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दिवस प्रकरण ववषय-वस्तु शिक्षण ब ि
िं ु सिंभाववत प्रश्न क्रियाकलाप
/गततववधि
/नवाचार /तकनीकी उपकरण

दिवस- सर्वप्रथम काि वर्भािन करिे ु ए प्रदत्त काि की मूि वर्िेषिौर पर उन भार् िथा उदा रर्ाथव-
1 वर्द्यार्थव प्रर्वृ त्तयों एर्िं युगीन पररजथथतियों का र्र्वन कवर्यों की रचनाओिं भाषा, https://youtu.be/kEGRmiURuyk?si
पद्य यों को कीजिए, जिससे वर्द्याथी अिीि एर्िं की िानकारी अििंकार,रस, =A_mqUvE6NNwSM5Ww
खिंड व सत्र र्िवमान की आर्थवक सामाजिक ,रािनैतिक दीजिए,िो छिं द,बबिंब,
गुणा 2024-25 जथथति को समझिे ु ए ित्कािीन साह त्य पाठ्यक्रम में िब्द - https://youtu.be/E2HFxK-
त्मक का को समझने में सक्षम ोंगे। सजममलिि ककए गए िजति, गुर्, q1hI?si=LA3cLr5A6YOz_LGF
पररणा पाठ्यक्रम काव्य के लिल्पगि और भार्गि सौंदयव की ैं। िैिी आहद
म हे तु लिखर्ा िानकारी दीजिए। से सिंबिंर्िि https://youtu.be/HyAWzR3dM80?s
श्रेष्ठ दीजिए। प्रश्न। i=N9KoAh8o3rhPk3Q4
ववधि ह द
िं ी अथवग्रर् े िु
यााँ-1 साह त्य कहिन िब्दों
के के अथव
इति ास लिखर्ाएँ।
की समझ
उत्पन्न
करना।

