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मेटावर्स: बैंकिंग का भविष्य या भविष्य की बैंकिंग

“हम आज ये कह सकते हैं कि कुछ समय में मेटावर्स ना केवल सभी बैंकिंग मानवीय क्रियाकलापों को प्रस्थापित
कर दे गा, बल्कि यह उपभोक्ताओं और सेवा प्रदाताओं के लिए कई रोमांचक अवसर भी पैदा करे गा"

जेपी मॉर्गन चेस बैंक

फ्यच
ू रम रिसर्च (अनस
ु ंधान) के अनस
ु ार, अगले एक दशक में लगभग 78% ग्राहक एक संवर्धित वास्तविकता (ए आर),
आभासी वास्तविकता (वी आर) या मेटावर्स ऐप का उपयोग करना चाहते हैं ताकि यह दे खा जा सके कि उत्पाद और
सेवाएं मेटावर्स में कैसी दिखेंगी। हालांकि मेटावर्स को हमारे दै निक जीवन का हिस्सा बनने में कुछ साल लग सकते हैं
लेकिन तकनीकी दिग्गज संस्थान एवं संगठन पहले से ही इसके विकास पर सक्रिय रूप से काम कर रहे हैं। इसमें
कोई संदेह नहीं है कि मेटावर्स बैंकिंग ग्राहकों के अनभ
ु व को एक नए स्तर पर ले जाएगी। दनि
ु या भर के बैंको के
उच्चतम प्रबंधन मण्डल अब बोर्डरूम मैं मेटावर्स रणनीति पर चर्चा करने लगे हैं।

क्या है मेटावर्स?

मेटावर्स हमारे भौतिक और डिजिटल जीवन का अभिसरण है जो एक एकीकृत, आभासी समद


ु ाय का निर्माण करता है
जहां हम काम कर सकते हैं, खेल सकते हैं, आराम कर सकते हैं, लेन-दे न कर सकते हैं और सामाजिककरण कर सकते
हैं। मेटावर्स की कोई एक सर्वमान्य परिभाषा नहीं है लेकिन एक महत्वपूर्ण बिंद ु यह है कि मेटावर्स में केवल एक
आभासी दनि
ु या नहीं होने वाली है अपितु कई आभासी दनि
ु या डिजिटल रूप से सामाजिक अंतःक्रियाओं का विस्तार
है । मेटावर्स में अधिक प्राकृतिक और स्वीकार्य अनुभव प्रदान करने के लिए के अधिक वास्तविक लगने वाली तीन
आयामी प्रौद्योगिकी(3D Technology) का उपयोग किया जाता है । अब हम उस समय में हैं, जहां एक भी दिन ऐसा
नहीं जाता जिस दिन कोई कंपनी या सेलिब्रिटी यह घोषणा नहीं करता कि वे आभासी ब्रह्मांड या मेटावर्स में अपनी
उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं। Covid19 ने हमारे जीवन के डिजिटलीकरण को गति दी है और बहुउद्देशीय ऑनलाइन
जुड़ाव और संचार को नए सामान्य जीवन के एक हिस्से के रूप में स्थापित किया है ।

मेटानॉमिक्स:

मेटानॉमिक्स या मेटावर्स के अर्थशास्त्र में लगभग हर क्षेत्र के लिए बहुत सारे अवसर हैं। कल्पना कीजिए कि आपके
पास एक ऑनलाइन अवतार है और आप अपने अवतार के लिए वर्चुअल बाजार से कपड़े, फ़ोन इत्यादि खरीदने में
सक्षम होंगे। आप वर्चुअल भुगतान के माध्यम से अपने वर्चुअल बैंक खाते से भुगतान कर सकते हैं। ग्राहकों की
अपेक्षाएं हमेशा बढ़ती रहती है और तकनीक इन अपेक्षाओं को प ूरा करने में एक सक्रिय भूमिका निभाती है । आने
वाले समय में मेटावर्स में बैंको की उपस्थिति ग्राहकों की अपेक्षा और मांग हैं और जो बैंक और फिनटे क तकनीकी
प्रगति कि इन अपेक्षाओं को पूरा करने में सक्षम होंगे, वहीं आगामी डिजिटल बैंकिंग की दनि
ु या में सफल हो सकेंगे।

