Professional Documents
Culture Documents
12 Hindicore Aroh Ncert Sol ch1
12 Hindicore Aroh Ncert Sol ch1
2. 'जहाँ पर दाना रहते ह, वह नादान भी होते ह' - किव ने ऐसा य कहा होगा?
उ र: 'जहाँ पर दाना रहते ह, वह नादान भी होते ह' - पंि के मा यम से किव कहते है िक जहाॅ ं िवलासता एवं उपभोग के साधन
होते ह ,लोग वह रहना पस द करते ह। मनु य सांसा रक मायाजाल म उलझ कर जीवनभर भटकता रहता है और वह अपने मो
ाि के ल य को भूल जाता है। किव स य क खोज के लए, अहंकार को याग कर जीवन के सदपु योग पर बल दे रहा है तािक
मनु य जीवन साथक हो सके।
पहले 'और' म किव वयं को आम आदमी से अलग िवशेष भावना धान यि बताता है।
दस
ू रे 'और' के योग म संसार क िविश ता को बताया गया है।
तीसरे 'और' के योग संसार और किव म िकसी तरह के संबध
ं को नह दशाने के लए िकया गया है।
6. िदन ज दी-ज दी ढलता है - क आवृ से किवता क िकस िवशेषता का पता चलता है?
उ र: िदन ज दी-ज दी ढलता है-क आवृ से यह कट होता है िक ेम म डू बे और ल य क तरफ़ बढ़ने वाले मनु य को समय
बीतने का पता नह चलता। गंत य का मरण प थक के कदम म फूित भर देता है।