ छे प्रभाव म िजस एक को म समझ पाया हं ,ू वह इसका
मे रे मन पर पड़ने वाला प्रभाव है । मु झे इसे इस तरह कहने दः कोई भी चीज मन को
इतनी अ छी तरह किद्रत नहीं करती, जै सी योजनाओं को कागज पर उतारना और
तब उ ह चरणब तरीके से ल य म बदलना । इसे करने मात्र से आप इस सं बंध म
जाग क हो उठते ह िक या सबसे अहम है । और बे हतर जाग कता से आप बे हतर
िवक प चु नते ह । और जब आप बे हतर िवक प चु नते ह, तो बे हतर नतीजे आने तय
हो जाते ह । इसिलए आज खु दको एक उपहार दीिजएः कागज का एक बिढ़या और
सुं दर सफेद प ना ल । एक पे ि सल की न क ते ज कर । और तब उस जीवन के बारे म
िलखना शु कर, िजसका आप िनमाण करना चाहते ह । यह उससे बहुत आसान होगा,
िजतना आप समझते ह गे ।
उ कृ टता बनाम पूणता पर
सबसे बड़ी सॉ टवे यर कंपिनयां दुिनया म िकसी प्रोग्राम को िरलीज करने के पहले
उसे पूणता तक पहुंचाने का इं तजार नहीं करतीं । इतना तो वे िनि चत करती ही ह िक
वह प्रोग्राम काम करे । वे यह भी सु िनि चत करती ह िक वह उ कृ ट हो । िकंतु यह
वे जानती ह िक वह पूण नहीं है । यह तय है िक उसम कुछ किमयां ह गी, िकंतु उनका
यह मानना होता है िक उ ह उपल ध अवसर की िखड़की चूक जाने के बजाए उसे
िरलीज कर दे ना ही बे हतर होता है । हमम से बहुत यादा लोग पूणता आने तक
इं तजार करते ह और वै सा करने म अपने सपने तक पहुंचने के मौके हाथ से िनकल
जाने दे ते ह । साल दर साल अिव वसनीय ते जी से िनकल जाते ह । आप यकीन भी
नहीं कर पाएं गे और आप बूढ़े हो जाएं गे । अपने सबसे जीवं त ल य अभी िस कर
डाल । इसी पल शु हो जाएं । उ कृ ट बन । पूणता भूल जाएं । और प्रती ा न कर
। कृपया ।
22

खाई पाटना

ब चे हम हमारी ज रत के सबक िसखाने वय क से यादा िवकिसत होकर आते ह ।


हम हमे शा ही ब च से अिधक सीखा करते ह । ब चे इस पृ वी पर सबसे
क पनाशील, मासूम, भावनाभरे , चु लबु ले और िनभीक प्राणी होते ह । और वे सबसे
मजे दार भी होते ह । िपछले स ताह मे री सात साल की बे टी िबआं का ने मु झसे पूछाः
‘‘डै ड, आप मु झे है टडम कब ले जा सकते ह?’’
यिद आपको हमारे अवे किनं ग बे ट से फ वीकड कायक् रम म से एक का अथवा
हमारी दो िदवसीय ने तृ व कोिचं ग प्रिक् रया िद एलीट परफॉमस िसरीज का अनु भव
है , तो आप िन ठा की खाई के िवषय म जानते ह । बु िनयादी तौर पर यह एक मानिसक
नमूना है , जो आपको एक गहरे तर पर जीवनयात्रा को तथा इसे समझने म मदद
करता है िक िकस तरह हम अपने सबसे बड़े व से ऐसा तालमे ल िबठा उस सं तुि ट का
अनु भव कर सक, िजसके िलए हम बने ह । हम एक पूण प्राणी के प म पै दा हुए ह,
प्रेम, सं भावना, आ मिव वास और उ कृ टता से भरे । िकंतु िजस पल हम पै दा होते
ह, वहीं से अपने स चे व प से हमारा भटकाव शु हो जाता है और हम अपनी
चहुंओर की दुिनया से िम या यकीन , सीिमत करने वाली मा यताओं और भय को
धारण करने लगते ह । तब एक िदन हम एक वय क के तौर पर जागते ह और यह
महसूस करते ह िक हमने खु दके साथ िव वासघात िकया है और हम इसका कुछ भी
भान नहीं है िक हम सचमु च या ह । तब हम एक खोजपूण यात्रा पर िनकलते ह और
यह याद करने की चे टा करते ह िक एक समय हम या थे । बहुत सारे प म एक
ने तृ वकता का काम यादा बालसु लभ हो जाना होता है ।
प्रामािणकता एक ऐसा श द है , िजसे म जब भी पूरी दुिनया म फैले सं गठन म एक
व ता, ए जी यु िटव कोच तथा कंस टट के प म जाता हं ,ू बार-बार सु ना करता हं ू ।
हमम से यादातर लोग यह समझते ह िक हमारे जीवन का कोई मकसद है और हरएक
का कोई िमशन है , िजसे हम अपने काम के ारा और अपने जीवन से होकर हािसल
करना है । कॉरपोरे ट दुिनया म भी जीवन के अथ के िलए एक बड़ी खोज चल रही है ।
लोग आिथक फायद के िलए अपनी सं तुि ट का बिलदान करने को अब और अिधक
तै यार नहीं है । हमलोग रोजाना अपने काम पर जाना और यह जानना चाहते ह िक
हम एक बड़े मकसद के िलए योगदान कर रहे ह । हमलोग रोजाना अपने काम जाना
और यह जानना चाहते ह िक हम मानवप्राणी के प म िवकिसत हो रहे ह । हमलोग
रोजाना अपने काम पर जाना और और अपने आसपास के सािथय से जु ड़ते हुए
आनं द करना चाहते ह । शायद और िकसी भी चीज से अिधक, हम ऐसे काय थल की
तलाश कर रहे ह, जहां एक बार िफर मनु य बनना सु रि त हो ।
अगले 30 िदन तक, म आपको इसके िलए आमं ित्रत करता हं ू िक आप अपने जीवन
म िन ठा की खाई पाट, तािक आप पूरी तरह उभर सक । ने तृ वकता खु दके प्रित
स चे होते ह । हमसे पहले (गां धी, मं डेला और मदर टे रे सा जै से) िजन महामानव ने
इस पृ वी पर अपने कदम रखे , उ ह ने भीड़ का अनु सरण नहीं िकया, बि क अपनी
आ मा की आवाज का अनु करण िकया । वे मौिलक लोग थे , िज ह ने अपना जीवन
अपने मू य से सं चािलत िकया, न िक अपनी चार ओर की दुिनया के मू य से । और
वै सा करते हुए वे महानता तक पहुंच गए ।

प्रेरक उ रण
‘‘आजकल ऐसी कंपिनय का िनमाण करना, जो बाजार म बड़ी बािजयां जीत सक, जो
अपने ग्राहक तथा शे यरधारक के िलए मू यसृ जन कर सक और जो इस तरह
सं चािलत होती ह िक वे अपने किमय तथा ए जी यु िटव के सवो म को सामने ला
सक, केवल बु द्िधमानीभरा यवसाय ही नहीं है - यह ने तृ व का एक कत य भी है ।’’
फा ट कंपनी का एक सं पादकीय
‘‘बात यह है िक हम अभी भी ऐसी दुिनया म रहते ह, जो अवसर से भरी है । सच तो
यह है िक हमारे पास अवसर से अिधक और भी कुछ है - हमारा एक कत य है । अपना
व त महान चीज म लगाने का कत य । ऐसे िवचार की तलाश करना, जो अहम ह
और उ ह फैलाना । अपने आपको तथा अपने आसपास के लोग को कृत ता,
अं तदृि ट और सृ जना मक अनु भिू तयां दशाने को प्रेिरत करना । जोिखम ले ना तथा
आ चयजनक होते हुए दुिनया को बे हतर बनाना ।’’
से थ गोिडन, पपल काउ के ले खक
‘‘हमम से हरएक के पास इसके िवक प हमारी क पना से कहीं यादा ह िक हम
अपनी िजं दगी का या कर सकते ह । हमम से यादातर लोग उन सं भावनाओं के
प्रित जाग क नहीं होते , जो हमारी आं ख के सामने मौजूद होती ह । कई सारे लोग
अपने ही जीवन का सं चालन करते व त एक अं श म सु न और दस ू रे म िर त होते हुए
मान सो जाते ह । यह एक िट पणी नहीं, बि क एक ठोस स चाई है । महानता
आपकी िनयित म है । आपकी महानता िकसी दस ू रे की महानता से िभ न प म
प्रदिशत हो सकती है , पर इसका ता पय यह नहीं िक आप महान बनने के िलए पै दा
नहीं हुए । अपनी रोशनी चमकने द । अपने भय की ओर बढ़ । आप िजन चीज को
करने से सबसे यादा डरते ह, उ ह कर । पूरी तरह पं िदत रह ।’’
रॉिबन शमा
कामयाबी और अहिमयत : जु ड़व आदश
उ कृ टता एक सुं दर श द है । िजन लोग म अपने सबसे ऊंचे जीवन के िलए िन ठा
होती है , वे सभी उ कृ टता को समिपत होते ह । वे अपने पे शेवर जीवन म उ कृ टता
के िलए वचनब होते ह । वे अपने सं बंध म उ कृ टता के िलए वचनब होते ह । वे
अपने एडवचर-जीवन म उ कृ टता के िलए वचनब होते ह । और वे अपने आतं िरक
जीवन म उ कृ टता के िलए वचनब होते ह । मनु य िकसी बे हतर चीज तक पहुंचने
की ज रत महसूस करता है । जब हम अपनी सु िवधाओं के घे रे म रहते ह, तो हम
िटकाऊ खु शी नहीं िमल पाती, य िक हम उस तरह नहीं रह पाते , जै से रहने के िलए
हम बने थे । मगर जब हम लगातार िवकिसत होते रहते ह, जोिखम उठाते रहते ह,
वृ दि् ध पाते रहते ह, सपने दे खते रहते ह और अपनी यि तगत सीमाएं िव तािरत
करते रहते ह, तो हम इस प्रिक् रया म प्रस नता पाते ह । ऐसा इसिलए होता है िक
हम खु दके प्रित स चे होते ह ।
अगले 30 िदन तक, उ कृ टता तक पहुंचने की कोिशश कर । काम म अपने पै माने
ऊंचे कर । खु दसे पूछः ‘‘यिद म सचमु च उ कृ ट हं ू और अपने काम म दुिनया म
सवो म हं ,ू तो म प्रितिदन या क ं गा?’’ घर म आप अपने ब च तथा जीवनसाथी
के साथ अपनी बातचीत म उ कृ ट बन । यह िचं तन कर िक या अपने आ याि मक
जीवन म आप अपने उ चतर व तक पहुंचने के िलए समिपत ह । उ कृ टता की
तलाश एक श्रे ठ काय है । आपको प्रितभा एक वजह से िमली है ः उसे चमकने द
और इस प्रिक् रया म इस दुिनया को एक बे हतर जगह बनाएं ।
23

कृत ता

अपने जीवन म अभी म िजन मकसद पर काम कर रहा हं ,ू उनम से एक यह है िक जो


कुछ भी मे री चार ओर मौजूद है , उन सबके प्रित एक कृत ता तथा श्र ा की
भावना से म अपना जु ड़ाव गहरा कर सकूं । पहले कभी से यादा म अपने जीवन की
दे न (खासकर उनम जो सरल ह) पर सचे तन प से गौर करता हं ू और इसके िलए
ध यवाद दे ता हं ू िक वे वहां ह । म िजन चु नौितय का सामना करता हं ू और िजन
िवपरीत पिरि थितय का मने सामना िकया है , उनके िलए भी म यह जानते हुए
कृत ता य त करता हं ू िक उ ह ने मु झे वे सबक िसखाकर मे री से वा की, िज ह
सीखने की मु झे बड़ी ज रत थी । म इस अवसर का उपयोग कर आपको ध यवाद दे ना
ू ा, य िक आप हमारे पिरवतन समु दाय के िह से और समिपत ने तृ वकता ह ।
चाहं ग
म अपने काम म आपके समथन के िलए, अपने सं देश म आपके यकीन के िलए और म
जो िवचार आपके सामने रखता हं ,ू उसपर सोचने की आपके तै यारी के िलए कृत हं ू ।
म जो करता हं ,ू उसे अपना सौभा य समझता हं ू और म स ची तरह आपका ध यवाद
करता हं ू ।

प्रेरक उ रण
‘‘केवल तभी, जब हम अपनी सभी सीख भूल जाते ह, जानने की शु आत करते ह ।’’
हे नरी डे िवड थोरो
‘‘आपके अं दर एक लौ है , जो आपकी आ मा की रोशनी बनने की प्रती ा कर रही है
। जब यह आं तिरक लौ ते जी से चमकते हुए जलती है , तो आप अपने जीवन म एक
शानदार चे तना महसूस करगे ।’’
ब्रैडफोड कीनी
‘‘मानवता ने पीड़ा के िसवाय और िकसी चीज के मा यम से कभी महानता नहीं
हािसल की है ।’’
एफ. रॉबट डी ले मेनाईस
प्रभावशाली प्रदशनकता की तरह सोचने , महसूस करने तथा करने के 7
तरीके
1. िदए गए वचन का पालन कर तथा अपने श द को अपना प्रित ापत्र बना
ल।
2. सा तािहक आधार पर मौन, ि थरता तथा िचं तन के िलए व त िनकाल ।
3. एक ऐसे मकसद से जु ड़, जो आपको भावना मक प से आब रखता हो ।
4. अपने मटोर , आदशों तथा पै रोकारी करने वाल का एक ने टवक बनाएं ।
5. एक ते ज िदमाग को एक बड़े और खु ले िदल से सं तुिलत कर ।
6. आप अपने जीवन म जो सबसे यादा प्रा त करना चाह, उसे िदया कर ।
7. सूरज के साथ जाग और एक ऐसे िदन की तसवीर बनाए, िजसका आपके
सवो म िवक प तथा सवो म कदम से िनमाण होता हो ।
अपने जनल म इन सवाल पर िलख
सही सवाल सही जवाब को ज म दे ता है । अपने जीवन म प्रायः खास जवाब की
तलाश करने के बजाए एक शि तशाली सवाल पर िचं तन करने पर अपने व त लगाने
से मु झे अिधक मदद िमली है । सृ जना मक प से सवाल करना खु दको गहराई दे ने
तथा आप सचमु च कौन ह, इसे जानने के सबसे अ छे तरीक म से एक है ।
म आपको इस हे तु आमं ित्रत करता हं ू िक आप अगले 30 िदन तक िन निलिखत पांच
प्र न पर गौर करः
1. यिद आप सचमु च एक असाधारण जीवन जी रहे ह , तो यह कैसा िदखे गा?
2. आपके जीवन की तीन सवा च प्राथिमकताएं या- या ह और या अभी
आपका जीवन जै सा िदखता है , वह इन प्राथिमकताओं को प्रदिशत करता है ?
3. यिद आपके पास जीिवत रहने के िलए 10 िमनट ही बचे ह , तो आपके मन से
कौन-से िवचार उठगे और आप कौन-सी भावनाएं अनु भत
ू करगे ?
4. यिद आप आज रात इस दुिनया म िकसी के भी साथ िडनर ले सकते ह , तो आप
िकसे पसं द करगे और य ?
5. यिद आप एक ऐसा प्रतीक तलाश सकते ह , जो आपका सवो म जीवन
प्रदिशत करता और उसका समथन करता हो, तो वह प्रतीक या होगा?
24