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दिवस गद्य के प्रादभ
ु ावर् के समय आर्थवक भार् िथा उदा रर्ाथव-
–2 ह द
िं ी सामाजिक ,रािनैतिक जथथति को समझाएिं भाषा, https://youtu.be/29GBq-
गद्य साह त्य , जिससे वर्द्याथी ित्कािीन साह त्य को अििंकार,रस, gSWN4?si=v5XsxuXdIZ4LkKGV
खिंड व के समझने में सक्षम ो सकें। छिं द,बबिंब,ि
गण
ु ा इति ास गद्य के लिल्पगि और भार्गि सौंदयव की ब्द-िजति,
त्मक की समझ िानकारी दीजिए। गर्
ु ,
पररणा गद्य की वर्लभन्न वर्िाओिं, िैसे क ानी, िैिी आहद
म हे तु सिंथमरर्, िलिि से सिंबिंर्िि
श्रेष्ठ तनबिंि,आत्मकथा,वर्चारपरक तनबिंि, प्रश्न।
ववधि रे खार्चत्र आहद की िानकारी दीजिए। अथवग्र र्
यााँ-2 े िु कहिन
िब्दों के
अथव
लिखर्ाएँ।
दिवस- फीचर
3 िेखन के फीचर ककसे क िे े? फीचर िेखन का बेरोजगारी- वर्द्याथी फीचर िेखन प्रवर्र्ि समझ
फीचर आर्श्यक प्रारूप एक गिंभीर सकेंगे िथा िेखन सिंबिंिी समथयाओिं का
व तनयम फीचर के प्रकार। समथया तनराकरर् ोगा ।
गुणा एर्िं फीचर उिाहरण- (अन्य कोई
त्मक िेखन के फीचर कैसे लिखें? िीषवक- असफलता उपयुति https://youtu.be/qZfk1pGjA68?si=y
पररणा उदा रर् को उत्सव की तरह वर्षय) NKbkkA_u4CRLdDq
म हे तु अपने थकूि की िाइब्रेरी या खेि के मैदान मनाएाँ
श्रेष्ठ पर एक फीचर लिखखए । इसमें िाइब्रेरी या म दो चीजों से
ववधि खेि के मैदान से िड़
ु े िथ्यों के अिार्ा ब ु ि डरिे ैं,एक
यााँ-3 भगर्ान से और
4
हदिचथप िानकारीयों भी सजममलिि कीजिए दस
ू रा असफििा से। 120 िब्दों
। भारिीय समाि में में फीचर
इस फीचर के लिए ग्रिंथपाि एर्िं खेि के असफििा का िेखन करें ।
मैदान के प्रभारी लिक्षक र् वर्लभन्न कक्षाओिं इिना आििंक ै कक
के वर्द्यार्थवयों से साक्षात्कार िेकर िानकारी नाकाम ोने र्ािे
एकत्र कीजिए । इिंसान में दोबारा
कोलिि करने की
ह ममि ी न ीिं
र िी। इसके खौफ
से घबरा कर कई
िोग िो अपनी िान
िक दे दे िे ैं। इसी
डर की र्ि म न
िो कुछ नया सोच
पािे ैं और न ी
ककसी प्रयोग के लिए
िैयार ोिे ैं। म
करना िो ब ु ि कुछ
चा िे ैं। योग्यिा
भी ोिी ै िेककन
असफि न ो िाएँ,
इस डर से कदम
खीिंच िेिे ैं। म
डरिे ैं, क ीिं गििी
न ो िाए। तनर्वय
5
गिि न लिया
िाए। अगर नाकाम
र े , िो िग ँसाई
ो िाएगी। इसे
वर्डिंबना ी क ें गे
कक ि ाँ परू ी दतु नया
प्रयोगों पर केंहिि ो
र ी ै , म आि भी
डरों की चादर में
दब
ु के बैिे ैं।
असफििा को गिे
िगाना िो दरू ,
उसका सामना करने
को िैयार न ीिं ैं।
इस पर खुिी चचाव
और ब स ोनी
चाह ए।
मेरी नजर में
असफििा अिूरा
और भ्रामक िब्द ै
और न ी य
सफििा का वर्परीि
िब्द ै। तयोंकक
असफििा नाम की
कोई र्थिु न ीिं
6
ोिी। ाँ, य
सफििा का एक
ह थसा अर्श्य ै,
एक पड़ार् ै। र
प्रयास या कोलिि से
व्यजति कुछ न कुछ
नया सीखिा ै।
अनभ
ु र्ी बनिा ै,
कफर र् असफि
कैसे ु आ? िो
नाकाम र िा ै , र्ो
उन िोगों की िुिना
में अर्िक सा सी,
आत्मवर्श्र्ासी और
काबबि ोिा ै,
जिन् ोंने डर की
र्ि से कभी
कोलिि ी न ीिं की।
अल्बर्व आइिंथर्ीन ने
क ा था कक अगर
आप कभी असफि
न ीिं ु ए, िो इसका
अथव ै कक आपने
कभी नया करने की
कोलिि ी न ीिं की।
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एडीसन ने अपने
प्रयासों को कभी
असफि न ीिं क ा
अवपिु बिाया कक
उन् ें दस जार ऐसे
िरीकों का ज्ञान
आ, िो इस हदिा
में काम न ीिं करिे।
आि पूरी दतु नया में
असफििा के मायने
बदि चुके ैं।
गूगि, आईबीएम,
िैसी किंपतनयाँ नए
प्रयोगों के लिए
अपने कलमवयों को
तनरिं िर प्रेररि करिी
ैं। असफि र ने पर
उनके प्रयासों और
प्रयोगों से कई बार
ऐसे आइडडया
तनकि आिे ैं,
जिनकी कभी
कल्पना ी न ीिं की
गई ोिी।
थर्ाभावर्क ै , जिस
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मुल्क में जििनी
अर्िक असफििाएँ
ोंगी, र् ाँ उिनी
ज्यादा कामयाबबयाँ
भी ोंगी। य ी र्ि
ै म भारिीय िोग
रचनािीििा की
ग्िोबि िालिका में
कफसड्डी ैं।
असफििा के प्रति
मारे सामाजिक
नजररए में बदिार्
की जरूरि ै
तयोंकक कोलिि
करना और असफि
ोना कोई मजाक
न ीिं ै। उसमें समय
पैसा, उत्सा और
सपने ब ु ि कुछ
दािंर् पर िगा ोिा
ै जिसकी र्ि से
तनरािा आिी ै।
गुथसा और खीझ भी
पैदा ोिी ै। कई
बार उखड़ भी िािे
9
ैं। ऐसे में
सामाजिक दबार्
दोबारा कोलिि के
दरर्ाजे बिंद कर दे िा
ै।
दरअसि मारी
जजिंदगी एक
प्रयोगिािा ै , ि ाँ
सिंभार्नाओिं को
ििािने के लिए
तनरिं िर प्रयोग करने
चाह ए। इसके बबना
म िान ी न ीिं
पािे कक मारे भीिर
तया-तया तछपा ै।
में खोिना चाह ए।
बार-बार खोिना
चाह ए।
इसलिए म
असफििाओिं को न
केर्ि गिे िगाएँ,
बजल्क उनका उत्सर्
मनाएँ।
दिवस पत्रकारर सिंचार के तत्त्व एनकोडडिंग - सिंदेि 1. िोर ककसे https://youtu.be/qZfk1pGjA68?si=y
-4 िा एनकोडडिंग को उस भाषा में क िे ैं ? NKbkkA_u4CRLdDq
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सिंचार सिंदेि कुर्ीकृि करना जिसे 2. समू
व सिंचार एर्िं माध्यम प्राप्ि किाव समझने सिंचार ककसे
गण
ु ा िनसिंचार प्राप्िकिाव में समथव ो । क िे ैं?
त्मक । फीडबैक और िेार अथावि सफि 3. आितु नक
पररणा सिंचार के स्रोि सिंचार के लिए सिंचार
म हे तु माध्यम। सिंचार के प्रकार- सिंचारक र् ् माध्यमों के
श्रेष्ठ सािंकेतिक सिंचार प्राप्िकिाव का भाषा नाम लिखें?
ववधि मौखखक एर्िं अमौखखक सिंचार पर पर्
ू व अर्िकार 4.सिंचार के
यााँ-4 अिंि: र्ैयजतिक सिंचार ोना चाह ए। प्रकार
अिंिर्ैयजतिक सिंचार सिंिेि - सफि बिाइए।
समू सिंचार सिंचार े िु सिंदेि का
िन सिंचार सीिा र् थपष्र्
ोना िाकक
प्राप्िकिाव आसानी
से समझ सके ।
माध्यम – र्े िीफोन,
समाचारपत्र, रे डडयो,
इिंर्रनेर् र् लसनेमा।
प्राप्तकताा - प्राप्ि
सिंदेि में तनह ि अथव
को समझने की
कोलिि करने र्ािा।
फीड ैक और िोर -
प्राप्िकिाव की
प्रतिकक्रया र् बािाएिं।
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स्रोत - सिंचारक
द्र्ारा एक उद्दे श्य
के साथ वर्चार
सिंदेि या भार्ना का
ककसी अन्य िक
प ु ँचाना ।
दिवस िेखन िनसिंचार जनसिंचार -ककसी प्रश्न 1 वर्द्याथी सिंचार एर्िं िनसिंचार के वर्षय
-5 कौिि उद्िे श्य िकनीकी एर्िं िनसिंचार के में िानकारी प्राप्ि करें गे।
का महत्त्व यािंबत्रक माध्यम के प्रमुख कायव
जनसिं वर्कास जनसिंचार का महत्त्व जररए सिंर्ाद कायम लिखखए। समाचार-पत्र के माध्यम से रोचक
चार व काया करना। प्रश्न 2. गतिवर्र्ि
गुणा अलभव्य माध्यम- उद्दे श्य- मुहिि
त्मक जति समाचार पत्र पबत्रकाएँ सिंचार माध्यमों की माध्यमों की https://youtu.be/qZfk1pGjA68?si=y
पररणा कौिि रे डडयो िानकारी के सबसे बड़ी NKbkkA_u4CRLdDq
म हे तु का र्े िीवर्िन माध्यम से वर्िेषिा
श्रेष्ठ वर्कास लसनेमा वर्द्यार्थवयों का तया ै?
ववधि इिंर्रनेर् ज्ञानर्िवन ोगा ।
यााँ-5 पत्रकारर भाषा की
िा का अलभव्यजति में
ज्ञान सुिार ोगा ।
वर्द्याथी म त्त्र्-
सिंचार एर्िं सूचना के साथ साथ
िनसिंचार िागरुक बनाने र्
के वर्षय मनोरिं िन करने में

