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Digital Marketing
Digital Marketing
SECTION.: SEC A
[ प्रस्नौतर 1 ]
परिचय.:
इसमें आवश्यकतानस
ु ार परिवर्तन भी किया जाता है । यह नए तथ्यों
के संचय के कारण बदलता है ।
यह अवधारणा अपने आप में अर्थहीन है क्योंकि यह एक निश्चित
समह
ू या तथ्यों के वर्ग में पाई जाने वाली विलक्षणताओं का संकेत
है ।
अवधारणा का महत्व :-
साहित्य की समीक्षा
अर्थव्यवस्था की दनि
ु या में लघु मध्यम उद्यम जैसी तकनीक का
महत्व इसलिए है क्योंकि वह विभिन्न क्षेत्र और दे श के लोगों तक
पहुंच सकती है । इसके अलावा, ई-कॉमर्स की तरह खरीदारी लेनदे न
भी आसान हो जाएगा। 2019 और 2020 में दनि
ु या भर में ई-कॉमर्स के
लेन-दे न का मल्
ू य बढ़ रहा है , जबकि ज्ञात है कि दो वर्षों में पिछली
दनि
ु या एक ऐसे संकट का सामना कर रही है जो वायरस कोविड-19 के
साथ सबसे बड़ी आबादी पर हमला करता है । आधारित शोध इसलिए
किया गया है क्योंकि पूर्वानुमानों के साथ वास्तविकता के बीच अंतर
का अनुमान लगाया गया था। शोध में प्रयोग की जाने वाली
विधि व्यवस्थित साहित्य समीक्षा है। इस शोध का परिणाम
डिजिटल मार्के टिंग है व्यवसाय के प्रदर्शन को आगे बढ़ाने में सक्षम,
सबसे परिचित डिजिटल मार्के टिंग टूल फेसबुक और इंस्टाग्राम हैं , इस
अध्ययन का निष्कर्ष यह है कि व्यवसाय के प्रदर्शन को बेहतर
बनाने के लिए डिजिटल मार्के टिंग में सोशल मीडिया की भमि
ू का बहुत
करीब है ।
प्रारं भिक
डेटा का विश्लेषण
संयक्
ु त राज्य अमेरिका के एक अध्ययन में गण
ु वत्ता के उन कारकों
की जांच की गई जो छोटे और मध्यम आकार (एसएमई) के व्यवसायों
के आतिथ्य पैमाने के लिए वेबसाइटों के कार्यान्वयन को प्रभावित
करते हैं, जहां अनुसंधान डिजिटल मार्के टिंग से संबंधित कारकों की
प्रासंगिकता को परिभाषित और समझाने के लिए है । शोध से यह भी
पता चला है कि डिजिटल मार्के टिंग की भूमिका एसएमई को उद्योग
के सभी क्षेत्रों में व्यवसाय की क्षमता में सुधार करने में मदद कर
सकती है (क्रिचबाउमर और क्रिस्टोडौलिडौ, 2014)। हालाँकि, अन्य दे शों
के शोध का भी व्यापक रूप से उपयोग किया गया है , जैसे अफ्रीकी
दे शों के शोध। उदाहरणों में से एक एक अध्ययन है जो नाइजीरिया में
जांच करता है कि छोटे और मध्यम आकार (एसएमई) व्यवसायों की
बिक्री बढ़ाने के लिए डिजिटल मार्के टिंग को अपनाने पर क्लिक किया
जा रहा है । शोध के नतीजे बताते हैं कि डिजिटल मार्के टिंग के टूल
जैसे ईमेल, गग
ू ल, सोशल मीडिया को अपनाना, और ऑनलाइन
विज्ञापनों से एसएमई की बिक्री में उल्लेखनीय वद्धि
ृ होगी। इसके
अलावा अध्ययन के नतीजे यह भी कह रहे हैं कि एसएमई मार्के टिंग
की रणनीति के हिस्से के रूप में डिजिटल के एक से अधिक साधनों
का उपयोग करके बिक्री में वद्धि
ृ को बनाए रख सकता है (ओलाडिमेजी
इस-हक, 2019)।
निष्कर्ष और सिफारिशें
यदि आप डिजिटल मार्के टिंग के बारे में शोध करना चाहते हैं तो
अगले शोध के लिए जिन सिफ़ारिशों की सिफारिश की जा सकती है ,
उनमें चर सम्मिलित करना निश्चित रूप से डिजिटल मार्के टिंग के
साथ बहुत निकटता से जड़
ु ा हुआ है । निश्चित रूप से ऐसे चर दर्ज
करके, डिजिटल मार्के टिंग की अवधारणा को अधिक लक्षित किया जा
सकता है और उद्योग के लिए फायदे मंद हो सकता है , खासकर
एसएमई के लिए जब डिजिटल मार्के टिंग की भमि
ू का की आवश्यकता
होती है। फिर शोधकर्ता किसी ऐसे प्रकाशक को एक पत्रिका भी प्रस्तुत
कर सकते हैं, जिसने डिजिटल मार्के टिंग के बारे में अधिकांश शोध दे खे
हों जैसे कि जर्नल ऑफ रिटे लिग
ं एंड कंज्यूमर सर्विसेज, जर्नल ऑफ
बिजनेस रिसर्च, और जर्नल टे क्नोलॉजिकल फोरकास्टिं ग एंड सोशल
चें ज।
6) ग्रंथ सच
ू ी
परिचय
1.