उ कृ टता के प्रित समपण

खु द के प्रित िव वासघात के सबसे बड़े कायों म से एक उसे नकारना है , जो आप


सचमु च ह । एक मानवप्राणी के प म महानता आपका ज मिस अिधकार है ।
पृ वी पर प्र ये क यि त ऐसा जीवन जीने के िलए बा य है , जो िनभयता,
भावानु भिू त, िनपु णता तथा क णा प्रदिशत करता हो । जब आप इस त य को अपने
जीवन म िविभ न तरह का दोयमपना वीकार कर अ वीकार कर दे ते ह, तो आप
अपने सवो म व तथा उस यि त को, जो होने के िलए आप बने थे , अपमािनत
करते ह ।
‘‘प्र ये क यि त म महानता की शि त है । प्रिसद्िध की नहीं, बि क महानता की,’’
मािटन लूथर िकंग, जू. ने कहा । हमम से काफी अिधक लोग अपने िदल की गहराई
म िजतनी असहजता तथा हताशा महसूस करते ह, वह इस त य से उ प न होती है
िक कद्रीय तर पर हमारे अि त व का एक िह सा यह जानता है िक हम अपनी
उ चतम मता तक नहीं जी रहे । म अपने ए जी यु िटव कोिचं ग लायं ट्स को तथा
अपने अवे किनं ग बे ट से फ वीकड वकशॉप के प्रितभािगय को िजस एक बु िनयादी
मानिसक आदश की िश ा दे ता हं ,ू वह िन ठा की खाई से सं ब है । सरल प म कहा
जाए, तो आपको जो यि त बनना था तथा अभी आप जै से यि त के प म दुिनया
के सामने ह, इन दोन के बीच िजतनी बड़ी खाई होगी, आपका जीवन उतना ही कम
काम करे गा । ऊजा, सृ जना मकता तथा सं भावना की िवपु ल मात्राएं उ मु त करने
के िलए यह ज री है िक आप िनयिमत आधार पर वह िकया कर, िजससे िन ठा की
खाई पाटी जा सके । वै सा करके आप खु द के प्रित स चे ह गे । इस चे टा म आप
पे शेवर, यि तगत तथा आ याि मक प म कहीं यादा यथाथ तक पहुंच पाएं गे ।
म आपको एक अ यं त शि तशाली अ यास म लगने हे तु आमं ित्रत करता हं ःू आज
िकसी व त, सोने के पहले एक कागज ल और अपने पे शेवर जीवन के िलए 5 समपण
िलख । ये ऐसी 5 चीज ह गी, िजनके प्रित आप अपने पे शेवर जीवन म हर पिरि थित
म समिपत रहगे । ये िन निलिखत हो सकती हः ‘त् िटहीन िन ठा,’ ‘िनरं तर नवाचार,’
‘अपनी जानकारी म सबसे भला यि त होना,’ या ‘हरएक िदन को य जीना जै से वह
आपका अं ितम हो ।’ इसके बाद अपने यि तगत जीवन के िलए 5 समपण तय कर
जै से, ‘चाहे जो भी हो, म प्रितिदन यायाम के िलए 30 िमनट िदया क ं गा’ या ‘म
चाहे िजतना भी य त रहं ,ू प्रितिदन अपने जीवनसाथी तथा ब च के साथ
गु णव ापूण समय यतीत िकया क ं गा अथवा जो भी हो, म हरएक िदन 5 बजे सु बह
अपने िदन की शु आत कुछ समय के मौन िचं तन के साथ िकया क ं गा, तािक म
अपनी शतों पर जीवन जी सकूं ।’ इस तरह की वचनब ता आपकी िनयित के रा ते
बदल दे गी । ‘एक ही साहसपूण झटके से आप आज पांतिरत हो सकते ह,’ मिलन
ग्रे ने िलखा ।
प्रेरक उ रण
‘‘िवचार को मकसद से िनभीकतापूवक जोड़ने पर वे सृ जना मक शि त म बदल जाते
ह । जो लोग इसे जानते ह, वे िसफ अि थर िवचार तथा ढु लमु ल अनु भिू तय की
गठरी से कुछ उ चतर तथा यादा शि तशाली चीज बनने के िलए तै यार होते ह।’’
जे स एले न, ऐज यू िथं क
‘‘यह दुबारा िफर कभी नहीं आएगा, यही वह त य है , जो जीवन को इतना मीठा बना
दे ता है ।’’
एिमली िडिकंसन
‘‘आप जो चाह, वह हािसल कर सकते ह, यिद आप उसे एक पया त हताशापूण
दु साहस से चाह । आपको उसे एक ऐसी जीवं त ऊजा तथा उ साह से चाहना होगा,
जो वचा से उभरती है और उस ऊजा से जा िमलती है , िजसने िव व का िनमाण िकया
।’’
शीला ग्रैहम
‘‘ने तृ व को महान साहस की ज रत होती है । अपने आसपास की भीड़ के
गु वाकषण बल से िनकल पाना किठन होता है । उस रा ते पर चलना किठन होता है ,
िजस पर कम लोग चले ह , जबिक हरएक यि त आपसे हरएक दस ू रे यि त जै सा
बनने का अनु रोध कर रहा हो । जब दस ू रे लोग आपको यह बता रहे ह िक आपका
जीवन कैसा बनना चािहए, तब अपनी ही शतों पर जीवन बनाना किठन होता है ।
मगर कुछ भी आपके दय को इससे अिधक खे द से नहीं भर सकेगा, िजतना अपनी
मृ यु शै या पर पड़े हुए यह जानना िक आपने अपना जीवन नहीं जीया और अपने
सपने हािसल नहीं िकए ।’’
रॉिबन शमा
अपना सवो म व जगाने के 6 तरीके
1. अपने जनल म 1 पै राग्राफ का एक कथन िलख, िजसम यह प ट िकया गया
हो िक यिद आप अपने सबसे ऊंचे िवजन के सबसे ऊंचे व प को जी रहे ह , तो
आपका जीवन कैसा िदखे गा ।
2. इसे एक यि तगत मानक बना ल िक आप सभी ि थितय म िसफ सच बोलने
की कभी उपे ा नहीं करगे ।
3. अपने सपने छोड़ दे ने से इनकार कर द । अपने बहुत-से से िमनार तथा कोिचं ग
कायक् रम म जब म प्रितभािगय से यह पूछता हं ू िक उनका सबसे बड़ा अफसोस
या होता है , तो वे कहते हः इतने सारे वष बीत गए और म अभी तक अपने सपने
साकार नहीं कर पाया । इसे अपने साथ न होने द ।
4. अपने भय को जानने के िलए ज री आं तिरक काय म लग । जब एक बार आप
अपने भय को जान ले ते ह, तो उनसे दरू भागने के बजाए उनकी ओर भाग । आपके
भय आपके महानतम व म खु लने वाले दरवाजे ह । हर बार जब एक भय आपके
जीवनपथ पर खु दको पे श करता है , तो यह इस बात को याद करने का िक आपको
सचमु च या बनना था और एक मानवप्राणी के प म अपनी स ची शि त हािसल
करने का एक िवशाल मौका है ।
5. जीवन के छोटे -छोटे आनं द का ज न मनाएं । अपने जीवन के अं त म हम यह
महसूस करगे िक वे छोटे आनं द व तु तः सबसे बड़े थे ।
6. केवल घर म ही नहीं, अपने काय थल पर भी अपनी जानकारी म सबसे यादा
यार करने वाले यि त बन । वे लोग, िजनकी अं ये ि ट म चचों, मं िदर , मि जद तथा
अ य पूजा थल म केवल खड़े होने की जगह बचती ह, वै से लोग नहीं होते , िजनके
बक अकाउं ट म मोटी रािश पड़ी रहती है , बि क ये वे लोग होते ह, िजनके िदल म
सबसे यादा यार होता है ।
25

खुदको नया कर

कई साल पहले म एक लाइट म एक सु पर् िस ने तृ व कंस टट के साथ बै ठा था,


िज ह ने मु झसे बातचीत शु की । मने उनसे पूछाः ‘‘िकस चीज ने आपको और
आपके सं गठन को इतना सफल बनाया है ?’’ म उनका उ र कभी नहीं भूलं ग ू ाः
‘‘रॉिबन,’’ उ ह ने कहा, ‘‘जहां तक िनरं तर पु नरो थान का प्र न है , मे री कंपनी और
म िनभीक रहता हं ू ।’’ उ ह ने साफ िकया िक हर कुछ वषों पर वे खु दको पु नभािषत
करते ह । वे एक जोिखम ले ते ह और अपने सोचने , काम करने तथा रहने के तौर-तरीके
म कोई िबलकुल नई चीज आजमाते ह । उ ह ने बताया िक इससे उनके जीवन के सभी
पहलू उ साहजनक, सं तुि टदायक तथा तारोताजा बने रहते ह । उ ह ने यह भी कहा
िक इस रवै ए और सवो म अ यास से उनके लायं ट्स हमे शा बं धे रहते ह, य िक
वह उनके िलए हमे शा नवीनतम िवचार सामने लाते रहते ह ।
आप खु दको पु नभािषत करने के िलए या कर रहे ह? आप अपनी यि तगत सीमाएं
िव तािरत करने तथा एक यादा महान जीवन जीने की िदशा म या कर रहे ह? आप
चीज िजस तरह हमे शा करते रहे ह, उसे चु नौती दे ने तथा एक मनु य के प म एक
बे हतर पारी खे लने को या कर रहे ह? आप सपने दे खने , साहस करने तथा चमकने के
िलए या करगे ?

प्रेरक उ रण
‘‘अपने मन का महान िवचार से पोषण कर, य िक आप जै सा सोचगे , उससे ऊंचे
कभी नहीं जा सकगे ।’’
बजािमन िडजरायली
‘‘उ रदािय व महानता की शत है ।’’
िवं टन चिचल
‘‘एक ने तृ वकता के ारा एक बार म एक यि त करके हमम से हरएक दुिनया को
ऊपर उठा सकता है । आज अपनी दुिनयादारी म कदम रखकर अपने हरएक काम म
तथा हर वै से जीवन म िजसका आप पश करते ह, अपनी मानवता, सं भावना तथा
महानता का यादा िह सा उजागर कर… िटकाऊ खु शी उससे नहीं िमलती, जो हम
प्रा त करते ह, बि क उससे िमलती है , िजसे हम दे ते ह ।’’
रॉिबन शमा
ने तृ व की कीमत
सवा म म भी सबसे अ छे तथा बाकी लोग म यह फक होता है िक स चे ने तृ वकता
लगातार आसान के बजाए वह करते ह, जो उिचत है । स ची सफलता के िलए किठन
पिरश्रम तथा आ मानु शासन की ज रत पड़ती ही है । पे शेवर तथा यि तगत दोन
प म अपने महानतम जीवन तक पहुंचने के िलए यह ज री है िक आप उसकी
कीमत चु काने को इ छुक ह । यहां चार ऐसे सरल उपाय ह, जो आपको शानदार
नतीजे सृ िजत करने म सहायता करगे ः
1. अपना तर ऊंचा कर । आप जो कुछ भी करते ह, उन सभी म िव व तरीय
बनने के िलए खु दको समिपत कर । खु दसे सवा म के िसवाय और कुछ की अपे ा न
कर । हमारी अपे ाएं हमारी वा तिवकता का सृ जन करती ह ।
2. अपनी जानकारी म सबसे सकारा मक यि त बन । आपकी तीव्र भावनाएं
सं क्रामक होती ह । जब चीज किठन हो जाती ह , तो सकारा मक बने रहना आसान
नहीं होता, िकंतु वह स चे नतृ व के अथ का एक िह सा होता है ।
3. यह मरण रख िक आपका वा य आपका धन है । ऊजा के बगै र आप कभी
भी अपने सपने साकार नहीं कर सकगे और न ही अपना महानतम जीवन जी सकगे ।
यायाम कर । अ छी तरह खाएं । और यह याद रख िक आपका वा य आपकी
सबसे कीमती सं पदा है ।
4. एक फक पै दा कर । मानवीय दय की सबसे गहरी इ छा खु दसे अिधक अहम
िकसी चीज के िलए जीने की होती है । आप लोग को जै सा पाते ह, उ ह उससे बे हतर
छोड़ जाएं । अपने सं गठन को अपना सवो म द । और इसे बस अपने सं गठन के िलए
न कर - इसे अपने िलए कर ।
अपने जनल म इन सवाल पर िलख
1. आप अपने जीवन म कहां पर वृ दि् ध हािसल करना चाहते ह?
2. यिद आपको एक पै राग्राफ म खु दका िववरण दे ने को कहा जाए, तो वह
पै राग्राफ या कहे गा?
3. आप कौन ह?
4. यिद आप 5 असाधारण लोग के साथ िडनर ले सकते ह , तो वे लोग कौन ह गे
और य ?
5. जीवन म कौन-सी चीज आपको सबसे यादा हताश कर दे ती है और इस
हताशा को दरू करने के िलए आप या कर सकते ह?
26

या आप अ छे ह?