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में अग्रर्ी भूलमका
सीखेंगे। तनभािे ैं ।
वर्िेषिा-
सिंचार के इसमें फीडबैक िरु िं ि
माध्यमों प्राप्ि न ीिं ोिा ै ।
से िन सिंचार के श्रोिा
पररर्चि पाठ्क र् दिवकों का
कराना। दायरा व्यापक ोिा

िेखन इसके िररये
क्षमिा प्रचाररि सिंदेि
का सार्वितनक ोिे ैं
वर्कास सिंचारक र्
प्राप्िकिाव के बीच
सीिा सिंबिंि न ीिं
ोिा
औपचाररक सिंगिन
की आर्श्यकिा
द्र्ारपाि प्रकालिि
र् प्रसाररि ोने
र्ािी सामग्री को
तनयिंबत्रि र्
तनिावररि करिे ैं।
कायव-
सूचना दे ना
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लिक्षक्षि करना
मनोरिं िन करना
एिेंडा िैयार करना
तनगरानी करना
वर्चार वर्मिव के
मिंच िैयार करना
दिवस- सिंर्ाद क ानी की पररभाषा कहानी का नाट्य 1-क ानी https://youtu.be/qZfk1pGjA68?si=y
6 कौिि रूपािंतरण करते और नार्क NKbkkA_u4CRLdDq
का क ानी के ित्त्र्- समय ध्यान रखने में तया-तया
वर्कास योग्य ातें- समानिाएँ ैं वर्द्याथी ककसी क ानी को नार्क में
ोगा 1. कथार्थिु (आरिं भ, मध्य, अिंि, चरम अच्छी नाट्य लिखखए। रूपािंिररि कर सकेंगे।
कहानी जथथति / तिाइमेतस, द्र्िंद्र्) प्रस्तुतत िे खें।
का भाषा 2. पात्र एर्िं चररत्र र्चत्रर् कथावस्तु के समय 2-चीफ की
नाट्य कौिि 3. कथोपकथन और स्थान के दार्ि और
रूपािंतर का 4. भाषा िैिी आिार पर दृश्य ईदगा
ण कैसे वर्कास 5. दे ि काि र्ािार्रर् ववभाजन । क ानी का
करें व 6. उद्दे श्य प्रत्येक दृश्य का नाट्यरूपािंिर
गुणा वर्द्याथी कथानक के अनुसार र् कीजिए।
त्मक क ानी औधचत्य हो, अन्य
पररणा और अनावश्यक दृश्य महत्त्वपूणा
म हे तु नार्क में हटा िें । प्रश्न-
श्रेष्ठ अिंिर कहानी के
ववधि समझ कथोपकथन के 1. क ानी
यााँ-6 सकेंगे । आिार पर सिंवाि और नार्क
तनमााण, जजसके
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द्वारा दृश्य का में समानिा
िशमक ववकास हो । िथा अिंिर
सिंवाि छोटे , सरल
प्रभाविाली और 12. क ानी
पात्रानक
ु ू ल हों। में द्र्िंद्र् का
मनोभावों को स्वगत म त्त्र्
कथन, फ्लैि ैक
िैली या वाइस 3. नार्क में
ऑवर के रूप में सिंर्ाद का
व्यक्त क्रकया जाए। म त्त्र्
रिं गमिंच की सिंभावना
को ध्यान में रखकर
नाट्य रूपािंतरण हो।
दिवस- िेखन समाचार पत्र और पबत्रकाओिं में सामान्य इसके तनम्न प्रकार रूस और https://youtu.be/qZfk1pGjA68?si=y
7 कौिि समाचारों के अिार्ा ग री छानबीन, हैं- यूक्रेन के NKbkkA_u4CRLdDq
का वर्श्िेषर् और व्याख्या के आिार पर वर्िेष खोजी ररपोटा - इसके युद्ि के
वविेष वर्कास ररपोर्व प्रकालिि ोिी ै। ऐसी ररपोर्व को द्र्ारा भ्रष्र्ाचार और कारर्ों की
ररपोटा िैयार करने के लिए ककसी घर्ना या मुद्दे अतनयलमििा को ररपोर्व िैयार
व अलभव्य की छानबीन की िािी ै उससे सिंबिंर्िि उिागर ककया िािा कीजिए ।
गुणा जति िथ्यों को एकत्र ककया िािा ै , उसे वर्िेष ै।
त्मक कौिि ररपोर्व क िे ैं। इिंडेप्थ ररपोटा -
पररणा का सार्वितनक सूचना
म हे तु वर्कास की ग री छानबीन
श्रेष्ठ करके
लिखना ।
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ववधि पत्रकारर ववश्लेषणात्मक
यााँ-7 िा का ररपोटा -घर्ना या
ज्ञान समथया का
वर्श्िेषर्।
वववरणात्मक
ररपोटा -जिस ररपोर्व
में समथया का
वर्थिि
ृ र्र्वन ो ।
दिवस- िेखन समाचार से र्कर ककसी ककसी खास क्षेत्र वविेष लेखन के वर्ज्ञान के वर्द्याथी हदया गया कायव रूर्च से पूर्व
8 कौिि से सिंबिंर्िि वर्षय पर अिग िर से लिखा क्षेत्र- क्षेत्र में काम करें गे।
वविेष का गया िेख वर्िेष िेखन क िािा ै। इसकी अथव-व्यापार करने र्ािी https://youtu.be/qZfk1pGjA68?si=y
लेखन वर्कास भाषा िैिी अिग ोिी ै।इसीलिए समाचार खेि भारि की NKbkkA_u4CRLdDq
: पत्र में वर्वर्ि क्षेत्रों के लिए अिग -अिग वर्ज्ञान- प्रद्योर्गकी पाँच
स्वरूप अलभव्य पष्ृ ि तनिावररि ोिे ैं। िैसे -अथव िगि, कृवष सिंथथाओिं के
एविं जति खेि, मनोरिं िन इत्याहद । वर्दे ि नाम
प्रकार कौिि वविेष लेखन की भाषा िैली- वर्वर्ि क्षेत्रों रक्षा लिखखए।
व का में सिंबिंर्िि क्षेत्र के िकनीकी िब्दों का प्रयोग पयावर्रर्
गुणा वर्कास ककया िािा ै। इसको समझने और इस पर लिक्षा
त्मक िेख लिखने के लिए इस क्षेत्र के वर्िेषज्ञों थर्ाथथ्य
पररणा पत्रकारर की आर्श्यकिा पड़िी ै। इसीलिए इस
म हे तु िा का प्रकार के िेख की भाषा िैिी अिग ोिी कफल्म- मनोरिं िन
श्रेष्ठ ज्ञान ै। अपराि
ववधि ीट - सिंर्ाददािा की रुर्च और क्षमिा को सामाजिक मुद्दे
यााँ-8 दे खकर कायव का वर्भािन आहद ।

