Professional Documents
Culture Documents
कक्षा १० समास
कक्षा १० समास
प्रश्न ४- तत्परु
ु ष समास भेद सहहत समझाइए |
उत्तर- स्जस सामालसक शब्द का दस
ू रा पद प्रिान होता है तर्ा दोनो पदों के बीच लगी
ववभस्क्त या धचह्नों का लोप हो, उसे तत्परु
ु ष समास कहते हैं |
गंगा का जल गंगाजल
शाप से मक्
ु त शापमक्
ु त
ववभक्ततयों के आधार पर तत्परु
ु ष समास के छह उपभेद हैं-
१. कमम तत्परु
ु ष- इसमें ‘कमथ कारक’ की ववभस्क्त ‘को’ का लोप हो जाता है |
उदाहरण-
समस्त पद ववग्रह
परलोकगमन परलोक को गगन
शरणागत शरण को आया हुआ
२. करण तत्परु
ु ष समास- इसमें ‘करण कारक’ की ववभस्क्त ‘से’, ‘के द्वारा’ का लोप
हो जाता है |
उदाहरण-
समस्त पद ववग्रह
मनमाना मन से माना हुआ
रसभरी रस से भरी
३. संप्रदान तत्परु
ु ष- इसमें ‘संप्रदान कारक’ की ववभस्क्त ‘को’, ‘के ललए’ का लोप हो
जाता है |
उदाहरण-
समस्त पद ववग्रह
सत्याग्रह सत्य के ललए आग्रह
दे शप्रेम दे श के ललए प्रेम
४. अपादान तत्परु
ु ष- इसमें ‘अपादान कारक’ के ववभस्क्त धचह्न ‘से अलग’ का लोप हो
गया |
उदाहरण-
समस्त पद ववग्रह
दरू ागत दरू से आया हुआ
जीवनमस्ु क्त जीवन से मस्ु क्त
५. संबंध तत्परु
ु ष- इसमें ‘संबंि कारक’ के ववभस्क्त धचह्न ‘का’, ‘के’, ‘की’ का लोप होता है |
उदाहरण-
समस्त पद ववग्रह
राष्ट्रपनत राष्ट्र का पनत
अमत
ृ िारा अमत
ृ का िारा
६. अधधकरण तत्परु
ु ष- इसमें ‘अधिकरण कारक’ के ववभस्क्त धचह्न ‘में ’, ‘पर’ का लोप
होता है |
उदाहरण-
समस्त पद ववग्रह
वनवास वन में वास
घड़
ु सवार घोड़ों पर सवार
७. नञ ् समास- स्जस समस्त पद का पहला पद अभावात्मक (नकारात्मक- न होने का
अर्थ दे ने वाला) हो अर्ाथत समस्तपद का पव
ू प
थ द ‘अ’, ‘अन’, ‘ननर’, ‘ननस’, ‘नन’ में से कोई होता है |
जैसे-
समस्त पद ववग्रह
असंभव न संभव
अमर न मर
प्रश्न ५- समास के अन्य सभी भेद उदाहरण सहहत समझाइए |
उत्तर- अव्ययीभाव समास- स्जस समास में पव
ू थ पद प्रिान एवं अव्यय होता है तर्ा समस्त
पद भी प्रिान होता है , उसे अव्ययीभाव समास कहते हैं | इसका उत्तर पद संज्ञा
या ववशेषण होता है | समास क्रकए जाने के पहले दोनों पदों का भाव अलग-अलग होता है |
उदाहरण-
समस्त पद ववग्रह
आमरण मरण तक
आसमद्र
ु समद्र
ु पयंत
कममधारय समास- स्जस समास का पहला पद ववशेषण या उपमेय और दस
ू रा पद
ववशेष्ट्य या उपमान होता है , उसे कमथिारय समास कहते हैं |
उदाहरण-
समस्त पद ववग्रह
प्राणवप्रय प्राणों के समान वप्रय
चरणकमल चरण रूपी कमल
द्ववगु समास- स्जस समास में प्रर्म पद संख्यावाचक हो, वह द्ववगु समास कहलाता
है |
उदाहरण-
समस्त पद ववग्रह
पंचफल पााँच फलों का समह
ू
चौराहा चार राहों का समह
ू
द्वंद्व समास- स्जस समास में प्रर्म और दस
ू रा , दोनों पद सामान हों और
समास करने पर ‘या’, ‘और’, ‘तर्ा’, ‘अर्वा’ जैसे योजकों का लोप होता है |
उदाहरण-
अभ्यास कायम –