डीएमसी अनस
ु ंधान में उद्धृत प्रभावशाली कार्य कौन से हैं? सर्वाधिक
उद्धृत लेखक कौन हैं? सर्वाधिक उद्धृत डीएमसी लेख कौन से हैं?
2.
डीएमसी अनस
ु ंधान की वर्तमान स्थिति क्या है ? डीएमसी में सर्वाधिक
उद्धृत कार्यों में से उभरते विषय क्या हैं?
3.
अनभ
ु ाग स्निपेट
साहित्य
तरीकों
लेखकों ने इस ग्रंथसच
ू ी विश्लेषण के लिए डेटा तीन प्रमुख विपणन
संचार पत्रिकाओं: जर्नल ऑफ एडवरटाइजिंग, जर्नल ऑफ एडवरटाइजिंग
रिसर्च और इंटरनेशनल जर्नल ऑफ एडवरटाइजिंग में प्रकाशित
डीएमसी के बारे में लेखों के उद्धरणों से प्राप्त किया।
ग्रंथ सच
ू ी संबध
ं ी साहित्य की तल
ु ना में डीएमसी डोमेन के लिए नई
इस अध्ययन ने डीएमसी पर वर्तमान शोध के उद्धरणों और सह-
उद्धरण विश्लेषण का विश्लेषण किया और दिखाया कि कैसे डिजिटल
तकनीक ने 2004 और 2016 के बीच डिजिटल मार्के टिंग मूल्यांकन को
आकार दिया। 1994 और 2003 के बीच डीएमसी के ग्रंथसच
ू ी अध्ययन
(किम और मैकमिलन, 2008) ने ऑनलाइन संदर्भ पर ध्यान केंद्रित
किया। पिछले और वर्तमान ग्रंथसच
ू ी अध्ययनों के बीच समानताएं
और अंतर डीएमसी के क्षेत्र के लिए नई अंतर्दृष्टि प्रदान कर सकते
[ प्रस्नौतर 2 ]
परिचय
दर्शकों की वद्धि
ृ और वास्तविक बिक्री के बीच संबंध.