महानता की बु िनयादी चीज पर सोचते हुए हाल म मने काफी व त यतीत िकया है ।
म उन सरल गु ण पर िचं तन करता रहा हं ,ू जो इस पृ वी की शोभा बढ़ाने वाले सबसे
अिव मरणीय पु ष तथा मिहलाओं को शे ष सबसे अलग करते ह । हम एक ऐसे यु ग
म रहते ह, जहां जिटलता से सी है और हम ऐसी पिर कृत रणनीितयां तथा
काययोजनाएं तलाशते ह, जो हम अपने काम पर तथा जीवन म यादा सफल बनने
म मदद कर । िकंतु अपने िदल की गहराई म हम यह जानते ह िक स ची सफलता
एक सरल प्रिक् रया है । हां , हम जो भी करते ह, उसम हम अव य ही उ कृ ट होना
चािहए । हां , हमारे उ पाद तथा हमारी से वाएं ज र ही िव व तरीय होनी चािहए ।
हां , हम उ च प्रदशन करने वाली टीम िवकिसत करनी ही चािहए । हां , हम
कायिन पादन का एक ढांचा खड़ा करना ही चािहए, तािक सबसे अहम चीज सं प न
कर ली जाएं । िकंतु अ य सभी चीज से अिधक, म यह यकीन करता हं ू िक सचमु च
महान होने के िलए हम अ छा होना चािहए ।
लोग अ छे लोग के साथ यवसाय करना पसं द करते ह । िफर भी, बहुत अ प टता
तथा िनरं तर पिरवतन के इस यु ग म बहुत सारे लोग ‘नै ितकता को ितलांजिल’ दे ते ही
रहते ह । बहुत सारे लोग यह सोचते ह िक बे ईमानी उ ह आगे बढ़ाएगी । बहुत सारे
लोग ‘कृपया’ तथा ‘ध यवाद’ जै से श द कहना भूल चु के ह । बहुत सारे लोग यह
सोचते ह िक यिद आप अ छे भले ह, तो आज के बाजार म आपको िजं दा िनगल िलया
जाएगा । मगर नै ितक, क ण तथा अपने आसपास के लोग का प्रचु र मू यवधन
करने के प्रित समिपत होना अपनी सफलता सु िनि चत करने का सं भवतः सबसे
अ छा तरीका है । रॉबट लु ई टीवसन के श द मः ‘दे र-सवे र हरएक यि त नतीज
का फल चखने बै ठता ही है ।’
यहां कुछ वै से सरल िवचार ह, जो आपको अपना भलापन बढ़ाने म मदद करगे ः
• अपनी जानकारी म सबसे िवनम्र यि त बन जाएं ।
• दुगुण की सीमा तक ईमानदार बन ।
• एक िव व तरीय श्रोता बनने के िलए खु दको गहराई से वचनब कर ।
• िनयिमत प से ध यवाद के ह तिलिखत नोट भे जा कर ।
• भला करने के आकि मक अवसर ढूंढा कर ।
• खु दको अपनी जानकारी म सबसे सकारा मक तथा भावनाशील यि त बनने के
िलए वचनब कर ।
• अपनी समयब ता के प्रित त् िटहीन बन ।
सफलता और ने तृ व कुछ ऐसी सरल बु िनयाद पर िटके होते ह, िजनका यवहार
प्रभावशाली प्रदशन करने वाले लोग िन यप्रित िकया करते ह । नवीनतम
यावसाियक पु तक अ यं त िवकिसत, जिटल तथा नवीनतम उपाय पे श िकया करती
ह।
िकंतु सचमु च महान होने के िलए वे बु िनयादी चीज अपनाएं , िज ह आप अपने िदल म
सबसे अहम मानते ह । भले बन । उ कृ ट बन । तीव्र भावनाशील बन । और िकसी
भी अ य चीज से बढ़कर, अ छे बन ।

प्रेरक उ रण
‘‘अ य लोग म िदलच पी रखकर आप दो महीन म उससे यादा िमत्र बना लगे ,
ू रे लोग को आपम िदलच पी रखने की कोिशश करके
िजतने आप दो वषों म दस
बनाएं गे ।’’
डे ल कानगी
‘‘हरएक यि त का केवल एक ही असली कत य था - खु द तक पहुंचने के रा ते तलाश
करना…उनका यह तय काम था िक वे अपनी खु दकी िनयित की तलाश कर - कोई
मनमानी चीज नहीं - और इसे खु दके अं दर पूरी तरह तथा दृढ़ता से अं त तक जीना ।
ू री चीज एक सं भािवत अि त व की बात थी, बचने की एक चे टा, भीड़ के
कोई भी दस
आदशों की ओर एक उड़ान, िकसी की अपनी आं तिरकता की पु ि ट तथा उसका भय ।’’
डे िमयन म हरमन हे स
‘‘महानता के छोटे -छोटे रोजाना काय िकया कर । एक महान जीवन अ छी तरह जीए
गए िदन के मोितय के हार की तरह िपरोई श्रख ृं ला से यादा और कुछ नहीं होता ।
हरएक िदन, जाग और खु दको उ कृ ट, नवाचारी तथा आगे आने वाले घं ट म अ छे
बनने के िलए वचनब कर । यह रणनीित अकेले ही आपकी स ची सफलता
सु िनि चत कर दे गी ।’’
रॉिबन शमा
अपनी ऊजा बे हतर करने के 7 तरीके
1. स ताह म 4 बार 30 िमनट तक यायाम कर ।
2. सा तािहक तौर पर प्रकृित की गोद म समय यतीत कर ।
3. 7.00 बजे शाम के बाद न खाएं ।
4. हर स ताह मािलश िलया कर ।
5. जं क फू ड से पूरी तरह मु ि त पाकर एक प्रभावशाली प्रदशन करने वाले के
लायक उिचत आहार िलया कर ।
6. हर सु बह सबसे पहले 30 िमनट कुछ प्रेरणा मक सामग्री पढ़ा कर (यह
आपको ऊजा से भर दे गा) ।
7. काफी पानी पीया कर ।
अपने जनल म इन सवाल पर िलख
1. यिद आप 5 सु पर् िस लोग को िमत्र बना सकते , तो वे कौन ह गे ?
2. अपने जीवन म आप िकसकी सबसे यादा प्रशं सा करते ह और य ?
3. आपके जीवन म उ कृ टता कैसी िदखती है ?
4. और अिधक यारभरे यि त होने के िलए आप कौन-सी तीन चीज कर सकते
ह?
5. यिद आप एक उ कृ ट शारीिरक ि थित नहीं पा सकते , तो कौन-सी पांच चीज
होने की सं भावना बनी रहे गी?
या आप आजीवन सीखने के िलए समिपत ह
जब म बड़ा हो रहा था, तो मे रे िपता ने मु झे इसके िलए प्रो सािहत िकया िक म
रोजाना पढ़ा क ं । उनका यकीन था िक एक पु तक पढ़ना ले खक से वातालाप करने से
यादा और कुछ नहीं है । और िकसी भी अ छे वातालाप की भां ित, जब आप इससे
छट ू ते ह, तो दुिनया को नई आं ख से दे खने लगते ह । मे रे िपता के कहने की वजह से ,
मने पढ़ने के प्रित एक गहरी िच और जानकारी की एक गं भीर भूख िवकिसत कर ली
। म िनि चत तौर पर पूण नहीं हं ,ू पर जीवन म म जो चीज सही करता हं ,ू उनम एक
िज ासु होना तथा नए िवचार के प्रित खु ला रहना शािमल है ।
आप पढ़ने म िकतना व त लगाते ह? आज की दुिनया म बहुत बड़ी तादाद म लोग
अपने बौद्िधक पोषण के बजाए टे लीिवजन दे खने म यादा समय दे ते ह । जबिक हम
एक ऐसी दुिनया म रहते ह, जहां िवचार ही सफलता के क चे माल ह । सबसे सफल
तथा सं तु ट यि त वे ह, जो सवो म िवचार सोचते ह । हम जो जानते ह, केवल
उ हीं के आधार पर कम कर सकते ह । और जब हम बे हतर जानते ह, तो हम बे हतर
चु न सकते ह ।
27

एक महान िदन का िनमाण कर

जै सा म अपने कॉरपोरे ट लीडरिशप से िमनार म िसखाया करता हं ःू ‘‘एक महान जीवन


अ छी तरह जीए गए िदन की मोितय के हार की तरह िपरोई श्रख ृं ला से यादा
और कुछ नहीं होता । महान िदन के िनमाण पर एकाग्र ह , और एक महान जीवन का
आना तय है ।’’ िन निलिखत 6 ऐसे तरीके ह, जो यह सु िनि चत करगे िक आपका
हरएक िदन शानदार होगाः
1. अपने िदन की शु आत 10 ऐसी चीज िलखकर कर, िजनके िलए आपको अपने
जीवन म कृत होना है ।
2. 30 िमनट का समय ले कर िववे क बढ़ाने वाले सािह य से कुछ पढ़ा कर, तािक
आपका नजिरया िफर से बहाल हो सके और आप खु दको प्रेिरत कर सक ।
3. 5 िमनट का व त ले कर अपने िदन की योजना बनाएं और उसके ारा एक ऐसा
सांचा सृ िजत कर, िजसके आधार पर आप िदन के बाकी घं टे िबताएं । इसके अितिर त
3 ऐसे छोटे ल य तय कर, िज ह आप इस िदन ‘हर हालत म’ हािसल करगे ।
4. ऐसे आहार ल, िजसे एक एथलीट अपने जीवन की सबसे अहम पधा की
तै यारी करते हुए ले गा और पया त मात्रा म पानी पीएं , तािक आप अपनी चोटी की
शारीिरक अव था म बने रह ।
5. अपने िदन के अं त म, अपने जनल म िलखकर गहराई से यह िचं तन कर िक
आपने इसे कैसे िबताया । अपने कायों का मू यांकन कर और उन े तर् की पहचान
कर, िज ह आपको बे हतर करना है ।
6. अपने िदन को अपनी ‘छोटी-छोटी जीत ’ पर सोचते हुए एक ऊंचे तर पर
समा त कर (जै से, वे वचन जो आपने िनभाए, यायाम िजनका आपने आनं द उठाया,
सं बंध जो आपने बनाए, सबक जो आपने सीखे अथवा अं तदृि ट जो आपने पाई) ।

प्रेरक उ रण
‘‘हम इसके िलए सावधान रहना चािहए िक हम एक अनु भव से िसफ उसकी सीख
िनकाल ल और उसके आगे न बढ़, वरना हम एक िब ली की तरह बन जाएं गे, जो एक
गरम चू हे के ढ कन पर बै ठ जाती है । वह िफर कभी भी एक गरम चू हे के ढ कन पर
नहीं बै ठेगी और वह ठीक ही होगा, मगर तब वह एक ठं डे चू हे के ढ कन पर भी कभी
नहीं बै ठ सकेगी ।’’
माक ट् वेन
‘‘जीवन छोटा है । अपने जीवन म सबसे अहम चीज न भूलः दस
ू रे लोग के िलए
जीना तथा उनके िलए भला करना ।’’
माकस औरे िलयस
‘‘ने तृ व की सबसे बड़ी िवडं बना यह है िक आप िजतना ही यादा दे ते ह, उतना ही
यादा पाते ह । और जब सब कुछ कहा तथा िकया जा चु का है , तो जो सवो म तथा
सबसे िटकाऊ उपहार आप कभी दे सकगे , वह वही होगा, िजसे आप अपने पीछे छोड़
जाएं गे । अपने पीछे आने वाली पीिढ़य को आपकी िवरासत वे मू य ह गे , िज ह आप
जोड़गे और वे जीवन ह गे , िज ह आप बे हतर करगे ।’’
रॉिबन शमा
‘‘लीडरिशप िवजडम फ् रॉम िद मं क हू सो ड िहज फेरारी ’’
घर म ने तृ वकता होने के 5 तरीके
1. िन य के पािरवािरक भोजन को पहले सं गिठत कर और तब उसे िरवाज बनाएं
(यानी सं थागत कर) । इस भोजन के दौरान टे बल की चार ओर जाएं और पिरवार के
हरएक सद य से पूछ िक उ ह ने आज के िदन या सीखा तथा कल वे ऐसा या
करगे , िजससे वे और भी बे हतर कर पाएं ।
2. एक नमूना बन । सच तो यह है िक आप ने तृ व िसखा नहीं सकते - आप िसफ
इसके नमूने बन सकते ह । अपने पिरवार म आप उस आदश के एक चमचमाते
ू र म दे खना चाहते ह ।
उदाहरण बन, िजसे आप दस
3. सीखने की एक सं कृित का सृ जन कर । कॉरपोरे ट दुिनया के साथ अपने काम के
दौरान म किमय को यह िसखाता हं ू िक कैसे वे सीखने की सं कृित के सृ जन म
योगदान कर सकते ह, तािक नवाचार तथा िवचार सबसे अहम हो जाएं । अपने घर के
माहौल म एक ऐसी सं कृित बनाएं , जो सीखने तथा िववे क और जानकारी साझा करने
को बढ़ावा दे ती हो । इसका मतलब यह हो सकता है िक आप िववे क बढ़ाने वाले
सािह य से सं ब एक पु तक घर ले आएं और रिववार को दोपहर बाद इसपर चरचा
कर अथवा अपना टीवी अॉफ कर अपने पिरवार को िकसी गहरी, िदल से िदल की
बातचीत म लगाएं ।
4. िदल को जोड़ । सबसे समृ मानवीय सं पक तब बनता है , जब हम िकसी दस ू रे
के िदल से जु ड़ जाते ह । इसका अथ यह है िक हम दुिनया को उनकी नजर से दे खते ह
और उनकी जो ज रत उ ह सं चािलत करती ह, उनकी पूित म मदद करते ह । इसका
मतलब यह होता है िक हम उनके किठन व त पर उनके साथ होने का िन चय करते ह
और अ छे समय म उनके साथ ज न मनाते ह । इसका ता पय यह आ मअनु शासन
है िक हम गहरी तरह से सु न और जब वे कुछ बे हतर बनते ह, तो उसे पहचान । इसका
अथ यह है िक हम सचमु च उ ह प्रेम द ।
5. एक प्रकाश तं भ बन । हम इस पृ वी पर ऐसे लोग की और अिधक ज रत है ,
जो प्रकाश तं भ हो सकः ऐसे पु ष और मिहलाएं , जो यह जानते ह िक हरएक
मानवप्राणी एक सकारा मक फक ला सकता है और अपना ने तृ व प्रदिशत कर
दसू र का जीवन ऊंचा उठा सकता है । अपने तर को ऊंचा करते हुए और वयं से
ऊपर उठकर रहते हुए वयं की मताभर सवो म बनने के प्रित खु दको समिपत कर
। इससे यह दुिनया और बे हतर बन जाएगी ।
जीवन का एक जनल रखने की अहिमयत
अपने सवो म तर पर बने रहने के िलए म जो अ यास िकया करता हं ,ू उनम से एक
जनल िलखना है । मने यह अ यास 10 वषों पहले शु िकया और यह सोचा करता हं ू
िक काश, इसे और पहले प्रारं भ िकया होता । म सचमु च यह चाहता हं ू िक आप
अपना सवो म जीवन जीएं तथा पूरी तरह जीने की प्रिक् रया म लग - हर कुछ िदन
पर एक जनल म िलखना आपको ऐसा करने म मदद पहुंचाएगा । यहां ऐसे कुछ फायदे
ह, िज ह म इससे हािसल करता हं ःू
1. दज करना । अपने जनल के प न पर म उन महान िवचार को दज िकया करता
हं ,ू िजनका अ ययन कर म उ ह अपने जीवन से जोड़ना चाहता हं ू । यिद म एक
अखबार पढ़ रहा हं ू और िकसी ने कोई िदलच प बात कही है , तो म उस उ रण को
काटकर अपने जनल म िचपका दे ता हं ू । िफर म उसके नीचे अपने वयं की अं तदृि ट
दज करता हं ू (म काफी हवाई यात्राएं िकया करता हं ू और अपना जनल, एक कची
तथा एक लूि टक अपने ब्रीफकेस म रखता हं )ू । यिद िकसी पित्रका म मे रे िकसी
नायक की तसवीर है या मे रे ल य म से िकसी एक से सं ब कोई िचत्र है , तो म उसे
भी काटकर उसम िचपका दे ता हं ू । यह काय मु झे आशा से भर दे ता है और मे रे सपने
िजं दा रखता है ।
2. सु दृढ़ करना । जीवन-प्रिक् रया के एक गं भीर छात्र के प म मु झे इसकी
ज रत होती है िक म चीज को िलख िलया क ं , तािक उनसे जु ड़ सकूं । मे रा मतलब
यह है ः यिद म िकसी से िमनार म जाता हं ू अथवा एक महान पु तक पढ़ता हं ,ू तो मने
जो सीखा, उसे िलख ले ने से वह सबक मे रे अं दर गहरा प्रिव ट हो जाता है । वे मु झसे
बहुत यादा जु ड़ते ह और म उ ह बहुत साफ तौर पर याद रख पाता हं ू ।
3. उ मु त करना । यिद कोई िदन मे रे िलए बहुत चु नौतीभरा रहा, तो म अपना
जनल िनकालता हं ू और अपनी हताशा उसी म डाल अपने अनु भव िलख दे ता हं ू ।
यही एक काम मे रे तनाव उ मु त कर दे ता है और मु झे ऐसा महसूस कराता है जै सा म
अपने सबसे अ छे िमत्र से बात कर महसूस करता हं ू ।
4. गहरा िचं तन । जै सा मने अपनी पु तक ‘‘लीडरिशप िवजडम फ् रॉम िद मं क हू
सो ड िहज फेरारीः िद 8 िरचु अ स अॉफ िवजनरी लीडस’ म िलखा है , ‘गहरा िचं तन
िववे क की जननी है ।’’ हम एक ऐसी दुिनया म रहते ह, जहां अब लोग हर स ताह
िसफ और िसफ गहरा िचं तन करने के िलए कोई खास व त नहीं िनकालते ह । यिद
आप अपने जीने के तौर-तरीके पर गहरा िचं तन करने के िलए व त नहीं िनकालते तथा
उसम ज री सु धार नहीं करते , तो यह तय है िक आप वही गलती बार-बार करते रहगे
। मे रा जनल मु झे इसके िलए एक जगह उपल ध कराता है िक म अपने आपके साथ
बातचीत तथा कुछ यि तगत आ मावलोकन कर सकूं । वै सा करने पर मु झे अपने
अतीत से मदद िमलती है और मे रे हर िदन का उसके िपछले िदन के आधार पर िनमाण
होता जाता है ।
28

