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समास (व्याकरण)

प्रश्न १ समास ककसे कहते है ?


उत्तर- ‘समास’ शब्द का अर्थ है – संक्षिप्त करने की प्रक्रिया या संिेपीकरण अर्ाथत जब दो या
दो से अधिक शब्दों को पास-पास लाकर एक नया सार्थक शब्द बनाया जाता है तो
शब्दों को इस तरह संिेप करने की प्रक्रिया को समास कहते हैं | जैसे-
हवन के ललए सामग्री- हवनसामग्री
ननयम के अनस
ु ार – ननयमानस
ु ार

प्रश्न २ – समस्त पद व ् समास-ववग्रह समझाइए |


उत्तर- समस्त पद - सामालसक प्रक्रिया में बने नए शब्द को समस्त पद कहते हैं | जैसे-
पस्
ु तक के ललए आलय = पस्
ु तकालय
समद्र
ु तक = आसमद्र

राजा और रानी = राजा-रानी
समास-ववग्रह- समस्त पद में प्रयक्
ु त शब्दों को पहले जैसी स्स्र्नत में लाना
अर्ाथत अलग-अलग करना समास-ववग्रह कहलाता है | जैसे-
समस्त पद ववग्रह
ववषिर ववष को िारण करने वाला
गंगातट गंगा का तट
यज्ञशाला यज्ञ के ललए शाला
िोिास्नन िोि रूपी अस्नन

प्रश्न ३- समास के ककतने भेद हैं ? नाम लिखिए |


उत्तर - समास के ननम्नललखित छः भेद होते हैं –
१. अव्ययीभाव समास
२. तत्परु
ु ष समास
३. कमथिारय समास
४. द्ववगु समास
५. द्वंद्व समास
६. बहुव्रीहह समास

प्रश्न ४- तत्परु
ु ष समास भेद सहहत समझाइए |
उत्तर- स्जस सामालसक शब्द का दस
ू रा पद प्रिान होता है तर्ा दोनो पदों के बीच लगी
ववभस्क्त या धचह्नों का लोप हो, उसे तत्परु
ु ष समास कहते हैं |
गंगा का जल गंगाजल
शाप से मक्
ु त शापमक्
ु त
ववभक्ततयों के आधार पर तत्परु
ु ष समास के छह उपभेद हैं-
१. कमम तत्परु
ु ष- इसमें ‘कमथ कारक’ की ववभस्क्त ‘को’ का लोप हो जाता है |
उदाहरण-
समस्त पद ववग्रह
परलोकगमन परलोक को गगन
शरणागत शरण को आया हुआ
२. करण तत्परु
ु ष समास- इसमें ‘करण कारक’ की ववभस्क्त ‘से’, ‘के द्वारा’ का लोप
हो जाता है |
उदाहरण-
समस्त पद ववग्रह
मनमाना मन से माना हुआ
रसभरी रस से भरी
३. संप्रदान तत्परु
ु ष- इसमें ‘संप्रदान कारक’ की ववभस्क्त ‘को’, ‘के ललए’ का लोप हो
जाता है |
उदाहरण-
समस्त पद ववग्रह
सत्याग्रह सत्य के ललए आग्रह
दे शप्रेम दे श के ललए प्रेम
४. अपादान तत्परु
ु ष- इसमें ‘अपादान कारक’ के ववभस्क्त धचह्न ‘से अलग’ का लोप हो
गया |
उदाहरण-
समस्त पद ववग्रह
दरू ागत दरू से आया हुआ
जीवनमस्ु क्त जीवन से मस्ु क्त
५. संबंध तत्परु
ु ष- इसमें ‘संबंि कारक’ के ववभस्क्त धचह्न ‘का’, ‘के’, ‘की’ का लोप होता है |
उदाहरण-
समस्त पद ववग्रह
राष्ट्रपनत राष्ट्र का पनत
अमत
ृ िारा अमत
ृ का िारा
६. अधधकरण तत्परु
ु ष- इसमें ‘अधिकरण कारक’ के ववभस्क्त धचह्न ‘में ’, ‘पर’ का लोप
होता है |
उदाहरण-
समस्त पद ववग्रह
वनवास वन में वास
घड़
ु सवार घोड़ों पर सवार
७. नञ ् समास- स्जस समस्त पद का पहला पद अभावात्मक (नकारात्मक- न होने का
अर्थ दे ने वाला) हो अर्ाथत समस्तपद का पव
ू प
थ द ‘अ’, ‘अन’, ‘ननर’, ‘ननस’, ‘नन’ में से कोई होता है |
जैसे-
समस्त पद ववग्रह
असंभव न संभव
अमर न मर
प्रश्न ५- समास के अन्य सभी भेद उदाहरण सहहत समझाइए |
उत्तर- अव्ययीभाव समास- स्जस समास में पव
ू थ पद प्रिान एवं अव्यय होता है तर्ा समस्त
पद भी प्रिान होता है , उसे अव्ययीभाव समास कहते हैं | इसका उत्तर पद संज्ञा
या ववशेषण होता है | समास क्रकए जाने के पहले दोनों पदों का भाव अलग-अलग होता है |
उदाहरण-
समस्त पद ववग्रह
आमरण मरण तक
आसमद्र
ु समद्र
ु पयंत
कममधारय समास- स्जस समास का पहला पद ववशेषण या उपमेय और दस
ू रा पद
ववशेष्ट्य या उपमान होता है , उसे कमथिारय समास कहते हैं |
उदाहरण-
समस्त पद ववग्रह
प्राणवप्रय प्राणों के समान वप्रय
चरणकमल चरण रूपी कमल
द्ववगु समास- स्जस समास में प्रर्म पद संख्यावाचक हो, वह द्ववगु समास कहलाता
है |
उदाहरण-
समस्त पद ववग्रह
पंचफल पााँच फलों का समह

चौराहा चार राहों का समह

द्वंद्व समास- स्जस समास में प्रर्म और दस
ू रा , दोनों पद सामान हों और
समास करने पर ‘या’, ‘और’, ‘तर्ा’, ‘अर्वा’ जैसे योजकों का लोप होता है |
उदाहरण-

लाभ-हानन लाभ और हानन


माता-वपता माता और वपता
बहुव्रीहह समास- स्जस समास में प्रर्म एवं दस
ू रा पद गौण होते हैं तर्ा क्रकसी तीसरे
पद की तरफ़ संकेत करते हैं, बहुव्रीहह समास कहलाता है |
उदाहरण-
समस्त पद ववग्रह
मेघनाद मेघ के समान नाद करने वाला अर्ाथत रावण पत्र

जलज जल में जन्म लेने वाला अर्ाथत कमल

अभ्यास कायम –

प्रश्न १ - ननम्नलिखित समस्तपदों का समास-ववग्रह कीक्िए तथा समास का नाम भी बताइए –


क) त्रत्रफला –
ि) आपबीती –
ग) घड़
ु सवार –
घ) नीलकंठ –
ड) दाल-चावल –
च) मनचाहा –
छ) बेनकाब -
प्रश्न २ - रे िांककत शब्दों को समस्तपद में पररवनतमत करके बताइए-
१. भगत लसंह के ललए दे श की भस्क्त ही सबसे बड़ा िमथ र्ा |
२. प्रत्येक कायथ को कायदे के अनस
ु ार करना चाहहए |
३. ववष्ट्णु को पीले वस्त्र पहनने वाला भी कहते हैं |
४. गणेश की प्रनतमा का जल की िारा में ववसजथन क्रकया गया |
५. मंहदर के सामने चार राहों का समह
ू है |
६. वह पस्
ु तक हस्त द्वारा ललखित है |

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