आपके ग्राहक क्या खोज रहे हैं, इसका पालन करना और समझना
आवश्यक है । अपने संभावित ग्राहकों की प्राथमिकताओं के आधार पर,
आप उनकी ज़रूरतों को पूरा करने के लिए सामग्री पर काम कर
सकते हैं और नियमित रूप से पोस्ट कर सकते हैं। आप सीधे अपने
उपभोक्ताओं से जानकारी एकत्र करना चुन सकते हैं या सोशल
मीडिया प्लेटफॉर्म पर अपने लक्षित दर्शकों की बातचीत की निगरानी
कर सकते हैं।
3. विज़िटर वास्तव में आपकी सामग्री के साथ कैसे इंटरै क्ट करते हैं:
इन प्रमख
ु क्षेत्रों के डेटा के आधार पर, आप सही सामग्री पोस्ट करने
के लिए एक शेड्यल
ू बना सकते हैं, जो आपको संबंधित सोशल
मीडिया प्लेटफॉर्म पर बेहतर वेब ट्रै फ़िक ला सकता है । इससे आपको
यह निर्धारित करने में मदद मिलेगी कि क्या प्रभावी था और क्या
नहीं। इसके आधार पर, आप व्यवहार को नए विचारों के साथ जोड़कर
कुछ ऐसा विकसित कर सकते हैं जो आपके व्यवसाय को आगे बढ़ने
में मदद करे गा। यह अपनी अच्छी प्रथाओं को खोजने का सबसे
अच्छा तरीका है ।
5. प्रगति की निगरानी:
निष्कर्ष:
सर्च Query – ट्रे डिशनल मार्के टिंग और डिजिटल मार्के टिंग में अंतर क्या
है ,ई मार्के टिंग और ट्रे डिशनल मार्के टिंग में अंतर,कौन सा मार्के टिंग का
तरीका बेहतर है ट्रे डीशनल मार्के टिंग VS डिजिटल मार्के टिंग इन
हिंदी,पारं परिक मार्के टिंग और डिजिटल मार्के टिंग में अंतर।
ट्रे डिशनल मार्के टिंग, मार्के टिंग का पुराना तरीका है इसे हम हिन्दी में
पारम्परिक मार्के टिंग या परम्परागत मार्के टिंग भी कहते हैं।ट्रे डिशनल
मार्के टिंग मे मार्के टिंग का मख्
ु य तरीका टीवी विज्ञापन ,रे डियो
विज्ञापन , न्यज़
ू पेपर विज्ञापन, होल्डिंग और प्रिंट पोस्टर अदि। 1990
के दशक में जब तक ऑनलाइन इन्टरनेट का ज्यादा चलन नहीं था
उस समय ट्रे डिशनल मार्के टिंग , मार्के टिंग का लोकप्रिय माध्यम था
क्योंकि उस समय टे क्नोलॉजी इतनी ज़्यदा विकसित नहीं हुई थी
इसलिए उस समय ये सभी कारागार तरीके थे मार्के टिंग करने के लिए
,लेकिन जैसे -जैसे टे क्नोलॉजी में बदलाव होते गए उसके साथ
मार्के टिंग करने के तोर तरीको में भी बदलाव आने लगा जो की अब
डिजिटल मार्के टिंग में परिवर्तित हो चक
ू ा है ट्रे डिशनल मार्के टिंग का
अपडेटेड वर्जन डिजिटल मार्के टिंग है ।
डिजिटल मार्के टिंग, मार्के टिंग का मॉडर्न तरीका है इसमें मार्के टिंग
डिजिटल यानी इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के माध्यम से किया जाता है
इसे ऑनलाइन मार्के टिंग और इन्टरनेट मार्के टिंग(ई मार्के टिंग) भी कहा
जाता है इसमें मार्के टिंग के मुख्य तरीका सर्च इंजन(Google, Youtube
Etc )और सोशल मीडिया(Facebook, Instagram, Etc)होता है ।
ट्रे डिशनल मार्के टिंग मेहंगा पड़ता है डिजिटल मार्के टिंग की तुलना में ।
टीवी और न्यज़
ू पेपर पर विज्ञापन की लागत 50 हजार से लेकर लाखो
रूपए तक होती है ।
ट्रे डिशनल मार्के टिंग में ब्रांड नाम बनाने में काफी समय लग सकता
है ।
शारीरिक मेहनत ज़्यदा लगती है। आपको अलग -अलग जगह जाना
पड़ सकता है अलग -अलग लोगो से मिलना पड़ सकता है ।
डिजिटल मार्के टिंग सस्ता पड़ता है। आप 100 रूपए में भी अपना
विज्ञापन ऑनलाइन इंटरनेट पर चला सकते हो।
डिजिटल मार्के टिंग में ब्रांड नाम जल्दी बन जाता है
दनि
ु या के किसी भी जगह को टारगेट कर सकते हो ,टार्गेटे ड ऑडियंस
होती है।
डिजिटल मार्के टिंग में आपको बहुत सारे साधन मिल जायिंगे।