कौन-सी चीज प्रभावशाली प्रदशनकता


बनाती है ?

हमारे 2 िदवसीय कॉरपोरे ट कोिचं ग कायक् रम, िद एलीट परफॉमस िसरीज, ने हमारे
कॉरपोरे ट लायं ट्स के साथ शानदार सफलता पाई है , िजनम कई प्रमु ख बक, दुिनया
की सबसे बड़ी सॉ टवे यर कंपिनय म से एक और कई उ पादक सं गठन शािमल ह ।
भावनाकिद्रत ने तृ व की प्रिक् रया पर आधािरत यह कायक् रम किमय को सोचने ,
महसूस करने तथा प्रभावशाली प्रदशन करने वाल तथा प्रामािणक ने तृ वकताओं
की तरह काम करने के िलए प्रेिरत करता है । पिरवतन के इस यु ग म किमय के
िलए यह आसान है िक वे अहम चीज भूल जाएं । हमारे प्रितिदन के कायों म हमारा
यान बं टाने की िजतनी यादा चीज मौजूद ह, यह हमारे िलए बहुत आसान है िक हम
अपनी सवो म पारी खे लना और अपनी स ची प्रितभा को चमकने दे ना भूल जाएं ।
ते ज गित, तकनीक तथा अिनि चतता के इस दौर म हमारे िह से इतनी यादा चीज
रहती ह िक यह भूल जाना बहुत आसान है िक प्रभावशाली प्रदशन करने वाले कैसे
िदखते ह और यह िक मनु य के प म हमम से हरएक के ऊपर डाली गई अपनी
महानतम सं भावनाओं तक पहुंचने की िज मे दारी हम कैसे पूरी कर ।
एक प्रभावशाली प्रदशन करने वाले के तर पर रहना और काम करना हम खु दके बारे
म अ छा महसूस कराता है । हममे से हरएक के अं दर एक सा ी रहता है । इससे मे रा
मतलब यह है िक हमारे कद्र की गहराई म जानकारी की एक जगह ऐसी होती है , जो
हमारे जीने तथा अपना जीवन सं चािलत करने के तौर-तरीके पर िनगाह रखती है ।
जब हम अपने स चे मू य के मु तािबक रहते ह, कड़ी मे हनत करते ह, लोग से
अ छा बरताव करते ह और अपने काम से मू यवधन करते ह, तो यह सा ी उसे
दे खता है और यह सु िनि चत करता है िक हम अपनी मौिलक प्रकृित के प्रित स चे
ह । हमारा आ मस मान बढ़ता है और तब हमारा जीवन काम िकए िबना नहीं रह
सकता । हम अपने िवषय म अ छा महसूस करते ह । हमारी ऊजा मु त होती है और
हम और यादा वह होने लगते ह, जो हम सचमु च ह । अपने जीवन के हरएक पहलू म
प्रभावशाली प्रदशन करने के प्रित खु दको वचनब करने से आपके िदन की
जिटलताएं नहीं बढ़तीं । इसके बजाए यह आपके जीवन की गु णव ा बढ़ाता है और
चीज को आपके िलए सरल बनाता है । अपनी गहराई म हम सभी अपनी सवा च
प्रितभाएं साकार करने तथा अपनी िनयित के अनु प बनने की एक मानवीय भूख
महसूस करते ह, जबिक हमम से यादातर लोग इस जीवन-पु कार को वीकार करने म
असफल रहते ह । हम छोटी-छोटी पािरयां खे लते रहते ह और इस यकीन के फंदे म
पड़ जाते ह िक महानता कुछ चु ने हुए लोग के िलए ही सु रि त होती है । मे रे कुछ
सबसे गहरे यकीन म से एक यह है िक इस पृ वी का प्र ये क यि त उस चु ने हुए
समूह का ही होता है । इस पृ वी के प्र ये क यि त के अं दर एक प्रितभा होती है ,
जहां तक यिद वह पहुंच सके, तो वह उससे चम कृत हो उठे गा । जै सा फ् रे डिरक फॉ ट
ने एक बार िलखाः ‘हम सबके अं दर एक महामानव सोया रहता है । और जब वह
जागता है , तो चम कार होने लगते ह ।’
अब, जब हम गरमी के महीन म प्रवे श कर रहे ह, तो म आपको इस हे तु आमं ित्रत
करता हं ू िक आप गहराई से सोचने वाले होने के िलए व त िनकाल । आप िकस तरह
रह रहे ह और िकस तर पर प्रदशन कर रहे ह, उसपर गौर करते रह । खु दसे ऐसे
सवाल करते रहः ‘ या म अपनी सं भावनाएं पूरी कर रहा हं ?ू ,’’ ‘‘ या म यि तगत
महानता का प्रितरोध कर रहा हं ?ू ’’, ‘‘म अपने िदन म जो कुछ कर रहा हं ,ू या वह
एक समृ िवरासत का सृ जन कर रहा है ?’’ शायद आप प्रकृित के साथ और यादा
व त िबताना चाह । शायद आप इस सं बंध म एक गहरी बातचीत म लग िक
प्रभावशाली प्रदशन का या अथ होता है और यह आपके जीवन म या मू य
जोड़े गा । यिद म कोई एक चीज जानता हं ,ू तो वह यह है िक इस िव व को यादा
ने तृ वकताओं की ज रत है । इस िव व को ऐसे लोग की ज रत है , जो अपनी
सवो म पारी खे ल रहे ह तथा अपना सबसे अ छा जीवन जी रहे ह । िव व को ऐसे
लोग की ज रत है , जो प्रकाश तं भ बन सक और ऐसे यि त जो उस प्रितभा म
यकीन करते ह, जो हरएक मनु य ारा प्रदिशत की जा सकती है । प्रभावशाली
प्रदशन के िलए अपना दय खोल और वचनब ताओं की एक पूरी श्रख ृं ला का
सृ जन कर, जो आपके यवसाय तथा यि तगत जीवन की अगली सं भावना तक
पहुंचने म आपकी मदद करे गी । यह आपके िलए एक श्रे ठ काय होगा ।

प्रेरक उ रण
‘‘जीवन छोटा है । इसकी सबसे अहम चीज न भूलः दस
ू र के िलए जीना और उनका
भला करना ।’’
माकस औरे िलयस
‘‘अतीत का पछतावा न कर । पछताने से या फायदा? झठ ू यह कहता है िक आप
अफसोस कर । स य यह कहता है िक आपको प्रेमभरा होना चािहए । सभी दुखद
मृ ितयां खु दसे दरू हटा द । अतीत की चरचा न कर । प्रेम के प्रकाश म रह और
सभी चीज आपको दे दी जाएं गी ।’’
ईरानी कहावत
‘‘जब हम अपनी सभी सीख भूल जाते ह, तभी हम जानना शु करते ह ।’’
हे नरी डे िवड थोरो
‘‘ने तृ वकता का कत य खु दकी बे हतरी नहीं, बि क खु दका मरण है । आप खु द ही वह
सब ह, िजसे होने का सपना आपने कभी दे खा है । खु दको जानने के िलए ज री
आं तिरक काय कर आप अपनी स ची शि त तक पहुंचगे और उसे पा सकगे , जो आप
सचमु च ह । यि तगत जागरण का यही अथ है । यही जीवन का सार है । यही
सफलता का रह य है । यही वह है , िजसे स चे ने तृ वकता िकया करते ह ।’’
रॉिबन शमा
अपने जनल म इन सवाल पर िलख
1. यिद आपका जीवन िकसी एक श द का प धर बन सकता, तो वह श द या
होगा?
2. आपके िलए आपके जीवन का अथ साफ करने वाला पल या रहा है और उसने
िकस तरह आपको आकार दे ने, गढ़ने तथा िवकिसत करने म अपनी भूिमका िनभाई?
3. अभी इस पल आप अपने जीवन म िकस चीज का सबसे अिधक प्रितरोध कर
रहे ह?
भय की सुं दरता
या आप उन जगह का रोजाना भ्रमण करते ह, जो आपको भयभीत करती ह? या
आप अपने भय से दरू भागने के बजाए उनकी ओर बढ़ते ह? सभी ने तृ वकता यह
समझते ह िक उनके भय की दस ू री ओर उनका सौभा य िनवास करता है । यिद आप
अपने भय का प्रितरोध करगे , तो वे बने रहगे । िकंतु यिद आप उ ह गले लगाकर
सीधा उनकी ओर बढ़गे , तो आप एक मानवप्राणी के प म सीधा अपनी वृ दि् ध की
और बढ़गे । वा तव म आपके भय आपके िलए खु दको गहराई से जानने के अवसर का
प्रितिनिध व करते ह । आपके भय आपकी उस वृ दि् ध से अिधक और कुछ नहीं ह, जो
आपसे िमलने आपकी ओर आ रही है । जब आप अपने भय को जान ले ते ह, तो आप
उन कायों को जान जाते ह, िज ह करना आपके िलए अपनी स ची शि त हािसल
करने के िलए ज री है । मसलन, यिद आपको कमजोर होने से भय है और आप इससे
दरू भागते ह, तो वह भय आपके जीवन म हमे शा मु य भूिमका अदा करता रहे गा ।
दस ू री ओर यिद आपम उसकी और बढ़ने और उसपर चढ़ बै ठने (और उससे होकर गु जर
जाने ) का साहस है , तो आप अपना स चा व प पाने की ओर एक िवशाल कदम बढ़ा
चु के ह गे । आप एक भय से ऊंचे उठ चु के ह गे और वै सा करके एक यि त तथा एक
ने तृ वकता के प म यादा शि तशाली हो चु के ह गे । याद रख, भय ऐसे साइनबोड
ह, जो यादा शि तशाली तथा तथा अिधक स चे होने के अवसर का सं केत दे ते ह ।
िन य उनका भ्रमण कर और उ ह जानने की ठान ल । वे उतने भयानक नहीं ह, िजतना
आपने उ ह समझ िलया है ।
29

अपनी जाग कता का िनमाण कर

अपने जीवन म बदलाव लाने तथा ने तृ वकताओं के प म खु दको पूरी तरह सामने
लाने के कुछ प्राथिमक तरीक म से एक स चे तौर पर अहम चीज के िवषय म
जाग कता का िनमाण करना है । अपनी प्राथिमकताओं, इ छाओं तथा सु धार लाने
के े तर् के सं बंध म आप िजतने ही सचे तन ह गे , आपके जीवन म उतने ही
सकारा मक पिरवतन आएं गे । सीिमत करने वाले यकीन, झठ ू ी मा यताएं और
नकारा मक आदत तब आपके ऊपर अपनी पकड़ ढीली करने लगती ह, जब उ ह
जाग कता की रोशनी म रखा जाता है । यहां पांच ऐसे सवाल ह, िजनके िवषय म
आप अगले महीने अपनी जाग कता का िनमाण कर सकते हः
1. यिद म अपनी सं भावना तक जीऊं, तो मे रा जीवन कैसा िदखे गा?
2. ऐसे कौन-से तीन यि त ह, िज ह जानने की म वा तव म ठान लूं, तो वे मु झे
अपना जीवन अगले तर तक उठा सकने म मे री मदद कर सकते ह?
3. अपना सुं दर जीवन सृ िजत करने के िलए म कौन-सी 3 पु तक पढ़ सकता हं ?ू
4. म हर स ताह कौन-सी एक चीज कर अपना जीवन िशखर तक उठा सकता हं ?ू
5. वह कौन-सा एक सीिमत करने वाला त व है , िजसने मु झे वह जीवन जीने से
वं िचत कर रखा है , िजसे मे रा दय जीना चाहता है ?