कई प्रगतिशील बैंक और फिनटे क हैं जो अभी से अपने उत्पादों में VR/AR सुविधाओं का प्रदर्शन करके अपने ग्राहकों
को "लुभा" रहे हैं। उदाहरण के लिए, 2020 मास्टरकार्ड ने एक संवर्धित वास्तविकता ऐप का अनावरण किया जो उनके
कार्डधारकों को उनकी इनाम श्रेणियों का एक आभासी दौरा करने का अवसर प्रदान किया। फिनटे क "एकोर्न्स" ए.आर.
तकनीक से संचालित डेबिट कार्ड प्रदान कर रहा है जिसे स्मार्टफोन के माध्यम से दे खा जा सकता है , जबकि वेस्टपैक
बैंकिंग कॉर्पोरे शन स्मार्टफोन-आधारित संवर्धित वास्तविकता के माध्यम से वित्तीय सूचना और बजट प्रदान करता है ।
हमारे बैंक यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने भी यूनिवर्स के नाम से मेटावर्स शाखा का अनावरण किया है जिसे बैंक की
वेबसाइट पर जाकर अनुभव किया जा सकता है । भविष्य में मेटावर्स से हम बैंकिंग मैं उसी तरह के प्रभाव की
उम्मीद कर सकते हैं हैं जैसे कि स्मार्टफोन और अन्य टचस्क्रीन यन्त्र जैसे टै बलेट ने पिछले एक दशक में किया।

वित्तीय सेवाओं में आभासी वास्तविकता ग्राहक के अनुभव को कैसे प्रभावित कर सकती है ?

मेटावर्स भविष्य में सबसे तेज और सबसे सुविधाजनक बैंकिंग अनुभव सुनिश्चित करने का अवसर प्रदान करता है ।
ृ , 3 डी संवेदी बैंकिंग अनुभव के माध्यम से भौतिक दनि
वित्तीय सेवाओं में आभासी वास्तविकता एक समद्ध ु या की
सीमाओं को पार कर पाने की क्षमता रखती है । यह उपयोगकर्ता को अपने वित्त को पूरी तरह नए तरीके से
"महसूस" करने का एक क्रांतिकारी अनुभव प्रदान कर सकता है । इसमें स्क्रीन की भौतिक सीमाओं से आगे जाने की
क्षमता है । डेस्कटॉप या मोबाइल अनुभव की तुलना में , VR/AR डिज़ाइन स्क्रीन के आकार तक सीमित नहीं है । इसे
आवश्यकता के अनुसार अत्यधिक अनुकूलन योग्य बनाया जा सकता है । VR/AR बैंकिंग डिज़ाइन के मामले में , यह
याद रखना विशेष रूप से महत्वपूर्ण है कि इसमें गुणवत्ता का मुख्य मापदं ड तकनीक को इस्तेमाल कर पाने की
सरलता है ।

वित्तीय सेवाओं में VR/AR के लिए बैंक किस प्रकार तैयारी कर सकते हैं?

पिछले कुछ समय में यह साबित हो गया है कि बैंक अब एक वित्तीय संस्थान से ज्यादा प्रौद्योगिकी संस्थान हैं और
किसी भी बैंक की सफलता उसकी प्रौद्योगिकी उन्नति पर निर्भर करती है । हम नव-बैंकों और भुगतान बैंकों की
सफलता भी दे ख सकते हैं जिन्होंने पिछले दशक में जबरदस्त विकास हासिल किया है और बैंकिंग क्षेत्र में क्रांतिकारी
बदलाव किया है । भविष्य की बैंकिंग में अग्रणी बनने का लक्ष्य रखने वाले प्रगतिशील वित्तीय बैंकों ने अपनी
आंतरिक डिजिटल दक्षताओं को विकसित करना शुरू कर दिया है । इससे उनकी सेवा को किसी भी प्रकार के डिजिटल
प्लेटफॉर्म पर तुरंत अनुकूलित करने की क्षमता बढ़ जाती है ।

1. तकनीकी दक्षताओं का विकास करना (सीखना और आकलन करना)

वित्तीय कंपनियों और बैंकों को धीरे -धीरे टे क कंपनियां बनना होगा। यदि वे ऐसा नहीं करते हैं, तो वैश्विक
डिजिटलीकरण के मामले में , अपने डिजिटल उत्पादों को लगातार प्रबंधित और विकसित करना बहुत मुश्किल हो
जाएगा। यहां, एक मजबूत आंतरिक आईटी टीम विकसित करके उनकी तकनीकी क्षमता में सुधार करना बहुत
महत्वपूर्ण है । बड़े बैंक अपने स्वयं के प्लेटफॉर्म में निवेश कर सकते हैं, जबकि छोटे बैंक फिनटे क कंपनियों की तरह
आउटसोर्सिंग का सहारा ले सकती है ।

