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॥ त ै पा णनये नमः ॥

कृत्- यासं ेपः


Neelesh Bodas | neelesh.bodas@gmail.com | http://ashtadhyayi.com/kridanta | 18 May 2019

१ कृ त्-वृ ः

उपपदम् धातुः

२ १.३ इ ं ालोपः
अनै म कं
६.१ ाकृ तककायम्

धातुः कृ त्- य वव ा

कृ त्- य वषयकं  
३ २.४ ६.१ प रवतनम्

कृ त्- यम् अपे माणः


४ उपपदम् धातुः  कृ त्- यः

इ ं ालोपः

यादेशः

कृ द म् ( ा तप दकम्)
कृ त्- यं अपे माणः योजने स ः
उपपदम् धातुः   कृ त्- यः

५ उपपदसमासः २.१
सम पदम् ( ा तप दकम्)
कृ त्- यं अपे माणः योजने स ः
उपपदम् धातुः   कृ त्- यः

३.१ ७.२
धातोः वकरण यः योजने स ः
६ अ म्  / कृ य  इडागमः  कृ त्- यः

अ कायम् / स सारणम् / आगमः ६.१ ६.४ ७.१


७ / आदेशः / लोपः / म्
७.२ ७.३ ७.४

८ ६.३ उ रपदा धकारकायम्

९ ६.१ सं हताकायम् / वणकायम्


न ातकार आदेशः , ष म् ,
ण म् , ज म् , च म् , ... 
१० ८.२ ८.३ ८.४ पादीकायम्

सम पदम् / कृ द म्
( ा तप दकम् )
सुप्- यः

सुब म् (पदम्)

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