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वविेषीकृत पत्रकाररता- इसमें सिंर्ाददािा
केर्ि िथ्यों को ी न ी बिािा, बजल्क इससे
एक कदम आगे चिकर उसके कारर्ों और
भवर्ष्य में पड़ने र्ािे प्रभार्ों को भी
उद्घाहर्ि करिा ै।
दिवस- िेखन पत्रकारीय लेखन क्या है ? समाचार के छह -अपनी वर्द्याथी हदया गया कायव रूर्च से पूर्व
9 कौिि समाचार माध्यमों में काम करने र्ािे ककार- ककसी करें गे
का पत्रकार पािकों या दिवकों िक सूचनाएिं 1. क्या? यादगार https://youtu.be/qZfk1pGjA68?si=y
पत्रका वर्कास प ु ँचाने के लिए िेखन के वर्लभन्न रूपों का 2. कौन? यात्रा का एक NKbkkA_u4CRLdDq
रीय अलभव्य प्रयोग करिे ैं, इसे ी पत्रकारीय िेखन 3. क ? फीचर िैयार
लेखन जति क िे ैं। 4. कहााँ? कीजिए ।
के कौिि समाचार लेखन- समाचार एक वर्िेष िैिी 5. कैसे?
ववशभ का में लिखा िािा ै , जिसमें सबसे म त्त्र्पूर्व 6. क्यों?
न्न वर्कास बाि सबसे प िे और काम म त्त्र्पूर्व बाि
रूप पत्रकारर बाद में दी िािी ै। इसे उल्र्ा वपरालमड इिंट्रो(आमुख /
और िा का िैिी (इनर्र्े ड वपरालमड िैिी) क िे ैं। मुखडा/लीड) के
लेखन ज्ञान अिंतगात
प्रक्रिया पत्रकारीय ककार-
व िेखन क्या, कौन, क ,
गुणा तया ै? कहााँ (ये
त्मक सूचनात्मक ककार
पररणा समाचार हैं)
म हे तु िेखन- ॉडी(कलेवर) के
श्रेष्ठ अिंतगात
ककार-
17
ववधि कैसे,क्यों(ये
यााँ-9 वववरणात्मक ककार
हैं)
आलेख गद्य की
एक ववशिष्ट वविा
है जजसमें क्रकसी एक
ववषय पर सवाांगपण
ू ा
और सम्यक ववचार
प्रस्तुत क्रकया जाता
है।
इसे तनम्न भागों में
ािंटा जा सकता है -
भूशमका- िीषाक के
अनुरूप भूशमका
प्रततपािन
ववषयवस्तु का
ववकास तुलनात्मक
चचाा- अन्य से
तुलना तनष्कषा
दिवस- िेखन पत्रकार के प्रकार- पत्रकाररता के अन्य पत्रकारों के वर्द्याथी हदए गए वर्षय पर रचनात्मक
10 कौिि आयाम- प्रकार कायव पूर्व करें गे और सीखेंगे।
का 1. पूर्क
व ालिक पत्रकार - ककसी मीडडया समू फोटो पत्रकाररता लिखखए। https://youtu.be/qZfk1pGjA68?si=y
पत्रकार वर्कास से िुड़ा ोिा ै । मालसक र्ेिन पर कायव। काटूान कोना NKbkkA_u4CRLdDq
एविं रे खािंकन
काटोग्राफ
18
पत्रका अलभव्य 2. अिंिकालिक पत्रकार (जथर्िं गर)- ककसी सिंपािकीय
ररता जति मीडडया समू से कुछ समय के लिए पाठकों के पत्र
के कौिि अनब
ु िंर्िि। िय मानदे य पर कायव। साक्षात्कार
प्रकार का
व वर्कास 3. थर्ििंत्र पत्रकार (फ्रीिािंसर) - य थथावपि
गण
ु ा पत्रकारर पत्रकार ोिा ै , िो ककसी मीडडया लिए
त्मक िा का समू के भग
ु िान के आिार पर थर्ििंत्र रूप
पररणा ज्ञान से कायव करिा ै।
म हे तु पत्रकारीय पत्रकाररता का प्रकार-
श्रेष्ठ िेखन सिंपादकीय
ववधि तया ै? थििंभ िेखन
यााँ-10 समाचार साक्षात्कार
िेखन र्ाचडॉग पत्रकाररिा
आहद के एडर्ोकेसी पत्रकाररिा
वर्षय में पीि पत्रकाररिा
िन र्ैकजल्पक पत्रकाररिा
सकेंगे। पेि थ्री पत्रकाररिा
दिवस रे डडयो रे डडयो नार्क- कट-1 प्रश्न-1
- 11 नार्क :- (जिंगली जानवरों की रे डडयो https://youtu.be/qZfk1pGjA68?si=y
1- रे डडयो 1- नाट्य आिंदोिन के वर्कास में रे डडयो आवाजें, डरावना NKbkkA_u4CRLdDq
कैसे नार्क नार्क की अ म भूलमका र ी ै। सिंगीत, पिचाप का नार्कों में
नता कैसे लिखे 2- लसनेमा और रिं गमिंच की िर रे डडयो स्वर) पात्रों की रे डडयो पर प्रसाररि ोने र्ािे नार्क
है िािे ैं ? एक दृश्य माध्यम न ीिं, श्रव्य राम : श्याम, मुझे सिंख्या सुनाए िा सकिे ैं।
रे डडयो माध्यम ै। डा डर लग रहा है , ककिनी
नाटक क्रकतना भयानक
19
व 2-रे डडयो 3- रे डडयो की प्रथिुति सिंर्ादों और ध्र्तन जिंगल है। रखनी
गण
ु ा नार्क प्रभार्ों के माध्यम से ोिी ै। श्याम : डर तो मझ
ु े चाह ए?
त्मक और 4- क़िल्म की िर रे डडयो में एतिन भी लग रहा है राम
पररणा की गिंि
ु ाइि न ी ोिी। । इत्ती रात हो गयी प्रश्न-2
म हे तु लसनेमा 5- रे डडयो नार्क की अर्र्ि। घर में अम्मा- ा ू सामान्यिया
श्रेष्ठ या 6- पात्र सिंबिंिी वर्वर्ि िानकारी सिंर्ाद स परे िान होंगे ! रे डडयो
ववधि रिं गमिंच के एर्िं ध्र्तन सिंकेिों से उिागर ोिी राम : स मोहन नार्कों की
यााँ-11 ै। की वजह से हुआ । अर्र्ि