रे फरल मार्के टिंग – ऐसे ‘वर्ड ऑफ माउथ’ मार्के टिंग भी कहा जाता है
जो उत्पादों या सेवाओं से संबंधित जानकारी दे ने के लिए ग्राहकों पर
निर्भर करता है।
कंटें ट मार्के टिंग – टार्गेटे ड ऑडियंस के लिए कंटें ट बनाना ,ताकि ब्रांड
जागरूकता पैदा की जा सके, ट्रै फिक बढ़ाया जा सके, लीड पैदा की जा
सके, आदि।
प्रति क्लिक भग
ु तान (पीपीसी) – यह एक विज्ञापन मॉडल है , जिसका
उपयोग आम तौर पर वेबसाइट पर ट्रै फ़िक लाने के लिए किया जाता
है , इसमें जितने क्लिक आपके विज्ञापन पर आते है उसी हिसाब से
आपको भग
ु तान करना पड़ता है ।
दोस्तों ट्रे डिशनल मार्के टिंग और डिजिटल मार्के टिंग में मख्
ु य अन्तर
माध्यम का है जहाँ ट्रे डिशनल मार्के टिंग में ट्रे डिशनल मीडिया जैसे
न्यूज़ पेपर ,पोस्टर ,बैनर द्वारा मार्के टिंग की जाती है वंही डिजिटल
मार्के टिंग में डिजिटल मीडिया जैसे सोशल मीडिया ,वेबसाइट द्वारा
मार्के टिंग की जाती है ।
Source: Statista
पिछले 5-10 सालों में जितनी Digital Marketing में Growth हुई है , हो
सकता है कि आने वाले कुछ वर्षों में यहाँ और भी ज़्यादा Growth
दे खने को मिले।
लेकिन अगर आप थोड़ा पैसा Invest करके जल्दी Results लाना चाहते
हो तो Paid Digital Marketing Methods का भी उपयोग कर सकते
हो। इनमे शामिल हैं – Search Engine Marketing and Social Media
Marketing.
ज़्यादा Users
का Online
Engage रहना
घर घर Digital की पहुँच
College में पढ़ रहे छात्र भी Part Time Income करना चाहते हैं और
Self Independent बनना चाहते हैं।
अगर आप एक गहि
ृ णी हैं
For Students
इसके अलावा आपके लिए अनेक रास्ते खुल जाते हैं। उदाहरण के
लिए आप Freelancing कर सकते हो, एक टीम तैयार करके अपनी
एक Digital Marketing Company Start कर सकते हो, और लोगों को
उनके बिज़नेस में मदद कर सकते हो।
आज ही जड़ि
ु ये Digital Azadi के साथ और मेरी Community का
हिस्सा बनिए जहाँ मैं आपको Digital Marketing सिखाता हूँ Hindi में
और सिखाता हूँ की कैसे आप बिना किसी Office, बना कोई
Employee बिना कोइ बड़ी Investment के अपने लिए पैसे कमाने के
नए रास्ते बना सकते हैं।
Scenario
एक सर्वे के अनस
ु ार भारत में 55 फीसद मार्के ट डिजिटली शिफ्ट हो
चक
ु ा है क्योंकि डिजिटल मार्के टिंग से मार्के टर्स को बहुत फायदा हुआ
है । अब व्यापारी या ई कॉमर्स कंपनियां इंटरनेट के जरिए मार्के टिंग
कर रहे हैं। इस क्षेत्र में ग्राहकों की असीमित संख्या तक वह सोशल
मीडिया, सर्च इंजन और ई मेल के जरिए पहुंच सकते हैं
शिक्षा
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वीडियो मार्के टिंग - भारत में वीडियो दे खने वालों की संख्या बढ़ रही है
और ब्रांड्स इस चीज का ध्यान रखे हुए हैं। 4 जी और 5 जी जैसी तेज
इंटरनेट गति और सस्ते स्मार्टफोन की उपलब्धता के साथ, वीडियो
मार्के टिंग ब्रांडों के लिए उनके जनसमह
ू से जड़
ु ने के लिए एक
महत्वपूर्ण उपकरण बन गया है ।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस - एआई डिजिटल मार्के टिंग परिदृश्य को
त्वरित रूप से बदल रहा है और भारत इसमें भी कोई अपवाद नहीं है ।
एआई-पावर्ड चैटबॉट, वॉयस असिस्टें ट्स और व्यक्तिगत सिफारिशों के
लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस भविष्य में डिजिटल मार्के टिंग में कॉमन
होता जाएगा।
100 % प्लेसमें ट
20 लर्निंग टूल्स
गग
ू ल सर्टिफाइड एक्सपीरिएंस्ड फैकल्टीज
इतिहास