प्रेरक उ रण
‘‘उ रदािय व इि छत जीवन जीने का अवसर है , न िक घटनाग्र त जीवन का ।
उ रदािय व हाथ पर हाथ धरे बै ठ भिव य को घिटत होने दे ने के बजाए भिव य को
आकार दे ने का मौका है । उ रदािय व यि त के वचन की तरह धारण िकए जाने पर
वह बु िनयाद बन जाता है , जहां से िनरं तर उस यि त का अपना पांतरण होता रहता
है । ’’
वनर एहाड
‘‘म नहीं जानता िक आपकी िनयित या होगी, िकंतु म एक चीज जानता हं ःू आपम से
केवल वे ही लोग वा तव म खु शी हािसल करगे , जो से वा करने के तरीके तलाश कर
उसे पा लगे ।’’
अ बट वाइ जर
‘‘हम सबके अं दर एक महामानव सोया रहता है । और जब वह जागता है , तो
चम कार होने लगते ह ।’’
फ् रे डिरक फॉ ट
अपने आं तिरक व को चमकने दे ने के 5 तरीके
1. अपनी जानकारी म सबसे स चे यि त बन, तािक आप िजस यि त के प म

दिनया के सामने आते ह, वह उसी का प्रितिबं ब हो, जो आप अपने आं तिरक प से ह

2. अपनी जानकारी म सबसे भले यि त बन ।
3. हमे शा अपनी स चाई ही कह (िकंतु इसे यारभरे तरीके से कर) ।
4. हरएक िदन अपनी न वरता की जाग कता म जीएं ।
5. ू र की खु शी की यादा परवाह कर ।
अपनी खु शी के बजाए दस
30

ने तृ व की चुनौती

ऊंचे टं गे तार पर सं तुलन साधकर चलने की करामात िदखाने वाले सु पर् िस कलाकार
पापा वलडा ने राउं डस नामक िफ म म कहा, ‘‘जीवन तो तार पर जीया जाता है ।
बाकी बस (जीने का) इं तजार है ।’’ जीवन के सारे आनं द, सं भावनाएं और उ सव बस
आपके भय के ार के उस पार पड़े ह । रोजाना जोिखम उठाना आपके जीवन की ऊंची
जगह पर पहुंचने का शि तशाली तरीका है । इसे कभी नहीं भूल िक आपके भय की
दसू री ओर आपकी सारी आजादी िनवास करती है । आज पांच िमनट का समय
िनकाल अपने भय का मू यांकन करते हुए उनम से हर वै से को सूचीब कर, िज ह ने
एक मनु य के प म आपकी िवशालता को चमकने से रोके रखा है । िफर अगले 30
िदन तक उन भय (जो अपनी जीवनयात्रा के दौरान आपकी क पना ारा रिचत
आपको सीिमत करने वाली चीज के अलावा व तु तः और कुछ नहीं ह) का सामना
करने की कुछ छोटी िकंतु असहज करने वाली चीज कर । भय का अनु भव कर, िकंतु
िकसी भी तरह इसे करते रह । अगले कुछ स ताह म आपके अं दर उ ले खनीय ढं ग से
कुछ बदलने लगे गा । आ मिव वास बढ़े गा और िफर जो गित पै दा होगी, वह आपको
अपने भय म से कुछ और को जीतने के िलए प्रेिरत करे गी ।

प्रेरक उ रण
‘‘वह जगह जहां आपके सबसे बड़े भय रहते है , वही है , जहां आपका सबसे बड़ा
िवकास भी मौजूद रहता है ।’’
रॉिबन शमा
‘‘अपने पीछे छोड़े गए िदल म बने रहना अमर हो जाना है ।’’
टॉमस कपबे ल
‘‘अपने िदल से पूछ, ‘यिद मे रा जीवन थोड़ा ही और बचा होता, तो मे रे िलए सबसे
अहम या होता, म िकसे मू य दे ता और कैसे रहना चाहता?’’
जै क कॉनफी ड
‘‘अपने जीवन के साथ छोटी पािरयां खे लना बं द कर । अपने भय का सामना कर,
अतीत से छुट् टी पाएं और अपने दय म गहरे पहुंच उस यि त से अपना जु ड़ाव
थािपत कर, जो बनना आपकी िनयित म था । और तब अपनी दुिनयादारी म कदम
रख कुछ छोटा ही सही, मगर ऐसा काम कर, जो इस िव व को एक बे हतर जगह बना
सके ।’’
रॉिबन शमा
अपना सवो म होने के 5 तरीके
1. िनरं तर सक ण रह । अपनी मृ यु शै या पर कोई भी यह इ छा य त नहीं करता
िक वह कुछ कम भला होता । एक यादा महान जीवन जीने के िलए आप जो सबसे
अहम काम कर सकते ह, वह यह है िक अपने दय से कर, बोल तथा जीएं । आपका
ब्र ांड केवल तभी पिरवितत हो सकेगा ।
2. िवनम्र बन । उस तरह रह, िजसे पूरब के सं त एक शु आत करने वाले का मन
कहते ह । यह याद रख िक आपके जीवन म प्रवे श करता हरएक यि त अपने साथ
कहने को एक कहानी और िसखाने को एक सबक ले कर आता है , यिद आपम उसे
ग्रहण करने का िववे क हो । यह भी याद रख िक आपके जीवन म आया प्र ये क
यि त िबलकुल सही समय पर आता है , तािक वह आपको वह सीख दे सके, िजसे
सीखने की सबसे यादा ज रत थी ।
3. असहज होने म िनपु ण बन । जीवन का आनं द सबसे पतली डाल पर जीने म
िनवास करता है । सु र ा की लालसा तथा सं तुि ट के अपने छोटे -से दायरे म बने
रहना बं द कर । साहसपूण सपने दे ख । अिधक िववे कवान लोग से िमल । यादा बड़ी
चीज कर । यह आदत बनाएं िक िकसी नए िवचार को आप तब तक नहीं छोड़गे , जब
तक उसे साकार करने की िदशा म कुछ कर नहीं ले ते ।
4. सं बंध के िनमाता तथा इस िव व म एक प्रकाश तं भ बन । आपके सं बंध
िजतने समृ ह गे , आप उतने ही समृ यि त ह गे । एक मानवप्राणी के प म
हमारी खु शी का यादा िह सा हम इस बात से िमलता है िक अपने जीवन म
आने वाले लोग से हम िकतना जु ड़ाव महसूस करते ह । वा तव म खु श रहने वाले
लोग अपने ‘मानवीय जु ड़ाव ‘ पर बहुत कड़ी मे हनत करते ह । अगले 30 िदन म
खु दसे यह सवाल कर िक आप िकस तरह अपने आसपास के लोग के िलए एक
प्रकाश तं भ की तरह हो सकते ह । शायद आप यादा मु कुराने , यादा यकीन करने
अथवा अिधक से वा करने का िन चय कर सकते ह । यिद आप अपने जीवन म यादा
यार पाना चाहते ह, तो इसका समाधान सरल है - यादा यारभरे हो जाएं । याद रख
- जीवन म यादा प्रा त करने के िलए पहले आपको दुिनया के िलए यादा होना
पड़े गा ।
5. आं तिरक काय सं प न कर । जीवन म सारा ने तृ व खु दके ने तृ व से आरं भ होता
है । यह आशा करना बं द कर िक जब आपके आसपास के लोग बदलगे , तभी आपका
जीवन भी बदले गा । आप जो यि त ह, उसे बे हतर करने की शु आत कर और खु दके
िलए अ छी चीज होते हुए दे ख । प्रितिदन 30 िमनट पढ़। । एक जनल रख, तािक
आप अपने िदन को िकस तरह सं चािलत करते ह, इस सं बंध म यादा िवचार
करने वाले बन । अपने समय का स मान कर । अपने शरीर का पोषण कर । प्रकृित से
जु ड़ और अपने सोचने , महसूस करने तथा जीने के तौर-तरीके को ऊंचा उठाने के प्रित
गहराई से प्रितब बन ।
31

बगैर िखताब के ने तृ व कर

िपछले कुछ महीन म म बहुत सारे दे श की यात्राएं करते हुए िविभ न सं गठन के
साथ एक सरल सं देश साझा करता रहा हं ःू हरएक यि त - सीईओ से ले कर अिग्रम
पं ि त के किमय तक - के िलए यह ज री है िक वह एक ने तृ वकता की तरह सोचे ,
महसूस करे और बरताव करे । म गहराई से यह यकीन करता हं ू िक एक कंपनी की
पधा मक बढ़त उसकी इस मता पर िनभर है िक वह अपने पिधय की बिन बत
िकतनी ते जी से अपने लोग की ने तृ व मता िवकिसत कर सकती है । ने तृ व केवल
उन लोग के िलए नहीं है , जो ए जी यु िटव सु इट म काम करते ह । आप अपने
सं गठन (अथवा अपने समु दाय) म चाहे जो भी काम करते ह , यिद आप अपनी सांस
म अॉ सीजन ले रहे ह, तो आपके पास ने तृ व प्रदिशत करने का मौका है । और इस
िव व को ने तृ वकताओं की तरह बरताव करने वाले मानवप्रािणय की पहले से कहीं
अिधक ज रत है । सरल प म कहा जाए तो यिद हम महानता तक पहुंचना चाहते
ह, तो हमम से हरएक के िलए इस बात की ज रत है िक वह बगै र िखताब के ने तृ व
करे ।
बहुत-से कारोबारी ए जी यु िटव मु झसे पूछते ह िक स चा ने तृ व कैसा िदखता है ।
मे रे िलए ने तृ व का अथ नतीज की यि तगत िज मे दारी ले ना है । ने तृ व का
मतलब है िक आप चीज सं प न करा ले ते ह । ने तृ व का ता पय है िक आप अपने
वचन पूरे करते ह । ने तृ व का अथ है िक आप लोग म उनका सवो म दे खते ह तथा
उ ह सफलता के िलए कोच करते ह । ने तृ व का मतलब है िक आप अपनी जानकारी
म सबसे सकारा मक तथा सं बंध के िनमाण िलए समिपत यि त ह । ने तृ व का
ता पय है िक आपके पास सामािजक िज मे दारी का बोध है , तािक आप न केवल अपने
सं गठन को िव व तर तक ले जाते ह, बि क एक नया िव व बनाने म भी अपनी
भूिमका अदा करते ह । और अं ततः ने तृ व का यह अथ है िक आप अं धकार को कोसने
के बजाए एक दीया जला दे ते ह ।
जरा क पना कर िक यिद हमम से हरएक अपनी नै सिगक ने तृ व मता प्रदिशत करे ,
तो यह दुिनया कैसी िदखे गी । तब लोग पीिड़त जै सा बरताव नहीं करगे । लोग अपनी
नै सिगक सृ जना मकता का इ ते माल कर शानदार नतीजे पै दा करगे । लोग दस ू र को
अपनी सं भावनाएं साकार करने तथा अपने जीवन के ारा एक फक पै दा करने म उनकी
मदद करगे । तब सं गठन असाधारण हो जाएं गे । समु दाय असाधारण बन जाएं गे ।
और हमारी यह दुिनया एक बहुत बे हतर जगह बन जाएगी ।

प्रेरक उ रण
‘‘महान कंपिनय म बहुत-सी चीज खे ल की महान टीम जै सी होती ह । जब कोई भी
उन पर यान नहीं दे रहा हो, तब किठन अ यास म लगे िखलाड़ी साधारणतया उस
व त भी अ छा खे ल िदखाते ह, जब हरकोई उ ह ही दे ख रहा हो । िकसी भी तर पर
सफलता की प्रिक् रया को पीछे की ओर ले जाया जाए, तो हम एक जै सी सं रचना
पाएं गे ।’’
माइकेल जॉडन
‘‘असाधारण बनने की िदशा म पहला कदम बस साधारण होना बं द करना है ।’’
से थ गोिडन
‘‘ वा य एक व थ यि त के िसर पर रखा वह ताज है , िजसे केवल अ व थ यि त
ही दे ख सकते ह ।’’
अनाम
‘‘आप अपने िदन िजस तरह जीते ह, अपना जीवन भी उसी तरह गढ़ते ह ।’’
रॉिबन शमा
िह मत न हार
यहां एक टारब स (कैफे) म बै ठा हं ू । कॉफी पी रहा हं ू । और सोच रहा हं ू । कोई
िदवा व न नहीं दे ख रहा । व त भी यथ नहीं गं वा रहा । िचं ता नहीं कर रहा । िसफ
सोच रहा हं ू । मे री सवो म आदत म एक । यादातर म िमशन का एक बोध रखने
और िफर उसके प्रित ईमानदारी बरतने की अहिमयत के िवषय म सोचा करता हं ू ।
हालां िक यह आसान नहीं है ।
मने यह पाया है िक म िजतने ही बड़े सपने दे खता हं ,ू उतनी ही बड़ी बाधाओं का
सामना करता हं ू । जीवन म मे रा िमशन बड़ा सीधा-सपाट है ः म मानवप्रािणय को
असाधारण तथा सं गठन को िव व तरीय बनने म मदद पहुंचाना चाहता हं ू । मे रे
िलए इस सपने को पूरा करने तथा इस िव व को एक बे हतर जगह बनाने म अपनी
भूिमका अदा करने की एक तीव्र चाहत है । यह मे रे िलए िसफ एक यवसाय नहीं है -
यह मे रे िलए जीवन-पु कार है । िकंतु म िजतना ही ऊपर जाता हं ,ू मे री उतनी ही
अिधक परी ा होती है । पिरिचत-सा लगता है , है न?
िकंतु चु नौितयां अ छी होती ह । उनके ारा हमारी वृ दि् ध सु िनि चत होती है । खतर
के बीच हम सबसे सजग होते ह । हमम जो सबसे िववे कवान होते ह - स चे
ने तृ वकता, वे किठनाइय का सामना करने पर मु कुराते ह । वे यह समझते ह िक
जीवन बड़े व नशील यि तय - तीव्र चाहत से भरे क् रां ितकािरय - की परी ा
ले ता है । यह बहुत कुछ खे त से खर-पतवार िनकालने जै सी प्रिक् रया है - केवल
शि तशाली (और सवो म) ही अपने िदल के गीत के अनु प जीिवत रहते ह ।
इसिलए म अपने सामने आए िकसी भी प्रितरोध से ऊपर उठूं गा । म अपनी आं ख
सपन पर जमाए रखूंगा । म अपने सं देश तथा िमशन पर दृढ़ता से िटका रहं ग ू ा।
य िक यह दुिनया हम सपने दे खने वाल - हम और आप - की है । और चाहे हम
अं ततः जीतते ह अथवा नहीं, हम एक फक तो पै दा कर ही चु के ह गे । मे रे िलए यही
बहुत है ।
32