माध्यम 7- सिंख्या सीलमि ोने के कारर् (मोहन की नकल ककिनी
में अिंिर- आर्ाज के स ारे पत्रों को याद रखना करते हुए) जिंगल से ोनी
ोिा ै। चलते हैं, मझ
ु े एक चाह ए?
3-रे डडयो छोटा रास्ता मालूम
नार्क के रे डडयो नार्क कैसे लिखे िािे ैं ? लसनेमा है। प्रश्न-3
लिए और रिं ग मिंच की िर रे डडयो नार्क में भी श्याम : (चौंककर) रे डडयो
चररत्र ोिे ैं उन चररत्रों के आपसी सिंर्ाद अरे ! मोहन कहााँ रह नार्क और
क ानी ोिे ैं और इन् ीिं सिंर्ादों के िररए आगे गया? अभी तो यहीिं रिं गमिंच
बढ़िी ैं क ानी । रे डडयो पूरी िर श्रव्य था(आवाज़ लगाकर) माध्यम में
4-रे डडयो माध्यम ोने के कारर् सब कुछ सिंर्ादों और मोहन, मोहन! सबसे बड़ा
नार्क के ध्र्तन प्रभार्ों के माध्यम से सिंप्रेवषि करना राम : (लगभग रोते अिंिर
ोिा ै अथावि रे डडयो नार्क िेखन के लिए हुए) हम कभी घर तया ै ?
सिंर्ाद पररचय- द्र्िंद्र् समािान सूत्र को ध्यान में नहीिं पहुाँच पाएाँगे
िेखन में रखा िािा ै। श्याम : चुप करो! प्रश्न-4
ध्यान दे ने रे डडयो नार्क के लिए क ानी :- रे डडयो (आवाज़ लगते हुए) रे डडयो
योग्य नार्क के लिए चयतनि क ानी में तनमन मोहन ! अरे मोहन नार्कों में
बािें - हो । पात्रों
20
लिखखि बािों का ध्यान रखना आर्श्यक ै मोहन : (िरू से की सिंख्या
- नजिीक आती कम
आवाज) आ रहा हूाँ। तयों रखी
1 - मात्र घर्ना प्रिान क ानी या एतिन वहीिं रुकना ! पैर में िािी
आिाररि क ानी का चयन न ीिं करना कााँटा चभ
ु गया था। ै?
चाह ए। समप्रेषर् बेअसर िथा उबाऊ ो ( नजिीक ही कोई नीचे कुछ
िािा ै। पक्षी पिंख फडफडाता दृश्य दिए
भयानक स्वर करता गए
2- रे डडयो नार्क के लिए चयतनि क ानी उड जाता है।) (राम हैं।ववद्याधथा
ऐसी ो जिस पर 15 से 30 लमनर् की चीख पडता है) यों को
अर्र्ि का नार्क िैयार ो सके। यहद क ानी राम: श्याम, चाओ इनकी
ििंबी ो िो र् एक िारार्ाह क के रूप में ! जानकारी
पेि की िा सकिी ै , जिसकी र कड़ी 15 मोहन : (जो िीजजए-
से 30 लमनर् के बीच ोनी चाह ए। नजिीक आ चुका (क) घनी
3- कम से पात्रों र्ािी क ानी का चयन है।) डरपोक कहीिं अाँिेरी रात -
करना चाह ए। का। : (डरे स्वर में रे डडयो नाटक
) राम, वो.... क्या में झीिंगुरों
था ? की
मोहन: कोई धचडडया झनझनाहट,
थी। हम लोगों की गीिडों की
आवाज़ों से वो खुि हुआिं- हुआिं
डर गयी थी। एक की डरावनी
निं र के डरपोक हो आवाज़,
तुम िोनों । चमगािडों
की आवाज़,
21
श्याम : मोहन तेज हवा
रास्ता भटका दिया, चलने की
अ हािरु ी दिखा सााँय -सााँय,
रहा है। (स हाँसते िरवाजे की
हैं।) चरमराहट
की आवाजें
िाशमल
करके घनी
अाँिेरी रात
का दृश्य
प्रस्तुत क्रकया
जा सकता
है।
(ख) सु ह
का समय-
धचडडयों की
चहक, च्चों
की चहल-
पहल, िि
ू ,
चाय, सब्जी,
समाचार पत्र
वालों की
आवाज़ें,
रसोई में
तानों की
22
खनक आदि
दृश्य प्रस्तत
क्रकया जा
सकता है।
आदि दृश्य
प्रस्तत
ु क्रकया
जा सकता
है।
दिवस- कल्पना “क्रकसी नए ववषय पर कल्पना करके कम नए और ककसी एक https://youtu.be/qZfk1pGjA68?si=y
12 िीििा समय में अपने ववचारों को सिंि ु र और अप्रत्यालिि वर्षयो वर्षय 120 NKbkkA_u4CRLdDq
नए का िब्दों में
व्यवजस्थत तरीके से अशभव्यक्त करना ही पर रचनात्मक िेख
और वर्कास रचनात्मक वर्द्याथी अपनी कल्पनािीििा से िेख
‘अप्रत्याशित ववषयों पर रचनात्मक लेख’ के सिंभावर्ि
अप्रत्या नए और िेख लिखखए लिखेंगे।
कहलाता है” उदा रर्-
शित अप्रत्यालि ।
ववषयों नए और अप्रत्यालिि वर्षयों पर रचनात्मक अगर मैँ पिंछी ोिा 1- यहद िुम
ि वर्षयों
पर िेख के लिए जरूरी बािें :- काि! मैं उड़ पािा प्रिान मिंत्री
पर
रचना 1. ककसी भी नए वर्षय पर लिखने से प िे बाढ़ या बाढ़ के बाद ोिे ।
रचनात्म
त्मक उसकी उर्चि रूपरे खा बना िें। का मिंिर 2- वर्श्र्
लेख व क िेख युद्ि की
2. ककसी भी अप्रत्यालिि वर्षय पर लिखने बाढ़ की एक
गुणा के लिए वर्भीवषका ।
से प िे उससे समबिंर्िि िानकाररयों का भयानक राि
त्मक जरूरी
सिंकिन करें । नारी! िू ी
पररणा बािें -
म हे तु 3. सिंकलिि वर्चारों का वर्षय के साथ उर्चि नारायर्ी
रचनात्म
श्रेष्ठ िािमेि बनाएँ।
क िेखन

