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ऐमिटी इं टरनैशनल स्कूल , नौएडा

कक्षा – X , मिषय - म ंदी

अभ्यास पत्र – ‘समास’

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सिास के मनयि ं से मनमिित शब्द सािामसक शब्द क लाता ै । इसे सिस्त पद भी क ते ैं । सिास ने के बाद मिभक्तिय ं के
मिह्न (परसर्ि) लुप्त जाते ैं । जैसे- राजपुत्र ।
समास-विग्रह- सािामसक शब्द ं केबीि के संबंध क स्पष्ट करना सिास- मिग्र क लाता ै । जैसे- राजपुत्र- राजा का पुत्र ।
पूिव पद और उत्तर पद- सिास िें द पद (शब्द) ते ैं । प ले पद क पूििपद और दू सरे पद क उत्तर पद क ते ैं ।
जैसे-र्ंर्ाजल। इसिें र्ंर्ा पूििपद और जल उत्तर पद ै।

समास के भेद- सिास के छः भेद ते ैं :-अव्ययीभाि, तत्पुरुष, मिर्ु, िन्द्ि ,बहुव्रीम , कििधारय

अव्ययीभाि समास-

मजस सिास का प ला पद (पूििपद) प्रधान और ि अव्यय उसे अव्ययी भाि सिास क ते ैं ।

जैसे - यथािमत (िमत के अनुसार ],

आजीिन - जीिन-भर ,

यथासािर्थ्ि – सािर्थ्ि के अनुसार

तत्पुरुष समास –

मजस सिास का उत्तर पद प्रधान और पूििपद र्ौण उसे तत्पुरुष सिास क ते ैं । जैसे –

तुलसीदासकृत = तुलसी िारा कृत (रमित).

मर्र कट – मर्र क काटने िाला .

िनिा ा – िन से िा ा,

नर्रिास – नर्र िें िास.


कमवधारय समास-

मजस सिास का उत्तर पद प्रधान और पूििपद ि उत्तर पद िें मिशेषण –मिशेष्य अथिा उपिान-उपिेय का संबंध ि
कििधारय सिास क लाता ै ।जैसे -
समस्तपद समास-विग्रह

िंद्रिुख िंद्र जैसा िुख

किलनयन किल के
सिान नयन

विगुसमास- मजस सिास का पूििपद संख्यािािक मिशेषण उसे मिर्ु सिास क ते ैं । इससे सिू अथिा सिा ार
का ब ध ता ै । जैसे -
समस्तपद समास-विग्रह

निग्र नौ ग्र ं का सिू

समस्तपद समास-विग्रह

दप र द प र ं का सिा ार

िं ि समास - मजस सिास के द न ं पद प्रधान ते ैं तथा मिग्र करने पर ‘और’, अथिा, ‘या’, एिं लर्ता ै, ि िं ि
समास क लाता ै । जैसे-

समस्तपद समास-विग्रह

पाप-पुण्य पाप और पुण्य

अन्न-जल अन्न और जल

बहुव्रीवह समास-मजस सिास के द न ं पद अप्रधान ं और सिस्तपद के अथि के अमतररि क ई सां केमतक अथि प्रधान
उसे बहुव्रीम सिास क ते ैं । जैसे –

समस्तपद समास-विग्रह

लम्ब दर लंबा ै उदर मजसका अथाि त

प्रश्न 1 - मनम्नमलक्तखत सिस्तपद ं का मिग्र करके उनके सिास- भेद का नाि भी मलक्तखए –

क्रम समस्त पद समास - विग्रह समास – भेद

1 अंशुिाली

2 मत्रभुिन

3 िौिासा

4 र्ुरुदमक्षणा
5 धन ीन

6 नीलर्ाय

7 अष्टाध्यायी

8 िनर्िन

9 घुड़सिार

10 पथभ्रष्ट

11 आजीिन

12 यथाशक्ति

13 ि ादे ि

14 िरािर

15 दशानन

प्रश्न 2- मनम्नमलक्तखत के सिस्तपद बनाइए तथा उनके भेद भी मलक्तखए –

क्रम विग्रह समस्त पद समास - भेद

1. नौ रत्न का सिू

2. स्त से मलक्तखत

3. ि ान ै ज िंत्री

4. िार ैं भुजाएं मजसकी अथाित


मिष्णु
5. िृर् जैसे नयन ं िाली

6. काली ै ज मििि

7. रात और मदन

8. नीला ै कंठ मजसका


अथाि त मशि
9. पां ि िट ं का सिू

10 िार िास ं का सिू


11 िरण तक
12 संभािना के अनुसार
13 जन्म से अंधा
14 प्रत्येक मदन
15
रस ई के मलए घर

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