2. एक नवाचारी आंतरिक संस्कृति को अपनाना


एक बैंक तकनीकी नवाचारों को तभी बनाए रख सकता है जब वह इस प्रकार की संस्कृ ति को संपूर्ण संस्थान में
समावेशित करे गा। सोचने और संचालन की ये संस्कृति इसे लचीला होने और किसी भी नए तकनीकी और ग्राहक
प्रवत्ति
ृ यों के अनुकूल होने की अनुमति दे ती है । इस तरह की बैंक संस्कृति का उद्देश्य ग्राहक अनुभव को नए सिरे से
पेश करना, उसे एक नए स्तर पर लाना और एक ऐसा समाधान पेश करना है जो बाजार पर किसी भी अन्य विकल्प
की तुलना में अधिक सुखद हो। इस प्रकार का बैंक एक असाधारण अनुभव प्रदान कर सकता है जो लोगों द्वारा
अपनी जीवन शैली में एकीकृत किए जाने वाले सभी प्लेटफार्मों पर आसानी से उपलब्ध कराया जा सकता है ।

3. बदलती ग्राहक अपेक्षाओं के प्रति सजग रहना

अनुकूलन के लिए तैयार रहने के लिए, ग्राहकों के डिजिटल व्यवहार में किसी भी बदलाव की लगातार निगरानी करना
महत्वपूर्ण है और इसके लिए तकनीकी संसाधनों को जल्दी और कुशलता से अनुकूलित करना पड़ेगा। ग्राहकों की
जरूरतों में बढ़ते बदलावों के प्रति सचेत रहकर, वित्तीय कंपनियां समय से पहले से तैयारी करने और प्रतिक्रिया करने
में सक्षम होंगी, जिससे ग्राहकों के लिए सुखद तरीके से नए प्लेटफॉर्म पर डिजिटल समाधान का विस्तार होगा। परू े
बैंकिंग संगठन में अनुभव-केंद्रित मानसिकता का विस्तार करना और बदलाव को अंगीकृत करना बहुत महत्वपूर्ण है ।
यह ग्राहकों द्वारा मांगे गए किसी भी डिजिटल नवाचार के अनुकूल होने के लिए वित्तीय व्यवसाय को व्यवस्थित
रूप से लचीला बना दे गा। बैंको को चाहिए की वो छोटी शुरुआत करें और तेजी से आगे बढ़ें ।

4. पहले से मौजूद अनुभवों के शीर्ष पर रहना

यह याद रखना महत्वपूर्ण है कि, एक उत्कृष्ट प्रतिस्पर्धात्मक लाभ की हड़बड़ी में , कई बैंक भूल जाते हैं कि उनके
मौजूदा डिजिटल समाधान परिपूर्ण नहीं हैं और वर्तमान ग्राहक परे शानी का सामना कर रहे हैं। इससे पहले कि हम
इन बिल्कुल नए नवाचारों का सामना करें , ग्राहकों को वर्तमान में मौजूद समाधानों की गुणवत्ता में सुधार करते रहना
बहुत आवश्यक है । नई पीढ़ी से जुड़ें, क्योंकि इससे भविष्य में तकनीकी बदलाव को को अपनाने की गति तीव्र हो
जाएगी।

बैंकिंग मेटावर्स की सीमा

मेटावर्स को प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में विकास का अगला पड़ाव माना जा रहा है । वित्तीय क्षेत्र में प्रौद्योगिकियों के
समावेश से सभी परिचित हैं। हम इसे अभी स्वीकार करें या न करें परन्तु आने वाले एक दशक में यह बदलाव
सुनिश्चित नजर आता है । यह न केवल पारं परिक बाजार में व्यापार के नए रास्ते खोलेगा बल्कि आभासी दनि
ु या के
बाजार में भी हिस्सेदारी हासिल करने में मदद करे गा। मेटावर्स के पास एक समानांतर दनि
ु या और समानांतर बाजार
होगा जिसमें अनंत क्षमता है और इस समय लगभग शन्
ू य प्रतिस्पर्धा है ।

समापन

जैसे-जैसे प्रौद्योगिकियां लगातार विकसित हो रही हैं, हम निश्चित रूप से एक नई डिजिटल वास्तविकता में क्रांतिकारी
बदलाव की उम्मीद कर सकते हैं जो वीआर / एआर बैंकिंग अनभ
ु व द्वारा संचालित होगी। भविष्य की डिजिटल
वास्तविकता के लिए तैयार होने का एक शानदार तरीका भविष्य के लेंस के माध्यम से वित्तीय उत्पादों को दे खकर
आज ही विचारों और अवधारणाओं को उत्पन्न करना शरू
ु करना है । यह समयहमारे वित्तीय इतिहास में उद्यमी होने
का सबसे रोमांचक समय है । मेटावर्स, ब्लॉकचैन और क्रिप्टोक्रेंसी जैसी प्रौद्योगिकी आने वाले समय में जीवन में बड़े
बदलाव करने की क्षमता रखती है और वित्तीय क्षेत्र भी इससे अछूता नहीं रहे गा। इन बदलावों के लिए हमें अभी से
तैयारी शुरू करनी होगी नहीं तो व्यावसायिक दृष्टि से पिछड़ने का खतरा बहुत बढ़ जायेगा।

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