नजिरए की ताकत

िपछले महीने , ‘िद मं क हू सो ड िहज फेरारी पर’ एक बड़ी िफ म के िनमाण के


िसलिसले म मने भारत म तीन िदन गु जारे । िविवध सं कृितय की उस िवशाल भूिम
म िविभ न लोग से िमलते हुए मु झे अपना नजिरया िफर से बहाल करने का एक
मौका िमला । एक बार िफर यह मे री यान म आया िक इस दुिनया म चाहे म जहां भी
जाऊं, मानवप्राणी एक जै सी चु नौितय का मु काबला करते नजर आते ह । म चाहे
िजससे भी िमलता हं ,ू हम सभी की एक जै सी लालसाएं ह । म चाहे िजससे भी अपना
जु ड़ाव कायम करता हं ,ू मे री यह समझ बनी है िक हम सभी अदृ य बं धन से बं धे एक
ही िवशाल पिरवार के सद य ह ।
गरमी के महीन म म आपको इस हे तु आमं ित्रत करता हं ू िक आप अपने िलए व त
िनकाल और अपना नजिरया िफर से बहाल कर । आपके िलए यह मू यवान होगा िक
आप अपने दे न की सूची बनाएं और उन लोग को कृत ता के पत्र िलख, िज ह ने
आपके जीवन को मौजूदा श ल दी है । शायद आप फोन उठाएं और उन लोग से
बातचीत कर, िज ह ने आपके जीवन को समृ िकया और तब आपकी मदद की, जब
आपको उसकी स त ज रत थी । आप गहराई से यह भी सोच सकते ह िक इस दुिनया
म आप िकतने भा यशाली ह, जहां बहुत सारे लोग िसफ िजं दा रहने के िलए सं घष कर
रहे ह । जब आप अपने जीवन की दे न पर नजर डाल रहे ह, तो उन पु तक के बारे म
सोच, िज ह ने आपकी सोच को आकार िदया और उन िफ म के िवषय म, िज ह ने
आपको प्रेिरत िकया । अपने साथ काम िकए उन लोग के बारे म सोच, िज ह ने
आपके जीवन को बे हतर बनाया और उन अनु भव के िवषय म भी, िज ह ने आपसे
आपके स चे व प का पिरचय कराया ।
यह बहुत आसान है िक आप अपना जीवन जीने म इतने य त हो जाएं िक उस पर
काम करने का व त न िनकाल पाएं । तु लना मक प से अगले शांत महीन म इस पर
िचं तन करना काफी मू यवान िस हो सकता है िक वह या है , िजसका आप अगले
वषों म सृ जन करना चाहते ह और आप अपने सपन म िकस तरह प्राण फूं क सकगे ।
इस पर गहराई से सोच िक आपके जीवन म या काम कर रहा है और या काम नहीं
कर रहा है । उन चीज पर सोच, जो आपके जीवन म उ कृ ट ह और उन चीज पर, जो
आपके िव व तरीय होने की वचनब ता से तारत य नहीं रखते । और यह याद रख िक
यिद आप एक मानवप्राणी के प म अपनी सवो म पारी नहीं खे लते , तो यह दुिनया
एक कमतर जगह रह जाएगी ।

प्रेरक उ रण
‘‘एक हद तक याग के बगै र कोई सफलता, कोई उपलि ध हािसल नहीं हो सकती
और हम िजस हद तक वाथी तथा मनमाने िवचार से ऊपर उठकर अपने मन को
अपनी योजनाएं िवकिसत करने , अपना सं क प तथा आ मिनभरता मजबूत करने पर
किद्रत करगे , हमारी दुिनयावी कामयाबी सीधा उसी अनु पात म सं भव होगी ।’’
जे स एले न
‘‘अपनी सभी शिम दगी तथा टू टे सपन के साथ यह अब भी एक सुं दर दुिनया है ।
खु शिमजाज बन । प्रस न रहने की चे टा कर ।’’
डे िसडे रटा
ू रे को तारे
‘‘दो यि त एक ही िखड़की से दे खते ह; एक कीचड़ दे खता है , जबिक दस
िदखते ह ।’’
फ् रे डिरक लगिब्रज
‘‘जब आप अपनी स चाई जीते ह, तो आपके सपने आपके दर तक आने के रा ते बना
ले ते ह ।’’
रॉिबन शमा
अपने जनल म इन सवाल पर िलख
1. अहिमयत के बगै र कामयाबी एक खोखली जीत है ।
2. कभी भी कड़ी मे हनत और उ ले खनीय याग के बगै र कोई महान काय सं प न
नहीं िकया जा सका है .
3. िजतनी बड़ी जोिखम होगी, उसका पु र कार भी उतना ही बड़ा होगा ।
4. जब आप दसू र के िलए अ छी चीज करते ह, तो आपके िलए भी अ छी चीज
होने लगती ह ।
33

यवसाय का मानवीय प

जब हम अपने कुछ लायं ट्स, िजनम फॉ यून 500 के कॉरपोरे शन से ले कर म यम


आकार के उ म तक शािमल ह, के साथ शु आती काम करते ह, तो म इस तरह की
िट पिणयां सु ना करता हं ःू ‘‘ने तृ व यवसाय का ‘सॉ ट’ प है । हम अपना
यादातर व त रणनीित, प्रणािलय और प्रिक् रयाओं पर लगाते ह ।’’ यह भूल
जाना बहुत आसान है िक रणनीितय पर काम करने के िलए लोग की ज रत होती है
। एक िवजन को साकार करने के िलए भावना से भरे मानवप्रािणय की ज रत होती
है । ग्राहक के साथ सं बंध गहरे कर एक कंपनी को बढ़ाने के िलए प्रितभाशाली
यि तय की ज रत होती है । आपके पास िव व की सबसे शानदार रणनीित हो
सकती है , पर यिद आपके लोग उसम वािम व, प्रितब ता तथा यकीन नहीं रखते ,
तो िवजन तथा नतीज म हमे शा ही फक बना रहे गा । यवसाय को मानवप्राणी ही
महानताके दायरे म ले जाते ह । या आपका सां गठिनक िस ांत ‘‘लोग को सबसे
पहले रखता है ?’’
और लोग को सबसे पहले रखना एक स चे ने तृ व के दय म िनवास करता है । जब
आप लोग को बढ़ाएं गे, तो आप हमे शा ही अपना मु नाफा भी बढ़ाएं गे । जब आप
अपनी टीम को यह कोिचं ग करने म अपने िदन लगाएं गे िक वे िकस तरह अपनी सबसे
बे हतरीन पारी खे ल सकते ह और एक ऐसा काय थल बना सकते ह, जहां िफर से एक
मनु य बनना सु रि त हो, तो आपकी आमदनी हमे शा ही बढ़े गी । जब आपके लोग
अपने काम से मानव जीवन म जोड़े जाने वाले मू य की वजह से अपने िलए गव
महसूस करते है , तो उनकी भावना सं क्रामक हो उठती है । और यह याद रख िक लोग
उनके साथ यवसाय करना पसं द करते ह, जो यवसाय करना पसं द करते ह ।
िपछले स ताहांत, म अपने भाई तथा उसके पिरवार के पास गया था । वहां मु झे अपने
5 वषीय भतीजे को सु लाने का सुं दर मौका िमला । जब मने उसे सोते समय सु नाई
जाने वाली एक कहानी पढ़कर सु नाई, तो उसने अपनी मधु र आवाज म मु झसे पूछाः
‘‘ या आप मु झे कुछ अ छे िवचार सु ना सकते ह?’’ मने उससे पूछा िक ‘‘इससे
तु हारा या मतलब है ,’’ तो उसने बताया िक हर रात जब म सोने जाता हं ,ू तो मे रे
माता या िपता मु झे तीन से चार ‘अ छे िवचार’ दे ते ह । उसने बताया िक इन अ छे
िवचार से मु झे अ छे सपने दे खने म मदद िमलती है ।
ने तृ व का पूरा अथ सपने दे खना है । महान ने तृ वकता महान व नशील भी होते ह ।
इसिलए, जब आप लगातार अ छे सपने दे ख रहे ह , तो आपकी मदद के िलए म तीन
अ छे िवचार पे श करता हं ःू
• अ छा िवचार सं .1 : महान कंपिनयां महानता के िलए उसके लोग की मता
िवकिसत कर बनाई जाती ह । यह याद रख िक अपने लोग की वृ दि् ध करना कोई
‘दोयम प्राथिमकता’ नहीं है । उ ह मानवप्रािणय के प म सीखने , वृ दि् ध करने और
िवकिसत करने म मदद करना पहला जॉब है । जब आपके लोग म जान आती है , तो
आपके यवसाय म भी जान आ जाती है ।
• अ छा िवचार सं .2 : सफलता का राज खु दसे बड़ा एक मकसद पाने और िफर
उसके िलए अपने िदन समिपत कर दे ने म िनवास करता है । खु दसे परे होने की ज रत
आपके सबसे गहरे तर म रची-बसी है । जब आप इसे याद रखते और अपना जीवन
िकसी तरह के कद्रीय िमशन अथवा मु य ल य के िलए समिपत कर दे ते ह, तो आप
अपनी मूलभूत प्रकृित का स मान करते ह । तब आप अपने स चे व प से धोखा
नहीं करते । तब आप िकसी चीज के प धर होना आरं भ करते ह । और इसिलए
आपका जीवन काम करना प्रारं भ कर दे ता है ।
• अ छा िवचार सं .3 : अपनी जानकारी म सबसे भले यि त बन जाएं । त् िटहीन
िश टाचार अपनाएं । समयब ह । कम का वादा कर यादा कर । एक बड़े िदल के
साथ ने तृ व कर । यह न केवल आपको एक िटकाऊ प्रित पधी बढ़त दे गा, बि क
आप एक लं बी अविध म सबसे यादा खु श महसूस करगे (िदलच प िवरोधाभास, है
न? हम िजतना ही यादा दे ते ह, उतनी ही अिधक खु शी हािसल करते ह) ।