23
ववधि को सरि 4. अप्रत्यालिि िेखन में यथासमभर् ‘मैँ या भारि की बदििी
यााँ-12 बनाने के म’ िैिी का प्रयोग करें । नारी
सामान्य 5. रचनात्मक िेखन वर्षय के दायरे में ी बाररि का र्ो
िरीके ोना चाह ए। सु ार्ना हदन
रचनात्मक लेखन को सरल नाने के बाररि में भीगिा
सामान्य तरीके- बचपन
1. लिखने से प िे सिंबिंर्िि वर्षय की एक चािंदनी राि और मैं
रूपरे खा बनाएँ और सभी वर्चारों को उस चािंद के साथ गप-
रूपरे खा में ढािकर िानदार िरीके से लिखने िप
की िरु
ु आि करें । मेरी प िी यात्रा
2. वर्षय को आरिं भ करना, वर्थिार करना प िी वपकतनक
और उसका समापन करना आहद पर लिखने माँ! मैं भी दतु नया में
से प िे ी वर्चार करें । आना चा िी ू ँ
3. वर्षय की कल्पना करें और वर्चारों को बेर्ी पढ़े गी, िो दो
थर्यँ के साथ घहर्ि मानकर ‘मैं’ िैिी में घर सँर्ारे गी
ी लिखने का प्रयास करें । र्न, िुम ो िो म
4. वर्षय वर्थिार में सभी वर्चारों का सुिंदर ैं
िरीके से िािमेि बनाएँ। पेड़ ी ैं मारे प्रार्
मेरी बचपन र्ािी
दीपार्िी

