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वशक्षि अनुभव प्रमाि पत्र

ववद्यालय जावक क्रमांक : ------------------ वदनांक : ------------


प्रमाशर्ि शकया जािा है शक श्री/सश्रु ी/श्रीमिी ------------------------------------------------------------------
पत्रु श्री/पत्रु ी श्री ----------------------------------------------शवद्यालय का नाम ------------------------------
----------------------------------------------------- शदनांक ------------------ से लर्ािार वियमान में प्राइमरी
शिक्षक (सहायक अध्यापक) पद पर स्थायी/ अस्थायी /पररशवक्षा पर काययरि हैं। जो शवद्यालय में कक्षा 1 से 5 /
कक्षा 1 से 8 में अध्यापन कायय करिे हैं। ये वेिन श्रृंखला ............................... में कुल माशसक वेिन रूपये
.......................... प्राप्त करिे हए कुल वाशषयक आय रूपये ………………....... प्राप्त कर रहे हैं/करे र्।ें
वनम्नवलवखत में से जो भी आपकी संस्था पर लागू हो उसके सामने () सही का वनशान
लगायें।) एवं आवश्यक जानकारी भरे|
1. यह शवद्यालय राजकीय शवद्यालय है जो राज्य / के न्र सरकार द्वारा संचाशलि है। ( )
अथवा
2. यह शवद्यालय र्ैर राजकीय शवद्यालय है जो राज्य /कें र सरकार द्वारा मान्यिा प्राप्ि है। ( )
मान्यिा प्राशप्त का वषय क्रमांक ----------- ------. ------ ------. - ------. शदनांक -----------
मैं प्रमाशर्ि करिा हाँ /करिी हाँ की उपययक्ु ि शववरर् सही है।

वज.वश.अ.कायाधलय जावक क्रमांक : ------------------ वदनांक : ------------

प्रवतहस्ताक्षर * हस्ताक्षर
वजला वशक्षावर्कारी अथवा सक्षम अवर्कारी (मय सील) संस्था प्रर्ान (मय सील)
(पूरा नाम ) (पूरा नाम )
* र्ैर राजकीय शवद्यालय एवं राजस्थान राज्य से बाहर के शवद्यालयों के अभ्यथी प्रशि हस्िाक्षर करवायें।
नोट –
1. आवेदनकताध के वलए यह आवश्यक है वक वह प्रवेश फामध भरते समय एवं काउन्सवलगं के दौरान भी ववद्यालय
में वनयवमत रूप से पढा रहा हो। तथा पूरी बी.एड. के दौराि भी अध्यापक रहिा चानहए।
2. शवश्वशवद्यालय को जो भी सचू ना चाशहए वो प्रारूप में दी र्ई है। यशद संलग्न प्रारूप में ही हस्िाक्षर नहीं हए िो
शवश्वशवद्यालय शिक्षर् अनुभव प्रमार् पत्र को अनुपयक्ु ि मान कर अस्वीकार कर सकिा है।
3. शववाशहि मशहला अभ्यथी का शववाह के पश्चाि नाम/सर नेम बदला हो िो काउन्सशलंग के समय गजट नोशटशफके शन
प्रस्तुत करें अथिा राज्य सरकार में यशि आपके बिले हुए नाम से शनयशु क्त हुई हो तो िह शनयशु क्त पत्र प्रस्तुत करें ।
4. अभ्यथी इस अनुभव प्रमार् पत्र को सरु शक्षि रखें िथा प्री. बी.एड. परीक्षा में उत्िीर्य होने पर प्रवेि काउन्सशलंर् के
समय प्रस्ििु करें । अनुभव प्रमार् पत्र मल
ू हस्िाक्षर शकया हआ ही प्रस्िुि करें । तथा काउन्सशलंग के समय नया
अनुभि प्रमाण पत्र बनिा कर भी लायें।
5. यशद एक से अशर्क शवद्यालयों में काययरि रहे हो िो और आप चाहे िो उन सबके अलर् से प्रमार् पत्र बनवाकर
संलग्न कर सकिे है|
6. शिक्षक जो स्वयं शवद्यालय प्रर्ान हैं, वे अपने उच्च अशर्कारी से शिक्षर् अनभु व प्रमार् पत्र प्रशिहस्िाक्षररि करवा कर
प्रस्ििु करें ।

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