प्रेरक उ रण
‘‘हम खोज से पीछे नहीं हटगे । और अपनी पूरी खोज के अं त म वहीं पहुंचगे , जहां से
हमने शु आत की थी और तब उस जगह को पहली बार जानगे ।’’
टी.एस. इिलयट
‘‘जहां भी एक मानवप्राणी है , वहां भलाई का एक मौका मौजूद है ।’’
से नेका
‘‘जब आप बे हतर जानते ह, तो बे हतर करते भी ह ।’’
माया एं गेलो
‘‘मानवीय दय की सबसे गहरी ज रत खु दसे यादा अहम और बड़ी िकसी चीज के
िलए जीना है । जब आप अपना जीवन िकसी ऐसे मकसद या मु िहम के िलए समिपत
करते ह, जो मानवीय जीवन म मू य जोड़ता है , तब आप अपनी सबसे ऊंची
सं भावनाओं के दायरे म प्रवे श करते ह । और तब आपका जीवन खु द ब खु द काम
करना आरं भ कर दे ता है ।’’
रॉिबन शमा
‘‘जीवन जो सबसे अ छा इनाम पे श करता है , वह एक करने यो य काम पर कड़ी
मे हनत करने का मौका है ।’’
िथयोडोर जवे ट
10 चीज िज ह स चे ने तृ वकता िकया करते ह
यिद आप िबलकुल िनभीक हो जाएं , तो आपका जीवन कैसा िदखे गा? यिद आपको यह
पता हो िक आपके िवचार अ रशः आपकी दुिनया बना सकते ह, तो आप कैसी चीज
करगे ? यिद आप खु दको छोटा बनाए रखने वाली सीमाओं और अपनी सु िवधा के दायरे
से बाहर िनकल एक ऐसी जगह तक िव तािरत हो सक, िजसके बारे म अपनी गहराई
से आपको यह पता है िक आप वहीं पहुंचने के िलए बने थे , तो आपकी रोशनी िकतनी
ते ज चमकेगी? स चे ने तृ व का पूरा मतलब यही है िक आप वै से यि त बन, िजसके
िवषय म आपका दय यह जानता है िक आप हमे शा से वही बनने के िलए बने ह ।
स चा ने तृ व आपके िखताब अथवा आपके वे तन के चे क के आकार से नहीं आता ।
इसके बजाए ने तृ व का यह व प आपके अि त व तथा उस यि त से िनकलता है ,
जो आप ह ।
स चे ने तृ वकता िन निलिखत 10 चीज िनयिमत प से िकया करते हः
1. वे अपना सच बोला करते ह । आज के यवसाय म हम जब-तब ‘अपना सच
ू र को खु श करने के िलए तथा भीड़ के सामने अ छा िदखने के
िनगल जाते ’ ह. हम दस
िलए बोला करते ह । स चे ने तृ वकता िभ न होते ह । वे लगातार सच बोलते ह । वे
कभी ऐसे श द बोलकर खु द से िव वासघात नहीं करगे , िजसका तारत य उनकी
स चाई से न हो । मगर यह िकसी को ऐसी चीज कहने का लाइसस नहीं दे ता, जो
लोग को चोट पहुंचाने वाली हो । सच बोलने का सरल अथ साफ होना, ईमानदार
होना तथा स चा होना है ।
2. वे अपने िदल से ने तृ व करते ह । यवसाय का मतलब लोग होता है ।
वा तिवक ने तृ वकता अपना िदल अपनी आ तीन म रखते ह और अपनी कमजोरी
िदखाने से नहीं डरते । वे स चाई से दसू रे लोग का खयाल करते ह और अपने िदन
अपने आसपास के लोग को िवकिसत करने म यतीत िकया करते ह । वे सूरज की
तरह होते हः सूरज के पास जो कुछ भी है , वह उसे पौध तथा वृ को दे दे ता है ।
िकंतु इसके बदले , पौधे तथा वृ हमे शा सूरज की ओर बढ़ते ह ।
3. उनके अं दर का नै ितक ताना-बाना समृ होता है । आप जो भी ह, वह इतनी
जोर से बोलता है िक आप कभी वै सा नहीं बोल सकते । चिरत्र की ताकत स ची
ताकत है - और लोग उसे एक िकलोमीटर दरू से ही महसूस कर ले ते ह । वे अपनी
कथनी के अनु सार चलते ह और अपने कद्रीय मू य से तारत य िबठाए रखते ह । वे
भले और अ छे होते ह । और उनके वै सा होने की वजह से लोग उनम यकीन रखते ह,
उनका स मान करते ह और उनकी सु ना करते ह ।
4. वे साहसी होते ह । भीड़ के िव जाने के िलए बहुत साहस की ज रत होती है
। एक िवजनरी बनने के िलए बहुत साहस की ज रत होती है । आप िजसे सही
समझते ह, उसे किठन होने के बावजूद करने के िलए बहुत आं तिरक शि त की ज रत
होती है । हम एक ऐसी दुिनया म रहते ह, जहां बहुत सारे लोग कम से कम प्रितरोध
का रा ता चु नते ह । स चे ने तृ व का पूरा मतलब यही होता है िक िजस रा ते पर कम
लोग चले ह , उसे अपनाना और आसान के बजाए जो सही हो, उसे करना ।
5. वे टीम बनाते और समु दाय का सृ जन करते ह । अपने काय अनु भव म वे लोग
िजस एक प्राथिमक चीज की तलाश करते ह, वह समु दाय का बोध है । प्राचीन समय
म हम अपने समु दाय वहां से प्रा त करते थे , जहां हम रहते थे । काम के इस नए यु ग
म कमी अपने सामु दाियक बोध तथा जु ड़ाव की तलाश अपने काय थल से करते ह ।
स चे ने तृ वकता ऐसे काय थल बनाते ह, जो मानवीय जु ड़ाव तथा थाई िमत्रता
को बढ़ावा दे ते ह ।
6. वे खु दको गहरा करते ह । एक ने तृ वकता का यह जॉब होता है िक वह गहराई
तक जाए । स चे ने तृ वकता खु दको नजदीक से जानते ह । वे खु दसे एक मजबूत सं बंध
का पोषण करते ह । वे अपनी कमजोिरयां जानते और अपनी शि त का फायदा उठाते
ह । और वे अपने भय से ऊपर उठने म बहुत समय दे ते ह ।
7. वे सपने दे खने वाले होते ह । आइं टाइन ने कहा, ‘‘क पना जानकारी से यादा
अहम है ।’’ हमारी क पना से ही महान चीज पै दा हुआ करती ह । स चे ने तृ वकता
असं भव सपने दे खने का साहस करते ह । वे वह दे खते ह, िजसे सब दे खते ह और उसके
बाद वे नई सं भावनाओं के सपने दे खते ह । वे बहुत सारा समय अपनी आं ख बं दकर
यूिप्रंट तथा का पिनक उड़ान िचित्रत करने म लगाते ह, िजनसे बे हतर उ पाद,
बे हतर से वाएं , बे हतर काय थल तथा गहरे मू य पै दा होते ह । आप िकतनी बार
अपनी आं ख मूं द सपने दे खा करते ह?
8. वे अपनी दे खभाल करते ह । अपने शारीिरक आयाम की दे खभाल करना
आ मस मान की िनशानी है । यिद आप अ छा महसूस नहीं करते , तो अपने काम म
महान चीज नहीं कर सकते । स चे ने तृ वकता अ छी तरह खाते , यायाम करते और
अपने शरीर पी मं िदर की सार-सं भाल करते ह । वे प्रकृित के साथ समय यतीत
करते , काफी पानी पीते और िनयिमत मािलश ले ते ह, तािक शारीिरक प से वे
भूमंडल- तरीय प्रदशन कर सक ।
9. वे पूणता के बजाए उ कृ टता के िलए प्रितब होते ह । कोई भी मानवप्राणी
पूण नहीं है । हमम से हरएक यि त प्रगित की ओर अग्रसर है । स चे ने तृ वकता
जो कुछ भी करते ह, उसम खु दको उ कृ टता के िलए प्रितब करते ह । वे अपनी
सीमाएं लगातार िव तािरत करते और अपना तर ऊंचा करते रहते ह । वे पूणता के
पीछे नहीं पड़ते और दोन के बीच का फक जानते ह । यिद आप अपना तर अपने बारे
म िकसी दस ू रे यि त की क पना से काफी आगे ले जाएं , तो आपका जीवन कैसा
िदखे गा?
10. वे एक िवरासत छोड़ जाते ह । अपने आसपास के लोग के िदल म बने रहना
अमर हो जाना है । सफलता शानदार होती है , पर अहिमयत उससे भी बे हतर होती है ।
आप इसिलए बने थे िक अपना योगदान कर और अपने आसपास के लोग पर एक
छाप छोड़ जाएं । इस तरह से जीने म िवफल रहकर आप खु द से िव वासघात करते ह
। स चे ने तृ वकता िजन लोग के साथ काम करते ह, उनम से हरएक का गहरा
मू यवधन करते हुए और इस प्रिक् रया म इस िव व को एक बे हतर जगह बनाते हुए
िनरं तर अपनी िवरासत का िनमाण करते रहते ह ।
34

यात्रा के ारा िफर से नया होना

मे रे िलए जीवन का उ े य पूरी तरह सीखना, िवकिसत होना तथा अपने अं दर िनवास
करने वाले स ची शि त साकार करना है । यात्रा करना पे शेवर तथा यि तगत दोन
ही प म िवकिसत होने के सवो म रा त म एक है , य िक यह आपको अपनी
दै िनक िदनचया के सु रि त आश्रय से िनकलने , अपना नजिरया नया करने , नए
िवचार के प्रित खु लने और अपने प्रितरोध का सामना करने का मौका दे ता है ।
म यूरोप और इजराइल की 2 स ताह की यात्रा से अभी-अभी लौटा हं ,ू िजस दौरान
मने िवचार , िचं तन तथा अं तदृि टय से अपने दो मोटे जनल भर डाले । इस भ्रमण
ने मु झे िफर से नया कर िदया, प्रेिरत िकया और इसकी वजह से मने खु दको एक
मानवप्राणी के प म अपनी सवो म पारी खे लने के प्रित िफर से समिपत िकया ।
लं दन म म सट मािट स ले न म ठहरा, िजसके मािलक ईयन क् रै गर ( टूिडयो 54 के
भूतपूव मािलक, िज ह ने खु दको बु टीक होटल की श्रख ृं ला के मािलक के प म
पु नभािषत िकया है ) ह । सट मािट स ले न का भ्रमण करना नवाचार का एक केस
टडी करने जै सा और यवसाय म सृ जना मकता का एक असाधारण उदाहरण है ।
जै से ही आप एिलवे टर म प्रवे श करते ह, वीिडयो क् रीन पर आपको घूरती एक
यि त की आं ख की ओर आकृ ट हुए बगै र नहीं रह सकते । एिलवे टर के साथ-साथ
हौलवे म बजते एक अनोखे सं गीत के साथ आपका यह अनु भव जारी रहता है । जै से
ही आप अपने कमरे म प्रवे श करते ह, एक बार िफर इस पर गौर करते ह िक कमरे की
रोशनी को आप अपनी खास िच के अनु सार पांतिरत कर सकते ह, िजसम बगनी से
ले कर लाल, हरे और नीले जै से िविभ न रं ग भी शािमल ह । न केवल सट मािट स
ले न अपने अनु भव के िलए उ ले खनीय है , बि क इसका से वा तर भी मे रे ारा दे खे
गए सवो म म एक है । इसके बाद ए टडम म मने ऐन फ् रक यूिजयम का भ्रमण
िकया, जो एक यि त ारा दुिनया म अ छाई की शि त होने के प्रित एक मािमक
श्र ांजिल है । पे िरस म से वाडोर डाली यूिजयम का भ्रमण कर म िवचार के एक
सै लाब म डूब गया, एक ऐसा यि त िजसने न केवल लीक से हटकर सोचा, बि क
लीक का नामोिनशान भी िमटा िदया । सचमु च एक उ ले खनीय कलाकार तथा अपनी
ही तरह का एक प्रितभाशाली यि त । लोरस म मने दुओमो पर सूयादय का दृ य
दे खा तथा उिफजी के यूिजयम म िव व की कुछ सवािधक मू यवान कलाकृितयां भी
दे खीं । रोम म मने कोिलिसयम के ऊपर सूया त दे खा और शारीिरक सुं दरता से ले कर
दशन तक अपने िकए हरएक काय म उ कृ टता के प्रित प्राचीन रोमवािसय के
समपण को याद िकया ।
अं त म, इजराइल म जे सले म के पिवत्र थल ने मु झे गहराई से द्रिवत िकया । मे रे
अं दर का एडवचरर तब खु शी से िखल उठा, जब मु झे डे ड सी (मृ त सागर) म उतराने
और उस गु फा को दे खने का अवसर िमला, जहां मृ त सागर के शु आती ले ख सबसे
पहले िमले थे । चाहे आप समु दर् को नाव से पार करने के िलए एक वष की छुट् टी ल
अथवा एक लं बे स ताहांत म अपने िकसी िप्रयजन से िमलने जाएं , यात्रा आपको
िफर से नया कर दे गी, सृ जना मक अनु भिू त प्रदान करे गी और उ सािहत करे गी,
तािक आप अपने उस सवो म तर तक पहुंच सक, िजसके िलए आप बने ह । आज,
इस िवक प का चयन कर िक आप यादा पढ़गे , एक ऐसे से िमनार म प्रितभागी बन,
जो आपको आपकी सबसे ऊंची सं भावना साकार करने म मदद करे और कोई भी ऐसी
चीज कर, जो आपको आपके मौजूदा सु र ा दायरे के बाहर िव तािरत कर सके । जै सा
काल जं ग ने एक बार कहाः ‘‘जहां भय िगर रहा हो, वहां एकमात्र सु र ा कू दने म ही
है ।’’

प्रेरक उ रण
‘‘हािन पहुंचाना खु दको हािन पहुंचाना है । एक अ याय करना खु दके प्रित अ याय
करना है - यह आपको िन न तरीय बनाता है ।’’
मै िडटे शं स अॉफ माकस औरे िलयस
‘‘हम पृ वी के प्राणी ह, जो तार की आ याि मक यात्रा कर रहे ह । हमारी तलाश
और पृ वी पर हमारे कदम अपने अं दर झांकने के िलए, यह जानने के िलए ह िक हम ह
कौन, यह समझने के िलए िक हम सभी चीज से जु ड़े ह, कहीं कोई अलगाव नहीं है ;
जो भी है , वह िसफ मन म है ।’’
अमे िरकी आिदवासी कहावत
‘‘आप महानता के िलए बने थे । जब आप अपने जीवन म छोटे खे ल खे ला करते ह,
तो न िसफ खु दको, बि क उस शि त को भी अपमािनत करते ह, िजसने आपका सृ जन
िकया ।’’
रॉिबन शमा
‘‘हमम से यादातर लोग अपनी पिरि थितयां बे हतर करने के िलए िचं ितत, िकंतु
खु दको बे हतर करने के अिन छुक होते ह - और इसिलए हम बं धे रहते ह । ’’
जे स एले न, ऐज ए मै न िथं केथ
अपने जनल म इन सवाल पर िलख
1. या म एक मानवप्राणी के प म अपनी सवो म पारी खे ल रहा हं ?ू
2. या म अपने प्रितरोध का सामना कर रहा तथा अपने भय की ओर बढ़ रहा
हं ?ू
3. या म अपनी िजं दगी जी रहा हं ू अथवा वह िजं दगी जी रहा हं ,ू िजसे मे रे
आसपास के लोग चाहते ह िक म जीऊं?
4. अभी से ले कर इस वष के अं त तक मे रे िलए ऐसा या कुछ होने की ज रत है ,
तािक यह महसूस क ं िक म एक कामयाब यि त हं ?ू
5. मे रे जीवन म कौन-सी तीन सबसे अहम चीज ह और या म उन पर गौर कर
रहा हं ?ू
35

अपनी राह समृ करने का जीवन िववे क

िन निलिखत उ रण मे री बे टसे लर पु तक ‘हू िवल क् राइ हे न यू डाइ?’ से है


(पु तक की सभी अ छी दकू ान पर अं गरे जी और िहं दी म उपल ध) ।
अपने किरयर के उतार-चढ़ाव के बारे म पूछे जाने पर िफ म टार केिवन कोस्रर ने
इन श द म जवाब िदया, ‘म एक जीवन जी रहा हं ू ।’ मने इस उ र को बहुत गहराई
िलए पाया । अपने जीवन की घटनाओं एवं अनु भव का अ छे या बु रे के प म
मू यांकन करने म अपने िदन यतीत करने के बजाए उ ह ने एक ि थर मनःि थित
अपनाई और उ ह उसी प म वीकार करने का िनणय िलया, जै से वे ह, यानी अपने
किरयर का एक वाभािवक िह सा ।
हम सभी अपनी अं ितम मं िजल तक पहुंचने के िलए िविभ न रा ते अपनाते ह । हमम
से कुछ के िलए यह रा ता दसू र की बिन बत यादा पथरीला होता है । िकंतु कोई
भी बगै र िकसी मु ि कल का सामना िकए अं त तक नहीं पहुंच पाता । मु ि कल का
मकसद हम बे हतर करना होता है । इसिलए उससे लड़ने के बजाए य नहीं उसे
जीवन के एक तरीके के तौर पर िलया जाए? य नहीं आप खु दको नतीजे से अलग
कर ल और अपने जीवन म प्रवे श करती हरएक पिरि थित को बस पूरी तरह अनु भव
कर? पीड़ा को अनु भत ू कर और खु शी का आनं द उठाएं । यिद आपने घाटी का भ्रमण
नहीं िकया, तो पवत िशखर से िदखता दृ य कभी आपको त ध कर दे नेवाला नहीं
लगे गा । याद रख, जीवन म कोई वा तिवक नाकामी नहीं होती, केवल नतीजे होते ह
। कोई स ची त्रासदी नहीं होती, िसफ सबक होते ह । और कोई वा तिवक सम या
नहीं होती, महज िवकास के वै से अवसर होते ह, जो िकसी िववे कवान यि त ारा
समाधान के प म पहचाने जाने का इं तजार करते ह ।