24
वप्रय लिक्षक की
वर्दाई
यािायाि चािान
सब पर भारी
पढ़-लिखकर भी मैं
बेरोिगार
भारि के अिंिररक्ष
की ओर बढ़िे कदम

दिवस मुहिि • वप्रिंर्, िेखन में भाषा,


13 माध्यमों • र्ीर्ी, व्याकरर्, र्िवनी वप्रिंर् माध्यम https://youtu.be/qZfk1pGjA68?si=y
जनसिं में िेखन • रे डडयो और िैिी का ध्यान की NKbkkA_u4CRLdDq
चार के लिए • इिंर्रनेर् रखना जरूरी ै। वर्िेषिाएँ
माध्य ध्यान प्रचलिि भाषा के लिखखए। वर्द्याथी अपनी कल्पनािीििा के
म- रखने प्रयोग पर िोर र िा आिार पर अपनी मौलिक अलभव्यजति
मुदित योग्य ै। प्रथिुि करें गे।
माध्य बािें समय सीमा यहद सिंभर् ो िो, वर्द्यार्थवयों को ि र
म व िनसिंचार (डेडिाइन) और के समाचार-पत्र की वप्रिंहर्िंग-प्रेस का भ्रमर्
गुणा के आर्िंहर्ि िग ;थपेस करर्ाएिं।
त्मक वर्लभन्न के अनुिासन का
पररणा माध्यमों पािन करना र
म हे तु की ाि में जरूरी ै।
श्रेष्ठ खबू बयािं

25
ववधि और िेखन और प्रकािन
यााँ-13 खालमयािं के बीच गितियों
और अिुवियों को
िीक करना जरूरी
ोिा ै।
िेखन में स ि
प्रर्ा के लिए
िारिमयिा बनाए
रखना जरूरी ै।
- म सब अपनी-

लेखन से छापेखाने तक-मुिर् किा का अपनी रुर्चयों,

आवर्ष्कार चीन में ु आ िथा आिुतनक जरूरिों और थर्भार्


मुिर् किा के आवर्ष्कारकिाव ोने का श्रेय के मुिाबबक माध्यम
िमवनी के गुर्ेनबगव को प्राप्ि ै। चुनिे और उनका
भारि में प िा छापा खाना सन ् 1556 में इथिेमाि करिे ैं।
गोर्ा में ईसाई लमिनररयों द्र्ारा खोिा इसका अथव य भी
गया। ै कक र माध्यम

िं ी भाषा में मुिर् का कायव 1755 ई. में की अपनी


ह द कुछ

कोिकिा में थथावपि छापा खाने से आरिं भ वर्िेषिाएिं या


खूबबयािं ैं िो कुछ
ु आ। सन ् 1780 प िा भारिीय समाचार
पत्र िंगाल गजट प्रकालिि ु आ। खालमयािं भी ैं,
जिसके कारर् कोई
माध्यम-वर्िेष
ककसी को अर्िक

26
पसिंद आिा ै िो
ककसी को कम।
वप्रिंर् -
य र्चिंिन, वर्चार
और वर्श्िेषर् का
माध्यम ै। इस
माध्यम में आप
ह द
िं ी में प्रथम समाचार पत्र 30 मई 1826 गिंभीर और गढ़
ू बािें
को प्रकालिि ु आ जिसका नाम उििं त मातांड लिख सकिे ैं
था एर्िं सिंपादक थे पिंडडि िुगि ककिोर । तयोंकक पािक के
पास न लसफव पढ़ने,
समझने और सोचने
का समय ोिा ै
बजल्क उसकी
योग्यिा भी ोिी ै।

दिवस िेखन रे डडयो की ववकास-यात्रा रे डडयो का फ़्रीिािंसर वर्द्याथी हदए गए वर्षय पर रचनात्मक
-14 कौिि आवर्ष्कार सन ् पत्रकार के कायव पूर्व करें गे और सीखेंगे।
रे डडयो का 1895 में इर्िी के कायव
और वर्कास। र्ैज्ञातनक िी लिखखए। https://youtu.be/qZfk1pGjA68?si=y
दरू दिव अलभव्य काकोनी ने NKbkkA_u4CRLdDq
न व जति र्ायरिेस के िररए
गण
ु ा कौिि ककया।
त्मक

27
पररणा का भारि में प िा
म हे तु वर्कास। रे डडयो प्रसारर्
श्रेष्ठ वर्द्याथी र्ाइमस ऑफ इिंडडया
ववधि र्ीर्ी और ने डाकिार वर्भाग
यााँ-14 रे डडयो के के स योग से सन ्
वर्षय में 1921 में मिंब
ु ई में
िन ककया।
सकेंगे। सन ् 1936 में
वर्र्िर्ि ् आि
इिंडडया रे डडयो की
थथापना ु ई। आि
टे लीववज़न - आकािर्ार्ी दे ि की
24 भाषाओिं र् 146
बोलियों में कायवक्रम
प्रथिुि करिी ैं दे ि
के 96 प्रतििि
ह थसे िक इसकी
प ु ँच ै ।
टे लीववज़न -1997
िक आकािर्ार्ी
िथा दरू दिवन
सरकारी भारि में
र्े िीवर्िन की
वर्र्िर्ि िुरूआि
सन ् 1965 से ुई
28
िथा इसे दरू दिवन
का नाम 1976 में
हदया गया।
1991 के खाड़ी यि