प्रेरक उ रण
‘‘ऐसी महानता तो िकसी म भी नहीं होगी, जो इितहास की धारा ही मोड़ दे , िकंतु
हमम से हरएक यि त घटनाओं के छोटे िह से को बदल दे ने का काम कर सकता है
और उन सभी कायों के कुल योग म इस पीढ़ी का इितहास िलखा जाएगा ।’’
रॉबट एफ. केने डी
‘‘हरएक यि त के जीवन म एक िविश ट पल आता है ; एक ऐसा पल, िजसके िलए
यह यि त पै दा हुआ था । उस िविश ट मौके को यिद यह थाम ले , तो वह इसका
िमशन पूरा कर दे गा - एक ऐसा िमशन, िजसके िलए यह यि त अनूठे प से यो य
था । इस पल म हम अपनी महानता पा ले ते ह । यह हमारी सवो म घड़ी होती है ।’’
िवं टन चिचल
‘‘बहुत दरू सूय िकरण म मे री सबसे ऊंची मह वाकां ाएं ि थत ह । सं भव है , म उन
तक न पहुंच पाऊं, पर म नजर ऊपर उठा उनकी सुं दरता दे ख सकती हं ,ू उनम यकीन
कर सकती हं ,ू उनका अनु सरण करने की चे टा कर सकती हं ू । ’’
लु इसा मे अ कॉट
जीवन के अं ितम 3 प्र न
अपने जीवन के अं त म, जब आप अपने सभी उपादान से िवलग हो जाते ह, तो िसफ
3 चीज अहम ह गीः
1. या आपने अपना जीवन बु द्िधमानी से यतीत िकया?
2. या आपने भरपूर यार िकया? और,
3. या आपने इस िव व की महानता से से वा की?
यिद ये प्र न आपके जीवन के अं त म अहम ह गे , तो य नहीं हम अभी ही इ ह
अहम बनाने की यि तगत िह मत पै दा कर । प्रभावशाली प्रदशन करने वाले बस वे
लोग होते ह, िज ह ने यह समझ िलया िक उनके जीवन के िलए सबसे अहम या है
और तब उन प्राथिमकताओं की चार ओर अपने िदन का िनमाण िकया । आगामी
स ताह म अपने िलए एक शांत समय िनकाल और ऊपर बताए ‘अं ितम प्र न ’ पर
गहराई से सोच/जनल िलख । इसे साफ कर िक एक िववे कपूण जीवन जीने का आपके
िलए या मतलब होता है । इसका अथ दस ू र से अ छा बरताव करना, अपना
सवो म प्रदशन करना और हर किठनाई म एक वरदान दे खना हो सकता है । िफर इस
पर िचं तन कर िक अपनी जीवनयात्रा के मा यम से भरपूर यार करने का आपके िलए
अथ है । या इसका अथ कमजोर होना और जीवन म हर िकसी से अपने िर ते के बारे
म सच बोलना है ? इसका मतलब क णा, समझदारी तथा माशीलता के िन य
अ यास म लगना हो सकता है । इसका मतलब बस दस ू रे मानव प्रािणय से जु ड़ने के
आनं द का व त िनकालना और, वै सा करना िकतना अ छा लगता है , इसे महसूस
करना भी हो सकता है । अं त म, इसका एक मानिसक नमूना सृ िजत कर िक एक बड़ी
से वा करता हुआ जीवन कैसा िदखे गा । खु दसे पूछ िक ‘‘म दुिनया बनाने की िदशा म
या कर रहा हं ?ू ’’ अपनी िवरासत तथा इस त य पर गहराई से िचं तन कर िक आपके
बाद आने वाली पीिढ़यां कैसे यह यह जानगी िक आपने इस पृ वी को सु शोिभत िकया
था ।
इस छोटे अ यास म एक घं टे से यादा का व त नहीं लगे गा । मगर यह आपको एक
ऐसा जीवन जीने का साम य दे गा, जो कहीं यादा इरादतन िबताया गया, सोचा-
समझा और सचे तन होगा ।
अपने जीवन पर िनयं तर् ण पाने के 8 तरीके
1. चोट को िववे क म बदल द । बाधाओं को सीिढ़य के प म दे ख ।
2. खु दके बारे म दे खे अपने सपने से अपनी तु लना करते रहने के बजाए यह दे ख िक
आपने िकतनी दरू ी तय कर ली ।
3. थोड़ी-थोड़ी बे हतरी के िनयम का पालन कर । अपने मन, शरीर तथा ह को
बे हतर करने का रोजाना एक छोटा अ यास ज र कर ।
4. यह समझ िक हम यह दुिनया वै सी नहीं दे खते , जै सी यह है । हम इसे वै सी
दे खते ह, जै से हम वयं ह ।
5. बे चने के बजाए गहरा मू यवधन करने पर यादा गौर कर ।
6. इसे जान िक काम और जीवन म पिरवतन का अथ इसके िसवाय और कुछ नहीं
है िक आपका िवकास आपके िनकट आ रहा है ।
7. जब अड़चन आ जाए, तो शांत रह और सोचः इसम जीवन का सबक कहां है ?
8. इसे समझ िक आपके भय के उस पार आपकी िक मत पड़ी होती है ।
36

सवो म पारी खेलने की ज रत

हाल ही मने अभी तक अपने दे खे सबसे बहादुर, िदलच प, िवकिसत, जु नूनी और यार
करने वाले लोग के एक दल के साथ ढाई िदन यतीत िकए । व नशील लोग के इस
दल के सद य दुिनया के िविभ न िह से से खु दकी खोज के िलए हमारे एक प्रमु ख
कायक् रम, अवे किनं ग बे ट से फ वीकड म भाग ले ने आए थे । इस कायक् रम ने
हजार लोग को यि तगत तथा पे शेवर प से अपना सवो म जीवन जीने म मदद
पहुंचाई है । ब च के िलए कायक् रम बनाने वाले दुिनया के सवो म िनमाताओं म से
एक ने अॉ ट् रेिलया से आकर इसम भाग िलया । दि ण अमे िरका से नोबे ल शां ित
पु र कार के िलए नािमत एक यि त इसम शािमल हुए । अमे िरका और कनाडा से
आए गृ हिणय , छात्र तथा िश क के साथ-साथ वहां के कई सीईओ तथा उ मी
भी इसम प्रितभागी बने । सभी इसम िसफ एक सरल- सी वजह से आएः उ ह िदल
ही िदल म यह पता था िक उ ह एक बड़ा जीवन उपल ध है और उनम इसका साहस
था िक वे उस जानकारी की बु िनयाद पर आगे काम कर सक ।
इस स ताहांत मने साधारण पु ष और मिहलाओं को असाधारण तरह से सामने आते
हुए दे खा । मै ने यि तय का एक ऐसा दल दे खा, िजनम अपने सवो म को सामने
लाने तथा उन बाधाओं को जानने के िलए खु द को गहराई से दे खने का साहस था,
िज ह ने उ ह उनके अब तक के अिधकतर जीवन म सीिमत कर रखा था । मने उ ह
खु द पर हावी भय को पहले अपनाने और तब उ ह भे दते हुए दे खा । मने उ ह एक बार
िफर उस बालसु लभ िज ासा से जु ड़ते हुए दे खा, िजसे हमम से बहुत सारे लोग ने
वय क के प म पिरप व होते हुए खो िदया है । याद रख िक वय क लोग घिटया बने
ब च से अिधक और कुछ नहीं होते । म यह यकीन करता हं ू िक अपने िदन से
गु जरते हुए इस मानवीय यात्रा म आगे बढ़ने का ल य खु दकी बे हतरी नहीं, खु दको
याद करना है । अं त म, जब वे इस अनु भिू त पर पहुंचे िक महानता कुछ चु िनं दा लोग
के िलए सु रि त नहीं होती, तो मने उ ह हं सते , यहां तक िक रोते हुए दे खा । यह इस
पृ वी पर िवचरते हरएक मानवप्राणी का ज मिस अिधकार है ।
ये लोग और आप मे रे नायक ह । कभी-कभी मे रा कायभार मु झे थका डालता है ।
ले िकन जब कभी म अवे किनं ग बे ट से फ वीकड म दे खे गए लोग सरीख को दे खता
हं ू अथवा अपने से िमनार म ऐसे लोग से िमलता हं ,ू िज ह ने अपने जीवन के
प्रदशन की यि तगत िज मे वारी ले रखी है या िफर वै से लोग की कहािनयां सु नता
हं ,ू िज ह ने मे री पु तक पढ़ी ह और उसकी जानकािरय का इ ते माल कर
मानवीयप्राणी के प म वे जीवन म एक बड़ी पारी खे ल रहे ह, तो म प्रेिरत हो
उठता हं ू । बहुत बड़ी सं या म लोग अपने जीवन म छोटी-छोटी पािरयां खे ल रहे ह ।
बहुत बड़ी सं या म लोग अपनी मता से काफी िन न तर पर काय कर रहे ह । बहुत
बड़ी सं या म लोग ने कभी अपने अ यं त िप्रय रहे सपन तथा जु नून म यकीन
करना छोड़ िदया है । और ऐसा इसिलए हुआ है िक अ छे लोग ने इसे भु ला िदया
िक वे महान होने के िलए पै दा हुए थे । उ ह ने अपने आसपास के लोग के भय हािसल
कर वयं को दोयमपने तक सीिमत कर िलया ।
मु झे एक प्र न करने दीिजएः हमारी दुिनया तब कैसी िदखे गी, जब हरएक यि त
अपने काम तथा जीवन से यार करते हुए अपने उ चतम तथा सवो म तर पर जी
रहा हो? हम दोन इसका उ र जानते ह । इसिलए एक यि त की से ना के प म
आज से ही शु आत कर । अपने अतीत की बे िड़यां काट फक और यादा
क पनाशील, अिधक उ कृ ट, अिधक सकारा मक तथा यादा यारभरे हो जाएं ।
वै से यि त हो जाएं , जै से आप हमे शा से होना चाहते थे । एक बे हतर, यादा
साहिसक तथा बे हतर पारी खे ल । म आपको चु नौती दे ता हं ू ।

प्रेरक उ रण
‘‘मानवप्राणी भावना की शि त से सं चािलत होते ह, तक से नहीं ।’’
केिवन रॉबट् स, साची ऐंड साची के सीईओ
‘‘स मान सादे वे श म यार ही है ।’’
फ् रकी बायन
‘‘जहां आपके सबसे बड़े भय ि थत ह, वही वह जगह भी है , जहां आपका सबसे बड़ा
िवकास भी मौजूद है । आप उससे दरू भागना य चाहगे ?’’
रॉिबन शमा
अपने जनल म इन सवाल पर िलख
1. सबसे अ छा वह एक सबक या है , िजसे जीवन ने आपको िसखाया है ?
2. यिद आपको यह नहीं मालूम िक आप या थे , तो िफर आप या होना चाहगे ?
3. आपके जीवन म महानता कैसी िदखती है ?
4. यिद 18 वष का एक यु वा जीवन म कामयाबी पर आपका सवो म िवचार
जानना चाहे , तो आप उसे या कहगे ?
5. यिद आपने खु दम वे बदलाव नहीं लाए, जो आपको पता है िक आपके िलए
ज री थे , तो जीवन के अं त म आप कैसा महसूस करगे ?
वह यि त जो सबसे यादा सु नता है , जीतता है
िपछले कई वषों म मु झे इस पृ वी पर कुछ सबसे सफल यि तय का सफलता कोच
बनने का सौभा य हािसल हुआ है । मने अग्रणी सीईओ, बे हद कामयाब उ िमय ,
िव व पीडबोट रे िसं ग चिपयनिशप के पांच बार िवजे ता यि त के अलावा कुछ
िसतार के साथ काम िकया है , जो सभी जीने के बे हतर रा ते की तलाश करना चाहते
ह । असाधारण जीवन जीने वाले लोग म यिद म कोई एक िविश ट गु ण दे ख सका हं ,ू
तो वह यह है िक सवो म म भी सवो म लोग सोचने का व त िनकालते ह । बहुत
बड़ी सं या म लोग मान अपने जीवन के सं चालन चक् र पर ही सो जाया करते ह ।
बहुत बड़ी सं या म लोग अपना जीवन आकि मक घटनाओं के भरोसे जीते ह । बहुत
बड़ी सं या म लोग अपने िदन से होकर दौड़ते - भागते इतने य त रहते ह िक वे यह
भी नहीं सोचते िक कहां जा रहे ह और य दौड़ रहे ह । म अपने कोिचं ग लायं ट्स के
साथ जो एक शि तशाली फॉमूला साझा करता हं ,ू वह इस प्रकार है ः अपने जीवन
का एक ितहाई व त सोचने म लगाएं (योजनाएं बनाना, मू यांकन करना, िव ले षण
करना और जाग कता बढ़ाना), एक ितहाई काम करने म (अपने ल य की िदशा म
काम करने , चीज घिटत करने म) इ ते माल कर तथा बाकी एक ितहाई सं पर् े षण म
(कोिचं ग, सं बंध बनाने म और अपनी आशाओं तथा सपन के चतु िदक लोग का
समथन हािसल करने म) खच कर ।
सवे रे उठ और सोच । अपनी योजनाओं की समी ा और अपनी सीमाओं की पहचान
कर । इस पर गहराई से िचं तन कर िक आप िकस तरह काम कर रहे और जीवनयापन
कर रहे ह । बे हतर बनने के िलए अपने तौर-तरीक म सु धार लाने के िलए प्रितब
ह । इस सं बंध म सोच िक आपके िदन म या कुछ होना चािहए, तािक आप यह
जान सक िक आपने पूरी तरह और महानता से जीया । यह याद रख िक िजस तरह
आप अपने िदन गु जारते ह, अपना जीवन उसी तरह का बनाते ह । आपके िदन व तु तः
आपके जीवन के छोटे प ह । और यह भी याद रखः जब आप बे हतर सोचते ह, तो
बे हतर करगे ।

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