के समय से तनिी
र्े िीवर्िन चैनिों
थर्ारन्यि
ू के चैनि
आ गए।
आि पूरे भारि में
200 से अर्िक
चैनि प्रसाररि ो
र े ै ंिं।
टी.वी. ख रों के
ववशभन्न चरण
र्ी.र्ी. में सूचनाएिं
कई चरर्ों से ोकर
दिवकों के पास
प ु िं चिी ैं।
ये चरर् ैं-
फ्लैि या ब्रेक्रकिं ग
न्यूज
ड्राई एिंकर
फोन-इन
एिंकर-ववजुअल
एिंकर- ाइट
29
लाइव
एिंकर-पैकेज
दिवस िेखन इिंटरनेट और दहिंिी सिंसार- इिंटरनेट िनसिंचार इिंर्रनेर् के https://youtu.be/qZfk1pGjA68?si=y
15 कौिि का सबसे नया ातन और NKbkkA_u4CRLdDq
इिंटरने का माध्यम ै िो बड़ी िाभ
ट व वर्कास। िेिी से िोकवप्रय ो लिखखए। वर्द्याथी अपनी कल्पनािीििा के
गुणा अलभव्य र ा ैं। य एक ह द
िं ी नेर् आिार पर अपनी मौलिक अलभव्यजति
त्मक जति ऐसा माध्यम ै पत्रकाररिा प्रथिुि करें गे।
पररणा कौिि जिसमें वप्रिंर् मीडडया, की िुरुआि वर्लभन्न समाचार-पत्रों की र्ेबसाइट्स-
म हे तु का रे डडयो,र्े िीवर्िन, कब ु ई?
श्रेष्ठ वर्कास। पुथिक, लसनेमा य ािं लिखखए। • Hindime.Net
• Techshole.Com
ववधि वर्द्याथी िक कक पुथिकािय • Deepawali.Co.In
यााँ-15 इिंर्रनेर् के सारे गुर् मौिूद • OnlyMYHealth.Com
• AchhiKhabar.Com
के वर्षय ै। य सारे • GyaniPandit.Com
में िान माध्यमों का • TechYukti.Com
• SupportMeIndia.Com
सकेंगे। समागम ै इसके • TechUHelp.Com
िेखन वर्श्वव्यापी िाि ने • MyBigGuide.Com
• MyTechnicalHindi.Com
कौिि िनसिंचार को • HindiMeHelp.Com
का अकल्पनीय िीव्रिा • TechYatri.Com
• HindiBlogger.Com
वर्कास। प्रदान की ै। • MyHindi.Org
अलभव्य दहिंिी नेट-सिंसार इिंटरनेट पत्रकाररता • AapkiSafalata.Com
• CatchHow.Com
जति ह द
िं ी पत्रकाररिा की सर्वश्रेष्ि साइर् पूरे वर्श्व में इस • MyHindiNotes.Com
कौिि बी.बी.सी. ह द
िं ी की ै। समय इिंर्रनेर् • ComputerHindiNotes.Co
m
का पत्रकाररिा का • ShoutMeHindi.Com
वर्कास िीसरा दौर चि र ा • AchhiGyan.Com
30
*वर्द्या ै। िो सन ् 2002 • Happyhindi.Com
• HindiSoch.Com
थी में आरिं भ ु आ। • Wtechni.Com
इिंर्रनेर् भारि में इिंर्रनेर् • Hindi.Blog
• HindiTechy.Com
के वर्षय पत्रकाररिा का दस
ू रा • AchhiSoch.Com
में िान दौर चि र ा ै। • Newsmeto.Com
• Tryootech.Com
सकेंगे। प िा दौर 1993 से • Nayisochonline.Com
आिंरभ ु आ जिसमें
अनेक डॉर्काम
किंपतनयािं आई िथा
ह द
िं ी कुछ र्षों में
नेर् अर्िकािंि बिंद ो
सिंसार गई। सन ् 2003 में
दस
ू रा दौर िुरू ुआ
जिसने पत्रकाररिा
के क्षेत्र मे
वर्श्वसनीयिा
अजिवि की ै।
दहिंिी नेट-सिंसार
ह द
िं ी र्ेब पत्रकाररिा
का आिंरभ ‘र्ेब
दतु नयािं’ के साथ
ु आ।वविुद्ध इिंटरनेट
समाचार पत्र- प्रभा
साक्षी, िागरर्,
अमर उिािा, नई
31
दतु नया, ह न्दथ
ु िान,
दै तनक भाथकर,
नर्भारि र्ाइमस,
राष्ट्रीय स ारा आहद
प्रमख
ु ह द
िं ी समाचार
पत्रों के र्ेब
सिंथकरर् उपिब्ि
ैं।

नोट-

• सी ीएसई तथा एनसीईआरटी के आधिकाररक यू-ट्यू चैनल और वे साइट्स तथा दििा एप और पी एम ई-ववद्या
चैनल से ववषय/प्रकरण से सिं िंधित सामग्री ववद्याधथायों के शलए उपयोगी रहे गी।

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